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ISSN 0970-9312 izkFkfed f’k{kd izkFkfed f’k{kd ‘kSf{kd laokn dh if=dk o”kZ 42 vad 3 tqykbZ 2018

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Page 1: ISSN 0970-9312 izkFkfed f’k{kd - NCERT...भ ष हवच र हभव यह तर क सबस स तर म ध यम िै। हिंदी भाषा, स ंसार

ISSN 0970-9312

izkFkfed frsquokkdizkFkfed frsquokkdlsquokSfkd laokn dh if=dk

ordquokZ 42 vad 3 tqykbZ 2018

if=kdk osQ ckjs easपराzwjथमिकzwjमिकषक राषटरीय शकषिक अनसधान और परकशषिण पररषद की एक तमाकसक पकतका ह इस पकतका का मखय उददशय ह कशषिको और सबदध परशासको तक क दरीय सरकार की कशषिा नरीकतयो सद सबकधत जानकाररया पहचाना उनह कषिा म परयोग म लाई जा सकनद वालरी सारथक और सबदध सामगरी परदान करना और ददश भर कद कवकभनन क दो म चल रहद पाठयकरमो और कायथकरमो आकद कद बारद म समय पर अवगत करातद रहना कशषिा जगत म होनद वालरी गकतकवकधयो पर कवचारो कद आदान-परदान कद कलए भरी यह पकतका एक मच परदान करतरी ह

पकतका म परकाकशत लदखो म वयकत ककए गए कवचार लदखको कद अपनद होतद ह अत यह आवशयक नही ह कक परतयदक कचतन म पररषद की नरीकतयो को हरी परसतत ककया गया हो इसकलए पररषद का कोई उततरदाकयतव नही ह

copy 2018 पतरिका म परकातशत लखो का राशअपरप दारा सरावातिकार सरतषित ह पररषद की परवा अनमतत क तबना लखो का पनमवादरण तकसी भी रप म मानzwjय नही होगा

राशअपरप क परकाशन परभाग क काzwjयावालzwjय

एनसरीईआरटरी क पसशरी अरकवद मागथनzwjयी तदलली 110 016 फोन 011-26562708

108 100 फीट रोडहोसकद रद हललरी एकसटशनबनाशकररी सटदजबगलर 560 085 फोन 080-26725740

नवजरीवन टसट भवनडाकघर नवजरीवनअहमदाबाद 380 014 फोन 079-27541446

सरी डबलयय सरी क पसधनकल बस सटटॉप कद सामनदपकनहटरीकोलकाता 700 114 फोन 033-25530454

सरी डबलयय सरी कटॉमzwjपलकसमालरीगावगराहाटी 781 021 फोन 0361-2674869

सलाहकार सतमतत मनदिक एनसरीईआरटरी हकषकद श सदनापकत अधzwjयकष परारकभक कशषिा अनयप कमार राजपयत कवभाग अधzwjयकष परकाशन परभाग एम कसराज अनवर

सपादकीzwjय सतमतत अकरादमिकzwjसपरादक पदमा यादव एव उषा शमाथ िखzwjयzwjसपरादक शवदता उzwjपपल

परकाशन मडल िखzwjयzwjवzwjयरापरारzwjपबधक गौतम गागलरी िखzwjयzwjउतपरादनzwjअमधकरारी अरण कचतकारा zwj सपरादनzwjसहराzwjयक ॠकषपाल कसह उतपरादनzwjसहराzwjयक परकाश वरीर कसह

आररणअकमत शरीवासतव

मख पषzwjठसनदहा शमाथ कषिा V क दरीय कवदालय आईआईटरी कदललरी

मलzwjय एक परतत ` 6500 रातषवाक ` 26000

अधयषि परकाशन परभाग दारा राषटरीय शकषिक अनसधान और परकशषिण पररषद शरी अरकवद मागथ नयरी कदललरी 110 016 कद कलए परकाकशत तरा चनदपरभ ऑफसदट कपरकटग वकसथ परा कल सरीndash40 सकटरndash8 नोएडा 201 301 दारा मकदत

हिदी बाल कावzwjय का बदलता सzwjवरप और बचzwjच 1

इस अक म

सवाद 3

लख

1 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण अदलीब 5 िरष उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का परयोगातमक अधययन

2 हिदी बाल कावय का बदलरा सवरप और बचच टीना कष मारी 12

3 समाविी हिकषा म हिकषण अहिगम परहकरया अहिलि यादव 17

4 हवदालय परबिन सहमहर की भहमका एव कायत हवकरम कष मार 24

5 हवजान-गीर रहच वमात 30 सगीर की िहzwjतर दारा हवजान का परभावी हिकषण

6 भावातमक हवकास पनम 35

7 बाल क हरि र हि कषा रथा परगहरिील हि कषा सषनना हमततल 42

8 पराथहमक बाल हिकषा क लकय रथा हकरयाकलाप पदमा यादव 48

9 हिकषक की जवाबदिी स हिकषा वयवसथा की गषणवतता म सषिार एम एम रॉय 55

10 सोिल मीहिया हचता हसि 60 हिकषक की वयावसाहयक परगहर का नवीन उपकरण

fo|k ls vejRoizkIr gksrk gSA

ijLij vkosfVr gal jkVordfh kSfkd vuqlaku vkSj izfkkk ifjkn~ (u-lh-bZ-vkj-Vh-) osQ dkZ

osQ rhuksa ikksa osQ dhdjk osQ izrhd gSamicro(i) vuqlaku vkSj fodkl]

(ii) izfkkk] rFkk (iii) foLrkjAg fMrdquokkbu dukZVd jkT osQ jkpwj frdquokys esa eLosQ osQ fudV gqbZ [kqnkbksa ls izkIr bZlk iwoZ

rhljh krkCnh osQ vkksdqxhu HkXukoksk osQ vkegravekkj ij cukk xk gSA

miqZDr vknkZ okD bZkkokL mifukn~ ls fyk xk gS ftldk vFkZ gSampfo|k ls vejRo izkIr gksrk gSA

ISSN 0970-9312

पाथममक मशकषक

वरष 42 अक 3 जलाई 2018

पराथमिक मिकषक जलराई 20182

मवशर

11 उचच पराथहमक सरर पर हवजान सीिन क परहरफल (ककषा 6 स 8) 66

बालमन कछ कहता ह

12 मरी मममी महदिा िान 77

कमवता

13 हवजान की हिकषा सषनील कष मार गौड 78

सवाद

बचच अपन पररवि म अनक परकार क अनषभवो को गरिण करर िए पलर और बढर ि राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 बचचो क सकली जीवन को बािर क जीवन स जोडन का समथतन कररी ि बाल-क हरि र हि कषण अहि गम परहकरयाए अपनान पर बल दरी ि रथा हवहभ नन कौिलो का हवकास करर िए जान सजन करन की बार किरी ि ह िकषा क इन उदशयो की पहरत क हलए ह िकषको की भहमका अिम िो जारी ि

ह िकषा क कषत म आज अनको नवाचार िो रि ि ह िकषक सहमनार कॉनफस परहिकषण कायतकरमो आहद म भाग लकर सवय को सामहयक बनाए रिन का परयतन कर रि ि उनक यि परयतन सरािनीय ि अपन दारा हकए गए परयासो को व दसरो क साथ हवहभ नन माधयमो दारा जस mdash सोिल मीहिया पहतकाओ इतयाहद क दारा साझा भी कर रि ि

िमार इस अक म भी ह िकषका दारा हकए गए कष छ ऐस िी परयास हवचार लि जस mdash समाविी ह िकषा हवदालय परबिन सहमहर सगीर की िहzwjतर भावातमक हवकास बाल-क हरिर ह िकषा सोिल मीहिया का परयोग ह िकषको की जवाबदिी आहद िाहमल ि

आिा ि यि अक आपको पसद आएगा आप भी पहतका क हलए लि भज सकर ि लिको क हलए हदिा-हनददि पहतका क अर म हदए गए ि पहतका म सषिार िरष आप िम अपन सषझाव भज सकर ि

अकादमिक सपादक

1

महदी माधयम क मशकषक-पमशकषओ की वतषनीगत अशमधियो क मनराकरण हत उपचारातमक हसतकषप

कायषकरम क पभाव का पयोगातमक अधययनअदलीब

भाषा हवचाराहभवयहzwjतर का सबस सिzwjतर माधयम ि हिदी भाषा ससार की सषवयवहसथर भाषाओ म स एक ि भाषा क दो मषखय रप ि mdash मौहिक रथा हलहिर हजस परकार मौहिक भाषा म िबदो क िषधि उचचारण म अिषहधिया िो सकरी ि उसी परकार हलहिर भाषा म छात परायः िबदो क िषधि रप-लिन अथवा वरतनी म भी अिषहधिया करर ि वरतनी का िाहबदक अथत ि mdash वरतन या अनषवरतन अथातर पीछ-पीछ चलना अिषधि वरतनी क रीन मषखय कारण ि mdash

महदी वणषमाला क वणणो का सही जान न होनाहिदी वणतमाला क कष छ वणणो क दो रप परचहलर िोन क कारण सयषzwjतराकषरो क आकार रथा माताओ क परयोग का सिी जान न िोन क कारण वयजनो क सयोग क हनयम हवभहzwjतर-हचहन रथा पचम वणत क उहचर परयोग का जान न िोना आहद कारणो स भी छात लिन म अिषहधिया करर ि

अशधि उचचारणहिदी धवहनयो क उचचारण रथा धवहन हचहनो की समरपरा क कारण अिषधि उचचारण िोन स वरतनी क भी अिषधि िोन की आिका बनी रिरी ि

सहायक परोफसर आईएएसई जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय नयी हदलली

लख

हजस परकार मौहिक भाषा म िबदो क िषधि उचचारण म अिषहधिया िो सकरी ि उसी परकार हलहिर भाषा म छात परायः िबदो क िषधि रप-लिन अथवा वरतनी म भी अिषहधिया करर ि िषधि वरतनी हिकषण म पराथहमक सरर पर अधयापक की भहमका क मितव को समझर िए इस िोि-पत म भावी अधयापको अथातर (िीएलएि हिदी माधयम) क परथम वषत म अधययनरर 50 महिला रथा पषरष हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का अधययन हकया गया उनकी वरतनी सबिी अिषहधियो क हनराकरण क हलए इस परयोगातमक िोि म पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क मधय म उपचारातमक िसरकषप कायतकरम भी हदया गया िोि क पररणामो म यि कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण म परभावी पाया गया

पराथमिक मिकषक जलराई 20186

वयाकरण क मनयमो का जान न होनासहि क हनयम उपसगत और परतयय क योग स िबद बनान क हनयम हलग वचन रथा हवकार सबिी हनयम आहद का उहचर जान न िोन क कारण वरतनी सबिी अिषहधिया िोरी ि

हिदी भाषा क िषधि उचचारण रथा वरतनी हिकषण म अधयापक की भहमका अहर मितवपणत ि हविषकर पराथहमक सरर पर zwjतयोहक पराथहमक सरर पर सीिी गयी भाषा भहवषय म सीि जान वाल जान की आिारहिला ि इसी हवषय को धयान म रिर िए पराथहमक सरर पर हिदी-हिकषण क हलए परहिकषण ल रि हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का अधययन हकया गया

समसया कथन समसया कथन इस परकार ि mdash हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का परयोगातमक अधययन

चरो की पररचालन पररभारा वतषनीगत अशमधिया mdash एनसीईआरटी दारा हनहमतर दसवी ककषा की हिदी की पाठयपषसरक म आचायत मिावीर परसाद हद वदी दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का ििनrsquo नामक हनबि का शषरलि हिकषक-परहिकषषओ को हदया गया वरतनीगर अिषहधियो का रातपयत इस लि म हिकषक-परहिकषषओ दारा की जान वाली वरतनी सबिी अिषहधिया ि

उपचारातमक हसतकषप कायषकरम mdash उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण क हलए पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क मधय म सचाहलर गद-हिकषण की lsquoसपषटीकरण हवहिrsquo पर आिाररर रथा िोिाथथी दारा हनहमतर हतहदवसीय कायतकरम िमहदी माधयम क मशकषक-पमशकष mdash हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ स अहभपराय जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय क िीएलएि कायतकरम परथम वषत (हिदी माधयम) म अधययनरर सती एव पषरष हि कषक-परहि कषको स ि

अनसधानातमक पशन1 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा

हिकषक-परहिकषषओ दारा की गई हिदी की वरतनीगर अिषहधियो का वरतमान सरर zwjतया ि

2 zwjतया उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ दारा की गई वरतनीगर गलहरयो का हनराकरण करन म परभावकारी ि

शोध क उदशय1 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा

हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी हिदी की वरतनीगर अिषहधियो की रषलना करना

2 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का अधययन करना

3 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव की रषलना करना

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 7

शोध की शनय पररकलपनाए1 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी

हिदी की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

2 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का कोई साथतक परभाव निी पडरा ि

3 हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव म कोई साथतक अरर निी ि

शोध का सीमाकन1 इस िोि का सीमाकन कवल राषटीय राजिानी

कषत हदलली रक हकया गया ि 2 यि िोि कवल जाहमया हमहललया इसलाहमया

हवशवहवदालय म िीएलएि कायतकरम म अधययनरर हिकषक-परहिकषषओ रक सीहमर ि

3 यि िोि कवल हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ रक सीहमर ि

शोध मवमध तथा अनसधानातमक अमभकलपपरसरषर िोि म परयोगातमक हवहि का परयोग हकया गया ि इस िोि म परयोगातमक हवहि क lsquoएकल समि पवत परीकषण ndash पशच परीकषण अहभकलपrsquo का परयोग हकया गया ि

जनसखया एव नयादशष परसरषर िोि की लकय जनसखया ( t a r g e t population) हदलली म िीएलएि पाठयकरम हिदी माधयम म अधययनरर समसर हिकषक-परहिकषष ि इस िोि क हलए जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय म िीएलएि हिदी माधयम म

अधययनरर 24 पषरष रथा 26 महिला हिकषक-परहिकषषओ का अधययन हकया गया नयादित (sample) क चयन म lsquoसोदशय नयादित रकनीकrsquo (purposive sampling technique) का परयोग हकया गया

शोध उपकरणो का मनमाषण तथा पदतो की सकलन पमकरया िोिक न पवत चयहनर नयादित पर एक समि क रप म हिदी वरतनी सबिी उनक जान का हनदानातमक परीकषण हकया हजसक हलए िोिक न एनसीईआरटी दारा हनहमतर दसवी ककषा की हिदी की पाठयपषसरक स आचायत मिावीर परसाद दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का िणिनrsquo नामक हनबि का चयन हकया इस हनबि का चयन इसम हिदी भाषा क कष छ रतसम िबद रपो रथा रढ िबदावली क परयोग क कारण हकया गया पवत परीकषण म िोिक क दारा आचायत मिावीर परसाद दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का िणिनrsquo नामक हनबि सपषटरः पढ जान क साथ-साथ हिकषक-परहिकषषओ को अपनी उततर-पषहसरकाओ म शषरलि हलिन का भी हनददि हदया गया पवत परीकषण क आिार पर हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो का हवशलषण हकया गया रथा इसक अनषसार उनकी वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण क हलए िसरकषप कायतकरम का हनमातण हकया गया पवत परीकषण क चार हदन पशचार हतहदवसीय िसरकषप कायतकरम का सचालन हकया गया इस कायतकरम म हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो का हनराकरण गद-अधयापन की lsquoसपषटीकरण हवहिrsquo क माधयम स हकया गया

पराथमिक मिकषक जलराई 20188

इस हवहि म हिकषक-परहिकषषओ दारा अिषधि हलि गए िबदो की िषधि वरतनी रथा अथत उपसगत परतयय समास सहि-हवचछद पयातयवाची िबद हवलोम िबद अथत परसार रथा वाzwjतय-परयोग क माधयम स उन िबदो का हवशलषण करक समझाया गया रदोपरार छातो की समझ की जाच िरष उनि एक-एक करक िोिक क दारा बोल गए िबद शयामपटट पर िषधि वरतनी क साथ हलिन क हलए किा गया िसरकषप कायतकरम का सचालन रीन हदवस रक चला इसक चार हदन पशचार हिकषक-परहिकषषओ का पशच परीकषण हकया गया हजसम उनि विी शषरलि हलिन का हनददि हदया गया जो उनिोन पवत परीकषण म हलिी थी इस कायतकरम का एक अहरररzwjतर लाभ यि िआ हक हिकषक-परहिकषष िबदो की िषधि वरतनी क साथ-साथ उनक उहचर अथत समझ पाए रथा

हवशलषण हवहि क माधयम स पयातयवाची हवलोम िबद उपसगत परतयय सहि समास आहद क हवषय म भी सीि पाए साथ िी िबदो का वाzwjतय म परयोग कर पान म भी सकषम िो पाए

पयकत सामखयकीय तकनीकपरसरषर िोि म परयोगातमक हवहि क lsquoएकल समि पवत परीकषण और पशच परीकषण अहभकलपrsquo का परयोग हकया गया ि परापर परदततो का साहखयकीय हवशलषण यषहमर नयादित परीकषण (Paired sample lsquotrsquo test) क दारा हकया गया ि

उदशय 1 स सबमध त पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी हिदी की वरतनीगर अिषहधियो की रषलना करना

तामलका 1 mdash उपचारातमक हसतकषप कायषकरम की सरचना

करस शबद अथष सपषzwjीकरण मवमध सपषzwjीकरण1 िोक दषःि िद हवलोम िषत

2 हवदमान उपहसथर परतयय हवद+मान

3 गि-सषि गिसथ सषि समास गि-सषि (रतपषरष समास)

4 िमत-िासत िमत सबिी िासत समास िमत-िासत (रतपषरष समास)

5 ससकर क गरथ ससकर की पषसरक अथत-परसार ससकर भाषा म हलिी िई विर पषसरक

6 कष हिहकषर बषरी हिकषा परापर हकय िए उपसगत कष +हिहकषर

7 सषहिहकषर अचछी हिकषा परापर हकय िए उपसगत सष+हिहकषर

तामलका 2 mdash सवततर नयादशष परीकषण ( Independent sample lsquotrsquo test)

वतषनीगत तरमzwjया अक

सखया माधय मानक मवचलन सवततरता-मिगी t का मान

p का मान

मzwjपपणी

छात 24 223 139 48 126 021 साथतक निी ि

छाताए 26 171 150

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 9

राहलका 2 स यि हनषकषत हनकलरा ि हक पषरष रथा महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

उदशय 2 स सबमधत पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का अधययन करना

राहलका 3 क अवलोकन स पररीर िोरा ि हक t अनषपार 1013 ि रथा p का मान 000 ि जो 01 हवशवसररा क सरर पर साथतक ि अरः िनय

परीकषण क शषरलि म पवत परीकषण की रषलना म

हनमन वरतनीगर अिषहधिया की गयी ि अथातर

उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी

हसधि िआ ि

उदशय 3 स सबमध त पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप

कायतकरम क परभाव की रषलना करना

तामलका 3 यममत नयादशष परीकषण (Paired Sample lsquotrsquo Test)

यम अतर t का मान

सवततरता मिगी

p का मान (Sig 2 tailed)

माधय लाभाक

मानक विचलन माधय की मानक तरवि

वरतनी सबिी तषहटया पवत एव पशच परीकषण

152 106 150 1013 49 000

तामलका सखया 4 यममत नयादशष सामखयकी (Paired Sample Statistics)

सखया माधय लाभाक मानक मवचलन माधय की मानक तरविपवत परीकषण 50 196 145 206

पशच परीकषण 50 43 48 068

पररकलपना 2 को हनरसर हकया जारा ि यि हनषकषत हनकलरा ि हक हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का साथतक परभाव पडरा ि राहलका 4 क अवलोकन स पररलहकषर ि हक पवत परीकषण का माधय लाभाक 196 ि रथा पशच परीकषण का माधय लाभाक 43 ि पशच परीकषण क हनमन माधयाक स सपषट िोरा ि हक हिकषक-परहिकषषओ दारा पशच

राहलका सखया 5 क यष म 1 का अवलोकन करन स सपषट ि हक पषरष हिकषक-परहिकषषओ क पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क सदभत म t का मान 859 ि जो 05 रथा 01 दोनो सररो पर साथतक ि हजसस यि हनषकषत हनकलरा ि हक हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म उपचारातमक िसरकषप कायतकरम परभावकारी ि इसी परकार महिला हिकषक-परहिकषषओ क पवत परीकषण रथा पशच परीकषण

पराथमिक मिकषक जलराई 201810

क सदभत म t का मान 610 ि रथा p का जो न कवल 05 सरर पर अहपरष 01 सरर पर भी साथतक ि हजसस यि सपषट चलरा ि हक महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क सषिार पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का सकारातमक परभाव पडा ि

राहलका सखया 5 का अवलोकन करन पर िम पार ि हक पवत परीकषण रथा पशच परीकषण म पषरष हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो क माधय का लाभाक 173 ि पवत परीकषण रथा पशच परीकषण म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो क माधय का लाभाक 1331 ि महिला हिकषक-परहिकषषओ का लाभाक पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म कम िोन का आिय यि ि हक पशच परीकषण म महिला हिकषक-परहिकषषओ न पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म वरतनी सबिी अिषहधिया कम की ि

शोध क पररणाम व मनषकरष1 पषरष हिकषक-परहिकषषओ रथा महिला परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

2 उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी ि

3 उपचारातमक िसरकषप कायतकरम पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म अहिक परभावकारी हसधि िआ ि

शोध क मनमहताथषपरसरषर िोि स यि सपषट ि हक पषरष हिकषक-परहिकषषओ रथा महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर न िोन का अथत सभवरः यि भी ि हक पराथहमक सरर पर हिदी भाषा

तामलका 5 यममत नयादशष परीकषण (Paired Sample t Test)

यम अतर t का मान

सवततरता मिगी

p का मान (Sig 2 tailed)

माधय लाभाक

मानक विचलन

माधय की मानक तरवि

यष म 1 वरतनीगर तषहट (छात) पवत-वरतनीगर तषहट (छात) पशच

173 987 201 859 23 000

यष म 2 वरतनीगर तषहट (छाताए) पवत-वरतनीगर तषहट (छाताए) पशच

133 1112 218 610 25 000

तामलका सखया 6 यममत नयादशष सामखयकी (Paired Sample Statistics)

माधय लाभाक सखया मानक मवचलन माधय की मानक तरवियष म 1 वरतनीगर तषहट (छात) पवत 223 24 139 283

वरतनीगर तषहट (छात) पशच 50 24 453 092

यष म 1 वरतनीगर तषहट (छाताए) पवत 1712 26 1503 295

वरतनीगर तषहट (छाताए) पशच 381 26 515 101

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 11

की वरतनी हसिान म पषरष रथा महिला म कोई अरर निी िोरा ि उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी हसधि िआ ि अरः पराथहमक सरर क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का समान परकार क िसरकषप कायतकरमो क माधयम स हनराकरण हकया जा सकरा ि उपचारातमक िसरकषप कायतकरम पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म अहिक परभावकारी हसधि िआ ि इसका कारण सभवरः यि ि हक सामानयरः महिलाए पषरषो की रषलना म अहिक रीवर गहर स भाषा सीिरी ि रथा भाषा को िषधि रप म बोलन का आदित अनषकरण िीघररा स कर लरी ि

आग शोध क मलए सझाव bull हिदी भाषा क िषधि रप को हलिना हसिान क

हलए वरतनी-िषहधि अहर आवशयक ि इसक हलए उपचारातमक िसरकषप कायतकरम अतयर सिायक हसधि िो सकर ि अरः इनक परयोग दारा भाषा िषहधि की जानी चाहिए

bull उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क हरिर समान परकार क िोि हवहभनन सरर क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को दर करन िरष हकय जा सकर ि

bull न कवल हिकषक-परहिकषषओ अहपरष सभी अकादहमक सररो क हवदाहथतयो की वरतनीगर अिषहधियो को िसरकषप कायतकरमो क माधयम स दर हकया जा सकरा ि

bull कष छ िसरकषप कायतकरम न कवल वरतनी-िषहधि अहपरष उचचारण-िषहधि िरष भी बनाय जा सकर ि

bull हवदालयी हिकषको की वरतनीगर अथवा उचचारण सबिी अिषहधियो क हनराकरण िरष भी कष छ आवशयकरा-क हरिर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम बनाय जा सकर ि रथा सरकारी व हनजी हवदालयो क हिकषको पर परयोग हकय जा सकर ि

कष छ उपचारातमक िसरकषप कायतकरम न कवल हिदी भाषा बहलक अनय भाषाओ क िषधि हलहिर अथवा उचचररर रप को सीिनहसिान क हलए बनाय जा सकर ि

सदभषहरवारी भोलानाथ 2011 महदरी भाषा की सरचना वाणी परकािन नयी हदललीदहिया इदष 2015 lsquoवरतनी सबिी अिषहधियो क उपचारीकरण म अधयरा क हरिर रथा कायतकलाप-आिाररर अहिगम-अधयापन

उपागम की परभाविीलरा का परायोहगक अधययनrsquo अनमषका mdash अधयापक मिका की पमरिका िि 10 (1) राषटीय अधयापक हिकषा पररषद नयी हदलली पषठ 1ndash17

हमलस जी ई एव आरएल ग 2017 िमकक अनसधान बारिवा ससकरण हपयसतन एजषकिन लदन इ लिहसि साहवती 1992 महदरी मिकण लॉयल बषzwjतस पहबलकिन हलहमटि मरठ

िरोधारथी पीएचिी (हदरीय वषत) हिकषा हवभाग हदलली हवशवहवदालय

महदी बाल कावय का बदलता सवरप और बचच

2

टीना कष मारी

समयानषरप बदलर कावय म बचचो की आकाकषाए उनका वयविार सवभाव बिबी उभरा ि बचचो क मसरी भर रोचक कारनामो और ियालो स लकर आिषहनकरा क साथ उभर बचच का अकलापन और दोसरो का अभाव सब कष छ कहवराओ म हबिरा ि बाल कावय की याता क दौरान परवहतत या एव हमजाज भी बदल ि यि लि हिदी बाल कावय क बदलाव को िी करीब स दिरा ि कावय कवल रथयो क साथ िी निी कहवराओ क बदलर हमजाज को उदािरण सहिर समझन की कोहिि कररा ि हलहिर रप म हपछल सौ वषणो क दौर का कावय मोट रौर पर कसा हदिरा ि और बचचो स कस जषडरा ि आहद की एक कडी दिन को हमलरी ि

बाल साहितय का मल आिय बालक क हलए सजनातमक साहितय स ि बाल साहितय का उदशय बाल पाठको का मनोरजन करना िी निी अहपरष उनि आज क जीवन की सचचाइयो स भी पररहचर कराना ि पराचीन बाल साहितय क रप म लोक कथाए लोररया और िलगीर हलए जा सकर ि यषग पररवरतन क साथ-साथ इनका मौहिक आदान-परदान िोरा रिा ि बाल साहितय की सषरमयी िारा ि mdash बाल कावय बाल साहितय क हवहवि अगो म बालय कावय का हवहिषट सथान ि सामानयरः नवजार स 16 वषत की आयष को बालपन माना गया ि और इनक हलए हलिा कावय बाल कावय ि पाच स चौदि वषत रक का बाल वगत बाल कावय स जषडा वासरहवक वगत ि

(िोभाल 1990) बाल कावय म रषकबदी लोरी पिहलया हिकषापरद कहवराए चषटकष ल जीभ क कररब और अगरजी राइमस स परभाहवर कहवराए रिी जा सकरी ि (घोष एव कष मार 1999) हिदी बाल कावय म लोररयो एव हििष गीरो की समधि िारा ि बाल कावय म िल गीरो को भी समाहिर हकया गया ि हिदी बाल कावय बालक क जीवन म छष टपन स िी लोररयो क रप म घषलन लगरा ि बाल कहवरा का नटिट अग हििष गीर यहद अचछ िो रो बचच क मन पर एक ररि का सथायी छाप छोडर ि और बड िोन पर भी उनका परभाव फीका निी पडरा कहवराए वणतन करन का सवाभहवक ररीका भी बिबी हसिारी ि बचचो म कलपनाओ की गहर अतयहिक रीवर िोन पर

हिदी बाल कावzwjय का बदलता सzwjवरप और बचzwjच 13

कभी-कभी असगर और असबधि िो जारी ि बचच ऐसी कलपनाओ की अहभवयहzwjतर बालगीरो म पाकर आनहदर िोर ि इस परकार क बाल गीर हनरथतक बाल गीर कि जार ि इनम कलपना की हवहचतरा िोरी ि जो परसननरा दरी ि mdash

दि जलबी जगाउसक अदर मगगाराममहरत हतपाठी क अनषसार बाल कावय का सत

लोरी ि व 3ndash5 वषत क बचचो िरष 4ndash8 पहzwjतरयो वाली रषकानर धवनयातमक िबदो वाली लयबधि कहवराओ को उहचर मानर ि आरभ म बाल साहितय बडो क हलए हलि गए साहितय क रप म िी था हफर इनिी स बचच लाभाहनवर िोन लग िनः िनः हििष गीरो और बाल कहवराओ न भी जनम हलया बाल कावय बचचो की सजीव कलपना और सिज भावनाओ की अहभवयहzwjतर का सषदर माधयम बना बचच क मन म अपन पररवि घर पररवार आसपास क मािौल और दषहनया की पिली छाप इनिी कहवराओ स पडरी ि य नटिट कहवराए कवल कहवराए निी बहलक बचचो क हलए रग-हबरग हिलौन भी ि हजनस वि मनमान ढग स िलर ि वि िसरा ि हकलकरा ि और यिा रक हक उसक साथ-साथ सवय भी रचरा ि और अपनी कलपना की भि िार कररा ि mdash

चि राजा ि िरानचलर िरदम सीना रानइसीहलए रो हबलली मौसीिीचा कररी उनक कानकलकतत स गाडी आईटॉफी हबसकष ट कल लाई

गाडी बोली ई- ई- ईआिा उसन सीटी दीअमीर िषसरो की कष छ मषकररयो और पिहलयो

दारा भी बाल कावय की झलक हमलरी ि उदािरणाथत mdash एक थाल मोरी स भरा सबक हसर पर औिा िराचारो ओर वि थाली हफर मोरी उसम एक न हगर

(आकाि)भहzwjतरकालीन एव रीहरकालीन कहवयो दारा

हलिी गई सरल भाषा वाली कष छ कहवराए बालको क हलए उपयोगी ि साथ िी रसिान एव सरदास दारा lsquoशीकषण का बाल वणतनrsquo अहदरीय ि हकरष य सभी बाल कावय की शणी क पमानो पर परी ररि स िर निी उररर बाल कहवरा बालमन क हनकट की बालक क हलए रचना िोरी ि जबहक बालक दारा रहचर रचना बडो क हलए भी िो सकरी ि और परायः िोरी ि बचच भी बडो स जयादा बार किन की कषमरा रिर ि बाल कहवरा अपन समय क बचच स िी पररणा क हलए िोरी ि उदािरण क हलए समय हविष की जररर परभाव वारावरण इतयाहद का धयान िोन स िी रचना सदा परासहगक बनी रिरी ि बाल कावय अथातर बचचो का कावय बालयावसथा की कष छ हविषराए या परवहततया जसmdash हजजासा कलपना रचनातमकरा हनददि सयम की परवहतत आतम परदितन की परवहतत अनषकरण की परवहतत सपिात सिानषभहर हवनय और आवरतन इतयाहद िोरी ि ऐसा कावय जो इन परवहततयो को धयान म रिकर हलिा जाए विी उततम कावय ि कलपना कावय की भाषा िोरी ि बाल कावय कलपना वभव स सपनन कावय ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201814

परकािमनष की पषसरक महदरी बाल कमता का इमतहास म मोट रौर स बाल कहवरा को हनमनहलहिर रीन चरणो म बाटा ि mdash 1 परारहभक यषग (1901ndash1947)2 गौरव यषग (1947ndash1970)3 हवकास यषग (1971 )

सवरतरा स पवत क समय म गषलामी क बिनो को काटन क हलए बालको क वयहzwjतरतव हनमातण की पररणा स िषर-िषर म सायास बाल कहवराए हलिी गइइ व दिभहzwjतर और उपदिातमकरा क भार स अहरिय दबी िई कहवराए ि बाल कावयकार बालक क वयहzwjतरतव को आदिणो और सासकहरक पषठभहम क अनषसार ढालना चािरा था अरः मनोवजाहनक दहषट बाल कावय म पणतरः हवकहसर निी िो पाई हकरष इसी दौर म िडी बोली हिदी कहवरा क जनमदाराओ म स एक पहिर शीिर पाठक उललिनीय ि हिदी क परारहभ क बाल गीरकारो म हगन जान वाल शीिर पाठक जी न बाल सवभाव बाल-मनोवहतत एव बाल-मनोहवजान का धयान रिर िए सरकत रा क साथ-साथ बाल कावय क हलए हवषयो का चयन हकया ि इनकी कहवराओ का चचल एव हिलदपन िास रौर स भारा ि इस कहवरा म भाररीय वारावरण की गमतजोिी और बचच का लगाव एव उसका कलपना ससार दोनो िी बहढया ढग स सामन आर ि इसका एक उदािरण इस परकार ि mdash

ldquoबाबा आज दल छ आएहचजजी-हपजजी कछष न लाए बाबा zwjतयो निी हचजजी लाएइरनी दली छ zwjतयो आएrdquo

इसी दौरान हवदाभषण हवभष की lsquoघम िाथी झम िाथीrsquo बडी चहचतर रचना रिी हवदाभषण हवभष न हिदी क परारहभक दौर म अनक सषदर हििष गीर हलिकर एक बड अभाव की पहरत की इस काल म lsquoहििषrsquo एव lsquoबालसिाrsquo जसी मितवपणत बाल पहतकाओ न बाल कहवरा को आग ल जान म मितवपणत भहमका हनभायी ldquoमहथलीिरण गषपर रामनरि हतपाठी अयोधया हसि उपाधयाय lsquoिररऔिrsquo जी क इस काल म बाल कावय की हिदी कहवरा म आग चलकर जो रप और परवहततया हदिाई पडी mdash चाि नाटकीय ढग की कथातमक कहवराओ का चलन िो या हफर धवनयातमक परभावो क जररए बचचो क मन को ररझान और परभाहवर करन की कोहिि बीज रप म य सभी चीज हिदी बाल कहवरा क इस दौर स आरी िrdquo (मनष 2003)

इस िारा म आग का समय (1947 स 1970) यिा उभरी सषदर एव हवहवि परवहततयो को और हवसरार दन वाला रिा हिदी बाल कहवरा हजरनी मषzwjतर और बिरगी इस दौर म थी उसन जसी अदभषर उडान भरी और जीवन हजरना िषलकर नाटकीय सवगो क साथ इस यषग की बाल कहवरा म आया वि अहदरीय था हनरकार दव सवक सवदशवरदयाल सzwjतसना दामोदर अगरवाल इतयाहद नामो न इस दौर को बिचहचतर एव सदव लषभावनी बनी रिन वाली बाल कहवराए दी उदािरणाथत mdash

ldquoइबनबररा पिन क जराहनकल पड रफान मथोडी िवा नाक म घषस गई थोडी घषस गई कान मrdquo

(सवदशवरदयाल सzwjतसना)

हिदी बाल कावzwjय का बदलता सzwjवरप और बचzwjच 15

यि कहवरा एक अजब सी कॉमिक zwjटजडरी का आभास दरी ि lsquoइबनबरराrsquo जसा कोई दमदार पात बाल कावय म निी हदिरा इसी समय शी परसाद जी की कहवराए छद और लय की उसरादी और सपणतरा का अिसास दरी ि उदािरणाथत mdash lsquoमषगद की िादीrsquo का रोचक हचत दहिए mdash

ldquoढम-ढ ढम-ढम ढोल बजाराकद-कदकर बदरछम-छम घघर बाि-बाि नाचराभाल मसर कलदर कष ि-कष ि क कोयल गारीमीठा-मीठा गाना मषगद की िादी म ि बसहदन भर मौज मनानाrdquo

(शी परसाद)सोिनलाल हदवदी सषहमतानदन पर रामिारी

हसि lsquoहदनकरrsquo बालसवरप रािी इतयाहद बाल कावय की रजपणत हवभहरया इसी समय कायतरर थी

दामोदर अगरवाल रहचर lsquoहबजलीrsquo पर हलिी सववोततम कहवरा इसी काल की ि बाल कावय की याता म रमि रलग की यि कहवरा एक नया आयाम और पडाव दरी ि mdash

ldquoअल छष बि िो गईआगल बषिाल लमममी क कमल की रीद थमाल लrdquoइस कहवरा म एक बचचा ि और उसकी

वयसररा क सभी कारण सचच ि यि सहकरय और हज ममदार बचचा काफी िरफनमौला ि और बचच की एक नई छहव दरा ि रमि रलग की यि कहवरा

बाल कावय को एक नई सोच बदलरी छहवयो और पररीको की ओर मागत हदिान म अहदरीय ि 1971 अब रक का समय वि ि जब एक निी अहपरष रीन स चार पीहढयो क कहव एक साथ बाल कावय सजन म लीन थ इस दौर म हदहवक रमि परयाग िषzwjतल चरिदतत इदष गोपीचद शीनगर इतयाहद कहव सजन म लग थ यि जानना मितवपणत ि हक इस दौर की कहवरा दारा पिली बार हवचार रतव का दिल हदिाई हदया बचच पर बसर और पढाई का बोझ रथा उसकी भीररी दषहनया की उलझन बाल कहवरा म नजर आइइ कई परमषि बाल कहवयो न इस दौर म बचच क लगारार भारी िोर िए बसर क बोझ और उसस दबकर lsquoमषहzwjतरrsquo क हलए कारर अनषरोि करर बचच क कारण माहमतक हचत आहद अपनी कहवराओ म उकर ि बचच की हवविरा हनिायर सचच और हदयरिावक क रप म जसी बाल कहवरा म परकट िई ि वसी िायद िी किी और सामन आई इसी ररि आिषहनकरा क साथ बचच का अकलापन और दोसरिीनरा भी कहवराओ म झलकी ि इस दौर की बाल कहवरा सपनो की घाटी म िी हवशाम निी लरी बहलक बदल िए समय की मषहशकलो और आपदाओ स भी दो-चार िोरी ि िम दि सकर ि हक बाल कहवराओ की याता क दौरान परवहततया एव हमजाज भी बदल ि बाल कावय चाि जस भी दौर स गषजरा हकरष यि सतय ि हक कहवरा न हपछल सौ बरसो स पीढी-दर-पीढी भाररीय बचपन का मानहसक और भावातमक पोषण हकया उस उनमषzwjतर िसी उमग और मीठी हिला हिलािट दी बचचो की कलपना और हजजासा-हकषहरजो का हवसरार

पराथमिक मिकषक जलराई 201816

करक उस सहदय इसान और बिरर नागररक बनान की पषखरा नीव रिी

हिदी बाल कावय िम भाषा और सपरषण क हवकास की नीव परदान कररा ि धवहन अपन पराकहरक पररवि परपरा और सामाहजक रिन-सिन स सयोहजर िोरी ि हजस पराकहरक और सामाहजक पररवि म बचचो की मानहसकरा का हवकास िोरा ि बाल कावय उसस िी परररर िो भाषा का हवकास कररा ि इस साहितय म झाककर दि रो िम बचचो क सवभाव और हवकास करम का एक रोचक पररचय हमलरा ि और भाषा की वाहचक िरोिर क एक मितवपणत हिसस को दि पार ि बाल कावय की मौहिक िारा न जान कब स बचचो क भावो सदभणो जीवन पररवरतन को गहर व हवसरार दर िए एक पीढी स दसरी पीढी को द रिी ि वरतमान म बाल कावय मौहिक परपरा क हलए दादा-दादी का साहनधय सयषzwjतर पररवार िल मिली इतयाहद माधयमो का अभाव-सा िोरा जा रिा ि विी दसरी ररफ हवदालयी जीवन कडा िोरा जा रिा ि किी-किी पाठयचयात म कष छ सरर पर बाल कावय का परयोग भी

हदिरा ि हकरष बालकावय परपरा म जो अरर आय ि उनि िोजन और हवचार करन की आवशयकरा ि

मनषकरषहिदी बाल कहवराओ का यि हनहवतवाद गषण ि हक व हसफत बचचो को सबोहिर िी निी ि बहलक परी ररि बचचो की चीज ि बचचो क िलन एव गान-गषनगषनान की चीज हजन पर पिला और आहिरी िक भी बचचो का िी ि व हलिी भल िी बडो दारा गई िो मगर व ि बचचो की चीज बाल कावय अपन 100 वषणो की परपरा म हवहविरा और माता दोनो सररो पर गिन िआ ि हपछल 100 वषणो स पीढी-दर-पीढी भाररीय बचपन का मानहसक और भावातमक पोषण इन कहवराओ स िआ ि िमारी lsquoशषहर आिाररर जान परपराrsquo म भी कहवराए अनवरर बिरी-सी रिी ि उनमषzwjतर िसी उमग और मीठी हिल-हिलािटो क साथ-साथ कहवराओ न बचचो की कलपना और हजजासा-हकषहरजो का हवसरार करक उस सहदय इनसान और बिरर नागररक बनान म मितवपणत योगदान हदया ि

सदभषघोष आिीष एव कषण कष मार (सपा) 1999 गडबडझाला राषटीय पषसरक नयास नयी हदललीिोभाल कष सषम 1990 महदरी बाल कावय ि कलपना ए पतरीक तत लाइबरी बषक सटर मालीवाडा हदलली मनष परकाि 2003 महदरी बाल कमता का इमतहास मिा बषzwjतस िािदरा

िरोधारथी हि कषा िासत हवभाग क रिीय हि कषा ससथान हदलली हवशवहवदालय हदलली

समावशी मशकषा म मशकषण अमधगम पमकरया

अहिलि यादव

3

समाविी हिकषा कवल एक दहषटकोण िी निी बहलक एक माधयम भी ि हविषकर उन लोगो क हलए हजनम कष छ सीिन की ललक िोरी ि और जो रमाम अवरोिो क बावजद आग बढना चािर ि यि इस बार को दिातरा ि हक सभी यषवा चाि व सकषम िो या हवहभनन रप स सकषम उनि सीिन योय बनाया जाए इसक हलए एक समान सकलndashकरच पवत पराथहमक हवदालय सकलो और सामषदाहयक हिकषा वयवसथा रक सबकी पिच सषहनहशचर करना बिद जररी ि यि हसफत लचीली हिकषा परणाली स िी सभव ि भारर म हदवयाग स सबहि र काननी पराविानो क इहरिास का परारभ वषत 1944 म साजजट ररपोटत स माना जारा ि हजसम यि किा गया था हक हदवयागरा यहद हविष

हवदालय क अनषकल ि रभी हदवयाग वयहzwjतरयो को हविष हवदालय म भजा जाना चाहिए इसी बार पर कोठारी आयोग (1966ndash68) न भी जोर हदया और हदवयाग लोगो की हिकषा को हिकषा नीहर का एक अहभनन अग माना भारर म समाविी हिकषा की िषरआर क हलए lsquoहदवयागो क हलए समहकर हिकषाrsquo योजना 1970 क दिक म परारभ की गयी हजसका उदशय हदवयाग बचचो को सामानय हवदालय म िाहमल करना व िहकषक अवसर परदान करन क साथ िी साथ सभी सरर पर उनि समषदाय स जोडना था इसक बाद अनक योजनाए परारभ की गयी पररष समाविी हिकषा क कषत म वषत 2000 मितवपणत ि जब एनसीईआरटी न मदालयरी मि का क मलए

समाज का हवकास मानवीय कषमरा क हवकास पर हनभतर कररा ि समाज म हवकास क हलए सभी का सियोग वाहछर ि हिकषा समाज क हवकास म सबस मितवपणत कारक ि हिकषा को वयहzwjतर की दकषरा बढान का सािन िी निी बहलक लोकरत म सहकरय भागीदारी हनभान और अपन सामाहजक जीवन-सरर म सषिार क हलए भी आवशयक माना जारा ि भारर म हदवयागो की सखया अहिक ि और इनक हवकास क हबना दि का पणत हवकास सभव निी ि भारर म हदवयागो क हलए हिकषा वयवसथा का एक बदलरा सवरप हदिाई द रिा ि वो ि mdash lsquoसमाविी हिकषाrsquo

पराथमिक मिकषक जलराई 201818

पाठयचयाया राषzwjटरीय की रपरखा 2000 म समाविी हवदालयो पर बल हदया भारर म समाविी हिकषा क हलए वषत 2009 मितवपणत रिा zwjतयोहक इसी वषत lsquoहिकषा का अहिकार अहिहनयमrsquo पाररर हकया गया हजसम 6ndash14 वषत क बचचो को हनःिषलक एव अहनवायत हिकषा का सविाहनक अहिकार परदान हकया गया

अररातषटीय सरर पर समाविी हिकषा क हलए lsquoसलमाका सममलनrsquo 1994 मील का पतथर साहबर िआ यि सममलन जन 1994 म सपन क सलमाका ििर म आयोहजर िआ हजसम 92 दिो क परहरहनहियो व 25 अररातषटीय ससथाओ न भाग हलया इस सममलन का परमषि हनणतय था lsquoसभी क हलए हिकषा हजसम बचच यषवा और हविष आवशयकरा वाल लोगो (हदवयागो) को सामानय हिकषा वयवसथा म हिकषा परदान करनाrsquo

यनसको (2016) क अनषसार समाविी हिकषा का रातपयत उस हिकषा स ि जो mdash1 यि हवशवास कररी ि हक सभी बचच सीि सकर

ि और सभी बचचो की अलग-अलग परकार की हविष आवशयकराए िोरी ि

2 हजसका लकय सीिन की कहठनाइयो की पिचान और उनका परभाव नयनरम करना ि

3 जो औपचाररक हिकषा स बािर ि और घर समषदाय एव हवदालय स बािर हिकषा क अनय अवसरो पर भी बल दरी ि

4 अहभवहततयो वयविारो हिकषण हवहि पाठयकरम एव वारावरण को पररवहरतर करन की वकालर कररी ि राहक सभी बालको की हविष आवशयकराए परी िो सक

समावशी मशकषासमाविी हिकषा स अहभपराय ि हक वि हिकषा हजसम हदवयाग एव अनय सामानय हवदाथथी को एक साथ एक िी ककषा म भदभाव रहिर वारावरण म हिकषा परदान की जाय हजसस हदवयाग हवदाथथी समाज म आसानी स समायोहजर िो जाए जसा हक एनसरीएफ 2005 म बरलाया गया ि हक समाविन की नीहर को िर सकल और सारी हिकषा वयवसथा म वयापक रप स लाग हकए जान की जररर ि बचच क जीवन क िर कषत म वि चाि सकल म िो या बािर सभी बचचो की भागीदारी सषहनहशचर हकए जान की जररर ि सकलो को ऐस क रि बनाए जान की आवशयकरा ि जिा बचचो क जीवन की रयारी कराई जाए और यि सषहनहशचर हकया जाए हक सभी बचचो िासकर िारीररक या मानहसक रप स असमथत बचचो समाज क िाहिए पर जीन वाल बचचो और कहठन पररहसथहरयो म जीन वाल बचचो को हिकषा क इस मितवपणत कषत क सबस जयादा फायद हमल

यहनसफ यनसको की ररपोटत एनसीएफ 2000 एव 2005 म बरलाया गया ि हक समाविी हिकषा म हदवयाग (िारीरर क हदवयाग दहषट बाहिर हदवयाग वाक बाहिर हदवयाग सवहलनरा सीिन की अकषमरा यषzwjतर हदवयाग) िहकषक हपछड भाषायी अलपसखयक सामाहजक-आहथतक रप स कमजोर बचच गरामीण पषठभहम क बचच जनजारीय बचच घषमर समाज क बचच कामकाजी समि क बचच आहद िाहमल ि

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 19

मवदाथथी एव मशकषक mdash समावशी मशकषा सकलो म अzwjतसर िम कष छ हगन-चषन बचचो को िी बार-बार चषनर रिर ि हजसस इस छोट समि को रो ऐस अवसरो स फायदा िोरा ि उनका आतमहवशवास बढरा ि और व सकल म लोकहपरय िो जार ि लहकन दसर बचच बार-बार उपहकषर मिसस करर ि और सकल म पिचान जान और सवीकहर की इचछा उनक मन म लगारार बनी रिरी ि रारीफ करन क हलए िम शषठरा और योयरा को आिार बना सकर ि लहकन अवसर रो सभी बचचो को हमलन चाहिए और सभी बचचो की हवहिषट कषमराओ को भी पिचाना जाना चाहिए और उनकी रारीफ िोनी चाहिए इसम हविष जरररो वाल बचच भी िाहमल ि हजनि हदए गए काम को परा करन म जररर समय या मदद की जररर िोरी ि जयादा अचछा िोगा अगर हिकषक ऐसी गहरहवहियो की योजना बनार समय ककषा म बचचो स चचात कर और यि सषहनहशचर कर ल हक परतयक बचचा अपना योगदान द पाए इसीहलए योजना बनार समय हिकषको को सभी की भागीदारी पर हविष धयान दन की जररर ि यि उनक परभावी हिकषक िोन का सचक बनगा सकल परिासको और हिकषको को यि समझना चाहिए हक जब हभनन सामाहजक-आहथतक और सासकहरक पषठभहम और हभनन कषमरा सरर वाल लडक-लडहकया एक साथ पढर ि रो ककषा का वारावरण और भी समधि रथा पररक िो जारा ि

सभी परकार क बचचो जस आहथतक रप स कमजोर (गरीब) कामकाजी बचचो को िाहमल कर सषदर गरामीण बचच घषमर जनजाहर क बचच

हकसी हनहदषट सथान पर रिन वाल बचच हविष आवशयकरा वाल बचच भाषायी अलपसखयक और सीिन की अकषमरा यषzwjतर बचचो आहद को समाविी हिकषा दारा हिहकषर हकया जाना चाहिए

समाविी हिकषा म हिकषक की भहमका मितवपणत िोरी ि समाविी हिकषा की ककषा परहकरया म हिकषक क दहषटकोण (अहभवहतत) एव वयविार मितवपणत भहमका का हनवतिन करर ि राम (2014) न अपन िोि कायत म पाया हक हिकषको का हदवयाग हवदाहथतयो स परशन न पछना एव उनक गि कायत की जाच को अनय हवदाहथतयो क समान न करना इस परकार का वयविार इन बचचो को बहिषकरण की ररफ िकलरा ि हिकषको का इस परकार का दहषटकोण एव वयविार समाविी हिकषा क गठन एव सफल सचालन म कहठनाई उतपनन कररा ि सामानयरः हिकषक का दहषटकोण एव वयविार हदवयाग हवदाहथतयो क परहर सिानषभहरपणत िोरा ि हिकषक इस परकार क हवदाहथतयो को अनयो स कमजोर समझरा ि या उसकी यि अिरी समझ िोरी ि हक यि हवदाथथी सीि निी सकर हजसस य बचच ककषा म िोर िए भी अपन को ककषा स अलग पार ि जयादारर हिकषक हदवयाग एव अनय इस परकार क हवदाहथतयो क परहर सिानषभहरपणत दहषटकोण अपनार ि कलाम (2013) न अपन िोि म बरलाया हक हिकषको को सिानषभहर क बजाय समानषभहर का दहषटकोण अपनाना चाहिए हजसस य हवदाथथी अपन आप को ककषा म अनय हवदाहथतयो स हभनन निी समझ समानषभहर पणत दहषटकोण हदवयागो को अनय हवदाहथत यो क समान मजबर बनन म सिायक िोरा ि हजसस समाविी हिकषा म ककषा

पराथमिक मिकषक जलराई 201820

की सीिन-हसिान की परहकरया एक पकषीय न िोकर हदपकषीय िो जाएगी

मशकषण अमधगम पमकया mdash समावशी मशकषा एनसरीएफ 2005 म समाविी ककषा हिकषण क सबि म बरलाया गया ि हक lsquoरचनातमक पररपरकय म सीिना जान क हनमातण की एक परहकरया ि हवदाथथी सहकरय रप स पवत परचहलर हवचारो म उपलबि सामगरी गहरहवहियो क आिार पर अपन हलए जान की रचना करर ि (अनषभव) पछराछ अनवषण परशन पछना वाद-हववाद वयाविाररक परयोग व ऐसा हचरन हजसस हसधिार बन सक और हवचारहसथहरयो की रचना िो सक य सभी बचचो की सहकरय वयसररा को सषहनहशचर करर िrsquo

सकली हिकषा म अहिगम का एक बडा हिससा अब भी वयहzwjतर-आिाररर ि अधयापको को lsquoजानrsquo िसरारररर करन वालो क रप म दिा जारा ि अधयापको को उन अनषभवो का आयोजक समझा जारा ि जो बचचो क सीिन म सिायक िोर ि समाविी हिकषा म ककषा हिकषण परहकरया और अहिगम परहकरया क सबि म यनसको एनसीईआरटी न अपनी ररपोटत म कई मितवपणत सषझावो का वणतन हकया ि जस हक यनसको न अपनी ररपोटत म समाविी हिकषा म हिकषण-अहिगम परहकया िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय ि mdash1 ककषा का वारावरण सीिन क हलए सवसथ एव

भदभाव रहिर िो2 हिकषण हवहि रोचक िो एव हवहभनन उमर समि

क अनषकल िो रथा छातो को सीिन क हलए परररर करन वाली िो

3 हिकषण मषखयरः गहरहवहि आिाररर िो4 सभी सीिन वाल बचचो की आवशयकरानषसार

सामगरी उपलबि करायी जाए (दहषटबाहिर हदवयाग शवण हवकार हदवयाग आहद को धयान रिकर)

5 हिकषक अहभभावक और नागररक साथ हमलकर कायत कर

6 ककषा हिकषण की भाषा बचच क अनषसार (मारभाषा) िो

7 सभी बचचो का हिकषण सषरकषातमक लहगक उततरदायी एव उतसािजनक वारावरण म िो

एनसीईआरटी(2017) न समाविी हिकषा म ककषा हिकषण िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय mdash

bull दहषट हवकार हदवयाग क हिकषण िरष mdash गर दहषट आिाररर ररीको दारा सीिना जस mdash सपित वासरहवक ठोस पदाथत का परयोग सषनना हजसम हवसरर और वणतनातमक हनददिो को अहिक उपयोग म लाना िाहमल ि सषगि और सवाद mdash वासरहवक और ठोस पदाथणो की िषिब और सवाद का उपयोग करना उपलबि हविष हिकषण सामगरी (बल टलर फम और गहणर हवजान एव अनय हकट) का उपयोग

bull शवण हवकार हदवयाग क हिकषण िरषmdash अनय इहरियो का सीिन क माधयमो क रप म उपयोग (जसmdash इिार िारीररक भाषा िावभाव को पढना) वासरहवक अनषभव परदान करन क हलए दशय क रप म सामगरी का उपयोग सीिी जान वाली सामगरी को धवहन आिाररर जानकारी क रप म उपयोग म लान क हलए यि समझ बनाना जररी ि हक इन बचचो क हलए हकस ररि स हिकषण कायत हकया जाए

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 21

bull िारीररक अकषमरा हदवयाग क हिकषण िरष mdash ककषाओ को सषलभ बनाए परीकषाओ को परा करन म अहरररzwjतर समय द ककषा म बठन क सषलभ सािन उपलबि कराए सपरषण क वकहलपक सािनो यथा mdash आहियो ररकॉितर िाव-भाव का परयोग कपयटर का उपयोग आहद

समाविी हिकषा म ककषा हिकषण की सकलपना सभी बालको क समहनवर हवकास पर आिाररर िोरी ि अरः हिकषक को ककषा म उपहसथर बचचो की हवहभननरा को धयान म रिर िए हिकषण कायत करना चाहिए हवहभनन रप स समकष (दहषट बाहिर हदवयाग वाकबाहिर हदवयाग शवण हास हदवयाग आहद) बचचो की हविष आवशयकराओ क मदनजर हिकषण म हिकषक को वारावरण को रहचकर बनाना आकषतक एव उपयषzwjतर हवहभनन हिकषण सामहगरयो आहद का परयोग करना हिकषण अहिगम की परहकरया म सभी बालको की सहकरय भागीदारी सषहनहशचर करना आहद हकरयाओ को सहममहलर करना चाहिए

समाविी हिकषा म ककषा हिकषण कायत जहटल परहकरया ि समाविी हिकषा की ककषा म हवहभनन रप स सकषम (िारीररक दषटबाहिर शवण हास हदवयाग) एव सामाहजक-आहथतक रप स कमजोर पषठभहम क कषत स बचच िोर ि हजनकी कष छ हविष आवशयकराए िोरी ि समाविी हवदालय की ककषाओ म हिकषक को हवदाहथत यो क अनषकल हिकषण हवहि (सिकारी हिकषण एव पररयोजना आिाररर हिकषण) का उपयोग हकया जाना चाहिए हजसस सभी हवदाहथत यो का सीिना सभव िो जाए अरः यिा इस बार पर धयान दना जररी ि हक मामली अकषमराओ स गरसर हजन बचचो को मषखयिारा क बािर रिा

जारा ि उनकी जरररो को परा करन क साथ-साथ समाविी हिकषण पधिहर हनयहमर ककषाओ म पिल स मौजद ऐस सकडो हवदाहथतयो को भी लाभ पिचारी ि जो मामली स लकर मधयम दजद की सीिन की कहठनाइयो को अनषभर करर ि इन कहठनाइयो को अहिकािर न रो पिचाना जारा ि और न िी उनका समािान हकया जारा ि सकल म िराब परदितन क कारण इन बचचो क सकल छोड दन का िररा बना रिरा ि व कभी भी िकषहणक सफलरा िाहसल न कर सकन क अलावा अपन बड िोन क पर दौर म सषिार न जा सकन वाल मनोवजाहनक रथा भावातमक आघारो स पीहडर रिर ि

इस परकार समाविी हिकषा म ककषा हिकषण िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय जार िmdash1 ककषा का वारावरण भदभाव रहिर सभी

सीिन वाल क अनषकल िोना चाहिए जसा एनसरीएफ 2005 म बरलाया गया ि हक lsquoसावजतहनक सथल क रप म सकल म समानरा सामाहजक हवहविरा और बिलरा क परहर सममान का भाव िोना चाहिए साथ िी बचचो क अहिकारो और उनकी गररमा क परहर सजगरा का भाव िोना चाहिए इन मलयो को सजगरापवतक सकल क दहषटकोण का हिससा बनाया जाना चाहिए और उनि सकली वयविार की नीव बनना चाहिए सीिन की कषमरा दन वाला वारावरण वि िोरा ि जिा बचच सषरहकषर मिसस करर ि जिा भय का कोई सथान निी िोरा और सकली ररशरो म बराबरी और जगि म समरा िोरी िrsquo

2 ककषा का हिकषण वयाविाररक जान स जोडकर हकया जाना चाहिए समाविी हिकषा की ककषा

पराथमिक मिकषक जलराई 201822

हिकषण हवहि क रप म सिकारी हिकषण पररयोजना आिाररर हिकषण एव सियोगातमक हिकषण का उपयोग हकया जाना चाहिए

3 ककषा हिकषण म पाठयचयात स जषडी सामगरी का उपयोग हकया जाना चाहिए जसmdash मॉिल चाटत मानहचत ऑहियो-हवहियो कपयटर एव आईसीटी (सचना सपरषण रकनीकी) का उपयोग कर साथ िी हिकषण ककषा हिकषण क पिल इन सामहगर यो की उपलबिरा भी सषहनहशचर कर

4 ककषा हिकषण म हविष रप स सकषम (हदवयाग) को अहिक स अहिक सीिन की सामगरी उपलबि कराई जाए जस mdash दहषटबाहिर बचचो को बल एव शवण बाहिर बचचो को दशय आिाररर सामगरी आहद

5 सामानय हवदालय हिकषको को समाविी हिकषा को सदभत म रिकर परहिकषण परदान हकय जाए उनि समाविी हिकषा परहरमान िरष ककषा हिकषण दकषरा स यषzwjतर बनाया जाए अधयापक परहिकषण कायतकरम एव पाठयकरम को समाविी हिकषा क सदभत म रिकर पररवरतन की आवशयकरा ि

6 सकल सरर पर पाठयचयात का पषनहवतकास एव पषनहनतिातरण करन की आवशयकरा ि zwjतयोहक एनसरीएफ 2005 म इस बार का वणतन हकया गया ि हक वरतमान पाठयचयात को समाविी हिकषा क अनषकल हनिातररर हकय जान की आवशयकरा ि

मनषकरष समाविी हिकषा म ककषा हिकषण कायत छातो क अनषरप एव उनकी आवशयकरा को धयान म रिकर हकया जाए हिकषण इस परकार स िो हक जो हवदाहथतयो को उनक घरल जान स जोडकर हदया जाए समाविी ककषा म सीिन-हसिान की परहकरया हिकषक क हरिर स छात क हरिर की ररफ बढनी चाहिए छातो को सहकरय अनवषक की ररि हवकहसर िोना चाहिए और इसक हलए पररक हवचारो को बढावा दन की रणनीहर बिर फायदमद िो सकरी ि इस रणनीहर का परयोग करन क हलए हिकषक को िोजी हिकषण क जररए सभी छातो को उहचर अनषभव हनयमो क हवशलषण और हसधिार मषिया करान की जररर ि इस धयान म रिर िए समाविी हिकषण और ककषा म हविष रप स सकषम छातो क हलए लचीलापन लाए जान को लकर एनसीईआरटी न िाल िी म पाठयकरम अनकलन पर पराथहमक पठन सामगरी रयार की ि यि पठन सामगरी इस सोच पर आिाररर ि हक हिकषक ककषा म सभी छातो को अथतपणत हिकषण अनषभव परदान कराए सरल भाषा और अहभवयहzwjतर का परयोग कर जो सभी छातो क हलए मितव रि इस पठन सामगरी म कई उदािरणो स बराया गया ि हक कस समाविी ककषा म मौजदा हिकषण पधिहर को बदला जाए और छातो को सवरत रप स सीिन वाला और इस परहकरया म सहकरय भागीदार बनाए जाए

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 23

सदभषएनसीईआरटी 2000 मदालयरी मिका क मलए राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2000 एनसीईआरटी नयी हदलली

पषठ 31 73 74 और 91mdashmdashmdash 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 28 ndash 31 92 96 122 ndash124

और 135mdashmdashmdash 2015 इनकललमडग मचलडन मद सपिल नरीडस एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 36 59 और 106 mdashmdashmdash 2017 मिष आशयकता ाल बचचो का सिािन mdash पारमिक सतर एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 21 46

और 95 कलाम अबदषल 2013 lsquoसमाविी हिकषा और हिकषकrsquo खरोज और जान अक 7 हवदाभवन सोसायटी उदयपषर पषठ 33चिढा अनषहपरया 2016 lsquoभारर म समाविी हिकषा की रपरिाrsquo यरोजना अक 1 परकािन हवभाग नयी हदलली पषठ 33 दास अनाहमका 2015 lsquoसमाविी हिकषा की राि म रकावटrsquo लमनिगकया अक 11 अजीम परमजी हवशवहवदालय बगलषर

पषठ 76ndash79मोिन पगी 2016 lsquoसमाविी ककषा म अधययनrsquo िमकक सदभया अक 71ndash 80 पराहपर सोर httpswwweklavyainयादव अहिलि 2018 उचच पारमिक ककाओ का सिािरी मिका क सदभया ि मिकण अमधगि पमरिया का अधययन

अपरकाहिर िोि यनसको 1994 द सलिाका सि एड फिकया फॉर एकिन आन सपिल नरीडस एजकिन यनसको सलमाका सपन mdashmdashmdash 2005 गाइडलाइन फॉर इनकललजन mdash इनसयाररग एसस ल एजकिन फॉर आल यनसको पररस पषठ 102mdashmdashmdash 2009 लडया इनकललमस एजकिन फॉर मचलडन मद मडसएमबमलरी mdash गाइडलाइन यनसको बकाक पषठ 40 ndash 89

और 122mdashmdashmdash 2016 एजकिन एड मडसमबमलरी यनसको नयी हदलली पषठ 146 यहनसफ 2003 एगजामपल ऑफ इनकललमस एजकिन इमडया यहनसफ काठमाि पषठ 45 63राम 2014 lsquoसमाविी हिकषा क मायनrsquo खरोज और जान अक 8 हवदाभवन सोसायटी उदयपषर पषठ 45वितमान मिावीर िषला हवशवहवदालय 2014 अहिगम एव हिकषण (बीएि) वितमान मिावीर िषला हवशवहवदालय कोटा

राजसथानहसघल हनहि 2013 lsquoहवकलाग बचचो की हिकषाrsquo यरोजना अक 2 परकािन हवभाग नयी हदलली पषठ 21ndash 23हसि अजय कष मार 2008 lsquoभारर म समाविी हिकषा का सवरपrsquo पररपकय अक 1 नीपा नयी हदलली पषठ 81हसि रजनी रजन 2014 lsquoभारर म समाविी हिकषा की दिा और हदिाrsquo पररपकय अक 3 नीपा नयी हदलली पषठ 01

सकॉलर पीएचिी जाहमया हमहलल या इसलाहमया हवशवहवदालय नयी हदलली

परसरषर लि क दारा यि बरान की कोहिि की गई ि हक हवदालय परबिन सहमहर का उहचर सचालन कस हकया जाए एव सहमहर का हवदालय म िोना हकरना मितवपणत ि हवदालय परबिन सहमहर हवदालय क हलए बिर मितवपणत ि यि हवदालय क लकयो एव उदशयो को परा करन म एव समाज का सियोग परापर करवान म एक मितवपणत भहमका का हनवाति कररी ि हवदालय परबिन सहमहर हवदालय क सभी पकषो को एक साथ जोड रिन म मदद कररी ि और सभी हिरिारको की भावनाओ क अनषरप हवदालय सचालन एव हवकास म भागीदारी परदान कररी ि

भाररीय सहविान क 86 व सिोिन क रिर लगभग आजादी क इरन सालो बाद हिकषा क अहिकार को एक नया आयाम हमला और 1 अपरल 2010 को हिकषा का अहिकार अहिहनयम mdash 2009 (आरटीई) लाग हकया गया इस अहिहनयम क रिर िर एक बचच को जो 6 ndash14 वषत का ि उस हनिषलक एव अहनवायत हिकषा पान का अहिकार परापर ि

इस अहिहनयम क िि 21 म एक ऐसी सहमहर को गहठर करन का परसराव रिा गया हजसम हवदालय अहभभावक और समाज की परतयकष भागीदारी िो इसक सा थ िी यि भी सषहनहशच र हकया गया हक इस सहमहर म मारा-हपरा अहभभावक एव हिकषक हिकषा क कषत म कायतरर वयहzwjतर जन परहरहनहि आहद की भागीदारी भी िो हजस हवदालय परबिन सहमहर का नाम हदया गया ि

हवदालय परबिन सहमहर का गठन एक ऐसी सामाहजक ससथा क रप म हकया गया जो हवदालय म हवकास क साथ-साथ हवदालय क लकयो व उदशयो को परापर करन की हदिा म हवदालय को हनररर मागतदितन द इसक साथ िी हवदालय को एक लोकराहतक एव सामाहजक ससथा क रप म परहरहषठर कर

हवदालय परबिन सहम हर की आवशयकरा हनमनहलहिर कायणो िरष िोरी ि mdash

bull हवदालय म आिारभर सषहविाओ की समषहचर वयवसथा व रिरिाव क हलए

bull हवदालय क हवततीय हनयोजन की दिरि व हनयतण क हलए

bull हवदालय को समाज स जोडकर रिन क हलए bull हवदालय क हवकास की योजना बनान क हलए bull हवदालय की आवशयकराओ की माग सिी

मवदालय पबधन समममत की भममका एव कायष

हवकरम कष मार

4

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 25

पटल (सरकारीसथानीय हनकाय) पर परसरषर करन क हलए

bull हवदालय म हिकषा की गषणवतता सषहनहशचर करन क हलए

मवदालय पबधन समममत की सथापना व रपरखा हिकषा का अहिकार अहिहनयमmdash 2009 क िि 21 म हवदालय परबिन सहमहर का गठन हकया गया ि हजसम हवदालय सहमहर क सदसयो की सहमहर सषझाइत गइत ि हवदालय इसी आिार पर अपनी जरररो क अनषसार सदसयो को िाहमल करर ि

इस सहमहर का अधयकष हवदालय का परिानाचायत िोरा ि हवदालय म पढन वाल हवदाहथतयो क मारा-हपरा इस सहमहर क सदसय िोर ि एक चयहनर व मनोनीर परहरहनहि जो हिकषा क कषत म कायतरर वयहzwjतर िो वि भी इस सहमहर का सदसय िोरा ि सथानीय हवकास अहिकारी या परहरहनहि को भी सदसय क रप म िाहमल करर ि हवदालय क एक हिकषक को िाहमल हकया जारा ि जो सहमहर का सयोजक िोरा ि रीन ऐस सदसय िोर ि जो हवदालय म गहणर हवजान और सामाहजक हवजान क हिकषक िोर ि और इनि आमहतर सदसय किा जारा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201826

हवदालय यि धयान रिरा ि हक चषन गए कष ल सदसयो म 50 परहरिर महिलाए एव 75 परहरिर हवदालय म पढन वाल बचचो क अहभभावक अवशय िो

हवदालय परबिन सहमहर का कायतकाल अहिकरम दो वषत का िोरा ि दो वषणो का कायतकाल पणत िोन पर इस सहमहर का पषनगतठन हकया जारा ि सहमहर म उन अहभभावको को भी िाहमल हकया जारा ि हजनक बचच हविष आवशयकरा वाल िो आहथत क कमजोर वगत क अहभ भावको को भी सहमहर का सदसय बनाया जारा ि

मवदालय पबधन समममत क कायषहवहभ नन राजयो क हवदालय हनिषलक एव अहनवायत हि कषा को धयान म रिर िए अपन अनषसार अपन हवदालय परबिन सहमहर क कायत हनिातरण करर ि िोिाथथी दारा हदलली क कष छ (20 सरकारी हवदालय) हवदालयो का सवदकषण हकया गया और िर हवदालय स 5 हवदालय परबिन सहमहर क सदसयो का साकषातकार हकया गया हजसम यि पाया गया हक हदलली क सरकारी सकलो म हवदालय परबिन सहमहर क हनमनहलहि र कायत ि mdash

bull हवदालय म काम सषचार रप स िो इसम सियोग दना

bull अहभभावक व सरकषक क साथ हनयहमर रप स बठक करना और बचचो क बार म उपयषzwjतर सचना दना

bull हवदालय क वारावरण को परभावी बनाना हजसस अधयापक एव बचच हनयहमर रप स सिी समय पर हवदालय म उपहसथर िो सक

bull हवदालय म आस-पास क सभी बचचो का दाहिला और उनकी उपहसथहर सषहनहशच र करना

bull हिकषा अहिकार अहिहनयम क अरगतर बचचो क अहिकारो का हनरीकषण करना

bull हवदालय म हदए जान वाल मधयाहन भोजन एव पठन सामगरी की वयवसथा एव उसक सिी परयोग म सियोग करना

bull हकसी भी ररि का अनषदान जो अनय सोर स परापर हकया गया िो उसका सिी उपयोग करना

bull हिकषा का अहिकार अहिहनयम िि ndash 27 क अहरररzwjतर अधयापको पर अनय हकसी गर-िहकष क हज ममदाररयो का भार न िो उसका हनरीकषण एव उस सषहनहशचर करना

bull अनषसची म हदए गए मानको और मापदिो क अनषकरण का हनरीकषण करना

bull बचचो क अहिकारो क बार म आस-पास क लोगो को आसान व रचनातमक ररीक स बराना

bull इस बार का भी हनरीकषण करना हक हदवयाग बचचो को हवदालय म नामाकन और दाहिला सबिी सषहविा हमल और व अपनी परारहभक हिकषा परी कर सक

bull हवदालय हवकास योजना समय पर रयार करना और सषझाव दना

मवदालय पबधन समममत की बठकिोिाथथी दारा हदलली क कष छ हवदालयो क सवदकषण क दौरान यि पाया गया हक हदलली हि कषा हनदिालय न सकल परबिन सहमहरयो की िहzwjतर यो म वहधि क हनमनहलहि र हदिा हनददि हदए ि mdash

bull हवदालय परबिन सहमहर की बठक माि क परथम एव ररीय िहनवार को आयोहजर िोगी

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 27

यि भी किा गया ि हक हवदालय अपनी सषहविा अनषसार बठको क हदन म पररवरतन कर सकर ि

bull हवदालय परबिन सहमहर की बठक हवदालय समय स पिल या बाद म िोगी राहक हिकषक ककषा स अनषपहसथर न रि साथ िी वररषठ हिकषक को बठक क सयोजक का भार सौपा जारा ि

bull हवदालय परबिन सहमहर क सयोजक या अधयकष दारा टलीफोन माधयम स िी बठक िषर िोन क कम स कम 24 घट पवत अहिसहचर करना िोगा राहक सिी समय पर सदसय बठक म भाग ल सक

bull बठक क सचालन की हजममदारी अधयकष की ि यहद हकसी कारणवि अधयकष ऐसा करन म असफल रिर ि रो उपाधयकष भी बठक बषला सकर ि राहक सहमहर का कोई काम न रक

bull गर-अनषसहचर बठक का अनषरोि रभी हकया जा सकरा ि जब 13 सदसय हलहिर रप स अनषरोि दग और सपषट हवहनहदतषट कायतसची िो अधयकष को अनषरोि क 7 हदनो क अदर सहमहर को इस ररि की बठक बषलाना िोगी हजसस आपारकालीन पररहसथहरयो स हनपटना आसान िो सक

bull हजन हवदालयो म दो हिफट चलरी ि परतयक वकहलपक माि म उन हवदालयो म बठक सषबि एव िाम को हवदालय परबिन सहमहरयो की सयषzwjतर बठक िोगी राहक समनवय सषहनहशच र हकया जा सक और आपस म भवन स सबहि र हकसी भी ररि की कहठनाइयो को दर हकया जा सक

मवदालय म मवदालय पबधन समममत का दौरा मिका का अमधकार अमधमनयि mdash 2009 क अरगतर हवदालय परबिन सहमहर दारा हवदालय म िो रि कायणो की हनगरानी की हज ममदारी हवदालय परबिन सहम हर क सदसयो को दी गई ि

हवदालय परबिन सहम हर क सदसय हवदालयी समय क दौरान हवदालय का दौरा कर सकर ि पर इसस हवदालय क काम (ककषा पराथतना-सभा िल का मदान आहद) म हकसी भी परकार की बािा न िो साथ म अगर कोई सदसय हवदालय आरा ि रो उस हवदालय परबिन सहम हर रहजसटर म िसराकषर करन िोर ि हवदालय परमषि को अपनी उपहसथहर क बार म सहचर करना िोरा ि

छाताओ क हवदालय म हवदालय परबिन सहम हर की कवल महिला सदसय िी दौरा कर सकरी ि जबहक सि-हिकषा वाल हवदालय म महिला व पषरष दोनो म स कोई भी हवदालय का दौरा कर सकर ि

अमभलखो का मनरीकषण एव वयय की जाच हवदालय परबिन सहम हर क हकसी भी सदसय दारा हलहिर रप म अनषरोि करन पर हवदालय स सबहिर हकसी भी अहभलि क बार म पछा जा सकरा ि साथ िी यि हवदालय क परमषि की हज ममदाररया ि हक वि अहभ लि दिन क अनषरोि पत की परहरहलहप पर पावरी द रथा वि 3 हदन क अदर अहभलि (ररकॉित) उपलबि करवाए हि कषा अहि कार दारा जारी हकए गए इस कदम स सदसयो क बीच म उनकी भहमका और हज ममदाररया की जागरकरा को बढावा हदया

पराथमिक मिकषक जलराई 201828

जा सकरा ि साथ िी हवदालय स सबहि र अनय सभी समसयाओ का समय रिर समािान भी हकया जा सकरा ि

हवदालय परबिन सहम हर की बठक सहिर हवदालयो म हकए गए सभी वयय की ररपोटत हवदालय परबिन सहम हर की बठक म परसरषर की जानी चाहिए साथ िी हवदालय परबिन सहम हर बठक म हवदालय क भवन व उनक अनषरकषण म वयय क हबल परसरषर हकए जान चाहिए हवदालय परबिन सहमहर क सदसयो को यि अहिकार ि हक व वयहzwjतरगर रप स मरममर अनषरकषणो या िरीदी गई सपहतत की जाच कर सकर ि राहक कायणो एव हकय गए वयय म पारदहितरा बनी रि एव यि जाच िो सक हक वयय सिी जगि व अहनवायत कायणो क हलए िी िआ ि

मवदालय पबधन समममत दारा मशकषण म भागीदारीहवदालय परबिन सहम हर को सिzwjतर हकया गया ि हक व उन बचचो की पिचान कर जो अपनी उमर क अनषकल निी सीि पा रि ि

हवदालय परबिन सहम हर हवदालय म िहकष क रप स कमजोर बचचो की मदद क हलए हवदालय पररसर म हविष परहिकषण रथा उपचारी हिकषा कायतकरम का आयोजन कर सकर ि इसका पराविान आरटीई 2009 म हकया गया ि

मवदालय पबधन समममत क सदसयो को हzwjाना हवगर कष छ वषणो म बिर सार िहकषक अनषसिानो स यि बार हनकल कर आई ि हक सहमहर म कष छ एक

सदसयो की बठक म अनषपहसथहर हवदालय परबिन सहम हर क कायणो म बािाए िालरी ि हदलली सरकार न अपन हनददिो म सहमहर क उन सदसयो को िटान का भी पराविान रिा ि जो हवदालय परबिन सहमहर म अनषपहसथ र रिर ि

हवदालय परबिन सहम हर क कष ल सदसयो म स 50 परहरिर सदसयो की सिमहर स सहमहर क सदसयो को िटायाबदला जा सकरा ि साथ िी अगर हवदालय परबिन सहम हर का उपाधयकष लगारार रीन हवदालय परबिन सहम हर बठक म अनषपहसथर रिर ि रो हवदालय परबिन सहम हर क 23 सदसयो का परसराव पास कर उनि हवदालय परबिन सहम हर क उपाधयकष पद स िटाया जा सकरा ि

मवदालय पबधन समममत को और बहतर बनान क मलए सझाव िोिाथथी दारा यि पाया गया की हवदालय परबिन सहमहर का गठन हवदालय क हवकास क साथ-साथ सामाहजक परीकषण लोक भागीदारी एव लोक सिzwjतरीकरण क हलए परभावी कदम ि रथा इस भागीदारी को और सिzwjतर करन क हलए कष छ ठोस कदम और उठाए जा सकर ि जस mdash

bull सभी सदसयो को अपनी भहमका और हज ममदाररयो की परी जानकारी िो

bull घर म बचचो क हलए एक अचछा मािौल अचछा हवदालय बनाना अचछा ककषा ककष बनाना एव बचचो क हलए एक अचछा समषदाय बनाना िी हवदालय परबिन सहमहर का लकय िोना चाहिए

bull उन चीजो पर धयान दना जस mdash हवदालय म zwjतया ि जो बिर अचछी निी ि ऐसा zwjतया ि जो

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 29

हवदालय अचछा निी कर रिा या िम हकसम पररवरतन करन की आवशयकरा ि अथवा िम हकन अवसरो का लाभ उठा सकर ि िम अचछी ररि zwjतया कर सकर ि

bull आवशयकराओ की पराथहमकरा हनहशचर करना एव उदशय हनिातररर करना

bull कायत योजना का हनमातण करना हजसम कौन स काम कस कब और हकन-हकन ससािनो दारा पणत हकय जाए िाहमल िोन चाहिए

bull सदसयो की पणत भागीदारी रथा उनकी सिमहर परापर करना इसम सहमहर दारा बनाइत

गइत योजनाओ को लोगो स साझा करना एव लोगो को पररशम क हलए उतसाहिर करना िाहमल ि

bull हकसी भी कायत योजना को चरणबधि ररीक स परा करना एव कायत योजना का अनषवीकषण करना और जब आवशयक िो सषिारातमक कदम उठाना

bull कायत परगहर क बार म ररपोटत करना और असफलरा पान पर उतसव मनाना हजसस सदसयो म परोतसािन एव कायणो को परा करन का उतसाि बना रि

सदभषएसटईन-जवाईस 2001 सकल ल फमिलरी एड कमयमनरी पा यानरमिप मपपयररग एडलकसया एड इमपलमग सकल लस वसट वय परस

कॉलरािो कष मार हवकरम 2013 ए सडरी ऑफ सकल ल िनजि किरी कनसरीयड अडर आररीई अमध मनयि ndash 2009

जाहमया हमहललया इसलाहमया नयी हदललीमदललरी मनिलक ए अमनायया मिका अमधमनयि ndash 2009 कानन परपत स 520ndash533भारर सरकार मनिलक ए अमनायया मिका अमधमनयि ndash 2009 भारर सरकार नयी हदलली

एसरोमसए परोफसर िीईएसएम एनसीईआरटी नयी हदलली 110 016

मवजान-गीत सगीत की शमकत दारा मवजान का पभावी मशकषण

रहच वमात

हि कषक समाज की सवातहि क सवदनिील इकाइत ि हि कषक का कायत समाज म वषणो स सममानजनक रप स दिा जारा रिा ि एक हि कषक का कायत बिआयामी ि वि बचचो म छष पी िइत परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि िम सभी लोग यि भी मिसस कर रि ि हक समाज म स सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि इसहलए हि कषक हि कषा की गषणवतता कसौटी पर ि रथा इनक योगदान पर भी परशन हचहन लग रि ि उपरोzwjतर सदभत म हि कषको की जवाबदि की माग उठन लगी ि यहद िम हि कषको को उनक वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना ि रो हि कषा वयवसथा म ऐसा वारावरण बनाना िोगा जिा व सवय उततरदाहयतव लना पसद कर लहकन हि कषको की जवाबदिी सषदढ और सषहनहशच र करन स पिल उनक हलए एक वारावरण रयार हकया जाना चाहिए हजसका उललि इस लि म हकया गया ि यि लि हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया म हवजान गीरो क परयोग एव उनकी उपयोहगरा को परसरषर कररा ि अर यि सपषट कररा ि हक हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया को हवजान गीरो दारा कस रहचकर बोिगमय और सरस बनाया जा सकरा ि साथ िी यि लि यि भी दिातरा ि हक इन गीरो क माधयम स न हसफत वजाहनक रथयो क परहर समझ हवकहसर िोरी ि वरन मानवीय मलय एव अनय कषमराओ का भी हवकास िोरा ि जो बचच क सवाइगीण हवकास का आिार बनरी ि

हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया की जब भी बार चलरी ि रो एक मितवपणत हबदष सामन आरा ि और वि ि सहकरय भागीदारररा का चाि वि हकरयाकलाप क माधयम स िो हवचार-हवमित या हकसी परोजzwjतट पर कायत करर िए िो हवजान हि कषण का उदशय ि करक दिना और अनषभवो स सीिना य िबद िाका परसरषर करर ि एक आदित हवजान ककषा का

लहकन वसरषहसथहर इसस किी हवपरीर ि हवजान की ककषा मात अकषर जान की सीमाओ म बि कर रि जारी ि और वि भी बिद नीरसरापणत ढग स कारण अनक ि िर पकष की अपनी दलील एव अपनी समसयाए ि जस mdash सामगरी का अभाव समय का अभाव इतयाहद ि लहकन पररणाम एक िी ि और वो ि हवजान सीिन और समझन क परहर बचचो का रवया बोहझल िो जाना

5

विजञान-गीत mdash सगीत की शवzwjतत दञारञा विजञान कञा परभञािी वशकषण 31

हवजान हिकषण-अहिगम को रहचकर बोिगमय और सरस कस बनाया जाए इस पर काम िोरा रिा ि इनिी परयासो म एक कडी और जषडी जब हवजान गीरो का हनमातण हकया गया हवजान-गीर zwjतया ि यि परशन उठना सवाभाहवक ि

कया ह मवजान-गीतहवजान-गीर स रातपयत ि हवजान की हवषय-वसरष को कहवरा पदाि या िषन क साथ हकसी गीर क रप म परसरषर करना याहन हवषय-वसरष क नीरसरापणत परसरषरीकरण को जीवर रप दना यि हवजान की हवषय-वसरष और सगीर कला का समनवय ि कला का सवय का सवभाव वजाहनक ि हवजान और सगीर दोनो िी एक वयवहसथर अधययन ि रो दोनो क समनवय का परभाव भी वजाहनक िोना सवाभाहवक ि सगीर क परभाव क बार म किन हक आवशयकरा निी ि महसरषक और मन दोनो िी इसस अछर निी रिर ि सजानातमक हवकास क साथ भावनातमक कलातमक एव सजनातमक हवकास इसका पररणाम ि अररः यि बचच क मनोवजाहनक सरर को परभाहवर करन का माधयम ि

एक रथय यि भी ि हक हबना भाषा क गीर का अहसरतव निी िो सकरा सभवरः भाषा का हवकास भी इसक परहरफल क रप म परकट िोना सवाभाहवक ि जो हक हिकषा वयवसथा की मषि बाए िडी एक चषनौरी ि िोि क आकड बरार ि हक उचच पराथहमक सरर रक बचच की भाषा पर पकड कमजोर नजर आरी ि रो यि माना जा सकरा ि हक हवजान-गीर वो सािन ि जो हवजान भाषा और कला को सीचरा ि जिा

भाषा और कला का मल िो विा ससकहर भी अछरी निी रिरी याहन िमारी सासकहरक िरोिर को जीवर रिन म हवजान-गीर कारगर भहमका हनभा सकर ि

मवजान-गीत का औमचतय िकीकर म यहद दिा जाए रो हवदालयो म परयोगिाला एव अनय सषहविाओ का सरर कइत बार सरोषपरद निी िोरा ि इसी का नरीजा ि हक हवजान को पढन-पढान की कला बिद नीरस ररीक स हकराबो क अकषरो को बाचन एव उनको हसफत समरण कर लन रक सीहमर िो जारी ि इसका पररणाम िमस छष पा निी ि िोि इिारा करर ि हक बचचो म हवजान हवषय क परहर भय एव अरहच रिरी ि

अहिगम परहकरया की मल जररर ि हिकषण हवहियो म हवहविरा एव नवाचार िमार परयास रिर ि हिकषण हवहि क उन नवाचरो की ओर जो बचच को आनदमयी अनषभहर क साथ सीिन की परहकरया

कला हवजान

सगीर

हवजान सगीर

पराथमिक मिकषक जलराई 201832

स जोड सक और परररर कर सक हवजान गीर ऐसी िी अनषभहर का उदािरण ि

वहदक काल का समरण कर रो पाएग हक शवण हकरया म हिषय को गषर दारा समपरहषर जान का एकागररापवतक शवण करना िोरा था राहक अगल पद क हलए सवय को मानहसक रप स समथत बना सक गषर दारा हकए गए वाचन का सवरप सगीरमय िोरा था सभवरः यि हिषयो की एकागररा एव रहच बनाए रिन का परयास िोरा था

ककषायी अनभव उचच पराथहमक सरर पर बचच िारीररक मानहसक और मनोवजाहनक हवकास की मितवपणत हसथहर स गषजर रि िोर ि उनकी अपनी सोच अपनी इचछाए जगि लन लगरी ि साथ िी हसथहर िोरी ि असमजस की मन चािरा ि िलन-कदन गान-गषनगषनान कष छ मजदार करन को लहकन हकराबो स दोसरी मजबरी लगन लगरी ि साथ िी चारो ररफ स हमलन वाल हदिा हनददिो क बीच एक दबाव मिसस िोन लगरा ि ऐस म सगीर एक औषहि स कम पररीर निी िोरा वस भी सगीर को रनाव दर करन का सबस कारगर उपाय माना गया ि यहद ऐस म पढन-पढान क ररीको म सगीर को एक माधयम बना कर उपयोग हकया जाए रो zwjतया बचचो की अनचािी और हबन-बषलाई समसयाओ स लडा निी जा सकगा यि रो िम सभी जानर ि हक हवषय वसरष का परसरषरीकरण मायन रिरा ि

कष छ हवजान-गीरो क हनमातण क दारा इसी सोच को रप हदया गया अकसर दिा गया ि हक वजाहनक िबदावली याद रिना एक चषनौरी बन जारी ि ककषा

6 7 एव 8 क हवजान की चषहनदा हवषय-वसरष पर कष छ गीरो को रचा गया ि िबदो का चयन इस सरर क अनषरप िी रिा गया राहक सदि बोिगमय िो िषन का चयन भी इसी आिार पर हकया गया जो सरल और सषगम िोन क साथ बोिगमय भी िो राहक उनि कोई भी बचचा गा और गषनगषना सक और हवषय-वसरष को भावपवतक परसरषर कर सक zwjतयोहक मषखय उदशय हवषय-वसरष की समझ बनाना ि अरः गीरो को सदिो क साथ जोडा गया ि जो वाचन मनोरजक नाटक धवहन परभाव इतयाहद दारा परसरषर हकए गए हवजान क साथ मलय भी जषड ि इन गीरो को मानवीय मलयो स भी जोडन का भी परयास हकया गया ि

हिदी और अगरजी दोनो भाषाओ म गीरो का हनमातण हकया गया इन गीरो का मलयाकन भी हिकषको और बचचो क बीच म हकया गया सयोग स इन गीरो क गायक भी अहिकािरः हवजान क छात रि हजनक अनषभव किर ि हक ऐस गीरो का हनमातण सीिन की परहकरया म वसरषरः सिायक ि

महदी गीतधातरओ स पहचान यि गीर आिाररर ि िारषओ क भौहरक गषणिमणो पर इसक माधयम स बचच जान सक ग हक िारषओ की शणी म आन वाल पदाथणो म कष छ िास गषण िोर ि हजनस उनकी पिचान की जा सकरी ि इन गषणो क हलए हविष िबदावली भी ि य िबद उचचारण की दहषट स हzwjतलषट पररीर िोर ि जस आघारवितनीयरा एव रनयरा गीर की सरसरा क माधयम स इनक उचचारण को सरल बनान का परयास ि

विजञान-गीत mdash सगीत की शवzwjतत दञारञा विजञान कञा परभञािी वशकषण 33

गयी उनिोन गीर क माधयम स zwjतया सीिा कष छ परशनो क माधयम स इसका उततर ढढा गया उनि गाना zwjतयो पसद आया जानन की कोहिि की गई कौन स भाग उनि कम पसद आए और zwjतयो इस पर भी चचात िई गीर म आई वजाहनक िबदावहलयो पर चचात की गई इसी पररचचात स हिकषण हबदषओ को हनकालर िए हवजान क जान को जोडा गया एक अचछी बार यि थी हक इस परी परहकरया क दौरान बचचो की भरपर भागीदारररा और हजजासा दिन को हमली

गीतो का उपयोगगीरो का उपयोग भी अपन आप म चषनौरीपणत ि zwjतयोहक उदशय हवजान क परहर समझ का हवकास करना ि हजरनी सजनातमकरा गीरो क हनमातण म लगी ि उरनी िी गीरो क उपयोग म भी वाहछर ि िर गीर का परसरषरीकरण हवषय वसरष की जररर क अनषसार हनिातररर करना िोगा जस mdash परसरावना क रप म मािौल बनान क हलए कहठन िबदो क उचचारण क हलए हवषय वसरष क सरलीकरण क हलए इतयाहद

इसी क साथ जररी निी गीर एक िी बार म परा बजाया सषनाया जाय इस छोट-छोट टषकडो म बाट कर अलग-अलग गहरहवहियो क साथ भी सोचा जा सकरा ि जस कोई िल हिलार समय या कोई हकरयाकलाप करार समय भी गीर बजाया जा सकरा ि गीरो क साथ अनय गहरहवहिया जोडी जा सकरी ि जस mdash गीर पर मयहज कल चयर िल हिलाया जा सकरा ि कीडयास पर गीर को रोका जा सकरा ि और बीच म उस पर चचात की जा सकरी ि बचचो को गीर हलिन क हलए परोतसाहिर हकया जा सकरा ि हवदालय क वाहषतकोतसव म इन गीरो पर कायतकरम

धातओ स पहचान

अपन चारो ओर दिो हकरनी िारषएपिचान कर िम कस कौन सी ि िारषए

रग अनोि इनक दिो कस हदिरी ि िारषएकोई सलटी (हजक) रो कोई लाल (राबा) कोई

पीली ि िारषए (सोना)ठोस रिव या गस हकस अवसथा म ि िारषए

सच बराए रो जयादारर कठोर अवसथा म ि िारषएचमक स दिो कसी हनिरी ि य िारषए

िाहतवक चमक क कारण िी सरािी जारी ि िारषएरनयरा क गषण को समट ि िारषए

रभी रो रारो क जजाल को बना पारी ि िारषएआघारवितनीयरा ि पिचान हजनकी विी ि िारषए

चादरो म फली छटा ि इनकीऐसी िबसरर ि िारषए

राप व हवदषर स दोसरी भी जोड िए ि िारषएइन दोनो क परवाि को भी झलरी ि िारषए

और पिचान zwjतया कराए गषणो की िान ि य िारषएिमार जीवन को सषगम व सरल बनारी य िारषए

अपन चारो ओर दिो हकरनी िारषएपिचान कर िम कस कौन सी ि िारषए

इस गीर को ककषा म अनक गहरहवहियो क साथ परसरषर हकया गया सबस पिल बचचो को गीर सषनान क हलए मािौल बनाया गया उनि गीर क साथ राली बजान टबल पर राल दन और साथ गषनगषनान क हलए परररर हकया गया राहक व गीर क साथ जषड सक इस परकार गीर क बाद चचात परारभ िई हजसम सगीर हवजान मलयो पर उनकी राय मागी

पराथमिक मिकषक जलराई 201834

पररणादायी िोगा जो दि निी सकर लहकन गषनगषना सकर ि zwjतलीवलि मयहजयम ऑफ नचषरल हिसटी (Cleveland Museum of Natural History) न गीरो क हनमातण की इस हवहि का परभाविाली उपयोग उचच सरर क हवदाहथतयो क साथ हकया यि हवहि मलयाकन िरष भी उपयोग म लायी जा सकरी ि

गषनगषनाए गए िबद कभी न भलन वाल अनषभव बन जार ि और यिी हवजान गीरो क साथ सभव ि सकषप म कि रो इस अनषपरयोग स सभवरः उन समसयाओ का समािान िम ढढ सक ग जो वयाविाररक जान को हवजान स जोडरी ि पढाई जो बोझ मिसस िोन लगरी ि उस गीरो क माधयम स कणतहपरय बना कर एक पथ दो काज की किावर चररराथत कर सक ग अरोगतवा हवजान क परहर समझ हवकहसर िोन क साथ िी सवाइगीण हवकास क अवसर परदान कर सक ग

परसरषर हकए जा सकर ि आईसीटी का चलन हिकषा जगर म सरािनीय भहमका हनभा रिा ि इन गीरो का परसरषरीकरण चलहचतो क दारा परभाविाली रप म हकया जा सकरा ि

हवजान म परोजzwjतट हवहि सरािनीय ि रो zwjतयो न एक परोजzwjतट मिषर सवर लिररयो को हदया जाय बचच िषद हकसी हवषय को चषनकर उस पर गान क बोल और िषन बनाए सभवरः इस कायत क हलए हवषय का गिरा जान और समझ जररी ि हवषय वसरष स सबहिर जानकारी व सवय एकहतर कर बोल बनाएग रथा इसकी ररकॉहिइग भी िषद िी कर सकर ि यि एक नए कौिल क हवकास म भी सिायक िोगा इस परहकरया म हवषय क परहर समझ एव पयातवरण स उसका सबि समझ पान म उनि सिायरा हमलगी इस परकार का पररयोजना कायत ऐस हवदाहथतयो क हलए

सदभष एनसीईआरटी 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदललीmdashmdashmdash 2017 lsquoमजान गरीत िजररीrsquo उचच पराथहमक सरर Audio DVD एनसीईआरटी दारा हनहमतर नयी हदललीmdashmdashmdash 2017 lsquoसाइनस िलरोडरीजrsquo उचच पराथहमक सरर Audio DVD एनसीईआरटी दारा हनहमतर नयी हदलली

