डेली न्यूज़ (04 nov, 2019) · 2019-11-04 · uccn को 2004 म ......

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डेली यूज़ (04 Nov, 2019) drishtiias.com/hindi/current-affairs-news-analysis-editorials/news-analysis/04-11-2019/print यूनेको का रचनामक शहर का नेटवक ीलस ीलस केके लये लये : यूनेको का रचनामक शहर का नेटवक , वड ■सटीज़ डे 2019, यूनेको मेस मेस केके लये लये : शहरीकरण, पयटन, रचनामक िवकास से संबंधत मु'े चचा चचा म( म( )य )य ? वड ■सटीज़ डे (31 अ+ू बर, 2019) के अवसर पर यूनेको यूनेको ने ने भारत भारत केके मुंबई मुंबई तथा तथा हैदराबाद हैदराबाद समेत िव1 के 66 शहर को रचनामक रचनामक शहर शहर केके नेटवक नेटवक म( म( शािमल शािमल िकया है मुख मुख 3बदु 3बदु : मुंबई मुंबई को को ि4एिटव ि4एिटव ■सटी ■सटी ऑफ ऑफ िफस िफस (Creative City of Films) तथा हैदराबाद हैदराबाद को को ि4एिटव ि4एिटव ■सटी ■सटी ऑफ ऑफ गैट9ोनॉमी गैट9ोनॉमी (पाक कला) (Creative City of Gastronomy) के ;प म( नािमत िकया गया है इससे पूव भारत के चे=ई चे=ई और वाराणसी वाराणसी को यूनेको यूनेको केके संगीत संगीत शहर शहर म( शािमल िकया गया है , जबिक जयपुर जयपुर को शप शप तथा तथा लोककला लोककला के शहर के ;प म( शािमल िकया गया है नेटवक म( शािमल शहर अपनी सवABम थाओं और सांकृ तक गतिवधय म( सावजिनक तथा िनजी EेF के साथ- साथ नागGरक समाज को शािमल करने हेतु साझेदारी िवक■सत करने के लये तबI होते हJ वड वड ■सटीज़ ■सटीज़ डे डे 2019 (World Cities Day 2019): संयु+ राK 9 महासभा ने 31 अ+ू बर को िव1 िव1 शहर शहर िदवस िदवस के ;प म( नािमत िकया है वड ■सटीज़ डे 2019 का िवषय "दुिनया दुिनया को को बदलना बदलना : नवाचार नवाचार और और भिवMय भिवMय कN कN पीिढ़य पीिढ़य केके लये लये बेहतर बेहतर जीवन जीवन" है यूनेको यूनेको का का रचनामक रचनामक शहर शहर का का नेटवक नेटवक 1/19

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  • डेली यूज़ (04 Nov, 2019)drishtiias.com/hindi/current-affairs-news-analysis-editorials/news-analysis/04-11-2019/print

    यूने को का रचना मक शहर का नेटवक

    ी ल सी ल स केके लयेलये:यूने को का रचना मक शहर का नेटवक, व ड ■सटीज़ डे 2019, यूने को

    मे समे स केके लयेलये:शहरीकरण, पयटन, रचना मक िवकास से संबंधत मु े

    चचाचचा मम यय ?व ड ■सटीज़ डे (31 अ ू बर, 2019) के अवसर पर यूने कोयूने को नेने भारतभारत केके मुबंईमुबंई तथातथा हदैराबादहदैराबाद समेत िव के 66 शहर कोरचना मकरचना मक शहरशहर केके नेटवकनेटवक मम शािमलशािमल िकया ह।ै

    मुखमुख बदुबद:ुमुबंईमुबंई कोको ि एिटवि एिटव ■सटी■सटी ऑफऑफ िफ सिफ स (Creative City of Films) तथा हदैराबादहदैराबाद कोको ि एिटवि एिटव ■सटी■सटी ऑफऑफगै टोनॉमीगै टोनॉमी (पाक कला) (Creative City of Gastronomy) के प म नािमत िकया गया ह।ै

    इससे पूव भारत के चे ईचे ई और वाराणसीवाराणसी को यूने कोयूने को केके संगीतसंगीत शहरशहर म शािमल िकया गया ह,ै जबिक जयपुरजयपुरको श पश प तथातथा लोककलालोककला के शहर के प म शािमल िकया गया ह।ै

    नेटवक म शािमल शहर अपनी सव म थाओं और सां कृतक गतिवधय म सावजिनक तथा िनजी े के साथ-साथ नाग रक समाज को शािमल करने हेतु साझेदारी िवक■सत करने के लये तब होते ह।

    व डव ड ■सटीज़■सटीज़ डेडे 2019 (World Cities Day 2019):संयु रा महासभा ने 31 अ ू बर को िविव शहरशहर िदवसिदवस के प म नािमत िकया ह।ैव ड ■सटीज़ डे 2019 का िवषय "दिुनयादिुनया कोको बदलनाबदलना: नवाचारनवाचार औरऔर भिव यभिव य कक पीिढ़यपीिढ़य केके लयेलये बेहतरबेहतर जीवनजीवन" ह।ै

    यूने कोयूने को काका रचना मकरचना मक शहरशहर काका नेटवकनेटवक1/19

    https://www.drishtiias.com/hindi/current-affairs-news-analysis-editorials/news-analysis/04-11-2019/printhttps://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-analysis/us-israel-exits-unesco

  • (UNESCO Creative Cities Network- UCCN):

    UCCN को 2004 म उन शहर के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लये बनाया गया था ■ज ह ने रचना मकता कोथायीथायी शहरीशहरी िवकासिवकास हेतु एक रणनीतक कारक के प म पहचाना ह।ै

    वतमान म 246 शहर िन न ल खत उ े य क िदशा म एक साथ काम कर रहे ह:थानीय तर पर िवकास योजनाओं हेतु रचना मक और सां कृतक उ ोग को क म रखना।

    अंतरा ीय तर पर सि य प से सहयोग करना।UCCN का उ े य अभनव सोच और कारवाई के मा यम से सतत्सतत् िवकासिवकास ल यल य (SustainableDevelopment Goal) को ा करना ह।ैUCCN म संगीतसंगीत, कलाकला, लोकश पलोकश प, डज़ाइनडज़ाइन, ■सनेमा■सनेमा, सािह यसािह य तथातथा ड■जटलड■जटल कलाकला औरऔर पाककलापाककला जसेै सातरचना मक े शािमल ह।यूने को के अनुसार, यह नेटवक उन शहर को एक साथ लाता ह ै■ज ह ने अपनी रचना मकता के आधार पर िवकासिकया ह।ै

    ोतोत : दद हदूहद ू(िबज़नेसिबज़नेस लाइनलाइन)

    भारत म रोज़गार क थत

    ी ल सी ल स केके लयेलये:संगिठत े , असंगिठत े , संिवदा मक रोज़गार

    मे समे स केके लयेलये:भारत म रोज़गार क थत, संगिठत े और संिवदा मक रोज़गार के म य संबधं

    चचाचचा मम यय ?एक हा लया अ ययन के अनुसार, वष 2004 से वष 2017 के म य देश के कुल रोज़गार म मा 4.5 करोड़ क वृ हुई ह।ै

    इस अ ययन से ात होता ह ैिक देश म रोज़गार म मा 0.8 तशत क ही वृ हुई ह,ै वह दसूरी ओर देश क कुलजनसं या म होने वाली वृ इससे तकरीबन दोगुनी ह।ैइस अ ययन क मु य िवशेषता यह ह ैिक इसम ‘बेरोज़गारी’ के थान पर ‘रोज़गार’ पर यान कि त िकया गया ह।ै

