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45
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lsquoिहिहदी पखवााड़ा उतसवrsquo और lsquoिहदी

ी तकनीकी सगो ी 20019rsquo की ततसवीर

इस अक मhelliphelliphellip

अनकरमिणका

िनदशक का सदश i

परधान कािमक एव सामानय परशासन ii

सपादक की कलम स

ससथान एक झलक

iii iv

1 रोजगार म कोिवड-19 क परभाव स मजदरो क जीवन म सधार

2

2 ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

4

3 मरी मा 5

4 िशकषा कम शरी चतनयमहापरभ 6

5 लॉककडाउन क बाद की एक भरमनकथा 8

6 सतकर भारत सम भारत 10

7 पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

13

8 अथक पिरशरम का पथ धर लो 15

9 सममान और उपलिबधया 16

10 आनतिरक सघषर 17

11 किवता समनhelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 18

12

13

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

दिनक जीवन म योग

19

25

14 पकवान (गोभी मचिरयन बनान की िविध)helliphellip 26

15 बट भाषा स एक कहा ह ग 27

16 हासय-िवनोद helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 28

17 एनईसक की उललखनीय गितिविधया 29

18 बाल-िचतरकला 31

ईशान अक 1 जनवरी 2021

िहदी गह पितरका उ र पव अतिरकष उपयोग कदर )एनईसक(

मखय सरकषक शरी पीएलएन राज

सरकषक

शरी एसकज अबदल अज़ीज़

सपादक मडल

मख प पिरदशय क िचतर का शरय (सवग य) शरी कोशी कोशी सवािनव आईपीएस सरोतhttpscommonswikimediaorgwindexphpcurid=58812540 डॉ रोककी पबम वजञाअिभrsquoएसईrsquo क ारा पितरका

की रपरखा और अिभनयास

शरी अजन दबनाथ वजञाअिभrsquoएसईrsquo क ारा पितरका क शीषरक का चयन

कपया अपन सझाव एव परितिकरया भज सपकर कर

सपादक मडल lsquoईशानrsquo िहदी अनभाग

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर )एनईसक( अतिरकष भवन भारत सरकार

उिमयम 793103 िशलाग मघालय

शरी अवनीश शकला डॉ कसतरी चकरवत

डॉ पबम रॉकी शरी अजन दबनाथ

शरी हाशीष दाश शरीमती निमता रानी पाल िमतर

ी अजन दबनाथ ी अजन दबनाथ

ईशान

िनद

उ र पवकषतर जसपरबधन समहतवपणरकाफी बढ़हए गिति

यह वषर एआयोजन

उपयोगकसाथ एक परसतत कर

िकसी भीह एक भसपरषक औिदन-परितअधीन कहए उ र

हमार कदरपरसकार राजभाषा

परित हमासबधी जा

आशा ह ियह पितरक

शभकामन

शक की

व अतिरकष उपस ndash भारत क उसहायता आिद णर परगित की हढ़ गई ह और मिविधया शर की

एनईसक क िल पहली बार ब

कतार पिरयोजनक और महतवपणरत हए अतयत

ी सवाधीन दश भाषा क रप मऔर पिरचायकतिदन बढ़ता जकायारलय म अि

पव अतिरकष

दर को पव र परा हआ थाा िहदी क परसा

ारा कदर सदव सानकािरय क स

िक आप सभी का और अिधक

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की कलम

पयोग कदर (एनउ र पव कषतरक िलए िवक

वषर 2019-2

महतवपणर पिरयोकी गई ह

िलए कई गितिवबीआईएमएसट

ना क िवसताणर घटना को जपरस ता हो र

क िलए जो मम िहदी न िसफ

क भी ह आज जा रहा ह भार

िधक स अिधकउपयोग कदर क

कषतर क िलए व िनरतर दो वार ndashपरचार क पर

सजग रहा ह औसाथ हमारी पर

परब पाठक क िवकिसत और

म स

नईसक) न अततर(एनईआर) म कास सहायता 2020 क दौरानयोजना की स

िविधय क साटईसी (बीमसटार और कषमता जोड़त हए मझरही ह

महतव उसक रफर भारत की पअिधकतम इलरत सरकार काक कायर िहदी मकी यह परथम िह

वषर 2016-20

वषर परथम परसपरित हमार दाि

और इसी क पिरपरथम गह पितरक

को हमारा यहर सम हो सक

तिरकष िवभागपराकितक ससगितिविधय हन कई नई पिसखया को परा

थ पव र कटक) परिशकषण ा िनमारण क िलझ आप सभी क

रा ीय धवज औपहचान ह बिल

लकरॉिनक माधया राजभाषा िवम हो इसी बढ़िहदी गह पितरक

17 और 2017

सकार की परािियतव को भी औ

िरणाम सवरप का ईशान समिप

ह परयास पसद कगी

ग भारत सरकसाधन परबधन

हत अतिरकष परिरयोजना ककरत हए एनई

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िलए एक घटनाक समकष एनईस

और रा ीय गानिलक यह हमारयम इटरनट िवभाग इस िदशढ़त िहदी क परका lsquoईशानrsquo सम

7-2018 क िलएि हमार लगनऔर अिधक बढ़

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परौ ोिगकी क क साथ कदर कीईआर क सभी

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न का ह वही उर ससकित ससकवबसाईट आिदशा म परयासर

परयोग को और मिपत ह

ए कषतरीय राजन और पिरशरमढ़ाता ह राजभ

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सभी क सझाव

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लाभ को लनी वजञािनक गि8 राजय़ को क

िमलन रा ीय सभी अनपरयो

इनही महतवपणरगह पितरका ldquoई

उसकी राजभासकार की सचचीिद म भी िहदी रत ह िक कदर सअिधक परोतसा

जभाषा परसकारम को दशारता हभाषा िहदी क

राजभाषा और

व और िवचार

( पीएल

i

महतवपणर ना आपदा न म बहत ितिविधया कवर करत

सगो ी क ोग कषतर म

णर काय क ईशानrdquo को

ाषा का भी ी सवाहक का परयोग सरकार क ािहत करत

र म परथम ह साथ ही िवकास क

अनपरयोग

र क ारा

लएनराज )

ii

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सदश

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) उिमयम भारत क उ र पव कषतर म िवकासातमक गितिविधय का समथरन करन क िलए अतिरकष िवजञान एव परौ ौिगकी ारा उललखनीय परगित करन क साथ ही भारत सरकार क राजभाषा नीितय का अनपालन सिनि त करन और कदर क कायारलयीन काम-काज म िहदी क परयोग को बढ़ावा दन क िलए भी परयासरत ह कदर क राजभाषा कायारनवयन सिमित क परयास स इस वषर िव िहदी िदवस क अवसर पर एनईसक अपन िहदी गह पितरका क परथम अक का परकाशन करन जा रहा ह

गह पितरका समसत एनईसक पिरवार क परयास का परितफल ह गह पितरका क माधयम स एनईसक पिरवार क सदसय ारा अपन िवचार को सहज रप स अिभ कत करन का अवसर िमला ह गह पितरका क परथम अक क सफल परकाशन पर समसत एनईसक पिरवार को हािदक शभकामनाए

जय िहद जय िहदी

(एसक ज अ दल अज़ीज)

परधान का एव सा परशा

ईशान iii

सपादक क कलम स

हम उ र-पव अतिरकष उपयोग कनदर (एनईसक) की िहदी गह पितरका lsquoईशानrsquo क

परथम अक को अतयत हषर क साथ परसतत कर रह ह इस वषर एनईसक म िव िहदी िदवस क अवसर पर िहदी स ाह का आयोजन िकया जा रहा ह एव इसी उपल य म िहदी गह पितरका क परथम अक का भी परकाशन िकया जा रहा ह पितरका ारा न कवल कनदर क कमरचारी बिलक उनक पिरवार क सदसय को भी अपनी भावना को अिभ कत करन का अवसर परदान िकया गया ह

पितरका क परकाशन की पररणा एनईसक राजभाषा कायारनवयन सिमित ारा िमली एव िनदशक महोदय न परकाशन हत परिरत भी िकया िजसक फलसवरप पितरका को आकार एव सवरप िमला पितरका क सभी लख रिचकर एव आकषरक ह तथा पितरका क माधयम स एनईसक म आयोिजत की जान वाली िविभ वजञािनक एव राजभाषा गितिविधय की जानकारी भी दी गई ह सपादक मडल पितरका क परकाशन कायर म सहयोग परदान करन क िलए एनईसक पिरवार का आभार परकट करता ह

इस पितरका क पाठक स हमारा िनवदन ह िक व इस अक म परकािशत सभी लख क बार म अपनी परितिकरयाए अवशय भज पितरका को बहतर बनान क िलए आपक सझाव आवशयक परामश का सदव सवागत िकया जायगा

ldquoआकलप रिवमव भासवनकरी ईशानrdquo

(यह ईशान कलपपयरनत सयर क समान परकािशत होता रह)

16 जनवरी 2021

iv

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

भारत सरकार अतिरकष िवभाग

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक)

ससथान एक झलक

1 परसतावना उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) अतिरकष िवभाग भारत सरकार तथा उ र पव पिरषद (उपप) क सयकत पहल मघालय सोसायटी पजीकरण अिधिनयम 1983 क अतगरत एक सोसायटी ह कदर न अतिरकष िवजञान और अतिरकष परौ ोिगकी का उपयोग करत हए भारत क पव र कषतर (एनईआर) क आठ राजय को 19 साल स अिधक समिपत सवाए परदान की ह कदर क परमख उ शय ह ndash 1 कषतर क पराकितक ससाधन और अवसरचना िनयोजन क िवकास परबधन पर गितिविधय का समथरन करन क िलए एक पिरचालन सदर सवदन और भौगोिलक सचना परणाली की सहायता स पराकितक ससाधन सचना का आधार परदान करना 2 कषतर क िशकषा सवासथय दखभाल आपदा परबधन सहायता और िवकास सबधी पिरचालन (परचालनी) उपगरह सचार अनपरयोग सवाए परदान करना 3 अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कषतर म अनसधान करना और एनईआर क िविभ शकषिणक ससथा क साथ यतरीकरण हब और नटविकग सथािपत करना 4 आपदा परबधन क िलए सभी सभव अतिरकष आधािरत समथरन क िलए िसगल िवड िडलवरी को सकषम करना 5 भ-सथािनक परौ ोिगकी क कषतर म कषमता िनमारण क िलए एक कषतरीय सतर पर अवसरचना सथािपत करना

2 सगठनातमक सरचना एनई-सक की सभी नीितय मामल ापार का िनणरय एनई-सक सोसायटी ारा िकया जाता ह अधयकष एनईसी एनई-सक सोसायटी की अधयकषता करत ह और सिचव अिवअधयकष इसरो इसक उपाधयकष ह सोसायटी क अनय सदसय ह ndash सिचव एनईसी आठ पव र राजय क मखय सिचव अिव क विर वजञािनक एनईसी क अिधकारीगण और पव र क िशकषािवद सोसायटी की सलाह क तहत एक शासी पिरषद (जीसी) सोसायटी कदर की गितिविधय का परबधन करती ह सिचव अिव अधयकष इसरो इस जीसी क अधयकष ह सिचव एनईसी वकिलपक अधयकष ह मखय सिचव मघालय एनईआर राजय सरकार क परितिनिधगण और इस कषतर म कदर सरकार एजिसय क परितिनिध जीसी क अनय सदसय ह

3 कायर और गितिवधया कदर क वजञािनक कायरकरम कषतर की आवशयकता क अनसार िनदिशत होत ह और एनई-सक सोसायटी और शासन पिरषद ारा इसकी वािषक समीकषा की जाती ह चाल वषर क दौरान एनई-सक न पराकितक ससाधन क परबधन सरचनातमक योजना सवासथय िशकषा उपगरह सचार और वायमडल िवजञान अनसदान क कषतर म पव र राजय क कवर करन वाली कई पिरयोजना को िलया और उनह परा िकया कदर न इस कषतर म परयोकता एजिसय ारा परायोिजत कई अनपरयोग पिरयोजनाए लाग की ह इसरो अिव ारा िव पोिषत समिनवत रा ीय कषतरीय पिरयोजनाए भ-परकषण अनपरयोग िमशन (ईओ-ए) क तहत अनसधान और िवकास पिरयोजनाए आपदा जोिखम घटाव हत उ र पव कषतरीय नोड क तहत उपगरह सचार (सटकॉम) कायरकरम आपदा जोिखम िन ीकरण हत उ र पव कषतरीय नोड क तहत (एनईआर-डीआरआर) क तहत आपदा परबधन समथरन (डीएमएस) कायरकरम वायमडल िवजञान कायरकरम (एएसपी) क तहत अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कायरकरम

ईशान v

4 परमख उपलिबधया एनई-सक न भारत क उ र पव कषतर (एनईआर) म पराकितक ससाधन क परबधन अवसरचना िनयोजन आपदा परबधन समथरन आिद जस िविभ परमख कषतर क िलए अतिरकष परौ ोिगकी क लाभ को िवकिसत करन म बहत महतवपणर परगित की ह वषर 2019-2020 क दौरान कदर की वजञािनक गितिविधय म कई नई पिरयोजना गितिविधय म काफी वि हई ह जबिक वषर क दौरान कई पिरयोजना को परा िकया गया ह कदर रशम बोडर (सीएसबी) क दसर चरण म दश क 26 राजय को कवर करन वाल रशम उतपादन िवकास म सदर सवदन और जीआईएस क अनपरयोग पर परायोिजत पिरयोजना को राजय सदर सवदन कदर क सहयोग स सफलतापवरक परा िकया गया ह पिरयोजना क दसर चरण को सफलता पवरक परा करन और पिरयोजना एटलस और िसलकस पोटरल क रप म पिरयोजना आटपट को औपचािरक रप स जारी करन क िलए एनई-सक म 5-6 अगसत 2019 क दौरान एक रा ीय सतर की कायरशाला आयोिजत की गई थी एनई-सक और कदरीय मगा एरी अनसधान और परिशकषण ससथान (सीएमईआर व टीआई) क बीच एक सहयोगी पिरयोजना क भाग सवरप भ-सथािनक तकनीक का उपयोग करत हए चयिनत मगा रशमकीट रोग और कीट की परारिभक चतावनी क िलए एक िनणरय समथरन परणाली का िवकास िकया गया ह एनईआर म सीएसबी क उ र पव कषतर व सवधरन योजना (एनईआरटीपीसी) कायरकरम क तहत बनाई गई सपि की िजयो-टिगग पर एक नई पिरयोजना भी वषर क दौरान शर की गई ह पिरयोजना का पहला चरण ldquoपरतयक राजय क एक िजल म एक बागवानी फसल क कषतर क िवसतार क िलए िव षणrdquo पर सफलता पवरक भ-सचना (चमन) कायरकरम का उपयोग करत हए समिनवत बागवानी मलयाकन और परबधन क तहत परा िकया गया ह पिरयोजना क दसर चरण को एनईआर क 16 िजल म सभािवत बागवानी फसल क िलए साइट उपयकता िव षण क िलए िकया जा रहा ह पिरयोजना का दसरा चरण एनईआर क 16 िजल म सभािवत बागवानी फसल क िलए साइट उपयकता िव षण क िलए िकया जा रहा ह मघालय म सीसीई की योजना और िनगरानी क िलए कई पिरयोजना क िलए महतवपणर परगित हई जस चयिनत फसल का एकर अनमान और क मोबाइल एप का िवकास एनईआर (सफालम कायरकरम क तहत) म मकका कषतर और उतपादन अनमान मघालय म बलॉक वार साली धान (शीतकालीन चावल) कषतर की पहचान मघालय क पव खासी िहलस िजल म सतर क वकषारोपण क िलए उपयकत कषतर की पहचान मघालय की िजलवार िम ी की उवररता की िसथित का मानिचतरण मरसथलीकण और भिम कषरण िनगरानी वषर 2019-2020 क दौरान एनईआर और परि म बगाल आिद क छह राजय म भ ता आकलन

वािनकी म सदर सवदन अनपरयोग क कषतर म एनई-सक अरणाचल परदश म वन कायर योजना तयार करन क िलए आरएस और जीआईएस इनपट जसी िविभ पिरयोजना को अजाम द रहा ह िमज़ोराम म वन कायर योजना तयार करन क िलए भ-सथािनक तकनीक का वन क बढ़त सटॉक का आकलन मिणपर क िविभ िविभ वन परभाग म दावािगन का भ-सथािनक मलयाकन ितरपरा क मलिरया परवण धलाई िजल म झम कषतर मानिचतरण और िनगरानी आदरर भिम सरकषण की तयारी क िलए इनपट- उिमयम जलाशय मघालय का एक कस अधययन टाइम सीरीज सटलाइट डटा का उपयोग करक एनईआर की वनसपित फनलॉजी का िव षण काजीरगा रा ीय उ ान की भिम कवर गितकी एनईआर आिद जगल म उपरोकत ज़मीन क बायोमास क आकलन म एसएआर अनपरयोग बाढ़ की चतावनी परणाली (एफएलईडबलयएस) कायरकरम क तहत बाढ़ की चतावनी क िलए औसतन वषर-दर-वषर चतावनी सफलता सकोर 75 और 24 स 36 घट क सतकर नततव समय क िलए औसत अलटर परा िकया जा सकता ह यह पिरयोजना अब असम क सभी बाढ़ परभािवत िजल को राजसव सकर ल सतर म

vi

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

काररवाई योगय बाढ़ अलटर क साथ कवर करती ह एफएलईडबलयएस को अनय उ र पव राजय तक बढ़ाया जा रहा ह पायलट आधार पर 2019 क िलए मघालय और ितरपरा को कवर िकया गया था अनय परमख पिरयोजनाए जो जल ससाधन क कषतर म की जाती ह असम नदी एटलस की तयारी एनई भारत क िलए आईडबलयएमपी वाटरशड की िनगरानी और मलयाकन आिद ह शहर और अवसरचना िनयोजन क िहसस क रप म कदर न मासटर पलानिवकास योजना पिरवहन योजना शहरी सथल उपयकतता िव षण शहरी पयारवरण योजना आिद की तयारी म योगदान िदया ह िशलाग योजना कषतर क िलए जीआईएस आधािरत मासटर पलान िवकास योजना का िनमारण 14000 पमान पर 312 िकमी क कषतर को कवर िकया जाता ह समह ारा िकए जा रह कई अनय अनय अधययन कोिहमा शहर सीमा कषतर िवकास योजना मघालय और मघालय म खती झम खती को सथानातिरत करन क भ-सथािनक डटाबस क िनमारण क िलए जीआईएस आधािरत दि कोण ह मघालय म कोयला खनन स परभािवत कषतर की योजना और बहाली क िलए भ-सथािनक कषतर भ-सथािनक डटाबस तयार िकया गया ह कछ अनय महतवपणर अधययन जस भकप पवरत पहचान नदी की गितशीलता और मानस ndash बकी नदी क कटाव क िलए टीईसी िवसगितय का आकलन मघालय म टकटॉिनक अधययन क िलए मोफ टकटॉिनक िव शण 76 Mw पपआ नय िगनी भकप आिद स पहल आयनमडल म भकपीय गड़बड़ी आिद कदर ारा िलया गया ह उ र पव सथािनक डटा िरपोिजटरी (एनईएसडीआर) िविभ उपयोगकतार समह क लाभ क िलए बड़ी मातरा म डटा वब सवा अनपरयोग और बाहरी डटा िलक क साथ सम ह िविभ िवषय पर लगभग 558 डटासट नौ परमख शरिणय ndash आधार परशासिनक सचना अवसरचना भिमससाधन जल ससाधन सपि और उपयोिगता इलाक आपदा परबधन सहायता आदान और कायर योजना इनपट म उपलबध कराए जात ह कई अनय परमख पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की गई ह व ह- मलिरया और अनय िबमािरय क शीघर िनदान और उपचार क िलए मोबाइल आधािरत एकीकत िनगरानी परणाली भ-सथािनक परौ ोिगकी का उपयोग कर एनईआर म एनईसी िव पोिषत पिरयोजना योजवना की भ-टिगग और िनगरानी एनईआर क मखय िनवारचन अिधकािरय (सीईओ) क कायारलय क िलए चनाव ई-एटलस बीटीसी की योजना क िजयोटिगग क िलए िजयोटिगग डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग रशम उतपादन पिरसपि य क िजयोटिगग क िलए डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग मगा रोग परारिभक चतावनी परणाली िशलाग क िलए कराइम जीआईएस असम मदा िवभाग क िलए िजयोटिगग ऐप कोिवड 19 वब अनपरयोग आिद का िवकास कदर न यएवी सदर सवदन (यएवी-आरएस) और अनपरयोग क कषतर म अपनी गितिविधय का िवसतार िकया ह 3 डी िपरिटग तकनीक की परगित क साथ परायोिगक उ शय क िलए इन-हाउस िमनी यएवी िवकिसत िकए गए ह यएवी टीम न कछ अनठ अनपरयोग का परदशरन िकया ह जस िक िनरतर िनगरानी क िलए यएवी का िनमारण आपदा क समय दवा भोजन और राहत सामगरी छोड़न क िलए डरॉप ततर आिद टीम न वषर 2019-2020 म एनईआर और दश क कछ अनय कषतर म िविभ उपयोगकतार िवभाग क िलए 14 स अिधक यएवी सवकषण िकए ह एनई-सक न आईआईएससी बगलर क साथ िमलकर एक उड़ान म कई सथान स कई पानी क नमन एकतर करन क िलए एक उभयचर यएवी िवकिसत िकया ह कदर न सामानय ल य को परा करन क िलए सवराज डरॉन क एक नटवकर को िवकिसत करन क िलए कज सौमया कॉलज ऑफ इजीिनयिरग क साथ सहयोग िकया ह अनय महतवपणर पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की जाती ह व ह- महादव-तोलोई-फटर सड़क क िनमारण क उपयकत मागर सरखण योजना क आधार पर आरएस और जीआईएस मघालय पर बड़ पमान पर सवकषण और सामदाियक सामदाियक आरिकषत वन का मानिचतरण उिमयम झील मघालय क िलए यएवी का उपयोग करक वटलड सवकषण और मानिचतरण तथा लिलतपर उ र परदश लिलतपर म िगरार िरज का सवकषण और मानिचतरण आिद

ईशान vii

उपगरह सचार क कषतर म एनई-सक इसरो क सामािजक िवकास कायरकरम जस- टली-िशकषा टली- िचिकतसा आपातकालीन सचार परणाली को उपगरह सचार परौ ोिगकी क उपयोग क माधयम स कायारिनवत कर रहा ह एनई-सक न कषतर म दरसथ िशकषा और दरसथ सवासथय सवा क िलए ापक नटवकर सथािपत िकया ह सिवधाए जसी- सामगरी उतपादन क िलए सटकॉम सटिडय आपातकालीन सचार क िलए पिरवहनीय डबलयएलल-वी-सट इसरो-डीएमएस वीपीएन नटवकर क तहत पराथिमक नोड टली-िशकषा नटवकर क तहत सटलाइट इटरएिकटव टिमनल अनय इसरो कदर क बीच सरिकषत सचार क िलए सपसनट सयोजकता का-बड परचार परयोग सिवधा इसरो ारा िवकिसत मोबाइल उपगरह सवा टिमनल आिद एनई-सक म उपलबध ह उ र पव राजय म टली-िशकषा पिरयोजना क तहत सभी सात हब(एचयबी) सह िशकषण अत और 329 उपगरह अनयोनयिकरया टिमनल (एसआईटी) सभी पव र राजय म चाल ह इन नटवक ारा 2019-2020 म सकड़ लाइव और िरकॉडर िकए गए कायरकरम का परसारण िकया गया और 50000 स अिधक छातर अनय समह को इन नटवक ार लाभािनवत िकया गया एनई-सक आपातकालीन सचार क िलए जीसट-6 उपगरह क तहत कई उपगरह मोबाइल रिडय (एसएमआर) और सटसटीव टिमनल स ससिजजत ह इसरो-ओनरा- सीएनईएस सयकत का-बड परसार परयोग उपगरह सचार म भ-सचार क उपयोग क िलए का-बड सकत क परसार पर वायमडलीय परभाव का आकलन करन क िलए एनई-सक पर पिरचालन कर रहा ह अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कषतर म एनई-सक म समह भारत क पव र कषतर क िलए लघ और मधयम शरणी क मौसम पवारनमान म सधार करन क िलए अनसधान म लग हए ह और गभीर मौसम पवारनमान म सधार पर धयान किदरत करत ह तिड़त पवारनमान सिहत समह की एक और परमख गितिविध ह इसक अलावा समह परमक आपदा जस ndash बाढ़ गभीर तफान तिड़त आिद क परबधन और एसबड पोलारीमिटरक रडार सवचािलत मौसम कदर उपगरह सखयातमक मॉडल आिद स डटा का समथरन और महतवपणर इनपट परदान करता ह समह ारा िकए जा रह अनय अधययन ह- एक पहाड़ी इलाक म ऐरोसॉल को अवशोिषत करन की लबवत रपरखा पव िहमालयी कषतर म ऐरोसॉल लकषण वणरन उिमयम और तवाग पर ऐरोसॉल की कषतरीय िवशषताए पहाड़ी सटशन पर कलाउड माइकरोिफिशयल गण पर अधययन धरवीय मापी डॉपलर मौसम रडार का उपयोग कर मानसन पवर मौसम परणाली का अवलोकन और िव षण डबलयआरएफ मॉडल का उपयोग करत हए मानसन िसमलशन म इनसट-3डी रिडएस आतमसात का परभाव डीडबलयआर डटा क परतयकष और अपरतयकष रप स अपरतयकष उपयोग क साथ डीडबलयआरएफ मॉडल क ारा भारत क एनईआर पर गरज का िसमलशन भारत क एनईआर क ऊपर सथान आधािरत तिड़त वतारनमान सधार ितरपरा क अबासा कषतर म मलिरया महामारी पर मौसम सबधी मापदड क परभाव का अधययन एनई-सक िवशष रप स एनई कषतर स उपयोगकतार िवभाग िशकषािवद और छातर क समदाय की माग को सबोिधत करत हए अपनी अपनी आउटरीच गितिविधय का िवसतार कर रहा ह इस वषर क दौरान िविभ िवषय पर कई परिशकषण कायरकरम और कायरशालाए जस िक आरएस व जीआईएस का आधारभत सदर सवदन और कई और सफलता पवरक सप हई ह बड़ी सखया म छातर अपन बाहरी पिरयोजना कायर क िलए एनई-सक का चयन करत ह इसक अलावा बड़ी सखया म िविभ शकषिणक ससथान का परितिनिधतव करन वाल छातर न वषर क दौरान अपन अधययन दौर कायरकरम क एक भाग सवरप म एनई-सक का दौरा िकया ह इसरो lsquoयवा वजञािनक कायरकरम यिवकाrsquo का आयोजन 13 मई स 25 मई 2019 तक िकया गया था इस कायरकरम म अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोरम नागालड िसिककम ितरपरा और पि म बगाल परतयक स तीन छातर न भाग िलया ह

viii

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉ िवकरम साराभाई की जनम शताबदी को िचिहनत करन क िलए इसरो क रा ापी िवकरम साराभाई शताबदी कायरकरम क एक भाग क रप म एनई-सक न 2 स 4 जनवरी 2020 तक ितरपरा मघालय और िसिककम म तीन ऐस कायरकरम आयोिजत िकए करमशः 25-26 जनवरी 2020 और 4-6 माचर 2020 20-22 नवबर क दौरान उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) और नॉथर इसटनर िहल यिनविसटी (नह) ारा सयकत रप स भारतीय भिमितकी सोसायटी (आईएसजी) और भारतीय सदर सवदन ससथान (आईएसआरएस) ldquoएनईआर पर िवशष जोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी म नवाचारrdquo पर रा ीय सगो ी का आयोजन िकया गया था

ईशान

परोफ़स

परोफ़सर जनवरी वातिरकषभारत मजनक क

शरीनगर भारत मम सपसफल औिवकषोभ शोधकतारउपरानत अनसधान

उनह न गरसचार पइनसट-एभारतीयपरमोचन परणािलय

सर सती

सतीश धवन2002) एक

कष इजीिनयर म परयोगातमक

रप म मान

र म जनम परोम एव आग च हई व भा

और सवदशी िवऔर पिरसीमार म स ए

वह 1972न सगठन (इस

गरामीण िशकषापर अगरगामी परएक दरसचाय सदर सवदन

यान (पीएसय का मागर पर

ीश धवन

न (25 िसतबक भारतीय

थ उनह क तरल गितकी

जात ह

परो सतीश धचलकर सयकतारतीय अतिरिवकास का नतमा परत क एक थ एम2 म भारतीसरो) क तीस

कषा सदर सवदपरयोग िकए उार उपगरह

न उपगरह औरसएलवी) जसीपरशसत हआ िज

बर 1920 ndash

गिणतजञ औापक रप

की अनसधान

धवन की िशकषकत रा अमिरकरकष कायरकरम नततव करत ह

कषतर क परखयजीकमनन

तीय अतिरसर अधयकष बन

दन और उपगरउनक परयास

आईआरएसर धरवीय उपगरी परचालनातम

िजसन भारत क

3

और स क

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उमिदशरीउग

सकपरौअसरख

परोिसआकमम

अतिरकष की यखड़ा कर िदया

उनकी मतय 3 मतय क बाद दिदशा म लगशरीहिरकोटा उपगरह परकषपणगया

सतीश चदर धनका नाम उनकपरौ ोिगकी अिभयितरकी भसतीश धवन खखा गया ह

परो सतीश धविसतमबर 202आयोिजत िककायरकरम म उमनान क िलए म कायरकरम का

यातरा करन वा

जनवरी 200दिकषण भारत

गभग 100 िआधर परदश

ण कदर क रप

नव राजकीयक नाम पर रससथान

भवन का नामखड आईआ

वन का जनम 20 को वचरअकया गया थाउनक ारा िद

इसरो मखयाा आयोजन िक

वाल रा क

02 को बगलत क च ई किकमी की

म िसथत म पननारमकर

य कॉलज फॉररखा गया हरोपड़ म म भी उनक

आईटी रोपड़ क

शताबदी कायअल मोड क मा भारतीय

िदए गय योगालय अतिरकषकया गया था

1

क सघ म

लर म हई की उ री दरी पर भारतीय

रण िकया

र बवायज भारतीय

याितरक नाम पर

क रप म

यरकरम 25 माधयम स

अतिरकष गदान को कष िवभाग

2

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

रोजगार म कोिवड-19 क परभाव स मज़दरो क जीवन म सधार अथर वसथा क सकचन स रोजगार की िसथित म सकट उतप हो रहा ह िजसक कारण रोज़गार दन क नवीन कषतरो म कमी आ रही ह इस पिरिसथित स िनपटन क िलय भारत सरकार न रोज़गार lsquoगरीब कलयाण रोज़गार अिभयानrsquo जन म शर िकया गया ह िजसका उ शय गरामीण भारत म आजीिवका क नय अवसर परदान करना ह यह रोज़गार योजना एक तातकािलक राहत हो सकती ह परनत सभय शहरी नौकिरय का िवकलप नह हो सकती

रोज़गार क अवसर उपलबध करान क िलए कदम

शहरी कषतर म शरिमक की आजीिवका को सरिकषत करन क िलए दो चनौितया नीितगत हसतकषप करती ह

सबस पहल अिधकािधक रोजगार क अवसर उपलबध कराय जाय

और दसरा अचछी मजदरी एव कायरसथल की सगमता क िलए बिनयादी सिवधा का परसार करत हए रोजगार क कमी को दर िकया जाना वतरमान सकट क िलए शहरी रोजगार क म स िनपटन क िलए एक बह-आयामी रणनीित का

िनधाररण करना

पहला ततव शहरीकरण क पमान को दखत हए शहरी रोज़गार सजन कायरकरम पर धयान सथानीय सरकार क समनवय स होना चािहए जो शहर ारा सामना की जान वाली अनय समसया को हल करन क िलए महतवपणर ह चिक य समसयाए किठन ह सथानीय सतर पर इनका समाधान करन क िलए अिधक ससाधन की आवशयकता होती ह चन गए परितिनिधय

टरड यिनयन उ िमय और सामदाियक समह

को शािमल करक सथानीय गठबधन क गठन स ससाधन जटाए जा सकत ह

दसरा ततव सथानीय पहल स रोज़गार-गहन

िनवश नीितय की रपरखा बनाना एव कायारिनवत करना इन नीितय को सरकार क साथ-साथ िनजी उ िमय क पहल को भी गल

लगाना चािहए शरम और पजी क बीच अनकल सिवदातमक सबध ारा िनजी िनवश को सगम बनान की आवशयकता ह परौ ोिगकी और उतपादकता वि स सबिधत म पर शरिमक और उ िमय क िहत को पिरवितत करन क साथ उ म िनमारण क रणनीित का एक अिभ अग बनान की आवशयकता ह औ ोिगकीकरण का आधार लघ और स म उ ोग क िलए अितिरकत सहायता की आवशयकता ह िजसस शरम और पजी क बीच िहत को सतिलत िकया जा सक

तीसरा ततव शहरी बिनयादी ढाच को पराथिमकता दना होगा कय िक यह सथानीय अथर वसथा म कल िनवश का एक बड़ा िहससा ह

हालािक इनम स अिधकाश िनवश शायद ही कभी आधािरक सरचना गरीब शहरी िनवािसय को लाभािनवत करत होग कय िक आवास सड़क सीवरज और पानी की वसथा उनकी आवशयकता क िलए अपयार ह नगर िनगम क बिनयादी ढाच क िनमारण क िलए एक शरम-गहन दि कोण पजीगत गहन-दि कोण क िलए

एक लागत परभावी िवकलप हो सकता ह कय िक मज़दरी दर कम ह आधािरक सरचना िनवश रोज़गार सजन कमाई उतप करगा एव छोट

ईशान 3

उ म िनमारण म योगदान दगा कम-लागत वाल

आवास का िनमारण एक गितिविध ह िजसस शरम-गहन तरीक का सदउपयोग िकया जा सकता ह

चौथा ततव भारत क समसत शहर एव कसब म बड़ पमान पर िचिकतसा सवासथय और सवचछता क बिनयादी ढाच क िनमारण की िदशा म उनमख एक शहरी रोज़गार योजना का ततकाल शभारभ करना जो रोज़गार सजन क अनय कषतरो म राजय और सथानीय सरकार क कलयाणकारी हसतकषप

क िहसस क रप म आवशयक सवा क नटवकर का िवसतार करन क िलए हो सकता ह शहर स लौट शरिमक को अवशोिषत करन क िलए हमारी गरामीण अथर वसथा की कषमता बहत ही कम ह और इन शरिमक को एक सभय जीवन परदान करन क िलए किष की वहायरता सिदगध ह वासतव म इनम स कई शरिमक न अपन पारपिरक कायर खत कषतर को छोड़ िदए ह ग कय िक किष स आय उनक अिसततव क िलए अपयार रही होगी

फरािसस द ा वजञाअिभ lsquoएससीrsquo

4

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

कोणाकर का सयर मिदर भारत क परिस मिदर म स एक ह यह उड़ीसा का सबस परिस पयरटन सथल ह वषर 1984 म यनसको न इस िव धरोहर सथल

घोिषत िकया था यहा पर िहद धमर क सयर दवता की पजा की जाती ह यह ओिडशा राजय क परी शहर स लगभग 35 िकलोमीटर दर चदरभागा नदी क तट पर

िसथत ह यह मिदर अपनी िवशालता िनमारण सदरता वासतकला और मितकला क िलए अि तीय और ओिडशा की वासतकला की सदरता को परदिशत करता ह मिदर का वासतकला इसक आकषरण का कदर ह जो वासतव म एक रथ का आकार ह समपणर मिनदर सथल को बारह जोड़ी पिहय पर सात घोड़

ारा सचािलत रथ क रप म बनाया गया ह कोणाकर सयर मिनदर को बलक पगोडा क रप म भी जाना जाता ह

कोणाकर मिदर का िनमारण 13 व शताबदी क मधय म

गगा राजवश क राजा नरिसमहदव परथम ारा िकया गया था यह मिदर 1200 कारीगर की मदद स

बनाया गया था िजसका नततव मखय वासतकार िबश महाराणा न िकया था इितहास क अनसार मिदर क िनमारण को परा करन क िलए राजा न 5 साल की समय सीमा िनधारिरत िकया था लिकन जस-जस बारह साल क अत क करीब पहच गया िनमारण परा होन क करीब था अचानक मखय वासतकार िवश महाराणा और उनक कारीगर को

कलश (मिदर का ताज पतथर) को उिचत िसथित म

रखन म किठनाई का सामना करना पड़ा राजा नरिसहदव न सबह तक की समय-सीमा की घोषणा की थी िवफल होन पर सभी 1200 कारीगर मार

जाएग और पिरयोजना क मखय वासतकार होन क नात िवश महाराणा परशान थ उस समय िवश

महाराणा का 12 साल का बटा धमरपद अपन िपता

स िमलन आया था यह सनकर धमरपद न तरत ऊपर की तरफ उठ गया और उसन तरत उस चीज को ठीक करवाया और कलश को उसक उिचत िसथित म रख िदया मिदर क परा होन को दखकर सभी कारीगर बहत खश हए लिकन उनह अपन सवय क

जीवन क िलए डर था यिद राजा को पता चला िक एक बचच न उनक बजाय काम परा कर िलया ह उनह न माग की िक धमरपद को मार िदया जाए अत म धमरपद न सभी कारीगर क जीवन को बचान क

िलए और सबका मान रखन क िलए मिदर क शीषर

पर चढ़ गया और अपन जीवन का बिलदान करन क िलए समदर क गहर नील पानी म कद गया

एक यवा लड़का िजसन अब तक का सबस बड़ा मिदर बनाकर सव चच वभव परा िकया उसन दसर क

जीवन को बचान क िलए खद को बिलदान कर िदया सकड़ वष क बाद सयर मिदर बबारद हो गया ह

लिकन धमरपद अब भी िकवदती म और ओिडशा क हर कारीगर की महतवाकाकषा म जीिवत ह

हाशीष दाश पसतकालय सहायक एrsquo

ईशान 5

मरी मा

मा एक साधारण नारी कया-कया नह करती वह

नौकरी करती घर सभालती पर मह स कभी भी आह न करती

दफतर स जब घर वह आती

उनकी गोदी म िसर रख दती म खदकी थकान को भला वह एकटक मझ िनहारन लगती खाना बनाती हम पढ़ाती

कभी िकसीको अपनी था न कहती

च ान जसी मजबत वह लगती पानी जसी कभी बहन वह लगती

मन म उनक कया चलता ह कभी उस वह कत न करती

अभी सोचती ह तो लगता ह मा नह एक साधारण नारी

वह तो ह एक तयाग की मरत ममता म िलपटी एक पयारी सरत

शरीमती रखा भराली गोगोई वजञािनकअिभयता lsquoएस ई

6

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ldquoिशकषा कrdquo शरी च य महापरभ क ारा िलिखत

चतनय महापरभ का जनम सवत १५४२ िवकरमी की फालगनी पिणमा होली क िदन बगाल क नव ीप नगर म हआ था उनक िपता का नाम पिडत जग ाथ िमशर और माता का नाम शचीदवी था िपता िसलहट क रहनवाल थ नव ीप म पढ़न क िलए आय थ भगवान शरी गौरसनदर चतनय महापरभ न अपन िशषय को शरीकषण-तततव पर गरनथ की रचना करन की आजञा दी िजसका पालन उनक अनयायी आज तक कर रह ह वासतव म शरी चतनय महापरभ ारा िजस दशरन िक िशकषा दी गयी उस पर हई ाखयाए परम िवसतत एव सदढ़ ह य िप भगवान चतनय महापरभ अपन यवावसथा म ही परम िव ान क रप म िवखयात थ िकनत उनह न हम कवल आठ ोक ही परदान िकय िजनह ldquoिशकषा कrdquo कहत ह इन आठ ोक म शरीमनमहापरभ न अपन परयोजन को सप कर िदया ह इन परम मलयवान पराथरना का यहा मलरप एव अनवाद परसतत िकया जा रहा ह

चतोदपरणमाजरन भव-महादावािगन-िनवारपणम

शरयःकरवचिनदरकािवतरण िव ावध-जीवनम आनदामबिधवधरन परितपद पणारमतासवादनम

सवारतम पन पर िवजयत शरीकषण-सकीतरनम १

अनवाद शरीकषण-सकीतरन की परम िवजय हो जो हदय म वष स सिचत मल का माजरन करन वाला तथा बारमबार

जनम-मतय रपी दावानल को शात करन वाला ह यह सकीतरन यजञ मानवता क िलए परम कलयाणकारी ह कय िक

चनदर-िकरण की तरह शीतलता परदान करता ह समसत अपराकत िव ा रपी वध का यही जीवन ह यह आनद क

सागर की वि करन वाला ह और िनतय अमत का आसवादन करान वाला ह १

ना ामकािर बहधा िनज सवर शिकतसततरािपता िनयिमतः समरण न कालः एतादशी तव कपा भगवनममािप ददवमीदशिमहाजिन नानरागः२

अनवाद ह भगवन आपका मातर नाम ही जीव का सब परकार स मगल करन वाला ह-कषण गोिवनद जस आपक लाख

नाम ह आपन इन नाम म अपनी समसत अपराकत शिकतया अिपत कर दी ह इन नाम का समरण एव कीतरन करन म

दश-काल आिद का कोई भी िनयम नह ह परभ आपन अपनी कपा क कारण हम भगव ाम क ारा अतयत ही सरलता

स भगवत-पराि कर लन म समथर बना िदया ह िकनत म इतना दभारगयशाली ह िक आपक नाम म अब भी मरा अनराग

उतप नह हो पाया ह २

तणादिप सनीचन तरोरिप सिहषणना अमािनना मानदन कीतरनीयः सदा हिरः ३

ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

10

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

28

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

30

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

32

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

34

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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  • Main body Hindi

lsquoिहिहदी पखवााड़ा उतसवrsquo और lsquoिहदी

ी तकनीकी सगो ी 20019rsquo की ततसवीर

इस अक मhelliphelliphellip

अनकरमिणका

िनदशक का सदश i

परधान कािमक एव सामानय परशासन ii

सपादक की कलम स

ससथान एक झलक

iii iv

1 रोजगार म कोिवड-19 क परभाव स मजदरो क जीवन म सधार

2

2 ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

4

3 मरी मा 5

4 िशकषा कम शरी चतनयमहापरभ 6

5 लॉककडाउन क बाद की एक भरमनकथा 8

6 सतकर भारत सम भारत 10

7 पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

13

8 अथक पिरशरम का पथ धर लो 15

9 सममान और उपलिबधया 16

10 आनतिरक सघषर 17

11 किवता समनhelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 18

12

13

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

दिनक जीवन म योग

19

25

14 पकवान (गोभी मचिरयन बनान की िविध)helliphellip 26

15 बट भाषा स एक कहा ह ग 27

16 हासय-िवनोद helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 28

17 एनईसक की उललखनीय गितिविधया 29

18 बाल-िचतरकला 31

ईशान अक 1 जनवरी 2021

िहदी गह पितरका उ र पव अतिरकष उपयोग कदर )एनईसक(

मखय सरकषक शरी पीएलएन राज

सरकषक

शरी एसकज अबदल अज़ीज़

सपादक मडल

मख प पिरदशय क िचतर का शरय (सवग य) शरी कोशी कोशी सवािनव आईपीएस सरोतhttpscommonswikimediaorgwindexphpcurid=58812540 डॉ रोककी पबम वजञाअिभrsquoएसईrsquo क ारा पितरका

की रपरखा और अिभनयास

शरी अजन दबनाथ वजञाअिभrsquoएसईrsquo क ारा पितरका क शीषरक का चयन

कपया अपन सझाव एव परितिकरया भज सपकर कर

सपादक मडल lsquoईशानrsquo िहदी अनभाग

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर )एनईसक( अतिरकष भवन भारत सरकार

उिमयम 793103 िशलाग मघालय

शरी अवनीश शकला डॉ कसतरी चकरवत

डॉ पबम रॉकी शरी अजन दबनाथ

शरी हाशीष दाश शरीमती निमता रानी पाल िमतर

ी अजन दबनाथ ी अजन दबनाथ

ईशान

िनद

उ र पवकषतर जसपरबधन समहतवपणरकाफी बढ़हए गिति

यह वषर एआयोजन

उपयोगकसाथ एक परसतत कर

िकसी भीह एक भसपरषक औिदन-परितअधीन कहए उ र

हमार कदरपरसकार राजभाषा

परित हमासबधी जा

आशा ह ियह पितरक

शभकामन

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व अतिरकष उपस ndash भारत क उसहायता आिद णर परगित की हढ़ गई ह और मिविधया शर की

एनईसक क िल पहली बार ब

कतार पिरयोजनक और महतवपणरत हए अतयत

ी सवाधीन दश भाषा क रप मऔर पिरचायकतिदन बढ़ता जकायारलय म अि

पव अतिरकष

दर को पव र परा हआ थाा िहदी क परसा

ारा कदर सदव सानकािरय क स

िक आप सभी का और अिधक

ना सिहत

की कलम

पयोग कदर (एनउ र पव कषतरक िलए िवक

वषर 2019-2

महतवपणर पिरयोकी गई ह

िलए कई गितिवबीआईएमएसट

ना क िवसताणर घटना को जपरस ता हो र

क िलए जो मम िहदी न िसफ

क भी ह आज जा रहा ह भार

िधक स अिधकउपयोग कदर क

कषतर क िलए व िनरतर दो वार ndashपरचार क पर

सजग रहा ह औसाथ हमारी पर

परब पाठक क िवकिसत और

म स

नईसक) न अततर(एनईआर) म कास सहायता 2020 क दौरानयोजना की स

िविधय क साटईसी (बीमसटार और कषमता जोड़त हए मझरही ह

महतव उसक रफर भारत की पअिधकतम इलरत सरकार काक कायर िहदी मकी यह परथम िह

वषर 2016-20

वषर परथम परसपरित हमार दाि

और इसी क पिरपरथम गह पितरक

को हमारा यहर सम हो सक

तिरकष िवभागपराकितक ससगितिविधय हन कई नई पिसखया को परा

थ पव र कटक) परिशकषण ा िनमारण क िलझ आप सभी क

रा ीय धवज औपहचान ह बिल

लकरॉिनक माधया राजभाषा िवम हो इसी बढ़िहदी गह पितरक

17 और 2017

सकार की परािियतव को भी औ

िरणाम सवरप का ईशान समिप

ह परयास पसद कगी

ग भारत सरकसाधन परबधन

हत अतिरकष परिरयोजना ककरत हए एनई

क उपयोगकतार पा करम आय

िलए एक घटनाक समकष एनईस

और रा ीय गानिलक यह हमारयम इटरनट िवभाग इस िदशढ़त िहदी क परका lsquoईशानrsquo सम

7-2018 क िलएि हमार लगनऔर अिधक बढ़

हम हमार कदरिपत करत ह

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न का ह वही उर ससकित ससकवबसाईट आिदशा म परयासर

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ए कषतरीय राजन और पिरशरमढ़ाता ह राजभ

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लाभ को लनी वजञािनक गि8 राजय़ को क

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इनही महतवपणरगह पितरका ldquoई

उसकी राजभासकार की सचचीिद म भी िहदी रत ह िक कदर सअिधक परोतसा

जभाषा परसकारम को दशारता हभाषा िहदी क

राजभाषा और

व और िवचार

( पीएल

i

महतवपणर ना आपदा न म बहत ितिविधया कवर करत

सगो ी क ोग कषतर म

णर काय क ईशानrdquo को

ाषा का भी ी सवाहक का परयोग सरकार क ािहत करत

र म परथम ह साथ ही िवकास क

अनपरयोग

र क ारा

लएनराज )

ii

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सदश

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) उिमयम भारत क उ र पव कषतर म िवकासातमक गितिविधय का समथरन करन क िलए अतिरकष िवजञान एव परौ ौिगकी ारा उललखनीय परगित करन क साथ ही भारत सरकार क राजभाषा नीितय का अनपालन सिनि त करन और कदर क कायारलयीन काम-काज म िहदी क परयोग को बढ़ावा दन क िलए भी परयासरत ह कदर क राजभाषा कायारनवयन सिमित क परयास स इस वषर िव िहदी िदवस क अवसर पर एनईसक अपन िहदी गह पितरका क परथम अक का परकाशन करन जा रहा ह

गह पितरका समसत एनईसक पिरवार क परयास का परितफल ह गह पितरका क माधयम स एनईसक पिरवार क सदसय ारा अपन िवचार को सहज रप स अिभ कत करन का अवसर िमला ह गह पितरका क परथम अक क सफल परकाशन पर समसत एनईसक पिरवार को हािदक शभकामनाए

जय िहद जय िहदी

(एसक ज अ दल अज़ीज)

परधान का एव सा परशा

ईशान iii

सपादक क कलम स

हम उ र-पव अतिरकष उपयोग कनदर (एनईसक) की िहदी गह पितरका lsquoईशानrsquo क

परथम अक को अतयत हषर क साथ परसतत कर रह ह इस वषर एनईसक म िव िहदी िदवस क अवसर पर िहदी स ाह का आयोजन िकया जा रहा ह एव इसी उपल य म िहदी गह पितरका क परथम अक का भी परकाशन िकया जा रहा ह पितरका ारा न कवल कनदर क कमरचारी बिलक उनक पिरवार क सदसय को भी अपनी भावना को अिभ कत करन का अवसर परदान िकया गया ह

पितरका क परकाशन की पररणा एनईसक राजभाषा कायारनवयन सिमित ारा िमली एव िनदशक महोदय न परकाशन हत परिरत भी िकया िजसक फलसवरप पितरका को आकार एव सवरप िमला पितरका क सभी लख रिचकर एव आकषरक ह तथा पितरका क माधयम स एनईसक म आयोिजत की जान वाली िविभ वजञािनक एव राजभाषा गितिविधय की जानकारी भी दी गई ह सपादक मडल पितरका क परकाशन कायर म सहयोग परदान करन क िलए एनईसक पिरवार का आभार परकट करता ह

इस पितरका क पाठक स हमारा िनवदन ह िक व इस अक म परकािशत सभी लख क बार म अपनी परितिकरयाए अवशय भज पितरका को बहतर बनान क िलए आपक सझाव आवशयक परामश का सदव सवागत िकया जायगा

ldquoआकलप रिवमव भासवनकरी ईशानrdquo

(यह ईशान कलपपयरनत सयर क समान परकािशत होता रह)

16 जनवरी 2021

iv

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

भारत सरकार अतिरकष िवभाग

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक)

ससथान एक झलक

1 परसतावना उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) अतिरकष िवभाग भारत सरकार तथा उ र पव पिरषद (उपप) क सयकत पहल मघालय सोसायटी पजीकरण अिधिनयम 1983 क अतगरत एक सोसायटी ह कदर न अतिरकष िवजञान और अतिरकष परौ ोिगकी का उपयोग करत हए भारत क पव र कषतर (एनईआर) क आठ राजय को 19 साल स अिधक समिपत सवाए परदान की ह कदर क परमख उ शय ह ndash 1 कषतर क पराकितक ससाधन और अवसरचना िनयोजन क िवकास परबधन पर गितिविधय का समथरन करन क िलए एक पिरचालन सदर सवदन और भौगोिलक सचना परणाली की सहायता स पराकितक ससाधन सचना का आधार परदान करना 2 कषतर क िशकषा सवासथय दखभाल आपदा परबधन सहायता और िवकास सबधी पिरचालन (परचालनी) उपगरह सचार अनपरयोग सवाए परदान करना 3 अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कषतर म अनसधान करना और एनईआर क िविभ शकषिणक ससथा क साथ यतरीकरण हब और नटविकग सथािपत करना 4 आपदा परबधन क िलए सभी सभव अतिरकष आधािरत समथरन क िलए िसगल िवड िडलवरी को सकषम करना 5 भ-सथािनक परौ ोिगकी क कषतर म कषमता िनमारण क िलए एक कषतरीय सतर पर अवसरचना सथािपत करना

2 सगठनातमक सरचना एनई-सक की सभी नीितय मामल ापार का िनणरय एनई-सक सोसायटी ारा िकया जाता ह अधयकष एनईसी एनई-सक सोसायटी की अधयकषता करत ह और सिचव अिवअधयकष इसरो इसक उपाधयकष ह सोसायटी क अनय सदसय ह ndash सिचव एनईसी आठ पव र राजय क मखय सिचव अिव क विर वजञािनक एनईसी क अिधकारीगण और पव र क िशकषािवद सोसायटी की सलाह क तहत एक शासी पिरषद (जीसी) सोसायटी कदर की गितिविधय का परबधन करती ह सिचव अिव अधयकष इसरो इस जीसी क अधयकष ह सिचव एनईसी वकिलपक अधयकष ह मखय सिचव मघालय एनईआर राजय सरकार क परितिनिधगण और इस कषतर म कदर सरकार एजिसय क परितिनिध जीसी क अनय सदसय ह

3 कायर और गितिवधया कदर क वजञािनक कायरकरम कषतर की आवशयकता क अनसार िनदिशत होत ह और एनई-सक सोसायटी और शासन पिरषद ारा इसकी वािषक समीकषा की जाती ह चाल वषर क दौरान एनई-सक न पराकितक ससाधन क परबधन सरचनातमक योजना सवासथय िशकषा उपगरह सचार और वायमडल िवजञान अनसदान क कषतर म पव र राजय क कवर करन वाली कई पिरयोजना को िलया और उनह परा िकया कदर न इस कषतर म परयोकता एजिसय ारा परायोिजत कई अनपरयोग पिरयोजनाए लाग की ह इसरो अिव ारा िव पोिषत समिनवत रा ीय कषतरीय पिरयोजनाए भ-परकषण अनपरयोग िमशन (ईओ-ए) क तहत अनसधान और िवकास पिरयोजनाए आपदा जोिखम घटाव हत उ र पव कषतरीय नोड क तहत उपगरह सचार (सटकॉम) कायरकरम आपदा जोिखम िन ीकरण हत उ र पव कषतरीय नोड क तहत (एनईआर-डीआरआर) क तहत आपदा परबधन समथरन (डीएमएस) कायरकरम वायमडल िवजञान कायरकरम (एएसपी) क तहत अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कायरकरम

ईशान v

4 परमख उपलिबधया एनई-सक न भारत क उ र पव कषतर (एनईआर) म पराकितक ससाधन क परबधन अवसरचना िनयोजन आपदा परबधन समथरन आिद जस िविभ परमख कषतर क िलए अतिरकष परौ ोिगकी क लाभ को िवकिसत करन म बहत महतवपणर परगित की ह वषर 2019-2020 क दौरान कदर की वजञािनक गितिविधय म कई नई पिरयोजना गितिविधय म काफी वि हई ह जबिक वषर क दौरान कई पिरयोजना को परा िकया गया ह कदर रशम बोडर (सीएसबी) क दसर चरण म दश क 26 राजय को कवर करन वाल रशम उतपादन िवकास म सदर सवदन और जीआईएस क अनपरयोग पर परायोिजत पिरयोजना को राजय सदर सवदन कदर क सहयोग स सफलतापवरक परा िकया गया ह पिरयोजना क दसर चरण को सफलता पवरक परा करन और पिरयोजना एटलस और िसलकस पोटरल क रप म पिरयोजना आटपट को औपचािरक रप स जारी करन क िलए एनई-सक म 5-6 अगसत 2019 क दौरान एक रा ीय सतर की कायरशाला आयोिजत की गई थी एनई-सक और कदरीय मगा एरी अनसधान और परिशकषण ससथान (सीएमईआर व टीआई) क बीच एक सहयोगी पिरयोजना क भाग सवरप भ-सथािनक तकनीक का उपयोग करत हए चयिनत मगा रशमकीट रोग और कीट की परारिभक चतावनी क िलए एक िनणरय समथरन परणाली का िवकास िकया गया ह एनईआर म सीएसबी क उ र पव कषतर व सवधरन योजना (एनईआरटीपीसी) कायरकरम क तहत बनाई गई सपि की िजयो-टिगग पर एक नई पिरयोजना भी वषर क दौरान शर की गई ह पिरयोजना का पहला चरण ldquoपरतयक राजय क एक िजल म एक बागवानी फसल क कषतर क िवसतार क िलए िव षणrdquo पर सफलता पवरक भ-सचना (चमन) कायरकरम का उपयोग करत हए समिनवत बागवानी मलयाकन और परबधन क तहत परा िकया गया ह पिरयोजना क दसर चरण को एनईआर क 16 िजल म सभािवत बागवानी फसल क िलए साइट उपयकता िव षण क िलए िकया जा रहा ह पिरयोजना का दसरा चरण एनईआर क 16 िजल म सभािवत बागवानी फसल क िलए साइट उपयकता िव षण क िलए िकया जा रहा ह मघालय म सीसीई की योजना और िनगरानी क िलए कई पिरयोजना क िलए महतवपणर परगित हई जस चयिनत फसल का एकर अनमान और क मोबाइल एप का िवकास एनईआर (सफालम कायरकरम क तहत) म मकका कषतर और उतपादन अनमान मघालय म बलॉक वार साली धान (शीतकालीन चावल) कषतर की पहचान मघालय क पव खासी िहलस िजल म सतर क वकषारोपण क िलए उपयकत कषतर की पहचान मघालय की िजलवार िम ी की उवररता की िसथित का मानिचतरण मरसथलीकण और भिम कषरण िनगरानी वषर 2019-2020 क दौरान एनईआर और परि म बगाल आिद क छह राजय म भ ता आकलन