अधयामपका आईआईटी नसतरी सकल नयी हदलली 110 016

भाव मानहसक हसथहर को परभाहवर करन वाल िोर ि रथा िारीररक या मानहसक उततजना क समय सदा हकरयािील िोर ि जहवक या मनोवजाहनक पररको की ररि भाव वयविार को हकरयािील एव हनददहिर कर सकर ि भावातमक वयविार अहभवयहzwjतर और मानहसक परहरहकरयाओ का परसपर हमशण ि मनोभाव का िारीररक पकष हवहवि िारीररक गहरयो जस mdash हकनिी हविष गरहथयो क साव रzwjतर पररभरमण म रीवररा रीवर हदय सपदन आहद म परकट िोरा ि विी दसरी ओर मानहसक भाव करोि भय दषि और आनद म फहलर िोर ि इसहलए यि आवशयक ि हक इनि हनयहतर हकया जाना चाहिए हजसक हलए बचचो को भावातमक हसथररा हवकहसर करन क हलए हकरयाए करवानी चाहिए उनि भावातमक रप स अवशय पररपzwjतव िोना चाहिए भावातमक पररपzwjतवरा का रातपयत यि निी ि हक जीवन म भावनाओ और मनोभावो का अभाव िो भाव जीवन क पररक ि और जीवन को जीवन क योय बनार ि परसरषर लि म बचचो क भावातमक हवकास पर चचात की गयी ि

भाव िबद अगरजी क इिरोिन िबद का हिदी रपाररण ि इिरोिन िबद की उतपहतत लहटन भाषा क इिरोमयर स िई ि भावो स आिय महसरषक की उस अवसथा स ि जो वयहzwjतर को उततहजर कर दरी ि और रब उस पर भाव का परभाव पडरा ि और वयहzwjतर उततहजर िो जारा ि जब िम बचचो म भावातमक हव कास की बार करर ि रो पार ि हक बचच अनक हवहभनन भावातमक परहरहकरयाए वयzwjतर करर ि कई बार व उततहजर और उललाहसर िोर ि रो कभी दषिी

और उदास िोर ि और कभी हकसी कषण व करोि परदहितर करर ि भावातमक वयविार अहभवयहzwjतर और मानहसक परहरहकरयाओ का परसपर हमशण ि भावातमक अहभवयहzwjतर का मानहसक पकष हविषकर मानहसक भावो जस mdash करोि भय दषि और आनद म फहलर िोरा ि भावो का िारीररक पकष हवहवि िारीररक गहरयो जस mdash हवहिषट गरहथयो स साव रzwjतर पररभरमण की रीवररा रीवर हदय सपदन पसीना आना आहद म अहभवयzwjतर िोरा ि

भावातमक मवकास

पनम

6

पराथमिक मिकषक जलराई 201836

भावातमक मवकास का करम यहद िम सकल जान वाल हकसी बचच क भावो को समझना ि रो उसक आरहभक वषणो क भावातमक हवकास पर हवचार करना आवशयक ि कभी-कभी िम दिर ि हक नवजार हििष इस ररि वयविार करर ि जस व हिसक रप स उततहजर ि इस परकार क उतसािी वयविार का अथत उसक भावो की रीवररा स ि हजसका रातपयत यि ि हक आरहभक काल क अनषभव भी उरन िी रीवर िो सकर ि हजरन हक वहधि क बाद की अवसथा म

बचच हवकास क दौरान परचषर और हवहवि भावातमक अनषभव परापर करन म सकषम िोर ि जनम स 2 वषत रक की आयष म बचच को हवहवि अनषभव परापर िोर ि इसी समय वि अनक भावातमक अनषभवो स िोकर गषजररा ि जो जीवन क परहर उसक दहषटकोण को परभाहवर करर ि

मषखयर जनम क समय सामानय उततजनाए मषखय रप स उसकी भि और सषहविाओ स सबहिर िोरी ि लहकन 2ndash3 मिीनो क बाद बचचा उललास क साथ वयथा क हनहशचर सकर परकट करन लगरा ि और 6 मिीन रक हवहभनन परकार क परोतसािनो क अनावर िोन क साथ बचचा भावो की अनय घटनाओ जस mdash अपन कषट या असषहविाओ को परकट करन लगरा ि उसम भय हनरािा और करोि हवकहसर िो जार ि अपनी आवशयकराओ की सरषहषट स उस परसननरा हमलरी ि और जब रक वि एक वषत परा कररा ि उसकी यि परसननरा अपन आपको परम स हभनन कर लरी ि इस परकार स जस-जस बचचा बढरा ि वि अनय लोगो की

भावनाओ को पिचानन लगरा ि और उनक परहर सपषट रप स परहरहकरयाए वयzwjतर करन लगरा ि इस परकार स बचच अपनी कषमरा क अनषसार भावातमक भावो को वयzwjतर करन क हल ए हवकास सबिी बदलाव परकट करर ि

बाल भावो क लकषण bull भावो की िारीररक अहभवयहzwjतर िोरी ि व

करोि स आगबबला िो जार ि और भय स जड िो जार ि

bull परतयक काल म भाव परकट िोर ि जब बचच को कषषबि हकया जारा ि रो वि करोहिर िो जारा ि

bull भाव हवसरर िोर ि िर का भाव बचचो म सामानयर जागर िो िी जारा ि हजस समापर हकया जा सकरा ि

bull भाव का एक अनय लाकषहणक गषण उसकी सरररा ि लहकन बचचो क भाव अलपकालीन एव पररवरतनिील िोर ि भावो की पररवरतनिीलरा की परकहर एक भाव क अनय भाव म रीवर बदलाव म हनहिर रिरी ि उदािरण क हलए िसी स आसषओ म करोि स मषसकष रािट और ईषयात स परम म

bull बचचो क भाव रीवर िोर ि बचचो म भावो क सिसा परसफोटन की परवहतत िोरी ि उदािरण क हलए यहद कोई बचचा रोरा ि रो वि बिर जोर स रोरा ि और आसानी स सभलरा निी ि

bull भाव सजनातमक भी िोर ि रथा हवनािातमक भी

बचच िसर ि रोर ि भय करोि और परम भी परकट करर ि इन भावातमक अहभवयहzwjतरयो क माधयम स बचच अनय वयहzwjतरयो स अपनी बार किन म सकषम िोर ि साथ िी अपन वरतमान

भावातzwjमक ववकास 37

भावो आवशयकराओ और इचछाओ की सचना उन रक पिचा सकर ि मषसकष रािट हिकन और करोि क परसफोट अनक सामाहजक कायत करर ि यिी भावातमक अहभवयहzwjतर सामाहजक सबि बनान म सिायरा कररी ि भावातमक परदितन क दारा हििष और छोट बचच अपनी इचछाओ और आवशयकराओ को सपरहषर कर सकर ि हकसी वयहzwjतर क भावातमक हवकास का उसकी िषिी पर गिरा परभाव पडरा ि

मनोभाव सजनातमक िोर ि और हवनािातमक भी य वयहzwjतर को बचन या हचहरर करर ि रथा जीवन म उतसाि भी भरर ि हििष पालन क अभयास का उदशय ऐस वयहzwjतरयो को रयार करना ि जो ददत दषि और हनरािा का सामना कर सक zwjतयोहक जीवन म इनस बचा निी जा सकरा मनोभाव बचच को अानद का रसासवादन करन म सिायरा करर ि जो अपन जीवन काल म हज दगी स हमलरा ि

बालयकाल क सामानय मनोभावभय भय हकसी िररनाक हसथहर स सवरकषातमक पलायन ि मनोवजाहनको और जीव वजाहनको दोनो न िी भय का अचछी ररि स अधययन हकया ि उनक अनषसार भय क दो मौहलक सोर ि पिला रीवर धवहन की आकहसमकरा स भय जागर िो सकरा ि यि भी दिा गया ि हक अचानक राली बजान स भी हििष िर जार ि दसरा अचानक हगरन या सिार क िोन स भय उतपनन िो जारा ि बचच अिकार स भी िरर ि लहकन यि िर सीिा िआ िोरा ि इस परकार का

भय अनषकहलर भय किलारा ि मतयष या गभीर रोग या हनितनरा आहद क अहिकाि भय गलर परहिकषण क कारण कवल जीवनकाल म सीिर ि बिर बार यि भी दिा जारा ि हक अपनी बार मनवान क हलए मारा-हपरा िरावनी चीजो जस भर या अिकार क बार म बार करक अपन बचचो को िरार ि इस परकार क परहिकषण का बचचो पर अतयहिक नकारातमक परभाव पडरा ि

छोट बचचो म भय हवहिषट निी बहलक एक सामानय पररघटना ि यथासमय हकसी वसरष लोग या हसथहर क बार म यि अहिक हवहिषट बन जारा ि मलर उनका भय अिमनयवादी िोरा ि सकल-पवत क वषणो म बचचा सामाहजक अपयि और परहरषठा क नाि स िरन लगरा ि और अिकार का भय पराय अकल िोन क भय स जषडा िोरा ि यि िर अकला छोड हदए जान का या पररतयाग हकए जान का ि

ििवकाल और लगभग पिली ककषा क समय क बीच अहिकाि बचच पिषओ स िरर ि लहकन िीर-िीर अपन पयातवरण म पिषओ स पररचय िोन क बाद यि िर कम िो जारा ि

पम बचच क सामानय हवकास क हलए परम की मिरी आवशयकरा ि वि परम करना और परम पाना चािरा ि वि इस ससार म दसरो पर पणतर हनभतर िोकर आरा ि कष छ िद रक उसकी यि हनराशयरा उसकी िहzwjतर ि zwjतयोहक यि दसरो को उसकी रकषा और दिभाल क हलए परररर कररी ि बचच की दिभाल करन क इसी भाव क कारण मारा (पररवार क अनय सदसय भी बचच को हिलारी-हपलारी ि और उस लाड-दषलार दरी ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201838

मारा दारा उसकी यि दिभाल उसक परम को परभाहवर कररी ि परम की भावनाए परसपर िोरी ि मारा-हपरा को अपन बचचो क परम की आवशयकरा िोरी ि और बचचो को भी अपन मारा-हपरा का पयार चाहिए िोरा ि परम सषि की परहरहकरया ि बचच का वयहzwjतर या वसरष क परहर परम उसक साथ अपन सबि स परापर िोन वाल सषि की अनषभहर क कारण उतपनन िोरा ि

परम का भाव बचच क वयहzwjतरतव क हवकास म अतयर मितवपणत भहमका का हनवाति कररा ि हजस बचच क परम का मनोभाव पणतर सरषषट िोरा ि वि भायिाली िोरा ि और उसक वयहzwjतरतव का सवसथ ढग स हवकास िोरा ि लहकन दषभात यवि जो बचच परम स वहचर रि जार ि व मानहसक दषबतलरा क साथ कमजोर वयहzwjतर या अहवकहसर वयहzwjतर बनकर रि जार ि पररष यि भी उरना िी सतय ि हक मारा-हपरा का आवशयकरा स अहिक परम बचचो क जीवन म कई परकार की कहठनाइया उतपनन कररा ि एक सीमा स अहिक परम बचचो को पररवार पर अतयहिक हनभतर बना दरा ि इस परकार हकसी भी परकार क आतमहवशवास क अभाव म बचचा वासरहवक और सच का सामना निी कर सकरा इसक सा थ िी वि वयाविाररक जीवन क पररवि म अपन आपको ढाल पान म असमथत िो जारा ि मारा-हपरा को अपन बचचो को परम करन म सरषलन क परहर साविान रिना चाहिए

बचच क हलए सचच परम का अथत ि हक उसको सवीकार कर हलया गया ि हजस बचच को सवीकार कर हलया जारा ि वि सभी परकार क िर स मषzwjतर िो जारा ि वि चीजो क साथ परयोग करन का िोजन गलहरया करन और परहकरया म सीिन म सकोच का

अनषभव निी कररा वि हकसी िराररपणत कतय या अवजा क कतय म िरा िआ अनषभव निी कररा मारा-हपरा का बचच क परहर परम हजरना अहिक सचचा िोगा उरनी िी अहिक बचच म अनय लोगो को परम करन की परवहतत बढगी

करोध करोि को कषट और ितषरा क परबल भाव क रप म पररभाहषर हकया जारा ि करोि का परसफोटन हिसक िोरा ि जो या रो सवय क परहर या दसरो क परहर िोरा ि ििवकाल स िी बचचा करोि परकट करन म सकषम िोरा ि सामानयर बचचा जब भिा िोरा ि या कोई परिानी िोरी ि रब िी वि करोि परकट कररा ि जस-जस बचच की मानहसक और पररक योयराए पररपzwjतव िोरी जारी ि रो उसक करोि को परोतसाहिर करन क अवसर बढ जार ि जस जब कोई भी वयहzwjतर या बार जो उसकी गहरहवहियो म हवघन िालर ि या उसकी परहरषठा योजनाओ इचछाओ या हवचारो म िसरकषप करर ि जब बचचा दषबतल थका िआ या भिा िोरा ि रब उस िीघर करोि आ जारा ि मारा-हपरा या हिकषक दारा अतयहिक या अनावशयक हनयतण भी कभी-कभी बचच को करोहिर कर दरा ि

बचच क करोि की परवहतत अलपकाहलक िोरी ि एक करोहिर बचच को आसानी स िार हकया जा सकरा ि और उसको सामानय वयविार म पषन लाया जा सकरा ि करोि को पराय िी हवसथाहपर हकया जारा ि इसका अथत ि हक कभी-कभी करोि का कारण बडा िो सकरा ि और उस रषचछ कारण क सबि म अहभवयzwjतर हकया जा सकरा ि उदािरण क हलए बचचा मारा-हपरा क िाटन पर करोहिर िो

भावातzwjमक ववकास 39

सकरा ि लहकन कष छ समय रक िार बना रिरा ि और बाद म हकसी अनय गहरहवहि जस हिलौन फ कन क दारा अपना करोि परकट कररा ि िारीररक रप स हवकर बचचो या हजनको सीिन या समझन म कोई कहठनाई ि व थोड स भी उकसान पर करोहिर िो जार ि

िसरकषप क हवरधि बचच का हवरोि कभी-कभी नकारातमकरा का रप िारण कर सकरा ि सभी सामानय बचच मारा-हपरा की सलाि को अनसषना करक या वि जो उनको करन क हलए किा जारा ि उसक ठीक हवपरीर करक परहररोिातमक वयविार परदहितर करर ि करोि की अहभवयहzwjतर रोना या िलकी रानबाजी म िो सकरी ि जब बचचा बडा िो जारा ि रब वि अपन करोि को परकट करन क हलए कोसन गाली-गलोच करन या कष छ हवकट पररहसथहरयो म अपन-आपको चोट पिचा सकरा ि छोट बचच अपना करोि सामानयर बडो क साथ सियोग करन स मना करक अहभवयzwjतर करर ि कष छ अनय उन लोगो क परहर बदल या घणा की भावना हवकहसर कर लर ि जो उनको करोि न हदलार िो

करोि एक हवनािकारी मनोभाव ि यि महसरषक को अिार कर दरा ि और वयहzwjतर को अपनी पणत योयरा म कायत निी करन दरा इसकी हवनािकारी परवहतत स जीवन म सामजसय की कहठनाइया उतपनन िोरी ि लहकन इसक कष छ सकारातमक पकष भी ि यि ऊजात का िहzwjतरिाली सोर ि करोिी वयहzwjतर अपन परहर हकए गए सभी परकार क अनयाय का हवरोि करर ि व िोषण भरषटाचार और सामाहजक बषराइयो का परहरकार करर ि

रिरोध करो कस मनयमरित करकरोि आिारभर मनोभाव ि इसहलए इसकी उपहसथहर अवशयभावी ि लहकन हनहशचय रप स इस मनोभाव को पयातपर ढग स करन क ररीक ि mdash

bull बचचो को आतमहनयतण हवकहसर करन की हिकषा दी जानी चाहिए

bull करोि को परोतसाहिर करन वाल पररको को पयातवरण स समापर कर दना चाहिए

bull मारा-हपरा व हिकषको को बचचो क परहर सिानषभहरिील और समझदार िोन की आवशयकरा ि और उनि बचचो की आवशयकराओ को परा करन की हसथहर म िोना चाहिए

bull िल म भाविाहर की कषमरा िोरी ि इसहलए िल बचचो म करोि को हनयहतर करन म अतयहिक परभाविाली ि

bull बचचो को रनाव स और हनररर कायत स दर रिना चाहिए

bull छोट बचचो को आदि निी दना चाहिए bull बचच का आतमसममान बनाए रिन क हलए

उसकी परिसा कर

ईरयाया ईषयात एक सवतवयापी मनोभाव ि यि करोि की िी अपवहधि िोरी ि सामानयर यि हवशवास हकया जारा ि हक इस हविष मनोभाव को 2 वषत की आयष म भी अनषभव हकया जारा ि ईषयात रोष का दहषटकोण ि जो दसरो क परहर िोरा ि ईषयात को सामाहजक हसथहरया जनम दरी ि जस mdash जब मारा-हपरा हकसी अनय म अहिक रहच लर ि और उस पर अहिक धयान दर ि रो बचच को ईषयात िोरी ि ईषयात क कई कारण

पराथमिक मिकषक जलराई 201840

िो सकर ि उदािरण क हलए अचछ कपड परीकषा या िल म उपलहबिया उचच सामाहजक-आहथतक परहसथहर हिलौन हिकषक दारा ककषा म अहिक धयान दना दसरो म ईषयात पदा कर सकरी ि ईषयात उगर रप म अतयहिक हवनािकारी िोरी ि एव ईषयात बचचो को बालसषलभ वयविार की ओर ल जा सकरी ि व अवनहर क हचहन परकट कर सकर ि जस mdash अगठा चसना हबसरर पर पिाब करना आहद कभी-कभी उनम ईषयात दसर बचचो स झगडन हचढान िरान-िमकान म हदिाई पडरी ि या अवाछनीय हटपपहणया करन म परकट िोरी ि ईषयाया करो कस मनयमरित कर

bull घर एव हवदालय का वारावरण अनषकल और सिायक िोना चाहिए मारा-हपरा एव हिकषक का उन बचचो क परहर अतयहिक सिानषभहरपवतक दहषटकोण रिना चाहिए हजनि समजन की कहठनाई िोरी ि हजसस हक व कभी असषरहकषर या अपहकषर मिसस न कर

bull बचचो को अनषहचर परम या सनि निी दना चाहिए मारा-हपरा एव हिकषको को बचचो क परहर वयविार म और हिकषा म हनषपकष दहषटकोण हवकहसर करना चाहिए

bull बचचो को बिर आरभ स िी िार या असफलरा को गररमा क साथ सवीकार करन क हलए हिहकषर हकया जाना चाहिए असफलरा पर काब पान क हलए उनको नवीन ऊजात क सचयन क हलए उतसाहिर भी हकया जाना चाहिए

आकामकता आकरामकरा को सामानयर उस वयविार क रप म पररभाहषर हकया जारा ि हजसका परयोजन दसरो को िारीररक मानहसक या वयहzwjतरगर कषट पिचान या

सपहतत को नषट करना िोरा ि इसका उदशय मलर दसरो को कषट पिचाना ि मल रप स आकरामकरा दो परकार की िोरी ि एक ितषरापणत आकरामकरा िोरी ि जो दसर को चोट पिचान क एकमात उदशय स की जारी ि दसरी सिायक आकरामकरा िोरी ि हजसका उदशय पीहड रो को पीडा न िोकर लाभ परापर करना िोरा ि लहकन ितषरापणत और सिायक आकरामकराओ की परहरहकरयाए सषसपषट निी िोरी बचचो म आकरामक परहरहकरयाए िारीररक या िाहबदक िो सकरी ि या नरम या उगर िो सकरी ि बचच पराय करोि का हिसक परसफोट परिार करक काटकर लार जमा क घसा मार क िzwjतका मारकर या िीचरान करक परकट करर ि आकरामकरा सीिी िई परहरहकरया िो सकरी ि यि परकषण क दारा या नकल उरारकर सीिी जा सकरी ि बचच बिर िी कम आयष म अपनी माग मनवान क हलए आकरामकरा का वयविार सीि जार ि और सचचाई यि ि हक हजरनी अहिक बार यि परबहलर िोरा ि उरनी िी अहिक बार यि परदहितर हकया जा सकरा ि

भावातमक मवकास क मलए मवदालय और घर म कया-कया कर सकत ह

bull हिकषक और मारा-हपरा बचचो स बारचीर कर bull बचचो क हलए हिलौन बनाए व िल bull पयार का वयविार कर bull बािर घमन ल जाए व आस-पडोस की जानकारी द bull मारा-हपरा को समझाए हक बचचो को भरपर

पयार द bull हवदालय म ऐसा मािौल बनाए हक बचच दसर

बचचो स हिलहमल कर रि bull बचचो की कषमरा क अनषसार हकरयाए कराए

भावातzwjमक ववकास 41

bull हविष आवशयकरा वाल बचचो को भरपर पयार द रथा उनि उनकी जररर क अनषसार चीज उपलबि करवाए उनि आभास हदलाए हक व भी अपना कायत सवय कर सकर ि मारा-हपरा को समझाए हक व इन बचचो को सवीकार कर और उनि घर की गहरहवहियो म िाहमल कर

bull बचचो को वयसर रि bull उनि सवय करक सीिन क अवसर द bull बचचो क साथ सभी तयोिार िसी-िषिी मनाए bull बचचो को अपनी भावनाओ को वयzwjतर करन का

अवसर द उनकी बार धयान स सषन और बीच म टोका-टाकी न कर उनि िाट निी

बचचो म भावातमक हवकास िो इसक हलए हवदालय म सषहविाए िोनी चाहिए जस mdash हिहकषका बचच को हमटटी क िल किानी का अहभनय करना लय व राल पर नाचना गषहड या का िल जस कालपहनक िल मक अहभनय फल-पतती टिनी आहद स मनपसद आकहर बनाना चॉक स सलट या फित पर आकहर बनाना जसी गहरहवहिया करवा सकरी ि

सदभषवमात परीहर 1979 बाल मकास दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदलली िमात उषा 2017 पल या बालयासरा दखभाल मिका दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदललीmdashmdashmdash 2017 बाल मकास क आयाि दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदलली

नसयाररी अधयामपका आईआईटी नसतरी हवदालय नयी हदलली 110 016

बचच क मनोहवजान को समझर िए हि कषण अहि गम की वयवसथा करना रथा उसकी अहि गम सबिी कहठ नाइयो को दर करना बाल क हरि र हि कषण किलारा ि बाल क हरि र हि कषा क अरगतर बचच की रहच यो परवहतत यो रथा कषमराओ को धयान म रिर िए हि कषा परदान की जारी ि जब िम बचचो को बाल क हरि र हि कषा परदान करर ि रो हि कषण अहि गम रहचकर िो जारा ि इसी हवषय पर आिाररर ि परसरषर लि

हिकषा बचच की मल परवहततयो पररणाओ और सवगो पर आिाररर िोनी चाहिए राहक उनकी हिकषा को हदिा दी जा सक बचचो की िारीररक व मानहसक योयराओ का अधययन करक हफर उनकी हवकास म मदद करनी चाहिए जस यहद कोई बचचा मानहसक या िारीररक रप स कमजोर ि या आपराहिक गहरहवहियो स जषडा ि रो पिल उसकी उस कमी को दर हकया जाना चाहिए कष छ हिकषक मनोवजाहनक जान क अभाव म बचच मार-पीट कर ठीक करन की कोहिि करर ि पररष इस ररि का वयविार हसथहर को और िराब कर दरा ि

एनसरीएफ 2005 क अनषसार हिकषा का लकय बचचो क सकली जीवन को उसक घर आस-पडोस क जीवन स जोडना ि इसक हलए बचचो को सकल म अपन बाल अनषभवो क बार म बार करन का मौका दना चाहिए उस सषना जाना चाहिए राहक बचच को

लग हक हिकषक उसकी बार को सषन रिा ि िर बचच म अपनी कषमराए और कौिल िोर ि हजनि सकल म वयzwjतर करन का मौका दना चाहिए जस mdash सगीर कला नाटय हचतकला नतय एव परकहर क परहर अनषराग इतयाहद

पराचीन काल म हि कषा का जो सवरप था और वरतमान म हि कषा का जो सवरप िम दिर ि उन दोनो म बिर अरर ि जॉन ियवी क अनषसार हि कषा वयहzwjतर की उन सभी योयराओ का हवकास ि हजनक दारा वि अपन वारावरण पर हनयतण करन की कषमरा परापर कररा ि और अपनी सभावानाओ को पणत कररा ि िल-िल म बचचो की रहच यो परवहतत यो रथा कषमराओ को धयान म रिर िए हि कषा परदान करना और बचचो की अहि गम कषमरा को बढाना उनकी अहि गम सबिी कहठ नाइयो को दर करना बाल क हरि र हि कषण ि बाल क हरि र हि कषा म बचच

7

बाल क मरि त मश कषा तथा पगमतशील मश कषा

सषनना हमततल

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 43

क हलए हवषयवसरष सरल िो जारी ि रथा हि कषक बचचो को परिान मनार ि हजसकी वजि स हि कषा का मितव बढ जारा ि बाल क हरि र हि कषा म बचचो को वयाविाररक और सामाहजक हि कषा दी जारी ि हि कषा मनषषय क वयविार म पररवरतन लारी ि यि बचच क वयविार म ऐस पररवरतन लारी ि जो बालक क जीवन म उहचर िोर ि अगर िम पराचीनकाल की हि कषा परणाली की बार कर रो बचच क हदमाग म जान की सामगरी को ठस दना िी हि कषा िोरी थी लहकन वरतमान समय म बचच क सवाइगीण हवकास पर बल हदया जारा ि बचच क सवाइगीण हवकास म उसका िारीररक हवकास सामाहजक हवकास मानहसक हवकास सवगातमक हवकास आहद सभी पकष िाहमल िोर ि

आिषहनक हि कषा पधिहर बाल क हरि र ि आज यहद िम हनजी हवदालय की बार कर रो पार ि हक बचचो क अनषसार हि कषको को हनयषzwjतर हकया जारा ि अथातर जो अधयापक बचचो को उहचर पधिहरयो का परयोग करक हि कषण करार ि बचच उनि अधयापको को पसद करर ि इस वयवसथा म परतयक बचच की ओर अलग स धयान हदया जारा ि वयाविाररक मनोहवजान म वयहzwjतर यो की परसपर हवहभननराओ पर परकाि िाला जारा ि हजसस यि सकर हमला ि हक हि कषक िर एक हवदाथथी की हविषराओ पर धयान द व उनक हलए परबि कर

आज क अधयापक को कवल हि कषा व हि कषा पधिहर क बार म िी निी बहलक हवदाहथत यो क बार म भी जानना िोरा ि zwjतयोहक आिषहनक हि कषा हवषय परिान या अधयापक परिान न िोकर बाल परिान

अथवा बाल क हरि र ि यिा यि मितव का हवषय ि हक बालक क वयहzwjतर तव का किा रक हवकास िआ ि इसहलए िम हि कषा मनोहवजान का जान िोना अहरआवशयक िोरा ि हिकषा कषत हिकषक को यि बरारा ि हक बचचो को zwjतया पढना ि पररष समसया यि ि हक उनि पढाना कस ि इस समसया को सषलझान म बाल मनोहवजान हिकषक की सिायरा कररा ि बाल हवजान सीिन की परहकरया हवहियो मितवपणत कारको अचछी या बषरी दिाओ आहद रतवो स पररहचर करवारा ि इसक जान स बचचो को सीिन म सिायरा परापर िोरी ि

बाल क हरिर हिकषा म बचचो क परयोग एव अनषसिान की ओर आकहषतर करन क हलए मनोहवजान का सिारा हलया जारा ि नई-नई पररहसथहरयो म नई-नई समसयाओ को सषलझान क हलए हिकषक को अलग-अलग परयोग करन चाहिए उसस हनकलन वाल हनषकषणो का उपयोग करना चाहिए छातो को हकरयािील रिन क हलए छात क िाथ पर और महसरषक सब हकरयािील िोन चाहिए अथातर वि एक स अहिक जानहरियो का परयोग बचच क अहिगम को और अहिक परभावी बना दरा ि नहरक किाहनयो व नाटको आहद क दारा बचच अचछी ररि स सीिर ि मिापषरषो व वजाहनको क उदािरण उनक हलए सदा पररणादायी िोर ि छात की रहच उस कायत करन म पररणा दरी ि अर हिकषण बचच की रहच क अनषसार हदया जाना चाहिए अधयापक को बचच की योयरा अनषसार हवषयवसरष का चयन करना चाहिए परतयक बचच का बौहधिक सरर (Intelligence Quotient) अलग िोरा ि हि कषक

पराथमिक मिकषक जलराई 201844

को बचचो की हवहभननराओ को धयान म रिना चाहिए हिकषक को सभी छातो को समान समझना चाहिए सभी छातो स समान परशन पछन चाहिए और उनम कोई भदभाव निी िोना चाहिए

हि कषा एक ऐसा िहथ यार ि जो सभी क हलए आवशयक ि हि कषा वि ि जो मनषषय को जान परदान करन क साथ-साथ उसक हदय एव आतमा का हवकास कररी ि हि कषा क उदशयो को लकर

हिकषा और मनोहवजान

मशकषा और मनोमवजान क सबध

हिकषा

मानव वयविार का हवकास

सामाहजक परहकरया

मनोहवजान

मानव वयविार क कायणो का अधययन

मानव वयविार म सिोिन

हकसी भी कषत म अधयापको की सफल िोन क हलए बार मनहवजान का जान अवशय िोना चाहिए इसक अभाव म न रो बचचो की हविषराओ को िी समझा जा सकरा ि और न िी उनकी समसयाओ का समािान हकया जा सकगा बचच क सबि म हि कषक को बचचो क वयविार क मल आिार आवशयकराओ मानहसक सरर रहचयो योयराओ वि वयहzwjतरतव इतयाहद का वयापक जान अवशय िोना चाहिए हवदालय म हकसी भी ककषा का कायतकरम वयहzwjतरक हभ ननराओ पररणाओ मलयो व सीिन क हसधिारो क मनोहवजान क जान क आिार पर बनाया जाना चाहिए हि कषण क पशचार बचचो का मलयाकन व परीकषण भी अतयर आवशयक िोरा ि मलयाकन स यि परा लगाया जा सकरा ि हक हवदाथथी न हकरना अहि गम हकया ि

किा जारा ि हक हि कषा सामाहजक आहथत क और राजनीहरक पररवरतन क हलए सबस जररी िहथ यार ि हकसी भी राषट क हवकास म हि कषा एक बषहनयादी रतव ि हि कषा क माधयम स बढरी जनसखया गरीबी सापरदाहयकरा हलगभद जसी समसयाओ स हनपटा जा सकरा ि हि कषा का मितवपणत भाग िोरा ि lsquoपराथहमक हि कषाrsquo zwjतयोहक पराथहमक हि कषा िी आग की हि कषा क हलए एक मजबर आिार बन जारी ि सामानय रौर पर गषणवततापणत हि कषा का अथत ऐसी हि कषा स लगाया जारा ि जो बचच को रटन स दर ल जारी िो रथा कवल जानकारी आिाररर न िो बहलक अविारणाओ की समझ पर िो गषणवततापणत हि कषा का परचहलर िबदावली क अनषसार अथत ऐसी हि कषा ि जो lsquoहि कषक व पषसरक क हरि रrsquo क सथान पर lsquoबाल क हरि रrsquo हि कषा िो रथा

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 45

बचच क जान मलयो कौिलो और कषमराओ का हवकास कररी िो

सवरतरा पराहपर क बाद भारर सरकार क अनषचछद 45 क जररय 1951 म यि वायदा हकया था हक राजय इस सहविान क लाग िोन की रारीि स दस साल क भीरर 14 वषत की आयष क सभी बचचो क हलए हनिषलक और अहनवायत हि कषा का परयास करगा लहकन कानन क रप म इसको अमलीजामा पिनान म छि दिक स जयादा समय लग गया आहि रकार हवहभ नन कमीिनो और सहमहरयो की हसफाररिो क बाद यि कानन 2004 म भाररीय सहविान क 86 व सिोिन क रिर सामन आया और 1 अपरल 2010 को लाग हकया गया इसक बाद स हि कषा क अहि कार को मौहलक अहि कार बनाया गया और राजयो को हज ममदारी दी गइत हक परतयक बचच को पराथहमक हि कषा दना सषहनहशच र हकया जाए माचत 2013 रक दि क मिज आठ फीसदी सकलो म यि कानन पणत रप स लाग हकया जा सका ि

पगमतशील मश कषापरगहरिील हि कषा की अविारणा क अनषसार हि कषा का एकमात उदशय बचच की िहzwjतर यो का हवकास ि वयहzwjतर क हि कषा क अनषरप हि कषण अहि गम परहकरया म भी अरर रिकर इस उदशय को परा हकया जा सकरा ि परगहरिील हि कषा यि बरारी ि हक हि कषा बचच क हलए ि बचच हि कषा क हलए निी इसहलए हि कषा का उदशय ऐसा वारावरण रयार करना िोना चाहिए हजसम परतयक बचच क सामाहजक हवकास का पयातपर अवसर हमल परगहरिील हि कषा का उदशय जनरतीय मलयो का हवकास हकया जाना ि हि कषा

क दारा िम ऐस समाज का हनमातण करना चािर ि हजसम वयहzwjतर-वयहzwjतर म कोइत भद न िो सभी पणत सवरतरा और सियोग स काम कर परतयक मनषषय को अपनी सवाभाहवक परवहतत यो इचछाओ और आकाकषाओ क अनषसार हवकहसर िोन क अवसर हमल सभी को समान अहि कार हदए जाए ऐसा समाज रभी बन सकरा ि जब वयहzwjतर और समाज क हिर म कोइत मौहलक अरर न माना जाए हि कषा क दारा मनषषय म परसपर सियोग और सामजसय की भावना सथाह पर करना िोरा ि परगहरिील हि कषा म हि कषण अहि गम हवहि को अहि क वयाविाररक करन पर जोर हदया जारा ि इसम बचच क सवय करक सीिन की परहकरया पर जोर हदया जारा ि कवल हि कषण स िी हि कषक का कायत परा निी िोरा उस बचचो क जान और हवकास का मलयाकन और परीकषण करना िोरा ि मलयाकन करन स हवदाथथी की उननहर का परा चलरा ि और उसी अनषसार बचचो म सषिार हकए जार ि भाररीय हि कषा पधिहर म मलयाकन िबद परीकषा व रनाव स जषडा िआ ि मलयाकन क रनाव स हवदाथथी को दर रिन क हलए बाल क हरि र हि कषा परणाली म सरर एव वयापक मलयाकन पर जोर हदया जारा ि मलयाकन एक बार क कायतकरम क बजाय एक हनररर परहकरया ि हजस सपणत अधयापन अहि गम परहकरया म हनहमतर हकया गया ि हि कषा िासत का हि कषक क हलए हविष मितव िोरा ि zwjतयोहक एक अधयापक को हि कषा िासत िी यि बरलारा ि हक बचचो को zwjतया पढाया जाए

वस सबस बडी समसया यि िोरी ि हक हवदाहथत यो को कस पढाया जाए बाल मनोहवजान

पराथमिक मिकषक जलराई 201846

दारा िी अधयापक को उपयोगी हि कषण अहि गम हवहि आ सकरी ि उस परा चलरा ि हक हकस परकार क बचच को हकस हवहि स पढाया जाए बचचो को भयमषzwjतर रिन और उनि मानहसक रप स सवरप रिन की कवायद म हि कषक की भहमका मितवपणत ि हि कषक क आचरण म सखरी की जगि मतीपणत वयविार कड अनषिासन की जगि लचीली वयवसथा हपटाइत की जगि अपनतव बचचो को हचरा स उनमषzwjतर रिन स पररणाम यि िोगा हक समाज म हि कषक की आज की भहमका भी बदल जाएगी भहवषय म समषदाय और समाज हि कषक को बचचो क अहि कारो की सषरकषा और हनगरानी का मितवपणत हिससा मानन लगगा यि िर हि कषक क हलए गौरव की बार िोगी बचचो को सजा न दन और उनि भयभीर न करन को लकर हि कषको और हि कषण ससथानो म वरतमान म जो सिय ि वि भी िीर-िीर दर िोरा चला जाएगा दषहनया रजी स बदल रिी ि हि कषक को भी आ रि इस बदलाव क चलर अपनी हि कषण पधिहर म आवशयकानषसार सषिार करन िोग

परगहरिील हि कषा क योगदान म महसर षक एव बषहधि की अिम भहमका ि इनक माधयम स वि दहनक जीवन की समसयाओ को सषलझान का काम कररा ि जस-जस वि अपन दहनक जीवन म अपनी मानहसक िहzwjतर यो का परयोग कररा ि वस-वस वि मानहसक हवकास भी कररा ि महसर षक िी वि मषखय उपकरण ि जो समसयाओ को सषलझान म सिायक िोरा ि अर बालक क सबि म हि कषक को उसक वयविार क मल आिारो आवशयकराओ मानहसक सरर रहचयो योयराओ वयहzwjतर तव इतयाहद का हवसरर जान िोना

चाहिए हि कषा बचच की मल परवहरयो पररणाओ और सवगो पर आिाररर िोनी चाहिए परगहरिील हिकषा म हिकषक को भी मितवपणत सथान हदया गया ि इसक अनषसार हिकषक समाज का सवक ि उस हवदालय म ऐसा वारावरण बनाना पडरा ि हजसम पलकर बचच क सामाहजक वयहzwjतरतव का हवकास िो सक हवदालय म सवरतरा और समानरा क मलय को बनाए रिन क हलए हिकषक को कभी भी बचचो स बडा निी समझना चाहिए आजा और उपदिो क दारा अपन हव चारो और परवहततयो को बचचो पर लादन का परयास निी करना चाहिए

मनषकरष भारर म जो हि कषा पधिहर परचहलर ि उसक कइत पकषो म सषिार की आवशयकरा ि िमारी हि कषा वयवसथा पर एक विर जनसमि को हि हकष र करन का उततरदाहयतव ि सािन और ससािन बिर सीहमर ि पररहसथ हरया भी अनषकल निी ि हफर भी िम लकयो की पराहपर की ओर परयतनिील ि हफर भी िम दढ सकलप क साथ आग बढ रो इस हनरािाजनक हसथ हर स उभर सकर ि

सबक हलए हि कषा की सषहविा करवानी ि हक परतयक हि हकष र वयहzwjतर स यि अपकषा की जानी चाहिए हक वि इस लकय पराहपर म सियोग परदान कर इरीच न रीच न (Each one Teach one) का नारा इस हदिा म सफलरा हदला सकरा ि हि कषा म रकनीकी का उपयोग अतयहि क िो रिा ि हकरष इन रकनीको सािनो को हि कषक का हवकलप न मानकर सियोगी मानकर परयोग करन का लकय ि

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 47

सदभष वमात ररक कष मार 2013lsquoबाल क हरि र हिकषा एव परगहरिील हिकषाrsquo बाल मकास ए मि का िासरि अररिर पहबलकिन

हलहमटि नयी हदललीसरोिा सषिील 2012 lsquoचाइलि सटित एि परोगरहसव एजषकिनrsquoएजकिनल साइकरोलॉजरी सरोिा पहबलकिन रोहिणी

नयी हदललीmdashmdashmdash 2016 lsquoबाल क हरि र हिकषा एव परगहरिील हिकषाrsquo बाल मकास ए मि का िासरि सरोिा पहबलकिन रोहिणी

नयी हदलली

परोफसर परारहभक हिकषा हवभाग एनसीईआरटी नयी हदलली 110 016

पाथममक बाल मशकषा क लकय तथा मकरयाकलाप

परारहभ क बाल हि कषा आज क यषग म सामानय रप स न कवल बचचो क सपणत हवकास का अिम हनवि ि बहलक परारहभ क हि कषा को सावतजनीकरण रप म राषटीय लकय को परापर करन म भी मितवपणत योगदान परदान कररा ि परारहभ क बाल हि कषा सषहविाओ म गषणातमक हवसरार क हलए सरकारी और गर-सरकारी ससथाओ दारा समहनव र परयास हकया जा रि ि हजसस दि क करोडो बचचो को इसका लाभ हमल सक इस हवसरार क चलर काफी सखया म परहि हकष र लोगो की आवशयकरा ि इस आवशयकरा को परा करन क हलए सवारर हि कषक-परहि कषको को अलपकालीन परहि कषण भी हदया जा रिा ि जयादारार लोगो को यि जानकारी निी िोरी हक पवत पराथहमक सरर पर zwjतया कराया जाए या कसी गहरहवहि या या हकरयाए करायी जाए हजसस बचचो को आनददायक वारावरण हमल व पवत-पराथहमक सरर को पराथहमक सरर का डाउनडया एकसनिन मान कर बचचो को पढार ि और टीचर टहनग भी दर ि इसी बार को धयान म रिकर परसरषर लि म 3ndash4 एव 4ndash5 साल क बचचो क हलए आयोहजर की जान वाली हकरयाओ क उदशय एव हकरयाए साझा की गइत ि जो हि कषक परहि कषको एव हि कषको क हलए उपयोगी िो सकरी ि य हकरयाए एक लबोरटरी सकल म कायत अनषभव और उपहसथर गरनथो क आिार पर सषझाई गयी ि

पवत-पराथहमक हिकषा का उदशय बचचो का सवाइगीण हवकास करना ि पवत-पराथहमक हिकषा दारा बचचो का िारीररक हवकास िोरा ि और बचचो को पढन-हलिन एव गहणर की रयारी म मदद हमलरी ि यि बचचो को औपचाररक हिकषा क हलए रयार कररी ि इसक साथ िी बचचो म कई अनय सजनातमक कषमराओ को भी हवकहसर कररी ि रीन स छ वषत की आयष क बीच क बचच पवत पराथहमक िालाओ म

पवत पराथहमक हिकषा गरिण करर ि य िालाए बचचो

को पररणादायक िल वारावरण परदान करन क साथ िी

बचचो का बौहधिक भाषागर सामाहजक सवगातमक

रथा िारीररक हवकास करन म सिायक ि

पवष-पाथममक मशकषा क उदशयपवत-पराथहमक हिकषा का मषखय उदशय ि बचचो का

सवाइगीण हवकास करना अरः बचचो को अगरहलहिर

पदमा यादव

8

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 49

सबिो की उदशयो की पराहपर क हलए गहरहवहिया कराई जानी चाहिए mdash

bull सामाहजक एव सवगातमक हवकास bull िारीररक हवकास एव मासपहियो का हवकास bull भाषा हवकास bull सजानातमक हवकास bull सजनातमक एव सौदयतबोि का हवकास

3ndash4 आयष वगत और 4ndash5 आयष वगत क बचचो क हलए सामानयरः एक जसी गहरहवहिया िोरी ि बस 4 ndash5 आयष वगत की गहरहवहियो का सरर 3ndash 4 आयष वगत की गहरहवहियो की अपकषा थोडा अहिक िोरा ि लि म इनिी दोनो आयष वगत क हलए गहरहवहिया सषझाई गयी ि

3 ndash 4 आय वगष क मलए गमतमवमध लकय सामाविक एि सिगातमक विकास बचचो क सामाहजक एव सवगातमक हवकास क अरगतर अनक बार िहमल ि जो अतयर मितवपणत ि उदािरण क हलए सषरकषा एव भरोस की भावना का हवकास करना परारहभक बाल हिकषा क रि क वारावरण रथा हदनचयात स पररचय कराना अचछी आदरो का हनमातण करना जस mdash िौचालय का उहचर परयोग िाथ िोना वयहzwjतरगर सवचछरा भोजन की उहचर आदर हिहकषका कायतकरात का अहभवादन करना अपनी बारी की पररीकषा करना दसर बचचो क साथ िलना सीिना इतयाहद अपन वयविार को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना अपन बार म अचछी भावना हवकहसर करना सामहिक हकरयाओ क परहर रहच का हवकास करना सामाहजक रप स सवीकर ररीको क अनषसार अपन

वयविारो रथा सवगो को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना आहद

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकासबचचो क िारीररक एव मासपहियो क हवकास क हलए यि जररी ि हक िम बचचो को साथ म काम करन क अनक अवसर उपलबि कराए साथ िी हिकषक को कष छ और बारो का धयान रिना िोगा उदािरण क हलए उहचर वहधि और हवकास पर नजर बनाय रिना सथल मासपहियो और सकम मासपहियो म सरषलन बनान म मदद करना छोटी मासपहियो को हवकहसर करन क अवसर परदान करना आि-िाथ म रालमल िाथ-मषि म रालमल इतयाहद

भाषा विकासभाषा मनषषय क भावो और हवचारो को वयzwjतर करन का एक माधयम ि भाषा सीिन का सवाभाहवक और मनोवजाहनक करम िोरा ि mdash सषनना बोलना पढना हलिना बचच म भाषा सीिन की सवाभाहवक परव हतत िोरी ि भाषा का हवकास मलर जीवन की परारहभक अवसथा स िी आरभ िो जारा ि जो मलर अनषकरण एव अभयास दारा अहजतर की जारी ि भाषा हवकास क लकय ि mdash सषनन क कौिल का हवकास करना हजसम िाहमल ि धवहन हवभदीकरण सषनन का हवसरार सषनकर समझना मौहिक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िबद भिार का हवकास अहभवयहzwjतर म सपषटरा एव परवाि पणत वाzwjतयो का परयोग आवशयकराओ एव हवचारो का सपरषण इतयाहद

सजानातमक विकास वसरषओ का हमलान करक रथा पिचान करक उनक अरर को पिचानन की कषमरा का हवकास करना

पराथमिक मिकषक जलराई 201850

जस mdash एक समय म हदिायी गयी 3 ndash 4 वसरषओ का हनरीकषण करक रषरर पषन समरण करन की कषमरा का हवकास हकसी पररहचर वसरष का हचत दिकर उसक गायब भाग की पिचान करन की कषमरा का हवकास करना हकसी एक आयाम या समबोि क आिार पर जस आकार या रग वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास करना रीन-चार वसरषओ स बन नमन को हफर स बनान की कषमरा का हवकास करना सरल सरर पर सपणत रथा उसक भागो क सिसबि को समझन की कषमरा का हवकास करना सरल समसयाओ को सषलझान क हलए सिी ढग स सोचन की कषमरा का हवकास करना लाल नीला पीला िरा सफद और काला रग पिचानन नाम बरान रथा हमलान करन की कषमरा का हवकास हनमनहलहिर को पिचानन रथा हमलान करन की कषमरा पर हवकास mdash गोल चौकोर हरकोन गोला बनान की कषमरा का हवकास छोडा-बडा लबा-छोटा भारी िलका लबा-नाटा मोटा घना परला चौडा-सकरा दर-नजदीक को पिचानन नाम बरान रथा हमलान करन की कषमरा का हवकास करना हसथहरयो को पिचानन की कषमरा का हवकास करना जस mdash अदर-बािर ऊपर-नीच आग-पीछ दहनक हकरयाओ क सदभत म हनमनहलहिर समबोिो की चरना का हवकास करना जस mdash हदन-रार दोपिर-सधया घटो का जान ठिा और गरम म भद करन पिचानन और जानन की कषमरा का हवकास इतयाहद कष छ परसराहवर समबोि परोजzwjतट जसmdash सवय पररवार पालर रथा जगली जानवर घर मौसमी सहबजया रथा फल पौि सषरकषा सबिी आदर पवत तयौिार िवा पानी इतयाहद

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास बचचो म सजनातमकरा एव सौदयतबोि का हवकास करन क हलए कष छ बारो पर धयान दना जररी ि जस mdash कला क माधयम स सजनातमक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िारीररक अगो का कलातमक ढग स सचालन करना पयातवरण म उपलबि रगो रथा सौदयत क परहर सवदनिीलरा का हवकास करना इतयाहद

4ndash5 आय वगष हत गमतमवमध लकय सामाविक ndash सिगातमक विकास सामाहजक-सवगातमक हवकास बचचो क वयहzwjतर तव का एक मितवपणत अायाम ि इसम अनक बार िहमल ि जस mdash परारहभक बाल कायतकरात हिहकषका (यहद नई िो) रथा ककषा क अनय बचचो स पररचय िोना अचछी आदरो का हनमातण करना जसmdash वयहzwjतरगर रथा पयातवरणीय सवचछरा परारहभक बाल हिहकषकाकायतकरात का अहभवादन अपनी बारी की पररीकषा करना हकसी वसरष को हमल बाटकर उपयोग एव सियोग करना हनयहमर उपहसथहर अपन बार म अचछी भावना का हवकास करना सामहिक हकरयाओ क परहर रहच का हवकास करना सामाहजक रप स सवीकर ररीको को अपन वयविारो रथा सवगो को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना हनणतय लन की योयरा का हवकास करना इतयाहद

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकासबचचो म उहचर वहधि बनाय रिन क हलए हनयहमर जाच सथल मासपहियो म सरषलन सकम मासपहियो म सरषलन बचचो की छोटी मासपहियो का हवकास आि-िाथ म रालमल िाथ-मषि म रालमल इतयाहद पर धयान हदया जाना चाहिए

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 51

भाषा विकासभाषा हवकास म िहमल ि mdash सषनन क कौिल का हवकास करना mdash धवहन हवभदीकरण सषनन का हवसरार सषनकर समझना आलोचनातमक दहषटकोण क साथ सषनना मौहिक अहभवयहzwjतर का हवकास करनाmdash िबद भिार का हवकास अहभवयहzwjतर म सपषटरा और परवाि करमबधि ढग स बार करना सजनातमक अहभवयहzwjतर पढन की रयारी करवाना दिी गयी वसरषओ का हवभदीकरण सषनी गयी धवहनयो का हवभदीकरण (िबदो की परथम एव अहरम धवहन) दशय धवहन सि सबि बाए स दाए का हदिाबोि हलिन की रयारी करना इतयाहद

सजानातमक विकास पाचो इहनरियो का परयोग करक वसरषओ का नाम बराना रथा 3 सररो पर करमीकरण करन की कषमरा का हवकास करना जसmdash मीठा उसस मीठा सबस मीठा बडा उसस बडा सबस बडा आहद एक समय म हदिायी गई 6ndash7 वसरषओ का हनरीकषण करन रथा रषरर पषन समरण करन की कषमरा का हवकास हकसी पररहचर वसरष क अहिक सकम या गायब भाग की पिचान करन की कषमरा का हवकास दो समबोिो या आयामो क आिार पर जस रग एव आकार वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास वसरषओ हचतो किाहनयो रथा घटनाओ को पषन परसरषर करन रथा उसी रकत स करम म बढान का हवकास सपणत रथा भाग क सि सबि को अपकषाकर कष छ जहटल सरर पर समझन की कषमरा का हवकास अपकषाकर कष छ जहटल समसयाओ को सषलझान क हलए सिी ढग स सोचन की कषमरा का हवकास

लाल पीला नीला काला सफद क साथ अनय रगो जस भरा नारगी बगनी की पिचान और नाम बराना रीन सररो पर परमषि रगो का करमीकरण करन की कषमरा का हवकास (यि समझन की कषमरा हक रगो को हमलान स नय रग रयार िो जार ि) हनमनहलहिर आकारो क नाम बरान की कषमरा रथा पयातवरण म उपलबि उनिी आकार की वसरषओ स हमलान-हमलाना mdash गोल चौकोर हरकोन अनय आकारो जस mdash रारा छडी आयर मिराब (आिा गोला) आहद को पिचानन की कषमरा हवकहसर करना

अक सबिी समबोिो का रीन सररो रक करमीकरण करन की कषमरा का हवकास करना हनमनहलहिर की कषमरा का हवकास mdash एक स एक का सबि पाच रक की सखया का सबोि पाच रक क अको की पिचान पाच रक क अको को हगनना रथा उनि करम म रिना हनमनहलहिर हसथहरयो की पिचान रथा उनक हलए उपयषzwjतर िबदो का परयोग जसmdash सबस ऊपर-सबस नीच अदर-बािर पिल-बाद म ऊपर-नीच अगला-हपछला यिा-विा हकनार-बीच म बगल म-पीछ-सामन हनमनहलहिर समबोिो की चरना का हवकास mdash समय स समय स पिल दर स हदनचयात क सदभत म पिल-बाद म घडी स समय का मापन सपराि क हदन रापमान की रषलनातमक हसथहरयो जस गमत उसस गमत सबस गमत को पिचानन हवभदीकरण करन रथा जानन की कषमरा का हवकास कष छ और समबोि परोजzwjतट जस mdash बरसार मौसम कीड-मकोड समाज क मददगार ससार यारायार इतयाहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201852

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास कला क माधयम स सजनातमक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िारीररक अगो का कलातमक ढग स सचालन सजनातमक हचरन का हवकास करना पयातवरण म उपलबि सौदयत एव रगो क परहर सवदनिीलरा का हवकास करना

3ndash4 एव 4ndash5 आय वगष क बचचो क मलए खल मकरयाए ऊपर हदय गए लकयो की पराहपर क हलए हिकषक एव हिकषक परहिकषको दारा हनमन हकरयाए गहरहवहिया कराइत जा सकरी ि

सामाविक ndash सिगातमक विकास हिकषक बचचो को िल क माधयम स सवगो पर हनयतण करना हसिा सकर ि सामाहजकndashसवगातमक हवकास म सिायक गहरहवहिया िmdash अनौपचाररक वारातलाप गीर रथा कहवराए अहभनय करना कठपषरली का िल सवरत एव हनददहिर िल सामहिक हकरयाए एव िल भोजननाशर क समय की हकरयाए तयोिार एव जनमहदन मनाना आतमहनभतररा क भाव को जगान वाली हकरयाए अथातर हकसी हकरया म नरतव करना बचचो को दाहयतव बाटना आहद वारातलाप हवकलाग बचचो का समि म िाहमल करना परकहर म हवचरण बागवानी-पलर जानवरो की दिभाल करना

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकास बचचो म िारीररक हवकास एव मासपहियो क हवकास क हलए सिायक गहरहवहिया ि mdash लबाई और वजन की माहसक जाच परक पोषण दना समय-समय पर िोन वाली माहसक जाच बचचो

और समाज को सवासथय एव पोषण सबिी जानकारी दना सवरत एव हनददहिर िल दौडन उछलन कदन चढन फ कन सरषलन रिन लषढकन आहद वाली हकरयाए हचतकला एव रजनकला फाडना काटना हचपकाना िागा िालना हसलाई करना बाल और पानी क िल हमटटी का काम हजन वसरषओ को इचछानषसार रोडा-मरोडा जा सक उनक साथ मनचाि ढग स िल उगहलयो को नचार िए गीर गाना िाथ और चममच स भाजन करना इतयाहद

भाषा विकास भाषा हवकास क हलए बचचो क साथ सवरत एव हनददहिर वारातलाप कर सषनन एव िबदो क िल िल जस mdash रषकानर िबदो क िल लययषzwjतर छद और गीर धवहनयो की पिचान आहद अनय गहरहवहिया जस mdash पिहलया अहभनय किानी सषनाना और बनाना कठपषरली का िल दशय हवभदीकरण सबिी िल एव हकरयाए िबदो की धवहनयो का हवभदीकरण रथा िबद-हनमातण क िल सहचत पषसरको को सिी ढग स पकडना हचत एव िबद का हमलान सकम मासपहियो की समसर हकरयाए िीची गई आकहर म रग भरना हबदषओ को जोडना आकहरयो की बनावट की नकल करना (पहसल रथा कयॉन स) इतयाहद भाषा हवकास म बिर सिायक ि

सजानातमक विकास मल सजानातमक कौिलो और परहकरयाओ क हवकास िरष गहरहवहिया करवाए जस mdash इहरियो का हवकास ndash दिन की इहरियसषनन की इहरियसपित स अनषभव करन की इहरिय सघन की इहरिय सवाद की इहरिय समहर एव हनरीकषण कषमरा का हवकास

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 53

वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास करहमक हचरन का हवकास समसया समािान रथा हववक का हवकास

परमषि सबोिो का हवकास जस mdash रग क सबोि का हनमातण आकारो क सबोि का हनमातण अक पवत सबोि का हनमातण अक सबोिो का हनमातण सथान क सबोि का हनमातण समय क सबोि का हवकास रापमान क सबोि का हवकास हनमनहलहिर क सबि म पयातवरणीय रापमान क सबोि का हवकास पराकहरक पयातवरण भौहरक पयातवरण सामाहजक पयातवरण परोजzwjतट थीम क रप म चचात की जा सकरी ि

दहषट सबिी रथा धवहन हवभदीकरण सबिी िल हकरयाए पयातवरण म उपलबि हवहभनन बनावट की वसरषओ को छकर रथा पिचानन वाल कािणो क साथ हकरयाए हवहभनन सवाद वाली वसरषओ क साथ हकरयाए समहर िल lsquozwjतया गायब िrsquo हनरीकषण रथा हनरीहकषर वसरष क पषन समरण पर आिाररर हकरयाए वसरषओ हचत कािणो का परयोग करक वगथीकरण हकरयाए वगथीकरण क िल हदया गया नमना हफर स बनाना किाहनयो और घटनाओ का सिी करम म पषन समरण करहमक हचरन पर आिाररर िल पिली एव भल भषलया का िल हनकालना समसयाओ को सषलझान स सबहिर हकरयाकलाप जस दो या उसस अहिक वसरषओ क सिसबि पर

आिाररर काित सरल परशनो क उततर दना वारातलाप गीर और रषकबहदया अहभनय वसरषओ कपडो पर हकरयाकलाप हनददहिर िल रचनातमक हकरयाए परकहर म भरमण रगो क सबि क हलए वहणतर हकरयाए वारातलाप एव किाहनया पानी क िल बाल क िल करमीकरण काित गषटको क िल हनददहिर िल एव करीडा अहभनय अहभनय पर आिाररर िल जस दषकान-दषकान वसरषओ क साथ और बाद म सखया काितस क साथ हनददहिर िल अको क गीर अको क िल अको की पिली समय सबोि क काितस दफरी आहद पर बनायी गयी घहड या दहनक हकरयाओ का करम स पषनसमरण करन सबहिर हकरयाए सरल परयोग जस mdash बनाय गय थमातमीटर वारातलाप पिल वहणतर हवहभनन हकरयाओ का परोजzwjतट क हवषयो स एकीकरण ककषा म परदितन भरमण एव परकहर दितन तयोिारो को मनाना रथा उनस सबहिर वसरषए रयार करना िवा पानी रथा पौि उगान स सबहिर सरल परयोग बाल रथा पानी क िल इतयाहद

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास कष छ हकरयाकलाप जस mdash सजनातमक हचतकला लयातमक गहरिीलरा रथा नाटक आहद जसी हकरयाए mdash बिउततरीय परशन lsquoआओ बनrsquo वाल िल गीर एव किाहनया बनाना परकहर क भरमण ककषा परदितन आहद

सदभषएनसीईआरटी 2000 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2000 एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2006 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली कौल हवनीरा 1996 पारमभक बाल मिका काययारिि पवत पराथहमक एव परारहभक हिकषा हवभाग एनसीईआरटी नयी हदलली

पराथमिक मिकषक जलराई 201854

गषपर मजीर सन 2013 पारमभक बालयासराmdash दख-भाल और मिका पीएचआई लहनइग पराइवट हलहमटि हदलली भारर सरकार 1986 राषzwjटरीय मिका नरीमत 1986 मानव ससािन हवकास मतालय नयी हदलली mdashmdashmdash 2011 मनःिलक और अमनायया बाल मिका का अमधकार अमधमनयि ndash 2009 मानव ससािन हवकास मतालय

नयी हदललीमहिला एव बाल हवकास मतालय 2013 राषzwjटरीय पारमभक बालयासरा दखरख और मिका (ईसरीसरीई) नरीमत 2013

नयी हदललीमषरलीिरन राजलकमी और िोहबरा असथाना 1991 मििओ क मलए परक गमतममधया हवदालय पवत एव परारहभक हिकषा

हवदालय एनसीईआरटी नयी हदललीयादव पदमा 2015 एजमपलर गाइडलाइस फॉर इमलि िन ऑफ अलथी चाइलडहड कयर एड एजकिन (ईसरीसरीई)

कररीकलि एनसीईआरटी नयी हदलली

ररषठ पकता िाइट घषममनिडा एससीईआरटी नयी हदलली

भारर सरकार परहरवषत हिकषा पर काफी वयय कररी ि काफी नय हवदालय िषल रि ि और हवदालयो म बचचो क नामाकन म वहधि िो रिी ि इसक साथ िी हिकषक परहिकषण पर भी बल हदया जा रिा ि पररष हफर भी हिकषा की गषणवतता म कोई िास सषिार निी िो रिा ि यि एक हवचारणीय परशन ि और इस अनदिा निी हकया जा सकरा ि हिकषा की गषणवतता को गभीररा स लर िए यनसको की जीईएम की ररपोटत न भी वषत 2017ndash18 का िीषतक हिकषा म जवाबदिी रिा था िमारी हिकषा परणाली की यि हज ममदारी िोनी चाहिए हक वि परतयक चरण म हिकषा परणाली स जषड लोगो की जवाबदिी सषहनहशचर कर

हिकषक समाज की सवातहिक सवदनिील इकाई ि और किा जारा ि हक हिकषण वयवसाय समाज क सभी वयवसायो की जननी ि हवहभनन वरन आयोगो न परतयक बार हिकषक क कायणो क हलए वरनमान को उननर बनाय रिन की हसफाररि की ि राहक हिकषक पणत मनोयोग स अपन हिकषण कायत को समहपतर िो सक और अपनी जवाबदिी सषहनहशचर कर हपछल रीन दिको म गहठर िई सभी सहमहरयो और आयोगो न अपना यि सषझाव हदया ि हक हिकषा की गषणवतता म सषिार क हलए यि आवशयक ि हक हनयहमर रप स हिकषक क कायणो का मलयाकन हकया जाए और उसकी जवाबदिी सषहनहशचर की जाए

मशकषक की जवाबदही स मशकषा वयवसथा की गणवता म सधार

एम एम रॉय

9

हिकषक समाज की सवातहिक सवदनिील इकाई ि िमार दि म हिकषक का बिर सममान हकया जारा ि हिकषक बचचो म छष पी िई परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि यि मिसस हकया जा रिा ि हक समाज म सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि हिकषक की गषणवतता पर भी परशन हचहन लग रि ि हिकषको की जवाबदिी की माग उठन लगी ि यहद िम हिकषको को अपन वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना चािर ि रो हिकषा वयवसथा म ऐसा वारावरण बनाना िोगा जिा व उततरदाहयतव सवय लना पसद कर लहकन हिकषको की जवाबदिी सषदढ और सषहनहशचर करन स पिल उनक हलए एक वारावरण रयार हकया जाना चाहिए हजसका उललि इस लि म हकया गया ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201856

एक हिकषक का कायत समाज म वषणो स सममानजनक रप स दिा जारा रिा ि हिकषको क हलए ईमानदार जानी आहद जस हविषणो का भी परयोग हकया जारा ि एक हिकषक का कायत बिआयामी ि वि अपन बचचो म छष पी िई परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि एक हिकषक बचचो क हलए मागतदितक दाितहनक और हमत िोन क साथ समाज और राषट हनमातरा भी ि िम सभी लोग यि भी मिसस कर रि ि हक समाज म स सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि और zwjतयोहक हिकषा सामाहजक परणाली का अहभनन अग ि हिकषा क सरर क दारा यि भली भाहर जाना जा सकरा ि हक समाज म जीवन क मलयो का zwjतया सरर ि

किन का रातपयत यि ि हक हिकषा का सरर एक सचक क रप म यि हदिारा ि हक समाज म जीवन की गषणवतता zwjतया ि हिकषक हिकषा की एक िषरी ि इसीहलए हिकषक-हिकषा की गषणवतता कसौटी पर ि रथा हिकषक-हिकषको क योगदान पर भी परशनहचहन लग रि ि हिकषक क पास बिआयामी कायत िोर ि हजसम वि बचचो हवदालय बचचो क मारा-हपरा समाज रथा राषट की सवा करर ि जब व कोई ऐसा उततरदाहयतव सभालर ि रो उनकी जवाबदिी रय िोनी चाहिए zwjतयोहक इसम उनको अपन कायत क सबि म दसर वयहzwjतर क परशनो का जवाब दना बनरा ि

यि जवाबदिी नहरक जवाबदिी बनरी ि जब आरररक इचछा िहzwjतर दारा वयहzwjतर िमिा कष छ अचछा करन क हलए अहभपरररर रिरा ि विी दसरी जवाबदिी म वयहzwjतर अपन ससथा क परहर

उततरदायी रिरा ि zwjतयोहक जो कायत उस वयहzwjतर को हदया जारा ि उसको उस बस परा करना िोरा ि zwjतया िम हसफत कायत को करना िी ि या उस कायत का परदितन भी बिर अचछा करना ि zwjतया आपन कभी अनषभव हकया ि हक जो हिकषक अपन वयवसाय स सरषषट ि व नए-नए उततरदाहयतव लना पसद करर ि और zwjतया व सफलरा की भी सी हढया चढर ि एक वयहzwjतर जब अपन कायत क परहर समहपतर रिरा ि रो यि समझा जारा ि हक वि अपन कायत स सरषषट ि दसर िबदो म कि रो यहद हिकषक अपन वयवसाय म परी ररि स समहपतर ि रो उसकी जवाबदिी भी सषदढ िोगी यहद िम हिकषको को उनक वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना ि रो हिकषा वयवसथा म ऐस वारावरण बनाना िोगा जिा व उततरदाहयतव लना पसद कर हिकषको की जवाबदिी सषदढ बनान क हलए हनहमनहलहिर वारावरण रयार हकया जा सकरा ि

मशकषको को मनणषय लन की अनममत हिकषक क पास हनणतय करन की िहzwjतर िोनी चाहिए हक व zwjतया पढाए और बचचो क सीिन का मलयाकन हकस परकार कर या बचचो को कस समझ यि हिकषक िी िोरा ि जो बचचो दारा मिसस हकए जान वाल सामाहजक सासकहरक और भाषायी अवरोिो की परिाहनयो को सीि-सीि मिसस कररा ि हिकषा म गषणवतता का लकय रब रक निी परापर हकया जा सकरा जब रक हक िमार पास ऐस हिकषक न िो हजनकी हनषठा सदिो स पर िो हजनम िम परी ररि स हवशवास कर सक

शिकषक की जवाबदही स शिकषा वzwjयवसzwjा की गणवता म सधार 57

सतत एव वयापक मलयाकन स जवाबदहीहवदालय म हभनन-हभनन पषठभहम वाल बचच पढन आर ि हवहवि पषठभहम स आए बचचो का अपना अनषभव िोरा ि और यि बचच अपनी गहर स सीिर ि हवहवि पषठभहमयो और हवहभ नन कषमराओ वाल बचचो को पढाना एक चषनौरी ि एक अचछी मलयाकन और परीकषा पधिहर सीिन की परहकरया का अहभनन अग बन सकरी ि हजसम बचच और हिकषा रत दोनो को िी हववचानातमक और आलोचनातमक परहरपषहषट स फायदा िो सकरा ि मलयाकन ऐसा िो जो यि सषहनहशचर कर हक बचच सफलरापवतक पढ और बढ रथा अपन पणत रप म हनिर हवहवि कषतो म उतकषटरा को मानयरा हमलनी चाहिए रथा उसका सममान िोना चाहिए मलयाकन म इस बार पर जोर िोना चाहिए हक जो पढाया गया ि उसक परहर बचचा हकरना जवाबदि रिा ि न हक उसक याद करन की कषमरा का उसकी जवाबदिी म कई बार िाहमल िोगी जस हक उस जो पढाया गया ि उसका अपन जीवनानषभव रथा दसरी रमाम चीजो स सबि जोडन की योयरा सीिी गयी चीजो क बार म नए और आशचयतजनक ररीक स सवाल बनान की कषमरा आहद बचचो क उपलहबि सरर क साथ-साथ बचच की अहभरहच उसक सवरत रप स सीिन की कषमरा का मलयाकन िोना चाहिए अर यि समझना जररी ि हक मलयाकन की परहकरया को बदलकर बचच क सीिन क अनषभवो पर आिाररर और गषणवतता को आिार बनाकर मलयाकन हकया जाए यहद हिकषक ऐस मलयाकन को सषहनहशचर कर सक हक हवहविरा अपन पणत रप म हनिर और मलयाकन म इस बार

पर जोर हदया गया हक जो पढाया गया ि उसक परहर बचचा हकरना जवाबदि रिा ि रो अवशय इसम हिकषक की भी जवाबदिी बनरी ि

मशकषण पश म हो रह कषय का सामना हिकषक वि िषरी ि हजसक इदत-हगदत हिकषा वयवसथा घमरी ि वरतमान सदभत म रजी स बढ रिी सकली वयवसथा और हवततीय घाट वाली हसथहर म समषहचर सखया म हिकषको की अनषपलबिरा एक नए ररि क हिकषको क आगमन की ओर बढरी ि सकली हिकषक की सामाहजक हसथहर म रजी स हगरावट आ रिी ि रथा हिकषक को सरकारी सकल क रमाम कष परिासन और बीमाररयो क हलए हज ममदार ठिराया जारा ि जबहक इसको पिचाना भी जा रिा ि हक हिकषक का उततरदाहयतव काफी मितवपणत ि

अपयाषपत मशकषक बचचो और हिकषको का अनषपार कई कषतो म अपहकषर मानक स काफी नीच ि और अहिकाि ििरी कषतो क सकलो म हिकषको की बिलरा ि एक हिकषक वाल 96 परहरिर सकल गरामीण कषतो म हसथर ि इसका मरलब यि ि हक हिकषको क पास बचचो को सकलो म रिन और उनि हसिान क हलए जो आवशयक ि उसक हलए न रो समय और न िी ऊजात

गर-शमकषक काम सकली हिकषको क पास पढान क अलावा कई और ररि क काम िोर ि जस mdash गरामीण हवकास योजनाओ क हलए आकडो को एकत करना राषटीय जनगणना चषनाव क काम और अनय परचार कायत इनस व ककषा स दर िोर जार ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201858

मशकषको को मनमाषण और सजन की ओर बढन की परणा ममल सरकार और समाज म ऐसी पररहसथहरया बननी चाहिए हजनस हिकषको को हनमातण और सजन की ओर बढन की पररणा हमल हिकषको को इस बार की आजादी िोनी चाहिए हक व नए परयोग कर सक और सपरषण की उपयषzwjतर हवहिया और अपन समषदाय की समसयाओ और कषमराओ क अनषरप नए उपाय हनकाल सक

पशासमनक वयवसथा म समानता हिकषको को भरथी करन की परणाली म इस परकार पररवरतन हकया जाए हक उनका चयन उनकी योयरा क आिार पर वयहzwjतर हनरपकष रप स और उनक कायत की अपकषाओ क अनषरप िो हिकषको का वरन और सवा की िरज उनक सामाहजक और वयावसाहयक दाहयतव क अनषरप िो और ऐसी िो हजनस परहरभािाली वयहzwjतर हिकषण वयवसाय की ओर आकषट िो यि परयतन हकया जाए हक पर दि म वरन म सवा िरणो म और हिकायर दर करन की वयवसथा म समानरा का वाछनीय उदशय परापर हकया जा सक हिकषको की रनारी और रबादल म वयहzwjतर-हनरपकषरा लान क हलए हनददिक हसधिार बनाए जाए उनक मलयाकन की एक पधिहर रय की जाए जो सपषट िो आकडो एव रथयो पर आिाररर िो और हजसम सबका योगदान िो जवाबदिी क मानक रय हकए जाए अचछ कायत को परोतसहिर हकया जाए और हनहषकरयरा को हनरतसाहिर उचच गरि म ररzwjतकी क हलए हिकषको को उहचर अवसर

हदए जाए और हिकषको की जवाबदिी रय करन क हलए मौजदा वररषठरा आिाररर सरचना को परदितन आिाररर सरचना म बदला जाए

हिकषको की जवाबदिी को सषहनहशचर बनाना कोई आसान काम निी ि zwjतयोहक हिकषको क परदितन को मापना कहठन ि उसस परापर िोन वाल lsquoपररणामोrsquo का कोई हनिातररर मानक निी ि िालाहक सकलो म पढाई क दौरान हकए जान वाल हनरीकषणो रथा बचचो क परीकषा पररणामो आहद स अधयापन सररो क अचछ या हनमन िोन क कष छ सकर अवशय हमल सकर ि

मनषकरषहिकषा समाज की परगहर और बौहधिक हवकास का आवशयक अग ि हकसी भी दि की हिकषा वयवसथा उस दि क राषटीय हिरो और लकयो की पहरत म सिायक िोरी ि राषट और समाज की उननहर क हलए यि अतयर आवशयक ि हक उसकी भावी पीढी को गषणवततापणत हिकषा परापर िो सक यहद हिकषक अपन वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि िोरा ि रो िम अपनी भावी पीढी को गषणवततापणत हिकषा द सकर ि लहकन हिकषको की जवाबदिी सषदढ बनान क हलए एक वारावरण रयार करना िोगा जसmdash हिकषको को हनणतय लन की अनषमहर हिकषको को हनमातण और सजन की ओर बढन की पररणा दना गर-िहकषक काम निी कराना हिकषको की कमी को दर करना परिासहनक वयवसथा म समानरा लाना हिकषण पि म िो रि कषय को रोकना रथा बचचो क सरर एव वयापक मलयाकन स हिकषको की जवाबदिी पzwjतका करना आहद

शिकषक की जवाबदही स शिकषा वzwjयवसzwjा की गणवता म सधार 59

सदभष एनसीईआरटी 1991 उभरत भारतरीय सिाज ि मिकक और मिका एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2002 मदालयरी मिका क मलए राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2007 lsquoपरीकषा परणाली म सषिारrsquo राषzwjटरीय फरोकस सिलह का आधार परि एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2007 lsquoहिकषा क लकय एव पाठयचयात बदलाव क हलए वयवसथागर सषिारrsquo राषzwjटरीय फरोकस सिलह का आधार

परि एनसीईआरटी नयी हदलली एनसीटीई 2009 राषzwjटरीय अधयापक मिका पाठयचयाया रपरखा एनसीटीई नयी हदलली

सह पाधयापक कषतीय हिकषा ससथान भोपाल

हिकषक की वयावसाहयक परगहर की जब बार की जारी ि रो उस कवल पदोननहर स जोड हदया जारा ि यि भषला हदया जारा ि हक हिकषक कवल एक पद िी निी ि बहलक एक सामाहजक उततरदाहयतव ि और उस कवल पदोननहर स िी निी जोडा जा सकरा यि कवल एक पिा िी निी हमिन भी ि पर यि िारणा इरनी दढ िो गयी ि हक हिकषक की वयावसाहयक परगहर क हलए नीहर-हनिातरण सरकारी हवदालयो क सरर पर सरकार कररी ि और हनजी हवदालयो क सरर पर हवदालय परबिन हिकषक की इस नीहर-हनिातरण म कोई भहमका भी िो सकरी ि इस पर गौर भी निी हकया जारा पररणामसवरप हिकषक पदोननर िोर-िोर परिासक रो बन जारा ि पर इस परहकरया म हिकषक किी िो जारा ि हसफत सरकार और परबिन िी निी सवय हिकषक भी इस िारणा स अछरा निी ि और वि भी इस बिी-बिाई परहकरया म ढल जारा ि परसरषर आलि म हिकषक की इस नीहर-हनमातण म कसी भहमका िोनी चाहिए और आज की सचार रकनीकी कस उसकी इस भहमका क सफल हकरयानवयन म उपयोगी िो सकरी ि इस पर हवचार परसरषर हकय गय ि और एक हिकषक की हिकषक क रप म िी वयवसाहयक परगहर कस सभव िो सकरी ि इस बार म सषझाव हदय गय ि

पदोननहर या प-सकल म वहधि क रप म िोरा ि इस परहकरया का अवलोकन करन पर आप यि अनषभव कर सकर ि हक हिकषक को भी एक छात बना हदया गया ि और यि कायतिालाए आहद उसकी परीकषाए ि इनिी स उस गषजर कर अपन वयवसाय की अगली सीढी रक पिचना ि जसा हक एक छात भी कररा ि यि सिी ि हक सीिन की परहकरया जीवन म अनवरर चलरी ि और सभी इसस गषजरर ि लहकन यि सीिना सवय

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सोशल मीमिया मशकषक की वयावसामयक पगमत का नवीन उपकरण

हचता हसि

हिकषक की वयावसाहयक परगहर क हलए सरकार और हवदालय परबिन न एक रयिषदा ढाचा बना रिा ि इसम कायतिालाओ सहमनारो हवषय हविषजो क वयाखयानो और परहिकषणो पर जोर हदया जारा ि य कायतिालाए एक सीमा रक उपयोगी रो िोरी ि और इनम भाग लकर हिकषक कष छ िद रक लाभाहनवर भी िोरा ि लहकन जयादा बडा लाभ उस िहकषक सरर पर निी परिासहनक सरर पर हमलरा ि यि लाभ

सोशल मीडिया mdash डशकषक की वयावसाडयक परगडि का नवीन उपकरण 61

क परयासो स जयादा अचछी ररि हकया जा सकरा ि हिकषक भी यहद सवय इस परहकरया को हनिातररर कर इसका हनयामक बन रो यि परहकरया अहिक कारगर िो सकरी ि इसक हलए हिकषको को सवय आग आना िोगा आपस म एक-दसर क साथ काम करना िोगा यि धयान भी रिना िोगा हक सामहिक िोन की यि परहकरया परिासहनक लाभो क हलए न िो जसाहक पराय िोरा ि एक हिकषक क रप म अपन हवषय पर और अपन हवदाहथतयो पर उसकी पकड और परभावी िो इसक हलए िो समिीकरण की यि परहकरया सचार यषग म बिर आसान िो गयी ि और हिकषको को इस सषहविा का लाभ लना िोगा सोिल मीहिया म अपन दनहदनी जीवन म रो व हकरयािील िोर िी ि यिी हकरयािीलरा वयवसायगर भी िो सकरी ि इस पर भी हिकषको को धयान दकर आग आना िोगा रकनीक रो उदशय हनरपकष िोरी ि यि एक िहथयार निी उपकरण ि हजस कष िलरा स उपयोग करन वाला एक नयी दषहनया का हनमातण कर सकरा ि और हिकषक रो सवाभाहवक हनमातरा ि वि छात का भहवषय हनमातण कररा ि और परकारानरर स दि का भी

एक हिकषक को यि सबस पिल समझना िोगा हक इस आदित को वि वयविार क िरारल रक उरार एक हिकषक िी यि कर सकरा ि बस उस इसक हलए पारपररक और बिी-बिाई रीर स िटकर आिषहनक और आज क सदभत म सोचना िोगा

मशकषक सगठन mdash वयावसामयक पगमत क मलएहिकषको का सगठन आपसी सियोग स वयावसाहयक परगहर क हलए िो परिासहनक निी िहकषक िो

अहिकारो क परहर सघषत क हलए िी निी दिभर म हिकषको क अनक सगठन ि और व जररी भी ि लहकन व एक-आयामी ि दिभर म फल दसर सभी सगठनो की ररि व भी अपन अहिकारो की बार िी जयादा करर ि और इस िी वयावसाहयक परगहर स जोडर ि यि वयावसाहयक परगहर हिकषक क वयवसाय का एक आयाम िो सकरी ि लहकन वयावसाहयक परगहर का मल अथत हिकषक की अपन हवषय क परहर जागरकरा उसक बार म हनररर अधययन उसम नवाचार और हिकषण म इस परकार परापर नवीनरम जानकाररयो उपलहबियो और अपन हवषय क नय आयामो को छातो रक पिचाना भी ि अभी िमारी हिकषा वयवसथा का जो ढाचा ि उसम हनिातररर पाठयकरम को रय समय म परा कराकर हिकषक क करतवय की पहरत िो जारी ि और उसक कायत का मलयाकन उसक हवषय म हकरन परहरिर छात सफल रि इसक दारा कर हलया जारा ि यिा हकरन परहरिर हवदाथथी हकरन परहरिर अको म सफल िए यिी मापदि हिकषक की हिकषक क रप म सफलरा का सचक ि जोर सफल रिन पर ि सीिन-हसिान पर निी ि

इस परकार िम दिर ि हक हि कषक और परिासनपरबिन क बीच काम का बटवारा िो गया ि एक ओर हिकषक सगठन जिा अपन अहिकारो क हलए एकजषट रिर ि विी दसरी ओर परिासन परबिन उनकी रयिषदा वयावसाहयक परगहर क चरणो की पहरत क हलए हवहभनन ररि की कायतिालाओ सहमनारो हवषय हविषजो क वयाखयानो और परहिकषणो की वयवसथा और उस पर अमल क हलए सहकरय रिरा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201862

हिकषक दारा हिकषक की और हिकषक क हलए जसी वयवसथा अभी भी पणतरः हवकहसर निी िो पायी ि जो हकसी भी परजाराहतक वयवसथा का आिार िोरी ि जस जनरा परजारत म सवय रय कररी ि हक उस कसा नरतव और नीहर चाहिए और उस नरतव को zwjतया करना चाहिए वसा िी हिकषक को भी करन का अहिकार और अवसर दना चाहिए

हिकषा क बार म हिकषक को िी रय करन का अहिकार िोना चाहिए और उसकी बार को िी अहरम माना जाना चाहिए

मशकषक नीमत-मनमाषता क रप मगािी जी इस बार म हवचार करन वाल सबस पिल वयहzwjतर थ उनका मानना था हक हिकषा कसी िोनी चाहिए उसका सवरप कसा िोगा और कस वो दी जायगी य हिकषाहवद सरकार रथा हवदरजन रय निी करग बहलक हिकषक और उनक साथ छात वगत इस परहकरया म योगदान करन वाला एक मात समि िोगा हिकषक को नीहर-हनमातरा क रप म आग आना िोगा उस अपनी वयावसाहयक परगहर क हलए परहिकषण कायतिालाओ हिकषण सामगरी पाठयकरम हनिातरण आहद म सीि और एकमात िसरकषप करन को रयार रिना िोगा जबहक हिकषक की परगहर हिकषक क दारा िी हनिातररर िोगी रो उसक पालन की बिरर हसथहरया बनगी और पररणाम बिरर िोग

हिकषक एक समि क रप म अपनी आवशयकराओ जस mdash परहिकषण की जररर परापर परहिकषण का हवशलषण हिकषा और हिकषण पर सलाि दकर इस परकार की गहरहवहियो को जयादा कारगर बना सकरा ि अपना लकय पणत कर सकरा ि उनि परासहगक

बना सकरा ि और अपन सीहमर समय का बिरर उपयोग कर सकरा ि

इसक हलए हिकषक को परहिकषण की हजममदारी सवय लनी िोगी और परिासन एव परबिन को उस यि दनी िोगी सहमनार परहिकषण वयाखयान टकमीट और इन सबका बाद म अनषसरण इसस परापर जानकाररयो का ककषाओ म उपयोग हवषय हविष क समिो का हनमातण राहक जानकाररयो का आदान-परदान कर ककषा म उनि अपनाया जा सक आहद इसक अग ि

जब हिकषक यि रय करगा रो वि यि भी धयान रि पाएगा हक इसस उसका हिकषण परभाहवर न िो zwjतयोहक हवदालय की समय सीमा का धयान भी रिा जाना जररी ि

मश कषक mdash अचछा मशकषण और सीखन क नय आयाम अचछा हिकषण और सीिना कसा िोना चाहिए इन बारो पर एक हिकषक जयादा अचछ स गौर कर सकरा ि मलभर जीवन मलयो को दहनक जीवन स कस जोडा जा सकरा ि वि इस पर बिरर काम कर सकरा ि अरः हिकषक की वयवसथागर परगहर को हिकषण की परहzwjतटस स भी जोडना िोगा इसक हलए उस हदया जा रिा परहिकषण अकादहमक पाठ पर निी ककषा म पढाय जा रि पाठ पर िोना चाहिए इस परहकरया का अवलोकन सवय हिकषक दारा िी िो यि हिकषक क सवय क हवदालय म या दसर हवदालय म हकया जा सकरा ि इसहलए उनि ऐसी कायतिालाए दी जानी चाहिए हजसम उन हवषयगर पाठो पर चचात िो जो व पढा रि िो इसक हनिातरण म हिकषक िी मितवपणत भहमका हनभा सकरा ि

सोशल मीडिया mdash डशकषक की वयावसाडयक परगडि का नवीन उपकरण 63

इसक अलावा सवाधयाय भी हिकषक को मजबर बनारा ि और इसक अनक माधयम आज उपलबि ि सचार रकनीक और सोिल मीहिया उसम मितवपणत सथान रिर ि

सोशल मीमिया mdash मशकषक की वयावसामयक पगमत का एक उपकरणिमारी िरी की सचार-कराहर न िम जो सषहविाए उपलबि करायी ि और िमार जीवन म जो बदलाव आया ि उसकी सबस मजबर अहभवयहzwjतर सोिल मीहिया क रप म िई ि फसबषक टहवटर और विाटसएप मसनजर आहद कई माधयम और पलटफामत आज िम उपलबि ि इनिोन िम आपस म सवाद करन जोड रिन और अहभवयzwjतर करन म इरना सियोग हकया ि हक एक परी दषहनया िमारी मषटी म हसमट आयी ि जसा हक किा जारा ि िर चीज अब हसफत एक हzwjतलक पर उपलबि ि सामाहजक जषडाव का सिzwjतर माधयम िोन क कारण इस सोिल मीहिया नाम हदया गया ि जो साथतक ि बस इसकी साथतकरा इसक सकारातमक उपयोग म ि

िमम स कोई भी इन माधयमो क उपयोग स अछरा निी ि हिकषक भी निी िोगा और िोना भी निी चाहिए आवशयकरा बस इस बार की ि हक वो इस माधयम को अपनी वयवसाहयक परगहर क हलए एक उपकरण की ररि काम म ल िहथयार की ररि निी और मनोरजन या समय गषजारन क सािन क रप म भी निी

सोिल मीहिया क इस पलटफामत को सटाफरम की ररि काम म हलया जा सकरा ि बस उसकी नकारातमकरा िावी न िो जाय इसका धयान रिना

िोगा यि सवसथ बिस का मच बन वाद-हववाद का निी

हिकषक को नटवहकइ ग भी करनी चाहिए हजसस समान हवचारिारा क दसर हिकषक उसस जषड इस नटवहकइ ग म कवल हि कषक िी िहमल न िो बहलक हिकषा म और उसकी परगहर म रहच रिन वाल छातो क अहभभावक एव छात भी िहमल िो इसका कारण यि ि हक हिकषण एक ऐसा वयवसाय ि हजसक बार म परायः िर वयहzwjतर यि राय रिरा ि हक इस कस हकया जाना चाहिए या इस कसा िोना चाहिए

इस परकार समान हवचारिारा और वयवसाय क लोग जब जषडर ि रो हवचारो क आदान-परदान स बिन मजबर िोरा ि नय ररशर बनर ि और अपन वयवसाय क परहर जषडाव गिरा िोरा ि सोिल मीहिया इसक हलए सबस अचछा माधयम ि इसस वयवसाय म मदद सलाि सचना हिकषण म मदद करन वाल नय उतपादो रथा हवषय हविषजो की हविषजरा का सीिा लाभ आसानी स हमल जारा ि इस ररि सोिल मीहिया एक उपलहबि भी ि

अब िम दि हक हकस ररि सोिल मीहिया क य हवहभनन उपकरण हिकषक की वयवसाहयक परगहर म योगदान द सकर ि

bull मर mdash इसका सबस बिरर उपयोग परशन करक हकया जा सकरा ि एक परशन म आप अनक उततर पा सकर ि हिकषा क बार म बार कर सकर ि इस पर सहकरय रिकर एक हिकषक सवय बिस क अररातषटीय और राषटीय रथा सथानीय मषदो रक पर अपनी राय रि सकरा ि और दसरो क हवचार जान सकरा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201864

bull educhatkinderchatniedchatieeytalking mdash इसम हिकषक की सिायरा करन वाल कष छ अहर परचहलर अवयव ि

bull फसबक mdash फसबषक पर अपनी सहकरयरा को एक हिकषक दसर हिकषको क साथ एक समि रयार कर रचनातमक अहिगम िल आिाररर अहिगम जस नवाचारो को अपनान क बार म अपनी राय रि सकर ि राय ल सकर ि अपन दारा हकय गय नवाचारो को परदहितर कर सकर ि और उस पर सषझाव परापर कर सकर ि और द सकर ि

bull ास-ऐप mdash िमम स लगभग परतयक आज वाटस-ऐप पर सहकरय ि अकला भी और हकसी न हकसी समि म भी य अबरक का सबस सिzwjतर सोिल मीहिया उपकरण ि हिकषको को भी इस पर अपना गरषप बनाना चाहिए बस उसका उदशय वयावसाहयक परगहर याहन अपन हवषय स सबहिर जानकारी म परगहर करना िोना चाहिए यिी इस माधयम की सकारातमकरा ि हक इसस रषरर आपको लाभ हमल जार ि हिकषको को भी इस माधयम का उपयोग बषहधिमरापणत रप स कर अपनी वयावसाहयक परगहर को आिार दना चाहिए

bull इस माधयम क वॉयस-कॉल और वीहियो-कॉल जस फीचर हिकषक को अपन काम को वासरहवक समय म दसरो रक पिचान म मददगार िो सकर ि हकसी भी हवषय पर सामहिक हवचार-हवमित म िाहमल िो सकर ि सबस अचछी बार यि ि हक इसम कागजी कायतवािी स छष टकारा हमल जारा ि zwjतयोहक सब कष छ अपन-आप सव िोरा जारा ि और उसक िो जान का िररा भी निी रिरा इस पर

एक हवषय पर उरन हिकषक हवचार कर सकर ि हजरन एक zwjतलास म छात िोर ि

bull ऑनलाइन नटवहकइ ग हिकषको को अपना एक सवय का नटवकत हवकहसर करना चाहिए यि आमन-सामन एक-दसर स हमलन हवचारो क आदान-परदान सभी कषतो क सभी लोगो स बारचीर करन अपन िोिपचणो को सबक साथ साझा करन सवय की वबसाइट हवकहसर करक सभी रक पिचान इतयाहद म मदद कररी ि इस सबस आप अपन काम क बार म लोगो को यि बरा सकर ि हक आप हिकषण और उसकी परहकरया क बार म zwjतया हवचार रिर ि और इस पर उनक हवचार और सषझाव भी जान सकर ि

मशकषण का अतराषषटीय आयाम mdash इzwjरनzwj और सोशल मीमिया की भममकाहिकषण अब एक अररातषटीय मषदा बन गया ि हिकषक अब बािर और अपन दि क अलावा दसर दिो की हिकषा और हिकषा पधिहर पर धयान दन लग ि राहक विा िो रि नवाचारो को अपनाकर अपनी वयवसाहयक परगहर को दढ कर सक हभनन-हभनन दिो म हभनन-हभनन हवषयो क हिकषण म अनक नवाचार हकय जार रि ि और हकय जा रि ि

जापान म हिकषको क आपसी सियोग स हकया जान वाला हिकषण बिर परचहलर हिकषण पधिहर ि अररातषटीय सरर पर उतसषकरा जगारी रिी ि

इस पधिहर म हिकषको क आपसी सियोग स एक पाठ रयार हकया जारा ि उनक हिकषण का अवलोकन और हफर हवशलषण हकया जारा ि हिकषक एक-दसर स सीिर ि अपन हवचार साझा करर ि रथा उनि अपन हिकषण म सथान दर ि

सोशल मीडिया mdash डशकषक की वयावसाडयक परगडि का नवीन उपकरण 65

यि हिकषको क हलए एक िषला मच िोरा ि जिा वि हवचार-हवमित करर ि वयावसाहयक परगहर म आपसी सियोग का यि जापानी उदािरण िम भी अपना सकर ि और यि सब आभासी िरारल पर इटरनट और सोिल मीहिया की मदद स भी हकया जा सकरा ि

उपसहार हिकषा एक अनवरर चलन वाली परहकरया ि और हिकषक इसका चालक ि चालक का हनषपार िोना इस परहकरया म बिर सिायक िोरा ि हिकषक को इस बार म सवय परयास करन िोग उस नीहर हनिातरको

परिासको और परबिन की ओर न दिकर सवय इस हदिा म आग कदम बढाना िोगा सचना रकनीक क इस यषग म रो यि और भी आसान िो गया ि और वि बगर अपन कायतसथल अपन आस-पास अपन घर स दर जाए हनररर सहकरय रि सकरा ि यि दषहनया उसकी अगषहलयो पर हसमट आयी ि बस उस एक हzwjतलक भर करना ि एक परी दषहनया उसक हलए उपलबि िो जारी ि और वि कवल एक हिकषक िी निी रि जारा बहलक हिकषा का हनयामक भी बन सकरा ि आवशयकरा बस इस नय माधयम क सकारातमक पकषो को अपनान की ि

पररचयहवजान गतयातमक और हनररर पररवहितर जान का भिार ि हजसम अनषभव क नए-नए कषतो को िाहमल हकया जारा ि मानव का यि परयास रिा ि हक हवशव को समझन क हलए अवलोकनो क आिार पर अविारणाओ क नए मॉिल सथाहपर हकए जाए राहक हनयमो रथा हसधिारो रक पिचा जा सक एक परगहरिील समाज म हवजान मनषषय को गरीबी क कष चकर स बािर हनकालन अनहभजरा रथा अिहवशवास स दर करन म मषहzwjतरदारा की भहमका हनभा सकरा ि आज मानव का सामना रजी स बदलर िए हवशव स िो रिा ि जिा लचीलापन नवाचार रथा सजनातमकरा मितवपणत कौिल ि अरः हवजान-हिकषा क सवरप को हनिातररर करर समय इन मितवपणत कौिलो का धयान रिा जाना चाहिए अचछी हवजान-हिकषा वि ि जो हवदाथथी क परहर जीवन क परहर और हवजान क परहर िरी िो

उचच पराथहमक सरर पर हवजान को सजानातमक हवकास क सररो क अनषरप एक परमषि हवषय क रप

म पाठयचयात म िाहमल हकया जाना चाहिए इस सरर पर इसका पराथहमक सरर पर पढाए जा रि पयातवरण अधययन स हवजान क रतवो की ओर करहमक पररवरतन िो जारा ि यि आवशयक ि हक बचच क जान का हवकास िो और यि उसक आस-पास की वसरषओ स परापर अनषभवो स िषर हकया जाए बचच को सरल रकनीकी इकाइयो और मॉिलो को हिजाइन करन क हलए िाथ स काम करक और जनन रथा यौन सवासथय क बार म अहिकाहिक सीिर रिन क हलए पररहचर अनषभवो दारा हवजान क हसधिारो को समझन म िाहमल करना चाहिए वजाहनक अविारणाओ को मषखयरः गहरहवहियो परयोगो एव सवदकषणो क दारा समझा जाना चाहिए हवदालय और आस-पास की जान वाली समि गहरहवहिया बचचो क बीच आपसी चचातए हिकषक व बचचो क बीच चचातए सवदकषण आकडो क वयवसथापन रथा परदितहनयो क माधयम स परदितन सीिन-हसिान क मितवपणत घटक िोन चाहिए

उचच पाथममक सतर पर मवजान सीखन क पमतफल (ककषा 6 स 8)

11मवशर

पाठयकरम मनमनमलमखत मवरयो पसगो (थीम) पर आधाररत ह जो अतरमवरयक पकमत क ह mdash

y भोजन y पदाथत y सजीवो का ससार (जीव जगर) y गहरिील वसरषए वयहzwjतर एव हवचार y वसरषए कस कायत कररी ि y पराकहरक घटनाए y पराकहरक ससािन

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 67

पाठयचयाष सबधी अपकषाएउचच पराथहमक सरर पर हवजान पाठयचयात का उदशय हनमनहलहिर का हवकास करना ि mdash

y वजाहनक परकहर एव वजाहनक सोच y वजाहनक जान की परकहर की समझ जस mdash जाचन योय एकीकर अपयातपर नीहर-हनरपकष हवकासातमक

एव रचनातमक परकहर y हवजान क परहकरया कौिल हजसक अरगतर अवलोकन करना परशन उठाना सीिन क हवहभनन ससािना की

िोज िोज अनवषण की योजना बनाना पररकलपना का हनमातण एव उनकी जाच आकडो का सगरिण हवशलषण एव वयाखया िरष हवहभनन उपकरणो का उपयोग करना वयाखया म परमाणो दारा समथतन दना वकहलपक वयाखयाओ पर हवचार करन और उनक मलयाकन िरष समीकषातमक हचरन करना सवय क हवचारो पर मनन करना आहद िाहमल ि

y हवजान क उदभाव क ऐहरिाहसक पकष की समझ y पयातवरणीय सरोकारो क परहर सवदनिीलरा y मानव गररमा एव मानव अहिकारो लहगक समरा ईमानदारी एकरा सियोग क मलयो एव जीवन क

