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    समसामयिकी नवम्बर - 2015

    16 से 30 नवम्बर

  • www.visionias.in November/2015/0011 ©Vision IAS2

    राजविवस्ा एवं प्रशासन 4. ‘स्त्रीधन’ 4. प्रेसकीस््वतंत्ता 4. सरी.सरी.आई.नरेव्वमानसरे्वाकंपवनयोंपरअर्थदण्ड

    लगाया 5. ई-शासनप्णालरी 5. जनताकेवलएपरोक्षपुवलसराना(्वरी.परी.एस.) 5. जनजातरीयअवधकारतरामुद्रे 6. समुद्रीमतस्यपालन 8. प्धानमंत्रीग्ामसड़कयोजना 9. नवदयोंकाअंतसंपक्क 10. भारतमेंहररतकांवत 11. दूसररीहररतकांवत 11. सुव््थयोंमेंयरेभरी... 11. स््वच्छवदल्रीएप 11. नयावयकस््वतंत्ता 13. आ्वाराकुत्ोंका्तरा 13. सूचनाकाअवधकारकानूनके10साल-सफलताएं

    अंतराराष्ट्रीि सम्बन्ध: भारत एंव यवश्व 15. भारतऔरआई.बरी.एस.ए. 15. भारतपुनःअंतरा्थष्टरीयसमुद्रीपररषदकासदस्यवन्वा्थवचत 15. भारत,ऑस्ट्रेवलयापरमाणुसमझौतालागू 15. भारतऔरकु्वैत 15. भारतऔरवसंगापुरद्ारारणनरीवतकसाझरेदाररीकाआरमभ 16. भारतऔरजापानसंबंधोंमेंन्वरीनतम 16. चरीनमेंसैनयसुधार 18. भारत,चरीनआतंकीगवतव्ववधयोंकेसंबंधमेंसूचनाओं

    काआदान-प्दानकरेंगरे 18. ए.परी.ए.सरी.वश्रसममरेलन,2015 19. भारतसाक्कसंबंध 19. भारत-मलरेवशयासंबंध 19. प्धानमंत्रीमोदरीजरीकीयू.के.यात्ा 20. ्वैश्विकसौरगठबंधन 20. जरी-20वश्र्वाता्थ2015 20. परेररसपरहमला 21. आई.एस.आई.एस.केव्वरुद्धसंयुक्तराष्टकाप्स्ता्व

    अ्राविवस्ा 22. सात्वाँ्वरेतनआयोग 22. SDRमेंयुआन 23. मरेगाफ़ू्डपाक्क 24. ्वैश्विकव्वत्रीयसुरक्षातावलका 24. ICEGATE 25. वनयामकप्भा्वआकलन 25. जूटकीकीमतोंमेंउ्छाल 26. सा्व्थजवनकवनजरीभागरीदाररी(PublicPrivate

    Partnership-PPP)कोपुनजजीव्वतकरनरेकेवलएकेलकरपैनल

    27. NMPकेतहततकनरीकअवधग्हणऔरव्वकासफं्ड 28. सा्व्थजवनकक्षरेत्ोंकीबैंकोंमेंNPAमेंबढ़त यहभरीचचा्थमें 28. व्ववनमा्थणक्षरेत्:स्व्थश्रेष्ठप्वतभाकोआकवष्थतकैसरेकरें 28. IMFसुधार 29. कारपोररेटधांधलरीकेवलएव्वशरेषसंस्रा 29. RBIनरेECBऋणमानकोंकोढरीलावकया

    सामायजक मुदे् 30. ट्ांसजें्डरनरीवत:चचा्थमेंकयों? 30. लैंवगकअसमानता–प्ादरेवशकसरेना 30. मोटापा 31. रामलरीलापरदूसराअंतरा्थष्टरीयसममलरेन 31. भारतव्वद्ाकाव्वविसममलरेन 31. सामावजकन्वोनमरेष 32. परर्वारकीबदलतरीलैंवगक-सोच

    यवज्ान एंव प्ररौद्योयिकी 33. भारतमें3G 33. ऑश््टकलफाइबरकीजरूरतकेवलएराष्टरीयनरीवत 33. सरचंद्शरे्र्वेंकटरमणकायोगदान 33. वफरसरेहश्डियाँबनानरेकेवलएनैनो-तकनरीक 34. नयाइंफलुएंजा्वायरसभारतरीयोंकोसंकवमतकरसकता

    है। 34. वनसारवमशन:इसरोऔरनासाकासहकाय्थ 34. गरीगाबाईटकेस्तरकाताररवहत्डाटाट्ांसवमटकरनरेके

    वलए‘LI-FI’LEDलाइटबल्बस

  • www.visionias.in November/2015/0011 ©Vision IAS3

    पाररसस्यतकी और पिारावरण 36. नागालैं्डकेदोयांगझरीलकेअमुरबाज़ 36. आपदानयूवनकरणकेवलएभारतऔरसें्डाईसमझौता 36. राष्टरीयहररतअवधकरण(एनजरीटरी)नरेकेनद्औरराजय

    सरकारकोआद््थभूवम(्वरेटलैंडस)कासंरक्षणकरनरेकेवलएकहा

    37. बुररेशहररीवनयोजनकेकारणचरेन्नईमेंबाढ़ 37. CBDRसरेINDC

    आंतररक सुरक्ा एवं कानून-विवस्ा 39. परेररसमेंहमला–फ़ांसकयों? 40. मरेगावसटरीसुरक्षासममरेलन–मुंबई 40. आतंररकसुरक्षापरभारत-अमरेररकासहयोग 40. आतंकसरेलड़नरे्वालरेशहरोंके्वैश्विकनरेट्वक्कमेंमुंबई 40. जममूऔरकशमरीरमेंप््वावसयोंकोराहतऔरपुन्वा्थस 41. CCTNSपररयोजनाकाव्वस्तार

  • www.visionias.in November/2015/0011 ©Vision IAS4

    राजविवस्ा एवं प्रशासन‘सत््री्धन’हालहरीमेंस्ववोच्चनयायालयनरेयहवनण्थयवदयाहैवकनयावयकरूपसरेपवतसरेपृरकतराप्तावड़तमवहलाओंको‘स्त्रीधन’्वापसपानरेहरेतुघररेलूवहंसाक़ानूनकासहारालरेनरेकापूराअवधकारहै।‘सत््री्धन’ का किा अ्रा है?• एकमवहलाकोउसकेपरर्वारद्ारास््वण्थवनवम्थतमूलय्वान्वस्तुओं

    केरूपमेंप्दत्उपहार।• यहउसकीव्ववशष्टतरासुवनश्चितसंपवत्होतरीहै।पृष्ठभूयम • पू्व्थमेंएक्वादमें,वत्पुराउच्चनयायालयनरे“स्त्रीधन’लौटानरेके

    वलएमवहलाद्ारावदयरेगएआ्वरेदनरद्करनरेसंबंधरीनयायालयमवजस्ट्रेटद्ारावनण्थयकीपुश्ष्टकीररी।

    • दोनों हरी नयायालयों नरे इस वनण्थय को बरकरार र्ा वकयावचकाकता्थको वकसरीप्कारकी राहतप्ाप्तकरनरेके वलए“घररेलू वहंसासरेमवहलाओंकोसंरक्षणअवधवनयम,2005”केअंतग्थत“वयवरतयापरीवड़तवयश्क्त”नहींमानाजासकताचँूवक्वहअपनरेपवतसरेनयावयकप्वकयाकेअंतग्थतअलगयापृरकहोचुकीररी।

    निायिक पृ्ककरण • नयावयकपृरककरण,नयायालयकेआदरेशपरव्व्वाहकेवनलंबन

    कीअ्ववधहोतरीहै।• इससमयकाउपयोगदंपवत्अपनरे टूटरे हुए व्व्वाहसंबंधको

    पुनजजीव्वतकरनरेकीसंभा्वनाओंकोतलाशनरेमेंकरसकतरेहैं।पररणामकेनकारातमकरहनरेकी श्स्रवतमें,नयायालयव्व्वाह-व्वच्छरेदकेफैसलरेद्ाराउनके व्व्वाहकोसमाप्तघोवषतकरदरेताहै।

    सववोच्च निािालि का फैसला• स्ववोच्चनयायालयनरेकहावकपवतकोमवहलाके‘स्त्रीधन’का

    उपयोगकरनरेकेसरीवमतअवधकारहरीहोतरेहै,जैसरेसंकटकालमेंइसकेउपयोगकाअवधकार।

    • नयायालयनरेकहा वक वजसमवहलाकोअपनरे ्ैव्वावहकघरमेंघररेलूतराआवर्थकदुवय्थ्वहारसहनापड़ारा,्वहअपनरेनयावयकपृरककरणकेबादभरीघररेलूवहंसाक़ानूनकेअंतग्थतपरीवड़तवयश्क्तबनरीरहरी।नयायालयनरेकहावकनयावयकपृरककरणकीअ्ववधमेंपवतऔरपतनरीकाकानूनरीसंबंधबनारहा।

    प्रेस की सवतंत्ता सुय्रािों में किों?