    अ ययनअ ययन केके मु यमु य बदुबदु13 वष क अवध म रोज़गार म जो 4.5 करोड़ क वृ हुई ह,ै उसम से लगभग 4.2 करोड़ क बढ़ोतरी शहर म औरशेष ामीण े म देखने को िमली ह।ै

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    https://www.drishtiias.com/hindi/to-the-points/paper2/sustainable-development-goals-sdg

  • आँकड़े बताते ह िक इस अवध म पु ष रोज़गार म तो 6 करोड़ क वृ हुई ह,ै परतंु मिहला रोज़गार म 1.5 करोड़ किगरावट दज क गई।

    जहाँ एक ओर वष 2004 म कुल 11.15 करोड़ मिहलाएँ कायरत थ , वह 13 वष बाद मा 9.67 करोड़मिहलाएँ ही रोज़गार म कायरत पाई गई।ं

    यात य ह ैिक भारत दिुनया के सबसे यवुा देश म से एक ह,ै परतंु अ ययन म पाया गया िक यवुा रोज़गार वष 2004 म8.14 करोड़ से घटकर वष 2017 म 5.34 करोड़ हो गया। हालाँिक अ य सभी आय ुवग के रोज़गार म बढ़ोतरी देखनेको िमली।अ ययन के अनुसार, देश म िनरतंर हो रहे कूली सुधार का काफ भाव पड़ा ह ैऔर 14 वष से कम उ के ब केरोज़गार म वष 2004 के मुकाबले वष 2017 म तकरीबन 82 तशत क कमी देखी गई ह।ैगौरतलब ह ैिक ाइमरी, सेकडरी से लेकर पो ट ेजुएट और उससे भी उ श ा तक के अ य सभी वग के रोज़गारम बढ़ोतरी देखने को िमली ह,ै परतंु अ ययन से ऐसा तीत होता ह ैिक तेज़ी से उभरती भारतीय अथ यव था िनर रऔर अधूरी ाथिमक श ा वाले लोग को पीछे छोड़ रही ह,ै य िक 13 वष क अवध म इस वग के लये रोज़गार20.08 करोड़ (वष 2004) से घटकर 14.2 करोड़ (वष 2017) तक पहँुच गया।असंगिठत े क अपे ा संगिठत े म रोज़गार दर म वृ काफ तेज़ रही। देश के कुल रोज़गार म संगिठत े किह सेदारी वष 2004 के 8.9 फ सदी से बढ़कर 2017 म 14 फ सदी हो गई।अ ययन के अनुसार, देश के असंगिठत े का भी िवकास हुआ ह।ै हालाँिक इसक िवकास दर अपे ाकृत धीमी थी,परतंु अथ यव था म इसक कुल िह सेदारी वष 2004 म 37.1 तशत से बढ़कर वष 2017 म 47.7 तशत होगई।सं ेप म आँकड़े दशाते ह िक जो लोग गरीब, िनर र और अकुशल ह वे तेज़ी से अपनी नौक रयाँ खो रहे ह।

    संगिठतसंगिठत ेेसंगिठत े म रोज़गार क शत िन त और िनयिमत होती ह तथा कमचा रय को सुिन त काय व सामा■जक सुर ािमलती ह।ैइसे एक ऐसे े के प म भी प रभािषत िकया जा सकता ह ैजो सरकार के साथ पंजीकृत होता ह ैऔर उस पर कईअधिनयम लागू होते ह। गौरतलब ह ैिक कूल और अ पताल संगिठत े मे ही आते ह।संगिठत े के िमक को रोज़गार सुर ा ा ह ैऔर उ ह कुछ िन त घटं के लये ही काय करना होता ह।ै

    असंगिठतअसंगिठत ेेअसंगिठत े म मु यतः व-िनयो■जत िमक , वेतनभोगी मज़दरू और संगिठत े के उन कमचा रय को शािमलिकया जाता ह,ै जो असंगिठतअसंगिठत िमकिमक सामा■जकसामा■जक सुर ासुर ा अधिनयमअधिनयम, 2008 क अनुसूची- II म उ े खत क याणकारीयोजनाओं से संबंधत िकसी अधिनयम के तहत नह आते।

    संगिठतसंगिठत ेे काका उदयउदय औरऔर संिवदा मकसंिवदा मक रोज़गाररोज़गार

    (Contractual Employment)

    सामा यतः यह माना जाता ह ैिक संगिठत े म काय करने वाले लोग िकसी िवशेष अनुबधं के तहत काय करते ह।रोज़गार अनुबधं के कारण ही रोज़गार सुर ा, यूनतम मज़दरूी, समान काय के लये समान वेतन, सुर त काम करनेक थत आिद का उठता ह।ै

    यात य ह ैिक अनुबधं के अभाव म कोई भी कमचारी उचत सामा■जक याय क अपे ा नह कर सकता।3/19

  • गरै-अनुबधं वाले रोज़गार म वेतन क दर अपे ाकृत काफ कम होती ह ैऔर शायद इसी लये असंगिठत े कमचा रयको िबना अनुबधं िकये ही रोज़गार दान करता ह।ैहालाँिक NSSO के आँकड़े भारत म संगिठत े के एक पूणतः िवपरीत प र य को दशत करते ह। आँकड़े बताते हिक बीते कुछ वष म देश का संगिठत े भी िबना अनुबधं के िमक को रोज़गार दान कर रहा ह।ै वष 2011 से2017 के बीच यह पटैन सबसे अधक देखने को िमला ह।ैअनुबधं से गरै-अनुबधं क यह थत भारत क अथ यव था के लये िब कुल भी अ छी नह ह,ै य िक भारत अपनीअथ यव था को और अधक औपचा रक बनाना चाहता ह ैपरतंु ऐसी थत म यह संभव नह ह।ै

    संिवदा मकसंिवदा मक रोज़गाररोज़गारसंिवदा मक रोज़गार ऐसा रोज़गार ह ै■जसम िकसी कमचारी को काम करने से पहले अनुबधं क शत पर ह ता र करने औरउस पर अपनी सहमत य करने क आव यकता होती ह।ै

    ोतोत- इंडयनइंडयन ए स ेसए स ेस

    भारत-जमनी

    ी ल सी ल स केके लयेलये:मुख समझौते और जमनी क भौगो लक थत

    मे समे स केके लयेलये:भारत-जमनी संबधं के िवभ आयाम

    चचाचचा मम यय ?हाल ही म जमनी क चांसलर एंजेला मकल ने भारत क या ा क , साथ ही भारत के धानमं ी के साथ 5व भारत-जमन अंतरसरकारी परामश (Inter-Governmental Consultation) क सह-अ य ता भी क ।

    मह वपूणमह वपूण समझौतेसमझौते:वाता के दौरान भारत-जमनी के बीच 17 समझौत पर ह ता र िकये गए ह।

    भारतीय अंत र अनुसंधान संगठन और जमन एयरो पेस सटर (German Aerospace Centre) के बीचसहयोग।नाग रक उ यन के े म सहयोग।अंतरा ीय माट शहर के नेटवक के े म सहयोग।कौशल िवकास, यावसायक श ा और श ण के े म सहयोग।टाट-अप के े म आथक सहयोग बढ़ाने पर समझौता।

    कृिष बाज़ार िवकास के संबधं म ि प ीय सहयोग प रयोजना क शु आत।4/19

  • यावसायक रोग (Occupational Diseases), िद यांग यि य और उनके पूनावासन (Re-habilitation) एवंयावसायक श ण के े म समझौता।