सरोकारो क परहर आदर

ककषा 6 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y परशन उठाना और उततरो की िोज करना mdash मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो जस mdash वनसपहर रि पषषप आहद

को अवलोकन योय हविषराओ जस mdash बाहय आकहर बनावट कायत गि आहद क आिार पर पिचान करर ि

y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क आिार पर भद करर ि जस mdash ररष (रि) एव िाग म मसला एव रिदार जड म हवदषर-चालक एव हवदषर-रोिक म आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash पदाथणो को हवलय अहवलय पारदिथी पारभासी एव अपारदिथी क रप म पररवरतनो को उतकरमणीय िो सकर ि एव उतकरमणीय निी िो सकर क रप म पौिो को िाक झाडी वकष हवसपथी लरा आरोिी क रप म आवास क घटको को जव एव अजव घटको क रप म गहर को सरल रिीय वरषतल एव आवरथी क रप म आहद

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash पिष चार म पोषक रतव कौन-स ि zwjतया समसर भौहरक पररवरतन उतकरमणीय हकए जा सकर ि zwjतया सवरतरापवतक लटका िआ चषबक हकसी हविष हदिा म अवहसथर िो जारा ि

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash भोजन और अभावजनय रोग वनसपहर एव जरषओ का आवास क साथ अनषकलन परदषको क कारण वायष की गषणवतता आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201868

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash पादप रिो का परससकरण पौिो एव जरषओ म गहर छाया का बनना समरल दपतण स परकाि का परावरतन वायष क सघटन म हवहभननरा वमथीकपोसट (कहमकपोसट) का हनमातण आहद भौहरक राहियो जस mdash लबाई का मापन करर ि रथा मापन को एसआई मातक (अररातषटीय मातक-परणाली) म वयzwjतर करर ि

y जीवो और परहकरयाओ क नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash पषषप क भाग सहिया हनसयदन (ह फलटर करना) जल चकर आहद

y अपन पररवि की सामहगरयो का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash हपनिोल कमरा पररसकोप हव दषर टाचत आहद

y वजाहनक अविारणाओ की समझ को दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash सरषहलर भोजन िरष भोजय पदाथणो का चयन करना पदाथणो को अलग करना मौसम क अनषकल कपडो का चयन करना हदकसची क परयोग दारा हदिा का जान करना भारी वषातअकाल की पररहसथहरयो स हनपटन की परहकरया म सषझाव दना आहद

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash भोजन जल हवदषर क अपवयय और कचर क उतपादन को नयनरम करना वषात जल सगरिण पौिो की दिभाल अपनान िरष जागरकरा फलाना आहद

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 69

ककषा 7 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स परशन उठाना और उततरो की िोज करना

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो जस mdash जरष रि दारो क

परकार दपतण और लस आहद को अवलोकन योय हविषराओ जस mdash छहवआकहर बनावट कायत आहद क आिार पर पिचान करर ि

y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क आिार पर भद करर ि जस mdash हवहभनन जीवो म पाचन एकहलगी व हदहलगी पषषप ऊषमा क चालक व कष चालक अमलीय कषारकीय व उदासीन पदाथत दपतणो व लसो स बनन वाल परहरहबब आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash पादप व जरष रि रथा भौहरक व रासायहनक पररवरतन

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash zwjतया फलो (रगीन फलो) क हनकषत का उपयोग अमलीय-कषारीय सचको क रप म हकया जा सकरा ि zwjतया िर रग स हभनन रग वाल पततो म भी परकाि सशलषण की परहकरया िोरी ि zwjतया सफद रग का परकाि बिर स रगो स हमलकर बनरा ि आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash िवा की गहर का वायष दाब स हमटटी क परकार का फसल उतपादन स मानव गहरहवहियो स जल सरर क कम िोन स आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash जरष रिो का परससकरण ऊषमा सविन क ररीक मानव व पादपो क हवहभनन अग व रत हवदषर िारा क ऊषमीय व चषबकीय परभाव आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201870

y रासायहनक अहभहकरयाओ जस mdash अमल-कषारक अहभहकरया सकषारण परकाि सशलषण शवसन आहद क िबद-समीकरण हलिर ि राप सपद दर गहरमान पदाथणो की चाल सरल लोलक की समय गहर आहद क मापन एव गणना करर ि

y नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash मानव व पादप अग-रत हवदषर पररपथ परयोगिाला-वयवसथाए रिम क कीड क जीवन-चकर आहद

y गराफ बनार ि और उसकी वयाखया करर ि जस mdash दरी-समय का गराफ

y अपन पररवि की सामगरी का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash सटथोसकोप एनीमोमीटर इलzwjतटोमगनट नयटन की कलर हिसक आहद

y वजाहनक अनवषणो की किाहनयो पर पररचचात करर ि और उनका मितव समझर ि

y वजाहनक अविारणाओ की समझ को दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash अमलीयरा स हनपटना हमटटी की जाच एव उसका उपचार सकषारण को रोकन क हवहभनन उपाय काहयक परवितन क दारा कहष दो अथवा दो स अहिक हवदषर सलो का हवहभनन हवदषर उपकरणो म सयोजन हवहभनन आपदाओ क दौरान व उनक बाद उनस हनपटना परदहषर पानी क पषनःउपयोग िरष उपचाररर करन की हवहिया सषझाना आहद

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash सावतजहनक सथानो पर सवचछरा परबिन िरष अचछी आदरो का अनषसरण परदषको क उतपादन को नयनरम करना हमटटी क कषरण को रोकन क हलए अहिकाहिक वकष लगाना पराकहरक ससािनो क

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 71

अतयहिक उपयोग करन क पररणामो क परहर लोगो को सवदनिील बनाना आहद

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201872

ककषा 8 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स परशन उठाना और उततरो की िोज करना

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क

आिार पर भद करर ि जस mdash पराकहरक एव मानव हनहमतर रिो सपकत और असपकत बलो हवदषर चालक और हवदषर रोिक क रप म रिव पदाथणो पौिो और जरषओ की कोहिकाओ हपिज और अिज जरषओ म आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash िारषओ और अिारषओ िरीफ और रबी फसलो उपयोगी और िाहनकारक सकमजीवो लहगक और अलहगक परजनन िगोलीय हपिो समापर िोन वाल एव अकषय पराकहरक ससािन आहद

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash दिन क हलए आवशयक िरज zwjतया ि िम अचार और मषरबबो म नमक और चीनी zwjतयो हमलार ि zwjतया रिव समान गिराई पर समान दाब िालर ि

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash िवा म परदषको की उपहसथहर क कारण िम-कोिर का बनना अमल वषात क कारण समारको का कषरण आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash मनषषय और जरषओ म परजनन धवहन का उतपनन िोना रथा सचरण हवदषर िारा क रासायहनक परभाव बिपरहरहबबो का बनना जवाला की सरचना आहद

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 73

y रासायहनक अहभहकरयाओ जस mdash िारषओ और अिारषओ की वायष जल रथा अमलो क साथ अहभहकरयाओ क हलए िबद-समीकरण हलिर ि

y आपरन और परावरतन कोणो आहद का मापन करर ि y सकमजीवो पयाज की हझलली मानव गाल की

कोहिकाओ आहद क सलाइि रयार करर ि और उनस सबहिर सकम लकषणो का वणतन करर ि

y नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash कोहिका की सरचना आि मानव जनन अगो एव परयोग सबिी वयवसथाओ आहद

y अपन पररवि की सामहगरयो का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash इकरारा इलzwjतटोसकोप अहन िामक यत आहद

y वजाहनक अविारणाओ को समझकर दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash अमलीयरा स हनपटना हमटटी की जाच एव उसका उपचार सकषारण को रोकन क हवहभनन उपाय काहयक परवितन क दारा कहष दो अथवा दो स अहिक हवदषर सलो का हवहभनन हवदषर उपकरणो म सयोजन हवहभनन आपदाओ क दौरान व उनक बाद उनस हनपटना परदहषर पानी क पषनःउपयोग िरष उपचाररर करन की हवहिया सषझाना आहद

y वजाहनक अनवषणो की किाहनयो पर पररचचात करर ि और उनका मितव समझर ि

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash ससािनो का हववकपणत उपयोग करक उवतरको और कीटनािको का हनयहतर उपयोग करक पयातवरणीय िररो स हनपटन क सषझाव दकर आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201874

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

मवशर आवशयकताओ वाल बचचो क मलए (पयाषवरण अधययन एव मवजान)कष छ हवदाहथतयो को पयातवरण अधययन रथा हवजान सीिर समय ककषा क भीरर रथा बािर आयोहजर परयोगो और िाथ स करन वाल हकरयाकलापो म गहरिीलरा रथा कायतसाहिर कौिलो क हलए सियोग की आवशयकरा िो सकरी ि ऐस ह वदाथथी अपन पाठ क अधययन म अनषकहलर या वकहलप क गहरहवहिया अनषकहलर उपकरण अहरररzwjतर समय सचना एव सचार परौदोहगकी (ICT) क उपयोग क अवसर हकसी वयसक या साथी क सियोग आहद उपलबि कराए जान स लाभाहनवर िोर ि जो उनि बाहिरा क कारण हमल निी पार ि

अरः कष छ हविष हसथहरयो म हनमनहलहिर अहरररzwjतर दिभाल अपहकषर ि mdash

दमषzwjबामधत बचचो क मलए

y अमरत रथा कहठन अविारणाए y परयोग हजनम हविष रप स िारीररक सषरकषा िाहमल ि y अहिक समय की आवशयकरा y बोित पर चॉक स हलिना परयोग परदितन गराफ और हचतो दारा परसरषरीकरण आहद जसी दिकर समझी

जान वाली जानकारी

शरवणबामधत बचचो क मलए

y अमरत िबदो की समझ रथा अमरत अविारणाओ जान हवचारो क मधय जषडाव (हवजान की कष छ अविारणाओ जस mdash परकाि-सशलषण आवास सकमजीव आहद हजनि हवदाथथी हबना दशय परसरषरीकरणो क निी समझ सकर ि)

y परयोगो का सचालन y ऐस परशनो को िल करन म जिा एक आयाम की जगि एक स अहिक आयामो जस mdash सखया

आकार आकहर रग आहद क आिार पर वसरषओ की रषलना की जाए

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 75

सजानातमक रप स बामधत तथा बौमधिक असमथषता वाल बचचो क मलए

y हवजान की रकनीकी भाषा को समझना y हवहभनन अविारणाओ क मधय अथतपणत कहडयो सबिो को सथाहपर करना (जस mdash दाब रथा बल क मधय) y योजना बनाना सषवयवहसथर करना करमीकरण रथा सामानयीकरण y अमरत अविारणाओ को समझना y हवजान क परयोगो का परबि रथा सचालन करना

पराथमिक मिकषक जलराई 201876

बालमन कछ कहता ह 12

िोरा ि उदशय हवजान काकरना समसया का समािानकरक वजाहनक परयतनकरना सजन नवीन जान

अपनाकर lsquoपरहकरयाrsquo हवजान की रच हवजान क lsquoउतपादrsquoसमझकर कषमरा सवय की कर दर अिहवशवास

अपनाकर हवहिया हवजान की करक वजाहनक हकरयाकलाप बन वजाहनक आप बनाए समाज को उननर

अपनाकर पधिहर हवजान की करक नई-नई बार मालमसवय समझ आप कर वजाहनक परयास

सहविान का ि यिी किना वजाहनक दहषटकोण िो सबका अपना कर सजन रमन बोस कलाम की ररि करक िोज सतय की

कर भारर को मिान बनाए भारर को मिान

सषनील कष मार गौड

मिकक-पमिकक पाठयचयात हवभाग राजय िहकषक अनषसिान एव परहिकषण पररषद उततरािणि दिरादन-248008

कमवता 13

मवजान की मशकषा

एनसीईआरzwjी क कछ अनय पकाशन

Joy of Theatre` 21000pp181Code mdash 13171

ISBN mdash 978-93-5292-017-4

vfd tkudkjh osQ fy o`Qik wwwncertnicin nsf[k vFkok dkWihjkbV i`B ij fn x irksa ij Okikj izcad ls laioZQ djsaA

सगीत` 18000pp148Code mdash 13173

ISBN mdash 978-93-5292-020-4

एनसीईआरzwjी क कछ अनय पकाशन

कठपतली क खल एव अमभनय हत कहामनया

` 5000 पषठ 34कोि mdash 13161

ISBN mdash 978-93-5007-859-4

मलखन की शारआत एक सवाद` 16500 पषठ 132

कोि mdash 32107ISBN mdash 978-93-5007-268-4

लखको क तलए तदशा तनददश

bull लदख सरल भाषा म तरा रोचक होना चाकहएbull लदख की कवषय-वसत 2500 सद 3000 या अकधक शबदो म डबल सपदस म टककत होना वाछनरीय हbull कचत कम सद कम 300 dpi म होनद चाकहएbull ताकलका गाफ कवषय-वसत कद सार होनद चाकहएbull कचत अलग सद भदजद जाए तरा कवषय-वसत म उनका सरान सपषट रप सद अककत ककया जाना

चाकहएbull शोध-पतो कद सार कम सद कम साराश भरी कदया जाएbull लदखक लदख कद सार अपना सकषिzwjपत कववरण तरा अपनरी शकषिक कवशदषजञता अवशय भदजbull शोधपरक लदखो कद सार सदभथ की सयचरी भरी अवशय दbull सदभथ का परारप एनसरीईआरटरी हाउस सटाइल कद अनसार कनमनवत होना चाकहए ndash

सदन गzwjपत मजरीत 2013 परारमभकzwjबरालzwjयरावसथराzwjदखभरालzwjऔरzwjमिकषरा परीएचआई लकनिग परा कल कदललरी

लदखक अपनद मौकलक लदख या शोध-पत सटॉफ़ट कटॉपरी (ययनरीकोड म) कद सार कनमन पतद पर या ई-मदल पर भजद ndash

अकादतमक सपादकपराथतमक तशषिक

परारतभक तशषिा तरभागराषzwjटीzwjय शतषिक अनसिान और परतशषिण पररषद

शी अरतरद मागवा नzwjयी तदलली 110 016ई-मल ndash prathamikshikshakgmailcom

रजि न 3242776

  • Cover I
  • Cover II
  • Chapter_Prathmik Shikshak july 2018
  • Cover III
  • Cover IV
Page 2: ISSN 0970-9312 izkFkfed f’k{kd - NCERT...भ ष हवच र हभव यह तर क सबस स तर म ध यम िै। हिंदी भाषा, स ंसार

if=kdk osQ ckjs easपराzwjथमिकzwjमिकषक राषटरीय शकषिक अनसधान और परकशषिण पररषद की एक तमाकसक पकतका ह इस पकतका का मखय उददशय ह कशषिको और सबदध परशासको तक क दरीय सरकार की कशषिा नरीकतयो सद सबकधत जानकाररया पहचाना उनह कषिा म परयोग म लाई जा सकनद वालरी सारथक और सबदध सामगरी परदान करना और ददश भर कद कवकभनन क दो म चल रहद पाठयकरमो और कायथकरमो आकद कद बारद म समय पर अवगत करातद रहना कशषिा जगत म होनद वालरी गकतकवकधयो पर कवचारो कद आदान-परदान कद कलए भरी यह पकतका एक मच परदान करतरी ह

पकतका म परकाकशत लदखो म वयकत ककए गए कवचार लदखको कद अपनद होतद ह अत यह आवशयक नही ह कक परतयदक कचतन म पररषद की नरीकतयो को हरी परसतत ककया गया हो इसकलए पररषद का कोई उततरदाकयतव नही ह

copy 2018 पतरिका म परकातशत लखो का राशअपरप दारा सरावातिकार सरतषित ह पररषद की परवा अनमतत क तबना लखो का पनमवादरण तकसी भी रप म मानzwjय नही होगा

राशअपरप क परकाशन परभाग क काzwjयावालzwjय

एनसरीईआरटरी क पसशरी अरकवद मागथनzwjयी तदलली 110 016 फोन 011-26562708

108 100 फीट रोडहोसकद रद हललरी एकसटशनबनाशकररी सटदजबगलर 560 085 फोन 080-26725740

नवजरीवन टसट भवनडाकघर नवजरीवनअहमदाबाद 380 014 फोन 079-27541446

सरी डबलयय सरी क पसधनकल बस सटटॉप कद सामनदपकनहटरीकोलकाता 700 114 फोन 033-25530454

सरी डबलयय सरी कटॉमzwjपलकसमालरीगावगराहाटी 781 021 फोन 0361-2674869

सलाहकार सतमतत मनदिक एनसरीईआरटरी हकषकद श सदनापकत अधzwjयकष परारकभक कशषिा अनयप कमार राजपयत कवभाग अधzwjयकष परकाशन परभाग एम कसराज अनवर

सपादकीzwjय सतमतत अकरादमिकzwjसपरादक पदमा यादव एव उषा शमाथ िखzwjयzwjसपरादक शवदता उzwjपपल

परकाशन मडल िखzwjयzwjवzwjयरापरारzwjपबधक गौतम गागलरी िखzwjयzwjउतपरादनzwjअमधकरारी अरण कचतकारा zwj सपरादनzwjसहराzwjयक ॠकषपाल कसह उतपरादनzwjसहराzwjयक परकाश वरीर कसह

आररणअकमत शरीवासतव

मख पषzwjठसनदहा शमाथ कषिा V क दरीय कवदालय आईआईटरी कदललरी

मलzwjय एक परतत ` 6500 रातषवाक ` 26000

अधयषि परकाशन परभाग दारा राषटरीय शकषिक अनसधान और परकशषिण पररषद शरी अरकवद मागथ नयरी कदललरी 110 016 कद कलए परकाकशत तरा चनदपरभ ऑफसदट कपरकटग वकसथ परा कल सरीndash40 सकटरndash8 नोएडा 201 301 दारा मकदत

हिदी बाल कावzwjय का बदलता सzwjवरप और बचzwjच 1

इस अक म

सवाद 3

लख

1 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण अदलीब 5 िरष उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का परयोगातमक अधययन

2 हिदी बाल कावय का बदलरा सवरप और बचच टीना कष मारी 12

3 समाविी हिकषा म हिकषण अहिगम परहकरया अहिलि यादव 17

4 हवदालय परबिन सहमहर की भहमका एव कायत हवकरम कष मार 24

5 हवजान-गीर रहच वमात 30 सगीर की िहzwjतर दारा हवजान का परभावी हिकषण

6 भावातमक हवकास पनम 35

7 बाल क हरि र हि कषा रथा परगहरिील हि कषा सषनना हमततल 42

8 पराथहमक बाल हिकषा क लकय रथा हकरयाकलाप पदमा यादव 48

9 हिकषक की जवाबदिी स हिकषा वयवसथा की गषणवतता म सषिार एम एम रॉय 55

10 सोिल मीहिया हचता हसि 60 हिकषक की वयावसाहयक परगहर का नवीन उपकरण

fo|k ls vejRoizkIr gksrk gSA

ijLij vkosfVr gal jkVordfh kSfkd vuqlaku vkSj izfkkk ifjkn~ (u-lh-bZ-vkj-Vh-) osQ dkZ

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(ii) izfkkk] rFkk (iii) foLrkjAg fMrdquokkbu dukZVd jkT osQ jkpwj frdquokys esa eLosQ osQ fudV gqbZ [kqnkbksa ls izkIr bZlk iwoZ

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miqZDr vknkZ okD bZkkokL mifukn~ ls fyk xk gS ftldk vFkZ gSampfo|k ls vejRo izkIr gksrk gSA

ISSN 0970-9312

पाथममक मशकषक

वरष 42 अक 3 जलाई 2018

पराथमिक मिकषक जलराई 20182

मवशर

11 उचच पराथहमक सरर पर हवजान सीिन क परहरफल (ककषा 6 स 8) 66

बालमन कछ कहता ह

12 मरी मममी महदिा िान 77

कमवता

13 हवजान की हिकषा सषनील कष मार गौड 78

सवाद

बचच अपन पररवि म अनक परकार क अनषभवो को गरिण करर िए पलर और बढर ि राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 बचचो क सकली जीवन को बािर क जीवन स जोडन का समथतन कररी ि बाल-क हरि र हि कषण अहि गम परहकरयाए अपनान पर बल दरी ि रथा हवहभ नन कौिलो का हवकास करर िए जान सजन करन की बार किरी ि ह िकषा क इन उदशयो की पहरत क हलए ह िकषको की भहमका अिम िो जारी ि

ह िकषा क कषत म आज अनको नवाचार िो रि ि ह िकषक सहमनार कॉनफस परहिकषण कायतकरमो आहद म भाग लकर सवय को सामहयक बनाए रिन का परयतन कर रि ि उनक यि परयतन सरािनीय ि अपन दारा हकए गए परयासो को व दसरो क साथ हवहभ नन माधयमो दारा जस mdash सोिल मीहिया पहतकाओ इतयाहद क दारा साझा भी कर रि ि

िमार इस अक म भी ह िकषका दारा हकए गए कष छ ऐस िी परयास हवचार लि जस mdash समाविी ह िकषा हवदालय परबिन सहमहर सगीर की िहzwjतर भावातमक हवकास बाल-क हरिर ह िकषा सोिल मीहिया का परयोग ह िकषको की जवाबदिी आहद िाहमल ि

आिा ि यि अक आपको पसद आएगा आप भी पहतका क हलए लि भज सकर ि लिको क हलए हदिा-हनददि पहतका क अर म हदए गए ि पहतका म सषिार िरष आप िम अपन सषझाव भज सकर ि

अकादमिक सपादक

1

महदी माधयम क मशकषक-पमशकषओ की वतषनीगत अशमधियो क मनराकरण हत उपचारातमक हसतकषप

कायषकरम क पभाव का पयोगातमक अधययनअदलीब

भाषा हवचाराहभवयहzwjतर का सबस सिzwjतर माधयम ि हिदी भाषा ससार की सषवयवहसथर भाषाओ म स एक ि भाषा क दो मषखय रप ि mdash मौहिक रथा हलहिर हजस परकार मौहिक भाषा म िबदो क िषधि उचचारण म अिषहधिया िो सकरी ि उसी परकार हलहिर भाषा म छात परायः िबदो क िषधि रप-लिन अथवा वरतनी म भी अिषहधिया करर ि वरतनी का िाहबदक अथत ि mdash वरतन या अनषवरतन अथातर पीछ-पीछ चलना अिषधि वरतनी क रीन मषखय कारण ि mdash

महदी वणषमाला क वणणो का सही जान न होनाहिदी वणतमाला क कष छ वणणो क दो रप परचहलर िोन क कारण सयषzwjतराकषरो क आकार रथा माताओ क परयोग का सिी जान न िोन क कारण वयजनो क सयोग क हनयम हवभहzwjतर-हचहन रथा पचम वणत क उहचर परयोग का जान न िोना आहद कारणो स भी छात लिन म अिषहधिया करर ि

अशधि उचचारणहिदी धवहनयो क उचचारण रथा धवहन हचहनो की समरपरा क कारण अिषधि उचचारण िोन स वरतनी क भी अिषधि िोन की आिका बनी रिरी ि

सहायक परोफसर आईएएसई जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय नयी हदलली

लख

हजस परकार मौहिक भाषा म िबदो क िषधि उचचारण म अिषहधिया िो सकरी ि उसी परकार हलहिर भाषा म छात परायः िबदो क िषधि रप-लिन अथवा वरतनी म भी अिषहधिया करर ि िषधि वरतनी हिकषण म पराथहमक सरर पर अधयापक की भहमका क मितव को समझर िए इस िोि-पत म भावी अधयापको अथातर (िीएलएि हिदी माधयम) क परथम वषत म अधययनरर 50 महिला रथा पषरष हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का अधययन हकया गया उनकी वरतनी सबिी अिषहधियो क हनराकरण क हलए इस परयोगातमक िोि म पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क मधय म उपचारातमक िसरकषप कायतकरम भी हदया गया िोि क पररणामो म यि कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण म परभावी पाया गया

पराथमिक मिकषक जलराई 20186

वयाकरण क मनयमो का जान न होनासहि क हनयम उपसगत और परतयय क योग स िबद बनान क हनयम हलग वचन रथा हवकार सबिी हनयम आहद का उहचर जान न िोन क कारण वरतनी सबिी अिषहधिया िोरी ि

हिदी भाषा क िषधि उचचारण रथा वरतनी हिकषण म अधयापक की भहमका अहर मितवपणत ि हविषकर पराथहमक सरर पर zwjतयोहक पराथहमक सरर पर सीिी गयी भाषा भहवषय म सीि जान वाल जान की आिारहिला ि इसी हवषय को धयान म रिर िए पराथहमक सरर पर हिदी-हिकषण क हलए परहिकषण ल रि हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का अधययन हकया गया

समसया कथन समसया कथन इस परकार ि mdash हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का परयोगातमक अधययन

चरो की पररचालन पररभारा वतषनीगत अशमधिया mdash एनसीईआरटी दारा हनहमतर दसवी ककषा की हिदी की पाठयपषसरक म आचायत मिावीर परसाद हद वदी दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का ििनrsquo नामक हनबि का शषरलि हिकषक-परहिकषषओ को हदया गया वरतनीगर अिषहधियो का रातपयत इस लि म हिकषक-परहिकषषओ दारा की जान वाली वरतनी सबिी अिषहधिया ि

उपचारातमक हसतकषप कायषकरम mdash उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण क हलए पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क मधय म सचाहलर गद-हिकषण की lsquoसपषटीकरण हवहिrsquo पर आिाररर रथा िोिाथथी दारा हनहमतर हतहदवसीय कायतकरम िमहदी माधयम क मशकषक-पमशकष mdash हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ स अहभपराय जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय क िीएलएि कायतकरम परथम वषत (हिदी माधयम) म अधययनरर सती एव पषरष हि कषक-परहि कषको स ि

अनसधानातमक पशन1 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा

हिकषक-परहिकषषओ दारा की गई हिदी की वरतनीगर अिषहधियो का वरतमान सरर zwjतया ि

2 zwjतया उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ दारा की गई वरतनीगर गलहरयो का हनराकरण करन म परभावकारी ि

शोध क उदशय1 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा

हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी हिदी की वरतनीगर अिषहधियो की रषलना करना

2 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का अधययन करना

3 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव की रषलना करना

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 7

शोध की शनय पररकलपनाए1 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी

हिदी की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

2 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का कोई साथतक परभाव निी पडरा ि

3 हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव म कोई साथतक अरर निी ि

शोध का सीमाकन1 इस िोि का सीमाकन कवल राषटीय राजिानी

कषत हदलली रक हकया गया ि 2 यि िोि कवल जाहमया हमहललया इसलाहमया

हवशवहवदालय म िीएलएि कायतकरम म अधययनरर हिकषक-परहिकषषओ रक सीहमर ि

3 यि िोि कवल हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ रक सीहमर ि

शोध मवमध तथा अनसधानातमक अमभकलपपरसरषर िोि म परयोगातमक हवहि का परयोग हकया गया ि इस िोि म परयोगातमक हवहि क lsquoएकल समि पवत परीकषण ndash पशच परीकषण अहभकलपrsquo का परयोग हकया गया ि

जनसखया एव नयादशष परसरषर िोि की लकय जनसखया ( t a r g e t population) हदलली म िीएलएि पाठयकरम हिदी माधयम म अधययनरर समसर हिकषक-परहिकषष ि इस िोि क हलए जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय म िीएलएि हिदी माधयम म

अधययनरर 24 पषरष रथा 26 महिला हिकषक-परहिकषषओ का अधययन हकया गया नयादित (sample) क चयन म lsquoसोदशय नयादित रकनीकrsquo (purposive sampling technique) का परयोग हकया गया

शोध उपकरणो का मनमाषण तथा पदतो की सकलन पमकरया िोिक न पवत चयहनर नयादित पर एक समि क रप म हिदी वरतनी सबिी उनक जान का हनदानातमक परीकषण हकया हजसक हलए िोिक न एनसीईआरटी दारा हनहमतर दसवी ककषा की हिदी की पाठयपषसरक स आचायत मिावीर परसाद दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का िणिनrsquo नामक हनबि का चयन हकया इस हनबि का चयन इसम हिदी भाषा क कष छ रतसम िबद रपो रथा रढ िबदावली क परयोग क कारण हकया गया पवत परीकषण म िोिक क दारा आचायत मिावीर परसाद दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का िणिनrsquo नामक हनबि सपषटरः पढ जान क साथ-साथ हिकषक-परहिकषषओ को अपनी उततर-पषहसरकाओ म शषरलि हलिन का भी हनददि हदया गया पवत परीकषण क आिार पर हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो का हवशलषण हकया गया रथा इसक अनषसार उनकी वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण क हलए िसरकषप कायतकरम का हनमातण हकया गया पवत परीकषण क चार हदन पशचार हतहदवसीय िसरकषप कायतकरम का सचालन हकया गया इस कायतकरम म हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो का हनराकरण गद-अधयापन की lsquoसपषटीकरण हवहिrsquo क माधयम स हकया गया

पराथमिक मिकषक जलराई 20188

इस हवहि म हिकषक-परहिकषषओ दारा अिषधि हलि गए िबदो की िषधि वरतनी रथा अथत उपसगत परतयय समास सहि-हवचछद पयातयवाची िबद हवलोम िबद अथत परसार रथा वाzwjतय-परयोग क माधयम स उन िबदो का हवशलषण करक समझाया गया रदोपरार छातो की समझ की जाच िरष उनि एक-एक करक िोिक क दारा बोल गए िबद शयामपटट पर िषधि वरतनी क साथ हलिन क हलए किा गया िसरकषप कायतकरम का सचालन रीन हदवस रक चला इसक चार हदन पशचार हिकषक-परहिकषषओ का पशच परीकषण हकया गया हजसम उनि विी शषरलि हलिन का हनददि हदया गया जो उनिोन पवत परीकषण म हलिी थी इस कायतकरम का एक अहरररzwjतर लाभ यि िआ हक हिकषक-परहिकषष िबदो की िषधि वरतनी क साथ-साथ उनक उहचर अथत समझ पाए रथा

हवशलषण हवहि क माधयम स पयातयवाची हवलोम िबद उपसगत परतयय सहि समास आहद क हवषय म भी सीि पाए साथ िी िबदो का वाzwjतय म परयोग कर पान म भी सकषम िो पाए

पयकत सामखयकीय तकनीकपरसरषर िोि म परयोगातमक हवहि क lsquoएकल समि पवत परीकषण और पशच परीकषण अहभकलपrsquo का परयोग हकया गया ि परापर परदततो का साहखयकीय हवशलषण यषहमर नयादित परीकषण (Paired sample lsquotrsquo test) क दारा हकया गया ि

उदशय 1 स सबमध त पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी हिदी की वरतनीगर अिषहधियो की रषलना करना

तामलका 1 mdash उपचारातमक हसतकषप कायषकरम की सरचना

करस शबद अथष सपषzwjीकरण मवमध सपषzwjीकरण1 िोक दषःि िद हवलोम िषत

2 हवदमान उपहसथर परतयय हवद+मान

3 गि-सषि गिसथ सषि समास गि-सषि (रतपषरष समास)

4 िमत-िासत िमत सबिी िासत समास िमत-िासत (रतपषरष समास)

5 ससकर क गरथ ससकर की पषसरक अथत-परसार ससकर भाषा म हलिी िई विर पषसरक

6 कष हिहकषर बषरी हिकषा परापर हकय िए उपसगत कष +हिहकषर

7 सषहिहकषर अचछी हिकषा परापर हकय िए उपसगत सष+हिहकषर

तामलका 2 mdash सवततर नयादशष परीकषण ( Independent sample lsquotrsquo test)

वतषनीगत तरमzwjया अक

सखया माधय मानक मवचलन सवततरता-मिगी t का मान

p का मान

मzwjपपणी

छात 24 223 139 48 126 021 साथतक निी ि

छाताए 26 171 150

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 9

राहलका 2 स यि हनषकषत हनकलरा ि हक पषरष रथा महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

उदशय 2 स सबमधत पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का अधययन करना

राहलका 3 क अवलोकन स पररीर िोरा ि हक t अनषपार 1013 ि रथा p का मान 000 ि जो 01 हवशवसररा क सरर पर साथतक ि अरः िनय

परीकषण क शषरलि म पवत परीकषण की रषलना म

हनमन वरतनीगर अिषहधिया की गयी ि अथातर

उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी

हसधि िआ ि

उदशय 3 स सबमध त पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप

कायतकरम क परभाव की रषलना करना

तामलका 3 यममत नयादशष परीकषण (Paired Sample lsquotrsquo Test)

यम अतर t का मान

सवततरता मिगी

p का मान (Sig 2 tailed)

माधय लाभाक

मानक विचलन माधय की मानक तरवि

वरतनी सबिी तषहटया पवत एव पशच परीकषण

152 106 150 1013 49 000

तामलका सखया 4 यममत नयादशष सामखयकी (Paired Sample Statistics)

सखया माधय लाभाक मानक मवचलन माधय की मानक तरविपवत परीकषण 50 196 145 206

पशच परीकषण 50 43 48 068

पररकलपना 2 को हनरसर हकया जारा ि यि हनषकषत हनकलरा ि हक हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का साथतक परभाव पडरा ि राहलका 4 क अवलोकन स पररलहकषर ि हक पवत परीकषण का माधय लाभाक 196 ि रथा पशच परीकषण का माधय लाभाक 43 ि पशच परीकषण क हनमन माधयाक स सपषट िोरा ि हक हिकषक-परहिकषषओ दारा पशच

राहलका सखया 5 क यष म 1 का अवलोकन करन स सपषट ि हक पषरष हिकषक-परहिकषषओ क पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क सदभत म t का मान 859 ि जो 05 रथा 01 दोनो सररो पर साथतक ि हजसस यि हनषकषत हनकलरा ि हक हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म उपचारातमक िसरकषप कायतकरम परभावकारी ि इसी परकार महिला हिकषक-परहिकषषओ क पवत परीकषण रथा पशच परीकषण

पराथमिक मिकषक जलराई 201810

क सदभत म t का मान 610 ि रथा p का जो न कवल 05 सरर पर अहपरष 01 सरर पर भी साथतक ि हजसस यि सपषट चलरा ि हक महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क सषिार पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का सकारातमक परभाव पडा ि

राहलका सखया 5 का अवलोकन करन पर िम पार ि हक पवत परीकषण रथा पशच परीकषण म पषरष हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो क माधय का लाभाक 173 ि पवत परीकषण रथा पशच परीकषण म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो क माधय का लाभाक 1331 ि महिला हिकषक-परहिकषषओ का लाभाक पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म कम िोन का आिय यि ि हक पशच परीकषण म महिला हिकषक-परहिकषषओ न पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म वरतनी सबिी अिषहधिया कम की ि

शोध क पररणाम व मनषकरष1 पषरष हिकषक-परहिकषषओ रथा महिला परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

2 उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी ि

3 उपचारातमक िसरकषप कायतकरम पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म अहिक परभावकारी हसधि िआ ि

शोध क मनमहताथषपरसरषर िोि स यि सपषट ि हक पषरष हिकषक-परहिकषषओ रथा महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर न िोन का अथत सभवरः यि भी ि हक पराथहमक सरर पर हिदी भाषा

तामलका 5 यममत नयादशष परीकषण (Paired Sample t Test)

यम अतर t का मान

सवततरता मिगी

p का मान (Sig 2 tailed)

माधय लाभाक

मानक विचलन

माधय की मानक तरवि

यष म 1 वरतनीगर तषहट (छात) पवत-वरतनीगर तषहट (छात) पशच

173 987 201 859 23 000

यष म 2 वरतनीगर तषहट (छाताए) पवत-वरतनीगर तषहट (छाताए) पशच

133 1112 218 610 25 000

तामलका सखया 6 यममत नयादशष सामखयकी (Paired Sample Statistics)

माधय लाभाक सखया मानक मवचलन माधय की मानक तरवियष म 1 वरतनीगर तषहट (छात) पवत 223 24 139 283

वरतनीगर तषहट (छात) पशच 50 24 453 092

यष म 1 वरतनीगर तषहट (छाताए) पवत 1712 26 1503 295

वरतनीगर तषहट (छाताए) पशच 381 26 515 101

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 11

की वरतनी हसिान म पषरष रथा महिला म कोई अरर निी िोरा ि उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी हसधि िआ ि अरः पराथहमक सरर क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का समान परकार क िसरकषप कायतकरमो क माधयम स हनराकरण हकया जा सकरा ि उपचारातमक िसरकषप कायतकरम पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म अहिक परभावकारी हसधि िआ ि इसका कारण सभवरः यि ि हक सामानयरः महिलाए पषरषो की रषलना म अहिक रीवर गहर स भाषा सीिरी ि रथा भाषा को िषधि रप म बोलन का आदित अनषकरण िीघररा स कर लरी ि

आग शोध क मलए सझाव bull हिदी भाषा क िषधि रप को हलिना हसिान क

हलए वरतनी-िषहधि अहर आवशयक ि इसक हलए उपचारातमक िसरकषप कायतकरम अतयर सिायक हसधि िो सकर ि अरः इनक परयोग दारा भाषा िषहधि की जानी चाहिए

bull उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क हरिर समान परकार क िोि हवहभनन सरर क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को दर करन िरष हकय जा सकर ि

bull न कवल हिकषक-परहिकषषओ अहपरष सभी अकादहमक सररो क हवदाहथतयो की वरतनीगर अिषहधियो को िसरकषप कायतकरमो क माधयम स दर हकया जा सकरा ि

bull कष छ िसरकषप कायतकरम न कवल वरतनी-िषहधि अहपरष उचचारण-िषहधि िरष भी बनाय जा सकर ि

bull हवदालयी हिकषको की वरतनीगर अथवा उचचारण सबिी अिषहधियो क हनराकरण िरष भी कष छ आवशयकरा-क हरिर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम बनाय जा सकर ि रथा सरकारी व हनजी हवदालयो क हिकषको पर परयोग हकय जा सकर ि

कष छ उपचारातमक िसरकषप कायतकरम न कवल हिदी भाषा बहलक अनय भाषाओ क िषधि हलहिर अथवा उचचररर रप को सीिनहसिान क हलए बनाय जा सकर ि

सदभषहरवारी भोलानाथ 2011 महदरी भाषा की सरचना वाणी परकािन नयी हदललीदहिया इदष 2015 lsquoवरतनी सबिी अिषहधियो क उपचारीकरण म अधयरा क हरिर रथा कायतकलाप-आिाररर अहिगम-अधयापन

उपागम की परभाविीलरा का परायोहगक अधययनrsquo अनमषका mdash अधयापक मिका की पमरिका िि 10 (1) राषटीय अधयापक हिकषा पररषद नयी हदलली पषठ 1ndash17

हमलस जी ई एव आरएल ग 2017 िमकक अनसधान बारिवा ससकरण हपयसतन एजषकिन लदन इ लिहसि साहवती 1992 महदरी मिकण लॉयल बषzwjतस पहबलकिन हलहमटि मरठ

िरोधारथी पीएचिी (हदरीय वषत) हिकषा हवभाग हदलली हवशवहवदालय

महदी बाल कावय का बदलता सवरप और बचच

2

टीना कष मारी

समयानषरप बदलर कावय म बचचो की आकाकषाए उनका वयविार सवभाव बिबी उभरा ि बचचो क मसरी भर रोचक कारनामो और ियालो स लकर आिषहनकरा क साथ उभर बचच का अकलापन और दोसरो का अभाव सब कष छ कहवराओ म हबिरा ि बाल कावय की याता क दौरान परवहतत या एव हमजाज भी बदल ि यि लि हिदी बाल कावय क बदलाव को िी करीब स दिरा ि कावय कवल रथयो क साथ िी निी कहवराओ क बदलर हमजाज को उदािरण सहिर समझन की कोहिि कररा ि हलहिर रप म हपछल सौ वषणो क दौर का कावय मोट रौर पर कसा हदिरा ि और बचचो स कस जषडरा ि आहद की एक कडी दिन को हमलरी ि

बाल साहितय का मल आिय बालक क हलए सजनातमक साहितय स ि बाल साहितय का उदशय बाल पाठको का मनोरजन करना िी निी अहपरष उनि आज क जीवन की सचचाइयो स भी पररहचर कराना ि पराचीन बाल साहितय क रप म लोक कथाए लोररया और िलगीर हलए जा सकर ि यषग पररवरतन क साथ-साथ इनका मौहिक आदान-परदान िोरा रिा ि बाल साहितय की सषरमयी िारा ि mdash बाल कावय बाल साहितय क हवहवि अगो म बालय कावय का हवहिषट सथान ि सामानयरः नवजार स 16 वषत की आयष को बालपन माना गया ि और इनक हलए हलिा कावय बाल कावय ि पाच स चौदि वषत रक का बाल वगत बाल कावय स जषडा वासरहवक वगत ि

(िोभाल 1990) बाल कावय म रषकबदी लोरी पिहलया हिकषापरद कहवराए चषटकष ल जीभ क कररब और अगरजी राइमस स परभाहवर कहवराए रिी जा सकरी ि (घोष एव कष मार 1999) हिदी बाल कावय म लोररयो एव हििष गीरो की समधि िारा ि बाल कावय म िल गीरो को भी समाहिर हकया गया ि हिदी बाल कावय बालक क जीवन म छष टपन स िी लोररयो क रप म घषलन लगरा ि बाल कहवरा का नटिट अग हििष गीर यहद अचछ िो रो बचच क मन पर एक ररि का सथायी छाप छोडर ि और बड िोन पर भी उनका परभाव फीका निी पडरा कहवराए वणतन करन का सवाभहवक ररीका भी बिबी हसिारी ि बचचो म कलपनाओ की गहर अतयहिक रीवर िोन पर

हिदी बाल कावzwjय का बदलता सzwjवरप और बचzwjच 13

कभी-कभी असगर और असबधि िो जारी ि बचच ऐसी कलपनाओ की अहभवयहzwjतर बालगीरो म पाकर आनहदर िोर ि इस परकार क बाल गीर हनरथतक बाल गीर कि जार ि इनम कलपना की हवहचतरा िोरी ि जो परसननरा दरी ि mdash

दि जलबी जगाउसक अदर मगगाराममहरत हतपाठी क अनषसार बाल कावय का सत

लोरी ि व 3ndash5 वषत क बचचो िरष 4ndash8 पहzwjतरयो वाली रषकानर धवनयातमक िबदो वाली लयबधि कहवराओ को उहचर मानर ि आरभ म बाल साहितय बडो क हलए हलि गए साहितय क रप म िी था हफर इनिी स बचच लाभाहनवर िोन लग िनः िनः हििष गीरो और बाल कहवराओ न भी जनम हलया बाल कावय बचचो की सजीव कलपना और सिज भावनाओ की अहभवयहzwjतर का सषदर माधयम बना बचच क मन म अपन पररवि घर पररवार आसपास क मािौल और दषहनया की पिली छाप इनिी कहवराओ स पडरी ि य नटिट कहवराए कवल कहवराए निी बहलक बचचो क हलए रग-हबरग हिलौन भी ि हजनस वि मनमान ढग स िलर ि वि िसरा ि हकलकरा ि और यिा रक हक उसक साथ-साथ सवय भी रचरा ि और अपनी कलपना की भि िार कररा ि mdash

चि राजा ि िरानचलर िरदम सीना रानइसीहलए रो हबलली मौसीिीचा कररी उनक कानकलकतत स गाडी आईटॉफी हबसकष ट कल लाई

गाडी बोली ई- ई- ईआिा उसन सीटी दीअमीर िषसरो की कष छ मषकररयो और पिहलयो

दारा भी बाल कावय की झलक हमलरी ि उदािरणाथत mdash एक थाल मोरी स भरा सबक हसर पर औिा िराचारो ओर वि थाली हफर मोरी उसम एक न हगर

(आकाि)भहzwjतरकालीन एव रीहरकालीन कहवयो दारा

हलिी गई सरल भाषा वाली कष छ कहवराए बालको क हलए उपयोगी ि साथ िी रसिान एव सरदास दारा lsquoशीकषण का बाल वणतनrsquo अहदरीय ि हकरष य सभी बाल कावय की शणी क पमानो पर परी ररि स िर निी उररर बाल कहवरा बालमन क हनकट की बालक क हलए रचना िोरी ि जबहक बालक दारा रहचर रचना बडो क हलए भी िो सकरी ि और परायः िोरी ि बचच भी बडो स जयादा बार किन की कषमरा रिर ि बाल कहवरा अपन समय क बचच स िी पररणा क हलए िोरी ि उदािरण क हलए समय हविष की जररर परभाव वारावरण इतयाहद का धयान िोन स िी रचना सदा परासहगक बनी रिरी ि बाल कावय अथातर बचचो का कावय बालयावसथा की कष छ हविषराए या परवहततया जसmdash हजजासा कलपना रचनातमकरा हनददि सयम की परवहतत आतम परदितन की परवहतत अनषकरण की परवहतत सपिात सिानषभहर हवनय और आवरतन इतयाहद िोरी ि ऐसा कावय जो इन परवहततयो को धयान म रिकर हलिा जाए विी उततम कावय ि कलपना कावय की भाषा िोरी ि बाल कावय कलपना वभव स सपनन कावय ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201814

परकािमनष की पषसरक महदरी बाल कमता का इमतहास म मोट रौर स बाल कहवरा को हनमनहलहिर रीन चरणो म बाटा ि mdash 1 परारहभक यषग (1901ndash1947)2 गौरव यषग (1947ndash1970)3 हवकास यषग (1971 )

सवरतरा स पवत क समय म गषलामी क बिनो को काटन क हलए बालको क वयहzwjतरतव हनमातण की पररणा स िषर-िषर म सायास बाल कहवराए हलिी गइइ व दिभहzwjतर और उपदिातमकरा क भार स अहरिय दबी िई कहवराए ि बाल कावयकार बालक क वयहzwjतरतव को आदिणो और सासकहरक पषठभहम क अनषसार ढालना चािरा था अरः मनोवजाहनक दहषट बाल कावय म पणतरः हवकहसर निी िो पाई हकरष इसी दौर म िडी बोली हिदी कहवरा क जनमदाराओ म स एक पहिर शीिर पाठक उललिनीय ि हिदी क परारहभ क बाल गीरकारो म हगन जान वाल शीिर पाठक जी न बाल सवभाव बाल-मनोवहतत एव बाल-मनोहवजान का धयान रिर िए सरकत रा क साथ-साथ बाल कावय क हलए हवषयो का चयन हकया ि इनकी कहवराओ का चचल एव हिलदपन िास रौर स भारा ि इस कहवरा म भाररीय वारावरण की गमतजोिी और बचच का लगाव एव उसका कलपना ससार दोनो िी बहढया ढग स सामन आर ि इसका एक उदािरण इस परकार ि mdash

ldquoबाबा आज दल छ आएहचजजी-हपजजी कछष न लाए बाबा zwjतयो निी हचजजी लाएइरनी दली छ zwjतयो आएrdquo

इसी दौरान हवदाभषण हवभष की lsquoघम िाथी झम िाथीrsquo बडी चहचतर रचना रिी हवदाभषण हवभष न हिदी क परारहभक दौर म अनक सषदर हििष गीर हलिकर एक बड अभाव की पहरत की इस काल म lsquoहििषrsquo एव lsquoबालसिाrsquo जसी मितवपणत बाल पहतकाओ न बाल कहवरा को आग ल जान म मितवपणत भहमका हनभायी ldquoमहथलीिरण गषपर रामनरि हतपाठी अयोधया हसि उपाधयाय lsquoिररऔिrsquo जी क इस काल म बाल कावय की हिदी कहवरा म आग चलकर जो रप और परवहततया हदिाई पडी mdash चाि नाटकीय ढग की कथातमक कहवराओ का चलन िो या हफर धवनयातमक परभावो क जररए बचचो क मन को ररझान और परभाहवर करन की कोहिि बीज रप म य सभी चीज हिदी बाल कहवरा क इस दौर स आरी िrdquo (मनष 2003)

इस िारा म आग का समय (1947 स 1970) यिा उभरी सषदर एव हवहवि परवहततयो को और हवसरार दन वाला रिा हिदी बाल कहवरा हजरनी मषzwjतर और बिरगी इस दौर म थी उसन जसी अदभषर उडान भरी और जीवन हजरना िषलकर नाटकीय सवगो क साथ इस यषग की बाल कहवरा म आया वि अहदरीय था हनरकार दव सवक सवदशवरदयाल सzwjतसना दामोदर अगरवाल इतयाहद नामो न इस दौर को बिचहचतर एव सदव लषभावनी बनी रिन वाली बाल कहवराए दी उदािरणाथत mdash

ldquoइबनबररा पिन क जराहनकल पड रफान मथोडी िवा नाक म घषस गई थोडी घषस गई कान मrdquo

(सवदशवरदयाल सzwjतसना)

हिदी बाल कावzwjय का बदलता सzwjवरप और बचzwjच 15

यि कहवरा एक अजब सी कॉमिक zwjटजडरी का आभास दरी ि lsquoइबनबरराrsquo जसा कोई दमदार पात बाल कावय म निी हदिरा इसी समय शी परसाद जी की कहवराए छद और लय की उसरादी और सपणतरा का अिसास दरी ि उदािरणाथत mdash lsquoमषगद की िादीrsquo का रोचक हचत दहिए mdash

ldquoढम-ढ ढम-ढम ढोल बजाराकद-कदकर बदरछम-छम घघर बाि-बाि नाचराभाल मसर कलदर कष ि-कष ि क कोयल गारीमीठा-मीठा गाना मषगद की िादी म ि बसहदन भर मौज मनानाrdquo

(शी परसाद)सोिनलाल हदवदी सषहमतानदन पर रामिारी

हसि lsquoहदनकरrsquo बालसवरप रािी इतयाहद बाल कावय की रजपणत हवभहरया इसी समय कायतरर थी

दामोदर अगरवाल रहचर lsquoहबजलीrsquo पर हलिी सववोततम कहवरा इसी काल की ि बाल कावय की याता म रमि रलग की यि कहवरा एक नया आयाम और पडाव दरी ि mdash

ldquoअल छष बि िो गईआगल बषिाल लमममी क कमल की रीद थमाल लrdquoइस कहवरा म एक बचचा ि और उसकी

वयसररा क सभी कारण सचच ि यि सहकरय और हज ममदार बचचा काफी िरफनमौला ि और बचच की एक नई छहव दरा ि रमि रलग की यि कहवरा

बाल कावय को एक नई सोच बदलरी छहवयो और पररीको की ओर मागत हदिान म अहदरीय ि 1971 अब रक का समय वि ि जब एक निी अहपरष रीन स चार पीहढयो क कहव एक साथ बाल कावय सजन म लीन थ इस दौर म हदहवक रमि परयाग िषzwjतल चरिदतत इदष गोपीचद शीनगर इतयाहद कहव सजन म लग थ यि जानना मितवपणत ि हक इस दौर की कहवरा दारा पिली बार हवचार रतव का दिल हदिाई हदया बचच पर बसर और पढाई का बोझ रथा उसकी भीररी दषहनया की उलझन बाल कहवरा म नजर आइइ कई परमषि बाल कहवयो न इस दौर म बचच क लगारार भारी िोर िए बसर क बोझ और उसस दबकर lsquoमषहzwjतरrsquo क हलए कारर अनषरोि करर बचच क कारण माहमतक हचत आहद अपनी कहवराओ म उकर ि बचच की हवविरा हनिायर सचच और हदयरिावक क रप म जसी बाल कहवरा म परकट िई ि वसी िायद िी किी और सामन आई इसी ररि आिषहनकरा क साथ बचच का अकलापन और दोसरिीनरा भी कहवराओ म झलकी ि इस दौर की बाल कहवरा सपनो की घाटी म िी हवशाम निी लरी बहलक बदल िए समय की मषहशकलो और आपदाओ स भी दो-चार िोरी ि िम दि सकर ि हक बाल कहवराओ की याता क दौरान परवहततया एव हमजाज भी बदल ि बाल कावय चाि जस भी दौर स गषजरा हकरष यि सतय ि हक कहवरा न हपछल सौ बरसो स पीढी-दर-पीढी भाररीय बचपन का मानहसक और भावातमक पोषण हकया उस उनमषzwjतर िसी उमग और मीठी हिला हिलािट दी बचचो की कलपना और हजजासा-हकषहरजो का हवसरार

पराथमिक मिकषक जलराई 201816

करक उस सहदय इसान और बिरर नागररक बनान की पषखरा नीव रिी

हिदी बाल कावय िम भाषा और सपरषण क हवकास की नीव परदान कररा ि धवहन अपन पराकहरक पररवि परपरा और सामाहजक रिन-सिन स सयोहजर िोरी ि हजस पराकहरक और सामाहजक पररवि म बचचो की मानहसकरा का हवकास िोरा ि बाल कावय उसस िी परररर िो भाषा का हवकास कररा ि इस साहितय म झाककर दि रो िम बचचो क सवभाव और हवकास करम का एक रोचक पररचय हमलरा ि और भाषा की वाहचक िरोिर क एक मितवपणत हिसस को दि पार ि बाल कावय की मौहिक िारा न जान कब स बचचो क भावो सदभणो जीवन पररवरतन को गहर व हवसरार दर िए एक पीढी स दसरी पीढी को द रिी ि वरतमान म बाल कावय मौहिक परपरा क हलए दादा-दादी का साहनधय सयषzwjतर पररवार िल मिली इतयाहद माधयमो का अभाव-सा िोरा जा रिा ि विी दसरी ररफ हवदालयी जीवन कडा िोरा जा रिा ि किी-किी पाठयचयात म कष छ सरर पर बाल कावय का परयोग भी

हदिरा ि हकरष बालकावय परपरा म जो अरर आय ि उनि िोजन और हवचार करन की आवशयकरा ि

मनषकरषहिदी बाल कहवराओ का यि हनहवतवाद गषण ि हक व हसफत बचचो को सबोहिर िी निी ि बहलक परी ररि बचचो की चीज ि बचचो क िलन एव गान-गषनगषनान की चीज हजन पर पिला और आहिरी िक भी बचचो का िी ि व हलिी भल िी बडो दारा गई िो मगर व ि बचचो की चीज बाल कावय अपन 100 वषणो की परपरा म हवहविरा और माता दोनो सररो पर गिन िआ ि हपछल 100 वषणो स पीढी-दर-पीढी भाररीय बचपन का मानहसक और भावातमक पोषण इन कहवराओ स िआ ि िमारी lsquoशषहर आिाररर जान परपराrsquo म भी कहवराए अनवरर बिरी-सी रिी ि उनमषzwjतर िसी उमग और मीठी हिल-हिलािटो क साथ-साथ कहवराओ न बचचो की कलपना और हजजासा-हकषहरजो का हवसरार करक उस सहदय इनसान और बिरर नागररक बनान म मितवपणत योगदान हदया ि

सदभषघोष आिीष एव कषण कष मार (सपा) 1999 गडबडझाला राषटीय पषसरक नयास नयी हदललीिोभाल कष सषम 1990 महदरी बाल कावय ि कलपना ए पतरीक तत लाइबरी बषक सटर मालीवाडा हदलली मनष परकाि 2003 महदरी बाल कमता का इमतहास मिा बषzwjतस िािदरा

िरोधारथी हि कषा िासत हवभाग क रिीय हि कषा ससथान हदलली हवशवहवदालय हदलली

समावशी मशकषा म मशकषण अमधगम पमकरया

अहिलि यादव

3

समाविी हिकषा कवल एक दहषटकोण िी निी बहलक एक माधयम भी ि हविषकर उन लोगो क हलए हजनम कष छ सीिन की ललक िोरी ि और जो रमाम अवरोिो क बावजद आग बढना चािर ि यि इस बार को दिातरा ि हक सभी यषवा चाि व सकषम िो या हवहभनन रप स सकषम उनि सीिन योय बनाया जाए इसक हलए एक समान सकलndashकरच पवत पराथहमक हवदालय सकलो और सामषदाहयक हिकषा वयवसथा रक सबकी पिच सषहनहशचर करना बिद जररी ि यि हसफत लचीली हिकषा परणाली स िी सभव ि भारर म हदवयाग स सबहि र काननी पराविानो क इहरिास का परारभ वषत 1944 म साजजट ररपोटत स माना जारा ि हजसम यि किा गया था हक हदवयागरा यहद हविष

हवदालय क अनषकल ि रभी हदवयाग वयहzwjतरयो को हविष हवदालय म भजा जाना चाहिए इसी बार पर कोठारी आयोग (1966ndash68) न भी जोर हदया और हदवयाग लोगो की हिकषा को हिकषा नीहर का एक अहभनन अग माना भारर म समाविी हिकषा की िषरआर क हलए lsquoहदवयागो क हलए समहकर हिकषाrsquo योजना 1970 क दिक म परारभ की गयी हजसका उदशय हदवयाग बचचो को सामानय हवदालय म िाहमल करना व िहकषक अवसर परदान करन क साथ िी साथ सभी सरर पर उनि समषदाय स जोडना था इसक बाद अनक योजनाए परारभ की गयी पररष समाविी हिकषा क कषत म वषत 2000 मितवपणत ि जब एनसीईआरटी न मदालयरी मि का क मलए

समाज का हवकास मानवीय कषमरा क हवकास पर हनभतर कररा ि समाज म हवकास क हलए सभी का सियोग वाहछर ि हिकषा समाज क हवकास म सबस मितवपणत कारक ि हिकषा को वयहzwjतर की दकषरा बढान का सािन िी निी बहलक लोकरत म सहकरय भागीदारी हनभान और अपन सामाहजक जीवन-सरर म सषिार क हलए भी आवशयक माना जारा ि भारर म हदवयागो की सखया अहिक ि और इनक हवकास क हबना दि का पणत हवकास सभव निी ि भारर म हदवयागो क हलए हिकषा वयवसथा का एक बदलरा सवरप हदिाई द रिा ि वो ि mdash lsquoसमाविी हिकषाrsquo

पराथमिक मिकषक जलराई 201818

पाठयचयाया राषzwjटरीय की रपरखा 2000 म समाविी हवदालयो पर बल हदया भारर म समाविी हिकषा क हलए वषत 2009 मितवपणत रिा zwjतयोहक इसी वषत lsquoहिकषा का अहिकार अहिहनयमrsquo पाररर हकया गया हजसम 6ndash14 वषत क बचचो को हनःिषलक एव अहनवायत हिकषा का सविाहनक अहिकार परदान हकया गया

अररातषटीय सरर पर समाविी हिकषा क हलए lsquoसलमाका सममलनrsquo 1994 मील का पतथर साहबर िआ यि सममलन जन 1994 म सपन क सलमाका ििर म आयोहजर िआ हजसम 92 दिो क परहरहनहियो व 25 अररातषटीय ससथाओ न भाग हलया इस सममलन का परमषि हनणतय था lsquoसभी क हलए हिकषा हजसम बचच यषवा और हविष आवशयकरा वाल लोगो (हदवयागो) को सामानय हिकषा वयवसथा म हिकषा परदान करनाrsquo

यनसको (2016) क अनषसार समाविी हिकषा का रातपयत उस हिकषा स ि जो mdash1 यि हवशवास कररी ि हक सभी बचच सीि सकर

ि और सभी बचचो की अलग-अलग परकार की हविष आवशयकराए िोरी ि

2 हजसका लकय सीिन की कहठनाइयो की पिचान और उनका परभाव नयनरम करना ि

3 जो औपचाररक हिकषा स बािर ि और घर समषदाय एव हवदालय स बािर हिकषा क अनय अवसरो पर भी बल दरी ि

4 अहभवहततयो वयविारो हिकषण हवहि पाठयकरम एव वारावरण को पररवहरतर करन की वकालर कररी ि राहक सभी बालको की हविष आवशयकराए परी िो सक

समावशी मशकषासमाविी हिकषा स अहभपराय ि हक वि हिकषा हजसम हदवयाग एव अनय सामानय हवदाथथी को एक साथ एक िी ककषा म भदभाव रहिर वारावरण म हिकषा परदान की जाय हजसस हदवयाग हवदाथथी समाज म आसानी स समायोहजर िो जाए जसा हक एनसरीएफ 2005 म बरलाया गया ि हक समाविन की नीहर को िर सकल और सारी हिकषा वयवसथा म वयापक रप स लाग हकए जान की जररर ि बचच क जीवन क िर कषत म वि चाि सकल म िो या बािर सभी बचचो की भागीदारी सषहनहशचर हकए जान की जररर ि सकलो को ऐस क रि बनाए जान की आवशयकरा ि जिा बचचो क जीवन की रयारी कराई जाए और यि सषहनहशचर हकया जाए हक सभी बचचो िासकर िारीररक या मानहसक रप स असमथत बचचो समाज क िाहिए पर जीन वाल बचचो और कहठन पररहसथहरयो म जीन वाल बचचो को हिकषा क इस मितवपणत कषत क सबस जयादा फायद हमल

यहनसफ यनसको की ररपोटत एनसीएफ 2000 एव 2005 म बरलाया गया ि हक समाविी हिकषा म हदवयाग (िारीरर क हदवयाग दहषट बाहिर हदवयाग वाक बाहिर हदवयाग सवहलनरा सीिन की अकषमरा यषzwjतर हदवयाग) िहकषक हपछड भाषायी अलपसखयक सामाहजक-आहथतक रप स कमजोर बचच गरामीण पषठभहम क बचच जनजारीय बचच घषमर समाज क बचच कामकाजी समि क बचच आहद िाहमल ि

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 19

मवदाथथी एव मशकषक mdash समावशी मशकषा सकलो म अzwjतसर िम कष छ हगन-चषन बचचो को िी बार-बार चषनर रिर ि हजसस इस छोट समि को रो ऐस अवसरो स फायदा िोरा ि उनका आतमहवशवास बढरा ि और व सकल म लोकहपरय िो जार ि लहकन दसर बचच बार-बार उपहकषर मिसस करर ि और सकल म पिचान जान और सवीकहर की इचछा उनक मन म लगारार बनी रिरी ि रारीफ करन क हलए िम शषठरा और योयरा को आिार बना सकर ि लहकन अवसर रो सभी बचचो को हमलन चाहिए और सभी बचचो की हवहिषट कषमराओ को भी पिचाना जाना चाहिए और उनकी रारीफ िोनी चाहिए इसम हविष जरररो वाल बचच भी िाहमल ि हजनि हदए गए काम को परा करन म जररर समय या मदद की जररर िोरी ि जयादा अचछा िोगा अगर हिकषक ऐसी गहरहवहियो की योजना बनार समय ककषा म बचचो स चचात कर और यि सषहनहशचर कर ल हक परतयक बचचा अपना योगदान द पाए इसीहलए योजना बनार समय हिकषको को सभी की भागीदारी पर हविष धयान दन की जररर ि यि उनक परभावी हिकषक िोन का सचक बनगा सकल परिासको और हिकषको को यि समझना चाहिए हक जब हभनन सामाहजक-आहथतक और सासकहरक पषठभहम और हभनन कषमरा सरर वाल लडक-लडहकया एक साथ पढर ि रो ककषा का वारावरण और भी समधि रथा पररक िो जारा ि

सभी परकार क बचचो जस आहथतक रप स कमजोर (गरीब) कामकाजी बचचो को िाहमल कर सषदर गरामीण बचच घषमर जनजाहर क बचच

हकसी हनहदषट सथान पर रिन वाल बचच हविष आवशयकरा वाल बचच भाषायी अलपसखयक और सीिन की अकषमरा यषzwjतर बचचो आहद को समाविी हिकषा दारा हिहकषर हकया जाना चाहिए

समाविी हिकषा म हिकषक की भहमका मितवपणत िोरी ि समाविी हिकषा की ककषा परहकरया म हिकषक क दहषटकोण (अहभवहतत) एव वयविार मितवपणत भहमका का हनवतिन करर ि राम (2014) न अपन िोि कायत म पाया हक हिकषको का हदवयाग हवदाहथतयो स परशन न पछना एव उनक गि कायत की जाच को अनय हवदाहथतयो क समान न करना इस परकार का वयविार इन बचचो को बहिषकरण की ररफ िकलरा ि हिकषको का इस परकार का दहषटकोण एव वयविार समाविी हिकषा क गठन एव सफल सचालन म कहठनाई उतपनन कररा ि सामानयरः हिकषक का दहषटकोण एव वयविार हदवयाग हवदाहथतयो क परहर सिानषभहरपणत िोरा ि हिकषक इस परकार क हवदाहथतयो को अनयो स कमजोर समझरा ि या उसकी यि अिरी समझ िोरी ि हक यि हवदाथथी सीि निी सकर हजसस य बचच ककषा म िोर िए भी अपन को ककषा स अलग पार ि जयादारर हिकषक हदवयाग एव अनय इस परकार क हवदाहथतयो क परहर सिानषभहरपणत दहषटकोण अपनार ि कलाम (2013) न अपन िोि म बरलाया हक हिकषको को सिानषभहर क बजाय समानषभहर का दहषटकोण अपनाना चाहिए हजसस य हवदाथथी अपन आप को ककषा म अनय हवदाहथतयो स हभनन निी समझ समानषभहर पणत दहषटकोण हदवयागो को अनय हवदाहथत यो क समान मजबर बनन म सिायक िोरा ि हजसस समाविी हिकषा म ककषा

पराथमिक मिकषक जलराई 201820

की सीिन-हसिान की परहकरया एक पकषीय न िोकर हदपकषीय िो जाएगी

मशकषण अमधगम पमकया mdash समावशी मशकषा एनसरीएफ 2005 म समाविी ककषा हिकषण क सबि म बरलाया गया ि हक lsquoरचनातमक पररपरकय म सीिना जान क हनमातण की एक परहकरया ि हवदाथथी सहकरय रप स पवत परचहलर हवचारो म उपलबि सामगरी गहरहवहियो क आिार पर अपन हलए जान की रचना करर ि (अनषभव) पछराछ अनवषण परशन पछना वाद-हववाद वयाविाररक परयोग व ऐसा हचरन हजसस हसधिार बन सक और हवचारहसथहरयो की रचना िो सक य सभी बचचो की सहकरय वयसररा को सषहनहशचर करर िrsquo

सकली हिकषा म अहिगम का एक बडा हिससा अब भी वयहzwjतर-आिाररर ि अधयापको को lsquoजानrsquo िसरारररर करन वालो क रप म दिा जारा ि अधयापको को उन अनषभवो का आयोजक समझा जारा ि जो बचचो क सीिन म सिायक िोर ि समाविी हिकषा म ककषा हिकषण परहकरया और अहिगम परहकरया क सबि म यनसको एनसीईआरटी न अपनी ररपोटत म कई मितवपणत सषझावो का वणतन हकया ि जस हक यनसको न अपनी ररपोटत म समाविी हिकषा म हिकषण-अहिगम परहकया िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय ि mdash1 ककषा का वारावरण सीिन क हलए सवसथ एव

भदभाव रहिर िो2 हिकषण हवहि रोचक िो एव हवहभनन उमर समि

क अनषकल िो रथा छातो को सीिन क हलए परररर करन वाली िो

3 हिकषण मषखयरः गहरहवहि आिाररर िो4 सभी सीिन वाल बचचो की आवशयकरानषसार

सामगरी उपलबि करायी जाए (दहषटबाहिर हदवयाग शवण हवकार हदवयाग आहद को धयान रिकर)

5 हिकषक अहभभावक और नागररक साथ हमलकर कायत कर

6 ककषा हिकषण की भाषा बचच क अनषसार (मारभाषा) िो

7 सभी बचचो का हिकषण सषरकषातमक लहगक उततरदायी एव उतसािजनक वारावरण म िो

एनसीईआरटी(2017) न समाविी हिकषा म ककषा हिकषण िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय mdash

bull दहषट हवकार हदवयाग क हिकषण िरष mdash गर दहषट आिाररर ररीको दारा सीिना जस mdash सपित वासरहवक ठोस पदाथत का परयोग सषनना हजसम हवसरर और वणतनातमक हनददिो को अहिक उपयोग म लाना िाहमल ि सषगि और सवाद mdash वासरहवक और ठोस पदाथणो की िषिब और सवाद का उपयोग करना उपलबि हविष हिकषण सामगरी (बल टलर फम और गहणर हवजान एव अनय हकट) का उपयोग

bull शवण हवकार हदवयाग क हिकषण िरषmdash अनय इहरियो का सीिन क माधयमो क रप म उपयोग (जसmdash इिार िारीररक भाषा िावभाव को पढना) वासरहवक अनषभव परदान करन क हलए दशय क रप म सामगरी का उपयोग सीिी जान वाली सामगरी को धवहन आिाररर जानकारी क रप म उपयोग म लान क हलए यि समझ बनाना जररी ि हक इन बचचो क हलए हकस ररि स हिकषण कायत हकया जाए

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 21

bull िारीररक अकषमरा हदवयाग क हिकषण िरष mdash ककषाओ को सषलभ बनाए परीकषाओ को परा करन म अहरररzwjतर समय द ककषा म बठन क सषलभ सािन उपलबि कराए सपरषण क वकहलपक सािनो यथा mdash आहियो ररकॉितर िाव-भाव का परयोग कपयटर का उपयोग आहद

समाविी हिकषा म ककषा हिकषण की सकलपना सभी बालको क समहनवर हवकास पर आिाररर िोरी ि अरः हिकषक को ककषा म उपहसथर बचचो की हवहभननरा को धयान म रिर िए हिकषण कायत करना चाहिए हवहभनन रप स समकष (दहषट बाहिर हदवयाग वाकबाहिर हदवयाग शवण हास हदवयाग आहद) बचचो की हविष आवशयकराओ क मदनजर हिकषण म हिकषक को वारावरण को रहचकर बनाना आकषतक एव उपयषzwjतर हवहभनन हिकषण सामहगरयो आहद का परयोग करना हिकषण अहिगम की परहकरया म सभी बालको की सहकरय भागीदारी सषहनहशचर करना आहद हकरयाओ को सहममहलर करना चाहिए

समाविी हिकषा म ककषा हिकषण कायत जहटल परहकरया ि समाविी हिकषा की ककषा म हवहभनन रप स सकषम (िारीररक दषटबाहिर शवण हास हदवयाग) एव सामाहजक-आहथतक रप स कमजोर पषठभहम क कषत स बचच िोर ि हजनकी कष छ हविष आवशयकराए िोरी ि समाविी हवदालय की ककषाओ म हिकषक को हवदाहथत यो क अनषकल हिकषण हवहि (सिकारी हिकषण एव पररयोजना आिाररर हिकषण) का उपयोग हकया जाना चाहिए हजसस सभी हवदाहथत यो का सीिना सभव िो जाए अरः यिा इस बार पर धयान दना जररी ि हक मामली अकषमराओ स गरसर हजन बचचो को मषखयिारा क बािर रिा

जारा ि उनकी जरररो को परा करन क साथ-साथ समाविी हिकषण पधिहर हनयहमर ककषाओ म पिल स मौजद ऐस सकडो हवदाहथतयो को भी लाभ पिचारी ि जो मामली स लकर मधयम दजद की सीिन की कहठनाइयो को अनषभर करर ि इन कहठनाइयो को अहिकािर न रो पिचाना जारा ि और न िी उनका समािान हकया जारा ि सकल म िराब परदितन क कारण इन बचचो क सकल छोड दन का िररा बना रिरा ि व कभी भी िकषहणक सफलरा िाहसल न कर सकन क अलावा अपन बड िोन क पर दौर म सषिार न जा सकन वाल मनोवजाहनक रथा भावातमक आघारो स पीहडर रिर ि

इस परकार समाविी हिकषा म ककषा हिकषण िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय जार िmdash1 ककषा का वारावरण भदभाव रहिर सभी

सीिन वाल क अनषकल िोना चाहिए जसा एनसरीएफ 2005 म बरलाया गया ि हक lsquoसावजतहनक सथल क रप म सकल म समानरा सामाहजक हवहविरा और बिलरा क परहर सममान का भाव िोना चाहिए साथ िी बचचो क अहिकारो और उनकी गररमा क परहर सजगरा का भाव िोना चाहिए इन मलयो को सजगरापवतक सकल क दहषटकोण का हिससा बनाया जाना चाहिए और उनि सकली वयविार की नीव बनना चाहिए सीिन की कषमरा दन वाला वारावरण वि िोरा ि जिा बचच सषरहकषर मिसस करर ि जिा भय का कोई सथान निी िोरा और सकली ररशरो म बराबरी और जगि म समरा िोरी िrsquo

2 ककषा का हिकषण वयाविाररक जान स जोडकर हकया जाना चाहिए समाविी हिकषा की ककषा

पराथमिक मिकषक जलराई 201822

हिकषण हवहि क रप म सिकारी हिकषण पररयोजना आिाररर हिकषण एव सियोगातमक हिकषण का उपयोग हकया जाना चाहिए

3 ककषा हिकषण म पाठयचयात स जषडी सामगरी का उपयोग हकया जाना चाहिए जसmdash मॉिल चाटत मानहचत ऑहियो-हवहियो कपयटर एव आईसीटी (सचना सपरषण रकनीकी) का उपयोग कर साथ िी हिकषण ककषा हिकषण क पिल इन सामहगर यो की उपलबिरा भी सषहनहशचर कर

4 ककषा हिकषण म हविष रप स सकषम (हदवयाग) को अहिक स अहिक सीिन की सामगरी उपलबि कराई जाए जस mdash दहषटबाहिर बचचो को बल एव शवण बाहिर बचचो को दशय आिाररर सामगरी आहद

5 सामानय हवदालय हिकषको को समाविी हिकषा को सदभत म रिकर परहिकषण परदान हकय जाए उनि समाविी हिकषा परहरमान िरष ककषा हिकषण दकषरा स यषzwjतर बनाया जाए अधयापक परहिकषण कायतकरम एव पाठयकरम को समाविी हिकषा क सदभत म रिकर पररवरतन की आवशयकरा ि

6 सकल सरर पर पाठयचयात का पषनहवतकास एव पषनहनतिातरण करन की आवशयकरा ि zwjतयोहक एनसरीएफ 2005 म इस बार का वणतन हकया गया ि हक वरतमान पाठयचयात को समाविी हिकषा क अनषकल हनिातररर हकय जान की आवशयकरा ि

मनषकरष समाविी हिकषा म ककषा हिकषण कायत छातो क अनषरप एव उनकी आवशयकरा को धयान म रिकर हकया जाए हिकषण इस परकार स िो हक जो हवदाहथतयो को उनक घरल जान स जोडकर हदया जाए समाविी ककषा म सीिन-हसिान की परहकरया हिकषक क हरिर स छात क हरिर की ररफ बढनी चाहिए छातो को सहकरय अनवषक की ररि हवकहसर िोना चाहिए और इसक हलए पररक हवचारो को बढावा दन की रणनीहर बिर फायदमद िो सकरी ि इस रणनीहर का परयोग करन क हलए हिकषक को िोजी हिकषण क जररए सभी छातो को उहचर अनषभव हनयमो क हवशलषण और हसधिार मषिया करान की जररर ि इस धयान म रिर िए समाविी हिकषण और ककषा म हविष रप स सकषम छातो क हलए लचीलापन लाए जान को लकर एनसीईआरटी न िाल िी म पाठयकरम अनकलन पर पराथहमक पठन सामगरी रयार की ि यि पठन सामगरी इस सोच पर आिाररर ि हक हिकषक ककषा म सभी छातो को अथतपणत हिकषण अनषभव परदान कराए सरल भाषा और अहभवयहzwjतर का परयोग कर जो सभी छातो क हलए मितव रि इस पठन सामगरी म कई उदािरणो स बराया गया ि हक कस समाविी ककषा म मौजदा हिकषण पधिहर को बदला जाए और छातो को सवरत रप स सीिन वाला और इस परहकरया म सहकरय भागीदार बनाए जाए

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 23

सदभषएनसीईआरटी 2000 मदालयरी मिका क मलए राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2000 एनसीईआरटी नयी हदलली

पषठ 31 73 74 और 91mdashmdashmdash 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 28 ndash 31 92 96 122 ndash124

और 135mdashmdashmdash 2015 इनकललमडग मचलडन मद सपिल नरीडस एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 36 59 और 106 mdashmdashmdash 2017 मिष आशयकता ाल बचचो का सिािन mdash पारमिक सतर एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 21 46

और 95 कलाम अबदषल 2013 lsquoसमाविी हिकषा और हिकषकrsquo खरोज और जान अक 7 हवदाभवन सोसायटी उदयपषर पषठ 33चिढा अनषहपरया 2016 lsquoभारर म समाविी हिकषा की रपरिाrsquo यरोजना अक 1 परकािन हवभाग नयी हदलली पषठ 33 दास अनाहमका 2015 lsquoसमाविी हिकषा की राि म रकावटrsquo लमनिगकया अक 11 अजीम परमजी हवशवहवदालय बगलषर

पषठ 76ndash79मोिन पगी 2016 lsquoसमाविी ककषा म अधययनrsquo िमकक सदभया अक 71ndash 80 पराहपर सोर httpswwweklavyainयादव अहिलि 2018 उचच पारमिक ककाओ का सिािरी मिका क सदभया ि मिकण अमधगि पमरिया का अधययन

अपरकाहिर िोि यनसको 1994 द सलिाका सि एड फिकया फॉर एकिन आन सपिल नरीडस एजकिन यनसको सलमाका सपन mdashmdashmdash 2005 गाइडलाइन फॉर इनकललजन mdash इनसयाररग एसस ल एजकिन फॉर आल यनसको पररस पषठ 102mdashmdashmdash 2009 लडया इनकललमस एजकिन फॉर मचलडन मद मडसएमबमलरी mdash गाइडलाइन यनसको बकाक पषठ 40 ndash 89

और 122mdashmdashmdash 2016 एजकिन एड मडसमबमलरी यनसको नयी हदलली पषठ 146 यहनसफ 2003 एगजामपल ऑफ इनकललमस एजकिन इमडया यहनसफ काठमाि पषठ 45 63राम 2014 lsquoसमाविी हिकषा क मायनrsquo खरोज और जान अक 8 हवदाभवन सोसायटी उदयपषर पषठ 45वितमान मिावीर िषला हवशवहवदालय 2014 अहिगम एव हिकषण (बीएि) वितमान मिावीर िषला हवशवहवदालय कोटा

राजसथानहसघल हनहि 2013 lsquoहवकलाग बचचो की हिकषाrsquo यरोजना अक 2 परकािन हवभाग नयी हदलली पषठ 21ndash 23हसि अजय कष मार 2008 lsquoभारर म समाविी हिकषा का सवरपrsquo पररपकय अक 1 नीपा नयी हदलली पषठ 81हसि रजनी रजन 2014 lsquoभारर म समाविी हिकषा की दिा और हदिाrsquo पररपकय अक 3 नीपा नयी हदलली पषठ 01

सकॉलर पीएचिी जाहमया हमहलल या इसलाहमया हवशवहवदालय नयी हदलली

परसरषर लि क दारा यि बरान की कोहिि की गई ि हक हवदालय परबिन सहमहर का उहचर सचालन कस हकया जाए एव सहमहर का हवदालय म िोना हकरना मितवपणत ि हवदालय परबिन सहमहर हवदालय क हलए बिर मितवपणत ि यि हवदालय क लकयो एव उदशयो को परा करन म एव समाज का सियोग परापर करवान म एक मितवपणत भहमका का हनवाति कररी ि हवदालय परबिन सहमहर हवदालय क सभी पकषो को एक साथ जोड रिन म मदद कररी ि और सभी हिरिारको की भावनाओ क अनषरप हवदालय सचालन एव हवकास म भागीदारी परदान कररी ि

भाररीय सहविान क 86 व सिोिन क रिर लगभग आजादी क इरन सालो बाद हिकषा क अहिकार को एक नया आयाम हमला और 1 अपरल 2010 को हिकषा का अहिकार अहिहनयम mdash 2009 (आरटीई) लाग हकया गया इस अहिहनयम क रिर िर एक बचच को जो 6 ndash14 वषत का ि उस हनिषलक एव अहनवायत हिकषा पान का अहिकार परापर ि

इस अहिहनयम क िि 21 म एक ऐसी सहमहर को गहठर करन का परसराव रिा गया हजसम हवदालय अहभभावक और समाज की परतयकष भागीदारी िो इसक सा थ िी यि भी सषहनहशच र हकया गया हक इस सहमहर म मारा-हपरा अहभभावक एव हिकषक हिकषा क कषत म कायतरर वयहzwjतर जन परहरहनहि आहद की भागीदारी भी िो हजस हवदालय परबिन सहमहर का नाम हदया गया ि

हवदालय परबिन सहमहर का गठन एक ऐसी सामाहजक ससथा क रप म हकया गया जो हवदालय म हवकास क साथ-साथ हवदालय क लकयो व उदशयो को परापर करन की हदिा म हवदालय को हनररर मागतदितन द इसक साथ िी हवदालय को एक लोकराहतक एव सामाहजक ससथा क रप म परहरहषठर कर

हवदालय परबिन सहम हर की आवशयकरा हनमनहलहिर कायणो िरष िोरी ि mdash

bull हवदालय म आिारभर सषहविाओ की समषहचर वयवसथा व रिरिाव क हलए

bull हवदालय क हवततीय हनयोजन की दिरि व हनयतण क हलए

bull हवदालय को समाज स जोडकर रिन क हलए bull हवदालय क हवकास की योजना बनान क हलए bull हवदालय की आवशयकराओ की माग सिी

मवदालय पबधन समममत की भममका एव कायष

हवकरम कष मार

4

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 25

पटल (सरकारीसथानीय हनकाय) पर परसरषर करन क हलए

bull हवदालय म हिकषा की गषणवतता सषहनहशचर करन क हलए

मवदालय पबधन समममत की सथापना व रपरखा हिकषा का अहिकार अहिहनयमmdash 2009 क िि 21 म हवदालय परबिन सहमहर का गठन हकया गया ि हजसम हवदालय सहमहर क सदसयो की सहमहर सषझाइत गइत ि हवदालय इसी आिार पर अपनी जरररो क अनषसार सदसयो को िाहमल करर ि

इस सहमहर का अधयकष हवदालय का परिानाचायत िोरा ि हवदालय म पढन वाल हवदाहथतयो क मारा-हपरा इस सहमहर क सदसय िोर ि एक चयहनर व मनोनीर परहरहनहि जो हिकषा क कषत म कायतरर वयहzwjतर िो वि भी इस सहमहर का सदसय िोरा ि सथानीय हवकास अहिकारी या परहरहनहि को भी सदसय क रप म िाहमल करर ि हवदालय क एक हिकषक को िाहमल हकया जारा ि जो सहमहर का सयोजक िोरा ि रीन ऐस सदसय िोर ि जो हवदालय म गहणर हवजान और सामाहजक हवजान क हिकषक िोर ि और इनि आमहतर सदसय किा जारा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201826

हवदालय यि धयान रिरा ि हक चषन गए कष ल सदसयो म 50 परहरिर महिलाए एव 75 परहरिर हवदालय म पढन वाल बचचो क अहभभावक अवशय िो

हवदालय परबिन सहमहर का कायतकाल अहिकरम दो वषत का िोरा ि दो वषणो का कायतकाल पणत िोन पर इस सहमहर का पषनगतठन हकया जारा ि सहमहर म उन अहभभावको को भी िाहमल हकया जारा ि हजनक बचच हविष आवशयकरा वाल िो आहथत क कमजोर वगत क अहभ भावको को भी सहमहर का सदसय बनाया जारा ि

मवदालय पबधन समममत क कायषहवहभ नन राजयो क हवदालय हनिषलक एव अहनवायत हि कषा को धयान म रिर िए अपन अनषसार अपन हवदालय परबिन सहमहर क कायत हनिातरण करर ि िोिाथथी दारा हदलली क कष छ (20 सरकारी हवदालय) हवदालयो का सवदकषण हकया गया और िर हवदालय स 5 हवदालय परबिन सहमहर क सदसयो का साकषातकार हकया गया हजसम यि पाया गया हक हदलली क सरकारी सकलो म हवदालय परबिन सहमहर क हनमनहलहि र कायत ि mdash

bull हवदालय म काम सषचार रप स िो इसम सियोग दना

bull अहभभावक व सरकषक क साथ हनयहमर रप स बठक करना और बचचो क बार म उपयषzwjतर सचना दना

bull हवदालय क वारावरण को परभावी बनाना हजसस अधयापक एव बचच हनयहमर रप स सिी समय पर हवदालय म उपहसथर िो सक

bull हवदालय म आस-पास क सभी बचचो का दाहिला और उनकी उपहसथहर सषहनहशच र करना

bull हिकषा अहिकार अहिहनयम क अरगतर बचचो क अहिकारो का हनरीकषण करना

bull हवदालय म हदए जान वाल मधयाहन भोजन एव पठन सामगरी की वयवसथा एव उसक सिी परयोग म सियोग करना

bull हकसी भी ररि का अनषदान जो अनय सोर स परापर हकया गया िो उसका सिी उपयोग करना

bull हिकषा का अहिकार अहिहनयम िि ndash 27 क अहरररzwjतर अधयापको पर अनय हकसी गर-िहकष क हज ममदाररयो का भार न िो उसका हनरीकषण एव उस सषहनहशचर करना

bull अनषसची म हदए गए मानको और मापदिो क अनषकरण का हनरीकषण करना

bull बचचो क अहिकारो क बार म आस-पास क लोगो को आसान व रचनातमक ररीक स बराना

bull इस बार का भी हनरीकषण करना हक हदवयाग बचचो को हवदालय म नामाकन और दाहिला सबिी सषहविा हमल और व अपनी परारहभक हिकषा परी कर सक

bull हवदालय हवकास योजना समय पर रयार करना और सषझाव दना

मवदालय पबधन समममत की बठकिोिाथथी दारा हदलली क कष छ हवदालयो क सवदकषण क दौरान यि पाया गया हक हदलली हि कषा हनदिालय न सकल परबिन सहमहरयो की िहzwjतर यो म वहधि क हनमनहलहि र हदिा हनददि हदए ि mdash

bull हवदालय परबिन सहमहर की बठक माि क परथम एव ररीय िहनवार को आयोहजर िोगी

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 27

यि भी किा गया ि हक हवदालय अपनी सषहविा अनषसार बठको क हदन म पररवरतन कर सकर ि

bull हवदालय परबिन सहमहर की बठक हवदालय समय स पिल या बाद म िोगी राहक हिकषक ककषा स अनषपहसथर न रि साथ िी वररषठ हिकषक को बठक क सयोजक का भार सौपा जारा ि

bull हवदालय परबिन सहमहर क सयोजक या अधयकष दारा टलीफोन माधयम स िी बठक िषर िोन क कम स कम 24 घट पवत अहिसहचर करना िोगा राहक सिी समय पर सदसय बठक म भाग ल सक

bull बठक क सचालन की हजममदारी अधयकष की ि यहद हकसी कारणवि अधयकष ऐसा करन म असफल रिर ि रो उपाधयकष भी बठक बषला सकर ि राहक सहमहर का कोई काम न रक

bull गर-अनषसहचर बठक का अनषरोि रभी हकया जा सकरा ि जब 13 सदसय हलहिर रप स अनषरोि दग और सपषट हवहनहदतषट कायतसची िो अधयकष को अनषरोि क 7 हदनो क अदर सहमहर को इस ररि की बठक बषलाना िोगी हजसस आपारकालीन पररहसथहरयो स हनपटना आसान िो सक

bull हजन हवदालयो म दो हिफट चलरी ि परतयक वकहलपक माि म उन हवदालयो म बठक सषबि एव िाम को हवदालय परबिन सहमहरयो की सयषzwjतर बठक िोगी राहक समनवय सषहनहशच र हकया जा सक और आपस म भवन स सबहि र हकसी भी ररि की कहठनाइयो को दर हकया जा सक

मवदालय म मवदालय पबधन समममत का दौरा मिका का अमधकार अमधमनयि mdash 2009 क अरगतर हवदालय परबिन सहमहर दारा हवदालय म िो रि कायणो की हनगरानी की हज ममदारी हवदालय परबिन सहम हर क सदसयो को दी गई ि

हवदालय परबिन सहम हर क सदसय हवदालयी समय क दौरान हवदालय का दौरा कर सकर ि पर इसस हवदालय क काम (ककषा पराथतना-सभा िल का मदान आहद) म हकसी भी परकार की बािा न िो साथ म अगर कोई सदसय हवदालय आरा ि रो उस हवदालय परबिन सहम हर रहजसटर म िसराकषर करन िोर ि हवदालय परमषि को अपनी उपहसथहर क बार म सहचर करना िोरा ि

छाताओ क हवदालय म हवदालय परबिन सहम हर की कवल महिला सदसय िी दौरा कर सकरी ि जबहक सि-हिकषा वाल हवदालय म महिला व पषरष दोनो म स कोई भी हवदालय का दौरा कर सकर ि

अमभलखो का मनरीकषण एव वयय की जाच हवदालय परबिन सहम हर क हकसी भी सदसय दारा हलहिर रप म अनषरोि करन पर हवदालय स सबहिर हकसी भी अहभलि क बार म पछा जा सकरा ि साथ िी यि हवदालय क परमषि की हज ममदाररया ि हक वि अहभ लि दिन क अनषरोि पत की परहरहलहप पर पावरी द रथा वि 3 हदन क अदर अहभलि (ररकॉित) उपलबि करवाए हि कषा अहि कार दारा जारी हकए गए इस कदम स सदसयो क बीच म उनकी भहमका और हज ममदाररया की जागरकरा को बढावा हदया

पराथमिक मिकषक जलराई 201828

जा सकरा ि साथ िी हवदालय स सबहि र अनय सभी समसयाओ का समय रिर समािान भी हकया जा सकरा ि

हवदालय परबिन सहम हर की बठक सहिर हवदालयो म हकए गए सभी वयय की ररपोटत हवदालय परबिन सहम हर की बठक म परसरषर की जानी चाहिए साथ िी हवदालय परबिन सहम हर बठक म हवदालय क भवन व उनक अनषरकषण म वयय क हबल परसरषर हकए जान चाहिए हवदालय परबिन सहमहर क सदसयो को यि अहिकार ि हक व वयहzwjतरगर रप स मरममर अनषरकषणो या िरीदी गई सपहतत की जाच कर सकर ि राहक कायणो एव हकय गए वयय म पारदहितरा बनी रि एव यि जाच िो सक हक वयय सिी जगि व अहनवायत कायणो क हलए िी िआ ि

मवदालय पबधन समममत दारा मशकषण म भागीदारीहवदालय परबिन सहम हर को सिzwjतर हकया गया ि हक व उन बचचो की पिचान कर जो अपनी उमर क अनषकल निी सीि पा रि ि

हवदालय परबिन सहम हर हवदालय म िहकष क रप स कमजोर बचचो की मदद क हलए हवदालय पररसर म हविष परहिकषण रथा उपचारी हिकषा कायतकरम का आयोजन कर सकर ि इसका पराविान आरटीई 2009 म हकया गया ि

मवदालय पबधन समममत क सदसयो को हzwjाना हवगर कष छ वषणो म बिर सार िहकषक अनषसिानो स यि बार हनकल कर आई ि हक सहमहर म कष छ एक

सदसयो की बठक म अनषपहसथहर हवदालय परबिन सहम हर क कायणो म बािाए िालरी ि हदलली सरकार न अपन हनददिो म सहमहर क उन सदसयो को िटान का भी पराविान रिा ि जो हवदालय परबिन सहमहर म अनषपहसथ र रिर ि

हवदालय परबिन सहम हर क कष ल सदसयो म स 50 परहरिर सदसयो की सिमहर स सहमहर क सदसयो को िटायाबदला जा सकरा ि साथ िी अगर हवदालय परबिन सहम हर का उपाधयकष लगारार रीन हवदालय परबिन सहम हर बठक म अनषपहसथर रिर ि रो हवदालय परबिन सहम हर क 23 सदसयो का परसराव पास कर उनि हवदालय परबिन सहम हर क उपाधयकष पद स िटाया जा सकरा ि

मवदालय पबधन समममत को और बहतर बनान क मलए सझाव िोिाथथी दारा यि पाया गया की हवदालय परबिन सहमहर का गठन हवदालय क हवकास क साथ-साथ सामाहजक परीकषण लोक भागीदारी एव लोक सिzwjतरीकरण क हलए परभावी कदम ि रथा इस भागीदारी को और सिzwjतर करन क हलए कष छ ठोस कदम और उठाए जा सकर ि जस mdash

bull सभी सदसयो को अपनी भहमका और हज ममदाररयो की परी जानकारी िो

bull घर म बचचो क हलए एक अचछा मािौल अचछा हवदालय बनाना अचछा ककषा ककष बनाना एव बचचो क हलए एक अचछा समषदाय बनाना िी हवदालय परबिन सहमहर का लकय िोना चाहिए

bull उन चीजो पर धयान दना जस mdash हवदालय म zwjतया ि जो बिर अचछी निी ि ऐसा zwjतया ि जो

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 29

हवदालय अचछा निी कर रिा या िम हकसम पररवरतन करन की आवशयकरा ि अथवा िम हकन अवसरो का लाभ उठा सकर ि िम अचछी ररि zwjतया कर सकर ि

bull आवशयकराओ की पराथहमकरा हनहशचर करना एव उदशय हनिातररर करना

bull कायत योजना का हनमातण करना हजसम कौन स काम कस कब और हकन-हकन ससािनो दारा पणत हकय जाए िाहमल िोन चाहिए

bull सदसयो की पणत भागीदारी रथा उनकी सिमहर परापर करना इसम सहमहर दारा बनाइत

गइत योजनाओ को लोगो स साझा करना एव लोगो को पररशम क हलए उतसाहिर करना िाहमल ि

bull हकसी भी कायत योजना को चरणबधि ररीक स परा करना एव कायत योजना का अनषवीकषण करना और जब आवशयक िो सषिारातमक कदम उठाना

bull कायत परगहर क बार म ररपोटत करना और असफलरा पान पर उतसव मनाना हजसस सदसयो म परोतसािन एव कायणो को परा करन का उतसाि बना रि

सदभषएसटईन-जवाईस 2001 सकल ल फमिलरी एड कमयमनरी पा यानरमिप मपपयररग एडलकसया एड इमपलमग सकल लस वसट वय परस

कॉलरािो कष मार हवकरम 2013 ए सडरी ऑफ सकल ल िनजि किरी कनसरीयड अडर आररीई अमध मनयि ndash 2009

जाहमया हमहललया इसलाहमया नयी हदललीमदललरी मनिलक ए अमनायया मिका अमधमनयि ndash 2009 कानन परपत स 520ndash533भारर सरकार मनिलक ए अमनायया मिका अमधमनयि ndash 2009 भारर सरकार नयी हदलली

एसरोमसए परोफसर िीईएसएम एनसीईआरटी नयी हदलली 110 016

मवजान-गीत सगीत की शमकत दारा मवजान का पभावी मशकषण

रहच वमात

हि कषक समाज की सवातहि क सवदनिील इकाइत ि हि कषक का कायत समाज म वषणो स सममानजनक रप स दिा जारा रिा ि एक हि कषक का कायत बिआयामी ि वि बचचो म छष पी िइत परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि िम सभी लोग यि भी मिसस कर रि ि हक समाज म स सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि इसहलए हि कषक हि कषा की गषणवतता कसौटी पर ि रथा इनक योगदान पर भी परशन हचहन लग रि ि उपरोzwjतर सदभत म हि कषको की जवाबदि की माग उठन लगी ि यहद िम हि कषको को उनक वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना ि रो हि कषा वयवसथा म ऐसा वारावरण बनाना िोगा जिा व सवय उततरदाहयतव लना पसद कर लहकन हि कषको की जवाबदिी सषदढ और सषहनहशच र करन स पिल उनक हलए एक वारावरण रयार हकया जाना चाहिए हजसका उललि इस लि म हकया गया ि यि लि हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया म हवजान गीरो क परयोग एव उनकी उपयोहगरा को परसरषर कररा ि अर यि सपषट कररा ि हक हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया को हवजान गीरो दारा कस रहचकर बोिगमय और सरस बनाया जा सकरा ि साथ िी यि लि यि भी दिातरा ि हक इन गीरो क माधयम स न हसफत वजाहनक रथयो क परहर समझ हवकहसर िोरी ि वरन मानवीय मलय एव अनय कषमराओ का भी हवकास िोरा ि जो बचच क सवाइगीण हवकास का आिार बनरी ि

हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया की जब भी बार चलरी ि रो एक मितवपणत हबदष सामन आरा ि और वि ि सहकरय भागीदारररा का चाि वि हकरयाकलाप क माधयम स िो हवचार-हवमित या हकसी परोजzwjतट पर कायत करर िए िो हवजान हि कषण का उदशय ि करक दिना और अनषभवो स सीिना य िबद िाका परसरषर करर ि एक आदित हवजान ककषा का