    16न्वमबरको,जबदरेशनरेराष्टरीयप्रेसस््वतनत्तावद्वसमनायातोनागालैं्डमेंतरीनसमाचारपत्असमराइफलसद्ाराप्रेसकीस््वतनत्ताकोअ्वरुद्धकरनरे्वालरीअवधसूचनाकेव्वरोधमेंररक्तसमपादकीयकेसारप्कावशतवकयरेगए।• समाचारपत्ोंको नागा व्व्ल्व्वादरी समूह एन.एस.सरी.एन.-

    ्पलांग [एन.एस.सरी.एन.-के.] सरे संबंवधत समाचारोंकोप्कावशतकरनरेसरेबचनरेकाआदरेशजाररीवकयागयारा।

    • अवधसूचना में यहकहा गया वक“एन.एस.सरी.एन.-के.कीमांगकोवयक्तकरनरे्वालायाउसकाप्चारकरनरे्वालाकोईभरीआलरे्अ्वैधगवतव्ववधयाँ(वन्वारण)अवधवनयम,1967केअंतग्थतउल्ंघनकाररीमानाजाएगातराइसरेआपकेसमाचारपत्केद्ाराप्कावशतनहींवकयाजानाचावहए।”

    यिंताएं:• ऐसरीअवधसूचनाओंकेप्रेसकीस््वतनत्ताकेवलएव्वशरेषवनवहतार्थ

    होतरेहैं।• ररपोट्टस्थ व्वदाउटबो्ड्टस्थ द्ारा प्कावशत व्वविप्रेस स््वतनत्ता

    सूचकांककेअनुसारभारतकास्रान190दरेशोंमें136्वाँहै।• यहघटनाव्व्वादपूण्थक्षरेत्ोंमेंप्रेसकेसमक्षउपश्स्रतसमस्याओं

    कीओर धयान्ींचतरी है। यहाँ मरीव्डयाकेलोगएकतरफव्ववभन्नसरीमाओंतकसेंसर-वय्वस्रालागूकरनरेकोक़ानूनसरेलैसराजयसरकारतरादूसररीओरअपनरीबातप्कावशतकर्वानरेके वलए्डरातरे-धमकातरे वमवलटंट (आकामक)समूहोंकेबरीचफंसरेवद्तरेहैं।

    भारत्रीि प्रेस पररषद् की भूयमका (प्री.स्री.आई.):• परी.सरी.आई.नरेमामलरे परसुओमोटोकार्ट्वाईकरतरे हुएअद्ध्थ

    सैवनकबलतराराजयसरकारकोअवधसूचनाजाररीकीहै।• परी.सरी.आई.कोलोकवहततरामहत्वकेवकसरीभरीसमाचारकी

    आपूवत्थ तराप्सारकोप्वतबंवधतकरनरे्वालरे वकसरीघटनाकापुनमू्थलयांकनकरनरेकाअवधकारहै।

    स्री.स्री.आई. ने यवमान सेवा कंपयनिों पर अ्रा दण्ड लिािा:हालहरीमें,भारतरीयप्वतस्पद्धा्थआयोग(सरी.सरी.आई.)नरेकागवोकीढुलाई हरेतु ईंधनसरचाज्थ वनधा्थरण तरा पुनससंशोधनके मामलरे मेंसश्ममवलतकार्ट्वाईकरतरेहुए3व्वमानसरे्वाकंपवनयोंपरअर्थदण्डलगाया।सरी.सरी.आई.कावनण्थय• सरी.सरी.आई. नरे यह वनण्थय वदया वकजरेट एयर्वरेज़ (भारत)

    वलवमटरे्ड,इंटरगलोबएव्वएशनवलवमटरे्ड,स्पाइसजरेटवलवमटरे्ड,एयरइंव्डया वलवमटरे्डतरागोएयरलाइंस(भारत) वलवमटरे्डनरेएफ़.एस.सरी.दरोंकोवनधा्थररतकरनरेहरेतुआपसरीवमलरी-भगतसरेएकसारकार्ट्वाईकी।

  • www.visionias.in November/2015/0011 ©Vision IAS5

    • कमशःजरेट एयर्वरेज़ (भारत) वलवमटरे्ड, इंटरगलोबएव्वएशनवलवमटरे्डतरास्पाइसजरेटवलवमटरे्डपरसंदरेहास्पदआचरणकेवलएअर्थदं्डलगायागया।यरेअवधवनयमकीआचरणधारा3(1)केसारधारा3(3)(a)केप्ा्वधानोंकाउल्ंघनकरतरेपाएगए।

    • अर्थदं्डलगातरेहुएआयोगनरेकहावक्वायुकागवोउद्ोगमेंइसतरहकाआचरणदरेशकेआवर्थकव्वकासकोदुब्थलकरताहैतराअंवतमउपभोक्ताकोहावनपहुंचाताहै।

    • ऐसरेआचरणोंकेपररणाम्वायुकागवोपरर्वहनकीदरोंकोअप्तयक्षरूपसरे वनधा्थररतकरतरे पाएगए, इसवलएउनहेंअवधवनयमकेप्ा्वधानोंकेव्वरुद्धमानागयाहै।

    • यहअर्थदं्डवप्छलरेतरीनव्वत्रीय्वषषोंकेऔसतकय-व्वकयका1प्वतशततयवकयागया।

    भारत्रीि प्रयतसपर्ारा आियोि (स्री.स्री.आई.)• आयोगकीस्रापनाएकसं्ैवधावनकसंस्राकेरूपमेंप्वतस्पद्धा्थ

    व्वरोधरीकायषोंकोरोकनरे,बाज़ारमेंप्वतस्पद्धा्थकोबनाएर्नरेतराउनहेंबढ़ा्वादरेनरेकेसार-सारउपभोक्ताओंकेवहतोंकीरक्षाकरनरेए्वंवयापारकीस््वतनत्तासुवनश्चितकरनरेहरेतुकीगयरीररी।

    • सरी.सरी.आई.काउत्रदावयत्वपूररेभारतमेंप्वतस्पद्धा्थअवधवनयम,2002कोलागूकरनाहै।

    प्रयतसपर्ारा अय्धयनिम 2002 की ्धारा 3 प्वतस्पद्धा्थ व्वरोधरीसमझौतोंसरेवनपटनरेहरेतुहै।अवधवनयमकीधारा3(1)केअनुसार,वकसरीभरीउद्म,उद्मसमूहयावयश्क्तयावयश्क्तसमूहकोभारतमेंप्वतस्पद्धा्थपरपया्थप्तरूपसरेव्वपररीतप्भा्व्डालनरेया्डालनरेकीसंभा्वनार्नरे्वालरे्वस्तुओंयासरे्वाप्ा्वधानोंकेउतपादन,आपूवत्थ,व्वतरण,भं्डारण,अवधग्हणयावनयंत्णकीअनुमवतनहींहोगरी।्धारा 19 आियोि कयो िह अय्धकार प्रदान करत्री है यक वह उद्म के कुछ समझरौतों त्ा हाव्री हयोने वाल्री सस्यत की जांि कर सके।

    ई-शासन प्रणाल्रीरेलवे संयवदाओं की ई-टें्डररंिहालहरीमें,केनद्रीयररेलमंत्रीनरेकहाहैवकअगलरे्वष्थसरेसभरीररेलसंव्वदाओंका वनव्वदाकरणई-टें्डररंग ्लरेटफॉम्थपरऑनलाइनरूपसरेवकयाजाएगा।ई-टें्डररंि किों?• ररेल्वरेमेंपहलरेहोनरे्वालरीटें्डररंगयावनव्वदाकरणमें्छः्वष्थतक

    कासमयलगजातारा।• प्वकयाओंमें पारदवश्थतालानरे तरालगनरे्वालरेसमयकोकम

    करनरेहरेतु।

    • पररयोजनाओंकीघोषणातराउनके्वास्तव्वककाया्थन्वयनकेबरीचसमयांतरालकोकमकरनरेकेप्यासवकयरेजारहरेहैं।

    • आधुवनकीकरण–ररेल्वरेभरीन्वरीन,आधुवनकव्ड्बबोंकोप्योगमेंलानरेकेप्यासकोबढ़ा्वादरेरहाहै।इससरेभारतरीयररेलसरेयात्ाके्वत्थमानप्ारूपमेंबड़ापरर्वत्थनआयरेगा।