    अंतदशीय, तटीय और समु ी ौ ोिगक म सहयोग के लए समझौता।वै ािनक और तकनीक अनुसंधान सहयोग को बढ़ावा देने के लये समझौता।आयवुद और योग के े म अकादिमक सहयोग क थापना पर समझौता।भारत और जमनी के बीच उ श ा के े म सहयोग (Cooperation) पर समझौता।उ श ा म भारत-जमन भागीदारी के िव तार (Extension) पर समझौता।कृिष तकनीक और यावसायक श ण के े म सहयोग पर समझौता।सतत् िवकास के ि या वयन पर समझौता।नेशनल यूिज़यम, नेशनल गलैरी ऑफ मॉडन आट और इंडयन यूिज़यम कोलकाता तथा जमनी के सां कृतकसं थान के म य समझौता।अ खल भारतीय फुटबॉल महासंघ और जमनी के फुटबॉल संघ के बीच समझौता।भारत-जमनी वासन और गतशीलता साझेदारी समझौता ( Mobility Partnership Agreement)।

    भारतभारत-जमनीजमनी संबधंसंबधं केके मुखमुख आयामआयाम:आथकआथक संबधंसंबधं:

    वाता के बाद दोन देश ने संयु बयान जारी करते हुए कहा िक भारत-जमनी, भारत और यूरोपीय-संघ के बीचमु - यापार संबधंी ठप पड़ी वाता को आगे बढाएंगे।इसके अत र भारत-यूरोपीय संघ के बीच ि प ीय यापार और िनवेश समझौते (BTIA) का भी यास िकयाजाएगा।जमनी भारत का एक मुख आथक भागीदार ह ैजहाँ से भारत म िवभ व तुओं जसेै- गारम स,इले टॉिन स, मेटल गु स, ↓सथेिटक साम ी का यापार होता ह,ै साथ ही भारत म जमनी से बड़ी मा ा म

    य िवदेशी िनवेश आता ह।ैसंयुसंयु रारा सुर ासुर ा प रषदप रषद:

    भारत और जमनी ने संयु रा सुर ा प रषद म थायी सद यता हेतु अपनी तब ता य क ।ात य ह ैिक भारत और जमनी G-4 (भारत, जमनी, जापान, ाज़ील) देश के संयु रा सुर ा प रषद कथायी सद यता के लये यासरत ह।

    आतकंवादआतकंवाद:भारत और जमनी ने आतकंवाद एवं उ वाद से िनपटने के लये ि प ीय, बहुप ीय सहयोग को और आगेबढ़ाने म एक-दसूर ेका समथन कर रहे ह।दोन देश , फाइन■सयल ए शन टा क फोस (Financial Action Task Force- FATF) क बठैक मसम वय और इनके आदेश के ि या वयन म सहयोग हेतु तब ता य करते रहे ह।

    कृिषकृिष:भारत-जमनी के बीच कृिष म मशीनीकरण और फसल कटाई बधंन जसेै मु े पर सहायता से संबधंी समझौतेपर िवचार चल रहा ह,ै इसके अत र वष 2022 तक भारत म कृषक क आय दोगुना करने म भारत क हर-तरह से सहायता करने क बात कही।

    र ार ा:धानमं ी ने जमनी को उ र देश और तिमलनाडु म थत र ा ग लयार म र ा उ पादन के े म अवसर

    का लाभ उठाने के लये आमिं त िकया।

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  • अ यअ य ेे :ई-मोिब लटी, माट शहर, निदय क सफाई और पयावरण संर ण म सहयोग क संभावनाओं पर िवचार िकया जा रहाह।ै

    धानमं ी ने कहा िक वष 2022 तक नए भारत के िनमाण का संक प लया ह ैऔर इसम जमनी जसैी ौ ोिगकिवशेष ता और आथक शि याँ बेहद उपयोगी होगी।

    भारतभारत केके ि कोणि कोण सेसे जमनीजमनी काका मह वमह व:राजनीतक वाता म अंतराल के बावजूद दोन देश के बीच वाण यक संबधं मज़बूत ह।भारत ारा वष 2024 तक 5 िट लयन डॉलर क अथ यव था का मह वाकां ी ल य िनधा रत िकया गया ह,ै इसकेलये भारत यूरोपीय संघ से मु यापार समझौता करना चाहता ह।ै

    जमनी अ याधुिनक तकनीक के े म िव का अ वल देश ह।ै भारत अभी भी कौशल, िवकास और तकनीक के ेम काफ पीछे ह।ैजमनी के साथ नए भू-साम रक संबधं से भारत-जमनी के बीच ि प ीय यापार को बढ़ावा िदया जाएगा इसकेअत र भारत को ौ ोिगक एवं तकनीक े म बेहतर सहयोग ा होगा।

    ोतोत: दद हदूहदू

    पािक तान म आज़ादी माच

    ी ल सी ल स केके लयेलये:आज़ादी माच

    मे समे स केके लयेलये:आज़ादी माच का भारत और पािक तान पर भाव

    चचाचचा मम यय ?वतमान म पािक तान म मौलाना फज़लुर रहमान के नेतृ व म ‘आज़ादी माच’ जारी ह।ै इस दशन का मु य उ े य पािक तानम लोकतांि क प से चुनी गई सरकार को िगराना ह।ै दशनका रय का कहना ह ैिक पािक तान के धानमं ी नेअसंवधैािनक प से चुनाव म जीत हा■सल क ह,ै इस लये वे धानमं ी इमरान खान के इ तीफे क मांग कर रहे ह।

    गौरतलब ह ैिक पािक तान क राजनीत म िवप ी दल ारा िवरोध दशन के मा यम से लोकतांि क सरकार कोिगराने का यास एक आम बात हो गई ह ैऔर इस कार क लगभग सभी घटनाओं म पािक तानी सेना क एक िवशेषभूिमका िदखाई देती ह।ै

    पािक तानपािक तान काका नयानया संकटसंकट- आज़ादीआज़ादी माचमाच

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  • पािक तान के धानमं ी इमरान खान के पद हण करने के प ात् यह पहला मौका ह ैजब उनके सामने कोई बड़ीराजनीतक चुनौती उ प हुई ह।ैयात य ह ैिक वष 2018 म हुए पािक तानी चुनाव काफ िववादा पद थे और यह कहा गया था िक पािक तानी सेना

    ने चुनाव म हेर-फेर कर इमरान खान को ■जताने का यास िकया ह।ैदशनकारी इसी िवषय को लेकर अपना िवरोध दज करा रहे ह और उ ह पािक तान के मुख िवप ी दल का समथन

    भी ा ह।ैदशन का नेतृ व कर रहे फज़लुर रहमान का कहना ह ैिक वष 2018 के चुनाव अनुचत थे और इस लये पािक तान

    के धानमं ी को अपना पद छोड़ देना चािहये।इसके अलावा फज़लुर रहमान का यह भी मानना ह ैिक इमरान खान क मीर के मु े पर कुछ नह कर रहे ह एवंकरतारपुर ग लयार ेक शु आत पािक तान के िहत म नह ह।ैगौरतलब ह ैिक पािक तान क वतमान आथक थत भी अ यतं खराब ह,ै ■जसे लेकर समय-समय पर धानमं ीइमरान खान के िव आवाज़ उठती रही ह।ै यह कहना गलत नह होगा िक पािक तान अपने इतहास म सबसे खराबआथक संकट का सामना कर रहा ह।ै

    पािक तान के वतमान हालात भी इस दशन के लये िज़ मेदार माने जा सकते ह और इसी कारण लोगदशन को अपना समथन दे रहे ह।