लहकन वसरषहसथहर इसस किी हवपरीर ि हवजान की ककषा मात अकषर जान की सीमाओ म बि कर रि जारी ि और वि भी बिद नीरसरापणत ढग स कारण अनक ि िर पकष की अपनी दलील एव अपनी समसयाए ि जस mdash सामगरी का अभाव समय का अभाव इतयाहद ि लहकन पररणाम एक िी ि और वो ि हवजान सीिन और समझन क परहर बचचो का रवया बोहझल िो जाना

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विजञान-गीत mdash सगीत की शवzwjतत दञारञा विजञान कञा परभञािी वशकषण 31

हवजान हिकषण-अहिगम को रहचकर बोिगमय और सरस कस बनाया जाए इस पर काम िोरा रिा ि इनिी परयासो म एक कडी और जषडी जब हवजान गीरो का हनमातण हकया गया हवजान-गीर zwjतया ि यि परशन उठना सवाभाहवक ि

कया ह मवजान-गीतहवजान-गीर स रातपयत ि हवजान की हवषय-वसरष को कहवरा पदाि या िषन क साथ हकसी गीर क रप म परसरषर करना याहन हवषय-वसरष क नीरसरापणत परसरषरीकरण को जीवर रप दना यि हवजान की हवषय-वसरष और सगीर कला का समनवय ि कला का सवय का सवभाव वजाहनक ि हवजान और सगीर दोनो िी एक वयवहसथर अधययन ि रो दोनो क समनवय का परभाव भी वजाहनक िोना सवाभाहवक ि सगीर क परभाव क बार म किन हक आवशयकरा निी ि महसरषक और मन दोनो िी इसस अछर निी रिर ि सजानातमक हवकास क साथ भावनातमक कलातमक एव सजनातमक हवकास इसका पररणाम ि अररः यि बचच क मनोवजाहनक सरर को परभाहवर करन का माधयम ि

एक रथय यि भी ि हक हबना भाषा क गीर का अहसरतव निी िो सकरा सभवरः भाषा का हवकास भी इसक परहरफल क रप म परकट िोना सवाभाहवक ि जो हक हिकषा वयवसथा की मषि बाए िडी एक चषनौरी ि िोि क आकड बरार ि हक उचच पराथहमक सरर रक बचच की भाषा पर पकड कमजोर नजर आरी ि रो यि माना जा सकरा ि हक हवजान-गीर वो सािन ि जो हवजान भाषा और कला को सीचरा ि जिा

भाषा और कला का मल िो विा ससकहर भी अछरी निी रिरी याहन िमारी सासकहरक िरोिर को जीवर रिन म हवजान-गीर कारगर भहमका हनभा सकर ि

मवजान-गीत का औमचतय िकीकर म यहद दिा जाए रो हवदालयो म परयोगिाला एव अनय सषहविाओ का सरर कइत बार सरोषपरद निी िोरा ि इसी का नरीजा ि हक हवजान को पढन-पढान की कला बिद नीरस ररीक स हकराबो क अकषरो को बाचन एव उनको हसफत समरण कर लन रक सीहमर िो जारी ि इसका पररणाम िमस छष पा निी ि िोि इिारा करर ि हक बचचो म हवजान हवषय क परहर भय एव अरहच रिरी ि

अहिगम परहकरया की मल जररर ि हिकषण हवहियो म हवहविरा एव नवाचार िमार परयास रिर ि हिकषण हवहि क उन नवाचरो की ओर जो बचच को आनदमयी अनषभहर क साथ सीिन की परहकरया

कला हवजान

सगीर

हवजान सगीर

पराथमिक मिकषक जलराई 201832

स जोड सक और परररर कर सक हवजान गीर ऐसी िी अनषभहर का उदािरण ि

वहदक काल का समरण कर रो पाएग हक शवण हकरया म हिषय को गषर दारा समपरहषर जान का एकागररापवतक शवण करना िोरा था राहक अगल पद क हलए सवय को मानहसक रप स समथत बना सक गषर दारा हकए गए वाचन का सवरप सगीरमय िोरा था सभवरः यि हिषयो की एकागररा एव रहच बनाए रिन का परयास िोरा था

ककषायी अनभव उचच पराथहमक सरर पर बचच िारीररक मानहसक और मनोवजाहनक हवकास की मितवपणत हसथहर स गषजर रि िोर ि उनकी अपनी सोच अपनी इचछाए जगि लन लगरी ि साथ िी हसथहर िोरी ि असमजस की मन चािरा ि िलन-कदन गान-गषनगषनान कष छ मजदार करन को लहकन हकराबो स दोसरी मजबरी लगन लगरी ि साथ िी चारो ररफ स हमलन वाल हदिा हनददिो क बीच एक दबाव मिसस िोन लगरा ि ऐस म सगीर एक औषहि स कम पररीर निी िोरा वस भी सगीर को रनाव दर करन का सबस कारगर उपाय माना गया ि यहद ऐस म पढन-पढान क ररीको म सगीर को एक माधयम बना कर उपयोग हकया जाए रो zwjतया बचचो की अनचािी और हबन-बषलाई समसयाओ स लडा निी जा सकगा यि रो िम सभी जानर ि हक हवषय वसरष का परसरषरीकरण मायन रिरा ि

कष छ हवजान-गीरो क हनमातण क दारा इसी सोच को रप हदया गया अकसर दिा गया ि हक वजाहनक िबदावली याद रिना एक चषनौरी बन जारी ि ककषा

6 7 एव 8 क हवजान की चषहनदा हवषय-वसरष पर कष छ गीरो को रचा गया ि िबदो का चयन इस सरर क अनषरप िी रिा गया राहक सदि बोिगमय िो िषन का चयन भी इसी आिार पर हकया गया जो सरल और सषगम िोन क साथ बोिगमय भी िो राहक उनि कोई भी बचचा गा और गषनगषना सक और हवषय-वसरष को भावपवतक परसरषर कर सक zwjतयोहक मषखय उदशय हवषय-वसरष की समझ बनाना ि अरः गीरो को सदिो क साथ जोडा गया ि जो वाचन मनोरजक नाटक धवहन परभाव इतयाहद दारा परसरषर हकए गए हवजान क साथ मलय भी जषड ि इन गीरो को मानवीय मलयो स भी जोडन का भी परयास हकया गया ि

हिदी और अगरजी दोनो भाषाओ म गीरो का हनमातण हकया गया इन गीरो का मलयाकन भी हिकषको और बचचो क बीच म हकया गया सयोग स इन गीरो क गायक भी अहिकािरः हवजान क छात रि हजनक अनषभव किर ि हक ऐस गीरो का हनमातण सीिन की परहकरया म वसरषरः सिायक ि

महदी गीतधातरओ स पहचान यि गीर आिाररर ि िारषओ क भौहरक गषणिमणो पर इसक माधयम स बचच जान सक ग हक िारषओ की शणी म आन वाल पदाथणो म कष छ िास गषण िोर ि हजनस उनकी पिचान की जा सकरी ि इन गषणो क हलए हविष िबदावली भी ि य िबद उचचारण की दहषट स हzwjतलषट पररीर िोर ि जस आघारवितनीयरा एव रनयरा गीर की सरसरा क माधयम स इनक उचचारण को सरल बनान का परयास ि

विजञान-गीत mdash सगीत की शवzwjतत दञारञा विजञान कञा परभञािी वशकषण 33

गयी उनिोन गीर क माधयम स zwjतया सीिा कष छ परशनो क माधयम स इसका उततर ढढा गया उनि गाना zwjतयो पसद आया जानन की कोहिि की गई कौन स भाग उनि कम पसद आए और zwjतयो इस पर भी चचात िई गीर म आई वजाहनक िबदावहलयो पर चचात की गई इसी पररचचात स हिकषण हबदषओ को हनकालर िए हवजान क जान को जोडा गया एक अचछी बार यि थी हक इस परी परहकरया क दौरान बचचो की भरपर भागीदारररा और हजजासा दिन को हमली

गीतो का उपयोगगीरो का उपयोग भी अपन आप म चषनौरीपणत ि zwjतयोहक उदशय हवजान क परहर समझ का हवकास करना ि हजरनी सजनातमकरा गीरो क हनमातण म लगी ि उरनी िी गीरो क उपयोग म भी वाहछर ि िर गीर का परसरषरीकरण हवषय वसरष की जररर क अनषसार हनिातररर करना िोगा जस mdash परसरावना क रप म मािौल बनान क हलए कहठन िबदो क उचचारण क हलए हवषय वसरष क सरलीकरण क हलए इतयाहद

इसी क साथ जररी निी गीर एक िी बार म परा बजाया सषनाया जाय इस छोट-छोट टषकडो म बाट कर अलग-अलग गहरहवहियो क साथ भी सोचा जा सकरा ि जस कोई िल हिलार समय या कोई हकरयाकलाप करार समय भी गीर बजाया जा सकरा ि गीरो क साथ अनय गहरहवहिया जोडी जा सकरी ि जस mdash गीर पर मयहज कल चयर िल हिलाया जा सकरा ि कीडयास पर गीर को रोका जा सकरा ि और बीच म उस पर चचात की जा सकरी ि बचचो को गीर हलिन क हलए परोतसाहिर हकया जा सकरा ि हवदालय क वाहषतकोतसव म इन गीरो पर कायतकरम

धातओ स पहचान

अपन चारो ओर दिो हकरनी िारषएपिचान कर िम कस कौन सी ि िारषए

रग अनोि इनक दिो कस हदिरी ि िारषएकोई सलटी (हजक) रो कोई लाल (राबा) कोई

पीली ि िारषए (सोना)ठोस रिव या गस हकस अवसथा म ि िारषए

सच बराए रो जयादारर कठोर अवसथा म ि िारषएचमक स दिो कसी हनिरी ि य िारषए

िाहतवक चमक क कारण िी सरािी जारी ि िारषएरनयरा क गषण को समट ि िारषए

रभी रो रारो क जजाल को बना पारी ि िारषएआघारवितनीयरा ि पिचान हजनकी विी ि िारषए

चादरो म फली छटा ि इनकीऐसी िबसरर ि िारषए

राप व हवदषर स दोसरी भी जोड िए ि िारषएइन दोनो क परवाि को भी झलरी ि िारषए

और पिचान zwjतया कराए गषणो की िान ि य िारषएिमार जीवन को सषगम व सरल बनारी य िारषए

अपन चारो ओर दिो हकरनी िारषएपिचान कर िम कस कौन सी ि िारषए

इस गीर को ककषा म अनक गहरहवहियो क साथ परसरषर हकया गया सबस पिल बचचो को गीर सषनान क हलए मािौल बनाया गया उनि गीर क साथ राली बजान टबल पर राल दन और साथ गषनगषनान क हलए परररर हकया गया राहक व गीर क साथ जषड सक इस परकार गीर क बाद चचात परारभ िई हजसम सगीर हवजान मलयो पर उनकी राय मागी

पराथमिक मिकषक जलराई 201834

पररणादायी िोगा जो दि निी सकर लहकन गषनगषना सकर ि zwjतलीवलि मयहजयम ऑफ नचषरल हिसटी (Cleveland Museum of Natural History) न गीरो क हनमातण की इस हवहि का परभाविाली उपयोग उचच सरर क हवदाहथतयो क साथ हकया यि हवहि मलयाकन िरष भी उपयोग म लायी जा सकरी ि

गषनगषनाए गए िबद कभी न भलन वाल अनषभव बन जार ि और यिी हवजान गीरो क साथ सभव ि सकषप म कि रो इस अनषपरयोग स सभवरः उन समसयाओ का समािान िम ढढ सक ग जो वयाविाररक जान को हवजान स जोडरी ि पढाई जो बोझ मिसस िोन लगरी ि उस गीरो क माधयम स कणतहपरय बना कर एक पथ दो काज की किावर चररराथत कर सक ग अरोगतवा हवजान क परहर समझ हवकहसर िोन क साथ िी सवाइगीण हवकास क अवसर परदान कर सक ग

परसरषर हकए जा सकर ि आईसीटी का चलन हिकषा जगर म सरािनीय भहमका हनभा रिा ि इन गीरो का परसरषरीकरण चलहचतो क दारा परभाविाली रप म हकया जा सकरा ि

हवजान म परोजzwjतट हवहि सरािनीय ि रो zwjतयो न एक परोजzwjतट मिषर सवर लिररयो को हदया जाय बचच िषद हकसी हवषय को चषनकर उस पर गान क बोल और िषन बनाए सभवरः इस कायत क हलए हवषय का गिरा जान और समझ जररी ि हवषय वसरष स सबहिर जानकारी व सवय एकहतर कर बोल बनाएग रथा इसकी ररकॉहिइग भी िषद िी कर सकर ि यि एक नए कौिल क हवकास म भी सिायक िोगा इस परहकरया म हवषय क परहर समझ एव पयातवरण स उसका सबि समझ पान म उनि सिायरा हमलगी इस परकार का पररयोजना कायत ऐस हवदाहथतयो क हलए

सदभष एनसीईआरटी 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदललीmdashmdashmdash 2017 lsquoमजान गरीत िजररीrsquo उचच पराथहमक सरर Audio DVD एनसीईआरटी दारा हनहमतर नयी हदललीmdashmdashmdash 2017 lsquoसाइनस िलरोडरीजrsquo उचच पराथहमक सरर Audio DVD एनसीईआरटी दारा हनहमतर नयी हदलली

अधयामपका आईआईटी नसतरी सकल नयी हदलली 110 016

भाव मानहसक हसथहर को परभाहवर करन वाल िोर ि रथा िारीररक या मानहसक उततजना क समय सदा हकरयािील िोर ि जहवक या मनोवजाहनक पररको की ररि भाव वयविार को हकरयािील एव हनददहिर कर सकर ि भावातमक वयविार अहभवयहzwjतर और मानहसक परहरहकरयाओ का परसपर हमशण ि मनोभाव का िारीररक पकष हवहवि िारीररक गहरयो जस mdash हकनिी हविष गरहथयो क साव रzwjतर पररभरमण म रीवररा रीवर हदय सपदन आहद म परकट िोरा ि विी दसरी ओर मानहसक भाव करोि भय दषि और आनद म फहलर िोर ि इसहलए यि आवशयक ि हक इनि हनयहतर हकया जाना चाहिए हजसक हलए बचचो को भावातमक हसथररा हवकहसर करन क हलए हकरयाए करवानी चाहिए उनि भावातमक रप स अवशय पररपzwjतव िोना चाहिए भावातमक पररपzwjतवरा का रातपयत यि निी ि हक जीवन म भावनाओ और मनोभावो का अभाव िो भाव जीवन क पररक ि और जीवन को जीवन क योय बनार ि परसरषर लि म बचचो क भावातमक हवकास पर चचात की गयी ि

भाव िबद अगरजी क इिरोिन िबद का हिदी रपाररण ि इिरोिन िबद की उतपहतत लहटन भाषा क इिरोमयर स िई ि भावो स आिय महसरषक की उस अवसथा स ि जो वयहzwjतर को उततहजर कर दरी ि और रब उस पर भाव का परभाव पडरा ि और वयहzwjतर उततहजर िो जारा ि जब िम बचचो म भावातमक हव कास की बार करर ि रो पार ि हक बचच अनक हवहभनन भावातमक परहरहकरयाए वयzwjतर करर ि कई बार व उततहजर और उललाहसर िोर ि रो कभी दषिी

और उदास िोर ि और कभी हकसी कषण व करोि परदहितर करर ि भावातमक वयविार अहभवयहzwjतर और मानहसक परहरहकरयाओ का परसपर हमशण ि भावातमक अहभवयहzwjतर का मानहसक पकष हविषकर मानहसक भावो जस mdash करोि भय दषि और आनद म फहलर िोरा ि भावो का िारीररक पकष हवहवि िारीररक गहरयो जस mdash हवहिषट गरहथयो स साव रzwjतर पररभरमण की रीवररा रीवर हदय सपदन पसीना आना आहद म अहभवयzwjतर िोरा ि

भावातमक मवकास

पनम

6

पराथमिक मिकषक जलराई 201836

भावातमक मवकास का करम यहद िम सकल जान वाल हकसी बचच क भावो को समझना ि रो उसक आरहभक वषणो क भावातमक हवकास पर हवचार करना आवशयक ि कभी-कभी िम दिर ि हक नवजार हििष इस ररि वयविार करर ि जस व हिसक रप स उततहजर ि इस परकार क उतसािी वयविार का अथत उसक भावो की रीवररा स ि हजसका रातपयत यि ि हक आरहभक काल क अनषभव भी उरन िी रीवर िो सकर ि हजरन हक वहधि क बाद की अवसथा म

बचच हवकास क दौरान परचषर और हवहवि भावातमक अनषभव परापर करन म सकषम िोर ि जनम स 2 वषत रक की आयष म बचच को हवहवि अनषभव परापर िोर ि इसी समय वि अनक भावातमक अनषभवो स िोकर गषजररा ि जो जीवन क परहर उसक दहषटकोण को परभाहवर करर ि

मषखयर जनम क समय सामानय उततजनाए मषखय रप स उसकी भि और सषहविाओ स सबहिर िोरी ि लहकन 2ndash3 मिीनो क बाद बचचा उललास क साथ वयथा क हनहशचर सकर परकट करन लगरा ि और 6 मिीन रक हवहभनन परकार क परोतसािनो क अनावर िोन क साथ बचचा भावो की अनय घटनाओ जस mdash अपन कषट या असषहविाओ को परकट करन लगरा ि उसम भय हनरािा और करोि हवकहसर िो जार ि अपनी आवशयकराओ की सरषहषट स उस परसननरा हमलरी ि और जब रक वि एक वषत परा कररा ि उसकी यि परसननरा अपन आपको परम स हभनन कर लरी ि इस परकार स जस-जस बचचा बढरा ि वि अनय लोगो की

भावनाओ को पिचानन लगरा ि और उनक परहर सपषट रप स परहरहकरयाए वयzwjतर करन लगरा ि इस परकार स बचच अपनी कषमरा क अनषसार भावातमक भावो को वयzwjतर करन क हल ए हवकास सबिी बदलाव परकट करर ि

बाल भावो क लकषण bull भावो की िारीररक अहभवयहzwjतर िोरी ि व

करोि स आगबबला िो जार ि और भय स जड िो जार ि

bull परतयक काल म भाव परकट िोर ि जब बचच को कषषबि हकया जारा ि रो वि करोहिर िो जारा ि

bull भाव हवसरर िोर ि िर का भाव बचचो म सामानयर जागर िो िी जारा ि हजस समापर हकया जा सकरा ि

bull भाव का एक अनय लाकषहणक गषण उसकी सरररा ि लहकन बचचो क भाव अलपकालीन एव पररवरतनिील िोर ि भावो की पररवरतनिीलरा की परकहर एक भाव क अनय भाव म रीवर बदलाव म हनहिर रिरी ि उदािरण क हलए िसी स आसषओ म करोि स मषसकष रािट और ईषयात स परम म

bull बचचो क भाव रीवर िोर ि बचचो म भावो क सिसा परसफोटन की परवहतत िोरी ि उदािरण क हलए यहद कोई बचचा रोरा ि रो वि बिर जोर स रोरा ि और आसानी स सभलरा निी ि

bull भाव सजनातमक भी िोर ि रथा हवनािातमक भी

बचच िसर ि रोर ि भय करोि और परम भी परकट करर ि इन भावातमक अहभवयहzwjतरयो क माधयम स बचच अनय वयहzwjतरयो स अपनी बार किन म सकषम िोर ि साथ िी अपन वरतमान

भावातzwjमक ववकास 37

भावो आवशयकराओ और इचछाओ की सचना उन रक पिचा सकर ि मषसकष रािट हिकन और करोि क परसफोट अनक सामाहजक कायत करर ि यिी भावातमक अहभवयहzwjतर सामाहजक सबि बनान म सिायरा कररी ि भावातमक परदितन क दारा हििष और छोट बचच अपनी इचछाओ और आवशयकराओ को सपरहषर कर सकर ि हकसी वयहzwjतर क भावातमक हवकास का उसकी िषिी पर गिरा परभाव पडरा ि

मनोभाव सजनातमक िोर ि और हवनािातमक भी य वयहzwjतर को बचन या हचहरर करर ि रथा जीवन म उतसाि भी भरर ि हििष पालन क अभयास का उदशय ऐस वयहzwjतरयो को रयार करना ि जो ददत दषि और हनरािा का सामना कर सक zwjतयोहक जीवन म इनस बचा निी जा सकरा मनोभाव बचच को अानद का रसासवादन करन म सिायरा करर ि जो अपन जीवन काल म हज दगी स हमलरा ि

बालयकाल क सामानय मनोभावभय भय हकसी िररनाक हसथहर स सवरकषातमक पलायन ि मनोवजाहनको और जीव वजाहनको दोनो न िी भय का अचछी ररि स अधययन हकया ि उनक अनषसार भय क दो मौहलक सोर ि पिला रीवर धवहन की आकहसमकरा स भय जागर िो सकरा ि यि भी दिा गया ि हक अचानक राली बजान स भी हििष िर जार ि दसरा अचानक हगरन या सिार क िोन स भय उतपनन िो जारा ि बचच अिकार स भी िरर ि लहकन यि िर सीिा िआ िोरा ि इस परकार का

भय अनषकहलर भय किलारा ि मतयष या गभीर रोग या हनितनरा आहद क अहिकाि भय गलर परहिकषण क कारण कवल जीवनकाल म सीिर ि बिर बार यि भी दिा जारा ि हक अपनी बार मनवान क हलए मारा-हपरा िरावनी चीजो जस भर या अिकार क बार म बार करक अपन बचचो को िरार ि इस परकार क परहिकषण का बचचो पर अतयहिक नकारातमक परभाव पडरा ि

छोट बचचो म भय हवहिषट निी बहलक एक सामानय पररघटना ि यथासमय हकसी वसरष लोग या हसथहर क बार म यि अहिक हवहिषट बन जारा ि मलर उनका भय अिमनयवादी िोरा ि सकल-पवत क वषणो म बचचा सामाहजक अपयि और परहरषठा क नाि स िरन लगरा ि और अिकार का भय पराय अकल िोन क भय स जषडा िोरा ि यि िर अकला छोड हदए जान का या पररतयाग हकए जान का ि

ििवकाल और लगभग पिली ककषा क समय क बीच अहिकाि बचच पिषओ स िरर ि लहकन िीर-िीर अपन पयातवरण म पिषओ स पररचय िोन क बाद यि िर कम िो जारा ि

पम बचच क सामानय हवकास क हलए परम की मिरी आवशयकरा ि वि परम करना और परम पाना चािरा ि वि इस ससार म दसरो पर पणतर हनभतर िोकर आरा ि कष छ िद रक उसकी यि हनराशयरा उसकी िहzwjतर ि zwjतयोहक यि दसरो को उसकी रकषा और दिभाल क हलए परररर कररी ि बचच की दिभाल करन क इसी भाव क कारण मारा (पररवार क अनय सदसय भी बचच को हिलारी-हपलारी ि और उस लाड-दषलार दरी ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201838

मारा दारा उसकी यि दिभाल उसक परम को परभाहवर कररी ि परम की भावनाए परसपर िोरी ि मारा-हपरा को अपन बचचो क परम की आवशयकरा िोरी ि और बचचो को भी अपन मारा-हपरा का पयार चाहिए िोरा ि परम सषि की परहरहकरया ि बचच का वयहzwjतर या वसरष क परहर परम उसक साथ अपन सबि स परापर िोन वाल सषि की अनषभहर क कारण उतपनन िोरा ि

परम का भाव बचच क वयहzwjतरतव क हवकास म अतयर मितवपणत भहमका का हनवाति कररा ि हजस बचच क परम का मनोभाव पणतर सरषषट िोरा ि वि भायिाली िोरा ि और उसक वयहzwjतरतव का सवसथ ढग स हवकास िोरा ि लहकन दषभात यवि जो बचच परम स वहचर रि जार ि व मानहसक दषबतलरा क साथ कमजोर वयहzwjतर या अहवकहसर वयहzwjतर बनकर रि जार ि पररष यि भी उरना िी सतय ि हक मारा-हपरा का आवशयकरा स अहिक परम बचचो क जीवन म कई परकार की कहठनाइया उतपनन कररा ि एक सीमा स अहिक परम बचचो को पररवार पर अतयहिक हनभतर बना दरा ि इस परकार हकसी भी परकार क आतमहवशवास क अभाव म बचचा वासरहवक और सच का सामना निी कर सकरा इसक सा थ िी वि वयाविाररक जीवन क पररवि म अपन आपको ढाल पान म असमथत िो जारा ि मारा-हपरा को अपन बचचो को परम करन म सरषलन क परहर साविान रिना चाहिए

बचच क हलए सचच परम का अथत ि हक उसको सवीकार कर हलया गया ि हजस बचच को सवीकार कर हलया जारा ि वि सभी परकार क िर स मषzwjतर िो जारा ि वि चीजो क साथ परयोग करन का िोजन गलहरया करन और परहकरया म सीिन म सकोच का

अनषभव निी कररा वि हकसी िराररपणत कतय या अवजा क कतय म िरा िआ अनषभव निी कररा मारा-हपरा का बचच क परहर परम हजरना अहिक सचचा िोगा उरनी िी अहिक बचच म अनय लोगो को परम करन की परवहतत बढगी

करोध करोि को कषट और ितषरा क परबल भाव क रप म पररभाहषर हकया जारा ि करोि का परसफोटन हिसक िोरा ि जो या रो सवय क परहर या दसरो क परहर िोरा ि ििवकाल स िी बचचा करोि परकट करन म सकषम िोरा ि सामानयर बचचा जब भिा िोरा ि या कोई परिानी िोरी ि रब िी वि करोि परकट कररा ि जस-जस बचच की मानहसक और पररक योयराए पररपzwjतव िोरी जारी ि रो उसक करोि को परोतसाहिर करन क अवसर बढ जार ि जस जब कोई भी वयहzwjतर या बार जो उसकी गहरहवहियो म हवघन िालर ि या उसकी परहरषठा योजनाओ इचछाओ या हवचारो म िसरकषप करर ि जब बचचा दषबतल थका िआ या भिा िोरा ि रब उस िीघर करोि आ जारा ि मारा-हपरा या हिकषक दारा अतयहिक या अनावशयक हनयतण भी कभी-कभी बचच को करोहिर कर दरा ि

बचच क करोि की परवहतत अलपकाहलक िोरी ि एक करोहिर बचच को आसानी स िार हकया जा सकरा ि और उसको सामानय वयविार म पषन लाया जा सकरा ि करोि को पराय िी हवसथाहपर हकया जारा ि इसका अथत ि हक कभी-कभी करोि का कारण बडा िो सकरा ि और उस रषचछ कारण क सबि म अहभवयzwjतर हकया जा सकरा ि उदािरण क हलए बचचा मारा-हपरा क िाटन पर करोहिर िो

भावातzwjमक ववकास 39

सकरा ि लहकन कष छ समय रक िार बना रिरा ि और बाद म हकसी अनय गहरहवहि जस हिलौन फ कन क दारा अपना करोि परकट कररा ि िारीररक रप स हवकर बचचो या हजनको सीिन या समझन म कोई कहठनाई ि व थोड स भी उकसान पर करोहिर िो जार ि

िसरकषप क हवरधि बचच का हवरोि कभी-कभी नकारातमकरा का रप िारण कर सकरा ि सभी सामानय बचच मारा-हपरा की सलाि को अनसषना करक या वि जो उनको करन क हलए किा जारा ि उसक ठीक हवपरीर करक परहररोिातमक वयविार परदहितर करर ि करोि की अहभवयहzwjतर रोना या िलकी रानबाजी म िो सकरी ि जब बचचा बडा िो जारा ि रब वि अपन करोि को परकट करन क हलए कोसन गाली-गलोच करन या कष छ हवकट पररहसथहरयो म अपन-आपको चोट पिचा सकरा ि छोट बचच अपना करोि सामानयर बडो क साथ सियोग करन स मना करक अहभवयzwjतर करर ि कष छ अनय उन लोगो क परहर बदल या घणा की भावना हवकहसर कर लर ि जो उनको करोि न हदलार िो

करोि एक हवनािकारी मनोभाव ि यि महसरषक को अिार कर दरा ि और वयहzwjतर को अपनी पणत योयरा म कायत निी करन दरा इसकी हवनािकारी परवहतत स जीवन म सामजसय की कहठनाइया उतपनन िोरी ि लहकन इसक कष छ सकारातमक पकष भी ि यि ऊजात का िहzwjतरिाली सोर ि करोिी वयहzwjतर अपन परहर हकए गए सभी परकार क अनयाय का हवरोि करर ि व िोषण भरषटाचार और सामाहजक बषराइयो का परहरकार करर ि

रिरोध करो कस मनयमरित करकरोि आिारभर मनोभाव ि इसहलए इसकी उपहसथहर अवशयभावी ि लहकन हनहशचय रप स इस मनोभाव को पयातपर ढग स करन क ररीक ि mdash

bull बचचो को आतमहनयतण हवकहसर करन की हिकषा दी जानी चाहिए

bull करोि को परोतसाहिर करन वाल पररको को पयातवरण स समापर कर दना चाहिए

bull मारा-हपरा व हिकषको को बचचो क परहर सिानषभहरिील और समझदार िोन की आवशयकरा ि और उनि बचचो की आवशयकराओ को परा करन की हसथहर म िोना चाहिए

bull िल म भाविाहर की कषमरा िोरी ि इसहलए िल बचचो म करोि को हनयहतर करन म अतयहिक परभाविाली ि

bull बचचो को रनाव स और हनररर कायत स दर रिना चाहिए

bull छोट बचचो को आदि निी दना चाहिए bull बचच का आतमसममान बनाए रिन क हलए

उसकी परिसा कर

ईरयाया ईषयात एक सवतवयापी मनोभाव ि यि करोि की िी अपवहधि िोरी ि सामानयर यि हवशवास हकया जारा ि हक इस हविष मनोभाव को 2 वषत की आयष म भी अनषभव हकया जारा ि ईषयात रोष का दहषटकोण ि जो दसरो क परहर िोरा ि ईषयात को सामाहजक हसथहरया जनम दरी ि जस mdash जब मारा-हपरा हकसी अनय म अहिक रहच लर ि और उस पर अहिक धयान दर ि रो बचच को ईषयात िोरी ि ईषयात क कई कारण

पराथमिक मिकषक जलराई 201840

िो सकर ि उदािरण क हलए अचछ कपड परीकषा या िल म उपलहबिया उचच सामाहजक-आहथतक परहसथहर हिलौन हिकषक दारा ककषा म अहिक धयान दना दसरो म ईषयात पदा कर सकरी ि ईषयात उगर रप म अतयहिक हवनािकारी िोरी ि एव ईषयात बचचो को बालसषलभ वयविार की ओर ल जा सकरी ि व अवनहर क हचहन परकट कर सकर ि जस mdash अगठा चसना हबसरर पर पिाब करना आहद कभी-कभी उनम ईषयात दसर बचचो स झगडन हचढान िरान-िमकान म हदिाई पडरी ि या अवाछनीय हटपपहणया करन म परकट िोरी ि ईषयाया करो कस मनयमरित कर

bull घर एव हवदालय का वारावरण अनषकल और सिायक िोना चाहिए मारा-हपरा एव हिकषक का उन बचचो क परहर अतयहिक सिानषभहरपवतक दहषटकोण रिना चाहिए हजनि समजन की कहठनाई िोरी ि हजसस हक व कभी असषरहकषर या अपहकषर मिसस न कर

bull बचचो को अनषहचर परम या सनि निी दना चाहिए मारा-हपरा एव हिकषको को बचचो क परहर वयविार म और हिकषा म हनषपकष दहषटकोण हवकहसर करना चाहिए

bull बचचो को बिर आरभ स िी िार या असफलरा को गररमा क साथ सवीकार करन क हलए हिहकषर हकया जाना चाहिए असफलरा पर काब पान क हलए उनको नवीन ऊजात क सचयन क हलए उतसाहिर भी हकया जाना चाहिए

आकामकता आकरामकरा को सामानयर उस वयविार क रप म पररभाहषर हकया जारा ि हजसका परयोजन दसरो को िारीररक मानहसक या वयहzwjतरगर कषट पिचान या

सपहतत को नषट करना िोरा ि इसका उदशय मलर दसरो को कषट पिचाना ि मल रप स आकरामकरा दो परकार की िोरी ि एक ितषरापणत आकरामकरा िोरी ि जो दसर को चोट पिचान क एकमात उदशय स की जारी ि दसरी सिायक आकरामकरा िोरी ि हजसका उदशय पीहड रो को पीडा न िोकर लाभ परापर करना िोरा ि लहकन ितषरापणत और सिायक आकरामकराओ की परहरहकरयाए सषसपषट निी िोरी बचचो म आकरामक परहरहकरयाए िारीररक या िाहबदक िो सकरी ि या नरम या उगर िो सकरी ि बचच पराय करोि का हिसक परसफोट परिार करक काटकर लार जमा क घसा मार क िzwjतका मारकर या िीचरान करक परकट करर ि आकरामकरा सीिी िई परहरहकरया िो सकरी ि यि परकषण क दारा या नकल उरारकर सीिी जा सकरी ि बचच बिर िी कम आयष म अपनी माग मनवान क हलए आकरामकरा का वयविार सीि जार ि और सचचाई यि ि हक हजरनी अहिक बार यि परबहलर िोरा ि उरनी िी अहिक बार यि परदहितर हकया जा सकरा ि

भावातमक मवकास क मलए मवदालय और घर म कया-कया कर सकत ह

bull हिकषक और मारा-हपरा बचचो स बारचीर कर bull बचचो क हलए हिलौन बनाए व िल bull पयार का वयविार कर bull बािर घमन ल जाए व आस-पडोस की जानकारी द bull मारा-हपरा को समझाए हक बचचो को भरपर

पयार द bull हवदालय म ऐसा मािौल बनाए हक बचच दसर

बचचो स हिलहमल कर रि bull बचचो की कषमरा क अनषसार हकरयाए कराए

भावातzwjमक ववकास 41

bull हविष आवशयकरा वाल बचचो को भरपर पयार द रथा उनि उनकी जररर क अनषसार चीज उपलबि करवाए उनि आभास हदलाए हक व भी अपना कायत सवय कर सकर ि मारा-हपरा को समझाए हक व इन बचचो को सवीकार कर और उनि घर की गहरहवहियो म िाहमल कर

bull बचचो को वयसर रि bull उनि सवय करक सीिन क अवसर द bull बचचो क साथ सभी तयोिार िसी-िषिी मनाए bull बचचो को अपनी भावनाओ को वयzwjतर करन का

अवसर द उनकी बार धयान स सषन और बीच म टोका-टाकी न कर उनि िाट निी

बचचो म भावातमक हवकास िो इसक हलए हवदालय म सषहविाए िोनी चाहिए जस mdash हिहकषका बचच को हमटटी क िल किानी का अहभनय करना लय व राल पर नाचना गषहड या का िल जस कालपहनक िल मक अहभनय फल-पतती टिनी आहद स मनपसद आकहर बनाना चॉक स सलट या फित पर आकहर बनाना जसी गहरहवहिया करवा सकरी ि

सदभषवमात परीहर 1979 बाल मकास दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदलली िमात उषा 2017 पल या बालयासरा दखभाल मिका दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदललीmdashmdashmdash 2017 बाल मकास क आयाि दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदलली

नसयाररी अधयामपका आईआईटी नसतरी हवदालय नयी हदलली 110 016

बचच क मनोहवजान को समझर िए हि कषण अहि गम की वयवसथा करना रथा उसकी अहि गम सबिी कहठ नाइयो को दर करना बाल क हरि र हि कषण किलारा ि बाल क हरि र हि कषा क अरगतर बचच की रहच यो परवहतत यो रथा कषमराओ को धयान म रिर िए हि कषा परदान की जारी ि जब िम बचचो को बाल क हरि र हि कषा परदान करर ि रो हि कषण अहि गम रहचकर िो जारा ि इसी हवषय पर आिाररर ि परसरषर लि

हिकषा बचच की मल परवहततयो पररणाओ और सवगो पर आिाररर िोनी चाहिए राहक उनकी हिकषा को हदिा दी जा सक बचचो की िारीररक व मानहसक योयराओ का अधययन करक हफर उनकी हवकास म मदद करनी चाहिए जस यहद कोई बचचा मानहसक या िारीररक रप स कमजोर ि या आपराहिक गहरहवहियो स जषडा ि रो पिल उसकी उस कमी को दर हकया जाना चाहिए कष छ हिकषक मनोवजाहनक जान क अभाव म बचच मार-पीट कर ठीक करन की कोहिि करर ि पररष इस ररि का वयविार हसथहर को और िराब कर दरा ि

एनसरीएफ 2005 क अनषसार हिकषा का लकय बचचो क सकली जीवन को उसक घर आस-पडोस क जीवन स जोडना ि इसक हलए बचचो को सकल म अपन बाल अनषभवो क बार म बार करन का मौका दना चाहिए उस सषना जाना चाहिए राहक बचच को

लग हक हिकषक उसकी बार को सषन रिा ि िर बचच म अपनी कषमराए और कौिल िोर ि हजनि सकल म वयzwjतर करन का मौका दना चाहिए जस mdash सगीर कला नाटय हचतकला नतय एव परकहर क परहर अनषराग इतयाहद

पराचीन काल म हि कषा का जो सवरप था और वरतमान म हि कषा का जो सवरप िम दिर ि उन दोनो म बिर अरर ि जॉन ियवी क अनषसार हि कषा वयहzwjतर की उन सभी योयराओ का हवकास ि हजनक दारा वि अपन वारावरण पर हनयतण करन की कषमरा परापर कररा ि और अपनी सभावानाओ को पणत कररा ि िल-िल म बचचो की रहच यो परवहतत यो रथा कषमराओ को धयान म रिर िए हि कषा परदान करना और बचचो की अहि गम कषमरा को बढाना उनकी अहि गम सबिी कहठ नाइयो को दर करना बाल क हरि र हि कषण ि बाल क हरि र हि कषा म बचच

7

बाल क मरि त मश कषा तथा पगमतशील मश कषा

सषनना हमततल

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 43

क हलए हवषयवसरष सरल िो जारी ि रथा हि कषक बचचो को परिान मनार ि हजसकी वजि स हि कषा का मितव बढ जारा ि बाल क हरि र हि कषा म बचचो को वयाविाररक और सामाहजक हि कषा दी जारी ि हि कषा मनषषय क वयविार म पररवरतन लारी ि यि बचच क वयविार म ऐस पररवरतन लारी ि जो बालक क जीवन म उहचर िोर ि अगर िम पराचीनकाल की हि कषा परणाली की बार कर रो बचच क हदमाग म जान की सामगरी को ठस दना िी हि कषा िोरी थी लहकन वरतमान समय म बचच क सवाइगीण हवकास पर बल हदया जारा ि बचच क सवाइगीण हवकास म उसका िारीररक हवकास सामाहजक हवकास मानहसक हवकास सवगातमक हवकास आहद सभी पकष िाहमल िोर ि

आिषहनक हि कषा पधिहर बाल क हरि र ि आज यहद िम हनजी हवदालय की बार कर रो पार ि हक बचचो क अनषसार हि कषको को हनयषzwjतर हकया जारा ि अथातर जो अधयापक बचचो को उहचर पधिहरयो का परयोग करक हि कषण करार ि बचच उनि अधयापको को पसद करर ि इस वयवसथा म परतयक बचच की ओर अलग स धयान हदया जारा ि वयाविाररक मनोहवजान म वयहzwjतर यो की परसपर हवहभननराओ पर परकाि िाला जारा ि हजसस यि सकर हमला ि हक हि कषक िर एक हवदाथथी की हविषराओ पर धयान द व उनक हलए परबि कर

आज क अधयापक को कवल हि कषा व हि कषा पधिहर क बार म िी निी बहलक हवदाहथत यो क बार म भी जानना िोरा ि zwjतयोहक आिषहनक हि कषा हवषय परिान या अधयापक परिान न िोकर बाल परिान

अथवा बाल क हरि र ि यिा यि मितव का हवषय ि हक बालक क वयहzwjतर तव का किा रक हवकास िआ ि इसहलए िम हि कषा मनोहवजान का जान िोना अहरआवशयक िोरा ि हिकषा कषत हिकषक को यि बरारा ि हक बचचो को zwjतया पढना ि पररष समसया यि ि हक उनि पढाना कस ि इस समसया को सषलझान म बाल मनोहवजान हिकषक की सिायरा कररा ि बाल हवजान सीिन की परहकरया हवहियो मितवपणत कारको अचछी या बषरी दिाओ आहद रतवो स पररहचर करवारा ि इसक जान स बचचो को सीिन म सिायरा परापर िोरी ि

बाल क हरिर हिकषा म बचचो क परयोग एव अनषसिान की ओर आकहषतर करन क हलए मनोहवजान का सिारा हलया जारा ि नई-नई पररहसथहरयो म नई-नई समसयाओ को सषलझान क हलए हिकषक को अलग-अलग परयोग करन चाहिए उसस हनकलन वाल हनषकषणो का उपयोग करना चाहिए छातो को हकरयािील रिन क हलए छात क िाथ पर और महसरषक सब हकरयािील िोन चाहिए अथातर वि एक स अहिक जानहरियो का परयोग बचच क अहिगम को और अहिक परभावी बना दरा ि नहरक किाहनयो व नाटको आहद क दारा बचच अचछी ररि स सीिर ि मिापषरषो व वजाहनको क उदािरण उनक हलए सदा पररणादायी िोर ि छात की रहच उस कायत करन म पररणा दरी ि अर हिकषण बचच की रहच क अनषसार हदया जाना चाहिए अधयापक को बचच की योयरा अनषसार हवषयवसरष का चयन करना चाहिए परतयक बचच का बौहधिक सरर (Intelligence Quotient) अलग िोरा ि हि कषक

पराथमिक मिकषक जलराई 201844

को बचचो की हवहभननराओ को धयान म रिना चाहिए हिकषक को सभी छातो को समान समझना चाहिए सभी छातो स समान परशन पछन चाहिए और उनम कोई भदभाव निी िोना चाहिए

हि कषा एक ऐसा िहथ यार ि जो सभी क हलए आवशयक ि हि कषा वि ि जो मनषषय को जान परदान करन क साथ-साथ उसक हदय एव आतमा का हवकास कररी ि हि कषा क उदशयो को लकर

हिकषा और मनोहवजान

मशकषा और मनोमवजान क सबध

हिकषा

मानव वयविार का हवकास

सामाहजक परहकरया

मनोहवजान

मानव वयविार क कायणो का अधययन

मानव वयविार म सिोिन

हकसी भी कषत म अधयापको की सफल िोन क हलए बार मनहवजान का जान अवशय िोना चाहिए इसक अभाव म न रो बचचो की हविषराओ को िी समझा जा सकरा ि और न िी उनकी समसयाओ का समािान हकया जा सकगा बचच क सबि म हि कषक को बचचो क वयविार क मल आिार आवशयकराओ मानहसक सरर रहचयो योयराओ वि वयहzwjतरतव इतयाहद का वयापक जान अवशय िोना चाहिए हवदालय म हकसी भी ककषा का कायतकरम वयहzwjतरक हभ ननराओ पररणाओ मलयो व सीिन क हसधिारो क मनोहवजान क जान क आिार पर बनाया जाना चाहिए हि कषण क पशचार बचचो का मलयाकन व परीकषण भी अतयर आवशयक िोरा ि मलयाकन स यि परा लगाया जा सकरा ि हक हवदाथथी न हकरना अहि गम हकया ि

किा जारा ि हक हि कषा सामाहजक आहथत क और राजनीहरक पररवरतन क हलए सबस जररी िहथ यार ि हकसी भी राषट क हवकास म हि कषा एक बषहनयादी रतव ि हि कषा क माधयम स बढरी जनसखया गरीबी सापरदाहयकरा हलगभद जसी समसयाओ स हनपटा जा सकरा ि हि कषा का मितवपणत भाग िोरा ि lsquoपराथहमक हि कषाrsquo zwjतयोहक पराथहमक हि कषा िी आग की हि कषा क हलए एक मजबर आिार बन जारी ि सामानय रौर पर गषणवततापणत हि कषा का अथत ऐसी हि कषा स लगाया जारा ि जो बचच को रटन स दर ल जारी िो रथा कवल जानकारी आिाररर न िो बहलक अविारणाओ की समझ पर िो गषणवततापणत हि कषा का परचहलर िबदावली क अनषसार अथत ऐसी हि कषा ि जो lsquoहि कषक व पषसरक क हरि रrsquo क सथान पर lsquoबाल क हरि रrsquo हि कषा िो रथा

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 45

बचच क जान मलयो कौिलो और कषमराओ का हवकास कररी िो

सवरतरा पराहपर क बाद भारर सरकार क अनषचछद 45 क जररय 1951 म यि वायदा हकया था हक राजय इस सहविान क लाग िोन की रारीि स दस साल क भीरर 14 वषत की आयष क सभी बचचो क हलए हनिषलक और अहनवायत हि कषा का परयास करगा लहकन कानन क रप म इसको अमलीजामा पिनान म छि दिक स जयादा समय लग गया आहि रकार हवहभ नन कमीिनो और सहमहरयो की हसफाररिो क बाद यि कानन 2004 म भाररीय सहविान क 86 व सिोिन क रिर सामन आया और 1 अपरल 2010 को लाग हकया गया इसक बाद स हि कषा क अहि कार को मौहलक अहि कार बनाया गया और राजयो को हज ममदारी दी गइत हक परतयक बचच को पराथहमक हि कषा दना सषहनहशच र हकया जाए माचत 2013 रक दि क मिज आठ फीसदी सकलो म यि कानन पणत रप स लाग हकया जा सका ि

पगमतशील मश कषापरगहरिील हि कषा की अविारणा क अनषसार हि कषा का एकमात उदशय बचच की िहzwjतर यो का हवकास ि वयहzwjतर क हि कषा क अनषरप हि कषण अहि गम परहकरया म भी अरर रिकर इस उदशय को परा हकया जा सकरा ि परगहरिील हि कषा यि बरारी ि हक हि कषा बचच क हलए ि बचच हि कषा क हलए निी इसहलए हि कषा का उदशय ऐसा वारावरण रयार करना िोना चाहिए हजसम परतयक बचच क सामाहजक हवकास का पयातपर अवसर हमल परगहरिील हि कषा का उदशय जनरतीय मलयो का हवकास हकया जाना ि हि कषा

क दारा िम ऐस समाज का हनमातण करना चािर ि हजसम वयहzwjतर-वयहzwjतर म कोइत भद न िो सभी पणत सवरतरा और सियोग स काम कर परतयक मनषषय को अपनी सवाभाहवक परवहतत यो इचछाओ और आकाकषाओ क अनषसार हवकहसर िोन क अवसर हमल सभी को समान अहि कार हदए जाए ऐसा समाज रभी बन सकरा ि जब वयहzwjतर और समाज क हिर म कोइत मौहलक अरर न माना जाए हि कषा क दारा मनषषय म परसपर सियोग और सामजसय की भावना सथाह पर करना िोरा ि परगहरिील हि कषा म हि कषण अहि गम हवहि को अहि क वयाविाररक करन पर जोर हदया जारा ि इसम बचच क सवय करक सीिन की परहकरया पर जोर हदया जारा ि कवल हि कषण स िी हि कषक का कायत परा निी िोरा उस बचचो क जान और हवकास का मलयाकन और परीकषण करना िोरा ि मलयाकन करन स हवदाथथी की उननहर का परा चलरा ि और उसी अनषसार बचचो म सषिार हकए जार ि भाररीय हि कषा पधिहर म मलयाकन िबद परीकषा व रनाव स जषडा िआ ि मलयाकन क रनाव स हवदाथथी को दर रिन क हलए बाल क हरि र हि कषा परणाली म सरर एव वयापक मलयाकन पर जोर हदया जारा ि मलयाकन एक बार क कायतकरम क बजाय एक हनररर परहकरया ि हजस सपणत अधयापन अहि गम परहकरया म हनहमतर हकया गया ि हि कषा िासत का हि कषक क हलए हविष मितव िोरा ि zwjतयोहक एक अधयापक को हि कषा िासत िी यि बरलारा ि हक बचचो को zwjतया पढाया जाए

वस सबस बडी समसया यि िोरी ि हक हवदाहथत यो को कस पढाया जाए बाल मनोहवजान

पराथमिक मिकषक जलराई 201846

दारा िी अधयापक को उपयोगी हि कषण अहि गम हवहि आ सकरी ि उस परा चलरा ि हक हकस परकार क बचच को हकस हवहि स पढाया जाए बचचो को भयमषzwjतर रिन और उनि मानहसक रप स सवरप रिन की कवायद म हि कषक की भहमका मितवपणत ि हि कषक क आचरण म सखरी की जगि मतीपणत वयविार कड अनषिासन की जगि लचीली वयवसथा हपटाइत की जगि अपनतव बचचो को हचरा स उनमषzwjतर रिन स पररणाम यि िोगा हक समाज म हि कषक की आज की भहमका भी बदल जाएगी भहवषय म समषदाय और समाज हि कषक को बचचो क अहि कारो की सषरकषा और हनगरानी का मितवपणत हिससा मानन लगगा यि िर हि कषक क हलए गौरव की बार िोगी बचचो को सजा न दन और उनि भयभीर न करन को लकर हि कषको और हि कषण ससथानो म वरतमान म जो सिय ि वि भी िीर-िीर दर िोरा चला जाएगा दषहनया रजी स बदल रिी ि हि कषक को भी आ रि इस बदलाव क चलर अपनी हि कषण पधिहर म आवशयकानषसार सषिार करन िोग

परगहरिील हि कषा क योगदान म महसर षक एव बषहधि की अिम भहमका ि इनक माधयम स वि दहनक जीवन की समसयाओ को सषलझान का काम कररा ि जस-जस वि अपन दहनक जीवन म अपनी मानहसक िहzwjतर यो का परयोग कररा ि वस-वस वि मानहसक हवकास भी कररा ि महसर षक िी वि मषखय उपकरण ि जो समसयाओ को सषलझान म सिायक िोरा ि अर बालक क सबि म हि कषक को उसक वयविार क मल आिारो आवशयकराओ मानहसक सरर रहचयो योयराओ वयहzwjतर तव इतयाहद का हवसरर जान िोना

चाहिए हि कषा बचच की मल परवहरयो पररणाओ और सवगो पर आिाररर िोनी चाहिए परगहरिील हिकषा म हिकषक को भी मितवपणत सथान हदया गया ि इसक अनषसार हिकषक समाज का सवक ि उस हवदालय म ऐसा वारावरण बनाना पडरा ि हजसम पलकर बचच क सामाहजक वयहzwjतरतव का हवकास िो सक हवदालय म सवरतरा और समानरा क मलय को बनाए रिन क हलए हिकषक को कभी भी बचचो स बडा निी समझना चाहिए आजा और उपदिो क दारा अपन हव चारो और परवहततयो को बचचो पर लादन का परयास निी करना चाहिए

मनषकरष भारर म जो हि कषा पधिहर परचहलर ि उसक कइत पकषो म सषिार की आवशयकरा ि िमारी हि कषा वयवसथा पर एक विर जनसमि को हि हकष र करन का उततरदाहयतव ि सािन और ससािन बिर सीहमर ि पररहसथ हरया भी अनषकल निी ि हफर भी िम लकयो की पराहपर की ओर परयतनिील ि हफर भी िम दढ सकलप क साथ आग बढ रो इस हनरािाजनक हसथ हर स उभर सकर ि

सबक हलए हि कषा की सषहविा करवानी ि हक परतयक हि हकष र वयहzwjतर स यि अपकषा की जानी चाहिए हक वि इस लकय पराहपर म सियोग परदान कर इरीच न रीच न (Each one Teach one) का नारा इस हदिा म सफलरा हदला सकरा ि हि कषा म रकनीकी का उपयोग अतयहि क िो रिा ि हकरष इन रकनीको सािनो को हि कषक का हवकलप न मानकर सियोगी मानकर परयोग करन का लकय ि

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 47

सदभष वमात ररक कष मार 2013lsquoबाल क हरि र हिकषा एव परगहरिील हिकषाrsquo बाल मकास ए मि का िासरि अररिर पहबलकिन

हलहमटि नयी हदललीसरोिा सषिील 2012 lsquoचाइलि सटित एि परोगरहसव एजषकिनrsquoएजकिनल साइकरोलॉजरी सरोिा पहबलकिन रोहिणी

नयी हदललीmdashmdashmdash 2016 lsquoबाल क हरि र हिकषा एव परगहरिील हिकषाrsquo बाल मकास ए मि का िासरि सरोिा पहबलकिन रोहिणी

नयी हदलली

परोफसर परारहभक हिकषा हवभाग एनसीईआरटी नयी हदलली 110 016

पाथममक बाल मशकषा क लकय तथा मकरयाकलाप

परारहभ क बाल हि कषा आज क यषग म सामानय रप स न कवल बचचो क सपणत हवकास का अिम हनवि ि बहलक परारहभ क हि कषा को सावतजनीकरण रप म राषटीय लकय को परापर करन म भी मितवपणत योगदान परदान कररा ि परारहभ क बाल हि कषा सषहविाओ म गषणातमक हवसरार क हलए सरकारी और गर-सरकारी ससथाओ दारा समहनव र परयास हकया जा रि ि हजसस दि क करोडो बचचो को इसका लाभ हमल सक इस हवसरार क चलर काफी सखया म परहि हकष र लोगो की आवशयकरा ि इस आवशयकरा को परा करन क हलए सवारर हि कषक-परहि कषको को अलपकालीन परहि कषण भी हदया जा रिा ि जयादारार लोगो को यि जानकारी निी िोरी हक पवत पराथहमक सरर पर zwjतया कराया जाए या कसी गहरहवहि या या हकरयाए करायी जाए हजसस बचचो को आनददायक वारावरण हमल व पवत-पराथहमक सरर को पराथहमक सरर का डाउनडया एकसनिन मान कर बचचो को पढार ि और टीचर टहनग भी दर ि इसी बार को धयान म रिकर परसरषर लि म 3ndash4 एव 4ndash5 साल क बचचो क हलए आयोहजर की जान वाली हकरयाओ क उदशय एव हकरयाए साझा की गइत ि जो हि कषक परहि कषको एव हि कषको क हलए उपयोगी िो सकरी ि य हकरयाए एक लबोरटरी सकल म कायत अनषभव और उपहसथर गरनथो क आिार पर सषझाई गयी ि

पवत-पराथहमक हिकषा का उदशय बचचो का सवाइगीण हवकास करना ि पवत-पराथहमक हिकषा दारा बचचो का िारीररक हवकास िोरा ि और बचचो को पढन-हलिन एव गहणर की रयारी म मदद हमलरी ि यि बचचो को औपचाररक हिकषा क हलए रयार कररी ि इसक साथ िी बचचो म कई अनय सजनातमक कषमराओ को भी हवकहसर कररी ि रीन स छ वषत की आयष क बीच क बचच पवत पराथहमक िालाओ म

पवत पराथहमक हिकषा गरिण करर ि य िालाए बचचो

को पररणादायक िल वारावरण परदान करन क साथ िी

बचचो का बौहधिक भाषागर सामाहजक सवगातमक

रथा िारीररक हवकास करन म सिायक ि

पवष-पाथममक मशकषा क उदशयपवत-पराथहमक हिकषा का मषखय उदशय ि बचचो का

सवाइगीण हवकास करना अरः बचचो को अगरहलहिर

पदमा यादव

8

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 49

सबिो की उदशयो की पराहपर क हलए गहरहवहिया कराई जानी चाहिए mdash

bull सामाहजक एव सवगातमक हवकास bull िारीररक हवकास एव मासपहियो का हवकास bull भाषा हवकास bull सजानातमक हवकास bull सजनातमक एव सौदयतबोि का हवकास

3ndash4 आयष वगत और 4ndash5 आयष वगत क बचचो क हलए सामानयरः एक जसी गहरहवहिया िोरी ि बस 4 ndash5 आयष वगत की गहरहवहियो का सरर 3ndash 4 आयष वगत की गहरहवहियो की अपकषा थोडा अहिक िोरा ि लि म इनिी दोनो आयष वगत क हलए गहरहवहिया सषझाई गयी ि

3 ndash 4 आय वगष क मलए गमतमवमध लकय सामाविक एि सिगातमक विकास बचचो क सामाहजक एव सवगातमक हवकास क अरगतर अनक बार िहमल ि जो अतयर मितवपणत ि उदािरण क हलए सषरकषा एव भरोस की भावना का हवकास करना परारहभक बाल हिकषा क रि क वारावरण रथा हदनचयात स पररचय कराना अचछी आदरो का हनमातण करना जस mdash िौचालय का उहचर परयोग िाथ िोना वयहzwjतरगर सवचछरा भोजन की उहचर आदर हिहकषका कायतकरात का अहभवादन करना अपनी बारी की पररीकषा करना दसर बचचो क साथ िलना सीिना इतयाहद अपन वयविार को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना अपन बार म अचछी भावना हवकहसर करना सामहिक हकरयाओ क परहर रहच का हवकास करना सामाहजक रप स सवीकर ररीको क अनषसार अपन

वयविारो रथा सवगो को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना आहद

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकासबचचो क िारीररक एव मासपहियो क हवकास क हलए यि जररी ि हक िम बचचो को साथ म काम करन क अनक अवसर उपलबि कराए साथ िी हिकषक को कष छ और बारो का धयान रिना िोगा उदािरण क हलए उहचर वहधि और हवकास पर नजर बनाय रिना सथल मासपहियो और सकम मासपहियो म सरषलन बनान म मदद करना छोटी मासपहियो को हवकहसर करन क अवसर परदान करना आि-िाथ म रालमल िाथ-मषि म रालमल इतयाहद

भाषा विकासभाषा मनषषय क भावो और हवचारो को वयzwjतर करन का एक माधयम ि भाषा सीिन का सवाभाहवक और मनोवजाहनक करम िोरा ि mdash सषनना बोलना पढना हलिना बचच म भाषा सीिन की सवाभाहवक परव हतत िोरी ि भाषा का हवकास मलर जीवन की परारहभक अवसथा स िी आरभ िो जारा ि जो मलर अनषकरण एव अभयास दारा अहजतर की जारी ि भाषा हवकास क लकय ि mdash सषनन क कौिल का हवकास करना हजसम िाहमल ि धवहन हवभदीकरण सषनन का हवसरार सषनकर समझना मौहिक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िबद भिार का हवकास अहभवयहzwjतर म सपषटरा एव परवाि पणत वाzwjतयो का परयोग आवशयकराओ एव हवचारो का सपरषण इतयाहद

सजानातमक विकास वसरषओ का हमलान करक रथा पिचान करक उनक अरर को पिचानन की कषमरा का हवकास करना

पराथमिक मिकषक जलराई 201850

जस mdash एक समय म हदिायी गयी 3 ndash 4 वसरषओ का हनरीकषण करक रषरर पषन समरण करन की कषमरा का हवकास हकसी पररहचर वसरष का हचत दिकर उसक गायब भाग की पिचान करन की कषमरा का हवकास करना हकसी एक आयाम या समबोि क आिार पर जस आकार या रग वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास करना रीन-चार वसरषओ स बन नमन को हफर स बनान की कषमरा का हवकास करना सरल सरर पर सपणत रथा उसक भागो क सिसबि को समझन की कषमरा का हवकास करना सरल समसयाओ को सषलझान क हलए सिी ढग स सोचन की कषमरा का हवकास करना लाल नीला पीला िरा सफद और काला रग पिचानन नाम बरान रथा हमलान करन की कषमरा का हवकास हनमनहलहिर को पिचानन रथा हमलान करन की कषमरा पर हवकास mdash गोल चौकोर हरकोन गोला बनान की कषमरा का हवकास छोडा-बडा लबा-छोटा भारी िलका लबा-नाटा मोटा घना परला चौडा-सकरा दर-नजदीक को पिचानन नाम बरान रथा हमलान करन की कषमरा का हवकास करना हसथहरयो को पिचानन की कषमरा का हवकास करना जस mdash अदर-बािर ऊपर-नीच आग-पीछ दहनक हकरयाओ क सदभत म हनमनहलहिर समबोिो की चरना का हवकास करना जस mdash हदन-रार दोपिर-सधया घटो का जान ठिा और गरम म भद करन पिचानन और जानन की कषमरा का हवकास इतयाहद कष छ परसराहवर समबोि परोजzwjतट जसmdash सवय पररवार पालर रथा जगली जानवर घर मौसमी सहबजया रथा फल पौि सषरकषा सबिी आदर पवत तयौिार िवा पानी इतयाहद

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास बचचो म सजनातमकरा एव सौदयतबोि का हवकास करन क हलए कष छ बारो पर धयान दना जररी ि जस mdash कला क माधयम स सजनातमक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िारीररक अगो का कलातमक ढग स सचालन करना पयातवरण म उपलबि रगो रथा सौदयत क परहर सवदनिीलरा का हवकास करना इतयाहद

4ndash5 आय वगष हत गमतमवमध लकय सामाविक ndash सिगातमक विकास सामाहजक-सवगातमक हवकास बचचो क वयहzwjतर तव का एक मितवपणत अायाम ि इसम अनक बार िहमल ि जस mdash परारहभक बाल कायतकरात हिहकषका (यहद नई िो) रथा ककषा क अनय बचचो स पररचय िोना अचछी आदरो का हनमातण करना जसmdash वयहzwjतरगर रथा पयातवरणीय सवचछरा परारहभक बाल हिहकषकाकायतकरात का अहभवादन अपनी बारी की पररीकषा करना हकसी वसरष को हमल बाटकर उपयोग एव सियोग करना हनयहमर उपहसथहर अपन बार म अचछी भावना का हवकास करना सामहिक हकरयाओ क परहर रहच का हवकास करना सामाहजक रप स सवीकर ररीको को अपन वयविारो रथा सवगो को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना हनणतय लन की योयरा का हवकास करना इतयाहद

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकासबचचो म उहचर वहधि बनाय रिन क हलए हनयहमर जाच सथल मासपहियो म सरषलन सकम मासपहियो म सरषलन बचचो की छोटी मासपहियो का हवकास आि-िाथ म रालमल िाथ-मषि म रालमल इतयाहद पर धयान हदया जाना चाहिए

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 51

भाषा विकासभाषा हवकास म िहमल ि mdash सषनन क कौिल का हवकास करना mdash धवहन हवभदीकरण सषनन का हवसरार सषनकर समझना आलोचनातमक दहषटकोण क साथ सषनना मौहिक अहभवयहzwjतर का हवकास करनाmdash िबद भिार का हवकास अहभवयहzwjतर म सपषटरा और परवाि करमबधि ढग स बार करना सजनातमक अहभवयहzwjतर पढन की रयारी करवाना दिी गयी वसरषओ का हवभदीकरण सषनी गयी धवहनयो का हवभदीकरण (िबदो की परथम एव अहरम धवहन) दशय धवहन सि सबि बाए स दाए का हदिाबोि हलिन की रयारी करना इतयाहद

सजानातमक विकास पाचो इहनरियो का परयोग करक वसरषओ का नाम बराना रथा 3 सररो पर करमीकरण करन की कषमरा का हवकास करना जसmdash मीठा उसस मीठा सबस मीठा बडा उसस बडा सबस बडा आहद एक समय म हदिायी गई 6ndash7 वसरषओ का हनरीकषण करन रथा रषरर पषन समरण करन की कषमरा का हवकास हकसी पररहचर वसरष क अहिक सकम या गायब भाग की पिचान करन की कषमरा का हवकास दो समबोिो या आयामो क आिार पर जस रग एव आकार वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास वसरषओ हचतो किाहनयो रथा घटनाओ को पषन परसरषर करन रथा उसी रकत स करम म बढान का हवकास सपणत रथा भाग क सि सबि को अपकषाकर कष छ जहटल सरर पर समझन की कषमरा का हवकास अपकषाकर कष छ जहटल समसयाओ को सषलझान क हलए सिी ढग स सोचन की कषमरा का हवकास

लाल पीला नीला काला सफद क साथ अनय रगो जस भरा नारगी बगनी की पिचान और नाम बराना रीन सररो पर परमषि रगो का करमीकरण करन की कषमरा का हवकास (यि समझन की कषमरा हक रगो को हमलान स नय रग रयार िो जार ि) हनमनहलहिर आकारो क नाम बरान की कषमरा रथा पयातवरण म उपलबि उनिी आकार की वसरषओ स हमलान-हमलाना mdash गोल चौकोर हरकोन अनय आकारो जस mdash रारा छडी आयर मिराब (आिा गोला) आहद को पिचानन की कषमरा हवकहसर करना

अक सबिी समबोिो का रीन सररो रक करमीकरण करन की कषमरा का हवकास करना हनमनहलहिर की कषमरा का हवकास mdash एक स एक का सबि पाच रक की सखया का सबोि पाच रक क अको की पिचान पाच रक क अको को हगनना रथा उनि करम म रिना हनमनहलहिर हसथहरयो की पिचान रथा उनक हलए उपयषzwjतर िबदो का परयोग जसmdash सबस ऊपर-सबस नीच अदर-बािर पिल-बाद म ऊपर-नीच अगला-हपछला यिा-विा हकनार-बीच म बगल म-पीछ-सामन हनमनहलहिर समबोिो की चरना का हवकास mdash समय स समय स पिल दर स हदनचयात क सदभत म पिल-बाद म घडी स समय का मापन सपराि क हदन रापमान की रषलनातमक हसथहरयो जस गमत उसस गमत सबस गमत को पिचानन हवभदीकरण करन रथा जानन की कषमरा का हवकास कष छ और समबोि परोजzwjतट जस mdash बरसार मौसम कीड-मकोड समाज क मददगार ससार यारायार इतयाहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201852

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास कला क माधयम स सजनातमक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िारीररक अगो का कलातमक ढग स सचालन सजनातमक हचरन का हवकास करना पयातवरण म उपलबि सौदयत एव रगो क परहर सवदनिीलरा का हवकास करना

3ndash4 एव 4ndash5 आय वगष क बचचो क मलए खल मकरयाए ऊपर हदय गए लकयो की पराहपर क हलए हिकषक एव हिकषक परहिकषको दारा हनमन हकरयाए गहरहवहिया कराइत जा सकरी ि

सामाविक ndash सिगातमक विकास हिकषक बचचो को िल क माधयम स सवगो पर हनयतण करना हसिा सकर ि सामाहजकndashसवगातमक हवकास म सिायक गहरहवहिया िmdash अनौपचाररक वारातलाप गीर रथा कहवराए अहभनय करना कठपषरली का िल सवरत एव हनददहिर िल सामहिक हकरयाए एव िल भोजननाशर क समय की हकरयाए तयोिार एव जनमहदन मनाना आतमहनभतररा क भाव को जगान वाली हकरयाए अथातर हकसी हकरया म नरतव करना बचचो को दाहयतव बाटना आहद वारातलाप हवकलाग बचचो का समि म िाहमल करना परकहर म हवचरण बागवानी-पलर जानवरो की दिभाल करना

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकास बचचो म िारीररक हवकास एव मासपहियो क हवकास क हलए सिायक गहरहवहिया ि mdash लबाई और वजन की माहसक जाच परक पोषण दना समय-समय पर िोन वाली माहसक जाच बचचो

और समाज को सवासथय एव पोषण सबिी जानकारी दना सवरत एव हनददहिर िल दौडन उछलन कदन चढन फ कन सरषलन रिन लषढकन आहद वाली हकरयाए हचतकला एव रजनकला फाडना काटना हचपकाना िागा िालना हसलाई करना बाल और पानी क िल हमटटी का काम हजन वसरषओ को इचछानषसार रोडा-मरोडा जा सक उनक साथ मनचाि ढग स िल उगहलयो को नचार िए गीर गाना िाथ और चममच स भाजन करना इतयाहद

भाषा विकास भाषा हवकास क हलए बचचो क साथ सवरत एव हनददहिर वारातलाप कर सषनन एव िबदो क िल िल जस mdash रषकानर िबदो क िल लययषzwjतर छद और गीर धवहनयो की पिचान आहद अनय गहरहवहिया जस mdash पिहलया अहभनय किानी सषनाना और बनाना कठपषरली का िल दशय हवभदीकरण सबिी िल एव हकरयाए िबदो की धवहनयो का हवभदीकरण रथा िबद-हनमातण क िल सहचत पषसरको को सिी ढग स पकडना हचत एव िबद का हमलान सकम मासपहियो की समसर हकरयाए िीची गई आकहर म रग भरना हबदषओ को जोडना आकहरयो की बनावट की नकल करना (पहसल रथा कयॉन स) इतयाहद भाषा हवकास म बिर सिायक ि

सजानातमक विकास मल सजानातमक कौिलो और परहकरयाओ क हवकास िरष गहरहवहिया करवाए जस mdash इहरियो का हवकास ndash दिन की इहरियसषनन की इहरियसपित स अनषभव करन की इहरिय सघन की इहरिय सवाद की इहरिय समहर एव हनरीकषण कषमरा का हवकास

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 53

वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास करहमक हचरन का हवकास समसया समािान रथा हववक का हवकास

परमषि सबोिो का हवकास जस mdash रग क सबोि का हनमातण आकारो क सबोि का हनमातण अक पवत सबोि का हनमातण अक सबोिो का हनमातण सथान क सबोि का हनमातण समय क सबोि का हवकास रापमान क सबोि का हवकास हनमनहलहिर क सबि म पयातवरणीय रापमान क सबोि का हवकास पराकहरक पयातवरण भौहरक पयातवरण सामाहजक पयातवरण परोजzwjतट थीम क रप म चचात की जा सकरी ि

दहषट सबिी रथा धवहन हवभदीकरण सबिी िल हकरयाए पयातवरण म उपलबि हवहभनन बनावट की वसरषओ को छकर रथा पिचानन वाल कािणो क साथ हकरयाए हवहभनन सवाद वाली वसरषओ क साथ हकरयाए समहर िल lsquozwjतया गायब िrsquo हनरीकषण रथा हनरीहकषर वसरष क पषन समरण पर आिाररर हकरयाए वसरषओ हचत कािणो का परयोग करक वगथीकरण हकरयाए वगथीकरण क िल हदया गया नमना हफर स बनाना किाहनयो और घटनाओ का सिी करम म पषन समरण करहमक हचरन पर आिाररर िल पिली एव भल भषलया का िल हनकालना समसयाओ को सषलझान स सबहिर हकरयाकलाप जस दो या उसस अहिक वसरषओ क सिसबि पर

आिाररर काित सरल परशनो क उततर दना वारातलाप गीर और रषकबहदया अहभनय वसरषओ कपडो पर हकरयाकलाप हनददहिर िल रचनातमक हकरयाए परकहर म भरमण रगो क सबि क हलए वहणतर हकरयाए वारातलाप एव किाहनया पानी क िल बाल क िल करमीकरण काित गषटको क िल हनददहिर िल एव करीडा अहभनय अहभनय पर आिाररर िल जस दषकान-दषकान वसरषओ क साथ और बाद म सखया काितस क साथ हनददहिर िल अको क गीर अको क िल अको की पिली समय सबोि क काितस दफरी आहद पर बनायी गयी घहड या दहनक हकरयाओ का करम स पषनसमरण करन सबहिर हकरयाए सरल परयोग जस mdash बनाय गय थमातमीटर वारातलाप पिल वहणतर हवहभनन हकरयाओ का परोजzwjतट क हवषयो स एकीकरण ककषा म परदितन भरमण एव परकहर दितन तयोिारो को मनाना रथा उनस सबहिर वसरषए रयार करना िवा पानी रथा पौि उगान स सबहिर सरल परयोग बाल रथा पानी क िल इतयाहद

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास कष छ हकरयाकलाप जस mdash सजनातमक हचतकला लयातमक गहरिीलरा रथा नाटक आहद जसी हकरयाए mdash बिउततरीय परशन lsquoआओ बनrsquo वाल िल गीर एव किाहनया बनाना परकहर क भरमण ककषा परदितन आहद

सदभषएनसीईआरटी 2000 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2000 एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2006 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली कौल हवनीरा 1996 पारमभक बाल मिका काययारिि पवत पराथहमक एव परारहभक हिकषा हवभाग एनसीईआरटी नयी हदलली

पराथमिक मिकषक जलराई 201854

गषपर मजीर सन 2013 पारमभक बालयासराmdash दख-भाल और मिका पीएचआई लहनइग पराइवट हलहमटि हदलली भारर सरकार 1986 राषzwjटरीय मिका नरीमत 1986 मानव ससािन हवकास मतालय नयी हदलली mdashmdashmdash 2011 मनःिलक और अमनायया बाल मिका का अमधकार अमधमनयि ndash 2009 मानव ससािन हवकास मतालय

नयी हदललीमहिला एव बाल हवकास मतालय 2013 राषzwjटरीय पारमभक बालयासरा दखरख और मिका (ईसरीसरीई) नरीमत 2013

नयी हदललीमषरलीिरन राजलकमी और िोहबरा असथाना 1991 मििओ क मलए परक गमतममधया हवदालय पवत एव परारहभक हिकषा

हवदालय एनसीईआरटी नयी हदललीयादव पदमा 2015 एजमपलर गाइडलाइस फॉर इमलि िन ऑफ अलथी चाइलडहड कयर एड एजकिन (ईसरीसरीई)

कररीकलि एनसीईआरटी नयी हदलली

ररषठ पकता िाइट घषममनिडा एससीईआरटी नयी हदलली

भारर सरकार परहरवषत हिकषा पर काफी वयय कररी ि काफी नय हवदालय िषल रि ि और हवदालयो म बचचो क नामाकन म वहधि िो रिी ि इसक साथ िी हिकषक परहिकषण पर भी बल हदया जा रिा ि पररष हफर भी हिकषा की गषणवतता म कोई िास सषिार निी िो रिा ि यि एक हवचारणीय परशन ि और इस अनदिा निी हकया जा सकरा ि हिकषा की गषणवतता को गभीररा स लर िए यनसको की जीईएम की ररपोटत न भी वषत 2017ndash18 का िीषतक हिकषा म जवाबदिी रिा था िमारी हिकषा परणाली की यि हज ममदारी िोनी चाहिए हक वि परतयक चरण म हिकषा परणाली स जषड लोगो की जवाबदिी सषहनहशचर कर

हिकषक समाज की सवातहिक सवदनिील इकाई ि और किा जारा ि हक हिकषण वयवसाय समाज क सभी वयवसायो की जननी ि हवहभनन वरन आयोगो न परतयक बार हिकषक क कायणो क हलए वरनमान को उननर बनाय रिन की हसफाररि की ि राहक हिकषक पणत मनोयोग स अपन हिकषण कायत को समहपतर िो सक और अपनी जवाबदिी सषहनहशचर कर हपछल रीन दिको म गहठर िई सभी सहमहरयो और आयोगो न अपना यि सषझाव हदया ि हक हिकषा की गषणवतता म सषिार क हलए यि आवशयक ि हक हनयहमर रप स हिकषक क कायणो का मलयाकन हकया जाए और उसकी जवाबदिी सषहनहशचर की जाए

मशकषक की जवाबदही स मशकषा वयवसथा की गणवता म सधार

एम एम रॉय

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हिकषक समाज की सवातहिक सवदनिील इकाई ि िमार दि म हिकषक का बिर सममान हकया जारा ि हिकषक बचचो म छष पी िई परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि यि मिसस हकया जा रिा ि हक समाज म सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि हिकषक की गषणवतता पर भी परशन हचहन लग रि ि हिकषको की जवाबदिी की माग उठन लगी ि यहद िम हिकषको को अपन वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना चािर ि रो हिकषा वयवसथा म ऐसा वारावरण बनाना िोगा जिा व उततरदाहयतव सवय लना पसद कर लहकन हिकषको की जवाबदिी सषदढ और सषहनहशचर करन स पिल उनक हलए एक वारावरण रयार हकया जाना चाहिए हजसका उललि इस लि म हकया गया ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201856

एक हिकषक का कायत समाज म वषणो स सममानजनक रप स दिा जारा रिा ि हिकषको क हलए ईमानदार जानी आहद जस हविषणो का भी परयोग हकया जारा ि एक हिकषक का कायत बिआयामी ि वि अपन बचचो म छष पी िई परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि एक हिकषक बचचो क हलए मागतदितक दाितहनक और हमत िोन क साथ समाज और राषट हनमातरा भी ि िम सभी लोग यि भी मिसस कर रि ि हक समाज म स सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि और zwjतयोहक हिकषा सामाहजक परणाली का अहभनन अग ि हिकषा क सरर क दारा यि भली भाहर जाना जा सकरा ि हक समाज म जीवन क मलयो का zwjतया सरर ि

किन का रातपयत यि ि हक हिकषा का सरर एक सचक क रप म यि हदिारा ि हक समाज म जीवन की गषणवतता zwjतया ि हिकषक हिकषा की एक िषरी ि इसीहलए हिकषक-हिकषा की गषणवतता कसौटी पर ि रथा हिकषक-हिकषको क योगदान पर भी परशनहचहन लग रि ि हिकषक क पास बिआयामी कायत िोर ि हजसम वि बचचो हवदालय बचचो क मारा-हपरा समाज रथा राषट की सवा करर ि जब व कोई ऐसा उततरदाहयतव सभालर ि रो उनकी जवाबदिी रय िोनी चाहिए zwjतयोहक इसम उनको अपन कायत क सबि म दसर वयहzwjतर क परशनो का जवाब दना बनरा ि

यि जवाबदिी नहरक जवाबदिी बनरी ि जब आरररक इचछा िहzwjतर दारा वयहzwjतर िमिा कष छ अचछा करन क हलए अहभपरररर रिरा ि विी दसरी जवाबदिी म वयहzwjतर अपन ससथा क परहर

उततरदायी रिरा ि zwjतयोहक जो कायत उस वयहzwjतर को हदया जारा ि उसको उस बस परा करना िोरा ि zwjतया िम हसफत कायत को करना िी ि या उस कायत का परदितन भी बिर अचछा करना ि zwjतया आपन कभी अनषभव हकया ि हक जो हिकषक अपन वयवसाय स सरषषट ि व नए-नए उततरदाहयतव लना पसद करर ि और zwjतया व सफलरा की भी सी हढया चढर ि एक वयहzwjतर जब अपन कायत क परहर समहपतर रिरा ि रो यि समझा जारा ि हक वि अपन कायत स सरषषट ि दसर िबदो म कि रो यहद हिकषक अपन वयवसाय म परी ररि स समहपतर ि रो उसकी जवाबदिी भी सषदढ िोगी यहद िम हिकषको को उनक वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना ि रो हिकषा वयवसथा म ऐस वारावरण बनाना िोगा जिा व उततरदाहयतव लना पसद कर हिकषको की जवाबदिी सषदढ बनान क हलए हनहमनहलहिर वारावरण रयार हकया जा सकरा ि

मशकषको को मनणषय लन की अनममत हिकषक क पास हनणतय करन की िहzwjतर िोनी चाहिए हक व zwjतया पढाए और बचचो क सीिन का मलयाकन हकस परकार कर या बचचो को कस समझ यि हिकषक िी िोरा ि जो बचचो दारा मिसस हकए जान वाल सामाहजक सासकहरक और भाषायी अवरोिो की परिाहनयो को सीि-सीि मिसस कररा ि हिकषा म गषणवतता का लकय रब रक निी परापर हकया जा सकरा जब रक हक िमार पास ऐस हिकषक न िो हजनकी हनषठा सदिो स पर िो हजनम िम परी ररि स हवशवास कर सक

शिकषक की जवाबदही स शिकषा वzwjयवसzwjा की गणवता म सधार 57

सतत एव वयापक मलयाकन स जवाबदहीहवदालय म हभनन-हभनन पषठभहम वाल बचच पढन आर ि हवहवि पषठभहम स आए बचचो का अपना अनषभव िोरा ि और यि बचच अपनी गहर स सीिर ि हवहवि पषठभहमयो और हवहभ नन कषमराओ वाल बचचो को पढाना एक चषनौरी ि एक अचछी मलयाकन और परीकषा पधिहर सीिन की परहकरया का अहभनन अग बन सकरी ि हजसम बचच और हिकषा रत दोनो को िी हववचानातमक और आलोचनातमक परहरपषहषट स फायदा िो सकरा ि मलयाकन ऐसा िो जो यि सषहनहशचर कर हक बचच सफलरापवतक पढ और बढ रथा अपन पणत रप म हनिर हवहवि कषतो म उतकषटरा को मानयरा हमलनी चाहिए रथा उसका सममान िोना चाहिए मलयाकन म इस बार पर जोर िोना चाहिए हक जो पढाया गया ि उसक परहर बचचा हकरना जवाबदि रिा ि न हक उसक याद करन की कषमरा का उसकी जवाबदिी म कई बार िाहमल िोगी जस हक उस जो पढाया गया ि उसका अपन जीवनानषभव रथा दसरी रमाम चीजो स सबि जोडन की योयरा सीिी गयी चीजो क बार म नए और आशचयतजनक ररीक स सवाल बनान की कषमरा आहद बचचो क उपलहबि सरर क साथ-साथ बचच की अहभरहच उसक सवरत रप स सीिन की कषमरा का मलयाकन िोना चाहिए अर यि समझना जररी ि हक मलयाकन की परहकरया को बदलकर बचच क सीिन क अनषभवो पर आिाररर और गषणवतता को आिार बनाकर मलयाकन हकया जाए यहद हिकषक ऐस मलयाकन को सषहनहशचर कर सक हक हवहविरा अपन पणत रप म हनिर और मलयाकन म इस बार

पर जोर हदया गया हक जो पढाया गया ि उसक परहर बचचा हकरना जवाबदि रिा ि रो अवशय इसम हिकषक की भी जवाबदिी बनरी ि

मशकषण पश म हो रह कषय का सामना हिकषक वि िषरी ि हजसक इदत-हगदत हिकषा वयवसथा घमरी ि वरतमान सदभत म रजी स बढ रिी सकली वयवसथा और हवततीय घाट वाली हसथहर म समषहचर सखया म हिकषको की अनषपलबिरा एक नए ररि क हिकषको क आगमन की ओर बढरी ि सकली हिकषक की सामाहजक हसथहर म रजी स हगरावट आ रिी ि रथा हिकषक को सरकारी सकल क रमाम कष परिासन और बीमाररयो क हलए हज ममदार ठिराया जारा ि जबहक इसको पिचाना भी जा रिा ि हक हिकषक का उततरदाहयतव काफी मितवपणत ि

अपयाषपत मशकषक बचचो और हिकषको का अनषपार कई कषतो म अपहकषर मानक स काफी नीच ि और अहिकाि ििरी कषतो क सकलो म हिकषको की बिलरा ि एक हिकषक वाल 96 परहरिर सकल गरामीण कषतो म हसथर ि इसका मरलब यि ि हक हिकषको क पास बचचो को सकलो म रिन और उनि हसिान क हलए जो आवशयक ि उसक हलए न रो समय और न िी ऊजात

गर-शमकषक काम सकली हिकषको क पास पढान क अलावा कई और ररि क काम िोर ि जस mdash गरामीण हवकास योजनाओ क हलए आकडो को एकत करना राषटीय जनगणना चषनाव क काम और अनय परचार कायत इनस व ककषा स दर िोर जार ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201858

मशकषको को मनमाषण और सजन की ओर बढन की परणा ममल सरकार और समाज म ऐसी पररहसथहरया बननी चाहिए हजनस हिकषको को हनमातण और सजन की ओर बढन की पररणा हमल हिकषको को इस बार की आजादी िोनी चाहिए हक व नए परयोग कर सक और सपरषण की उपयषzwjतर हवहिया और अपन समषदाय की समसयाओ और कषमराओ क अनषरप नए उपाय हनकाल सक

पशासमनक वयवसथा म समानता हिकषको को भरथी करन की परणाली म इस परकार पररवरतन हकया जाए हक उनका चयन उनकी योयरा क आिार पर वयहzwjतर हनरपकष रप स और उनक कायत की अपकषाओ क अनषरप िो हिकषको का वरन और सवा की िरज उनक सामाहजक और वयावसाहयक दाहयतव क अनषरप िो और ऐसी िो हजनस परहरभािाली वयहzwjतर हिकषण वयवसाय की ओर आकषट िो यि परयतन हकया जाए हक पर दि म वरन म सवा िरणो म और हिकायर दर करन की वयवसथा म समानरा का वाछनीय उदशय परापर हकया जा सक हिकषको की रनारी और रबादल म वयहzwjतर-हनरपकषरा लान क हलए हनददिक हसधिार बनाए जाए उनक मलयाकन की एक पधिहर रय की जाए जो सपषट िो आकडो एव रथयो पर आिाररर िो और हजसम सबका योगदान िो जवाबदिी क मानक रय हकए जाए अचछ कायत को परोतसहिर हकया जाए और हनहषकरयरा को हनरतसाहिर उचच गरि म ररzwjतकी क हलए हिकषको को उहचर अवसर

हदए जाए और हिकषको की जवाबदिी रय करन क हलए मौजदा वररषठरा आिाररर सरचना को परदितन आिाररर सरचना म बदला जाए

हिकषको की जवाबदिी को सषहनहशचर बनाना कोई आसान काम निी ि zwjतयोहक हिकषको क परदितन को मापना कहठन ि उसस परापर िोन वाल lsquoपररणामोrsquo का कोई हनिातररर मानक निी ि िालाहक सकलो म पढाई क दौरान हकए जान वाल हनरीकषणो रथा बचचो क परीकषा पररणामो आहद स अधयापन सररो क अचछ या हनमन िोन क कष छ सकर अवशय हमल सकर ि

मनषकरषहिकषा समाज की परगहर और बौहधिक हवकास का आवशयक अग ि हकसी भी दि की हिकषा वयवसथा उस दि क राषटीय हिरो और लकयो की पहरत म सिायक िोरी ि राषट और समाज की उननहर क हलए यि अतयर आवशयक ि हक उसकी भावी पीढी को गषणवततापणत हिकषा परापर िो सक यहद हिकषक अपन वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि िोरा ि रो िम अपनी भावी पीढी को गषणवततापणत हिकषा द सकर ि लहकन हिकषको की जवाबदिी सषदढ बनान क हलए एक वारावरण रयार करना िोगा जसmdash हिकषको को हनणतय लन की अनषमहर हिकषको को हनमातण और सजन की ओर बढन की पररणा दना गर-िहकषक काम निी कराना हिकषको की कमी को दर करना परिासहनक वयवसथा म समानरा लाना हिकषण पि म िो रि कषय को रोकना रथा बचचो क सरर एव वयापक मलयाकन स हिकषको की जवाबदिी पzwjतका करना आहद

शिकषक की जवाबदही स शिकषा वzwjयवसzwjा की गणवता म सधार 59

सदभष एनसीईआरटी 1991 उभरत भारतरीय सिाज ि मिकक और मिका एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2002 मदालयरी मिका क मलए राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2007 lsquoपरीकषा परणाली म सषिारrsquo राषzwjटरीय फरोकस सिलह का आधार परि एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2007 lsquoहिकषा क लकय एव पाठयचयात बदलाव क हलए वयवसथागर सषिारrsquo राषzwjटरीय फरोकस सिलह का आधार

परि एनसीईआरटी नयी हदलली एनसीटीई 2009 राषzwjटरीय अधयापक मिका पाठयचयाया रपरखा एनसीटीई नयी हदलली

सह पाधयापक कषतीय हिकषा ससथान भोपाल

हिकषक की वयावसाहयक परगहर की जब बार की जारी ि रो उस कवल पदोननहर स जोड हदया जारा ि यि भषला हदया जारा ि हक हिकषक कवल एक पद िी निी ि बहलक एक सामाहजक उततरदाहयतव ि और उस कवल पदोननहर स िी निी जोडा जा सकरा यि कवल एक पिा िी निी हमिन भी ि पर यि िारणा इरनी दढ िो गयी ि हक हिकषक की वयावसाहयक परगहर क हलए नीहर-हनिातरण सरकारी हवदालयो क सरर पर सरकार कररी ि और हनजी हवदालयो क सरर पर हवदालय परबिन हिकषक की इस नीहर-हनिातरण म कोई भहमका भी िो सकरी ि इस पर गौर भी निी हकया जारा पररणामसवरप हिकषक पदोननर िोर-िोर परिासक रो बन जारा ि पर इस परहकरया म हिकषक किी िो जारा ि हसफत सरकार और परबिन िी निी सवय हिकषक भी इस िारणा स अछरा निी ि और वि भी इस बिी-बिाई परहकरया म ढल जारा ि परसरषर आलि म हिकषक की इस नीहर-हनमातण म कसी भहमका िोनी चाहिए और आज की सचार रकनीकी कस उसकी इस भहमका क सफल हकरयानवयन म उपयोगी िो सकरी ि इस पर हवचार परसरषर हकय गय ि और एक हिकषक की हिकषक क रप म िी वयवसाहयक परगहर कस सभव िो सकरी ि इस बार म सषझाव हदय गय ि

पदोननहर या प-सकल म वहधि क रप म िोरा ि इस परहकरया का अवलोकन करन पर आप यि अनषभव कर सकर ि हक हिकषक को भी एक छात बना हदया गया ि और यि कायतिालाए आहद उसकी परीकषाए ि इनिी स उस गषजर कर अपन वयवसाय की अगली सीढी रक पिचना ि जसा हक एक छात भी कररा ि यि सिी ि हक सीिन की परहकरया जीवन म अनवरर चलरी ि और सभी इसस गषजरर ि लहकन यि सीिना सवय

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सोशल मीमिया मशकषक की वयावसामयक पगमत का नवीन उपकरण

हचता हसि

हिकषक की वयावसाहयक परगहर क हलए सरकार और हवदालय परबिन न एक रयिषदा ढाचा बना रिा ि इसम कायतिालाओ सहमनारो हवषय हविषजो क वयाखयानो और परहिकषणो पर जोर हदया जारा ि य कायतिालाए एक सीमा रक उपयोगी रो िोरी ि और इनम भाग लकर हिकषक कष छ िद रक लाभाहनवर भी िोरा ि लहकन जयादा बडा लाभ उस िहकषक सरर पर निी परिासहनक सरर पर हमलरा ि यि लाभ

सोशल मीडिया mdash डशकषक की वयावसाडयक परगडि का नवीन उपकरण 61

क परयासो स जयादा अचछी ररि हकया जा सकरा ि हिकषक भी यहद सवय इस परहकरया को हनिातररर कर इसका हनयामक बन रो यि परहकरया अहिक कारगर िो सकरी ि इसक हलए हिकषको को सवय आग आना िोगा आपस म एक-दसर क साथ काम करना िोगा यि धयान भी रिना िोगा हक सामहिक िोन की यि परहकरया परिासहनक लाभो क हलए न िो जसाहक पराय िोरा ि एक हिकषक क रप म अपन हवषय पर और अपन हवदाहथतयो पर उसकी पकड और परभावी िो इसक हलए िो समिीकरण की यि परहकरया सचार यषग म बिर आसान िो गयी ि और हिकषको को इस सषहविा का लाभ लना िोगा सोिल मीहिया म अपन दनहदनी जीवन म रो व हकरयािील िोर िी ि यिी हकरयािीलरा वयवसायगर भी िो सकरी ि इस पर भी हिकषको को धयान दकर आग आना िोगा रकनीक रो उदशय हनरपकष िोरी ि यि एक िहथयार निी उपकरण ि हजस कष िलरा स उपयोग करन वाला एक नयी दषहनया का हनमातण कर सकरा ि और हिकषक रो सवाभाहवक हनमातरा ि वि छात का भहवषय हनमातण कररा ि और परकारानरर स दि का भी

एक हिकषक को यि सबस पिल समझना िोगा हक इस आदित को वि वयविार क िरारल रक उरार एक हिकषक िी यि कर सकरा ि बस उस इसक हलए पारपररक और बिी-बिाई रीर स िटकर आिषहनक और आज क सदभत म सोचना िोगा

मशकषक सगठन mdash वयावसामयक पगमत क मलएहिकषको का सगठन आपसी सियोग स वयावसाहयक परगहर क हलए िो परिासहनक निी िहकषक िो

अहिकारो क परहर सघषत क हलए िी निी दिभर म हिकषको क अनक सगठन ि और व जररी भी ि लहकन व एक-आयामी ि दिभर म फल दसर सभी सगठनो की ररि व भी अपन अहिकारो की बार िी जयादा करर ि और इस िी वयावसाहयक परगहर स जोडर ि यि वयावसाहयक परगहर हिकषक क वयवसाय का एक आयाम िो सकरी ि लहकन वयावसाहयक परगहर का मल अथत हिकषक की अपन हवषय क परहर जागरकरा उसक बार म हनररर अधययन उसम नवाचार और हिकषण म इस परकार परापर नवीनरम जानकाररयो उपलहबियो और अपन हवषय क नय आयामो को छातो रक पिचाना भी ि अभी िमारी हिकषा वयवसथा का जो ढाचा ि उसम हनिातररर पाठयकरम को रय समय म परा कराकर हिकषक क करतवय की पहरत िो जारी ि और उसक कायत का मलयाकन उसक हवषय म हकरन परहरिर छात सफल रि इसक दारा कर हलया जारा ि यिा हकरन परहरिर हवदाथथी हकरन परहरिर अको म सफल िए यिी मापदि हिकषक की हिकषक क रप म सफलरा का सचक ि जोर सफल रिन पर ि सीिन-हसिान पर निी ि

इस परकार िम दिर ि हक हि कषक और परिासनपरबिन क बीच काम का बटवारा िो गया ि एक ओर हिकषक सगठन जिा अपन अहिकारो क हलए एकजषट रिर ि विी दसरी ओर परिासन परबिन उनकी रयिषदा वयावसाहयक परगहर क चरणो की पहरत क हलए हवहभनन ररि की कायतिालाओ सहमनारो हवषय हविषजो क वयाखयानो और परहिकषणो की वयवसथा और उस पर अमल क हलए सहकरय रिरा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201862

हिकषक दारा हिकषक की और हिकषक क हलए जसी वयवसथा अभी भी पणतरः हवकहसर निी िो पायी ि जो हकसी भी परजाराहतक वयवसथा का आिार िोरी ि जस जनरा परजारत म सवय रय कररी ि हक उस कसा नरतव और नीहर चाहिए और उस नरतव को zwjतया करना चाहिए वसा िी हिकषक को भी करन का अहिकार और अवसर दना चाहिए

हिकषा क बार म हिकषक को िी रय करन का अहिकार िोना चाहिए और उसकी बार को िी अहरम माना जाना चाहिए

मशकषक नीमत-मनमाषता क रप मगािी जी इस बार म हवचार करन वाल सबस पिल वयहzwjतर थ उनका मानना था हक हिकषा कसी िोनी चाहिए उसका सवरप कसा िोगा और कस वो दी जायगी य हिकषाहवद सरकार रथा हवदरजन रय निी करग बहलक हिकषक और उनक साथ छात वगत इस परहकरया म योगदान करन वाला एक मात समि िोगा हिकषक को नीहर-हनमातरा क रप म आग आना िोगा उस अपनी वयावसाहयक परगहर क हलए परहिकषण कायतिालाओ हिकषण सामगरी पाठयकरम हनिातरण आहद म सीि और एकमात िसरकषप करन को रयार रिना िोगा जबहक हिकषक की परगहर हिकषक क दारा िी हनिातररर िोगी रो उसक पालन की बिरर हसथहरया बनगी और पररणाम बिरर िोग

हिकषक एक समि क रप म अपनी आवशयकराओ जस mdash परहिकषण की जररर परापर परहिकषण का हवशलषण हिकषा और हिकषण पर सलाि दकर इस परकार की गहरहवहियो को जयादा कारगर बना सकरा ि अपना लकय पणत कर सकरा ि उनि परासहगक

बना सकरा ि और अपन सीहमर समय का बिरर उपयोग कर सकरा ि

इसक हलए हिकषक को परहिकषण की हजममदारी सवय लनी िोगी और परिासन एव परबिन को उस यि दनी िोगी सहमनार परहिकषण वयाखयान टकमीट और इन सबका बाद म अनषसरण इसस परापर जानकाररयो का ककषाओ म उपयोग हवषय हविष क समिो का हनमातण राहक जानकाररयो का आदान-परदान कर ककषा म उनि अपनाया जा सक आहद इसक अग ि

जब हिकषक यि रय करगा रो वि यि भी धयान रि पाएगा हक इसस उसका हिकषण परभाहवर न िो zwjतयोहक हवदालय की समय सीमा का धयान भी रिा जाना जररी ि

