डेली न्यूज़ (21 mar, 2020) · 2020-03-21 · खादी और aामो...

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डेली यूज़ (21 Mar, 2020) drishtiias.com /hindi/current-affairs-news-analysis-editorials/news-analysis/21-03-2020/print कू ल बंद के दौरान छा के लये खा सुरा भा ीलस ीलस केके लये लये : िमड-डे काय!"म, COVID-19 मेस मेस केके लये लये : भारत म$ खा सुरा से संबंधत मु'े चचा! चचा! म$ म$ )य )य ? मानव संसाधन िवकास मंालय (MHRD) ने सभी रा+य सरकार से का 1 से 8 तक के सभी छा के लये िमड-डे मील (MDM) काय!"म को जारी रखने या उह$ खा सुरा भा दान करने को कहा है मुख मुख 1बदु 1बदु : 2यात3य है िक$ 4 सरकार ने बीते िदन 16 माच! को कोरोनावायरस (COVID-19) के सार को रोकने के उ'े5य से कू ल म$ देश3यापी बंद क8 घोषणा क8 थी, वहीँ िद>ी और के रल जैसे रा+य/क$ 4शा■सत देश ने सरकार के इस आदेश से पूव! ही 31 माच! तक कू ल को बंद कर िदया थाइसके अलावा के रल, छा को उनके घर पर पहले से ही िमड-डे मील दान करने क8 3यवथा कर चुका है के रल सरकार का अनुसरण करते हुए पEम बंगाल ने भी इसी कार के उपाय अपनाने क8 घोषणा क8 है सवGH यायालय ने भी इस िदशा म$ संIान लेते हुए सभी रा+य सरकार को नोिटस जारी कर यह पूछा था िवे िकस कार कू ल के बंद रहने के दौरान दोपहर के भोजन को सुिनEत कर$गे कारण कारण भारत सिहत संपूण! िवK मौजूदा समय म$ कोरोनावायरस (COVID-19) महामारी के कारण किठन पMरNथतय का सामना कर रहा है 1/14

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  • डेली यूज़ (21 Mar, 2020)drishtiias.com/hindi/current-affairs-news-analysis-editorials/news-analysis/21-03-2020/print

    कूल बदं के दौरान छा के लये खा सुर ा भ ा

    ी ल सी ल स केके लयेलये:िमड-डे काय म, COVID-19

    मे समे स केके लयेलये:भारत म खा सुर ा से संबंधत मु े

    चचाचचा मम यय ?मानव संसाधन िवकास मं ालय (MHRD) ने सभी रा य सरकार से क ा 1 से 8 तक के सभी छा के लये िमड-डे मील(MDM) काय म को जारी रखने या उ ह खा सुर ा भ ा दान करने को कहा ह।ै

    मुखमुख बदुबद:ुयात य ह ैिक क सरकार ने बीते िदन 16 माच को कोरोनावायरस (COVID-19) के सार को रोकने के उ े य सेकूल म देश यापी बदं क घोषणा क थी, वहीँ िद ी और केरल जसेै रा य /क शा■सत देश ने सरकार के इसआदेश से पूव ही 31 माच तक कूल को बदं कर िदया था।इसके अलावा केरल, छा को उनके घर पर पहले से ही िमड-डे मील दान करने क यव था कर चुका ह।ै केरलसरकार का अनुसरण करते हुए प म बगंाल ने भी इसी कार के उपाय अपनाने क घोषणा क ह।ैसव यायालय ने भी इस िदशा म सं ान लेते हुए सभी रा य सरकार को नोिटस जारी कर यह पूछा था िक वे िकसकार कूल के बदं रहने के दौरान दोपहर के भोजन को सुिन त करगे।

    कारणकारणभारत सिहत संपूण िव मौजूदा समय म कोरोनावायरस (COVID-19) महामारी के कारण किठन प र थतय कासामना कर रहा ह।ै

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    https://www.drishtiias.com/hindi/current-affairs-news-analysis-editorials/news-analysis/21-03-2020/print

  • आँकड़ के अनुसार, वै क तर पर इस वायरस के कारण अब तक 10000 से भी अधक लोग क मृ य ुहो चुक ह।ैभारत के संदभ म इस वै क महामारी क बात कर तो नवीनतम आँकड़ के अनुसार, भारत म अब तक 250 सेअधक मामले सामने आ चुके ह।यह वायरस वै क समाज के सम एक बड़ी चुनौती के प म उभर रहा ह ैऔर इससे िनपटने के लये दिुनया भर कसरकार ारा तमाम कदम उठाए जा रहे ह।कूल को बदं करने का िनणय इसी िदशा म एक मह वपूण कदम क तरह देखा जा रहा ह।ै कूल म पढने वाले बको इस वायरस के त काफ संवेदनशील माना जाता ह,ै ■जसके कारण उ ह इसक चपेट म आने से बचाना आव यकह।ैहालाँिक आँकड़े बताते ह िक देश का एक वग ऐसा भी ह ैजो आव यक पोषक त व और आहार क ाि के लये मु यप से कूल से िमलने वाले भोजन पर िनभर रहता ह ैऔर यिद कूल को लबें समय के लये बदं कर िदया जाता ह ैतो