    • राष्टरीयरूपांकनसंस्रानकेद्ाराअवभकश्लपतकु्छआधुवनकररेलव्ड्बबरेप्योगमेंलाएजानरेभरीलगरेहैं।

    • अगलरेदोमहरीनोंमेंइनसमस्त वनव्वदाओंकोई-्लरेटफॉम्थपर्डालवदयाजाएगा।

    जनता के यलए परयोक् पुयलस ्ाना (व्री.प्री.एस.)• वकसरीपुवलसरानरेकेकाय्थ-प्णालरीकोआमजनताहरेतुग्ाह्य

    बनानरेके वलएराजधानरीमें्वरी.परी.एस.काशुभारमभ वकयाजारहाहै।

    • इस ्वरी.परी.एस.को एकअंतरा ्थष्टरीय गैर-सरकाररी संस्रानकॉमन्वरेलरहू्यमनराइटसइवनवशएवट्व(सरी.एच.आर.आई.)नरेव्वकवसतवकयाहै।

    • ्वरी.परी.एस.माउसकेएकश्लिकपरजनताकोरानरेकीकाय्थ-प्णालरीसरेअ्वगतकरानरे्वालाअपनरेआपमेंप्वशक्षणकापहलासाधनयाउपकरणहै।

    • यहपुवलसकवम्थयोंतराजनताकोएककम्युटररीकृतरानरेकेहरकमररेमेंप््वरेशकरनरेतरावगरफताररी,यौनकीवशकायतपंजरीकरण,प्रमसूचनाररपोट्टपंजरीकरणतराअनयप्वकयाओंकीजानकाररीप्ाप्तकरनरेतराउनकेबाररेमेंसरी्नासंभ्वबनाताहै।

    • “्वरी.परी.एस.पुवलसकेकाय्थकोमान्वरीयरूपप्दानकरनरेकीवदशामेंएककदमहै,कयोंवकयहनागररकोंकोपुवलसकवम्थयोंद्ारावकयरेजानरे्वालरेकायषोंकेव्ववभन्नस्तरों(प्बनधन,प्शासन,जांच,नयायालयजाना,नयायालवयककायषों)कीजानकाररीप्दानकरपुवलसरानरेकेबाररेमेंबनरेरहस्यकोहटाताहै।

    • यहसाधनमवहलाओंकीबलातकारकीररपोट्टदज्थकरानरेमेंभयसरेमुश्क्तप्दानकररेगा।

    • इसकालक्यभारतरीयपुवलसवय्वस्राको“पुवलसबलसरेपुवलससरे्वा”मेंपरर्ववत्थतकरनाहै।

    जनजात्रीि अय्धकार त्ा मुद्ेस््वतनत्ताके 68्वषषोंपचिातभरीजनजातरीयसमुदायोंकीसमस्याआधारभूतआ्वशयकताओंकोपूराकरनरेकेरूपहरीबनरीहुईहै।इसमेंप्ारवमक वशक्षा,सामुदावयकस््वास््थयसरे्वा,संधारणरीयआजरीव्वकासंबंधरीसहयोग,सा्व्थजवनकव्वतरणप्णालरी,् ाद्सुरक्षा,परेयजलतरास््वच्छता,ऋण,तराअ्वसंरचनातमकसुव्वधाएंसश्ममवलतहैं,लरेवकनयहइतनरेहरीतकसरीवमतनहींहै।उनकेवलएअ्वसरकीसमानताकालक्यमोटरेतौरपरअप्ाप्तहरीहै।

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    एफ़.आर.ए. के अंतिरात जनजात्रीि लयोिों कयो उनके अय्धकार से वंयित यकिा जा रहा है:• ऐसाआरोपहैवक्वनअवधकारअवधवनयमकेअंतग्थतजनजातरीय

    लोगोंके60प्वतशतदा्वोंकोसरकारनरेअस््वरीकारकरवदयाहै।• ्वनअवधकारअवधवनयमकेकाया्थन्वयनकोकवमकरूपसरे

    कमज़ोरकरवदयागयाहै।• जनजातरीयलोगोंको व्वस्रावपतकर्वनभूवमकोऔद्ोवगक

    उद्रेशयकेवलएप्योगवकयाजारहाहै।• व्वकासकीयोजनाओंकेकाया्थन्वयनमेंतरीव्रतालानरेकेवलएग्ाम

    सभाकीसहमवतसंबंधरीउपबंधकोदरवकनारवकयागयाहै।• दरेशमें्वामपंररीउग््वादकोबढ़ा्वादरेनरेकेप्मु्कारणोंमेंसरे

    एकहै्वनभूवमसरेजनजातरीयलोगोंकादूरवकयाजाना।• जनजातरीयसमुदायोंकीसामावजक-आवर्थक,स््वास््थयतरावशक्षा

    संबंधरीदशाओंपरगवठतएकउच्चस्तररीयसवमवतकेररपोट्टमेंभरीजनजातरीयलोगोंकेअवधकारोंकेउलं्घनहरेतुसरकाररीनरीवतयोंकोदोषरीबतायागयाहै।

    • सं्वैधावनकवय्वस्राकेअंतग्थत,जनजातरीयक्षरेत्ोंमेंगैर-जनजातरीयलोगोंकोसंपवत्वनमा्थणकाअवधकारनहींहै,्वहींदूसररीओरजनजातरीयक्षरेत्ोंमें्ननकीप्कृवतशोषकहैकयोंवकइनकेलाभक्षरेत्कोनहींवमलतरे।

    जनजात्रीि ्बच्चों कयो सरकार्री यवद्ालिों में उयित सेवा नहीं उपलब्ध कराई िि्री। • राजयद्ारासंचावलतजनजातरीय व्वद्ालयोंमें पढ़ाईका स्तर

    वनराशाजनकहोताहै।• सरकाररी व्वद्ालयोंकेअवधकाँशजनजातरीयबच्चोंमेंसामानय

    साक्षरताए्ंवकौशलकीकमरीपायरीजातरीहै।• 2001मेंसरकारद्ाराके्वलजनजातरीयसमुदायोंसरेहरीवशक्षकों

    कीभतजीकावनण्थयवलयागयारा।इसकेबादसरेप्वशवक्षतवशक्षकोंकीकमरीएकअनयमहत्वपूण्थमुद्ाबनगयरीहै।

    • अनो्रीजनजातरीयजरी्वनशैलरी (वभन्नभाषाएँ तराबोवलयाँ,संस्कृवततरा्ान-पानसंबंधरीआदतें)सरेअलगा्वतराआश्मव्वद्ालयोंमेंउनपरआरोवपतज्ानकेकारणउनकीपहचानकातराजनजातरीयबच्चोंकेबरीचजुड़ा्वकासंकटउतपन्नहोगयाहै।

    • व्ववशष्टरूपसरेअसुरवक्षतजनजातरीयसमूहों(परी.्वरी.टरी.जरी.)केव्वद्ारजीव्वद्ालयोंमेंअपनरीसंस्कृवत्ोतरेजारहरेहैं।

    • अवधकसमरेवकतजनजावतयोंसरे वलएगएजयादातर वशक्षकोंमेंपरी.्वरी.टरी.जरी.कीसंस्कृवतकीसमझनहींहोतरीहै।

    समा्धान• वशक्षकोंकीकौशलए्वंक्षमतापरधयानवदएजानरेकीतातकावलक

    आ्वशयकताहै।

    • वशक्षकोंकोआजकीवशक्षाप्णालरीकेसारताल-मरेलवबठानाहोगा।इसके वलएकौशलसंबंधरीपया्थप्तप्वशक्षणप्दान वकयाजानाचावहए।

    जनजात्रीि सवास्थि सेवा सं्ंब्ध्री मुदे् त्ा न्रीयतित हसतके्प• वशशु मृतयु दर, बाल मृतयु दर, बाल वलंगानुपात,कुपोषण,

    रक्तालपता, मलरेररया तरा फलोरोवससकी उच्च उपश्स्रवतजनजातरीयस््वास््थयकेमाग्थकेसबसरेबड़रेअड़चनोंमेंसरेहै।

    • स््वास््थयसरे्वा तराजनजातरीय व्वकासकेकाय्थकमोंके वलएआ्वंवटतबजटमें्ासरीकमरीजनजातरीयलोगोंके वलए मूलस््वास््थयसरे्वासुवनश्चितकरनरेकेमाग्थकीचुनौतरीबनकरसामनरेआतरीहैं।

    • जनजातरीयलोगोंकेबरीचवसककलसरेलरोग।समा्धान• स््वास््थयमंत्ालयनरेमहाराष्टकेगढ़वचरौलरी वजलरेकेशोधग्ाम