वािनकी म सदर सवदन अनपरयोग क कषतर म एनई-सक अरणाचल परदश म वन कायर योजना तयार करन क िलए आरएस और जीआईएस इनपट जसी िविभ पिरयोजना को अजाम द रहा ह िमज़ोराम म वन कायर योजना तयार करन क िलए भ-सथािनक तकनीक का वन क बढ़त सटॉक का आकलन मिणपर क िविभ िविभ वन परभाग म दावािगन का भ-सथािनक मलयाकन ितरपरा क मलिरया परवण धलाई िजल म झम कषतर मानिचतरण और िनगरानी आदरर भिम सरकषण की तयारी क िलए इनपट- उिमयम जलाशय मघालय का एक कस अधययन टाइम सीरीज सटलाइट डटा का उपयोग करक एनईआर की वनसपित फनलॉजी का िव षण काजीरगा रा ीय उ ान की भिम कवर गितकी एनईआर आिद जगल म उपरोकत ज़मीन क बायोमास क आकलन म एसएआर अनपरयोग बाढ़ की चतावनी परणाली (एफएलईडबलयएस) कायरकरम क तहत बाढ़ की चतावनी क िलए औसतन वषर-दर-वषर चतावनी सफलता सकोर 75 और 24 स 36 घट क सतकर नततव समय क िलए औसत अलटर परा िकया जा सकता ह यह पिरयोजना अब असम क सभी बाढ़ परभािवत िजल को राजसव सकर ल सतर म

vi

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

काररवाई योगय बाढ़ अलटर क साथ कवर करती ह एफएलईडबलयएस को अनय उ र पव राजय तक बढ़ाया जा रहा ह पायलट आधार पर 2019 क िलए मघालय और ितरपरा को कवर िकया गया था अनय परमख पिरयोजनाए जो जल ससाधन क कषतर म की जाती ह असम नदी एटलस की तयारी एनई भारत क िलए आईडबलयएमपी वाटरशड की िनगरानी और मलयाकन आिद ह शहर और अवसरचना िनयोजन क िहसस क रप म कदर न मासटर पलानिवकास योजना पिरवहन योजना शहरी सथल उपयकतता िव षण शहरी पयारवरण योजना आिद की तयारी म योगदान िदया ह िशलाग योजना कषतर क िलए जीआईएस आधािरत मासटर पलान िवकास योजना का िनमारण 14000 पमान पर 312 िकमी क कषतर को कवर िकया जाता ह समह ारा िकए जा रह कई अनय अनय अधययन कोिहमा शहर सीमा कषतर िवकास योजना मघालय और मघालय म खती झम खती को सथानातिरत करन क भ-सथािनक डटाबस क िनमारण क िलए जीआईएस आधािरत दि कोण ह मघालय म कोयला खनन स परभािवत कषतर की योजना और बहाली क िलए भ-सथािनक कषतर भ-सथािनक डटाबस तयार िकया गया ह कछ अनय महतवपणर अधययन जस भकप पवरत पहचान नदी की गितशीलता और मानस ndash बकी नदी क कटाव क िलए टीईसी िवसगितय का आकलन मघालय म टकटॉिनक अधययन क िलए मोफ टकटॉिनक िव शण 76 Mw पपआ नय िगनी भकप आिद स पहल आयनमडल म भकपीय गड़बड़ी आिद कदर ारा िलया गया ह उ र पव सथािनक डटा िरपोिजटरी (एनईएसडीआर) िविभ उपयोगकतार समह क लाभ क िलए बड़ी मातरा म डटा वब सवा अनपरयोग और बाहरी डटा िलक क साथ सम ह िविभ िवषय पर लगभग 558 डटासट नौ परमख शरिणय ndash आधार परशासिनक सचना अवसरचना भिमससाधन जल ससाधन सपि और उपयोिगता इलाक आपदा परबधन सहायता आदान और कायर योजना इनपट म उपलबध कराए जात ह कई अनय परमख पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की गई ह व ह- मलिरया और अनय िबमािरय क शीघर िनदान और उपचार क िलए मोबाइल आधािरत एकीकत िनगरानी परणाली भ-सथािनक परौ ोिगकी का उपयोग कर एनईआर म एनईसी िव पोिषत पिरयोजना योजवना की भ-टिगग और िनगरानी एनईआर क मखय िनवारचन अिधकािरय (सीईओ) क कायारलय क िलए चनाव ई-एटलस बीटीसी की योजना क िजयोटिगग क िलए िजयोटिगग डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग रशम उतपादन पिरसपि य क िजयोटिगग क िलए डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग मगा रोग परारिभक चतावनी परणाली िशलाग क िलए कराइम जीआईएस असम मदा िवभाग क िलए िजयोटिगग ऐप कोिवड 19 वब अनपरयोग आिद का िवकास कदर न यएवी सदर सवदन (यएवी-आरएस) और अनपरयोग क कषतर म अपनी गितिविधय का िवसतार िकया ह 3 डी िपरिटग तकनीक की परगित क साथ परायोिगक उ शय क िलए इन-हाउस िमनी यएवी िवकिसत िकए गए ह यएवी टीम न कछ अनठ अनपरयोग का परदशरन िकया ह जस िक िनरतर िनगरानी क िलए यएवी का िनमारण आपदा क समय दवा भोजन और राहत सामगरी छोड़न क िलए डरॉप ततर आिद टीम न वषर 2019-2020 म एनईआर और दश क कछ अनय कषतर म िविभ उपयोगकतार िवभाग क िलए 14 स अिधक यएवी सवकषण िकए ह एनई-सक न आईआईएससी बगलर क साथ िमलकर एक उड़ान म कई सथान स कई पानी क नमन एकतर करन क िलए एक उभयचर यएवी िवकिसत िकया ह कदर न सामानय ल य को परा करन क िलए सवराज डरॉन क एक नटवकर को िवकिसत करन क िलए कज सौमया कॉलज ऑफ इजीिनयिरग क साथ सहयोग िकया ह अनय महतवपणर पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की जाती ह व ह- महादव-तोलोई-फटर सड़क क िनमारण क उपयकत मागर सरखण योजना क आधार पर आरएस और जीआईएस मघालय पर बड़ पमान पर सवकषण और सामदाियक सामदाियक आरिकषत वन का मानिचतरण उिमयम झील मघालय क िलए यएवी का उपयोग करक वटलड सवकषण और मानिचतरण तथा लिलतपर उ र परदश लिलतपर म िगरार िरज का सवकषण और मानिचतरण आिद

ईशान vii

उपगरह सचार क कषतर म एनई-सक इसरो क सामािजक िवकास कायरकरम जस- टली-िशकषा टली- िचिकतसा आपातकालीन सचार परणाली को उपगरह सचार परौ ोिगकी क उपयोग क माधयम स कायारिनवत कर रहा ह एनई-सक न कषतर म दरसथ िशकषा और दरसथ सवासथय सवा क िलए ापक नटवकर सथािपत िकया ह सिवधाए जसी- सामगरी उतपादन क िलए सटकॉम सटिडय आपातकालीन सचार क िलए पिरवहनीय डबलयएलल-वी-सट इसरो-डीएमएस वीपीएन नटवकर क तहत पराथिमक नोड टली-िशकषा नटवकर क तहत सटलाइट इटरएिकटव टिमनल अनय इसरो कदर क बीच सरिकषत सचार क िलए सपसनट सयोजकता का-बड परचार परयोग सिवधा इसरो ारा िवकिसत मोबाइल उपगरह सवा टिमनल आिद एनई-सक म उपलबध ह उ र पव राजय म टली-िशकषा पिरयोजना क तहत सभी सात हब(एचयबी) सह िशकषण अत और 329 उपगरह अनयोनयिकरया टिमनल (एसआईटी) सभी पव र राजय म चाल ह इन नटवक ारा 2019-2020 म सकड़ लाइव और िरकॉडर िकए गए कायरकरम का परसारण िकया गया और 50000 स अिधक छातर अनय समह को इन नटवक ार लाभािनवत िकया गया एनई-सक आपातकालीन सचार क िलए जीसट-6 उपगरह क तहत कई उपगरह मोबाइल रिडय (एसएमआर) और सटसटीव टिमनल स ससिजजत ह इसरो-ओनरा- सीएनईएस सयकत का-बड परसार परयोग उपगरह सचार म भ-सचार क उपयोग क िलए का-बड सकत क परसार पर वायमडलीय परभाव का आकलन करन क िलए एनई-सक पर पिरचालन कर रहा ह अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कषतर म एनई-सक म समह भारत क पव र कषतर क िलए लघ और मधयम शरणी क मौसम पवारनमान म सधार करन क िलए अनसधान म लग हए ह और गभीर मौसम पवारनमान म सधार पर धयान किदरत करत ह तिड़त पवारनमान सिहत समह की एक और परमख गितिविध ह इसक अलावा समह परमक आपदा जस ndash बाढ़ गभीर तफान तिड़त आिद क परबधन और एसबड पोलारीमिटरक रडार सवचािलत मौसम कदर उपगरह सखयातमक मॉडल आिद स डटा का समथरन और महतवपणर इनपट परदान करता ह समह ारा िकए जा रह अनय अधययन ह- एक पहाड़ी इलाक म ऐरोसॉल को अवशोिषत करन की लबवत रपरखा पव िहमालयी कषतर म ऐरोसॉल लकषण वणरन उिमयम और तवाग पर ऐरोसॉल की कषतरीय िवशषताए पहाड़ी सटशन पर कलाउड माइकरोिफिशयल गण पर अधययन धरवीय मापी डॉपलर मौसम रडार का उपयोग कर मानसन पवर मौसम परणाली का अवलोकन और िव षण डबलयआरएफ मॉडल का उपयोग करत हए मानसन िसमलशन म इनसट-3डी रिडएस आतमसात का परभाव डीडबलयआर डटा क परतयकष और अपरतयकष रप स अपरतयकष उपयोग क साथ डीडबलयआरएफ मॉडल क ारा भारत क एनईआर पर गरज का िसमलशन भारत क एनईआर क ऊपर सथान आधािरत तिड़त वतारनमान सधार ितरपरा क अबासा कषतर म मलिरया महामारी पर मौसम सबधी मापदड क परभाव का अधययन एनई-सक िवशष रप स एनई कषतर स उपयोगकतार िवभाग िशकषािवद और छातर क समदाय की माग को सबोिधत करत हए अपनी अपनी आउटरीच गितिविधय का िवसतार कर रहा ह इस वषर क दौरान िविभ िवषय पर कई परिशकषण कायरकरम और कायरशालाए जस िक आरएस व जीआईएस का आधारभत सदर सवदन और कई और सफलता पवरक सप हई ह बड़ी सखया म छातर अपन बाहरी पिरयोजना कायर क िलए एनई-सक का चयन करत ह इसक अलावा बड़ी सखया म िविभ शकषिणक ससथान का परितिनिधतव करन वाल छातर न वषर क दौरान अपन अधययन दौर कायरकरम क एक भाग सवरप म एनई-सक का दौरा िकया ह इसरो lsquoयवा वजञािनक कायरकरम यिवकाrsquo का आयोजन 13 मई स 25 मई 2019 तक िकया गया था इस कायरकरम म अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोरम नागालड िसिककम ितरपरा और पि म बगाल परतयक स तीन छातर न भाग िलया ह

viii

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉ िवकरम साराभाई की जनम शताबदी को िचिहनत करन क िलए इसरो क रा ापी िवकरम साराभाई शताबदी कायरकरम क एक भाग क रप म एनई-सक न 2 स 4 जनवरी 2020 तक ितरपरा मघालय और िसिककम म तीन ऐस कायरकरम आयोिजत िकए करमशः 25-26 जनवरी 2020 और 4-6 माचर 2020 20-22 नवबर क दौरान उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) और नॉथर इसटनर िहल यिनविसटी (नह) ारा सयकत रप स भारतीय भिमितकी सोसायटी (आईएसजी) और भारतीय सदर सवदन ससथान (आईएसआरएस) ldquoएनईआर पर िवशष जोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी म नवाचारrdquo पर रा ीय सगो ी का आयोजन िकया गया था

ईशान

परोफ़स

परोफ़सर जनवरी वातिरकषभारत मजनक क

शरीनगर भारत मम सपसफल औिवकषोभ शोधकतारउपरानत अनसधान

उनह न गरसचार पइनसट-एभारतीयपरमोचन परणािलय

सर सती

सतीश धवन2002) एक

कष इजीिनयर म परयोगातमक

रप म मान

र म जनम परोम एव आग च हई व भा

और सवदशी िवऔर पिरसीमार म स ए

वह 1972न सगठन (इस

गरामीण िशकषापर अगरगामी परएक दरसचाय सदर सवदन

यान (पीएसय का मागर पर

ीश धवन

न (25 िसतबक भारतीय

थ उनह क तरल गितकी

जात ह

परो सतीश धचलकर सयकतारतीय अतिरिवकास का नतमा परत क एक थ एम2 म भारतीसरो) क तीस

कषा सदर सवदपरयोग िकए उार उपगरह

न उपगरह औरसएलवी) जसीपरशसत हआ िज

बर 1920 ndash

गिणतजञ औापक रप

की अनसधान

धवन की िशकषकत रा अमिरकरकष कायरकरम नततव करत ह

कषतर क परखयजीकमनन

तीय अतिरसर अधयकष बन

दन और उपगरउनक परयास

आईआरएसर धरवीय उपगरी परचालनातम

िजसन भारत क

3

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उमिदशरीउग

सकपरौअसरख

परोिसआकमम

अतिरकष की यखड़ा कर िदया

उनकी मतय 3 मतय क बाद दिदशा म लगशरीहिरकोटा उपगरह परकषपणगया

सतीश चदर धनका नाम उनकपरौ ोिगकी अिभयितरकी भसतीश धवन खखा गया ह

परो सतीश धविसतमबर 202आयोिजत िककायरकरम म उमनान क िलए म कायरकरम का

यातरा करन वा

जनवरी 200दिकषण भारत

गभग 100 िआधर परदश

ण कदर क रप

नव राजकीयक नाम पर रससथान

भवन का नामखड आईआ

वन का जनम 20 को वचरअकया गया थाउनक ारा िद

इसरो मखयाा आयोजन िक

वाल रा क

02 को बगलत क च ई किकमी की

म िसथत म पननारमकर

य कॉलज फॉररखा गया हरोपड़ म म भी उनक

आईटी रोपड़ क

शताबदी कायअल मोड क मा भारतीय

िदए गय योगालय अतिरकषकया गया था

1

क सघ म

लर म हई की उ री दरी पर भारतीय

रण िकया

र बवायज भारतीय

याितरक नाम पर

क रप म

यरकरम 25 माधयम स

अतिरकष गदान को कष िवभाग

2

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

रोजगार म कोिवड-19 क परभाव स मज़दरो क जीवन म सधार अथर वसथा क सकचन स रोजगार की िसथित म सकट उतप हो रहा ह िजसक कारण रोज़गार दन क नवीन कषतरो म कमी आ रही ह इस पिरिसथित स िनपटन क िलय भारत सरकार न रोज़गार lsquoगरीब कलयाण रोज़गार अिभयानrsquo जन म शर िकया गया ह िजसका उ शय गरामीण भारत म आजीिवका क नय अवसर परदान करना ह यह रोज़गार योजना एक तातकािलक राहत हो सकती ह परनत सभय शहरी नौकिरय का िवकलप नह हो सकती

रोज़गार क अवसर उपलबध करान क िलए कदम

शहरी कषतर म शरिमक की आजीिवका को सरिकषत करन क िलए दो चनौितया नीितगत हसतकषप करती ह

सबस पहल अिधकािधक रोजगार क अवसर उपलबध कराय जाय

और दसरा अचछी मजदरी एव कायरसथल की सगमता क िलए बिनयादी सिवधा का परसार करत हए रोजगार क कमी को दर िकया जाना वतरमान सकट क िलए शहरी रोजगार क म स िनपटन क िलए एक बह-आयामी रणनीित का

िनधाररण करना

पहला ततव शहरीकरण क पमान को दखत हए शहरी रोज़गार सजन कायरकरम पर धयान सथानीय सरकार क समनवय स होना चािहए जो शहर ारा सामना की जान वाली अनय समसया को हल करन क िलए महतवपणर ह चिक य समसयाए किठन ह सथानीय सतर पर इनका समाधान करन क िलए अिधक ससाधन की आवशयकता होती ह चन गए परितिनिधय

टरड यिनयन उ िमय और सामदाियक समह

को शािमल करक सथानीय गठबधन क गठन स ससाधन जटाए जा सकत ह

दसरा ततव सथानीय पहल स रोज़गार-गहन

िनवश नीितय की रपरखा बनाना एव कायारिनवत करना इन नीितय को सरकार क साथ-साथ िनजी उ िमय क पहल को भी गल

लगाना चािहए शरम और पजी क बीच अनकल सिवदातमक सबध ारा िनजी िनवश को सगम बनान की आवशयकता ह परौ ोिगकी और उतपादकता वि स सबिधत म पर शरिमक और उ िमय क िहत को पिरवितत करन क साथ उ म िनमारण क रणनीित का एक अिभ अग बनान की आवशयकता ह औ ोिगकीकरण का आधार लघ और स म उ ोग क िलए अितिरकत सहायता की आवशयकता ह िजसस शरम और पजी क बीच िहत को सतिलत िकया जा सक

तीसरा ततव शहरी बिनयादी ढाच को पराथिमकता दना होगा कय िक यह सथानीय अथर वसथा म कल िनवश का एक बड़ा िहससा ह

हालािक इनम स अिधकाश िनवश शायद ही कभी आधािरक सरचना गरीब शहरी िनवािसय को लाभािनवत करत होग कय िक आवास सड़क सीवरज और पानी की वसथा उनकी आवशयकता क िलए अपयार ह नगर िनगम क बिनयादी ढाच क िनमारण क िलए एक शरम-गहन दि कोण पजीगत गहन-दि कोण क िलए

एक लागत परभावी िवकलप हो सकता ह कय िक मज़दरी दर कम ह आधािरक सरचना िनवश रोज़गार सजन कमाई उतप करगा एव छोट

ईशान 3

उ म िनमारण म योगदान दगा कम-लागत वाल

आवास का िनमारण एक गितिविध ह िजसस शरम-गहन तरीक का सदउपयोग िकया जा सकता ह

चौथा ततव भारत क समसत शहर एव कसब म बड़ पमान पर िचिकतसा सवासथय और सवचछता क बिनयादी ढाच क िनमारण की िदशा म उनमख एक शहरी रोज़गार योजना का ततकाल शभारभ करना जो रोज़गार सजन क अनय कषतरो म राजय और सथानीय सरकार क कलयाणकारी हसतकषप

क िहसस क रप म आवशयक सवा क नटवकर का िवसतार करन क िलए हो सकता ह शहर स लौट शरिमक को अवशोिषत करन क िलए हमारी गरामीण अथर वसथा की कषमता बहत ही कम ह और इन शरिमक को एक सभय जीवन परदान करन क िलए किष की वहायरता सिदगध ह वासतव म इनम स कई शरिमक न अपन पारपिरक कायर खत कषतर को छोड़ िदए ह ग कय िक किष स आय उनक अिसततव क िलए अपयार रही होगी

फरािसस द ा वजञाअिभ lsquoएससीrsquo

4

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

कोणाकर का सयर मिदर भारत क परिस मिदर म स एक ह यह उड़ीसा का सबस परिस पयरटन सथल ह वषर 1984 म यनसको न इस िव धरोहर सथल

घोिषत िकया था यहा पर िहद धमर क सयर दवता की पजा की जाती ह यह ओिडशा राजय क परी शहर स लगभग 35 िकलोमीटर दर चदरभागा नदी क तट पर

िसथत ह यह मिदर अपनी िवशालता िनमारण सदरता वासतकला और मितकला क िलए अि तीय और ओिडशा की वासतकला की सदरता को परदिशत करता ह मिदर का वासतकला इसक आकषरण का कदर ह जो वासतव म एक रथ का आकार ह समपणर मिनदर सथल को बारह जोड़ी पिहय पर सात घोड़

ारा सचािलत रथ क रप म बनाया गया ह कोणाकर सयर मिनदर को बलक पगोडा क रप म भी जाना जाता ह

कोणाकर मिदर का िनमारण 13 व शताबदी क मधय म

गगा राजवश क राजा नरिसमहदव परथम ारा िकया गया था यह मिदर 1200 कारीगर की मदद स

बनाया गया था िजसका नततव मखय वासतकार िबश महाराणा न िकया था इितहास क अनसार मिदर क िनमारण को परा करन क िलए राजा न 5 साल की समय सीमा िनधारिरत िकया था लिकन जस-जस बारह साल क अत क करीब पहच गया िनमारण परा होन क करीब था अचानक मखय वासतकार िवश महाराणा और उनक कारीगर को

कलश (मिदर का ताज पतथर) को उिचत िसथित म

रखन म किठनाई का सामना करना पड़ा राजा नरिसहदव न सबह तक की समय-सीमा की घोषणा की थी िवफल होन पर सभी 1200 कारीगर मार

जाएग और पिरयोजना क मखय वासतकार होन क नात िवश महाराणा परशान थ उस समय िवश

महाराणा का 12 साल का बटा धमरपद अपन िपता

स िमलन आया था यह सनकर धमरपद न तरत ऊपर की तरफ उठ गया और उसन तरत उस चीज को ठीक करवाया और कलश को उसक उिचत िसथित म रख िदया मिदर क परा होन को दखकर सभी कारीगर बहत खश हए लिकन उनह अपन सवय क

जीवन क िलए डर था यिद राजा को पता चला िक एक बचच न उनक बजाय काम परा कर िलया ह उनह न माग की िक धमरपद को मार िदया जाए अत म धमरपद न सभी कारीगर क जीवन को बचान क

िलए और सबका मान रखन क िलए मिदर क शीषर

पर चढ़ गया और अपन जीवन का बिलदान करन क िलए समदर क गहर नील पानी म कद गया

एक यवा लड़का िजसन अब तक का सबस बड़ा मिदर बनाकर सव चच वभव परा िकया उसन दसर क

जीवन को बचान क िलए खद को बिलदान कर िदया सकड़ वष क बाद सयर मिदर बबारद हो गया ह

लिकन धमरपद अब भी िकवदती म और ओिडशा क हर कारीगर की महतवाकाकषा म जीिवत ह

हाशीष दाश पसतकालय सहायक एrsquo

ईशान 5

मरी मा

मा एक साधारण नारी कया-कया नह करती वह

नौकरी करती घर सभालती पर मह स कभी भी आह न करती

दफतर स जब घर वह आती

उनकी गोदी म िसर रख दती म खदकी थकान को भला वह एकटक मझ िनहारन लगती खाना बनाती हम पढ़ाती

कभी िकसीको अपनी था न कहती

च ान जसी मजबत वह लगती पानी जसी कभी बहन वह लगती

मन म उनक कया चलता ह कभी उस वह कत न करती

अभी सोचती ह तो लगता ह मा नह एक साधारण नारी

वह तो ह एक तयाग की मरत ममता म िलपटी एक पयारी सरत

शरीमती रखा भराली गोगोई वजञािनकअिभयता lsquoएस ई

6

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ldquoिशकषा कrdquo शरी च य महापरभ क ारा िलिखत

चतनय महापरभ का जनम सवत १५४२ िवकरमी की फालगनी पिणमा होली क िदन बगाल क नव ीप नगर म हआ था उनक िपता का नाम पिडत जग ाथ िमशर और माता का नाम शचीदवी था िपता िसलहट क रहनवाल थ नव ीप म पढ़न क िलए आय थ भगवान शरी गौरसनदर चतनय महापरभ न अपन िशषय को शरीकषण-तततव पर गरनथ की रचना करन की आजञा दी िजसका पालन उनक अनयायी आज तक कर रह ह वासतव म शरी चतनय महापरभ ारा िजस दशरन िक िशकषा दी गयी उस पर हई ाखयाए परम िवसतत एव सदढ़ ह य िप भगवान चतनय महापरभ अपन यवावसथा म ही परम िव ान क रप म िवखयात थ िकनत उनह न हम कवल आठ ोक ही परदान िकय िजनह ldquoिशकषा कrdquo कहत ह इन आठ ोक म शरीमनमहापरभ न अपन परयोजन को सप कर िदया ह इन परम मलयवान पराथरना का यहा मलरप एव अनवाद परसतत िकया जा रहा ह

चतोदपरणमाजरन भव-महादावािगन-िनवारपणम

शरयःकरवचिनदरकािवतरण िव ावध-जीवनम आनदामबिधवधरन परितपद पणारमतासवादनम

सवारतम पन पर िवजयत शरीकषण-सकीतरनम १

अनवाद शरीकषण-सकीतरन की परम िवजय हो जो हदय म वष स सिचत मल का माजरन करन वाला तथा बारमबार

जनम-मतय रपी दावानल को शात करन वाला ह यह सकीतरन यजञ मानवता क िलए परम कलयाणकारी ह कय िक

चनदर-िकरण की तरह शीतलता परदान करता ह समसत अपराकत िव ा रपी वध का यही जीवन ह यह आनद क

सागर की वि करन वाला ह और िनतय अमत का आसवादन करान वाला ह १

ना ामकािर बहधा िनज सवर शिकतसततरािपता िनयिमतः समरण न कालः एतादशी तव कपा भगवनममािप ददवमीदशिमहाजिन नानरागः२

अनवाद ह भगवन आपका मातर नाम ही जीव का सब परकार स मगल करन वाला ह-कषण गोिवनद जस आपक लाख

नाम ह आपन इन नाम म अपनी समसत अपराकत शिकतया अिपत कर दी ह इन नाम का समरण एव कीतरन करन म

दश-काल आिद का कोई भी िनयम नह ह परभ आपन अपनी कपा क कारण हम भगव ाम क ारा अतयत ही सरलता

स भगवत-पराि कर लन म समथर बना िदया ह िकनत म इतना दभारगयशाली ह िक आपक नाम म अब भी मरा अनराग

उतप नह हो पाया ह २

तणादिप सनीचन तरोरिप सिहषणना अमािनना मानदन कीतरनीयः सदा हिरः ३

ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

10

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

28

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

30

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

32

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

34

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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इस अक मhelliphelliphellip

अनकरमिणका

िनदशक का सदश i

परधान कािमक एव सामानय परशासन ii

सपादक की कलम स

ससथान एक झलक

iii iv

1 रोजगार म कोिवड-19 क परभाव स मजदरो क जीवन म सधार

2

2 ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

4

3 मरी मा 5

4 िशकषा कम शरी चतनयमहापरभ 6

5 लॉककडाउन क बाद की एक भरमनकथा 8

6 सतकर भारत सम भारत 10

7 पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

13

8 अथक पिरशरम का पथ धर लो 15

9 सममान और उपलिबधया 16

10 आनतिरक सघषर 17

11 किवता समनhelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 18

12

13

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

दिनक जीवन म योग

19

25

14 पकवान (गोभी मचिरयन बनान की िविध)helliphellip 26

15 बट भाषा स एक कहा ह ग 27

16 हासय-िवनोद helliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphelliphellip 28

17 एनईसक की उललखनीय गितिविधया 29

18 बाल-िचतरकला 31

ईशान अक 1 जनवरी 2021

िहदी गह पितरका उ र पव अतिरकष उपयोग कदर )एनईसक(

मखय सरकषक शरी पीएलएन राज

सरकषक

शरी एसकज अबदल अज़ीज़

सपादक मडल

मख प पिरदशय क िचतर का शरय (सवग य) शरी कोशी कोशी सवािनव आईपीएस सरोतhttpscommonswikimediaorgwindexphpcurid=58812540 डॉ रोककी पबम वजञाअिभrsquoएसईrsquo क ारा पितरका

की रपरखा और अिभनयास

शरी अजन दबनाथ वजञाअिभrsquoएसईrsquo क ारा पितरका क शीषरक का चयन

कपया अपन सझाव एव परितिकरया भज सपकर कर

सपादक मडल lsquoईशानrsquo िहदी अनभाग

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर )एनईसक( अतिरकष भवन भारत सरकार

उिमयम 793103 िशलाग मघालय

शरी अवनीश शकला डॉ कसतरी चकरवत

डॉ पबम रॉकी शरी अजन दबनाथ

शरी हाशीष दाश शरीमती निमता रानी पाल िमतर

ी अजन दबनाथ ी अजन दबनाथ

ईशान

िनद

उ र पवकषतर जसपरबधन समहतवपणरकाफी बढ़हए गिति

यह वषर एआयोजन

उपयोगकसाथ एक परसतत कर

िकसी भीह एक भसपरषक औिदन-परितअधीन कहए उ र

हमार कदरपरसकार राजभाषा

परित हमासबधी जा

आशा ह ियह पितरक

शभकामन

शक की

व अतिरकष उपस ndash भारत क उसहायता आिद णर परगित की हढ़ गई ह और मिविधया शर की

एनईसक क िल पहली बार ब

कतार पिरयोजनक और महतवपणरत हए अतयत

ी सवाधीन दश भाषा क रप मऔर पिरचायकतिदन बढ़ता जकायारलय म अि

पव अतिरकष

दर को पव र परा हआ थाा िहदी क परसा

ारा कदर सदव सानकािरय क स

िक आप सभी का और अिधक

ना सिहत

की कलम

पयोग कदर (एनउ र पव कषतरक िलए िवक

वषर 2019-2

महतवपणर पिरयोकी गई ह

िलए कई गितिवबीआईएमएसट

ना क िवसताणर घटना को जपरस ता हो र

क िलए जो मम िहदी न िसफ

क भी ह आज जा रहा ह भार

िधक स अिधकउपयोग कदर क

कषतर क िलए व िनरतर दो वार ndashपरचार क पर

सजग रहा ह औसाथ हमारी पर

परब पाठक क िवकिसत और

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नईसक) न अततर(एनईआर) म कास सहायता 2020 क दौरानयोजना की स

िविधय क साटईसी (बीमसटार और कषमता जोड़त हए मझरही ह

महतव उसक रफर भारत की पअिधकतम इलरत सरकार काक कायर िहदी मकी यह परथम िह

वषर 2016-20

वषर परथम परसपरित हमार दाि

और इसी क पिरपरथम गह पितरक

को हमारा यहर सम हो सक

तिरकष िवभागपराकितक ससगितिविधय हन कई नई पिसखया को परा

थ पव र कटक) परिशकषण ा िनमारण क िलझ आप सभी क

रा ीय धवज औपहचान ह बिल

लकरॉिनक माधया राजभाषा िवम हो इसी बढ़िहदी गह पितरक

17 और 2017

सकार की परािियतव को भी औ

िरणाम सवरप का ईशान समिप

ह परयास पसद कगी

ग भारत सरकसाधन परबधन

हत अतिरकष परिरयोजना ककरत हए एनई

क उपयोगकतार पा करम आय

िलए एक घटनाक समकष एनईस

और रा ीय गानिलक यह हमारयम इटरनट िवभाग इस िदशढ़त िहदी क परका lsquoईशानrsquo सम

7-2018 क िलएि हमार लगनऔर अिधक बढ़

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इनही महतवपणरगह पितरका ldquoई

उसकी राजभासकार की सचचीिद म भी िहदी रत ह िक कदर सअिधक परोतसा

जभाषा परसकारम को दशारता हभाषा िहदी क

राजभाषा और

व और िवचार

( पीएल

i

महतवपणर ना आपदा न म बहत ितिविधया कवर करत

सगो ी क ोग कषतर म

णर काय क ईशानrdquo को

ाषा का भी ी सवाहक का परयोग सरकार क ािहत करत

र म परथम ह साथ ही िवकास क

अनपरयोग

र क ारा

लएनराज )

ii

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सदश

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) उिमयम भारत क उ र पव कषतर म िवकासातमक गितिविधय का समथरन करन क िलए अतिरकष िवजञान एव परौ ौिगकी ारा उललखनीय परगित करन क साथ ही भारत सरकार क राजभाषा नीितय का अनपालन सिनि त करन और कदर क कायारलयीन काम-काज म िहदी क परयोग को बढ़ावा दन क िलए भी परयासरत ह कदर क राजभाषा कायारनवयन सिमित क परयास स इस वषर िव िहदी िदवस क अवसर पर एनईसक अपन िहदी गह पितरका क परथम अक का परकाशन करन जा रहा ह

गह पितरका समसत एनईसक पिरवार क परयास का परितफल ह गह पितरका क माधयम स एनईसक पिरवार क सदसय ारा अपन िवचार को सहज रप स अिभ कत करन का अवसर िमला ह गह पितरका क परथम अक क सफल परकाशन पर समसत एनईसक पिरवार को हािदक शभकामनाए

जय िहद जय िहदी

(एसक ज अ दल अज़ीज)

परधान का एव सा परशा

ईशान iii

सपादक क कलम स

हम उ र-पव अतिरकष उपयोग कनदर (एनईसक) की िहदी गह पितरका lsquoईशानrsquo क

परथम अक को अतयत हषर क साथ परसतत कर रह ह इस वषर एनईसक म िव िहदी िदवस क अवसर पर िहदी स ाह का आयोजन िकया जा रहा ह एव इसी उपल य म िहदी गह पितरका क परथम अक का भी परकाशन िकया जा रहा ह पितरका ारा न कवल कनदर क कमरचारी बिलक उनक पिरवार क सदसय को भी अपनी भावना को अिभ कत करन का अवसर परदान िकया गया ह

पितरका क परकाशन की पररणा एनईसक राजभाषा कायारनवयन सिमित ारा िमली एव िनदशक महोदय न परकाशन हत परिरत भी िकया िजसक फलसवरप पितरका को आकार एव सवरप िमला पितरका क सभी लख रिचकर एव आकषरक ह तथा पितरका क माधयम स एनईसक म आयोिजत की जान वाली िविभ वजञािनक एव राजभाषा गितिविधय की जानकारी भी दी गई ह सपादक मडल पितरका क परकाशन कायर म सहयोग परदान करन क िलए एनईसक पिरवार का आभार परकट करता ह

इस पितरका क पाठक स हमारा िनवदन ह िक व इस अक म परकािशत सभी लख क बार म अपनी परितिकरयाए अवशय भज पितरका को बहतर बनान क िलए आपक सझाव आवशयक परामश का सदव सवागत िकया जायगा

ldquoआकलप रिवमव भासवनकरी ईशानrdquo

(यह ईशान कलपपयरनत सयर क समान परकािशत होता रह)

16 जनवरी 2021

iv

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

भारत सरकार अतिरकष िवभाग

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक)

ससथान एक झलक

1 परसतावना उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) अतिरकष िवभाग भारत सरकार तथा उ र पव पिरषद (उपप) क सयकत पहल मघालय सोसायटी पजीकरण अिधिनयम 1983 क अतगरत एक सोसायटी ह कदर न अतिरकष िवजञान और अतिरकष परौ ोिगकी का उपयोग करत हए भारत क पव र कषतर (एनईआर) क आठ राजय को 19 साल स अिधक समिपत सवाए परदान की ह कदर क परमख उ शय ह ndash 1 कषतर क पराकितक ससाधन और अवसरचना िनयोजन क िवकास परबधन पर गितिविधय का समथरन करन क िलए एक पिरचालन सदर सवदन और भौगोिलक सचना परणाली की सहायता स पराकितक ससाधन सचना का आधार परदान करना 2 कषतर क िशकषा सवासथय दखभाल आपदा परबधन सहायता और िवकास सबधी पिरचालन (परचालनी) उपगरह सचार अनपरयोग सवाए परदान करना 3 अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कषतर म अनसधान करना और एनईआर क िविभ शकषिणक ससथा क साथ यतरीकरण हब और नटविकग सथािपत करना 4 आपदा परबधन क िलए सभी सभव अतिरकष आधािरत समथरन क िलए िसगल िवड िडलवरी को सकषम करना 5 भ-सथािनक परौ ोिगकी क कषतर म कषमता िनमारण क िलए एक कषतरीय सतर पर अवसरचना सथािपत करना

2 सगठनातमक सरचना एनई-सक की सभी नीितय मामल ापार का िनणरय एनई-सक सोसायटी ारा िकया जाता ह अधयकष एनईसी एनई-सक सोसायटी की अधयकषता करत ह और सिचव अिवअधयकष इसरो इसक उपाधयकष ह सोसायटी क अनय सदसय ह ndash सिचव एनईसी आठ पव र राजय क मखय सिचव अिव क विर वजञािनक एनईसी क अिधकारीगण और पव र क िशकषािवद सोसायटी की सलाह क तहत एक शासी पिरषद (जीसी) सोसायटी कदर की गितिविधय का परबधन करती ह सिचव अिव अधयकष इसरो इस जीसी क अधयकष ह सिचव एनईसी वकिलपक अधयकष ह मखय सिचव मघालय एनईआर राजय सरकार क परितिनिधगण और इस कषतर म कदर सरकार एजिसय क परितिनिध जीसी क अनय सदसय ह

3 कायर और गितिवधया कदर क वजञािनक कायरकरम कषतर की आवशयकता क अनसार िनदिशत होत ह और एनई-सक सोसायटी और शासन पिरषद ारा इसकी वािषक समीकषा की जाती ह चाल वषर क दौरान एनई-सक न पराकितक ससाधन क परबधन सरचनातमक योजना सवासथय िशकषा उपगरह सचार और वायमडल िवजञान अनसदान क कषतर म पव र राजय क कवर करन वाली कई पिरयोजना को िलया और उनह परा िकया कदर न इस कषतर म परयोकता एजिसय ारा परायोिजत कई अनपरयोग पिरयोजनाए लाग की ह इसरो अिव ारा िव पोिषत समिनवत रा ीय कषतरीय पिरयोजनाए भ-परकषण अनपरयोग िमशन (ईओ-ए) क तहत अनसधान और िवकास पिरयोजनाए आपदा जोिखम घटाव हत उ र पव कषतरीय नोड क तहत उपगरह सचार (सटकॉम) कायरकरम आपदा जोिखम िन ीकरण हत उ र पव कषतरीय नोड क तहत (एनईआर-डीआरआर) क तहत आपदा परबधन समथरन (डीएमएस) कायरकरम वायमडल िवजञान कायरकरम (एएसपी) क तहत अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कायरकरम

ईशान v

4 परमख उपलिबधया एनई-सक न भारत क उ र पव कषतर (एनईआर) म पराकितक ससाधन क परबधन अवसरचना िनयोजन आपदा परबधन समथरन आिद जस िविभ परमख कषतर क िलए अतिरकष परौ ोिगकी क लाभ को िवकिसत करन म बहत महतवपणर परगित की ह वषर 2019-2020 क दौरान कदर की वजञािनक गितिविधय म कई नई पिरयोजना गितिविधय म काफी वि हई ह जबिक वषर क दौरान कई पिरयोजना को परा िकया गया ह कदर रशम बोडर (सीएसबी) क दसर चरण म दश क 26 राजय को कवर करन वाल रशम उतपादन िवकास म सदर सवदन और जीआईएस क अनपरयोग पर परायोिजत पिरयोजना को राजय सदर सवदन कदर क सहयोग स सफलतापवरक परा िकया गया ह पिरयोजना क दसर चरण को सफलता पवरक परा करन और पिरयोजना एटलस और िसलकस पोटरल क रप म पिरयोजना आटपट को औपचािरक रप स जारी करन क िलए एनई-सक म 5-6 अगसत 2019 क दौरान एक रा ीय सतर की कायरशाला आयोिजत की गई थी एनई-सक और कदरीय मगा एरी अनसधान और परिशकषण ससथान (सीएमईआर व टीआई) क बीच एक सहयोगी पिरयोजना क भाग सवरप भ-सथािनक तकनीक का उपयोग करत हए चयिनत मगा रशमकीट रोग और कीट की परारिभक चतावनी क िलए एक िनणरय समथरन परणाली का िवकास िकया गया ह एनईआर म सीएसबी क उ र पव कषतर व सवधरन योजना (एनईआरटीपीसी) कायरकरम क तहत बनाई गई सपि की िजयो-टिगग पर एक नई पिरयोजना भी वषर क दौरान शर की गई ह पिरयोजना का पहला चरण ldquoपरतयक राजय क एक िजल म एक बागवानी फसल क कषतर क िवसतार क िलए िव षणrdquo पर सफलता पवरक भ-सचना (चमन) कायरकरम का उपयोग करत हए समिनवत बागवानी मलयाकन और परबधन क तहत परा िकया गया ह पिरयोजना क दसर चरण को एनईआर क 16 िजल म सभािवत बागवानी फसल क िलए साइट उपयकता िव षण क िलए िकया जा रहा ह पिरयोजना का दसरा चरण एनईआर क 16 िजल म सभािवत बागवानी फसल क िलए साइट उपयकता िव षण क िलए िकया जा रहा ह मघालय म सीसीई की योजना और िनगरानी क िलए कई पिरयोजना क िलए महतवपणर परगित हई जस चयिनत फसल का एकर अनमान और क मोबाइल एप का िवकास एनईआर (सफालम कायरकरम क तहत) म मकका कषतर और उतपादन अनमान मघालय म बलॉक वार साली धान (शीतकालीन चावल) कषतर की पहचान मघालय क पव खासी िहलस िजल म सतर क वकषारोपण क िलए उपयकत कषतर की पहचान मघालय की िजलवार िम ी की उवररता की िसथित का मानिचतरण मरसथलीकण और भिम कषरण िनगरानी वषर 2019-2020 क दौरान एनईआर और परि म बगाल आिद क छह राजय म भ ता आकलन

वािनकी म सदर सवदन अनपरयोग क कषतर म एनई-सक अरणाचल परदश म वन कायर योजना तयार करन क िलए आरएस और जीआईएस इनपट जसी िविभ पिरयोजना को अजाम द रहा ह िमज़ोराम म वन कायर योजना तयार करन क िलए भ-सथािनक तकनीक का वन क बढ़त सटॉक का आकलन मिणपर क िविभ िविभ वन परभाग म दावािगन का भ-सथािनक मलयाकन ितरपरा क मलिरया परवण धलाई िजल म झम कषतर मानिचतरण और िनगरानी आदरर भिम सरकषण की तयारी क िलए इनपट- उिमयम जलाशय मघालय का एक कस अधययन टाइम सीरीज सटलाइट डटा का उपयोग करक एनईआर की वनसपित फनलॉजी का िव षण काजीरगा रा ीय उ ान की भिम कवर गितकी एनईआर आिद जगल म उपरोकत ज़मीन क बायोमास क आकलन म एसएआर अनपरयोग बाढ़ की चतावनी परणाली (एफएलईडबलयएस) कायरकरम क तहत बाढ़ की चतावनी क िलए औसतन वषर-दर-वषर चतावनी सफलता सकोर 75 और 24 स 36 घट क सतकर नततव समय क िलए औसत अलटर परा िकया जा सकता ह यह पिरयोजना अब असम क सभी बाढ़ परभािवत िजल को राजसव सकर ल सतर म

vi

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

काररवाई योगय बाढ़ अलटर क साथ कवर करती ह एफएलईडबलयएस को अनय उ र पव राजय तक बढ़ाया जा रहा ह पायलट आधार पर 2019 क िलए मघालय और ितरपरा को कवर िकया गया था अनय परमख पिरयोजनाए जो जल ससाधन क कषतर म की जाती ह असम नदी एटलस की तयारी एनई भारत क िलए आईडबलयएमपी वाटरशड की िनगरानी और मलयाकन आिद ह शहर और अवसरचना िनयोजन क िहसस क रप म कदर न मासटर पलानिवकास योजना पिरवहन योजना शहरी सथल उपयकतता िव षण शहरी पयारवरण योजना आिद की तयारी म योगदान िदया ह िशलाग योजना कषतर क िलए जीआईएस आधािरत मासटर पलान िवकास योजना का िनमारण 14000 पमान पर 312 िकमी क कषतर को कवर िकया जाता ह समह ारा िकए जा रह कई अनय अनय अधययन कोिहमा शहर सीमा कषतर िवकास योजना मघालय और मघालय म खती झम खती को सथानातिरत करन क भ-सथािनक डटाबस क िनमारण क िलए जीआईएस आधािरत दि कोण ह मघालय म कोयला खनन स परभािवत कषतर की योजना और बहाली क िलए भ-सथािनक कषतर भ-सथािनक डटाबस तयार िकया गया ह कछ अनय महतवपणर अधययन जस भकप पवरत पहचान नदी की गितशीलता और मानस ndash बकी नदी क कटाव क िलए टीईसी िवसगितय का आकलन मघालय म टकटॉिनक अधययन क िलए मोफ टकटॉिनक िव शण 76 Mw पपआ नय िगनी भकप आिद स पहल आयनमडल म भकपीय गड़बड़ी आिद कदर ारा िलया गया ह उ र पव सथािनक डटा िरपोिजटरी (एनईएसडीआर) िविभ उपयोगकतार समह क लाभ क िलए बड़ी मातरा म डटा वब सवा अनपरयोग और बाहरी डटा िलक क साथ सम ह िविभ िवषय पर लगभग 558 डटासट नौ परमख शरिणय ndash आधार परशासिनक सचना अवसरचना भिमससाधन जल ससाधन सपि और उपयोिगता इलाक आपदा परबधन सहायता आदान और कायर योजना इनपट म उपलबध कराए जात ह कई अनय परमख पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की गई ह व ह- मलिरया और अनय िबमािरय क शीघर िनदान और उपचार क िलए मोबाइल आधािरत एकीकत िनगरानी परणाली भ-सथािनक परौ ोिगकी का उपयोग कर एनईआर म एनईसी िव पोिषत पिरयोजना योजवना की भ-टिगग और िनगरानी एनईआर क मखय िनवारचन अिधकािरय (सीईओ) क कायारलय क िलए चनाव ई-एटलस बीटीसी की योजना क िजयोटिगग क िलए िजयोटिगग डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग रशम उतपादन पिरसपि य क िजयोटिगग क िलए डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग मगा रोग परारिभक चतावनी परणाली िशलाग क िलए कराइम जीआईएस असम मदा िवभाग क िलए िजयोटिगग ऐप कोिवड 19 वब अनपरयोग आिद का िवकास कदर न यएवी सदर सवदन (यएवी-आरएस) और अनपरयोग क कषतर म अपनी गितिविधय का िवसतार िकया ह 3 डी िपरिटग तकनीक की परगित क साथ परायोिगक उ शय क िलए इन-हाउस िमनी यएवी िवकिसत िकए गए ह यएवी टीम न कछ अनठ अनपरयोग का परदशरन िकया ह जस िक िनरतर िनगरानी क िलए यएवी का िनमारण आपदा क समय दवा भोजन और राहत सामगरी छोड़न क िलए डरॉप ततर आिद टीम न वषर 2019-2020 म एनईआर और दश क कछ अनय कषतर म िविभ उपयोगकतार िवभाग क िलए 14 स अिधक यएवी सवकषण िकए ह एनई-सक न आईआईएससी बगलर क साथ िमलकर एक उड़ान म कई सथान स कई पानी क नमन एकतर करन क िलए एक उभयचर यएवी िवकिसत िकया ह कदर न सामानय ल य को परा करन क िलए सवराज डरॉन क एक नटवकर को िवकिसत करन क िलए कज सौमया कॉलज ऑफ इजीिनयिरग क साथ सहयोग िकया ह अनय महतवपणर पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की जाती ह व ह- महादव-तोलोई-फटर सड़क क िनमारण क उपयकत मागर सरखण योजना क आधार पर आरएस और जीआईएस मघालय पर बड़ पमान पर सवकषण और सामदाियक सामदाियक आरिकषत वन का मानिचतरण उिमयम झील मघालय क िलए यएवी का उपयोग करक वटलड सवकषण और मानिचतरण तथा लिलतपर उ र परदश लिलतपर म िगरार िरज का सवकषण और मानिचतरण आिद

ईशान vii

उपगरह सचार क कषतर म एनई-सक इसरो क सामािजक िवकास कायरकरम जस- टली-िशकषा टली- िचिकतसा आपातकालीन सचार परणाली को उपगरह सचार परौ ोिगकी क उपयोग क माधयम स कायारिनवत कर रहा ह एनई-सक न कषतर म दरसथ िशकषा और दरसथ सवासथय सवा क िलए ापक नटवकर सथािपत िकया ह सिवधाए जसी- सामगरी उतपादन क िलए सटकॉम सटिडय आपातकालीन सचार क िलए पिरवहनीय डबलयएलल-वी-सट इसरो-डीएमएस वीपीएन नटवकर क तहत पराथिमक नोड टली-िशकषा नटवकर क तहत सटलाइट इटरएिकटव टिमनल अनय इसरो कदर क बीच सरिकषत सचार क िलए सपसनट सयोजकता का-बड परचार परयोग सिवधा इसरो ारा िवकिसत मोबाइल उपगरह सवा टिमनल आिद एनई-सक म उपलबध ह उ र पव राजय म टली-िशकषा पिरयोजना क तहत सभी सात हब(एचयबी) सह िशकषण अत और 329 उपगरह अनयोनयिकरया टिमनल (एसआईटी) सभी पव र राजय म चाल ह इन नटवक ारा 2019-2020 म सकड़ लाइव और िरकॉडर िकए गए कायरकरम का परसारण िकया गया और 50000 स अिधक छातर अनय समह को इन नटवक ार लाभािनवत िकया गया एनई-सक आपातकालीन सचार क िलए जीसट-6 उपगरह क तहत कई उपगरह मोबाइल रिडय (एसएमआर) और सटसटीव टिमनल स ससिजजत ह इसरो-ओनरा- सीएनईएस सयकत का-बड परसार परयोग उपगरह सचार म भ-सचार क उपयोग क िलए का-बड सकत क परसार पर वायमडलीय परभाव का आकलन करन क िलए एनई-सक पर पिरचालन कर रहा ह अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कषतर म एनई-सक म समह भारत क पव र कषतर क िलए लघ और मधयम शरणी क मौसम पवारनमान म सधार करन क िलए अनसधान म लग हए ह और गभीर मौसम पवारनमान म सधार पर धयान किदरत करत ह तिड़त पवारनमान सिहत समह की एक और परमख गितिविध ह इसक अलावा समह परमक आपदा जस ndash बाढ़ गभीर तफान तिड़त आिद क परबधन और एसबड पोलारीमिटरक रडार सवचािलत मौसम कदर उपगरह सखयातमक मॉडल आिद स डटा का समथरन और महतवपणर इनपट परदान करता ह समह ारा िकए जा रह अनय अधययन ह- एक पहाड़ी इलाक म ऐरोसॉल को अवशोिषत करन की लबवत रपरखा पव िहमालयी कषतर म ऐरोसॉल लकषण वणरन उिमयम और तवाग पर ऐरोसॉल की कषतरीय िवशषताए पहाड़ी सटशन पर कलाउड माइकरोिफिशयल गण पर अधययन धरवीय मापी डॉपलर मौसम रडार का उपयोग कर मानसन पवर मौसम परणाली का अवलोकन और िव षण डबलयआरएफ मॉडल का उपयोग करत हए मानसन िसमलशन म इनसट-3डी रिडएस आतमसात का परभाव डीडबलयआर डटा क परतयकष और अपरतयकष रप स अपरतयकष उपयोग क साथ डीडबलयआरएफ मॉडल क ारा भारत क एनईआर पर गरज का िसमलशन भारत क एनईआर क ऊपर सथान आधािरत तिड़त वतारनमान सधार ितरपरा क अबासा कषतर म मलिरया महामारी पर मौसम सबधी मापदड क परभाव का अधययन एनई-सक िवशष रप स एनई कषतर स उपयोगकतार िवभाग िशकषािवद और छातर क समदाय की माग को सबोिधत करत हए अपनी अपनी आउटरीच गितिविधय का िवसतार कर रहा ह इस वषर क दौरान िविभ िवषय पर कई परिशकषण कायरकरम और कायरशालाए जस िक आरएस व जीआईएस का आधारभत सदर सवदन और कई और सफलता पवरक सप हई ह बड़ी सखया म छातर अपन बाहरी पिरयोजना कायर क िलए एनई-सक का चयन करत ह इसक अलावा बड़ी सखया म िविभ शकषिणक ससथान का परितिनिधतव करन वाल छातर न वषर क दौरान अपन अधययन दौर कायरकरम क एक भाग सवरप म एनई-सक का दौरा िकया ह इसरो lsquoयवा वजञािनक कायरकरम यिवकाrsquo का आयोजन 13 मई स 25 मई 2019 तक िकया गया था इस कायरकरम म अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोरम नागालड िसिककम ितरपरा और पि म बगाल परतयक स तीन छातर न भाग िलया ह

viii

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉ िवकरम साराभाई की जनम शताबदी को िचिहनत करन क िलए इसरो क रा ापी िवकरम साराभाई शताबदी कायरकरम क एक भाग क रप म एनई-सक न 2 स 4 जनवरी 2020 तक ितरपरा मघालय और िसिककम म तीन ऐस कायरकरम आयोिजत िकए करमशः 25-26 जनवरी 2020 और 4-6 माचर 2020 20-22 नवबर क दौरान उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) और नॉथर इसटनर िहल यिनविसटी (नह) ारा सयकत रप स भारतीय भिमितकी सोसायटी (आईएसजी) और भारतीय सदर सवदन ससथान (आईएसआरएस) ldquoएनईआर पर िवशष जोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी म नवाचारrdquo पर रा ीय सगो ी का आयोजन िकया गया था

ईशान

परोफ़स

परोफ़सर जनवरी वातिरकषभारत मजनक क

शरीनगर भारत मम सपसफल औिवकषोभ शोधकतारउपरानत अनसधान

उनह न गरसचार पइनसट-एभारतीयपरमोचन परणािलय

सर सती

सतीश धवन2002) एक

कष इजीिनयर म परयोगातमक

रप म मान

र म जनम परोम एव आग च हई व भा

और सवदशी िवऔर पिरसीमार म स ए

वह 1972न सगठन (इस

गरामीण िशकषापर अगरगामी परएक दरसचाय सदर सवदन

यान (पीएसय का मागर पर

ीश धवन

न (25 िसतबक भारतीय

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परो सतीश धचलकर सयकतारतीय अतिरिवकास का नतमा परत क एक थ एम2 म भारतीसरो) क तीस

कषा सदर सवदपरयोग िकए उार उपगरह

न उपगरह औरसएलवी) जसीपरशसत हआ िज

बर 1920 ndash

गिणतजञ औापक रप

की अनसधान

धवन की िशकषकत रा अमिरकरकष कायरकरम नततव करत ह

कषतर क परखयजीकमनन

तीय अतिरसर अधयकष बन

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3

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परोिसआकमम

अतिरकष की यखड़ा कर िदया

उनकी मतय 3 मतय क बाद दिदशा म लगशरीहिरकोटा उपगरह परकषपणगया

सतीश चदर धनका नाम उनकपरौ ोिगकी अिभयितरकी भसतीश धवन खखा गया ह

परो सतीश धविसतमबर 202आयोिजत िककायरकरम म उमनान क िलए म कायरकरम का

यातरा करन वा

जनवरी 200दिकषण भारत

गभग 100 िआधर परदश

ण कदर क रप

नव राजकीयक नाम पर रससथान

भवन का नामखड आईआ

वन का जनम 20 को वचरअकया गया थाउनक ारा िद

इसरो मखयाा आयोजन िक

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02 को बगलत क च ई किकमी की

म िसथत म पननारमकर

य कॉलज फॉररखा गया हरोपड़ म म भी उनक

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शताबदी कायअल मोड क मा भारतीय

िदए गय योगालय अतिरकषकया गया था

1

क सघ म

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क रप म

यरकरम 25 माधयम स

अतिरकष गदान को कष िवभाग

2

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

रोजगार म कोिवड-19 क परभाव स मज़दरो क जीवन म सधार अथर वसथा क सकचन स रोजगार की िसथित म सकट उतप हो रहा ह िजसक कारण रोज़गार दन क नवीन कषतरो म कमी आ रही ह इस पिरिसथित स िनपटन क िलय भारत सरकार न रोज़गार lsquoगरीब कलयाण रोज़गार अिभयानrsquo जन म शर िकया गया ह िजसका उ शय गरामीण भारत म आजीिवका क नय अवसर परदान करना ह यह रोज़गार योजना एक तातकािलक राहत हो सकती ह परनत सभय शहरी नौकिरय का िवकलप नह हो सकती