    उन ब के सम एक बड़ी सम या उ प हो सकती ह।ै

    संबंधतसंबंधत िनयमिनयमिमड-डे मील (MDM) 2015 के अनुसार, यिद खा ा क कमी, खाना पकाने क लागत, ईधंन या कुक (Cook) कअनुपल धता के कारण छा को भोजन उपल ध नह कराया जा सका ह ैतो ऐसी थत म सरकार से यह उ मीद कजाती ह ैिक वह येक ब े को खा सुर ा भ ा दान करगेी।

    िमडिमड-डेडे मीलमील काय मकाय मिमड-डे मील काय म को एक क ीय ायो■जत योजना के प म 15 अग त, 1995 को पूर ेदेश म लागू िकया गयाथा।इसके प ात् ■सतबंर 2004 म काय म म यापक प रवतन करते हुए मेनू आधा रत पका हुआ गम भोजन देने कयव था ारभं क गई।इस योजना के तहत यूनतम 200 िदन हेतु िन न ाथिमक तर के लये तिदन यूनतम 300 कैलोरी ऊजा एवं 8-12 ाम ोटीन तथा उ ाथिमक तर के लये यूनतम 700 कैलोरी ऊजा एवं 20 ाम ोटीन देने का ावधान ह।ैिमड-डे मील योजना म सरकारी कूल , सरकारी सहायता ा कूल , िवशेष श ण क के क ा 1 से 8 तक मपढ़ने वाले सभी कूली छा को शािमल िकया गया ह,ै ■जनम सम श ा अभयान के तहत समथत मदरसे भीशािमल ह।आँकड़ के अनुसार, वतमान म देश के लगभग 9.17 करोड़ छा इस योजना का लाभ ा कर रहे ह।ै

    आगेआगे कक राहराहिव वा य संगठन (WHO) ने कोरोनावायरस (COVID-19) को वै क महामारी घोिषत कर िदया ह,ै यह वायरसवै क समुदाय के सम एक बड़ी चुनौती के प म उभर रहा ह।ैभारत सरकार ारा कूल को बदं करने और इस दौरान छा के लये िमड-डे मील योजना को जारी रखने अथवाखा ा भ ा दान करने का िनणय सराहनीय ह।ैआव यक ह ैिक वै क समुदाय इस महामारी से िनपटने के लये एक साथ एक मचं पर एकि त हो और इस संदभ मWHO तथा शासन ारा जारी िवभ िदशा-िनदश का पालन िकया जाए।

    ोतोत: इंडयनइंडयन ए स ेसए स ेस

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    https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-editorials/meals-that-can-educate-the-young

  • धानमं ी रोज़गार सृजन काय म

    ी ल सी ल स केके लयेलये:धानमं ी रोज़गार सृजन काय म, खादी और ामो ोग आयोग, सू म, लघु एवं म यम उ ममं ालय

    मे समे स केके लयेलये:धानमं ी रोज़गार सृजन काय म से संबंधत िवषय

    चचाचचा मम यय ?हाल ही म लोकसभा म सू म, लघु एवं म यम उ म मं ालय (Ministry Of Micro, Small and MediumEnterprises-MSME) ारा ‘ धानमं ी रोज़गार सृजन काय म’ (Prime Minister’s Employment GenerationProgramme- PMEGP) से संबंधत मु पर चचा क गई।

    मुखमुख बदुबद:ुPMEGP ‘खादी और ामो ोग आयोग’ (Khadi and Village Industries Commission- KVIC), रा यखादी और ामो ोग बोड (State Khadi and Village Industries Board- KVIB) और िज़ला उ ोग क(District Industries centres- DIC) ारा काया वत क जा रही ह।ैPMEGP एक मुख े डट ल ड स सडी काय म ह,ै ■जसका उ े य पारपं रक कारीगर और बेरोज़गार यवुाओं कमदद कर गरै-कृिष े म सू म उ म क थापना के मा यम से वरोज़गार के अवसर पदैा करना ह।ैइस काय म के तहत सावजिनक े के सभी बक , िनजी े के कुछ चयिनत बक और सहकारी बक ारा KVIC केमा यम से MSME मं ालय ारा मा■जन मनी स सडी (Margin Money Subsidy) के साथ ऋण दान िकयाजाता ह।ैPMEGP के तहत वष 2019-20 के दौरान सू म उ म को थािपत करने के लये 79236 लाभाथय क सहायताकरने का ल य िनधा रत िकया गया ह,ै ■जनम से 15 माच, 2020 तक 54361 लाभाथय को पहले ही सहायता दीजा चुक ह।ै

    पा तापा ता हेतुहेतु मानदडंमानदडं:18 वष से अधक आय ुका कोई भी यि इस योजना के तहत आवेदन करने का पा ह।ैिविनमाण े म प रयोजना क अधकतम लागत 25 लाख पए और सेवा े म 10 लाख पए ह।ैकेवल नई इकाइय क थापना हेतु PMEGP के तहत लाभ ा िकया जा सकता ह।ै सामा य ेणी के लाभाथ ‘ ामीण े म प रयोजना लागत का 25% ऋण और शहरी े म प रयोजना लागत का15% ऋण’ ा कर सकते ह।अनुसूचत जात/जनजात, अ य िपछड़ा वग, अ पसं यक , मिहलाओं, भूतपूव सिैनक , िद यांग , पहाड़ी और सीमाे आिद से संबंधत लाभाथ ‘ ामीण े म प रयोजना क लागत का 35% ऋण और शहरी े म प रयोजना