    आज़ादीआज़ादी माचमाच- भारतभारत परपर भावभाविवशेष का मानना ह ैिक पािक तान म हो रहे ‘आज़ादी माच’ का भारत पर कुछ खास भाव नह पड़ेगा, य िकभारत और पािक तान के वतमान र ते अपने सबसे खराब दौर से गुज़र रहे ह।यिद दशन सफल रहता ह,ै हालाँिक इसक संभावना बहुत कम ह,ै तो पािक तान क घरलेू राजनीत म काफप रवतन देखने को िमल सकता ह।ैइस दशन क सफलता का भारत के लये एक खतरा यह ह ैिक मौलाना फ़ज़लुर रहमान, जो िक दशन का नेतृ वकर रहा ह,ै क छिव भारत के त बहुत अ छी नह मानी जाती ह।ै

    मौलाना फज़लुर रहमान के अफगान ता लबान के साथ घिन संबधं बताए जाते ह। साथ ही उसने िवगत कुछवष म कई बार अमे रक िवरोधी और ता लबान समथत दशन का नेतृ व भी िकया ह।ैवष 2012 म उसने नोबेल िवजेता मलाला यूसुफज़ई के िवरोध म भी कई बयान िदये थे।

    िन कषिन कषपािक तान म िवरोध दशन के कारण अफरा-तफरी का माहौल ह,ै परतंु िफलहाल इस बात क संभावना नह ह ैिक िवप ीदल इमरान खान को स ा से हटा पाएंगे। हमेशा क तरह इस बार भी यही तीत हो रहा ह ैिक अंतम िनणय पािक तानी सेना

    ारा ही लया जाएगा। गौरतलब ह ैिक इस कार का िपछला दशन इमरान खान के नेतृ व म िकया गया था और वे अपनेमकसद म असफल रहे थे।

    ोतोत- इंडयनइंडयन ए स ेसए स ेस

    दरूसंचार े म चुनौतयाँ

    ी ल सी ल स केके लयेलये:7/19

  • यूिनवसल स वस ऑ लगेशन फंड, पे टम उपयोग शु क, समायो■जत सकल राज व

    मे समे स केके लयेलये:दरूसंचार े से संबंधत मु े

    संदभसंदभहाल ही म कैिबनेट सचव राजीव गौबा क अ य ता म एक पनैल का गठन िकया गया, तािक संकट त दरूसंचार े के लयेराहत पकेैज क घोषणा क जा सके।

    मुखमुख बदुबद:ुपनैल म िव , कानून और दरूसंचार मं ालय के सचव शािमल ह गे। जो समयब तरीके से ■सफा रश का िनपटारािकया सके।यह कदम सव यायालय के एक आदेश के बाद उठाया गया ह ैऔर इस कार के यास के मा यम से यह उ मीदक जा रही ह ैिक दरूसंचार कंपिनय क 1.4 लाख करोड़ पए क भुगतान राश हेतु कुछ समाधान िनकल सकेगा।सव यायालय ने दरूसंचार कंपिनय के वा षक समायो■जतसमायो■जत सकलसकल राज वराज व (Adjusted Gross Revenue-AGR) क गणना म गरै-दरूसंचार यवसाय से ा राज व को शािमल िकया ह ै■जसका कंपिनय ारा िवरोध िकयाजा रहा ह।ैदरूसंचार कंपिनयाँ कई अ य चुनौतय जसेै- उपभो ाओं क बड़ी सं या और उन तक बेहतर दरूसंचार सेवाओं कपहँुच का सामना कर रही ह।

    आधारभूतआधारभूत मु ेमु े:वतमान म इस े के ऊपर भुगतान राश को िमलाकर कुल लगभग 4 लाख करोड़ पए का ऋण िव मान ह।ै

    वॉयस और स ते डेटा से ती त प ा के कारण, दरूसंचार े का सकल राज व वष 2017-18 और 2018-19 के म य और िगर गया।भारत म ाहक को 8 पए/जीबी डेटा उपल ध करवाया जा रहा ह ैजो िव म सबसे स ती दर ह।ै

    त उपयोगक ा तमाह औसत राज व क ाि वष 2014-15 के 174 पए के तर से घटकर वष 2018-19 म113 पए हो गई।इस े क अ य चुनौतय म 5जी का ि या वयन जसेै मु े शािमल ह।

    ेे कक मांगमांग:पे टम उपयोग शु क (Spectrum Usage Charges) और यूिनवसल स वस ऑ लगेशन फंड लेवी

    (Universal Service Obligation Fund Levy) म कमी क जाए।वॉयस और डेटा के लये यवहाय मू य िनधारण (Viable Pricing) िकया जाए, यह भारतीयभारतीय दरूसंचारदरूसंचार िनयामकिनयामक

    ाधकरणाधकरण (Telecom Regulatory Authority of India- TRAI) के काय े म आता ह।ैदरूसंचार े क मांग ह ैिक TRAI ारा वॉयस और डेटा सेवाओं के लये यूनतम शु क िनधा रत िकया जाना चािहये,■जससे े क दीघका लक यवहायता और मज़बूत िव ीय थत सुिन त हो सके।

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    https://www.drishtiias.com/hindi/printpdf/adjusted-gross-revenuehttps://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-analysis/telecom-firms-oppose-trai-public-wi-fi-model

  • इस े क कंपिनय क मांग ह ैिक उनके े डट पर िमले इनपुट टै स े डट, जो िक सरकार के पास जमा ह,ै कासमायोजन सरकारी शु क म िकया जाए।

    समायो■जतसमायो■जत सकलसकल राज वराज व

    (Adjusted Gross Revenue- AGR)

    यह उपयोग और लाइसस शु क ह ैजो दरूसंचार िवभाग (Department of Telecommunications- DoT)ारा दरूसंचार ऑपरटेर पर लगाया जाता ह।ै िवभाग ारा इसक दर 3.5%-8% के म य िनधा रत क गई ह।ै

    पे टमपे टम उपयोगउपयोग शु कशु क

    (Spectrum Usage Charge- SUC)

    यह वह शु क ह ैजो मोबाइल ए सेस सेवा दान करने वाले लाइससधा रय ारा अपने AGR के तशत के प मभुगतान िकया जाना आव यक होता ह।ै इसी के लये सरकार ारा समय-समय पर दर अधसूचत क जाती ह।

    यूिनवसलयूिनवसल स वसस वस ऑ लगेशनऑ लगेशन फंडफंड

    Universal Service Obligation Fund (USOF)

    यह ामीण और दरूदराज़ के े म लोग तक वहन यो य क मत पर गरै-भेदभावपूण गुणव ापूण सूचना और संचारौ ोिगक (Information and Communication Technology- ICT) सेवाओं क पहँुच सुिन त करता ह।ै

    वतमान म इसक दर 5% ह ै■जसे इस े क कंपिनय ारा घटाकर 3% करने क मांग क जा रही ह।ैइसका गठन वष 2002 म दरूसंचार िवभाग के तहत िकया गया था।इस फंड के लये संसदीय अनुमोदन क आव यकता होती ह ैऔर इसे भारतीय टेली ाफ (संशोधन) अधिनयम,2003 के तहत वधैािनक समथन ा ह।ै

    आगेआगे कक राहराह:दरूसंचार े क सम याओं का समाधान करके सेवा क गुणव ा म सुधार करना चािहये।एक बेहतर यावसायक वातावरण के लये दीघका लक ि योजना (long-term vision plan) का िनमाण करनाचािहये।

    ॉडबड सेवाओं तक बढ़ती पहँुच भारत को ड■जटली प से अधक सश बनाएगा, इस लये सम दरूसंचार े कोमज़बूती दान करने के लये सरकार ारा पया कदम उठाए जाने चािहये।