रोज़गार क अवसर उपलबध करान क िलए कदम

शहरी कषतर म शरिमक की आजीिवका को सरिकषत करन क िलए दो चनौितया नीितगत हसतकषप करती ह

सबस पहल अिधकािधक रोजगार क अवसर उपलबध कराय जाय

और दसरा अचछी मजदरी एव कायरसथल की सगमता क िलए बिनयादी सिवधा का परसार करत हए रोजगार क कमी को दर िकया जाना वतरमान सकट क िलए शहरी रोजगार क म स िनपटन क िलए एक बह-आयामी रणनीित का

िनधाररण करना

पहला ततव शहरीकरण क पमान को दखत हए शहरी रोज़गार सजन कायरकरम पर धयान सथानीय सरकार क समनवय स होना चािहए जो शहर ारा सामना की जान वाली अनय समसया को हल करन क िलए महतवपणर ह चिक य समसयाए किठन ह सथानीय सतर पर इनका समाधान करन क िलए अिधक ससाधन की आवशयकता होती ह चन गए परितिनिधय

टरड यिनयन उ िमय और सामदाियक समह

को शािमल करक सथानीय गठबधन क गठन स ससाधन जटाए जा सकत ह

दसरा ततव सथानीय पहल स रोज़गार-गहन

िनवश नीितय की रपरखा बनाना एव कायारिनवत करना इन नीितय को सरकार क साथ-साथ िनजी उ िमय क पहल को भी गल

लगाना चािहए शरम और पजी क बीच अनकल सिवदातमक सबध ारा िनजी िनवश को सगम बनान की आवशयकता ह परौ ोिगकी और उतपादकता वि स सबिधत म पर शरिमक और उ िमय क िहत को पिरवितत करन क साथ उ म िनमारण क रणनीित का एक अिभ अग बनान की आवशयकता ह औ ोिगकीकरण का आधार लघ और स म उ ोग क िलए अितिरकत सहायता की आवशयकता ह िजसस शरम और पजी क बीच िहत को सतिलत िकया जा सक

तीसरा ततव शहरी बिनयादी ढाच को पराथिमकता दना होगा कय िक यह सथानीय अथर वसथा म कल िनवश का एक बड़ा िहससा ह

हालािक इनम स अिधकाश िनवश शायद ही कभी आधािरक सरचना गरीब शहरी िनवािसय को लाभािनवत करत होग कय िक आवास सड़क सीवरज और पानी की वसथा उनकी आवशयकता क िलए अपयार ह नगर िनगम क बिनयादी ढाच क िनमारण क िलए एक शरम-गहन दि कोण पजीगत गहन-दि कोण क िलए

एक लागत परभावी िवकलप हो सकता ह कय िक मज़दरी दर कम ह आधािरक सरचना िनवश रोज़गार सजन कमाई उतप करगा एव छोट

ईशान 3

उ म िनमारण म योगदान दगा कम-लागत वाल

आवास का िनमारण एक गितिविध ह िजसस शरम-गहन तरीक का सदउपयोग िकया जा सकता ह

चौथा ततव भारत क समसत शहर एव कसब म बड़ पमान पर िचिकतसा सवासथय और सवचछता क बिनयादी ढाच क िनमारण की िदशा म उनमख एक शहरी रोज़गार योजना का ततकाल शभारभ करना जो रोज़गार सजन क अनय कषतरो म राजय और सथानीय सरकार क कलयाणकारी हसतकषप

क िहसस क रप म आवशयक सवा क नटवकर का िवसतार करन क िलए हो सकता ह शहर स लौट शरिमक को अवशोिषत करन क िलए हमारी गरामीण अथर वसथा की कषमता बहत ही कम ह और इन शरिमक को एक सभय जीवन परदान करन क िलए किष की वहायरता सिदगध ह वासतव म इनम स कई शरिमक न अपन पारपिरक कायर खत कषतर को छोड़ िदए ह ग कय िक किष स आय उनक अिसततव क िलए अपयार रही होगी

फरािसस द ा वजञाअिभ lsquoएससीrsquo

4

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

कोणाकर का सयर मिदर भारत क परिस मिदर म स एक ह यह उड़ीसा का सबस परिस पयरटन सथल ह वषर 1984 म यनसको न इस िव धरोहर सथल

घोिषत िकया था यहा पर िहद धमर क सयर दवता की पजा की जाती ह यह ओिडशा राजय क परी शहर स लगभग 35 िकलोमीटर दर चदरभागा नदी क तट पर

िसथत ह यह मिदर अपनी िवशालता िनमारण सदरता वासतकला और मितकला क िलए अि तीय और ओिडशा की वासतकला की सदरता को परदिशत करता ह मिदर का वासतकला इसक आकषरण का कदर ह जो वासतव म एक रथ का आकार ह समपणर मिनदर सथल को बारह जोड़ी पिहय पर सात घोड़

ारा सचािलत रथ क रप म बनाया गया ह कोणाकर सयर मिनदर को बलक पगोडा क रप म भी जाना जाता ह

कोणाकर मिदर का िनमारण 13 व शताबदी क मधय म

गगा राजवश क राजा नरिसमहदव परथम ारा िकया गया था यह मिदर 1200 कारीगर की मदद स

बनाया गया था िजसका नततव मखय वासतकार िबश महाराणा न िकया था इितहास क अनसार मिदर क िनमारण को परा करन क िलए राजा न 5 साल की समय सीमा िनधारिरत िकया था लिकन जस-जस बारह साल क अत क करीब पहच गया िनमारण परा होन क करीब था अचानक मखय वासतकार िवश महाराणा और उनक कारीगर को

कलश (मिदर का ताज पतथर) को उिचत िसथित म

रखन म किठनाई का सामना करना पड़ा राजा नरिसहदव न सबह तक की समय-सीमा की घोषणा की थी िवफल होन पर सभी 1200 कारीगर मार

जाएग और पिरयोजना क मखय वासतकार होन क नात िवश महाराणा परशान थ उस समय िवश

महाराणा का 12 साल का बटा धमरपद अपन िपता

स िमलन आया था यह सनकर धमरपद न तरत ऊपर की तरफ उठ गया और उसन तरत उस चीज को ठीक करवाया और कलश को उसक उिचत िसथित म रख िदया मिदर क परा होन को दखकर सभी कारीगर बहत खश हए लिकन उनह अपन सवय क

जीवन क िलए डर था यिद राजा को पता चला िक एक बचच न उनक बजाय काम परा कर िलया ह उनह न माग की िक धमरपद को मार िदया जाए अत म धमरपद न सभी कारीगर क जीवन को बचान क

िलए और सबका मान रखन क िलए मिदर क शीषर

पर चढ़ गया और अपन जीवन का बिलदान करन क िलए समदर क गहर नील पानी म कद गया

एक यवा लड़का िजसन अब तक का सबस बड़ा मिदर बनाकर सव चच वभव परा िकया उसन दसर क

जीवन को बचान क िलए खद को बिलदान कर िदया सकड़ वष क बाद सयर मिदर बबारद हो गया ह

लिकन धमरपद अब भी िकवदती म और ओिडशा क हर कारीगर की महतवाकाकषा म जीिवत ह

हाशीष दाश पसतकालय सहायक एrsquo

ईशान 5

मरी मा

मा एक साधारण नारी कया-कया नह करती वह

नौकरी करती घर सभालती पर मह स कभी भी आह न करती

दफतर स जब घर वह आती

उनकी गोदी म िसर रख दती म खदकी थकान को भला वह एकटक मझ िनहारन लगती खाना बनाती हम पढ़ाती

कभी िकसीको अपनी था न कहती

च ान जसी मजबत वह लगती पानी जसी कभी बहन वह लगती

मन म उनक कया चलता ह कभी उस वह कत न करती

अभी सोचती ह तो लगता ह मा नह एक साधारण नारी

वह तो ह एक तयाग की मरत ममता म िलपटी एक पयारी सरत

शरीमती रखा भराली गोगोई वजञािनकअिभयता lsquoएस ई

6

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ldquoिशकषा कrdquo शरी च य महापरभ क ारा िलिखत

चतनय महापरभ का जनम सवत १५४२ िवकरमी की फालगनी पिणमा होली क िदन बगाल क नव ीप नगर म हआ था उनक िपता का नाम पिडत जग ाथ िमशर और माता का नाम शचीदवी था िपता िसलहट क रहनवाल थ नव ीप म पढ़न क िलए आय थ भगवान शरी गौरसनदर चतनय महापरभ न अपन िशषय को शरीकषण-तततव पर गरनथ की रचना करन की आजञा दी िजसका पालन उनक अनयायी आज तक कर रह ह वासतव म शरी चतनय महापरभ ारा िजस दशरन िक िशकषा दी गयी उस पर हई ाखयाए परम िवसतत एव सदढ़ ह य िप भगवान चतनय महापरभ अपन यवावसथा म ही परम िव ान क रप म िवखयात थ िकनत उनह न हम कवल आठ ोक ही परदान िकय िजनह ldquoिशकषा कrdquo कहत ह इन आठ ोक म शरीमनमहापरभ न अपन परयोजन को सप कर िदया ह इन परम मलयवान पराथरना का यहा मलरप एव अनवाद परसतत िकया जा रहा ह

चतोदपरणमाजरन भव-महादावािगन-िनवारपणम

शरयःकरवचिनदरकािवतरण िव ावध-जीवनम आनदामबिधवधरन परितपद पणारमतासवादनम

सवारतम पन पर िवजयत शरीकषण-सकीतरनम १

अनवाद शरीकषण-सकीतरन की परम िवजय हो जो हदय म वष स सिचत मल का माजरन करन वाला तथा बारमबार

जनम-मतय रपी दावानल को शात करन वाला ह यह सकीतरन यजञ मानवता क िलए परम कलयाणकारी ह कय िक

चनदर-िकरण की तरह शीतलता परदान करता ह समसत अपराकत िव ा रपी वध का यही जीवन ह यह आनद क

सागर की वि करन वाला ह और िनतय अमत का आसवादन करान वाला ह १

ना ामकािर बहधा िनज सवर शिकतसततरािपता िनयिमतः समरण न कालः एतादशी तव कपा भगवनममािप ददवमीदशिमहाजिन नानरागः२

अनवाद ह भगवन आपका मातर नाम ही जीव का सब परकार स मगल करन वाला ह-कषण गोिवनद जस आपक लाख

नाम ह आपन इन नाम म अपनी समसत अपराकत शिकतया अिपत कर दी ह इन नाम का समरण एव कीतरन करन म

दश-काल आिद का कोई भी िनयम नह ह परभ आपन अपनी कपा क कारण हम भगव ाम क ारा अतयत ही सरलता

स भगवत-पराि कर लन म समथर बना िदया ह िकनत म इतना दभारगयशाली ह िक आपक नाम म अब भी मरा अनराग

उतप नह हो पाया ह २

तणादिप सनीचन तरोरिप सिहषणना अमािनना मानदन कीतरनीयः सदा हिरः ३

ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

10

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

26

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

28

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

30

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

32

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

34

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान

िनद

उ र पवकषतर जसपरबधन समहतवपणरकाफी बढ़हए गिति

यह वषर एआयोजन

उपयोगकसाथ एक परसतत कर

िकसी भीह एक भसपरषक औिदन-परितअधीन कहए उ र

हमार कदरपरसकार राजभाषा

परित हमासबधी जा

आशा ह ियह पितरक

शभकामन

शक की

व अतिरकष उपस ndash भारत क उसहायता आिद णर परगित की हढ़ गई ह और मिविधया शर की

एनईसक क िल पहली बार ब

कतार पिरयोजनक और महतवपणरत हए अतयत

ी सवाधीन दश भाषा क रप मऔर पिरचायकतिदन बढ़ता जकायारलय म अि

पव अतिरकष

दर को पव र परा हआ थाा िहदी क परसा

ारा कदर सदव सानकािरय क स

िक आप सभी का और अिधक

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की कलम

पयोग कदर (एनउ र पव कषतरक िलए िवक

वषर 2019-2

महतवपणर पिरयोकी गई ह

िलए कई गितिवबीआईएमएसट

ना क िवसताणर घटना को जपरस ता हो र

क िलए जो मम िहदी न िसफ

क भी ह आज जा रहा ह भार

िधक स अिधकउपयोग कदर क

कषतर क िलए व िनरतर दो वार ndashपरचार क पर

सजग रहा ह औसाथ हमारी पर

परब पाठक क िवकिसत और

म स

नईसक) न अततर(एनईआर) म कास सहायता 2020 क दौरानयोजना की स

िविधय क साटईसी (बीमसटार और कषमता जोड़त हए मझरही ह

महतव उसक रफर भारत की पअिधकतम इलरत सरकार काक कायर िहदी मकी यह परथम िह

वषर 2016-20

वषर परथम परसपरित हमार दाि

और इसी क पिरपरथम गह पितरक

को हमारा यहर सम हो सक

तिरकष िवभागपराकितक ससगितिविधय हन कई नई पिसखया को परा

थ पव र कटक) परिशकषण ा िनमारण क िलझ आप सभी क

रा ीय धवज औपहचान ह बिल

लकरॉिनक माधया राजभाषा िवम हो इसी बढ़िहदी गह पितरक

17 और 2017

सकार की परािियतव को भी औ

िरणाम सवरप का ईशान समिप

ह परयास पसद कगी

ग भारत सरकसाधन परबधन

हत अतिरकष परिरयोजना ककरत हए एनई

क उपयोगकतार पा करम आय

िलए एक घटनाक समकष एनईस

और रा ीय गानिलक यह हमारयम इटरनट िवभाग इस िदशढ़त िहदी क परका lsquoईशानrsquo सम

7-2018 क िलएि हमार लगनऔर अिधक बढ़

हम हमार कदरिपत करत ह

आएगा आप

कार क ततवाधाबिनयादी अव

परौ ोिगकी क क साथ कदर कीईआर क सभी

समदाय स िमयोिजत करन

ापणर वषर ह इसक की परथम ग

न का ह वही उर ससकित ससकवबसाईट आिदशा म परयासर

परयोग को और मिपत ह

ए कषतरीय राजन और पिरशरमढ़ाता ह राजभ

दर की िविवध र

सभी क सझाव

ान म िविभ वसरचना योजन

लाभ को लनी वजञािनक गि8 राजय़ को क

िमलन रा ीय सभी अनपरयो

इनही महतवपणरगह पितरका ldquoई

उसकी राजभासकार की सचचीिद म भी िहदी रत ह िक कदर सअिधक परोतसा

जभाषा परसकारम को दशारता हभाषा िहदी क

राजभाषा और

व और िवचार

( पीएल

i

महतवपणर ना आपदा न म बहत ितिविधया कवर करत

सगो ी क ोग कषतर म

णर काय क ईशानrdquo को

ाषा का भी ी सवाहक का परयोग सरकार क ािहत करत

र म परथम ह साथ ही िवकास क

अनपरयोग

र क ारा

लएनराज )

ii

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सदश

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) उिमयम भारत क उ र पव कषतर म िवकासातमक गितिविधय का समथरन करन क िलए अतिरकष िवजञान एव परौ ौिगकी ारा उललखनीय परगित करन क साथ ही भारत सरकार क राजभाषा नीितय का अनपालन सिनि त करन और कदर क कायारलयीन काम-काज म िहदी क परयोग को बढ़ावा दन क िलए भी परयासरत ह कदर क राजभाषा कायारनवयन सिमित क परयास स इस वषर िव िहदी िदवस क अवसर पर एनईसक अपन िहदी गह पितरका क परथम अक का परकाशन करन जा रहा ह

गह पितरका समसत एनईसक पिरवार क परयास का परितफल ह गह पितरका क माधयम स एनईसक पिरवार क सदसय ारा अपन िवचार को सहज रप स अिभ कत करन का अवसर िमला ह गह पितरका क परथम अक क सफल परकाशन पर समसत एनईसक पिरवार को हािदक शभकामनाए

जय िहद जय िहदी

(एसक ज अ दल अज़ीज)

परधान का एव सा परशा

ईशान iii

सपादक क कलम स

हम उ र-पव अतिरकष उपयोग कनदर (एनईसक) की िहदी गह पितरका lsquoईशानrsquo क

परथम अक को अतयत हषर क साथ परसतत कर रह ह इस वषर एनईसक म िव िहदी िदवस क अवसर पर िहदी स ाह का आयोजन िकया जा रहा ह एव इसी उपल य म िहदी गह पितरका क परथम अक का भी परकाशन िकया जा रहा ह पितरका ारा न कवल कनदर क कमरचारी बिलक उनक पिरवार क सदसय को भी अपनी भावना को अिभ कत करन का अवसर परदान िकया गया ह

पितरका क परकाशन की पररणा एनईसक राजभाषा कायारनवयन सिमित ारा िमली एव िनदशक महोदय न परकाशन हत परिरत भी िकया िजसक फलसवरप पितरका को आकार एव सवरप िमला पितरका क सभी लख रिचकर एव आकषरक ह तथा पितरका क माधयम स एनईसक म आयोिजत की जान वाली िविभ वजञािनक एव राजभाषा गितिविधय की जानकारी भी दी गई ह सपादक मडल पितरका क परकाशन कायर म सहयोग परदान करन क िलए एनईसक पिरवार का आभार परकट करता ह

इस पितरका क पाठक स हमारा िनवदन ह िक व इस अक म परकािशत सभी लख क बार म अपनी परितिकरयाए अवशय भज पितरका को बहतर बनान क िलए आपक सझाव आवशयक परामश का सदव सवागत िकया जायगा

ldquoआकलप रिवमव भासवनकरी ईशानrdquo

(यह ईशान कलपपयरनत सयर क समान परकािशत होता रह)

16 जनवरी 2021

iv

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

भारत सरकार अतिरकष िवभाग

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक)

ससथान एक झलक

1 परसतावना उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) अतिरकष िवभाग भारत सरकार तथा उ र पव पिरषद (उपप) क सयकत पहल मघालय सोसायटी पजीकरण अिधिनयम 1983 क अतगरत एक सोसायटी ह कदर न अतिरकष िवजञान और अतिरकष परौ ोिगकी का उपयोग करत हए भारत क पव र कषतर (एनईआर) क आठ राजय को 19 साल स अिधक समिपत सवाए परदान की ह कदर क परमख उ शय ह ndash 1 कषतर क पराकितक ससाधन और अवसरचना िनयोजन क िवकास परबधन पर गितिविधय का समथरन करन क िलए एक पिरचालन सदर सवदन और भौगोिलक सचना परणाली की सहायता स पराकितक ससाधन सचना का आधार परदान करना 2 कषतर क िशकषा सवासथय दखभाल आपदा परबधन सहायता और िवकास सबधी पिरचालन (परचालनी) उपगरह सचार अनपरयोग सवाए परदान करना 3 अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कषतर म अनसधान करना और एनईआर क िविभ शकषिणक ससथा क साथ यतरीकरण हब और नटविकग सथािपत करना 4 आपदा परबधन क िलए सभी सभव अतिरकष आधािरत समथरन क िलए िसगल िवड िडलवरी को सकषम करना 5 भ-सथािनक परौ ोिगकी क कषतर म कषमता िनमारण क िलए एक कषतरीय सतर पर अवसरचना सथािपत करना

2 सगठनातमक सरचना एनई-सक की सभी नीितय मामल ापार का िनणरय एनई-सक सोसायटी ारा िकया जाता ह अधयकष एनईसी एनई-सक सोसायटी की अधयकषता करत ह और सिचव अिवअधयकष इसरो इसक उपाधयकष ह सोसायटी क अनय सदसय ह ndash सिचव एनईसी आठ पव र राजय क मखय सिचव अिव क विर वजञािनक एनईसी क अिधकारीगण और पव र क िशकषािवद सोसायटी की सलाह क तहत एक शासी पिरषद (जीसी) सोसायटी कदर की गितिविधय का परबधन करती ह सिचव अिव अधयकष इसरो इस जीसी क अधयकष ह सिचव एनईसी वकिलपक अधयकष ह मखय सिचव मघालय एनईआर राजय सरकार क परितिनिधगण और इस कषतर म कदर सरकार एजिसय क परितिनिध जीसी क अनय सदसय ह

3 कायर और गितिवधया कदर क वजञािनक कायरकरम कषतर की आवशयकता क अनसार िनदिशत होत ह और एनई-सक सोसायटी और शासन पिरषद ारा इसकी वािषक समीकषा की जाती ह चाल वषर क दौरान एनई-सक न पराकितक ससाधन क परबधन सरचनातमक योजना सवासथय िशकषा उपगरह सचार और वायमडल िवजञान अनसदान क कषतर म पव र राजय क कवर करन वाली कई पिरयोजना को िलया और उनह परा िकया कदर न इस कषतर म परयोकता एजिसय ारा परायोिजत कई अनपरयोग पिरयोजनाए लाग की ह इसरो अिव ारा िव पोिषत समिनवत रा ीय कषतरीय पिरयोजनाए भ-परकषण अनपरयोग िमशन (ईओ-ए) क तहत अनसधान और िवकास पिरयोजनाए आपदा जोिखम घटाव हत उ र पव कषतरीय नोड क तहत उपगरह सचार (सटकॉम) कायरकरम आपदा जोिखम िन ीकरण हत उ र पव कषतरीय नोड क तहत (एनईआर-डीआरआर) क तहत आपदा परबधन समथरन (डीएमएस) कायरकरम वायमडल िवजञान कायरकरम (एएसपी) क तहत अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कायरकरम

ईशान v

4 परमख उपलिबधया एनई-सक न भारत क उ र पव कषतर (एनईआर) म पराकितक ससाधन क परबधन अवसरचना िनयोजन आपदा परबधन समथरन आिद जस िविभ परमख कषतर क िलए अतिरकष परौ ोिगकी क लाभ को िवकिसत करन म बहत महतवपणर परगित की ह वषर 2019-2020 क दौरान कदर की वजञािनक गितिविधय म कई नई पिरयोजना गितिविधय म काफी वि हई ह जबिक वषर क दौरान कई पिरयोजना को परा िकया गया ह कदर रशम बोडर (सीएसबी) क दसर चरण म दश क 26 राजय को कवर करन वाल रशम उतपादन िवकास म सदर सवदन और जीआईएस क अनपरयोग पर परायोिजत पिरयोजना को राजय सदर सवदन कदर क सहयोग स सफलतापवरक परा िकया गया ह पिरयोजना क दसर चरण को सफलता पवरक परा करन और पिरयोजना एटलस और िसलकस पोटरल क रप म पिरयोजना आटपट को औपचािरक रप स जारी करन क िलए एनई-सक म 5-6 अगसत 2019 क दौरान एक रा ीय सतर की कायरशाला आयोिजत की गई थी एनई-सक और कदरीय मगा एरी अनसधान और परिशकषण ससथान (सीएमईआर व टीआई) क बीच एक सहयोगी पिरयोजना क भाग सवरप भ-सथािनक तकनीक का उपयोग करत हए चयिनत मगा रशमकीट रोग और कीट की परारिभक चतावनी क िलए एक िनणरय समथरन परणाली का िवकास िकया गया ह एनईआर म सीएसबी क उ र पव कषतर व सवधरन योजना (एनईआरटीपीसी) कायरकरम क तहत बनाई गई सपि की िजयो-टिगग पर एक नई पिरयोजना भी वषर क दौरान शर की गई ह पिरयोजना का पहला चरण ldquoपरतयक राजय क एक िजल म एक बागवानी फसल क कषतर क िवसतार क िलए िव षणrdquo पर सफलता पवरक भ-सचना (चमन) कायरकरम का उपयोग करत हए समिनवत बागवानी मलयाकन और परबधन क तहत परा िकया गया ह पिरयोजना क दसर चरण को एनईआर क 16 िजल म सभािवत बागवानी फसल क िलए साइट उपयकता िव षण क िलए िकया जा रहा ह पिरयोजना का दसरा चरण एनईआर क 16 िजल म सभािवत बागवानी फसल क िलए साइट उपयकता िव षण क िलए िकया जा रहा ह मघालय म सीसीई की योजना और िनगरानी क िलए कई पिरयोजना क िलए महतवपणर परगित हई जस चयिनत फसल का एकर अनमान और क मोबाइल एप का िवकास एनईआर (सफालम कायरकरम क तहत) म मकका कषतर और उतपादन अनमान मघालय म बलॉक वार साली धान (शीतकालीन चावल) कषतर की पहचान मघालय क पव खासी िहलस िजल म सतर क वकषारोपण क िलए उपयकत कषतर की पहचान मघालय की िजलवार िम ी की उवररता की िसथित का मानिचतरण मरसथलीकण और भिम कषरण िनगरानी वषर 2019-2020 क दौरान एनईआर और परि म बगाल आिद क छह राजय म भ ता आकलन

वािनकी म सदर सवदन अनपरयोग क कषतर म एनई-सक अरणाचल परदश म वन कायर योजना तयार करन क िलए आरएस और जीआईएस इनपट जसी िविभ पिरयोजना को अजाम द रहा ह िमज़ोराम म वन कायर योजना तयार करन क िलए भ-सथािनक तकनीक का वन क बढ़त सटॉक का आकलन मिणपर क िविभ िविभ वन परभाग म दावािगन का भ-सथािनक मलयाकन ितरपरा क मलिरया परवण धलाई िजल म झम कषतर मानिचतरण और िनगरानी आदरर भिम सरकषण की तयारी क िलए इनपट- उिमयम जलाशय मघालय का एक कस अधययन टाइम सीरीज सटलाइट डटा का उपयोग करक एनईआर की वनसपित फनलॉजी का िव षण काजीरगा रा ीय उ ान की भिम कवर गितकी एनईआर आिद जगल म उपरोकत ज़मीन क बायोमास क आकलन म एसएआर अनपरयोग बाढ़ की चतावनी परणाली (एफएलईडबलयएस) कायरकरम क तहत बाढ़ की चतावनी क िलए औसतन वषर-दर-वषर चतावनी सफलता सकोर 75 और 24 स 36 घट क सतकर नततव समय क िलए औसत अलटर परा िकया जा सकता ह यह पिरयोजना अब असम क सभी बाढ़ परभािवत िजल को राजसव सकर ल सतर म

vi

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

काररवाई योगय बाढ़ अलटर क साथ कवर करती ह एफएलईडबलयएस को अनय उ र पव राजय तक बढ़ाया जा रहा ह पायलट आधार पर 2019 क िलए मघालय और ितरपरा को कवर िकया गया था अनय परमख पिरयोजनाए जो जल ससाधन क कषतर म की जाती ह असम नदी एटलस की तयारी एनई भारत क िलए आईडबलयएमपी वाटरशड की िनगरानी और मलयाकन आिद ह शहर और अवसरचना िनयोजन क िहसस क रप म कदर न मासटर पलानिवकास योजना पिरवहन योजना शहरी सथल उपयकतता िव षण शहरी पयारवरण योजना आिद की तयारी म योगदान िदया ह िशलाग योजना कषतर क िलए जीआईएस आधािरत मासटर पलान िवकास योजना का िनमारण 14000 पमान पर 312 िकमी क कषतर को कवर िकया जाता ह समह ारा िकए जा रह कई अनय अनय अधययन कोिहमा शहर सीमा कषतर िवकास योजना मघालय और मघालय म खती झम खती को सथानातिरत करन क भ-सथािनक डटाबस क िनमारण क िलए जीआईएस आधािरत दि कोण ह मघालय म कोयला खनन स परभािवत कषतर की योजना और बहाली क िलए भ-सथािनक कषतर भ-सथािनक डटाबस तयार िकया गया ह कछ अनय महतवपणर अधययन जस भकप पवरत पहचान नदी की गितशीलता और मानस ndash बकी नदी क कटाव क िलए टीईसी िवसगितय का आकलन मघालय म टकटॉिनक अधययन क िलए मोफ टकटॉिनक िव शण 76 Mw पपआ नय िगनी भकप आिद स पहल आयनमडल म भकपीय गड़बड़ी आिद कदर ारा िलया गया ह उ र पव सथािनक डटा िरपोिजटरी (एनईएसडीआर) िविभ उपयोगकतार समह क लाभ क िलए बड़ी मातरा म डटा वब सवा अनपरयोग और बाहरी डटा िलक क साथ सम ह िविभ िवषय पर लगभग 558 डटासट नौ परमख शरिणय ndash आधार परशासिनक सचना अवसरचना भिमससाधन जल ससाधन सपि और उपयोिगता इलाक आपदा परबधन सहायता आदान और कायर योजना इनपट म उपलबध कराए जात ह कई अनय परमख पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की गई ह व ह- मलिरया और अनय िबमािरय क शीघर िनदान और उपचार क िलए मोबाइल आधािरत एकीकत िनगरानी परणाली भ-सथािनक परौ ोिगकी का उपयोग कर एनईआर म एनईसी िव पोिषत पिरयोजना योजवना की भ-टिगग और िनगरानी एनईआर क मखय िनवारचन अिधकािरय (सीईओ) क कायारलय क िलए चनाव ई-एटलस बीटीसी की योजना क िजयोटिगग क िलए िजयोटिगग डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग रशम उतपादन पिरसपि य क िजयोटिगग क िलए डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग मगा रोग परारिभक चतावनी परणाली िशलाग क िलए कराइम जीआईएस असम मदा िवभाग क िलए िजयोटिगग ऐप कोिवड 19 वब अनपरयोग आिद का िवकास कदर न यएवी सदर सवदन (यएवी-आरएस) और अनपरयोग क कषतर म अपनी गितिविधय का िवसतार िकया ह 3 डी िपरिटग तकनीक की परगित क साथ परायोिगक उ शय क िलए इन-हाउस िमनी यएवी िवकिसत िकए गए ह यएवी टीम न कछ अनठ अनपरयोग का परदशरन िकया ह जस िक िनरतर िनगरानी क िलए यएवी का िनमारण आपदा क समय दवा भोजन और राहत सामगरी छोड़न क िलए डरॉप ततर आिद टीम न वषर 2019-2020 म एनईआर और दश क कछ अनय कषतर म िविभ उपयोगकतार िवभाग क िलए 14 स अिधक यएवी सवकषण िकए ह एनई-सक न आईआईएससी बगलर क साथ िमलकर एक उड़ान म कई सथान स कई पानी क नमन एकतर करन क िलए एक उभयचर यएवी िवकिसत िकया ह कदर न सामानय ल य को परा करन क िलए सवराज डरॉन क एक नटवकर को िवकिसत करन क िलए कज सौमया कॉलज ऑफ इजीिनयिरग क साथ सहयोग िकया ह अनय महतवपणर पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की जाती ह व ह- महादव-तोलोई-फटर सड़क क िनमारण क उपयकत मागर सरखण योजना क आधार पर आरएस और जीआईएस मघालय पर बड़ पमान पर सवकषण और सामदाियक सामदाियक आरिकषत वन का मानिचतरण उिमयम झील मघालय क िलए यएवी का उपयोग करक वटलड सवकषण और मानिचतरण तथा लिलतपर उ र परदश लिलतपर म िगरार िरज का सवकषण और मानिचतरण आिद

ईशान vii

उपगरह सचार क कषतर म एनई-सक इसरो क सामािजक िवकास कायरकरम जस- टली-िशकषा टली- िचिकतसा आपातकालीन सचार परणाली को उपगरह सचार परौ ोिगकी क उपयोग क माधयम स कायारिनवत कर रहा ह एनई-सक न कषतर म दरसथ िशकषा और दरसथ सवासथय सवा क िलए ापक नटवकर सथािपत िकया ह सिवधाए जसी- सामगरी उतपादन क िलए सटकॉम सटिडय आपातकालीन सचार क िलए पिरवहनीय डबलयएलल-वी-सट इसरो-डीएमएस वीपीएन नटवकर क तहत पराथिमक नोड टली-िशकषा नटवकर क तहत सटलाइट इटरएिकटव टिमनल अनय इसरो कदर क बीच सरिकषत सचार क िलए सपसनट सयोजकता का-बड परचार परयोग सिवधा इसरो ारा िवकिसत मोबाइल उपगरह सवा टिमनल आिद एनई-सक म उपलबध ह उ र पव राजय म टली-िशकषा पिरयोजना क तहत सभी सात हब(एचयबी) सह िशकषण अत और 329 उपगरह अनयोनयिकरया टिमनल (एसआईटी) सभी पव र राजय म चाल ह इन नटवक ारा 2019-2020 म सकड़ लाइव और िरकॉडर िकए गए कायरकरम का परसारण िकया गया और 50000 स अिधक छातर अनय समह को इन नटवक ार लाभािनवत िकया गया एनई-सक आपातकालीन सचार क िलए जीसट-6 उपगरह क तहत कई उपगरह मोबाइल रिडय (एसएमआर) और सटसटीव टिमनल स ससिजजत ह इसरो-ओनरा- सीएनईएस सयकत का-बड परसार परयोग उपगरह सचार म भ-सचार क उपयोग क िलए का-बड सकत क परसार पर वायमडलीय परभाव का आकलन करन क िलए एनई-सक पर पिरचालन कर रहा ह अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कषतर म एनई-सक म समह भारत क पव र कषतर क िलए लघ और मधयम शरणी क मौसम पवारनमान म सधार करन क िलए अनसधान म लग हए ह और गभीर मौसम पवारनमान म सधार पर धयान किदरत करत ह तिड़त पवारनमान सिहत समह की एक और परमख गितिविध ह इसक अलावा समह परमक आपदा जस ndash बाढ़ गभीर तफान तिड़त आिद क परबधन और एसबड पोलारीमिटरक रडार सवचािलत मौसम कदर उपगरह सखयातमक मॉडल आिद स डटा का समथरन और महतवपणर इनपट परदान करता ह समह ारा िकए जा रह अनय अधययन ह- एक पहाड़ी इलाक म ऐरोसॉल को अवशोिषत करन की लबवत रपरखा पव िहमालयी कषतर म ऐरोसॉल लकषण वणरन उिमयम और तवाग पर ऐरोसॉल की कषतरीय िवशषताए पहाड़ी सटशन पर कलाउड माइकरोिफिशयल गण पर अधययन धरवीय मापी डॉपलर मौसम रडार का उपयोग कर मानसन पवर मौसम परणाली का अवलोकन और िव षण डबलयआरएफ मॉडल का उपयोग करत हए मानसन िसमलशन म इनसट-3डी रिडएस आतमसात का परभाव डीडबलयआर डटा क परतयकष और अपरतयकष रप स अपरतयकष उपयोग क साथ डीडबलयआरएफ मॉडल क ारा भारत क एनईआर पर गरज का िसमलशन भारत क एनईआर क ऊपर सथान आधािरत तिड़त वतारनमान सधार ितरपरा क अबासा कषतर म मलिरया महामारी पर मौसम सबधी मापदड क परभाव का अधययन एनई-सक िवशष रप स एनई कषतर स उपयोगकतार िवभाग िशकषािवद और छातर क समदाय की माग को सबोिधत करत हए अपनी अपनी आउटरीच गितिविधय का िवसतार कर रहा ह इस वषर क दौरान िविभ िवषय पर कई परिशकषण कायरकरम और कायरशालाए जस िक आरएस व जीआईएस का आधारभत सदर सवदन और कई और सफलता पवरक सप हई ह बड़ी सखया म छातर अपन बाहरी पिरयोजना कायर क िलए एनई-सक का चयन करत ह इसक अलावा बड़ी सखया म िविभ शकषिणक ससथान का परितिनिधतव करन वाल छातर न वषर क दौरान अपन अधययन दौर कायरकरम क एक भाग सवरप म एनई-सक का दौरा िकया ह इसरो lsquoयवा वजञािनक कायरकरम यिवकाrsquo का आयोजन 13 मई स 25 मई 2019 तक िकया गया था इस कायरकरम म अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोरम नागालड िसिककम ितरपरा और पि म बगाल परतयक स तीन छातर न भाग िलया ह

viii

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉ िवकरम साराभाई की जनम शताबदी को िचिहनत करन क िलए इसरो क रा ापी िवकरम साराभाई शताबदी कायरकरम क एक भाग क रप म एनई-सक न 2 स 4 जनवरी 2020 तक ितरपरा मघालय और िसिककम म तीन ऐस कायरकरम आयोिजत िकए करमशः 25-26 जनवरी 2020 और 4-6 माचर 2020 20-22 नवबर क दौरान उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) और नॉथर इसटनर िहल यिनविसटी (नह) ारा सयकत रप स भारतीय भिमितकी सोसायटी (आईएसजी) और भारतीय सदर सवदन ससथान (आईएसआरएस) ldquoएनईआर पर िवशष जोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी म नवाचारrdquo पर रा ीय सगो ी का आयोजन िकया गया था

ईशान

परोफ़स

परोफ़सर जनवरी वातिरकषभारत मजनक क

शरीनगर भारत मम सपसफल औिवकषोभ शोधकतारउपरानत अनसधान

उनह न गरसचार पइनसट-एभारतीयपरमोचन परणािलय

सर सती

सतीश धवन2002) एक

कष इजीिनयर म परयोगातमक

रप म मान

र म जनम परोम एव आग च हई व भा

और सवदशी िवऔर पिरसीमार म स ए

वह 1972न सगठन (इस

गरामीण िशकषापर अगरगामी परएक दरसचाय सदर सवदन

यान (पीएसय का मागर पर

ीश धवन

न (25 िसतबक भारतीय

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परो सतीश धचलकर सयकतारतीय अतिरिवकास का नतमा परत क एक थ एम2 म भारतीसरो) क तीस

कषा सदर सवदपरयोग िकए उार उपगरह

न उपगरह औरसएलवी) जसीपरशसत हआ िज

बर 1920 ndash

गिणतजञ औापक रप

की अनसधान

धवन की िशकषकत रा अमिरकरकष कायरकरम नततव करत ह

कषतर क परखयजीकमनन

तीय अतिरसर अधयकष बन

दन और उपगरउनक परयास

आईआरएसर धरवीय उपगरी परचालनातम

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3

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परोिसआकमम

अतिरकष की यखड़ा कर िदया

उनकी मतय 3 मतय क बाद दिदशा म लगशरीहिरकोटा उपगरह परकषपणगया

सतीश चदर धनका नाम उनकपरौ ोिगकी अिभयितरकी भसतीश धवन खखा गया ह

परो सतीश धविसतमबर 202आयोिजत िककायरकरम म उमनान क िलए म कायरकरम का

यातरा करन वा

जनवरी 200दिकषण भारत

गभग 100 िआधर परदश

ण कदर क रप

नव राजकीयक नाम पर रससथान

भवन का नामखड आईआ

वन का जनम 20 को वचरअकया गया थाउनक ारा िद

इसरो मखयाा आयोजन िक

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02 को बगलत क च ई किकमी की

म िसथत म पननारमकर

य कॉलज फॉररखा गया हरोपड़ म म भी उनक

आईटी रोपड़ क

शताबदी कायअल मोड क मा भारतीय

िदए गय योगालय अतिरकषकया गया था

1

क सघ म

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यरकरम 25 माधयम स

अतिरकष गदान को कष िवभाग

2

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

रोजगार म कोिवड-19 क परभाव स मज़दरो क जीवन म सधार अथर वसथा क सकचन स रोजगार की िसथित म सकट उतप हो रहा ह िजसक कारण रोज़गार दन क नवीन कषतरो म कमी आ रही ह इस पिरिसथित स िनपटन क िलय भारत सरकार न रोज़गार lsquoगरीब कलयाण रोज़गार अिभयानrsquo जन म शर िकया गया ह िजसका उ शय गरामीण भारत म आजीिवका क नय अवसर परदान करना ह यह रोज़गार योजना एक तातकािलक राहत हो सकती ह परनत सभय शहरी नौकिरय का िवकलप नह हो सकती

रोज़गार क अवसर उपलबध करान क िलए कदम

शहरी कषतर म शरिमक की आजीिवका को सरिकषत करन क िलए दो चनौितया नीितगत हसतकषप करती ह

सबस पहल अिधकािधक रोजगार क अवसर उपलबध कराय जाय

और दसरा अचछी मजदरी एव कायरसथल की सगमता क िलए बिनयादी सिवधा का परसार करत हए रोजगार क कमी को दर िकया जाना वतरमान सकट क िलए शहरी रोजगार क म स िनपटन क िलए एक बह-आयामी रणनीित का

िनधाररण करना

पहला ततव शहरीकरण क पमान को दखत हए शहरी रोज़गार सजन कायरकरम पर धयान सथानीय सरकार क समनवय स होना चािहए जो शहर ारा सामना की जान वाली अनय समसया को हल करन क िलए महतवपणर ह चिक य समसयाए किठन ह सथानीय सतर पर इनका समाधान करन क िलए अिधक ससाधन की आवशयकता होती ह चन गए परितिनिधय

टरड यिनयन उ िमय और सामदाियक समह

को शािमल करक सथानीय गठबधन क गठन स ससाधन जटाए जा सकत ह

दसरा ततव सथानीय पहल स रोज़गार-गहन

िनवश नीितय की रपरखा बनाना एव कायारिनवत करना इन नीितय को सरकार क साथ-साथ िनजी उ िमय क पहल को भी गल

लगाना चािहए शरम और पजी क बीच अनकल सिवदातमक सबध ारा िनजी िनवश को सगम बनान की आवशयकता ह परौ ोिगकी और उतपादकता वि स सबिधत म पर शरिमक और उ िमय क िहत को पिरवितत करन क साथ उ म िनमारण क रणनीित का एक अिभ अग बनान की आवशयकता ह औ ोिगकीकरण का आधार लघ और स म उ ोग क िलए अितिरकत सहायता की आवशयकता ह िजसस शरम और पजी क बीच िहत को सतिलत िकया जा सक

तीसरा ततव शहरी बिनयादी ढाच को पराथिमकता दना होगा कय िक यह सथानीय अथर वसथा म कल िनवश का एक बड़ा िहससा ह

हालािक इनम स अिधकाश िनवश शायद ही कभी आधािरक सरचना गरीब शहरी िनवािसय को लाभािनवत करत होग कय िक आवास सड़क सीवरज और पानी की वसथा उनकी आवशयकता क िलए अपयार ह नगर िनगम क बिनयादी ढाच क िनमारण क िलए एक शरम-गहन दि कोण पजीगत गहन-दि कोण क िलए

एक लागत परभावी िवकलप हो सकता ह कय िक मज़दरी दर कम ह आधािरक सरचना िनवश रोज़गार सजन कमाई उतप करगा एव छोट

ईशान 3

उ म िनमारण म योगदान दगा कम-लागत वाल

आवास का िनमारण एक गितिविध ह िजसस शरम-गहन तरीक का सदउपयोग िकया जा सकता ह

चौथा ततव भारत क समसत शहर एव कसब म बड़ पमान पर िचिकतसा सवासथय और सवचछता क बिनयादी ढाच क िनमारण की िदशा म उनमख एक शहरी रोज़गार योजना का ततकाल शभारभ करना जो रोज़गार सजन क अनय कषतरो म राजय और सथानीय सरकार क कलयाणकारी हसतकषप

क िहसस क रप म आवशयक सवा क नटवकर का िवसतार करन क िलए हो सकता ह शहर स लौट शरिमक को अवशोिषत करन क िलए हमारी गरामीण अथर वसथा की कषमता बहत ही कम ह और इन शरिमक को एक सभय जीवन परदान करन क िलए किष की वहायरता सिदगध ह वासतव म इनम स कई शरिमक न अपन पारपिरक कायर खत कषतर को छोड़ िदए ह ग कय िक किष स आय उनक अिसततव क िलए अपयार रही होगी

फरािसस द ा वजञाअिभ lsquoएससीrsquo

4

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

कोणाकर का सयर मिदर भारत क परिस मिदर म स एक ह यह उड़ीसा का सबस परिस पयरटन सथल ह वषर 1984 म यनसको न इस िव धरोहर सथल

घोिषत िकया था यहा पर िहद धमर क सयर दवता की पजा की जाती ह यह ओिडशा राजय क परी शहर स लगभग 35 िकलोमीटर दर चदरभागा नदी क तट पर

िसथत ह यह मिदर अपनी िवशालता िनमारण सदरता वासतकला और मितकला क िलए अि तीय और ओिडशा की वासतकला की सदरता को परदिशत करता ह मिदर का वासतकला इसक आकषरण का कदर ह जो वासतव म एक रथ का आकार ह समपणर मिनदर सथल को बारह जोड़ी पिहय पर सात घोड़

ारा सचािलत रथ क रप म बनाया गया ह कोणाकर सयर मिनदर को बलक पगोडा क रप म भी जाना जाता ह

कोणाकर मिदर का िनमारण 13 व शताबदी क मधय म

गगा राजवश क राजा नरिसमहदव परथम ारा िकया गया था यह मिदर 1200 कारीगर की मदद स

बनाया गया था िजसका नततव मखय वासतकार िबश महाराणा न िकया था इितहास क अनसार मिदर क िनमारण को परा करन क िलए राजा न 5 साल की समय सीमा िनधारिरत िकया था लिकन जस-जस बारह साल क अत क करीब पहच गया िनमारण परा होन क करीब था अचानक मखय वासतकार िवश महाराणा और उनक कारीगर को

कलश (मिदर का ताज पतथर) को उिचत िसथित म

रखन म किठनाई का सामना करना पड़ा राजा नरिसहदव न सबह तक की समय-सीमा की घोषणा की थी िवफल होन पर सभी 1200 कारीगर मार

जाएग और पिरयोजना क मखय वासतकार होन क नात िवश महाराणा परशान थ उस समय िवश

महाराणा का 12 साल का बटा धमरपद अपन िपता

स िमलन आया था यह सनकर धमरपद न तरत ऊपर की तरफ उठ गया और उसन तरत उस चीज को ठीक करवाया और कलश को उसक उिचत िसथित म रख िदया मिदर क परा होन को दखकर सभी कारीगर बहत खश हए लिकन उनह अपन सवय क

जीवन क िलए डर था यिद राजा को पता चला िक एक बचच न उनक बजाय काम परा कर िलया ह उनह न माग की िक धमरपद को मार िदया जाए अत म धमरपद न सभी कारीगर क जीवन को बचान क

िलए और सबका मान रखन क िलए मिदर क शीषर

पर चढ़ गया और अपन जीवन का बिलदान करन क िलए समदर क गहर नील पानी म कद गया

एक यवा लड़का िजसन अब तक का सबस बड़ा मिदर बनाकर सव चच वभव परा िकया उसन दसर क

जीवन को बचान क िलए खद को बिलदान कर िदया सकड़ वष क बाद सयर मिदर बबारद हो गया ह

लिकन धमरपद अब भी िकवदती म और ओिडशा क हर कारीगर की महतवाकाकषा म जीिवत ह

हाशीष दाश पसतकालय सहायक एrsquo

ईशान 5

मरी मा

मा एक साधारण नारी कया-कया नह करती वह

नौकरी करती घर सभालती पर मह स कभी भी आह न करती

दफतर स जब घर वह आती

उनकी गोदी म िसर रख दती म खदकी थकान को भला वह एकटक मझ िनहारन लगती खाना बनाती हम पढ़ाती

कभी िकसीको अपनी था न कहती

च ान जसी मजबत वह लगती पानी जसी कभी बहन वह लगती

मन म उनक कया चलता ह कभी उस वह कत न करती

अभी सोचती ह तो लगता ह मा नह एक साधारण नारी

वह तो ह एक तयाग की मरत ममता म िलपटी एक पयारी सरत

शरीमती रखा भराली गोगोई वजञािनकअिभयता lsquoएस ई

6

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ldquoिशकषा कrdquo शरी च य महापरभ क ारा िलिखत

चतनय महापरभ का जनम सवत १५४२ िवकरमी की फालगनी पिणमा होली क िदन बगाल क नव ीप नगर म हआ था उनक िपता का नाम पिडत जग ाथ िमशर और माता का नाम शचीदवी था िपता िसलहट क रहनवाल थ नव ीप म पढ़न क िलए आय थ भगवान शरी गौरसनदर चतनय महापरभ न अपन िशषय को शरीकषण-तततव पर गरनथ की रचना करन की आजञा दी िजसका पालन उनक अनयायी आज तक कर रह ह वासतव म शरी चतनय महापरभ ारा िजस दशरन िक िशकषा दी गयी उस पर हई ाखयाए परम िवसतत एव सदढ़ ह य िप भगवान चतनय महापरभ अपन यवावसथा म ही परम िव ान क रप म िवखयात थ िकनत उनह न हम कवल आठ ोक ही परदान िकय िजनह ldquoिशकषा कrdquo कहत ह इन आठ ोक म शरीमनमहापरभ न अपन परयोजन को सप कर िदया ह इन परम मलयवान पराथरना का यहा मलरप एव अनवाद परसतत िकया जा रहा ह

चतोदपरणमाजरन भव-महादावािगन-िनवारपणम

शरयःकरवचिनदरकािवतरण िव ावध-जीवनम आनदामबिधवधरन परितपद पणारमतासवादनम

सवारतम पन पर िवजयत शरीकषण-सकीतरनम १

अनवाद शरीकषण-सकीतरन की परम िवजय हो जो हदय म वष स सिचत मल का माजरन करन वाला तथा बारमबार

जनम-मतय रपी दावानल को शात करन वाला ह यह सकीतरन यजञ मानवता क िलए परम कलयाणकारी ह कय िक

चनदर-िकरण की तरह शीतलता परदान करता ह समसत अपराकत िव ा रपी वध का यही जीवन ह यह आनद क

सागर की वि करन वाला ह और िनतय अमत का आसवादन करान वाला ह १

ना ामकािर बहधा िनज सवर शिकतसततरािपता िनयिमतः समरण न कालः एतादशी तव कपा भगवनममािप ददवमीदशिमहाजिन नानरागः२

अनवाद ह भगवन आपका मातर नाम ही जीव का सब परकार स मगल करन वाला ह-कषण गोिवनद जस आपक लाख

नाम ह आपन इन नाम म अपनी समसत अपराकत शिकतया अिपत कर दी ह इन नाम का समरण एव कीतरन करन म

दश-काल आिद का कोई भी िनयम नह ह परभ आपन अपनी कपा क कारण हम भगव ाम क ारा अतयत ही सरलता

स भगवत-पराि कर लन म समथर बना िदया ह िकनत म इतना दभारगयशाली ह िक आपक नाम म अब भी मरा अनराग

उतप नह हो पाया ह २

तणादिप सनीचन तरोरिप सिहषणना अमािनना मानदन कीतरनीयः सदा हिरः ३

ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

10

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

20

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

22

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

24

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सदश

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) उिमयम भारत क उ र पव कषतर म िवकासातमक गितिविधय का समथरन करन क िलए अतिरकष िवजञान एव परौ ौिगकी ारा उललखनीय परगित करन क साथ ही भारत सरकार क राजभाषा नीितय का अनपालन सिनि त करन और कदर क कायारलयीन काम-काज म िहदी क परयोग को बढ़ावा दन क िलए भी परयासरत ह कदर क राजभाषा कायारनवयन सिमित क परयास स इस वषर िव िहदी िदवस क अवसर पर एनईसक अपन िहदी गह पितरका क परथम अक का परकाशन करन जा रहा ह

गह पितरका समसत एनईसक पिरवार क परयास का परितफल ह गह पितरका क माधयम स एनईसक पिरवार क सदसय ारा अपन िवचार को सहज रप स अिभ कत करन का अवसर िमला ह गह पितरका क परथम अक क सफल परकाशन पर समसत एनईसक पिरवार को हािदक शभकामनाए

जय िहद जय िहदी

(एसक ज अ दल अज़ीज)

परधान का एव सा परशा

ईशान iii

सपादक क कलम स

हम उ र-पव अतिरकष उपयोग कनदर (एनईसक) की िहदी गह पितरका lsquoईशानrsquo क

परथम अक को अतयत हषर क साथ परसतत कर रह ह इस वषर एनईसक म िव िहदी िदवस क अवसर पर िहदी स ाह का आयोजन िकया जा रहा ह एव इसी उपल य म िहदी गह पितरका क परथम अक का भी परकाशन िकया जा रहा ह पितरका ारा न कवल कनदर क कमरचारी बिलक उनक पिरवार क सदसय को भी अपनी भावना को अिभ कत करन का अवसर परदान िकया गया ह

पितरका क परकाशन की पररणा एनईसक राजभाषा कायारनवयन सिमित ारा िमली एव िनदशक महोदय न परकाशन हत परिरत भी िकया िजसक फलसवरप पितरका को आकार एव सवरप िमला पितरका क सभी लख रिचकर एव आकषरक ह तथा पितरका क माधयम स एनईसक म आयोिजत की जान वाली िविभ वजञािनक एव राजभाषा गितिविधय की जानकारी भी दी गई ह सपादक मडल पितरका क परकाशन कायर म सहयोग परदान करन क िलए एनईसक पिरवार का आभार परकट करता ह

इस पितरका क पाठक स हमारा िनवदन ह िक व इस अक म परकािशत सभी लख क बार म अपनी परितिकरयाए अवशय भज पितरका को बहतर बनान क िलए आपक सझाव आवशयक परामश का सदव सवागत िकया जायगा

ldquoआकलप रिवमव भासवनकरी ईशानrdquo

(यह ईशान कलपपयरनत सयर क समान परकािशत होता रह)

16 जनवरी 2021

iv

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

भारत सरकार अतिरकष िवभाग

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक)

ससथान एक झलक

1 परसतावना उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) अतिरकष िवभाग भारत सरकार तथा उ र पव पिरषद (उपप) क सयकत पहल मघालय सोसायटी पजीकरण अिधिनयम 1983 क अतगरत एक सोसायटी ह कदर न अतिरकष िवजञान और अतिरकष परौ ोिगकी का उपयोग करत हए भारत क पव र कषतर (एनईआर) क आठ राजय को 19 साल स अिधक समिपत सवाए परदान की ह कदर क परमख उ शय ह ndash 1 कषतर क पराकितक ससाधन और अवसरचना िनयोजन क िवकास परबधन पर गितिविधय का समथरन करन क िलए एक पिरचालन सदर सवदन और भौगोिलक सचना परणाली की सहायता स पराकितक ससाधन सचना का आधार परदान करना 2 कषतर क िशकषा सवासथय दखभाल आपदा परबधन सहायता और िवकास सबधी पिरचालन (परचालनी) उपगरह सचार अनपरयोग सवाए परदान करना 3 अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कषतर म अनसधान करना और एनईआर क िविभ शकषिणक ससथा क साथ यतरीकरण हब और नटविकग सथािपत करना 4 आपदा परबधन क िलए सभी सभव अतिरकष आधािरत समथरन क िलए िसगल िवड िडलवरी को सकषम करना 5 भ-सथािनक परौ ोिगकी क कषतर म कषमता िनमारण क िलए एक कषतरीय सतर पर अवसरचना सथािपत करना

2 सगठनातमक सरचना एनई-सक की सभी नीितय मामल ापार का िनणरय एनई-सक सोसायटी ारा िकया जाता ह अधयकष एनईसी एनई-सक सोसायटी की अधयकषता करत ह और सिचव अिवअधयकष इसरो इसक उपाधयकष ह सोसायटी क अनय सदसय ह ndash सिचव एनईसी आठ पव र राजय क मखय सिचव अिव क विर वजञािनक एनईसी क अिधकारीगण और पव र क िशकषािवद सोसायटी की सलाह क तहत एक शासी पिरषद (जीसी) सोसायटी कदर की गितिविधय का परबधन करती ह सिचव अिव अधयकष इसरो इस जीसी क अधयकष ह सिचव एनईसी वकिलपक अधयकष ह मखय सिचव मघालय एनईआर राजय सरकार क परितिनिधगण और इस कषतर म कदर सरकार एजिसय क परितिनिध जीसी क अनय सदसय ह

3 कायर और गितिवधया कदर क वजञािनक कायरकरम कषतर की आवशयकता क अनसार िनदिशत होत ह और एनई-सक सोसायटी और शासन पिरषद ारा इसकी वािषक समीकषा की जाती ह चाल वषर क दौरान एनई-सक न पराकितक ससाधन क परबधन सरचनातमक योजना सवासथय िशकषा उपगरह सचार और वायमडल िवजञान अनसदान क कषतर म पव र राजय क कवर करन वाली कई पिरयोजना को िलया और उनह परा िकया कदर न इस कषतर म परयोकता एजिसय ारा परायोिजत कई अनपरयोग पिरयोजनाए लाग की ह इसरो अिव ारा िव पोिषत समिनवत रा ीय कषतरीय पिरयोजनाए भ-परकषण अनपरयोग िमशन (ईओ-ए) क तहत अनसधान और िवकास पिरयोजनाए आपदा जोिखम घटाव हत उ र पव कषतरीय नोड क तहत उपगरह सचार (सटकॉम) कायरकरम आपदा जोिखम िन ीकरण हत उ र पव कषतरीय नोड क तहत (एनईआर-डीआरआर) क तहत आपदा परबधन समथरन (डीएमएस) कायरकरम वायमडल िवजञान कायरकरम (एएसपी) क तहत अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कायरकरम