    गाँ्वमें“जनजातरीयस््वास््थयसंबंधरीस्ववोत्मआचार”परएककाय्थशालाकेआयोजनकावनचियवकयाहै।

    • इसकदमकाअर्थसरकारद्ाराजनजातरीयसमुदायोंकीस््वास््थयसंबंधरीअनो्रीतराव्वभरेदकआ्वशयकताओंकोमानयताप्दानकरनाहै।

    • आई.सरी.एम.आर.नरे18राजयोंमेंवसककलसरेलरोगकेवलएएकस्कीवनंगप्ोग्ामआरमभवकयाहै।इसकाय्थकमकेद्ाराला्ोंजनजातरीयलोगोंकोस््वंयके इसरोगके्वाहकहैंयाउनकभरीतरइसरोगकेजरीनहैं।

    • राजयद्ारा यह सुवनश्चित वकयरेजानरेकीआ्वशयकता है वकवसककलसरेलरोगके्वाहकों(वजनमेंमुखयतःलड़वकयांहोतरीहैं)कोवकसरीभरेद-भा्वकासामनानकरनापड़रे।

    • भारतके न्वजात वशशुओंतराजनजातरीयलोगोंके स््वास््थयके वलएतरा उनपरसमुदायआधाररतकाय्थ तराशोधकीतातकावलकआ्वशयकताहै।

    (जनजातरीयअवधकारों परज़ाज़ासवमवतकीअनुशंसाओंके वलएजन्वररीमाहकीहमाररीसामग्रीदरे्ें।)समुद््री मतसि पालनसमािारों में किों?हालहरीमेंसमुद्रीमतस्यनरीवतमेंसंशोधनकरनरेहरेतुराष्टरीयव्वशरेषज्सवमवतकागठनवकयागया।न्रीयत में संशयो्धन किों?• समुद्रीमतस्यपालनपरमरीनाकुमाररीसवमवतकीररपोट्टपरदरेशभर

    मेंव्वरोधप्दश्थनोंकीलहरउठनरेकेपचिात्सरकारनरेसंशोवधतनरीवतकोआगरेबढ़नरेकावनण्थयवकयाहै।

  • www.visionias.in November/2015/0011 ©Vision IAS7

    • इस नरीवतसरे पूररे दरेश में मतस्य पालनकास्वासंगरीण व्वकाससुवनश्चितहोगा।

    • व्वविमेंमतस्यउतपादनमें वद्तरीयस्रान र्नरे्वालरेभारतकेवलए,समुद्रीमतस्यपालनमेंइसकीआबादरीकीपोषणसंबंधरीआ्वशयकतापूररीकरनरेकीबड़रीक्षमताहै।

    मतसि पालन के्त्: पररपे्रक्ि• भारतव्वविमेंदूसरासबसरेबड़ामतस्यउतपादकहैऔर्ैवश्विक

    मतस्यउतपादनमें5.43%कायोगदानकरताहै।• भारतमतस्यपालनकेमाधयमसरेमतस्यकाप्मु्उतपादकहै

    औरचरीनकेबादव्वविमेंइसकादूसरास्रानहै।• मतस्यपालन,भारतमेंकृवषऔरसंबद्धगवतव्ववधयोंके वलए

    संभा्वनाओंसरे भराक्षरेत् है। यह दरेशकेसामावजक-आवर्थकव्वकासमेंअवतमहत्वपूण्थस्रानर्ताहै।

    • इसरेआयऔररोजगारकेशश्क्तशालरीस्ोतकेरूपमें वचश्नहतवकयागयाहैकयोंवकयहकईसहायकउद्ोगोंके व्वकासकोभरीप्रेररतकरताहैऔरयहव्वदरेशरीमुद्ाअज्थकहोनरेकेअवतररक्तसस्तरेऔरपौश्ष्टकभोजनकास्ोतभरीहै।

    • यहदरेशकीआवर्थकरूपसरेवप्छड़रीआबादरीकेएकबड़रे्वग्थकेवलएआजरीव्वकाकास्ोतहै।यहहमाररेदरेशमेंलगभग15ला्लोगोंकीआजरीव्वकाकोसहारादरेताहै।

    • स्वतंत्ताकेउपरांत,मतस्यउतपादन1950-51में7.5ला्टनसरेबढ़कर2014-15केदौरान100.70ला्टनहोगयाऔर्वष्थ2014-15में33,441करोड़रुपयरे(यूएस$5.51वबवलयन)कीवनया्थतआयकृवषक्षरेत्सरेहोनरे्वालरीवनया्थतआयकेलगभग18%केसमतुलयहै।

    समुद््री मतसि पालन के्त् कयो प्रभायवत करने वाले प्रमुख मुदे्• केरलऔरअनयतटरीयराजयोंमेंम्छलरीपकड़नरे्वालरेसमुदायों

    नरेव्वशरेषज्सवमवतकेगठनकेव्वरुद्धमोचा्थ्ोलर्ाहैकयोंवकइसमेंवहतधारकोंकाप्वतवनवधत्वसुवनश्चितनहींवकयागयाहै।

    • नरीवतयांम्छुआरोंकीआजरीव्वकासरेजुड़रीवचंताओंकोदूरकरनरेमेंव्वफलरहरीहैं।

    • जल्वायुपरर्वत्थनऔरसमुद्केस्तरमें्वृवद्धबड़रीचुनौतरीबनगयरीहै।

    • भारतरीयजलक्षरेत्मेंव्वदरेशरीट्ॉलरकाप्चालन।• मश्तस्यकीकेव्वनाशकाररीतररीके।• गैर-मश्तस्यकीगवतव्ववधयोंकेवलएतटरीयक्षरेत्ोंकाअवतकमण।• ओवल्वरर्डलरेक्छुओंकेसंभोगऔरअं्डरेदरेनरेकेमौसममेंसमुद्

    मेंमोटरचावलतनौकाओंद्ाराम्छलरीपकड़नरेपरप्वतबंधउड़रीसाकेम्छुआरोंकेवलएवचंताकाप्मु्व्वषयहै।इसप्वतबंधसरेलगभग3000म्छुआरापरर्वारप्भाव्वतहुएहैं।

    • अनयसाधनोंकेमाधयमसरेअपनरीआजरीव्वकाअवज्थतके वलएम्छुआरोंकाप््वासन।

    • म्छलरीपकड़नरेमेंकमरीसरेसमुद्रीमतस्यप्संस्करणइकाइयांबुररीतरहसरेप्भाव्वतहुईंहैं।

    • मतस्यसंसाधनोंऔरमतस्यउतपादनकेसंदभ्थमेंउनकीक्षमताकेआकलनपरसटरीकआंकड़ोंकाअभा्व।

    • तकनरीकी न्वोनमरेषकीकमरी- वफनऔरशरेल पालन, उपजसं्वध्थन,म्छलरीपकड़ाईऔरइसकेउपरांतहा्वरेस्टएं्डपोस्टहा्ववेस्ट) उपरांत प्चालनोंके वलएसंधारणरीय प्ौद्ोवगकीकेव्वकासकीततकालआ्वशयकताहै।

    • अ्वसंरचनातमकचुनौतरी–म्छलरीपकड़नरे्वालरेजहाजोंकेवलएअपया्थप्तलैंव्डंगऔरबवरसंगसुव्वधाएं।

    िहरे समुद् में मसतसिकी पर ्डॉ ्ब्री. म्रीना कुमार्री आियोि गहररेसमुद्संबंधरीमश्तस्यकीनरीवतकीवयापकसमरीक्षाकेवलए्डॉबरी.मरीनाकुमाररीकीअधयक्षतामेंव्वशरेषज्सवमवतकागठनवकयागयारा।सवमवतकीअनुशंसाओंकापारंपररकरूपसरेम्छलरीपकड़नरे्वालरेसमुदायोंद्ाराव्वरोधवकयागयारा,अनुशंसाओंसरेजुड़रेकु्छमुद्ेंइसप्कारहैं:

    • प्ादरेवशकजलक्षरेत्सरेपररे22 वक.मरी.और370वक.मरी.केबरीच-ईईजरे्डमेंम्छलरीपकड़नरेकेवलएहालहरीमेंजाररीवकएगएनएवदशा-वनदवेशोंमेंइसक्षरेत्मेंकेंद्सरे“अनुमवतपत्”प्ाप्तकरनरेपर15मरीटरयाउससरेअवधककीलंबाई्वालरेजहाजोंकेसंचालनकीअनुमवतप्दानकीगईहै।