    ोतोत- दद हदूहदू

    बेरोज़गारी दर रपोट- CMIE9/19

  • ी ल सी ल स केके लयेलये:CMIE, CMIE रपोट

    मे समे स केके लयेलये:भारत म बढ़ती बेरोज़गारी दर

    चचाचचा मम यय ?हाल ही म सटर फॉर मॉनीट रग इंडयन इकोनॉमी (Center For Monitoring Indian Economy-CMIE) ारा जारीआँकड़ के अनुसार, भारत म बेरोज़गारी दर िपछले 3 साल के उ तम तर पर पहँुच गई ह।ै

    मुखमुख बदुबद:ुCMIE क रपोट के अनुसार भारत म शहरी बेरोज़गारी दर 8.9% और ामीण बेरोज़गारी दर 8.3% अनुमािनत ह।ैउ ेखनीय ह ैअ ू बर 2019 म भारत क बेरोज़गारी दर बढ़कर 8.5% हो गई, जो अग त 2016 के बाद का उ तमतर ह।ैरपोट के अनुसार, रा य तर पर सबसे अधक बेरोज़गारी दर ि पुरा (27%) ह रयाणा (23.4%) और िहमाचल देश

    (16.7) म आंक गई।जबिक सबसे कम बेरोज़गारी दर मशः तिमलनाडु (1.1%), पु चेूरी (1.2%) और उ राखंड (1.5%) म अनुमािनतक गई थी ।CMIE क यह रपोट नवीनतम आवधक म बल सव पर आधा रत ह ■जसके तहत बेरोज़गारी दर जुलाई 2017 सेजून 2018 के दौरान िपछले 45 वष म सबसे बुर े तर पर आँक गई थी।इसके अलावा सटर फॉर स टेनेबल ए ॉयमट (Center For Sustainable Employment) ारा 'इंडयाजएं ॉयमट ाइ■सस' (India’s Employment Crisis) शोध के अनुसार, 2011-12 और 2017-18 के बीच,कुलरोज़गार म नौ िम लयन (2%) क अभूतपूव िगरावट दज क गई।वह कृिष आधा रत रोज़गार म 11.5% क िगरावटका अनुमान लगाया गया।

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    http://drishtiias.com/hindi/images/uploads/1572851166_CMIE.jpg

  • शोध के अनुसार इसी अवध म सेवा े क रोज़गार दर म 13.4% क वृ हुई, जबिक िविनमाण े म 5.7% किगरावट दज क गई।

    बेरोज़गारीबेरोज़गारी याया हैहै?िकसी यि ारा सि यता से रोज़गार क तलाश िकये जाने के बावजूद जब उसे काम नह िमल पाता तो यह अव थाबेरोज़गारी कहलाती ह।ैइसे सामा यत: बेरोज़गारी दर के प म मापा जाता ह ै■जसे मबल म शािमल यि य क सं या से बेरोज़गारयि य क सं या म भाग देकर ा िकया जाता ह।ै

    सटरसटर फॉरफॉर मॉनीट रगमॉनीट रग इंडयनइंडयन इकोनॉमीइकोनॉमी

    (Center For Monitoring Indian Economy-CMIE)

    CMIE क थापना एक वतं ○थक टक के प म 1976 म क गई।CMIE ाथिमक डेटा सं हण, िव ेषण और पूवानुमान ारा सरकार , श ािवद , िव ीय बाजार , यावसायकउ म , पेशेवर और मीडया सिहत यापार सूचना उपभो ाओं के पूर े पे टम को सेवाएँ दान करता ह।ै

    ोतोत-दद हदूहदू

    BASIC देश क बठैक

    ी ल सी ल स केके लयेलये:BASIC, बे■सक, कोपेनहेगन समझौता, ह रत जलवाय ुकोष, UNFCCC

    मे समे स केके लयेलये:जलवाय ुप रवतन से संबंधत मु े

    चचाचचा मम यय ?हाल ही म बे■सक (BASIC) देश ( ाज़ील, द ण अ का, भारत और चीन) के पयावरण मिं य का स मेलन बी↓जग (चीन) मआयो■जत िकया गया। इस स मेलन के बाद पे रस समझौते (वष 2015) के यापक काया वयन के लये एक बयान जारी िकयागया।

    मुखमुख बदुबदु

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    https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-analysis/basic-nations-push-for-climate-finance

  • पे रस समझौते पर तब ता य करने के साथ ही मिं य के समूह ने िवक■सत देश से िवकासशील देश को 100िब लयन डॉलर, जलवाय ुिव (Climate Finance) के प म दान करने क अपनी तब ता को पूरा करने काभी आ ान िकया।

    कोपेनहेगन समझौते- Copenhagen Accord {संयु रा जलवाय ुप रवतन स मेलन (COP-15) 2009के दौरान थािपत} के तहत िवक■सत देश ने वष 2012 से वष 2020 तक त वष 100 िब लयन डॉलर देनेका वादा िकया था।इस फंड को ह रतह रत जलवायुजलवायु कोषकोष (Green Climate Fund- GCF) के प म जाना जाता ह।ैGCF का उ े य िवकासशील और अ प िवक■सत देश (Least Developing Countries) को जलवायुप रवतन के मु से समाधान म सहायता करना ह।ैहालाँिक वतमान म िवक■सत देश ारा केवल 10-20 िब लयन डॉलर क सहायता राश दान क जा रही ह ै।

    बठैक का आयोजन समानसमान लेिकनलेिकन िवभेिदतिवभेिदत ■ज मेदा रयाँ■ज मेदा रयाँ औरऔर संबंधतसंबंधत मताएँमताएँ (Common butDifferentiated Responsibilities and Respective Capabilities: CBDR-RC) के ■स ांत केआधार पर िकया गया।

    CBDR-RC संयु रा े मवक क वशन ऑन ाइमेट चज (United Nations FrameworkConvention on Climate Change- UNFCCC) के तहत एक ■स ांत ह ैजो जलवाय ुप रवतन कोसंबोधत करने म अलग-अलग देश क िवभ मताओं और अलग-अलग िज़ मेदा रय का आ ान करता ह।ै

    बठैक म UNFCCC, योटो ोटोकॉल (वष 1997-2012) और पे रस समझौते के पूण, भावी एवं िनरतंर काया वयनके मह व को भी रखेांिकत िकया गया।

    ोतोत: दद हदूहदू

    ओपन जनरल ए सपोट लाइसस

    ी ल सी ल स केके लयेलये:ओपन जनरल ए सपोट लाइसस

    मे समे स केके लयेलये:र ा िनयात बढ़ाने हेतु िकये गए उपाय, भारतीय र ा ौ ोिगक का िनयात

    चचाचचा मम यय ?हाल ही म क ीय र ा मं ालय ने र ार ा िनयातिनयात (Defence Exports) कोको बढ़ावाबढ़ावा देने के लये दो ओपन जनरल ए सपोटलाइसस (Open General Export Licences-OGELs) को मज़ंूरी दी ह।ै

    मुखमुख बदुबदुOGEL िकसी कंपनी को एक िवशष्िवशष्टट अवधअवध केके लयेलये एकएक बारबार िदयािदया जानेजाने वालावाला िनयातिनयात लाइससलाइसस ह।ै ारभं म इसकअवध दो वष होती ह।ै

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  • र ा उ पादन िवभाग (Department of Defence Production-DPP) ारा OGELक मांग हेतु आवेदन केयेकयेक मामलेमामले परपर पृथकपृथक िवचारिवचार िकया जाएगा।