ईशान v

4 परमख उपलिबधया एनई-सक न भारत क उ र पव कषतर (एनईआर) म पराकितक ससाधन क परबधन अवसरचना िनयोजन आपदा परबधन समथरन आिद जस िविभ परमख कषतर क िलए अतिरकष परौ ोिगकी क लाभ को िवकिसत करन म बहत महतवपणर परगित की ह वषर 2019-2020 क दौरान कदर की वजञािनक गितिविधय म कई नई पिरयोजना गितिविधय म काफी वि हई ह जबिक वषर क दौरान कई पिरयोजना को परा िकया गया ह कदर रशम बोडर (सीएसबी) क दसर चरण म दश क 26 राजय को कवर करन वाल रशम उतपादन िवकास म सदर सवदन और जीआईएस क अनपरयोग पर परायोिजत पिरयोजना को राजय सदर सवदन कदर क सहयोग स सफलतापवरक परा िकया गया ह पिरयोजना क दसर चरण को सफलता पवरक परा करन और पिरयोजना एटलस और िसलकस पोटरल क रप म पिरयोजना आटपट को औपचािरक रप स जारी करन क िलए एनई-सक म 5-6 अगसत 2019 क दौरान एक रा ीय सतर की कायरशाला आयोिजत की गई थी एनई-सक और कदरीय मगा एरी अनसधान और परिशकषण ससथान (सीएमईआर व टीआई) क बीच एक सहयोगी पिरयोजना क भाग सवरप भ-सथािनक तकनीक का उपयोग करत हए चयिनत मगा रशमकीट रोग और कीट की परारिभक चतावनी क िलए एक िनणरय समथरन परणाली का िवकास िकया गया ह एनईआर म सीएसबी क उ र पव कषतर व सवधरन योजना (एनईआरटीपीसी) कायरकरम क तहत बनाई गई सपि की िजयो-टिगग पर एक नई पिरयोजना भी वषर क दौरान शर की गई ह पिरयोजना का पहला चरण ldquoपरतयक राजय क एक िजल म एक बागवानी फसल क कषतर क िवसतार क िलए िव षणrdquo पर सफलता पवरक भ-सचना (चमन) कायरकरम का उपयोग करत हए समिनवत बागवानी मलयाकन और परबधन क तहत परा िकया गया ह पिरयोजना क दसर चरण को एनईआर क 16 िजल म सभािवत बागवानी फसल क िलए साइट उपयकता िव षण क िलए िकया जा रहा ह पिरयोजना का दसरा चरण एनईआर क 16 िजल म सभािवत बागवानी फसल क िलए साइट उपयकता िव षण क िलए िकया जा रहा ह मघालय म सीसीई की योजना और िनगरानी क िलए कई पिरयोजना क िलए महतवपणर परगित हई जस चयिनत फसल का एकर अनमान और क मोबाइल एप का िवकास एनईआर (सफालम कायरकरम क तहत) म मकका कषतर और उतपादन अनमान मघालय म बलॉक वार साली धान (शीतकालीन चावल) कषतर की पहचान मघालय क पव खासी िहलस िजल म सतर क वकषारोपण क िलए उपयकत कषतर की पहचान मघालय की िजलवार िम ी की उवररता की िसथित का मानिचतरण मरसथलीकण और भिम कषरण िनगरानी वषर 2019-2020 क दौरान एनईआर और परि म बगाल आिद क छह राजय म भ ता आकलन

वािनकी म सदर सवदन अनपरयोग क कषतर म एनई-सक अरणाचल परदश म वन कायर योजना तयार करन क िलए आरएस और जीआईएस इनपट जसी िविभ पिरयोजना को अजाम द रहा ह िमज़ोराम म वन कायर योजना तयार करन क िलए भ-सथािनक तकनीक का वन क बढ़त सटॉक का आकलन मिणपर क िविभ िविभ वन परभाग म दावािगन का भ-सथािनक मलयाकन ितरपरा क मलिरया परवण धलाई िजल म झम कषतर मानिचतरण और िनगरानी आदरर भिम सरकषण की तयारी क िलए इनपट- उिमयम जलाशय मघालय का एक कस अधययन टाइम सीरीज सटलाइट डटा का उपयोग करक एनईआर की वनसपित फनलॉजी का िव षण काजीरगा रा ीय उ ान की भिम कवर गितकी एनईआर आिद जगल म उपरोकत ज़मीन क बायोमास क आकलन म एसएआर अनपरयोग बाढ़ की चतावनी परणाली (एफएलईडबलयएस) कायरकरम क तहत बाढ़ की चतावनी क िलए औसतन वषर-दर-वषर चतावनी सफलता सकोर 75 और 24 स 36 घट क सतकर नततव समय क िलए औसत अलटर परा िकया जा सकता ह यह पिरयोजना अब असम क सभी बाढ़ परभािवत िजल को राजसव सकर ल सतर म

vi

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

काररवाई योगय बाढ़ अलटर क साथ कवर करती ह एफएलईडबलयएस को अनय उ र पव राजय तक बढ़ाया जा रहा ह पायलट आधार पर 2019 क िलए मघालय और ितरपरा को कवर िकया गया था अनय परमख पिरयोजनाए जो जल ससाधन क कषतर म की जाती ह असम नदी एटलस की तयारी एनई भारत क िलए आईडबलयएमपी वाटरशड की िनगरानी और मलयाकन आिद ह शहर और अवसरचना िनयोजन क िहसस क रप म कदर न मासटर पलानिवकास योजना पिरवहन योजना शहरी सथल उपयकतता िव षण शहरी पयारवरण योजना आिद की तयारी म योगदान िदया ह िशलाग योजना कषतर क िलए जीआईएस आधािरत मासटर पलान िवकास योजना का िनमारण 14000 पमान पर 312 िकमी क कषतर को कवर िकया जाता ह समह ारा िकए जा रह कई अनय अनय अधययन कोिहमा शहर सीमा कषतर िवकास योजना मघालय और मघालय म खती झम खती को सथानातिरत करन क भ-सथािनक डटाबस क िनमारण क िलए जीआईएस आधािरत दि कोण ह मघालय म कोयला खनन स परभािवत कषतर की योजना और बहाली क िलए भ-सथािनक कषतर भ-सथािनक डटाबस तयार िकया गया ह कछ अनय महतवपणर अधययन जस भकप पवरत पहचान नदी की गितशीलता और मानस ndash बकी नदी क कटाव क िलए टीईसी िवसगितय का आकलन मघालय म टकटॉिनक अधययन क िलए मोफ टकटॉिनक िव शण 76 Mw पपआ नय िगनी भकप आिद स पहल आयनमडल म भकपीय गड़बड़ी आिद कदर ारा िलया गया ह उ र पव सथािनक डटा िरपोिजटरी (एनईएसडीआर) िविभ उपयोगकतार समह क लाभ क िलए बड़ी मातरा म डटा वब सवा अनपरयोग और बाहरी डटा िलक क साथ सम ह िविभ िवषय पर लगभग 558 डटासट नौ परमख शरिणय ndash आधार परशासिनक सचना अवसरचना भिमससाधन जल ससाधन सपि और उपयोिगता इलाक आपदा परबधन सहायता आदान और कायर योजना इनपट म उपलबध कराए जात ह कई अनय परमख पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की गई ह व ह- मलिरया और अनय िबमािरय क शीघर िनदान और उपचार क िलए मोबाइल आधािरत एकीकत िनगरानी परणाली भ-सथािनक परौ ोिगकी का उपयोग कर एनईआर म एनईसी िव पोिषत पिरयोजना योजवना की भ-टिगग और िनगरानी एनईआर क मखय िनवारचन अिधकािरय (सीईओ) क कायारलय क िलए चनाव ई-एटलस बीटीसी की योजना क िजयोटिगग क िलए िजयोटिगग डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग रशम उतपादन पिरसपि य क िजयोटिगग क िलए डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग मगा रोग परारिभक चतावनी परणाली िशलाग क िलए कराइम जीआईएस असम मदा िवभाग क िलए िजयोटिगग ऐप कोिवड 19 वब अनपरयोग आिद का िवकास कदर न यएवी सदर सवदन (यएवी-आरएस) और अनपरयोग क कषतर म अपनी गितिविधय का िवसतार िकया ह 3 डी िपरिटग तकनीक की परगित क साथ परायोिगक उ शय क िलए इन-हाउस िमनी यएवी िवकिसत िकए गए ह यएवी टीम न कछ अनठ अनपरयोग का परदशरन िकया ह जस िक िनरतर िनगरानी क िलए यएवी का िनमारण आपदा क समय दवा भोजन और राहत सामगरी छोड़न क िलए डरॉप ततर आिद टीम न वषर 2019-2020 म एनईआर और दश क कछ अनय कषतर म िविभ उपयोगकतार िवभाग क िलए 14 स अिधक यएवी सवकषण िकए ह एनई-सक न आईआईएससी बगलर क साथ िमलकर एक उड़ान म कई सथान स कई पानी क नमन एकतर करन क िलए एक उभयचर यएवी िवकिसत िकया ह कदर न सामानय ल य को परा करन क िलए सवराज डरॉन क एक नटवकर को िवकिसत करन क िलए कज सौमया कॉलज ऑफ इजीिनयिरग क साथ सहयोग िकया ह अनय महतवपणर पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की जाती ह व ह- महादव-तोलोई-फटर सड़क क िनमारण क उपयकत मागर सरखण योजना क आधार पर आरएस और जीआईएस मघालय पर बड़ पमान पर सवकषण और सामदाियक सामदाियक आरिकषत वन का मानिचतरण उिमयम झील मघालय क िलए यएवी का उपयोग करक वटलड सवकषण और मानिचतरण तथा लिलतपर उ र परदश लिलतपर म िगरार िरज का सवकषण और मानिचतरण आिद

ईशान vii

उपगरह सचार क कषतर म एनई-सक इसरो क सामािजक िवकास कायरकरम जस- टली-िशकषा टली- िचिकतसा आपातकालीन सचार परणाली को उपगरह सचार परौ ोिगकी क उपयोग क माधयम स कायारिनवत कर रहा ह एनई-सक न कषतर म दरसथ िशकषा और दरसथ सवासथय सवा क िलए ापक नटवकर सथािपत िकया ह सिवधाए जसी- सामगरी उतपादन क िलए सटकॉम सटिडय आपातकालीन सचार क िलए पिरवहनीय डबलयएलल-वी-सट इसरो-डीएमएस वीपीएन नटवकर क तहत पराथिमक नोड टली-िशकषा नटवकर क तहत सटलाइट इटरएिकटव टिमनल अनय इसरो कदर क बीच सरिकषत सचार क िलए सपसनट सयोजकता का-बड परचार परयोग सिवधा इसरो ारा िवकिसत मोबाइल उपगरह सवा टिमनल आिद एनई-सक म उपलबध ह उ र पव राजय म टली-िशकषा पिरयोजना क तहत सभी सात हब(एचयबी) सह िशकषण अत और 329 उपगरह अनयोनयिकरया टिमनल (एसआईटी) सभी पव र राजय म चाल ह इन नटवक ारा 2019-2020 म सकड़ लाइव और िरकॉडर िकए गए कायरकरम का परसारण िकया गया और 50000 स अिधक छातर अनय समह को इन नटवक ार लाभािनवत िकया गया एनई-सक आपातकालीन सचार क िलए जीसट-6 उपगरह क तहत कई उपगरह मोबाइल रिडय (एसएमआर) और सटसटीव टिमनल स ससिजजत ह इसरो-ओनरा- सीएनईएस सयकत का-बड परसार परयोग उपगरह सचार म भ-सचार क उपयोग क िलए का-बड सकत क परसार पर वायमडलीय परभाव का आकलन करन क िलए एनई-सक पर पिरचालन कर रहा ह अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कषतर म एनई-सक म समह भारत क पव र कषतर क िलए लघ और मधयम शरणी क मौसम पवारनमान म सधार करन क िलए अनसधान म लग हए ह और गभीर मौसम पवारनमान म सधार पर धयान किदरत करत ह तिड़त पवारनमान सिहत समह की एक और परमख गितिविध ह इसक अलावा समह परमक आपदा जस ndash बाढ़ गभीर तफान तिड़त आिद क परबधन और एसबड पोलारीमिटरक रडार सवचािलत मौसम कदर उपगरह सखयातमक मॉडल आिद स डटा का समथरन और महतवपणर इनपट परदान करता ह समह ारा िकए जा रह अनय अधययन ह- एक पहाड़ी इलाक म ऐरोसॉल को अवशोिषत करन की लबवत रपरखा पव िहमालयी कषतर म ऐरोसॉल लकषण वणरन उिमयम और तवाग पर ऐरोसॉल की कषतरीय िवशषताए पहाड़ी सटशन पर कलाउड माइकरोिफिशयल गण पर अधययन धरवीय मापी डॉपलर मौसम रडार का उपयोग कर मानसन पवर मौसम परणाली का अवलोकन और िव षण डबलयआरएफ मॉडल का उपयोग करत हए मानसन िसमलशन म इनसट-3डी रिडएस आतमसात का परभाव डीडबलयआर डटा क परतयकष और अपरतयकष रप स अपरतयकष उपयोग क साथ डीडबलयआरएफ मॉडल क ारा भारत क एनईआर पर गरज का िसमलशन भारत क एनईआर क ऊपर सथान आधािरत तिड़त वतारनमान सधार ितरपरा क अबासा कषतर म मलिरया महामारी पर मौसम सबधी मापदड क परभाव का अधययन एनई-सक िवशष रप स एनई कषतर स उपयोगकतार िवभाग िशकषािवद और छातर क समदाय की माग को सबोिधत करत हए अपनी अपनी आउटरीच गितिविधय का िवसतार कर रहा ह इस वषर क दौरान िविभ िवषय पर कई परिशकषण कायरकरम और कायरशालाए जस िक आरएस व जीआईएस का आधारभत सदर सवदन और कई और सफलता पवरक सप हई ह बड़ी सखया म छातर अपन बाहरी पिरयोजना कायर क िलए एनई-सक का चयन करत ह इसक अलावा बड़ी सखया म िविभ शकषिणक ससथान का परितिनिधतव करन वाल छातर न वषर क दौरान अपन अधययन दौर कायरकरम क एक भाग सवरप म एनई-सक का दौरा िकया ह इसरो lsquoयवा वजञािनक कायरकरम यिवकाrsquo का आयोजन 13 मई स 25 मई 2019 तक िकया गया था इस कायरकरम म अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोरम नागालड िसिककम ितरपरा और पि म बगाल परतयक स तीन छातर न भाग िलया ह

viii

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉ िवकरम साराभाई की जनम शताबदी को िचिहनत करन क िलए इसरो क रा ापी िवकरम साराभाई शताबदी कायरकरम क एक भाग क रप म एनई-सक न 2 स 4 जनवरी 2020 तक ितरपरा मघालय और िसिककम म तीन ऐस कायरकरम आयोिजत िकए करमशः 25-26 जनवरी 2020 और 4-6 माचर 2020 20-22 नवबर क दौरान उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) और नॉथर इसटनर िहल यिनविसटी (नह) ारा सयकत रप स भारतीय भिमितकी सोसायटी (आईएसजी) और भारतीय सदर सवदन ससथान (आईएसआरएस) ldquoएनईआर पर िवशष जोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी म नवाचारrdquo पर रा ीय सगो ी का आयोजन िकया गया था

ईशान

परोफ़स

परोफ़सर जनवरी वातिरकषभारत मजनक क

शरीनगर भारत मम सपसफल औिवकषोभ शोधकतारउपरानत अनसधान

उनह न गरसचार पइनसट-एभारतीयपरमोचन परणािलय

सर सती

सतीश धवन2002) एक

कष इजीिनयर म परयोगातमक

रप म मान

र म जनम परोम एव आग च हई व भा

और सवदशी िवऔर पिरसीमार म स ए

वह 1972न सगठन (इस

गरामीण िशकषापर अगरगामी परएक दरसचाय सदर सवदन

यान (पीएसय का मागर पर

ीश धवन

न (25 िसतबक भारतीय

थ उनह क तरल गितकी

जात ह

परो सतीश धचलकर सयकतारतीय अतिरिवकास का नतमा परत क एक थ एम2 म भारतीसरो) क तीस

कषा सदर सवदपरयोग िकए उार उपगरह

न उपगरह औरसएलवी) जसीपरशसत हआ िज

बर 1920 ndash

गिणतजञ औापक रप

की अनसधान

धवन की िशकषकत रा अमिरकरकष कायरकरम नततव करत ह

कषतर क परखयजीकमनन

तीय अतिरसर अधयकष बन

दन और उपगरउनक परयास

आईआरएसर धरवीय उपगरी परचालनातम

िजसन भारत क

3

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उमिदशरीउग

सकपरौअसरख

परोिसआकमम

अतिरकष की यखड़ा कर िदया

उनकी मतय 3 मतय क बाद दिदशा म लगशरीहिरकोटा उपगरह परकषपणगया

सतीश चदर धनका नाम उनकपरौ ोिगकी अिभयितरकी भसतीश धवन खखा गया ह

परो सतीश धविसतमबर 202आयोिजत िककायरकरम म उमनान क िलए म कायरकरम का

यातरा करन वा

जनवरी 200दिकषण भारत

गभग 100 िआधर परदश

ण कदर क रप

नव राजकीयक नाम पर रससथान

भवन का नामखड आईआ

वन का जनम 20 को वचरअकया गया थाउनक ारा िद

इसरो मखयाा आयोजन िक

वाल रा क

02 को बगलत क च ई किकमी की

म िसथत म पननारमकर

य कॉलज फॉररखा गया हरोपड़ म म भी उनक

आईटी रोपड़ क

शताबदी कायअल मोड क मा भारतीय

िदए गय योगालय अतिरकषकया गया था

1

क सघ म

लर म हई की उ री दरी पर भारतीय

रण िकया

र बवायज भारतीय

याितरक नाम पर

क रप म

यरकरम 25 माधयम स

अतिरकष गदान को कष िवभाग

2

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

रोजगार म कोिवड-19 क परभाव स मज़दरो क जीवन म सधार अथर वसथा क सकचन स रोजगार की िसथित म सकट उतप हो रहा ह िजसक कारण रोज़गार दन क नवीन कषतरो म कमी आ रही ह इस पिरिसथित स िनपटन क िलय भारत सरकार न रोज़गार lsquoगरीब कलयाण रोज़गार अिभयानrsquo जन म शर िकया गया ह िजसका उ शय गरामीण भारत म आजीिवका क नय अवसर परदान करना ह यह रोज़गार योजना एक तातकािलक राहत हो सकती ह परनत सभय शहरी नौकिरय का िवकलप नह हो सकती

रोज़गार क अवसर उपलबध करान क िलए कदम

शहरी कषतर म शरिमक की आजीिवका को सरिकषत करन क िलए दो चनौितया नीितगत हसतकषप करती ह

सबस पहल अिधकािधक रोजगार क अवसर उपलबध कराय जाय

और दसरा अचछी मजदरी एव कायरसथल की सगमता क िलए बिनयादी सिवधा का परसार करत हए रोजगार क कमी को दर िकया जाना वतरमान सकट क िलए शहरी रोजगार क म स िनपटन क िलए एक बह-आयामी रणनीित का

िनधाररण करना

पहला ततव शहरीकरण क पमान को दखत हए शहरी रोज़गार सजन कायरकरम पर धयान सथानीय सरकार क समनवय स होना चािहए जो शहर ारा सामना की जान वाली अनय समसया को हल करन क िलए महतवपणर ह चिक य समसयाए किठन ह सथानीय सतर पर इनका समाधान करन क िलए अिधक ससाधन की आवशयकता होती ह चन गए परितिनिधय

टरड यिनयन उ िमय और सामदाियक समह

को शािमल करक सथानीय गठबधन क गठन स ससाधन जटाए जा सकत ह

दसरा ततव सथानीय पहल स रोज़गार-गहन

िनवश नीितय की रपरखा बनाना एव कायारिनवत करना इन नीितय को सरकार क साथ-साथ िनजी उ िमय क पहल को भी गल

लगाना चािहए शरम और पजी क बीच अनकल सिवदातमक सबध ारा िनजी िनवश को सगम बनान की आवशयकता ह परौ ोिगकी और उतपादकता वि स सबिधत म पर शरिमक और उ िमय क िहत को पिरवितत करन क साथ उ म िनमारण क रणनीित का एक अिभ अग बनान की आवशयकता ह औ ोिगकीकरण का आधार लघ और स म उ ोग क िलए अितिरकत सहायता की आवशयकता ह िजसस शरम और पजी क बीच िहत को सतिलत िकया जा सक

तीसरा ततव शहरी बिनयादी ढाच को पराथिमकता दना होगा कय िक यह सथानीय अथर वसथा म कल िनवश का एक बड़ा िहससा ह

हालािक इनम स अिधकाश िनवश शायद ही कभी आधािरक सरचना गरीब शहरी िनवािसय को लाभािनवत करत होग कय िक आवास सड़क सीवरज और पानी की वसथा उनकी आवशयकता क िलए अपयार ह नगर िनगम क बिनयादी ढाच क िनमारण क िलए एक शरम-गहन दि कोण पजीगत गहन-दि कोण क िलए

एक लागत परभावी िवकलप हो सकता ह कय िक मज़दरी दर कम ह आधािरक सरचना िनवश रोज़गार सजन कमाई उतप करगा एव छोट

ईशान 3

उ म िनमारण म योगदान दगा कम-लागत वाल

आवास का िनमारण एक गितिविध ह िजसस शरम-गहन तरीक का सदउपयोग िकया जा सकता ह

चौथा ततव भारत क समसत शहर एव कसब म बड़ पमान पर िचिकतसा सवासथय और सवचछता क बिनयादी ढाच क िनमारण की िदशा म उनमख एक शहरी रोज़गार योजना का ततकाल शभारभ करना जो रोज़गार सजन क अनय कषतरो म राजय और सथानीय सरकार क कलयाणकारी हसतकषप

क िहसस क रप म आवशयक सवा क नटवकर का िवसतार करन क िलए हो सकता ह शहर स लौट शरिमक को अवशोिषत करन क िलए हमारी गरामीण अथर वसथा की कषमता बहत ही कम ह और इन शरिमक को एक सभय जीवन परदान करन क िलए किष की वहायरता सिदगध ह वासतव म इनम स कई शरिमक न अपन पारपिरक कायर खत कषतर को छोड़ िदए ह ग कय िक किष स आय उनक अिसततव क िलए अपयार रही होगी

फरािसस द ा वजञाअिभ lsquoएससीrsquo

4

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

कोणाकर का सयर मिदर भारत क परिस मिदर म स एक ह यह उड़ीसा का सबस परिस पयरटन सथल ह वषर 1984 म यनसको न इस िव धरोहर सथल

घोिषत िकया था यहा पर िहद धमर क सयर दवता की पजा की जाती ह यह ओिडशा राजय क परी शहर स लगभग 35 िकलोमीटर दर चदरभागा नदी क तट पर

िसथत ह यह मिदर अपनी िवशालता िनमारण सदरता वासतकला और मितकला क िलए अि तीय और ओिडशा की वासतकला की सदरता को परदिशत करता ह मिदर का वासतकला इसक आकषरण का कदर ह जो वासतव म एक रथ का आकार ह समपणर मिनदर सथल को बारह जोड़ी पिहय पर सात घोड़

ारा सचािलत रथ क रप म बनाया गया ह कोणाकर सयर मिनदर को बलक पगोडा क रप म भी जाना जाता ह

कोणाकर मिदर का िनमारण 13 व शताबदी क मधय म

गगा राजवश क राजा नरिसमहदव परथम ारा िकया गया था यह मिदर 1200 कारीगर की मदद स

बनाया गया था िजसका नततव मखय वासतकार िबश महाराणा न िकया था इितहास क अनसार मिदर क िनमारण को परा करन क िलए राजा न 5 साल की समय सीमा िनधारिरत िकया था लिकन जस-जस बारह साल क अत क करीब पहच गया िनमारण परा होन क करीब था अचानक मखय वासतकार िवश महाराणा और उनक कारीगर को

कलश (मिदर का ताज पतथर) को उिचत िसथित म

रखन म किठनाई का सामना करना पड़ा राजा नरिसहदव न सबह तक की समय-सीमा की घोषणा की थी िवफल होन पर सभी 1200 कारीगर मार

जाएग और पिरयोजना क मखय वासतकार होन क नात िवश महाराणा परशान थ उस समय िवश

महाराणा का 12 साल का बटा धमरपद अपन िपता

स िमलन आया था यह सनकर धमरपद न तरत ऊपर की तरफ उठ गया और उसन तरत उस चीज को ठीक करवाया और कलश को उसक उिचत िसथित म रख िदया मिदर क परा होन को दखकर सभी कारीगर बहत खश हए लिकन उनह अपन सवय क

जीवन क िलए डर था यिद राजा को पता चला िक एक बचच न उनक बजाय काम परा कर िलया ह उनह न माग की िक धमरपद को मार िदया जाए अत म धमरपद न सभी कारीगर क जीवन को बचान क

िलए और सबका मान रखन क िलए मिदर क शीषर

पर चढ़ गया और अपन जीवन का बिलदान करन क िलए समदर क गहर नील पानी म कद गया

एक यवा लड़का िजसन अब तक का सबस बड़ा मिदर बनाकर सव चच वभव परा िकया उसन दसर क

जीवन को बचान क िलए खद को बिलदान कर िदया सकड़ वष क बाद सयर मिदर बबारद हो गया ह

लिकन धमरपद अब भी िकवदती म और ओिडशा क हर कारीगर की महतवाकाकषा म जीिवत ह

हाशीष दाश पसतकालय सहायक एrsquo

ईशान 5

मरी मा

मा एक साधारण नारी कया-कया नह करती वह

नौकरी करती घर सभालती पर मह स कभी भी आह न करती

दफतर स जब घर वह आती

उनकी गोदी म िसर रख दती म खदकी थकान को भला वह एकटक मझ िनहारन लगती खाना बनाती हम पढ़ाती

कभी िकसीको अपनी था न कहती

च ान जसी मजबत वह लगती पानी जसी कभी बहन वह लगती

मन म उनक कया चलता ह कभी उस वह कत न करती

अभी सोचती ह तो लगता ह मा नह एक साधारण नारी

वह तो ह एक तयाग की मरत ममता म िलपटी एक पयारी सरत

शरीमती रखा भराली गोगोई वजञािनकअिभयता lsquoएस ई

6

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ldquoिशकषा कrdquo शरी च य महापरभ क ारा िलिखत

चतनय महापरभ का जनम सवत १५४२ िवकरमी की फालगनी पिणमा होली क िदन बगाल क नव ीप नगर म हआ था उनक िपता का नाम पिडत जग ाथ िमशर और माता का नाम शचीदवी था िपता िसलहट क रहनवाल थ नव ीप म पढ़न क िलए आय थ भगवान शरी गौरसनदर चतनय महापरभ न अपन िशषय को शरीकषण-तततव पर गरनथ की रचना करन की आजञा दी िजसका पालन उनक अनयायी आज तक कर रह ह वासतव म शरी चतनय महापरभ ारा िजस दशरन िक िशकषा दी गयी उस पर हई ाखयाए परम िवसतत एव सदढ़ ह य िप भगवान चतनय महापरभ अपन यवावसथा म ही परम िव ान क रप म िवखयात थ िकनत उनह न हम कवल आठ ोक ही परदान िकय िजनह ldquoिशकषा कrdquo कहत ह इन आठ ोक म शरीमनमहापरभ न अपन परयोजन को सप कर िदया ह इन परम मलयवान पराथरना का यहा मलरप एव अनवाद परसतत िकया जा रहा ह

चतोदपरणमाजरन भव-महादावािगन-िनवारपणम

शरयःकरवचिनदरकािवतरण िव ावध-जीवनम आनदामबिधवधरन परितपद पणारमतासवादनम

सवारतम पन पर िवजयत शरीकषण-सकीतरनम १

अनवाद शरीकषण-सकीतरन की परम िवजय हो जो हदय म वष स सिचत मल का माजरन करन वाला तथा बारमबार

जनम-मतय रपी दावानल को शात करन वाला ह यह सकीतरन यजञ मानवता क िलए परम कलयाणकारी ह कय िक

चनदर-िकरण की तरह शीतलता परदान करता ह समसत अपराकत िव ा रपी वध का यही जीवन ह यह आनद क

सागर की वि करन वाला ह और िनतय अमत का आसवादन करान वाला ह १

ना ामकािर बहधा िनज सवर शिकतसततरािपता िनयिमतः समरण न कालः एतादशी तव कपा भगवनममािप ददवमीदशिमहाजिन नानरागः२

अनवाद ह भगवन आपका मातर नाम ही जीव का सब परकार स मगल करन वाला ह-कषण गोिवनद जस आपक लाख

नाम ह आपन इन नाम म अपनी समसत अपराकत शिकतया अिपत कर दी ह इन नाम का समरण एव कीतरन करन म

दश-काल आिद का कोई भी िनयम नह ह परभ आपन अपनी कपा क कारण हम भगव ाम क ारा अतयत ही सरलता

स भगवत-पराि कर लन म समथर बना िदया ह िकनत म इतना दभारगयशाली ह िक आपक नाम म अब भी मरा अनराग

उतप नह हो पाया ह २

तणादिप सनीचन तरोरिप सिहषणना अमािनना मानदन कीतरनीयः सदा हिरः ३

ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

10

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान iii

सपादक क कलम स

हम उ र-पव अतिरकष उपयोग कनदर (एनईसक) की िहदी गह पितरका lsquoईशानrsquo क

परथम अक को अतयत हषर क साथ परसतत कर रह ह इस वषर एनईसक म िव िहदी िदवस क अवसर पर िहदी स ाह का आयोजन िकया जा रहा ह एव इसी उपल य म िहदी गह पितरका क परथम अक का भी परकाशन िकया जा रहा ह पितरका ारा न कवल कनदर क कमरचारी बिलक उनक पिरवार क सदसय को भी अपनी भावना को अिभ कत करन का अवसर परदान िकया गया ह

पितरका क परकाशन की पररणा एनईसक राजभाषा कायारनवयन सिमित ारा िमली एव िनदशक महोदय न परकाशन हत परिरत भी िकया िजसक फलसवरप पितरका को आकार एव सवरप िमला पितरका क सभी लख रिचकर एव आकषरक ह तथा पितरका क माधयम स एनईसक म आयोिजत की जान वाली िविभ वजञािनक एव राजभाषा गितिविधय की जानकारी भी दी गई ह सपादक मडल पितरका क परकाशन कायर म सहयोग परदान करन क िलए एनईसक पिरवार का आभार परकट करता ह

इस पितरका क पाठक स हमारा िनवदन ह िक व इस अक म परकािशत सभी लख क बार म अपनी परितिकरयाए अवशय भज पितरका को बहतर बनान क िलए आपक सझाव आवशयक परामश का सदव सवागत िकया जायगा

ldquoआकलप रिवमव भासवनकरी ईशानrdquo

(यह ईशान कलपपयरनत सयर क समान परकािशत होता रह)

16 जनवरी 2021

iv

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

भारत सरकार अतिरकष िवभाग

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक)

ससथान एक झलक

1 परसतावना उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) अतिरकष िवभाग भारत सरकार तथा उ र पव पिरषद (उपप) क सयकत पहल मघालय सोसायटी पजीकरण अिधिनयम 1983 क अतगरत एक सोसायटी ह कदर न अतिरकष िवजञान और अतिरकष परौ ोिगकी का उपयोग करत हए भारत क पव र कषतर (एनईआर) क आठ राजय को 19 साल स अिधक समिपत सवाए परदान की ह कदर क परमख उ शय ह ndash 1 कषतर क पराकितक ससाधन और अवसरचना िनयोजन क िवकास परबधन पर गितिविधय का समथरन करन क िलए एक पिरचालन सदर सवदन और भौगोिलक सचना परणाली की सहायता स पराकितक ससाधन सचना का आधार परदान करना 2 कषतर क िशकषा सवासथय दखभाल आपदा परबधन सहायता और िवकास सबधी पिरचालन (परचालनी) उपगरह सचार अनपरयोग सवाए परदान करना 3 अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कषतर म अनसधान करना और एनईआर क िविभ शकषिणक ससथा क साथ यतरीकरण हब और नटविकग सथािपत करना 4 आपदा परबधन क िलए सभी सभव अतिरकष आधािरत समथरन क िलए िसगल िवड िडलवरी को सकषम करना 5 भ-सथािनक परौ ोिगकी क कषतर म कषमता िनमारण क िलए एक कषतरीय सतर पर अवसरचना सथािपत करना

2 सगठनातमक सरचना एनई-सक की सभी नीितय मामल ापार का िनणरय एनई-सक सोसायटी ारा िकया जाता ह अधयकष एनईसी एनई-सक सोसायटी की अधयकषता करत ह और सिचव अिवअधयकष इसरो इसक उपाधयकष ह सोसायटी क अनय सदसय ह ndash सिचव एनईसी आठ पव र राजय क मखय सिचव अिव क विर वजञािनक एनईसी क अिधकारीगण और पव र क िशकषािवद सोसायटी की सलाह क तहत एक शासी पिरषद (जीसी) सोसायटी कदर की गितिविधय का परबधन करती ह सिचव अिव अधयकष इसरो इस जीसी क अधयकष ह सिचव एनईसी वकिलपक अधयकष ह मखय सिचव मघालय एनईआर राजय सरकार क परितिनिधगण और इस कषतर म कदर सरकार एजिसय क परितिनिध जीसी क अनय सदसय ह

3 कायर और गितिवधया कदर क वजञािनक कायरकरम कषतर की आवशयकता क अनसार िनदिशत होत ह और एनई-सक सोसायटी और शासन पिरषद ारा इसकी वािषक समीकषा की जाती ह चाल वषर क दौरान एनई-सक न पराकितक ससाधन क परबधन सरचनातमक योजना सवासथय िशकषा उपगरह सचार और वायमडल िवजञान अनसदान क कषतर म पव र राजय क कवर करन वाली कई पिरयोजना को िलया और उनह परा िकया कदर न इस कषतर म परयोकता एजिसय ारा परायोिजत कई अनपरयोग पिरयोजनाए लाग की ह इसरो अिव ारा िव पोिषत समिनवत रा ीय कषतरीय पिरयोजनाए भ-परकषण अनपरयोग िमशन (ईओ-ए) क तहत अनसधान और िवकास पिरयोजनाए आपदा जोिखम घटाव हत उ र पव कषतरीय नोड क तहत उपगरह सचार (सटकॉम) कायरकरम आपदा जोिखम िन ीकरण हत उ र पव कषतरीय नोड क तहत (एनईआर-डीआरआर) क तहत आपदा परबधन समथरन (डीएमएस) कायरकरम वायमडल िवजञान कायरकरम (एएसपी) क तहत अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कायरकरम

ईशान v

4 परमख उपलिबधया एनई-सक न भारत क उ र पव कषतर (एनईआर) म पराकितक ससाधन क परबधन अवसरचना िनयोजन आपदा परबधन समथरन आिद जस िविभ परमख कषतर क िलए अतिरकष परौ ोिगकी क लाभ को िवकिसत करन म बहत महतवपणर परगित की ह वषर 2019-2020 क दौरान कदर की वजञािनक गितिविधय म कई नई पिरयोजना गितिविधय म काफी वि हई ह जबिक वषर क दौरान कई पिरयोजना को परा िकया गया ह कदर रशम बोडर (सीएसबी) क दसर चरण म दश क 26 राजय को कवर करन वाल रशम उतपादन िवकास म सदर सवदन और जीआईएस क अनपरयोग पर परायोिजत पिरयोजना को राजय सदर सवदन कदर क सहयोग स सफलतापवरक परा िकया गया ह पिरयोजना क दसर चरण को सफलता पवरक परा करन और पिरयोजना एटलस और िसलकस पोटरल क रप म पिरयोजना आटपट को औपचािरक रप स जारी करन क िलए एनई-सक म 5-6 अगसत 2019 क दौरान एक रा ीय सतर की कायरशाला आयोिजत की गई थी एनई-सक और कदरीय मगा एरी अनसधान और परिशकषण ससथान (सीएमईआर व टीआई) क बीच एक सहयोगी पिरयोजना क भाग सवरप भ-सथािनक तकनीक का उपयोग करत हए चयिनत मगा रशमकीट रोग और कीट की परारिभक चतावनी क िलए एक िनणरय समथरन परणाली का िवकास िकया गया ह एनईआर म सीएसबी क उ र पव कषतर व सवधरन योजना (एनईआरटीपीसी) कायरकरम क तहत बनाई गई सपि की िजयो-टिगग पर एक नई पिरयोजना भी वषर क दौरान शर की गई ह पिरयोजना का पहला चरण ldquoपरतयक राजय क एक िजल म एक बागवानी फसल क कषतर क िवसतार क िलए िव षणrdquo पर सफलता पवरक भ-सचना (चमन) कायरकरम का उपयोग करत हए समिनवत बागवानी मलयाकन और परबधन क तहत परा िकया गया ह पिरयोजना क दसर चरण को एनईआर क 16 िजल म सभािवत बागवानी फसल क िलए साइट उपयकता िव षण क िलए िकया जा रहा ह पिरयोजना का दसरा चरण एनईआर क 16 िजल म सभािवत बागवानी फसल क िलए साइट उपयकता िव षण क िलए िकया जा रहा ह मघालय म सीसीई की योजना और िनगरानी क िलए कई पिरयोजना क िलए महतवपणर परगित हई जस चयिनत फसल का एकर अनमान और क मोबाइल एप का िवकास एनईआर (सफालम कायरकरम क तहत) म मकका कषतर और उतपादन अनमान मघालय म बलॉक वार साली धान (शीतकालीन चावल) कषतर की पहचान मघालय क पव खासी िहलस िजल म सतर क वकषारोपण क िलए उपयकत कषतर की पहचान मघालय की िजलवार िम ी की उवररता की िसथित का मानिचतरण मरसथलीकण और भिम कषरण िनगरानी वषर 2019-2020 क दौरान एनईआर और परि म बगाल आिद क छह राजय म भ ता आकलन

वािनकी म सदर सवदन अनपरयोग क कषतर म एनई-सक अरणाचल परदश म वन कायर योजना तयार करन क िलए आरएस और जीआईएस इनपट जसी िविभ पिरयोजना को अजाम द रहा ह िमज़ोराम म वन कायर योजना तयार करन क िलए भ-सथािनक तकनीक का वन क बढ़त सटॉक का आकलन मिणपर क िविभ िविभ वन परभाग म दावािगन का भ-सथािनक मलयाकन ितरपरा क मलिरया परवण धलाई िजल म झम कषतर मानिचतरण और िनगरानी आदरर भिम सरकषण की तयारी क िलए इनपट- उिमयम जलाशय मघालय का एक कस अधययन टाइम सीरीज सटलाइट डटा का उपयोग करक एनईआर की वनसपित फनलॉजी का िव षण काजीरगा रा ीय उ ान की भिम कवर गितकी एनईआर आिद जगल म उपरोकत ज़मीन क बायोमास क आकलन म एसएआर अनपरयोग बाढ़ की चतावनी परणाली (एफएलईडबलयएस) कायरकरम क तहत बाढ़ की चतावनी क िलए औसतन वषर-दर-वषर चतावनी सफलता सकोर 75 और 24 स 36 घट क सतकर नततव समय क िलए औसत अलटर परा िकया जा सकता ह यह पिरयोजना अब असम क सभी बाढ़ परभािवत िजल को राजसव सकर ल सतर म

vi

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

काररवाई योगय बाढ़ अलटर क साथ कवर करती ह एफएलईडबलयएस को अनय उ र पव राजय तक बढ़ाया जा रहा ह पायलट आधार पर 2019 क िलए मघालय और ितरपरा को कवर िकया गया था अनय परमख पिरयोजनाए जो जल ससाधन क कषतर म की जाती ह असम नदी एटलस की तयारी एनई भारत क िलए आईडबलयएमपी वाटरशड की िनगरानी और मलयाकन आिद ह शहर और अवसरचना िनयोजन क िहसस क रप म कदर न मासटर पलानिवकास योजना पिरवहन योजना शहरी सथल उपयकतता िव षण शहरी पयारवरण योजना आिद की तयारी म योगदान िदया ह िशलाग योजना कषतर क िलए जीआईएस आधािरत मासटर पलान िवकास योजना का िनमारण 14000 पमान पर 312 िकमी क कषतर को कवर िकया जाता ह समह ारा िकए जा रह कई अनय अनय अधययन कोिहमा शहर सीमा कषतर िवकास योजना मघालय और मघालय म खती झम खती को सथानातिरत करन क भ-सथािनक डटाबस क िनमारण क िलए जीआईएस आधािरत दि कोण ह मघालय म कोयला खनन स परभािवत कषतर की योजना और बहाली क िलए भ-सथािनक कषतर भ-सथािनक डटाबस तयार िकया गया ह कछ अनय महतवपणर अधययन जस भकप पवरत पहचान नदी की गितशीलता और मानस ndash बकी नदी क कटाव क िलए टीईसी िवसगितय का आकलन मघालय म टकटॉिनक अधययन क िलए मोफ टकटॉिनक िव शण 76 Mw पपआ नय िगनी भकप आिद स पहल आयनमडल म भकपीय गड़बड़ी आिद कदर ारा िलया गया ह उ र पव सथािनक डटा िरपोिजटरी (एनईएसडीआर) िविभ उपयोगकतार समह क लाभ क िलए बड़ी मातरा म डटा वब सवा अनपरयोग और बाहरी डटा िलक क साथ सम ह िविभ िवषय पर लगभग 558 डटासट नौ परमख शरिणय ndash आधार परशासिनक सचना अवसरचना भिमससाधन जल ससाधन सपि और उपयोिगता इलाक आपदा परबधन सहायता आदान और कायर योजना इनपट म उपलबध कराए जात ह कई अनय परमख पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की गई ह व ह- मलिरया और अनय िबमािरय क शीघर िनदान और उपचार क िलए मोबाइल आधािरत एकीकत िनगरानी परणाली भ-सथािनक परौ ोिगकी का उपयोग कर एनईआर म एनईसी िव पोिषत पिरयोजना योजवना की भ-टिगग और िनगरानी एनईआर क मखय िनवारचन अिधकािरय (सीईओ) क कायारलय क िलए चनाव ई-एटलस बीटीसी की योजना क िजयोटिगग क िलए िजयोटिगग डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग रशम उतपादन पिरसपि य क िजयोटिगग क िलए डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग मगा रोग परारिभक चतावनी परणाली िशलाग क िलए कराइम जीआईएस असम मदा िवभाग क िलए िजयोटिगग ऐप कोिवड 19 वब अनपरयोग आिद का िवकास कदर न यएवी सदर सवदन (यएवी-आरएस) और अनपरयोग क कषतर म अपनी गितिविधय का िवसतार िकया ह 3 डी िपरिटग तकनीक की परगित क साथ परायोिगक उ शय क िलए इन-हाउस िमनी यएवी िवकिसत िकए गए ह यएवी टीम न कछ अनठ अनपरयोग का परदशरन िकया ह जस िक िनरतर िनगरानी क िलए यएवी का िनमारण आपदा क समय दवा भोजन और राहत सामगरी छोड़न क िलए डरॉप ततर आिद टीम न वषर 2019-2020 म एनईआर और दश क कछ अनय कषतर म िविभ उपयोगकतार िवभाग क िलए 14 स अिधक यएवी सवकषण िकए ह एनई-सक न आईआईएससी बगलर क साथ िमलकर एक उड़ान म कई सथान स कई पानी क नमन एकतर करन क िलए एक उभयचर यएवी िवकिसत िकया ह कदर न सामानय ल य को परा करन क िलए सवराज डरॉन क एक नटवकर को िवकिसत करन क िलए कज सौमया कॉलज ऑफ इजीिनयिरग क साथ सहयोग िकया ह अनय महतवपणर पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की जाती ह व ह- महादव-तोलोई-फटर सड़क क िनमारण क उपयकत मागर सरखण योजना क आधार पर आरएस और जीआईएस मघालय पर बड़ पमान पर सवकषण और सामदाियक सामदाियक आरिकषत वन का मानिचतरण उिमयम झील मघालय क िलए यएवी का उपयोग करक वटलड सवकषण और मानिचतरण तथा लिलतपर उ र परदश लिलतपर म िगरार िरज का सवकषण और मानिचतरण आिद

ईशान vii

उपगरह सचार क कषतर म एनई-सक इसरो क सामािजक िवकास कायरकरम जस- टली-िशकषा टली- िचिकतसा आपातकालीन सचार परणाली को उपगरह सचार परौ ोिगकी क उपयोग क माधयम स कायारिनवत कर रहा ह एनई-सक न कषतर म दरसथ िशकषा और दरसथ सवासथय सवा क िलए ापक नटवकर सथािपत िकया ह सिवधाए जसी- सामगरी उतपादन क िलए सटकॉम सटिडय आपातकालीन सचार क िलए पिरवहनीय डबलयएलल-वी-सट इसरो-डीएमएस वीपीएन नटवकर क तहत पराथिमक नोड टली-िशकषा नटवकर क तहत सटलाइट इटरएिकटव टिमनल अनय इसरो कदर क बीच सरिकषत सचार क िलए सपसनट सयोजकता का-बड परचार परयोग सिवधा इसरो ारा िवकिसत मोबाइल उपगरह सवा टिमनल आिद एनई-सक म उपलबध ह उ र पव राजय म टली-िशकषा पिरयोजना क तहत सभी सात हब(एचयबी) सह िशकषण अत और 329 उपगरह अनयोनयिकरया टिमनल (एसआईटी) सभी पव र राजय म चाल ह इन नटवक ारा 2019-2020 म सकड़ लाइव और िरकॉडर िकए गए कायरकरम का परसारण िकया गया और 50000 स अिधक छातर अनय समह को इन नटवक ार लाभािनवत िकया गया एनई-सक आपातकालीन सचार क िलए जीसट-6 उपगरह क तहत कई उपगरह मोबाइल रिडय (एसएमआर) और सटसटीव टिमनल स ससिजजत ह इसरो-ओनरा- सीएनईएस सयकत का-बड परसार परयोग उपगरह सचार म भ-सचार क उपयोग क िलए का-बड सकत क परसार पर वायमडलीय परभाव का आकलन करन क िलए एनई-सक पर पिरचालन कर रहा ह अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कषतर म एनई-सक म समह भारत क पव र कषतर क िलए लघ और मधयम शरणी क मौसम पवारनमान म सधार करन क िलए अनसधान म लग हए ह और गभीर मौसम पवारनमान म सधार पर धयान किदरत करत ह तिड़त पवारनमान सिहत समह की एक और परमख गितिविध ह इसक अलावा समह परमक आपदा जस ndash बाढ़ गभीर तफान तिड़त आिद क परबधन और एसबड पोलारीमिटरक रडार सवचािलत मौसम कदर उपगरह सखयातमक मॉडल आिद स डटा का समथरन और महतवपणर इनपट परदान करता ह समह ारा िकए जा रह अनय अधययन ह- एक पहाड़ी इलाक म ऐरोसॉल को अवशोिषत करन की लबवत रपरखा पव िहमालयी कषतर म ऐरोसॉल लकषण वणरन उिमयम और तवाग पर ऐरोसॉल की कषतरीय िवशषताए पहाड़ी सटशन पर कलाउड माइकरोिफिशयल गण पर अधययन धरवीय मापी डॉपलर मौसम रडार का उपयोग कर मानसन पवर मौसम परणाली का अवलोकन और िव षण डबलयआरएफ मॉडल का उपयोग करत हए मानसन िसमलशन म इनसट-3डी रिडएस आतमसात का परभाव डीडबलयआर डटा क परतयकष और अपरतयकष रप स अपरतयकष उपयोग क साथ डीडबलयआरएफ मॉडल क ारा भारत क एनईआर पर गरज का िसमलशन भारत क एनईआर क ऊपर सथान आधािरत तिड़त वतारनमान सधार ितरपरा क अबासा कषतर म मलिरया महामारी पर मौसम सबधी मापदड क परभाव का अधययन एनई-सक िवशष रप स एनई कषतर स उपयोगकतार िवभाग िशकषािवद और छातर क समदाय की माग को सबोिधत करत हए अपनी अपनी आउटरीच गितिविधय का िवसतार कर रहा ह इस वषर क दौरान िविभ िवषय पर कई परिशकषण कायरकरम और कायरशालाए जस िक आरएस व जीआईएस का आधारभत सदर सवदन और कई और सफलता पवरक सप हई ह बड़ी सखया म छातर अपन बाहरी पिरयोजना कायर क िलए एनई-सक का चयन करत ह इसक अलावा बड़ी सखया म िविभ शकषिणक ससथान का परितिनिधतव करन वाल छातर न वषर क दौरान अपन अधययन दौर कायरकरम क एक भाग सवरप म एनई-सक का दौरा िकया ह इसरो lsquoयवा वजञािनक कायरकरम यिवकाrsquo का आयोजन 13 मई स 25 मई 2019 तक िकया गया था इस कायरकरम म अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोरम नागालड िसिककम ितरपरा और पि म बगाल परतयक स तीन छातर न भाग िलया ह

viii

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉ िवकरम साराभाई की जनम शताबदी को िचिहनत करन क िलए इसरो क रा ापी िवकरम साराभाई शताबदी कायरकरम क एक भाग क रप म एनई-सक न 2 स 4 जनवरी 2020 तक ितरपरा मघालय और िसिककम म तीन ऐस कायरकरम आयोिजत िकए करमशः 25-26 जनवरी 2020 और 4-6 माचर 2020 20-22 नवबर क दौरान उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) और नॉथर इसटनर िहल यिनविसटी (नह) ारा सयकत रप स भारतीय भिमितकी सोसायटी (आईएसजी) और भारतीय सदर सवदन ससथान (आईएसआरएस) ldquoएनईआर पर िवशष जोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी म नवाचारrdquo पर रा ीय सगो ी का आयोजन िकया गया था

ईशान

परोफ़स

परोफ़सर जनवरी वातिरकषभारत मजनक क

शरीनगर भारत मम सपसफल औिवकषोभ शोधकतारउपरानत अनसधान

उनह न गरसचार पइनसट-एभारतीयपरमोचन परणािलय

सर सती

सतीश धवन2002) एक

कष इजीिनयर म परयोगातमक

रप म मान

र म जनम परोम एव आग च हई व भा

और सवदशी िवऔर पिरसीमार म स ए

वह 1972न सगठन (इस

गरामीण िशकषापर अगरगामी परएक दरसचाय सदर सवदन

यान (पीएसय का मागर पर

ीश धवन

न (25 िसतबक भारतीय

थ उनह क तरल गितकी

जात ह

परो सतीश धचलकर सयकतारतीय अतिरिवकास का नतमा परत क एक थ एम2 म भारतीसरो) क तीस

कषा सदर सवदपरयोग िकए उार उपगरह

न उपगरह औरसएलवी) जसीपरशसत हआ िज

बर 1920 ndash

गिणतजञ औापक रप

की अनसधान

धवन की िशकषकत रा अमिरकरकष कायरकरम नततव करत ह

कषतर क परखयजीकमनन

तीय अतिरसर अधयकष बन

दन और उपगरउनक परयास

आईआरएसर धरवीय उपगरी परचालनातम

िजसन भारत क

3

और स क

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उमिदशरीउग

सकपरौअसरख

परोिसआकमम

अतिरकष की यखड़ा कर िदया

उनकी मतय 3 मतय क बाद दिदशा म लगशरीहिरकोटा उपगरह परकषपणगया

सतीश चदर धनका नाम उनकपरौ ोिगकी अिभयितरकी भसतीश धवन खखा गया ह

परो सतीश धविसतमबर 202आयोिजत िककायरकरम म उमनान क िलए म कायरकरम का

यातरा करन वा

जनवरी 200दिकषण भारत

गभग 100 िआधर परदश

ण कदर क रप

नव राजकीयक नाम पर रससथान

भवन का नामखड आईआ

वन का जनम 20 को वचरअकया गया थाउनक ारा िद

इसरो मखयाा आयोजन िक

वाल रा क

02 को बगलत क च ई किकमी की

म िसथत म पननारमकर

य कॉलज फॉररखा गया हरोपड़ म म भी उनक

आईटी रोपड़ क

शताबदी कायअल मोड क मा भारतीय

िदए गय योगालय अतिरकषकया गया था

1

क सघ म

लर म हई की उ री दरी पर भारतीय

रण िकया

र बवायज भारतीय

याितरक नाम पर

क रप म

यरकरम 25 माधयम स

अतिरकष गदान को कष िवभाग

2

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

रोजगार म कोिवड-19 क परभाव स मज़दरो क जीवन म सधार अथर वसथा क सकचन स रोजगार की िसथित म सकट उतप हो रहा ह िजसक कारण रोज़गार दन क नवीन कषतरो म कमी आ रही ह इस पिरिसथित स िनपटन क िलय भारत सरकार न रोज़गार lsquoगरीब कलयाण रोज़गार अिभयानrsquo जन म शर िकया गया ह िजसका उ शय गरामीण भारत म आजीिवका क नय अवसर परदान करना ह यह रोज़गार योजना एक तातकािलक राहत हो सकती ह परनत सभय शहरी नौकिरय का िवकलप नह हो सकती

रोज़गार क अवसर उपलबध करान क िलए कदम

शहरी कषतर म शरिमक की आजीिवका को सरिकषत करन क िलए दो चनौितया नीितगत हसतकषप करती ह

सबस पहल अिधकािधक रोजगार क अवसर उपलबध कराय जाय

और दसरा अचछी मजदरी एव कायरसथल की सगमता क िलए बिनयादी सिवधा का परसार करत हए रोजगार क कमी को दर िकया जाना वतरमान सकट क िलए शहरी रोजगार क म स िनपटन क िलए एक बह-आयामी रणनीित का

िनधाररण करना

पहला ततव शहरीकरण क पमान को दखत हए शहरी रोज़गार सजन कायरकरम पर धयान सथानीय सरकार क समनवय स होना चािहए जो शहर ारा सामना की जान वाली अनय समसया को हल करन क िलए महतवपणर ह चिक य समसयाए किठन ह सथानीय सतर पर इनका समाधान करन क िलए अिधक ससाधन की आवशयकता होती ह चन गए परितिनिधय

टरड यिनयन उ िमय और सामदाियक समह

को शािमल करक सथानीय गठबधन क गठन स ससाधन जटाए जा सकत ह

दसरा ततव सथानीय पहल स रोज़गार-गहन

िनवश नीितय की रपरखा बनाना एव कायारिनवत करना इन नीितय को सरकार क साथ-साथ िनजी उ िमय क पहल को भी गल

लगाना चािहए शरम और पजी क बीच अनकल सिवदातमक सबध ारा िनजी िनवश को सगम बनान की आवशयकता ह परौ ोिगकी और उतपादकता वि स सबिधत म पर शरिमक और उ िमय क िहत को पिरवितत करन क साथ उ म िनमारण क रणनीित का एक अिभ अग बनान की आवशयकता ह औ ोिगकीकरण का आधार लघ और स म उ ोग क िलए अितिरकत सहायता की आवशयकता ह िजसस शरम और पजी क बीच िहत को सतिलत िकया जा सक

तीसरा ततव शहरी बिनयादी ढाच को पराथिमकता दना होगा कय िक यह सथानीय अथर वसथा म कल िनवश का एक बड़ा िहससा ह

हालािक इनम स अिधकाश िनवश शायद ही कभी आधािरक सरचना गरीब शहरी िनवािसय को लाभािनवत करत होग कय िक आवास सड़क सीवरज और पानी की वसथा उनकी आवशयकता क िलए अपयार ह नगर िनगम क बिनयादी ढाच क िनमारण क िलए एक शरम-गहन दि कोण पजीगत गहन-दि कोण क िलए

एक लागत परभावी िवकलप हो सकता ह कय िक मज़दरी दर कम ह आधािरक सरचना िनवश रोज़गार सजन कमाई उतप करगा एव छोट

ईशान 3

उ म िनमारण म योगदान दगा कम-लागत वाल

आवास का िनमारण एक गितिविध ह िजसस शरम-गहन तरीक का सदउपयोग िकया जा सकता ह

चौथा ततव भारत क समसत शहर एव कसब म बड़ पमान पर िचिकतसा सवासथय और सवचछता क बिनयादी ढाच क िनमारण की िदशा म उनमख एक शहरी रोज़गार योजना का ततकाल शभारभ करना जो रोज़गार सजन क अनय कषतरो म राजय और सथानीय सरकार क कलयाणकारी हसतकषप

क िहसस क रप म आवशयक सवा क नटवकर का िवसतार करन क िलए हो सकता ह शहर स लौट शरिमक को अवशोिषत करन क िलए हमारी गरामीण अथर वसथा की कषमता बहत ही कम ह और इन शरिमक को एक सभय जीवन परदान करन क िलए किष की वहायरता सिदगध ह वासतव म इनम स कई शरिमक न अपन पारपिरक कायर खत कषतर को छोड़ िदए ह ग कय िक किष स आय उनक अिसततव क िलए अपयार रही होगी

फरािसस द ा वजञाअिभ lsquoएससीrsquo

4

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

कोणाकर का सयर मिदर भारत क परिस मिदर म स एक ह यह उड़ीसा का सबस परिस पयरटन सथल ह वषर 1984 म यनसको न इस िव धरोहर सथल