    • इनजहाजोंकास््वावमत्वयाअवधग्हणभारतरीयउद्वमयोंद्ाराया49प्वतशततकव्वदरेशरीवन्वरेश्वालरेसंयुक्तउपकमद्ाराप्ाप्तवकयाजासकताहै।

    • पारंपररकम्छुआरोंकोभयहै वकइसप्कारकेमश्तस्यकीउपकमअभरीउनकीपहुंचकेभरीतरआनरे्वालरेकु्छक्षरेत्ोंमेंअवतकमणकरकेउनकीआजरीव्वकाको्तररेमें्डालदेंगरे।

    सबसरेव्व्वादास्पदअनुशंसाओंमेंसरेएकतटकेसार-सारवनकटतटरीयऔरअपतटरीयक्षरेत्ों(गहराईमें200मरीटरऔर500मरीटरकेबरीचपानरी)केबरीचबफरजोनकावनमा्थणऔर“वनकटतटरीयक्षरेत्ोंकेसारहरीईईजरे्ड‘मेंगहररेसमुद्रीक्षरेत्ोंमेंसंसाधनोंकासं्वध्थनकरनरेकेवलए्वहाँमश्तस्यकीकाव्ववनयमनहै।

    समा्धानहालहरीमेंसरकार नरेसभरी व्वद्मानयोजनाओंको वमलाकरएक्वृहदयोजना‘नरीलरीकांवत:मतस्यपालनकासमश्न्वतव्वकासऔरप्बंधन’तैयारकीहै।• इस्वृहद योजना में अंतदवेशरीय मतस्य पालन, गहररे समुद् में

  • www.visionias.in November/2015/0011 ©Vision IAS8

    मश्तस्यकी,माररी-कलचरऔरराष्टरीयमतस्यव्वकासबो्ड्ट(एन.एफ.्डरी.बरी.)द्ाराकीजानरे्वालरीसभरीगवतव्ववधयोंसवहत,मतस्यपालनऔरसमुद्रीमतस्यपालनकासमा्वरेशहोगा।

    • उतपादनकोबढ़ानरेकेवलएनईप्ौद्ोवगवकयोंकाव्वकास।• मूलय सं्वध्थन, प्संस्करण, स््वच्छहैं्डवलंगऔरघररेलू मतस्य

    व्वपणनकोबढ़ा्वादरेनरेकीआ्वशयकताहै।• म्छुआरों,मतस्यकृषकोंऔरमतस्यपरेशरे्वरोंकाक्षमतावनमा्थण,

    परर्वहन,भं्डारणए्वंप्संस्करणसवहतअ्वसंरचनाकोमजबूतबनाना।

    • अग्-पचिच्संयोजनकेसारव्वपणनसुव्वधाओंकासृजन।• मश्तस्यकीबंदरगाहऔरमतस्यलैंव्डंगकेनद्ोंकेरूपमेंपया्थप्त

    मूलभूतसुव्वधाएं।• मतस्यपालनक्षरेत्कीरोजगारपैदाकरनरेकीक्षमताबढ़ाना।• कमप्योगगहररेसमुद्मेंऔरट्ूना,शाक्क,सरेल वफशऔर

    संबद्धप्जावतयोंजैसरेसमुद्रीसंसाधनोंकीवदशामेंमश्तस्यकीकाव्वव्वधरीकरण।

    • अवभन्वप्णालरीकेरूपमेंम्छुआरोंकोसश्ममवलतकरतरे हुएउच्चमूलय्वालरी वफनऔरशरेलम्छवलयोंके वलएओपनसरीकेजकलचरकावनमा्थण।

    • जलाशयोंऔरअलपप्युक्तजल वनकायोंमेंकलचरआधाररतकै्चरमतस्यपालनअपनाना।

    • एकहरीएजेंसरीकेअधरीनमतस्यपालनसरेसंबंधर्नरे्वालरेसभरीक्षरेत्ोंकेव्वभागों/संगठनोंकीनरेट्ववकिंग।

    • एफ.एफ.्डरी.एऔरसहकाररीसवमवतयोंऔरस््वयंसहायतासमूहों(एस.एच.जरी)कीभागरीदाररीमेंसुधारकरनाऔरम्छुआरोंकासामावजक,आवर्थककलयाणऔरसशक्तरीकरणसुवनश्चितकरना।

    न्रील्री कांयतइसमें“संधारणरीयता,जै्व-सुरक्षाऔरपया्थ्वरणसंबंधरीवचंताओंकोधयानमेंर्तरेहुएमतस्यपालनकेएकीकृतऔरसमग्व्वकास्वप्बंधनकेवलएअनुकूलमाहौलबनानरे”कीकलपनाकीगईहै।

    संयव्धान यदवस • 26न्ंवबर2015कोपहलासंव्वधानवद्वसमनायागया।• ‘संव्वधानवद्वस’्डॉबरी.आर.अमबरे्डकरकी125्वींजयंतरीके

    उपलक्यनमेंसालभरचलनरे्वालरेराष्टवयापरीसमारोहकाभागहै।• संव्वधानवद्वसकाउतस्वमनानरेकेवलएसामावजकनयायऔर

    अवधकाररतामंत्ालयनो्डलमंत्ालयहै।संयव्धान यदवस किों मनाएं:• ऐसरेसमयमें,जब इतनाअवधक ्ैवचाररकसंघष्थ हो रहा है,

    असमानताबढ़रहरीहैऔरमवहलाअवधकारोंकादमनहोरहाहै,के्वलहमाररेदरेशकासंव्वधानहरीसभरीकोबांधसकताहै।

    • इसकदमसरे नके्वलउनकु्छबड़रे नरेताओंकी यादोंकोपुनजजीव्वतकरनरेमेंसहायतावमलरेगरीवजनहोंनरेदस्ता्वरेजकाप्ारूपतैयारकरनरेमेंसहायताकीररीबश्लकयहभरीआशाहैवकइससरेएकबारपुन:उसभा्वनाकोबढ़ा्वादरेनरेमेंभरीसहायतावमलरेगरीवजसकेतहतइसरेअपनायागयारा।

    • संव्वधान वद्वसएकबार पुन:संव्वधानकेआदशषोंमें हमाररेव्वविासकीपुश्ष्टकरताहै।

    समा्धान• संव्वधानकेआदशषोंकोभारतकेनागररकोंकेजरी्वनकेतौर-

    तररीकोंमेंसमाव्वष्टकरनरेकीआ्वशयकताहैऔरइसकेसारहरीइसरेव्वद्ालयोंमेंप्वकयाकाअंगबनायाजानाचावहएतावकभव्वषयकेनागररकअपनरेवदन-प्वतवदनकेजरी्वनमेंइनआदशषोंकाप्दश्थनकरें।

    प्र्धानमंत््री ग्ाम सड़क ियोजना• सरकारनरेप्धानमंत्रीग्ामसड़कयोजनाकेअंतग्थतबारहमासरी

    सड़कोंकेमाधयमसरेसंपूण्थग्ामरीणसंपक्कप्ाप्तकरनरेकेलक्यकोतरीनसालघटावदयागयाहै।यानरी्वष्थ2022केस्रानपर्वष्थ2019तक।

    • इसत्वररतकाया्थन्वयनको्वष्थ2015-16केवलए5,000करोड़रुपयरेतकसं्ववध्थतव्वत्रीयआ्वंटनऔरसंशोवधतव्वत्पोषणपद्धवतकेमाधयमसरेप्ाप्तवकयाजाएगा।

    • फं्डकेबंट्वाररेकापैटन्थउत्र-पू्व्थके8और3वहमालयरीराजयोंको्छोड़करशरेषसभरीराजयोंकेवलएकेंद्औरराजयोंकेबरीच60:40केअनुपातमेंहोगा।उत्र-पू्व्थके8और3 वहमालयरीराजयोंकेवलएयह90:10होगा।

    • ऐसाराजयोंकोअवधकधनहस्तांतररतकरनरेकी14्वेंव्वत्आयोगकीअनुशंसाओंकेपररणामस््वारूपवकयागयाहै।

    • इसयोजनाकेवलएअवधकधनरावशआ्वंवटतकरनरेकेवनण्थयसरेग्ामरीणक्षरेत्मेंव्वशरेषरूपसरेग्ामरीणअ्वसंरचनामेंसा्व्थजवनकवन्वरेशकोबढ़ा्वावमलरेगा।

    • वनधा्थररतसमयसरीमाकेभरीतरआ्वंवटतलक्योंकोप्ाप्तकरनरे्वालरे,राजयोंकोव्वत्रीयरूपसरेप्ोतसावहतकरनरेकेवलएआ्ववधकर्र्ा्वकेवययकेवलएभरीफं्डकाप्स्ता्ववकयाजारहाहै।