    इन दो OGEL ारा चयिनत देश को कुछ पुज और घटक के िनयात तथा र ा ौ ोिगक क अंतरअंतर-कंपनीकंपनी (Intra-company) हस्हस्तांतरणतांतरण कक अनुमतअनुमत दी गई ह।ैOGEL के तहत अनुमत ाप्त देश क सूची म बे जयमबे जयम, ाँसाँस, जमनीजमनी, जापानजापान, द णद ण अ काअ का, पेनपेन, वीडनवीडन,ि टेनि टेन, संयुसंयु रा यरा य अमे रकाअमे रका, कनाडाकनाडा, इटलीइटली, पोलडपोलड औरऔर मे सकोमे सको शािमल ह।लाइसस ा करने के लये आवेदक के पास आयात-िनयात माण-प होना अिनवाय ह।ैइसम OGEL के तहत सभी लेन-देन क त्येक तमाही और वा षक रपोट को जाँच एवं िनयात के बाद स यापनहेतु DPP को तुत िकये जाने क भी बात कही गई ह।ै

    OGEL मम शािमलशािमल व तुएँव तुएँOGEL म ऊजावान और िव फोटक साम ी के िबना गोला-बा द और यूज़ से टग उपकरण के घटक।अि िनयं ण और संबंधत खतर ेक सूचना तथा चेतावनी से संबंधत उपकरण एवं संबंधत अ य णाली।शारी रक सुर ा संबधंी व तुएँ।

    OGEL सेसे बाहरबाहर रखीरखी गईगई व तुएँव तुएँसंपूण िवमान या संपूण मानव रिहत िवमान (UAVs) और UAV के लये िवशेष प से संशोधत या डज़ाइन िकये गएघटक को इस लाइसस से बाहर रखा गया ह।ैOGEL के तहत 'िवशेषिवशेष आथकआथक ेे ' (SEZs) म व तुओं के िनयात क अनुमत नह दी जाएगी।इसके अलावा अन्य देश को ौ ोिगक के ह तांतरण के लये अंतर-कंपनी ह तांतरण क शत जोड़ी गई ह ैअथात्िनयात िकसी भारतीय सहायक कंपनी (आवेदक िनयातक) से अपनी िवदेशी मूल कंपनी अथवा िवदेशी मूल कंपनी कसहायक कंपनी को होना चािहये।

    र ार ा उ पादनउ पादन िवभागिवभाग

    (Department of Defence Production)

    र ा उ पादन िवभाग (DPP) क थापना नवंबर, 1962 म क गई थी।इसका उ े य र ा के लये आव यक हथयार , णा लय , ेटफॉम , उपकरण का उ पादन करने के लये एक यापकबुिनयादी ढाँचे का िवकास करना ह।ैिवभाग ने िवभ र ा उपकरण के िविनमाण के लये आयधु कारख़ान और सावजिनक े के र ा उप म (DPSU)के मा यम से यापक उ पादन सुिवधाएँ सुिन त क ह।िवभाग ारा िविन मत उ पाद म हथयार एवं गोला-बा द, टक, हेलीकॉ टर, यु पोत, पनडु बयाँ, िमसाइल,इले टािनक उपकरण, अथमू वग उपकरण, िवशेष िम धातुएँ आिद शािमल ह।

    र ार ा अध हणअध हण प रषदप रषद

    (Defence Acquisition Council-DAC)

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  • सश बल क वीकृत आव यकताओं क शी ख़रीद सुिन त करने के उ े य से वष 2001 म र ा अध हणप रषद क थापना क गई थी।DAC क अ य ता र ा मं ी ारा क जाती ह।ैउ ेखनीय ह ैिक DAC अध हण संबधंी मामल पर िनणय लेने वाली र ा मं ालय क सव सं था ह।ै

    लाभलाभिवगत दो वष म भारत के र ा िनयात म सात गुना वृ हुई ह ैऔर 2018-19 म यह बढ़कर 10,500 करोड़ पए तकपहँुच गया ह।ैयह मानक संचालन ि या म सुधार और आवेदन क ऑनलाइन मज़ंूरी के लये एक पोटल क शु आत के कारणसंभव हुआ ह ै■जससे आवेदन जाँच ि या म लगने वाले समय म भी काफ कमी आई ह।ैOGEL का िवचार भी भारतीय र ा िनयात को बढ़ावा देने क िदशा म एक मह वपूण कदम ह।ैइससे र ा िनयात को बढ़ावा िमलेगा और कारोबार करने क सुगमता म सुधार होगा।इससे सरकार से अनुमत लेने क लबंी ि या को छोटा िकया जा सकेगा।नई लाइसस णाली से र ा े क कंपिनय क अंतरा ीय बाजार तक पहँुच होगी और अधक त प उ पाद कािविनमाण संभव होगा।

    ोतोत : दद हदूहद ू(िबज़नेसिबज़नेस लाइनलाइन) एवंएवं पीआईबीपीआईबी

    पयावरण तपूत शु क

    ी ल सी ल स केके लयेलये:ेडेड ए शन र पांस ान, पयावरण दषूण (रोकथाम एवं िनयं ण) ाधकरण

    मे समे स केके लयेलये:पयावरण तपूत शु क लगाने से संबंधत त य

    चचाचचा मम यय ?हाल ही म पयावरण दषूण (रोकथाम एवं िनयं ण) ाधकरण [Environment Pollution (prevention & Control)Authority-EPCA] ने िद ी म ेडेड ए शन र पांस ान (Graded Action Response Plan) के तहत वाय ु दषूणक आपातकालीन ेणी के दौरान टक के आवागमन पर तबधं के थान पर पयावरण तपूत शु क लागू िकया ह।ै

    मु यमु य बदुबद:ुEPCA ारा िद ी के बॉडर पर थत 13 रेडयो सी आइडिटिफकेशन णाली (Radio FrequencyIdentification-RFID, System) आधा रत टोल बूथ के काय क समी ा करने के बाद यह िनणय लया गया।टोल बूथ पर RFID णाली ारभं होने तथा पयावरण तपूत शु क लागू होने से पहले िद ी म लगभग 8000 टक

    तिदन वेश करते थे, इस णाली के लागू होने के बाद इनक सं या 3664 तिदन हो गई ह।ै14/19

    https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-analysis/air-pollution-and-grap

  • टोल बूथ पर कैश लेन अथवा लेन का उपयोग कर पयावरण तपूत शु क से बचने वाले टक क सं या 33% सेघटकर 18% हो गई ह।ैEPCA के अनुसार, टक पर तबधं लगाने से िद ी बॉडर पर थत टोल बूथ पर टक क सं या बढ़ने के कारणजाम जसैी सम या का सामना करना पड़ सकता ह ैअतः पयावरण तपूत शु क टक पर पूणतः तबधं लगाने कअपे ा टक क सं या कम करने का अ छा मा यम ह।ै

    रेडयोरेडयो सीसी आइडिटिफकेशनआइडिटिफकेशन णालीणाली

    (Radio Frequency Identification -RFID, System):

    RFID णाली के अंतगत िकसी व तु या वाहन से जुड़े टैग पर सं हीत जानकारी को पढ़ने और समझने के लयेरेडयो तरगं का उपयोग िकया जाता ह।ैइस तकनीक के मा यम से िकसी टैग को कई फ ट क दरूी से पढ़ा जा सकता ह ैऔर इसे पढ़ने के लये कैनर यारीडर का एक सीधी रखेा म होना आव यक नह ह।ैRFID णाली क सहायता से टोल बूथ पर िबना के ड■जटल प से भुगतान िकया जाता ह।ैजसेै ही कोई वाहन टोल बूथ को पार करता ह ैवसेै ही ससर RFID णाली के मा यम से टैग क पहचान कर लेता हैतथा टोल राश वचा लत प से काट ली जाती ह।ै