घोिषत िकया था यहा पर िहद धमर क सयर दवता की पजा की जाती ह यह ओिडशा राजय क परी शहर स लगभग 35 िकलोमीटर दर चदरभागा नदी क तट पर

िसथत ह यह मिदर अपनी िवशालता िनमारण सदरता वासतकला और मितकला क िलए अि तीय और ओिडशा की वासतकला की सदरता को परदिशत करता ह मिदर का वासतकला इसक आकषरण का कदर ह जो वासतव म एक रथ का आकार ह समपणर मिनदर सथल को बारह जोड़ी पिहय पर सात घोड़

ारा सचािलत रथ क रप म बनाया गया ह कोणाकर सयर मिनदर को बलक पगोडा क रप म भी जाना जाता ह

कोणाकर मिदर का िनमारण 13 व शताबदी क मधय म

गगा राजवश क राजा नरिसमहदव परथम ारा िकया गया था यह मिदर 1200 कारीगर की मदद स

बनाया गया था िजसका नततव मखय वासतकार िबश महाराणा न िकया था इितहास क अनसार मिदर क िनमारण को परा करन क िलए राजा न 5 साल की समय सीमा िनधारिरत िकया था लिकन जस-जस बारह साल क अत क करीब पहच गया िनमारण परा होन क करीब था अचानक मखय वासतकार िवश महाराणा और उनक कारीगर को

कलश (मिदर का ताज पतथर) को उिचत िसथित म

रखन म किठनाई का सामना करना पड़ा राजा नरिसहदव न सबह तक की समय-सीमा की घोषणा की थी िवफल होन पर सभी 1200 कारीगर मार

जाएग और पिरयोजना क मखय वासतकार होन क नात िवश महाराणा परशान थ उस समय िवश

महाराणा का 12 साल का बटा धमरपद अपन िपता

स िमलन आया था यह सनकर धमरपद न तरत ऊपर की तरफ उठ गया और उसन तरत उस चीज को ठीक करवाया और कलश को उसक उिचत िसथित म रख िदया मिदर क परा होन को दखकर सभी कारीगर बहत खश हए लिकन उनह अपन सवय क

जीवन क िलए डर था यिद राजा को पता चला िक एक बचच न उनक बजाय काम परा कर िलया ह उनह न माग की िक धमरपद को मार िदया जाए अत म धमरपद न सभी कारीगर क जीवन को बचान क

िलए और सबका मान रखन क िलए मिदर क शीषर

पर चढ़ गया और अपन जीवन का बिलदान करन क िलए समदर क गहर नील पानी म कद गया

एक यवा लड़का िजसन अब तक का सबस बड़ा मिदर बनाकर सव चच वभव परा िकया उसन दसर क

जीवन को बचान क िलए खद को बिलदान कर िदया सकड़ वष क बाद सयर मिदर बबारद हो गया ह

लिकन धमरपद अब भी िकवदती म और ओिडशा क हर कारीगर की महतवाकाकषा म जीिवत ह

हाशीष दाश पसतकालय सहायक एrsquo

ईशान 5

मरी मा

मा एक साधारण नारी कया-कया नह करती वह

नौकरी करती घर सभालती पर मह स कभी भी आह न करती

दफतर स जब घर वह आती

उनकी गोदी म िसर रख दती म खदकी थकान को भला वह एकटक मझ िनहारन लगती खाना बनाती हम पढ़ाती

कभी िकसीको अपनी था न कहती

च ान जसी मजबत वह लगती पानी जसी कभी बहन वह लगती

मन म उनक कया चलता ह कभी उस वह कत न करती

अभी सोचती ह तो लगता ह मा नह एक साधारण नारी

वह तो ह एक तयाग की मरत ममता म िलपटी एक पयारी सरत

शरीमती रखा भराली गोगोई वजञािनकअिभयता lsquoएस ई

6

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ldquoिशकषा कrdquo शरी च य महापरभ क ारा िलिखत

चतनय महापरभ का जनम सवत १५४२ िवकरमी की फालगनी पिणमा होली क िदन बगाल क नव ीप नगर म हआ था उनक िपता का नाम पिडत जग ाथ िमशर और माता का नाम शचीदवी था िपता िसलहट क रहनवाल थ नव ीप म पढ़न क िलए आय थ भगवान शरी गौरसनदर चतनय महापरभ न अपन िशषय को शरीकषण-तततव पर गरनथ की रचना करन की आजञा दी िजसका पालन उनक अनयायी आज तक कर रह ह वासतव म शरी चतनय महापरभ ारा िजस दशरन िक िशकषा दी गयी उस पर हई ाखयाए परम िवसतत एव सदढ़ ह य िप भगवान चतनय महापरभ अपन यवावसथा म ही परम िव ान क रप म िवखयात थ िकनत उनह न हम कवल आठ ोक ही परदान िकय िजनह ldquoिशकषा कrdquo कहत ह इन आठ ोक म शरीमनमहापरभ न अपन परयोजन को सप कर िदया ह इन परम मलयवान पराथरना का यहा मलरप एव अनवाद परसतत िकया जा रहा ह

चतोदपरणमाजरन भव-महादावािगन-िनवारपणम

शरयःकरवचिनदरकािवतरण िव ावध-जीवनम आनदामबिधवधरन परितपद पणारमतासवादनम

सवारतम पन पर िवजयत शरीकषण-सकीतरनम १

अनवाद शरीकषण-सकीतरन की परम िवजय हो जो हदय म वष स सिचत मल का माजरन करन वाला तथा बारमबार

जनम-मतय रपी दावानल को शात करन वाला ह यह सकीतरन यजञ मानवता क िलए परम कलयाणकारी ह कय िक

चनदर-िकरण की तरह शीतलता परदान करता ह समसत अपराकत िव ा रपी वध का यही जीवन ह यह आनद क

सागर की वि करन वाला ह और िनतय अमत का आसवादन करान वाला ह १

ना ामकािर बहधा िनज सवर शिकतसततरािपता िनयिमतः समरण न कालः एतादशी तव कपा भगवनममािप ददवमीदशिमहाजिन नानरागः२

अनवाद ह भगवन आपका मातर नाम ही जीव का सब परकार स मगल करन वाला ह-कषण गोिवनद जस आपक लाख

नाम ह आपन इन नाम म अपनी समसत अपराकत शिकतया अिपत कर दी ह इन नाम का समरण एव कीतरन करन म

दश-काल आिद का कोई भी िनयम नह ह परभ आपन अपनी कपा क कारण हम भगव ाम क ारा अतयत ही सरलता

स भगवत-पराि कर लन म समथर बना िदया ह िकनत म इतना दभारगयशाली ह िक आपक नाम म अब भी मरा अनराग

उतप नह हो पाया ह २

तणादिप सनीचन तरोरिप सिहषणना अमािनना मानदन कीतरनीयः सदा हिरः ३

ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

10

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

भारत सरकार अतिरकष िवभाग

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक)

ससथान एक झलक

1 परसतावना उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) अतिरकष िवभाग भारत सरकार तथा उ र पव पिरषद (उपप) क सयकत पहल मघालय सोसायटी पजीकरण अिधिनयम 1983 क अतगरत एक सोसायटी ह कदर न अतिरकष िवजञान और अतिरकष परौ ोिगकी का उपयोग करत हए भारत क पव र कषतर (एनईआर) क आठ राजय को 19 साल स अिधक समिपत सवाए परदान की ह कदर क परमख उ शय ह ndash 1 कषतर क पराकितक ससाधन और अवसरचना िनयोजन क िवकास परबधन पर गितिविधय का समथरन करन क िलए एक पिरचालन सदर सवदन और भौगोिलक सचना परणाली की सहायता स पराकितक ससाधन सचना का आधार परदान करना 2 कषतर क िशकषा सवासथय दखभाल आपदा परबधन सहायता और िवकास सबधी पिरचालन (परचालनी) उपगरह सचार अनपरयोग सवाए परदान करना 3 अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कषतर म अनसधान करना और एनईआर क िविभ शकषिणक ससथा क साथ यतरीकरण हब और नटविकग सथािपत करना 4 आपदा परबधन क िलए सभी सभव अतिरकष आधािरत समथरन क िलए िसगल िवड िडलवरी को सकषम करना 5 भ-सथािनक परौ ोिगकी क कषतर म कषमता िनमारण क िलए एक कषतरीय सतर पर अवसरचना सथािपत करना

2 सगठनातमक सरचना एनई-सक की सभी नीितय मामल ापार का िनणरय एनई-सक सोसायटी ारा िकया जाता ह अधयकष एनईसी एनई-सक सोसायटी की अधयकषता करत ह और सिचव अिवअधयकष इसरो इसक उपाधयकष ह सोसायटी क अनय सदसय ह ndash सिचव एनईसी आठ पव र राजय क मखय सिचव अिव क विर वजञािनक एनईसी क अिधकारीगण और पव र क िशकषािवद सोसायटी की सलाह क तहत एक शासी पिरषद (जीसी) सोसायटी कदर की गितिविधय का परबधन करती ह सिचव अिव अधयकष इसरो इस जीसी क अधयकष ह सिचव एनईसी वकिलपक अधयकष ह मखय सिचव मघालय एनईआर राजय सरकार क परितिनिधगण और इस कषतर म कदर सरकार एजिसय क परितिनिध जीसी क अनय सदसय ह

3 कायर और गितिवधया कदर क वजञािनक कायरकरम कषतर की आवशयकता क अनसार िनदिशत होत ह और एनई-सक सोसायटी और शासन पिरषद ारा इसकी वािषक समीकषा की जाती ह चाल वषर क दौरान एनई-सक न पराकितक ससाधन क परबधन सरचनातमक योजना सवासथय िशकषा उपगरह सचार और वायमडल िवजञान अनसदान क कषतर म पव र राजय क कवर करन वाली कई पिरयोजना को िलया और उनह परा िकया कदर न इस कषतर म परयोकता एजिसय ारा परायोिजत कई अनपरयोग पिरयोजनाए लाग की ह इसरो अिव ारा िव पोिषत समिनवत रा ीय कषतरीय पिरयोजनाए भ-परकषण अनपरयोग िमशन (ईओ-ए) क तहत अनसधान और िवकास पिरयोजनाए आपदा जोिखम घटाव हत उ र पव कषतरीय नोड क तहत उपगरह सचार (सटकॉम) कायरकरम आपदा जोिखम िन ीकरण हत उ र पव कषतरीय नोड क तहत (एनईआर-डीआरआर) क तहत आपदा परबधन समथरन (डीएमएस) कायरकरम वायमडल िवजञान कायरकरम (एएसपी) क तहत अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कायरकरम

ईशान v

4 परमख उपलिबधया एनई-सक न भारत क उ र पव कषतर (एनईआर) म पराकितक ससाधन क परबधन अवसरचना िनयोजन आपदा परबधन समथरन आिद जस िविभ परमख कषतर क िलए अतिरकष परौ ोिगकी क लाभ को िवकिसत करन म बहत महतवपणर परगित की ह वषर 2019-2020 क दौरान कदर की वजञािनक गितिविधय म कई नई पिरयोजना गितिविधय म काफी वि हई ह जबिक वषर क दौरान कई पिरयोजना को परा िकया गया ह कदर रशम बोडर (सीएसबी) क दसर चरण म दश क 26 राजय को कवर करन वाल रशम उतपादन िवकास म सदर सवदन और जीआईएस क अनपरयोग पर परायोिजत पिरयोजना को राजय सदर सवदन कदर क सहयोग स सफलतापवरक परा िकया गया ह पिरयोजना क दसर चरण को सफलता पवरक परा करन और पिरयोजना एटलस और िसलकस पोटरल क रप म पिरयोजना आटपट को औपचािरक रप स जारी करन क िलए एनई-सक म 5-6 अगसत 2019 क दौरान एक रा ीय सतर की कायरशाला आयोिजत की गई थी एनई-सक और कदरीय मगा एरी अनसधान और परिशकषण ससथान (सीएमईआर व टीआई) क बीच एक सहयोगी पिरयोजना क भाग सवरप भ-सथािनक तकनीक का उपयोग करत हए चयिनत मगा रशमकीट रोग और कीट की परारिभक चतावनी क िलए एक िनणरय समथरन परणाली का िवकास िकया गया ह एनईआर म सीएसबी क उ र पव कषतर व सवधरन योजना (एनईआरटीपीसी) कायरकरम क तहत बनाई गई सपि की िजयो-टिगग पर एक नई पिरयोजना भी वषर क दौरान शर की गई ह पिरयोजना का पहला चरण ldquoपरतयक राजय क एक िजल म एक बागवानी फसल क कषतर क िवसतार क िलए िव षणrdquo पर सफलता पवरक भ-सचना (चमन) कायरकरम का उपयोग करत हए समिनवत बागवानी मलयाकन और परबधन क तहत परा िकया गया ह पिरयोजना क दसर चरण को एनईआर क 16 िजल म सभािवत बागवानी फसल क िलए साइट उपयकता िव षण क िलए िकया जा रहा ह पिरयोजना का दसरा चरण एनईआर क 16 िजल म सभािवत बागवानी फसल क िलए साइट उपयकता िव षण क िलए िकया जा रहा ह मघालय म सीसीई की योजना और िनगरानी क िलए कई पिरयोजना क िलए महतवपणर परगित हई जस चयिनत फसल का एकर अनमान और क मोबाइल एप का िवकास एनईआर (सफालम कायरकरम क तहत) म मकका कषतर और उतपादन अनमान मघालय म बलॉक वार साली धान (शीतकालीन चावल) कषतर की पहचान मघालय क पव खासी िहलस िजल म सतर क वकषारोपण क िलए उपयकत कषतर की पहचान मघालय की िजलवार िम ी की उवररता की िसथित का मानिचतरण मरसथलीकण और भिम कषरण िनगरानी वषर 2019-2020 क दौरान एनईआर और परि म बगाल आिद क छह राजय म भ ता आकलन

वािनकी म सदर सवदन अनपरयोग क कषतर म एनई-सक अरणाचल परदश म वन कायर योजना तयार करन क िलए आरएस और जीआईएस इनपट जसी िविभ पिरयोजना को अजाम द रहा ह िमज़ोराम म वन कायर योजना तयार करन क िलए भ-सथािनक तकनीक का वन क बढ़त सटॉक का आकलन मिणपर क िविभ िविभ वन परभाग म दावािगन का भ-सथािनक मलयाकन ितरपरा क मलिरया परवण धलाई िजल म झम कषतर मानिचतरण और िनगरानी आदरर भिम सरकषण की तयारी क िलए इनपट- उिमयम जलाशय मघालय का एक कस अधययन टाइम सीरीज सटलाइट डटा का उपयोग करक एनईआर की वनसपित फनलॉजी का िव षण काजीरगा रा ीय उ ान की भिम कवर गितकी एनईआर आिद जगल म उपरोकत ज़मीन क बायोमास क आकलन म एसएआर अनपरयोग बाढ़ की चतावनी परणाली (एफएलईडबलयएस) कायरकरम क तहत बाढ़ की चतावनी क िलए औसतन वषर-दर-वषर चतावनी सफलता सकोर 75 और 24 स 36 घट क सतकर नततव समय क िलए औसत अलटर परा िकया जा सकता ह यह पिरयोजना अब असम क सभी बाढ़ परभािवत िजल को राजसव सकर ल सतर म

vi

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

काररवाई योगय बाढ़ अलटर क साथ कवर करती ह एफएलईडबलयएस को अनय उ र पव राजय तक बढ़ाया जा रहा ह पायलट आधार पर 2019 क िलए मघालय और ितरपरा को कवर िकया गया था अनय परमख पिरयोजनाए जो जल ससाधन क कषतर म की जाती ह असम नदी एटलस की तयारी एनई भारत क िलए आईडबलयएमपी वाटरशड की िनगरानी और मलयाकन आिद ह शहर और अवसरचना िनयोजन क िहसस क रप म कदर न मासटर पलानिवकास योजना पिरवहन योजना शहरी सथल उपयकतता िव षण शहरी पयारवरण योजना आिद की तयारी म योगदान िदया ह िशलाग योजना कषतर क िलए जीआईएस आधािरत मासटर पलान िवकास योजना का िनमारण 14000 पमान पर 312 िकमी क कषतर को कवर िकया जाता ह समह ारा िकए जा रह कई अनय अनय अधययन कोिहमा शहर सीमा कषतर िवकास योजना मघालय और मघालय म खती झम खती को सथानातिरत करन क भ-सथािनक डटाबस क िनमारण क िलए जीआईएस आधािरत दि कोण ह मघालय म कोयला खनन स परभािवत कषतर की योजना और बहाली क िलए भ-सथािनक कषतर भ-सथािनक डटाबस तयार िकया गया ह कछ अनय महतवपणर अधययन जस भकप पवरत पहचान नदी की गितशीलता और मानस ndash बकी नदी क कटाव क िलए टीईसी िवसगितय का आकलन मघालय म टकटॉिनक अधययन क िलए मोफ टकटॉिनक िव शण 76 Mw पपआ नय िगनी भकप आिद स पहल आयनमडल म भकपीय गड़बड़ी आिद कदर ारा िलया गया ह उ र पव सथािनक डटा िरपोिजटरी (एनईएसडीआर) िविभ उपयोगकतार समह क लाभ क िलए बड़ी मातरा म डटा वब सवा अनपरयोग और बाहरी डटा िलक क साथ सम ह िविभ िवषय पर लगभग 558 डटासट नौ परमख शरिणय ndash आधार परशासिनक सचना अवसरचना भिमससाधन जल ससाधन सपि और उपयोिगता इलाक आपदा परबधन सहायता आदान और कायर योजना इनपट म उपलबध कराए जात ह कई अनय परमख पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की गई ह व ह- मलिरया और अनय िबमािरय क शीघर िनदान और उपचार क िलए मोबाइल आधािरत एकीकत िनगरानी परणाली भ-सथािनक परौ ोिगकी का उपयोग कर एनईआर म एनईसी िव पोिषत पिरयोजना योजवना की भ-टिगग और िनगरानी एनईआर क मखय िनवारचन अिधकािरय (सीईओ) क कायारलय क िलए चनाव ई-एटलस बीटीसी की योजना क िजयोटिगग क िलए िजयोटिगग डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग रशम उतपादन पिरसपि य क िजयोटिगग क िलए डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग मगा रोग परारिभक चतावनी परणाली िशलाग क िलए कराइम जीआईएस असम मदा िवभाग क िलए िजयोटिगग ऐप कोिवड 19 वब अनपरयोग आिद का िवकास कदर न यएवी सदर सवदन (यएवी-आरएस) और अनपरयोग क कषतर म अपनी गितिविधय का िवसतार िकया ह 3 डी िपरिटग तकनीक की परगित क साथ परायोिगक उ शय क िलए इन-हाउस िमनी यएवी िवकिसत िकए गए ह यएवी टीम न कछ अनठ अनपरयोग का परदशरन िकया ह जस िक िनरतर िनगरानी क िलए यएवी का िनमारण आपदा क समय दवा भोजन और राहत सामगरी छोड़न क िलए डरॉप ततर आिद टीम न वषर 2019-2020 म एनईआर और दश क कछ अनय कषतर म िविभ उपयोगकतार िवभाग क िलए 14 स अिधक यएवी सवकषण िकए ह एनई-सक न आईआईएससी बगलर क साथ िमलकर एक उड़ान म कई सथान स कई पानी क नमन एकतर करन क िलए एक उभयचर यएवी िवकिसत िकया ह कदर न सामानय ल य को परा करन क िलए सवराज डरॉन क एक नटवकर को िवकिसत करन क िलए कज सौमया कॉलज ऑफ इजीिनयिरग क साथ सहयोग िकया ह अनय महतवपणर पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की जाती ह व ह- महादव-तोलोई-फटर सड़क क िनमारण क उपयकत मागर सरखण योजना क आधार पर आरएस और जीआईएस मघालय पर बड़ पमान पर सवकषण और सामदाियक सामदाियक आरिकषत वन का मानिचतरण उिमयम झील मघालय क िलए यएवी का उपयोग करक वटलड सवकषण और मानिचतरण तथा लिलतपर उ र परदश लिलतपर म िगरार िरज का सवकषण और मानिचतरण आिद

ईशान vii

उपगरह सचार क कषतर म एनई-सक इसरो क सामािजक िवकास कायरकरम जस- टली-िशकषा टली- िचिकतसा आपातकालीन सचार परणाली को उपगरह सचार परौ ोिगकी क उपयोग क माधयम स कायारिनवत कर रहा ह एनई-सक न कषतर म दरसथ िशकषा और दरसथ सवासथय सवा क िलए ापक नटवकर सथािपत िकया ह सिवधाए जसी- सामगरी उतपादन क िलए सटकॉम सटिडय आपातकालीन सचार क िलए पिरवहनीय डबलयएलल-वी-सट इसरो-डीएमएस वीपीएन नटवकर क तहत पराथिमक नोड टली-िशकषा नटवकर क तहत सटलाइट इटरएिकटव टिमनल अनय इसरो कदर क बीच सरिकषत सचार क िलए सपसनट सयोजकता का-बड परचार परयोग सिवधा इसरो ारा िवकिसत मोबाइल उपगरह सवा टिमनल आिद एनई-सक म उपलबध ह उ र पव राजय म टली-िशकषा पिरयोजना क तहत सभी सात हब(एचयबी) सह िशकषण अत और 329 उपगरह अनयोनयिकरया टिमनल (एसआईटी) सभी पव र राजय म चाल ह इन नटवक ारा 2019-2020 म सकड़ लाइव और िरकॉडर िकए गए कायरकरम का परसारण िकया गया और 50000 स अिधक छातर अनय समह को इन नटवक ार लाभािनवत िकया गया एनई-सक आपातकालीन सचार क िलए जीसट-6 उपगरह क तहत कई उपगरह मोबाइल रिडय (एसएमआर) और सटसटीव टिमनल स ससिजजत ह इसरो-ओनरा- सीएनईएस सयकत का-बड परसार परयोग उपगरह सचार म भ-सचार क उपयोग क िलए का-बड सकत क परसार पर वायमडलीय परभाव का आकलन करन क िलए एनई-सक पर पिरचालन कर रहा ह अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कषतर म एनई-सक म समह भारत क पव र कषतर क िलए लघ और मधयम शरणी क मौसम पवारनमान म सधार करन क िलए अनसधान म लग हए ह और गभीर मौसम पवारनमान म सधार पर धयान किदरत करत ह तिड़त पवारनमान सिहत समह की एक और परमख गितिविध ह इसक अलावा समह परमक आपदा जस ndash बाढ़ गभीर तफान तिड़त आिद क परबधन और एसबड पोलारीमिटरक रडार सवचािलत मौसम कदर उपगरह सखयातमक मॉडल आिद स डटा का समथरन और महतवपणर इनपट परदान करता ह समह ारा िकए जा रह अनय अधययन ह- एक पहाड़ी इलाक म ऐरोसॉल को अवशोिषत करन की लबवत रपरखा पव िहमालयी कषतर म ऐरोसॉल लकषण वणरन उिमयम और तवाग पर ऐरोसॉल की कषतरीय िवशषताए पहाड़ी सटशन पर कलाउड माइकरोिफिशयल गण पर अधययन धरवीय मापी डॉपलर मौसम रडार का उपयोग कर मानसन पवर मौसम परणाली का अवलोकन और िव षण डबलयआरएफ मॉडल का उपयोग करत हए मानसन िसमलशन म इनसट-3डी रिडएस आतमसात का परभाव डीडबलयआर डटा क परतयकष और अपरतयकष रप स अपरतयकष उपयोग क साथ डीडबलयआरएफ मॉडल क ारा भारत क एनईआर पर गरज का िसमलशन भारत क एनईआर क ऊपर सथान आधािरत तिड़त वतारनमान सधार ितरपरा क अबासा कषतर म मलिरया महामारी पर मौसम सबधी मापदड क परभाव का अधययन एनई-सक िवशष रप स एनई कषतर स उपयोगकतार िवभाग िशकषािवद और छातर क समदाय की माग को सबोिधत करत हए अपनी अपनी आउटरीच गितिविधय का िवसतार कर रहा ह इस वषर क दौरान िविभ िवषय पर कई परिशकषण कायरकरम और कायरशालाए जस िक आरएस व जीआईएस का आधारभत सदर सवदन और कई और सफलता पवरक सप हई ह बड़ी सखया म छातर अपन बाहरी पिरयोजना कायर क िलए एनई-सक का चयन करत ह इसक अलावा बड़ी सखया म िविभ शकषिणक ससथान का परितिनिधतव करन वाल छातर न वषर क दौरान अपन अधययन दौर कायरकरम क एक भाग सवरप म एनई-सक का दौरा िकया ह इसरो lsquoयवा वजञािनक कायरकरम यिवकाrsquo का आयोजन 13 मई स 25 मई 2019 तक िकया गया था इस कायरकरम म अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोरम नागालड िसिककम ितरपरा और पि म बगाल परतयक स तीन छातर न भाग िलया ह

viii

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉ िवकरम साराभाई की जनम शताबदी को िचिहनत करन क िलए इसरो क रा ापी िवकरम साराभाई शताबदी कायरकरम क एक भाग क रप म एनई-सक न 2 स 4 जनवरी 2020 तक ितरपरा मघालय और िसिककम म तीन ऐस कायरकरम आयोिजत िकए करमशः 25-26 जनवरी 2020 और 4-6 माचर 2020 20-22 नवबर क दौरान उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) और नॉथर इसटनर िहल यिनविसटी (नह) ारा सयकत रप स भारतीय भिमितकी सोसायटी (आईएसजी) और भारतीय सदर सवदन ससथान (आईएसआरएस) ldquoएनईआर पर िवशष जोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी म नवाचारrdquo पर रा ीय सगो ी का आयोजन िकया गया था

ईशान

परोफ़स

परोफ़सर जनवरी वातिरकषभारत मजनक क

शरीनगर भारत मम सपसफल औिवकषोभ शोधकतारउपरानत अनसधान

उनह न गरसचार पइनसट-एभारतीयपरमोचन परणािलय

सर सती

सतीश धवन2002) एक

कष इजीिनयर म परयोगातमक

रप म मान

र म जनम परोम एव आग च हई व भा

और सवदशी िवऔर पिरसीमार म स ए

वह 1972न सगठन (इस

गरामीण िशकषापर अगरगामी परएक दरसचाय सदर सवदन

यान (पीएसय का मागर पर

ीश धवन

न (25 िसतबक भारतीय

थ उनह क तरल गितकी

जात ह

परो सतीश धचलकर सयकतारतीय अतिरिवकास का नतमा परत क एक थ एम2 म भारतीसरो) क तीस

कषा सदर सवदपरयोग िकए उार उपगरह

न उपगरह औरसएलवी) जसीपरशसत हआ िज

बर 1920 ndash

गिणतजञ औापक रप

की अनसधान

धवन की िशकषकत रा अमिरकरकष कायरकरम नततव करत ह

कषतर क परखयजीकमनन

तीय अतिरसर अधयकष बन

दन और उपगरउनक परयास

आईआरएसर धरवीय उपगरी परचालनातम

िजसन भारत क

3

और स क

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हए यात

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उमिदशरीउग

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परोिसआकमम

अतिरकष की यखड़ा कर िदया

उनकी मतय 3 मतय क बाद दिदशा म लगशरीहिरकोटा उपगरह परकषपणगया

सतीश चदर धनका नाम उनकपरौ ोिगकी अिभयितरकी भसतीश धवन खखा गया ह

परो सतीश धविसतमबर 202आयोिजत िककायरकरम म उमनान क िलए म कायरकरम का

यातरा करन वा

जनवरी 200दिकषण भारत

गभग 100 िआधर परदश

ण कदर क रप

नव राजकीयक नाम पर रससथान

भवन का नामखड आईआ

वन का जनम 20 को वचरअकया गया थाउनक ारा िद

इसरो मखयाा आयोजन िक

वाल रा क

02 को बगलत क च ई किकमी की

म िसथत म पननारमकर

य कॉलज फॉररखा गया हरोपड़ म म भी उनक

आईटी रोपड़ क

शताबदी कायअल मोड क मा भारतीय

िदए गय योगालय अतिरकषकया गया था

1

क सघ म

लर म हई की उ री दरी पर भारतीय

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याितरक नाम पर

क रप म

यरकरम 25 माधयम स

अतिरकष गदान को कष िवभाग

2

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

रोजगार म कोिवड-19 क परभाव स मज़दरो क जीवन म सधार अथर वसथा क सकचन स रोजगार की िसथित म सकट उतप हो रहा ह िजसक कारण रोज़गार दन क नवीन कषतरो म कमी आ रही ह इस पिरिसथित स िनपटन क िलय भारत सरकार न रोज़गार lsquoगरीब कलयाण रोज़गार अिभयानrsquo जन म शर िकया गया ह िजसका उ शय गरामीण भारत म आजीिवका क नय अवसर परदान करना ह यह रोज़गार योजना एक तातकािलक राहत हो सकती ह परनत सभय शहरी नौकिरय का िवकलप नह हो सकती

रोज़गार क अवसर उपलबध करान क िलए कदम

शहरी कषतर म शरिमक की आजीिवका को सरिकषत करन क िलए दो चनौितया नीितगत हसतकषप करती ह

सबस पहल अिधकािधक रोजगार क अवसर उपलबध कराय जाय

और दसरा अचछी मजदरी एव कायरसथल की सगमता क िलए बिनयादी सिवधा का परसार करत हए रोजगार क कमी को दर िकया जाना वतरमान सकट क िलए शहरी रोजगार क म स िनपटन क िलए एक बह-आयामी रणनीित का

िनधाररण करना

पहला ततव शहरीकरण क पमान को दखत हए शहरी रोज़गार सजन कायरकरम पर धयान सथानीय सरकार क समनवय स होना चािहए जो शहर ारा सामना की जान वाली अनय समसया को हल करन क िलए महतवपणर ह चिक य समसयाए किठन ह सथानीय सतर पर इनका समाधान करन क िलए अिधक ससाधन की आवशयकता होती ह चन गए परितिनिधय

टरड यिनयन उ िमय और सामदाियक समह

को शािमल करक सथानीय गठबधन क गठन स ससाधन जटाए जा सकत ह

दसरा ततव सथानीय पहल स रोज़गार-गहन

िनवश नीितय की रपरखा बनाना एव कायारिनवत करना इन नीितय को सरकार क साथ-साथ िनजी उ िमय क पहल को भी गल

लगाना चािहए शरम और पजी क बीच अनकल सिवदातमक सबध ारा िनजी िनवश को सगम बनान की आवशयकता ह परौ ोिगकी और उतपादकता वि स सबिधत म पर शरिमक और उ िमय क िहत को पिरवितत करन क साथ उ म िनमारण क रणनीित का एक अिभ अग बनान की आवशयकता ह औ ोिगकीकरण का आधार लघ और स म उ ोग क िलए अितिरकत सहायता की आवशयकता ह िजसस शरम और पजी क बीच िहत को सतिलत िकया जा सक

तीसरा ततव शहरी बिनयादी ढाच को पराथिमकता दना होगा कय िक यह सथानीय अथर वसथा म कल िनवश का एक बड़ा िहससा ह

हालािक इनम स अिधकाश िनवश शायद ही कभी आधािरक सरचना गरीब शहरी िनवािसय को लाभािनवत करत होग कय िक आवास सड़क सीवरज और पानी की वसथा उनकी आवशयकता क िलए अपयार ह नगर िनगम क बिनयादी ढाच क िनमारण क िलए एक शरम-गहन दि कोण पजीगत गहन-दि कोण क िलए

एक लागत परभावी िवकलप हो सकता ह कय िक मज़दरी दर कम ह आधािरक सरचना िनवश रोज़गार सजन कमाई उतप करगा एव छोट

ईशान 3

उ म िनमारण म योगदान दगा कम-लागत वाल

आवास का िनमारण एक गितिविध ह िजसस शरम-गहन तरीक का सदउपयोग िकया जा सकता ह

चौथा ततव भारत क समसत शहर एव कसब म बड़ पमान पर िचिकतसा सवासथय और सवचछता क बिनयादी ढाच क िनमारण की िदशा म उनमख एक शहरी रोज़गार योजना का ततकाल शभारभ करना जो रोज़गार सजन क अनय कषतरो म राजय और सथानीय सरकार क कलयाणकारी हसतकषप

क िहसस क रप म आवशयक सवा क नटवकर का िवसतार करन क िलए हो सकता ह शहर स लौट शरिमक को अवशोिषत करन क िलए हमारी गरामीण अथर वसथा की कषमता बहत ही कम ह और इन शरिमक को एक सभय जीवन परदान करन क िलए किष की वहायरता सिदगध ह वासतव म इनम स कई शरिमक न अपन पारपिरक कायर खत कषतर को छोड़ िदए ह ग कय िक किष स आय उनक अिसततव क िलए अपयार रही होगी

फरािसस द ा वजञाअिभ lsquoएससीrsquo

4

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

कोणाकर का सयर मिदर भारत क परिस मिदर म स एक ह यह उड़ीसा का सबस परिस पयरटन सथल ह वषर 1984 म यनसको न इस िव धरोहर सथल

घोिषत िकया था यहा पर िहद धमर क सयर दवता की पजा की जाती ह यह ओिडशा राजय क परी शहर स लगभग 35 िकलोमीटर दर चदरभागा नदी क तट पर

िसथत ह यह मिदर अपनी िवशालता िनमारण सदरता वासतकला और मितकला क िलए अि तीय और ओिडशा की वासतकला की सदरता को परदिशत करता ह मिदर का वासतकला इसक आकषरण का कदर ह जो वासतव म एक रथ का आकार ह समपणर मिनदर सथल को बारह जोड़ी पिहय पर सात घोड़

ारा सचािलत रथ क रप म बनाया गया ह कोणाकर सयर मिनदर को बलक पगोडा क रप म भी जाना जाता ह

कोणाकर मिदर का िनमारण 13 व शताबदी क मधय म

गगा राजवश क राजा नरिसमहदव परथम ारा िकया गया था यह मिदर 1200 कारीगर की मदद स

बनाया गया था िजसका नततव मखय वासतकार िबश महाराणा न िकया था इितहास क अनसार मिदर क िनमारण को परा करन क िलए राजा न 5 साल की समय सीमा िनधारिरत िकया था लिकन जस-जस बारह साल क अत क करीब पहच गया िनमारण परा होन क करीब था अचानक मखय वासतकार िवश महाराणा और उनक कारीगर को

कलश (मिदर का ताज पतथर) को उिचत िसथित म

रखन म किठनाई का सामना करना पड़ा राजा नरिसहदव न सबह तक की समय-सीमा की घोषणा की थी िवफल होन पर सभी 1200 कारीगर मार

जाएग और पिरयोजना क मखय वासतकार होन क नात िवश महाराणा परशान थ उस समय िवश

महाराणा का 12 साल का बटा धमरपद अपन िपता

स िमलन आया था यह सनकर धमरपद न तरत ऊपर की तरफ उठ गया और उसन तरत उस चीज को ठीक करवाया और कलश को उसक उिचत िसथित म रख िदया मिदर क परा होन को दखकर सभी कारीगर बहत खश हए लिकन उनह अपन सवय क

जीवन क िलए डर था यिद राजा को पता चला िक एक बचच न उनक बजाय काम परा कर िलया ह उनह न माग की िक धमरपद को मार िदया जाए अत म धमरपद न सभी कारीगर क जीवन को बचान क

िलए और सबका मान रखन क िलए मिदर क शीषर

पर चढ़ गया और अपन जीवन का बिलदान करन क िलए समदर क गहर नील पानी म कद गया

एक यवा लड़का िजसन अब तक का सबस बड़ा मिदर बनाकर सव चच वभव परा िकया उसन दसर क

जीवन को बचान क िलए खद को बिलदान कर िदया सकड़ वष क बाद सयर मिदर बबारद हो गया ह

लिकन धमरपद अब भी िकवदती म और ओिडशा क हर कारीगर की महतवाकाकषा म जीिवत ह

हाशीष दाश पसतकालय सहायक एrsquo

ईशान 5

मरी मा

मा एक साधारण नारी कया-कया नह करती वह

नौकरी करती घर सभालती पर मह स कभी भी आह न करती

दफतर स जब घर वह आती

उनकी गोदी म िसर रख दती म खदकी थकान को भला वह एकटक मझ िनहारन लगती खाना बनाती हम पढ़ाती

कभी िकसीको अपनी था न कहती

च ान जसी मजबत वह लगती पानी जसी कभी बहन वह लगती

मन म उनक कया चलता ह कभी उस वह कत न करती

अभी सोचती ह तो लगता ह मा नह एक साधारण नारी

वह तो ह एक तयाग की मरत ममता म िलपटी एक पयारी सरत

शरीमती रखा भराली गोगोई वजञािनकअिभयता lsquoएस ई

6

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ldquoिशकषा कrdquo शरी च य महापरभ क ारा िलिखत

चतनय महापरभ का जनम सवत १५४२ िवकरमी की फालगनी पिणमा होली क िदन बगाल क नव ीप नगर म हआ था उनक िपता का नाम पिडत जग ाथ िमशर और माता का नाम शचीदवी था िपता िसलहट क रहनवाल थ नव ीप म पढ़न क िलए आय थ भगवान शरी गौरसनदर चतनय महापरभ न अपन िशषय को शरीकषण-तततव पर गरनथ की रचना करन की आजञा दी िजसका पालन उनक अनयायी आज तक कर रह ह वासतव म शरी चतनय महापरभ ारा िजस दशरन िक िशकषा दी गयी उस पर हई ाखयाए परम िवसतत एव सदढ़ ह य िप भगवान चतनय महापरभ अपन यवावसथा म ही परम िव ान क रप म िवखयात थ िकनत उनह न हम कवल आठ ोक ही परदान िकय िजनह ldquoिशकषा कrdquo कहत ह इन आठ ोक म शरीमनमहापरभ न अपन परयोजन को सप कर िदया ह इन परम मलयवान पराथरना का यहा मलरप एव अनवाद परसतत िकया जा रहा ह

चतोदपरणमाजरन भव-महादावािगन-िनवारपणम

शरयःकरवचिनदरकािवतरण िव ावध-जीवनम आनदामबिधवधरन परितपद पणारमतासवादनम

सवारतम पन पर िवजयत शरीकषण-सकीतरनम १

अनवाद शरीकषण-सकीतरन की परम िवजय हो जो हदय म वष स सिचत मल का माजरन करन वाला तथा बारमबार

जनम-मतय रपी दावानल को शात करन वाला ह यह सकीतरन यजञ मानवता क िलए परम कलयाणकारी ह कय िक

चनदर-िकरण की तरह शीतलता परदान करता ह समसत अपराकत िव ा रपी वध का यही जीवन ह यह आनद क

सागर की वि करन वाला ह और िनतय अमत का आसवादन करान वाला ह १

ना ामकािर बहधा िनज सवर शिकतसततरािपता िनयिमतः समरण न कालः एतादशी तव कपा भगवनममािप ददवमीदशिमहाजिन नानरागः२

अनवाद ह भगवन आपका मातर नाम ही जीव का सब परकार स मगल करन वाला ह-कषण गोिवनद जस आपक लाख

नाम ह आपन इन नाम म अपनी समसत अपराकत शिकतया अिपत कर दी ह इन नाम का समरण एव कीतरन करन म

दश-काल आिद का कोई भी िनयम नह ह परभ आपन अपनी कपा क कारण हम भगव ाम क ारा अतयत ही सरलता

स भगवत-पराि कर लन म समथर बना िदया ह िकनत म इतना दभारगयशाली ह िक आपक नाम म अब भी मरा अनराग

उतप नह हो पाया ह २

तणादिप सनीचन तरोरिप सिहषणना अमािनना मानदन कीतरनीयः सदा हिरः ३

ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

10

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

20

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

22

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

30

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान v

4 परमख उपलिबधया एनई-सक न भारत क उ र पव कषतर (एनईआर) म पराकितक ससाधन क परबधन अवसरचना िनयोजन आपदा परबधन समथरन आिद जस िविभ परमख कषतर क िलए अतिरकष परौ ोिगकी क लाभ को िवकिसत करन म बहत महतवपणर परगित की ह वषर 2019-2020 क दौरान कदर की वजञािनक गितिविधय म कई नई पिरयोजना गितिविधय म काफी वि हई ह जबिक वषर क दौरान कई पिरयोजना को परा िकया गया ह कदर रशम बोडर (सीएसबी) क दसर चरण म दश क 26 राजय को कवर करन वाल रशम उतपादन िवकास म सदर सवदन और जीआईएस क अनपरयोग पर परायोिजत पिरयोजना को राजय सदर सवदन कदर क सहयोग स सफलतापवरक परा िकया गया ह पिरयोजना क दसर चरण को सफलता पवरक परा करन और पिरयोजना एटलस और िसलकस पोटरल क रप म पिरयोजना आटपट को औपचािरक रप स जारी करन क िलए एनई-सक म 5-6 अगसत 2019 क दौरान एक रा ीय सतर की कायरशाला आयोिजत की गई थी एनई-सक और कदरीय मगा एरी अनसधान और परिशकषण ससथान (सीएमईआर व टीआई) क बीच एक सहयोगी पिरयोजना क भाग सवरप भ-सथािनक तकनीक का उपयोग करत हए चयिनत मगा रशमकीट रोग और कीट की परारिभक चतावनी क िलए एक िनणरय समथरन परणाली का िवकास िकया गया ह एनईआर म सीएसबी क उ र पव कषतर व सवधरन योजना (एनईआरटीपीसी) कायरकरम क तहत बनाई गई सपि की िजयो-टिगग पर एक नई पिरयोजना भी वषर क दौरान शर की गई ह पिरयोजना का पहला चरण ldquoपरतयक राजय क एक िजल म एक बागवानी फसल क कषतर क िवसतार क िलए िव षणrdquo पर सफलता पवरक भ-सचना (चमन) कायरकरम का उपयोग करत हए समिनवत बागवानी मलयाकन और परबधन क तहत परा िकया गया ह पिरयोजना क दसर चरण को एनईआर क 16 िजल म सभािवत बागवानी फसल क िलए साइट उपयकता िव षण क िलए िकया जा रहा ह पिरयोजना का दसरा चरण एनईआर क 16 िजल म सभािवत बागवानी फसल क िलए साइट उपयकता िव षण क िलए िकया जा रहा ह मघालय म सीसीई की योजना और िनगरानी क िलए कई पिरयोजना क िलए महतवपणर परगित हई जस चयिनत फसल का एकर अनमान और क मोबाइल एप का िवकास एनईआर (सफालम कायरकरम क तहत) म मकका कषतर और उतपादन अनमान मघालय म बलॉक वार साली धान (शीतकालीन चावल) कषतर की पहचान मघालय क पव खासी िहलस िजल म सतर क वकषारोपण क िलए उपयकत कषतर की पहचान मघालय की िजलवार िम ी की उवररता की िसथित का मानिचतरण मरसथलीकण और भिम कषरण िनगरानी वषर 2019-2020 क दौरान एनईआर और परि म बगाल आिद क छह राजय म भ ता आकलन

वािनकी म सदर सवदन अनपरयोग क कषतर म एनई-सक अरणाचल परदश म वन कायर योजना तयार करन क िलए आरएस और जीआईएस इनपट जसी िविभ पिरयोजना को अजाम द रहा ह िमज़ोराम म वन कायर योजना तयार करन क िलए भ-सथािनक तकनीक का वन क बढ़त सटॉक का आकलन मिणपर क िविभ िविभ वन परभाग म दावािगन का भ-सथािनक मलयाकन ितरपरा क मलिरया परवण धलाई िजल म झम कषतर मानिचतरण और िनगरानी आदरर भिम सरकषण की तयारी क िलए इनपट- उिमयम जलाशय मघालय का एक कस अधययन टाइम सीरीज सटलाइट डटा का उपयोग करक एनईआर की वनसपित फनलॉजी का िव षण काजीरगा रा ीय उ ान की भिम कवर गितकी एनईआर आिद जगल म उपरोकत ज़मीन क बायोमास क आकलन म एसएआर अनपरयोग बाढ़ की चतावनी परणाली (एफएलईडबलयएस) कायरकरम क तहत बाढ़ की चतावनी क िलए औसतन वषर-दर-वषर चतावनी सफलता सकोर 75 और 24 स 36 घट क सतकर नततव समय क िलए औसत अलटर परा िकया जा सकता ह यह पिरयोजना अब असम क सभी बाढ़ परभािवत िजल को राजसव सकर ल सतर म

vi

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

काररवाई योगय बाढ़ अलटर क साथ कवर करती ह एफएलईडबलयएस को अनय उ र पव राजय तक बढ़ाया जा रहा ह पायलट आधार पर 2019 क िलए मघालय और ितरपरा को कवर िकया गया था अनय परमख पिरयोजनाए जो जल ससाधन क कषतर म की जाती ह असम नदी एटलस की तयारी एनई भारत क िलए आईडबलयएमपी वाटरशड की िनगरानी और मलयाकन आिद ह शहर और अवसरचना िनयोजन क िहसस क रप म कदर न मासटर पलानिवकास योजना पिरवहन योजना शहरी सथल उपयकतता िव षण शहरी पयारवरण योजना आिद की तयारी म योगदान िदया ह िशलाग योजना कषतर क िलए जीआईएस आधािरत मासटर पलान िवकास योजना का िनमारण 14000 पमान पर 312 िकमी क कषतर को कवर िकया जाता ह समह ारा िकए जा रह कई अनय अनय अधययन कोिहमा शहर सीमा कषतर िवकास योजना मघालय और मघालय म खती झम खती को सथानातिरत करन क भ-सथािनक डटाबस क िनमारण क िलए जीआईएस आधािरत दि कोण ह मघालय म कोयला खनन स परभािवत कषतर की योजना और बहाली क िलए भ-सथािनक कषतर भ-सथािनक डटाबस तयार िकया गया ह कछ अनय महतवपणर अधययन जस भकप पवरत पहचान नदी की गितशीलता और मानस ndash बकी नदी क कटाव क िलए टीईसी िवसगितय का आकलन मघालय म टकटॉिनक अधययन क िलए मोफ टकटॉिनक िव शण 76 Mw पपआ नय िगनी भकप आिद स पहल आयनमडल म भकपीय गड़बड़ी आिद कदर ारा िलया गया ह उ र पव सथािनक डटा िरपोिजटरी (एनईएसडीआर) िविभ उपयोगकतार समह क लाभ क िलए बड़ी मातरा म डटा वब सवा अनपरयोग और बाहरी डटा िलक क साथ सम ह िविभ िवषय पर लगभग 558 डटासट नौ परमख शरिणय ndash आधार परशासिनक सचना अवसरचना भिमससाधन जल ससाधन सपि और उपयोिगता इलाक आपदा परबधन सहायता आदान और कायर योजना इनपट म उपलबध कराए जात ह कई अनय परमख पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की गई ह व ह- मलिरया और अनय िबमािरय क शीघर िनदान और उपचार क िलए मोबाइल आधािरत एकीकत िनगरानी परणाली भ-सथािनक परौ ोिगकी का उपयोग कर एनईआर म एनईसी िव पोिषत पिरयोजना योजवना की भ-टिगग और िनगरानी एनईआर क मखय िनवारचन अिधकािरय (सीईओ) क कायारलय क िलए चनाव ई-एटलस बीटीसी की योजना क िजयोटिगग क िलए िजयोटिगग डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग रशम उतपादन पिरसपि य क िजयोटिगग क िलए डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग मगा रोग परारिभक चतावनी परणाली िशलाग क िलए कराइम जीआईएस असम मदा िवभाग क िलए िजयोटिगग ऐप कोिवड 19 वब अनपरयोग आिद का िवकास कदर न यएवी सदर सवदन (यएवी-आरएस) और अनपरयोग क कषतर म अपनी गितिविधय का िवसतार िकया ह 3 डी िपरिटग तकनीक की परगित क साथ परायोिगक उ शय क िलए इन-हाउस िमनी यएवी िवकिसत िकए गए ह यएवी टीम न कछ अनठ अनपरयोग का परदशरन िकया ह जस िक िनरतर िनगरानी क िलए यएवी का िनमारण आपदा क समय दवा भोजन और राहत सामगरी छोड़न क िलए डरॉप ततर आिद टीम न वषर 2019-2020 म एनईआर और दश क कछ अनय कषतर म िविभ उपयोगकतार िवभाग क िलए 14 स अिधक यएवी सवकषण िकए ह एनई-सक न आईआईएससी बगलर क साथ िमलकर एक उड़ान म कई सथान स कई पानी क नमन एकतर करन क िलए एक उभयचर यएवी िवकिसत िकया ह कदर न सामानय ल य को परा करन क िलए सवराज डरॉन क एक नटवकर को िवकिसत करन क िलए कज सौमया कॉलज ऑफ इजीिनयिरग क साथ सहयोग िकया ह अनय महतवपणर पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की जाती ह व ह- महादव-तोलोई-फटर सड़क क िनमारण क उपयकत मागर सरखण योजना क आधार पर आरएस और जीआईएस मघालय पर बड़ पमान पर सवकषण और सामदाियक सामदाियक आरिकषत वन का मानिचतरण उिमयम झील मघालय क िलए यएवी का उपयोग करक वटलड सवकषण और मानिचतरण तथा लिलतपर उ र परदश लिलतपर म िगरार िरज का सवकषण और मानिचतरण आिद

ईशान vii

उपगरह सचार क कषतर म एनई-सक इसरो क सामािजक िवकास कायरकरम जस- टली-िशकषा टली- िचिकतसा आपातकालीन सचार परणाली को उपगरह सचार परौ ोिगकी क उपयोग क माधयम स कायारिनवत कर रहा ह एनई-सक न कषतर म दरसथ िशकषा और दरसथ सवासथय सवा क िलए ापक नटवकर सथािपत िकया ह सिवधाए जसी- सामगरी उतपादन क िलए सटकॉम सटिडय आपातकालीन सचार क िलए पिरवहनीय डबलयएलल-वी-सट इसरो-डीएमएस वीपीएन नटवकर क तहत पराथिमक नोड टली-िशकषा नटवकर क तहत सटलाइट इटरएिकटव टिमनल अनय इसरो कदर क बीच सरिकषत सचार क िलए सपसनट सयोजकता का-बड परचार परयोग सिवधा इसरो ारा िवकिसत मोबाइल उपगरह सवा टिमनल आिद एनई-सक म उपलबध ह उ र पव राजय म टली-िशकषा पिरयोजना क तहत सभी सात हब(एचयबी) सह िशकषण अत और 329 उपगरह अनयोनयिकरया टिमनल (एसआईटी) सभी पव र राजय म चाल ह इन नटवक ारा 2019-2020 म सकड़ लाइव और िरकॉडर िकए गए कायरकरम का परसारण िकया गया और 50000 स अिधक छातर अनय समह को इन नटवक ार लाभािनवत िकया गया एनई-सक आपातकालीन सचार क िलए जीसट-6 उपगरह क तहत कई उपगरह मोबाइल रिडय (एसएमआर) और सटसटीव टिमनल स ससिजजत ह इसरो-ओनरा- सीएनईएस सयकत का-बड परसार परयोग उपगरह सचार म भ-सचार क उपयोग क िलए का-बड सकत क परसार पर वायमडलीय परभाव का आकलन करन क िलए एनई-सक पर पिरचालन कर रहा ह अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कषतर म एनई-सक म समह भारत क पव र कषतर क िलए लघ और मधयम शरणी क मौसम पवारनमान म सधार करन क िलए अनसधान म लग हए ह और गभीर मौसम पवारनमान म सधार पर धयान किदरत करत ह तिड़त पवारनमान सिहत समह की एक और परमख गितिविध ह इसक अलावा समह परमक आपदा जस ndash बाढ़ गभीर तफान तिड़त आिद क परबधन और एसबड पोलारीमिटरक रडार सवचािलत मौसम कदर उपगरह सखयातमक मॉडल आिद स डटा का समथरन और महतवपणर इनपट परदान करता ह समह ारा िकए जा रह अनय अधययन ह- एक पहाड़ी इलाक म ऐरोसॉल को अवशोिषत करन की लबवत रपरखा पव िहमालयी कषतर म ऐरोसॉल लकषण वणरन उिमयम और तवाग पर ऐरोसॉल की कषतरीय िवशषताए पहाड़ी सटशन पर कलाउड माइकरोिफिशयल गण पर अधययन धरवीय मापी डॉपलर मौसम रडार का उपयोग कर मानसन पवर मौसम परणाली का अवलोकन और िव षण डबलयआरएफ मॉडल का उपयोग करत हए मानसन िसमलशन म इनसट-3डी रिडएस आतमसात का परभाव डीडबलयआर डटा क परतयकष और अपरतयकष रप स अपरतयकष उपयोग क साथ डीडबलयआरएफ मॉडल क ारा भारत क एनईआर पर गरज का िसमलशन भारत क एनईआर क ऊपर सथान आधािरत तिड़त वतारनमान सधार ितरपरा क अबासा कषतर म मलिरया महामारी पर मौसम सबधी मापदड क परभाव का अधययन एनई-सक िवशष रप स एनई कषतर स उपयोगकतार िवभाग िशकषािवद और छातर क समदाय की माग को सबोिधत करत हए अपनी अपनी आउटरीच गितिविधय का िवसतार कर रहा ह इस वषर क दौरान िविभ िवषय पर कई परिशकषण कायरकरम और कायरशालाए जस िक आरएस व जीआईएस का आधारभत सदर सवदन और कई और सफलता पवरक सप हई ह बड़ी सखया म छातर अपन बाहरी पिरयोजना कायर क िलए एनई-सक का चयन करत ह इसक अलावा बड़ी सखया म िविभ शकषिणक ससथान का परितिनिधतव करन वाल छातर न वषर क दौरान अपन अधययन दौर कायरकरम क एक भाग सवरप म एनई-सक का दौरा िकया ह इसरो lsquoयवा वजञािनक कायरकरम यिवकाrsquo का आयोजन 13 मई स 25 मई 2019 तक िकया गया था इस कायरकरम म अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोरम नागालड िसिककम ितरपरा और पि म बगाल परतयक स तीन छातर न भाग िलया ह

viii

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉ िवकरम साराभाई की जनम शताबदी को िचिहनत करन क िलए इसरो क रा ापी िवकरम साराभाई शताबदी कायरकरम क एक भाग क रप म एनई-सक न 2 स 4 जनवरी 2020 तक ितरपरा मघालय और िसिककम म तीन ऐस कायरकरम आयोिजत िकए करमशः 25-26 जनवरी 2020 और 4-6 माचर 2020 20-22 नवबर क दौरान उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) और नॉथर इसटनर िहल यिनविसटी (नह) ारा सयकत रप स भारतीय भिमितकी सोसायटी (आईएसजी) और भारतीय सदर सवदन ससथान (आईएसआरएस) ldquoएनईआर पर िवशष जोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी म नवाचारrdquo पर रा ीय सगो ी का आयोजन िकया गया था

ईशान

परोफ़स

परोफ़सर जनवरी वातिरकषभारत मजनक क

शरीनगर भारत मम सपसफल औिवकषोभ शोधकतारउपरानत अनसधान

उनह न गरसचार पइनसट-एभारतीयपरमोचन परणािलय

सर सती

सतीश धवन2002) एक

कष इजीिनयर म परयोगातमक

रप म मान

र म जनम परोम एव आग च हई व भा

और सवदशी िवऔर पिरसीमार म स ए

वह 1972न सगठन (इस

गरामीण िशकषापर अगरगामी परएक दरसचाय सदर सवदन

यान (पीएसय का मागर पर

ीश धवन

न (25 िसतबक भारतीय

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परो सतीश धचलकर सयकतारतीय अतिरिवकास का नतमा परत क एक थ एम2 म भारतीसरो) क तीस

कषा सदर सवदपरयोग िकए उार उपगरह

न उपगरह औरसएलवी) जसीपरशसत हआ िज

बर 1920 ndash

गिणतजञ औापक रप

की अनसधान

धवन की िशकषकत रा अमिरकरकष कायरकरम नततव करत ह

कषतर क परखयजीकमनन

तीय अतिरसर अधयकष बन

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3

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परोिसआकमम

अतिरकष की यखड़ा कर िदया

उनकी मतय 3 मतय क बाद दिदशा म लगशरीहिरकोटा उपगरह परकषपणगया

सतीश चदर धनका नाम उनकपरौ ोिगकी अिभयितरकी भसतीश धवन खखा गया ह

परो सतीश धविसतमबर 202आयोिजत िककायरकरम म उमनान क िलए म कायरकरम का

यातरा करन वा

जनवरी 200दिकषण भारत

गभग 100 िआधर परदश

ण कदर क रप

नव राजकीयक नाम पर रससथान

भवन का नामखड आईआ

वन का जनम 20 को वचरअकया गया थाउनक ारा िद

इसरो मखयाा आयोजन िक

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02 को बगलत क च ई किकमी की

म िसथत म पननारमकर

य कॉलज फॉररखा गया हरोपड़ म म भी उनक

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शताबदी कायअल मोड क मा भारतीय