    इस ियोजना के यवषि में कुछ त्थि:• सभरीपात्असंबद्धग्ामरीणबश्स्तयोंकोबारहमासरीसड़कसंपक्क

    प्दानकरनरेकेउद्रेशयसरेपरी.एम.जरी.एस.्वाईकाशुभारंभ्वष्थ2000मेंकेनद्प्ायोवजतयोजनाकेरूपमेंवकयागयारा।

    • ग्ामरीणव्वकासमंत्ालयनो्डलमंत्ालयहैऔरइसयोजनाकाप्बंधन राष्टरीयग्ामरीणसड़क व्वकासएजेंसरी (एन.आर.आर.्डरी.ए)कररहरीहै।

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    • परी.एम.जरी.एस.्वाई-1केअंत्थगत1,78,184असंबद्धबश्स्तयोंकीपहचानकीगईररी।हालांवक,अभरीतककाया्थन्वयनके15्वषषोंमें,के्वल1,12,550बश्स्तयों(63%)कोहरीप्धानमंत्रीग्ामसड़कयोजनाकीसड़कोंसरेजोड़ाजासकाहै।

    • प्ारवमकताआधारपरसांसदआदश्थग्ामयोजना(एस.ए.जरी.्वाई)केअंत्थगतसंसदसदस्योंद्ारागोदवलएगएमॉ्डलगां्वोंमेंग्ामरीणसड़केंप्दानकरनरेकेवलएसरकारनरेफर्वररी2015में प्धानमंत्री ग्ामसड़कयोजनाके वदशावनदवेशों में संशोधनवकयारा।

    नयदिों का अंत संपक्कसमािारों में किों:सरकारनरेनदरीजोड़ों(आई.एल.आर)काय्थकमकोउच्चप्ारवमकताआधारपरराष्टरीयपररप्रेक्ययोजना(एन.परी.परी)केअंत्थगतलरेवलयाहैऔरकेन-बरेत्वावलंकपररयोजना,दमनगंगा-वपंजलवलंकपररयोजनाऔरपार-तापरी-नम्थदावलंकपररयोजनाकीव्वस्तृतररपोट्ट(्डरी.परी.आर.)पूररीहोगईहै।राष्ट्रीि नद्री संपक्क पररियोजना (एन.आर.एल.प्री):औपचाररकरूपसरेराष्टरीयपररप्रेक्ययोजनाकेरूपमेंव्ववदतराष्टरीयनदरीसंपक्क पररयोजना (एन.आर.एल.परी)मेंबाढ़्वालरे ‘अवतररक्त’बरेवसनोंसरेपानरीअंतर-बरेवसनजलस्रानांतरणकेमाधयमसरेसू र्े/अभा्व्वालरे‘जलहरीन’बरेवसनोंमेंपानरीपहुंचानरेकीपररकलपनाकीगईहै।

    इसमें व्वशालदवक्षणएवशयाईजल वग््डका वनमा्थणकरनरेके वलएलगभग3000भं्डारणबांधोंके नरेट्वक्ककेमाधयमसरे पूररेदरेशमें37नवदयोंकोजोड़नरेकेवलए30कवड़योंकासमा्वरेशहोगा।इसमेंवहमालयरीऔरप्ायद्रीपरीय,दोघटकसश्ममवलतहैं।

    इस पररियोजना के लाभ:• जलव्वदु्तउतपादन:इससरेकुल34गरीगा्वॉटव्वदु्तउतपादनहोनरे

    कादा्वावकयाजाताहै।• वसंचाईलाभ:पानरीकीकमरीसरेजूझरहरेपश्चिमरीऔरप्ायद्रीपरीय

    क्षरेत्ोंमें35ला्हरेकटरेयर(वमहरेकटरेयर)केवलएअवतररक्तवसंचाईक्षमताकीवय्वस्राहोगरी।इसमेंसतहरीवसंचाईकेमाधयमसरे25वम.हरे.औरभूवमगतजलकेमाधयमसरे10वम.हरे.सश्ममवलतहै।इससरेआगरेरोजगारसृजनहोगा,फसलोतपादनऔरकृवषआयकोबढ़ा्वावमलरेगाऔरवप्छड़रे(कृवषउपकरणऔरअदानकीआपूवत्थ)औरअग्संबद्धता(कृवषप्संस्करणउद्ोगों)केमाधयमसरेलाभगुवणतहोंगरे।

    • बाढ़कीरोकराम:नवदयोंकेनरेट्वक्कसरेसू्रेकासामनाकररहरेक्षरेत्ोंमेंअवतररक्तपानरीभरेजकरइससमस्यासरेकाफीहदतकबचाजासकताहै।

    • नौ्वहन:नहरोंकान्ववनवम्थतनरेट्वक्कनएमागषोंऔरतररीकोंऔरसामानयत:सड़कपरर्वहनकीतुलनामेंअपरेक्षाकृतअवधककुशलऔरसस्तरेजलपरर्वहनकामाग्थ्ोलरेगा।

    • भारतमेंव्वविकेकुलअक्षयजलसंसाधनोंका,सात्वांसबसरेव्वशालचारप्वतशतभण्डांरहै।इसमात्ामेंसरेके्वल58%संभाव्वतरूपसरेउपयोगरीजलसंसाधन (परी.यू.्ड्बलू.आर)है।भारतमें प्चुरजलसंसाधनोंकेबा्वजूद, इसकाप्वत वयश्क्तभं्डारण दुभा्थगयसरे बहुतकममात्प्वत वयश्क्त200 वम3है,जबवकचरीनमेंयह2486वम3है।एन.आर.एल.परीकेपूराहोजानरेपरप्वतवयश्क्तपरी.यू.्ड्बलू.आरभं्डारणकोबढ़ा्वावमलरेगा।

    यिंताएं:• प्ाकृवतकजल वनकासरी में परर्वत्थनकरनरे सरे दरेशऔरजल

    संसाधनोंकोअपूण्थनरीयक्षवतहोगरी,बाढ़आएगरीऔरजलजमा्वहोगा तरा व्वशालक्षरेत््डूबजाएंगरे वजससरेअसंखयलोगोंकाव्वस्रापनहोगा।

    • इसरेलरेकरभरीवचंताएंहैंवकइतनरेबड़रेपैमानरेपरनदरीसरेअवतररक्तपानरी नहींमोड़ाजानाचावहएकयोंवकनदरीघावटयोंको स््वस्रबनाएं र्नरेके वलएअवधशरेषजलआ्वशयकहै कयोंवकयहवमट्रीसरेररसकरनरीचरेजाताहैऔरभूजलकोररचाज्थकरताहै।

    • साफ़सुरररीनदरीसरेव्वषैलरीनदरीजोड़नरेपरनवदयों,मनुषयोंऔर्वनयजरी्वोंपरव्वनाशकाररीप्भा्वपड़रेगा।

    • इसपररयोजनासरेराजयऔरअंतरा्थष्टरीयस्तरपरपानरीकोलरेकरसंघष्थपैदाहोसकतरेहैं।दरेशपहलरेसरेहरीपंजाब-हररयाणा-राजस्रानकेबरीच रा्वरी-वयासजल व्व्वाद,केरल-कना्थटक-तवमलना्डु-पु्डुचरेररीकेबरीचका्वरेररीजलव्व्वादजैसरेकईअंतर-राजयरीयजलव्व्वादोंसरेजूझरहाहै।

    • अंतरराष्टरीयस्तरपर

  • www.visionias.in November/2015/0011 ©Vision IAS10

    • तरीस्ताकेपानरीकोलरेकरबांगलादरेशकेसार,• ब्रह्मपुत्केपानरीकोलरेकरचरीनकेसारऔर• महाकालरीकेपानरीकोलरेकरनरेपालकेसार।भारत में हररत कांयतसमािारों में किों?भारतमेंहररतकांवतकेआगमनकेउपलक्यमेंहररतकांवतकीस््वण्थजयंतरीमनाईजारहरीहै।हररत कांयत की पृष्ठभूयम• वनयोजनकेप्ारंवभक्वषषोंमेंराजयकेस््वावमत्वकेअंत्थगतभाररी

    औद्ोगरीकरणव्वकासनरीवतकामुखयआधारऔरआधुवनकीकरणकाप्तरीकरा।हालांवक,्ाद्पदारषोंके वलएभारतनरेरुपयरेकेभुगतानकेप्वतपश््बलकलॉ480(परीएल-480)केअंत्थगतसंयुक्तराजयअमरेररकासरेआपूवत्थपरभरोसा वकयाराकयोंवकभारतकेपासअंतरा्थष्टरीयबाजारसरेबड़रीमात्ामें्ाद्पदारषोंकी्ररीदकरनरेकेवलएप्या्थप्तव्वदरेशरीमुद्ानहींररी।