    लागत का 25% ऋण’ ा कर सकते ह।

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  • MSME मं ालय ने मौजूदा PMEGP/MUDRA इकाइय के िव तार/उ यन के लये दसूरी िव ीय सहायता का एकनया घटक भी पेश िकया ह ै■जसम वष 2018-19 से िविनमाण इकाई क प रयोजना लागत 1 करोड़ पए एवंसेवा/ यापार इकाई क प रयोजना लागत 25 लाख पए पर 15% ऋण ा कर सकते ह।

    काय मकाय म केके तहततहत आवंिटतआवंिटत औरऔर िवत रतिवत रत िकयेिकये गएगए ऋणऋण काका िववरणिववरण िन न ल खतिन न ल खत हैहै:

    वषवष आवंिटतआवंिटत ऋणऋण (करोड़करोड़ पएपएमम)

    ऋणऋण काका िवतरणिवतरण (करोड़करोड़ पएपएमम)

    2016-17 1082.90 1280.94

    2017-18 1082.90 1312.40

    2018-19 2068.80 2070.00

    2019-20(15/03/2020 तक)

    2396.44 1622.50

    खादीखादी औरऔर ामो ोगामो ोग आयोगआयोग

    (Khadi and Village Industries Commission):

    यहयह 'खादीखादी एवंएवं ामो ोगामो ोग आयोगआयोग अधिनयमअधिनयम, 1956' केके तहततहत एकएक सांिवधकसांिवधक िनकायिनकाय (Statutory Body) हैहै। यहयह भारतभारत सरकारसरकार केके सू मसू म, लघुलघु औरऔर म यमम यम उ मउ म मं ालयमं ालय (Ministry of MSME) केके अंतगतअंतगत आनेआने वालीवाली एकएकमु यमु य सं थासं था हैहै।उ े यउ े य:

    सामा■जकसामा■जक उ े यउ े य: रोज़गाररोज़गार देनादेना। आथक उ े य: िब ी यो य व तुओं का उ पादन करना। यापक उ े य: गरीब को आ मिनभर बनाना एवं एक मज़बूत ामीण सामुदायक भावना का िनमाण करना।

    सू मसू म, लघुलघु औरऔर म यमम यम उ मउ म:सू म, लघु और म यम उ म के संव न एवं िवकास को सरल एवं सुिवधाजनक बनाने हेतु 2 अ ू बर, 2006 कोसू म, लघु और म यम उ म िवकास अधिनयम (MSMED Act), 2006 िविनयिमत िकया गया था। इस अधिनयमके तहत MSMEs को िन न ल खत दो भाग म वग कृत िकया गया ह:ै

    1. िविनमाणिविनमाण ेे केके उ मउ म- इसम उ म को संयं और मशीनरी (Plant & Machinery) म िकये गए िनवेश के संदभ मप रभािषत िकया गया ह।ै

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  • उ मउ म काका कारकार संयंसंयं एवंएवं मशीनरीमशीनरी मम िकयािकया गयागया िनवेशिनवेश ( पएपएमम)

    सू मसू म (Micro) 25 लाखलाख तकतक

    लघुलघु (Small) 25 लाखलाख सेसे अधकअधक कतुकतु 5 करोड़करोड़ सेसे कमकम

    म यमम यम (Medium) 5 करोड़ से अधक कतु 10 करोड़ से कम

    2. सेवासेवा ेे केके उ मउ म- सेवाएँसेवाएँ दानदान करनेकरने मम लगेलगे उ मउ म कोको उपकरणउपकरण (Equipment) मम िनवेशिनवेश केके संदभसंदभ मम प रभािषतप रभािषत िकयािकयाजाताजाता हैहै।

    उ मउ म काका कारकार उपकरणउपकरण मम िकयािकया गयागया िनवेशिनवेश ( पएपए मम)

    सू म (Micro) 10 लाख तक

    लघु (Small) 10 लाखलाख सेसे अधकअधक कतुकतु 2 करोड़करोड़ सेसेकमकम

    म यम(Medium)

    2 करोड़करोड़ सेसे अधकअधक कतुकतु 5 करोड़करोड़ सेसे कमकम

    ोतोत: पीआईबीपीआईबी

    वै क खशुहाली रपोट- 2020

    ी ल सी ल स केके लयेलये:वै क खशुहाली रपोट- 2020

    मे समे स केके लयेलये:वै क खशुहाली रपोट तथा इसकामह व

    चचाचचा मेमे यय ?हाल ही म सतत् िवकास समाधान नेटवक (Sustainable Development Solution Network- SDSN) ने वै कखशुहाली रपोट-2020 (World Happiness Report- 2020) जारी क ह।ै

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  • मु यमु य बदुबद:ु‘िव खशुहाली रपोट’ के आँकड़े वष 2018 एवं 2019 दौरान एकि त िकये गए थे, अत: यह रपोट कोरोनोवायरसबीमारी (COVID- 19) के सार को रोकने के लये लगाए गए यापक तबधं से भािवत नह हुई।SDSN ने वै क खशुहाली रपोट-2020 म 153 देश को शािमल िकया ह।ै

    शीषशीष देशदेश:सबसे खशुहाल देश म िफनलड शीष पर ह।ै दसूर ेऔर तीसर े थान पर मश: डेनमाक एवं वटज़रलड ह।

    भारतभारत कक थतथत:इस वष भारत का थान 144वाँ ह ैजो िपछले वष से 4 थान कम ह।ै भारत का थान अपने पड़ोसी देश नेपाल, पािक तान बां लादेश, ीलकंा, चीन से खराब थत म ह।ै