मश कषक mdash अचछा मशकषण और सीखन क नय आयाम अचछा हिकषण और सीिना कसा िोना चाहिए इन बारो पर एक हिकषक जयादा अचछ स गौर कर सकरा ि मलभर जीवन मलयो को दहनक जीवन स कस जोडा जा सकरा ि वि इस पर बिरर काम कर सकरा ि अरः हिकषक की वयवसथागर परगहर को हिकषण की परहzwjतटस स भी जोडना िोगा इसक हलए उस हदया जा रिा परहिकषण अकादहमक पाठ पर निी ककषा म पढाय जा रि पाठ पर िोना चाहिए इस परहकरया का अवलोकन सवय हिकषक दारा िी िो यि हिकषक क सवय क हवदालय म या दसर हवदालय म हकया जा सकरा ि इसहलए उनि ऐसी कायतिालाए दी जानी चाहिए हजसम उन हवषयगर पाठो पर चचात िो जो व पढा रि िो इसक हनिातरण म हिकषक िी मितवपणत भहमका हनभा सकरा ि

सोशल मीडिया mdash डशकषक की वयावसाडयक परगडि का नवीन उपकरण 63

इसक अलावा सवाधयाय भी हिकषक को मजबर बनारा ि और इसक अनक माधयम आज उपलबि ि सचार रकनीक और सोिल मीहिया उसम मितवपणत सथान रिर ि

सोशल मीमिया mdash मशकषक की वयावसामयक पगमत का एक उपकरणिमारी िरी की सचार-कराहर न िम जो सषहविाए उपलबि करायी ि और िमार जीवन म जो बदलाव आया ि उसकी सबस मजबर अहभवयहzwjतर सोिल मीहिया क रप म िई ि फसबषक टहवटर और विाटसएप मसनजर आहद कई माधयम और पलटफामत आज िम उपलबि ि इनिोन िम आपस म सवाद करन जोड रिन और अहभवयzwjतर करन म इरना सियोग हकया ि हक एक परी दषहनया िमारी मषटी म हसमट आयी ि जसा हक किा जारा ि िर चीज अब हसफत एक हzwjतलक पर उपलबि ि सामाहजक जषडाव का सिzwjतर माधयम िोन क कारण इस सोिल मीहिया नाम हदया गया ि जो साथतक ि बस इसकी साथतकरा इसक सकारातमक उपयोग म ि

िमम स कोई भी इन माधयमो क उपयोग स अछरा निी ि हिकषक भी निी िोगा और िोना भी निी चाहिए आवशयकरा बस इस बार की ि हक वो इस माधयम को अपनी वयवसाहयक परगहर क हलए एक उपकरण की ररि काम म ल िहथयार की ररि निी और मनोरजन या समय गषजारन क सािन क रप म भी निी

सोिल मीहिया क इस पलटफामत को सटाफरम की ररि काम म हलया जा सकरा ि बस उसकी नकारातमकरा िावी न िो जाय इसका धयान रिना

िोगा यि सवसथ बिस का मच बन वाद-हववाद का निी

हिकषक को नटवहकइ ग भी करनी चाहिए हजसस समान हवचारिारा क दसर हिकषक उसस जषड इस नटवहकइ ग म कवल हि कषक िी िहमल न िो बहलक हिकषा म और उसकी परगहर म रहच रिन वाल छातो क अहभभावक एव छात भी िहमल िो इसका कारण यि ि हक हिकषण एक ऐसा वयवसाय ि हजसक बार म परायः िर वयहzwjतर यि राय रिरा ि हक इस कस हकया जाना चाहिए या इस कसा िोना चाहिए

इस परकार समान हवचारिारा और वयवसाय क लोग जब जषडर ि रो हवचारो क आदान-परदान स बिन मजबर िोरा ि नय ररशर बनर ि और अपन वयवसाय क परहर जषडाव गिरा िोरा ि सोिल मीहिया इसक हलए सबस अचछा माधयम ि इसस वयवसाय म मदद सलाि सचना हिकषण म मदद करन वाल नय उतपादो रथा हवषय हविषजो की हविषजरा का सीिा लाभ आसानी स हमल जारा ि इस ररि सोिल मीहिया एक उपलहबि भी ि

अब िम दि हक हकस ररि सोिल मीहिया क य हवहभनन उपकरण हिकषक की वयवसाहयक परगहर म योगदान द सकर ि

bull मर mdash इसका सबस बिरर उपयोग परशन करक हकया जा सकरा ि एक परशन म आप अनक उततर पा सकर ि हिकषा क बार म बार कर सकर ि इस पर सहकरय रिकर एक हिकषक सवय बिस क अररातषटीय और राषटीय रथा सथानीय मषदो रक पर अपनी राय रि सकरा ि और दसरो क हवचार जान सकरा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201864

bull educhatkinderchatniedchatieeytalking mdash इसम हिकषक की सिायरा करन वाल कष छ अहर परचहलर अवयव ि

bull फसबक mdash फसबषक पर अपनी सहकरयरा को एक हिकषक दसर हिकषको क साथ एक समि रयार कर रचनातमक अहिगम िल आिाररर अहिगम जस नवाचारो को अपनान क बार म अपनी राय रि सकर ि राय ल सकर ि अपन दारा हकय गय नवाचारो को परदहितर कर सकर ि और उस पर सषझाव परापर कर सकर ि और द सकर ि

bull ास-ऐप mdash िमम स लगभग परतयक आज वाटस-ऐप पर सहकरय ि अकला भी और हकसी न हकसी समि म भी य अबरक का सबस सिzwjतर सोिल मीहिया उपकरण ि हिकषको को भी इस पर अपना गरषप बनाना चाहिए बस उसका उदशय वयावसाहयक परगहर याहन अपन हवषय स सबहिर जानकारी म परगहर करना िोना चाहिए यिी इस माधयम की सकारातमकरा ि हक इसस रषरर आपको लाभ हमल जार ि हिकषको को भी इस माधयम का उपयोग बषहधिमरापणत रप स कर अपनी वयावसाहयक परगहर को आिार दना चाहिए

bull इस माधयम क वॉयस-कॉल और वीहियो-कॉल जस फीचर हिकषक को अपन काम को वासरहवक समय म दसरो रक पिचान म मददगार िो सकर ि हकसी भी हवषय पर सामहिक हवचार-हवमित म िाहमल िो सकर ि सबस अचछी बार यि ि हक इसम कागजी कायतवािी स छष टकारा हमल जारा ि zwjतयोहक सब कष छ अपन-आप सव िोरा जारा ि और उसक िो जान का िररा भी निी रिरा इस पर

एक हवषय पर उरन हिकषक हवचार कर सकर ि हजरन एक zwjतलास म छात िोर ि

bull ऑनलाइन नटवहकइ ग हिकषको को अपना एक सवय का नटवकत हवकहसर करना चाहिए यि आमन-सामन एक-दसर स हमलन हवचारो क आदान-परदान सभी कषतो क सभी लोगो स बारचीर करन अपन िोिपचणो को सबक साथ साझा करन सवय की वबसाइट हवकहसर करक सभी रक पिचान इतयाहद म मदद कररी ि इस सबस आप अपन काम क बार म लोगो को यि बरा सकर ि हक आप हिकषण और उसकी परहकरया क बार म zwjतया हवचार रिर ि और इस पर उनक हवचार और सषझाव भी जान सकर ि

मशकषण का अतराषषटीय आयाम mdash इzwjरनzwj और सोशल मीमिया की भममकाहिकषण अब एक अररातषटीय मषदा बन गया ि हिकषक अब बािर और अपन दि क अलावा दसर दिो की हिकषा और हिकषा पधिहर पर धयान दन लग ि राहक विा िो रि नवाचारो को अपनाकर अपनी वयवसाहयक परगहर को दढ कर सक हभनन-हभनन दिो म हभनन-हभनन हवषयो क हिकषण म अनक नवाचार हकय जार रि ि और हकय जा रि ि

जापान म हिकषको क आपसी सियोग स हकया जान वाला हिकषण बिर परचहलर हिकषण पधिहर ि अररातषटीय सरर पर उतसषकरा जगारी रिी ि

इस पधिहर म हिकषको क आपसी सियोग स एक पाठ रयार हकया जारा ि उनक हिकषण का अवलोकन और हफर हवशलषण हकया जारा ि हिकषक एक-दसर स सीिर ि अपन हवचार साझा करर ि रथा उनि अपन हिकषण म सथान दर ि

सोशल मीडिया mdash डशकषक की वयावसाडयक परगडि का नवीन उपकरण 65

यि हिकषको क हलए एक िषला मच िोरा ि जिा वि हवचार-हवमित करर ि वयावसाहयक परगहर म आपसी सियोग का यि जापानी उदािरण िम भी अपना सकर ि और यि सब आभासी िरारल पर इटरनट और सोिल मीहिया की मदद स भी हकया जा सकरा ि

उपसहार हिकषा एक अनवरर चलन वाली परहकरया ि और हिकषक इसका चालक ि चालक का हनषपार िोना इस परहकरया म बिर सिायक िोरा ि हिकषक को इस बार म सवय परयास करन िोग उस नीहर हनिातरको

परिासको और परबिन की ओर न दिकर सवय इस हदिा म आग कदम बढाना िोगा सचना रकनीक क इस यषग म रो यि और भी आसान िो गया ि और वि बगर अपन कायतसथल अपन आस-पास अपन घर स दर जाए हनररर सहकरय रि सकरा ि यि दषहनया उसकी अगषहलयो पर हसमट आयी ि बस उस एक हzwjतलक भर करना ि एक परी दषहनया उसक हलए उपलबि िो जारी ि और वि कवल एक हिकषक िी निी रि जारा बहलक हिकषा का हनयामक भी बन सकरा ि आवशयकरा बस इस नय माधयम क सकारातमक पकषो को अपनान की ि

पररचयहवजान गतयातमक और हनररर पररवहितर जान का भिार ि हजसम अनषभव क नए-नए कषतो को िाहमल हकया जारा ि मानव का यि परयास रिा ि हक हवशव को समझन क हलए अवलोकनो क आिार पर अविारणाओ क नए मॉिल सथाहपर हकए जाए राहक हनयमो रथा हसधिारो रक पिचा जा सक एक परगहरिील समाज म हवजान मनषषय को गरीबी क कष चकर स बािर हनकालन अनहभजरा रथा अिहवशवास स दर करन म मषहzwjतरदारा की भहमका हनभा सकरा ि आज मानव का सामना रजी स बदलर िए हवशव स िो रिा ि जिा लचीलापन नवाचार रथा सजनातमकरा मितवपणत कौिल ि अरः हवजान-हिकषा क सवरप को हनिातररर करर समय इन मितवपणत कौिलो का धयान रिा जाना चाहिए अचछी हवजान-हिकषा वि ि जो हवदाथथी क परहर जीवन क परहर और हवजान क परहर िरी िो

उचच पराथहमक सरर पर हवजान को सजानातमक हवकास क सररो क अनषरप एक परमषि हवषय क रप

म पाठयचयात म िाहमल हकया जाना चाहिए इस सरर पर इसका पराथहमक सरर पर पढाए जा रि पयातवरण अधययन स हवजान क रतवो की ओर करहमक पररवरतन िो जारा ि यि आवशयक ि हक बचच क जान का हवकास िो और यि उसक आस-पास की वसरषओ स परापर अनषभवो स िषर हकया जाए बचच को सरल रकनीकी इकाइयो और मॉिलो को हिजाइन करन क हलए िाथ स काम करक और जनन रथा यौन सवासथय क बार म अहिकाहिक सीिर रिन क हलए पररहचर अनषभवो दारा हवजान क हसधिारो को समझन म िाहमल करना चाहिए वजाहनक अविारणाओ को मषखयरः गहरहवहियो परयोगो एव सवदकषणो क दारा समझा जाना चाहिए हवदालय और आस-पास की जान वाली समि गहरहवहिया बचचो क बीच आपसी चचातए हिकषक व बचचो क बीच चचातए सवदकषण आकडो क वयवसथापन रथा परदितहनयो क माधयम स परदितन सीिन-हसिान क मितवपणत घटक िोन चाहिए

उचच पाथममक सतर पर मवजान सीखन क पमतफल (ककषा 6 स 8)

11मवशर

पाठयकरम मनमनमलमखत मवरयो पसगो (थीम) पर आधाररत ह जो अतरमवरयक पकमत क ह mdash

y भोजन y पदाथत y सजीवो का ससार (जीव जगर) y गहरिील वसरषए वयहzwjतर एव हवचार y वसरषए कस कायत कररी ि y पराकहरक घटनाए y पराकहरक ससािन

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 67

पाठयचयाष सबधी अपकषाएउचच पराथहमक सरर पर हवजान पाठयचयात का उदशय हनमनहलहिर का हवकास करना ि mdash

y वजाहनक परकहर एव वजाहनक सोच y वजाहनक जान की परकहर की समझ जस mdash जाचन योय एकीकर अपयातपर नीहर-हनरपकष हवकासातमक

एव रचनातमक परकहर y हवजान क परहकरया कौिल हजसक अरगतर अवलोकन करना परशन उठाना सीिन क हवहभनन ससािना की

िोज िोज अनवषण की योजना बनाना पररकलपना का हनमातण एव उनकी जाच आकडो का सगरिण हवशलषण एव वयाखया िरष हवहभनन उपकरणो का उपयोग करना वयाखया म परमाणो दारा समथतन दना वकहलपक वयाखयाओ पर हवचार करन और उनक मलयाकन िरष समीकषातमक हचरन करना सवय क हवचारो पर मनन करना आहद िाहमल ि

y हवजान क उदभाव क ऐहरिाहसक पकष की समझ y पयातवरणीय सरोकारो क परहर सवदनिीलरा y मानव गररमा एव मानव अहिकारो लहगक समरा ईमानदारी एकरा सियोग क मलयो एव जीवन क

सरोकारो क परहर आदर

ककषा 6 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y परशन उठाना और उततरो की िोज करना mdash मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो जस mdash वनसपहर रि पषषप आहद

को अवलोकन योय हविषराओ जस mdash बाहय आकहर बनावट कायत गि आहद क आिार पर पिचान करर ि

y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क आिार पर भद करर ि जस mdash ररष (रि) एव िाग म मसला एव रिदार जड म हवदषर-चालक एव हवदषर-रोिक म आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash पदाथणो को हवलय अहवलय पारदिथी पारभासी एव अपारदिथी क रप म पररवरतनो को उतकरमणीय िो सकर ि एव उतकरमणीय निी िो सकर क रप म पौिो को िाक झाडी वकष हवसपथी लरा आरोिी क रप म आवास क घटको को जव एव अजव घटको क रप म गहर को सरल रिीय वरषतल एव आवरथी क रप म आहद

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash पिष चार म पोषक रतव कौन-स ि zwjतया समसर भौहरक पररवरतन उतकरमणीय हकए जा सकर ि zwjतया सवरतरापवतक लटका िआ चषबक हकसी हविष हदिा म अवहसथर िो जारा ि

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash भोजन और अभावजनय रोग वनसपहर एव जरषओ का आवास क साथ अनषकलन परदषको क कारण वायष की गषणवतता आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201868

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash पादप रिो का परससकरण पौिो एव जरषओ म गहर छाया का बनना समरल दपतण स परकाि का परावरतन वायष क सघटन म हवहभननरा वमथीकपोसट (कहमकपोसट) का हनमातण आहद भौहरक राहियो जस mdash लबाई का मापन करर ि रथा मापन को एसआई मातक (अररातषटीय मातक-परणाली) म वयzwjतर करर ि

y जीवो और परहकरयाओ क नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash पषषप क भाग सहिया हनसयदन (ह फलटर करना) जल चकर आहद

y अपन पररवि की सामहगरयो का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash हपनिोल कमरा पररसकोप हव दषर टाचत आहद

y वजाहनक अविारणाओ की समझ को दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash सरषहलर भोजन िरष भोजय पदाथणो का चयन करना पदाथणो को अलग करना मौसम क अनषकल कपडो का चयन करना हदकसची क परयोग दारा हदिा का जान करना भारी वषातअकाल की पररहसथहरयो स हनपटन की परहकरया म सषझाव दना आहद

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash भोजन जल हवदषर क अपवयय और कचर क उतपादन को नयनरम करना वषात जल सगरिण पौिो की दिभाल अपनान िरष जागरकरा फलाना आहद

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 69

ककषा 7 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स परशन उठाना और उततरो की िोज करना

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो जस mdash जरष रि दारो क

परकार दपतण और लस आहद को अवलोकन योय हविषराओ जस mdash छहवआकहर बनावट कायत आहद क आिार पर पिचान करर ि

y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क आिार पर भद करर ि जस mdash हवहभनन जीवो म पाचन एकहलगी व हदहलगी पषषप ऊषमा क चालक व कष चालक अमलीय कषारकीय व उदासीन पदाथत दपतणो व लसो स बनन वाल परहरहबब आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash पादप व जरष रि रथा भौहरक व रासायहनक पररवरतन

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash zwjतया फलो (रगीन फलो) क हनकषत का उपयोग अमलीय-कषारीय सचको क रप म हकया जा सकरा ि zwjतया िर रग स हभनन रग वाल पततो म भी परकाि सशलषण की परहकरया िोरी ि zwjतया सफद रग का परकाि बिर स रगो स हमलकर बनरा ि आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash िवा की गहर का वायष दाब स हमटटी क परकार का फसल उतपादन स मानव गहरहवहियो स जल सरर क कम िोन स आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash जरष रिो का परससकरण ऊषमा सविन क ररीक मानव व पादपो क हवहभनन अग व रत हवदषर िारा क ऊषमीय व चषबकीय परभाव आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201870

y रासायहनक अहभहकरयाओ जस mdash अमल-कषारक अहभहकरया सकषारण परकाि सशलषण शवसन आहद क िबद-समीकरण हलिर ि राप सपद दर गहरमान पदाथणो की चाल सरल लोलक की समय गहर आहद क मापन एव गणना करर ि

y नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash मानव व पादप अग-रत हवदषर पररपथ परयोगिाला-वयवसथाए रिम क कीड क जीवन-चकर आहद

y गराफ बनार ि और उसकी वयाखया करर ि जस mdash दरी-समय का गराफ

y अपन पररवि की सामगरी का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash सटथोसकोप एनीमोमीटर इलzwjतटोमगनट नयटन की कलर हिसक आहद

y वजाहनक अनवषणो की किाहनयो पर पररचचात करर ि और उनका मितव समझर ि

y वजाहनक अविारणाओ की समझ को दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash अमलीयरा स हनपटना हमटटी की जाच एव उसका उपचार सकषारण को रोकन क हवहभनन उपाय काहयक परवितन क दारा कहष दो अथवा दो स अहिक हवदषर सलो का हवहभनन हवदषर उपकरणो म सयोजन हवहभनन आपदाओ क दौरान व उनक बाद उनस हनपटना परदहषर पानी क पषनःउपयोग िरष उपचाररर करन की हवहिया सषझाना आहद

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash सावतजहनक सथानो पर सवचछरा परबिन िरष अचछी आदरो का अनषसरण परदषको क उतपादन को नयनरम करना हमटटी क कषरण को रोकन क हलए अहिकाहिक वकष लगाना पराकहरक ससािनो क

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 71

अतयहिक उपयोग करन क पररणामो क परहर लोगो को सवदनिील बनाना आहद

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201872

ककषा 8 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स परशन उठाना और उततरो की िोज करना

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क

आिार पर भद करर ि जस mdash पराकहरक एव मानव हनहमतर रिो सपकत और असपकत बलो हवदषर चालक और हवदषर रोिक क रप म रिव पदाथणो पौिो और जरषओ की कोहिकाओ हपिज और अिज जरषओ म आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash िारषओ और अिारषओ िरीफ और रबी फसलो उपयोगी और िाहनकारक सकमजीवो लहगक और अलहगक परजनन िगोलीय हपिो समापर िोन वाल एव अकषय पराकहरक ससािन आहद

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash दिन क हलए आवशयक िरज zwjतया ि िम अचार और मषरबबो म नमक और चीनी zwjतयो हमलार ि zwjतया रिव समान गिराई पर समान दाब िालर ि

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash िवा म परदषको की उपहसथहर क कारण िम-कोिर का बनना अमल वषात क कारण समारको का कषरण आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash मनषषय और जरषओ म परजनन धवहन का उतपनन िोना रथा सचरण हवदषर िारा क रासायहनक परभाव बिपरहरहबबो का बनना जवाला की सरचना आहद

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 73

y रासायहनक अहभहकरयाओ जस mdash िारषओ और अिारषओ की वायष जल रथा अमलो क साथ अहभहकरयाओ क हलए िबद-समीकरण हलिर ि

y आपरन और परावरतन कोणो आहद का मापन करर ि y सकमजीवो पयाज की हझलली मानव गाल की

कोहिकाओ आहद क सलाइि रयार करर ि और उनस सबहिर सकम लकषणो का वणतन करर ि

y नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash कोहिका की सरचना आि मानव जनन अगो एव परयोग सबिी वयवसथाओ आहद

y अपन पररवि की सामहगरयो का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash इकरारा इलzwjतटोसकोप अहन िामक यत आहद

y वजाहनक अविारणाओ को समझकर दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash अमलीयरा स हनपटना हमटटी की जाच एव उसका उपचार सकषारण को रोकन क हवहभनन उपाय काहयक परवितन क दारा कहष दो अथवा दो स अहिक हवदषर सलो का हवहभनन हवदषर उपकरणो म सयोजन हवहभनन आपदाओ क दौरान व उनक बाद उनस हनपटना परदहषर पानी क पषनःउपयोग िरष उपचाररर करन की हवहिया सषझाना आहद

y वजाहनक अनवषणो की किाहनयो पर पररचचात करर ि और उनका मितव समझर ि

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash ससािनो का हववकपणत उपयोग करक उवतरको और कीटनािको का हनयहतर उपयोग करक पयातवरणीय िररो स हनपटन क सषझाव दकर आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201874

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

मवशर आवशयकताओ वाल बचचो क मलए (पयाषवरण अधययन एव मवजान)कष छ हवदाहथतयो को पयातवरण अधययन रथा हवजान सीिर समय ककषा क भीरर रथा बािर आयोहजर परयोगो और िाथ स करन वाल हकरयाकलापो म गहरिीलरा रथा कायतसाहिर कौिलो क हलए सियोग की आवशयकरा िो सकरी ि ऐस ह वदाथथी अपन पाठ क अधययन म अनषकहलर या वकहलप क गहरहवहिया अनषकहलर उपकरण अहरररzwjतर समय सचना एव सचार परौदोहगकी (ICT) क उपयोग क अवसर हकसी वयसक या साथी क सियोग आहद उपलबि कराए जान स लाभाहनवर िोर ि जो उनि बाहिरा क कारण हमल निी पार ि

अरः कष छ हविष हसथहरयो म हनमनहलहिर अहरररzwjतर दिभाल अपहकषर ि mdash

दमषzwjबामधत बचचो क मलए

y अमरत रथा कहठन अविारणाए y परयोग हजनम हविष रप स िारीररक सषरकषा िाहमल ि y अहिक समय की आवशयकरा y बोित पर चॉक स हलिना परयोग परदितन गराफ और हचतो दारा परसरषरीकरण आहद जसी दिकर समझी

जान वाली जानकारी

शरवणबामधत बचचो क मलए

y अमरत िबदो की समझ रथा अमरत अविारणाओ जान हवचारो क मधय जषडाव (हवजान की कष छ अविारणाओ जस mdash परकाि-सशलषण आवास सकमजीव आहद हजनि हवदाथथी हबना दशय परसरषरीकरणो क निी समझ सकर ि)

y परयोगो का सचालन y ऐस परशनो को िल करन म जिा एक आयाम की जगि एक स अहिक आयामो जस mdash सखया

आकार आकहर रग आहद क आिार पर वसरषओ की रषलना की जाए

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 75

सजानातमक रप स बामधत तथा बौमधिक असमथषता वाल बचचो क मलए

y हवजान की रकनीकी भाषा को समझना y हवहभनन अविारणाओ क मधय अथतपणत कहडयो सबिो को सथाहपर करना (जस mdash दाब रथा बल क मधय) y योजना बनाना सषवयवहसथर करना करमीकरण रथा सामानयीकरण y अमरत अविारणाओ को समझना y हवजान क परयोगो का परबि रथा सचालन करना

पराथमिक मिकषक जलराई 201876

बालमन कछ कहता ह 12

िोरा ि उदशय हवजान काकरना समसया का समािानकरक वजाहनक परयतनकरना सजन नवीन जान

अपनाकर lsquoपरहकरयाrsquo हवजान की रच हवजान क lsquoउतपादrsquoसमझकर कषमरा सवय की कर दर अिहवशवास

अपनाकर हवहिया हवजान की करक वजाहनक हकरयाकलाप बन वजाहनक आप बनाए समाज को उननर

अपनाकर पधिहर हवजान की करक नई-नई बार मालमसवय समझ आप कर वजाहनक परयास

सहविान का ि यिी किना वजाहनक दहषटकोण िो सबका अपना कर सजन रमन बोस कलाम की ररि करक िोज सतय की

कर भारर को मिान बनाए भारर को मिान

सषनील कष मार गौड

मिकक-पमिकक पाठयचयात हवभाग राजय िहकषक अनषसिान एव परहिकषण पररषद उततरािणि दिरादन-248008

कमवता 13

मवजान की मशकषा

एनसीईआरzwjी क कछ अनय पकाशन

Joy of Theatre` 21000pp181Code mdash 13171

ISBN mdash 978-93-5292-017-4

vfd tkudkjh osQ fy o`Qik wwwncertnicin nsf[k vFkok dkWihjkbV i`B ij fn x irksa ij Okikj izcad ls laioZQ djsaA

सगीत` 18000pp148Code mdash 13173

ISBN mdash 978-93-5292-020-4

एनसीईआरzwjी क कछ अनय पकाशन

कठपतली क खल एव अमभनय हत कहामनया

` 5000 पषठ 34कोि mdash 13161

ISBN mdash 978-93-5007-859-4

मलखन की शारआत एक सवाद` 16500 पषठ 132

कोि mdash 32107ISBN mdash 978-93-5007-268-4

लखको क तलए तदशा तनददश

bull लदख सरल भाषा म तरा रोचक होना चाकहएbull लदख की कवषय-वसत 2500 सद 3000 या अकधक शबदो म डबल सपदस म टककत होना वाछनरीय हbull कचत कम सद कम 300 dpi म होनद चाकहएbull ताकलका गाफ कवषय-वसत कद सार होनद चाकहएbull कचत अलग सद भदजद जाए तरा कवषय-वसत म उनका सरान सपषट रप सद अककत ककया जाना

चाकहएbull शोध-पतो कद सार कम सद कम साराश भरी कदया जाएbull लदखक लदख कद सार अपना सकषिzwjपत कववरण तरा अपनरी शकषिक कवशदषजञता अवशय भदजbull शोधपरक लदखो कद सार सदभथ की सयचरी भरी अवशय दbull सदभथ का परारप एनसरीईआरटरी हाउस सटाइल कद अनसार कनमनवत होना चाकहए ndash

सदन गzwjपत मजरीत 2013 परारमभकzwjबरालzwjयरावसथराzwjदखभरालzwjऔरzwjमिकषरा परीएचआई लकनिग परा कल कदललरी

लदखक अपनद मौकलक लदख या शोध-पत सटॉफ़ट कटॉपरी (ययनरीकोड म) कद सार कनमन पतद पर या ई-मदल पर भजद ndash

अकादतमक सपादकपराथतमक तशषिक

परारतभक तशषिा तरभागराषzwjटीzwjय शतषिक अनसिान और परतशषिण पररषद

शी अरतरद मागवा नzwjयी तदलली 110 016ई-मल ndash prathamikshikshakgmailcom

रजि न 3242776

  • Cover I
  • Cover II
  • Chapter_Prathmik Shikshak july 2018
  • Cover III
  • Cover IV
Page 3: ISSN 0970-9312 izkFkfed f’k{kd - NCERT...भ ष हवच र हभव यह तर क सबस स तर म ध यम िै। हिंदी भाषा, स ंसार

हिदी बाल कावzwjय का बदलता सzwjवरप और बचzwjच 1

इस अक म

सवाद 3

लख

1 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण अदलीब 5 िरष उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का परयोगातमक अधययन

2 हिदी बाल कावय का बदलरा सवरप और बचच टीना कष मारी 12

3 समाविी हिकषा म हिकषण अहिगम परहकरया अहिलि यादव 17

4 हवदालय परबिन सहमहर की भहमका एव कायत हवकरम कष मार 24

5 हवजान-गीर रहच वमात 30 सगीर की िहzwjतर दारा हवजान का परभावी हिकषण

6 भावातमक हवकास पनम 35

7 बाल क हरि र हि कषा रथा परगहरिील हि कषा सषनना हमततल 42

8 पराथहमक बाल हिकषा क लकय रथा हकरयाकलाप पदमा यादव 48

9 हिकषक की जवाबदिी स हिकषा वयवसथा की गषणवतता म सषिार एम एम रॉय 55

10 सोिल मीहिया हचता हसि 60 हिकषक की वयावसाहयक परगहर का नवीन उपकरण

fo|k ls vejRoizkIr gksrk gSA

ijLij vkosfVr gal jkVordfh kSfkd vuqlaku vkSj izfkkk ifjkn~ (u-lh-bZ-vkj-Vh-) osQ dkZ

osQ rhuksa ikksa osQ dhdjk osQ izrhd gSamicro(i) vuqlaku vkSj fodkl]

(ii) izfkkk] rFkk (iii) foLrkjAg fMrdquokkbu dukZVd jkT osQ jkpwj frdquokys esa eLosQ osQ fudV gqbZ [kqnkbksa ls izkIr bZlk iwoZ

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miqZDr vknkZ okD bZkkokL mifukn~ ls fyk xk gS ftldk vFkZ gSampfo|k ls vejRo izkIr gksrk gSA

ISSN 0970-9312

पाथममक मशकषक

वरष 42 अक 3 जलाई 2018

पराथमिक मिकषक जलराई 20182

मवशर

11 उचच पराथहमक सरर पर हवजान सीिन क परहरफल (ककषा 6 स 8) 66

बालमन कछ कहता ह

12 मरी मममी महदिा िान 77

कमवता

13 हवजान की हिकषा सषनील कष मार गौड 78

सवाद

बचच अपन पररवि म अनक परकार क अनषभवो को गरिण करर िए पलर और बढर ि राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 बचचो क सकली जीवन को बािर क जीवन स जोडन का समथतन कररी ि बाल-क हरि र हि कषण अहि गम परहकरयाए अपनान पर बल दरी ि रथा हवहभ नन कौिलो का हवकास करर िए जान सजन करन की बार किरी ि ह िकषा क इन उदशयो की पहरत क हलए ह िकषको की भहमका अिम िो जारी ि

ह िकषा क कषत म आज अनको नवाचार िो रि ि ह िकषक सहमनार कॉनफस परहिकषण कायतकरमो आहद म भाग लकर सवय को सामहयक बनाए रिन का परयतन कर रि ि उनक यि परयतन सरािनीय ि अपन दारा हकए गए परयासो को व दसरो क साथ हवहभ नन माधयमो दारा जस mdash सोिल मीहिया पहतकाओ इतयाहद क दारा साझा भी कर रि ि

िमार इस अक म भी ह िकषका दारा हकए गए कष छ ऐस िी परयास हवचार लि जस mdash समाविी ह िकषा हवदालय परबिन सहमहर सगीर की िहzwjतर भावातमक हवकास बाल-क हरिर ह िकषा सोिल मीहिया का परयोग ह िकषको की जवाबदिी आहद िाहमल ि

आिा ि यि अक आपको पसद आएगा आप भी पहतका क हलए लि भज सकर ि लिको क हलए हदिा-हनददि पहतका क अर म हदए गए ि पहतका म सषिार िरष आप िम अपन सषझाव भज सकर ि

अकादमिक सपादक

1

महदी माधयम क मशकषक-पमशकषओ की वतषनीगत अशमधियो क मनराकरण हत उपचारातमक हसतकषप

कायषकरम क पभाव का पयोगातमक अधययनअदलीब

भाषा हवचाराहभवयहzwjतर का सबस सिzwjतर माधयम ि हिदी भाषा ससार की सषवयवहसथर भाषाओ म स एक ि भाषा क दो मषखय रप ि mdash मौहिक रथा हलहिर हजस परकार मौहिक भाषा म िबदो क िषधि उचचारण म अिषहधिया िो सकरी ि उसी परकार हलहिर भाषा म छात परायः िबदो क िषधि रप-लिन अथवा वरतनी म भी अिषहधिया करर ि वरतनी का िाहबदक अथत ि mdash वरतन या अनषवरतन अथातर पीछ-पीछ चलना अिषधि वरतनी क रीन मषखय कारण ि mdash

महदी वणषमाला क वणणो का सही जान न होनाहिदी वणतमाला क कष छ वणणो क दो रप परचहलर िोन क कारण सयषzwjतराकषरो क आकार रथा माताओ क परयोग का सिी जान न िोन क कारण वयजनो क सयोग क हनयम हवभहzwjतर-हचहन रथा पचम वणत क उहचर परयोग का जान न िोना आहद कारणो स भी छात लिन म अिषहधिया करर ि

अशधि उचचारणहिदी धवहनयो क उचचारण रथा धवहन हचहनो की समरपरा क कारण अिषधि उचचारण िोन स वरतनी क भी अिषधि िोन की आिका बनी रिरी ि

सहायक परोफसर आईएएसई जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय नयी हदलली

लख

हजस परकार मौहिक भाषा म िबदो क िषधि उचचारण म अिषहधिया िो सकरी ि उसी परकार हलहिर भाषा म छात परायः िबदो क िषधि रप-लिन अथवा वरतनी म भी अिषहधिया करर ि िषधि वरतनी हिकषण म पराथहमक सरर पर अधयापक की भहमका क मितव को समझर िए इस िोि-पत म भावी अधयापको अथातर (िीएलएि हिदी माधयम) क परथम वषत म अधययनरर 50 महिला रथा पषरष हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का अधययन हकया गया उनकी वरतनी सबिी अिषहधियो क हनराकरण क हलए इस परयोगातमक िोि म पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क मधय म उपचारातमक िसरकषप कायतकरम भी हदया गया िोि क पररणामो म यि कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण म परभावी पाया गया

पराथमिक मिकषक जलराई 20186

वयाकरण क मनयमो का जान न होनासहि क हनयम उपसगत और परतयय क योग स िबद बनान क हनयम हलग वचन रथा हवकार सबिी हनयम आहद का उहचर जान न िोन क कारण वरतनी सबिी अिषहधिया िोरी ि

हिदी भाषा क िषधि उचचारण रथा वरतनी हिकषण म अधयापक की भहमका अहर मितवपणत ि हविषकर पराथहमक सरर पर zwjतयोहक पराथहमक सरर पर सीिी गयी भाषा भहवषय म सीि जान वाल जान की आिारहिला ि इसी हवषय को धयान म रिर िए पराथहमक सरर पर हिदी-हिकषण क हलए परहिकषण ल रि हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का अधययन हकया गया

समसया कथन समसया कथन इस परकार ि mdash हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का परयोगातमक अधययन

चरो की पररचालन पररभारा वतषनीगत अशमधिया mdash एनसीईआरटी दारा हनहमतर दसवी ककषा की हिदी की पाठयपषसरक म आचायत मिावीर परसाद हद वदी दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का ििनrsquo नामक हनबि का शषरलि हिकषक-परहिकषषओ को हदया गया वरतनीगर अिषहधियो का रातपयत इस लि म हिकषक-परहिकषषओ दारा की जान वाली वरतनी सबिी अिषहधिया ि

उपचारातमक हसतकषप कायषकरम mdash उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण क हलए पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क मधय म सचाहलर गद-हिकषण की lsquoसपषटीकरण हवहिrsquo पर आिाररर रथा िोिाथथी दारा हनहमतर हतहदवसीय कायतकरम िमहदी माधयम क मशकषक-पमशकष mdash हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ स अहभपराय जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय क िीएलएि कायतकरम परथम वषत (हिदी माधयम) म अधययनरर सती एव पषरष हि कषक-परहि कषको स ि

अनसधानातमक पशन1 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा

हिकषक-परहिकषषओ दारा की गई हिदी की वरतनीगर अिषहधियो का वरतमान सरर zwjतया ि

2 zwjतया उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ दारा की गई वरतनीगर गलहरयो का हनराकरण करन म परभावकारी ि

शोध क उदशय1 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा

हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी हिदी की वरतनीगर अिषहधियो की रषलना करना

2 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का अधययन करना

3 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव की रषलना करना

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 7

शोध की शनय पररकलपनाए1 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी

हिदी की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

2 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का कोई साथतक परभाव निी पडरा ि

3 हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव म कोई साथतक अरर निी ि

शोध का सीमाकन1 इस िोि का सीमाकन कवल राषटीय राजिानी

कषत हदलली रक हकया गया ि 2 यि िोि कवल जाहमया हमहललया इसलाहमया

हवशवहवदालय म िीएलएि कायतकरम म अधययनरर हिकषक-परहिकषषओ रक सीहमर ि

3 यि िोि कवल हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ रक सीहमर ि

शोध मवमध तथा अनसधानातमक अमभकलपपरसरषर िोि म परयोगातमक हवहि का परयोग हकया गया ि इस िोि म परयोगातमक हवहि क lsquoएकल समि पवत परीकषण ndash पशच परीकषण अहभकलपrsquo का परयोग हकया गया ि

जनसखया एव नयादशष परसरषर िोि की लकय जनसखया ( t a r g e t population) हदलली म िीएलएि पाठयकरम हिदी माधयम म अधययनरर समसर हिकषक-परहिकषष ि इस िोि क हलए जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय म िीएलएि हिदी माधयम म

अधययनरर 24 पषरष रथा 26 महिला हिकषक-परहिकषषओ का अधययन हकया गया नयादित (sample) क चयन म lsquoसोदशय नयादित रकनीकrsquo (purposive sampling technique) का परयोग हकया गया

शोध उपकरणो का मनमाषण तथा पदतो की सकलन पमकरया िोिक न पवत चयहनर नयादित पर एक समि क रप म हिदी वरतनी सबिी उनक जान का हनदानातमक परीकषण हकया हजसक हलए िोिक न एनसीईआरटी दारा हनहमतर दसवी ककषा की हिदी की पाठयपषसरक स आचायत मिावीर परसाद दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का िणिनrsquo नामक हनबि का चयन हकया इस हनबि का चयन इसम हिदी भाषा क कष छ रतसम िबद रपो रथा रढ िबदावली क परयोग क कारण हकया गया पवत परीकषण म िोिक क दारा आचायत मिावीर परसाद दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का िणिनrsquo नामक हनबि सपषटरः पढ जान क साथ-साथ हिकषक-परहिकषषओ को अपनी उततर-पषहसरकाओ म शषरलि हलिन का भी हनददि हदया गया पवत परीकषण क आिार पर हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो का हवशलषण हकया गया रथा इसक अनषसार उनकी वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण क हलए िसरकषप कायतकरम का हनमातण हकया गया पवत परीकषण क चार हदन पशचार हतहदवसीय िसरकषप कायतकरम का सचालन हकया गया इस कायतकरम म हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो का हनराकरण गद-अधयापन की lsquoसपषटीकरण हवहिrsquo क माधयम स हकया गया

पराथमिक मिकषक जलराई 20188

इस हवहि म हिकषक-परहिकषषओ दारा अिषधि हलि गए िबदो की िषधि वरतनी रथा अथत उपसगत परतयय समास सहि-हवचछद पयातयवाची िबद हवलोम िबद अथत परसार रथा वाzwjतय-परयोग क माधयम स उन िबदो का हवशलषण करक समझाया गया रदोपरार छातो की समझ की जाच िरष उनि एक-एक करक िोिक क दारा बोल गए िबद शयामपटट पर िषधि वरतनी क साथ हलिन क हलए किा गया िसरकषप कायतकरम का सचालन रीन हदवस रक चला इसक चार हदन पशचार हिकषक-परहिकषषओ का पशच परीकषण हकया गया हजसम उनि विी शषरलि हलिन का हनददि हदया गया जो उनिोन पवत परीकषण म हलिी थी इस कायतकरम का एक अहरररzwjतर लाभ यि िआ हक हिकषक-परहिकषष िबदो की िषधि वरतनी क साथ-साथ उनक उहचर अथत समझ पाए रथा

हवशलषण हवहि क माधयम स पयातयवाची हवलोम िबद उपसगत परतयय सहि समास आहद क हवषय म भी सीि पाए साथ िी िबदो का वाzwjतय म परयोग कर पान म भी सकषम िो पाए

पयकत सामखयकीय तकनीकपरसरषर िोि म परयोगातमक हवहि क lsquoएकल समि पवत परीकषण और पशच परीकषण अहभकलपrsquo का परयोग हकया गया ि परापर परदततो का साहखयकीय हवशलषण यषहमर नयादित परीकषण (Paired sample lsquotrsquo test) क दारा हकया गया ि

उदशय 1 स सबमध त पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी हिदी की वरतनीगर अिषहधियो की रषलना करना

तामलका 1 mdash उपचारातमक हसतकषप कायषकरम की सरचना

करस शबद अथष सपषzwjीकरण मवमध सपषzwjीकरण1 िोक दषःि िद हवलोम िषत

2 हवदमान उपहसथर परतयय हवद+मान

3 गि-सषि गिसथ सषि समास गि-सषि (रतपषरष समास)

4 िमत-िासत िमत सबिी िासत समास िमत-िासत (रतपषरष समास)

5 ससकर क गरथ ससकर की पषसरक अथत-परसार ससकर भाषा म हलिी िई विर पषसरक

6 कष हिहकषर बषरी हिकषा परापर हकय िए उपसगत कष +हिहकषर

7 सषहिहकषर अचछी हिकषा परापर हकय िए उपसगत सष+हिहकषर

तामलका 2 mdash सवततर नयादशष परीकषण ( Independent sample lsquotrsquo test)

वतषनीगत तरमzwjया अक

सखया माधय मानक मवचलन सवततरता-मिगी t का मान

p का मान

मzwjपपणी

छात 24 223 139 48 126 021 साथतक निी ि

छाताए 26 171 150

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 9

राहलका 2 स यि हनषकषत हनकलरा ि हक पषरष रथा महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

उदशय 2 स सबमधत पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का अधययन करना

राहलका 3 क अवलोकन स पररीर िोरा ि हक t अनषपार 1013 ि रथा p का मान 000 ि जो 01 हवशवसररा क सरर पर साथतक ि अरः िनय

परीकषण क शषरलि म पवत परीकषण की रषलना म

हनमन वरतनीगर अिषहधिया की गयी ि अथातर

उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी

हसधि िआ ि

उदशय 3 स सबमध त पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप

कायतकरम क परभाव की रषलना करना

तामलका 3 यममत नयादशष परीकषण (Paired Sample lsquotrsquo Test)

यम अतर t का मान

सवततरता मिगी

p का मान (Sig 2 tailed)

माधय लाभाक

मानक विचलन माधय की मानक तरवि

वरतनी सबिी तषहटया पवत एव पशच परीकषण

152 106 150 1013 49 000

तामलका सखया 4 यममत नयादशष सामखयकी (Paired Sample Statistics)

सखया माधय लाभाक मानक मवचलन माधय की मानक तरविपवत परीकषण 50 196 145 206

पशच परीकषण 50 43 48 068

पररकलपना 2 को हनरसर हकया जारा ि यि हनषकषत हनकलरा ि हक हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का साथतक परभाव पडरा ि राहलका 4 क अवलोकन स पररलहकषर ि हक पवत परीकषण का माधय लाभाक 196 ि रथा पशच परीकषण का माधय लाभाक 43 ि पशच परीकषण क हनमन माधयाक स सपषट िोरा ि हक हिकषक-परहिकषषओ दारा पशच

राहलका सखया 5 क यष म 1 का अवलोकन करन स सपषट ि हक पषरष हिकषक-परहिकषषओ क पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क सदभत म t का मान 859 ि जो 05 रथा 01 दोनो सररो पर साथतक ि हजसस यि हनषकषत हनकलरा ि हक हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म उपचारातमक िसरकषप कायतकरम परभावकारी ि इसी परकार महिला हिकषक-परहिकषषओ क पवत परीकषण रथा पशच परीकषण

पराथमिक मिकषक जलराई 201810

क सदभत म t का मान 610 ि रथा p का जो न कवल 05 सरर पर अहपरष 01 सरर पर भी साथतक ि हजसस यि सपषट चलरा ि हक महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क सषिार पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का सकारातमक परभाव पडा ि

राहलका सखया 5 का अवलोकन करन पर िम पार ि हक पवत परीकषण रथा पशच परीकषण म पषरष हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो क माधय का लाभाक 173 ि पवत परीकषण रथा पशच परीकषण म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो क माधय का लाभाक 1331 ि महिला हिकषक-परहिकषषओ का लाभाक पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म कम िोन का आिय यि ि हक पशच परीकषण म महिला हिकषक-परहिकषषओ न पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म वरतनी सबिी अिषहधिया कम की ि

शोध क पररणाम व मनषकरष1 पषरष हिकषक-परहिकषषओ रथा महिला परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

2 उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी ि

3 उपचारातमक िसरकषप कायतकरम पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म अहिक परभावकारी हसधि िआ ि

शोध क मनमहताथषपरसरषर िोि स यि सपषट ि हक पषरष हिकषक-परहिकषषओ रथा महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर न िोन का अथत सभवरः यि भी ि हक पराथहमक सरर पर हिदी भाषा

तामलका 5 यममत नयादशष परीकषण (Paired Sample t Test)

यम अतर t का मान

सवततरता मिगी

p का मान (Sig 2 tailed)

माधय लाभाक

मानक विचलन

माधय की मानक तरवि

यष म 1 वरतनीगर तषहट (छात) पवत-वरतनीगर तषहट (छात) पशच

173 987 201 859 23 000

यष म 2 वरतनीगर तषहट (छाताए) पवत-वरतनीगर तषहट (छाताए) पशच

133 1112 218 610 25 000

तामलका सखया 6 यममत नयादशष सामखयकी (Paired Sample Statistics)

माधय लाभाक सखया मानक मवचलन माधय की मानक तरवियष म 1 वरतनीगर तषहट (छात) पवत 223 24 139 283

वरतनीगर तषहट (छात) पशच 50 24 453 092

यष म 1 वरतनीगर तषहट (छाताए) पवत 1712 26 1503 295

वरतनीगर तषहट (छाताए) पशच 381 26 515 101

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 11

की वरतनी हसिान म पषरष रथा महिला म कोई अरर निी िोरा ि उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी हसधि िआ ि अरः पराथहमक सरर क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का समान परकार क िसरकषप कायतकरमो क माधयम स हनराकरण हकया जा सकरा ि उपचारातमक िसरकषप कायतकरम पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म अहिक परभावकारी हसधि िआ ि इसका कारण सभवरः यि ि हक सामानयरः महिलाए पषरषो की रषलना म अहिक रीवर गहर स भाषा सीिरी ि रथा भाषा को िषधि रप म बोलन का आदित अनषकरण िीघररा स कर लरी ि

आग शोध क मलए सझाव bull हिदी भाषा क िषधि रप को हलिना हसिान क

हलए वरतनी-िषहधि अहर आवशयक ि इसक हलए उपचारातमक िसरकषप कायतकरम अतयर सिायक हसधि िो सकर ि अरः इनक परयोग दारा भाषा िषहधि की जानी चाहिए

bull उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क हरिर समान परकार क िोि हवहभनन सरर क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को दर करन िरष हकय जा सकर ि

bull न कवल हिकषक-परहिकषषओ अहपरष सभी अकादहमक सररो क हवदाहथतयो की वरतनीगर अिषहधियो को िसरकषप कायतकरमो क माधयम स दर हकया जा सकरा ि

bull कष छ िसरकषप कायतकरम न कवल वरतनी-िषहधि अहपरष उचचारण-िषहधि िरष भी बनाय जा सकर ि

bull हवदालयी हिकषको की वरतनीगर अथवा उचचारण सबिी अिषहधियो क हनराकरण िरष भी कष छ आवशयकरा-क हरिर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम बनाय जा सकर ि रथा सरकारी व हनजी हवदालयो क हिकषको पर परयोग हकय जा सकर ि

कष छ उपचारातमक िसरकषप कायतकरम न कवल हिदी भाषा बहलक अनय भाषाओ क िषधि हलहिर अथवा उचचररर रप को सीिनहसिान क हलए बनाय जा सकर ि

सदभषहरवारी भोलानाथ 2011 महदरी भाषा की सरचना वाणी परकािन नयी हदललीदहिया इदष 2015 lsquoवरतनी सबिी अिषहधियो क उपचारीकरण म अधयरा क हरिर रथा कायतकलाप-आिाररर अहिगम-अधयापन

उपागम की परभाविीलरा का परायोहगक अधययनrsquo अनमषका mdash अधयापक मिका की पमरिका िि 10 (1) राषटीय अधयापक हिकषा पररषद नयी हदलली पषठ 1ndash17

हमलस जी ई एव आरएल ग 2017 िमकक अनसधान बारिवा ससकरण हपयसतन एजषकिन लदन इ लिहसि साहवती 1992 महदरी मिकण लॉयल बषzwjतस पहबलकिन हलहमटि मरठ

िरोधारथी पीएचिी (हदरीय वषत) हिकषा हवभाग हदलली हवशवहवदालय

महदी बाल कावय का बदलता सवरप और बचच

2

टीना कष मारी

समयानषरप बदलर कावय म बचचो की आकाकषाए उनका वयविार सवभाव बिबी उभरा ि बचचो क मसरी भर रोचक कारनामो और ियालो स लकर आिषहनकरा क साथ उभर बचच का अकलापन और दोसरो का अभाव सब कष छ कहवराओ म हबिरा ि बाल कावय की याता क दौरान परवहतत या एव हमजाज भी बदल ि यि लि हिदी बाल कावय क बदलाव को िी करीब स दिरा ि कावय कवल रथयो क साथ िी निी कहवराओ क बदलर हमजाज को उदािरण सहिर समझन की कोहिि कररा ि हलहिर रप म हपछल सौ वषणो क दौर का कावय मोट रौर पर कसा हदिरा ि और बचचो स कस जषडरा ि आहद की एक कडी दिन को हमलरी ि

बाल साहितय का मल आिय बालक क हलए सजनातमक साहितय स ि बाल साहितय का उदशय बाल पाठको का मनोरजन करना िी निी अहपरष उनि आज क जीवन की सचचाइयो स भी पररहचर कराना ि पराचीन बाल साहितय क रप म लोक कथाए लोररया और िलगीर हलए जा सकर ि यषग पररवरतन क साथ-साथ इनका मौहिक आदान-परदान िोरा रिा ि बाल साहितय की सषरमयी िारा ि mdash बाल कावय बाल साहितय क हवहवि अगो म बालय कावय का हवहिषट सथान ि सामानयरः नवजार स 16 वषत की आयष को बालपन माना गया ि और इनक हलए हलिा कावय बाल कावय ि पाच स चौदि वषत रक का बाल वगत बाल कावय स जषडा वासरहवक वगत ि

(िोभाल 1990) बाल कावय म रषकबदी लोरी पिहलया हिकषापरद कहवराए चषटकष ल जीभ क कररब और अगरजी राइमस स परभाहवर कहवराए रिी जा सकरी ि (घोष एव कष मार 1999) हिदी बाल कावय म लोररयो एव हििष गीरो की समधि िारा ि बाल कावय म िल गीरो को भी समाहिर हकया गया ि हिदी बाल कावय बालक क जीवन म छष टपन स िी लोररयो क रप म घषलन लगरा ि बाल कहवरा का नटिट अग हििष गीर यहद अचछ िो रो बचच क मन पर एक ररि का सथायी छाप छोडर ि और बड िोन पर भी उनका परभाव फीका निी पडरा कहवराए वणतन करन का सवाभहवक ररीका भी बिबी हसिारी ि बचचो म कलपनाओ की गहर अतयहिक रीवर िोन पर

हिदी बाल कावzwjय का बदलता सzwjवरप और बचzwjच 13

कभी-कभी असगर और असबधि िो जारी ि बचच ऐसी कलपनाओ की अहभवयहzwjतर बालगीरो म पाकर आनहदर िोर ि इस परकार क बाल गीर हनरथतक बाल गीर कि जार ि इनम कलपना की हवहचतरा िोरी ि जो परसननरा दरी ि mdash

दि जलबी जगाउसक अदर मगगाराममहरत हतपाठी क अनषसार बाल कावय का सत

लोरी ि व 3ndash5 वषत क बचचो िरष 4ndash8 पहzwjतरयो वाली रषकानर धवनयातमक िबदो वाली लयबधि कहवराओ को उहचर मानर ि आरभ म बाल साहितय बडो क हलए हलि गए साहितय क रप म िी था हफर इनिी स बचच लाभाहनवर िोन लग िनः िनः हििष गीरो और बाल कहवराओ न भी जनम हलया बाल कावय बचचो की सजीव कलपना और सिज भावनाओ की अहभवयहzwjतर का सषदर माधयम बना बचच क मन म अपन पररवि घर पररवार आसपास क मािौल और दषहनया की पिली छाप इनिी कहवराओ स पडरी ि य नटिट कहवराए कवल कहवराए निी बहलक बचचो क हलए रग-हबरग हिलौन भी ि हजनस वि मनमान ढग स िलर ि वि िसरा ि हकलकरा ि और यिा रक हक उसक साथ-साथ सवय भी रचरा ि और अपनी कलपना की भि िार कररा ि mdash

चि राजा ि िरानचलर िरदम सीना रानइसीहलए रो हबलली मौसीिीचा कररी उनक कानकलकतत स गाडी आईटॉफी हबसकष ट कल लाई

गाडी बोली ई- ई- ईआिा उसन सीटी दीअमीर िषसरो की कष छ मषकररयो और पिहलयो

दारा भी बाल कावय की झलक हमलरी ि उदािरणाथत mdash एक थाल मोरी स भरा सबक हसर पर औिा िराचारो ओर वि थाली हफर मोरी उसम एक न हगर

(आकाि)भहzwjतरकालीन एव रीहरकालीन कहवयो दारा

हलिी गई सरल भाषा वाली कष छ कहवराए बालको क हलए उपयोगी ि साथ िी रसिान एव सरदास दारा lsquoशीकषण का बाल वणतनrsquo अहदरीय ि हकरष य सभी बाल कावय की शणी क पमानो पर परी ररि स िर निी उररर बाल कहवरा बालमन क हनकट की बालक क हलए रचना िोरी ि जबहक बालक दारा रहचर रचना बडो क हलए भी िो सकरी ि और परायः िोरी ि बचच भी बडो स जयादा बार किन की कषमरा रिर ि बाल कहवरा अपन समय क बचच स िी पररणा क हलए िोरी ि उदािरण क हलए समय हविष की जररर परभाव वारावरण इतयाहद का धयान िोन स िी रचना सदा परासहगक बनी रिरी ि बाल कावय अथातर बचचो का कावय बालयावसथा की कष छ हविषराए या परवहततया जसmdash हजजासा कलपना रचनातमकरा हनददि सयम की परवहतत आतम परदितन की परवहतत अनषकरण की परवहतत सपिात सिानषभहर हवनय और आवरतन इतयाहद िोरी ि ऐसा कावय जो इन परवहततयो को धयान म रिकर हलिा जाए विी उततम कावय ि कलपना कावय की भाषा िोरी ि बाल कावय कलपना वभव स सपनन कावय ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201814

परकािमनष की पषसरक महदरी बाल कमता का इमतहास म मोट रौर स बाल कहवरा को हनमनहलहिर रीन चरणो म बाटा ि mdash 1 परारहभक यषग (1901ndash1947)2 गौरव यषग (1947ndash1970)3 हवकास यषग (1971 )

सवरतरा स पवत क समय म गषलामी क बिनो को काटन क हलए बालको क वयहzwjतरतव हनमातण की पररणा स िषर-िषर म सायास बाल कहवराए हलिी गइइ व दिभहzwjतर और उपदिातमकरा क भार स अहरिय दबी िई कहवराए ि बाल कावयकार बालक क वयहzwjतरतव को आदिणो और सासकहरक पषठभहम क अनषसार ढालना चािरा था अरः मनोवजाहनक दहषट बाल कावय म पणतरः हवकहसर निी िो पाई हकरष इसी दौर म िडी बोली हिदी कहवरा क जनमदाराओ म स एक पहिर शीिर पाठक उललिनीय ि हिदी क परारहभ क बाल गीरकारो म हगन जान वाल शीिर पाठक जी न बाल सवभाव बाल-मनोवहतत एव बाल-मनोहवजान का धयान रिर िए सरकत रा क साथ-साथ बाल कावय क हलए हवषयो का चयन हकया ि इनकी कहवराओ का चचल एव हिलदपन िास रौर स भारा ि इस कहवरा म भाररीय वारावरण की गमतजोिी और बचच का लगाव एव उसका कलपना ससार दोनो िी बहढया ढग स सामन आर ि इसका एक उदािरण इस परकार ि mdash

ldquoबाबा आज दल छ आएहचजजी-हपजजी कछष न लाए बाबा zwjतयो निी हचजजी लाएइरनी दली छ zwjतयो आएrdquo

इसी दौरान हवदाभषण हवभष की lsquoघम िाथी झम िाथीrsquo बडी चहचतर रचना रिी हवदाभषण हवभष न हिदी क परारहभक दौर म अनक सषदर हििष गीर हलिकर एक बड अभाव की पहरत की इस काल म lsquoहििषrsquo एव lsquoबालसिाrsquo जसी मितवपणत बाल पहतकाओ न बाल कहवरा को आग ल जान म मितवपणत भहमका हनभायी ldquoमहथलीिरण गषपर रामनरि हतपाठी अयोधया हसि उपाधयाय lsquoिररऔिrsquo जी क इस काल म बाल कावय की हिदी कहवरा म आग चलकर जो रप और परवहततया हदिाई पडी mdash चाि नाटकीय ढग की कथातमक कहवराओ का चलन िो या हफर धवनयातमक परभावो क जररए बचचो क मन को ररझान और परभाहवर करन की कोहिि बीज रप म य सभी चीज हिदी बाल कहवरा क इस दौर स आरी िrdquo (मनष 2003)

इस िारा म आग का समय (1947 स 1970) यिा उभरी सषदर एव हवहवि परवहततयो को और हवसरार दन वाला रिा हिदी बाल कहवरा हजरनी मषzwjतर और बिरगी इस दौर म थी उसन जसी अदभषर उडान भरी और जीवन हजरना िषलकर नाटकीय सवगो क साथ इस यषग की बाल कहवरा म आया वि अहदरीय था हनरकार दव सवक सवदशवरदयाल सzwjतसना दामोदर अगरवाल इतयाहद नामो न इस दौर को बिचहचतर एव सदव लषभावनी बनी रिन वाली बाल कहवराए दी उदािरणाथत mdash

ldquoइबनबररा पिन क जराहनकल पड रफान मथोडी िवा नाक म घषस गई थोडी घषस गई कान मrdquo

(सवदशवरदयाल सzwjतसना)

हिदी बाल कावzwjय का बदलता सzwjवरप और बचzwjच 15

यि कहवरा एक अजब सी कॉमिक zwjटजडरी का आभास दरी ि lsquoइबनबरराrsquo जसा कोई दमदार पात बाल कावय म निी हदिरा इसी समय शी परसाद जी की कहवराए छद और लय की उसरादी और सपणतरा का अिसास दरी ि उदािरणाथत mdash lsquoमषगद की िादीrsquo का रोचक हचत दहिए mdash

ldquoढम-ढ ढम-ढम ढोल बजाराकद-कदकर बदरछम-छम घघर बाि-बाि नाचराभाल मसर कलदर कष ि-कष ि क कोयल गारीमीठा-मीठा गाना मषगद की िादी म ि बसहदन भर मौज मनानाrdquo

(शी परसाद)सोिनलाल हदवदी सषहमतानदन पर रामिारी

हसि lsquoहदनकरrsquo बालसवरप रािी इतयाहद बाल कावय की रजपणत हवभहरया इसी समय कायतरर थी

दामोदर अगरवाल रहचर lsquoहबजलीrsquo पर हलिी सववोततम कहवरा इसी काल की ि बाल कावय की याता म रमि रलग की यि कहवरा एक नया आयाम और पडाव दरी ि mdash

ldquoअल छष बि िो गईआगल बषिाल लमममी क कमल की रीद थमाल लrdquoइस कहवरा म एक बचचा ि और उसकी

वयसररा क सभी कारण सचच ि यि सहकरय और हज ममदार बचचा काफी िरफनमौला ि और बचच की एक नई छहव दरा ि रमि रलग की यि कहवरा

बाल कावय को एक नई सोच बदलरी छहवयो और पररीको की ओर मागत हदिान म अहदरीय ि 1971 अब रक का समय वि ि जब एक निी अहपरष रीन स चार पीहढयो क कहव एक साथ बाल कावय सजन म लीन थ इस दौर म हदहवक रमि परयाग िषzwjतल चरिदतत इदष गोपीचद शीनगर इतयाहद कहव सजन म लग थ यि जानना मितवपणत ि हक इस दौर की कहवरा दारा पिली बार हवचार रतव का दिल हदिाई हदया बचच पर बसर और पढाई का बोझ रथा उसकी भीररी दषहनया की उलझन बाल कहवरा म नजर आइइ कई परमषि बाल कहवयो न इस दौर म बचच क लगारार भारी िोर िए बसर क बोझ और उसस दबकर lsquoमषहzwjतरrsquo क हलए कारर अनषरोि करर बचच क कारण माहमतक हचत आहद अपनी कहवराओ म उकर ि बचच की हवविरा हनिायर सचच और हदयरिावक क रप म जसी बाल कहवरा म परकट िई ि वसी िायद िी किी और सामन आई इसी ररि आिषहनकरा क साथ बचच का अकलापन और दोसरिीनरा भी कहवराओ म झलकी ि इस दौर की बाल कहवरा सपनो की घाटी म िी हवशाम निी लरी बहलक बदल िए समय की मषहशकलो और आपदाओ स भी दो-चार िोरी ि िम दि सकर ि हक बाल कहवराओ की याता क दौरान परवहततया एव हमजाज भी बदल ि बाल कावय चाि जस भी दौर स गषजरा हकरष यि सतय ि हक कहवरा न हपछल सौ बरसो स पीढी-दर-पीढी भाररीय बचपन का मानहसक और भावातमक पोषण हकया उस उनमषzwjतर िसी उमग और मीठी हिला हिलािट दी बचचो की कलपना और हजजासा-हकषहरजो का हवसरार

पराथमिक मिकषक जलराई 201816

करक उस सहदय इसान और बिरर नागररक बनान की पषखरा नीव रिी

हिदी बाल कावय िम भाषा और सपरषण क हवकास की नीव परदान कररा ि धवहन अपन पराकहरक पररवि परपरा और सामाहजक रिन-सिन स सयोहजर िोरी ि हजस पराकहरक और सामाहजक पररवि म बचचो की मानहसकरा का हवकास िोरा ि बाल कावय उसस िी परररर िो भाषा का हवकास कररा ि इस साहितय म झाककर दि रो िम बचचो क सवभाव और हवकास करम का एक रोचक पररचय हमलरा ि और भाषा की वाहचक िरोिर क एक मितवपणत हिसस को दि पार ि बाल कावय की मौहिक िारा न जान कब स बचचो क भावो सदभणो जीवन पररवरतन को गहर व हवसरार दर िए एक पीढी स दसरी पीढी को द रिी ि वरतमान म बाल कावय मौहिक परपरा क हलए दादा-दादी का साहनधय सयषzwjतर पररवार िल मिली इतयाहद माधयमो का अभाव-सा िोरा जा रिा ि विी दसरी ररफ हवदालयी जीवन कडा िोरा जा रिा ि किी-किी पाठयचयात म कष छ सरर पर बाल कावय का परयोग भी

हदिरा ि हकरष बालकावय परपरा म जो अरर आय ि उनि िोजन और हवचार करन की आवशयकरा ि

मनषकरषहिदी बाल कहवराओ का यि हनहवतवाद गषण ि हक व हसफत बचचो को सबोहिर िी निी ि बहलक परी ररि बचचो की चीज ि बचचो क िलन एव गान-गषनगषनान की चीज हजन पर पिला और आहिरी िक भी बचचो का िी ि व हलिी भल िी बडो दारा गई िो मगर व ि बचचो की चीज बाल कावय अपन 100 वषणो की परपरा म हवहविरा और माता दोनो सररो पर गिन िआ ि हपछल 100 वषणो स पीढी-दर-पीढी भाररीय बचपन का मानहसक और भावातमक पोषण इन कहवराओ स िआ ि िमारी lsquoशषहर आिाररर जान परपराrsquo म भी कहवराए अनवरर बिरी-सी रिी ि उनमषzwjतर िसी उमग और मीठी हिल-हिलािटो क साथ-साथ कहवराओ न बचचो की कलपना और हजजासा-हकषहरजो का हवसरार करक उस सहदय इनसान और बिरर नागररक बनान म मितवपणत योगदान हदया ि

सदभषघोष आिीष एव कषण कष मार (सपा) 1999 गडबडझाला राषटीय पषसरक नयास नयी हदललीिोभाल कष सषम 1990 महदरी बाल कावय ि कलपना ए पतरीक तत लाइबरी बषक सटर मालीवाडा हदलली मनष परकाि 2003 महदरी बाल कमता का इमतहास मिा बषzwjतस िािदरा

िरोधारथी हि कषा िासत हवभाग क रिीय हि कषा ससथान हदलली हवशवहवदालय हदलली

समावशी मशकषा म मशकषण अमधगम पमकरया

अहिलि यादव

3

समाविी हिकषा कवल एक दहषटकोण िी निी बहलक एक माधयम भी ि हविषकर उन लोगो क हलए हजनम कष छ सीिन की ललक िोरी ि और जो रमाम अवरोिो क बावजद आग बढना चािर ि यि इस बार को दिातरा ि हक सभी यषवा चाि व सकषम िो या हवहभनन रप स सकषम उनि सीिन योय बनाया जाए इसक हलए एक समान सकलndashकरच पवत पराथहमक हवदालय सकलो और सामषदाहयक हिकषा वयवसथा रक सबकी पिच सषहनहशचर करना बिद जररी ि यि हसफत लचीली हिकषा परणाली स िी सभव ि भारर म हदवयाग स सबहि र काननी पराविानो क इहरिास का परारभ वषत 1944 म साजजट ररपोटत स माना जारा ि हजसम यि किा गया था हक हदवयागरा यहद हविष

हवदालय क अनषकल ि रभी हदवयाग वयहzwjतरयो को हविष हवदालय म भजा जाना चाहिए इसी बार पर कोठारी आयोग (1966ndash68) न भी जोर हदया और हदवयाग लोगो की हिकषा को हिकषा नीहर का एक अहभनन अग माना भारर म समाविी हिकषा की िषरआर क हलए lsquoहदवयागो क हलए समहकर हिकषाrsquo योजना 1970 क दिक म परारभ की गयी हजसका उदशय हदवयाग बचचो को सामानय हवदालय म िाहमल करना व िहकषक अवसर परदान करन क साथ िी साथ सभी सरर पर उनि समषदाय स जोडना था इसक बाद अनक योजनाए परारभ की गयी पररष समाविी हिकषा क कषत म वषत 2000 मितवपणत ि जब एनसीईआरटी न मदालयरी मि का क मलए

समाज का हवकास मानवीय कषमरा क हवकास पर हनभतर कररा ि समाज म हवकास क हलए सभी का सियोग वाहछर ि हिकषा समाज क हवकास म सबस मितवपणत कारक ि हिकषा को वयहzwjतर की दकषरा बढान का सािन िी निी बहलक लोकरत म सहकरय भागीदारी हनभान और अपन सामाहजक जीवन-सरर म सषिार क हलए भी आवशयक माना जारा ि भारर म हदवयागो की सखया अहिक ि और इनक हवकास क हबना दि का पणत हवकास सभव निी ि भारर म हदवयागो क हलए हिकषा वयवसथा का एक बदलरा सवरप हदिाई द रिा ि वो ि mdash lsquoसमाविी हिकषाrsquo

पराथमिक मिकषक जलराई 201818

पाठयचयाया राषzwjटरीय की रपरखा 2000 म समाविी हवदालयो पर बल हदया भारर म समाविी हिकषा क हलए वषत 2009 मितवपणत रिा zwjतयोहक इसी वषत lsquoहिकषा का अहिकार अहिहनयमrsquo पाररर हकया गया हजसम 6ndash14 वषत क बचचो को हनःिषलक एव अहनवायत हिकषा का सविाहनक अहिकार परदान हकया गया

अररातषटीय सरर पर समाविी हिकषा क हलए lsquoसलमाका सममलनrsquo 1994 मील का पतथर साहबर िआ यि सममलन जन 1994 म सपन क सलमाका ििर म आयोहजर िआ हजसम 92 दिो क परहरहनहियो व 25 अररातषटीय ससथाओ न भाग हलया इस सममलन का परमषि हनणतय था lsquoसभी क हलए हिकषा हजसम बचच यषवा और हविष आवशयकरा वाल लोगो (हदवयागो) को सामानय हिकषा वयवसथा म हिकषा परदान करनाrsquo

यनसको (2016) क अनषसार समाविी हिकषा का रातपयत उस हिकषा स ि जो mdash1 यि हवशवास कररी ि हक सभी बचच सीि सकर

ि और सभी बचचो की अलग-अलग परकार की हविष आवशयकराए िोरी ि

2 हजसका लकय सीिन की कहठनाइयो की पिचान और उनका परभाव नयनरम करना ि

3 जो औपचाररक हिकषा स बािर ि और घर समषदाय एव हवदालय स बािर हिकषा क अनय अवसरो पर भी बल दरी ि

4 अहभवहततयो वयविारो हिकषण हवहि पाठयकरम एव वारावरण को पररवहरतर करन की वकालर कररी ि राहक सभी बालको की हविष आवशयकराए परी िो सक

समावशी मशकषासमाविी हिकषा स अहभपराय ि हक वि हिकषा हजसम हदवयाग एव अनय सामानय हवदाथथी को एक साथ एक िी ककषा म भदभाव रहिर वारावरण म हिकषा परदान की जाय हजसस हदवयाग हवदाथथी समाज म आसानी स समायोहजर िो जाए जसा हक एनसरीएफ 2005 म बरलाया गया ि हक समाविन की नीहर को िर सकल और सारी हिकषा वयवसथा म वयापक रप स लाग हकए जान की जररर ि बचच क जीवन क िर कषत म वि चाि सकल म िो या बािर सभी बचचो की भागीदारी सषहनहशचर हकए जान की जररर ि सकलो को ऐस क रि बनाए जान की आवशयकरा ि जिा बचचो क जीवन की रयारी कराई जाए और यि सषहनहशचर हकया जाए हक सभी बचचो िासकर िारीररक या मानहसक रप स असमथत बचचो समाज क िाहिए पर जीन वाल बचचो और कहठन पररहसथहरयो म जीन वाल बचचो को हिकषा क इस मितवपणत कषत क सबस जयादा फायद हमल

यहनसफ यनसको की ररपोटत एनसीएफ 2000 एव 2005 म बरलाया गया ि हक समाविी हिकषा म हदवयाग (िारीरर क हदवयाग दहषट बाहिर हदवयाग वाक बाहिर हदवयाग सवहलनरा सीिन की अकषमरा यषzwjतर हदवयाग) िहकषक हपछड भाषायी अलपसखयक सामाहजक-आहथतक रप स कमजोर बचच गरामीण पषठभहम क बचच जनजारीय बचच घषमर समाज क बचच कामकाजी समि क बचच आहद िाहमल ि

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 19

मवदाथथी एव मशकषक mdash समावशी मशकषा सकलो म अzwjतसर िम कष छ हगन-चषन बचचो को िी बार-बार चषनर रिर ि हजसस इस छोट समि को रो ऐस अवसरो स फायदा िोरा ि उनका आतमहवशवास बढरा ि और व सकल म लोकहपरय िो जार ि लहकन दसर बचच बार-बार उपहकषर मिसस करर ि और सकल म पिचान जान और सवीकहर की इचछा उनक मन म लगारार बनी रिरी ि रारीफ करन क हलए िम शषठरा और योयरा को आिार बना सकर ि लहकन अवसर रो सभी बचचो को हमलन चाहिए और सभी बचचो की हवहिषट कषमराओ को भी पिचाना जाना चाहिए और उनकी रारीफ िोनी चाहिए इसम हविष जरररो वाल बचच भी िाहमल ि हजनि हदए गए काम को परा करन म जररर समय या मदद की जररर िोरी ि जयादा अचछा िोगा अगर हिकषक ऐसी गहरहवहियो की योजना बनार समय ककषा म बचचो स चचात कर और यि सषहनहशचर कर ल हक परतयक बचचा अपना योगदान द पाए इसीहलए योजना बनार समय हिकषको को सभी की भागीदारी पर हविष धयान दन की जररर ि यि उनक परभावी हिकषक िोन का सचक बनगा सकल परिासको और हिकषको को यि समझना चाहिए हक जब हभनन सामाहजक-आहथतक और सासकहरक पषठभहम और हभनन कषमरा सरर वाल लडक-लडहकया एक साथ पढर ि रो ककषा का वारावरण और भी समधि रथा पररक िो जारा ि

सभी परकार क बचचो जस आहथतक रप स कमजोर (गरीब) कामकाजी बचचो को िाहमल कर सषदर गरामीण बचच घषमर जनजाहर क बचच

हकसी हनहदषट सथान पर रिन वाल बचच हविष आवशयकरा वाल बचच भाषायी अलपसखयक और सीिन की अकषमरा यषzwjतर बचचो आहद को समाविी हिकषा दारा हिहकषर हकया जाना चाहिए

समाविी हिकषा म हिकषक की भहमका मितवपणत िोरी ि समाविी हिकषा की ककषा परहकरया म हिकषक क दहषटकोण (अहभवहतत) एव वयविार मितवपणत भहमका का हनवतिन करर ि राम (2014) न अपन िोि कायत म पाया हक हिकषको का हदवयाग हवदाहथतयो स परशन न पछना एव उनक गि कायत की जाच को अनय हवदाहथतयो क समान न करना इस परकार का वयविार इन बचचो को बहिषकरण की ररफ िकलरा ि हिकषको का इस परकार का दहषटकोण एव वयविार समाविी हिकषा क गठन एव सफल सचालन म कहठनाई उतपनन कररा ि सामानयरः हिकषक का दहषटकोण एव वयविार हदवयाग हवदाहथतयो क परहर सिानषभहरपणत िोरा ि हिकषक इस परकार क हवदाहथतयो को अनयो स कमजोर समझरा ि या उसकी यि अिरी समझ िोरी ि हक यि हवदाथथी सीि निी सकर हजसस य बचच ककषा म िोर िए भी अपन को ककषा स अलग पार ि जयादारर हिकषक हदवयाग एव अनय इस परकार क हवदाहथतयो क परहर सिानषभहरपणत दहषटकोण अपनार ि कलाम (2013) न अपन िोि म बरलाया हक हिकषको को सिानषभहर क बजाय समानषभहर का दहषटकोण अपनाना चाहिए हजसस य हवदाथथी अपन आप को ककषा म अनय हवदाहथतयो स हभनन निी समझ समानषभहर पणत दहषटकोण हदवयागो को अनय हवदाहथत यो क समान मजबर बनन म सिायक िोरा ि हजसस समाविी हिकषा म ककषा

पराथमिक मिकषक जलराई 201820

की सीिन-हसिान की परहकरया एक पकषीय न िोकर हदपकषीय िो जाएगी

मशकषण अमधगम पमकया mdash समावशी मशकषा एनसरीएफ 2005 म समाविी ककषा हिकषण क सबि म बरलाया गया ि हक lsquoरचनातमक पररपरकय म सीिना जान क हनमातण की एक परहकरया ि हवदाथथी सहकरय रप स पवत परचहलर हवचारो म उपलबि सामगरी गहरहवहियो क आिार पर अपन हलए जान की रचना करर ि (अनषभव) पछराछ अनवषण परशन पछना वाद-हववाद वयाविाररक परयोग व ऐसा हचरन हजसस हसधिार बन सक और हवचारहसथहरयो की रचना िो सक य सभी बचचो की सहकरय वयसररा को सषहनहशचर करर िrsquo

सकली हिकषा म अहिगम का एक बडा हिससा अब भी वयहzwjतर-आिाररर ि अधयापको को lsquoजानrsquo िसरारररर करन वालो क रप म दिा जारा ि अधयापको को उन अनषभवो का आयोजक समझा जारा ि जो बचचो क सीिन म सिायक िोर ि समाविी हिकषा म ककषा हिकषण परहकरया और अहिगम परहकरया क सबि म यनसको एनसीईआरटी न अपनी ररपोटत म कई मितवपणत सषझावो का वणतन हकया ि जस हक यनसको न अपनी ररपोटत म समाविी हिकषा म हिकषण-अहिगम परहकया िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय ि mdash1 ककषा का वारावरण सीिन क हलए सवसथ एव

भदभाव रहिर िो2 हिकषण हवहि रोचक िो एव हवहभनन उमर समि

क अनषकल िो रथा छातो को सीिन क हलए परररर करन वाली िो

3 हिकषण मषखयरः गहरहवहि आिाररर िो4 सभी सीिन वाल बचचो की आवशयकरानषसार

सामगरी उपलबि करायी जाए (दहषटबाहिर हदवयाग शवण हवकार हदवयाग आहद को धयान रिकर)

5 हिकषक अहभभावक और नागररक साथ हमलकर कायत कर

6 ककषा हिकषण की भाषा बचच क अनषसार (मारभाषा) िो

7 सभी बचचो का हिकषण सषरकषातमक लहगक उततरदायी एव उतसािजनक वारावरण म िो

एनसीईआरटी(2017) न समाविी हिकषा म ककषा हिकषण िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय mdash

bull दहषट हवकार हदवयाग क हिकषण िरष mdash गर दहषट आिाररर ररीको दारा सीिना जस mdash सपित वासरहवक ठोस पदाथत का परयोग सषनना हजसम हवसरर और वणतनातमक हनददिो को अहिक उपयोग म लाना िाहमल ि सषगि और सवाद mdash वासरहवक और ठोस पदाथणो की िषिब और सवाद का उपयोग करना उपलबि हविष हिकषण सामगरी (बल टलर फम और गहणर हवजान एव अनय हकट) का उपयोग

bull शवण हवकार हदवयाग क हिकषण िरषmdash अनय इहरियो का सीिन क माधयमो क रप म उपयोग (जसmdash इिार िारीररक भाषा िावभाव को पढना) वासरहवक अनषभव परदान करन क हलए दशय क रप म सामगरी का उपयोग सीिी जान वाली सामगरी को धवहन आिाररर जानकारी क रप म उपयोग म लान क हलए यि समझ बनाना जररी ि हक इन बचचो क हलए हकस ररि स हिकषण कायत हकया जाए

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 21

bull िारीररक अकषमरा हदवयाग क हिकषण िरष mdash ककषाओ को सषलभ बनाए परीकषाओ को परा करन म अहरररzwjतर समय द ककषा म बठन क सषलभ सािन उपलबि कराए सपरषण क वकहलपक सािनो यथा mdash आहियो ररकॉितर िाव-भाव का परयोग कपयटर का उपयोग आहद

समाविी हिकषा म ककषा हिकषण की सकलपना सभी बालको क समहनवर हवकास पर आिाररर िोरी ि अरः हिकषक को ककषा म उपहसथर बचचो की हवहभननरा को धयान म रिर िए हिकषण कायत करना चाहिए हवहभनन रप स समकष (दहषट बाहिर हदवयाग वाकबाहिर हदवयाग शवण हास हदवयाग आहद) बचचो की हविष आवशयकराओ क मदनजर हिकषण म हिकषक को वारावरण को रहचकर बनाना आकषतक एव उपयषzwjतर हवहभनन हिकषण सामहगरयो आहद का परयोग करना हिकषण अहिगम की परहकरया म सभी बालको की सहकरय भागीदारी सषहनहशचर करना आहद हकरयाओ को सहममहलर करना चाहिए

समाविी हिकषा म ककषा हिकषण कायत जहटल परहकरया ि समाविी हिकषा की ककषा म हवहभनन रप स सकषम (िारीररक दषटबाहिर शवण हास हदवयाग) एव सामाहजक-आहथतक रप स कमजोर पषठभहम क कषत स बचच िोर ि हजनकी कष छ हविष आवशयकराए िोरी ि समाविी हवदालय की ककषाओ म हिकषक को हवदाहथत यो क अनषकल हिकषण हवहि (सिकारी हिकषण एव पररयोजना आिाररर हिकषण) का उपयोग हकया जाना चाहिए हजसस सभी हवदाहथत यो का सीिना सभव िो जाए अरः यिा इस बार पर धयान दना जररी ि हक मामली अकषमराओ स गरसर हजन बचचो को मषखयिारा क बािर रिा

जारा ि उनकी जरररो को परा करन क साथ-साथ समाविी हिकषण पधिहर हनयहमर ककषाओ म पिल स मौजद ऐस सकडो हवदाहथतयो को भी लाभ पिचारी ि जो मामली स लकर मधयम दजद की सीिन की कहठनाइयो को अनषभर करर ि इन कहठनाइयो को अहिकािर न रो पिचाना जारा ि और न िी उनका समािान हकया जारा ि सकल म िराब परदितन क कारण इन बचचो क सकल छोड दन का िररा बना रिरा ि व कभी भी िकषहणक सफलरा िाहसल न कर सकन क अलावा अपन बड िोन क पर दौर म सषिार न जा सकन वाल मनोवजाहनक रथा भावातमक आघारो स पीहडर रिर ि

इस परकार समाविी हिकषा म ककषा हिकषण िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय जार िmdash1 ककषा का वारावरण भदभाव रहिर सभी

सीिन वाल क अनषकल िोना चाहिए जसा एनसरीएफ 2005 म बरलाया गया ि हक lsquoसावजतहनक सथल क रप म सकल म समानरा सामाहजक हवहविरा और बिलरा क परहर सममान का भाव िोना चाहिए साथ िी बचचो क अहिकारो और उनकी गररमा क परहर सजगरा का भाव िोना चाहिए इन मलयो को सजगरापवतक सकल क दहषटकोण का हिससा बनाया जाना चाहिए और उनि सकली वयविार की नीव बनना चाहिए सीिन की कषमरा दन वाला वारावरण वि िोरा ि जिा बचच सषरहकषर मिसस करर ि जिा भय का कोई सथान निी िोरा और सकली ररशरो म बराबरी और जगि म समरा िोरी िrsquo

2 ककषा का हिकषण वयाविाररक जान स जोडकर हकया जाना चाहिए समाविी हिकषा की ककषा

पराथमिक मिकषक जलराई 201822

हिकषण हवहि क रप म सिकारी हिकषण पररयोजना आिाररर हिकषण एव सियोगातमक हिकषण का उपयोग हकया जाना चाहिए

3 ककषा हिकषण म पाठयचयात स जषडी सामगरी का उपयोग हकया जाना चाहिए जसmdash मॉिल चाटत मानहचत ऑहियो-हवहियो कपयटर एव आईसीटी (सचना सपरषण रकनीकी) का उपयोग कर साथ िी हिकषण ककषा हिकषण क पिल इन सामहगर यो की उपलबिरा भी सषहनहशचर कर

4 ककषा हिकषण म हविष रप स सकषम (हदवयाग) को अहिक स अहिक सीिन की सामगरी उपलबि कराई जाए जस mdash दहषटबाहिर बचचो को बल एव शवण बाहिर बचचो को दशय आिाररर सामगरी आहद

5 सामानय हवदालय हिकषको को समाविी हिकषा को सदभत म रिकर परहिकषण परदान हकय जाए उनि समाविी हिकषा परहरमान िरष ककषा हिकषण दकषरा स यषzwjतर बनाया जाए अधयापक परहिकषण कायतकरम एव पाठयकरम को समाविी हिकषा क सदभत म रिकर पररवरतन की आवशयकरा ि

6 सकल सरर पर पाठयचयात का पषनहवतकास एव पषनहनतिातरण करन की आवशयकरा ि zwjतयोहक एनसरीएफ 2005 म इस बार का वणतन हकया गया ि हक वरतमान पाठयचयात को समाविी हिकषा क अनषकल हनिातररर हकय जान की आवशयकरा ि

मनषकरष समाविी हिकषा म ककषा हिकषण कायत छातो क अनषरप एव उनकी आवशयकरा को धयान म रिकर हकया जाए हिकषण इस परकार स िो हक जो हवदाहथतयो को उनक घरल जान स जोडकर हदया जाए समाविी ककषा म सीिन-हसिान की परहकरया हिकषक क हरिर स छात क हरिर की ररफ बढनी चाहिए छातो को सहकरय अनवषक की ररि हवकहसर िोना चाहिए और इसक हलए पररक हवचारो को बढावा दन की रणनीहर बिर फायदमद िो सकरी ि इस रणनीहर का परयोग करन क हलए हिकषक को िोजी हिकषण क जररए सभी छातो को उहचर अनषभव हनयमो क हवशलषण और हसधिार मषिया करान की जररर ि इस धयान म रिर िए समाविी हिकषण और ककषा म हविष रप स सकषम छातो क हलए लचीलापन लाए जान को लकर एनसीईआरटी न िाल िी म पाठयकरम अनकलन पर पराथहमक पठन सामगरी रयार की ि यि पठन सामगरी इस सोच पर आिाररर ि हक हिकषक ककषा म सभी छातो को अथतपणत हिकषण अनषभव परदान कराए सरल भाषा और अहभवयहzwjतर का परयोग कर जो सभी छातो क हलए मितव रि इस पठन सामगरी म कई उदािरणो स बराया गया ि हक कस समाविी ककषा म मौजदा हिकषण पधिहर को बदला जाए और छातो को सवरत रप स सीिन वाला और इस परहकरया म सहकरय भागीदार बनाए जाए

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 23

सदभषएनसीईआरटी 2000 मदालयरी मिका क मलए राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2000 एनसीईआरटी नयी हदलली

पषठ 31 73 74 और 91mdashmdashmdash 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 28 ndash 31 92 96 122 ndash124

और 135mdashmdashmdash 2015 इनकललमडग मचलडन मद सपिल नरीडस एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 36 59 और 106 mdashmdashmdash 2017 मिष आशयकता ाल बचचो का सिािन mdash पारमिक सतर एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 21 46

और 95 कलाम अबदषल 2013 lsquoसमाविी हिकषा और हिकषकrsquo खरोज और जान अक 7 हवदाभवन सोसायटी उदयपषर पषठ 33चिढा अनषहपरया 2016 lsquoभारर म समाविी हिकषा की रपरिाrsquo यरोजना अक 1 परकािन हवभाग नयी हदलली पषठ 33 दास अनाहमका 2015 lsquoसमाविी हिकषा की राि म रकावटrsquo लमनिगकया अक 11 अजीम परमजी हवशवहवदालय बगलषर

पषठ 76ndash79मोिन पगी 2016 lsquoसमाविी ककषा म अधययनrsquo िमकक सदभया अक 71ndash 80 पराहपर सोर httpswwweklavyainयादव अहिलि 2018 उचच पारमिक ककाओ का सिािरी मिका क सदभया ि मिकण अमधगि पमरिया का अधययन

अपरकाहिर िोि यनसको 1994 द सलिाका सि एड फिकया फॉर एकिन आन सपिल नरीडस एजकिन यनसको सलमाका सपन mdashmdashmdash 2005 गाइडलाइन फॉर इनकललजन mdash इनसयाररग एसस ल एजकिन फॉर आल यनसको पररस पषठ 102mdashmdashmdash 2009 लडया इनकललमस एजकिन फॉर मचलडन मद मडसएमबमलरी mdash गाइडलाइन यनसको बकाक पषठ 40 ndash 89

और 122mdashmdashmdash 2016 एजकिन एड मडसमबमलरी यनसको नयी हदलली पषठ 146 यहनसफ 2003 एगजामपल ऑफ इनकललमस एजकिन इमडया यहनसफ काठमाि पषठ 45 63राम 2014 lsquoसमाविी हिकषा क मायनrsquo खरोज और जान अक 8 हवदाभवन सोसायटी उदयपषर पषठ 45वितमान मिावीर िषला हवशवहवदालय 2014 अहिगम एव हिकषण (बीएि) वितमान मिावीर िषला हवशवहवदालय कोटा

राजसथानहसघल हनहि 2013 lsquoहवकलाग बचचो की हिकषाrsquo यरोजना अक 2 परकािन हवभाग नयी हदलली पषठ 21ndash 23हसि अजय कष मार 2008 lsquoभारर म समाविी हिकषा का सवरपrsquo पररपकय अक 1 नीपा नयी हदलली पषठ 81हसि रजनी रजन 2014 lsquoभारर म समाविी हिकषा की दिा और हदिाrsquo पररपकय अक 3 नीपा नयी हदलली पषठ 01

सकॉलर पीएचिी जाहमया हमहलल या इसलाहमया हवशवहवदालय नयी हदलली

परसरषर लि क दारा यि बरान की कोहिि की गई ि हक हवदालय परबिन सहमहर का उहचर सचालन कस हकया जाए एव सहमहर का हवदालय म िोना हकरना मितवपणत ि हवदालय परबिन सहमहर हवदालय क हलए बिर मितवपणत ि यि हवदालय क लकयो एव उदशयो को परा करन म एव समाज का सियोग परापर करवान म एक मितवपणत भहमका का हनवाति कररी ि हवदालय परबिन सहमहर हवदालय क सभी पकषो को एक साथ जोड रिन म मदद कररी ि और सभी हिरिारको की भावनाओ क अनषरप हवदालय सचालन एव हवकास म भागीदारी परदान कररी ि

भाररीय सहविान क 86 व सिोिन क रिर लगभग आजादी क इरन सालो बाद हिकषा क अहिकार को एक नया आयाम हमला और 1 अपरल 2010 को हिकषा का अहिकार अहिहनयम mdash 2009 (आरटीई) लाग हकया गया इस अहिहनयम क रिर िर एक बचच को जो 6 ndash14 वषत का ि उस हनिषलक एव अहनवायत हिकषा पान का अहिकार परापर ि

इस अहिहनयम क िि 21 म एक ऐसी सहमहर को गहठर करन का परसराव रिा गया हजसम हवदालय अहभभावक और समाज की परतयकष भागीदारी िो इसक सा थ िी यि भी सषहनहशच र हकया गया हक इस सहमहर म मारा-हपरा अहभभावक एव हिकषक हिकषा क कषत म कायतरर वयहzwjतर जन परहरहनहि आहद की भागीदारी भी िो हजस हवदालय परबिन सहमहर का नाम हदया गया ि

हवदालय परबिन सहमहर का गठन एक ऐसी सामाहजक ससथा क रप म हकया गया जो हवदालय म हवकास क साथ-साथ हवदालय क लकयो व उदशयो को परापर करन की हदिा म हवदालय को हनररर मागतदितन द इसक साथ िी हवदालय को एक लोकराहतक एव सामाहजक ससथा क रप म परहरहषठर कर

हवदालय परबिन सहम हर की आवशयकरा हनमनहलहिर कायणो िरष िोरी ि mdash

bull हवदालय म आिारभर सषहविाओ की समषहचर वयवसथा व रिरिाव क हलए

bull हवदालय क हवततीय हनयोजन की दिरि व हनयतण क हलए

bull हवदालय को समाज स जोडकर रिन क हलए bull हवदालय क हवकास की योजना बनान क हलए bull हवदालय की आवशयकराओ की माग सिी

मवदालय पबधन समममत की भममका एव कायष

हवकरम कष मार

4

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 25

पटल (सरकारीसथानीय हनकाय) पर परसरषर करन क हलए

bull हवदालय म हिकषा की गषणवतता सषहनहशचर करन क हलए

मवदालय पबधन समममत की सथापना व रपरखा हिकषा का अहिकार अहिहनयमmdash 2009 क िि 21 म हवदालय परबिन सहमहर का गठन हकया गया ि हजसम हवदालय सहमहर क सदसयो की सहमहर सषझाइत गइत ि हवदालय इसी आिार पर अपनी जरररो क अनषसार सदसयो को िाहमल करर ि

इस सहमहर का अधयकष हवदालय का परिानाचायत िोरा ि हवदालय म पढन वाल हवदाहथतयो क मारा-हपरा इस सहमहर क सदसय िोर ि एक चयहनर व मनोनीर परहरहनहि जो हिकषा क कषत म कायतरर वयहzwjतर िो वि भी इस सहमहर का सदसय िोरा ि सथानीय हवकास अहिकारी या परहरहनहि को भी सदसय क रप म िाहमल करर ि हवदालय क एक हिकषक को िाहमल हकया जारा ि जो सहमहर का सयोजक िोरा ि रीन ऐस सदसय िोर ि जो हवदालय म गहणर हवजान और सामाहजक हवजान क हिकषक िोर ि और इनि आमहतर सदसय किा जारा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201826

हवदालय यि धयान रिरा ि हक चषन गए कष ल सदसयो म 50 परहरिर महिलाए एव 75 परहरिर हवदालय म पढन वाल बचचो क अहभभावक अवशय िो

हवदालय परबिन सहमहर का कायतकाल अहिकरम दो वषत का िोरा ि दो वषणो का कायतकाल पणत िोन पर इस सहमहर का पषनगतठन हकया जारा ि सहमहर म उन अहभभावको को भी िाहमल हकया जारा ि हजनक बचच हविष आवशयकरा वाल िो आहथत क कमजोर वगत क अहभ भावको को भी सहमहर का सदसय बनाया जारा ि

मवदालय पबधन समममत क कायषहवहभ नन राजयो क हवदालय हनिषलक एव अहनवायत हि कषा को धयान म रिर िए अपन अनषसार अपन हवदालय परबिन सहमहर क कायत हनिातरण करर ि िोिाथथी दारा हदलली क कष छ (20 सरकारी हवदालय) हवदालयो का सवदकषण हकया गया और िर हवदालय स 5 हवदालय परबिन सहमहर क सदसयो का साकषातकार हकया गया हजसम यि पाया गया हक हदलली क सरकारी सकलो म हवदालय परबिन सहमहर क हनमनहलहि र कायत ि mdash

bull हवदालय म काम सषचार रप स िो इसम सियोग दना

bull अहभभावक व सरकषक क साथ हनयहमर रप स बठक करना और बचचो क बार म उपयषzwjतर सचना दना

bull हवदालय क वारावरण को परभावी बनाना हजसस अधयापक एव बचच हनयहमर रप स सिी समय पर हवदालय म उपहसथर िो सक

bull हवदालय म आस-पास क सभी बचचो का दाहिला और उनकी उपहसथहर सषहनहशच र करना

bull हिकषा अहिकार अहिहनयम क अरगतर बचचो क अहिकारो का हनरीकषण करना

bull हवदालय म हदए जान वाल मधयाहन भोजन एव पठन सामगरी की वयवसथा एव उसक सिी परयोग म सियोग करना

bull हकसी भी ररि का अनषदान जो अनय सोर स परापर हकया गया िो उसका सिी उपयोग करना

bull हिकषा का अहिकार अहिहनयम िि ndash 27 क अहरररzwjतर अधयापको पर अनय हकसी गर-िहकष क हज ममदाररयो का भार न िो उसका हनरीकषण एव उस सषहनहशचर करना

bull अनषसची म हदए गए मानको और मापदिो क अनषकरण का हनरीकषण करना

bull बचचो क अहिकारो क बार म आस-पास क लोगो को आसान व रचनातमक ररीक स बराना

bull इस बार का भी हनरीकषण करना हक हदवयाग बचचो को हवदालय म नामाकन और दाहिला सबिी सषहविा हमल और व अपनी परारहभक हिकषा परी कर सक

bull हवदालय हवकास योजना समय पर रयार करना और सषझाव दना

मवदालय पबधन समममत की बठकिोिाथथी दारा हदलली क कष छ हवदालयो क सवदकषण क दौरान यि पाया गया हक हदलली हि कषा हनदिालय न सकल परबिन सहमहरयो की िहzwjतर यो म वहधि क हनमनहलहि र हदिा हनददि हदए ि mdash

bull हवदालय परबिन सहमहर की बठक माि क परथम एव ररीय िहनवार को आयोहजर िोगी

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 27

यि भी किा गया ि हक हवदालय अपनी सषहविा अनषसार बठको क हदन म पररवरतन कर सकर ि

bull हवदालय परबिन सहमहर की बठक हवदालय समय स पिल या बाद म िोगी राहक हिकषक ककषा स अनषपहसथर न रि साथ िी वररषठ हिकषक को बठक क सयोजक का भार सौपा जारा ि

bull हवदालय परबिन सहमहर क सयोजक या अधयकष दारा टलीफोन माधयम स िी बठक िषर िोन क कम स कम 24 घट पवत अहिसहचर करना िोगा राहक सिी समय पर सदसय बठक म भाग ल सक

bull बठक क सचालन की हजममदारी अधयकष की ि यहद हकसी कारणवि अधयकष ऐसा करन म असफल रिर ि रो उपाधयकष भी बठक बषला सकर ि राहक सहमहर का कोई काम न रक

bull गर-अनषसहचर बठक का अनषरोि रभी हकया जा सकरा ि जब 13 सदसय हलहिर रप स अनषरोि दग और सपषट हवहनहदतषट कायतसची िो अधयकष को अनषरोि क 7 हदनो क अदर सहमहर को इस ररि की बठक बषलाना िोगी हजसस आपारकालीन पररहसथहरयो स हनपटना आसान िो सक

bull हजन हवदालयो म दो हिफट चलरी ि परतयक वकहलपक माि म उन हवदालयो म बठक सषबि एव िाम को हवदालय परबिन सहमहरयो की सयषzwjतर बठक िोगी राहक समनवय सषहनहशच र हकया जा सक और आपस म भवन स सबहि र हकसी भी ररि की कहठनाइयो को दर हकया जा सक