    पयावरणपयावरण दषूणदषूण (रोकथामरोकथाम एवंएवं िनयं णिनयं ण) ाधकरणाधकरण

    [Environment Pollution (Prevention & Control) Authority-EPCA]:

    EPCA सव यायालय के आदेश ारा अधसूचत एक सं था ह ैजो िक रा ीय राजधानी े म वाय ु दषूण को कमकरने के लये उपाय सुझाने का काय करती ह।ैइसक अधसूचना पयावरण मं ालय ारा पयावरण संर ण अधिनयम, 1986 के तहत वष 1998 म जारी क गईथी।यह सं था दषूण के तर को देखते हुए रा ीय राजधानी े िद ी म ेडेड ए शन र पांस ान (GRAP) लागू करनेका भी काय करती ह।ै

    ोतोत- दद इंडयनइंडयन ए स ेसए स ेस, टाइ सटाइ स ऑफऑफ इंडयाइंडया15/19

    http://drishtiias.com/hindi/images/uploads/1572864722_Severe Plus.jpg

  • ह पर िदन क अवध

    ी ल सी ल स केके लयेलयेह का घूणन काल

    चचाचचा मम यय ?खगोलशा य के अनुसार, ‘शु ह’ व ‘शिन ह’ क एक िदन क अवध के संबधं म कोई प जानकारी नह ह ैतथा इसबार ेम दी जाने वाली जानका रयाँ ायः गलत सािबत हुई ह।

    मु यमु य बदुबदुिकसी खगोलीय पड ारा अपने अ पर एक घूणन पूण करने म लगने वाले समय को एक िदन कहा जाता ह।ै पृ वी परएक िदन 23 घटें 56 िमनट का होता ह।ैवै ािनक अ य ह क एक िदन क अवध क गणना के लये पृ वी के एक िदन क अवध को आधार के तौर पर

    योग करते ह। इस मानक के योग से ह पर िदन क अवध क गणना प तौर पर क जा सकती ह।ै

    सारणी म सौरमडंल के िवभ ह क एक िदन क अवध को दशाया गया ह।ै

    हह बुध शु पृ वी मगंल बृह पत शिन अ ण व ण

    िदनिदन ककअवधअवध

    58.6िदन

    243िदन

    23 घ.ं 56िम.

    24 घ ं37िम.

    9 घ.ं 55िम.

    10 घ.ं 33िम.

    17 घ.ं 14िम.

    15 घ.ं 57िम.

    शुशु हह काका घूणनघूणनइस ह क थत अ य ह से भ ह।ै इसक सतह का अधकांश िह सा बादल से आ छािदत रहता ह ै■जसकवजह से इस पर उप थत भू-आकृतय ( े टर या उ ाव भूिम) को देखना मु कल होता ह।ै ये भू-आकृतयाँ ह केघूणन को मापने के लये एक आधार बद ु(Reference Point) का काय करती ह।1963 म राडार ारा िकये गए सव ण से ात हुआ िक शु ह के घूणन क िदशा अ य ह के घूणन क िदशा केिवपरीत ह।ै त कालीन सव ण से पता चला िक शु पर एक िदन क अवध पृ वी के 243 िदन (5832 घटें) केबराबर ह।ै1991 म ‘मगैलन पेस ा ट’ ारा िकये गए अ ययन से ात हुआ िक शु का वा तिवक घूणन काल 243.0185िदन ह ै■जसम लगभग 9 सेकंड क अिन तता पाई गई।वै ािनक ारा 1988 से 2017 के बीच पृ वी से िकये गए राडार पयवे ण से शु क सतह पर उप थत भू-आकृतय क पहचान क गई तथा उसके आधार पर अ ांशीय रखेाओं का िनमाण िकया गया। इससे शु के घूणन कदर को मापना आसान हुआ ह।ैवतमान शोध के अनुसार, शु का घूणन काल 243.212 िदन ह ै■जसम 0.00006 सेकंड क अिन तता पाई गईतथा यह माना जा रहा ह ैिक इसम भी आने वाले कुछ दशक म बदलाव हो सकता ह।ै

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  • शिनशिन हह काका घूणनघूणनबृह पत क भाँत यह भी एक िवशाल गसैीय पड ह ैतथा इसक कोई ऊपरी ठोस सतह नह ह।ै हालाँिक इसका कोरठोस थत म ह ैपरतंु इसक बाहरी परत हाइडोजन, ही लयम तथा धूल कण का िम ण ह।ै य िप बृह पत म घूणनअवध क गणना उससे उ स■जत होने वाले रेडयो ■स ल क सहायता से क जाती ह।ै इसके िवपरीत शिन ह सेउ स■जत होने वाले रेडयो ■स ल क आवृ कम होती ह ैजो पृ वी के वायमुडंल को भेद नह पाते इसक वजह सेइसके घूणन अवध क गणना करना एक चुनौती रहा ह।ै1980 व 1981 म मशः भेजे गए अंत र िमशन वोयेगर-1 तथा वोयेगर-2 से ा आंकड़ से ही पहली बार पताचल सका िक शिन ह पर एक िदन क अवध लगभग 10 घटें 40 िमनट क ह।ै23 वष के बाद कै■सनी पेस ा ट ारा भेजे गए आंकड़ से पता चला िक शु के घूणन काल म 6 िमनट क वृहुई ह ैपरतंु अनुमान के आधार पर इतनी वृ म करोड़ वष लग सकते ह।शिन ह पृ वी के समान ही अपने अ पर झुका हुआ ह ै■जसक वजह से वहाँ ऋतु प रवतन होता ह।ै ऋतुओं केआधार पर इसके उ री तथा द णी गोला म सूय से आने वाली पराबगनी िविकरण क ाि भी अलग-अलग होतीह।ै यह शिन के वायमुडंल के िकनार पर उप थत ा मा को भािवत करता ह ैजो इसके वायमुडंल क िवभ परतके बीच म घषण पदैा करता ह।ैशु के वायमुडंल क ऊपरी परत और िनचली परत म घूणन क र तार एक समान होती ह ैपरतंु उनके बीच के घषणक वजह से ऊपरी परत को घूणन करने म अधक समय लगता ह।ैअतः िन कष के तौर पर कहा जा सकता ह ैिक अंत र िमशन ारा पयवे त शिन क घूणन अवध उसके कोर क नहोकर उसक बाहरी परत क ह ैजो थर नह ह ैतथा रेडयो ■स ल के योग से इसक घूणन अवध क पजानकारी नह िमल सकती।

    ोतोत : इंडयनइंडयन ए स ेसए स ेस

    नािवक का यवसायीकरण

    ी ल सी ल स केके लयेलये:नािवक के योग, ि यािवध

    मे समे स केके लयेलये:नािवक के योग, ि यािवध तथा संबंधत मु े

    संदभसंदभ:भारतीय अंत र अनुसंधान संगठन और उसक वाण यक शाखा एंिट स कॉप रशेन लिमटेड नािवक के यवसायीकरण(Commercialised) क ओर अ सर ह।ै

    नािवक के लये सम पत हाडवेयर आधा रत ■स टम िवक■सत करने के उ े य से एंिट स (Antrix) ने उ ोग कपहचान के लये दो अलग-अलग िनिवदाएँ (Tenders) जारी क ह।ै