    िन नतरिन नतर थतथत वालेवाले देशदेश:र कग म सबसे नीचे थान पाने वाले देश हसक संघष एवं ती गरीबी से पीिड़त ह। िज़ बावे, द णी सूडान औरअफगािन तान को दिुनया के सबसे कम खशुहाल देश म थान िदया गया ह।ै

    खशुहालखशुहाल रारा काका अथअथ:जहाँ लोग म अपनेपन का अहसास, एक-दसूर ेपर भरोसा हो एवं साझा सं थान का (Shared Institutions)आनदं लेते ह, वे रा खशुहाल होते ह।इन रा म अधक सहन मता (Resilience) होती ह,ै य िक साझा-िव ास किठनाइय के बोझ को कम करता हैतथा व थ (well-being) समाज का िनमाण करता ह।ै

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    https://www.drishtiias.com/hindi/images/uploads/1584783681_Wellbeing.jpg

  • नगरनगर एवंएवं खशुीखशुी (Cities and Happiness):नगर आथक ि याओं के क (Economic Powerhouses) होते ह। ती नगरीकरण के कारण नगर का मह वलगातार बढ़ रहा ह,ै अत: वै क खशुहाली रपोट म नगर को भी शािमल िकया गया ह।ैनगर के लये पहली बार ‘वै क खशुहाली र कग’ जारी क गई। यह र कग ‘द इकोनॉिम ट’ (The Economist’s)ारा जारी ‘ लोबल लवेिब लटी इडें स ’ (Global Liveability Index- GLI) से अलग ह ै य िक GLI 5 संकेतकके मा ा मक एवं गुणा मक िव ेषण पर आधा रत होता ह,ै जबिक ‘खशुहाल नगर सूचकांक’ नगरीय िनवा■सय ारािनधा रत भलाई (Well-Being) के मानक पर आधा रत ह।ै शीष 3 ‘खशुहाल नगर’ हेल↓सक (िफनलड), आरहूस(डेनमाक), वेलगटन ( यूज़ीलड) ह।

    रपोटरपोट केके बारेबारे मम:यह रपोट येक वष सतत् िवकास समाधान नेटवक (Sustainable Development Solution Network-SDSN) ारा काशत क जाती ह।ै

    वै क खशुहाली रपोट का काशन वष 2012 से शु हुआ था। इस वष इसका आठवाँ सं करण काशतिकया गया ह।ैखशुहाली को आँकने के लये सूचकांक म त यि सकल घरलेू उ पाद, किठन समय म यि को सामा■जकसुर ा, व थ जीवन क याशा, सामा■जक सरोकार, यि गत वतं ता तथा ाचार और उदारता कअवधारणा को आधार बनाया जाता ह।ै

    सतत्सतत् िवकासिवकास समाधानसमाधान नेटवकनेटवक:संयु रा के त वावधान म संयु रा सतत् िवकास समाधान नेटवक (Sustainable DevelopmentSolution Network- SDSN) वष 2012 से काम कर रहा ह।ैSDSN सतत् िवकास हेतु यावहा रक समाधान को बढ़ावा देने के लये वै क वै ािनक और तकनीक िवशेष ताजुटाता ह,ै ■जसम सतत् िवकास ल य और पे रस जलवाय ुसमझौते का काया वयन भी शािमल ह।ैSDSN संयु रा एज■सय , बहुप ीय िव पोषण सं थान , िनजी े और नाग रक समाज के साथ िमलकर कामकरता ह।ै

    ोतोत: इंडयनइंडयन ए स ेसए स ेस

    WTO पनैल क ■सफा रश को लागू करने के लये बा य नह भारत

    ी ल सी ल स केके लयेलये:िव यापार संगठन, िनयात संबधंी योजनाएँ, संयु रा य अमे रका के यापारतिनध

    मे समे स केके लयेलये:अतंरा ीय यापार िववाद संबधंी मु े

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    https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-analysis/global-liveability-index-2019

  • चचाचचा मम यय ?हाल ही म संसद को सूचत िकया गया ह ैिक भारत अपनी िनयात ो साहन योजनाओं पर WTO के िववाद िनपटान पनैल क■सफा रश को लागू करने के लये बा य नह ह,ै य िक भारत ने पनैल के इस आदेश को उ तर पर चुनौती दी ह।ै

    मुखमुख बदुबदुबीते वष 31 अ ू बर, 2019 को िव यापार संगठन (World Trade Organisation-WHO) के िववाद िनपटानपनैल ने िनणय िदया था िक भारत क िनयात संबधंी योजनाएँ (Export-Related Schemes) “स सडीस सडी एवंएवंतकारीतकारी उपायउपाय समझौतेसमझौते” के तहत िनिष स सडी (Prohibited Subsidies) क कृत म आती ह और िवयापार संगठन के मानदडं के साथ असंगत ह।

    WTO के िववाद िनपटान पनैल ने भारत को िवशेष आथक े (SEZ) योजना को वापस लेने के लये 180 िदन कसमय-सीमा दान क ह।ै