मवदालय म मवदालय पबधन समममत का दौरा मिका का अमधकार अमधमनयि mdash 2009 क अरगतर हवदालय परबिन सहमहर दारा हवदालय म िो रि कायणो की हनगरानी की हज ममदारी हवदालय परबिन सहम हर क सदसयो को दी गई ि

हवदालय परबिन सहम हर क सदसय हवदालयी समय क दौरान हवदालय का दौरा कर सकर ि पर इसस हवदालय क काम (ककषा पराथतना-सभा िल का मदान आहद) म हकसी भी परकार की बािा न िो साथ म अगर कोई सदसय हवदालय आरा ि रो उस हवदालय परबिन सहम हर रहजसटर म िसराकषर करन िोर ि हवदालय परमषि को अपनी उपहसथहर क बार म सहचर करना िोरा ि

छाताओ क हवदालय म हवदालय परबिन सहम हर की कवल महिला सदसय िी दौरा कर सकरी ि जबहक सि-हिकषा वाल हवदालय म महिला व पषरष दोनो म स कोई भी हवदालय का दौरा कर सकर ि

अमभलखो का मनरीकषण एव वयय की जाच हवदालय परबिन सहम हर क हकसी भी सदसय दारा हलहिर रप म अनषरोि करन पर हवदालय स सबहिर हकसी भी अहभलि क बार म पछा जा सकरा ि साथ िी यि हवदालय क परमषि की हज ममदाररया ि हक वि अहभ लि दिन क अनषरोि पत की परहरहलहप पर पावरी द रथा वि 3 हदन क अदर अहभलि (ररकॉित) उपलबि करवाए हि कषा अहि कार दारा जारी हकए गए इस कदम स सदसयो क बीच म उनकी भहमका और हज ममदाररया की जागरकरा को बढावा हदया

पराथमिक मिकषक जलराई 201828

जा सकरा ि साथ िी हवदालय स सबहि र अनय सभी समसयाओ का समय रिर समािान भी हकया जा सकरा ि

हवदालय परबिन सहम हर की बठक सहिर हवदालयो म हकए गए सभी वयय की ररपोटत हवदालय परबिन सहम हर की बठक म परसरषर की जानी चाहिए साथ िी हवदालय परबिन सहम हर बठक म हवदालय क भवन व उनक अनषरकषण म वयय क हबल परसरषर हकए जान चाहिए हवदालय परबिन सहमहर क सदसयो को यि अहिकार ि हक व वयहzwjतरगर रप स मरममर अनषरकषणो या िरीदी गई सपहतत की जाच कर सकर ि राहक कायणो एव हकय गए वयय म पारदहितरा बनी रि एव यि जाच िो सक हक वयय सिी जगि व अहनवायत कायणो क हलए िी िआ ि

मवदालय पबधन समममत दारा मशकषण म भागीदारीहवदालय परबिन सहम हर को सिzwjतर हकया गया ि हक व उन बचचो की पिचान कर जो अपनी उमर क अनषकल निी सीि पा रि ि

हवदालय परबिन सहम हर हवदालय म िहकष क रप स कमजोर बचचो की मदद क हलए हवदालय पररसर म हविष परहिकषण रथा उपचारी हिकषा कायतकरम का आयोजन कर सकर ि इसका पराविान आरटीई 2009 म हकया गया ि

मवदालय पबधन समममत क सदसयो को हzwjाना हवगर कष छ वषणो म बिर सार िहकषक अनषसिानो स यि बार हनकल कर आई ि हक सहमहर म कष छ एक

सदसयो की बठक म अनषपहसथहर हवदालय परबिन सहम हर क कायणो म बािाए िालरी ि हदलली सरकार न अपन हनददिो म सहमहर क उन सदसयो को िटान का भी पराविान रिा ि जो हवदालय परबिन सहमहर म अनषपहसथ र रिर ि

हवदालय परबिन सहम हर क कष ल सदसयो म स 50 परहरिर सदसयो की सिमहर स सहमहर क सदसयो को िटायाबदला जा सकरा ि साथ िी अगर हवदालय परबिन सहम हर का उपाधयकष लगारार रीन हवदालय परबिन सहम हर बठक म अनषपहसथर रिर ि रो हवदालय परबिन सहम हर क 23 सदसयो का परसराव पास कर उनि हवदालय परबिन सहम हर क उपाधयकष पद स िटाया जा सकरा ि

मवदालय पबधन समममत को और बहतर बनान क मलए सझाव िोिाथथी दारा यि पाया गया की हवदालय परबिन सहमहर का गठन हवदालय क हवकास क साथ-साथ सामाहजक परीकषण लोक भागीदारी एव लोक सिzwjतरीकरण क हलए परभावी कदम ि रथा इस भागीदारी को और सिzwjतर करन क हलए कष छ ठोस कदम और उठाए जा सकर ि जस mdash

bull सभी सदसयो को अपनी भहमका और हज ममदाररयो की परी जानकारी िो

bull घर म बचचो क हलए एक अचछा मािौल अचछा हवदालय बनाना अचछा ककषा ककष बनाना एव बचचो क हलए एक अचछा समषदाय बनाना िी हवदालय परबिन सहमहर का लकय िोना चाहिए

bull उन चीजो पर धयान दना जस mdash हवदालय म zwjतया ि जो बिर अचछी निी ि ऐसा zwjतया ि जो

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 29

हवदालय अचछा निी कर रिा या िम हकसम पररवरतन करन की आवशयकरा ि अथवा िम हकन अवसरो का लाभ उठा सकर ि िम अचछी ररि zwjतया कर सकर ि

bull आवशयकराओ की पराथहमकरा हनहशचर करना एव उदशय हनिातररर करना

bull कायत योजना का हनमातण करना हजसम कौन स काम कस कब और हकन-हकन ससािनो दारा पणत हकय जाए िाहमल िोन चाहिए

bull सदसयो की पणत भागीदारी रथा उनकी सिमहर परापर करना इसम सहमहर दारा बनाइत

गइत योजनाओ को लोगो स साझा करना एव लोगो को पररशम क हलए उतसाहिर करना िाहमल ि

bull हकसी भी कायत योजना को चरणबधि ररीक स परा करना एव कायत योजना का अनषवीकषण करना और जब आवशयक िो सषिारातमक कदम उठाना

bull कायत परगहर क बार म ररपोटत करना और असफलरा पान पर उतसव मनाना हजसस सदसयो म परोतसािन एव कायणो को परा करन का उतसाि बना रि

सदभषएसटईन-जवाईस 2001 सकल ल फमिलरी एड कमयमनरी पा यानरमिप मपपयररग एडलकसया एड इमपलमग सकल लस वसट वय परस

कॉलरािो कष मार हवकरम 2013 ए सडरी ऑफ सकल ल िनजि किरी कनसरीयड अडर आररीई अमध मनयि ndash 2009

जाहमया हमहललया इसलाहमया नयी हदललीमदललरी मनिलक ए अमनायया मिका अमधमनयि ndash 2009 कानन परपत स 520ndash533भारर सरकार मनिलक ए अमनायया मिका अमधमनयि ndash 2009 भारर सरकार नयी हदलली

एसरोमसए परोफसर िीईएसएम एनसीईआरटी नयी हदलली 110 016

मवजान-गीत सगीत की शमकत दारा मवजान का पभावी मशकषण

रहच वमात

हि कषक समाज की सवातहि क सवदनिील इकाइत ि हि कषक का कायत समाज म वषणो स सममानजनक रप स दिा जारा रिा ि एक हि कषक का कायत बिआयामी ि वि बचचो म छष पी िइत परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि िम सभी लोग यि भी मिसस कर रि ि हक समाज म स सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि इसहलए हि कषक हि कषा की गषणवतता कसौटी पर ि रथा इनक योगदान पर भी परशन हचहन लग रि ि उपरोzwjतर सदभत म हि कषको की जवाबदि की माग उठन लगी ि यहद िम हि कषको को उनक वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना ि रो हि कषा वयवसथा म ऐसा वारावरण बनाना िोगा जिा व सवय उततरदाहयतव लना पसद कर लहकन हि कषको की जवाबदिी सषदढ और सषहनहशच र करन स पिल उनक हलए एक वारावरण रयार हकया जाना चाहिए हजसका उललि इस लि म हकया गया ि यि लि हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया म हवजान गीरो क परयोग एव उनकी उपयोहगरा को परसरषर कररा ि अर यि सपषट कररा ि हक हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया को हवजान गीरो दारा कस रहचकर बोिगमय और सरस बनाया जा सकरा ि साथ िी यि लि यि भी दिातरा ि हक इन गीरो क माधयम स न हसफत वजाहनक रथयो क परहर समझ हवकहसर िोरी ि वरन मानवीय मलय एव अनय कषमराओ का भी हवकास िोरा ि जो बचच क सवाइगीण हवकास का आिार बनरी ि

हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया की जब भी बार चलरी ि रो एक मितवपणत हबदष सामन आरा ि और वि ि सहकरय भागीदारररा का चाि वि हकरयाकलाप क माधयम स िो हवचार-हवमित या हकसी परोजzwjतट पर कायत करर िए िो हवजान हि कषण का उदशय ि करक दिना और अनषभवो स सीिना य िबद िाका परसरषर करर ि एक आदित हवजान ककषा का

लहकन वसरषहसथहर इसस किी हवपरीर ि हवजान की ककषा मात अकषर जान की सीमाओ म बि कर रि जारी ि और वि भी बिद नीरसरापणत ढग स कारण अनक ि िर पकष की अपनी दलील एव अपनी समसयाए ि जस mdash सामगरी का अभाव समय का अभाव इतयाहद ि लहकन पररणाम एक िी ि और वो ि हवजान सीिन और समझन क परहर बचचो का रवया बोहझल िो जाना

5

विजञान-गीत mdash सगीत की शवzwjतत दञारञा विजञान कञा परभञािी वशकषण 31

हवजान हिकषण-अहिगम को रहचकर बोिगमय और सरस कस बनाया जाए इस पर काम िोरा रिा ि इनिी परयासो म एक कडी और जषडी जब हवजान गीरो का हनमातण हकया गया हवजान-गीर zwjतया ि यि परशन उठना सवाभाहवक ि

कया ह मवजान-गीतहवजान-गीर स रातपयत ि हवजान की हवषय-वसरष को कहवरा पदाि या िषन क साथ हकसी गीर क रप म परसरषर करना याहन हवषय-वसरष क नीरसरापणत परसरषरीकरण को जीवर रप दना यि हवजान की हवषय-वसरष और सगीर कला का समनवय ि कला का सवय का सवभाव वजाहनक ि हवजान और सगीर दोनो िी एक वयवहसथर अधययन ि रो दोनो क समनवय का परभाव भी वजाहनक िोना सवाभाहवक ि सगीर क परभाव क बार म किन हक आवशयकरा निी ि महसरषक और मन दोनो िी इसस अछर निी रिर ि सजानातमक हवकास क साथ भावनातमक कलातमक एव सजनातमक हवकास इसका पररणाम ि अररः यि बचच क मनोवजाहनक सरर को परभाहवर करन का माधयम ि

एक रथय यि भी ि हक हबना भाषा क गीर का अहसरतव निी िो सकरा सभवरः भाषा का हवकास भी इसक परहरफल क रप म परकट िोना सवाभाहवक ि जो हक हिकषा वयवसथा की मषि बाए िडी एक चषनौरी ि िोि क आकड बरार ि हक उचच पराथहमक सरर रक बचच की भाषा पर पकड कमजोर नजर आरी ि रो यि माना जा सकरा ि हक हवजान-गीर वो सािन ि जो हवजान भाषा और कला को सीचरा ि जिा

भाषा और कला का मल िो विा ससकहर भी अछरी निी रिरी याहन िमारी सासकहरक िरोिर को जीवर रिन म हवजान-गीर कारगर भहमका हनभा सकर ि

मवजान-गीत का औमचतय िकीकर म यहद दिा जाए रो हवदालयो म परयोगिाला एव अनय सषहविाओ का सरर कइत बार सरोषपरद निी िोरा ि इसी का नरीजा ि हक हवजान को पढन-पढान की कला बिद नीरस ररीक स हकराबो क अकषरो को बाचन एव उनको हसफत समरण कर लन रक सीहमर िो जारी ि इसका पररणाम िमस छष पा निी ि िोि इिारा करर ि हक बचचो म हवजान हवषय क परहर भय एव अरहच रिरी ि

अहिगम परहकरया की मल जररर ि हिकषण हवहियो म हवहविरा एव नवाचार िमार परयास रिर ि हिकषण हवहि क उन नवाचरो की ओर जो बचच को आनदमयी अनषभहर क साथ सीिन की परहकरया

कला हवजान

सगीर

हवजान सगीर

पराथमिक मिकषक जलराई 201832

स जोड सक और परररर कर सक हवजान गीर ऐसी िी अनषभहर का उदािरण ि

वहदक काल का समरण कर रो पाएग हक शवण हकरया म हिषय को गषर दारा समपरहषर जान का एकागररापवतक शवण करना िोरा था राहक अगल पद क हलए सवय को मानहसक रप स समथत बना सक गषर दारा हकए गए वाचन का सवरप सगीरमय िोरा था सभवरः यि हिषयो की एकागररा एव रहच बनाए रिन का परयास िोरा था

ककषायी अनभव उचच पराथहमक सरर पर बचच िारीररक मानहसक और मनोवजाहनक हवकास की मितवपणत हसथहर स गषजर रि िोर ि उनकी अपनी सोच अपनी इचछाए जगि लन लगरी ि साथ िी हसथहर िोरी ि असमजस की मन चािरा ि िलन-कदन गान-गषनगषनान कष छ मजदार करन को लहकन हकराबो स दोसरी मजबरी लगन लगरी ि साथ िी चारो ररफ स हमलन वाल हदिा हनददिो क बीच एक दबाव मिसस िोन लगरा ि ऐस म सगीर एक औषहि स कम पररीर निी िोरा वस भी सगीर को रनाव दर करन का सबस कारगर उपाय माना गया ि यहद ऐस म पढन-पढान क ररीको म सगीर को एक माधयम बना कर उपयोग हकया जाए रो zwjतया बचचो की अनचािी और हबन-बषलाई समसयाओ स लडा निी जा सकगा यि रो िम सभी जानर ि हक हवषय वसरष का परसरषरीकरण मायन रिरा ि

कष छ हवजान-गीरो क हनमातण क दारा इसी सोच को रप हदया गया अकसर दिा गया ि हक वजाहनक िबदावली याद रिना एक चषनौरी बन जारी ि ककषा

6 7 एव 8 क हवजान की चषहनदा हवषय-वसरष पर कष छ गीरो को रचा गया ि िबदो का चयन इस सरर क अनषरप िी रिा गया राहक सदि बोिगमय िो िषन का चयन भी इसी आिार पर हकया गया जो सरल और सषगम िोन क साथ बोिगमय भी िो राहक उनि कोई भी बचचा गा और गषनगषना सक और हवषय-वसरष को भावपवतक परसरषर कर सक zwjतयोहक मषखय उदशय हवषय-वसरष की समझ बनाना ि अरः गीरो को सदिो क साथ जोडा गया ि जो वाचन मनोरजक नाटक धवहन परभाव इतयाहद दारा परसरषर हकए गए हवजान क साथ मलय भी जषड ि इन गीरो को मानवीय मलयो स भी जोडन का भी परयास हकया गया ि

हिदी और अगरजी दोनो भाषाओ म गीरो का हनमातण हकया गया इन गीरो का मलयाकन भी हिकषको और बचचो क बीच म हकया गया सयोग स इन गीरो क गायक भी अहिकािरः हवजान क छात रि हजनक अनषभव किर ि हक ऐस गीरो का हनमातण सीिन की परहकरया म वसरषरः सिायक ि

महदी गीतधातरओ स पहचान यि गीर आिाररर ि िारषओ क भौहरक गषणिमणो पर इसक माधयम स बचच जान सक ग हक िारषओ की शणी म आन वाल पदाथणो म कष छ िास गषण िोर ि हजनस उनकी पिचान की जा सकरी ि इन गषणो क हलए हविष िबदावली भी ि य िबद उचचारण की दहषट स हzwjतलषट पररीर िोर ि जस आघारवितनीयरा एव रनयरा गीर की सरसरा क माधयम स इनक उचचारण को सरल बनान का परयास ि

विजञान-गीत mdash सगीत की शवzwjतत दञारञा विजञान कञा परभञािी वशकषण 33

गयी उनिोन गीर क माधयम स zwjतया सीिा कष छ परशनो क माधयम स इसका उततर ढढा गया उनि गाना zwjतयो पसद आया जानन की कोहिि की गई कौन स भाग उनि कम पसद आए और zwjतयो इस पर भी चचात िई गीर म आई वजाहनक िबदावहलयो पर चचात की गई इसी पररचचात स हिकषण हबदषओ को हनकालर िए हवजान क जान को जोडा गया एक अचछी बार यि थी हक इस परी परहकरया क दौरान बचचो की भरपर भागीदारररा और हजजासा दिन को हमली

गीतो का उपयोगगीरो का उपयोग भी अपन आप म चषनौरीपणत ि zwjतयोहक उदशय हवजान क परहर समझ का हवकास करना ि हजरनी सजनातमकरा गीरो क हनमातण म लगी ि उरनी िी गीरो क उपयोग म भी वाहछर ि िर गीर का परसरषरीकरण हवषय वसरष की जररर क अनषसार हनिातररर करना िोगा जस mdash परसरावना क रप म मािौल बनान क हलए कहठन िबदो क उचचारण क हलए हवषय वसरष क सरलीकरण क हलए इतयाहद

इसी क साथ जररी निी गीर एक िी बार म परा बजाया सषनाया जाय इस छोट-छोट टषकडो म बाट कर अलग-अलग गहरहवहियो क साथ भी सोचा जा सकरा ि जस कोई िल हिलार समय या कोई हकरयाकलाप करार समय भी गीर बजाया जा सकरा ि गीरो क साथ अनय गहरहवहिया जोडी जा सकरी ि जस mdash गीर पर मयहज कल चयर िल हिलाया जा सकरा ि कीडयास पर गीर को रोका जा सकरा ि और बीच म उस पर चचात की जा सकरी ि बचचो को गीर हलिन क हलए परोतसाहिर हकया जा सकरा ि हवदालय क वाहषतकोतसव म इन गीरो पर कायतकरम

धातओ स पहचान

अपन चारो ओर दिो हकरनी िारषएपिचान कर िम कस कौन सी ि िारषए

रग अनोि इनक दिो कस हदिरी ि िारषएकोई सलटी (हजक) रो कोई लाल (राबा) कोई

पीली ि िारषए (सोना)ठोस रिव या गस हकस अवसथा म ि िारषए

सच बराए रो जयादारर कठोर अवसथा म ि िारषएचमक स दिो कसी हनिरी ि य िारषए

िाहतवक चमक क कारण िी सरािी जारी ि िारषएरनयरा क गषण को समट ि िारषए

रभी रो रारो क जजाल को बना पारी ि िारषएआघारवितनीयरा ि पिचान हजनकी विी ि िारषए

चादरो म फली छटा ि इनकीऐसी िबसरर ि िारषए

राप व हवदषर स दोसरी भी जोड िए ि िारषएइन दोनो क परवाि को भी झलरी ि िारषए

और पिचान zwjतया कराए गषणो की िान ि य िारषएिमार जीवन को सषगम व सरल बनारी य िारषए

अपन चारो ओर दिो हकरनी िारषएपिचान कर िम कस कौन सी ि िारषए

इस गीर को ककषा म अनक गहरहवहियो क साथ परसरषर हकया गया सबस पिल बचचो को गीर सषनान क हलए मािौल बनाया गया उनि गीर क साथ राली बजान टबल पर राल दन और साथ गषनगषनान क हलए परररर हकया गया राहक व गीर क साथ जषड सक इस परकार गीर क बाद चचात परारभ िई हजसम सगीर हवजान मलयो पर उनकी राय मागी

पराथमिक मिकषक जलराई 201834

पररणादायी िोगा जो दि निी सकर लहकन गषनगषना सकर ि zwjतलीवलि मयहजयम ऑफ नचषरल हिसटी (Cleveland Museum of Natural History) न गीरो क हनमातण की इस हवहि का परभाविाली उपयोग उचच सरर क हवदाहथतयो क साथ हकया यि हवहि मलयाकन िरष भी उपयोग म लायी जा सकरी ि

गषनगषनाए गए िबद कभी न भलन वाल अनषभव बन जार ि और यिी हवजान गीरो क साथ सभव ि सकषप म कि रो इस अनषपरयोग स सभवरः उन समसयाओ का समािान िम ढढ सक ग जो वयाविाररक जान को हवजान स जोडरी ि पढाई जो बोझ मिसस िोन लगरी ि उस गीरो क माधयम स कणतहपरय बना कर एक पथ दो काज की किावर चररराथत कर सक ग अरोगतवा हवजान क परहर समझ हवकहसर िोन क साथ िी सवाइगीण हवकास क अवसर परदान कर सक ग

परसरषर हकए जा सकर ि आईसीटी का चलन हिकषा जगर म सरािनीय भहमका हनभा रिा ि इन गीरो का परसरषरीकरण चलहचतो क दारा परभाविाली रप म हकया जा सकरा ि

हवजान म परोजzwjतट हवहि सरािनीय ि रो zwjतयो न एक परोजzwjतट मिषर सवर लिररयो को हदया जाय बचच िषद हकसी हवषय को चषनकर उस पर गान क बोल और िषन बनाए सभवरः इस कायत क हलए हवषय का गिरा जान और समझ जररी ि हवषय वसरष स सबहिर जानकारी व सवय एकहतर कर बोल बनाएग रथा इसकी ररकॉहिइग भी िषद िी कर सकर ि यि एक नए कौिल क हवकास म भी सिायक िोगा इस परहकरया म हवषय क परहर समझ एव पयातवरण स उसका सबि समझ पान म उनि सिायरा हमलगी इस परकार का पररयोजना कायत ऐस हवदाहथतयो क हलए

सदभष एनसीईआरटी 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदललीmdashmdashmdash 2017 lsquoमजान गरीत िजररीrsquo उचच पराथहमक सरर Audio DVD एनसीईआरटी दारा हनहमतर नयी हदललीmdashmdashmdash 2017 lsquoसाइनस िलरोडरीजrsquo उचच पराथहमक सरर Audio DVD एनसीईआरटी दारा हनहमतर नयी हदलली

अधयामपका आईआईटी नसतरी सकल नयी हदलली 110 016

भाव मानहसक हसथहर को परभाहवर करन वाल िोर ि रथा िारीररक या मानहसक उततजना क समय सदा हकरयािील िोर ि जहवक या मनोवजाहनक पररको की ररि भाव वयविार को हकरयािील एव हनददहिर कर सकर ि भावातमक वयविार अहभवयहzwjतर और मानहसक परहरहकरयाओ का परसपर हमशण ि मनोभाव का िारीररक पकष हवहवि िारीररक गहरयो जस mdash हकनिी हविष गरहथयो क साव रzwjतर पररभरमण म रीवररा रीवर हदय सपदन आहद म परकट िोरा ि विी दसरी ओर मानहसक भाव करोि भय दषि और आनद म फहलर िोर ि इसहलए यि आवशयक ि हक इनि हनयहतर हकया जाना चाहिए हजसक हलए बचचो को भावातमक हसथररा हवकहसर करन क हलए हकरयाए करवानी चाहिए उनि भावातमक रप स अवशय पररपzwjतव िोना चाहिए भावातमक पररपzwjतवरा का रातपयत यि निी ि हक जीवन म भावनाओ और मनोभावो का अभाव िो भाव जीवन क पररक ि और जीवन को जीवन क योय बनार ि परसरषर लि म बचचो क भावातमक हवकास पर चचात की गयी ि

भाव िबद अगरजी क इिरोिन िबद का हिदी रपाररण ि इिरोिन िबद की उतपहतत लहटन भाषा क इिरोमयर स िई ि भावो स आिय महसरषक की उस अवसथा स ि जो वयहzwjतर को उततहजर कर दरी ि और रब उस पर भाव का परभाव पडरा ि और वयहzwjतर उततहजर िो जारा ि जब िम बचचो म भावातमक हव कास की बार करर ि रो पार ि हक बचच अनक हवहभनन भावातमक परहरहकरयाए वयzwjतर करर ि कई बार व उततहजर और उललाहसर िोर ि रो कभी दषिी

और उदास िोर ि और कभी हकसी कषण व करोि परदहितर करर ि भावातमक वयविार अहभवयहzwjतर और मानहसक परहरहकरयाओ का परसपर हमशण ि भावातमक अहभवयहzwjतर का मानहसक पकष हविषकर मानहसक भावो जस mdash करोि भय दषि और आनद म फहलर िोरा ि भावो का िारीररक पकष हवहवि िारीररक गहरयो जस mdash हवहिषट गरहथयो स साव रzwjतर पररभरमण की रीवररा रीवर हदय सपदन पसीना आना आहद म अहभवयzwjतर िोरा ि

भावातमक मवकास

पनम

6

पराथमिक मिकषक जलराई 201836

भावातमक मवकास का करम यहद िम सकल जान वाल हकसी बचच क भावो को समझना ि रो उसक आरहभक वषणो क भावातमक हवकास पर हवचार करना आवशयक ि कभी-कभी िम दिर ि हक नवजार हििष इस ररि वयविार करर ि जस व हिसक रप स उततहजर ि इस परकार क उतसािी वयविार का अथत उसक भावो की रीवररा स ि हजसका रातपयत यि ि हक आरहभक काल क अनषभव भी उरन िी रीवर िो सकर ि हजरन हक वहधि क बाद की अवसथा म

बचच हवकास क दौरान परचषर और हवहवि भावातमक अनषभव परापर करन म सकषम िोर ि जनम स 2 वषत रक की आयष म बचच को हवहवि अनषभव परापर िोर ि इसी समय वि अनक भावातमक अनषभवो स िोकर गषजररा ि जो जीवन क परहर उसक दहषटकोण को परभाहवर करर ि

मषखयर जनम क समय सामानय उततजनाए मषखय रप स उसकी भि और सषहविाओ स सबहिर िोरी ि लहकन 2ndash3 मिीनो क बाद बचचा उललास क साथ वयथा क हनहशचर सकर परकट करन लगरा ि और 6 मिीन रक हवहभनन परकार क परोतसािनो क अनावर िोन क साथ बचचा भावो की अनय घटनाओ जस mdash अपन कषट या असषहविाओ को परकट करन लगरा ि उसम भय हनरािा और करोि हवकहसर िो जार ि अपनी आवशयकराओ की सरषहषट स उस परसननरा हमलरी ि और जब रक वि एक वषत परा कररा ि उसकी यि परसननरा अपन आपको परम स हभनन कर लरी ि इस परकार स जस-जस बचचा बढरा ि वि अनय लोगो की

भावनाओ को पिचानन लगरा ि और उनक परहर सपषट रप स परहरहकरयाए वयzwjतर करन लगरा ि इस परकार स बचच अपनी कषमरा क अनषसार भावातमक भावो को वयzwjतर करन क हल ए हवकास सबिी बदलाव परकट करर ि

बाल भावो क लकषण bull भावो की िारीररक अहभवयहzwjतर िोरी ि व

करोि स आगबबला िो जार ि और भय स जड िो जार ि

bull परतयक काल म भाव परकट िोर ि जब बचच को कषषबि हकया जारा ि रो वि करोहिर िो जारा ि

bull भाव हवसरर िोर ि िर का भाव बचचो म सामानयर जागर िो िी जारा ि हजस समापर हकया जा सकरा ि

bull भाव का एक अनय लाकषहणक गषण उसकी सरररा ि लहकन बचचो क भाव अलपकालीन एव पररवरतनिील िोर ि भावो की पररवरतनिीलरा की परकहर एक भाव क अनय भाव म रीवर बदलाव म हनहिर रिरी ि उदािरण क हलए िसी स आसषओ म करोि स मषसकष रािट और ईषयात स परम म

bull बचचो क भाव रीवर िोर ि बचचो म भावो क सिसा परसफोटन की परवहतत िोरी ि उदािरण क हलए यहद कोई बचचा रोरा ि रो वि बिर जोर स रोरा ि और आसानी स सभलरा निी ि

bull भाव सजनातमक भी िोर ि रथा हवनािातमक भी

बचच िसर ि रोर ि भय करोि और परम भी परकट करर ि इन भावातमक अहभवयहzwjतरयो क माधयम स बचच अनय वयहzwjतरयो स अपनी बार किन म सकषम िोर ि साथ िी अपन वरतमान

भावातzwjमक ववकास 37

भावो आवशयकराओ और इचछाओ की सचना उन रक पिचा सकर ि मषसकष रािट हिकन और करोि क परसफोट अनक सामाहजक कायत करर ि यिी भावातमक अहभवयहzwjतर सामाहजक सबि बनान म सिायरा कररी ि भावातमक परदितन क दारा हििष और छोट बचच अपनी इचछाओ और आवशयकराओ को सपरहषर कर सकर ि हकसी वयहzwjतर क भावातमक हवकास का उसकी िषिी पर गिरा परभाव पडरा ि

मनोभाव सजनातमक िोर ि और हवनािातमक भी य वयहzwjतर को बचन या हचहरर करर ि रथा जीवन म उतसाि भी भरर ि हििष पालन क अभयास का उदशय ऐस वयहzwjतरयो को रयार करना ि जो ददत दषि और हनरािा का सामना कर सक zwjतयोहक जीवन म इनस बचा निी जा सकरा मनोभाव बचच को अानद का रसासवादन करन म सिायरा करर ि जो अपन जीवन काल म हज दगी स हमलरा ि

बालयकाल क सामानय मनोभावभय भय हकसी िररनाक हसथहर स सवरकषातमक पलायन ि मनोवजाहनको और जीव वजाहनको दोनो न िी भय का अचछी ररि स अधययन हकया ि उनक अनषसार भय क दो मौहलक सोर ि पिला रीवर धवहन की आकहसमकरा स भय जागर िो सकरा ि यि भी दिा गया ि हक अचानक राली बजान स भी हििष िर जार ि दसरा अचानक हगरन या सिार क िोन स भय उतपनन िो जारा ि बचच अिकार स भी िरर ि लहकन यि िर सीिा िआ िोरा ि इस परकार का

भय अनषकहलर भय किलारा ि मतयष या गभीर रोग या हनितनरा आहद क अहिकाि भय गलर परहिकषण क कारण कवल जीवनकाल म सीिर ि बिर बार यि भी दिा जारा ि हक अपनी बार मनवान क हलए मारा-हपरा िरावनी चीजो जस भर या अिकार क बार म बार करक अपन बचचो को िरार ि इस परकार क परहिकषण का बचचो पर अतयहिक नकारातमक परभाव पडरा ि

छोट बचचो म भय हवहिषट निी बहलक एक सामानय पररघटना ि यथासमय हकसी वसरष लोग या हसथहर क बार म यि अहिक हवहिषट बन जारा ि मलर उनका भय अिमनयवादी िोरा ि सकल-पवत क वषणो म बचचा सामाहजक अपयि और परहरषठा क नाि स िरन लगरा ि और अिकार का भय पराय अकल िोन क भय स जषडा िोरा ि यि िर अकला छोड हदए जान का या पररतयाग हकए जान का ि

ििवकाल और लगभग पिली ककषा क समय क बीच अहिकाि बचच पिषओ स िरर ि लहकन िीर-िीर अपन पयातवरण म पिषओ स पररचय िोन क बाद यि िर कम िो जारा ि

पम बचच क सामानय हवकास क हलए परम की मिरी आवशयकरा ि वि परम करना और परम पाना चािरा ि वि इस ससार म दसरो पर पणतर हनभतर िोकर आरा ि कष छ िद रक उसकी यि हनराशयरा उसकी िहzwjतर ि zwjतयोहक यि दसरो को उसकी रकषा और दिभाल क हलए परररर कररी ि बचच की दिभाल करन क इसी भाव क कारण मारा (पररवार क अनय सदसय भी बचच को हिलारी-हपलारी ि और उस लाड-दषलार दरी ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201838

मारा दारा उसकी यि दिभाल उसक परम को परभाहवर कररी ि परम की भावनाए परसपर िोरी ि मारा-हपरा को अपन बचचो क परम की आवशयकरा िोरी ि और बचचो को भी अपन मारा-हपरा का पयार चाहिए िोरा ि परम सषि की परहरहकरया ि बचच का वयहzwjतर या वसरष क परहर परम उसक साथ अपन सबि स परापर िोन वाल सषि की अनषभहर क कारण उतपनन िोरा ि

परम का भाव बचच क वयहzwjतरतव क हवकास म अतयर मितवपणत भहमका का हनवाति कररा ि हजस बचच क परम का मनोभाव पणतर सरषषट िोरा ि वि भायिाली िोरा ि और उसक वयहzwjतरतव का सवसथ ढग स हवकास िोरा ि लहकन दषभात यवि जो बचच परम स वहचर रि जार ि व मानहसक दषबतलरा क साथ कमजोर वयहzwjतर या अहवकहसर वयहzwjतर बनकर रि जार ि पररष यि भी उरना िी सतय ि हक मारा-हपरा का आवशयकरा स अहिक परम बचचो क जीवन म कई परकार की कहठनाइया उतपनन कररा ि एक सीमा स अहिक परम बचचो को पररवार पर अतयहिक हनभतर बना दरा ि इस परकार हकसी भी परकार क आतमहवशवास क अभाव म बचचा वासरहवक और सच का सामना निी कर सकरा इसक सा थ िी वि वयाविाररक जीवन क पररवि म अपन आपको ढाल पान म असमथत िो जारा ि मारा-हपरा को अपन बचचो को परम करन म सरषलन क परहर साविान रिना चाहिए

बचच क हलए सचच परम का अथत ि हक उसको सवीकार कर हलया गया ि हजस बचच को सवीकार कर हलया जारा ि वि सभी परकार क िर स मषzwjतर िो जारा ि वि चीजो क साथ परयोग करन का िोजन गलहरया करन और परहकरया म सीिन म सकोच का

अनषभव निी कररा वि हकसी िराररपणत कतय या अवजा क कतय म िरा िआ अनषभव निी कररा मारा-हपरा का बचच क परहर परम हजरना अहिक सचचा िोगा उरनी िी अहिक बचच म अनय लोगो को परम करन की परवहतत बढगी

करोध करोि को कषट और ितषरा क परबल भाव क रप म पररभाहषर हकया जारा ि करोि का परसफोटन हिसक िोरा ि जो या रो सवय क परहर या दसरो क परहर िोरा ि ििवकाल स िी बचचा करोि परकट करन म सकषम िोरा ि सामानयर बचचा जब भिा िोरा ि या कोई परिानी िोरी ि रब िी वि करोि परकट कररा ि जस-जस बचच की मानहसक और पररक योयराए पररपzwjतव िोरी जारी ि रो उसक करोि को परोतसाहिर करन क अवसर बढ जार ि जस जब कोई भी वयहzwjतर या बार जो उसकी गहरहवहियो म हवघन िालर ि या उसकी परहरषठा योजनाओ इचछाओ या हवचारो म िसरकषप करर ि जब बचचा दषबतल थका िआ या भिा िोरा ि रब उस िीघर करोि आ जारा ि मारा-हपरा या हिकषक दारा अतयहिक या अनावशयक हनयतण भी कभी-कभी बचच को करोहिर कर दरा ि

बचच क करोि की परवहतत अलपकाहलक िोरी ि एक करोहिर बचच को आसानी स िार हकया जा सकरा ि और उसको सामानय वयविार म पषन लाया जा सकरा ि करोि को पराय िी हवसथाहपर हकया जारा ि इसका अथत ि हक कभी-कभी करोि का कारण बडा िो सकरा ि और उस रषचछ कारण क सबि म अहभवयzwjतर हकया जा सकरा ि उदािरण क हलए बचचा मारा-हपरा क िाटन पर करोहिर िो

भावातzwjमक ववकास 39

सकरा ि लहकन कष छ समय रक िार बना रिरा ि और बाद म हकसी अनय गहरहवहि जस हिलौन फ कन क दारा अपना करोि परकट कररा ि िारीररक रप स हवकर बचचो या हजनको सीिन या समझन म कोई कहठनाई ि व थोड स भी उकसान पर करोहिर िो जार ि

िसरकषप क हवरधि बचच का हवरोि कभी-कभी नकारातमकरा का रप िारण कर सकरा ि सभी सामानय बचच मारा-हपरा की सलाि को अनसषना करक या वि जो उनको करन क हलए किा जारा ि उसक ठीक हवपरीर करक परहररोिातमक वयविार परदहितर करर ि करोि की अहभवयहzwjतर रोना या िलकी रानबाजी म िो सकरी ि जब बचचा बडा िो जारा ि रब वि अपन करोि को परकट करन क हलए कोसन गाली-गलोच करन या कष छ हवकट पररहसथहरयो म अपन-आपको चोट पिचा सकरा ि छोट बचच अपना करोि सामानयर बडो क साथ सियोग करन स मना करक अहभवयzwjतर करर ि कष छ अनय उन लोगो क परहर बदल या घणा की भावना हवकहसर कर लर ि जो उनको करोि न हदलार िो

करोि एक हवनािकारी मनोभाव ि यि महसरषक को अिार कर दरा ि और वयहzwjतर को अपनी पणत योयरा म कायत निी करन दरा इसकी हवनािकारी परवहतत स जीवन म सामजसय की कहठनाइया उतपनन िोरी ि लहकन इसक कष छ सकारातमक पकष भी ि यि ऊजात का िहzwjतरिाली सोर ि करोिी वयहzwjतर अपन परहर हकए गए सभी परकार क अनयाय का हवरोि करर ि व िोषण भरषटाचार और सामाहजक बषराइयो का परहरकार करर ि

रिरोध करो कस मनयमरित करकरोि आिारभर मनोभाव ि इसहलए इसकी उपहसथहर अवशयभावी ि लहकन हनहशचय रप स इस मनोभाव को पयातपर ढग स करन क ररीक ि mdash

bull बचचो को आतमहनयतण हवकहसर करन की हिकषा दी जानी चाहिए

bull करोि को परोतसाहिर करन वाल पररको को पयातवरण स समापर कर दना चाहिए

bull मारा-हपरा व हिकषको को बचचो क परहर सिानषभहरिील और समझदार िोन की आवशयकरा ि और उनि बचचो की आवशयकराओ को परा करन की हसथहर म िोना चाहिए

bull िल म भाविाहर की कषमरा िोरी ि इसहलए िल बचचो म करोि को हनयहतर करन म अतयहिक परभाविाली ि

bull बचचो को रनाव स और हनररर कायत स दर रिना चाहिए

bull छोट बचचो को आदि निी दना चाहिए bull बचच का आतमसममान बनाए रिन क हलए

उसकी परिसा कर

ईरयाया ईषयात एक सवतवयापी मनोभाव ि यि करोि की िी अपवहधि िोरी ि सामानयर यि हवशवास हकया जारा ि हक इस हविष मनोभाव को 2 वषत की आयष म भी अनषभव हकया जारा ि ईषयात रोष का दहषटकोण ि जो दसरो क परहर िोरा ि ईषयात को सामाहजक हसथहरया जनम दरी ि जस mdash जब मारा-हपरा हकसी अनय म अहिक रहच लर ि और उस पर अहिक धयान दर ि रो बचच को ईषयात िोरी ि ईषयात क कई कारण

पराथमिक मिकषक जलराई 201840

िो सकर ि उदािरण क हलए अचछ कपड परीकषा या िल म उपलहबिया उचच सामाहजक-आहथतक परहसथहर हिलौन हिकषक दारा ककषा म अहिक धयान दना दसरो म ईषयात पदा कर सकरी ि ईषयात उगर रप म अतयहिक हवनािकारी िोरी ि एव ईषयात बचचो को बालसषलभ वयविार की ओर ल जा सकरी ि व अवनहर क हचहन परकट कर सकर ि जस mdash अगठा चसना हबसरर पर पिाब करना आहद कभी-कभी उनम ईषयात दसर बचचो स झगडन हचढान िरान-िमकान म हदिाई पडरी ि या अवाछनीय हटपपहणया करन म परकट िोरी ि ईषयाया करो कस मनयमरित कर

bull घर एव हवदालय का वारावरण अनषकल और सिायक िोना चाहिए मारा-हपरा एव हिकषक का उन बचचो क परहर अतयहिक सिानषभहरपवतक दहषटकोण रिना चाहिए हजनि समजन की कहठनाई िोरी ि हजसस हक व कभी असषरहकषर या अपहकषर मिसस न कर

bull बचचो को अनषहचर परम या सनि निी दना चाहिए मारा-हपरा एव हिकषको को बचचो क परहर वयविार म और हिकषा म हनषपकष दहषटकोण हवकहसर करना चाहिए

bull बचचो को बिर आरभ स िी िार या असफलरा को गररमा क साथ सवीकार करन क हलए हिहकषर हकया जाना चाहिए असफलरा पर काब पान क हलए उनको नवीन ऊजात क सचयन क हलए उतसाहिर भी हकया जाना चाहिए

आकामकता आकरामकरा को सामानयर उस वयविार क रप म पररभाहषर हकया जारा ि हजसका परयोजन दसरो को िारीररक मानहसक या वयहzwjतरगर कषट पिचान या

सपहतत को नषट करना िोरा ि इसका उदशय मलर दसरो को कषट पिचाना ि मल रप स आकरामकरा दो परकार की िोरी ि एक ितषरापणत आकरामकरा िोरी ि जो दसर को चोट पिचान क एकमात उदशय स की जारी ि दसरी सिायक आकरामकरा िोरी ि हजसका उदशय पीहड रो को पीडा न िोकर लाभ परापर करना िोरा ि लहकन ितषरापणत और सिायक आकरामकराओ की परहरहकरयाए सषसपषट निी िोरी बचचो म आकरामक परहरहकरयाए िारीररक या िाहबदक िो सकरी ि या नरम या उगर िो सकरी ि बचच पराय करोि का हिसक परसफोट परिार करक काटकर लार जमा क घसा मार क िzwjतका मारकर या िीचरान करक परकट करर ि आकरामकरा सीिी िई परहरहकरया िो सकरी ि यि परकषण क दारा या नकल उरारकर सीिी जा सकरी ि बचच बिर िी कम आयष म अपनी माग मनवान क हलए आकरामकरा का वयविार सीि जार ि और सचचाई यि ि हक हजरनी अहिक बार यि परबहलर िोरा ि उरनी िी अहिक बार यि परदहितर हकया जा सकरा ि

भावातमक मवकास क मलए मवदालय और घर म कया-कया कर सकत ह

bull हिकषक और मारा-हपरा बचचो स बारचीर कर bull बचचो क हलए हिलौन बनाए व िल bull पयार का वयविार कर bull बािर घमन ल जाए व आस-पडोस की जानकारी द bull मारा-हपरा को समझाए हक बचचो को भरपर

पयार द bull हवदालय म ऐसा मािौल बनाए हक बचच दसर

बचचो स हिलहमल कर रि bull बचचो की कषमरा क अनषसार हकरयाए कराए

भावातzwjमक ववकास 41

bull हविष आवशयकरा वाल बचचो को भरपर पयार द रथा उनि उनकी जररर क अनषसार चीज उपलबि करवाए उनि आभास हदलाए हक व भी अपना कायत सवय कर सकर ि मारा-हपरा को समझाए हक व इन बचचो को सवीकार कर और उनि घर की गहरहवहियो म िाहमल कर

bull बचचो को वयसर रि bull उनि सवय करक सीिन क अवसर द bull बचचो क साथ सभी तयोिार िसी-िषिी मनाए bull बचचो को अपनी भावनाओ को वयzwjतर करन का

अवसर द उनकी बार धयान स सषन और बीच म टोका-टाकी न कर उनि िाट निी

बचचो म भावातमक हवकास िो इसक हलए हवदालय म सषहविाए िोनी चाहिए जस mdash हिहकषका बचच को हमटटी क िल किानी का अहभनय करना लय व राल पर नाचना गषहड या का िल जस कालपहनक िल मक अहभनय फल-पतती टिनी आहद स मनपसद आकहर बनाना चॉक स सलट या फित पर आकहर बनाना जसी गहरहवहिया करवा सकरी ि

सदभषवमात परीहर 1979 बाल मकास दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदलली िमात उषा 2017 पल या बालयासरा दखभाल मिका दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदललीmdashmdashmdash 2017 बाल मकास क आयाि दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदलली

नसयाररी अधयामपका आईआईटी नसतरी हवदालय नयी हदलली 110 016

बचच क मनोहवजान को समझर िए हि कषण अहि गम की वयवसथा करना रथा उसकी अहि गम सबिी कहठ नाइयो को दर करना बाल क हरि र हि कषण किलारा ि बाल क हरि र हि कषा क अरगतर बचच की रहच यो परवहतत यो रथा कषमराओ को धयान म रिर िए हि कषा परदान की जारी ि जब िम बचचो को बाल क हरि र हि कषा परदान करर ि रो हि कषण अहि गम रहचकर िो जारा ि इसी हवषय पर आिाररर ि परसरषर लि

हिकषा बचच की मल परवहततयो पररणाओ और सवगो पर आिाररर िोनी चाहिए राहक उनकी हिकषा को हदिा दी जा सक बचचो की िारीररक व मानहसक योयराओ का अधययन करक हफर उनकी हवकास म मदद करनी चाहिए जस यहद कोई बचचा मानहसक या िारीररक रप स कमजोर ि या आपराहिक गहरहवहियो स जषडा ि रो पिल उसकी उस कमी को दर हकया जाना चाहिए कष छ हिकषक मनोवजाहनक जान क अभाव म बचच मार-पीट कर ठीक करन की कोहिि करर ि पररष इस ररि का वयविार हसथहर को और िराब कर दरा ि

एनसरीएफ 2005 क अनषसार हिकषा का लकय बचचो क सकली जीवन को उसक घर आस-पडोस क जीवन स जोडना ि इसक हलए बचचो को सकल म अपन बाल अनषभवो क बार म बार करन का मौका दना चाहिए उस सषना जाना चाहिए राहक बचच को

लग हक हिकषक उसकी बार को सषन रिा ि िर बचच म अपनी कषमराए और कौिल िोर ि हजनि सकल म वयzwjतर करन का मौका दना चाहिए जस mdash सगीर कला नाटय हचतकला नतय एव परकहर क परहर अनषराग इतयाहद

पराचीन काल म हि कषा का जो सवरप था और वरतमान म हि कषा का जो सवरप िम दिर ि उन दोनो म बिर अरर ि जॉन ियवी क अनषसार हि कषा वयहzwjतर की उन सभी योयराओ का हवकास ि हजनक दारा वि अपन वारावरण पर हनयतण करन की कषमरा परापर कररा ि और अपनी सभावानाओ को पणत कररा ि िल-िल म बचचो की रहच यो परवहतत यो रथा कषमराओ को धयान म रिर िए हि कषा परदान करना और बचचो की अहि गम कषमरा को बढाना उनकी अहि गम सबिी कहठ नाइयो को दर करना बाल क हरि र हि कषण ि बाल क हरि र हि कषा म बचच

7

बाल क मरि त मश कषा तथा पगमतशील मश कषा

सषनना हमततल

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 43

क हलए हवषयवसरष सरल िो जारी ि रथा हि कषक बचचो को परिान मनार ि हजसकी वजि स हि कषा का मितव बढ जारा ि बाल क हरि र हि कषा म बचचो को वयाविाररक और सामाहजक हि कषा दी जारी ि हि कषा मनषषय क वयविार म पररवरतन लारी ि यि बचच क वयविार म ऐस पररवरतन लारी ि जो बालक क जीवन म उहचर िोर ि अगर िम पराचीनकाल की हि कषा परणाली की बार कर रो बचच क हदमाग म जान की सामगरी को ठस दना िी हि कषा िोरी थी लहकन वरतमान समय म बचच क सवाइगीण हवकास पर बल हदया जारा ि बचच क सवाइगीण हवकास म उसका िारीररक हवकास सामाहजक हवकास मानहसक हवकास सवगातमक हवकास आहद सभी पकष िाहमल िोर ि

आिषहनक हि कषा पधिहर बाल क हरि र ि आज यहद िम हनजी हवदालय की बार कर रो पार ि हक बचचो क अनषसार हि कषको को हनयषzwjतर हकया जारा ि अथातर जो अधयापक बचचो को उहचर पधिहरयो का परयोग करक हि कषण करार ि बचच उनि अधयापको को पसद करर ि इस वयवसथा म परतयक बचच की ओर अलग स धयान हदया जारा ि वयाविाररक मनोहवजान म वयहzwjतर यो की परसपर हवहभननराओ पर परकाि िाला जारा ि हजसस यि सकर हमला ि हक हि कषक िर एक हवदाथथी की हविषराओ पर धयान द व उनक हलए परबि कर

आज क अधयापक को कवल हि कषा व हि कषा पधिहर क बार म िी निी बहलक हवदाहथत यो क बार म भी जानना िोरा ि zwjतयोहक आिषहनक हि कषा हवषय परिान या अधयापक परिान न िोकर बाल परिान

अथवा बाल क हरि र ि यिा यि मितव का हवषय ि हक बालक क वयहzwjतर तव का किा रक हवकास िआ ि इसहलए िम हि कषा मनोहवजान का जान िोना अहरआवशयक िोरा ि हिकषा कषत हिकषक को यि बरारा ि हक बचचो को zwjतया पढना ि पररष समसया यि ि हक उनि पढाना कस ि इस समसया को सषलझान म बाल मनोहवजान हिकषक की सिायरा कररा ि बाल हवजान सीिन की परहकरया हवहियो मितवपणत कारको अचछी या बषरी दिाओ आहद रतवो स पररहचर करवारा ि इसक जान स बचचो को सीिन म सिायरा परापर िोरी ि

बाल क हरिर हिकषा म बचचो क परयोग एव अनषसिान की ओर आकहषतर करन क हलए मनोहवजान का सिारा हलया जारा ि नई-नई पररहसथहरयो म नई-नई समसयाओ को सषलझान क हलए हिकषक को अलग-अलग परयोग करन चाहिए उसस हनकलन वाल हनषकषणो का उपयोग करना चाहिए छातो को हकरयािील रिन क हलए छात क िाथ पर और महसरषक सब हकरयािील िोन चाहिए अथातर वि एक स अहिक जानहरियो का परयोग बचच क अहिगम को और अहिक परभावी बना दरा ि नहरक किाहनयो व नाटको आहद क दारा बचच अचछी ररि स सीिर ि मिापषरषो व वजाहनको क उदािरण उनक हलए सदा पररणादायी िोर ि छात की रहच उस कायत करन म पररणा दरी ि अर हिकषण बचच की रहच क अनषसार हदया जाना चाहिए अधयापक को बचच की योयरा अनषसार हवषयवसरष का चयन करना चाहिए परतयक बचच का बौहधिक सरर (Intelligence Quotient) अलग िोरा ि हि कषक

पराथमिक मिकषक जलराई 201844

को बचचो की हवहभननराओ को धयान म रिना चाहिए हिकषक को सभी छातो को समान समझना चाहिए सभी छातो स समान परशन पछन चाहिए और उनम कोई भदभाव निी िोना चाहिए

हि कषा एक ऐसा िहथ यार ि जो सभी क हलए आवशयक ि हि कषा वि ि जो मनषषय को जान परदान करन क साथ-साथ उसक हदय एव आतमा का हवकास कररी ि हि कषा क उदशयो को लकर

हिकषा और मनोहवजान

मशकषा और मनोमवजान क सबध

हिकषा

मानव वयविार का हवकास

सामाहजक परहकरया

मनोहवजान

मानव वयविार क कायणो का अधययन

मानव वयविार म सिोिन

हकसी भी कषत म अधयापको की सफल िोन क हलए बार मनहवजान का जान अवशय िोना चाहिए इसक अभाव म न रो बचचो की हविषराओ को िी समझा जा सकरा ि और न िी उनकी समसयाओ का समािान हकया जा सकगा बचच क सबि म हि कषक को बचचो क वयविार क मल आिार आवशयकराओ मानहसक सरर रहचयो योयराओ वि वयहzwjतरतव इतयाहद का वयापक जान अवशय िोना चाहिए हवदालय म हकसी भी ककषा का कायतकरम वयहzwjतरक हभ ननराओ पररणाओ मलयो व सीिन क हसधिारो क मनोहवजान क जान क आिार पर बनाया जाना चाहिए हि कषण क पशचार बचचो का मलयाकन व परीकषण भी अतयर आवशयक िोरा ि मलयाकन स यि परा लगाया जा सकरा ि हक हवदाथथी न हकरना अहि गम हकया ि

किा जारा ि हक हि कषा सामाहजक आहथत क और राजनीहरक पररवरतन क हलए सबस जररी िहथ यार ि हकसी भी राषट क हवकास म हि कषा एक बषहनयादी रतव ि हि कषा क माधयम स बढरी जनसखया गरीबी सापरदाहयकरा हलगभद जसी समसयाओ स हनपटा जा सकरा ि हि कषा का मितवपणत भाग िोरा ि lsquoपराथहमक हि कषाrsquo zwjतयोहक पराथहमक हि कषा िी आग की हि कषा क हलए एक मजबर आिार बन जारी ि सामानय रौर पर गषणवततापणत हि कषा का अथत ऐसी हि कषा स लगाया जारा ि जो बचच को रटन स दर ल जारी िो रथा कवल जानकारी आिाररर न िो बहलक अविारणाओ की समझ पर िो गषणवततापणत हि कषा का परचहलर िबदावली क अनषसार अथत ऐसी हि कषा ि जो lsquoहि कषक व पषसरक क हरि रrsquo क सथान पर lsquoबाल क हरि रrsquo हि कषा िो रथा

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 45

बचच क जान मलयो कौिलो और कषमराओ का हवकास कररी िो

सवरतरा पराहपर क बाद भारर सरकार क अनषचछद 45 क जररय 1951 म यि वायदा हकया था हक राजय इस सहविान क लाग िोन की रारीि स दस साल क भीरर 14 वषत की आयष क सभी बचचो क हलए हनिषलक और अहनवायत हि कषा का परयास करगा लहकन कानन क रप म इसको अमलीजामा पिनान म छि दिक स जयादा समय लग गया आहि रकार हवहभ नन कमीिनो और सहमहरयो की हसफाररिो क बाद यि कानन 2004 म भाररीय सहविान क 86 व सिोिन क रिर सामन आया और 1 अपरल 2010 को लाग हकया गया इसक बाद स हि कषा क अहि कार को मौहलक अहि कार बनाया गया और राजयो को हज ममदारी दी गइत हक परतयक बचच को पराथहमक हि कषा दना सषहनहशच र हकया जाए माचत 2013 रक दि क मिज आठ फीसदी सकलो म यि कानन पणत रप स लाग हकया जा सका ि

पगमतशील मश कषापरगहरिील हि कषा की अविारणा क अनषसार हि कषा का एकमात उदशय बचच की िहzwjतर यो का हवकास ि वयहzwjतर क हि कषा क अनषरप हि कषण अहि गम परहकरया म भी अरर रिकर इस उदशय को परा हकया जा सकरा ि परगहरिील हि कषा यि बरारी ि हक हि कषा बचच क हलए ि बचच हि कषा क हलए निी इसहलए हि कषा का उदशय ऐसा वारावरण रयार करना िोना चाहिए हजसम परतयक बचच क सामाहजक हवकास का पयातपर अवसर हमल परगहरिील हि कषा का उदशय जनरतीय मलयो का हवकास हकया जाना ि हि कषा

क दारा िम ऐस समाज का हनमातण करना चािर ि हजसम वयहzwjतर-वयहzwjतर म कोइत भद न िो सभी पणत सवरतरा और सियोग स काम कर परतयक मनषषय को अपनी सवाभाहवक परवहतत यो इचछाओ और आकाकषाओ क अनषसार हवकहसर िोन क अवसर हमल सभी को समान अहि कार हदए जाए ऐसा समाज रभी बन सकरा ि जब वयहzwjतर और समाज क हिर म कोइत मौहलक अरर न माना जाए हि कषा क दारा मनषषय म परसपर सियोग और सामजसय की भावना सथाह पर करना िोरा ि परगहरिील हि कषा म हि कषण अहि गम हवहि को अहि क वयाविाररक करन पर जोर हदया जारा ि इसम बचच क सवय करक सीिन की परहकरया पर जोर हदया जारा ि कवल हि कषण स िी हि कषक का कायत परा निी िोरा उस बचचो क जान और हवकास का मलयाकन और परीकषण करना िोरा ि मलयाकन करन स हवदाथथी की उननहर का परा चलरा ि और उसी अनषसार बचचो म सषिार हकए जार ि भाररीय हि कषा पधिहर म मलयाकन िबद परीकषा व रनाव स जषडा िआ ि मलयाकन क रनाव स हवदाथथी को दर रिन क हलए बाल क हरि र हि कषा परणाली म सरर एव वयापक मलयाकन पर जोर हदया जारा ि मलयाकन एक बार क कायतकरम क बजाय एक हनररर परहकरया ि हजस सपणत अधयापन अहि गम परहकरया म हनहमतर हकया गया ि हि कषा िासत का हि कषक क हलए हविष मितव िोरा ि zwjतयोहक एक अधयापक को हि कषा िासत िी यि बरलारा ि हक बचचो को zwjतया पढाया जाए

वस सबस बडी समसया यि िोरी ि हक हवदाहथत यो को कस पढाया जाए बाल मनोहवजान

पराथमिक मिकषक जलराई 201846

दारा िी अधयापक को उपयोगी हि कषण अहि गम हवहि आ सकरी ि उस परा चलरा ि हक हकस परकार क बचच को हकस हवहि स पढाया जाए बचचो को भयमषzwjतर रिन और उनि मानहसक रप स सवरप रिन की कवायद म हि कषक की भहमका मितवपणत ि हि कषक क आचरण म सखरी की जगि मतीपणत वयविार कड अनषिासन की जगि लचीली वयवसथा हपटाइत की जगि अपनतव बचचो को हचरा स उनमषzwjतर रिन स पररणाम यि िोगा हक समाज म हि कषक की आज की भहमका भी बदल जाएगी भहवषय म समषदाय और समाज हि कषक को बचचो क अहि कारो की सषरकषा और हनगरानी का मितवपणत हिससा मानन लगगा यि िर हि कषक क हलए गौरव की बार िोगी बचचो को सजा न दन और उनि भयभीर न करन को लकर हि कषको और हि कषण ससथानो म वरतमान म जो सिय ि वि भी िीर-िीर दर िोरा चला जाएगा दषहनया रजी स बदल रिी ि हि कषक को भी आ रि इस बदलाव क चलर अपनी हि कषण पधिहर म आवशयकानषसार सषिार करन िोग

परगहरिील हि कषा क योगदान म महसर षक एव बषहधि की अिम भहमका ि इनक माधयम स वि दहनक जीवन की समसयाओ को सषलझान का काम कररा ि जस-जस वि अपन दहनक जीवन म अपनी मानहसक िहzwjतर यो का परयोग कररा ि वस-वस वि मानहसक हवकास भी कररा ि महसर षक िी वि मषखय उपकरण ि जो समसयाओ को सषलझान म सिायक िोरा ि अर बालक क सबि म हि कषक को उसक वयविार क मल आिारो आवशयकराओ मानहसक सरर रहचयो योयराओ वयहzwjतर तव इतयाहद का हवसरर जान िोना

चाहिए हि कषा बचच की मल परवहरयो पररणाओ और सवगो पर आिाररर िोनी चाहिए परगहरिील हिकषा म हिकषक को भी मितवपणत सथान हदया गया ि इसक अनषसार हिकषक समाज का सवक ि उस हवदालय म ऐसा वारावरण बनाना पडरा ि हजसम पलकर बचच क सामाहजक वयहzwjतरतव का हवकास िो सक हवदालय म सवरतरा और समानरा क मलय को बनाए रिन क हलए हिकषक को कभी भी बचचो स बडा निी समझना चाहिए आजा और उपदिो क दारा अपन हव चारो और परवहततयो को बचचो पर लादन का परयास निी करना चाहिए

मनषकरष भारर म जो हि कषा पधिहर परचहलर ि उसक कइत पकषो म सषिार की आवशयकरा ि िमारी हि कषा वयवसथा पर एक विर जनसमि को हि हकष र करन का उततरदाहयतव ि सािन और ससािन बिर सीहमर ि पररहसथ हरया भी अनषकल निी ि हफर भी िम लकयो की पराहपर की ओर परयतनिील ि हफर भी िम दढ सकलप क साथ आग बढ रो इस हनरािाजनक हसथ हर स उभर सकर ि

सबक हलए हि कषा की सषहविा करवानी ि हक परतयक हि हकष र वयहzwjतर स यि अपकषा की जानी चाहिए हक वि इस लकय पराहपर म सियोग परदान कर इरीच न रीच न (Each one Teach one) का नारा इस हदिा म सफलरा हदला सकरा ि हि कषा म रकनीकी का उपयोग अतयहि क िो रिा ि हकरष इन रकनीको सािनो को हि कषक का हवकलप न मानकर सियोगी मानकर परयोग करन का लकय ि

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 47

सदभष वमात ररक कष मार 2013lsquoबाल क हरि र हिकषा एव परगहरिील हिकषाrsquo बाल मकास ए मि का िासरि अररिर पहबलकिन

हलहमटि नयी हदललीसरोिा सषिील 2012 lsquoचाइलि सटित एि परोगरहसव एजषकिनrsquoएजकिनल साइकरोलॉजरी सरोिा पहबलकिन रोहिणी

नयी हदललीmdashmdashmdash 2016 lsquoबाल क हरि र हिकषा एव परगहरिील हिकषाrsquo बाल मकास ए मि का िासरि सरोिा पहबलकिन रोहिणी

नयी हदलली

परोफसर परारहभक हिकषा हवभाग एनसीईआरटी नयी हदलली 110 016

पाथममक बाल मशकषा क लकय तथा मकरयाकलाप

परारहभ क बाल हि कषा आज क यषग म सामानय रप स न कवल बचचो क सपणत हवकास का अिम हनवि ि बहलक परारहभ क हि कषा को सावतजनीकरण रप म राषटीय लकय को परापर करन म भी मितवपणत योगदान परदान कररा ि परारहभ क बाल हि कषा सषहविाओ म गषणातमक हवसरार क हलए सरकारी और गर-सरकारी ससथाओ दारा समहनव र परयास हकया जा रि ि हजसस दि क करोडो बचचो को इसका लाभ हमल सक इस हवसरार क चलर काफी सखया म परहि हकष र लोगो की आवशयकरा ि इस आवशयकरा को परा करन क हलए सवारर हि कषक-परहि कषको को अलपकालीन परहि कषण भी हदया जा रिा ि जयादारार लोगो को यि जानकारी निी िोरी हक पवत पराथहमक सरर पर zwjतया कराया जाए या कसी गहरहवहि या या हकरयाए करायी जाए हजसस बचचो को आनददायक वारावरण हमल व पवत-पराथहमक सरर को पराथहमक सरर का डाउनडया एकसनिन मान कर बचचो को पढार ि और टीचर टहनग भी दर ि इसी बार को धयान म रिकर परसरषर लि म 3ndash4 एव 4ndash5 साल क बचचो क हलए आयोहजर की जान वाली हकरयाओ क उदशय एव हकरयाए साझा की गइत ि जो हि कषक परहि कषको एव हि कषको क हलए उपयोगी िो सकरी ि य हकरयाए एक लबोरटरी सकल म कायत अनषभव और उपहसथर गरनथो क आिार पर सषझाई गयी ि

पवत-पराथहमक हिकषा का उदशय बचचो का सवाइगीण हवकास करना ि पवत-पराथहमक हिकषा दारा बचचो का िारीररक हवकास िोरा ि और बचचो को पढन-हलिन एव गहणर की रयारी म मदद हमलरी ि यि बचचो को औपचाररक हिकषा क हलए रयार कररी ि इसक साथ िी बचचो म कई अनय सजनातमक कषमराओ को भी हवकहसर कररी ि रीन स छ वषत की आयष क बीच क बचच पवत पराथहमक िालाओ म

पवत पराथहमक हिकषा गरिण करर ि य िालाए बचचो

को पररणादायक िल वारावरण परदान करन क साथ िी

बचचो का बौहधिक भाषागर सामाहजक सवगातमक

रथा िारीररक हवकास करन म सिायक ि

पवष-पाथममक मशकषा क उदशयपवत-पराथहमक हिकषा का मषखय उदशय ि बचचो का

सवाइगीण हवकास करना अरः बचचो को अगरहलहिर

पदमा यादव

8

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 49

सबिो की उदशयो की पराहपर क हलए गहरहवहिया कराई जानी चाहिए mdash

bull सामाहजक एव सवगातमक हवकास bull िारीररक हवकास एव मासपहियो का हवकास bull भाषा हवकास bull सजानातमक हवकास bull सजनातमक एव सौदयतबोि का हवकास

3ndash4 आयष वगत और 4ndash5 आयष वगत क बचचो क हलए सामानयरः एक जसी गहरहवहिया िोरी ि बस 4 ndash5 आयष वगत की गहरहवहियो का सरर 3ndash 4 आयष वगत की गहरहवहियो की अपकषा थोडा अहिक िोरा ि लि म इनिी दोनो आयष वगत क हलए गहरहवहिया सषझाई गयी ि

3 ndash 4 आय वगष क मलए गमतमवमध लकय सामाविक एि सिगातमक विकास बचचो क सामाहजक एव सवगातमक हवकास क अरगतर अनक बार िहमल ि जो अतयर मितवपणत ि उदािरण क हलए सषरकषा एव भरोस की भावना का हवकास करना परारहभक बाल हिकषा क रि क वारावरण रथा हदनचयात स पररचय कराना अचछी आदरो का हनमातण करना जस mdash िौचालय का उहचर परयोग िाथ िोना वयहzwjतरगर सवचछरा भोजन की उहचर आदर हिहकषका कायतकरात का अहभवादन करना अपनी बारी की पररीकषा करना दसर बचचो क साथ िलना सीिना इतयाहद अपन वयविार को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना अपन बार म अचछी भावना हवकहसर करना सामहिक हकरयाओ क परहर रहच का हवकास करना सामाहजक रप स सवीकर ररीको क अनषसार अपन

वयविारो रथा सवगो को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना आहद

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकासबचचो क िारीररक एव मासपहियो क हवकास क हलए यि जररी ि हक िम बचचो को साथ म काम करन क अनक अवसर उपलबि कराए साथ िी हिकषक को कष छ और बारो का धयान रिना िोगा उदािरण क हलए उहचर वहधि और हवकास पर नजर बनाय रिना सथल मासपहियो और सकम मासपहियो म सरषलन बनान म मदद करना छोटी मासपहियो को हवकहसर करन क अवसर परदान करना आि-िाथ म रालमल िाथ-मषि म रालमल इतयाहद

भाषा विकासभाषा मनषषय क भावो और हवचारो को वयzwjतर करन का एक माधयम ि भाषा सीिन का सवाभाहवक और मनोवजाहनक करम िोरा ि mdash सषनना बोलना पढना हलिना बचच म भाषा सीिन की सवाभाहवक परव हतत िोरी ि भाषा का हवकास मलर जीवन की परारहभक अवसथा स िी आरभ िो जारा ि जो मलर अनषकरण एव अभयास दारा अहजतर की जारी ि भाषा हवकास क लकय ि mdash सषनन क कौिल का हवकास करना हजसम िाहमल ि धवहन हवभदीकरण सषनन का हवसरार सषनकर समझना मौहिक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िबद भिार का हवकास अहभवयहzwjतर म सपषटरा एव परवाि पणत वाzwjतयो का परयोग आवशयकराओ एव हवचारो का सपरषण इतयाहद

सजानातमक विकास वसरषओ का हमलान करक रथा पिचान करक उनक अरर को पिचानन की कषमरा का हवकास करना

पराथमिक मिकषक जलराई 201850

जस mdash एक समय म हदिायी गयी 3 ndash 4 वसरषओ का हनरीकषण करक रषरर पषन समरण करन की कषमरा का हवकास हकसी पररहचर वसरष का हचत दिकर उसक गायब भाग की पिचान करन की कषमरा का हवकास करना हकसी एक आयाम या समबोि क आिार पर जस आकार या रग वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास करना रीन-चार वसरषओ स बन नमन को हफर स बनान की कषमरा का हवकास करना सरल सरर पर सपणत रथा उसक भागो क सिसबि को समझन की कषमरा का हवकास करना सरल समसयाओ को सषलझान क हलए सिी ढग स सोचन की कषमरा का हवकास करना लाल नीला पीला िरा सफद और काला रग पिचानन नाम बरान रथा हमलान करन की कषमरा का हवकास हनमनहलहिर को पिचानन रथा हमलान करन की कषमरा पर हवकास mdash गोल चौकोर हरकोन गोला बनान की कषमरा का हवकास छोडा-बडा लबा-छोटा भारी िलका लबा-नाटा मोटा घना परला चौडा-सकरा दर-नजदीक को पिचानन नाम बरान रथा हमलान करन की कषमरा का हवकास करना हसथहरयो को पिचानन की कषमरा का हवकास करना जस mdash अदर-बािर ऊपर-नीच आग-पीछ दहनक हकरयाओ क सदभत म हनमनहलहिर समबोिो की चरना का हवकास करना जस mdash हदन-रार दोपिर-सधया घटो का जान ठिा और गरम म भद करन पिचानन और जानन की कषमरा का हवकास इतयाहद कष छ परसराहवर समबोि परोजzwjतट जसmdash सवय पररवार पालर रथा जगली जानवर घर मौसमी सहबजया रथा फल पौि सषरकषा सबिी आदर पवत तयौिार िवा पानी इतयाहद

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास बचचो म सजनातमकरा एव सौदयतबोि का हवकास करन क हलए कष छ बारो पर धयान दना जररी ि जस mdash कला क माधयम स सजनातमक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िारीररक अगो का कलातमक ढग स सचालन करना पयातवरण म उपलबि रगो रथा सौदयत क परहर सवदनिीलरा का हवकास करना इतयाहद

4ndash5 आय वगष हत गमतमवमध लकय सामाविक ndash सिगातमक विकास सामाहजक-सवगातमक हवकास बचचो क वयहzwjतर तव का एक मितवपणत अायाम ि इसम अनक बार िहमल ि जस mdash परारहभक बाल कायतकरात हिहकषका (यहद नई िो) रथा ककषा क अनय बचचो स पररचय िोना अचछी आदरो का हनमातण करना जसmdash वयहzwjतरगर रथा पयातवरणीय सवचछरा परारहभक बाल हिहकषकाकायतकरात का अहभवादन अपनी बारी की पररीकषा करना हकसी वसरष को हमल बाटकर उपयोग एव सियोग करना हनयहमर उपहसथहर अपन बार म अचछी भावना का हवकास करना सामहिक हकरयाओ क परहर रहच का हवकास करना सामाहजक रप स सवीकर ररीको को अपन वयविारो रथा सवगो को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना हनणतय लन की योयरा का हवकास करना इतयाहद

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकासबचचो म उहचर वहधि बनाय रिन क हलए हनयहमर जाच सथल मासपहियो म सरषलन सकम मासपहियो म सरषलन बचचो की छोटी मासपहियो का हवकास आि-िाथ म रालमल िाथ-मषि म रालमल इतयाहद पर धयान हदया जाना चाहिए

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 51

भाषा विकासभाषा हवकास म िहमल ि mdash सषनन क कौिल का हवकास करना mdash धवहन हवभदीकरण सषनन का हवसरार सषनकर समझना आलोचनातमक दहषटकोण क साथ सषनना मौहिक अहभवयहzwjतर का हवकास करनाmdash िबद भिार का हवकास अहभवयहzwjतर म सपषटरा और परवाि करमबधि ढग स बार करना सजनातमक अहभवयहzwjतर पढन की रयारी करवाना दिी गयी वसरषओ का हवभदीकरण सषनी गयी धवहनयो का हवभदीकरण (िबदो की परथम एव अहरम धवहन) दशय धवहन सि सबि बाए स दाए का हदिाबोि हलिन की रयारी करना इतयाहद

सजानातमक विकास पाचो इहनरियो का परयोग करक वसरषओ का नाम बराना रथा 3 सररो पर करमीकरण करन की कषमरा का हवकास करना जसmdash मीठा उसस मीठा सबस मीठा बडा उसस बडा सबस बडा आहद एक समय म हदिायी गई 6ndash7 वसरषओ का हनरीकषण करन रथा रषरर पषन समरण करन की कषमरा का हवकास हकसी पररहचर वसरष क अहिक सकम या गायब भाग की पिचान करन की कषमरा का हवकास दो समबोिो या आयामो क आिार पर जस रग एव आकार वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास वसरषओ हचतो किाहनयो रथा घटनाओ को पषन परसरषर करन रथा उसी रकत स करम म बढान का हवकास सपणत रथा भाग क सि सबि को अपकषाकर कष छ जहटल सरर पर समझन की कषमरा का हवकास अपकषाकर कष छ जहटल समसयाओ को सषलझान क हलए सिी ढग स सोचन की कषमरा का हवकास

लाल पीला नीला काला सफद क साथ अनय रगो जस भरा नारगी बगनी की पिचान और नाम बराना रीन सररो पर परमषि रगो का करमीकरण करन की कषमरा का हवकास (यि समझन की कषमरा हक रगो को हमलान स नय रग रयार िो जार ि) हनमनहलहिर आकारो क नाम बरान की कषमरा रथा पयातवरण म उपलबि उनिी आकार की वसरषओ स हमलान-हमलाना mdash गोल चौकोर हरकोन अनय आकारो जस mdash रारा छडी आयर मिराब (आिा गोला) आहद को पिचानन की कषमरा हवकहसर करना

अक सबिी समबोिो का रीन सररो रक करमीकरण करन की कषमरा का हवकास करना हनमनहलहिर की कषमरा का हवकास mdash एक स एक का सबि पाच रक की सखया का सबोि पाच रक क अको की पिचान पाच रक क अको को हगनना रथा उनि करम म रिना हनमनहलहिर हसथहरयो की पिचान रथा उनक हलए उपयषzwjतर िबदो का परयोग जसmdash सबस ऊपर-सबस नीच अदर-बािर पिल-बाद म ऊपर-नीच अगला-हपछला यिा-विा हकनार-बीच म बगल म-पीछ-सामन हनमनहलहिर समबोिो की चरना का हवकास mdash समय स समय स पिल दर स हदनचयात क सदभत म पिल-बाद म घडी स समय का मापन सपराि क हदन रापमान की रषलनातमक हसथहरयो जस गमत उसस गमत सबस गमत को पिचानन हवभदीकरण करन रथा जानन की कषमरा का हवकास कष छ और समबोि परोजzwjतट जस mdash बरसार मौसम कीड-मकोड समाज क मददगार ससार यारायार इतयाहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201852

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास कला क माधयम स सजनातमक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िारीररक अगो का कलातमक ढग स सचालन सजनातमक हचरन का हवकास करना पयातवरण म उपलबि सौदयत एव रगो क परहर सवदनिीलरा का हवकास करना

3ndash4 एव 4ndash5 आय वगष क बचचो क मलए खल मकरयाए ऊपर हदय गए लकयो की पराहपर क हलए हिकषक एव हिकषक परहिकषको दारा हनमन हकरयाए गहरहवहिया कराइत जा सकरी ि

सामाविक ndash सिगातमक विकास हिकषक बचचो को िल क माधयम स सवगो पर हनयतण करना हसिा सकर ि सामाहजकndashसवगातमक हवकास म सिायक गहरहवहिया िmdash अनौपचाररक वारातलाप गीर रथा कहवराए अहभनय करना कठपषरली का िल सवरत एव हनददहिर िल सामहिक हकरयाए एव िल भोजननाशर क समय की हकरयाए तयोिार एव जनमहदन मनाना आतमहनभतररा क भाव को जगान वाली हकरयाए अथातर हकसी हकरया म नरतव करना बचचो को दाहयतव बाटना आहद वारातलाप हवकलाग बचचो का समि म िाहमल करना परकहर म हवचरण बागवानी-पलर जानवरो की दिभाल करना

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकास बचचो म िारीररक हवकास एव मासपहियो क हवकास क हलए सिायक गहरहवहिया ि mdash लबाई और वजन की माहसक जाच परक पोषण दना समय-समय पर िोन वाली माहसक जाच बचचो

और समाज को सवासथय एव पोषण सबिी जानकारी दना सवरत एव हनददहिर िल दौडन उछलन कदन चढन फ कन सरषलन रिन लषढकन आहद वाली हकरयाए हचतकला एव रजनकला फाडना काटना हचपकाना िागा िालना हसलाई करना बाल और पानी क िल हमटटी का काम हजन वसरषओ को इचछानषसार रोडा-मरोडा जा सक उनक साथ मनचाि ढग स िल उगहलयो को नचार िए गीर गाना िाथ और चममच स भाजन करना इतयाहद

भाषा विकास भाषा हवकास क हलए बचचो क साथ सवरत एव हनददहिर वारातलाप कर सषनन एव िबदो क िल िल जस mdash रषकानर िबदो क िल लययषzwjतर छद और गीर धवहनयो की पिचान आहद अनय गहरहवहिया जस mdash पिहलया अहभनय किानी सषनाना और बनाना कठपषरली का िल दशय हवभदीकरण सबिी िल एव हकरयाए िबदो की धवहनयो का हवभदीकरण रथा िबद-हनमातण क िल सहचत पषसरको को सिी ढग स पकडना हचत एव िबद का हमलान सकम मासपहियो की समसर हकरयाए िीची गई आकहर म रग भरना हबदषओ को जोडना आकहरयो की बनावट की नकल करना (पहसल रथा कयॉन स) इतयाहद भाषा हवकास म बिर सिायक ि

सजानातमक विकास मल सजानातमक कौिलो और परहकरयाओ क हवकास िरष गहरहवहिया करवाए जस mdash इहरियो का हवकास ndash दिन की इहरियसषनन की इहरियसपित स अनषभव करन की इहरिय सघन की इहरिय सवाद की इहरिय समहर एव हनरीकषण कषमरा का हवकास

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 53

वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास करहमक हचरन का हवकास समसया समािान रथा हववक का हवकास

परमषि सबोिो का हवकास जस mdash रग क सबोि का हनमातण आकारो क सबोि का हनमातण अक पवत सबोि का हनमातण अक सबोिो का हनमातण सथान क सबोि का हनमातण समय क सबोि का हवकास रापमान क सबोि का हवकास हनमनहलहिर क सबि म पयातवरणीय रापमान क सबोि का हवकास पराकहरक पयातवरण भौहरक पयातवरण सामाहजक पयातवरण परोजzwjतट थीम क रप म चचात की जा सकरी ि

दहषट सबिी रथा धवहन हवभदीकरण सबिी िल हकरयाए पयातवरण म उपलबि हवहभनन बनावट की वसरषओ को छकर रथा पिचानन वाल कािणो क साथ हकरयाए हवहभनन सवाद वाली वसरषओ क साथ हकरयाए समहर िल lsquozwjतया गायब िrsquo हनरीकषण रथा हनरीहकषर वसरष क पषन समरण पर आिाररर हकरयाए वसरषओ हचत कािणो का परयोग करक वगथीकरण हकरयाए वगथीकरण क िल हदया गया नमना हफर स बनाना किाहनयो और घटनाओ का सिी करम म पषन समरण करहमक हचरन पर आिाररर िल पिली एव भल भषलया का िल हनकालना समसयाओ को सषलझान स सबहिर हकरयाकलाप जस दो या उसस अहिक वसरषओ क सिसबि पर

आिाररर काित सरल परशनो क उततर दना वारातलाप गीर और रषकबहदया अहभनय वसरषओ कपडो पर हकरयाकलाप हनददहिर िल रचनातमक हकरयाए परकहर म भरमण रगो क सबि क हलए वहणतर हकरयाए वारातलाप एव किाहनया पानी क िल बाल क िल करमीकरण काित गषटको क िल हनददहिर िल एव करीडा अहभनय अहभनय पर आिाररर िल जस दषकान-दषकान वसरषओ क साथ और बाद म सखया काितस क साथ हनददहिर िल अको क गीर अको क िल अको की पिली समय सबोि क काितस दफरी आहद पर बनायी गयी घहड या दहनक हकरयाओ का करम स पषनसमरण करन सबहिर हकरयाए सरल परयोग जस mdash बनाय गय थमातमीटर वारातलाप पिल वहणतर हवहभनन हकरयाओ का परोजzwjतट क हवषयो स एकीकरण ककषा म परदितन भरमण एव परकहर दितन तयोिारो को मनाना रथा उनस सबहिर वसरषए रयार करना िवा पानी रथा पौि उगान स सबहिर सरल परयोग बाल रथा पानी क िल इतयाहद

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास कष छ हकरयाकलाप जस mdash सजनातमक हचतकला लयातमक गहरिीलरा रथा नाटक आहद जसी हकरयाए mdash बिउततरीय परशन lsquoआओ बनrsquo वाल िल गीर एव किाहनया बनाना परकहर क भरमण ककषा परदितन आहद

सदभषएनसीईआरटी 2000 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2000 एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2006 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली कौल हवनीरा 1996 पारमभक बाल मिका काययारिि पवत पराथहमक एव परारहभक हिकषा हवभाग एनसीईआरटी नयी हदलली

पराथमिक मिकषक जलराई 201854

गषपर मजीर सन 2013 पारमभक बालयासराmdash दख-भाल और मिका पीएचआई लहनइग पराइवट हलहमटि हदलली भारर सरकार 1986 राषzwjटरीय मिका नरीमत 1986 मानव ससािन हवकास मतालय नयी हदलली mdashmdashmdash 2011 मनःिलक और अमनायया बाल मिका का अमधकार अमधमनयि ndash 2009 मानव ससािन हवकास मतालय

नयी हदललीमहिला एव बाल हवकास मतालय 2013 राषzwjटरीय पारमभक बालयासरा दखरख और मिका (ईसरीसरीई) नरीमत 2013

नयी हदललीमषरलीिरन राजलकमी और िोहबरा असथाना 1991 मििओ क मलए परक गमतममधया हवदालय पवत एव परारहभक हिकषा

हवदालय एनसीईआरटी नयी हदललीयादव पदमा 2015 एजमपलर गाइडलाइस फॉर इमलि िन ऑफ अलथी चाइलडहड कयर एड एजकिन (ईसरीसरीई)

कररीकलि एनसीईआरटी नयी हदलली

ररषठ पकता िाइट घषममनिडा एससीईआरटी नयी हदलली

भारर सरकार परहरवषत हिकषा पर काफी वयय कररी ि काफी नय हवदालय िषल रि ि और हवदालयो म बचचो क नामाकन म वहधि िो रिी ि इसक साथ िी हिकषक परहिकषण पर भी बल हदया जा रिा ि पररष हफर भी हिकषा की गषणवतता म कोई िास सषिार निी िो रिा ि यि एक हवचारणीय परशन ि और इस अनदिा निी हकया जा सकरा ि हिकषा की गषणवतता को गभीररा स लर िए यनसको की जीईएम की ररपोटत न भी वषत 2017ndash18 का िीषतक हिकषा म जवाबदिी रिा था िमारी हिकषा परणाली की यि हज ममदारी िोनी चाहिए हक वि परतयक चरण म हिकषा परणाली स जषड लोगो की जवाबदिी सषहनहशचर कर

हिकषक समाज की सवातहिक सवदनिील इकाई ि और किा जारा ि हक हिकषण वयवसाय समाज क सभी वयवसायो की जननी ि हवहभनन वरन आयोगो न परतयक बार हिकषक क कायणो क हलए वरनमान को उननर बनाय रिन की हसफाररि की ि राहक हिकषक पणत मनोयोग स अपन हिकषण कायत को समहपतर िो सक और अपनी जवाबदिी सषहनहशचर कर हपछल रीन दिको म गहठर िई सभी सहमहरयो और आयोगो न अपना यि सषझाव हदया ि हक हिकषा की गषणवतता म सषिार क हलए यि आवशयक ि हक हनयहमर रप स हिकषक क कायणो का मलयाकन हकया जाए और उसकी जवाबदिी सषहनहशचर की जाए

मशकषक की जवाबदही स मशकषा वयवसथा की गणवता म सधार

एम एम रॉय

9

हिकषक समाज की सवातहिक सवदनिील इकाई ि िमार दि म हिकषक का बिर सममान हकया जारा ि हिकषक बचचो म छष पी िई परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि यि मिसस हकया जा रिा ि हक समाज म सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि हिकषक की गषणवतता पर भी परशन हचहन लग रि ि हिकषको की जवाबदिी की माग उठन लगी ि यहद िम हिकषको को अपन वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना चािर ि रो हिकषा वयवसथा म ऐसा वारावरण बनाना िोगा जिा व उततरदाहयतव सवय लना पसद कर लहकन हिकषको की जवाबदिी सषदढ और सषहनहशचर करन स पिल उनक हलए एक वारावरण रयार हकया जाना चाहिए हजसका उललि इस लि म हकया गया ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201856

एक हिकषक का कायत समाज म वषणो स सममानजनक रप स दिा जारा रिा ि हिकषको क हलए ईमानदार जानी आहद जस हविषणो का भी परयोग हकया जारा ि एक हिकषक का कायत बिआयामी ि वि अपन बचचो म छष पी िई परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि एक हिकषक बचचो क हलए मागतदितक दाितहनक और हमत िोन क साथ समाज और राषट हनमातरा भी ि िम सभी लोग यि भी मिसस कर रि ि हक समाज म स सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि और zwjतयोहक हिकषा सामाहजक परणाली का अहभनन अग ि हिकषा क सरर क दारा यि भली भाहर जाना जा सकरा ि हक समाज म जीवन क मलयो का zwjतया सरर ि

किन का रातपयत यि ि हक हिकषा का सरर एक सचक क रप म यि हदिारा ि हक समाज म जीवन की गषणवतता zwjतया ि हिकषक हिकषा की एक िषरी ि इसीहलए हिकषक-हिकषा की गषणवतता कसौटी पर ि रथा हिकषक-हिकषको क योगदान पर भी परशनहचहन लग रि ि हिकषक क पास बिआयामी कायत िोर ि हजसम वि बचचो हवदालय बचचो क मारा-हपरा समाज रथा राषट की सवा करर ि जब व कोई ऐसा उततरदाहयतव सभालर ि रो उनकी जवाबदिी रय िोनी चाहिए zwjतयोहक इसम उनको अपन कायत क सबि म दसर वयहzwjतर क परशनो का जवाब दना बनरा ि

यि जवाबदिी नहरक जवाबदिी बनरी ि जब आरररक इचछा िहzwjतर दारा वयहzwjतर िमिा कष छ अचछा करन क हलए अहभपरररर रिरा ि विी दसरी जवाबदिी म वयहzwjतर अपन ससथा क परहर

उततरदायी रिरा ि zwjतयोहक जो कायत उस वयहzwjतर को हदया जारा ि उसको उस बस परा करना िोरा ि zwjतया िम हसफत कायत को करना िी ि या उस कायत का परदितन भी बिर अचछा करना ि zwjतया आपन कभी अनषभव हकया ि हक जो हिकषक अपन वयवसाय स सरषषट ि व नए-नए उततरदाहयतव लना पसद करर ि और zwjतया व सफलरा की भी सी हढया चढर ि एक वयहzwjतर जब अपन कायत क परहर समहपतर रिरा ि रो यि समझा जारा ि हक वि अपन कायत स सरषषट ि दसर िबदो म कि रो यहद हिकषक अपन वयवसाय म परी ररि स समहपतर ि रो उसकी जवाबदिी भी सषदढ िोगी यहद िम हिकषको को उनक वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना ि रो हिकषा वयवसथा म ऐस वारावरण बनाना िोगा जिा व उततरदाहयतव लना पसद कर हिकषको की जवाबदिी सषदढ बनान क हलए हनहमनहलहिर वारावरण रयार हकया जा सकरा ि

मशकषको को मनणषय लन की अनममत हिकषक क पास हनणतय करन की िहzwjतर िोनी चाहिए हक व zwjतया पढाए और बचचो क सीिन का मलयाकन हकस परकार कर या बचचो को कस समझ यि हिकषक िी िोरा ि जो बचचो दारा मिसस हकए जान वाल सामाहजक सासकहरक और भाषायी अवरोिो की परिाहनयो को सीि-सीि मिसस कररा ि हिकषा म गषणवतता का लकय रब रक निी परापर हकया जा सकरा जब रक हक िमार पास ऐस हिकषक न िो हजनकी हनषठा सदिो स पर िो हजनम िम परी ररि स हवशवास कर सक

शिकषक की जवाबदही स शिकषा वzwjयवसzwjा की गणवता म सधार 57

सतत एव वयापक मलयाकन स जवाबदहीहवदालय म हभनन-हभनन पषठभहम वाल बचच पढन आर ि हवहवि पषठभहम स आए बचचो का अपना अनषभव िोरा ि और यि बचच अपनी गहर स सीिर ि हवहवि पषठभहमयो और हवहभ नन कषमराओ वाल बचचो को पढाना एक चषनौरी ि एक अचछी मलयाकन और परीकषा पधिहर सीिन की परहकरया का अहभनन अग बन सकरी ि हजसम बचच और हिकषा रत दोनो को िी हववचानातमक और आलोचनातमक परहरपषहषट स फायदा िो सकरा ि मलयाकन ऐसा िो जो यि सषहनहशचर कर हक बचच सफलरापवतक पढ और बढ रथा अपन पणत रप म हनिर हवहवि कषतो म उतकषटरा को मानयरा हमलनी चाहिए रथा उसका सममान िोना चाहिए मलयाकन म इस बार पर जोर िोना चाहिए हक जो पढाया गया ि उसक परहर बचचा हकरना जवाबदि रिा ि न हक उसक याद करन की कषमरा का उसकी जवाबदिी म कई बार िाहमल िोगी जस हक उस जो पढाया गया ि उसका अपन जीवनानषभव रथा दसरी रमाम चीजो स सबि जोडन की योयरा सीिी गयी चीजो क बार म नए और आशचयतजनक ररीक स सवाल बनान की कषमरा आहद बचचो क उपलहबि सरर क साथ-साथ बचच की अहभरहच उसक सवरत रप स सीिन की कषमरा का मलयाकन िोना चाहिए अर यि समझना जररी ि हक मलयाकन की परहकरया को बदलकर बचच क सीिन क अनषभवो पर आिाररर और गषणवतता को आिार बनाकर मलयाकन हकया जाए यहद हिकषक ऐस मलयाकन को सषहनहशचर कर सक हक हवहविरा अपन पणत रप म हनिर और मलयाकन म इस बार

पर जोर हदया गया हक जो पढाया गया ि उसक परहर बचचा हकरना जवाबदि रिा ि रो अवशय इसम हिकषक की भी जवाबदिी बनरी ि

मशकषण पश म हो रह कषय का सामना हिकषक वि िषरी ि हजसक इदत-हगदत हिकषा वयवसथा घमरी ि वरतमान सदभत म रजी स बढ रिी सकली वयवसथा और हवततीय घाट वाली हसथहर म समषहचर सखया म हिकषको की अनषपलबिरा एक नए ररि क हिकषको क आगमन की ओर बढरी ि सकली हिकषक की सामाहजक हसथहर म रजी स हगरावट आ रिी ि रथा हिकषक को सरकारी सकल क रमाम कष परिासन और बीमाररयो क हलए हज ममदार ठिराया जारा ि जबहक इसको पिचाना भी जा रिा ि हक हिकषक का उततरदाहयतव काफी मितवपणत ि

अपयाषपत मशकषक बचचो और हिकषको का अनषपार कई कषतो म अपहकषर मानक स काफी नीच ि और अहिकाि ििरी कषतो क सकलो म हिकषको की बिलरा ि एक हिकषक वाल 96 परहरिर सकल गरामीण कषतो म हसथर ि इसका मरलब यि ि हक हिकषको क पास बचचो को सकलो म रिन और उनि हसिान क हलए जो आवशयक ि उसक हलए न रो समय और न िी ऊजात

गर-शमकषक काम सकली हिकषको क पास पढान क अलावा कई और ररि क काम िोर ि जस mdash गरामीण हवकास योजनाओ क हलए आकडो को एकत करना राषटीय जनगणना चषनाव क काम और अनय परचार कायत इनस व ककषा स दर िोर जार ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201858

मशकषको को मनमाषण और सजन की ओर बढन की परणा ममल सरकार और समाज म ऐसी पररहसथहरया बननी चाहिए हजनस हिकषको को हनमातण और सजन की ओर बढन की पररणा हमल हिकषको को इस बार की आजादी िोनी चाहिए हक व नए परयोग कर सक और सपरषण की उपयषzwjतर हवहिया और अपन समषदाय की समसयाओ और कषमराओ क अनषरप नए उपाय हनकाल सक

पशासमनक वयवसथा म समानता हिकषको को भरथी करन की परणाली म इस परकार पररवरतन हकया जाए हक उनका चयन उनकी योयरा क आिार पर वयहzwjतर हनरपकष रप स और उनक कायत की अपकषाओ क अनषरप िो हिकषको का वरन और सवा की िरज उनक सामाहजक और वयावसाहयक दाहयतव क अनषरप िो और ऐसी िो हजनस परहरभािाली वयहzwjतर हिकषण वयवसाय की ओर आकषट िो यि परयतन हकया जाए हक पर दि म वरन म सवा िरणो म और हिकायर दर करन की वयवसथा म समानरा का वाछनीय उदशय परापर हकया जा सक हिकषको की रनारी और रबादल म वयहzwjतर-हनरपकषरा लान क हलए हनददिक हसधिार बनाए जाए उनक मलयाकन की एक पधिहर रय की जाए जो सपषट िो आकडो एव रथयो पर आिाररर िो और हजसम सबका योगदान िो जवाबदिी क मानक रय हकए जाए अचछ कायत को परोतसहिर हकया जाए और हनहषकरयरा को हनरतसाहिर उचच गरि म ररzwjतकी क हलए हिकषको को उहचर अवसर

हदए जाए और हिकषको की जवाबदिी रय करन क हलए मौजदा वररषठरा आिाररर सरचना को परदितन आिाररर सरचना म बदला जाए

हिकषको की जवाबदिी को सषहनहशचर बनाना कोई आसान काम निी ि zwjतयोहक हिकषको क परदितन को मापना कहठन ि उसस परापर िोन वाल lsquoपररणामोrsquo का कोई हनिातररर मानक निी ि िालाहक सकलो म पढाई क दौरान हकए जान वाल हनरीकषणो रथा बचचो क परीकषा पररणामो आहद स अधयापन सररो क अचछ या हनमन िोन क कष छ सकर अवशय हमल सकर ि

मनषकरषहिकषा समाज की परगहर और बौहधिक हवकास का आवशयक अग ि हकसी भी दि की हिकषा वयवसथा उस दि क राषटीय हिरो और लकयो की पहरत म सिायक िोरी ि राषट और समाज की उननहर क हलए यि अतयर आवशयक ि हक उसकी भावी पीढी को गषणवततापणत हिकषा परापर िो सक यहद हिकषक अपन वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि िोरा ि रो िम अपनी भावी पीढी को गषणवततापणत हिकषा द सकर ि लहकन हिकषको की जवाबदिी सषदढ बनान क हलए एक वारावरण रयार करना िोगा जसmdash हिकषको को हनणतय लन की अनषमहर हिकषको को हनमातण और सजन की ओर बढन की पररणा दना गर-िहकषक काम निी कराना हिकषको की कमी को दर करना परिासहनक वयवसथा म समानरा लाना हिकषण पि म िो रि कषय को रोकना रथा बचचो क सरर एव वयापक मलयाकन स हिकषको की जवाबदिी पzwjतका करना आहद