    • इसवय्वस्राकी्वमयां1960केदशककेमधयमेंतबस्पष्टहोगईंजबअमरेररकानरे (कु्छ राजनरीवतकमतभरेदोंकेकारण)अस्रायरीरूपसरेगरेहंकीआपूवत्थऐसरेसमयमेंरोक(वनलंवबत)दींजबभारतबार-बारपड़नरे्वालरेसू्रेकासामनाकररहाराऔरदरेश“जहाजसरेसरीधरेमुँहतक”्वालरीश्स्रवतमेंरहरहारा।

    • भारतनरेअपनरीपरीएल-480कीगलतरीऔरकृवषकीउपरेक्षासरेतुरंतसरी्लरी।भारतनरेअनुभ्ववकयावकयवदउसनरेमूलभूत् ाद्पदारषोंकेउतपादनमेंआतमवनभ्थरताप्ाप्तनहींकीतोउसकीराजनरीवतकस््वतंत्ता्तररेमेंपड़सकतरीहै।

    • भारतनरे1966मेंमैश्कसकोसरे18,000टनगरेहंकीअवधकउपजदरेनरे्वालरीवकस्मों(एच.्वाई.्वरी.)काआयातवकयाऔरइसप्कारहररतकांवतकाशुभारंभहुआ।

    भारतमेंहररतकांवतकेकु्छमहत्वपूण्थघटकइसप्कारहैं:• बरीजोंकीअवधकउपजदरेनरे्वालरीवकस्में(एच.्वाई.्वरी)।• वसंचाई(क)सतहरीऔर(्)भूवमगत।उ्व्थरकों(रासायवनक),कीटनाशकोंऔरपरीड़कनाशकोंकाप्योग।• कमानक्षरेत्व्वकास(सरी.ए.्डरी)।• भूवमसुधारऔरजोतोंकासमरेकन।• कृवषऋणकीआपूवत्थ।• ग्ामरीणव्वदु्तरीकरण।• ग्ामरीणसड़केंऔरव्वपणन।• कृवषकायंत्रीकरण।• कृवषव्वविव्वद्ालय।हररत कांयत का प्रभाव:• ्ाद्उतपादनमें्ृववद्ध:1967-68सरे,

    • गरेहंकेउतपादनमेंलगभग15गुनाकी्ृववद्धहुईहै।• चा्वलकाउतपादनपांचगुनरेसरेभरीअवधकबढ़चुकाहै।• भारत नके्वलआतमवनभ्थर है, बश्लककृवष उपजोंकाशुद्ध

    वनया्थतकभरीहै।्वष्थ2014-15में$20वबवलयन्डॉलरसरेभरीकमआयातके व्वरूद्धभारतकाकृवष वनया्थत$38 वबवलयन्डॉलरकारा।भारतव्वविमेंचा्वलकासबसरेबड़ावनया्थतकहै।

    • वकसानोंकीसमृवद्ध:यहश्स्रवत,व्वशरेषरूपसरे10हरेकटरेयरसरेअवधकभूवम्वालरेबड़रेवकसानोंकेसारहै।

    • औद्ोवगक व्वकास:हररतकांवतकेफलस््वरूपकृवषकाबड़रेपैमानरे पर मशरीनरीकरण हुआ वजससरे ट्ैकटर, हा्ववेस्टर, थ्रेशर,कमबाइन,्डरीजलइंजन,व्वद्य़तमोटर,पंपसरेटआवदजैसरीमशरीनोंके वलएमांग पैदा हुई। इसकेअवतररक्त रासायवनकउ्व्थरकों,कीटनाशकों,परीड़कनाशकों,्रपत्वारनाशाकोंआवदकीमांगमेंभरीकाफी्ृववद्धहुईहै।फलस््वरूप,इन्वस्तुओंकाउतपादनकरनरे्वालरेउद्ोगोंनरेकईगुनाप्गवतकीहै।इसकेअवतररक्त,कृवषआधाररतउद्ोगोंमेंकईकृवषउतपादोंकाकच्चरेमालकेरूपमेंउपयोगहोताहै।

    • ग्ामरीणरोजगार:जहांएकओर, र्ेतरीकेमशरीनरीकरणसरेबड़रेपैमानरेपरबरेरोजगाररीकीआशंकाजताईजा रहरीररी,्वहींकईफसलेंलरेनरेकेचलतरेश्मबलकीमांगमेंसराहनरीय्ृववद्धहुईहै।

    • वकसानोंके दृश्ष्टकोणमें परर्वत्थन: वजसप्कारसरे वकसानोंनरेततपपरतासरेहररतकांवतकीतकनरीककोअपनायाउससरेयहवमरकटूटगयावकभारतरीयवकसानपरंपरासरेबंधरेहुएहैंऔरनईपद्धवतयोंऔरतकनरीकोंकाउपयोगनहींकरसकतरेहैं।

    हररत कांयत की कयमिां:• आई.्डरी.ए.परीऔरएच.्वाई.्वरी.परीकेमाधयमसरेन्वरीनकृवषनरीवत

    काअंगरीकरणवन्वरेशकीभाररीरावशकीअवन्वाय्थताकेकारणबड़रेवकसानोंकेबरीचहरीसरीवमतहोकररहगयाहै।

    • न्वरीनकृवषनरीवतसंस्रागतसुधारोंकीआ्वशयकताकोस््वरीकारकरनरेमेंव्वफलरहरीहै

    • कृवषकेमशरीनरीकरणमें्ृववद्धकेसार-सारन्वरीनकृवषनरीवतसरेश्मकेव्वस्रापनकीसमस्यापैदाहोगईहै।

    • हररतकांवतनरेकृवषउतपादनऔरआयकेसंदभ्थमेंअंतर-क्षरेत्रीयअसमानताओंकोवयापकबनायाहै।

    • हररतकांवत में कीटनाशकोंके उपयोग सरे दुघ्थटनाओंऔरतरीव्र व्वषाक्तताकेकारणअशक्ततासरेउतपन्नहोनरे्वालरेकु्छअ्वां्छनरीयसामावजकपररणामभरीवनवहतहैं।

    हररतकांवतके्वषषोंकेबादआजएकबारपुन:भारतरीयकृवषव्वकासकीनईचुनौवतयोंकेसारचौराहरेपर्ड़रीहै।प्ाकृवतकसंसाधनोंकाररक्तरीकरणऔरक्षरण,जलस्तरमेंवगरा्वट,नवदयों,झरीलोंमेंपानरीकेप््वाहमेंकमरी,जैव्वकऔरअजैव्वकदबा्व,जल्वायुपरर्वत्थनआवद

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    हमाररीप्मु्चुनौवतयांहैं।आजहमेंऐसरीरणनरीवतयोंकाव्वकासकरनरेकीआ्वशयकताहै वजससरेधारणरीयउतपादकतालाभऔरसारहरी्रेतरीकीलाभप्दताकामाग्थप्शस्तहो।दूसर्री हररत कांयतइसहरेतु हमेंअ्वशयप्यासकरनाचावहएऔरसं्वृवद्धबढ़ानरेजैसरीअलपकावलकप्ारवमकताओंकेसार-सारप्ाकृवतकसंसाधनोंकेधारणरीयउपयोग,मृदास््वास््थयऔरजल्वायुपरर्वत्थनसरेअनुकूलनजैसरीदरीघा्थ्ववधकवचंताओंपरपया्थप्तधयानदरेतरेहुएव्वगतअनुभ्वसरेकु्छसबकअ्वशयलरेनरेचावहए।• पया्थ्वरणअनुकूलसाधनोंकाउपयोगकरनरेकेमाधयमसरेधारणरीय

    कृवषकाउपयोग।• स्रानरीय भौगोवलकऔर जल्वायव्वक श्स्रवत, वमट्रीकी

    उ्व्थरताऔरउतपादकताऔरप्कृवत,पानरी,मान्वसंसाधनए्ंवअ्वसंरचना सुव्वधाओंकीउपल्बधता ्वउतपादनलागतकोधयानमेंर्ना।

    • जै्वउ्व्थरकोंतराजै्वकीटनाशकोंकाप्योग।• जैव्वक्रेतरीमेंअनुसरणवकएजानरे्वालरेवय्वहारवजसमेंअनय

    बातोंकेसार-सारजलसंरक्षणसश्ममवलतहै-‘प्वतबंूदअवधकफसल’।

    • इसमेंआनु्ंववशकरूपसरे संशोवधतफसलोंका उपयोग भरीसश्ममवलतहै।

    • सूचना प्ौद्ोवगकी, नैनो प्ौद्ोवगकी, जै्वप्ौद्ोवगकी, पररशुद्धकृवष,जै्वगवतशरील्रेतरीजैसरीनईप्ौद्ोवगवकयोंकागुलदस्ता।