    याया हैहै िववादिववाद?दरअसल 14 माच, 2018 को संयु रा य अमे रका के यापार तिनध (United States TradeRepresentative-USTR) कायालय ने िव यापार संगठन (WTO) म भारत क िनयात संव न योजनाओं कोचुनौती दी थी। USTR का तक था िक इन योजनाओं के कारण असमान अवसर पदैा हो रहे ह, ■जससे अमे रक कंपिनय को नुकसानहो रहा ह।ै USTR के अनुसार, भारत स सडी एवं तकारी उपाय समझौते (Agreement on Subsidies andCountervailing Measures- SCM Agreement) के तहत क गई अपनी तब ताओं का उ ंघन कर रहाह।ैUSTR ने इस संदभ म भारत क 5 िनयात ो साहन योजनाओं (िनयात उ मुख इकाइय क योजनाएँ व े -िवशयोजनाएँ) का उ ेख िकया ह,ै जोिक िन न ल खत ह-

    इले टॉिन स हाडवेयर ौ ोिगक पाक योजना (Electronics Hardware Technology ParksScheme)भारत से मचडाइज़ िनयात के लये योजना (Merchandise Exports from India Scheme)िनयात संव न कैिपटल गु स संबधंी योजना (Export Promotion Capital Goods Scheme)िवशेष आथक े (Special Economic Zones)शु क मु आयात अधकार-प योजना (Duty free Import Authorization Scheme)

    USTR का मु य तक यह ह ैिक भारत क उपरो पाँच िनयात संव न योजनाएँ, SCM समझौते के ावधान 3.1 (A)और 3.2 का उ ंघन करती ह, य िक ये दोन ावधान िनयात स सडी देने पर रोक लगाते ह।

    यापारयापार िववादिववाद औरऔर भारतभारतसंसद म दी गई सूचना के अनुसार, भारत वतमान म WTO म कुल 15 यापार िववाद म शािमल ह,ै ■जनम सेअधकांश अमे रका के साथ ह। इन िववाद म से 4 म भारत शकायतक ा ह ैजबिक 11 िववाद म भारत तवादी ह।ै

    िविव यापारयापार संगठनसंगठन (WTO)

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    https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-editorials/world-trade-organization-crisis

  • िव यापार संगठन (World Trade Organization) िव म यापार संबधंी अवरोध को दरू कर वै क यापारको बढ़ावा देने वाला एक अंतर-सरकारी संगठन ह,ै ■जसक थापना वष 1995 म मराकेश संध के तहत क गई थी।इसका मु यालय ■जनेवा म ह।ै वतमान म िव के 164 देश इसके सद य ह।29 जुलाई, 2016 को अफगािन तान इसका 164वाँ सद य बना था।सद य देश का मिं तरीय स मेलन इसके िनणय के लये सव िनकाय ह,ै ■जसक बठैक येक दो वष मआयो■जत क जाती ह।ै

    संयुसंयु रा यरा य यापारयापार तिनधतिनध (USTR)संयु रा य यापार तिनध (USTR) एक अमे रक सं था ह,ै जो अमे रका के रा पत को यापार क नीतिवक■सत करने और अनुशसंा करने तथा ि प ीय और बहुप ीय तर पर यापार वाता के आयोजन तथा सरकार केभीतर यापार नीत के सम वयन के लये िज़ मेदार ह।ै

    ोतोत: इंडयनइंडयन ए स ेसए स ेस

    भारत: िव ुत का तीसरा बड़ा उ पादक

    ी ल सी ल स केके लयेलये:िव के शीष िव ुत उ पादक देश,IEA

    मे समे स केके लयेलये:ऊजा सुर ा

    चचाचचा मम यय ?‘अंतरा ीय ऊजा एजसी’ (International Energy Agency- IEA) ारा काशत ‘क व ड एनज टेिट स’ (KeyWorld Energy Statistics) के अनुसार, भारत िबजली उ पादन म तीसर े(वष 2019 म) तथा त यि िव ुत खपत केमामले म 106व थान (2017) पर रहा ह।ै

    मु यमु य बदुबद:ु1,497 टेरावाट-हॉवर (Terawatt-hour- TWh) िव ुत उ पादन के साथ भारत अमे रका एवं चीन के बाद दिुनयाका तीसरा बड़ा िव ुत उ पादक एवं उपभो ा देश ह।ै वतं ता के बाद से िव ुत उ पादन 100 गुना से अधक हो गया ह,ै परतंु आथक गतिवधय म वृ के कारण िव ुतक मांग, उ पादन से अधक रही ह।ै

    िविव केके शीषशीष िव ुतिव ुत उपभो ाउपभो ा देशदेश:9/14

  • संबंधतसंबंधत सरकारीसरकारी पहलपहल:सौभाग्सौभाग्यय योजनायोजना (Saubhagya Scheme):

    भारत सरकार ने देश म 40 िम लयन से अधक प रवार को िव ुत कने शन उपल ध कराने के उ े य से' धानमं ी सहज िबजली हर घर योजना' (Pradhan Mantri Sahaj Bijli Har Ghar Yojana) शुक ह।ै

    उ वलउ वल ड कॉमड कॉम ए योरसए योरस योजनायोजना (Ujwal Discom Assurance Yojana- UDAY): उदय योजना को िव ुत मं ालय ने रा य ड कॉम क खराब िव ीय थत मे सुधार करने के लये आरभंिकया था।

    उजालाउजाला (Unnat Jyoti by Affordable LEDs for All- UJALA):इस योजना का उ े य द काश यव था को बढ़ावा देना, द उपकरण के उपयोग करने के बार ेमजाग कता बढ़ाना ह ैतथा िव ुत िबल म कमी लाना ह।ै यह योजना ‘एनज एिफशएंसी स वसेज लिमटेड’ (Energy Efficiency Services Limited) ारा ि या वत क जा रही ह।ै