िदए गय योगालय अतिरकषकया गया था

1

क सघ म

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क रप म

यरकरम 25 माधयम स

अतिरकष गदान को कष िवभाग

2

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

रोजगार म कोिवड-19 क परभाव स मज़दरो क जीवन म सधार अथर वसथा क सकचन स रोजगार की िसथित म सकट उतप हो रहा ह िजसक कारण रोज़गार दन क नवीन कषतरो म कमी आ रही ह इस पिरिसथित स िनपटन क िलय भारत सरकार न रोज़गार lsquoगरीब कलयाण रोज़गार अिभयानrsquo जन म शर िकया गया ह िजसका उ शय गरामीण भारत म आजीिवका क नय अवसर परदान करना ह यह रोज़गार योजना एक तातकािलक राहत हो सकती ह परनत सभय शहरी नौकिरय का िवकलप नह हो सकती

रोज़गार क अवसर उपलबध करान क िलए कदम

शहरी कषतर म शरिमक की आजीिवका को सरिकषत करन क िलए दो चनौितया नीितगत हसतकषप करती ह

सबस पहल अिधकािधक रोजगार क अवसर उपलबध कराय जाय

और दसरा अचछी मजदरी एव कायरसथल की सगमता क िलए बिनयादी सिवधा का परसार करत हए रोजगार क कमी को दर िकया जाना वतरमान सकट क िलए शहरी रोजगार क म स िनपटन क िलए एक बह-आयामी रणनीित का

िनधाररण करना

पहला ततव शहरीकरण क पमान को दखत हए शहरी रोज़गार सजन कायरकरम पर धयान सथानीय सरकार क समनवय स होना चािहए जो शहर ारा सामना की जान वाली अनय समसया को हल करन क िलए महतवपणर ह चिक य समसयाए किठन ह सथानीय सतर पर इनका समाधान करन क िलए अिधक ससाधन की आवशयकता होती ह चन गए परितिनिधय

टरड यिनयन उ िमय और सामदाियक समह

को शािमल करक सथानीय गठबधन क गठन स ससाधन जटाए जा सकत ह

दसरा ततव सथानीय पहल स रोज़गार-गहन

िनवश नीितय की रपरखा बनाना एव कायारिनवत करना इन नीितय को सरकार क साथ-साथ िनजी उ िमय क पहल को भी गल

लगाना चािहए शरम और पजी क बीच अनकल सिवदातमक सबध ारा िनजी िनवश को सगम बनान की आवशयकता ह परौ ोिगकी और उतपादकता वि स सबिधत म पर शरिमक और उ िमय क िहत को पिरवितत करन क साथ उ म िनमारण क रणनीित का एक अिभ अग बनान की आवशयकता ह औ ोिगकीकरण का आधार लघ और स म उ ोग क िलए अितिरकत सहायता की आवशयकता ह िजसस शरम और पजी क बीच िहत को सतिलत िकया जा सक

तीसरा ततव शहरी बिनयादी ढाच को पराथिमकता दना होगा कय िक यह सथानीय अथर वसथा म कल िनवश का एक बड़ा िहससा ह

हालािक इनम स अिधकाश िनवश शायद ही कभी आधािरक सरचना गरीब शहरी िनवािसय को लाभािनवत करत होग कय िक आवास सड़क सीवरज और पानी की वसथा उनकी आवशयकता क िलए अपयार ह नगर िनगम क बिनयादी ढाच क िनमारण क िलए एक शरम-गहन दि कोण पजीगत गहन-दि कोण क िलए

एक लागत परभावी िवकलप हो सकता ह कय िक मज़दरी दर कम ह आधािरक सरचना िनवश रोज़गार सजन कमाई उतप करगा एव छोट

ईशान 3

उ म िनमारण म योगदान दगा कम-लागत वाल

आवास का िनमारण एक गितिविध ह िजसस शरम-गहन तरीक का सदउपयोग िकया जा सकता ह

चौथा ततव भारत क समसत शहर एव कसब म बड़ पमान पर िचिकतसा सवासथय और सवचछता क बिनयादी ढाच क िनमारण की िदशा म उनमख एक शहरी रोज़गार योजना का ततकाल शभारभ करना जो रोज़गार सजन क अनय कषतरो म राजय और सथानीय सरकार क कलयाणकारी हसतकषप

क िहसस क रप म आवशयक सवा क नटवकर का िवसतार करन क िलए हो सकता ह शहर स लौट शरिमक को अवशोिषत करन क िलए हमारी गरामीण अथर वसथा की कषमता बहत ही कम ह और इन शरिमक को एक सभय जीवन परदान करन क िलए किष की वहायरता सिदगध ह वासतव म इनम स कई शरिमक न अपन पारपिरक कायर खत कषतर को छोड़ िदए ह ग कय िक किष स आय उनक अिसततव क िलए अपयार रही होगी

फरािसस द ा वजञाअिभ lsquoएससीrsquo

4

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

कोणाकर का सयर मिदर भारत क परिस मिदर म स एक ह यह उड़ीसा का सबस परिस पयरटन सथल ह वषर 1984 म यनसको न इस िव धरोहर सथल

घोिषत िकया था यहा पर िहद धमर क सयर दवता की पजा की जाती ह यह ओिडशा राजय क परी शहर स लगभग 35 िकलोमीटर दर चदरभागा नदी क तट पर

िसथत ह यह मिदर अपनी िवशालता िनमारण सदरता वासतकला और मितकला क िलए अि तीय और ओिडशा की वासतकला की सदरता को परदिशत करता ह मिदर का वासतकला इसक आकषरण का कदर ह जो वासतव म एक रथ का आकार ह समपणर मिनदर सथल को बारह जोड़ी पिहय पर सात घोड़

ारा सचािलत रथ क रप म बनाया गया ह कोणाकर सयर मिनदर को बलक पगोडा क रप म भी जाना जाता ह

कोणाकर मिदर का िनमारण 13 व शताबदी क मधय म

गगा राजवश क राजा नरिसमहदव परथम ारा िकया गया था यह मिदर 1200 कारीगर की मदद स

बनाया गया था िजसका नततव मखय वासतकार िबश महाराणा न िकया था इितहास क अनसार मिदर क िनमारण को परा करन क िलए राजा न 5 साल की समय सीमा िनधारिरत िकया था लिकन जस-जस बारह साल क अत क करीब पहच गया िनमारण परा होन क करीब था अचानक मखय वासतकार िवश महाराणा और उनक कारीगर को

कलश (मिदर का ताज पतथर) को उिचत िसथित म

रखन म किठनाई का सामना करना पड़ा राजा नरिसहदव न सबह तक की समय-सीमा की घोषणा की थी िवफल होन पर सभी 1200 कारीगर मार

जाएग और पिरयोजना क मखय वासतकार होन क नात िवश महाराणा परशान थ उस समय िवश

महाराणा का 12 साल का बटा धमरपद अपन िपता

स िमलन आया था यह सनकर धमरपद न तरत ऊपर की तरफ उठ गया और उसन तरत उस चीज को ठीक करवाया और कलश को उसक उिचत िसथित म रख िदया मिदर क परा होन को दखकर सभी कारीगर बहत खश हए लिकन उनह अपन सवय क

जीवन क िलए डर था यिद राजा को पता चला िक एक बचच न उनक बजाय काम परा कर िलया ह उनह न माग की िक धमरपद को मार िदया जाए अत म धमरपद न सभी कारीगर क जीवन को बचान क

िलए और सबका मान रखन क िलए मिदर क शीषर

पर चढ़ गया और अपन जीवन का बिलदान करन क िलए समदर क गहर नील पानी म कद गया

एक यवा लड़का िजसन अब तक का सबस बड़ा मिदर बनाकर सव चच वभव परा िकया उसन दसर क

जीवन को बचान क िलए खद को बिलदान कर िदया सकड़ वष क बाद सयर मिदर बबारद हो गया ह

लिकन धमरपद अब भी िकवदती म और ओिडशा क हर कारीगर की महतवाकाकषा म जीिवत ह

हाशीष दाश पसतकालय सहायक एrsquo

ईशान 5

मरी मा

मा एक साधारण नारी कया-कया नह करती वह

नौकरी करती घर सभालती पर मह स कभी भी आह न करती

दफतर स जब घर वह आती

उनकी गोदी म िसर रख दती म खदकी थकान को भला वह एकटक मझ िनहारन लगती खाना बनाती हम पढ़ाती

कभी िकसीको अपनी था न कहती

च ान जसी मजबत वह लगती पानी जसी कभी बहन वह लगती

मन म उनक कया चलता ह कभी उस वह कत न करती

अभी सोचती ह तो लगता ह मा नह एक साधारण नारी

वह तो ह एक तयाग की मरत ममता म िलपटी एक पयारी सरत

शरीमती रखा भराली गोगोई वजञािनकअिभयता lsquoएस ई

6

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ldquoिशकषा कrdquo शरी च य महापरभ क ारा िलिखत

चतनय महापरभ का जनम सवत १५४२ िवकरमी की फालगनी पिणमा होली क िदन बगाल क नव ीप नगर म हआ था उनक िपता का नाम पिडत जग ाथ िमशर और माता का नाम शचीदवी था िपता िसलहट क रहनवाल थ नव ीप म पढ़न क िलए आय थ भगवान शरी गौरसनदर चतनय महापरभ न अपन िशषय को शरीकषण-तततव पर गरनथ की रचना करन की आजञा दी िजसका पालन उनक अनयायी आज तक कर रह ह वासतव म शरी चतनय महापरभ ारा िजस दशरन िक िशकषा दी गयी उस पर हई ाखयाए परम िवसतत एव सदढ़ ह य िप भगवान चतनय महापरभ अपन यवावसथा म ही परम िव ान क रप म िवखयात थ िकनत उनह न हम कवल आठ ोक ही परदान िकय िजनह ldquoिशकषा कrdquo कहत ह इन आठ ोक म शरीमनमहापरभ न अपन परयोजन को सप कर िदया ह इन परम मलयवान पराथरना का यहा मलरप एव अनवाद परसतत िकया जा रहा ह

चतोदपरणमाजरन भव-महादावािगन-िनवारपणम

शरयःकरवचिनदरकािवतरण िव ावध-जीवनम आनदामबिधवधरन परितपद पणारमतासवादनम

सवारतम पन पर िवजयत शरीकषण-सकीतरनम १

अनवाद शरीकषण-सकीतरन की परम िवजय हो जो हदय म वष स सिचत मल का माजरन करन वाला तथा बारमबार

जनम-मतय रपी दावानल को शात करन वाला ह यह सकीतरन यजञ मानवता क िलए परम कलयाणकारी ह कय िक

चनदर-िकरण की तरह शीतलता परदान करता ह समसत अपराकत िव ा रपी वध का यही जीवन ह यह आनद क

सागर की वि करन वाला ह और िनतय अमत का आसवादन करान वाला ह १

ना ामकािर बहधा िनज सवर शिकतसततरािपता िनयिमतः समरण न कालः एतादशी तव कपा भगवनममािप ददवमीदशिमहाजिन नानरागः२

अनवाद ह भगवन आपका मातर नाम ही जीव का सब परकार स मगल करन वाला ह-कषण गोिवनद जस आपक लाख

नाम ह आपन इन नाम म अपनी समसत अपराकत शिकतया अिपत कर दी ह इन नाम का समरण एव कीतरन करन म

दश-काल आिद का कोई भी िनयम नह ह परभ आपन अपनी कपा क कारण हम भगव ाम क ारा अतयत ही सरलता

स भगवत-पराि कर लन म समथर बना िदया ह िकनत म इतना दभारगयशाली ह िक आपक नाम म अब भी मरा अनराग

उतप नह हो पाया ह २

तणादिप सनीचन तरोरिप सिहषणना अमािनना मानदन कीतरनीयः सदा हिरः ३

ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

10

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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vi

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

काररवाई योगय बाढ़ अलटर क साथ कवर करती ह एफएलईडबलयएस को अनय उ र पव राजय तक बढ़ाया जा रहा ह पायलट आधार पर 2019 क िलए मघालय और ितरपरा को कवर िकया गया था अनय परमख पिरयोजनाए जो जल ससाधन क कषतर म की जाती ह असम नदी एटलस की तयारी एनई भारत क िलए आईडबलयएमपी वाटरशड की िनगरानी और मलयाकन आिद ह शहर और अवसरचना िनयोजन क िहसस क रप म कदर न मासटर पलानिवकास योजना पिरवहन योजना शहरी सथल उपयकतता िव षण शहरी पयारवरण योजना आिद की तयारी म योगदान िदया ह िशलाग योजना कषतर क िलए जीआईएस आधािरत मासटर पलान िवकास योजना का िनमारण 14000 पमान पर 312 िकमी क कषतर को कवर िकया जाता ह समह ारा िकए जा रह कई अनय अनय अधययन कोिहमा शहर सीमा कषतर िवकास योजना मघालय और मघालय म खती झम खती को सथानातिरत करन क भ-सथािनक डटाबस क िनमारण क िलए जीआईएस आधािरत दि कोण ह मघालय म कोयला खनन स परभािवत कषतर की योजना और बहाली क िलए भ-सथािनक कषतर भ-सथािनक डटाबस तयार िकया गया ह कछ अनय महतवपणर अधययन जस भकप पवरत पहचान नदी की गितशीलता और मानस ndash बकी नदी क कटाव क िलए टीईसी िवसगितय का आकलन मघालय म टकटॉिनक अधययन क िलए मोफ टकटॉिनक िव शण 76 Mw पपआ नय िगनी भकप आिद स पहल आयनमडल म भकपीय गड़बड़ी आिद कदर ारा िलया गया ह उ र पव सथािनक डटा िरपोिजटरी (एनईएसडीआर) िविभ उपयोगकतार समह क लाभ क िलए बड़ी मातरा म डटा वब सवा अनपरयोग और बाहरी डटा िलक क साथ सम ह िविभ िवषय पर लगभग 558 डटासट नौ परमख शरिणय ndash आधार परशासिनक सचना अवसरचना भिमससाधन जल ससाधन सपि और उपयोिगता इलाक आपदा परबधन सहायता आदान और कायर योजना इनपट म उपलबध कराए जात ह कई अनय परमख पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की गई ह व ह- मलिरया और अनय िबमािरय क शीघर िनदान और उपचार क िलए मोबाइल आधािरत एकीकत िनगरानी परणाली भ-सथािनक परौ ोिगकी का उपयोग कर एनईआर म एनईसी िव पोिषत पिरयोजना योजवना की भ-टिगग और िनगरानी एनईआर क मखय िनवारचन अिधकािरय (सीईओ) क कायारलय क िलए चनाव ई-एटलस बीटीसी की योजना क िजयोटिगग क िलए िजयोटिगग डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग रशम उतपादन पिरसपि य क िजयोटिगग क िलए डशबोडर सह मोबाइल अनपरयोग मगा रोग परारिभक चतावनी परणाली िशलाग क िलए कराइम जीआईएस असम मदा िवभाग क िलए िजयोटिगग ऐप कोिवड 19 वब अनपरयोग आिद का िवकास कदर न यएवी सदर सवदन (यएवी-आरएस) और अनपरयोग क कषतर म अपनी गितिविधय का िवसतार िकया ह 3 डी िपरिटग तकनीक की परगित क साथ परायोिगक उ शय क िलए इन-हाउस िमनी यएवी िवकिसत िकए गए ह यएवी टीम न कछ अनठ अनपरयोग का परदशरन िकया ह जस िक िनरतर िनगरानी क िलए यएवी का िनमारण आपदा क समय दवा भोजन और राहत सामगरी छोड़न क िलए डरॉप ततर आिद टीम न वषर 2019-2020 म एनईआर और दश क कछ अनय कषतर म िविभ उपयोगकतार िवभाग क िलए 14 स अिधक यएवी सवकषण िकए ह एनई-सक न आईआईएससी बगलर क साथ िमलकर एक उड़ान म कई सथान स कई पानी क नमन एकतर करन क िलए एक उभयचर यएवी िवकिसत िकया ह कदर न सामानय ल य को परा करन क िलए सवराज डरॉन क एक नटवकर को िवकिसत करन क िलए कज सौमया कॉलज ऑफ इजीिनयिरग क साथ सहयोग िकया ह अनय महतवपणर पिरयोजनाए जो सफलता पवरक की जाती ह व ह- महादव-तोलोई-फटर सड़क क िनमारण क उपयकत मागर सरखण योजना क आधार पर आरएस और जीआईएस मघालय पर बड़ पमान पर सवकषण और सामदाियक सामदाियक आरिकषत वन का मानिचतरण उिमयम झील मघालय क िलए यएवी का उपयोग करक वटलड सवकषण और मानिचतरण तथा लिलतपर उ र परदश लिलतपर म िगरार िरज का सवकषण और मानिचतरण आिद

ईशान vii

उपगरह सचार क कषतर म एनई-सक इसरो क सामािजक िवकास कायरकरम जस- टली-िशकषा टली- िचिकतसा आपातकालीन सचार परणाली को उपगरह सचार परौ ोिगकी क उपयोग क माधयम स कायारिनवत कर रहा ह एनई-सक न कषतर म दरसथ िशकषा और दरसथ सवासथय सवा क िलए ापक नटवकर सथािपत िकया ह सिवधाए जसी- सामगरी उतपादन क िलए सटकॉम सटिडय आपातकालीन सचार क िलए पिरवहनीय डबलयएलल-वी-सट इसरो-डीएमएस वीपीएन नटवकर क तहत पराथिमक नोड टली-िशकषा नटवकर क तहत सटलाइट इटरएिकटव टिमनल अनय इसरो कदर क बीच सरिकषत सचार क िलए सपसनट सयोजकता का-बड परचार परयोग सिवधा इसरो ारा िवकिसत मोबाइल उपगरह सवा टिमनल आिद एनई-सक म उपलबध ह उ र पव राजय म टली-िशकषा पिरयोजना क तहत सभी सात हब(एचयबी) सह िशकषण अत और 329 उपगरह अनयोनयिकरया टिमनल (एसआईटी) सभी पव र राजय म चाल ह इन नटवक ारा 2019-2020 म सकड़ लाइव और िरकॉडर िकए गए कायरकरम का परसारण िकया गया और 50000 स अिधक छातर अनय समह को इन नटवक ार लाभािनवत िकया गया एनई-सक आपातकालीन सचार क िलए जीसट-6 उपगरह क तहत कई उपगरह मोबाइल रिडय (एसएमआर) और सटसटीव टिमनल स ससिजजत ह इसरो-ओनरा- सीएनईएस सयकत का-बड परसार परयोग उपगरह सचार म भ-सचार क उपयोग क िलए का-बड सकत क परसार पर वायमडलीय परभाव का आकलन करन क िलए एनई-सक पर पिरचालन कर रहा ह अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कषतर म एनई-सक म समह भारत क पव र कषतर क िलए लघ और मधयम शरणी क मौसम पवारनमान म सधार करन क िलए अनसधान म लग हए ह और गभीर मौसम पवारनमान म सधार पर धयान किदरत करत ह तिड़त पवारनमान सिहत समह की एक और परमख गितिविध ह इसक अलावा समह परमक आपदा जस ndash बाढ़ गभीर तफान तिड़त आिद क परबधन और एसबड पोलारीमिटरक रडार सवचािलत मौसम कदर उपगरह सखयातमक मॉडल आिद स डटा का समथरन और महतवपणर इनपट परदान करता ह समह ारा िकए जा रह अनय अधययन ह- एक पहाड़ी इलाक म ऐरोसॉल को अवशोिषत करन की लबवत रपरखा पव िहमालयी कषतर म ऐरोसॉल लकषण वणरन उिमयम और तवाग पर ऐरोसॉल की कषतरीय िवशषताए पहाड़ी सटशन पर कलाउड माइकरोिफिशयल गण पर अधययन धरवीय मापी डॉपलर मौसम रडार का उपयोग कर मानसन पवर मौसम परणाली का अवलोकन और िव षण डबलयआरएफ मॉडल का उपयोग करत हए मानसन िसमलशन म इनसट-3डी रिडएस आतमसात का परभाव डीडबलयआर डटा क परतयकष और अपरतयकष रप स अपरतयकष उपयोग क साथ डीडबलयआरएफ मॉडल क ारा भारत क एनईआर पर गरज का िसमलशन भारत क एनईआर क ऊपर सथान आधािरत तिड़त वतारनमान सधार ितरपरा क अबासा कषतर म मलिरया महामारी पर मौसम सबधी मापदड क परभाव का अधययन एनई-सक िवशष रप स एनई कषतर स उपयोगकतार िवभाग िशकषािवद और छातर क समदाय की माग को सबोिधत करत हए अपनी अपनी आउटरीच गितिविधय का िवसतार कर रहा ह इस वषर क दौरान िविभ िवषय पर कई परिशकषण कायरकरम और कायरशालाए जस िक आरएस व जीआईएस का आधारभत सदर सवदन और कई और सफलता पवरक सप हई ह बड़ी सखया म छातर अपन बाहरी पिरयोजना कायर क िलए एनई-सक का चयन करत ह इसक अलावा बड़ी सखया म िविभ शकषिणक ससथान का परितिनिधतव करन वाल छातर न वषर क दौरान अपन अधययन दौर कायरकरम क एक भाग सवरप म एनई-सक का दौरा िकया ह इसरो lsquoयवा वजञािनक कायरकरम यिवकाrsquo का आयोजन 13 मई स 25 मई 2019 तक िकया गया था इस कायरकरम म अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोरम नागालड िसिककम ितरपरा और पि म बगाल परतयक स तीन छातर न भाग िलया ह

viii

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉ िवकरम साराभाई की जनम शताबदी को िचिहनत करन क िलए इसरो क रा ापी िवकरम साराभाई शताबदी कायरकरम क एक भाग क रप म एनई-सक न 2 स 4 जनवरी 2020 तक ितरपरा मघालय और िसिककम म तीन ऐस कायरकरम आयोिजत िकए करमशः 25-26 जनवरी 2020 और 4-6 माचर 2020 20-22 नवबर क दौरान उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) और नॉथर इसटनर िहल यिनविसटी (नह) ारा सयकत रप स भारतीय भिमितकी सोसायटी (आईएसजी) और भारतीय सदर सवदन ससथान (आईएसआरएस) ldquoएनईआर पर िवशष जोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी म नवाचारrdquo पर रा ीय सगो ी का आयोजन िकया गया था

ईशान

परोफ़स

परोफ़सर जनवरी वातिरकषभारत मजनक क

शरीनगर भारत मम सपसफल औिवकषोभ शोधकतारउपरानत अनसधान

उनह न गरसचार पइनसट-एभारतीयपरमोचन परणािलय

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सतीश धवन2002) एक

कष इजीिनयर म परयोगातमक

रप म मान

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गरामीण िशकषापर अगरगामी परएक दरसचाय सदर सवदन

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अतिरकष की यखड़ा कर िदया

उनकी मतय 3 मतय क बाद दिदशा म लगशरीहिरकोटा उपगरह परकषपणगया

सतीश चदर धनका नाम उनकपरौ ोिगकी अिभयितरकी भसतीश धवन खखा गया ह

परो सतीश धविसतमबर 202आयोिजत िककायरकरम म उमनान क िलए म कायरकरम का

यातरा करन वा

जनवरी 200दिकषण भारत

गभग 100 िआधर परदश

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नव राजकीयक नाम पर रससथान

भवन का नामखड आईआ

वन का जनम 20 को वचरअकया गया थाउनक ारा िद

इसरो मखयाा आयोजन िक

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02 को बगलत क च ई किकमी की

म िसथत म पननारमकर

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आईटी रोपड़ क

शताबदी कायअल मोड क मा भारतीय

िदए गय योगालय अतिरकषकया गया था

1

क सघ म

लर म हई की उ री दरी पर भारतीय

रण िकया

र बवायज भारतीय

याितरक नाम पर

क रप म

यरकरम 25 माधयम स

अतिरकष गदान को कष िवभाग

2

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

रोजगार म कोिवड-19 क परभाव स मज़दरो क जीवन म सधार अथर वसथा क सकचन स रोजगार की िसथित म सकट उतप हो रहा ह िजसक कारण रोज़गार दन क नवीन कषतरो म कमी आ रही ह इस पिरिसथित स िनपटन क िलय भारत सरकार न रोज़गार lsquoगरीब कलयाण रोज़गार अिभयानrsquo जन म शर िकया गया ह िजसका उ शय गरामीण भारत म आजीिवका क नय अवसर परदान करना ह यह रोज़गार योजना एक तातकािलक राहत हो सकती ह परनत सभय शहरी नौकिरय का िवकलप नह हो सकती

रोज़गार क अवसर उपलबध करान क िलए कदम

शहरी कषतर म शरिमक की आजीिवका को सरिकषत करन क िलए दो चनौितया नीितगत हसतकषप करती ह

सबस पहल अिधकािधक रोजगार क अवसर उपलबध कराय जाय

और दसरा अचछी मजदरी एव कायरसथल की सगमता क िलए बिनयादी सिवधा का परसार करत हए रोजगार क कमी को दर िकया जाना वतरमान सकट क िलए शहरी रोजगार क म स िनपटन क िलए एक बह-आयामी रणनीित का

िनधाररण करना

पहला ततव शहरीकरण क पमान को दखत हए शहरी रोज़गार सजन कायरकरम पर धयान सथानीय सरकार क समनवय स होना चािहए जो शहर ारा सामना की जान वाली अनय समसया को हल करन क िलए महतवपणर ह चिक य समसयाए किठन ह सथानीय सतर पर इनका समाधान करन क िलए अिधक ससाधन की आवशयकता होती ह चन गए परितिनिधय

टरड यिनयन उ िमय और सामदाियक समह

को शािमल करक सथानीय गठबधन क गठन स ससाधन जटाए जा सकत ह

दसरा ततव सथानीय पहल स रोज़गार-गहन

िनवश नीितय की रपरखा बनाना एव कायारिनवत करना इन नीितय को सरकार क साथ-साथ िनजी उ िमय क पहल को भी गल

लगाना चािहए शरम और पजी क बीच अनकल सिवदातमक सबध ारा िनजी िनवश को सगम बनान की आवशयकता ह परौ ोिगकी और उतपादकता वि स सबिधत म पर शरिमक और उ िमय क िहत को पिरवितत करन क साथ उ म िनमारण क रणनीित का एक अिभ अग बनान की आवशयकता ह औ ोिगकीकरण का आधार लघ और स म उ ोग क िलए अितिरकत सहायता की आवशयकता ह िजसस शरम और पजी क बीच िहत को सतिलत िकया जा सक

तीसरा ततव शहरी बिनयादी ढाच को पराथिमकता दना होगा कय िक यह सथानीय अथर वसथा म कल िनवश का एक बड़ा िहससा ह

हालािक इनम स अिधकाश िनवश शायद ही कभी आधािरक सरचना गरीब शहरी िनवािसय को लाभािनवत करत होग कय िक आवास सड़क सीवरज और पानी की वसथा उनकी आवशयकता क िलए अपयार ह नगर िनगम क बिनयादी ढाच क िनमारण क िलए एक शरम-गहन दि कोण पजीगत गहन-दि कोण क िलए

एक लागत परभावी िवकलप हो सकता ह कय िक मज़दरी दर कम ह आधािरक सरचना िनवश रोज़गार सजन कमाई उतप करगा एव छोट

ईशान 3

उ म िनमारण म योगदान दगा कम-लागत वाल

आवास का िनमारण एक गितिविध ह िजसस शरम-गहन तरीक का सदउपयोग िकया जा सकता ह

चौथा ततव भारत क समसत शहर एव कसब म बड़ पमान पर िचिकतसा सवासथय और सवचछता क बिनयादी ढाच क िनमारण की िदशा म उनमख एक शहरी रोज़गार योजना का ततकाल शभारभ करना जो रोज़गार सजन क अनय कषतरो म राजय और सथानीय सरकार क कलयाणकारी हसतकषप

क िहसस क रप म आवशयक सवा क नटवकर का िवसतार करन क िलए हो सकता ह शहर स लौट शरिमक को अवशोिषत करन क िलए हमारी गरामीण अथर वसथा की कषमता बहत ही कम ह और इन शरिमक को एक सभय जीवन परदान करन क िलए किष की वहायरता सिदगध ह वासतव म इनम स कई शरिमक न अपन पारपिरक कायर खत कषतर को छोड़ िदए ह ग कय िक किष स आय उनक अिसततव क िलए अपयार रही होगी

फरािसस द ा वजञाअिभ lsquoएससीrsquo

4

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

कोणाकर का सयर मिदर भारत क परिस मिदर म स एक ह यह उड़ीसा का सबस परिस पयरटन सथल ह वषर 1984 म यनसको न इस िव धरोहर सथल

घोिषत िकया था यहा पर िहद धमर क सयर दवता की पजा की जाती ह यह ओिडशा राजय क परी शहर स लगभग 35 िकलोमीटर दर चदरभागा नदी क तट पर

िसथत ह यह मिदर अपनी िवशालता िनमारण सदरता वासतकला और मितकला क िलए अि तीय और ओिडशा की वासतकला की सदरता को परदिशत करता ह मिदर का वासतकला इसक आकषरण का कदर ह जो वासतव म एक रथ का आकार ह समपणर मिनदर सथल को बारह जोड़ी पिहय पर सात घोड़

ारा सचािलत रथ क रप म बनाया गया ह कोणाकर सयर मिनदर को बलक पगोडा क रप म भी जाना जाता ह

कोणाकर मिदर का िनमारण 13 व शताबदी क मधय म

गगा राजवश क राजा नरिसमहदव परथम ारा िकया गया था यह मिदर 1200 कारीगर की मदद स

बनाया गया था िजसका नततव मखय वासतकार िबश महाराणा न िकया था इितहास क अनसार मिदर क िनमारण को परा करन क िलए राजा न 5 साल की समय सीमा िनधारिरत िकया था लिकन जस-जस बारह साल क अत क करीब पहच गया िनमारण परा होन क करीब था अचानक मखय वासतकार िवश महाराणा और उनक कारीगर को

कलश (मिदर का ताज पतथर) को उिचत िसथित म

रखन म किठनाई का सामना करना पड़ा राजा नरिसहदव न सबह तक की समय-सीमा की घोषणा की थी िवफल होन पर सभी 1200 कारीगर मार

जाएग और पिरयोजना क मखय वासतकार होन क नात िवश महाराणा परशान थ उस समय िवश

महाराणा का 12 साल का बटा धमरपद अपन िपता

स िमलन आया था यह सनकर धमरपद न तरत ऊपर की तरफ उठ गया और उसन तरत उस चीज को ठीक करवाया और कलश को उसक उिचत िसथित म रख िदया मिदर क परा होन को दखकर सभी कारीगर बहत खश हए लिकन उनह अपन सवय क

जीवन क िलए डर था यिद राजा को पता चला िक एक बचच न उनक बजाय काम परा कर िलया ह उनह न माग की िक धमरपद को मार िदया जाए अत म धमरपद न सभी कारीगर क जीवन को बचान क

िलए और सबका मान रखन क िलए मिदर क शीषर

पर चढ़ गया और अपन जीवन का बिलदान करन क िलए समदर क गहर नील पानी म कद गया

एक यवा लड़का िजसन अब तक का सबस बड़ा मिदर बनाकर सव चच वभव परा िकया उसन दसर क

जीवन को बचान क िलए खद को बिलदान कर िदया सकड़ वष क बाद सयर मिदर बबारद हो गया ह

लिकन धमरपद अब भी िकवदती म और ओिडशा क हर कारीगर की महतवाकाकषा म जीिवत ह

हाशीष दाश पसतकालय सहायक एrsquo

ईशान 5

मरी मा

मा एक साधारण नारी कया-कया नह करती वह

नौकरी करती घर सभालती पर मह स कभी भी आह न करती

दफतर स जब घर वह आती

उनकी गोदी म िसर रख दती म खदकी थकान को भला वह एकटक मझ िनहारन लगती खाना बनाती हम पढ़ाती

कभी िकसीको अपनी था न कहती

च ान जसी मजबत वह लगती पानी जसी कभी बहन वह लगती

मन म उनक कया चलता ह कभी उस वह कत न करती

अभी सोचती ह तो लगता ह मा नह एक साधारण नारी

वह तो ह एक तयाग की मरत ममता म िलपटी एक पयारी सरत

शरीमती रखा भराली गोगोई वजञािनकअिभयता lsquoएस ई

6

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ldquoिशकषा कrdquo शरी च य महापरभ क ारा िलिखत

चतनय महापरभ का जनम सवत १५४२ िवकरमी की फालगनी पिणमा होली क िदन बगाल क नव ीप नगर म हआ था उनक िपता का नाम पिडत जग ाथ िमशर और माता का नाम शचीदवी था िपता िसलहट क रहनवाल थ नव ीप म पढ़न क िलए आय थ भगवान शरी गौरसनदर चतनय महापरभ न अपन िशषय को शरीकषण-तततव पर गरनथ की रचना करन की आजञा दी िजसका पालन उनक अनयायी आज तक कर रह ह वासतव म शरी चतनय महापरभ ारा िजस दशरन िक िशकषा दी गयी उस पर हई ाखयाए परम िवसतत एव सदढ़ ह य िप भगवान चतनय महापरभ अपन यवावसथा म ही परम िव ान क रप म िवखयात थ िकनत उनह न हम कवल आठ ोक ही परदान िकय िजनह ldquoिशकषा कrdquo कहत ह इन आठ ोक म शरीमनमहापरभ न अपन परयोजन को सप कर िदया ह इन परम मलयवान पराथरना का यहा मलरप एव अनवाद परसतत िकया जा रहा ह

चतोदपरणमाजरन भव-महादावािगन-िनवारपणम

शरयःकरवचिनदरकािवतरण िव ावध-जीवनम आनदामबिधवधरन परितपद पणारमतासवादनम

सवारतम पन पर िवजयत शरीकषण-सकीतरनम १

अनवाद शरीकषण-सकीतरन की परम िवजय हो जो हदय म वष स सिचत मल का माजरन करन वाला तथा बारमबार

जनम-मतय रपी दावानल को शात करन वाला ह यह सकीतरन यजञ मानवता क िलए परम कलयाणकारी ह कय िक

चनदर-िकरण की तरह शीतलता परदान करता ह समसत अपराकत िव ा रपी वध का यही जीवन ह यह आनद क

सागर की वि करन वाला ह और िनतय अमत का आसवादन करान वाला ह १

ना ामकािर बहधा िनज सवर शिकतसततरािपता िनयिमतः समरण न कालः एतादशी तव कपा भगवनममािप ददवमीदशिमहाजिन नानरागः२

अनवाद ह भगवन आपका मातर नाम ही जीव का सब परकार स मगल करन वाला ह-कषण गोिवनद जस आपक लाख

नाम ह आपन इन नाम म अपनी समसत अपराकत शिकतया अिपत कर दी ह इन नाम का समरण एव कीतरन करन म

दश-काल आिद का कोई भी िनयम नह ह परभ आपन अपनी कपा क कारण हम भगव ाम क ारा अतयत ही सरलता

स भगवत-पराि कर लन म समथर बना िदया ह िकनत म इतना दभारगयशाली ह िक आपक नाम म अब भी मरा अनराग

उतप नह हो पाया ह २

तणादिप सनीचन तरोरिप सिहषणना अमािनना मानदन कीतरनीयः सदा हिरः ३

ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

10

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

30

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान vii

उपगरह सचार क कषतर म एनई-सक इसरो क सामािजक िवकास कायरकरम जस- टली-िशकषा टली- िचिकतसा आपातकालीन सचार परणाली को उपगरह सचार परौ ोिगकी क उपयोग क माधयम स कायारिनवत कर रहा ह एनई-सक न कषतर म दरसथ िशकषा और दरसथ सवासथय सवा क िलए ापक नटवकर सथािपत िकया ह सिवधाए जसी- सामगरी उतपादन क िलए सटकॉम सटिडय आपातकालीन सचार क िलए पिरवहनीय डबलयएलल-वी-सट इसरो-डीएमएस वीपीएन नटवकर क तहत पराथिमक नोड टली-िशकषा नटवकर क तहत सटलाइट इटरएिकटव टिमनल अनय इसरो कदर क बीच सरिकषत सचार क िलए सपसनट सयोजकता का-बड परचार परयोग सिवधा इसरो ारा िवकिसत मोबाइल उपगरह सवा टिमनल आिद एनई-सक म उपलबध ह उ र पव राजय म टली-िशकषा पिरयोजना क तहत सभी सात हब(एचयबी) सह िशकषण अत और 329 उपगरह अनयोनयिकरया टिमनल (एसआईटी) सभी पव र राजय म चाल ह इन नटवक ारा 2019-2020 म सकड़ लाइव और िरकॉडर िकए गए कायरकरम का परसारण िकया गया और 50000 स अिधक छातर अनय समह को इन नटवक ार लाभािनवत िकया गया एनई-सक आपातकालीन सचार क िलए जीसट-6 उपगरह क तहत कई उपगरह मोबाइल रिडय (एसएमआर) और सटसटीव टिमनल स ससिजजत ह इसरो-ओनरा- सीएनईएस सयकत का-बड परसार परयोग उपगरह सचार म भ-सचार क उपयोग क िलए का-बड सकत क परसार पर वायमडलीय परभाव का आकलन करन क िलए एनई-सक पर पिरचालन कर रहा ह अतिरकष और वायमडलीय िवजञान कषतर म एनई-सक म समह भारत क पव र कषतर क िलए लघ और मधयम शरणी क मौसम पवारनमान म सधार करन क िलए अनसधान म लग हए ह और गभीर मौसम पवारनमान म सधार पर धयान किदरत करत ह तिड़त पवारनमान सिहत समह की एक और परमख गितिविध ह इसक अलावा समह परमक आपदा जस ndash बाढ़ गभीर तफान तिड़त आिद क परबधन और एसबड पोलारीमिटरक रडार सवचािलत मौसम कदर उपगरह सखयातमक मॉडल आिद स डटा का समथरन और महतवपणर इनपट परदान करता ह समह ारा िकए जा रह अनय अधययन ह- एक पहाड़ी इलाक म ऐरोसॉल को अवशोिषत करन की लबवत रपरखा पव िहमालयी कषतर म ऐरोसॉल लकषण वणरन उिमयम और तवाग पर ऐरोसॉल की कषतरीय िवशषताए पहाड़ी सटशन पर कलाउड माइकरोिफिशयल गण पर अधययन धरवीय मापी डॉपलर मौसम रडार का उपयोग कर मानसन पवर मौसम परणाली का अवलोकन और िव षण डबलयआरएफ मॉडल का उपयोग करत हए मानसन िसमलशन म इनसट-3डी रिडएस आतमसात का परभाव डीडबलयआर डटा क परतयकष और अपरतयकष रप स अपरतयकष उपयोग क साथ डीडबलयआरएफ मॉडल क ारा भारत क एनईआर पर गरज का िसमलशन भारत क एनईआर क ऊपर सथान आधािरत तिड़त वतारनमान सधार ितरपरा क अबासा कषतर म मलिरया महामारी पर मौसम सबधी मापदड क परभाव का अधययन एनई-सक िवशष रप स एनई कषतर स उपयोगकतार िवभाग िशकषािवद और छातर क समदाय की माग को सबोिधत करत हए अपनी अपनी आउटरीच गितिविधय का िवसतार कर रहा ह इस वषर क दौरान िविभ िवषय पर कई परिशकषण कायरकरम और कायरशालाए जस िक आरएस व जीआईएस का आधारभत सदर सवदन और कई और सफलता पवरक सप हई ह बड़ी सखया म छातर अपन बाहरी पिरयोजना कायर क िलए एनई-सक का चयन करत ह इसक अलावा बड़ी सखया म िविभ शकषिणक ससथान का परितिनिधतव करन वाल छातर न वषर क दौरान अपन अधययन दौर कायरकरम क एक भाग सवरप म एनई-सक का दौरा िकया ह इसरो lsquoयवा वजञािनक कायरकरम यिवकाrsquo का आयोजन 13 मई स 25 मई 2019 तक िकया गया था इस कायरकरम म अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोरम नागालड िसिककम ितरपरा और पि म बगाल परतयक स तीन छातर न भाग िलया ह

viii

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉ िवकरम साराभाई की जनम शताबदी को िचिहनत करन क िलए इसरो क रा ापी िवकरम साराभाई शताबदी कायरकरम क एक भाग क रप म एनई-सक न 2 स 4 जनवरी 2020 तक ितरपरा मघालय और िसिककम म तीन ऐस कायरकरम आयोिजत िकए करमशः 25-26 जनवरी 2020 और 4-6 माचर 2020 20-22 नवबर क दौरान उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) और नॉथर इसटनर िहल यिनविसटी (नह) ारा सयकत रप स भारतीय भिमितकी सोसायटी (आईएसजी) और भारतीय सदर सवदन ससथान (आईएसआरएस) ldquoएनईआर पर िवशष जोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी म नवाचारrdquo पर रा ीय सगो ी का आयोजन िकया गया था

ईशान

परोफ़स

परोफ़सर जनवरी वातिरकषभारत मजनक क

शरीनगर भारत मम सपसफल औिवकषोभ शोधकतारउपरानत अनसधान

उनह न गरसचार पइनसट-एभारतीयपरमोचन परणािलय

सर सती

सतीश धवन2002) एक

कष इजीिनयर म परयोगातमक

रप म मान

र म जनम परोम एव आग च हई व भा

और सवदशी िवऔर पिरसीमार म स ए

वह 1972न सगठन (इस

गरामीण िशकषापर अगरगामी परएक दरसचाय सदर सवदन

यान (पीएसय का मागर पर

ीश धवन

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कषा सदर सवदपरयोग िकए उार उपगरह

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गिणतजञ औापक रप

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धवन की िशकषकत रा अमिरकरकष कायरकरम नततव करत ह

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3

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सतीश चदर धनका नाम उनकपरौ ोिगकी अिभयितरकी भसतीश धवन खखा गया ह

परो सतीश धविसतमबर 202आयोिजत िककायरकरम म उमनान क िलए म कायरकरम का

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जनवरी 200दिकषण भारत

गभग 100 िआधर परदश

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नव राजकीयक नाम पर रससथान

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वन का जनम 20 को वचरअकया गया थाउनक ारा िद

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1

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2

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

रोजगार म कोिवड-19 क परभाव स मज़दरो क जीवन म सधार अथर वसथा क सकचन स रोजगार की िसथित म सकट उतप हो रहा ह िजसक कारण रोज़गार दन क नवीन कषतरो म कमी आ रही ह इस पिरिसथित स िनपटन क िलय भारत सरकार न रोज़गार lsquoगरीब कलयाण रोज़गार अिभयानrsquo जन म शर िकया गया ह िजसका उ शय गरामीण भारत म आजीिवका क नय अवसर परदान करना ह यह रोज़गार योजना एक तातकािलक राहत हो सकती ह परनत सभय शहरी नौकिरय का िवकलप नह हो सकती

रोज़गार क अवसर उपलबध करान क िलए कदम

शहरी कषतर म शरिमक की आजीिवका को सरिकषत करन क िलए दो चनौितया नीितगत हसतकषप करती ह

सबस पहल अिधकािधक रोजगार क अवसर उपलबध कराय जाय

और दसरा अचछी मजदरी एव कायरसथल की सगमता क िलए बिनयादी सिवधा का परसार करत हए रोजगार क कमी को दर िकया जाना वतरमान सकट क िलए शहरी रोजगार क म स िनपटन क िलए एक बह-आयामी रणनीित का

िनधाररण करना

पहला ततव शहरीकरण क पमान को दखत हए शहरी रोज़गार सजन कायरकरम पर धयान सथानीय सरकार क समनवय स होना चािहए जो शहर ारा सामना की जान वाली अनय समसया को हल करन क िलए महतवपणर ह चिक य समसयाए किठन ह सथानीय सतर पर इनका समाधान करन क िलए अिधक ससाधन की आवशयकता होती ह चन गए परितिनिधय

टरड यिनयन उ िमय और सामदाियक समह

को शािमल करक सथानीय गठबधन क गठन स ससाधन जटाए जा सकत ह

दसरा ततव सथानीय पहल स रोज़गार-गहन

िनवश नीितय की रपरखा बनाना एव कायारिनवत करना इन नीितय को सरकार क साथ-साथ िनजी उ िमय क पहल को भी गल

लगाना चािहए शरम और पजी क बीच अनकल सिवदातमक सबध ारा िनजी िनवश को सगम बनान की आवशयकता ह परौ ोिगकी और उतपादकता वि स सबिधत म पर शरिमक और उ िमय क िहत को पिरवितत करन क साथ उ म िनमारण क रणनीित का एक अिभ अग बनान की आवशयकता ह औ ोिगकीकरण का आधार लघ और स म उ ोग क िलए अितिरकत सहायता की आवशयकता ह िजसस शरम और पजी क बीच िहत को सतिलत िकया जा सक

तीसरा ततव शहरी बिनयादी ढाच को पराथिमकता दना होगा कय िक यह सथानीय अथर वसथा म कल िनवश का एक बड़ा िहससा ह

हालािक इनम स अिधकाश िनवश शायद ही कभी आधािरक सरचना गरीब शहरी िनवािसय को लाभािनवत करत होग कय िक आवास सड़क सीवरज और पानी की वसथा उनकी आवशयकता क िलए अपयार ह नगर िनगम क बिनयादी ढाच क िनमारण क िलए एक शरम-गहन दि कोण पजीगत गहन-दि कोण क िलए

एक लागत परभावी िवकलप हो सकता ह कय िक मज़दरी दर कम ह आधािरक सरचना िनवश रोज़गार सजन कमाई उतप करगा एव छोट

ईशान 3

उ म िनमारण म योगदान दगा कम-लागत वाल

आवास का िनमारण एक गितिविध ह िजसस शरम-गहन तरीक का सदउपयोग िकया जा सकता ह

चौथा ततव भारत क समसत शहर एव कसब म बड़ पमान पर िचिकतसा सवासथय और सवचछता क बिनयादी ढाच क िनमारण की िदशा म उनमख एक शहरी रोज़गार योजना का ततकाल शभारभ करना जो रोज़गार सजन क अनय कषतरो म राजय और सथानीय सरकार क कलयाणकारी हसतकषप

क िहसस क रप म आवशयक सवा क नटवकर का िवसतार करन क िलए हो सकता ह शहर स लौट शरिमक को अवशोिषत करन क िलए हमारी गरामीण अथर वसथा की कषमता बहत ही कम ह और इन शरिमक को एक सभय जीवन परदान करन क िलए किष की वहायरता सिदगध ह वासतव म इनम स कई शरिमक न अपन पारपिरक कायर खत कषतर को छोड़ िदए ह ग कय िक किष स आय उनक अिसततव क िलए अपयार रही होगी

फरािसस द ा वजञाअिभ lsquoएससीrsquo

4

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

कोणाकर का सयर मिदर भारत क परिस मिदर म स एक ह यह उड़ीसा का सबस परिस पयरटन सथल ह वषर 1984 म यनसको न इस िव धरोहर सथल

घोिषत िकया था यहा पर िहद धमर क सयर दवता की पजा की जाती ह यह ओिडशा राजय क परी शहर स लगभग 35 िकलोमीटर दर चदरभागा नदी क तट पर

िसथत ह यह मिदर अपनी िवशालता िनमारण सदरता वासतकला और मितकला क िलए अि तीय और ओिडशा की वासतकला की सदरता को परदिशत करता ह मिदर का वासतकला इसक आकषरण का कदर ह जो वासतव म एक रथ का आकार ह समपणर मिनदर सथल को बारह जोड़ी पिहय पर सात घोड़

ारा सचािलत रथ क रप म बनाया गया ह कोणाकर सयर मिनदर को बलक पगोडा क रप म भी जाना जाता ह

कोणाकर मिदर का िनमारण 13 व शताबदी क मधय म

गगा राजवश क राजा नरिसमहदव परथम ारा िकया गया था यह मिदर 1200 कारीगर की मदद स

बनाया गया था िजसका नततव मखय वासतकार िबश महाराणा न िकया था इितहास क अनसार मिदर क िनमारण को परा करन क िलए राजा न 5 साल की समय सीमा िनधारिरत िकया था लिकन जस-जस बारह साल क अत क करीब पहच गया िनमारण परा होन क करीब था अचानक मखय वासतकार िवश महाराणा और उनक कारीगर को

कलश (मिदर का ताज पतथर) को उिचत िसथित म

रखन म किठनाई का सामना करना पड़ा राजा नरिसहदव न सबह तक की समय-सीमा की घोषणा की थी िवफल होन पर सभी 1200 कारीगर मार

जाएग और पिरयोजना क मखय वासतकार होन क नात िवश महाराणा परशान थ उस समय िवश

महाराणा का 12 साल का बटा धमरपद अपन िपता

स िमलन आया था यह सनकर धमरपद न तरत ऊपर की तरफ उठ गया और उसन तरत उस चीज को ठीक करवाया और कलश को उसक उिचत िसथित म रख िदया मिदर क परा होन को दखकर सभी कारीगर बहत खश हए लिकन उनह अपन सवय क

जीवन क िलए डर था यिद राजा को पता चला िक एक बचच न उनक बजाय काम परा कर िलया ह उनह न माग की िक धमरपद को मार िदया जाए अत म धमरपद न सभी कारीगर क जीवन को बचान क

िलए और सबका मान रखन क िलए मिदर क शीषर

पर चढ़ गया और अपन जीवन का बिलदान करन क िलए समदर क गहर नील पानी म कद गया

एक यवा लड़का िजसन अब तक का सबस बड़ा मिदर बनाकर सव चच वभव परा िकया उसन दसर क

जीवन को बचान क िलए खद को बिलदान कर िदया सकड़ वष क बाद सयर मिदर बबारद हो गया ह

लिकन धमरपद अब भी िकवदती म और ओिडशा क हर कारीगर की महतवाकाकषा म जीिवत ह

हाशीष दाश पसतकालय सहायक एrsquo

ईशान 5

मरी मा

मा एक साधारण नारी कया-कया नह करती वह

नौकरी करती घर सभालती पर मह स कभी भी आह न करती

दफतर स जब घर वह आती

उनकी गोदी म िसर रख दती म खदकी थकान को भला वह एकटक मझ िनहारन लगती खाना बनाती हम पढ़ाती

कभी िकसीको अपनी था न कहती

च ान जसी मजबत वह लगती पानी जसी कभी बहन वह लगती

मन म उनक कया चलता ह कभी उस वह कत न करती

अभी सोचती ह तो लगता ह मा नह एक साधारण नारी

वह तो ह एक तयाग की मरत ममता म िलपटी एक पयारी सरत

शरीमती रखा भराली गोगोई वजञािनकअिभयता lsquoएस ई

6

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ldquoिशकषा कrdquo शरी च य महापरभ क ारा िलिखत

चतनय महापरभ का जनम सवत १५४२ िवकरमी की फालगनी पिणमा होली क िदन बगाल क नव ीप नगर म हआ था उनक िपता का नाम पिडत जग ाथ िमशर और माता का नाम शचीदवी था िपता िसलहट क रहनवाल थ नव ीप म पढ़न क िलए आय थ भगवान शरी गौरसनदर चतनय महापरभ न अपन िशषय को शरीकषण-तततव पर गरनथ की रचना करन की आजञा दी िजसका पालन उनक अनयायी आज तक कर रह ह वासतव म शरी चतनय महापरभ ारा िजस दशरन िक िशकषा दी गयी उस पर हई ाखयाए परम िवसतत एव सदढ़ ह य िप भगवान चतनय महापरभ अपन यवावसथा म ही परम िव ान क रप म िवखयात थ िकनत उनह न हम कवल आठ ोक ही परदान िकय िजनह ldquoिशकषा कrdquo कहत ह इन आठ ोक म शरीमनमहापरभ न अपन परयोजन को सप कर िदया ह इन परम मलयवान पराथरना का यहा मलरप एव अनवाद परसतत िकया जा रहा ह

चतोदपरणमाजरन भव-महादावािगन-िनवारपणम

शरयःकरवचिनदरकािवतरण िव ावध-जीवनम आनदामबिधवधरन परितपद पणारमतासवादनम

सवारतम पन पर िवजयत शरीकषण-सकीतरनम १

अनवाद शरीकषण-सकीतरन की परम िवजय हो जो हदय म वष स सिचत मल का माजरन करन वाला तथा बारमबार

जनम-मतय रपी दावानल को शात करन वाला ह यह सकीतरन यजञ मानवता क िलए परम कलयाणकारी ह कय िक

चनदर-िकरण की तरह शीतलता परदान करता ह समसत अपराकत िव ा रपी वध का यही जीवन ह यह आनद क

सागर की वि करन वाला ह और िनतय अमत का आसवादन करान वाला ह १

ना ामकािर बहधा िनज सवर शिकतसततरािपता िनयिमतः समरण न कालः एतादशी तव कपा भगवनममािप ददवमीदशिमहाजिन नानरागः२

अनवाद ह भगवन आपका मातर नाम ही जीव का सब परकार स मगल करन वाला ह-कषण गोिवनद जस आपक लाख

नाम ह आपन इन नाम म अपनी समसत अपराकत शिकतया अिपत कर दी ह इन नाम का समरण एव कीतरन करन म

दश-काल आिद का कोई भी िनयम नह ह परभ आपन अपनी कपा क कारण हम भगव ाम क ारा अतयत ही सरलता

स भगवत-पराि कर लन म समथर बना िदया ह िकनत म इतना दभारगयशाली ह िक आपक नाम म अब भी मरा अनराग

उतप नह हो पाया ह २

तणादिप सनीचन तरोरिप सिहषणना अमािनना मानदन कीतरनीयः सदा हिरः ३

ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

10

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

20

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

22

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

30

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

34

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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viii

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉ िवकरम साराभाई की जनम शताबदी को िचिहनत करन क िलए इसरो क रा ापी िवकरम साराभाई शताबदी कायरकरम क एक भाग क रप म एनई-सक न 2 स 4 जनवरी 2020 तक ितरपरा मघालय और िसिककम म तीन ऐस कायरकरम आयोिजत िकए करमशः 25-26 जनवरी 2020 और 4-6 माचर 2020 20-22 नवबर क दौरान उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनई-सक) और नॉथर इसटनर िहल यिनविसटी (नह) ारा सयकत रप स भारतीय भिमितकी सोसायटी (आईएसजी) और भारतीय सदर सवदन ससथान (आईएसआरएस) ldquoएनईआर पर िवशष जोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी म नवाचारrdquo पर रा ीय सगो ी का आयोजन िकया गया था

ईशान

परोफ़स

परोफ़सर जनवरी वातिरकषभारत मजनक क

शरीनगर भारत मम सपसफल औिवकषोभ शोधकतारउपरानत अनसधान

उनह न गरसचार पइनसट-एभारतीयपरमोचन परणािलय

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सतीश धवन2002) एक

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उनकी मतय 3 मतय क बाद दिदशा म लगशरीहिरकोटा उपगरह परकषपणगया

सतीश चदर धनका नाम उनकपरौ ोिगकी अिभयितरकी भसतीश धवन खखा गया ह

परो सतीश धविसतमबर 202आयोिजत िककायरकरम म उमनान क िलए म कायरकरम का

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1

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2

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

रोजगार म कोिवड-19 क परभाव स मज़दरो क जीवन म सधार अथर वसथा क सकचन स रोजगार की िसथित म सकट उतप हो रहा ह िजसक कारण रोज़गार दन क नवीन कषतरो म कमी आ रही ह इस पिरिसथित स िनपटन क िलय भारत सरकार न रोज़गार lsquoगरीब कलयाण रोज़गार अिभयानrsquo जन म शर िकया गया ह िजसका उ शय गरामीण भारत म आजीिवका क नय अवसर परदान करना ह यह रोज़गार योजना एक तातकािलक राहत हो सकती ह परनत सभय शहरी नौकिरय का िवकलप नह हो सकती

रोज़गार क अवसर उपलबध करान क िलए कदम

शहरी कषतर म शरिमक की आजीिवका को सरिकषत करन क िलए दो चनौितया नीितगत हसतकषप करती ह

सबस पहल अिधकािधक रोजगार क अवसर उपलबध कराय जाय

और दसरा अचछी मजदरी एव कायरसथल की सगमता क िलए बिनयादी सिवधा का परसार करत हए रोजगार क कमी को दर िकया जाना वतरमान सकट क िलए शहरी रोजगार क म स िनपटन क िलए एक बह-आयामी रणनीित का

िनधाररण करना

पहला ततव शहरीकरण क पमान को दखत हए शहरी रोज़गार सजन कायरकरम पर धयान सथानीय सरकार क समनवय स होना चािहए जो शहर ारा सामना की जान वाली अनय समसया को हल करन क िलए महतवपणर ह चिक य समसयाए किठन ह सथानीय सतर पर इनका समाधान करन क िलए अिधक ससाधन की आवशयकता होती ह चन गए परितिनिधय