    • दालोंऔर वतलहनमेंआतमवनभ्थरताप्ाप्तकरनरेऔरबाग्वानरीऔरपुषपकृवषउतपादनदोगुनाकरनरेकेसार-सारफसलोंकाभाररीव्वव्वधरीकरणकरनाऔरकईफसलेंलरेना।

    • भारतमेंयहअ्वधारणाऔरकाय्थकमदोनोंरूपोंमेंव्वद्मानहै।• ्वष्थ2004मेंसरकारनरे“दूसररीहररतकांवत”कीघोषणाकी।• सरकारनरेदूसररीहररतकांवतकोआगरेबढ़ानरेकेकममेंसमय-

    समयपरकईअनयकाय्थकमोंकाभरीशुभारंभ वकयाहै,जैसरे्वष्थ2010-11मेंराष्टरीयकृवष व्वकासयोजनाकीउप-योजनाकेरूपमें“पू्वजीभारतमेंहररतकांवतलाना”(बरी.जरी.आर.ई.आई)काय्थकम।

    • पू्वजीभारतकेसातराजयों(असम,वबहार,्छत्रीसगढ़,झार्ं्ड,उड़रीसा,पश्चिमबंगालऔरपू्वजीउत्रप्दरेश)मेंकृवषउतपादनबढ़ानरेकेउद्रेशयसरे(बरी.जरी.आर.ई.आई)काय्थकम।

    • हालहरीमें, प्धानमंत्रीनरेभारतमें दूसररी हररतकांवतलानरेकेव्वषयमेंचचा्थकीहै।

    • के्वलगरेहं,चा्वल,ज्ार,बाजरा,मककाजैसरेपांच्ाद्ान्नोंपरकेंवद्तहररतकांवतके व्वपररीत,दूसररीहररतकांवतअपनरेदायररे

    मेंसंपूण्थकृवषक्षरेत्कोलरेतरीहै।इसवलए,इसरेइंद्धनुषकांवतभरीकहाजाताहै।

    • अपनरीसंभा्वनाओंकेकारणभारतकीपहलरीहररतकांवतके्वास्तुवशलपरीएम.एस.स््वामरीनारनद्ारावदएगएलोकवप्यनामसदाबहारहररतकांवतकेरूपमेंभरीइसरेजानाजाताहै।

    भारत में हररत कांयत ने उपजाऊ यमट््री और पान्री की अचछ्री उपलब्धता के ्बावजूद पूववी के्त्ों कयो लिभि ्बाईपास किों कर यदिा ्ा ? (प्र.22, प्रशन पत् - प्र्म, िूप्रीएसस्री, 2014)

    सुयखरािों में िे भ्री...सवचछ यदल््री एप• वदल्रीसरकारऔरनगरपावलकाओंनरे‘स््वच्छवदल्री’मोबाइल

    एपकाकाशुभारंभवकयाहैयहएकनागररककेश्नद्तएपहै।• वदल्री्वासरीअबशहरमेंचारोंओरपड़रेवकसरीभरीकचररेयामलबरे

    केढरेरकीतस््वरीरलरेसकतरेहैंऔरइसरेसाफकरनरेकेवलएसरकारयानगरवनगमोंकेकेंद्रीकृतएपपरइसरेअपलो्डकरसकतरेहैं।

    • तस््वरीरें स््वचावलतरूपसरेउसस्रानकेजरी.परी.एस. वनदवेशांकमेंसश्ममवलतहोजाएंगरीऔरसफाईकाकामएजेंसरीकोसौंपाजाएगा।

    • वदल्रीसरकारकालोकवनमा्थणव्वभागमलबासाफकररेगाऔरतरीन वनगम, नई वदल्रीमहानगरपावलकापररषदऔर वदल्री्छा्वनरीबो्ड्टअपनरेअवधकारक्षरेत्काकचराउठाएंगरे।

    निायिक सवतंत्ता (हमनरेअकटूबरकीसमसामवयकीमेंभरीएन.जरे.ए.सरीकोसश्ममवलतवकयारा।यहकु्छअवतररक्तसामग्रीहै)पृष्ठभूयम • हाल हरी में स्ववोच्च नयायालय नरे राष्टरीय नयावयक वनयुश्क्त

    आयोगअवधवनयमऔर99्वेंसंव्वधान (संशोधन)अवधवनयमकोअसं्वैधावनकबतातरेहुएवनरस्तकरवदयाऔरकहावकयहनयावयकस््वतंत्ताकोसरीवमतकरकेसंव्वधानकेमूलढांचरेकाउल्ंघनकरताहै।

    • अबस्ववोच्चनयायालयनरे21सालपुरानरीकॉलरेवजयमप्णालरीमेंसुधारकरनरेकाबरीड़ाउठायाहै।

    मुद्े• नयायपावलकामें वनयुश्क्तहरेतुअपनाईजानरे ्वालरीप्वकयाअब

    भरी नयायपावलकाकी स््वतंत्ताकी रक्षाकरनरेके वलहाजसरेअसंतोषजनकहै।

    • ्वत्थमानकॉलरेवजयमप्णालरी में पारदवश्थता, उत्रदावयत्वऔरवनषपक्षताकाअभा्वहै।व्वविासकीकमरीनरेकॉलरेवजयमप्णालरीकीव्वविसनरीयताकोप्भाव्वतवकयाहै।

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    • यनिुसति प्रयकिा निािा्ध्रीशों की विसतिित सवतंत्ता कयो यकस हद तक सुरयक्त करत्री है?

    निायिक सवतंत्ता किा है? • काय्थपावलकाऔरव्वधावयकासदृशसरकारकेअनयअंगोंको

    नयायपावलकाकेकामकाजकोऐसरेवनयंवत्तनहींकरनाचावहएवकयहनयायनकरपाए।

    • यहनयावयककायषोंकेवय्वहारमेंसभरीदबा्वोंसरेमुश्क्तकेव्वषयमेंहै।

    िह सुयनसचित करना महतवपूणरा किों है?• यहलोकतंत्कामूलहैकयोंवकनयायपावलकाकानूनद्ाराशासन

    औरमान्वावधकारोंकेसंरक्षणकीप्ाश्प्तमेंसहायताकरतरीहै।• यहनयायपावलकाकीस््वतंत्ताहैजोजनताकेमनमेंव्वविास

    जमातरीहैवकयवदकाय्थपावलकाद्ाराकु्छगलतवकयाजाताहैतोयहउनकीसहायताऔरबचा्वकेवलएआगरेआएगरी।

    निािा्ध्रीशों की विसतिित सवतंत्ता महतवपूणरा किों?• नयावयक स््वतंत्ता सुवनश्चितकरनरेके वलए नयायाधरीशोंकी

    वयश्क्तगत स््वतंत्ता उतनरी हरी महत्वपूण्थ है वजतनरीसंस्रागतस््वतंत्ता।

    • वनषपक्षता,सतयवनष्ठा,मया्थदा,समानता,योगयताआवद्वरेस्तंमभहैंवजसपरवयश्क्तगतस््वतंत्तावनभ्थरहै।इसप्कारइनगुणोंकोसुवनश्चितकरकेनयावयकस््वतंत्तासुवनश्चितकीजासकतरीहै।

    निायिक सवतंत्ता के समक् िुनरौयतिां • नयायाधरीशोंकीवनयुश्क्तकेवलएपात्तामानदं्डपरवकसरीस्पष्टता

    कानहोना–भलरेहरीनयावयकचयनकेवलएपात्प्तयावशयोंकेपूलकाआंवशकरूपसरेसंव्वधानद्ारावनधा्थरणवकयाजाताहै,लरेवकनयहनयावयकवनयुश्क्तकेवलएआ्वशयकयोगयताकेरूपमेंसतयवनष्ठा,उपयुक्तता,योगयता, स््वतंत्ताआवदमानकोंकेव्वषयमेंचचा्थनहींकरताहै।

    • इसकाअर्थ है वक नयावयकचयनके वलएआ्वशयकयोगयताकाधयानर्ाजाताहैऔरचयनकता्थओंपरउनहेंजोभरीसाधनउपल्बधहैउसकेअनुसारउनकाआकलनकरनरेकेवलए्छोड़वदयाजाताहै।

    • कोलरेवजयमकेनयायाधरीशअतरीतमेंकीगईगलतवनयुश्क्तयोंकाऔवचतयवसद्धकरनरेमेंअसमर्थहैं।

    • उच्च नयायालयोंमें 40 प्वतशततक ररश्क्तयां हैं, वजसरेलरेकरवच