    अतंरा ीयअतंरा ीय ऊजाऊजा एजसीएजसी (IEA):अंतरा ीय ऊजा एजसी एक वाय संगठन ह,ै जो अपने 30 सद य देश और 8 सहयोगी देश के साथ वै क तरपर िव सनीय, स ती एवं व छ ऊजा सुिन त करने हेतु काम करती ह।ैइसक थापना (1974 म) 1973 के तेल संकट के बाद हुई थी जब ओपेक दश ने तेल क क मत म भारी वृ केसाथ दिुनया को च का िदया था।IEA के मु य े ह-

    ऊजा सुर ाआथक िवकासपयावरण जाग कतावै क संब ता (Engagement Worldwide)

    भारत वष 2017 म अंतरा ीय ऊजा एजसी का एक सहयोगी सद य बना। इसका मु यालय पे रस म ह।ै

    व डव ड एनजएनज आउटलुकआउटलुक (World Energy Outlook- WEO):

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    https://www.drishtiias.com/hindi/images/uploads/1584778707_Index.jpg

  • यह रपोट अंतरा ीय ऊजा एजसी (International Energy Agency- IEA) ारा जारी क जाती ह।ै

    यूचरयूचर ऑफऑफ सोलरसोलर फोटोवो टकफोटोवो टक' (Future of Solar Photovoltaic) रपोटरपोट:

    यह रपोट ऊजा ○थक टक ‘अंतरा ीय नवीकरणीय ऊजा एजसी’ (International Renewable EnergyAgency- IRENA) ारा जारी क जाती ह।ै

    ‘कक व डव ड एनजएनज टेिट सटेिट स’ (Key World Energy Statistics- KWES):

    KWES रपोट अंतरा ीय ऊजा एजसी ारा काशत िकया जाता ह।ै

    ोतोत: पीआईबीपीआईबी

    कटीकरण मानदडं म सेबी क छूट

    ी ल सी ल स केके लयेलये:सेबी, COVID-19

    मे समे स केके लयेलये:वै क अथ यव था पर COVID-19 के भाव, िनवेशक और सूचीब कंपिनय के िहत क र ा म सेबी कभूिमका

    चचाचचा मम यय ?हाल ही म भारत म COVID-19 के कारण उ प हुई चुनौतय को देखते हुए भारतीय तभूत और िविनमय बोड(Securities and Exchange Board of India-SEBI) ने सूचीब कंपिनय के िहत क र ा के लये कटीकरणमानदडं क अिनवायताओं म अ थायी छूट देने क घोषणा क ह।ै

    मु यमु य बदुबद:ुभारतीय तभूत और िविनमय बोड ारा 20 माच, 2020 को दी गई जानकारी के अनुसार, कंपिनय को चौथीतमाही के प रणाम तुत करने के लये 45 िदन क छूट के साथ कुछ अ य मामल म भी राहत दान क जाएगी।इस घोषणा के अनुसार, कंपिनय को अपने वा षक आँकड़े/प रणाम तुत करने के लये एक माह क अत र छूटदान क गई ह।ैसेबी ारा कंपिनय को ैमािषक गवनस रपोट तुत करने के लये भी एक माह (15 मई) तक क छूट दी गई ह।ै साथ ही सेबी ने कंपिनय क दो बोड बठैक के बीच अिनवाय समयांतराल म भी राहत दान क ह।ै सेबी के अनुसार, COVID-19 के सार से उ प हुई चुनौतय को देखते हुए सूचीब कंपिनय के लये िनयम केअनुपालन म अ थायी राहत दान करने क आव यकता महसूस क गई ह।ै

    भारतीयभारतीय तभूततभूत औरऔर िविनमयिविनमय बोडबोड 11/14

    https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-editorials/on-india-covid-19-preparedness

  • भारतीयभारतीय तभूततभूत औरऔर िविनमयिविनमय बोडबोड

    (Securities and Exchange Board of India-SEBI):

    भारतीय तभूत और िविनमय बोड क थापना ‘भारतीय तभूत और िविनमय बोड अधिनयम, 1992’ केावधान के तहत 12 अ ैल, 1992 को क गई थी।इसका मु यालय मुबंई (महारा ) म थत ह।ैइसके अत र सेबी के चार े ीय कायालय नई िद ी, कोलकाता, चे ई और अहमदाबाद म थत ह।सेबी तभूत बाज़ार (Securities Market) का िवकास और उसके िविनयमन का काय करता ह।ै इसके अत र यह तभूतय म िनवेश करने वाले िनवेशक के िहत के संर ण और तभूत बाज़ार के बार ेमजाग कता फैलाने का काय करता ह।ै