टरड यिनयन उ िमय और सामदाियक समह

को शािमल करक सथानीय गठबधन क गठन स ससाधन जटाए जा सकत ह

दसरा ततव सथानीय पहल स रोज़गार-गहन

िनवश नीितय की रपरखा बनाना एव कायारिनवत करना इन नीितय को सरकार क साथ-साथ िनजी उ िमय क पहल को भी गल

लगाना चािहए शरम और पजी क बीच अनकल सिवदातमक सबध ारा िनजी िनवश को सगम बनान की आवशयकता ह परौ ोिगकी और उतपादकता वि स सबिधत म पर शरिमक और उ िमय क िहत को पिरवितत करन क साथ उ म िनमारण क रणनीित का एक अिभ अग बनान की आवशयकता ह औ ोिगकीकरण का आधार लघ और स म उ ोग क िलए अितिरकत सहायता की आवशयकता ह िजसस शरम और पजी क बीच िहत को सतिलत िकया जा सक

तीसरा ततव शहरी बिनयादी ढाच को पराथिमकता दना होगा कय िक यह सथानीय अथर वसथा म कल िनवश का एक बड़ा िहससा ह

हालािक इनम स अिधकाश िनवश शायद ही कभी आधािरक सरचना गरीब शहरी िनवािसय को लाभािनवत करत होग कय िक आवास सड़क सीवरज और पानी की वसथा उनकी आवशयकता क िलए अपयार ह नगर िनगम क बिनयादी ढाच क िनमारण क िलए एक शरम-गहन दि कोण पजीगत गहन-दि कोण क िलए

एक लागत परभावी िवकलप हो सकता ह कय िक मज़दरी दर कम ह आधािरक सरचना िनवश रोज़गार सजन कमाई उतप करगा एव छोट

ईशान 3

उ म िनमारण म योगदान दगा कम-लागत वाल

आवास का िनमारण एक गितिविध ह िजसस शरम-गहन तरीक का सदउपयोग िकया जा सकता ह

चौथा ततव भारत क समसत शहर एव कसब म बड़ पमान पर िचिकतसा सवासथय और सवचछता क बिनयादी ढाच क िनमारण की िदशा म उनमख एक शहरी रोज़गार योजना का ततकाल शभारभ करना जो रोज़गार सजन क अनय कषतरो म राजय और सथानीय सरकार क कलयाणकारी हसतकषप

क िहसस क रप म आवशयक सवा क नटवकर का िवसतार करन क िलए हो सकता ह शहर स लौट शरिमक को अवशोिषत करन क िलए हमारी गरामीण अथर वसथा की कषमता बहत ही कम ह और इन शरिमक को एक सभय जीवन परदान करन क िलए किष की वहायरता सिदगध ह वासतव म इनम स कई शरिमक न अपन पारपिरक कायर खत कषतर को छोड़ िदए ह ग कय िक किष स आय उनक अिसततव क िलए अपयार रही होगी

फरािसस द ा वजञाअिभ lsquoएससीrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

कोणाकर का सयर मिदर भारत क परिस मिदर म स एक ह यह उड़ीसा का सबस परिस पयरटन सथल ह वषर 1984 म यनसको न इस िव धरोहर सथल

घोिषत िकया था यहा पर िहद धमर क सयर दवता की पजा की जाती ह यह ओिडशा राजय क परी शहर स लगभग 35 िकलोमीटर दर चदरभागा नदी क तट पर

िसथत ह यह मिदर अपनी िवशालता िनमारण सदरता वासतकला और मितकला क िलए अि तीय और ओिडशा की वासतकला की सदरता को परदिशत करता ह मिदर का वासतकला इसक आकषरण का कदर ह जो वासतव म एक रथ का आकार ह समपणर मिनदर सथल को बारह जोड़ी पिहय पर सात घोड़

ारा सचािलत रथ क रप म बनाया गया ह कोणाकर सयर मिनदर को बलक पगोडा क रप म भी जाना जाता ह

कोणाकर मिदर का िनमारण 13 व शताबदी क मधय म

गगा राजवश क राजा नरिसमहदव परथम ारा िकया गया था यह मिदर 1200 कारीगर की मदद स

बनाया गया था िजसका नततव मखय वासतकार िबश महाराणा न िकया था इितहास क अनसार मिदर क िनमारण को परा करन क िलए राजा न 5 साल की समय सीमा िनधारिरत िकया था लिकन जस-जस बारह साल क अत क करीब पहच गया िनमारण परा होन क करीब था अचानक मखय वासतकार िवश महाराणा और उनक कारीगर को

कलश (मिदर का ताज पतथर) को उिचत िसथित म

रखन म किठनाई का सामना करना पड़ा राजा नरिसहदव न सबह तक की समय-सीमा की घोषणा की थी िवफल होन पर सभी 1200 कारीगर मार

जाएग और पिरयोजना क मखय वासतकार होन क नात िवश महाराणा परशान थ उस समय िवश

महाराणा का 12 साल का बटा धमरपद अपन िपता

स िमलन आया था यह सनकर धमरपद न तरत ऊपर की तरफ उठ गया और उसन तरत उस चीज को ठीक करवाया और कलश को उसक उिचत िसथित म रख िदया मिदर क परा होन को दखकर सभी कारीगर बहत खश हए लिकन उनह अपन सवय क

जीवन क िलए डर था यिद राजा को पता चला िक एक बचच न उनक बजाय काम परा कर िलया ह उनह न माग की िक धमरपद को मार िदया जाए अत म धमरपद न सभी कारीगर क जीवन को बचान क

िलए और सबका मान रखन क िलए मिदर क शीषर

पर चढ़ गया और अपन जीवन का बिलदान करन क िलए समदर क गहर नील पानी म कद गया

एक यवा लड़का िजसन अब तक का सबस बड़ा मिदर बनाकर सव चच वभव परा िकया उसन दसर क

जीवन को बचान क िलए खद को बिलदान कर िदया सकड़ वष क बाद सयर मिदर बबारद हो गया ह

लिकन धमरपद अब भी िकवदती म और ओिडशा क हर कारीगर की महतवाकाकषा म जीिवत ह

हाशीष दाश पसतकालय सहायक एrsquo

ईशान 5

मरी मा

मा एक साधारण नारी कया-कया नह करती वह

नौकरी करती घर सभालती पर मह स कभी भी आह न करती

दफतर स जब घर वह आती

उनकी गोदी म िसर रख दती म खदकी थकान को भला वह एकटक मझ िनहारन लगती खाना बनाती हम पढ़ाती

कभी िकसीको अपनी था न कहती

च ान जसी मजबत वह लगती पानी जसी कभी बहन वह लगती

मन म उनक कया चलता ह कभी उस वह कत न करती

अभी सोचती ह तो लगता ह मा नह एक साधारण नारी

वह तो ह एक तयाग की मरत ममता म िलपटी एक पयारी सरत

शरीमती रखा भराली गोगोई वजञािनकअिभयता lsquoएस ई

6

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ldquoिशकषा कrdquo शरी च य महापरभ क ारा िलिखत

चतनय महापरभ का जनम सवत १५४२ िवकरमी की फालगनी पिणमा होली क िदन बगाल क नव ीप नगर म हआ था उनक िपता का नाम पिडत जग ाथ िमशर और माता का नाम शचीदवी था िपता िसलहट क रहनवाल थ नव ीप म पढ़न क िलए आय थ भगवान शरी गौरसनदर चतनय महापरभ न अपन िशषय को शरीकषण-तततव पर गरनथ की रचना करन की आजञा दी िजसका पालन उनक अनयायी आज तक कर रह ह वासतव म शरी चतनय महापरभ ारा िजस दशरन िक िशकषा दी गयी उस पर हई ाखयाए परम िवसतत एव सदढ़ ह य िप भगवान चतनय महापरभ अपन यवावसथा म ही परम िव ान क रप म िवखयात थ िकनत उनह न हम कवल आठ ोक ही परदान िकय िजनह ldquoिशकषा कrdquo कहत ह इन आठ ोक म शरीमनमहापरभ न अपन परयोजन को सप कर िदया ह इन परम मलयवान पराथरना का यहा मलरप एव अनवाद परसतत िकया जा रहा ह

चतोदपरणमाजरन भव-महादावािगन-िनवारपणम

शरयःकरवचिनदरकािवतरण िव ावध-जीवनम आनदामबिधवधरन परितपद पणारमतासवादनम

सवारतम पन पर िवजयत शरीकषण-सकीतरनम १

अनवाद शरीकषण-सकीतरन की परम िवजय हो जो हदय म वष स सिचत मल का माजरन करन वाला तथा बारमबार

जनम-मतय रपी दावानल को शात करन वाला ह यह सकीतरन यजञ मानवता क िलए परम कलयाणकारी ह कय िक

चनदर-िकरण की तरह शीतलता परदान करता ह समसत अपराकत िव ा रपी वध का यही जीवन ह यह आनद क

सागर की वि करन वाला ह और िनतय अमत का आसवादन करान वाला ह १

ना ामकािर बहधा िनज सवर शिकतसततरािपता िनयिमतः समरण न कालः एतादशी तव कपा भगवनममािप ददवमीदशिमहाजिन नानरागः२

अनवाद ह भगवन आपका मातर नाम ही जीव का सब परकार स मगल करन वाला ह-कषण गोिवनद जस आपक लाख

नाम ह आपन इन नाम म अपनी समसत अपराकत शिकतया अिपत कर दी ह इन नाम का समरण एव कीतरन करन म

दश-काल आिद का कोई भी िनयम नह ह परभ आपन अपनी कपा क कारण हम भगव ाम क ारा अतयत ही सरलता

स भगवत-पराि कर लन म समथर बना िदया ह िकनत म इतना दभारगयशाली ह िक आपक नाम म अब भी मरा अनराग

उतप नह हो पाया ह २

तणादिप सनीचन तरोरिप सिहषणना अमािनना मानदन कीतरनीयः सदा हिरः ३

ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

20

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

26

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

30

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

34

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान

परोफ़स

परोफ़सर जनवरी वातिरकषभारत मजनक क

शरीनगर भारत मम सपसफल औिवकषोभ शोधकतारउपरानत अनसधान

उनह न गरसचार पइनसट-एभारतीयपरमोचन परणािलय

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सतीश धवन2002) एक

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अतिरकष की यखड़ा कर िदया

उनकी मतय 3 मतय क बाद दिदशा म लगशरीहिरकोटा उपगरह परकषपणगया

सतीश चदर धनका नाम उनकपरौ ोिगकी अिभयितरकी भसतीश धवन खखा गया ह

परो सतीश धविसतमबर 202आयोिजत िककायरकरम म उमनान क िलए म कायरकरम का

यातरा करन वा

जनवरी 200दिकषण भारत

गभग 100 िआधर परदश

ण कदर क रप

नव राजकीयक नाम पर रससथान

भवन का नामखड आईआ

वन का जनम 20 को वचरअकया गया थाउनक ारा िद

इसरो मखयाा आयोजन िक

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म िसथत म पननारमकर

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िदए गय योगालय अतिरकषकया गया था

1

क सघ म

लर म हई की उ री दरी पर भारतीय

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यरकरम 25 माधयम स

अतिरकष गदान को कष िवभाग

2

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

रोजगार म कोिवड-19 क परभाव स मज़दरो क जीवन म सधार अथर वसथा क सकचन स रोजगार की िसथित म सकट उतप हो रहा ह िजसक कारण रोज़गार दन क नवीन कषतरो म कमी आ रही ह इस पिरिसथित स िनपटन क िलय भारत सरकार न रोज़गार lsquoगरीब कलयाण रोज़गार अिभयानrsquo जन म शर िकया गया ह िजसका उ शय गरामीण भारत म आजीिवका क नय अवसर परदान करना ह यह रोज़गार योजना एक तातकािलक राहत हो सकती ह परनत सभय शहरी नौकिरय का िवकलप नह हो सकती

रोज़गार क अवसर उपलबध करान क िलए कदम

शहरी कषतर म शरिमक की आजीिवका को सरिकषत करन क िलए दो चनौितया नीितगत हसतकषप करती ह

सबस पहल अिधकािधक रोजगार क अवसर उपलबध कराय जाय

और दसरा अचछी मजदरी एव कायरसथल की सगमता क िलए बिनयादी सिवधा का परसार करत हए रोजगार क कमी को दर िकया जाना वतरमान सकट क िलए शहरी रोजगार क म स िनपटन क िलए एक बह-आयामी रणनीित का

िनधाररण करना

पहला ततव शहरीकरण क पमान को दखत हए शहरी रोज़गार सजन कायरकरम पर धयान सथानीय सरकार क समनवय स होना चािहए जो शहर ारा सामना की जान वाली अनय समसया को हल करन क िलए महतवपणर ह चिक य समसयाए किठन ह सथानीय सतर पर इनका समाधान करन क िलए अिधक ससाधन की आवशयकता होती ह चन गए परितिनिधय

टरड यिनयन उ िमय और सामदाियक समह

को शािमल करक सथानीय गठबधन क गठन स ससाधन जटाए जा सकत ह

दसरा ततव सथानीय पहल स रोज़गार-गहन

िनवश नीितय की रपरखा बनाना एव कायारिनवत करना इन नीितय को सरकार क साथ-साथ िनजी उ िमय क पहल को भी गल

लगाना चािहए शरम और पजी क बीच अनकल सिवदातमक सबध ारा िनजी िनवश को सगम बनान की आवशयकता ह परौ ोिगकी और उतपादकता वि स सबिधत म पर शरिमक और उ िमय क िहत को पिरवितत करन क साथ उ म िनमारण क रणनीित का एक अिभ अग बनान की आवशयकता ह औ ोिगकीकरण का आधार लघ और स म उ ोग क िलए अितिरकत सहायता की आवशयकता ह िजसस शरम और पजी क बीच िहत को सतिलत िकया जा सक

तीसरा ततव शहरी बिनयादी ढाच को पराथिमकता दना होगा कय िक यह सथानीय अथर वसथा म कल िनवश का एक बड़ा िहससा ह

हालािक इनम स अिधकाश िनवश शायद ही कभी आधािरक सरचना गरीब शहरी िनवािसय को लाभािनवत करत होग कय िक आवास सड़क सीवरज और पानी की वसथा उनकी आवशयकता क िलए अपयार ह नगर िनगम क बिनयादी ढाच क िनमारण क िलए एक शरम-गहन दि कोण पजीगत गहन-दि कोण क िलए

एक लागत परभावी िवकलप हो सकता ह कय िक मज़दरी दर कम ह आधािरक सरचना िनवश रोज़गार सजन कमाई उतप करगा एव छोट

ईशान 3

उ म िनमारण म योगदान दगा कम-लागत वाल

आवास का िनमारण एक गितिविध ह िजसस शरम-गहन तरीक का सदउपयोग िकया जा सकता ह

चौथा ततव भारत क समसत शहर एव कसब म बड़ पमान पर िचिकतसा सवासथय और सवचछता क बिनयादी ढाच क िनमारण की िदशा म उनमख एक शहरी रोज़गार योजना का ततकाल शभारभ करना जो रोज़गार सजन क अनय कषतरो म राजय और सथानीय सरकार क कलयाणकारी हसतकषप

क िहसस क रप म आवशयक सवा क नटवकर का िवसतार करन क िलए हो सकता ह शहर स लौट शरिमक को अवशोिषत करन क िलए हमारी गरामीण अथर वसथा की कषमता बहत ही कम ह और इन शरिमक को एक सभय जीवन परदान करन क िलए किष की वहायरता सिदगध ह वासतव म इनम स कई शरिमक न अपन पारपिरक कायर खत कषतर को छोड़ िदए ह ग कय िक किष स आय उनक अिसततव क िलए अपयार रही होगी

फरािसस द ा वजञाअिभ lsquoएससीrsquo

4

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

कोणाकर का सयर मिदर भारत क परिस मिदर म स एक ह यह उड़ीसा का सबस परिस पयरटन सथल ह वषर 1984 म यनसको न इस िव धरोहर सथल

घोिषत िकया था यहा पर िहद धमर क सयर दवता की पजा की जाती ह यह ओिडशा राजय क परी शहर स लगभग 35 िकलोमीटर दर चदरभागा नदी क तट पर

िसथत ह यह मिदर अपनी िवशालता िनमारण सदरता वासतकला और मितकला क िलए अि तीय और ओिडशा की वासतकला की सदरता को परदिशत करता ह मिदर का वासतकला इसक आकषरण का कदर ह जो वासतव म एक रथ का आकार ह समपणर मिनदर सथल को बारह जोड़ी पिहय पर सात घोड़

ारा सचािलत रथ क रप म बनाया गया ह कोणाकर सयर मिनदर को बलक पगोडा क रप म भी जाना जाता ह

कोणाकर मिदर का िनमारण 13 व शताबदी क मधय म

गगा राजवश क राजा नरिसमहदव परथम ारा िकया गया था यह मिदर 1200 कारीगर की मदद स

बनाया गया था िजसका नततव मखय वासतकार िबश महाराणा न िकया था इितहास क अनसार मिदर क िनमारण को परा करन क िलए राजा न 5 साल की समय सीमा िनधारिरत िकया था लिकन जस-जस बारह साल क अत क करीब पहच गया िनमारण परा होन क करीब था अचानक मखय वासतकार िवश महाराणा और उनक कारीगर को

कलश (मिदर का ताज पतथर) को उिचत िसथित म

रखन म किठनाई का सामना करना पड़ा राजा नरिसहदव न सबह तक की समय-सीमा की घोषणा की थी िवफल होन पर सभी 1200 कारीगर मार

जाएग और पिरयोजना क मखय वासतकार होन क नात िवश महाराणा परशान थ उस समय िवश

महाराणा का 12 साल का बटा धमरपद अपन िपता

स िमलन आया था यह सनकर धमरपद न तरत ऊपर की तरफ उठ गया और उसन तरत उस चीज को ठीक करवाया और कलश को उसक उिचत िसथित म रख िदया मिदर क परा होन को दखकर सभी कारीगर बहत खश हए लिकन उनह अपन सवय क

जीवन क िलए डर था यिद राजा को पता चला िक एक बचच न उनक बजाय काम परा कर िलया ह उनह न माग की िक धमरपद को मार िदया जाए अत म धमरपद न सभी कारीगर क जीवन को बचान क

िलए और सबका मान रखन क िलए मिदर क शीषर

पर चढ़ गया और अपन जीवन का बिलदान करन क िलए समदर क गहर नील पानी म कद गया

एक यवा लड़का िजसन अब तक का सबस बड़ा मिदर बनाकर सव चच वभव परा िकया उसन दसर क

जीवन को बचान क िलए खद को बिलदान कर िदया सकड़ वष क बाद सयर मिदर बबारद हो गया ह

लिकन धमरपद अब भी िकवदती म और ओिडशा क हर कारीगर की महतवाकाकषा म जीिवत ह

हाशीष दाश पसतकालय सहायक एrsquo

ईशान 5

मरी मा

मा एक साधारण नारी कया-कया नह करती वह

नौकरी करती घर सभालती पर मह स कभी भी आह न करती

दफतर स जब घर वह आती

उनकी गोदी म िसर रख दती म खदकी थकान को भला वह एकटक मझ िनहारन लगती खाना बनाती हम पढ़ाती

कभी िकसीको अपनी था न कहती

च ान जसी मजबत वह लगती पानी जसी कभी बहन वह लगती

मन म उनक कया चलता ह कभी उस वह कत न करती

अभी सोचती ह तो लगता ह मा नह एक साधारण नारी

वह तो ह एक तयाग की मरत ममता म िलपटी एक पयारी सरत

शरीमती रखा भराली गोगोई वजञािनकअिभयता lsquoएस ई

6

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ldquoिशकषा कrdquo शरी च य महापरभ क ारा िलिखत

चतनय महापरभ का जनम सवत १५४२ िवकरमी की फालगनी पिणमा होली क िदन बगाल क नव ीप नगर म हआ था उनक िपता का नाम पिडत जग ाथ िमशर और माता का नाम शचीदवी था िपता िसलहट क रहनवाल थ नव ीप म पढ़न क िलए आय थ भगवान शरी गौरसनदर चतनय महापरभ न अपन िशषय को शरीकषण-तततव पर गरनथ की रचना करन की आजञा दी िजसका पालन उनक अनयायी आज तक कर रह ह वासतव म शरी चतनय महापरभ ारा िजस दशरन िक िशकषा दी गयी उस पर हई ाखयाए परम िवसतत एव सदढ़ ह य िप भगवान चतनय महापरभ अपन यवावसथा म ही परम िव ान क रप म िवखयात थ िकनत उनह न हम कवल आठ ोक ही परदान िकय िजनह ldquoिशकषा कrdquo कहत ह इन आठ ोक म शरीमनमहापरभ न अपन परयोजन को सप कर िदया ह इन परम मलयवान पराथरना का यहा मलरप एव अनवाद परसतत िकया जा रहा ह

चतोदपरणमाजरन भव-महादावािगन-िनवारपणम

शरयःकरवचिनदरकािवतरण िव ावध-जीवनम आनदामबिधवधरन परितपद पणारमतासवादनम

सवारतम पन पर िवजयत शरीकषण-सकीतरनम १

अनवाद शरीकषण-सकीतरन की परम िवजय हो जो हदय म वष स सिचत मल का माजरन करन वाला तथा बारमबार

जनम-मतय रपी दावानल को शात करन वाला ह यह सकीतरन यजञ मानवता क िलए परम कलयाणकारी ह कय िक

चनदर-िकरण की तरह शीतलता परदान करता ह समसत अपराकत िव ा रपी वध का यही जीवन ह यह आनद क

सागर की वि करन वाला ह और िनतय अमत का आसवादन करान वाला ह १

ना ामकािर बहधा िनज सवर शिकतसततरािपता िनयिमतः समरण न कालः एतादशी तव कपा भगवनममािप ददवमीदशिमहाजिन नानरागः२

अनवाद ह भगवन आपका मातर नाम ही जीव का सब परकार स मगल करन वाला ह-कषण गोिवनद जस आपक लाख

नाम ह आपन इन नाम म अपनी समसत अपराकत शिकतया अिपत कर दी ह इन नाम का समरण एव कीतरन करन म

दश-काल आिद का कोई भी िनयम नह ह परभ आपन अपनी कपा क कारण हम भगव ाम क ारा अतयत ही सरलता

स भगवत-पराि कर लन म समथर बना िदया ह िकनत म इतना दभारगयशाली ह िक आपक नाम म अब भी मरा अनराग

उतप नह हो पाया ह २

तणादिप सनीचन तरोरिप सिहषणना अमािनना मानदन कीतरनीयः सदा हिरः ३

ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

10

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

20

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

22

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

24

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

रोजगार म कोिवड-19 क परभाव स मज़दरो क जीवन म सधार अथर वसथा क सकचन स रोजगार की िसथित म सकट उतप हो रहा ह िजसक कारण रोज़गार दन क नवीन कषतरो म कमी आ रही ह इस पिरिसथित स िनपटन क िलय भारत सरकार न रोज़गार lsquoगरीब कलयाण रोज़गार अिभयानrsquo जन म शर िकया गया ह िजसका उ शय गरामीण भारत म आजीिवका क नय अवसर परदान करना ह यह रोज़गार योजना एक तातकािलक राहत हो सकती ह परनत सभय शहरी नौकिरय का िवकलप नह हो सकती

रोज़गार क अवसर उपलबध करान क िलए कदम

शहरी कषतर म शरिमक की आजीिवका को सरिकषत करन क िलए दो चनौितया नीितगत हसतकषप करती ह

सबस पहल अिधकािधक रोजगार क अवसर उपलबध कराय जाय

और दसरा अचछी मजदरी एव कायरसथल की सगमता क िलए बिनयादी सिवधा का परसार करत हए रोजगार क कमी को दर िकया जाना वतरमान सकट क िलए शहरी रोजगार क म स िनपटन क िलए एक बह-आयामी रणनीित का

िनधाररण करना

पहला ततव शहरीकरण क पमान को दखत हए शहरी रोज़गार सजन कायरकरम पर धयान सथानीय सरकार क समनवय स होना चािहए जो शहर ारा सामना की जान वाली अनय समसया को हल करन क िलए महतवपणर ह चिक य समसयाए किठन ह सथानीय सतर पर इनका समाधान करन क िलए अिधक ससाधन की आवशयकता होती ह चन गए परितिनिधय

टरड यिनयन उ िमय और सामदाियक समह

को शािमल करक सथानीय गठबधन क गठन स ससाधन जटाए जा सकत ह

दसरा ततव सथानीय पहल स रोज़गार-गहन

िनवश नीितय की रपरखा बनाना एव कायारिनवत करना इन नीितय को सरकार क साथ-साथ िनजी उ िमय क पहल को भी गल

लगाना चािहए शरम और पजी क बीच अनकल सिवदातमक सबध ारा िनजी िनवश को सगम बनान की आवशयकता ह परौ ोिगकी और उतपादकता वि स सबिधत म पर शरिमक और उ िमय क िहत को पिरवितत करन क साथ उ म िनमारण क रणनीित का एक अिभ अग बनान की आवशयकता ह औ ोिगकीकरण का आधार लघ और स म उ ोग क िलए अितिरकत सहायता की आवशयकता ह िजसस शरम और पजी क बीच िहत को सतिलत िकया जा सक

तीसरा ततव शहरी बिनयादी ढाच को पराथिमकता दना होगा कय िक यह सथानीय अथर वसथा म कल िनवश का एक बड़ा िहससा ह

हालािक इनम स अिधकाश िनवश शायद ही कभी आधािरक सरचना गरीब शहरी िनवािसय को लाभािनवत करत होग कय िक आवास सड़क सीवरज और पानी की वसथा उनकी आवशयकता क िलए अपयार ह नगर िनगम क बिनयादी ढाच क िनमारण क िलए एक शरम-गहन दि कोण पजीगत गहन-दि कोण क िलए

एक लागत परभावी िवकलप हो सकता ह कय िक मज़दरी दर कम ह आधािरक सरचना िनवश रोज़गार सजन कमाई उतप करगा एव छोट

ईशान 3

उ म िनमारण म योगदान दगा कम-लागत वाल

आवास का िनमारण एक गितिविध ह िजसस शरम-गहन तरीक का सदउपयोग िकया जा सकता ह

चौथा ततव भारत क समसत शहर एव कसब म बड़ पमान पर िचिकतसा सवासथय और सवचछता क बिनयादी ढाच क िनमारण की िदशा म उनमख एक शहरी रोज़गार योजना का ततकाल शभारभ करना जो रोज़गार सजन क अनय कषतरो म राजय और सथानीय सरकार क कलयाणकारी हसतकषप

क िहसस क रप म आवशयक सवा क नटवकर का िवसतार करन क िलए हो सकता ह शहर स लौट शरिमक को अवशोिषत करन क िलए हमारी गरामीण अथर वसथा की कषमता बहत ही कम ह और इन शरिमक को एक सभय जीवन परदान करन क िलए किष की वहायरता सिदगध ह वासतव म इनम स कई शरिमक न अपन पारपिरक कायर खत कषतर को छोड़ िदए ह ग कय िक किष स आय उनक अिसततव क िलए अपयार रही होगी

फरािसस द ा वजञाअिभ lsquoएससीrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

कोणाकर का सयर मिदर भारत क परिस मिदर म स एक ह यह उड़ीसा का सबस परिस पयरटन सथल ह वषर 1984 म यनसको न इस िव धरोहर सथल

घोिषत िकया था यहा पर िहद धमर क सयर दवता की पजा की जाती ह यह ओिडशा राजय क परी शहर स लगभग 35 िकलोमीटर दर चदरभागा नदी क तट पर

िसथत ह यह मिदर अपनी िवशालता िनमारण सदरता वासतकला और मितकला क िलए अि तीय और ओिडशा की वासतकला की सदरता को परदिशत करता ह मिदर का वासतकला इसक आकषरण का कदर ह जो वासतव म एक रथ का आकार ह समपणर मिनदर सथल को बारह जोड़ी पिहय पर सात घोड़

ारा सचािलत रथ क रप म बनाया गया ह कोणाकर सयर मिनदर को बलक पगोडा क रप म भी जाना जाता ह

कोणाकर मिदर का िनमारण 13 व शताबदी क मधय म

गगा राजवश क राजा नरिसमहदव परथम ारा िकया गया था यह मिदर 1200 कारीगर की मदद स

बनाया गया था िजसका नततव मखय वासतकार िबश महाराणा न िकया था इितहास क अनसार मिदर क िनमारण को परा करन क िलए राजा न 5 साल की समय सीमा िनधारिरत िकया था लिकन जस-जस बारह साल क अत क करीब पहच गया िनमारण परा होन क करीब था अचानक मखय वासतकार िवश महाराणा और उनक कारीगर को

कलश (मिदर का ताज पतथर) को उिचत िसथित म

रखन म किठनाई का सामना करना पड़ा राजा नरिसहदव न सबह तक की समय-सीमा की घोषणा की थी िवफल होन पर सभी 1200 कारीगर मार

जाएग और पिरयोजना क मखय वासतकार होन क नात िवश महाराणा परशान थ उस समय िवश

महाराणा का 12 साल का बटा धमरपद अपन िपता

स िमलन आया था यह सनकर धमरपद न तरत ऊपर की तरफ उठ गया और उसन तरत उस चीज को ठीक करवाया और कलश को उसक उिचत िसथित म रख िदया मिदर क परा होन को दखकर सभी कारीगर बहत खश हए लिकन उनह अपन सवय क

जीवन क िलए डर था यिद राजा को पता चला िक एक बचच न उनक बजाय काम परा कर िलया ह उनह न माग की िक धमरपद को मार िदया जाए अत म धमरपद न सभी कारीगर क जीवन को बचान क

िलए और सबका मान रखन क िलए मिदर क शीषर

पर चढ़ गया और अपन जीवन का बिलदान करन क िलए समदर क गहर नील पानी म कद गया

एक यवा लड़का िजसन अब तक का सबस बड़ा मिदर बनाकर सव चच वभव परा िकया उसन दसर क

जीवन को बचान क िलए खद को बिलदान कर िदया सकड़ वष क बाद सयर मिदर बबारद हो गया ह

लिकन धमरपद अब भी िकवदती म और ओिडशा क हर कारीगर की महतवाकाकषा म जीिवत ह

हाशीष दाश पसतकालय सहायक एrsquo

ईशान 5

मरी मा

मा एक साधारण नारी कया-कया नह करती वह

नौकरी करती घर सभालती पर मह स कभी भी आह न करती

दफतर स जब घर वह आती

उनकी गोदी म िसर रख दती म खदकी थकान को भला वह एकटक मझ िनहारन लगती खाना बनाती हम पढ़ाती

कभी िकसीको अपनी था न कहती

च ान जसी मजबत वह लगती पानी जसी कभी बहन वह लगती

मन म उनक कया चलता ह कभी उस वह कत न करती

अभी सोचती ह तो लगता ह मा नह एक साधारण नारी

वह तो ह एक तयाग की मरत ममता म िलपटी एक पयारी सरत

शरीमती रखा भराली गोगोई वजञािनकअिभयता lsquoएस ई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ldquoिशकषा कrdquo शरी च य महापरभ क ारा िलिखत

चतनय महापरभ का जनम सवत १५४२ िवकरमी की फालगनी पिणमा होली क िदन बगाल क नव ीप नगर म हआ था उनक िपता का नाम पिडत जग ाथ िमशर और माता का नाम शचीदवी था िपता िसलहट क रहनवाल थ नव ीप म पढ़न क िलए आय थ भगवान शरी गौरसनदर चतनय महापरभ न अपन िशषय को शरीकषण-तततव पर गरनथ की रचना करन की आजञा दी िजसका पालन उनक अनयायी आज तक कर रह ह वासतव म शरी चतनय महापरभ ारा िजस दशरन िक िशकषा दी गयी उस पर हई ाखयाए परम िवसतत एव सदढ़ ह य िप भगवान चतनय महापरभ अपन यवावसथा म ही परम िव ान क रप म िवखयात थ िकनत उनह न हम कवल आठ ोक ही परदान िकय िजनह ldquoिशकषा कrdquo कहत ह इन आठ ोक म शरीमनमहापरभ न अपन परयोजन को सप कर िदया ह इन परम मलयवान पराथरना का यहा मलरप एव अनवाद परसतत िकया जा रहा ह

चतोदपरणमाजरन भव-महादावािगन-िनवारपणम

शरयःकरवचिनदरकािवतरण िव ावध-जीवनम आनदामबिधवधरन परितपद पणारमतासवादनम

सवारतम पन पर िवजयत शरीकषण-सकीतरनम १

अनवाद शरीकषण-सकीतरन की परम िवजय हो जो हदय म वष स सिचत मल का माजरन करन वाला तथा बारमबार

जनम-मतय रपी दावानल को शात करन वाला ह यह सकीतरन यजञ मानवता क िलए परम कलयाणकारी ह कय िक

चनदर-िकरण की तरह शीतलता परदान करता ह समसत अपराकत िव ा रपी वध का यही जीवन ह यह आनद क

सागर की वि करन वाला ह और िनतय अमत का आसवादन करान वाला ह १

ना ामकािर बहधा िनज सवर शिकतसततरािपता िनयिमतः समरण न कालः एतादशी तव कपा भगवनममािप ददवमीदशिमहाजिन नानरागः२

अनवाद ह भगवन आपका मातर नाम ही जीव का सब परकार स मगल करन वाला ह-कषण गोिवनद जस आपक लाख

नाम ह आपन इन नाम म अपनी समसत अपराकत शिकतया अिपत कर दी ह इन नाम का समरण एव कीतरन करन म

दश-काल आिद का कोई भी िनयम नह ह परभ आपन अपनी कपा क कारण हम भगव ाम क ारा अतयत ही सरलता

स भगवत-पराि कर लन म समथर बना िदया ह िकनत म इतना दभारगयशाली ह िक आपक नाम म अब भी मरा अनराग

उतप नह हो पाया ह २

तणादिप सनीचन तरोरिप सिहषणना अमािनना मानदन कीतरनीयः सदा हिरः ३

ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

10

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

30

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान 3

उ म िनमारण म योगदान दगा कम-लागत वाल

आवास का िनमारण एक गितिविध ह िजसस शरम-गहन तरीक का सदउपयोग िकया जा सकता ह

चौथा ततव भारत क समसत शहर एव कसब म बड़ पमान पर िचिकतसा सवासथय और सवचछता क बिनयादी ढाच क िनमारण की िदशा म उनमख एक शहरी रोज़गार योजना का ततकाल शभारभ करना जो रोज़गार सजन क अनय कषतरो म राजय और सथानीय सरकार क कलयाणकारी हसतकषप

क िहसस क रप म आवशयक सवा क नटवकर का िवसतार करन क िलए हो सकता ह शहर स लौट शरिमक को अवशोिषत करन क िलए हमारी गरामीण अथर वसथा की कषमता बहत ही कम ह और इन शरिमक को एक सभय जीवन परदान करन क िलए किष की वहायरता सिदगध ह वासतव म इनम स कई शरिमक न अपन पारपिरक कायर खत कषतर को छोड़ िदए ह ग कय िक किष स आय उनक अिसततव क िलए अपयार रही होगी

फरािसस द ा वजञाअिभ lsquoएससीrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

कोणाकर का सयर मिदर भारत क परिस मिदर म स एक ह यह उड़ीसा का सबस परिस पयरटन सथल ह वषर 1984 म यनसको न इस िव धरोहर सथल

घोिषत िकया था यहा पर िहद धमर क सयर दवता की पजा की जाती ह यह ओिडशा राजय क परी शहर स लगभग 35 िकलोमीटर दर चदरभागा नदी क तट पर

िसथत ह यह मिदर अपनी िवशालता िनमारण सदरता वासतकला और मितकला क िलए अि तीय और ओिडशा की वासतकला की सदरता को परदिशत करता ह मिदर का वासतकला इसक आकषरण का कदर ह जो वासतव म एक रथ का आकार ह समपणर मिनदर सथल को बारह जोड़ी पिहय पर सात घोड़

ारा सचािलत रथ क रप म बनाया गया ह कोणाकर सयर मिनदर को बलक पगोडा क रप म भी जाना जाता ह

कोणाकर मिदर का िनमारण 13 व शताबदी क मधय म

गगा राजवश क राजा नरिसमहदव परथम ारा िकया गया था यह मिदर 1200 कारीगर की मदद स

बनाया गया था िजसका नततव मखय वासतकार िबश महाराणा न िकया था इितहास क अनसार मिदर क िनमारण को परा करन क िलए राजा न 5 साल की समय सीमा िनधारिरत िकया था लिकन जस-जस बारह साल क अत क करीब पहच गया िनमारण परा होन क करीब था अचानक मखय वासतकार िवश महाराणा और उनक कारीगर को

कलश (मिदर का ताज पतथर) को उिचत िसथित म

रखन म किठनाई का सामना करना पड़ा राजा नरिसहदव न सबह तक की समय-सीमा की घोषणा की थी िवफल होन पर सभी 1200 कारीगर मार

जाएग और पिरयोजना क मखय वासतकार होन क नात िवश महाराणा परशान थ उस समय िवश

महाराणा का 12 साल का बटा धमरपद अपन िपता

स िमलन आया था यह सनकर धमरपद न तरत ऊपर की तरफ उठ गया और उसन तरत उस चीज को ठीक करवाया और कलश को उसक उिचत िसथित म रख िदया मिदर क परा होन को दखकर सभी कारीगर बहत खश हए लिकन उनह अपन सवय क

जीवन क िलए डर था यिद राजा को पता चला िक एक बचच न उनक बजाय काम परा कर िलया ह उनह न माग की िक धमरपद को मार िदया जाए अत म धमरपद न सभी कारीगर क जीवन को बचान क

िलए और सबका मान रखन क िलए मिदर क शीषर

पर चढ़ गया और अपन जीवन का बिलदान करन क िलए समदर क गहर नील पानी म कद गया

एक यवा लड़का िजसन अब तक का सबस बड़ा मिदर बनाकर सव चच वभव परा िकया उसन दसर क

जीवन को बचान क िलए खद को बिलदान कर िदया सकड़ वष क बाद सयर मिदर बबारद हो गया ह

लिकन धमरपद अब भी िकवदती म और ओिडशा क हर कारीगर की महतवाकाकषा म जीिवत ह

हाशीष दाश पसतकालय सहायक एrsquo

ईशान 5

मरी मा

मा एक साधारण नारी कया-कया नह करती वह

नौकरी करती घर सभालती पर मह स कभी भी आह न करती

दफतर स जब घर वह आती

उनकी गोदी म िसर रख दती म खदकी थकान को भला वह एकटक मझ िनहारन लगती खाना बनाती हम पढ़ाती

कभी िकसीको अपनी था न कहती

च ान जसी मजबत वह लगती पानी जसी कभी बहन वह लगती

मन म उनक कया चलता ह कभी उस वह कत न करती

अभी सोचती ह तो लगता ह मा नह एक साधारण नारी

वह तो ह एक तयाग की मरत ममता म िलपटी एक पयारी सरत

शरीमती रखा भराली गोगोई वजञािनकअिभयता lsquoएस ई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ldquoिशकषा कrdquo शरी च य महापरभ क ारा िलिखत

चतनय महापरभ का जनम सवत १५४२ िवकरमी की फालगनी पिणमा होली क िदन बगाल क नव ीप नगर म हआ था उनक िपता का नाम पिडत जग ाथ िमशर और माता का नाम शचीदवी था िपता िसलहट क रहनवाल थ नव ीप म पढ़न क िलए आय थ भगवान शरी गौरसनदर चतनय महापरभ न अपन िशषय को शरीकषण-तततव पर गरनथ की रचना करन की आजञा दी िजसका पालन उनक अनयायी आज तक कर रह ह वासतव म शरी चतनय महापरभ ारा िजस दशरन िक िशकषा दी गयी उस पर हई ाखयाए परम िवसतत एव सदढ़ ह य िप भगवान चतनय महापरभ अपन यवावसथा म ही परम िव ान क रप म िवखयात थ िकनत उनह न हम कवल आठ ोक ही परदान िकय िजनह ldquoिशकषा कrdquo कहत ह इन आठ ोक म शरीमनमहापरभ न अपन परयोजन को सप कर िदया ह इन परम मलयवान पराथरना का यहा मलरप एव अनवाद परसतत िकया जा रहा ह

चतोदपरणमाजरन भव-महादावािगन-िनवारपणम

शरयःकरवचिनदरकािवतरण िव ावध-जीवनम आनदामबिधवधरन परितपद पणारमतासवादनम

सवारतम पन पर िवजयत शरीकषण-सकीतरनम १

अनवाद शरीकषण-सकीतरन की परम िवजय हो जो हदय म वष स सिचत मल का माजरन करन वाला तथा बारमबार

जनम-मतय रपी दावानल को शात करन वाला ह यह सकीतरन यजञ मानवता क िलए परम कलयाणकारी ह कय िक

चनदर-िकरण की तरह शीतलता परदान करता ह समसत अपराकत िव ा रपी वध का यही जीवन ह यह आनद क

सागर की वि करन वाला ह और िनतय अमत का आसवादन करान वाला ह १

ना ामकािर बहधा िनज सवर शिकतसततरािपता िनयिमतः समरण न कालः एतादशी तव कपा भगवनममािप ददवमीदशिमहाजिन नानरागः२

अनवाद ह भगवन आपका मातर नाम ही जीव का सब परकार स मगल करन वाला ह-कषण गोिवनद जस आपक लाख

नाम ह आपन इन नाम म अपनी समसत अपराकत शिकतया अिपत कर दी ह इन नाम का समरण एव कीतरन करन म

दश-काल आिद का कोई भी िनयम नह ह परभ आपन अपनी कपा क कारण हम भगव ाम क ारा अतयत ही सरलता

स भगवत-पराि कर लन म समथर बना िदया ह िकनत म इतना दभारगयशाली ह िक आपक नाम म अब भी मरा अनराग

उतप नह हो पाया ह २

तणादिप सनीचन तरोरिप सिहषणना अमािनना मानदन कीतरनीयः सदा हिरः ३

ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

20

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ओिडशा का परिस कोणाकर मिदर और इसक िनमारण क पीछ की कहानी

कोणाकर का सयर मिदर भारत क परिस मिदर म स एक ह यह उड़ीसा का सबस परिस पयरटन सथल ह वषर 1984 म यनसको न इस िव धरोहर सथल

घोिषत िकया था यहा पर िहद धमर क सयर दवता की पजा की जाती ह यह ओिडशा राजय क परी शहर स लगभग 35 िकलोमीटर दर चदरभागा नदी क तट पर

िसथत ह यह मिदर अपनी िवशालता िनमारण सदरता वासतकला और मितकला क िलए अि तीय और ओिडशा की वासतकला की सदरता को परदिशत करता ह मिदर का वासतकला इसक आकषरण का कदर ह जो वासतव म एक रथ का आकार ह समपणर मिनदर सथल को बारह जोड़ी पिहय पर सात घोड़

ारा सचािलत रथ क रप म बनाया गया ह कोणाकर सयर मिनदर को बलक पगोडा क रप म भी जाना जाता ह

कोणाकर मिदर का िनमारण 13 व शताबदी क मधय म

गगा राजवश क राजा नरिसमहदव परथम ारा िकया गया था यह मिदर 1200 कारीगर की मदद स

बनाया गया था िजसका नततव मखय वासतकार िबश महाराणा न िकया था इितहास क अनसार मिदर क िनमारण को परा करन क िलए राजा न 5 साल की समय सीमा िनधारिरत िकया था लिकन जस-जस बारह साल क अत क करीब पहच गया िनमारण परा होन क करीब था अचानक मखय वासतकार िवश महाराणा और उनक कारीगर को

कलश (मिदर का ताज पतथर) को उिचत िसथित म

रखन म किठनाई का सामना करना पड़ा राजा नरिसहदव न सबह तक की समय-सीमा की घोषणा की थी िवफल होन पर सभी 1200 कारीगर मार

जाएग और पिरयोजना क मखय वासतकार होन क नात िवश महाराणा परशान थ उस समय िवश

महाराणा का 12 साल का बटा धमरपद अपन िपता

स िमलन आया था यह सनकर धमरपद न तरत ऊपर की तरफ उठ गया और उसन तरत उस चीज को ठीक करवाया और कलश को उसक उिचत िसथित म रख िदया मिदर क परा होन को दखकर सभी कारीगर बहत खश हए लिकन उनह अपन सवय क

जीवन क िलए डर था यिद राजा को पता चला िक एक बचच न उनक बजाय काम परा कर िलया ह उनह न माग की िक धमरपद को मार िदया जाए अत म धमरपद न सभी कारीगर क जीवन को बचान क

िलए और सबका मान रखन क िलए मिदर क शीषर

पर चढ़ गया और अपन जीवन का बिलदान करन क िलए समदर क गहर नील पानी म कद गया

एक यवा लड़का िजसन अब तक का सबस बड़ा मिदर बनाकर सव चच वभव परा िकया उसन दसर क

जीवन को बचान क िलए खद को बिलदान कर िदया सकड़ वष क बाद सयर मिदर बबारद हो गया ह

लिकन धमरपद अब भी िकवदती म और ओिडशा क हर कारीगर की महतवाकाकषा म जीिवत ह

हाशीष दाश पसतकालय सहायक एrsquo

ईशान 5

मरी मा

मा एक साधारण नारी कया-कया नह करती वह

नौकरी करती घर सभालती पर मह स कभी भी आह न करती

दफतर स जब घर वह आती

उनकी गोदी म िसर रख दती म खदकी थकान को भला वह एकटक मझ िनहारन लगती खाना बनाती हम पढ़ाती

कभी िकसीको अपनी था न कहती

च ान जसी मजबत वह लगती पानी जसी कभी बहन वह लगती

मन म उनक कया चलता ह कभी उस वह कत न करती

अभी सोचती ह तो लगता ह मा नह एक साधारण नारी

वह तो ह एक तयाग की मरत ममता म िलपटी एक पयारी सरत

शरीमती रखा भराली गोगोई वजञािनकअिभयता lsquoएस ई

6

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ldquoिशकषा कrdquo शरी च य महापरभ क ारा िलिखत

चतनय महापरभ का जनम सवत १५४२ िवकरमी की फालगनी पिणमा होली क िदन बगाल क नव ीप नगर म हआ था उनक िपता का नाम पिडत जग ाथ िमशर और माता का नाम शचीदवी था िपता िसलहट क रहनवाल थ नव ीप म पढ़न क िलए आय थ भगवान शरी गौरसनदर चतनय महापरभ न अपन िशषय को शरीकषण-तततव पर गरनथ की रचना करन की आजञा दी िजसका पालन उनक अनयायी आज तक कर रह ह वासतव म शरी चतनय महापरभ ारा िजस दशरन िक िशकषा दी गयी उस पर हई ाखयाए परम िवसतत एव सदढ़ ह य िप भगवान चतनय महापरभ अपन यवावसथा म ही परम िव ान क रप म िवखयात थ िकनत उनह न हम कवल आठ ोक ही परदान िकय िजनह ldquoिशकषा कrdquo कहत ह इन आठ ोक म शरीमनमहापरभ न अपन परयोजन को सप कर िदया ह इन परम मलयवान पराथरना का यहा मलरप एव अनवाद परसतत िकया जा रहा ह

चतोदपरणमाजरन भव-महादावािगन-िनवारपणम

शरयःकरवचिनदरकािवतरण िव ावध-जीवनम आनदामबिधवधरन परितपद पणारमतासवादनम

सवारतम पन पर िवजयत शरीकषण-सकीतरनम १

अनवाद शरीकषण-सकीतरन की परम िवजय हो जो हदय म वष स सिचत मल का माजरन करन वाला तथा बारमबार

जनम-मतय रपी दावानल को शात करन वाला ह यह सकीतरन यजञ मानवता क िलए परम कलयाणकारी ह कय िक

चनदर-िकरण की तरह शीतलता परदान करता ह समसत अपराकत िव ा रपी वध का यही जीवन ह यह आनद क

सागर की वि करन वाला ह और िनतय अमत का आसवादन करान वाला ह १

ना ामकािर बहधा िनज सवर शिकतसततरािपता िनयिमतः समरण न कालः एतादशी तव कपा भगवनममािप ददवमीदशिमहाजिन नानरागः२

अनवाद ह भगवन आपका मातर नाम ही जीव का सब परकार स मगल करन वाला ह-कषण गोिवनद जस आपक लाख

नाम ह आपन इन नाम म अपनी समसत अपराकत शिकतया अिपत कर दी ह इन नाम का समरण एव कीतरन करन म

दश-काल आिद का कोई भी िनयम नह ह परभ आपन अपनी कपा क कारण हम भगव ाम क ारा अतयत ही सरलता

स भगवत-पराि कर लन म समथर बना िदया ह िकनत म इतना दभारगयशाली ह िक आपक नाम म अब भी मरा अनराग

उतप नह हो पाया ह २

तणादिप सनीचन तरोरिप सिहषणना अमािनना मानदन कीतरनीयः सदा हिरः ३

ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

10

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

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सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान 5

मरी मा

मा एक साधारण नारी कया-कया नह करती वह

नौकरी करती घर सभालती पर मह स कभी भी आह न करती

दफतर स जब घर वह आती

उनकी गोदी म िसर रख दती म खदकी थकान को भला वह एकटक मझ िनहारन लगती खाना बनाती हम पढ़ाती

कभी िकसीको अपनी था न कहती

च ान जसी मजबत वह लगती पानी जसी कभी बहन वह लगती

मन म उनक कया चलता ह कभी उस वह कत न करती

अभी सोचती ह तो लगता ह मा नह एक साधारण नारी

वह तो ह एक तयाग की मरत ममता म िलपटी एक पयारी सरत

शरीमती रखा भराली गोगोई वजञािनकअिभयता lsquoएस ई

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ldquoिशकषा कrdquo शरी च य महापरभ क ारा िलिखत

चतनय महापरभ का जनम सवत १५४२ िवकरमी की फालगनी पिणमा होली क िदन बगाल क नव ीप नगर म हआ था उनक िपता का नाम पिडत जग ाथ िमशर और माता का नाम शचीदवी था िपता िसलहट क रहनवाल थ नव ीप म पढ़न क िलए आय थ भगवान शरी गौरसनदर चतनय महापरभ न अपन िशषय को शरीकषण-तततव पर गरनथ की रचना करन की आजञा दी िजसका पालन उनक अनयायी आज तक कर रह ह वासतव म शरी चतनय महापरभ ारा िजस दशरन िक िशकषा दी गयी उस पर हई ाखयाए परम िवसतत एव सदढ़ ह य िप भगवान चतनय महापरभ अपन यवावसथा म ही परम िव ान क रप म िवखयात थ िकनत उनह न हम कवल आठ ोक ही परदान िकय िजनह ldquoिशकषा कrdquo कहत ह इन आठ ोक म शरीमनमहापरभ न अपन परयोजन को सप कर िदया ह इन परम मलयवान पराथरना का यहा मलरप एव अनवाद परसतत िकया जा रहा ह

चतोदपरणमाजरन भव-महादावािगन-िनवारपणम

शरयःकरवचिनदरकािवतरण िव ावध-जीवनम आनदामबिधवधरन परितपद पणारमतासवादनम

सवारतम पन पर िवजयत शरीकषण-सकीतरनम १

अनवाद शरीकषण-सकीतरन की परम िवजय हो जो हदय म वष स सिचत मल का माजरन करन वाला तथा बारमबार

जनम-मतय रपी दावानल को शात करन वाला ह यह सकीतरन यजञ मानवता क िलए परम कलयाणकारी ह कय िक

चनदर-िकरण की तरह शीतलता परदान करता ह समसत अपराकत िव ा रपी वध का यही जीवन ह यह आनद क

सागर की वि करन वाला ह और िनतय अमत का आसवादन करान वाला ह १

ना ामकािर बहधा िनज सवर शिकतसततरािपता िनयिमतः समरण न कालः एतादशी तव कपा भगवनममािप ददवमीदशिमहाजिन नानरागः२

अनवाद ह भगवन आपका मातर नाम ही जीव का सब परकार स मगल करन वाला ह-कषण गोिवनद जस आपक लाख

नाम ह आपन इन नाम म अपनी समसत अपराकत शिकतया अिपत कर दी ह इन नाम का समरण एव कीतरन करन म

दश-काल आिद का कोई भी िनयम नह ह परभ आपन अपनी कपा क कारण हम भगव ाम क ारा अतयत ही सरलता

स भगवत-पराि कर लन म समथर बना िदया ह िकनत म इतना दभारगयशाली ह िक आपक नाम म अब भी मरा अनराग

उतप नह हो पाया ह २

तणादिप सनीचन तरोरिप सिहषणना अमािनना मानदन कीतरनीयः सदा हिरः ३

ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

20

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ldquoिशकषा कrdquo शरी च य महापरभ क ारा िलिखत

चतनय महापरभ का जनम सवत १५४२ िवकरमी की फालगनी पिणमा होली क िदन बगाल क नव ीप नगर म हआ था उनक िपता का नाम पिडत जग ाथ िमशर और माता का नाम शचीदवी था िपता िसलहट क रहनवाल थ नव ीप म पढ़न क िलए आय थ भगवान शरी गौरसनदर चतनय महापरभ न अपन िशषय को शरीकषण-तततव पर गरनथ की रचना करन की आजञा दी िजसका पालन उनक अनयायी आज तक कर रह ह वासतव म शरी चतनय महापरभ ारा िजस दशरन िक िशकषा दी गयी उस पर हई ाखयाए परम िवसतत एव सदढ़ ह य िप भगवान चतनय महापरभ अपन यवावसथा म ही परम िव ान क रप म िवखयात थ िकनत उनह न हम कवल आठ ोक ही परदान िकय िजनह ldquoिशकषा कrdquo कहत ह इन आठ ोक म शरीमनमहापरभ न अपन परयोजन को सप कर िदया ह इन परम मलयवान पराथरना का यहा मलरप एव अनवाद परसतत िकया जा रहा ह

चतोदपरणमाजरन भव-महादावािगन-िनवारपणम

शरयःकरवचिनदरकािवतरण िव ावध-जीवनम आनदामबिधवधरन परितपद पणारमतासवादनम

सवारतम पन पर िवजयत शरीकषण-सकीतरनम १

अनवाद शरीकषण-सकीतरन की परम िवजय हो जो हदय म वष स सिचत मल का माजरन करन वाला तथा बारमबार

जनम-मतय रपी दावानल को शात करन वाला ह यह सकीतरन यजञ मानवता क िलए परम कलयाणकारी ह कय िक

चनदर-िकरण की तरह शीतलता परदान करता ह समसत अपराकत िव ा रपी वध का यही जीवन ह यह आनद क

सागर की वि करन वाला ह और िनतय अमत का आसवादन करान वाला ह १

ना ामकािर बहधा िनज सवर शिकतसततरािपता िनयिमतः समरण न कालः एतादशी तव कपा भगवनममािप ददवमीदशिमहाजिन नानरागः२

अनवाद ह भगवन आपका मातर नाम ही जीव का सब परकार स मगल करन वाला ह-कषण गोिवनद जस आपक लाख

नाम ह आपन इन नाम म अपनी समसत अपराकत शिकतया अिपत कर दी ह इन नाम का समरण एव कीतरन करन म

दश-काल आिद का कोई भी िनयम नह ह परभ आपन अपनी कपा क कारण हम भगव ाम क ारा अतयत ही सरलता

स भगवत-पराि कर लन म समथर बना िदया ह िकनत म इतना दभारगयशाली ह िक आपक नाम म अब भी मरा अनराग

उतप नह हो पाया ह २

तणादिप सनीचन तरोरिप सिहषणना अमािनना मानदन कीतरनीयः सदा हिरः ३

ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

10

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

30

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

32

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

34

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान 7

अनवाद सवय को मागर म पड़ हए तण स भी अिधक नीच मानकर वकष क समान सहनशील होकर िमथया मान की

कामना न करक दसरो को सदव मान दकर हम सदा ही शरी हिरनाम कीतरन िवनमर भाव स करना चािहए ३

न धन न जन न सनदर किवता वा जगदीश कामय मम जनमिन जनमनी र भवताद भिकतरहतकी तविय४

अनवाद ह सवर समथर जगदीश मझ धन एकतर करन की कोई कामना नह ह न म अनयाियय सनदर ी अथवा

परशनीय का का इकछक नह ह मरी तो एकमातर यही कामना ह िक जनम-जनमानतर म आपकी अहतकी भिकत कर

सक ४

अिय ननदतनज िककर पितत मा िवषम भवामबधौ कपया तव पादपकज-िसथतधिलसदश िविचनतय५

अनवाद ह ननदतनज म आपका िनतय दास ह िकनत िकसी कारणवश म जनम-मतय रपी इस सागर म िगर पड़ा ह