शिकषक की जवाबदही स शिकषा वzwjयवसzwjा की गणवता म सधार 59

सदभष एनसीईआरटी 1991 उभरत भारतरीय सिाज ि मिकक और मिका एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2002 मदालयरी मिका क मलए राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2007 lsquoपरीकषा परणाली म सषिारrsquo राषzwjटरीय फरोकस सिलह का आधार परि एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2007 lsquoहिकषा क लकय एव पाठयचयात बदलाव क हलए वयवसथागर सषिारrsquo राषzwjटरीय फरोकस सिलह का आधार

परि एनसीईआरटी नयी हदलली एनसीटीई 2009 राषzwjटरीय अधयापक मिका पाठयचयाया रपरखा एनसीटीई नयी हदलली

सह पाधयापक कषतीय हिकषा ससथान भोपाल

हिकषक की वयावसाहयक परगहर की जब बार की जारी ि रो उस कवल पदोननहर स जोड हदया जारा ि यि भषला हदया जारा ि हक हिकषक कवल एक पद िी निी ि बहलक एक सामाहजक उततरदाहयतव ि और उस कवल पदोननहर स िी निी जोडा जा सकरा यि कवल एक पिा िी निी हमिन भी ि पर यि िारणा इरनी दढ िो गयी ि हक हिकषक की वयावसाहयक परगहर क हलए नीहर-हनिातरण सरकारी हवदालयो क सरर पर सरकार कररी ि और हनजी हवदालयो क सरर पर हवदालय परबिन हिकषक की इस नीहर-हनिातरण म कोई भहमका भी िो सकरी ि इस पर गौर भी निी हकया जारा पररणामसवरप हिकषक पदोननर िोर-िोर परिासक रो बन जारा ि पर इस परहकरया म हिकषक किी िो जारा ि हसफत सरकार और परबिन िी निी सवय हिकषक भी इस िारणा स अछरा निी ि और वि भी इस बिी-बिाई परहकरया म ढल जारा ि परसरषर आलि म हिकषक की इस नीहर-हनमातण म कसी भहमका िोनी चाहिए और आज की सचार रकनीकी कस उसकी इस भहमका क सफल हकरयानवयन म उपयोगी िो सकरी ि इस पर हवचार परसरषर हकय गय ि और एक हिकषक की हिकषक क रप म िी वयवसाहयक परगहर कस सभव िो सकरी ि इस बार म सषझाव हदय गय ि

पदोननहर या प-सकल म वहधि क रप म िोरा ि इस परहकरया का अवलोकन करन पर आप यि अनषभव कर सकर ि हक हिकषक को भी एक छात बना हदया गया ि और यि कायतिालाए आहद उसकी परीकषाए ि इनिी स उस गषजर कर अपन वयवसाय की अगली सीढी रक पिचना ि जसा हक एक छात भी कररा ि यि सिी ि हक सीिन की परहकरया जीवन म अनवरर चलरी ि और सभी इसस गषजरर ि लहकन यि सीिना सवय

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सोशल मीमिया मशकषक की वयावसामयक पगमत का नवीन उपकरण

हचता हसि

हिकषक की वयावसाहयक परगहर क हलए सरकार और हवदालय परबिन न एक रयिषदा ढाचा बना रिा ि इसम कायतिालाओ सहमनारो हवषय हविषजो क वयाखयानो और परहिकषणो पर जोर हदया जारा ि य कायतिालाए एक सीमा रक उपयोगी रो िोरी ि और इनम भाग लकर हिकषक कष छ िद रक लाभाहनवर भी िोरा ि लहकन जयादा बडा लाभ उस िहकषक सरर पर निी परिासहनक सरर पर हमलरा ि यि लाभ

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क परयासो स जयादा अचछी ररि हकया जा सकरा ि हिकषक भी यहद सवय इस परहकरया को हनिातररर कर इसका हनयामक बन रो यि परहकरया अहिक कारगर िो सकरी ि इसक हलए हिकषको को सवय आग आना िोगा आपस म एक-दसर क साथ काम करना िोगा यि धयान भी रिना िोगा हक सामहिक िोन की यि परहकरया परिासहनक लाभो क हलए न िो जसाहक पराय िोरा ि एक हिकषक क रप म अपन हवषय पर और अपन हवदाहथतयो पर उसकी पकड और परभावी िो इसक हलए िो समिीकरण की यि परहकरया सचार यषग म बिर आसान िो गयी ि और हिकषको को इस सषहविा का लाभ लना िोगा सोिल मीहिया म अपन दनहदनी जीवन म रो व हकरयािील िोर िी ि यिी हकरयािीलरा वयवसायगर भी िो सकरी ि इस पर भी हिकषको को धयान दकर आग आना िोगा रकनीक रो उदशय हनरपकष िोरी ि यि एक िहथयार निी उपकरण ि हजस कष िलरा स उपयोग करन वाला एक नयी दषहनया का हनमातण कर सकरा ि और हिकषक रो सवाभाहवक हनमातरा ि वि छात का भहवषय हनमातण कररा ि और परकारानरर स दि का भी

एक हिकषक को यि सबस पिल समझना िोगा हक इस आदित को वि वयविार क िरारल रक उरार एक हिकषक िी यि कर सकरा ि बस उस इसक हलए पारपररक और बिी-बिाई रीर स िटकर आिषहनक और आज क सदभत म सोचना िोगा

मशकषक सगठन mdash वयावसामयक पगमत क मलएहिकषको का सगठन आपसी सियोग स वयावसाहयक परगहर क हलए िो परिासहनक निी िहकषक िो

अहिकारो क परहर सघषत क हलए िी निी दिभर म हिकषको क अनक सगठन ि और व जररी भी ि लहकन व एक-आयामी ि दिभर म फल दसर सभी सगठनो की ररि व भी अपन अहिकारो की बार िी जयादा करर ि और इस िी वयावसाहयक परगहर स जोडर ि यि वयावसाहयक परगहर हिकषक क वयवसाय का एक आयाम िो सकरी ि लहकन वयावसाहयक परगहर का मल अथत हिकषक की अपन हवषय क परहर जागरकरा उसक बार म हनररर अधययन उसम नवाचार और हिकषण म इस परकार परापर नवीनरम जानकाररयो उपलहबियो और अपन हवषय क नय आयामो को छातो रक पिचाना भी ि अभी िमारी हिकषा वयवसथा का जो ढाचा ि उसम हनिातररर पाठयकरम को रय समय म परा कराकर हिकषक क करतवय की पहरत िो जारी ि और उसक कायत का मलयाकन उसक हवषय म हकरन परहरिर छात सफल रि इसक दारा कर हलया जारा ि यिा हकरन परहरिर हवदाथथी हकरन परहरिर अको म सफल िए यिी मापदि हिकषक की हिकषक क रप म सफलरा का सचक ि जोर सफल रिन पर ि सीिन-हसिान पर निी ि

इस परकार िम दिर ि हक हि कषक और परिासनपरबिन क बीच काम का बटवारा िो गया ि एक ओर हिकषक सगठन जिा अपन अहिकारो क हलए एकजषट रिर ि विी दसरी ओर परिासन परबिन उनकी रयिषदा वयावसाहयक परगहर क चरणो की पहरत क हलए हवहभनन ररि की कायतिालाओ सहमनारो हवषय हविषजो क वयाखयानो और परहिकषणो की वयवसथा और उस पर अमल क हलए सहकरय रिरा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201862

हिकषक दारा हिकषक की और हिकषक क हलए जसी वयवसथा अभी भी पणतरः हवकहसर निी िो पायी ि जो हकसी भी परजाराहतक वयवसथा का आिार िोरी ि जस जनरा परजारत म सवय रय कररी ि हक उस कसा नरतव और नीहर चाहिए और उस नरतव को zwjतया करना चाहिए वसा िी हिकषक को भी करन का अहिकार और अवसर दना चाहिए

हिकषा क बार म हिकषक को िी रय करन का अहिकार िोना चाहिए और उसकी बार को िी अहरम माना जाना चाहिए

मशकषक नीमत-मनमाषता क रप मगािी जी इस बार म हवचार करन वाल सबस पिल वयहzwjतर थ उनका मानना था हक हिकषा कसी िोनी चाहिए उसका सवरप कसा िोगा और कस वो दी जायगी य हिकषाहवद सरकार रथा हवदरजन रय निी करग बहलक हिकषक और उनक साथ छात वगत इस परहकरया म योगदान करन वाला एक मात समि िोगा हिकषक को नीहर-हनमातरा क रप म आग आना िोगा उस अपनी वयावसाहयक परगहर क हलए परहिकषण कायतिालाओ हिकषण सामगरी पाठयकरम हनिातरण आहद म सीि और एकमात िसरकषप करन को रयार रिना िोगा जबहक हिकषक की परगहर हिकषक क दारा िी हनिातररर िोगी रो उसक पालन की बिरर हसथहरया बनगी और पररणाम बिरर िोग

हिकषक एक समि क रप म अपनी आवशयकराओ जस mdash परहिकषण की जररर परापर परहिकषण का हवशलषण हिकषा और हिकषण पर सलाि दकर इस परकार की गहरहवहियो को जयादा कारगर बना सकरा ि अपना लकय पणत कर सकरा ि उनि परासहगक

बना सकरा ि और अपन सीहमर समय का बिरर उपयोग कर सकरा ि

इसक हलए हिकषक को परहिकषण की हजममदारी सवय लनी िोगी और परिासन एव परबिन को उस यि दनी िोगी सहमनार परहिकषण वयाखयान टकमीट और इन सबका बाद म अनषसरण इसस परापर जानकाररयो का ककषाओ म उपयोग हवषय हविष क समिो का हनमातण राहक जानकाररयो का आदान-परदान कर ककषा म उनि अपनाया जा सक आहद इसक अग ि

जब हिकषक यि रय करगा रो वि यि भी धयान रि पाएगा हक इसस उसका हिकषण परभाहवर न िो zwjतयोहक हवदालय की समय सीमा का धयान भी रिा जाना जररी ि

मश कषक mdash अचछा मशकषण और सीखन क नय आयाम अचछा हिकषण और सीिना कसा िोना चाहिए इन बारो पर एक हिकषक जयादा अचछ स गौर कर सकरा ि मलभर जीवन मलयो को दहनक जीवन स कस जोडा जा सकरा ि वि इस पर बिरर काम कर सकरा ि अरः हिकषक की वयवसथागर परगहर को हिकषण की परहzwjतटस स भी जोडना िोगा इसक हलए उस हदया जा रिा परहिकषण अकादहमक पाठ पर निी ककषा म पढाय जा रि पाठ पर िोना चाहिए इस परहकरया का अवलोकन सवय हिकषक दारा िी िो यि हिकषक क सवय क हवदालय म या दसर हवदालय म हकया जा सकरा ि इसहलए उनि ऐसी कायतिालाए दी जानी चाहिए हजसम उन हवषयगर पाठो पर चचात िो जो व पढा रि िो इसक हनिातरण म हिकषक िी मितवपणत भहमका हनभा सकरा ि

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इसक अलावा सवाधयाय भी हिकषक को मजबर बनारा ि और इसक अनक माधयम आज उपलबि ि सचार रकनीक और सोिल मीहिया उसम मितवपणत सथान रिर ि

सोशल मीमिया mdash मशकषक की वयावसामयक पगमत का एक उपकरणिमारी िरी की सचार-कराहर न िम जो सषहविाए उपलबि करायी ि और िमार जीवन म जो बदलाव आया ि उसकी सबस मजबर अहभवयहzwjतर सोिल मीहिया क रप म िई ि फसबषक टहवटर और विाटसएप मसनजर आहद कई माधयम और पलटफामत आज िम उपलबि ि इनिोन िम आपस म सवाद करन जोड रिन और अहभवयzwjतर करन म इरना सियोग हकया ि हक एक परी दषहनया िमारी मषटी म हसमट आयी ि जसा हक किा जारा ि िर चीज अब हसफत एक हzwjतलक पर उपलबि ि सामाहजक जषडाव का सिzwjतर माधयम िोन क कारण इस सोिल मीहिया नाम हदया गया ि जो साथतक ि बस इसकी साथतकरा इसक सकारातमक उपयोग म ि

िमम स कोई भी इन माधयमो क उपयोग स अछरा निी ि हिकषक भी निी िोगा और िोना भी निी चाहिए आवशयकरा बस इस बार की ि हक वो इस माधयम को अपनी वयवसाहयक परगहर क हलए एक उपकरण की ररि काम म ल िहथयार की ररि निी और मनोरजन या समय गषजारन क सािन क रप म भी निी

सोिल मीहिया क इस पलटफामत को सटाफरम की ररि काम म हलया जा सकरा ि बस उसकी नकारातमकरा िावी न िो जाय इसका धयान रिना

िोगा यि सवसथ बिस का मच बन वाद-हववाद का निी

हिकषक को नटवहकइ ग भी करनी चाहिए हजसस समान हवचारिारा क दसर हिकषक उसस जषड इस नटवहकइ ग म कवल हि कषक िी िहमल न िो बहलक हिकषा म और उसकी परगहर म रहच रिन वाल छातो क अहभभावक एव छात भी िहमल िो इसका कारण यि ि हक हिकषण एक ऐसा वयवसाय ि हजसक बार म परायः िर वयहzwjतर यि राय रिरा ि हक इस कस हकया जाना चाहिए या इस कसा िोना चाहिए

इस परकार समान हवचारिारा और वयवसाय क लोग जब जषडर ि रो हवचारो क आदान-परदान स बिन मजबर िोरा ि नय ररशर बनर ि और अपन वयवसाय क परहर जषडाव गिरा िोरा ि सोिल मीहिया इसक हलए सबस अचछा माधयम ि इसस वयवसाय म मदद सलाि सचना हिकषण म मदद करन वाल नय उतपादो रथा हवषय हविषजो की हविषजरा का सीिा लाभ आसानी स हमल जारा ि इस ररि सोिल मीहिया एक उपलहबि भी ि

अब िम दि हक हकस ररि सोिल मीहिया क य हवहभनन उपकरण हिकषक की वयवसाहयक परगहर म योगदान द सकर ि

bull मर mdash इसका सबस बिरर उपयोग परशन करक हकया जा सकरा ि एक परशन म आप अनक उततर पा सकर ि हिकषा क बार म बार कर सकर ि इस पर सहकरय रिकर एक हिकषक सवय बिस क अररातषटीय और राषटीय रथा सथानीय मषदो रक पर अपनी राय रि सकरा ि और दसरो क हवचार जान सकरा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201864

bull educhatkinderchatniedchatieeytalking mdash इसम हिकषक की सिायरा करन वाल कष छ अहर परचहलर अवयव ि

bull फसबक mdash फसबषक पर अपनी सहकरयरा को एक हिकषक दसर हिकषको क साथ एक समि रयार कर रचनातमक अहिगम िल आिाररर अहिगम जस नवाचारो को अपनान क बार म अपनी राय रि सकर ि राय ल सकर ि अपन दारा हकय गय नवाचारो को परदहितर कर सकर ि और उस पर सषझाव परापर कर सकर ि और द सकर ि

bull ास-ऐप mdash िमम स लगभग परतयक आज वाटस-ऐप पर सहकरय ि अकला भी और हकसी न हकसी समि म भी य अबरक का सबस सिzwjतर सोिल मीहिया उपकरण ि हिकषको को भी इस पर अपना गरषप बनाना चाहिए बस उसका उदशय वयावसाहयक परगहर याहन अपन हवषय स सबहिर जानकारी म परगहर करना िोना चाहिए यिी इस माधयम की सकारातमकरा ि हक इसस रषरर आपको लाभ हमल जार ि हिकषको को भी इस माधयम का उपयोग बषहधिमरापणत रप स कर अपनी वयावसाहयक परगहर को आिार दना चाहिए

bull इस माधयम क वॉयस-कॉल और वीहियो-कॉल जस फीचर हिकषक को अपन काम को वासरहवक समय म दसरो रक पिचान म मददगार िो सकर ि हकसी भी हवषय पर सामहिक हवचार-हवमित म िाहमल िो सकर ि सबस अचछी बार यि ि हक इसम कागजी कायतवािी स छष टकारा हमल जारा ि zwjतयोहक सब कष छ अपन-आप सव िोरा जारा ि और उसक िो जान का िररा भी निी रिरा इस पर

एक हवषय पर उरन हिकषक हवचार कर सकर ि हजरन एक zwjतलास म छात िोर ि

bull ऑनलाइन नटवहकइ ग हिकषको को अपना एक सवय का नटवकत हवकहसर करना चाहिए यि आमन-सामन एक-दसर स हमलन हवचारो क आदान-परदान सभी कषतो क सभी लोगो स बारचीर करन अपन िोिपचणो को सबक साथ साझा करन सवय की वबसाइट हवकहसर करक सभी रक पिचान इतयाहद म मदद कररी ि इस सबस आप अपन काम क बार म लोगो को यि बरा सकर ि हक आप हिकषण और उसकी परहकरया क बार म zwjतया हवचार रिर ि और इस पर उनक हवचार और सषझाव भी जान सकर ि

मशकषण का अतराषषटीय आयाम mdash इzwjरनzwj और सोशल मीमिया की भममकाहिकषण अब एक अररातषटीय मषदा बन गया ि हिकषक अब बािर और अपन दि क अलावा दसर दिो की हिकषा और हिकषा पधिहर पर धयान दन लग ि राहक विा िो रि नवाचारो को अपनाकर अपनी वयवसाहयक परगहर को दढ कर सक हभनन-हभनन दिो म हभनन-हभनन हवषयो क हिकषण म अनक नवाचार हकय जार रि ि और हकय जा रि ि

जापान म हिकषको क आपसी सियोग स हकया जान वाला हिकषण बिर परचहलर हिकषण पधिहर ि अररातषटीय सरर पर उतसषकरा जगारी रिी ि

इस पधिहर म हिकषको क आपसी सियोग स एक पाठ रयार हकया जारा ि उनक हिकषण का अवलोकन और हफर हवशलषण हकया जारा ि हिकषक एक-दसर स सीिर ि अपन हवचार साझा करर ि रथा उनि अपन हिकषण म सथान दर ि

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यि हिकषको क हलए एक िषला मच िोरा ि जिा वि हवचार-हवमित करर ि वयावसाहयक परगहर म आपसी सियोग का यि जापानी उदािरण िम भी अपना सकर ि और यि सब आभासी िरारल पर इटरनट और सोिल मीहिया की मदद स भी हकया जा सकरा ि

उपसहार हिकषा एक अनवरर चलन वाली परहकरया ि और हिकषक इसका चालक ि चालक का हनषपार िोना इस परहकरया म बिर सिायक िोरा ि हिकषक को इस बार म सवय परयास करन िोग उस नीहर हनिातरको

परिासको और परबिन की ओर न दिकर सवय इस हदिा म आग कदम बढाना िोगा सचना रकनीक क इस यषग म रो यि और भी आसान िो गया ि और वि बगर अपन कायतसथल अपन आस-पास अपन घर स दर जाए हनररर सहकरय रि सकरा ि यि दषहनया उसकी अगषहलयो पर हसमट आयी ि बस उस एक हzwjतलक भर करना ि एक परी दषहनया उसक हलए उपलबि िो जारी ि और वि कवल एक हिकषक िी निी रि जारा बहलक हिकषा का हनयामक भी बन सकरा ि आवशयकरा बस इस नय माधयम क सकारातमक पकषो को अपनान की ि

पररचयहवजान गतयातमक और हनररर पररवहितर जान का भिार ि हजसम अनषभव क नए-नए कषतो को िाहमल हकया जारा ि मानव का यि परयास रिा ि हक हवशव को समझन क हलए अवलोकनो क आिार पर अविारणाओ क नए मॉिल सथाहपर हकए जाए राहक हनयमो रथा हसधिारो रक पिचा जा सक एक परगहरिील समाज म हवजान मनषषय को गरीबी क कष चकर स बािर हनकालन अनहभजरा रथा अिहवशवास स दर करन म मषहzwjतरदारा की भहमका हनभा सकरा ि आज मानव का सामना रजी स बदलर िए हवशव स िो रिा ि जिा लचीलापन नवाचार रथा सजनातमकरा मितवपणत कौिल ि अरः हवजान-हिकषा क सवरप को हनिातररर करर समय इन मितवपणत कौिलो का धयान रिा जाना चाहिए अचछी हवजान-हिकषा वि ि जो हवदाथथी क परहर जीवन क परहर और हवजान क परहर िरी िो

उचच पराथहमक सरर पर हवजान को सजानातमक हवकास क सररो क अनषरप एक परमषि हवषय क रप

म पाठयचयात म िाहमल हकया जाना चाहिए इस सरर पर इसका पराथहमक सरर पर पढाए जा रि पयातवरण अधययन स हवजान क रतवो की ओर करहमक पररवरतन िो जारा ि यि आवशयक ि हक बचच क जान का हवकास िो और यि उसक आस-पास की वसरषओ स परापर अनषभवो स िषर हकया जाए बचच को सरल रकनीकी इकाइयो और मॉिलो को हिजाइन करन क हलए िाथ स काम करक और जनन रथा यौन सवासथय क बार म अहिकाहिक सीिर रिन क हलए पररहचर अनषभवो दारा हवजान क हसधिारो को समझन म िाहमल करना चाहिए वजाहनक अविारणाओ को मषखयरः गहरहवहियो परयोगो एव सवदकषणो क दारा समझा जाना चाहिए हवदालय और आस-पास की जान वाली समि गहरहवहिया बचचो क बीच आपसी चचातए हिकषक व बचचो क बीच चचातए सवदकषण आकडो क वयवसथापन रथा परदितहनयो क माधयम स परदितन सीिन-हसिान क मितवपणत घटक िोन चाहिए

उचच पाथममक सतर पर मवजान सीखन क पमतफल (ककषा 6 स 8)

11मवशर

पाठयकरम मनमनमलमखत मवरयो पसगो (थीम) पर आधाररत ह जो अतरमवरयक पकमत क ह mdash

y भोजन y पदाथत y सजीवो का ससार (जीव जगर) y गहरिील वसरषए वयहzwjतर एव हवचार y वसरषए कस कायत कररी ि y पराकहरक घटनाए y पराकहरक ससािन

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 67

पाठयचयाष सबधी अपकषाएउचच पराथहमक सरर पर हवजान पाठयचयात का उदशय हनमनहलहिर का हवकास करना ि mdash

y वजाहनक परकहर एव वजाहनक सोच y वजाहनक जान की परकहर की समझ जस mdash जाचन योय एकीकर अपयातपर नीहर-हनरपकष हवकासातमक

एव रचनातमक परकहर y हवजान क परहकरया कौिल हजसक अरगतर अवलोकन करना परशन उठाना सीिन क हवहभनन ससािना की

िोज िोज अनवषण की योजना बनाना पररकलपना का हनमातण एव उनकी जाच आकडो का सगरिण हवशलषण एव वयाखया िरष हवहभनन उपकरणो का उपयोग करना वयाखया म परमाणो दारा समथतन दना वकहलपक वयाखयाओ पर हवचार करन और उनक मलयाकन िरष समीकषातमक हचरन करना सवय क हवचारो पर मनन करना आहद िाहमल ि

y हवजान क उदभाव क ऐहरिाहसक पकष की समझ y पयातवरणीय सरोकारो क परहर सवदनिीलरा y मानव गररमा एव मानव अहिकारो लहगक समरा ईमानदारी एकरा सियोग क मलयो एव जीवन क

सरोकारो क परहर आदर

ककषा 6 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y परशन उठाना और उततरो की िोज करना mdash मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो जस mdash वनसपहर रि पषषप आहद

को अवलोकन योय हविषराओ जस mdash बाहय आकहर बनावट कायत गि आहद क आिार पर पिचान करर ि

y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क आिार पर भद करर ि जस mdash ररष (रि) एव िाग म मसला एव रिदार जड म हवदषर-चालक एव हवदषर-रोिक म आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash पदाथणो को हवलय अहवलय पारदिथी पारभासी एव अपारदिथी क रप म पररवरतनो को उतकरमणीय िो सकर ि एव उतकरमणीय निी िो सकर क रप म पौिो को िाक झाडी वकष हवसपथी लरा आरोिी क रप म आवास क घटको को जव एव अजव घटको क रप म गहर को सरल रिीय वरषतल एव आवरथी क रप म आहद

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash पिष चार म पोषक रतव कौन-स ि zwjतया समसर भौहरक पररवरतन उतकरमणीय हकए जा सकर ि zwjतया सवरतरापवतक लटका िआ चषबक हकसी हविष हदिा म अवहसथर िो जारा ि

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash भोजन और अभावजनय रोग वनसपहर एव जरषओ का आवास क साथ अनषकलन परदषको क कारण वायष की गषणवतता आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201868

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash पादप रिो का परससकरण पौिो एव जरषओ म गहर छाया का बनना समरल दपतण स परकाि का परावरतन वायष क सघटन म हवहभननरा वमथीकपोसट (कहमकपोसट) का हनमातण आहद भौहरक राहियो जस mdash लबाई का मापन करर ि रथा मापन को एसआई मातक (अररातषटीय मातक-परणाली) म वयzwjतर करर ि

y जीवो और परहकरयाओ क नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash पषषप क भाग सहिया हनसयदन (ह फलटर करना) जल चकर आहद

y अपन पररवि की सामहगरयो का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash हपनिोल कमरा पररसकोप हव दषर टाचत आहद

y वजाहनक अविारणाओ की समझ को दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash सरषहलर भोजन िरष भोजय पदाथणो का चयन करना पदाथणो को अलग करना मौसम क अनषकल कपडो का चयन करना हदकसची क परयोग दारा हदिा का जान करना भारी वषातअकाल की पररहसथहरयो स हनपटन की परहकरया म सषझाव दना आहद

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash भोजन जल हवदषर क अपवयय और कचर क उतपादन को नयनरम करना वषात जल सगरिण पौिो की दिभाल अपनान िरष जागरकरा फलाना आहद

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 69

ककषा 7 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स परशन उठाना और उततरो की िोज करना

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो जस mdash जरष रि दारो क

परकार दपतण और लस आहद को अवलोकन योय हविषराओ जस mdash छहवआकहर बनावट कायत आहद क आिार पर पिचान करर ि

y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क आिार पर भद करर ि जस mdash हवहभनन जीवो म पाचन एकहलगी व हदहलगी पषषप ऊषमा क चालक व कष चालक अमलीय कषारकीय व उदासीन पदाथत दपतणो व लसो स बनन वाल परहरहबब आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash पादप व जरष रि रथा भौहरक व रासायहनक पररवरतन

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash zwjतया फलो (रगीन फलो) क हनकषत का उपयोग अमलीय-कषारीय सचको क रप म हकया जा सकरा ि zwjतया िर रग स हभनन रग वाल पततो म भी परकाि सशलषण की परहकरया िोरी ि zwjतया सफद रग का परकाि बिर स रगो स हमलकर बनरा ि आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash िवा की गहर का वायष दाब स हमटटी क परकार का फसल उतपादन स मानव गहरहवहियो स जल सरर क कम िोन स आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash जरष रिो का परससकरण ऊषमा सविन क ररीक मानव व पादपो क हवहभनन अग व रत हवदषर िारा क ऊषमीय व चषबकीय परभाव आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201870

y रासायहनक अहभहकरयाओ जस mdash अमल-कषारक अहभहकरया सकषारण परकाि सशलषण शवसन आहद क िबद-समीकरण हलिर ि राप सपद दर गहरमान पदाथणो की चाल सरल लोलक की समय गहर आहद क मापन एव गणना करर ि

y नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash मानव व पादप अग-रत हवदषर पररपथ परयोगिाला-वयवसथाए रिम क कीड क जीवन-चकर आहद

y गराफ बनार ि और उसकी वयाखया करर ि जस mdash दरी-समय का गराफ

y अपन पररवि की सामगरी का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash सटथोसकोप एनीमोमीटर इलzwjतटोमगनट नयटन की कलर हिसक आहद

y वजाहनक अनवषणो की किाहनयो पर पररचचात करर ि और उनका मितव समझर ि

y वजाहनक अविारणाओ की समझ को दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash अमलीयरा स हनपटना हमटटी की जाच एव उसका उपचार सकषारण को रोकन क हवहभनन उपाय काहयक परवितन क दारा कहष दो अथवा दो स अहिक हवदषर सलो का हवहभनन हवदषर उपकरणो म सयोजन हवहभनन आपदाओ क दौरान व उनक बाद उनस हनपटना परदहषर पानी क पषनःउपयोग िरष उपचाररर करन की हवहिया सषझाना आहद

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash सावतजहनक सथानो पर सवचछरा परबिन िरष अचछी आदरो का अनषसरण परदषको क उतपादन को नयनरम करना हमटटी क कषरण को रोकन क हलए अहिकाहिक वकष लगाना पराकहरक ससािनो क

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 71

अतयहिक उपयोग करन क पररणामो क परहर लोगो को सवदनिील बनाना आहद

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201872

ककषा 8 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स परशन उठाना और उततरो की िोज करना

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क

आिार पर भद करर ि जस mdash पराकहरक एव मानव हनहमतर रिो सपकत और असपकत बलो हवदषर चालक और हवदषर रोिक क रप म रिव पदाथणो पौिो और जरषओ की कोहिकाओ हपिज और अिज जरषओ म आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash िारषओ और अिारषओ िरीफ और रबी फसलो उपयोगी और िाहनकारक सकमजीवो लहगक और अलहगक परजनन िगोलीय हपिो समापर िोन वाल एव अकषय पराकहरक ससािन आहद

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash दिन क हलए आवशयक िरज zwjतया ि िम अचार और मषरबबो म नमक और चीनी zwjतयो हमलार ि zwjतया रिव समान गिराई पर समान दाब िालर ि

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash िवा म परदषको की उपहसथहर क कारण िम-कोिर का बनना अमल वषात क कारण समारको का कषरण आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash मनषषय और जरषओ म परजनन धवहन का उतपनन िोना रथा सचरण हवदषर िारा क रासायहनक परभाव बिपरहरहबबो का बनना जवाला की सरचना आहद

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 73

y रासायहनक अहभहकरयाओ जस mdash िारषओ और अिारषओ की वायष जल रथा अमलो क साथ अहभहकरयाओ क हलए िबद-समीकरण हलिर ि

y आपरन और परावरतन कोणो आहद का मापन करर ि y सकमजीवो पयाज की हझलली मानव गाल की

कोहिकाओ आहद क सलाइि रयार करर ि और उनस सबहिर सकम लकषणो का वणतन करर ि

y नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash कोहिका की सरचना आि मानव जनन अगो एव परयोग सबिी वयवसथाओ आहद

y अपन पररवि की सामहगरयो का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash इकरारा इलzwjतटोसकोप अहन िामक यत आहद

y वजाहनक अविारणाओ को समझकर दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash अमलीयरा स हनपटना हमटटी की जाच एव उसका उपचार सकषारण को रोकन क हवहभनन उपाय काहयक परवितन क दारा कहष दो अथवा दो स अहिक हवदषर सलो का हवहभनन हवदषर उपकरणो म सयोजन हवहभनन आपदाओ क दौरान व उनक बाद उनस हनपटना परदहषर पानी क पषनःउपयोग िरष उपचाररर करन की हवहिया सषझाना आहद

y वजाहनक अनवषणो की किाहनयो पर पररचचात करर ि और उनका मितव समझर ि

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash ससािनो का हववकपणत उपयोग करक उवतरको और कीटनािको का हनयहतर उपयोग करक पयातवरणीय िररो स हनपटन क सषझाव दकर आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201874

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

मवशर आवशयकताओ वाल बचचो क मलए (पयाषवरण अधययन एव मवजान)कष छ हवदाहथतयो को पयातवरण अधययन रथा हवजान सीिर समय ककषा क भीरर रथा बािर आयोहजर परयोगो और िाथ स करन वाल हकरयाकलापो म गहरिीलरा रथा कायतसाहिर कौिलो क हलए सियोग की आवशयकरा िो सकरी ि ऐस ह वदाथथी अपन पाठ क अधययन म अनषकहलर या वकहलप क गहरहवहिया अनषकहलर उपकरण अहरररzwjतर समय सचना एव सचार परौदोहगकी (ICT) क उपयोग क अवसर हकसी वयसक या साथी क सियोग आहद उपलबि कराए जान स लाभाहनवर िोर ि जो उनि बाहिरा क कारण हमल निी पार ि

अरः कष छ हविष हसथहरयो म हनमनहलहिर अहरररzwjतर दिभाल अपहकषर ि mdash

दमषzwjबामधत बचचो क मलए

y अमरत रथा कहठन अविारणाए y परयोग हजनम हविष रप स िारीररक सषरकषा िाहमल ि y अहिक समय की आवशयकरा y बोित पर चॉक स हलिना परयोग परदितन गराफ और हचतो दारा परसरषरीकरण आहद जसी दिकर समझी

जान वाली जानकारी

शरवणबामधत बचचो क मलए

y अमरत िबदो की समझ रथा अमरत अविारणाओ जान हवचारो क मधय जषडाव (हवजान की कष छ अविारणाओ जस mdash परकाि-सशलषण आवास सकमजीव आहद हजनि हवदाथथी हबना दशय परसरषरीकरणो क निी समझ सकर ि)

y परयोगो का सचालन y ऐस परशनो को िल करन म जिा एक आयाम की जगि एक स अहिक आयामो जस mdash सखया

आकार आकहर रग आहद क आिार पर वसरषओ की रषलना की जाए

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 75

सजानातमक रप स बामधत तथा बौमधिक असमथषता वाल बचचो क मलए

y हवजान की रकनीकी भाषा को समझना y हवहभनन अविारणाओ क मधय अथतपणत कहडयो सबिो को सथाहपर करना (जस mdash दाब रथा बल क मधय) y योजना बनाना सषवयवहसथर करना करमीकरण रथा सामानयीकरण y अमरत अविारणाओ को समझना y हवजान क परयोगो का परबि रथा सचालन करना

पराथमिक मिकषक जलराई 201876

बालमन कछ कहता ह 12

िोरा ि उदशय हवजान काकरना समसया का समािानकरक वजाहनक परयतनकरना सजन नवीन जान

अपनाकर lsquoपरहकरयाrsquo हवजान की रच हवजान क lsquoउतपादrsquoसमझकर कषमरा सवय की कर दर अिहवशवास

अपनाकर हवहिया हवजान की करक वजाहनक हकरयाकलाप बन वजाहनक आप बनाए समाज को उननर

अपनाकर पधिहर हवजान की करक नई-नई बार मालमसवय समझ आप कर वजाहनक परयास

सहविान का ि यिी किना वजाहनक दहषटकोण िो सबका अपना कर सजन रमन बोस कलाम की ररि करक िोज सतय की

कर भारर को मिान बनाए भारर को मिान

सषनील कष मार गौड

मिकक-पमिकक पाठयचयात हवभाग राजय िहकषक अनषसिान एव परहिकषण पररषद उततरािणि दिरादन-248008

कमवता 13

मवजान की मशकषा

एनसीईआरzwjी क कछ अनय पकाशन

Joy of Theatre` 21000pp181Code mdash 13171

ISBN mdash 978-93-5292-017-4

vfd tkudkjh osQ fy o`Qik wwwncertnicin nsf[k vFkok dkWihjkbV i`B ij fn x irksa ij Okikj izcad ls laioZQ djsaA

सगीत` 18000pp148Code mdash 13173

ISBN mdash 978-93-5292-020-4

एनसीईआरzwjी क कछ अनय पकाशन

कठपतली क खल एव अमभनय हत कहामनया

` 5000 पषठ 34कोि mdash 13161

ISBN mdash 978-93-5007-859-4

मलखन की शारआत एक सवाद` 16500 पषठ 132

कोि mdash 32107ISBN mdash 978-93-5007-268-4

लखको क तलए तदशा तनददश

bull लदख सरल भाषा म तरा रोचक होना चाकहएbull लदख की कवषय-वसत 2500 सद 3000 या अकधक शबदो म डबल सपदस म टककत होना वाछनरीय हbull कचत कम सद कम 300 dpi म होनद चाकहएbull ताकलका गाफ कवषय-वसत कद सार होनद चाकहएbull कचत अलग सद भदजद जाए तरा कवषय-वसत म उनका सरान सपषट रप सद अककत ककया जाना

चाकहएbull शोध-पतो कद सार कम सद कम साराश भरी कदया जाएbull लदखक लदख कद सार अपना सकषिzwjपत कववरण तरा अपनरी शकषिक कवशदषजञता अवशय भदजbull शोधपरक लदखो कद सार सदभथ की सयचरी भरी अवशय दbull सदभथ का परारप एनसरीईआरटरी हाउस सटाइल कद अनसार कनमनवत होना चाकहए ndash

सदन गzwjपत मजरीत 2013 परारमभकzwjबरालzwjयरावसथराzwjदखभरालzwjऔरzwjमिकषरा परीएचआई लकनिग परा कल कदललरी

लदखक अपनद मौकलक लदख या शोध-पत सटॉफ़ट कटॉपरी (ययनरीकोड म) कद सार कनमन पतद पर या ई-मदल पर भजद ndash

अकादतमक सपादकपराथतमक तशषिक

परारतभक तशषिा तरभागराषzwjटीzwjय शतषिक अनसिान और परतशषिण पररषद

शी अरतरद मागवा नzwjयी तदलली 110 016ई-मल ndash prathamikshikshakgmailcom

रजि न 3242776

  • Cover I
  • Cover II
  • Chapter_Prathmik Shikshak july 2018
  • Cover III
  • Cover IV
Page 4: ISSN 0970-9312 izkFkfed f’k{kd - NCERT...भ ष हवच र हभव यह तर क सबस स तर म ध यम िै। हिंदी भाषा, स ंसार

पराथमिक मिकषक जलराई 20182

मवशर

11 उचच पराथहमक सरर पर हवजान सीिन क परहरफल (ककषा 6 स 8) 66

बालमन कछ कहता ह

12 मरी मममी महदिा िान 77

कमवता

13 हवजान की हिकषा सषनील कष मार गौड 78

सवाद

बचच अपन पररवि म अनक परकार क अनषभवो को गरिण करर िए पलर और बढर ि राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 बचचो क सकली जीवन को बािर क जीवन स जोडन का समथतन कररी ि बाल-क हरि र हि कषण अहि गम परहकरयाए अपनान पर बल दरी ि रथा हवहभ नन कौिलो का हवकास करर िए जान सजन करन की बार किरी ि ह िकषा क इन उदशयो की पहरत क हलए ह िकषको की भहमका अिम िो जारी ि

ह िकषा क कषत म आज अनको नवाचार िो रि ि ह िकषक सहमनार कॉनफस परहिकषण कायतकरमो आहद म भाग लकर सवय को सामहयक बनाए रिन का परयतन कर रि ि उनक यि परयतन सरािनीय ि अपन दारा हकए गए परयासो को व दसरो क साथ हवहभ नन माधयमो दारा जस mdash सोिल मीहिया पहतकाओ इतयाहद क दारा साझा भी कर रि ि

िमार इस अक म भी ह िकषका दारा हकए गए कष छ ऐस िी परयास हवचार लि जस mdash समाविी ह िकषा हवदालय परबिन सहमहर सगीर की िहzwjतर भावातमक हवकास बाल-क हरिर ह िकषा सोिल मीहिया का परयोग ह िकषको की जवाबदिी आहद िाहमल ि

आिा ि यि अक आपको पसद आएगा आप भी पहतका क हलए लि भज सकर ि लिको क हलए हदिा-हनददि पहतका क अर म हदए गए ि पहतका म सषिार िरष आप िम अपन सषझाव भज सकर ि

अकादमिक सपादक

1

महदी माधयम क मशकषक-पमशकषओ की वतषनीगत अशमधियो क मनराकरण हत उपचारातमक हसतकषप

कायषकरम क पभाव का पयोगातमक अधययनअदलीब

भाषा हवचाराहभवयहzwjतर का सबस सिzwjतर माधयम ि हिदी भाषा ससार की सषवयवहसथर भाषाओ म स एक ि भाषा क दो मषखय रप ि mdash मौहिक रथा हलहिर हजस परकार मौहिक भाषा म िबदो क िषधि उचचारण म अिषहधिया िो सकरी ि उसी परकार हलहिर भाषा म छात परायः िबदो क िषधि रप-लिन अथवा वरतनी म भी अिषहधिया करर ि वरतनी का िाहबदक अथत ि mdash वरतन या अनषवरतन अथातर पीछ-पीछ चलना अिषधि वरतनी क रीन मषखय कारण ि mdash

महदी वणषमाला क वणणो का सही जान न होनाहिदी वणतमाला क कष छ वणणो क दो रप परचहलर िोन क कारण सयषzwjतराकषरो क आकार रथा माताओ क परयोग का सिी जान न िोन क कारण वयजनो क सयोग क हनयम हवभहzwjतर-हचहन रथा पचम वणत क उहचर परयोग का जान न िोना आहद कारणो स भी छात लिन म अिषहधिया करर ि

अशधि उचचारणहिदी धवहनयो क उचचारण रथा धवहन हचहनो की समरपरा क कारण अिषधि उचचारण िोन स वरतनी क भी अिषधि िोन की आिका बनी रिरी ि

सहायक परोफसर आईएएसई जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय नयी हदलली

लख

हजस परकार मौहिक भाषा म िबदो क िषधि उचचारण म अिषहधिया िो सकरी ि उसी परकार हलहिर भाषा म छात परायः िबदो क िषधि रप-लिन अथवा वरतनी म भी अिषहधिया करर ि िषधि वरतनी हिकषण म पराथहमक सरर पर अधयापक की भहमका क मितव को समझर िए इस िोि-पत म भावी अधयापको अथातर (िीएलएि हिदी माधयम) क परथम वषत म अधययनरर 50 महिला रथा पषरष हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का अधययन हकया गया उनकी वरतनी सबिी अिषहधियो क हनराकरण क हलए इस परयोगातमक िोि म पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क मधय म उपचारातमक िसरकषप कायतकरम भी हदया गया िोि क पररणामो म यि कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण म परभावी पाया गया

पराथमिक मिकषक जलराई 20186

वयाकरण क मनयमो का जान न होनासहि क हनयम उपसगत और परतयय क योग स िबद बनान क हनयम हलग वचन रथा हवकार सबिी हनयम आहद का उहचर जान न िोन क कारण वरतनी सबिी अिषहधिया िोरी ि

हिदी भाषा क िषधि उचचारण रथा वरतनी हिकषण म अधयापक की भहमका अहर मितवपणत ि हविषकर पराथहमक सरर पर zwjतयोहक पराथहमक सरर पर सीिी गयी भाषा भहवषय म सीि जान वाल जान की आिारहिला ि इसी हवषय को धयान म रिर िए पराथहमक सरर पर हिदी-हिकषण क हलए परहिकषण ल रि हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का अधययन हकया गया

समसया कथन समसया कथन इस परकार ि mdash हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का परयोगातमक अधययन

चरो की पररचालन पररभारा वतषनीगत अशमधिया mdash एनसीईआरटी दारा हनहमतर दसवी ककषा की हिदी की पाठयपषसरक म आचायत मिावीर परसाद हद वदी दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का ििनrsquo नामक हनबि का शषरलि हिकषक-परहिकषषओ को हदया गया वरतनीगर अिषहधियो का रातपयत इस लि म हिकषक-परहिकषषओ दारा की जान वाली वरतनी सबिी अिषहधिया ि

उपचारातमक हसतकषप कायषकरम mdash उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण क हलए पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क मधय म सचाहलर गद-हिकषण की lsquoसपषटीकरण हवहिrsquo पर आिाररर रथा िोिाथथी दारा हनहमतर हतहदवसीय कायतकरम िमहदी माधयम क मशकषक-पमशकष mdash हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ स अहभपराय जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय क िीएलएि कायतकरम परथम वषत (हिदी माधयम) म अधययनरर सती एव पषरष हि कषक-परहि कषको स ि

अनसधानातमक पशन1 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा

हिकषक-परहिकषषओ दारा की गई हिदी की वरतनीगर अिषहधियो का वरतमान सरर zwjतया ि

2 zwjतया उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ दारा की गई वरतनीगर गलहरयो का हनराकरण करन म परभावकारी ि

शोध क उदशय1 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा

हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी हिदी की वरतनीगर अिषहधियो की रषलना करना

2 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का अधययन करना

3 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव की रषलना करना

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 7

शोध की शनय पररकलपनाए1 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी

हिदी की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

2 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का कोई साथतक परभाव निी पडरा ि

3 हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव म कोई साथतक अरर निी ि

शोध का सीमाकन1 इस िोि का सीमाकन कवल राषटीय राजिानी

कषत हदलली रक हकया गया ि 2 यि िोि कवल जाहमया हमहललया इसलाहमया

हवशवहवदालय म िीएलएि कायतकरम म अधययनरर हिकषक-परहिकषषओ रक सीहमर ि

3 यि िोि कवल हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ रक सीहमर ि

शोध मवमध तथा अनसधानातमक अमभकलपपरसरषर िोि म परयोगातमक हवहि का परयोग हकया गया ि इस िोि म परयोगातमक हवहि क lsquoएकल समि पवत परीकषण ndash पशच परीकषण अहभकलपrsquo का परयोग हकया गया ि

जनसखया एव नयादशष परसरषर िोि की लकय जनसखया ( t a r g e t population) हदलली म िीएलएि पाठयकरम हिदी माधयम म अधययनरर समसर हिकषक-परहिकषष ि इस िोि क हलए जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय म िीएलएि हिदी माधयम म

अधययनरर 24 पषरष रथा 26 महिला हिकषक-परहिकषषओ का अधययन हकया गया नयादित (sample) क चयन म lsquoसोदशय नयादित रकनीकrsquo (purposive sampling technique) का परयोग हकया गया

शोध उपकरणो का मनमाषण तथा पदतो की सकलन पमकरया िोिक न पवत चयहनर नयादित पर एक समि क रप म हिदी वरतनी सबिी उनक जान का हनदानातमक परीकषण हकया हजसक हलए िोिक न एनसीईआरटी दारा हनहमतर दसवी ककषा की हिदी की पाठयपषसरक स आचायत मिावीर परसाद दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का िणिनrsquo नामक हनबि का चयन हकया इस हनबि का चयन इसम हिदी भाषा क कष छ रतसम िबद रपो रथा रढ िबदावली क परयोग क कारण हकया गया पवत परीकषण म िोिक क दारा आचायत मिावीर परसाद दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का िणिनrsquo नामक हनबि सपषटरः पढ जान क साथ-साथ हिकषक-परहिकषषओ को अपनी उततर-पषहसरकाओ म शषरलि हलिन का भी हनददि हदया गया पवत परीकषण क आिार पर हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो का हवशलषण हकया गया रथा इसक अनषसार उनकी वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण क हलए िसरकषप कायतकरम का हनमातण हकया गया पवत परीकषण क चार हदन पशचार हतहदवसीय िसरकषप कायतकरम का सचालन हकया गया इस कायतकरम म हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो का हनराकरण गद-अधयापन की lsquoसपषटीकरण हवहिrsquo क माधयम स हकया गया

पराथमिक मिकषक जलराई 20188

इस हवहि म हिकषक-परहिकषषओ दारा अिषधि हलि गए िबदो की िषधि वरतनी रथा अथत उपसगत परतयय समास सहि-हवचछद पयातयवाची िबद हवलोम िबद अथत परसार रथा वाzwjतय-परयोग क माधयम स उन िबदो का हवशलषण करक समझाया गया रदोपरार छातो की समझ की जाच िरष उनि एक-एक करक िोिक क दारा बोल गए िबद शयामपटट पर िषधि वरतनी क साथ हलिन क हलए किा गया िसरकषप कायतकरम का सचालन रीन हदवस रक चला इसक चार हदन पशचार हिकषक-परहिकषषओ का पशच परीकषण हकया गया हजसम उनि विी शषरलि हलिन का हनददि हदया गया जो उनिोन पवत परीकषण म हलिी थी इस कायतकरम का एक अहरररzwjतर लाभ यि िआ हक हिकषक-परहिकषष िबदो की िषधि वरतनी क साथ-साथ उनक उहचर अथत समझ पाए रथा

हवशलषण हवहि क माधयम स पयातयवाची हवलोम िबद उपसगत परतयय सहि समास आहद क हवषय म भी सीि पाए साथ िी िबदो का वाzwjतय म परयोग कर पान म भी सकषम िो पाए

पयकत सामखयकीय तकनीकपरसरषर िोि म परयोगातमक हवहि क lsquoएकल समि पवत परीकषण और पशच परीकषण अहभकलपrsquo का परयोग हकया गया ि परापर परदततो का साहखयकीय हवशलषण यषहमर नयादित परीकषण (Paired sample lsquotrsquo test) क दारा हकया गया ि

उदशय 1 स सबमध त पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी हिदी की वरतनीगर अिषहधियो की रषलना करना

तामलका 1 mdash उपचारातमक हसतकषप कायषकरम की सरचना

करस शबद अथष सपषzwjीकरण मवमध सपषzwjीकरण1 िोक दषःि िद हवलोम िषत

2 हवदमान उपहसथर परतयय हवद+मान

3 गि-सषि गिसथ सषि समास गि-सषि (रतपषरष समास)

4 िमत-िासत िमत सबिी िासत समास िमत-िासत (रतपषरष समास)

5 ससकर क गरथ ससकर की पषसरक अथत-परसार ससकर भाषा म हलिी िई विर पषसरक

6 कष हिहकषर बषरी हिकषा परापर हकय िए उपसगत कष +हिहकषर

7 सषहिहकषर अचछी हिकषा परापर हकय िए उपसगत सष+हिहकषर

तामलका 2 mdash सवततर नयादशष परीकषण ( Independent sample lsquotrsquo test)

वतषनीगत तरमzwjया अक

सखया माधय मानक मवचलन सवततरता-मिगी t का मान

p का मान

मzwjपपणी

छात 24 223 139 48 126 021 साथतक निी ि

छाताए 26 171 150

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 9

राहलका 2 स यि हनषकषत हनकलरा ि हक पषरष रथा महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

उदशय 2 स सबमधत पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का अधययन करना

राहलका 3 क अवलोकन स पररीर िोरा ि हक t अनषपार 1013 ि रथा p का मान 000 ि जो 01 हवशवसररा क सरर पर साथतक ि अरः िनय

परीकषण क शषरलि म पवत परीकषण की रषलना म

हनमन वरतनीगर अिषहधिया की गयी ि अथातर

उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी

हसधि िआ ि

उदशय 3 स सबमध त पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप

कायतकरम क परभाव की रषलना करना

तामलका 3 यममत नयादशष परीकषण (Paired Sample lsquotrsquo Test)

यम अतर t का मान

सवततरता मिगी

p का मान (Sig 2 tailed)

माधय लाभाक

मानक विचलन माधय की मानक तरवि

वरतनी सबिी तषहटया पवत एव पशच परीकषण

152 106 150 1013 49 000

तामलका सखया 4 यममत नयादशष सामखयकी (Paired Sample Statistics)

सखया माधय लाभाक मानक मवचलन माधय की मानक तरविपवत परीकषण 50 196 145 206

पशच परीकषण 50 43 48 068

पररकलपना 2 को हनरसर हकया जारा ि यि हनषकषत हनकलरा ि हक हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का साथतक परभाव पडरा ि राहलका 4 क अवलोकन स पररलहकषर ि हक पवत परीकषण का माधय लाभाक 196 ि रथा पशच परीकषण का माधय लाभाक 43 ि पशच परीकषण क हनमन माधयाक स सपषट िोरा ि हक हिकषक-परहिकषषओ दारा पशच

राहलका सखया 5 क यष म 1 का अवलोकन करन स सपषट ि हक पषरष हिकषक-परहिकषषओ क पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क सदभत म t का मान 859 ि जो 05 रथा 01 दोनो सररो पर साथतक ि हजसस यि हनषकषत हनकलरा ि हक हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म उपचारातमक िसरकषप कायतकरम परभावकारी ि इसी परकार महिला हिकषक-परहिकषषओ क पवत परीकषण रथा पशच परीकषण

पराथमिक मिकषक जलराई 201810

क सदभत म t का मान 610 ि रथा p का जो न कवल 05 सरर पर अहपरष 01 सरर पर भी साथतक ि हजसस यि सपषट चलरा ि हक महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क सषिार पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का सकारातमक परभाव पडा ि

राहलका सखया 5 का अवलोकन करन पर िम पार ि हक पवत परीकषण रथा पशच परीकषण म पषरष हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो क माधय का लाभाक 173 ि पवत परीकषण रथा पशच परीकषण म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो क माधय का लाभाक 1331 ि महिला हिकषक-परहिकषषओ का लाभाक पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म कम िोन का आिय यि ि हक पशच परीकषण म महिला हिकषक-परहिकषषओ न पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म वरतनी सबिी अिषहधिया कम की ि

शोध क पररणाम व मनषकरष1 पषरष हिकषक-परहिकषषओ रथा महिला परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

2 उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी ि

3 उपचारातमक िसरकषप कायतकरम पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म अहिक परभावकारी हसधि िआ ि

शोध क मनमहताथषपरसरषर िोि स यि सपषट ि हक पषरष हिकषक-परहिकषषओ रथा महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर न िोन का अथत सभवरः यि भी ि हक पराथहमक सरर पर हिदी भाषा

तामलका 5 यममत नयादशष परीकषण (Paired Sample t Test)

यम अतर t का मान

सवततरता मिगी

p का मान (Sig 2 tailed)

माधय लाभाक

मानक विचलन

माधय की मानक तरवि

यष म 1 वरतनीगर तषहट (छात) पवत-वरतनीगर तषहट (छात) पशच

173 987 201 859 23 000

यष म 2 वरतनीगर तषहट (छाताए) पवत-वरतनीगर तषहट (छाताए) पशच

133 1112 218 610 25 000

तामलका सखया 6 यममत नयादशष सामखयकी (Paired Sample Statistics)

माधय लाभाक सखया मानक मवचलन माधय की मानक तरवियष म 1 वरतनीगर तषहट (छात) पवत 223 24 139 283

वरतनीगर तषहट (छात) पशच 50 24 453 092

यष म 1 वरतनीगर तषहट (छाताए) पवत 1712 26 1503 295

वरतनीगर तषहट (छाताए) पशच 381 26 515 101

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 11

की वरतनी हसिान म पषरष रथा महिला म कोई अरर निी िोरा ि उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी हसधि िआ ि अरः पराथहमक सरर क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का समान परकार क िसरकषप कायतकरमो क माधयम स हनराकरण हकया जा सकरा ि उपचारातमक िसरकषप कायतकरम पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म अहिक परभावकारी हसधि िआ ि इसका कारण सभवरः यि ि हक सामानयरः महिलाए पषरषो की रषलना म अहिक रीवर गहर स भाषा सीिरी ि रथा भाषा को िषधि रप म बोलन का आदित अनषकरण िीघररा स कर लरी ि

आग शोध क मलए सझाव bull हिदी भाषा क िषधि रप को हलिना हसिान क

हलए वरतनी-िषहधि अहर आवशयक ि इसक हलए उपचारातमक िसरकषप कायतकरम अतयर सिायक हसधि िो सकर ि अरः इनक परयोग दारा भाषा िषहधि की जानी चाहिए

bull उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क हरिर समान परकार क िोि हवहभनन सरर क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को दर करन िरष हकय जा सकर ि

bull न कवल हिकषक-परहिकषषओ अहपरष सभी अकादहमक सररो क हवदाहथतयो की वरतनीगर अिषहधियो को िसरकषप कायतकरमो क माधयम स दर हकया जा सकरा ि

bull कष छ िसरकषप कायतकरम न कवल वरतनी-िषहधि अहपरष उचचारण-िषहधि िरष भी बनाय जा सकर ि

bull हवदालयी हिकषको की वरतनीगर अथवा उचचारण सबिी अिषहधियो क हनराकरण िरष भी कष छ आवशयकरा-क हरिर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम बनाय जा सकर ि रथा सरकारी व हनजी हवदालयो क हिकषको पर परयोग हकय जा सकर ि

कष छ उपचारातमक िसरकषप कायतकरम न कवल हिदी भाषा बहलक अनय भाषाओ क िषधि हलहिर अथवा उचचररर रप को सीिनहसिान क हलए बनाय जा सकर ि

सदभषहरवारी भोलानाथ 2011 महदरी भाषा की सरचना वाणी परकािन नयी हदललीदहिया इदष 2015 lsquoवरतनी सबिी अिषहधियो क उपचारीकरण म अधयरा क हरिर रथा कायतकलाप-आिाररर अहिगम-अधयापन

उपागम की परभाविीलरा का परायोहगक अधययनrsquo अनमषका mdash अधयापक मिका की पमरिका िि 10 (1) राषटीय अधयापक हिकषा पररषद नयी हदलली पषठ 1ndash17

हमलस जी ई एव आरएल ग 2017 िमकक अनसधान बारिवा ससकरण हपयसतन एजषकिन लदन इ लिहसि साहवती 1992 महदरी मिकण लॉयल बषzwjतस पहबलकिन हलहमटि मरठ

िरोधारथी पीएचिी (हदरीय वषत) हिकषा हवभाग हदलली हवशवहवदालय

महदी बाल कावय का बदलता सवरप और बचच

2

टीना कष मारी

समयानषरप बदलर कावय म बचचो की आकाकषाए उनका वयविार सवभाव बिबी उभरा ि बचचो क मसरी भर रोचक कारनामो और ियालो स लकर आिषहनकरा क साथ उभर बचच का अकलापन और दोसरो का अभाव सब कष छ कहवराओ म हबिरा ि बाल कावय की याता क दौरान परवहतत या एव हमजाज भी बदल ि यि लि हिदी बाल कावय क बदलाव को िी करीब स दिरा ि कावय कवल रथयो क साथ िी निी कहवराओ क बदलर हमजाज को उदािरण सहिर समझन की कोहिि कररा ि हलहिर रप म हपछल सौ वषणो क दौर का कावय मोट रौर पर कसा हदिरा ि और बचचो स कस जषडरा ि आहद की एक कडी दिन को हमलरी ि

बाल साहितय का मल आिय बालक क हलए सजनातमक साहितय स ि बाल साहितय का उदशय बाल पाठको का मनोरजन करना िी निी अहपरष उनि आज क जीवन की सचचाइयो स भी पररहचर कराना ि पराचीन बाल साहितय क रप म लोक कथाए लोररया और िलगीर हलए जा सकर ि यषग पररवरतन क साथ-साथ इनका मौहिक आदान-परदान िोरा रिा ि बाल साहितय की सषरमयी िारा ि mdash बाल कावय बाल साहितय क हवहवि अगो म बालय कावय का हवहिषट सथान ि सामानयरः नवजार स 16 वषत की आयष को बालपन माना गया ि और इनक हलए हलिा कावय बाल कावय ि पाच स चौदि वषत रक का बाल वगत बाल कावय स जषडा वासरहवक वगत ि

(िोभाल 1990) बाल कावय म रषकबदी लोरी पिहलया हिकषापरद कहवराए चषटकष ल जीभ क कररब और अगरजी राइमस स परभाहवर कहवराए रिी जा सकरी ि (घोष एव कष मार 1999) हिदी बाल कावय म लोररयो एव हििष गीरो की समधि िारा ि बाल कावय म िल गीरो को भी समाहिर हकया गया ि हिदी बाल कावय बालक क जीवन म छष टपन स िी लोररयो क रप म घषलन लगरा ि बाल कहवरा का नटिट अग हििष गीर यहद अचछ िो रो बचच क मन पर एक ररि का सथायी छाप छोडर ि और बड िोन पर भी उनका परभाव फीका निी पडरा कहवराए वणतन करन का सवाभहवक ररीका भी बिबी हसिारी ि बचचो म कलपनाओ की गहर अतयहिक रीवर िोन पर

हिदी बाल कावzwjय का बदलता सzwjवरप और बचzwjच 13

कभी-कभी असगर और असबधि िो जारी ि बचच ऐसी कलपनाओ की अहभवयहzwjतर बालगीरो म पाकर आनहदर िोर ि इस परकार क बाल गीर हनरथतक बाल गीर कि जार ि इनम कलपना की हवहचतरा िोरी ि जो परसननरा दरी ि mdash

दि जलबी जगाउसक अदर मगगाराममहरत हतपाठी क अनषसार बाल कावय का सत

लोरी ि व 3ndash5 वषत क बचचो िरष 4ndash8 पहzwjतरयो वाली रषकानर धवनयातमक िबदो वाली लयबधि कहवराओ को उहचर मानर ि आरभ म बाल साहितय बडो क हलए हलि गए साहितय क रप म िी था हफर इनिी स बचच लाभाहनवर िोन लग िनः िनः हििष गीरो और बाल कहवराओ न भी जनम हलया बाल कावय बचचो की सजीव कलपना और सिज भावनाओ की अहभवयहzwjतर का सषदर माधयम बना बचच क मन म अपन पररवि घर पररवार आसपास क मािौल और दषहनया की पिली छाप इनिी कहवराओ स पडरी ि य नटिट कहवराए कवल कहवराए निी बहलक बचचो क हलए रग-हबरग हिलौन भी ि हजनस वि मनमान ढग स िलर ि वि िसरा ि हकलकरा ि और यिा रक हक उसक साथ-साथ सवय भी रचरा ि और अपनी कलपना की भि िार कररा ि mdash

चि राजा ि िरानचलर िरदम सीना रानइसीहलए रो हबलली मौसीिीचा कररी उनक कानकलकतत स गाडी आईटॉफी हबसकष ट कल लाई

गाडी बोली ई- ई- ईआिा उसन सीटी दीअमीर िषसरो की कष छ मषकररयो और पिहलयो

दारा भी बाल कावय की झलक हमलरी ि उदािरणाथत mdash एक थाल मोरी स भरा सबक हसर पर औिा िराचारो ओर वि थाली हफर मोरी उसम एक न हगर

(आकाि)भहzwjतरकालीन एव रीहरकालीन कहवयो दारा

हलिी गई सरल भाषा वाली कष छ कहवराए बालको क हलए उपयोगी ि साथ िी रसिान एव सरदास दारा lsquoशीकषण का बाल वणतनrsquo अहदरीय ि हकरष य सभी बाल कावय की शणी क पमानो पर परी ररि स िर निी उररर बाल कहवरा बालमन क हनकट की बालक क हलए रचना िोरी ि जबहक बालक दारा रहचर रचना बडो क हलए भी िो सकरी ि और परायः िोरी ि बचच भी बडो स जयादा बार किन की कषमरा रिर ि बाल कहवरा अपन समय क बचच स िी पररणा क हलए िोरी ि उदािरण क हलए समय हविष की जररर परभाव वारावरण इतयाहद का धयान िोन स िी रचना सदा परासहगक बनी रिरी ि बाल कावय अथातर बचचो का कावय बालयावसथा की कष छ हविषराए या परवहततया जसmdash हजजासा कलपना रचनातमकरा हनददि सयम की परवहतत आतम परदितन की परवहतत अनषकरण की परवहतत सपिात सिानषभहर हवनय और आवरतन इतयाहद िोरी ि ऐसा कावय जो इन परवहततयो को धयान म रिकर हलिा जाए विी उततम कावय ि कलपना कावय की भाषा िोरी ि बाल कावय कलपना वभव स सपनन कावय ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201814

परकािमनष की पषसरक महदरी बाल कमता का इमतहास म मोट रौर स बाल कहवरा को हनमनहलहिर रीन चरणो म बाटा ि mdash 1 परारहभक यषग (1901ndash1947)2 गौरव यषग (1947ndash1970)3 हवकास यषग (1971 )

सवरतरा स पवत क समय म गषलामी क बिनो को काटन क हलए बालको क वयहzwjतरतव हनमातण की पररणा स िषर-िषर म सायास बाल कहवराए हलिी गइइ व दिभहzwjतर और उपदिातमकरा क भार स अहरिय दबी िई कहवराए ि बाल कावयकार बालक क वयहzwjतरतव को आदिणो और सासकहरक पषठभहम क अनषसार ढालना चािरा था अरः मनोवजाहनक दहषट बाल कावय म पणतरः हवकहसर निी िो पाई हकरष इसी दौर म िडी बोली हिदी कहवरा क जनमदाराओ म स एक पहिर शीिर पाठक उललिनीय ि हिदी क परारहभ क बाल गीरकारो म हगन जान वाल शीिर पाठक जी न बाल सवभाव बाल-मनोवहतत एव बाल-मनोहवजान का धयान रिर िए सरकत रा क साथ-साथ बाल कावय क हलए हवषयो का चयन हकया ि इनकी कहवराओ का चचल एव हिलदपन िास रौर स भारा ि इस कहवरा म भाररीय वारावरण की गमतजोिी और बचच का लगाव एव उसका कलपना ससार दोनो िी बहढया ढग स सामन आर ि इसका एक उदािरण इस परकार ि mdash

ldquoबाबा आज दल छ आएहचजजी-हपजजी कछष न लाए बाबा zwjतयो निी हचजजी लाएइरनी दली छ zwjतयो आएrdquo

इसी दौरान हवदाभषण हवभष की lsquoघम िाथी झम िाथीrsquo बडी चहचतर रचना रिी हवदाभषण हवभष न हिदी क परारहभक दौर म अनक सषदर हििष गीर हलिकर एक बड अभाव की पहरत की इस काल म lsquoहििषrsquo एव lsquoबालसिाrsquo जसी मितवपणत बाल पहतकाओ न बाल कहवरा को आग ल जान म मितवपणत भहमका हनभायी ldquoमहथलीिरण गषपर रामनरि हतपाठी अयोधया हसि उपाधयाय lsquoिररऔिrsquo जी क इस काल म बाल कावय की हिदी कहवरा म आग चलकर जो रप और परवहततया हदिाई पडी mdash चाि नाटकीय ढग की कथातमक कहवराओ का चलन िो या हफर धवनयातमक परभावो क जररए बचचो क मन को ररझान और परभाहवर करन की कोहिि बीज रप म य सभी चीज हिदी बाल कहवरा क इस दौर स आरी िrdquo (मनष 2003)

इस िारा म आग का समय (1947 स 1970) यिा उभरी सषदर एव हवहवि परवहततयो को और हवसरार दन वाला रिा हिदी बाल कहवरा हजरनी मषzwjतर और बिरगी इस दौर म थी उसन जसी अदभषर उडान भरी और जीवन हजरना िषलकर नाटकीय सवगो क साथ इस यषग की बाल कहवरा म आया वि अहदरीय था हनरकार दव सवक सवदशवरदयाल सzwjतसना दामोदर अगरवाल इतयाहद नामो न इस दौर को बिचहचतर एव सदव लषभावनी बनी रिन वाली बाल कहवराए दी उदािरणाथत mdash

ldquoइबनबररा पिन क जराहनकल पड रफान मथोडी िवा नाक म घषस गई थोडी घषस गई कान मrdquo

(सवदशवरदयाल सzwjतसना)

हिदी बाल कावzwjय का बदलता सzwjवरप और बचzwjच 15

यि कहवरा एक अजब सी कॉमिक zwjटजडरी का आभास दरी ि lsquoइबनबरराrsquo जसा कोई दमदार पात बाल कावय म निी हदिरा इसी समय शी परसाद जी की कहवराए छद और लय की उसरादी और सपणतरा का अिसास दरी ि उदािरणाथत mdash lsquoमषगद की िादीrsquo का रोचक हचत दहिए mdash

ldquoढम-ढ ढम-ढम ढोल बजाराकद-कदकर बदरछम-छम घघर बाि-बाि नाचराभाल मसर कलदर कष ि-कष ि क कोयल गारीमीठा-मीठा गाना मषगद की िादी म ि बसहदन भर मौज मनानाrdquo

(शी परसाद)सोिनलाल हदवदी सषहमतानदन पर रामिारी

हसि lsquoहदनकरrsquo बालसवरप रािी इतयाहद बाल कावय की रजपणत हवभहरया इसी समय कायतरर थी

दामोदर अगरवाल रहचर lsquoहबजलीrsquo पर हलिी सववोततम कहवरा इसी काल की ि बाल कावय की याता म रमि रलग की यि कहवरा एक नया आयाम और पडाव दरी ि mdash

ldquoअल छष बि िो गईआगल बषिाल लमममी क कमल की रीद थमाल लrdquoइस कहवरा म एक बचचा ि और उसकी

वयसररा क सभी कारण सचच ि यि सहकरय और हज ममदार बचचा काफी िरफनमौला ि और बचच की एक नई छहव दरा ि रमि रलग की यि कहवरा

बाल कावय को एक नई सोच बदलरी छहवयो और पररीको की ओर मागत हदिान म अहदरीय ि 1971 अब रक का समय वि ि जब एक निी अहपरष रीन स चार पीहढयो क कहव एक साथ बाल कावय सजन म लीन थ इस दौर म हदहवक रमि परयाग िषzwjतल चरिदतत इदष गोपीचद शीनगर इतयाहद कहव सजन म लग थ यि जानना मितवपणत ि हक इस दौर की कहवरा दारा पिली बार हवचार रतव का दिल हदिाई हदया बचच पर बसर और पढाई का बोझ रथा उसकी भीररी दषहनया की उलझन बाल कहवरा म नजर आइइ कई परमषि बाल कहवयो न इस दौर म बचच क लगारार भारी िोर िए बसर क बोझ और उसस दबकर lsquoमषहzwjतरrsquo क हलए कारर अनषरोि करर बचच क कारण माहमतक हचत आहद अपनी कहवराओ म उकर ि बचच की हवविरा हनिायर सचच और हदयरिावक क रप म जसी बाल कहवरा म परकट िई ि वसी िायद िी किी और सामन आई इसी ररि आिषहनकरा क साथ बचच का अकलापन और दोसरिीनरा भी कहवराओ म झलकी ि इस दौर की बाल कहवरा सपनो की घाटी म िी हवशाम निी लरी बहलक बदल िए समय की मषहशकलो और आपदाओ स भी दो-चार िोरी ि िम दि सकर ि हक बाल कहवराओ की याता क दौरान परवहततया एव हमजाज भी बदल ि बाल कावय चाि जस भी दौर स गषजरा हकरष यि सतय ि हक कहवरा न हपछल सौ बरसो स पीढी-दर-पीढी भाररीय बचपन का मानहसक और भावातमक पोषण हकया उस उनमषzwjतर िसी उमग और मीठी हिला हिलािट दी बचचो की कलपना और हजजासा-हकषहरजो का हवसरार

पराथमिक मिकषक जलराई 201816

करक उस सहदय इसान और बिरर नागररक बनान की पषखरा नीव रिी

हिदी बाल कावय िम भाषा और सपरषण क हवकास की नीव परदान कररा ि धवहन अपन पराकहरक पररवि परपरा और सामाहजक रिन-सिन स सयोहजर िोरी ि हजस पराकहरक और सामाहजक पररवि म बचचो की मानहसकरा का हवकास िोरा ि बाल कावय उसस िी परररर िो भाषा का हवकास कररा ि इस साहितय म झाककर दि रो िम बचचो क सवभाव और हवकास करम का एक रोचक पररचय हमलरा ि और भाषा की वाहचक िरोिर क एक मितवपणत हिसस को दि पार ि बाल कावय की मौहिक िारा न जान कब स बचचो क भावो सदभणो जीवन पररवरतन को गहर व हवसरार दर िए एक पीढी स दसरी पीढी को द रिी ि वरतमान म बाल कावय मौहिक परपरा क हलए दादा-दादी का साहनधय सयषzwjतर पररवार िल मिली इतयाहद माधयमो का अभाव-सा िोरा जा रिा ि विी दसरी ररफ हवदालयी जीवन कडा िोरा जा रिा ि किी-किी पाठयचयात म कष छ सरर पर बाल कावय का परयोग भी

हदिरा ि हकरष बालकावय परपरा म जो अरर आय ि उनि िोजन और हवचार करन की आवशयकरा ि

मनषकरषहिदी बाल कहवराओ का यि हनहवतवाद गषण ि हक व हसफत बचचो को सबोहिर िी निी ि बहलक परी ररि बचचो की चीज ि बचचो क िलन एव गान-गषनगषनान की चीज हजन पर पिला और आहिरी िक भी बचचो का िी ि व हलिी भल िी बडो दारा गई िो मगर व ि बचचो की चीज बाल कावय अपन 100 वषणो की परपरा म हवहविरा और माता दोनो सररो पर गिन िआ ि हपछल 100 वषणो स पीढी-दर-पीढी भाररीय बचपन का मानहसक और भावातमक पोषण इन कहवराओ स िआ ि िमारी lsquoशषहर आिाररर जान परपराrsquo म भी कहवराए अनवरर बिरी-सी रिी ि उनमषzwjतर िसी उमग और मीठी हिल-हिलािटो क साथ-साथ कहवराओ न बचचो की कलपना और हजजासा-हकषहरजो का हवसरार करक उस सहदय इनसान और बिरर नागररक बनान म मितवपणत योगदान हदया ि

सदभषघोष आिीष एव कषण कष मार (सपा) 1999 गडबडझाला राषटीय पषसरक नयास नयी हदललीिोभाल कष सषम 1990 महदरी बाल कावय ि कलपना ए पतरीक तत लाइबरी बषक सटर मालीवाडा हदलली मनष परकाि 2003 महदरी बाल कमता का इमतहास मिा बषzwjतस िािदरा

िरोधारथी हि कषा िासत हवभाग क रिीय हि कषा ससथान हदलली हवशवहवदालय हदलली

समावशी मशकषा म मशकषण अमधगम पमकरया

अहिलि यादव

3

समाविी हिकषा कवल एक दहषटकोण िी निी बहलक एक माधयम भी ि हविषकर उन लोगो क हलए हजनम कष छ सीिन की ललक िोरी ि और जो रमाम अवरोिो क बावजद आग बढना चािर ि यि इस बार को दिातरा ि हक सभी यषवा चाि व सकषम िो या हवहभनन रप स सकषम उनि सीिन योय बनाया जाए इसक हलए एक समान सकलndashकरच पवत पराथहमक हवदालय सकलो और सामषदाहयक हिकषा वयवसथा रक सबकी पिच सषहनहशचर करना बिद जररी ि यि हसफत लचीली हिकषा परणाली स िी सभव ि भारर म हदवयाग स सबहि र काननी पराविानो क इहरिास का परारभ वषत 1944 म साजजट ररपोटत स माना जारा ि हजसम यि किा गया था हक हदवयागरा यहद हविष

हवदालय क अनषकल ि रभी हदवयाग वयहzwjतरयो को हविष हवदालय म भजा जाना चाहिए इसी बार पर कोठारी आयोग (1966ndash68) न भी जोर हदया और हदवयाग लोगो की हिकषा को हिकषा नीहर का एक अहभनन अग माना भारर म समाविी हिकषा की िषरआर क हलए lsquoहदवयागो क हलए समहकर हिकषाrsquo योजना 1970 क दिक म परारभ की गयी हजसका उदशय हदवयाग बचचो को सामानय हवदालय म िाहमल करना व िहकषक अवसर परदान करन क साथ िी साथ सभी सरर पर उनि समषदाय स जोडना था इसक बाद अनक योजनाए परारभ की गयी पररष समाविी हिकषा क कषत म वषत 2000 मितवपणत ि जब एनसीईआरटी न मदालयरी मि का क मलए

समाज का हवकास मानवीय कषमरा क हवकास पर हनभतर कररा ि समाज म हवकास क हलए सभी का सियोग वाहछर ि हिकषा समाज क हवकास म सबस मितवपणत कारक ि हिकषा को वयहzwjतर की दकषरा बढान का सािन िी निी बहलक लोकरत म सहकरय भागीदारी हनभान और अपन सामाहजक जीवन-सरर म सषिार क हलए भी आवशयक माना जारा ि भारर म हदवयागो की सखया अहिक ि और इनक हवकास क हबना दि का पणत हवकास सभव निी ि भारर म हदवयागो क हलए हिकषा वयवसथा का एक बदलरा सवरप हदिाई द रिा ि वो ि mdash lsquoसमाविी हिकषाrsquo

पराथमिक मिकषक जलराई 201818

पाठयचयाया राषzwjटरीय की रपरखा 2000 म समाविी हवदालयो पर बल हदया भारर म समाविी हिकषा क हलए वषत 2009 मितवपणत रिा zwjतयोहक इसी वषत lsquoहिकषा का अहिकार अहिहनयमrsquo पाररर हकया गया हजसम 6ndash14 वषत क बचचो को हनःिषलक एव अहनवायत हिकषा का सविाहनक अहिकार परदान हकया गया

अररातषटीय सरर पर समाविी हिकषा क हलए lsquoसलमाका सममलनrsquo 1994 मील का पतथर साहबर िआ यि सममलन जन 1994 म सपन क सलमाका ििर म आयोहजर िआ हजसम 92 दिो क परहरहनहियो व 25 अररातषटीय ससथाओ न भाग हलया इस सममलन का परमषि हनणतय था lsquoसभी क हलए हिकषा हजसम बचच यषवा और हविष आवशयकरा वाल लोगो (हदवयागो) को सामानय हिकषा वयवसथा म हिकषा परदान करनाrsquo

यनसको (2016) क अनषसार समाविी हिकषा का रातपयत उस हिकषा स ि जो mdash1 यि हवशवास कररी ि हक सभी बचच सीि सकर

ि और सभी बचचो की अलग-अलग परकार की हविष आवशयकराए िोरी ि

2 हजसका लकय सीिन की कहठनाइयो की पिचान और उनका परभाव नयनरम करना ि

3 जो औपचाररक हिकषा स बािर ि और घर समषदाय एव हवदालय स बािर हिकषा क अनय अवसरो पर भी बल दरी ि

4 अहभवहततयो वयविारो हिकषण हवहि पाठयकरम एव वारावरण को पररवहरतर करन की वकालर कररी ि राहक सभी बालको की हविष आवशयकराए परी िो सक

समावशी मशकषासमाविी हिकषा स अहभपराय ि हक वि हिकषा हजसम हदवयाग एव अनय सामानय हवदाथथी को एक साथ एक िी ककषा म भदभाव रहिर वारावरण म हिकषा परदान की जाय हजसस हदवयाग हवदाथथी समाज म आसानी स समायोहजर िो जाए जसा हक एनसरीएफ 2005 म बरलाया गया ि हक समाविन की नीहर को िर सकल और सारी हिकषा वयवसथा म वयापक रप स लाग हकए जान की जररर ि बचच क जीवन क िर कषत म वि चाि सकल म िो या बािर सभी बचचो की भागीदारी सषहनहशचर हकए जान की जररर ि सकलो को ऐस क रि बनाए जान की आवशयकरा ि जिा बचचो क जीवन की रयारी कराई जाए और यि सषहनहशचर हकया जाए हक सभी बचचो िासकर िारीररक या मानहसक रप स असमथत बचचो समाज क िाहिए पर जीन वाल बचचो और कहठन पररहसथहरयो म जीन वाल बचचो को हिकषा क इस मितवपणत कषत क सबस जयादा फायद हमल

यहनसफ यनसको की ररपोटत एनसीएफ 2000 एव 2005 म बरलाया गया ि हक समाविी हिकषा म हदवयाग (िारीरर क हदवयाग दहषट बाहिर हदवयाग वाक बाहिर हदवयाग सवहलनरा सीिन की अकषमरा यषzwjतर हदवयाग) िहकषक हपछड भाषायी अलपसखयक सामाहजक-आहथतक रप स कमजोर बचच गरामीण पषठभहम क बचच जनजारीय बचच घषमर समाज क बचच कामकाजी समि क बचच आहद िाहमल ि

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 19

मवदाथथी एव मशकषक mdash समावशी मशकषा सकलो म अzwjतसर िम कष छ हगन-चषन बचचो को िी बार-बार चषनर रिर ि हजसस इस छोट समि को रो ऐस अवसरो स फायदा िोरा ि उनका आतमहवशवास बढरा ि और व सकल म लोकहपरय िो जार ि लहकन दसर बचच बार-बार उपहकषर मिसस करर ि और सकल म पिचान जान और सवीकहर की इचछा उनक मन म लगारार बनी रिरी ि रारीफ करन क हलए िम शषठरा और योयरा को आिार बना सकर ि लहकन अवसर रो सभी बचचो को हमलन चाहिए और सभी बचचो की हवहिषट कषमराओ को भी पिचाना जाना चाहिए और उनकी रारीफ िोनी चाहिए इसम हविष जरररो वाल बचच भी िाहमल ि हजनि हदए गए काम को परा करन म जररर समय या मदद की जररर िोरी ि जयादा अचछा िोगा अगर हिकषक ऐसी गहरहवहियो की योजना बनार समय ककषा म बचचो स चचात कर और यि सषहनहशचर कर ल हक परतयक बचचा अपना योगदान द पाए इसीहलए योजना बनार समय हिकषको को सभी की भागीदारी पर हविष धयान दन की जररर ि यि उनक परभावी हिकषक िोन का सचक बनगा सकल परिासको और हिकषको को यि समझना चाहिए हक जब हभनन सामाहजक-आहथतक और सासकहरक पषठभहम और हभनन कषमरा सरर वाल लडक-लडहकया एक साथ पढर ि रो ककषा का वारावरण और भी समधि रथा पररक िो जारा ि

सभी परकार क बचचो जस आहथतक रप स कमजोर (गरीब) कामकाजी बचचो को िाहमल कर सषदर गरामीण बचच घषमर जनजाहर क बचच

हकसी हनहदषट सथान पर रिन वाल बचच हविष आवशयकरा वाल बचच भाषायी अलपसखयक और सीिन की अकषमरा यषzwjतर बचचो आहद को समाविी हिकषा दारा हिहकषर हकया जाना चाहिए

समाविी हिकषा म हिकषक की भहमका मितवपणत िोरी ि समाविी हिकषा की ककषा परहकरया म हिकषक क दहषटकोण (अहभवहतत) एव वयविार मितवपणत भहमका का हनवतिन करर ि राम (2014) न अपन िोि कायत म पाया हक हिकषको का हदवयाग हवदाहथतयो स परशन न पछना एव उनक गि कायत की जाच को अनय हवदाहथतयो क समान न करना इस परकार का वयविार इन बचचो को बहिषकरण की ररफ िकलरा ि हिकषको का इस परकार का दहषटकोण एव वयविार समाविी हिकषा क गठन एव सफल सचालन म कहठनाई उतपनन कररा ि सामानयरः हिकषक का दहषटकोण एव वयविार हदवयाग हवदाहथतयो क परहर सिानषभहरपणत िोरा ि हिकषक इस परकार क हवदाहथतयो को अनयो स कमजोर समझरा ि या उसकी यि अिरी समझ िोरी ि हक यि हवदाथथी सीि निी सकर हजसस य बचच ककषा म िोर िए भी अपन को ककषा स अलग पार ि जयादारर हिकषक हदवयाग एव अनय इस परकार क हवदाहथतयो क परहर सिानषभहरपणत दहषटकोण अपनार ि कलाम (2013) न अपन िोि म बरलाया हक हिकषको को सिानषभहर क बजाय समानषभहर का दहषटकोण अपनाना चाहिए हजसस य हवदाथथी अपन आप को ककषा म अनय हवदाहथतयो स हभनन निी समझ समानषभहर पणत दहषटकोण हदवयागो को अनय हवदाहथत यो क समान मजबर बनन म सिायक िोरा ि हजसस समाविी हिकषा म ककषा

पराथमिक मिकषक जलराई 201820

की सीिन-हसिान की परहकरया एक पकषीय न िोकर हदपकषीय िो जाएगी

मशकषण अमधगम पमकया mdash समावशी मशकषा एनसरीएफ 2005 म समाविी ककषा हिकषण क सबि म बरलाया गया ि हक lsquoरचनातमक पररपरकय म सीिना जान क हनमातण की एक परहकरया ि हवदाथथी सहकरय रप स पवत परचहलर हवचारो म उपलबि सामगरी गहरहवहियो क आिार पर अपन हलए जान की रचना करर ि (अनषभव) पछराछ अनवषण परशन पछना वाद-हववाद वयाविाररक परयोग व ऐसा हचरन हजसस हसधिार बन सक और हवचारहसथहरयो की रचना िो सक य सभी बचचो की सहकरय वयसररा को सषहनहशचर करर िrsquo

सकली हिकषा म अहिगम का एक बडा हिससा अब भी वयहzwjतर-आिाररर ि अधयापको को lsquoजानrsquo िसरारररर करन वालो क रप म दिा जारा ि अधयापको को उन अनषभवो का आयोजक समझा जारा ि जो बचचो क सीिन म सिायक िोर ि समाविी हिकषा म ककषा हिकषण परहकरया और अहिगम परहकरया क सबि म यनसको एनसीईआरटी न अपनी ररपोटत म कई मितवपणत सषझावो का वणतन हकया ि जस हक यनसको न अपनी ररपोटत म समाविी हिकषा म हिकषण-अहिगम परहकया िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय ि mdash1 ककषा का वारावरण सीिन क हलए सवसथ एव

भदभाव रहिर िो2 हिकषण हवहि रोचक िो एव हवहभनन उमर समि

क अनषकल िो रथा छातो को सीिन क हलए परररर करन वाली िो

3 हिकषण मषखयरः गहरहवहि आिाररर िो4 सभी सीिन वाल बचचो की आवशयकरानषसार

सामगरी उपलबि करायी जाए (दहषटबाहिर हदवयाग शवण हवकार हदवयाग आहद को धयान रिकर)

5 हिकषक अहभभावक और नागररक साथ हमलकर कायत कर

6 ककषा हिकषण की भाषा बचच क अनषसार (मारभाषा) िो

7 सभी बचचो का हिकषण सषरकषातमक लहगक उततरदायी एव उतसािजनक वारावरण म िो

एनसीईआरटी(2017) न समाविी हिकषा म ककषा हिकषण िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय mdash

bull दहषट हवकार हदवयाग क हिकषण िरष mdash गर दहषट आिाररर ररीको दारा सीिना जस mdash सपित वासरहवक ठोस पदाथत का परयोग सषनना हजसम हवसरर और वणतनातमक हनददिो को अहिक उपयोग म लाना िाहमल ि सषगि और सवाद mdash वासरहवक और ठोस पदाथणो की िषिब और सवाद का उपयोग करना उपलबि हविष हिकषण सामगरी (बल टलर फम और गहणर हवजान एव अनय हकट) का उपयोग

bull शवण हवकार हदवयाग क हिकषण िरषmdash अनय इहरियो का सीिन क माधयमो क रप म उपयोग (जसmdash इिार िारीररक भाषा िावभाव को पढना) वासरहवक अनषभव परदान करन क हलए दशय क रप म सामगरी का उपयोग सीिी जान वाली सामगरी को धवहन आिाररर जानकारी क रप म उपयोग म लान क हलए यि समझ बनाना जररी ि हक इन बचचो क हलए हकस ररि स हिकषण कायत हकया जाए

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 21

bull िारीररक अकषमरा हदवयाग क हिकषण िरष mdash ककषाओ को सषलभ बनाए परीकषाओ को परा करन म अहरररzwjतर समय द ककषा म बठन क सषलभ सािन उपलबि कराए सपरषण क वकहलपक सािनो यथा mdash आहियो ररकॉितर िाव-भाव का परयोग कपयटर का उपयोग आहद

समाविी हिकषा म ककषा हिकषण की सकलपना सभी बालको क समहनवर हवकास पर आिाररर िोरी ि अरः हिकषक को ककषा म उपहसथर बचचो की हवहभननरा को धयान म रिर िए हिकषण कायत करना चाहिए हवहभनन रप स समकष (दहषट बाहिर हदवयाग वाकबाहिर हदवयाग शवण हास हदवयाग आहद) बचचो की हविष आवशयकराओ क मदनजर हिकषण म हिकषक को वारावरण को रहचकर बनाना आकषतक एव उपयषzwjतर हवहभनन हिकषण सामहगरयो आहद का परयोग करना हिकषण अहिगम की परहकरया म सभी बालको की सहकरय भागीदारी सषहनहशचर करना आहद हकरयाओ को सहममहलर करना चाहिए

समाविी हिकषा म ककषा हिकषण कायत जहटल परहकरया ि समाविी हिकषा की ककषा म हवहभनन रप स सकषम (िारीररक दषटबाहिर शवण हास हदवयाग) एव सामाहजक-आहथतक रप स कमजोर पषठभहम क कषत स बचच िोर ि हजनकी कष छ हविष आवशयकराए िोरी ि समाविी हवदालय की ककषाओ म हिकषक को हवदाहथत यो क अनषकल हिकषण हवहि (सिकारी हिकषण एव पररयोजना आिाररर हिकषण) का उपयोग हकया जाना चाहिए हजसस सभी हवदाहथत यो का सीिना सभव िो जाए अरः यिा इस बार पर धयान दना जररी ि हक मामली अकषमराओ स गरसर हजन बचचो को मषखयिारा क बािर रिा

जारा ि उनकी जरररो को परा करन क साथ-साथ समाविी हिकषण पधिहर हनयहमर ककषाओ म पिल स मौजद ऐस सकडो हवदाहथतयो को भी लाभ पिचारी ि जो मामली स लकर मधयम दजद की सीिन की कहठनाइयो को अनषभर करर ि इन कहठनाइयो को अहिकािर न रो पिचाना जारा ि और न िी उनका समािान हकया जारा ि सकल म िराब परदितन क कारण इन बचचो क सकल छोड दन का िररा बना रिरा ि व कभी भी िकषहणक सफलरा िाहसल न कर सकन क अलावा अपन बड िोन क पर दौर म सषिार न जा सकन वाल मनोवजाहनक रथा भावातमक आघारो स पीहडर रिर ि

इस परकार समाविी हिकषा म ककषा हिकषण िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय जार िmdash1 ककषा का वारावरण भदभाव रहिर सभी

सीिन वाल क अनषकल िोना चाहिए जसा एनसरीएफ 2005 म बरलाया गया ि हक lsquoसावजतहनक सथल क रप म सकल म समानरा सामाहजक हवहविरा और बिलरा क परहर सममान का भाव िोना चाहिए साथ िी बचचो क अहिकारो और उनकी गररमा क परहर सजगरा का भाव िोना चाहिए इन मलयो को सजगरापवतक सकल क दहषटकोण का हिससा बनाया जाना चाहिए और उनि सकली वयविार की नीव बनना चाहिए सीिन की कषमरा दन वाला वारावरण वि िोरा ि जिा बचच सषरहकषर मिसस करर ि जिा भय का कोई सथान निी िोरा और सकली ररशरो म बराबरी और जगि म समरा िोरी िrsquo

2 ककषा का हिकषण वयाविाररक जान स जोडकर हकया जाना चाहिए समाविी हिकषा की ककषा

पराथमिक मिकषक जलराई 201822

हिकषण हवहि क रप म सिकारी हिकषण पररयोजना आिाररर हिकषण एव सियोगातमक हिकषण का उपयोग हकया जाना चाहिए

3 ककषा हिकषण म पाठयचयात स जषडी सामगरी का उपयोग हकया जाना चाहिए जसmdash मॉिल चाटत मानहचत ऑहियो-हवहियो कपयटर एव आईसीटी (सचना सपरषण रकनीकी) का उपयोग कर साथ िी हिकषण ककषा हिकषण क पिल इन सामहगर यो की उपलबिरा भी सषहनहशचर कर

4 ककषा हिकषण म हविष रप स सकषम (हदवयाग) को अहिक स अहिक सीिन की सामगरी उपलबि कराई जाए जस mdash दहषटबाहिर बचचो को बल एव शवण बाहिर बचचो को दशय आिाररर सामगरी आहद

5 सामानय हवदालय हिकषको को समाविी हिकषा को सदभत म रिकर परहिकषण परदान हकय जाए उनि समाविी हिकषा परहरमान िरष ककषा हिकषण दकषरा स यषzwjतर बनाया जाए अधयापक परहिकषण कायतकरम एव पाठयकरम को समाविी हिकषा क सदभत म रिकर पररवरतन की आवशयकरा ि

6 सकल सरर पर पाठयचयात का पषनहवतकास एव पषनहनतिातरण करन की आवशयकरा ि zwjतयोहक एनसरीएफ 2005 म इस बार का वणतन हकया गया ि हक वरतमान पाठयचयात को समाविी हिकषा क अनषकल हनिातररर हकय जान की आवशयकरा ि

मनषकरष समाविी हिकषा म ककषा हिकषण कायत छातो क अनषरप एव उनकी आवशयकरा को धयान म रिकर हकया जाए हिकषण इस परकार स िो हक जो हवदाहथतयो को उनक घरल जान स जोडकर हदया जाए समाविी ककषा म सीिन-हसिान की परहकरया हिकषक क हरिर स छात क हरिर की ररफ बढनी चाहिए छातो को सहकरय अनवषक की ररि हवकहसर िोना चाहिए और इसक हलए पररक हवचारो को बढावा दन की रणनीहर बिर फायदमद िो सकरी ि इस रणनीहर का परयोग करन क हलए हिकषक को िोजी हिकषण क जररए सभी छातो को उहचर अनषभव हनयमो क हवशलषण और हसधिार मषिया करान की जररर ि इस धयान म रिर िए समाविी हिकषण और ककषा म हविष रप स सकषम छातो क हलए लचीलापन लाए जान को लकर एनसीईआरटी न िाल िी म पाठयकरम अनकलन पर पराथहमक पठन सामगरी रयार की ि यि पठन सामगरी इस सोच पर आिाररर ि हक हिकषक ककषा म सभी छातो को अथतपणत हिकषण अनषभव परदान कराए सरल भाषा और अहभवयहzwjतर का परयोग कर जो सभी छातो क हलए मितव रि इस पठन सामगरी म कई उदािरणो स बराया गया ि हक कस समाविी ककषा म मौजदा हिकषण पधिहर को बदला जाए और छातो को सवरत रप स सीिन वाला और इस परहकरया म सहकरय भागीदार बनाए जाए

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 23

सदभषएनसीईआरटी 2000 मदालयरी मिका क मलए राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2000 एनसीईआरटी नयी हदलली

पषठ 31 73 74 और 91mdashmdashmdash 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 28 ndash 31 92 96 122 ndash124

और 135mdashmdashmdash 2015 इनकललमडग मचलडन मद सपिल नरीडस एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 36 59 और 106 mdashmdashmdash 2017 मिष आशयकता ाल बचचो का सिािन mdash पारमिक सतर एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 21 46

और 95 कलाम अबदषल 2013 lsquoसमाविी हिकषा और हिकषकrsquo खरोज और जान अक 7 हवदाभवन सोसायटी उदयपषर पषठ 33चिढा अनषहपरया 2016 lsquoभारर म समाविी हिकषा की रपरिाrsquo यरोजना अक 1 परकािन हवभाग नयी हदलली पषठ 33 दास अनाहमका 2015 lsquoसमाविी हिकषा की राि म रकावटrsquo लमनिगकया अक 11 अजीम परमजी हवशवहवदालय बगलषर

पषठ 76ndash79मोिन पगी 2016 lsquoसमाविी ककषा म अधययनrsquo िमकक सदभया अक 71ndash 80 पराहपर सोर httpswwweklavyainयादव अहिलि 2018 उचच पारमिक ककाओ का सिािरी मिका क सदभया ि मिकण अमधगि पमरिया का अधययन

अपरकाहिर िोि यनसको 1994 द सलिाका सि एड फिकया फॉर एकिन आन सपिल नरीडस एजकिन यनसको सलमाका सपन mdashmdashmdash 2005 गाइडलाइन फॉर इनकललजन mdash इनसयाररग एसस ल एजकिन फॉर आल यनसको पररस पषठ 102mdashmdashmdash 2009 लडया इनकललमस एजकिन फॉर मचलडन मद मडसएमबमलरी mdash गाइडलाइन यनसको बकाक पषठ 40 ndash 89

और 122mdashmdashmdash 2016 एजकिन एड मडसमबमलरी यनसको नयी हदलली पषठ 146 यहनसफ 2003 एगजामपल ऑफ इनकललमस एजकिन इमडया यहनसफ काठमाि पषठ 45 63राम 2014 lsquoसमाविी हिकषा क मायनrsquo खरोज और जान अक 8 हवदाभवन सोसायटी उदयपषर पषठ 45वितमान मिावीर िषला हवशवहवदालय 2014 अहिगम एव हिकषण (बीएि) वितमान मिावीर िषला हवशवहवदालय कोटा