    िनयमिनयम केके अनुपालनअनुपालन मम अ थायीअ थायी छूटछूट काका भावभाव: सेबी ने वतमान संशोधन के आधार पर 31 माच को समा होने वाले िव ीय वष के वा षक प रणाम तुत करने कअंतम तथ को 30 जून तक बढ़ा िदया ह।ै आमतौर पर सूचीब कंपिनय को एक िव ीय वष क समाि के 60 िदनके अंदर अपने वा षक प रणाम तुत करने होते ह।साथ ही सूचीब इकाइय के िनदेशक मडंल और ऑडट कमेटी को 1 िदसंबर, 2019 और 30 जून, 2020 कअवध के बीच होने वाली बठैक के बीच अिनवाय समयांतराल का पालन करने से भी छूट दान क गई ह।ैहालाँिक सेबी के आदेश के अनुसार, िनदेशक मडंल और ऑडट कमेटी को यह सुिन त करना होगा िक वे िनधा रतिविनयम के तहत वष भर म चार बार अव य िमलगे। इस अ थायी छूट के तहत ैमा■सक शेयर हो डग पटैन और िनवेशक शकायत रपोट का िववरण तुत करने कसमय-सीमा को तीन स ाह (15 मई) तक बढ़ा िदया गया ह।ैसेबी ने सूचीब कंपिनय को शेयर ह तांतरण सुिवधा के संदभ म अ वा षकअ वा षक अनुपालनअनुपालन माणमाण पप (Half-YearlyCompliance Certificate) और वा षकवा षक सचवीयसचवीय अनुपालनअनुपालन रपोटरपोट (Annual SecretarialCompliance Report) तुत करने के लये भी एक माह क छूट दान क ह।ैइस छूट के बाद अब सूचीब कंपिनयाँ शेयर ह तांतरण सुिवधा के अ वा षक अनुपालन माण प को 31 मई तकऔर वा षक सचवीय अनुपालन रपोट को 30 जून तक तुत कर सकगी।

    ोतोत: दद इंडयनइंडयन ए स ेसए स ेस

    हं टगटन रोग

    ी ल सी ल स केके लयेलये:हं टगटन रोग

    मे समे स केके लयेलये:आनुवंशक रोग

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  • चचाचचा मम यय ?रा ीय कोशका िव ान क (National Centre for Cell Science- NCCS) पुणे के वै ािनक क एक टीम ने ू ट ाई(Fruit Flies) पर िकये अ ययन म पाया िक हं टगटन (Huntingtin- HTT) नामक जीन म उ प रवतन के कारण न केवलहं टगटन ोटीन मे कमी होती ह ैअिपतु यह उ प रवतन सम ोटीन उ पादन म कमी का कारण बनता ह।ै

    हं टगटनहं टगटन रोगरोग (Huntington Disease- HD): यह म त क को भािवत करने वाला आनुवंशक िवकार ह।ै

    रोगरोग काका कारणकारण:यह रोग HTT नामक जीन म उ प रवतन के कारण होता ह।ै HTT जीन हं टगटन नामक ोटीन के िनमाण म भाग लेतेह। HTT जीन का काय ोटीन िनमाण के लये िनदश देना ह।HTT जीन म उ प रवतत होने के कारण इन जीन क िनदश देने क मता मे बाधा उ प होती ह ैतथा इससे ुिटपूणोटीन का िनमाण होता ह।ै ुिटपूण ोटीन ■ज हे ं पस (Clumps) भी कहा जाता ह,ै म त क क कोशकाओं के सामा य कामकाज को बाधतकरते ह। अंततः म त क क यूरॉ स मृत हो जाती ह ैतथा ये ुिटपूण ोटीन हं टगटन रोग का कारण बनते ह।

    रोगरोग काका भावभाव:इस रोग के कारण शरीर पर िनयं ण नह रहता ह ैतथा सं ाना मक मता म िगरावट आती ह।ै इससे अलावा यान कि त करने म किठनाई, मृत िवलोप, मूड वग, यि व म बदलाव आिद के ल ण देखे जातेह।

    शोधशोध काका मह वमह व:अब तक वै ािनक समुदाय यह नह जान पाए थे िक ुिटपूण ं पस हं टगटन ोटीन िनमाण के अलावा अ य ोटीन केिनमाण को भी भािवत करते ह या नह ।इस शोध म वै ािनक ने HTT जीन के अ ययन म पाया िक रोगजनक हं टगटन ोटीन कोशकाओं के ‘सम ोटीनउ पादन’ म कमी का कारण बनता ह।ै अ ययन के मा यम से ा अंत ि मानव म हं टगटन रोग को समझने म मदद करगेा।

    ोतोत: PIB

    Rapid Fire (करट अफेयस): 21 माच, 2020

    िविव गौरयेागौरयेा िदवसिदवस 2020येक वष 20 माच को दिुनया भर म िव गौरयेा िदवस मनाया जाता ह।ै इस िदवस के आयोजन का मु य उ े य गौरयेा के

    बार ेम जाग कता बढ़ाना और उसके संर ण क िदशा म काय करना ह।ै यात य ह ैिक गौरयेा क आबादी म तेज़ी से आ रही13/14

  • िगरावट को देखते हुए भारतीय पयावरणविव मोह मद िदलावर क नेचर फॉरएवर सोसायटी (Nature Forever Society)ारा इस िदवस क शु आत क गई थी। िव गौरयेा िदवस पहली बार वष 2010 म मनाया गया था। गौरयेा भारत म पाई जानेवाली एक सामा य चिड़या ह,ै कतु बीते कुछ वष म यह देश के शहरी े म िवलुि के कगार पर ह।ै एक हा लया सव ण केअनुसार, भारत म बीते 40 वष म अ य प य क सं या म वृ हुई ह,ै कतु गौरयेा क सं या म 60 तशत क कमी आईह।ै दिुनया भर म गौरयैा क 26 जातयाँ ह, जबिक उनम से 5 भारत म पाई जाती ह।