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  • एंिट स वतमान म नािवक णाली के उपकरण (Device) और ■स टम के लये कुशल िनमाताओं क पहचान कर रहीह।ैइस कार क पहल म दो अलग-अलग िनिवदाएँ जारी करने का उ े य िव ीय थरता और काय क उ कृ तासुिन त करना ह।ै

    इसइस ेे कक वतमानवतमान थतथत:सेमीकंड टर चप (Semiconductor Chip) क एक मुख उ पादक कंपनी ालकॉम टे नोलॉजीज(Qualcomm Technologies) ारा नािवक के िवक■सत एक चपसेट का सफल परी ण िकया गया।इस कंपनी के चप जीपीएस, गलैी लयो (यूरोप), लोनास ( स) और बीडाउ (चीन) जसेै वै क नौवहन सटेैलाइट

    णा लय म काय कर सकते ह।

    नािवकनािवक:नािवक- NavIC (Navigation in Indian Constellation) आठ उप ह क े ीय नेिवगेशन उप ह आधा रतवदेशी णाली ह ैजो अमे रका के जीपीएस क तरह काय करती ह।ै

    12 अ ैल को पीएसएलवी-सी41 (PSLV-C41) के मा यम से ीह रकोटा के सतीश धवन अंत र क से भारतीयअंत र अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organization-ISRO) ारा IRNSS-1 (IndianRegional Navigation Satellite System-1) नौवहन (Navigation) उप ह का सफल ेपण िकया गयाथा।इसके मा यम से थानीय थत (Indigenous Positioning) या थान आधा रत सेवा (LocationBased Service- LBS) जसैी सुिवधाएँ दान क जा रही ह।ै यह भारतीय उपमहा ीप पर 1,500 िकलोमीटर केदायर ेको कवर करता ह।ै

    NavIC कक काय णालीकाय णाली:NavIC के उप ह दो माइ ोवेव सी बड पर ■स ल देते ह, जो L5 और S के नाम से जाने जाते ह।यह टडड पोज़ीश नग स वस तथा र ट टेड स वस क सुिवधा दान करता ह।ैइसक ' र ट टेड स वस' सेना तथा मह वपूण सरकारी कायालय के लये सुिवधाएँ दान करने का काम करती ह।ै

    उपयोगउपयोग:वतमान म इसका योग प रवहन साधन म िकया जा रहा ह ैतािक वाहन को टैक िकया जा सके, साथ ही दघुटनाइ यािद जसैी अ याशत घटनाओं का शी ता से पता चल सके।इसका उपयोग मछली पकड़ने वाली नौकाओं म भी िकया जा रहा ह।ैइसके अत र सड़क प रवहन और राजमाग मं ालय ने िपछले वष आदेश िदया था िक सभी रा ीय-परिमट वालेवाहन म टै कग उपकरण होने चािहये।थलीय, हवाई और समु ी नौवहन; आपदा बधंन; मोबाइल फोन के साथ एक करण; सटीक समय (एटीएम और

    पावर ि ड के लये); मै पग एंड ■जयोडेिटक डेटा कै चर (Mapping and Geodetic Data Capture) एवंयाि य के लये थलीय नौवहन सहायता के प म इसका उपयोग िकया जा सकता ह।ै

    एंिट सएंिट स कॉप रशेनकॉप रशेन लिमटेडलिमटेड18/19

  • (Antrix Corporation Ltd)

    यह भारत सरकार क पूण वािम व वाली कंपनी ह,ै ■जसका शासिनक िनयं ण अंत र िवभाग, भारत सरकार केपास ह।ैएंिट स कॉप रशेन लिमटेड को ■सतबंर 1992 म अंत र उ पाद , तकनीक परामश सेवाओं और इसरो ारािवक■सत ौ ोिगिकय के वाण यक दोहन व चार सार के लये सरकार के वािम व वाली एक ाइवेट लिमटेडकंपनी के प म थािपत िकया गया था।इसका एक अ य मुख उ े य भारत म अंत र से संबंधत औ ोिगक मताओं के िवकास को आगे बढ़ाना ह।ैभारतीय अंत र अनुसंधान संगठन क वाण यक एवं िवपणन शाखा के प म एंिट स पूर ेिव म अपने अंतरा ीयाहक को अंत र उ पाद और सेवाएँ उपल ध करा रही ह।ै

    ोतोत: दद हदूहदू

    19/19

    डेली न्यूज़ (04 Nov, 2019)यूनेस्को का रचनात्मक शहरों का नेटवर्कप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?प्रमुख बिंदु:वर्ल्ड सिटीज़ डे 2019 (World Cities Day 2019):यूनेस्को का रचनात्मक शहरों का नेटवर्क(UNESCO Creative Cities Network- UCCN):स्रोत : द हिंदू (बिज़नेस लाइन)

    भारत में रोज़गार की स्थितिप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?अध्ययन के मुख्य बिंदुसंगठित क्षेत्रअसंगठित क्षेत्रसंगठित क्षेत्र का उदय और संविदात्मक रोज़गार(Contractual Employment)संविदात्मक रोज़गारस्रोत- इंडियन एक्सप्रेस

    भारत-जर्मनीप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?महत्त्वपूर्ण समझौते:भारत-जर्मनी संबंधों के प्रमुख आयाम:अन्य क्षेत्र:भारत के दृष्टिकोण से जर्मनी का महत्त्व:स्रोत: द हिंदू

    पाकिस्तान में आज़ादी मार्चप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?पाकिस्तान का नया संकट- आज़ादी मार्चआज़ादी मार्च- भारत पर प्रभावनिष्कर्षस्रोत- इंडियन एक्सप्रेस

    दूरसंचार क्षेत्र में चुनौतियाँप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:संदर्भप्रमुख बिंदु:आधारभूत मुद्दे:क्षेत्र की मांग:समायोजित सकल राजस्व(Adjusted Gross Revenue- AGR)स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क(Spectrum Usage Charge- SUC)यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंडUniversal Service Obligation Fund (USOF)आगे की राह:स्रोत- द हिंदू

    बेरोज़गारी दर रिपोर्ट- CMIEप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?प्रमुख बिंदु:बेरोज़गारी क्या है?सेंटर फॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकोनॉमी(Center For Monitoring Indian Economy-CMIE)स्रोत-द हिंदू

    BASIC देशों की बैठकप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?प्रमुख बिंदुस्रोत: द हिंदू

    ओपन जनरल एक्सपोर्ट लाइसेंसप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?प्रमुख बिंदुOGEL में शामिल वस्तुएँOGEL से बाहर रखी गई वस्तुएँरक्षा उत्पादन विभाग(Department of Defence Production)रक्षा अधिग्रहण परिषद(Defence Acquisition Council-DAC)लाभस्रोत : द हिंदू (बिज़नेस लाइन) एवं पीआईबी

    पर्यावरण क्षतिपूर्ति शुल्कप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?मुख्य बिंदु:रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन प्रणाली(Radio Frequency Identification -RFID, System):पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम एवं नियंत्रण) प्राधिकरण[Environment Pollution (Prevention & Control) Authority-EPCA]:स्रोत- द इंडियन एक्सप्रेस, टाइम्स ऑफ इंडिया

    ग्रहों पर दिन की अवधिप्रीलिम्स के लियेचर्चा में क्यों?मुख्य बिंदुशुक्र ग्रह का घूर्णनशनि ग्रह का घूर्णनस्रोत : इंडियन एक्सप्रेस

    नाविक का व्यवसायीकरणप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:संदर्भ:इस क्षेत्र की वर्तमान स्थिति:नाविक:NavIC की कार्यप्रणाली:उपयोग:एंट्रिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड(Antrix Corporation Ltd)स्रोत: द हिंदू