कपया मझ अपन चरणकमल की धिल बनाकर मझ इस िवषम मतयसागर स मकत किरय ५

नयन गलदशरधारया वदन गदगदर या िगरा पलकिनिचत वपः कदा तव नाम-गरहण भिवषयित६

अनवाद ह परभ आपका नाम कीतरन करत हए कब मर नतर स अशर की धारा बहगी कब आपका नामोचचारण

मातर स ही मरा कठ ग द होकर अवर हो जायगा और मरा शरीर रोमािचत हो उठगा ६

यगाियत िनमषण चकषषा परावषाियतम शनयाियत जगत सवर गोिवनद िवरहण म७

अनवाद ह गोिवनद आपक िवरह म मझ एक कषण भी एक यग क बराबर परतीत हो रहा ह नतर स मसलाधार वषार क

समान िनरतर अशर-परवाह हो रहा ह तथा समसत जगत एक शनय क समान िदख रहा ह ७

आि षय वा पादरता िपन मामदशरनान-ममरहता करोत वा यथा तथा वा िवदधात लमपटो मतपराणनाथस-त स एव नापरः८

अनवाद एकमातर शरीकषण क अितिरकत मर कोई पराणनाथ ह ही नह और व ही सदव बन रहग चाह व मरा आिलगन कर

अथवा दशरन न दकर मझ आहत कर व नटखट कछ भी कय न कर -व सभी कछ करन क िलए सवततर ह कय िक व मर

िनतय आराधय पराणनाथ ह ८

सकलन- शरी मािनक चदर पाल

सरोत ndashअतरार ीय कषण भावनाम सघ

िपता शरीमती निमता रानी पाल िमतर किन िहदी अनवादक

8

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

10

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

20

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

22

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

24

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

लॉकडाउन क बाद की एक भरमनकथा हाथ स अखवार को रखत हए अिमत न कहा कोरोना का परितषधक माचर क महीन स बाज़ार म िमलन लगगा बस अव तो घमन जान की पिरकलपना करनी पड़गी बवल और जही एकसाथ चीखकर पापा क इस परसताव म आपसी समथरन जताया बबल न अपना परसताव भी रखा इस बार हम सब कशमीर चलत ह कशमीर म बफर वारी शर हो गई ह बफर म गोल खलन म बहत मजा आएगा इस परसताव स जही परी तरह सहमत होत नह िदखी उसक पयार स चहर को उतरत हए दखकर अिमत न जही को गोद म लत हए बोल- ldquoबटी जही तम कशमीर की पयारी

वािदया नह दखना चाहोगीrdquo जही न कहा-

ldquoनह मझ जगल दखना हrdquo रसोई स आत - आत

सनीता अपन पिरवार की बात सन रही थी अिमत को दिवधा म दखकर उसन कहा -अर

बचच कोरोना अभी चला नह गया ह और

जबतक परितषधक ना ल तबतक लापरवाही नह बरत सकत ह बवल न कहा ndashldquoलिकन मा

तबतक तो हमार ककषाए भी शर हो जायगी और छ ीया भी नह िमलगीrdquo जही भी अपन भाई को

समथरन करती हई बोली ldquoहा मा और मरी सहली

ईिषता भी तो अभी- अभी असम और मघालय घम आएrdquo अिमत बोल- ldquoबचच लॉकडाउन म घर

बठ-बठ और ऑनलाइन कलास कर करक बोर हो गए ह घमक आएग तो इनका मन भी बहल जाएगाldquo बचच एकजट हो कर बोल उठ ndash ldquoहा मा

पलीज़ मान जाओ नाrdquo सनीता अब मान गयी

और बचच िफर स एकबार चीख कर अपन खशी ज़ािहर करन लग

अब यह तो तय था िक घमन जाना ह पर असमनजस इस बात की थी िक जाए तो जाए कहा बवल को जाना था कशमीर लिकन पता

चला क पयरटक की भीड़ स कही होटल नह िमल रही ह बफर वारी स सोनमागर का रासता भी बद ह पता चला जही की पसदीदा जगल भी आसपास कही नज़र नह आयी अिमत को तब सनीता न सझाव िदया िक- ldquoकयना हम भी

असम और मघालय की सर कर ल असम म कािजरगा जातीय उ ान जही को काफी पसद आएगा और मघालय की खािस-गारो-जय़ितया जस पहाड़ भी ह िजनकी वािदया कशमीर जसी मशहर शायद ना हो पर उतनी ही खवसरत हrdquo

अिमत को यह परसताव सठीक लगा पछताछ स पता लगा की असम और मघालय पयरटक क िलए खोल िदया गया ह वचच भी थोड़ा सा मनान क वाद मान गए इटरनट स अगल ही िदन सारी िटकट भी अिमत न करा िलया दखत ही दखत जान का शभिदन भी आ गया

बचच पहल कभी उ र-पवर की कोई जगह नह दख थ आसमान स बर पतर की चौराई और िवशाल अववािहका को दख बचच एक ही साथ हरान और खश हो गए आन स पहल अिमत न बचचो को उ र-पवर क सार राजय का नाम िसखाय थ दखा गया आत - आत बचच कछ नाम भल चक थ लिकन अिमत न सोचा की यह सफर िशकषामलक होनी तो चािहए लिकन यह िशकषा आरोिपत नह होनी चािहए

गवाहाटी क हवाईअ म उतरक बचच काफी खश हए असिमया हसतिशलप क िनदशरन को दखकर लिकन िचखत- िचललात हए लोग स असिमया भाषा सनकर व कछ भी समझ नह पाए विकग की गई टकसी ल कर अिमत और पिरवार होटल

ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

20

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान 9

म पहच पाच िदन िक सफर सची क अनसार पहली शाम सनीता और पिरवार गवाहाटी म ही घम वर पतर क उपर आलफरसको लच की अनोखी सफर सभीको बहत पसद आयी अगल िदन व लोग असम राजय िचिड़याघर असम राजय सगरहशाला दीपोर िबल कामाखया मिदर उमानद आिद दशरनीय जगह दख तीसर िदन

सबलोग होटल छोड़कर कािजरगा क िलए िनकल जगल सफारी क दौरान जही न काफी जानवर दख और खशी स फली नह समा रही थी अगल िदन कािजरगा स सबलोग मघालय की मखय शहर िशलाग की तरफ िनकल

िशलाग पहचन स पहल उिमयम लक क नज़िदक अिमत की गाड़ी रकी सबलोग बरीज पर तसवीर ख चन लग आिकड लक िरसोटर म खाना खाकर सबलोग नहर पाकर म टहल बचच लक क ठड पानी को छकर मज़ करन लग िशलाग पहच कर पिलस बाज़ार क होटल म चक-इन करक अिमत न कहा- ldquoदखा िशलाग म गवाहाटी स िकतनी

जयादा ठड ह यह पाहािड़य म यादा ऊपर होन की वजह स होता हrdquo अगल िदन सबलोग

चरापजी की सर करन िनकल नोककािलकाइ सवन िससटसर कावा मौसमाइ एिलफट आिद झरन को दखकर आरबाह मौसमाइ आिद गफाय़ म घमकर सबको वहत मजा आया अगल

िदन डाउकी और मौिलननाग की सफ़र करक भी सबको वहत अचछा लगा

दखत ही दखत घर लौटन की घड़ी आ गई गवाहाटी एयरपोटर म िरटनर फलाइट म बठकर बचच का मन दख होन लगा िजनकी भाषा भी समझ म नह आयी उनकी हसी को याद करक बचच की आख नम हो गई घर पहचन क बाद

बचच न अपन दोसत को पर िडटल म अपनी भरमनकथा सनाई अिमत न सनीता स कहा िक अपन स अलग ससकित क िलए सहनशीलता एक ऐसी सीख ह जो आज क समाज को सबस जयादा ज़ररी ह लगता ह की बचच न इस सर स यह िशकषा भरपर पाई ह दोन एक दसर क तरफ दख क मसकरान लग

शरी अजन दबनाथ वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

सतकर भारत सम भारत

सावधान तम सजग वनो तम जग परहरी तम सतकर बनो तम समि दश की तभी ह सभव

जन-जन म सतकर ता होगी जब उ व (सवरिचत) सतकर ता ndash िहदी म सतकर ता का कया अथर ह िहदी शबदकोशानसार सतकर ता सजञा ी0 [स0]ndashसतकर होन का भाव सावधानी होिशयारी चौकसी ह उ शय- सतकर ता जागरकता का मखय उ शय नागिरक म भर ाचार क परभाव क सबध म जागरकता फलाना ह भारत म सतकर ता जागरकता स ाह परतयक वषर आयोिजत की जाती ह वषर 2020 म सतकर ता जागरकता स ाह 27 अकटबर स 02 नवबर तक ndash lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo िवषय क साथ

मनाया जा रहा ह भारत सरकार क नवभारत िनमारण क दि कोण क अनरप दश क अगरणी सतयिन ससथान कदरीय सतकर ता आयोग का यह परयास ह िक लोग क बीच सतयिन ा पारदिशता और जवाबदही को परोतसािहत िकया जाए भारत क जन-जन म सतकर ता का भाव जागत होना अतयत आवशयक ह सबस पहल हम यह समझना आवशयक ह िक हम सतकर िकसक परित रहना ह भर ाचार बईमानी अनितक आचरण आिद परमख बात ह िजनक परित हम सतकर और सजग रहना ह भर ाचार को िकसी ऐस िकत िजस परािधकार िदया गया ह ारा िकए जान वाल बईमानी और अनितक आचरण क रप म पिरभािषत िकया जा सकता ह िजस वह सवय को

या दसर को लाभ पहचान क िलए करता ह आज यह वि क रप म समाज क हर तबक म िकसी न िकसी रप म ा ह भर ाचार स राजनीितक िवकास लोकततर आिथक िवकास वातावरण लोग क सवासथय तथा अनय कई चीज़ पर परभाव पड़ता ह अतः यह आवशयक ह िक लोग को जागरक िकया जाए और उनह भर ाचार िमटान क परयास हत परिरत भी िकया जाए (बक ऑफ बड़ौदा-वबसाइट)

भर ाचार को िमटान क िलए सतकर ता बहत आवशयक ह वतरमान म सतकर ता को अपन जीवन म डालना अतयत आवशयक ह सतकर ता क परित जागरकता िजतनी बढ़गी उतन ही सतर पर हम भर ाचार को दर करन म सफल हो सकग जीवन का कोई भी कषतर इसक परभाव स मकत नह ह उदाहरण सवरप ndash आईपीएल म िखलािड़य की

सपॉट िफिकसग नौकिरय म अचछी बहतर पद की लालसा म लोग िर त दन म भी नह चकत ह सकल व कॉलज म भी आजकल योगयता नह वरन पस क बल प ही भत कराई जान लगी ह आज भारत का हर तबका इस िबमारी स गरिसत ह

ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

20

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान 11

भर ाचार को रोकन का उपाय- भर ाचार रोकन का एकमातर उपाय सतकर ता जागरकता और अपन कतर का बोध होना ह िबना िकसी िनजी सवाथयर क जब परतयक भारतवासी अपन कतर का िनवारह करगा तथा अपन अिधकार क साथ अपन कतर क परित भी सजग रहगा तभी भारत सम हो सकता ह भर ाचार को रोकन क कछ उपाय- ई गवननस परिकरया म वसथापरक बदलाव कम सवततरता सावरजिनक इटफज़ म कमी तकनीकी आधािरत खरीद और ऑटोमशन भर ाचार म कमी लान क िलए दरगामी परभाव सािवत ह ग

परतयक नागिरक क सवय अपन परित पिरवार क परित पड़ोसी व समाज क परित भी कतर होत ह भारत क सिवधान म अिधकार क साथ कतर का भी उललख िकया गया ह य मल कतर इस परकार ह-

1 सिवधान का पालन करना 2 आदश का पालन करना 3 दश की अखडता एव एकता बनाए

रखना 4 दश की रकषा करना 5 समरसता एव समान भाततव भावना 6 गौरवशाली परपरा का परीकषण

7 पयारवरण की रकषा करना 8 वजञिनक दि कोण 9 सावरजिनक सपि की रकषा करना 10 सामिहक गितिविधय को बढ़ावा दना 11 बचच को िशकषा क अवसर दना

साथ ही कछ अनय कतर भी ह िजनम परमख ह-

सावरजिनक पद पर िनयकत होन पर सवाभाव स अपन कतर का पालन कर िबना िकसी पकषपात क रा िहत म काम कर

उपसहार- lsquoसतकर भारतlsquo शबद सवतः ही सप ह सतकर ता

मातर एक ससथा या सरकार की िज़ममदारी नह ह वरन सपणर भारतवािसय को सतकर रहन की आवशयकता ह जब िनचल सतर पर सभी आम जनता अपन अिधकार क साथ-साथ कतर क परित भी जागरक होगा तभी सपणर भारत सम हो सकता ह हर कषतर चाह वह खल राजनीित

ापार वािणजय िफलम जगत िशकषा हो हर कषतर म सतकर ता और पारदिशता होना आवशयक ह सरकार न सन 1964 म सतकर ता आयोग का गठन िकया था इस आयोग का गठन भर ाचार रोकन स सबिधत सझाव दन क िलए िकया गया था कदरीय सतकर ता आयोग िकसी भी कायरकारी परािधकारी क िनयतरण स मकत ह तथा कदरीय सरकार क अतगरत सभी सतकर ता गितिविधय की िनगरानी करता ह

समय धीर-धीर पिरवितत हो रहा ह सभी भारतवासी अब सतकर होत जा रह ह इसम सरकार की भी महतवपणर भिमका रही ह जसा िक माननीय परधानमतरी नरनदर मोदी जी न कहा ह िक lsquoअब डायरकट बिनिफट टरासफर (डीबीटी)

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

20

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

22

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

24

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

26

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

30

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

34

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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12

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

क माधयम स गरीब को िमलन वाला लाभ 100 परितशत गरीबो तक सीध पहच रहा ह अकल डीबीटी की वजह स 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रपए स जयादा गलत हाथ म जान स बच रह ह आज य गवर क साथ कहा जा सकता ह िक घोटाल वाल उस दौड़ को दश पीछ छोड़ चका हlsquo

अतः यह सरकार क साथ ही साथ परतयक आम जन का भी कतर ह िक व अपन दिनक हर कायर म सतकर ता बरत िजतना अिधक दश सतकर होगा उतना ही और अिधक सम बनता जाएगा सतकर ता समाज की सवचछता क परित भी उतनी ही आवशयक ह िजतनी खद क परित सवचछता सभयता और सससकत होन की परथम एव अिनवायर शतर ह सतकर ता सवचछता क परित भी होना अिनवायर ह जो पिरवार स परारभ होता ह दश क इस महाअिभयान म जाित धमर सपरदाय स ऊपर उठकर सभी को एकजट होकर परयास करना चािहए जन- जन सतकर होन स ही दश और अिधक सम बन पाएगा

सावधान इक परहरी बनकर सजग समाज बनान

स परगित दश की हो सकती ह जन सतकर हो जान स

(अजञात किव)

सदभर- 1 कदरीय सतकर ता आयोग िवभाग (वबसाइट) 2 lsquoसतकर भारत सम भारतrsquo पर माननीय

परधानमतरी जी का भाषण

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किह अनवादक एनई-सक

ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

28

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

30

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

32

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

34

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान 13

पव र भारत क अि तीय वन और वन सरकषण एव परबधन म एनईसक की भिमका

भारत क उ र पव राजय म 8 राजय शािमल ह यथा- अरणाचल परदश असम मिणपर मघालय िमज़ोराम नागालड िसिककम और ितरपरा िव क 17 जव िविवधता वाल हॉटसपॉट म स एक ह इस कषतर म दश क वन कषतर का लगभग 25 परितशत िहससा ह भारत का पव र भाग अपन िविवध और सबस ापक हर ndashभर जगल क िलए जाना जाता ह इस कषतर

क वन अि तीय सरचनातमक और परजाितय की सरचना ह पव र भारत की जलवाय भौितक िवजञान और िम ी न पराकितक वनसपितय क फलपरद िवकास क िलए अनकल पिरिसथितया परदान की ह भारत का पव र कषतर खती योगय मदान स लकर घास क मदान चारागाह दलदल जलमगन झाड़-झखाड़ ऊषण किटबधीय वन समशीतोषण वन और अलपाइन वनसपितय तक लगभग सभी परकार की वनसपितय का समथरन करता ह िविवध सरोत स एकतर िकए गए आकड़ पव र कषतर क अि तीय वन और जव िविवधता पर ज़ोर दत ह आिदम फल क पौध जस- मगनोिलया िपयािलयाना एम कवासतावी माइिरका एसकलटा मासाहारी पौध जस- नपथस

खिसयाना िलिलयम मकिलिनया वनय जीव और वनसपितय की ल पराय परजाितय म अतरार ीय ापार की परपरा म सचीब ह इस कषतर म साइटरस कला आम और चावल क कछ महतवपणर जीन पल उतप हए इडो मयानमार सीमा कषतर म पाए जानवाल उषण किटबधीय जगल म िडपटरोकॉपरस मकरॉिफलस डी टिबनटस कवरकस spp िशमा वािलिच

मगनोिलया कपबली आिद का परभतव ह lsquoइिडया

सटट ऑफ फॉरसट िरपोटरrsquo पव र कषतर म कल

170541 वगर िकलोमाटर वन आव दशारता ह

जो िक इसक भौगोिलक कषतर का 6505 परितशत

ह वन की कटाई और कषरण क कारण कषतर लगातार खतर का सामना कर रहा ह

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर (एनईसक) अतिरकष परौ ोिगकी की मदद स वन सरकषण और परबधन की ज़ररत को परा कर रहा ह सदर सवदन की मदद स वन परकार और वन घनतव मानिचतर तयार िकए जात ह जो वन परबधन उ शय क िलए मल इनपट होत ह वन पिरवतरन िव षण वन हािन की मातरा की पहचान करन और वन पिरवतरन क कारण को समझन म मदद करता ह एनईसक दवानल और दगध कषतर क आकलन जसी आपदा क कषतर म काम कर रहा ह एनईसक न सरिकषत कषतर क परबधन म महतवपणर योगदान परदान िकया ह माइकरोवव सदर सवदन और डरॉन तकनीक जसी उ त परौ ोिगकी क अनपरयोग बादल की िसथित और बहत उचच िवभदन डटा म जानकारी परा करन म मदद कर रह ह एनईसक कषमता िनमारण और अतिरकष परौ ोिगकी क ापक उपयोग क िलए अलपाविध पा करम भी आयोिजत कर रहा ह एनईसक परमख रप स राजय वन िवभाग और राजय सदर सवदन कदर क िविभ िहतधारक क साथ िमलकर काम कर रहा ह इस तरह क परयास क माधयम स एनईसक उ र पव कषतर म वन परबधन म सहायता परदान कर रहा ह तािक अतिरकष परो ोिगकी को िनचल सतर क लोग तक भी ल जाया जा सक

14

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

20

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

डॉकसतरी चकरवत वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉ रॉकी पबम वजञा अिभ lsquoएसईrsquo

शरीमती एचसिचतरा दवी वजञा अिभ lsquoएसएफrsquo

डॉककशमार

वजञा अिभ lsquoएसिजrsquo

ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

20

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

22

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

24

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान 15

अथक पिरशरम का पथ धर लो

जतन करो तम करो परयास मन म अपन जगा िव ास असफलता स हार ना तम अपनी कषमता पहचान तम

कोई तमह परािजत कर नह सकता महनत का फल हरदम ह िमलता

कहा हर कोई िवजयी हआ ह

अपनी हार स सीख बस तम तभी जीवन पथ म बढ़ पाओग राह की बाधा को हर पाओग

असभव तभी सभव होता ह जब मानव परय रत रहता ह

थको न तम रको न तम सबकछ करन म सकषम हो तम बस मन म अटल परितजञा कर ल अथक पिरशरम का पथ धर ल

शरीमती निमता रानी पाल िमतर

किहअनवादक

16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

18

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

32

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

34

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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16 उपयोग

िनदशक

एलएनराज िनदशक एनईसक को इिडयन सोसायटी ऑफ(आईएसआरएस) 2019

आपदा जोिखम शमन टली-

ISRS-ISG ISRS-अहमदाबाद

ISG 18 एव 19

2020 को दौरान एक ऑनलाईन

ईसरो

(आईएसजी)- 2019ISRS-ISG

18 और 19 2020 को ऑनलाईन

ईसरो

2019 क दौरान 4साथ एनईसकिवशष ज़ोर दन क साथ सतत िवकास क िलए भ-

350 आईएसजी-

एलएनराज डॉ बीक स को आईएसजी-

ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान 17

आनतिरक सघषर

आकाकषा क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

खवािहश सतरग िसतारो की िव ास स आकी जाती ह जब वकत हो इक पल बढ़न का िनयत सघषर जगाती ह सघषर वो सब कछ करन का जो करक पाना ह सबकछ या छोड़ क सबकछ रहन द जो होगा दखा जायगा खवािहश और कषिणक िवलास क मधय सघषर बना यह रहता ह हर वकत हदय दःख सहता ह

कल स बहतर कल होन का सकलप िलया कल होता ह जब आज सवरा होता ह सघषर वही पर ठहरा ह एक कषण की धविन वो धीमी सी

ाकल मन अवशय सनाता ह पर मन तो ठहरा चचल सा सन कर भी कहा सन पता ह खवािहश और कषिणक िवलास क मधय

सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह ndash 2

समपणर िवकास की सरचना एक पल की नह कहानी ह यह परमाण ह उसक सघषर का करन की िजसन कछ ठानी ह हम जो ह अब कया कल ह ग सघषर हम वो िदखता ह गर जान क भी हम द मकर गत कहा िमल पता ह आकाशाओ क अनत पटल का मानव मिसतषक क कमर कषतर स सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह सघषर बना यह रहता ह हर व त हरदय दःख सहता ह

शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

किवता समन

िनज भाषा िनज पहचान ह दश का सममान ह

िहदी सहज- सरल ह भाषा सीख सभी बस यही ह आशा

िहदी की जय जयकार हो िहदी का ही परकाश हो

चह ओर जो गज पल पल ऐसा उसका राज हो

परयास

गर पाना ह कछ िवशष तो करन ह ग परयास अशष

सहजता स कछ भी नह िमलता पथ स पतथड़ य ही नह िहलता तो मन म दढ़ सकलप य करल महनत का बस पग तम धरल

िबना परयास क कछ हो ना पाएगा अधर म साया भी साथ न आएगा

उलझन

कया कर कछ समझ ना आए

कषण -कषण परितपल मन घबराए जान कस हम मिज़ल पाए उलझी राहो को सलझाए

पल

कछ िसखाता ह कछ बताता ह

िजन का मतलब भी समझाता ह पल ही तो वह साथी ह जो हर पल म साथ िनभाता ह अचछा बरा जो भी कषण हो आता ह आक चला जाता ह पर हर पल जो रह जाए साथ वही सचचा साथी कहलाता ह

शरीमती निमता रानी पाल िमतर किहअनवादक

ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान 19

वतरमान समय म सचना परौ ोिगकी एव तकनीक क सहयोग स िहदी का िवकास

रपरखा

परसतावना िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिभक चरण सचना परौ ोिगकी कराित िहदी का तकनीकी िवकास

1 टाइपराइटरटलीिपरटर 2 फकस 3 कमयटर तथा अनय उपकरण

आधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग

1 मानकीकरण क परयास 2 पािरभािषक शबदावली का िवकास 3 अनवाद कायर की परगित 4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

उपसहार

परसतावना- वतरमान समय सचना परौ ोिगकी का समय ह एव वतरमान समय म परतयक िकत चाह वह िकसी भी कषतर स जड़ा हो िकसी रप स तकनीक एव परौ ोिगकी स अवशय जड़ा हआ ह उदाहरण क तौर पर मोबाइल फोन एटीएम इटरनट बिकग रलव आरकषण तथा ऑनलाइन खरीदारी

सचना एव परौ ोिगकी पणररप स कमपयटर पर आधािरत ह एक िवकिसत रा क िनमारण कमपयटर की िवशष भिमका ह सचना एव परौ ोिगकी क ारा हम िकसी भी िकत स चाह वह िकतनी भी दर कय न हो सचार सथािपत कर सकत ह आदशर सचार माधयम क रप म सचना परौ ोिगकी की महतवपणर भिमका ह उपयकत सचार क िलए सचार माधयम की एक अहम भिमका ह तथा भाषा का एक िवशष महतव ह भारत जस रा िजसन िहदी को

राजभाषा क रप म अपनाया ह एक िविवधता वाला दश ह जहा पर कषतर भाषाई आधार पर परानतो (राजय ) क रप म बट हए ह परनत अनक भाषाई परानतो क रप म बट होन क बावजद रा म एकता व अखणडता कायम ह इस एकता को बनाय रखन म िहदी भाषा का बहत महतवपणर सथान ह वतरमान सचना परौ ोिगकी यग म िहदी भाषा का परयोग हर परानतो म सलभ हो चका ह तथा कदरीय सरकार न िहदी भाषा को जन-जन की भाषा क रप म िवकिसत करन क िलए गह मतरालय क अतगरत एक अलग राजभाषा िवभाग की सथापना की ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह वतरमान म िहदी भाषा क िवकास क िलए अनक सगठन कायर कर रह ह िजसम परमख सगठन ह-

1 राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) 2 कदरीय िहदी परिशकषण ससथान

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

22

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

इसक साथ ही अनक सरकारी व गर सरकारी सगठन ह जो िहदी भाषा क िवकास क िलए कायररत व परयासरत ह

भारतीय सिवधान क अनसार िहदी भारत की राजभाषा िहदी भाषा-भाषी राजय की राजयभाषा और कदर तथा िहदी-अिहदी राजय क मधय सपकर भाषा (सचार भाषा) क रप म तो मानय ह ही अब वह धीर-धीर िव भाषा क रप म भी िवकिसत हो रही ह भारत दश क बहत बड़ उपभोकता बाजार क रप म होन क कारण िवदशी कपिनया भी भारतीय उपभोकता क समझ की भाषा िहदी का बखबी परयोग कर रही ह

िहदी भाषा का तकनीकी रप स िवकास का परारिमभक चरण-

िवडोज 2000 क िरलीज क बाद यह महसस िकया जान लगा था िक भारतीय भाषा को यिद पिरचलन पराणाली म अतरिनिहत नह िकया गया तो उसम अनक किमया रह जायगी उदाहरण क िलए कोश िनमारण क िलए भारतीय भाषा की वणरमाला क अनरप सॉिटग की सिवधा अतयनत आवशयक ह और यह सिवधा आज मल पराणाली म िहदी को अतरिनिहत करन क कारण अनायास ही सलभ हो गयी ह इसिलए यह कदम भारतीय भाषा म कमपयिटग क कषतर म अतयनत महतवपणर िस होगा िवणडोज आपरिटग िससटम क बाद अब lsquoलोटसlsquo lsquoलाइनकसlsquo एव lsquoओरकलlsquo कमपिनय न भी अपनी पिरचालन परणाली म िहदी व अनय भारतीय भाषा को समािहत कर लगी

सचना परौ ोिगकी करािनत- वतरमान यग म अचानक सचना परौ ोिगकी करािनत समािहत हो गयी उपगरह क माधयम स सचार पराणािलय म आमलचल पिरवतरन हो गया परितिदन काम म आन वाली जानकािरय स लकर गहन स गहन अधययन ापार जगत सरकारी कायारलय स सबिधत फाईल म सवरतर इस परौ ोिगकी का सहज परवश हो गया इटरनट एक ऐसा माधयम बन गया ह िजसन भौगोिलक दिरय को कम कर

िदया ह ापार का नया सवरप ई-कामसर क नाम स परकट हआ ह

सचना परौ ोिगकी अपन छोट नाम lsquoआईटीrsquo (इनफामशन टकनोलॉजी) स अिधक जानी जाती ह भारत सरकार न आई आई आईटी (भारतीय सचना परौ ोिगकी ससथान) की सथापना हदराबाद म िकया ह भारतीय परौ ोिगकी ससथान क पवर छातर ारा कई परकार क पा करम सचािलत िकए जा रह ह कपयटर की िशकषा तो अब हर कदम पर दी जा रही ह सी-डक िहदी क माधयम स अनक सथानो पर कपयटर परिशकषण द रहा ह इिदरा गाधी रा ीय मकत िव िव ालय नई िदलली ारा मकत (पतराचार)प ित स इसका परिशकषण िदया जा रहा ह

पराचीन भारतीय ससकित म जञान का महतव था और आज भी सचना परौ ोिगकी म जञान ही कदर म ह सचना को शीघर िलखन क िलए टाइिपग (टकण) तथा शीघर आशिलिप का िवकाश बहत पहल हो चका था टाइपराइटर का कजी-पटल (की-बोडर) अकषर एव वण की आवि पर आधािरत होता ह

िहदी का तकनीकी िवकास-

1 टाइपराइटर टलीिपरटरः- टाइपराइटर एक यनतर ह िजसका परयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करन क िलय िकया जाता ह अगरजी का मानक टाइपराइटर कवट लआउट आधािरत ह य िप अगरजी क िलय कई सार लआउट समय-समय पर बनाय गय िजनम कवट लआउट गित क िलहाज स सवरशर माना गया परनत समय क साथ कवट ही मानक बन गया कमपयटर क आिवषकार क प ात कीबोडर भी कवट लआउट पर ही बन 1930 क दशक म बाजार म िहनदी टाइपराइटर आया था िहनदी टाइपराइटर का िवकास अतयत जिटल कायर था कारण यह िक दवनागरी क अनक िचहन यन-कन परकारण 26 किजय पर ही विसथत करन थ इसक अितिरकत टाइपराइटर मकिनकल होन क कारण कमपयटर की तरह न तो मातरा को खद ही जोड़

ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान 21

सकता था न वणर-करम क अनसार सयकताकषर बना सकता था अतः सभी िचहन मातरा सयकताकषर क िलय अलग स किजया याद रखनी पड़ती थी इस कारण टाइपराइटर का लआउट अतयत जिटल हो गया परनत उस समय िहनदी टाइप करन का कवल यही एक साधन था

2 फकस- यह एक ऐसा इलकटरािनक यतर ह िजसक माधयम स आप कोई भी सचना िलिखत रप दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह यह मशीन लगभग हर बड़ कायारलय ारा परयोग म लाया जाता ह तथा फकस का लाभ यह ह िक हम परा का परा पतर डाकयमट अथवा िचतर चद सकड म ह-बह दिनया क िकसी भी कोन म पहचा सकत ह - चाह वह दवनागरी म िलखा हआ हो या रोमन म

3 कपयटर तथा अनय उपकरण- कपयटर म नागरी िविध तथा अनय भारतीय िलिपय क परयोग की िदशा म lsquoिजसटrsquo परौ ोिगकी न करािनतकारी पिरवतरन ला िदया कपयटर को भारतीय भाषा क अनकल बनान की िदशा म भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर क इजीनयर ारा lsquoिजसटrsquo क रप म जो तोहफा परदान िकया गया वह चमतकार ही कहा जायगा lsquoिजसटrsquo वसततः एकरोिनम ह जो गरािफक एड इटिलजस बसड िसकरपट टकनोलॉजी क परथम अकषर जीआईएसटी स बना ह भारत क िलिपय की िवशषता यह ह िक इनकी वणरमाला मलतः एक ही ह भारतीय िलिपय की इस िवशषता न ही भारतीय इजीिनयर को इस िदशा म परिरत िकया lsquoकlsquo अकषर चाह दवनागरी का हो चाह अनय िकसी भारतीय िलिप का यहा तक की दरिवड़ भाषा lsquoतिमलlsquo का उन सब क िलए अब एक समान कोड ह इस कोड को इलकटरािनक िवभाग न सिनि त कर िदया िजसट काडर की सहायता स ही एक ही कजी पटल पर भारतीय िलिपय को सथािपत कर िदया गया फलतः एक ही िकत िहदी क अलावा बगला या तलग जानता ह तो वह उसी कमपयटर पर सरलता स

कायर कर सकता ह lsquoिजसटrsquo तकनीक न ऐसा कमपयटर उपलबध कर िदया िजसस अगरजी क अितिरकत भारत की सभी परमख भाषा म टकण िकया जा सकता ह

िजसट को िवकिसत करन का शरय भारतीय परौ ोिगकी ससथान कानपर को ह पर इसक िवकाश म सी-डक पण न भी योगदान िदया ह भारतीय िलिपय की अतिनिहत समानता क आधार पर lsquoइसकीlsquo नामक एक ऐसी मानक कोिडग पराणाली को िवकिसत िकया गया िजसक अतगरत सभी भारतीय भाषाए तथा रोमन िलिप पर आधािरत यरोिपय भाषाए आ जाती ह इसक माधयम स न कवल भारतीय भाषाए वरन अगरजी को भी टिकत िकया जा सकता ह

आाधिनक यग म तकनीक क माधयम स िहदी भाषा का परयोग- आज का यग तकनीक का यग ह तथा हम तकनीक का परयोग कर समय व उजार की बचत का परयास करत ह उदाहरण क तौर पर अब कोई पहल जसा 25 पसा या 75 पसा वाला अतरदशीय पतर खरीद कर िचि या िलखना पसद नह करता इसकी बजाय हम चटिकय म एसएमएस या ई-मल टाइप कर िबना समय गवाए अपना कायर समपािदत करत ह आज कल हम सभी कपयटर पर आसानी स टाइिपग कर लत ह कपयटर पर िहदी म टाइप करन क िलए दवनागरी क 2 परकार क फॉनट होत ह

यिनकोड फॉनट- य फॉनट परतयक अकषर क िलए एक िवशष नमबर परदान करता ह इसक ारा एक ही दसतावज म अनक भाषा क टकसट िलख जा सकत ह

नॉनयिनकोड- इसम उपरोकत सिवधा नह उपलबध होती ह

वजञािनक एव तकनीकी िवकाश का सबध भाषा क आधिनकीकरण स ह भाषा क आधिनकीकरण क दो सदभर ह- पहला यह िक भाषा आधिनक परयोजन क अनकलिवकािसत हो तथा दसरा यह िक भाषा स सबिधत याितरक साधन का िवकास

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हो आमतौर पर याितरक साधन क िवकास को वजञािनक िवकास भी कहा जाता ह

भाषा आधिनक वजञािनक परयोजन क िलए परयकत हो सक इसकी कछ शत ह पहली शतर यह ह िक भाषा आधिनक जीवन क सार परसग को समािव करती हो इसका अथर यह हआ िक इनटरनट स लकर माकट इकॉनामी तक िजतनी िसथितया हमार सामन ह उन सबक िलय हमारी भाषा म सरल तथा सहज शबद ह दसरी आवशयकता इस बात की ह िक आधिनक परशासन ततर म िजन पािरभािषक शबद का परयोग करना आवशयक होता ह उनका िवकास हो तीसरी बात यह ह िक भाषा अपन सभी सतर पर मानकीकत ह इन सतर म धविन वणर शबद वाकय रचना िलिप तथा वतरनी सिममिलत ह इस िवकास क सतर को छन वाली भाषा को वजञािनक भाषा कहा जाता ह

िहदी का वजञािनक िवकास

िहदी क सदभर म िवचार कर तो िपछल कछ दशक म िहदी क वजञािनक िवकास पर काफी धयान िदया गया ह यह मखयतः चार सतर पर िदखता ह-

1 मानकीकरण क परयास

2 पािरभािषक शबदावली का िवकास

3 अनवाद कायर की परगित

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास

1 मानकीकरण क परयास- मानकीकरण क परयास बीसव शताबदी क परारमभ स ही िदखन लगत ह तथा धीर-धीर िहदी का मानकीकरण सरकारी सहायता क साथ लगभग परा हो गया ह

2 पिरभािषक शबद का िवकास- भाषा क

वजञािनक िवकास का दसरा परमख कायर ह पािरभािषक शबद का िवकास इस सबध म

1955 म राजभाषा आयोग की ससतितय क आधार पर भारत सरकार न दो आयोग का गठन िकया ह- वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग तथा िवधायी (शबदावली) आयोग वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग को िविध कषतर को छोड़कर अनय सभी िवषय क पािरभािषक शबद क िनमारण का दाियतव स पा गया िवधायी (शबदावली) आयोग का काम था िक िविध कषतर म काम आन वाली सभी परयिकतय को वह िहदी म समतलय रप म परसतत कर यह दोन अयोग अपनी कषमता क अनसार लगातार काम करत रह ह वजञािनक एव तकनीकी शबदावली आयोग वतरमान समय म िशकषा मतरालय क अधीन कायर कर रहा ह तथा इसन िवजञानवािणजय तथा मानिवकी कषतर स सबिधत कई िवषय की मानक शबदावली तयार की ह िवधायी (शबदावली) आयोग जो िक अब िविध मतरालय क एक िवभाग क रप म काम कर रहा ह न भी िविध कषतर म पिरभािषक शबदावली का तीवर िवकास िकया ह 3 अनवाद कायर की परगित-

भाषा की वजञािनकता का तीसरा आधार ह अनवाद कायर की परगित अनवाद की परगित इसिलय आवशयक ह िक सभावनाशील हान क बावजद ऐितहािसक कारण स िहदी िव सतर क सदभ को अपन आवरण म नह समट सकी ह आज की दिनया रा ीय सतर तक सीिमत नह ह बिलक सावरभौिमक सतर पर परसपर सब ह ऐस समय म बाहर की दिनया की जानकारी तथा उन सदभ की अपनी भाषा म अिभ िकत आवशयक ह तथा इस कायर क िलय अनवाद की सहायता लना जररी ह अनवाद की जररत परशासन म इसिलए भी ह िक भारत सरकार अभी ि भािषक नीित पर चल रही ह ऐसी िसथित म अनवाद की गित तथा गणव ा भाषा क वजञािनकीकरण म महतवपणर हो जात ह भारत सरकार न इस सबध म कदरीय अनवाद बयरो का गठन िकया ह जो राजभाषा िवभाग (गह मतरालय) क अधीन कायर करता ह बयरो लाख शबद का अनवाद कर

ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

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बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

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कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान 23

चका ह तथा पतयक वषर अपन ल य को परा कर रहा ह 1977 तक िहदी म ऐसा कोई कायरकरम उपलबध नह था 1977 म हदराबाद की ई सी अई एल नामक कपनी न फोरटरान नामक कपयटर भाषा म पहली बार िहदी को कपयटर पर उतारा 1980 क आस-पास िदलली की डीसीएम नामक कपनी न िस ाथर नामक मशीन पर शबदमाला कायरकरम तयार िकया यह िहदी-मशीन ि भाषी शबद ससाधक थी एक साथ दोन भाषा म सामगरी ससाधन की सिवधा दती थी इसी समय हदराबाद की सीएमसी नामक कपनी न तीन भाषा (अगरजी िहदी और एक भारतीय भाषा) म शबद ससाधन क िलए lsquoिलिपlsquo नामक मशीन तयार की इसी तरह कई और कपिनय तथा राजभाषा िवभाग न सॉफटवयर तयार िकय िजसम परमख ह-

शबदरल अकषर सलख आिद इन सभी कायरकरम म परायः दो किमया थी एक तो य लजर मदरण या फोटो कपोिजग म परयकत नह हो सकत थ तथा दसर इनक कजीपटल अलग-अलग थ और अकषर की बनावट म भी अतर था िहदी क कपयटरीकरण म कछ और कषतर को भी जोड़ा गया ह िजनम अनवाद तथा िशकषण परमख ह कपयटर क माधयम स िहदी-अगरजी अनवाद की

वसथा हो सक ऐस कायरकरम का िवकास करन पर बल िदया जा रहा ह ऐस कछ कायरकरम िवकिसत हए भी ह हाल ही म मोदी जीरोकस न ऐस ही एक कायरकरम का परयोग करत हए एक ऐसी फोटोकॉपी मशीन बनाई ह जो अगरजी क पाठ को िहदी म फोटोगराफी करती ह नए लोग िहदी को कपयटर क माधयम स सीख सक इसक िलए लीला नामक एक पकज तयार िकया गया ह जो उचचारण िलिप तथा िमतर क माधयम स बचच तथा िवदिशय को िहदी का जञान कराता ह अनय परयास म एक महतवपणर परयास सपिलग चकर (िहजज जाचक) का िवकाश करना ह िजसपर आजकल काम चल रहा ह

4 िहदी क टकण आिद स जड़ी तकनीक का िवकास-

टाइपराइटर पर िहदी टाइिपग मकिनकल टाइपराटर पर िहदी म टाइप करन क िलए रिमगटन की-बोडर लआउट का परयोग िकया जाता ह यह अतयत किठन लआउट ह कय िक हर िचनह क िलए अलग-अलग किजय को याद रखना पड़ता ह कपयटर पर िहदी टाइिपग- कपयटर पर टाइिपग दो परकार की होती ह 1) - नॉन यिनकोड- यह िविध कपयटर पर यिनकोड परणाली क आन स पहल परयोग की जाती थी इसम परान समय क िहदी फॉणट परयोग िकए जात थ इस टाइिपग का उपयोग िसफर छपाई आिद कायर म ही होता ह िकसी वडर परोससर म िहदी का नॉन-यिनकोड फॉणट चनकर टाइप िकया जाता ह तथा उसका िपरट िलया जा सकता ह िकसी अनय कपयटर पर वह टकसट की जगह िसफर कचरा (जक टकसट) िदखता ह 2) - यिनकोड- यिनकोड िहदी टाइिपग की नई िविध ह यिनकोड की िवशषता यह ह िक यह फॉणट एव कीबोडर लआउट पर िनभरर नह करती आप िकसी भी यिनकोड फॉणट एव िकसी भी कीबोडर लआउट का परयोग करक िहदी टाइप कर सकत ह यिनकोड फॉणट म िलखी िहदी दखन क िलए उस फॉणट िवशष का कपयटर म होना जररी नह ह िकसी भी यिनकोड िहदी फॉणट क होन पर िहदी दखी जा सकती ह अिधकतर नय ऑपरिटग िससटम म यिनकोड िहदी फॉणट बना-बनाया आता ह गगल इनपट उपकरण ारा- यह एक टाइिपग उपकरण ह िजसस आप अपनी भाषा म कह भी टाइप कर सकत ह जस िक एमएस आिफस फसबक वहाटसअप आिद यह कई भाषा को सपोटर करता ह य बहत पराना उपकरण ह िजसका परयोग आज भी बहत स लोग नह करत ह कय िक शायद वो इसक बार म या इसका परयोग करना नह जानत इस उपकरण ारा िहदी टाइिपग बहत ही आसान ह

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

ववायस टाईिपग कप यटर पर बोलकर टाइप करन की परिकरया को व वायस टाईिपग कहत ह भाषा परौ ोिगकी क कषतर म स पीच स टक स ट तकनीकी एक अहम उप लिबध ह आजकल िहदी भाषा को फोनिटक टाईिपग तथा िलिप पिरवतरन क साथ -साथ बोलकर टाइप करन अथारत

िडक टशन की सिवधा उपलब ध करान वाल सॉफटवयर टल स भी आसानी स उपलब ध ह

इसक िलए गगल क व वायस टाईिपग टल स का उपयोग कर सकत ह

उपसहार

इस परकार हमन दखा िक 1977 क बाद स िहदी क कपयटरीकरण म तीवर परगित हई ह इस तीवर िवकास म िजन ससथा का परमख रप स योगदान ह उनम राजभाषा िवभाग का तकनीकी परभाग तथा इलकटरॉिनक िवभाग परमख ह इलकटरॉिनक िवभाग न भाषा परौ ोिगकी िमशन का आरभ िकया था जो काफी सफलतापवरक आग बढ़ रहा ह

िहदी क कपयटरीकरण क िलय िजन कषतर म अभी परयास हो रह ह व इस परकार ह-

इलकटरॉिनक िहदी शबदकोश

इलकटरॉिनक बहभाषी शबदकोश

सपल-चकर (िहजज-जाचक)

अनवाद कायर

नटविकग आिद

सप ह िक िपछल कछ वष म िहदी क वजञािनक और तकनीकी िवकास म कई महतवपणर चरण हमन पर िकए ह इस कषतर म अभी भी काफी चनौितया िव मान ह पहली चनौती िहदी म वजञािनक शबदावली क साथ कपयटर क िससटम सॉफटवयर क िवकास की ह इसक साथ ही यह भी एक चनौती ह िक िहदी म व सभी सिवधाए मौजद ह जो अभी अगरजी और रोमन क िलए ह अत म यह भी धयान रखना होगा िक वजञािनक और तकनीकी िवकास एक सतत चलन वाली परिकरया ह अतः एक बार अगरजी की बराबरी करन क बाद अपन उचचतम सतर को बनाए रखना भी एक चनौती होगी-ऐसी चनौती जो हमशा हमार सामन होगी और हम सतत िवकास की पररणा दती रहगी

शरी अवनीश शकला विर परशासिनक अिधकारी

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

28

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

30

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

32

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

34

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

  • Messages123
  • Main body Hindi

ईशान 25

दिनक जीवन म योग

आज की तज रफतार िजदगी म अनक ऐस पल ह जो हमारी सपीड पर बरक लगा दत ह | हमार आसपास ऐस अनक कारण िव मान ह जो तनाव थकान तथा िचड़िचड़ाहट को जनम दत ह िजसस हमारी िजदगी असत - सत हो जाती ह | ऐस म िजदगी को सवसथ तथा ऊजारवान बनाए रखन क िलए योग एक ऐसी रामबाण दवा ह जो िदमाग को ठडा तथा शरीर को सवसथ बनाए रखता ह| योग स जीवन की गित को एक सगीतमय रफतार िमल जाती ह | योग हमारी भारतीय ससकित की पराचीनतम पहचान ह| योग धमर आसथा और अधिव ास स पर एक सीधा िवजञान ह| जीवन जीन की कला ह योग| पतजिल योग दशरन क अनसार -

ldquoयोगि वत िनरोधःrdquo अथारत िच की वि य का िनरोध ही योग ह| पराचीन जीवन प ित िलए योग आज क पिरवश म भी हमार जीवन को सवसथ और खशहाल बना सकता ह| आज क परदिषत वातावरण म योग एक ऐसी औषिध ह िजसका कोई साइड इफकट नह ह| बिलक योग क अनक आसन जस िक शवासन हाई बलड परशर को सामानय करता ह| जीवन क िलए सजीवनी ह कपालभाित पराणायाम| भरामरी पराणायाम मन को शाित परदान करता ह| वकरासन हम अनक बीमािरय स बचाता ह| आज कपयटर की दिनया म िदनभर उसक सामन बठ बठ काम करन स अनक लोग को कमर ददर एव गदरन ददर की िशकायत एक आम बात हो गई ह| ऐस म शलभासन तथा ताड़ासन हम ददर िनवारक दवा स मिकत िदलाता ह| पवनमकतासन अपन नाम क अनरप पट स गस की समसया को दर करता ह| यिद 24 घट म स महज कछ िमनट का ही परयोग यिद हम योग म उपयोग करत ह

तो अपनी सहत को हम चसत-दरसत रख सकत ह| िफट रहन क साथ योग हम पॉिजिटव एनज भी परदान ह| योग स शरीर म रोग परितरोधक कषमता का िवकास होता ह| यह कहना अितशयोिकत ना होगा िक योग हमार िलए हर तरह स आवशयक ह| यह हमार शारीिरक मानिसक और आितमक सवासथय क िलए लाभदायक ह| हमार दश क ऋिष परपरा योग को आज समचा िव भी अपना रहा ह| िजसका पिरणाम ह िक 21 जन को ldquoअतरार ीय योग िदवसrdquo परी दिनया म बड़ उतसाह क साथ मनाया जाता ह| अत म इतना कहना चाहगी की आज िजस तरह का खानपान और रहन-सहन हो गया ह ऐस म हम सब योग को अपनाए और अपन भारतीय गौरव को एक सवसथ पगाम स गौरवािनवत कर गीता म िलखा ह ndash

ldquoयोग सवय की सवय क माधयम स सवय तक पहचन की यातरा हrdquo

आइए हम भी इस यातरा म शािमल हो जाए और इस जीवन को सफल बनाए|

शरीमती जलफी हषरवधरन सोनी पि शरी हषरवधरन सोनी

सहायक

26

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

28

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

32

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

  • Messages123
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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

गोभी मचिरयन बनान की िविध

एक नज़र रिसपी िकवज़ीनः चाइनीज़

िकतन लोग क िलएः 2 ndash 4 समयः 30 िमनट स 1 घटा कलोरीः 295 मील टाइपः वज

आवशयक सामगरी एक िमिडयम आकार फल गोभी (टकड़ म कट हए ) आधा कप कॉनर फलोर पाच बड़ चममच मदा एक छोटा चममच अदरक लहसन पसट आधा कप पानी सवादानसार नमक तलन क िलए तल

सॉस क िलए दो बड़ चममच हर पयाज की किलया (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच अदरक का पसट दो हरी िमचर (बारीक कटी हई) डढ़ छोटा चममच सोया सॉस आधा छोटा चममच िचली सॉस दो बड़ चममच टमाटर कचप दो बड़ चममच तल तलन क िलए नमक सवादानसार

िविध - सबस पहल मीिडयम आच पर एक वतरन म पानी

उबलन क िलए रख - जब पानी म उबाल आ जाए तो इसम गोभी

डालकर 3 स 4 िमनट तक उबाल ल - तय समय बाद आच बद करक गोबी को पानी स

छान ल और ठडा होन क िलए रख ल - अब एक बड़ बाउल या बतरन म मदा कॉनर फलोर

अदरक ndash लहसन पसट और नमक डालकर अछ स िमला ल

- इसक बाद इसम ज़ररत अनसार पानी डालकर घोल तयार कर ल(इसका घोल भी पकोड़ क घोल जसा ही बनगा न जयादा गाढ़ा न ही जयादा पतला)

- घोल को अचछ स फटन क बाद इसम गोभी डालकर िमला ल

- अब मीिडयम आच पर एक कड़ाही म तलन क िलए तल गरम कर

- यह सनहरा हो जाए तो छान कर एक पलट म िनकाल ल

- इसी तरह बाकी गोभी को भी फराई कर ल - इसक बाद उसी कड़ाही म 2 बड़ चममच तल

छोड़कर बाकी बचा तल िनकाल ल - तल म अदरक लहसन पसट हरी िमचर िशमला

िमचर और पयाज डालकर 3 स 4 िमनच तक चलात हए भन ल

- अब सोया सॉस टमाटर सॉस िचली सॉस और नमक डाल इस लगातार चलात हए या टॉस करत हए िमला ल

- फराई करन क बाद इसम गोभी डालकर 2 स 3 िमनट तक चलात िबए या टॉस करत हए िमला ल

- तयार ह गोभी मचिरयन आच बद कर और एक पलट म िनकालल

- गमारगरम गोभी मचिरयन को कचप या िचली सॉस क साथ खद भी खाए और दसर को भी िखलाए

डॉ(शरीमती) साईची दवी पि शरी अवनीश शकला विरपरशासिनक अिधकारी

ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

28

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

30

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

ईशान 31

बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

32

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

34

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान 27

बट भाषा स एक कहा ह ग

सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म भाषा बोली ससकार ससकित रखा स नापी जाती ह म पजाबी तम बगाली मिलयाली तिमल मराठा होक अपार ससकित इस भ दश की िसमटी ह कय रखा म कया हो तम तमहारा इितहास ह कया कस जानोग अवसाद म पजाबी को मिलयाली स जोड़ वो भाषा िहदी ह वातारलाप कर जब िहदी म कया मिलयाली कया िसधी हो वजञािनक दि कोण स भी सबस उ त िहदी भाषा हर शबद अननय हर भाव को जो समझा द वो िहदी भाषा िजतनी परखर उतनी परकट िहदी भाषा की गहराई मझक तमस तमक मझस जोड़ वो िहदी की परछाई भारत दश क रहवासी की

कत भाव की पीड़ा हो या िविभ परदश म होन वाल

ह उतसाह का आकषरण

यह जान काहा स पाएग जब तक हर एक भारत क रहवासी िहदी को ना अपनाऐग कय हम िहदी का मान कर कय हम िहदी का जञान कर टकराव अभी भी जारी ह कय िक हम कषतरीय भाषा पयारी ह िहदी तो सरकारी िजममदारी ह जो म बोल वो तम बोलो जो तम बोलो कय म बोल जब भाव हमार ऐस ह ग म पनःदोहराता ह सवदश म दश अनको ह ग बट भाषा स एक कहा ह ग ह म उ र हो पि म तम पव कय जान कया पि म म

शरी हषरवधरन सोनी सहायक

28

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

30

उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

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बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

हासय-िवनोद

पित-पि म झगड़ा हो रहा था

पित- अब तम एक शबद भी मत बोलना वरना मर अदर का जानवर जाग जाएगा

पि - जागन दो तमहार अदर क जानवर को भला चह स भी की डरता ह

एक मिहला मॉल स िबसकट चरात हए पकडी गई

जज न कहा- तमन जो िबसकट की पकट चराई ह उसम 15 िबसकट थ इसिलए तमह 15 िदन की जल की सज़ा दी जाती ह

तभी पित पीछ स िचललाया- जज साहब इसन साबदान का पकट भी चराया ह

ईशान 29

एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

गगटोक म िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम

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बाल-िचतरकला

कमारी डोरोथी हडीक ककषा - IV सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

कमारी तलाना एमपबम ककषा - III सपतरी डॉ रॉकी पबम वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमारी अलकता भराली गोगोई ककषा ndash III

सपतरी शरीमती रखा भराली गोगोई वजञाअिभ एसई

कमारी पलिकता हडीक ककषा - II

सपतरी डॉ िबजय कषण हडीक वजञाअिभ एसएफ

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कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

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एनईसक की उललखनीय गितिविधया प भषण डॉकराधाकषणन पवर अधयकष इसरो न एनईसक का दौरा िकया 14-15 अकतबर 2019 क दौरान मानद परिति त सलाहाकार अिवइसरो और पवर अधयकष अतिरकष आयोगअधयकष इसरोसिचव अिवपवर अधयकष एनईसकशासन पिरषद का दौरा िकया

डॉ क राधाकषणन क साथ एनईसक क कमरचािरय की वातार और िनदशकएनईसक क ारा एनईसक की गितिविधय की ाखया

15 अकतबर 2019 को डॉ राधाकषणन न

एनईसक सिवधा का दौरा िकया सिवधा यातरा क दौरान िनदशकएनईसक न डॉ राधाकषणन

को यएवी उड़ान क परदशरन क साथ-साथ

एनईसक की गितिविधय पर एक ापक परसतित दी इसक बाद एनईसक क सभी कमरचािरय और शोधकतार क साथ परसपर वातार बठक हई डॉ राधाकषणन न एनईसक ारा की जा रही गितिविधय की सराहना की और पव र की बहतरी क िलए भ-सथािनक परौ ोिगकी को लाग

करन की आवशयकता को परा करन म एनईसक ारा की गई परगित पर परस ता कत की

आईआईएम िशलाग क िलए आग बढ़न क पहल

प भषण शरी राधाकषणन न िवकरम साराभाई शताबदी समारोह कायरकरम क तहत इसरो ारा एनईसक को परदान की गई परदशरनी बस ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo को हरी झडी िदखाकर रवाना िकया

ldquoसपस ऑन वहीलसrdquo परदशरनी बस क सममख डॉ राधाकषणन क साथ एनईसक कमरचारीगण

रा ीय भिवजञान परसकार 2019

भिवजञान क अनपरयोग म अपन महतवपणर योगदान क िलए डॉ िदबयजयोित चितया वजञाअिभएसएफ को परौ ोिगकी पर रा ीय भिवजञान परसकार 2019 परा हआ

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

100 फीट ऊच फलगपोसट

15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

भारतीय सिवधान को अपनान का 70वा वषरगाठ एनईसक न मई स 26 नवबर 2020 तक भारतीय सिवधान 70वा वषरगाठ मनाया

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15 अगसत 2020 को एनईसक म रा का 74वा सवततरता िदवस मनाया गया कोिवड 19 महामारी क कारण एनईसक क कमरचािरय का एकितरत होना परितबिधत था और मातर विर वजञािनक ही इस इस कायरकरम क दौरान उपिसथत थ िनदशक एनईसक न रा गान गायन क पवर परातः 900 बज रा ीय धवज फहराया री-बोई िजल की उपायकत शरीमती आर एम कबारह आईएएस न इस अवसर म अितिथ क रप म िशरकत की और एनईसक म नविनिमत 100 फीट ऊच फलगपोसट का उ ाटन िकया और कदर म सविधत एनईआर-डीआरआर सिवधा का उ ाटन िकया एनीसक क िविभ वजञािनक क ारा उनक एनईसक क िविभ डशबोडर सवा का परदशरन एनईआर-डीआरआर ककष म िकया गया उनह न उ त वजञािनक अनसधान और कषतर म िवकास की योजना बनान म सहायता परदान करन क िलए एनईसक क परयास की सराहना की

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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ईशान 33

कमारी डाशा न गकनह ककषा - I

सपतरी डॉ जिनता एमन गकनह वजञाअिभ lsquoएसएफrsquo

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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उ र पव अतिरकष उपयोग कदर

कमार अतरीप बोरगोहाई सपतर डॉ अरप बरगोहाई वजञाअिभ एसई

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