    ‘वंडरचकनवंडरचकन’ (Wonderchicken)जीवा मिव ानी (Palaeontologists) के एक अंतरा ीय समूह ने आधुिनक प ी के सबसे पुराने जीवा म क पहचान क ह।ैखोजक ाओं ने इस जीवा म को ‘वंडरचकन’ (Wonderchicken) नाम िदया ह।ै इस जीवा म म प ी क लगभग संपूणखोपड़ी शािमल ह।ै खोजक ाओं के अनुमान के अनुसार, यह जीवा म डायनासोर क समाि से भी लाख वष पहले का ह।ैखोजक ाओं का मानना ह ैिक इस नए जीवा म क खोज से दिुनया भर के शोधक ाओं को यह समझने म मदद िमलेगी िकीटेशस अवध (Cretaceous Period) के अंत म प ी बड़े पमैाने पर िवलु होने से बच गए, जबिक िवशालकाय

    डायनासोर ऐसा नह कर सके। जीवा म म ा खोपड़ी के िव तृत िव ेषण के अनुसार, इसक िवभ िवशेषताएँ आधुिनकमुग और ब ख जसेै प य के समान ह।

    पी.के.पी.के. बनजबनजभारत के ■स फुटबॉल खलाड़ी दीप कुमार बनज का 83 वष क उ म कोलकाता म िनधन हो गया ह।ै 23 जून, 1936को प म बगंाल के जलपाईगुड़ी शहर म ज मे पी.के. बनज को वष 1961 म अजुन पुर कार और वष 1990 म प ी सेनवाज़ा जा चुका ह।ै इसके अलावा पी.के. बनज वष 1962 म वण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का भी िह सा थे, उ ह नेफाइनल मुकाबले म भारत के लये गोल भी िकया था। पी.के. बनज ने अपने संपूण क रयर म भारत क ओर से कुल 84 मचैखेले थे, ■जसम उ ह ने कुल 65 गोल िकये। इसके अलावा पी.के बनज ने तीन बार एशयाई खेल म और 2 बार ओलिंपक मभारत का तिनध व िकया था। भारतीय फुटबॉल म पी.के. बनज के योगदान क सराहना करते हुए फ फा (FIFA) ने वष2004 म अपने सौ साल पूर ेहोने पर उ ह ‘ऑडर ऑफ मे रट’ से स मािनत िकया था। उ ेखनीय ह ैिक यह फ फा का सवस मान ह।ै

    ‘ वावलबंनवावलबंन ए स ेसए स ेस’हाल ही म भारतीय लघु उ ोग िवकास बक (Small Industries Development Bank of India-SIDBI) ने उ िमयके लये ‘ वावलबंन ए स ेस’ शु करने क घोषणा क ह।ै आधका रक सूचना के अनुसार, वावलबंन ए स ेस 5 जून,2020 को लखनऊ (उ र देश) से चलेगी और 11 उ मशील शहर क या ा करगेी ■जसम ज मू, िद ी, जयपुर,अहमदाबाद, मुबंई, बगंलू , हदैराबाद, भुवने र, कोलकाता और वाराणसी शािमल ह। वावलबंन ए स ेस 15 िदन म 7,000िकलोमीटर क दरूी तय करगेी। इस दौरान कई कायशालाएँ और काय म आयो■जत िकये जाएंगे, ■जनका उ े य यवुाओं मउ मी सं कृत को बढ़ावा देना ह।ै

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    डेली न्यूज़ (21 Mar, 2020)स्कूल बंद के दौरान छात्रों के लिये खाद्य सुरक्षा भत्ताप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?प्रमुख बिंदु:कारणसंबंधित नियममिड-डे मील कार्यक्रमआगे की राहस्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

    प्रधानमंत्री रोज़गार सृजन कार्यक्रमप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?प्रमुख बिंदु:पात्रता हेतु मानदंड:कार्यक्रम के तहत आवंटित और वितरित किये गए ऋणों का विवरण निम्नलिखित है:खादी और ग्रामोद्योग आयोग(Khadi and Village Industries Commission):सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम:स्रोत: पीआईबी

    वैश्विक खुशहाली रिपोर्ट- 2020प्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा मे क्यों?मुख्य बिंदु:शीर्ष देश:भारत की स्थिति:निम्नतर स्थिति वाले देश:खुशहाल राष्ट्र का अर्थ:नगर एवं खुशी (Cities and Happiness):रिपोर्ट के बारे में:सतत् विकास समाधान नेटवर्क:

    WTO पैनल की सिफारिश को लागू करने के लिये बाध्य नहीं भारतप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?प्रमुख बिंदुक्या है विवाद?व्यापार विवाद और भारतविश्व व्यापार संगठन (WTO)संयुक्त राज्य व्यापार प्रतिनिधि (USTR)स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

    भारत: विद्युत का तीसरा बड़ा उत्पादकप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?मुख्य बिंदु:विश्व के शीर्ष विद्युत उपभोक्ता देश:संबंधित सरकारी पहल:अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA):स्रोत: पीआईबी

    प्रकटीकरण मानदंडों में सेबी की छूटप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?मुख्य बिंदु:भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड(Securities and Exchange Board of India-SEBI):नियमों के अनुपालन में अस्थायी छूट का प्रभाव:स्रोत: द इंडियन एक्सप्रेस

    हंटिंगटन रोगप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?हंटिंगटन रोग (Huntington Disease- HD):रोग का कारण:रोग का प्रभाव:शोध का महत्त्व:स्रोत: PIB

    Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 21 मार्च, 2020विश्व गौरेया दिवस 2020‘वंडरचिकन’ (Wonderchicken)पी.के. बनर्जी‘स्वावलंबन एक्सप्रेस’