राजसथानहसघल हनहि 2013 lsquoहवकलाग बचचो की हिकषाrsquo यरोजना अक 2 परकािन हवभाग नयी हदलली पषठ 21ndash 23हसि अजय कष मार 2008 lsquoभारर म समाविी हिकषा का सवरपrsquo पररपकय अक 1 नीपा नयी हदलली पषठ 81हसि रजनी रजन 2014 lsquoभारर म समाविी हिकषा की दिा और हदिाrsquo पररपकय अक 3 नीपा नयी हदलली पषठ 01

सकॉलर पीएचिी जाहमया हमहलल या इसलाहमया हवशवहवदालय नयी हदलली

परसरषर लि क दारा यि बरान की कोहिि की गई ि हक हवदालय परबिन सहमहर का उहचर सचालन कस हकया जाए एव सहमहर का हवदालय म िोना हकरना मितवपणत ि हवदालय परबिन सहमहर हवदालय क हलए बिर मितवपणत ि यि हवदालय क लकयो एव उदशयो को परा करन म एव समाज का सियोग परापर करवान म एक मितवपणत भहमका का हनवाति कररी ि हवदालय परबिन सहमहर हवदालय क सभी पकषो को एक साथ जोड रिन म मदद कररी ि और सभी हिरिारको की भावनाओ क अनषरप हवदालय सचालन एव हवकास म भागीदारी परदान कररी ि

भाररीय सहविान क 86 व सिोिन क रिर लगभग आजादी क इरन सालो बाद हिकषा क अहिकार को एक नया आयाम हमला और 1 अपरल 2010 को हिकषा का अहिकार अहिहनयम mdash 2009 (आरटीई) लाग हकया गया इस अहिहनयम क रिर िर एक बचच को जो 6 ndash14 वषत का ि उस हनिषलक एव अहनवायत हिकषा पान का अहिकार परापर ि

इस अहिहनयम क िि 21 म एक ऐसी सहमहर को गहठर करन का परसराव रिा गया हजसम हवदालय अहभभावक और समाज की परतयकष भागीदारी िो इसक सा थ िी यि भी सषहनहशच र हकया गया हक इस सहमहर म मारा-हपरा अहभभावक एव हिकषक हिकषा क कषत म कायतरर वयहzwjतर जन परहरहनहि आहद की भागीदारी भी िो हजस हवदालय परबिन सहमहर का नाम हदया गया ि

हवदालय परबिन सहमहर का गठन एक ऐसी सामाहजक ससथा क रप म हकया गया जो हवदालय म हवकास क साथ-साथ हवदालय क लकयो व उदशयो को परापर करन की हदिा म हवदालय को हनररर मागतदितन द इसक साथ िी हवदालय को एक लोकराहतक एव सामाहजक ससथा क रप म परहरहषठर कर

हवदालय परबिन सहम हर की आवशयकरा हनमनहलहिर कायणो िरष िोरी ि mdash

bull हवदालय म आिारभर सषहविाओ की समषहचर वयवसथा व रिरिाव क हलए

bull हवदालय क हवततीय हनयोजन की दिरि व हनयतण क हलए

bull हवदालय को समाज स जोडकर रिन क हलए bull हवदालय क हवकास की योजना बनान क हलए bull हवदालय की आवशयकराओ की माग सिी

मवदालय पबधन समममत की भममका एव कायष

हवकरम कष मार

4

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 25

पटल (सरकारीसथानीय हनकाय) पर परसरषर करन क हलए

bull हवदालय म हिकषा की गषणवतता सषहनहशचर करन क हलए

मवदालय पबधन समममत की सथापना व रपरखा हिकषा का अहिकार अहिहनयमmdash 2009 क िि 21 म हवदालय परबिन सहमहर का गठन हकया गया ि हजसम हवदालय सहमहर क सदसयो की सहमहर सषझाइत गइत ि हवदालय इसी आिार पर अपनी जरररो क अनषसार सदसयो को िाहमल करर ि

इस सहमहर का अधयकष हवदालय का परिानाचायत िोरा ि हवदालय म पढन वाल हवदाहथतयो क मारा-हपरा इस सहमहर क सदसय िोर ि एक चयहनर व मनोनीर परहरहनहि जो हिकषा क कषत म कायतरर वयहzwjतर िो वि भी इस सहमहर का सदसय िोरा ि सथानीय हवकास अहिकारी या परहरहनहि को भी सदसय क रप म िाहमल करर ि हवदालय क एक हिकषक को िाहमल हकया जारा ि जो सहमहर का सयोजक िोरा ि रीन ऐस सदसय िोर ि जो हवदालय म गहणर हवजान और सामाहजक हवजान क हिकषक िोर ि और इनि आमहतर सदसय किा जारा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201826

हवदालय यि धयान रिरा ि हक चषन गए कष ल सदसयो म 50 परहरिर महिलाए एव 75 परहरिर हवदालय म पढन वाल बचचो क अहभभावक अवशय िो

हवदालय परबिन सहमहर का कायतकाल अहिकरम दो वषत का िोरा ि दो वषणो का कायतकाल पणत िोन पर इस सहमहर का पषनगतठन हकया जारा ि सहमहर म उन अहभभावको को भी िाहमल हकया जारा ि हजनक बचच हविष आवशयकरा वाल िो आहथत क कमजोर वगत क अहभ भावको को भी सहमहर का सदसय बनाया जारा ि

मवदालय पबधन समममत क कायषहवहभ नन राजयो क हवदालय हनिषलक एव अहनवायत हि कषा को धयान म रिर िए अपन अनषसार अपन हवदालय परबिन सहमहर क कायत हनिातरण करर ि िोिाथथी दारा हदलली क कष छ (20 सरकारी हवदालय) हवदालयो का सवदकषण हकया गया और िर हवदालय स 5 हवदालय परबिन सहमहर क सदसयो का साकषातकार हकया गया हजसम यि पाया गया हक हदलली क सरकारी सकलो म हवदालय परबिन सहमहर क हनमनहलहि र कायत ि mdash

bull हवदालय म काम सषचार रप स िो इसम सियोग दना

bull अहभभावक व सरकषक क साथ हनयहमर रप स बठक करना और बचचो क बार म उपयषzwjतर सचना दना

bull हवदालय क वारावरण को परभावी बनाना हजसस अधयापक एव बचच हनयहमर रप स सिी समय पर हवदालय म उपहसथर िो सक

bull हवदालय म आस-पास क सभी बचचो का दाहिला और उनकी उपहसथहर सषहनहशच र करना

bull हिकषा अहिकार अहिहनयम क अरगतर बचचो क अहिकारो का हनरीकषण करना

bull हवदालय म हदए जान वाल मधयाहन भोजन एव पठन सामगरी की वयवसथा एव उसक सिी परयोग म सियोग करना

bull हकसी भी ररि का अनषदान जो अनय सोर स परापर हकया गया िो उसका सिी उपयोग करना

bull हिकषा का अहिकार अहिहनयम िि ndash 27 क अहरररzwjतर अधयापको पर अनय हकसी गर-िहकष क हज ममदाररयो का भार न िो उसका हनरीकषण एव उस सषहनहशचर करना

bull अनषसची म हदए गए मानको और मापदिो क अनषकरण का हनरीकषण करना

bull बचचो क अहिकारो क बार म आस-पास क लोगो को आसान व रचनातमक ररीक स बराना

bull इस बार का भी हनरीकषण करना हक हदवयाग बचचो को हवदालय म नामाकन और दाहिला सबिी सषहविा हमल और व अपनी परारहभक हिकषा परी कर सक

bull हवदालय हवकास योजना समय पर रयार करना और सषझाव दना

मवदालय पबधन समममत की बठकिोिाथथी दारा हदलली क कष छ हवदालयो क सवदकषण क दौरान यि पाया गया हक हदलली हि कषा हनदिालय न सकल परबिन सहमहरयो की िहzwjतर यो म वहधि क हनमनहलहि र हदिा हनददि हदए ि mdash

bull हवदालय परबिन सहमहर की बठक माि क परथम एव ररीय िहनवार को आयोहजर िोगी

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 27

यि भी किा गया ि हक हवदालय अपनी सषहविा अनषसार बठको क हदन म पररवरतन कर सकर ि

bull हवदालय परबिन सहमहर की बठक हवदालय समय स पिल या बाद म िोगी राहक हिकषक ककषा स अनषपहसथर न रि साथ िी वररषठ हिकषक को बठक क सयोजक का भार सौपा जारा ि

bull हवदालय परबिन सहमहर क सयोजक या अधयकष दारा टलीफोन माधयम स िी बठक िषर िोन क कम स कम 24 घट पवत अहिसहचर करना िोगा राहक सिी समय पर सदसय बठक म भाग ल सक

bull बठक क सचालन की हजममदारी अधयकष की ि यहद हकसी कारणवि अधयकष ऐसा करन म असफल रिर ि रो उपाधयकष भी बठक बषला सकर ि राहक सहमहर का कोई काम न रक

bull गर-अनषसहचर बठक का अनषरोि रभी हकया जा सकरा ि जब 13 सदसय हलहिर रप स अनषरोि दग और सपषट हवहनहदतषट कायतसची िो अधयकष को अनषरोि क 7 हदनो क अदर सहमहर को इस ररि की बठक बषलाना िोगी हजसस आपारकालीन पररहसथहरयो स हनपटना आसान िो सक

bull हजन हवदालयो म दो हिफट चलरी ि परतयक वकहलपक माि म उन हवदालयो म बठक सषबि एव िाम को हवदालय परबिन सहमहरयो की सयषzwjतर बठक िोगी राहक समनवय सषहनहशच र हकया जा सक और आपस म भवन स सबहि र हकसी भी ररि की कहठनाइयो को दर हकया जा सक

मवदालय म मवदालय पबधन समममत का दौरा मिका का अमधकार अमधमनयि mdash 2009 क अरगतर हवदालय परबिन सहमहर दारा हवदालय म िो रि कायणो की हनगरानी की हज ममदारी हवदालय परबिन सहम हर क सदसयो को दी गई ि

हवदालय परबिन सहम हर क सदसय हवदालयी समय क दौरान हवदालय का दौरा कर सकर ि पर इसस हवदालय क काम (ककषा पराथतना-सभा िल का मदान आहद) म हकसी भी परकार की बािा न िो साथ म अगर कोई सदसय हवदालय आरा ि रो उस हवदालय परबिन सहम हर रहजसटर म िसराकषर करन िोर ि हवदालय परमषि को अपनी उपहसथहर क बार म सहचर करना िोरा ि

छाताओ क हवदालय म हवदालय परबिन सहम हर की कवल महिला सदसय िी दौरा कर सकरी ि जबहक सि-हिकषा वाल हवदालय म महिला व पषरष दोनो म स कोई भी हवदालय का दौरा कर सकर ि

अमभलखो का मनरीकषण एव वयय की जाच हवदालय परबिन सहम हर क हकसी भी सदसय दारा हलहिर रप म अनषरोि करन पर हवदालय स सबहिर हकसी भी अहभलि क बार म पछा जा सकरा ि साथ िी यि हवदालय क परमषि की हज ममदाररया ि हक वि अहभ लि दिन क अनषरोि पत की परहरहलहप पर पावरी द रथा वि 3 हदन क अदर अहभलि (ररकॉित) उपलबि करवाए हि कषा अहि कार दारा जारी हकए गए इस कदम स सदसयो क बीच म उनकी भहमका और हज ममदाररया की जागरकरा को बढावा हदया

पराथमिक मिकषक जलराई 201828

जा सकरा ि साथ िी हवदालय स सबहि र अनय सभी समसयाओ का समय रिर समािान भी हकया जा सकरा ि

हवदालय परबिन सहम हर की बठक सहिर हवदालयो म हकए गए सभी वयय की ररपोटत हवदालय परबिन सहम हर की बठक म परसरषर की जानी चाहिए साथ िी हवदालय परबिन सहम हर बठक म हवदालय क भवन व उनक अनषरकषण म वयय क हबल परसरषर हकए जान चाहिए हवदालय परबिन सहमहर क सदसयो को यि अहिकार ि हक व वयहzwjतरगर रप स मरममर अनषरकषणो या िरीदी गई सपहतत की जाच कर सकर ि राहक कायणो एव हकय गए वयय म पारदहितरा बनी रि एव यि जाच िो सक हक वयय सिी जगि व अहनवायत कायणो क हलए िी िआ ि

मवदालय पबधन समममत दारा मशकषण म भागीदारीहवदालय परबिन सहम हर को सिzwjतर हकया गया ि हक व उन बचचो की पिचान कर जो अपनी उमर क अनषकल निी सीि पा रि ि

हवदालय परबिन सहम हर हवदालय म िहकष क रप स कमजोर बचचो की मदद क हलए हवदालय पररसर म हविष परहिकषण रथा उपचारी हिकषा कायतकरम का आयोजन कर सकर ि इसका पराविान आरटीई 2009 म हकया गया ि

मवदालय पबधन समममत क सदसयो को हzwjाना हवगर कष छ वषणो म बिर सार िहकषक अनषसिानो स यि बार हनकल कर आई ि हक सहमहर म कष छ एक

सदसयो की बठक म अनषपहसथहर हवदालय परबिन सहम हर क कायणो म बािाए िालरी ि हदलली सरकार न अपन हनददिो म सहमहर क उन सदसयो को िटान का भी पराविान रिा ि जो हवदालय परबिन सहमहर म अनषपहसथ र रिर ि

हवदालय परबिन सहम हर क कष ल सदसयो म स 50 परहरिर सदसयो की सिमहर स सहमहर क सदसयो को िटायाबदला जा सकरा ि साथ िी अगर हवदालय परबिन सहम हर का उपाधयकष लगारार रीन हवदालय परबिन सहम हर बठक म अनषपहसथर रिर ि रो हवदालय परबिन सहम हर क 23 सदसयो का परसराव पास कर उनि हवदालय परबिन सहम हर क उपाधयकष पद स िटाया जा सकरा ि

मवदालय पबधन समममत को और बहतर बनान क मलए सझाव िोिाथथी दारा यि पाया गया की हवदालय परबिन सहमहर का गठन हवदालय क हवकास क साथ-साथ सामाहजक परीकषण लोक भागीदारी एव लोक सिzwjतरीकरण क हलए परभावी कदम ि रथा इस भागीदारी को और सिzwjतर करन क हलए कष छ ठोस कदम और उठाए जा सकर ि जस mdash

bull सभी सदसयो को अपनी भहमका और हज ममदाररयो की परी जानकारी िो

bull घर म बचचो क हलए एक अचछा मािौल अचछा हवदालय बनाना अचछा ककषा ककष बनाना एव बचचो क हलए एक अचछा समषदाय बनाना िी हवदालय परबिन सहमहर का लकय िोना चाहिए

bull उन चीजो पर धयान दना जस mdash हवदालय म zwjतया ि जो बिर अचछी निी ि ऐसा zwjतया ि जो

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 29

हवदालय अचछा निी कर रिा या िम हकसम पररवरतन करन की आवशयकरा ि अथवा िम हकन अवसरो का लाभ उठा सकर ि िम अचछी ररि zwjतया कर सकर ि

bull आवशयकराओ की पराथहमकरा हनहशचर करना एव उदशय हनिातररर करना

bull कायत योजना का हनमातण करना हजसम कौन स काम कस कब और हकन-हकन ससािनो दारा पणत हकय जाए िाहमल िोन चाहिए

bull सदसयो की पणत भागीदारी रथा उनकी सिमहर परापर करना इसम सहमहर दारा बनाइत

गइत योजनाओ को लोगो स साझा करना एव लोगो को पररशम क हलए उतसाहिर करना िाहमल ि

bull हकसी भी कायत योजना को चरणबधि ररीक स परा करना एव कायत योजना का अनषवीकषण करना और जब आवशयक िो सषिारातमक कदम उठाना

bull कायत परगहर क बार म ररपोटत करना और असफलरा पान पर उतसव मनाना हजसस सदसयो म परोतसािन एव कायणो को परा करन का उतसाि बना रि

सदभषएसटईन-जवाईस 2001 सकल ल फमिलरी एड कमयमनरी पा यानरमिप मपपयररग एडलकसया एड इमपलमग सकल लस वसट वय परस

कॉलरािो कष मार हवकरम 2013 ए सडरी ऑफ सकल ल िनजि किरी कनसरीयड अडर आररीई अमध मनयि ndash 2009

जाहमया हमहललया इसलाहमया नयी हदललीमदललरी मनिलक ए अमनायया मिका अमधमनयि ndash 2009 कानन परपत स 520ndash533भारर सरकार मनिलक ए अमनायया मिका अमधमनयि ndash 2009 भारर सरकार नयी हदलली

एसरोमसए परोफसर िीईएसएम एनसीईआरटी नयी हदलली 110 016

मवजान-गीत सगीत की शमकत दारा मवजान का पभावी मशकषण

रहच वमात

हि कषक समाज की सवातहि क सवदनिील इकाइत ि हि कषक का कायत समाज म वषणो स सममानजनक रप स दिा जारा रिा ि एक हि कषक का कायत बिआयामी ि वि बचचो म छष पी िइत परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि िम सभी लोग यि भी मिसस कर रि ि हक समाज म स सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि इसहलए हि कषक हि कषा की गषणवतता कसौटी पर ि रथा इनक योगदान पर भी परशन हचहन लग रि ि उपरोzwjतर सदभत म हि कषको की जवाबदि की माग उठन लगी ि यहद िम हि कषको को उनक वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना ि रो हि कषा वयवसथा म ऐसा वारावरण बनाना िोगा जिा व सवय उततरदाहयतव लना पसद कर लहकन हि कषको की जवाबदिी सषदढ और सषहनहशच र करन स पिल उनक हलए एक वारावरण रयार हकया जाना चाहिए हजसका उललि इस लि म हकया गया ि यि लि हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया म हवजान गीरो क परयोग एव उनकी उपयोहगरा को परसरषर कररा ि अर यि सपषट कररा ि हक हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया को हवजान गीरो दारा कस रहचकर बोिगमय और सरस बनाया जा सकरा ि साथ िी यि लि यि भी दिातरा ि हक इन गीरो क माधयम स न हसफत वजाहनक रथयो क परहर समझ हवकहसर िोरी ि वरन मानवीय मलय एव अनय कषमराओ का भी हवकास िोरा ि जो बचच क सवाइगीण हवकास का आिार बनरी ि

हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया की जब भी बार चलरी ि रो एक मितवपणत हबदष सामन आरा ि और वि ि सहकरय भागीदारररा का चाि वि हकरयाकलाप क माधयम स िो हवचार-हवमित या हकसी परोजzwjतट पर कायत करर िए िो हवजान हि कषण का उदशय ि करक दिना और अनषभवो स सीिना य िबद िाका परसरषर करर ि एक आदित हवजान ककषा का

लहकन वसरषहसथहर इसस किी हवपरीर ि हवजान की ककषा मात अकषर जान की सीमाओ म बि कर रि जारी ि और वि भी बिद नीरसरापणत ढग स कारण अनक ि िर पकष की अपनी दलील एव अपनी समसयाए ि जस mdash सामगरी का अभाव समय का अभाव इतयाहद ि लहकन पररणाम एक िी ि और वो ि हवजान सीिन और समझन क परहर बचचो का रवया बोहझल िो जाना

5

विजञान-गीत mdash सगीत की शवzwjतत दञारञा विजञान कञा परभञािी वशकषण 31

हवजान हिकषण-अहिगम को रहचकर बोिगमय और सरस कस बनाया जाए इस पर काम िोरा रिा ि इनिी परयासो म एक कडी और जषडी जब हवजान गीरो का हनमातण हकया गया हवजान-गीर zwjतया ि यि परशन उठना सवाभाहवक ि

कया ह मवजान-गीतहवजान-गीर स रातपयत ि हवजान की हवषय-वसरष को कहवरा पदाि या िषन क साथ हकसी गीर क रप म परसरषर करना याहन हवषय-वसरष क नीरसरापणत परसरषरीकरण को जीवर रप दना यि हवजान की हवषय-वसरष और सगीर कला का समनवय ि कला का सवय का सवभाव वजाहनक ि हवजान और सगीर दोनो िी एक वयवहसथर अधययन ि रो दोनो क समनवय का परभाव भी वजाहनक िोना सवाभाहवक ि सगीर क परभाव क बार म किन हक आवशयकरा निी ि महसरषक और मन दोनो िी इसस अछर निी रिर ि सजानातमक हवकास क साथ भावनातमक कलातमक एव सजनातमक हवकास इसका पररणाम ि अररः यि बचच क मनोवजाहनक सरर को परभाहवर करन का माधयम ि

एक रथय यि भी ि हक हबना भाषा क गीर का अहसरतव निी िो सकरा सभवरः भाषा का हवकास भी इसक परहरफल क रप म परकट िोना सवाभाहवक ि जो हक हिकषा वयवसथा की मषि बाए िडी एक चषनौरी ि िोि क आकड बरार ि हक उचच पराथहमक सरर रक बचच की भाषा पर पकड कमजोर नजर आरी ि रो यि माना जा सकरा ि हक हवजान-गीर वो सािन ि जो हवजान भाषा और कला को सीचरा ि जिा

भाषा और कला का मल िो विा ससकहर भी अछरी निी रिरी याहन िमारी सासकहरक िरोिर को जीवर रिन म हवजान-गीर कारगर भहमका हनभा सकर ि

मवजान-गीत का औमचतय िकीकर म यहद दिा जाए रो हवदालयो म परयोगिाला एव अनय सषहविाओ का सरर कइत बार सरोषपरद निी िोरा ि इसी का नरीजा ि हक हवजान को पढन-पढान की कला बिद नीरस ररीक स हकराबो क अकषरो को बाचन एव उनको हसफत समरण कर लन रक सीहमर िो जारी ि इसका पररणाम िमस छष पा निी ि िोि इिारा करर ि हक बचचो म हवजान हवषय क परहर भय एव अरहच रिरी ि

अहिगम परहकरया की मल जररर ि हिकषण हवहियो म हवहविरा एव नवाचार िमार परयास रिर ि हिकषण हवहि क उन नवाचरो की ओर जो बचच को आनदमयी अनषभहर क साथ सीिन की परहकरया

कला हवजान

सगीर

हवजान सगीर

पराथमिक मिकषक जलराई 201832

स जोड सक और परररर कर सक हवजान गीर ऐसी िी अनषभहर का उदािरण ि

वहदक काल का समरण कर रो पाएग हक शवण हकरया म हिषय को गषर दारा समपरहषर जान का एकागररापवतक शवण करना िोरा था राहक अगल पद क हलए सवय को मानहसक रप स समथत बना सक गषर दारा हकए गए वाचन का सवरप सगीरमय िोरा था सभवरः यि हिषयो की एकागररा एव रहच बनाए रिन का परयास िोरा था

ककषायी अनभव उचच पराथहमक सरर पर बचच िारीररक मानहसक और मनोवजाहनक हवकास की मितवपणत हसथहर स गषजर रि िोर ि उनकी अपनी सोच अपनी इचछाए जगि लन लगरी ि साथ िी हसथहर िोरी ि असमजस की मन चािरा ि िलन-कदन गान-गषनगषनान कष छ मजदार करन को लहकन हकराबो स दोसरी मजबरी लगन लगरी ि साथ िी चारो ररफ स हमलन वाल हदिा हनददिो क बीच एक दबाव मिसस िोन लगरा ि ऐस म सगीर एक औषहि स कम पररीर निी िोरा वस भी सगीर को रनाव दर करन का सबस कारगर उपाय माना गया ि यहद ऐस म पढन-पढान क ररीको म सगीर को एक माधयम बना कर उपयोग हकया जाए रो zwjतया बचचो की अनचािी और हबन-बषलाई समसयाओ स लडा निी जा सकगा यि रो िम सभी जानर ि हक हवषय वसरष का परसरषरीकरण मायन रिरा ि

कष छ हवजान-गीरो क हनमातण क दारा इसी सोच को रप हदया गया अकसर दिा गया ि हक वजाहनक िबदावली याद रिना एक चषनौरी बन जारी ि ककषा

6 7 एव 8 क हवजान की चषहनदा हवषय-वसरष पर कष छ गीरो को रचा गया ि िबदो का चयन इस सरर क अनषरप िी रिा गया राहक सदि बोिगमय िो िषन का चयन भी इसी आिार पर हकया गया जो सरल और सषगम िोन क साथ बोिगमय भी िो राहक उनि कोई भी बचचा गा और गषनगषना सक और हवषय-वसरष को भावपवतक परसरषर कर सक zwjतयोहक मषखय उदशय हवषय-वसरष की समझ बनाना ि अरः गीरो को सदिो क साथ जोडा गया ि जो वाचन मनोरजक नाटक धवहन परभाव इतयाहद दारा परसरषर हकए गए हवजान क साथ मलय भी जषड ि इन गीरो को मानवीय मलयो स भी जोडन का भी परयास हकया गया ि

हिदी और अगरजी दोनो भाषाओ म गीरो का हनमातण हकया गया इन गीरो का मलयाकन भी हिकषको और बचचो क बीच म हकया गया सयोग स इन गीरो क गायक भी अहिकािरः हवजान क छात रि हजनक अनषभव किर ि हक ऐस गीरो का हनमातण सीिन की परहकरया म वसरषरः सिायक ि

महदी गीतधातरओ स पहचान यि गीर आिाररर ि िारषओ क भौहरक गषणिमणो पर इसक माधयम स बचच जान सक ग हक िारषओ की शणी म आन वाल पदाथणो म कष छ िास गषण िोर ि हजनस उनकी पिचान की जा सकरी ि इन गषणो क हलए हविष िबदावली भी ि य िबद उचचारण की दहषट स हzwjतलषट पररीर िोर ि जस आघारवितनीयरा एव रनयरा गीर की सरसरा क माधयम स इनक उचचारण को सरल बनान का परयास ि

विजञान-गीत mdash सगीत की शवzwjतत दञारञा विजञान कञा परभञािी वशकषण 33

गयी उनिोन गीर क माधयम स zwjतया सीिा कष छ परशनो क माधयम स इसका उततर ढढा गया उनि गाना zwjतयो पसद आया जानन की कोहिि की गई कौन स भाग उनि कम पसद आए और zwjतयो इस पर भी चचात िई गीर म आई वजाहनक िबदावहलयो पर चचात की गई इसी पररचचात स हिकषण हबदषओ को हनकालर िए हवजान क जान को जोडा गया एक अचछी बार यि थी हक इस परी परहकरया क दौरान बचचो की भरपर भागीदारररा और हजजासा दिन को हमली

गीतो का उपयोगगीरो का उपयोग भी अपन आप म चषनौरीपणत ि zwjतयोहक उदशय हवजान क परहर समझ का हवकास करना ि हजरनी सजनातमकरा गीरो क हनमातण म लगी ि उरनी िी गीरो क उपयोग म भी वाहछर ि िर गीर का परसरषरीकरण हवषय वसरष की जररर क अनषसार हनिातररर करना िोगा जस mdash परसरावना क रप म मािौल बनान क हलए कहठन िबदो क उचचारण क हलए हवषय वसरष क सरलीकरण क हलए इतयाहद

इसी क साथ जररी निी गीर एक िी बार म परा बजाया सषनाया जाय इस छोट-छोट टषकडो म बाट कर अलग-अलग गहरहवहियो क साथ भी सोचा जा सकरा ि जस कोई िल हिलार समय या कोई हकरयाकलाप करार समय भी गीर बजाया जा सकरा ि गीरो क साथ अनय गहरहवहिया जोडी जा सकरी ि जस mdash गीर पर मयहज कल चयर िल हिलाया जा सकरा ि कीडयास पर गीर को रोका जा सकरा ि और बीच म उस पर चचात की जा सकरी ि बचचो को गीर हलिन क हलए परोतसाहिर हकया जा सकरा ि हवदालय क वाहषतकोतसव म इन गीरो पर कायतकरम

धातओ स पहचान

अपन चारो ओर दिो हकरनी िारषएपिचान कर िम कस कौन सी ि िारषए

रग अनोि इनक दिो कस हदिरी ि िारषएकोई सलटी (हजक) रो कोई लाल (राबा) कोई

पीली ि िारषए (सोना)ठोस रिव या गस हकस अवसथा म ि िारषए

सच बराए रो जयादारर कठोर अवसथा म ि िारषएचमक स दिो कसी हनिरी ि य िारषए

िाहतवक चमक क कारण िी सरािी जारी ि िारषएरनयरा क गषण को समट ि िारषए

रभी रो रारो क जजाल को बना पारी ि िारषएआघारवितनीयरा ि पिचान हजनकी विी ि िारषए

चादरो म फली छटा ि इनकीऐसी िबसरर ि िारषए

राप व हवदषर स दोसरी भी जोड िए ि िारषएइन दोनो क परवाि को भी झलरी ि िारषए

और पिचान zwjतया कराए गषणो की िान ि य िारषएिमार जीवन को सषगम व सरल बनारी य िारषए

अपन चारो ओर दिो हकरनी िारषएपिचान कर िम कस कौन सी ि िारषए

इस गीर को ककषा म अनक गहरहवहियो क साथ परसरषर हकया गया सबस पिल बचचो को गीर सषनान क हलए मािौल बनाया गया उनि गीर क साथ राली बजान टबल पर राल दन और साथ गषनगषनान क हलए परररर हकया गया राहक व गीर क साथ जषड सक इस परकार गीर क बाद चचात परारभ िई हजसम सगीर हवजान मलयो पर उनकी राय मागी

पराथमिक मिकषक जलराई 201834

पररणादायी िोगा जो दि निी सकर लहकन गषनगषना सकर ि zwjतलीवलि मयहजयम ऑफ नचषरल हिसटी (Cleveland Museum of Natural History) न गीरो क हनमातण की इस हवहि का परभाविाली उपयोग उचच सरर क हवदाहथतयो क साथ हकया यि हवहि मलयाकन िरष भी उपयोग म लायी जा सकरी ि

गषनगषनाए गए िबद कभी न भलन वाल अनषभव बन जार ि और यिी हवजान गीरो क साथ सभव ि सकषप म कि रो इस अनषपरयोग स सभवरः उन समसयाओ का समािान िम ढढ सक ग जो वयाविाररक जान को हवजान स जोडरी ि पढाई जो बोझ मिसस िोन लगरी ि उस गीरो क माधयम स कणतहपरय बना कर एक पथ दो काज की किावर चररराथत कर सक ग अरोगतवा हवजान क परहर समझ हवकहसर िोन क साथ िी सवाइगीण हवकास क अवसर परदान कर सक ग

परसरषर हकए जा सकर ि आईसीटी का चलन हिकषा जगर म सरािनीय भहमका हनभा रिा ि इन गीरो का परसरषरीकरण चलहचतो क दारा परभाविाली रप म हकया जा सकरा ि

हवजान म परोजzwjतट हवहि सरािनीय ि रो zwjतयो न एक परोजzwjतट मिषर सवर लिररयो को हदया जाय बचच िषद हकसी हवषय को चषनकर उस पर गान क बोल और िषन बनाए सभवरः इस कायत क हलए हवषय का गिरा जान और समझ जररी ि हवषय वसरष स सबहिर जानकारी व सवय एकहतर कर बोल बनाएग रथा इसकी ररकॉहिइग भी िषद िी कर सकर ि यि एक नए कौिल क हवकास म भी सिायक िोगा इस परहकरया म हवषय क परहर समझ एव पयातवरण स उसका सबि समझ पान म उनि सिायरा हमलगी इस परकार का पररयोजना कायत ऐस हवदाहथतयो क हलए

सदभष एनसीईआरटी 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदललीmdashmdashmdash 2017 lsquoमजान गरीत िजररीrsquo उचच पराथहमक सरर Audio DVD एनसीईआरटी दारा हनहमतर नयी हदललीmdashmdashmdash 2017 lsquoसाइनस िलरोडरीजrsquo उचच पराथहमक सरर Audio DVD एनसीईआरटी दारा हनहमतर नयी हदलली

अधयामपका आईआईटी नसतरी सकल नयी हदलली 110 016

भाव मानहसक हसथहर को परभाहवर करन वाल िोर ि रथा िारीररक या मानहसक उततजना क समय सदा हकरयािील िोर ि जहवक या मनोवजाहनक पररको की ररि भाव वयविार को हकरयािील एव हनददहिर कर सकर ि भावातमक वयविार अहभवयहzwjतर और मानहसक परहरहकरयाओ का परसपर हमशण ि मनोभाव का िारीररक पकष हवहवि िारीररक गहरयो जस mdash हकनिी हविष गरहथयो क साव रzwjतर पररभरमण म रीवररा रीवर हदय सपदन आहद म परकट िोरा ि विी दसरी ओर मानहसक भाव करोि भय दषि और आनद म फहलर िोर ि इसहलए यि आवशयक ि हक इनि हनयहतर हकया जाना चाहिए हजसक हलए बचचो को भावातमक हसथररा हवकहसर करन क हलए हकरयाए करवानी चाहिए उनि भावातमक रप स अवशय पररपzwjतव िोना चाहिए भावातमक पररपzwjतवरा का रातपयत यि निी ि हक जीवन म भावनाओ और मनोभावो का अभाव िो भाव जीवन क पररक ि और जीवन को जीवन क योय बनार ि परसरषर लि म बचचो क भावातमक हवकास पर चचात की गयी ि

भाव िबद अगरजी क इिरोिन िबद का हिदी रपाररण ि इिरोिन िबद की उतपहतत लहटन भाषा क इिरोमयर स िई ि भावो स आिय महसरषक की उस अवसथा स ि जो वयहzwjतर को उततहजर कर दरी ि और रब उस पर भाव का परभाव पडरा ि और वयहzwjतर उततहजर िो जारा ि जब िम बचचो म भावातमक हव कास की बार करर ि रो पार ि हक बचच अनक हवहभनन भावातमक परहरहकरयाए वयzwjतर करर ि कई बार व उततहजर और उललाहसर िोर ि रो कभी दषिी

और उदास िोर ि और कभी हकसी कषण व करोि परदहितर करर ि भावातमक वयविार अहभवयहzwjतर और मानहसक परहरहकरयाओ का परसपर हमशण ि भावातमक अहभवयहzwjतर का मानहसक पकष हविषकर मानहसक भावो जस mdash करोि भय दषि और आनद म फहलर िोरा ि भावो का िारीररक पकष हवहवि िारीररक गहरयो जस mdash हवहिषट गरहथयो स साव रzwjतर पररभरमण की रीवररा रीवर हदय सपदन पसीना आना आहद म अहभवयzwjतर िोरा ि

भावातमक मवकास

पनम

6

पराथमिक मिकषक जलराई 201836

भावातमक मवकास का करम यहद िम सकल जान वाल हकसी बचच क भावो को समझना ि रो उसक आरहभक वषणो क भावातमक हवकास पर हवचार करना आवशयक ि कभी-कभी िम दिर ि हक नवजार हििष इस ररि वयविार करर ि जस व हिसक रप स उततहजर ि इस परकार क उतसािी वयविार का अथत उसक भावो की रीवररा स ि हजसका रातपयत यि ि हक आरहभक काल क अनषभव भी उरन िी रीवर िो सकर ि हजरन हक वहधि क बाद की अवसथा म

बचच हवकास क दौरान परचषर और हवहवि भावातमक अनषभव परापर करन म सकषम िोर ि जनम स 2 वषत रक की आयष म बचच को हवहवि अनषभव परापर िोर ि इसी समय वि अनक भावातमक अनषभवो स िोकर गषजररा ि जो जीवन क परहर उसक दहषटकोण को परभाहवर करर ि

मषखयर जनम क समय सामानय उततजनाए मषखय रप स उसकी भि और सषहविाओ स सबहिर िोरी ि लहकन 2ndash3 मिीनो क बाद बचचा उललास क साथ वयथा क हनहशचर सकर परकट करन लगरा ि और 6 मिीन रक हवहभनन परकार क परोतसािनो क अनावर िोन क साथ बचचा भावो की अनय घटनाओ जस mdash अपन कषट या असषहविाओ को परकट करन लगरा ि उसम भय हनरािा और करोि हवकहसर िो जार ि अपनी आवशयकराओ की सरषहषट स उस परसननरा हमलरी ि और जब रक वि एक वषत परा कररा ि उसकी यि परसननरा अपन आपको परम स हभनन कर लरी ि इस परकार स जस-जस बचचा बढरा ि वि अनय लोगो की

भावनाओ को पिचानन लगरा ि और उनक परहर सपषट रप स परहरहकरयाए वयzwjतर करन लगरा ि इस परकार स बचच अपनी कषमरा क अनषसार भावातमक भावो को वयzwjतर करन क हल ए हवकास सबिी बदलाव परकट करर ि

बाल भावो क लकषण bull भावो की िारीररक अहभवयहzwjतर िोरी ि व

करोि स आगबबला िो जार ि और भय स जड िो जार ि

bull परतयक काल म भाव परकट िोर ि जब बचच को कषषबि हकया जारा ि रो वि करोहिर िो जारा ि

bull भाव हवसरर िोर ि िर का भाव बचचो म सामानयर जागर िो िी जारा ि हजस समापर हकया जा सकरा ि

bull भाव का एक अनय लाकषहणक गषण उसकी सरररा ि लहकन बचचो क भाव अलपकालीन एव पररवरतनिील िोर ि भावो की पररवरतनिीलरा की परकहर एक भाव क अनय भाव म रीवर बदलाव म हनहिर रिरी ि उदािरण क हलए िसी स आसषओ म करोि स मषसकष रािट और ईषयात स परम म

bull बचचो क भाव रीवर िोर ि बचचो म भावो क सिसा परसफोटन की परवहतत िोरी ि उदािरण क हलए यहद कोई बचचा रोरा ि रो वि बिर जोर स रोरा ि और आसानी स सभलरा निी ि

bull भाव सजनातमक भी िोर ि रथा हवनािातमक भी

बचच िसर ि रोर ि भय करोि और परम भी परकट करर ि इन भावातमक अहभवयहzwjतरयो क माधयम स बचच अनय वयहzwjतरयो स अपनी बार किन म सकषम िोर ि साथ िी अपन वरतमान

भावातzwjमक ववकास 37

भावो आवशयकराओ और इचछाओ की सचना उन रक पिचा सकर ि मषसकष रािट हिकन और करोि क परसफोट अनक सामाहजक कायत करर ि यिी भावातमक अहभवयहzwjतर सामाहजक सबि बनान म सिायरा कररी ि भावातमक परदितन क दारा हििष और छोट बचच अपनी इचछाओ और आवशयकराओ को सपरहषर कर सकर ि हकसी वयहzwjतर क भावातमक हवकास का उसकी िषिी पर गिरा परभाव पडरा ि

मनोभाव सजनातमक िोर ि और हवनािातमक भी य वयहzwjतर को बचन या हचहरर करर ि रथा जीवन म उतसाि भी भरर ि हििष पालन क अभयास का उदशय ऐस वयहzwjतरयो को रयार करना ि जो ददत दषि और हनरािा का सामना कर सक zwjतयोहक जीवन म इनस बचा निी जा सकरा मनोभाव बचच को अानद का रसासवादन करन म सिायरा करर ि जो अपन जीवन काल म हज दगी स हमलरा ि

बालयकाल क सामानय मनोभावभय भय हकसी िररनाक हसथहर स सवरकषातमक पलायन ि मनोवजाहनको और जीव वजाहनको दोनो न िी भय का अचछी ररि स अधययन हकया ि उनक अनषसार भय क दो मौहलक सोर ि पिला रीवर धवहन की आकहसमकरा स भय जागर िो सकरा ि यि भी दिा गया ि हक अचानक राली बजान स भी हििष िर जार ि दसरा अचानक हगरन या सिार क िोन स भय उतपनन िो जारा ि बचच अिकार स भी िरर ि लहकन यि िर सीिा िआ िोरा ि इस परकार का

भय अनषकहलर भय किलारा ि मतयष या गभीर रोग या हनितनरा आहद क अहिकाि भय गलर परहिकषण क कारण कवल जीवनकाल म सीिर ि बिर बार यि भी दिा जारा ि हक अपनी बार मनवान क हलए मारा-हपरा िरावनी चीजो जस भर या अिकार क बार म बार करक अपन बचचो को िरार ि इस परकार क परहिकषण का बचचो पर अतयहिक नकारातमक परभाव पडरा ि

छोट बचचो म भय हवहिषट निी बहलक एक सामानय पररघटना ि यथासमय हकसी वसरष लोग या हसथहर क बार म यि अहिक हवहिषट बन जारा ि मलर उनका भय अिमनयवादी िोरा ि सकल-पवत क वषणो म बचचा सामाहजक अपयि और परहरषठा क नाि स िरन लगरा ि और अिकार का भय पराय अकल िोन क भय स जषडा िोरा ि यि िर अकला छोड हदए जान का या पररतयाग हकए जान का ि

ििवकाल और लगभग पिली ककषा क समय क बीच अहिकाि बचच पिषओ स िरर ि लहकन िीर-िीर अपन पयातवरण म पिषओ स पररचय िोन क बाद यि िर कम िो जारा ि

पम बचच क सामानय हवकास क हलए परम की मिरी आवशयकरा ि वि परम करना और परम पाना चािरा ि वि इस ससार म दसरो पर पणतर हनभतर िोकर आरा ि कष छ िद रक उसकी यि हनराशयरा उसकी िहzwjतर ि zwjतयोहक यि दसरो को उसकी रकषा और दिभाल क हलए परररर कररी ि बचच की दिभाल करन क इसी भाव क कारण मारा (पररवार क अनय सदसय भी बचच को हिलारी-हपलारी ि और उस लाड-दषलार दरी ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201838

मारा दारा उसकी यि दिभाल उसक परम को परभाहवर कररी ि परम की भावनाए परसपर िोरी ि मारा-हपरा को अपन बचचो क परम की आवशयकरा िोरी ि और बचचो को भी अपन मारा-हपरा का पयार चाहिए िोरा ि परम सषि की परहरहकरया ि बचच का वयहzwjतर या वसरष क परहर परम उसक साथ अपन सबि स परापर िोन वाल सषि की अनषभहर क कारण उतपनन िोरा ि

परम का भाव बचच क वयहzwjतरतव क हवकास म अतयर मितवपणत भहमका का हनवाति कररा ि हजस बचच क परम का मनोभाव पणतर सरषषट िोरा ि वि भायिाली िोरा ि और उसक वयहzwjतरतव का सवसथ ढग स हवकास िोरा ि लहकन दषभात यवि जो बचच परम स वहचर रि जार ि व मानहसक दषबतलरा क साथ कमजोर वयहzwjतर या अहवकहसर वयहzwjतर बनकर रि जार ि पररष यि भी उरना िी सतय ि हक मारा-हपरा का आवशयकरा स अहिक परम बचचो क जीवन म कई परकार की कहठनाइया उतपनन कररा ि एक सीमा स अहिक परम बचचो को पररवार पर अतयहिक हनभतर बना दरा ि इस परकार हकसी भी परकार क आतमहवशवास क अभाव म बचचा वासरहवक और सच का सामना निी कर सकरा इसक सा थ िी वि वयाविाररक जीवन क पररवि म अपन आपको ढाल पान म असमथत िो जारा ि मारा-हपरा को अपन बचचो को परम करन म सरषलन क परहर साविान रिना चाहिए

बचच क हलए सचच परम का अथत ि हक उसको सवीकार कर हलया गया ि हजस बचच को सवीकार कर हलया जारा ि वि सभी परकार क िर स मषzwjतर िो जारा ि वि चीजो क साथ परयोग करन का िोजन गलहरया करन और परहकरया म सीिन म सकोच का

अनषभव निी कररा वि हकसी िराररपणत कतय या अवजा क कतय म िरा िआ अनषभव निी कररा मारा-हपरा का बचच क परहर परम हजरना अहिक सचचा िोगा उरनी िी अहिक बचच म अनय लोगो को परम करन की परवहतत बढगी

करोध करोि को कषट और ितषरा क परबल भाव क रप म पररभाहषर हकया जारा ि करोि का परसफोटन हिसक िोरा ि जो या रो सवय क परहर या दसरो क परहर िोरा ि ििवकाल स िी बचचा करोि परकट करन म सकषम िोरा ि सामानयर बचचा जब भिा िोरा ि या कोई परिानी िोरी ि रब िी वि करोि परकट कररा ि जस-जस बचच की मानहसक और पररक योयराए पररपzwjतव िोरी जारी ि रो उसक करोि को परोतसाहिर करन क अवसर बढ जार ि जस जब कोई भी वयहzwjतर या बार जो उसकी गहरहवहियो म हवघन िालर ि या उसकी परहरषठा योजनाओ इचछाओ या हवचारो म िसरकषप करर ि जब बचचा दषबतल थका िआ या भिा िोरा ि रब उस िीघर करोि आ जारा ि मारा-हपरा या हिकषक दारा अतयहिक या अनावशयक हनयतण भी कभी-कभी बचच को करोहिर कर दरा ि

बचच क करोि की परवहतत अलपकाहलक िोरी ि एक करोहिर बचच को आसानी स िार हकया जा सकरा ि और उसको सामानय वयविार म पषन लाया जा सकरा ि करोि को पराय िी हवसथाहपर हकया जारा ि इसका अथत ि हक कभी-कभी करोि का कारण बडा िो सकरा ि और उस रषचछ कारण क सबि म अहभवयzwjतर हकया जा सकरा ि उदािरण क हलए बचचा मारा-हपरा क िाटन पर करोहिर िो

भावातzwjमक ववकास 39

सकरा ि लहकन कष छ समय रक िार बना रिरा ि और बाद म हकसी अनय गहरहवहि जस हिलौन फ कन क दारा अपना करोि परकट कररा ि िारीररक रप स हवकर बचचो या हजनको सीिन या समझन म कोई कहठनाई ि व थोड स भी उकसान पर करोहिर िो जार ि

िसरकषप क हवरधि बचच का हवरोि कभी-कभी नकारातमकरा का रप िारण कर सकरा ि सभी सामानय बचच मारा-हपरा की सलाि को अनसषना करक या वि जो उनको करन क हलए किा जारा ि उसक ठीक हवपरीर करक परहररोिातमक वयविार परदहितर करर ि करोि की अहभवयहzwjतर रोना या िलकी रानबाजी म िो सकरी ि जब बचचा बडा िो जारा ि रब वि अपन करोि को परकट करन क हलए कोसन गाली-गलोच करन या कष छ हवकट पररहसथहरयो म अपन-आपको चोट पिचा सकरा ि छोट बचच अपना करोि सामानयर बडो क साथ सियोग करन स मना करक अहभवयzwjतर करर ि कष छ अनय उन लोगो क परहर बदल या घणा की भावना हवकहसर कर लर ि जो उनको करोि न हदलार िो

करोि एक हवनािकारी मनोभाव ि यि महसरषक को अिार कर दरा ि और वयहzwjतर को अपनी पणत योयरा म कायत निी करन दरा इसकी हवनािकारी परवहतत स जीवन म सामजसय की कहठनाइया उतपनन िोरी ि लहकन इसक कष छ सकारातमक पकष भी ि यि ऊजात का िहzwjतरिाली सोर ि करोिी वयहzwjतर अपन परहर हकए गए सभी परकार क अनयाय का हवरोि करर ि व िोषण भरषटाचार और सामाहजक बषराइयो का परहरकार करर ि

रिरोध करो कस मनयमरित करकरोि आिारभर मनोभाव ि इसहलए इसकी उपहसथहर अवशयभावी ि लहकन हनहशचय रप स इस मनोभाव को पयातपर ढग स करन क ररीक ि mdash

bull बचचो को आतमहनयतण हवकहसर करन की हिकषा दी जानी चाहिए

bull करोि को परोतसाहिर करन वाल पररको को पयातवरण स समापर कर दना चाहिए

bull मारा-हपरा व हिकषको को बचचो क परहर सिानषभहरिील और समझदार िोन की आवशयकरा ि और उनि बचचो की आवशयकराओ को परा करन की हसथहर म िोना चाहिए

bull िल म भाविाहर की कषमरा िोरी ि इसहलए िल बचचो म करोि को हनयहतर करन म अतयहिक परभाविाली ि

bull बचचो को रनाव स और हनररर कायत स दर रिना चाहिए

bull छोट बचचो को आदि निी दना चाहिए bull बचच का आतमसममान बनाए रिन क हलए

उसकी परिसा कर

ईरयाया ईषयात एक सवतवयापी मनोभाव ि यि करोि की िी अपवहधि िोरी ि सामानयर यि हवशवास हकया जारा ि हक इस हविष मनोभाव को 2 वषत की आयष म भी अनषभव हकया जारा ि ईषयात रोष का दहषटकोण ि जो दसरो क परहर िोरा ि ईषयात को सामाहजक हसथहरया जनम दरी ि जस mdash जब मारा-हपरा हकसी अनय म अहिक रहच लर ि और उस पर अहिक धयान दर ि रो बचच को ईषयात िोरी ि ईषयात क कई कारण

पराथमिक मिकषक जलराई 201840

िो सकर ि उदािरण क हलए अचछ कपड परीकषा या िल म उपलहबिया उचच सामाहजक-आहथतक परहसथहर हिलौन हिकषक दारा ककषा म अहिक धयान दना दसरो म ईषयात पदा कर सकरी ि ईषयात उगर रप म अतयहिक हवनािकारी िोरी ि एव ईषयात बचचो को बालसषलभ वयविार की ओर ल जा सकरी ि व अवनहर क हचहन परकट कर सकर ि जस mdash अगठा चसना हबसरर पर पिाब करना आहद कभी-कभी उनम ईषयात दसर बचचो स झगडन हचढान िरान-िमकान म हदिाई पडरी ि या अवाछनीय हटपपहणया करन म परकट िोरी ि ईषयाया करो कस मनयमरित कर

bull घर एव हवदालय का वारावरण अनषकल और सिायक िोना चाहिए मारा-हपरा एव हिकषक का उन बचचो क परहर अतयहिक सिानषभहरपवतक दहषटकोण रिना चाहिए हजनि समजन की कहठनाई िोरी ि हजसस हक व कभी असषरहकषर या अपहकषर मिसस न कर

bull बचचो को अनषहचर परम या सनि निी दना चाहिए मारा-हपरा एव हिकषको को बचचो क परहर वयविार म और हिकषा म हनषपकष दहषटकोण हवकहसर करना चाहिए

bull बचचो को बिर आरभ स िी िार या असफलरा को गररमा क साथ सवीकार करन क हलए हिहकषर हकया जाना चाहिए असफलरा पर काब पान क हलए उनको नवीन ऊजात क सचयन क हलए उतसाहिर भी हकया जाना चाहिए

आकामकता आकरामकरा को सामानयर उस वयविार क रप म पररभाहषर हकया जारा ि हजसका परयोजन दसरो को िारीररक मानहसक या वयहzwjतरगर कषट पिचान या

सपहतत को नषट करना िोरा ि इसका उदशय मलर दसरो को कषट पिचाना ि मल रप स आकरामकरा दो परकार की िोरी ि एक ितषरापणत आकरामकरा िोरी ि जो दसर को चोट पिचान क एकमात उदशय स की जारी ि दसरी सिायक आकरामकरा िोरी ि हजसका उदशय पीहड रो को पीडा न िोकर लाभ परापर करना िोरा ि लहकन ितषरापणत और सिायक आकरामकराओ की परहरहकरयाए सषसपषट निी िोरी बचचो म आकरामक परहरहकरयाए िारीररक या िाहबदक िो सकरी ि या नरम या उगर िो सकरी ि बचच पराय करोि का हिसक परसफोट परिार करक काटकर लार जमा क घसा मार क िzwjतका मारकर या िीचरान करक परकट करर ि आकरामकरा सीिी िई परहरहकरया िो सकरी ि यि परकषण क दारा या नकल उरारकर सीिी जा सकरी ि बचच बिर िी कम आयष म अपनी माग मनवान क हलए आकरामकरा का वयविार सीि जार ि और सचचाई यि ि हक हजरनी अहिक बार यि परबहलर िोरा ि उरनी िी अहिक बार यि परदहितर हकया जा सकरा ि

भावातमक मवकास क मलए मवदालय और घर म कया-कया कर सकत ह

bull हिकषक और मारा-हपरा बचचो स बारचीर कर bull बचचो क हलए हिलौन बनाए व िल bull पयार का वयविार कर bull बािर घमन ल जाए व आस-पडोस की जानकारी द bull मारा-हपरा को समझाए हक बचचो को भरपर

पयार द bull हवदालय म ऐसा मािौल बनाए हक बचच दसर

बचचो स हिलहमल कर रि bull बचचो की कषमरा क अनषसार हकरयाए कराए

भावातzwjमक ववकास 41

bull हविष आवशयकरा वाल बचचो को भरपर पयार द रथा उनि उनकी जररर क अनषसार चीज उपलबि करवाए उनि आभास हदलाए हक व भी अपना कायत सवय कर सकर ि मारा-हपरा को समझाए हक व इन बचचो को सवीकार कर और उनि घर की गहरहवहियो म िाहमल कर

bull बचचो को वयसर रि bull उनि सवय करक सीिन क अवसर द bull बचचो क साथ सभी तयोिार िसी-िषिी मनाए bull बचचो को अपनी भावनाओ को वयzwjतर करन का

अवसर द उनकी बार धयान स सषन और बीच म टोका-टाकी न कर उनि िाट निी

बचचो म भावातमक हवकास िो इसक हलए हवदालय म सषहविाए िोनी चाहिए जस mdash हिहकषका बचच को हमटटी क िल किानी का अहभनय करना लय व राल पर नाचना गषहड या का िल जस कालपहनक िल मक अहभनय फल-पतती टिनी आहद स मनपसद आकहर बनाना चॉक स सलट या फित पर आकहर बनाना जसी गहरहवहिया करवा सकरी ि

सदभषवमात परीहर 1979 बाल मकास दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदलली िमात उषा 2017 पल या बालयासरा दखभाल मिका दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदललीmdashmdashmdash 2017 बाल मकास क आयाि दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदलली

नसयाररी अधयामपका आईआईटी नसतरी हवदालय नयी हदलली 110 016

बचच क मनोहवजान को समझर िए हि कषण अहि गम की वयवसथा करना रथा उसकी अहि गम सबिी कहठ नाइयो को दर करना बाल क हरि र हि कषण किलारा ि बाल क हरि र हि कषा क अरगतर बचच की रहच यो परवहतत यो रथा कषमराओ को धयान म रिर िए हि कषा परदान की जारी ि जब िम बचचो को बाल क हरि र हि कषा परदान करर ि रो हि कषण अहि गम रहचकर िो जारा ि इसी हवषय पर आिाररर ि परसरषर लि

हिकषा बचच की मल परवहततयो पररणाओ और सवगो पर आिाररर िोनी चाहिए राहक उनकी हिकषा को हदिा दी जा सक बचचो की िारीररक व मानहसक योयराओ का अधययन करक हफर उनकी हवकास म मदद करनी चाहिए जस यहद कोई बचचा मानहसक या िारीररक रप स कमजोर ि या आपराहिक गहरहवहियो स जषडा ि रो पिल उसकी उस कमी को दर हकया जाना चाहिए कष छ हिकषक मनोवजाहनक जान क अभाव म बचच मार-पीट कर ठीक करन की कोहिि करर ि पररष इस ररि का वयविार हसथहर को और िराब कर दरा ि

एनसरीएफ 2005 क अनषसार हिकषा का लकय बचचो क सकली जीवन को उसक घर आस-पडोस क जीवन स जोडना ि इसक हलए बचचो को सकल म अपन बाल अनषभवो क बार म बार करन का मौका दना चाहिए उस सषना जाना चाहिए राहक बचच को

लग हक हिकषक उसकी बार को सषन रिा ि िर बचच म अपनी कषमराए और कौिल िोर ि हजनि सकल म वयzwjतर करन का मौका दना चाहिए जस mdash सगीर कला नाटय हचतकला नतय एव परकहर क परहर अनषराग इतयाहद

पराचीन काल म हि कषा का जो सवरप था और वरतमान म हि कषा का जो सवरप िम दिर ि उन दोनो म बिर अरर ि जॉन ियवी क अनषसार हि कषा वयहzwjतर की उन सभी योयराओ का हवकास ि हजनक दारा वि अपन वारावरण पर हनयतण करन की कषमरा परापर कररा ि और अपनी सभावानाओ को पणत कररा ि िल-िल म बचचो की रहच यो परवहतत यो रथा कषमराओ को धयान म रिर िए हि कषा परदान करना और बचचो की अहि गम कषमरा को बढाना उनकी अहि गम सबिी कहठ नाइयो को दर करना बाल क हरि र हि कषण ि बाल क हरि र हि कषा म बचच

7

बाल क मरि त मश कषा तथा पगमतशील मश कषा

सषनना हमततल

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 43

क हलए हवषयवसरष सरल िो जारी ि रथा हि कषक बचचो को परिान मनार ि हजसकी वजि स हि कषा का मितव बढ जारा ि बाल क हरि र हि कषा म बचचो को वयाविाररक और सामाहजक हि कषा दी जारी ि हि कषा मनषषय क वयविार म पररवरतन लारी ि यि बचच क वयविार म ऐस पररवरतन लारी ि जो बालक क जीवन म उहचर िोर ि अगर िम पराचीनकाल की हि कषा परणाली की बार कर रो बचच क हदमाग म जान की सामगरी को ठस दना िी हि कषा िोरी थी लहकन वरतमान समय म बचच क सवाइगीण हवकास पर बल हदया जारा ि बचच क सवाइगीण हवकास म उसका िारीररक हवकास सामाहजक हवकास मानहसक हवकास सवगातमक हवकास आहद सभी पकष िाहमल िोर ि

आिषहनक हि कषा पधिहर बाल क हरि र ि आज यहद िम हनजी हवदालय की बार कर रो पार ि हक बचचो क अनषसार हि कषको को हनयषzwjतर हकया जारा ि अथातर जो अधयापक बचचो को उहचर पधिहरयो का परयोग करक हि कषण करार ि बचच उनि अधयापको को पसद करर ि इस वयवसथा म परतयक बचच की ओर अलग स धयान हदया जारा ि वयाविाररक मनोहवजान म वयहzwjतर यो की परसपर हवहभननराओ पर परकाि िाला जारा ि हजसस यि सकर हमला ि हक हि कषक िर एक हवदाथथी की हविषराओ पर धयान द व उनक हलए परबि कर

आज क अधयापक को कवल हि कषा व हि कषा पधिहर क बार म िी निी बहलक हवदाहथत यो क बार म भी जानना िोरा ि zwjतयोहक आिषहनक हि कषा हवषय परिान या अधयापक परिान न िोकर बाल परिान

अथवा बाल क हरि र ि यिा यि मितव का हवषय ि हक बालक क वयहzwjतर तव का किा रक हवकास िआ ि इसहलए िम हि कषा मनोहवजान का जान िोना अहरआवशयक िोरा ि हिकषा कषत हिकषक को यि बरारा ि हक बचचो को zwjतया पढना ि पररष समसया यि ि हक उनि पढाना कस ि इस समसया को सषलझान म बाल मनोहवजान हिकषक की सिायरा कररा ि बाल हवजान सीिन की परहकरया हवहियो मितवपणत कारको अचछी या बषरी दिाओ आहद रतवो स पररहचर करवारा ि इसक जान स बचचो को सीिन म सिायरा परापर िोरी ि

बाल क हरिर हिकषा म बचचो क परयोग एव अनषसिान की ओर आकहषतर करन क हलए मनोहवजान का सिारा हलया जारा ि नई-नई पररहसथहरयो म नई-नई समसयाओ को सषलझान क हलए हिकषक को अलग-अलग परयोग करन चाहिए उसस हनकलन वाल हनषकषणो का उपयोग करना चाहिए छातो को हकरयािील रिन क हलए छात क िाथ पर और महसरषक सब हकरयािील िोन चाहिए अथातर वि एक स अहिक जानहरियो का परयोग बचच क अहिगम को और अहिक परभावी बना दरा ि नहरक किाहनयो व नाटको आहद क दारा बचच अचछी ररि स सीिर ि मिापषरषो व वजाहनको क उदािरण उनक हलए सदा पररणादायी िोर ि छात की रहच उस कायत करन म पररणा दरी ि अर हिकषण बचच की रहच क अनषसार हदया जाना चाहिए अधयापक को बचच की योयरा अनषसार हवषयवसरष का चयन करना चाहिए परतयक बचच का बौहधिक सरर (Intelligence Quotient) अलग िोरा ि हि कषक

पराथमिक मिकषक जलराई 201844

को बचचो की हवहभननराओ को धयान म रिना चाहिए हिकषक को सभी छातो को समान समझना चाहिए सभी छातो स समान परशन पछन चाहिए और उनम कोई भदभाव निी िोना चाहिए

हि कषा एक ऐसा िहथ यार ि जो सभी क हलए आवशयक ि हि कषा वि ि जो मनषषय को जान परदान करन क साथ-साथ उसक हदय एव आतमा का हवकास कररी ि हि कषा क उदशयो को लकर

हिकषा और मनोहवजान

मशकषा और मनोमवजान क सबध

हिकषा

मानव वयविार का हवकास

सामाहजक परहकरया

मनोहवजान

मानव वयविार क कायणो का अधययन

मानव वयविार म सिोिन

हकसी भी कषत म अधयापको की सफल िोन क हलए बार मनहवजान का जान अवशय िोना चाहिए इसक अभाव म न रो बचचो की हविषराओ को िी समझा जा सकरा ि और न िी उनकी समसयाओ का समािान हकया जा सकगा बचच क सबि म हि कषक को बचचो क वयविार क मल आिार आवशयकराओ मानहसक सरर रहचयो योयराओ वि वयहzwjतरतव इतयाहद का वयापक जान अवशय िोना चाहिए हवदालय म हकसी भी ककषा का कायतकरम वयहzwjतरक हभ ननराओ पररणाओ मलयो व सीिन क हसधिारो क मनोहवजान क जान क आिार पर बनाया जाना चाहिए हि कषण क पशचार बचचो का मलयाकन व परीकषण भी अतयर आवशयक िोरा ि मलयाकन स यि परा लगाया जा सकरा ि हक हवदाथथी न हकरना अहि गम हकया ि

किा जारा ि हक हि कषा सामाहजक आहथत क और राजनीहरक पररवरतन क हलए सबस जररी िहथ यार ि हकसी भी राषट क हवकास म हि कषा एक बषहनयादी रतव ि हि कषा क माधयम स बढरी जनसखया गरीबी सापरदाहयकरा हलगभद जसी समसयाओ स हनपटा जा सकरा ि हि कषा का मितवपणत भाग िोरा ि lsquoपराथहमक हि कषाrsquo zwjतयोहक पराथहमक हि कषा िी आग की हि कषा क हलए एक मजबर आिार बन जारी ि सामानय रौर पर गषणवततापणत हि कषा का अथत ऐसी हि कषा स लगाया जारा ि जो बचच को रटन स दर ल जारी िो रथा कवल जानकारी आिाररर न िो बहलक अविारणाओ की समझ पर िो गषणवततापणत हि कषा का परचहलर िबदावली क अनषसार अथत ऐसी हि कषा ि जो lsquoहि कषक व पषसरक क हरि रrsquo क सथान पर lsquoबाल क हरि रrsquo हि कषा िो रथा

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 45

बचच क जान मलयो कौिलो और कषमराओ का हवकास कररी िो

सवरतरा पराहपर क बाद भारर सरकार क अनषचछद 45 क जररय 1951 म यि वायदा हकया था हक राजय इस सहविान क लाग िोन की रारीि स दस साल क भीरर 14 वषत की आयष क सभी बचचो क हलए हनिषलक और अहनवायत हि कषा का परयास करगा लहकन कानन क रप म इसको अमलीजामा पिनान म छि दिक स जयादा समय लग गया आहि रकार हवहभ नन कमीिनो और सहमहरयो की हसफाररिो क बाद यि कानन 2004 म भाररीय सहविान क 86 व सिोिन क रिर सामन आया और 1 अपरल 2010 को लाग हकया गया इसक बाद स हि कषा क अहि कार को मौहलक अहि कार बनाया गया और राजयो को हज ममदारी दी गइत हक परतयक बचच को पराथहमक हि कषा दना सषहनहशच र हकया जाए माचत 2013 रक दि क मिज आठ फीसदी सकलो म यि कानन पणत रप स लाग हकया जा सका ि

पगमतशील मश कषापरगहरिील हि कषा की अविारणा क अनषसार हि कषा का एकमात उदशय बचच की िहzwjतर यो का हवकास ि वयहzwjतर क हि कषा क अनषरप हि कषण अहि गम परहकरया म भी अरर रिकर इस उदशय को परा हकया जा सकरा ि परगहरिील हि कषा यि बरारी ि हक हि कषा बचच क हलए ि बचच हि कषा क हलए निी इसहलए हि कषा का उदशय ऐसा वारावरण रयार करना िोना चाहिए हजसम परतयक बचच क सामाहजक हवकास का पयातपर अवसर हमल परगहरिील हि कषा का उदशय जनरतीय मलयो का हवकास हकया जाना ि हि कषा

क दारा िम ऐस समाज का हनमातण करना चािर ि हजसम वयहzwjतर-वयहzwjतर म कोइत भद न िो सभी पणत सवरतरा और सियोग स काम कर परतयक मनषषय को अपनी सवाभाहवक परवहतत यो इचछाओ और आकाकषाओ क अनषसार हवकहसर िोन क अवसर हमल सभी को समान अहि कार हदए जाए ऐसा समाज रभी बन सकरा ि जब वयहzwjतर और समाज क हिर म कोइत मौहलक अरर न माना जाए हि कषा क दारा मनषषय म परसपर सियोग और सामजसय की भावना सथाह पर करना िोरा ि परगहरिील हि कषा म हि कषण अहि गम हवहि को अहि क वयाविाररक करन पर जोर हदया जारा ि इसम बचच क सवय करक सीिन की परहकरया पर जोर हदया जारा ि कवल हि कषण स िी हि कषक का कायत परा निी िोरा उस बचचो क जान और हवकास का मलयाकन और परीकषण करना िोरा ि मलयाकन करन स हवदाथथी की उननहर का परा चलरा ि और उसी अनषसार बचचो म सषिार हकए जार ि भाररीय हि कषा पधिहर म मलयाकन िबद परीकषा व रनाव स जषडा िआ ि मलयाकन क रनाव स हवदाथथी को दर रिन क हलए बाल क हरि र हि कषा परणाली म सरर एव वयापक मलयाकन पर जोर हदया जारा ि मलयाकन एक बार क कायतकरम क बजाय एक हनररर परहकरया ि हजस सपणत अधयापन अहि गम परहकरया म हनहमतर हकया गया ि हि कषा िासत का हि कषक क हलए हविष मितव िोरा ि zwjतयोहक एक अधयापक को हि कषा िासत िी यि बरलारा ि हक बचचो को zwjतया पढाया जाए

वस सबस बडी समसया यि िोरी ि हक हवदाहथत यो को कस पढाया जाए बाल मनोहवजान

पराथमिक मिकषक जलराई 201846

दारा िी अधयापक को उपयोगी हि कषण अहि गम हवहि आ सकरी ि उस परा चलरा ि हक हकस परकार क बचच को हकस हवहि स पढाया जाए बचचो को भयमषzwjतर रिन और उनि मानहसक रप स सवरप रिन की कवायद म हि कषक की भहमका मितवपणत ि हि कषक क आचरण म सखरी की जगि मतीपणत वयविार कड अनषिासन की जगि लचीली वयवसथा हपटाइत की जगि अपनतव बचचो को हचरा स उनमषzwjतर रिन स पररणाम यि िोगा हक समाज म हि कषक की आज की भहमका भी बदल जाएगी भहवषय म समषदाय और समाज हि कषक को बचचो क अहि कारो की सषरकषा और हनगरानी का मितवपणत हिससा मानन लगगा यि िर हि कषक क हलए गौरव की बार िोगी बचचो को सजा न दन और उनि भयभीर न करन को लकर हि कषको और हि कषण ससथानो म वरतमान म जो सिय ि वि भी िीर-िीर दर िोरा चला जाएगा दषहनया रजी स बदल रिी ि हि कषक को भी आ रि इस बदलाव क चलर अपनी हि कषण पधिहर म आवशयकानषसार सषिार करन िोग

परगहरिील हि कषा क योगदान म महसर षक एव बषहधि की अिम भहमका ि इनक माधयम स वि दहनक जीवन की समसयाओ को सषलझान का काम कररा ि जस-जस वि अपन दहनक जीवन म अपनी मानहसक िहzwjतर यो का परयोग कररा ि वस-वस वि मानहसक हवकास भी कररा ि महसर षक िी वि मषखय उपकरण ि जो समसयाओ को सषलझान म सिायक िोरा ि अर बालक क सबि म हि कषक को उसक वयविार क मल आिारो आवशयकराओ मानहसक सरर रहचयो योयराओ वयहzwjतर तव इतयाहद का हवसरर जान िोना

चाहिए हि कषा बचच की मल परवहरयो पररणाओ और सवगो पर आिाररर िोनी चाहिए परगहरिील हिकषा म हिकषक को भी मितवपणत सथान हदया गया ि इसक अनषसार हिकषक समाज का सवक ि उस हवदालय म ऐसा वारावरण बनाना पडरा ि हजसम पलकर बचच क सामाहजक वयहzwjतरतव का हवकास िो सक हवदालय म सवरतरा और समानरा क मलय को बनाए रिन क हलए हिकषक को कभी भी बचचो स बडा निी समझना चाहिए आजा और उपदिो क दारा अपन हव चारो और परवहततयो को बचचो पर लादन का परयास निी करना चाहिए

मनषकरष भारर म जो हि कषा पधिहर परचहलर ि उसक कइत पकषो म सषिार की आवशयकरा ि िमारी हि कषा वयवसथा पर एक विर जनसमि को हि हकष र करन का उततरदाहयतव ि सािन और ससािन बिर सीहमर ि पररहसथ हरया भी अनषकल निी ि हफर भी िम लकयो की पराहपर की ओर परयतनिील ि हफर भी िम दढ सकलप क साथ आग बढ रो इस हनरािाजनक हसथ हर स उभर सकर ि

सबक हलए हि कषा की सषहविा करवानी ि हक परतयक हि हकष र वयहzwjतर स यि अपकषा की जानी चाहिए हक वि इस लकय पराहपर म सियोग परदान कर इरीच न रीच न (Each one Teach one) का नारा इस हदिा म सफलरा हदला सकरा ि हि कषा म रकनीकी का उपयोग अतयहि क िो रिा ि हकरष इन रकनीको सािनो को हि कषक का हवकलप न मानकर सियोगी मानकर परयोग करन का लकय ि

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 47

सदभष वमात ररक कष मार 2013lsquoबाल क हरि र हिकषा एव परगहरिील हिकषाrsquo बाल मकास ए मि का िासरि अररिर पहबलकिन

हलहमटि नयी हदललीसरोिा सषिील 2012 lsquoचाइलि सटित एि परोगरहसव एजषकिनrsquoएजकिनल साइकरोलॉजरी सरोिा पहबलकिन रोहिणी

नयी हदललीmdashmdashmdash 2016 lsquoबाल क हरि र हिकषा एव परगहरिील हिकषाrsquo बाल मकास ए मि का िासरि सरोिा पहबलकिन रोहिणी

नयी हदलली

परोफसर परारहभक हिकषा हवभाग एनसीईआरटी नयी हदलली 110 016

पाथममक बाल मशकषा क लकय तथा मकरयाकलाप

परारहभ क बाल हि कषा आज क यषग म सामानय रप स न कवल बचचो क सपणत हवकास का अिम हनवि ि बहलक परारहभ क हि कषा को सावतजनीकरण रप म राषटीय लकय को परापर करन म भी मितवपणत योगदान परदान कररा ि परारहभ क बाल हि कषा सषहविाओ म गषणातमक हवसरार क हलए सरकारी और गर-सरकारी ससथाओ दारा समहनव र परयास हकया जा रि ि हजसस दि क करोडो बचचो को इसका लाभ हमल सक इस हवसरार क चलर काफी सखया म परहि हकष र लोगो की आवशयकरा ि इस आवशयकरा को परा करन क हलए सवारर हि कषक-परहि कषको को अलपकालीन परहि कषण भी हदया जा रिा ि जयादारार लोगो को यि जानकारी निी िोरी हक पवत पराथहमक सरर पर zwjतया कराया जाए या कसी गहरहवहि या या हकरयाए करायी जाए हजसस बचचो को आनददायक वारावरण हमल व पवत-पराथहमक सरर को पराथहमक सरर का डाउनडया एकसनिन मान कर बचचो को पढार ि और टीचर टहनग भी दर ि इसी बार को धयान म रिकर परसरषर लि म 3ndash4 एव 4ndash5 साल क बचचो क हलए आयोहजर की जान वाली हकरयाओ क उदशय एव हकरयाए साझा की गइत ि जो हि कषक परहि कषको एव हि कषको क हलए उपयोगी िो सकरी ि य हकरयाए एक लबोरटरी सकल म कायत अनषभव और उपहसथर गरनथो क आिार पर सषझाई गयी ि

पवत-पराथहमक हिकषा का उदशय बचचो का सवाइगीण हवकास करना ि पवत-पराथहमक हिकषा दारा बचचो का िारीररक हवकास िोरा ि और बचचो को पढन-हलिन एव गहणर की रयारी म मदद हमलरी ि यि बचचो को औपचाररक हिकषा क हलए रयार कररी ि इसक साथ िी बचचो म कई अनय सजनातमक कषमराओ को भी हवकहसर कररी ि रीन स छ वषत की आयष क बीच क बचच पवत पराथहमक िालाओ म

पवत पराथहमक हिकषा गरिण करर ि य िालाए बचचो

को पररणादायक िल वारावरण परदान करन क साथ िी

बचचो का बौहधिक भाषागर सामाहजक सवगातमक

रथा िारीररक हवकास करन म सिायक ि

पवष-पाथममक मशकषा क उदशयपवत-पराथहमक हिकषा का मषखय उदशय ि बचचो का

सवाइगीण हवकास करना अरः बचचो को अगरहलहिर

पदमा यादव

8

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 49

सबिो की उदशयो की पराहपर क हलए गहरहवहिया कराई जानी चाहिए mdash

bull सामाहजक एव सवगातमक हवकास bull िारीररक हवकास एव मासपहियो का हवकास bull भाषा हवकास bull सजानातमक हवकास bull सजनातमक एव सौदयतबोि का हवकास

3ndash4 आयष वगत और 4ndash5 आयष वगत क बचचो क हलए सामानयरः एक जसी गहरहवहिया िोरी ि बस 4 ndash5 आयष वगत की गहरहवहियो का सरर 3ndash 4 आयष वगत की गहरहवहियो की अपकषा थोडा अहिक िोरा ि लि म इनिी दोनो आयष वगत क हलए गहरहवहिया सषझाई गयी ि

3 ndash 4 आय वगष क मलए गमतमवमध लकय सामाविक एि सिगातमक विकास बचचो क सामाहजक एव सवगातमक हवकास क अरगतर अनक बार िहमल ि जो अतयर मितवपणत ि उदािरण क हलए सषरकषा एव भरोस की भावना का हवकास करना परारहभक बाल हिकषा क रि क वारावरण रथा हदनचयात स पररचय कराना अचछी आदरो का हनमातण करना जस mdash िौचालय का उहचर परयोग िाथ िोना वयहzwjतरगर सवचछरा भोजन की उहचर आदर हिहकषका कायतकरात का अहभवादन करना अपनी बारी की पररीकषा करना दसर बचचो क साथ िलना सीिना इतयाहद अपन वयविार को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना अपन बार म अचछी भावना हवकहसर करना सामहिक हकरयाओ क परहर रहच का हवकास करना सामाहजक रप स सवीकर ररीको क अनषसार अपन

वयविारो रथा सवगो को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना आहद

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकासबचचो क िारीररक एव मासपहियो क हवकास क हलए यि जररी ि हक िम बचचो को साथ म काम करन क अनक अवसर उपलबि कराए साथ िी हिकषक को कष छ और बारो का धयान रिना िोगा उदािरण क हलए उहचर वहधि और हवकास पर नजर बनाय रिना सथल मासपहियो और सकम मासपहियो म सरषलन बनान म मदद करना छोटी मासपहियो को हवकहसर करन क अवसर परदान करना आि-िाथ म रालमल िाथ-मषि म रालमल इतयाहद

भाषा विकासभाषा मनषषय क भावो और हवचारो को वयzwjतर करन का एक माधयम ि भाषा सीिन का सवाभाहवक और मनोवजाहनक करम िोरा ि mdash सषनना बोलना पढना हलिना बचच म भाषा सीिन की सवाभाहवक परव हतत िोरी ि भाषा का हवकास मलर जीवन की परारहभक अवसथा स िी आरभ िो जारा ि जो मलर अनषकरण एव अभयास दारा अहजतर की जारी ि भाषा हवकास क लकय ि mdash सषनन क कौिल का हवकास करना हजसम िाहमल ि धवहन हवभदीकरण सषनन का हवसरार सषनकर समझना मौहिक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िबद भिार का हवकास अहभवयहzwjतर म सपषटरा एव परवाि पणत वाzwjतयो का परयोग आवशयकराओ एव हवचारो का सपरषण इतयाहद

सजानातमक विकास वसरषओ का हमलान करक रथा पिचान करक उनक अरर को पिचानन की कषमरा का हवकास करना

पराथमिक मिकषक जलराई 201850

जस mdash एक समय म हदिायी गयी 3 ndash 4 वसरषओ का हनरीकषण करक रषरर पषन समरण करन की कषमरा का हवकास हकसी पररहचर वसरष का हचत दिकर उसक गायब भाग की पिचान करन की कषमरा का हवकास करना हकसी एक आयाम या समबोि क आिार पर जस आकार या रग वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास करना रीन-चार वसरषओ स बन नमन को हफर स बनान की कषमरा का हवकास करना सरल सरर पर सपणत रथा उसक भागो क सिसबि को समझन की कषमरा का हवकास करना सरल समसयाओ को सषलझान क हलए सिी ढग स सोचन की कषमरा का हवकास करना लाल नीला पीला िरा सफद और काला रग पिचानन नाम बरान रथा हमलान करन की कषमरा का हवकास हनमनहलहिर को पिचानन रथा हमलान करन की कषमरा पर हवकास mdash गोल चौकोर हरकोन गोला बनान की कषमरा का हवकास छोडा-बडा लबा-छोटा भारी िलका लबा-नाटा मोटा घना परला चौडा-सकरा दर-नजदीक को पिचानन नाम बरान रथा हमलान करन की कषमरा का हवकास करना हसथहरयो को पिचानन की कषमरा का हवकास करना जस mdash अदर-बािर ऊपर-नीच आग-पीछ दहनक हकरयाओ क सदभत म हनमनहलहिर समबोिो की चरना का हवकास करना जस mdash हदन-रार दोपिर-सधया घटो का जान ठिा और गरम म भद करन पिचानन और जानन की कषमरा का हवकास इतयाहद कष छ परसराहवर समबोि परोजzwjतट जसmdash सवय पररवार पालर रथा जगली जानवर घर मौसमी सहबजया रथा फल पौि सषरकषा सबिी आदर पवत तयौिार िवा पानी इतयाहद

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास बचचो म सजनातमकरा एव सौदयतबोि का हवकास करन क हलए कष छ बारो पर धयान दना जररी ि जस mdash कला क माधयम स सजनातमक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िारीररक अगो का कलातमक ढग स सचालन करना पयातवरण म उपलबि रगो रथा सौदयत क परहर सवदनिीलरा का हवकास करना इतयाहद

4ndash5 आय वगष हत गमतमवमध लकय सामाविक ndash सिगातमक विकास सामाहजक-सवगातमक हवकास बचचो क वयहzwjतर तव का एक मितवपणत अायाम ि इसम अनक बार िहमल ि जस mdash परारहभक बाल कायतकरात हिहकषका (यहद नई िो) रथा ककषा क अनय बचचो स पररचय िोना अचछी आदरो का हनमातण करना जसmdash वयहzwjतरगर रथा पयातवरणीय सवचछरा परारहभक बाल हिहकषकाकायतकरात का अहभवादन अपनी बारी की पररीकषा करना हकसी वसरष को हमल बाटकर उपयोग एव सियोग करना हनयहमर उपहसथहर अपन बार म अचछी भावना का हवकास करना सामहिक हकरयाओ क परहर रहच का हवकास करना सामाहजक रप स सवीकर ररीको को अपन वयविारो रथा सवगो को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना हनणतय लन की योयरा का हवकास करना इतयाहद

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकासबचचो म उहचर वहधि बनाय रिन क हलए हनयहमर जाच सथल मासपहियो म सरषलन सकम मासपहियो म सरषलन बचचो की छोटी मासपहियो का हवकास आि-िाथ म रालमल िाथ-मषि म रालमल इतयाहद पर धयान हदया जाना चाहिए

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 51

भाषा विकासभाषा हवकास म िहमल ि mdash सषनन क कौिल का हवकास करना mdash धवहन हवभदीकरण सषनन का हवसरार सषनकर समझना आलोचनातमक दहषटकोण क साथ सषनना मौहिक अहभवयहzwjतर का हवकास करनाmdash िबद भिार का हवकास अहभवयहzwjतर म सपषटरा और परवाि करमबधि ढग स बार करना सजनातमक अहभवयहzwjतर पढन की रयारी करवाना दिी गयी वसरषओ का हवभदीकरण सषनी गयी धवहनयो का हवभदीकरण (िबदो की परथम एव अहरम धवहन) दशय धवहन सि सबि बाए स दाए का हदिाबोि हलिन की रयारी करना इतयाहद

सजानातमक विकास पाचो इहनरियो का परयोग करक वसरषओ का नाम बराना रथा 3 सररो पर करमीकरण करन की कषमरा का हवकास करना जसmdash मीठा उसस मीठा सबस मीठा बडा उसस बडा सबस बडा आहद एक समय म हदिायी गई 6ndash7 वसरषओ का हनरीकषण करन रथा रषरर पषन समरण करन की कषमरा का हवकास हकसी पररहचर वसरष क अहिक सकम या गायब भाग की पिचान करन की कषमरा का हवकास दो समबोिो या आयामो क आिार पर जस रग एव आकार वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास वसरषओ हचतो किाहनयो रथा घटनाओ को पषन परसरषर करन रथा उसी रकत स करम म बढान का हवकास सपणत रथा भाग क सि सबि को अपकषाकर कष छ जहटल सरर पर समझन की कषमरा का हवकास अपकषाकर कष छ जहटल समसयाओ को सषलझान क हलए सिी ढग स सोचन की कषमरा का हवकास

लाल पीला नीला काला सफद क साथ अनय रगो जस भरा नारगी बगनी की पिचान और नाम बराना रीन सररो पर परमषि रगो का करमीकरण करन की कषमरा का हवकास (यि समझन की कषमरा हक रगो को हमलान स नय रग रयार िो जार ि) हनमनहलहिर आकारो क नाम बरान की कषमरा रथा पयातवरण म उपलबि उनिी आकार की वसरषओ स हमलान-हमलाना mdash गोल चौकोर हरकोन अनय आकारो जस mdash रारा छडी आयर मिराब (आिा गोला) आहद को पिचानन की कषमरा हवकहसर करना

अक सबिी समबोिो का रीन सररो रक करमीकरण करन की कषमरा का हवकास करना हनमनहलहिर की कषमरा का हवकास mdash एक स एक का सबि पाच रक की सखया का सबोि पाच रक क अको की पिचान पाच रक क अको को हगनना रथा उनि करम म रिना हनमनहलहिर हसथहरयो की पिचान रथा उनक हलए उपयषzwjतर िबदो का परयोग जसmdash सबस ऊपर-सबस नीच अदर-बािर पिल-बाद म ऊपर-नीच अगला-हपछला यिा-विा हकनार-बीच म बगल म-पीछ-सामन हनमनहलहिर समबोिो की चरना का हवकास mdash समय स समय स पिल दर स हदनचयात क सदभत म पिल-बाद म घडी स समय का मापन सपराि क हदन रापमान की रषलनातमक हसथहरयो जस गमत उसस गमत सबस गमत को पिचानन हवभदीकरण करन रथा जानन की कषमरा का हवकास कष छ और समबोि परोजzwjतट जस mdash बरसार मौसम कीड-मकोड समाज क मददगार ससार यारायार इतयाहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201852

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास कला क माधयम स सजनातमक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िारीररक अगो का कलातमक ढग स सचालन सजनातमक हचरन का हवकास करना पयातवरण म उपलबि सौदयत एव रगो क परहर सवदनिीलरा का हवकास करना

3ndash4 एव 4ndash5 आय वगष क बचचो क मलए खल मकरयाए ऊपर हदय गए लकयो की पराहपर क हलए हिकषक एव हिकषक परहिकषको दारा हनमन हकरयाए गहरहवहिया कराइत जा सकरी ि

सामाविक ndash सिगातमक विकास हिकषक बचचो को िल क माधयम स सवगो पर हनयतण करना हसिा सकर ि सामाहजकndashसवगातमक हवकास म सिायक गहरहवहिया िmdash अनौपचाररक वारातलाप गीर रथा कहवराए अहभनय करना कठपषरली का िल सवरत एव हनददहिर िल सामहिक हकरयाए एव िल भोजननाशर क समय की हकरयाए तयोिार एव जनमहदन मनाना आतमहनभतररा क भाव को जगान वाली हकरयाए अथातर हकसी हकरया म नरतव करना बचचो को दाहयतव बाटना आहद वारातलाप हवकलाग बचचो का समि म िाहमल करना परकहर म हवचरण बागवानी-पलर जानवरो की दिभाल करना

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकास बचचो म िारीररक हवकास एव मासपहियो क हवकास क हलए सिायक गहरहवहिया ि mdash लबाई और वजन की माहसक जाच परक पोषण दना समय-समय पर िोन वाली माहसक जाच बचचो

और समाज को सवासथय एव पोषण सबिी जानकारी दना सवरत एव हनददहिर िल दौडन उछलन कदन चढन फ कन सरषलन रिन लषढकन आहद वाली हकरयाए हचतकला एव रजनकला फाडना काटना हचपकाना िागा िालना हसलाई करना बाल और पानी क िल हमटटी का काम हजन वसरषओ को इचछानषसार रोडा-मरोडा जा सक उनक साथ मनचाि ढग स िल उगहलयो को नचार िए गीर गाना िाथ और चममच स भाजन करना इतयाहद

भाषा विकास भाषा हवकास क हलए बचचो क साथ सवरत एव हनददहिर वारातलाप कर सषनन एव िबदो क िल िल जस mdash रषकानर िबदो क िल लययषzwjतर छद और गीर धवहनयो की पिचान आहद अनय गहरहवहिया जस mdash पिहलया अहभनय किानी सषनाना और बनाना कठपषरली का िल दशय हवभदीकरण सबिी िल एव हकरयाए िबदो की धवहनयो का हवभदीकरण रथा िबद-हनमातण क िल सहचत पषसरको को सिी ढग स पकडना हचत एव िबद का हमलान सकम मासपहियो की समसर हकरयाए िीची गई आकहर म रग भरना हबदषओ को जोडना आकहरयो की बनावट की नकल करना (पहसल रथा कयॉन स) इतयाहद भाषा हवकास म बिर सिायक ि

सजानातमक विकास मल सजानातमक कौिलो और परहकरयाओ क हवकास िरष गहरहवहिया करवाए जस mdash इहरियो का हवकास ndash दिन की इहरियसषनन की इहरियसपित स अनषभव करन की इहरिय सघन की इहरिय सवाद की इहरिय समहर एव हनरीकषण कषमरा का हवकास

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 53

वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास करहमक हचरन का हवकास समसया समािान रथा हववक का हवकास

परमषि सबोिो का हवकास जस mdash रग क सबोि का हनमातण आकारो क सबोि का हनमातण अक पवत सबोि का हनमातण अक सबोिो का हनमातण सथान क सबोि का हनमातण समय क सबोि का हवकास रापमान क सबोि का हवकास हनमनहलहिर क सबि म पयातवरणीय रापमान क सबोि का हवकास पराकहरक पयातवरण भौहरक पयातवरण सामाहजक पयातवरण परोजzwjतट थीम क रप म चचात की जा सकरी ि

दहषट सबिी रथा धवहन हवभदीकरण सबिी िल हकरयाए पयातवरण म उपलबि हवहभनन बनावट की वसरषओ को छकर रथा पिचानन वाल कािणो क साथ हकरयाए हवहभनन सवाद वाली वसरषओ क साथ हकरयाए समहर िल lsquozwjतया गायब िrsquo हनरीकषण रथा हनरीहकषर वसरष क पषन समरण पर आिाररर हकरयाए वसरषओ हचत कािणो का परयोग करक वगथीकरण हकरयाए वगथीकरण क िल हदया गया नमना हफर स बनाना किाहनयो और घटनाओ का सिी करम म पषन समरण करहमक हचरन पर आिाररर िल पिली एव भल भषलया का िल हनकालना समसयाओ को सषलझान स सबहिर हकरयाकलाप जस दो या उसस अहिक वसरषओ क सिसबि पर

आिाररर काित सरल परशनो क उततर दना वारातलाप गीर और रषकबहदया अहभनय वसरषओ कपडो पर हकरयाकलाप हनददहिर िल रचनातमक हकरयाए परकहर म भरमण रगो क सबि क हलए वहणतर हकरयाए वारातलाप एव किाहनया पानी क िल बाल क िल करमीकरण काित गषटको क िल हनददहिर िल एव करीडा अहभनय अहभनय पर आिाररर िल जस दषकान-दषकान वसरषओ क साथ और बाद म सखया काितस क साथ हनददहिर िल अको क गीर अको क िल अको की पिली समय सबोि क काितस दफरी आहद पर बनायी गयी घहड या दहनक हकरयाओ का करम स पषनसमरण करन सबहिर हकरयाए सरल परयोग जस mdash बनाय गय थमातमीटर वारातलाप पिल वहणतर हवहभनन हकरयाओ का परोजzwjतट क हवषयो स एकीकरण ककषा म परदितन भरमण एव परकहर दितन तयोिारो को मनाना रथा उनस सबहिर वसरषए रयार करना िवा पानी रथा पौि उगान स सबहिर सरल परयोग बाल रथा पानी क िल इतयाहद

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास कष छ हकरयाकलाप जस mdash सजनातमक हचतकला लयातमक गहरिीलरा रथा नाटक आहद जसी हकरयाए mdash बिउततरीय परशन lsquoआओ बनrsquo वाल िल गीर एव किाहनया बनाना परकहर क भरमण ककषा परदितन आहद

सदभषएनसीईआरटी 2000 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2000 एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2006 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली कौल हवनीरा 1996 पारमभक बाल मिका काययारिि पवत पराथहमक एव परारहभक हिकषा हवभाग एनसीईआरटी नयी हदलली

पराथमिक मिकषक जलराई 201854

गषपर मजीर सन 2013 पारमभक बालयासराmdash दख-भाल और मिका पीएचआई लहनइग पराइवट हलहमटि हदलली भारर सरकार 1986 राषzwjटरीय मिका नरीमत 1986 मानव ससािन हवकास मतालय नयी हदलली mdashmdashmdash 2011 मनःिलक और अमनायया बाल मिका का अमधकार अमधमनयि ndash 2009 मानव ससािन हवकास मतालय

नयी हदललीमहिला एव बाल हवकास मतालय 2013 राषzwjटरीय पारमभक बालयासरा दखरख और मिका (ईसरीसरीई) नरीमत 2013

नयी हदललीमषरलीिरन राजलकमी और िोहबरा असथाना 1991 मििओ क मलए परक गमतममधया हवदालय पवत एव परारहभक हिकषा

हवदालय एनसीईआरटी नयी हदललीयादव पदमा 2015 एजमपलर गाइडलाइस फॉर इमलि िन ऑफ अलथी चाइलडहड कयर एड एजकिन (ईसरीसरीई)

कररीकलि एनसीईआरटी नयी हदलली

ररषठ पकता िाइट घषममनिडा एससीईआरटी नयी हदलली

भारर सरकार परहरवषत हिकषा पर काफी वयय कररी ि काफी नय हवदालय िषल रि ि और हवदालयो म बचचो क नामाकन म वहधि िो रिी ि इसक साथ िी हिकषक परहिकषण पर भी बल हदया जा रिा ि पररष हफर भी हिकषा की गषणवतता म कोई िास सषिार निी िो रिा ि यि एक हवचारणीय परशन ि और इस अनदिा निी हकया जा सकरा ि हिकषा की गषणवतता को गभीररा स लर िए यनसको की जीईएम की ररपोटत न भी वषत 2017ndash18 का िीषतक हिकषा म जवाबदिी रिा था िमारी हिकषा परणाली की यि हज ममदारी िोनी चाहिए हक वि परतयक चरण म हिकषा परणाली स जषड लोगो की जवाबदिी सषहनहशचर कर

हिकषक समाज की सवातहिक सवदनिील इकाई ि और किा जारा ि हक हिकषण वयवसाय समाज क सभी वयवसायो की जननी ि हवहभनन वरन आयोगो न परतयक बार हिकषक क कायणो क हलए वरनमान को उननर बनाय रिन की हसफाररि की ि राहक हिकषक पणत मनोयोग स अपन हिकषण कायत को समहपतर िो सक और अपनी जवाबदिी सषहनहशचर कर हपछल रीन दिको म गहठर िई सभी सहमहरयो और आयोगो न अपना यि सषझाव हदया ि हक हिकषा की गषणवतता म सषिार क हलए यि आवशयक ि हक हनयहमर रप स हिकषक क कायणो का मलयाकन हकया जाए और उसकी जवाबदिी सषहनहशचर की जाए

मशकषक की जवाबदही स मशकषा वयवसथा की गणवता म सधार

एम एम रॉय

9

हिकषक समाज की सवातहिक सवदनिील इकाई ि िमार दि म हिकषक का बिर सममान हकया जारा ि हिकषक बचचो म छष पी िई परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि यि मिसस हकया जा रिा ि हक समाज म सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि हिकषक की गषणवतता पर भी परशन हचहन लग रि ि हिकषको की जवाबदिी की माग उठन लगी ि यहद िम हिकषको को अपन वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना चािर ि रो हिकषा वयवसथा म ऐसा वारावरण बनाना िोगा जिा व उततरदाहयतव सवय लना पसद कर लहकन हिकषको की जवाबदिी सषदढ और सषहनहशचर करन स पिल उनक हलए एक वारावरण रयार हकया जाना चाहिए हजसका उललि इस लि म हकया गया ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201856

एक हिकषक का कायत समाज म वषणो स सममानजनक रप स दिा जारा रिा ि हिकषको क हलए ईमानदार जानी आहद जस हविषणो का भी परयोग हकया जारा ि एक हिकषक का कायत बिआयामी ि वि अपन बचचो म छष पी िई परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि एक हिकषक बचचो क हलए मागतदितक दाितहनक और हमत िोन क साथ समाज और राषट हनमातरा भी ि िम सभी लोग यि भी मिसस कर रि ि हक समाज म स सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि और zwjतयोहक हिकषा सामाहजक परणाली का अहभनन अग ि हिकषा क सरर क दारा यि भली भाहर जाना जा सकरा ि हक समाज म जीवन क मलयो का zwjतया सरर ि

किन का रातपयत यि ि हक हिकषा का सरर एक सचक क रप म यि हदिारा ि हक समाज म जीवन की गषणवतता zwjतया ि हिकषक हिकषा की एक िषरी ि इसीहलए हिकषक-हिकषा की गषणवतता कसौटी पर ि रथा हिकषक-हिकषको क योगदान पर भी परशनहचहन लग रि ि हिकषक क पास बिआयामी कायत िोर ि हजसम वि बचचो हवदालय बचचो क मारा-हपरा समाज रथा राषट की सवा करर ि जब व कोई ऐसा उततरदाहयतव सभालर ि रो उनकी जवाबदिी रय िोनी चाहिए zwjतयोहक इसम उनको अपन कायत क सबि म दसर वयहzwjतर क परशनो का जवाब दना बनरा ि

यि जवाबदिी नहरक जवाबदिी बनरी ि जब आरररक इचछा िहzwjतर दारा वयहzwjतर िमिा कष छ अचछा करन क हलए अहभपरररर रिरा ि विी दसरी जवाबदिी म वयहzwjतर अपन ससथा क परहर

उततरदायी रिरा ि zwjतयोहक जो कायत उस वयहzwjतर को हदया जारा ि उसको उस बस परा करना िोरा ि zwjतया िम हसफत कायत को करना िी ि या उस कायत का परदितन भी बिर अचछा करना ि zwjतया आपन कभी अनषभव हकया ि हक जो हिकषक अपन वयवसाय स सरषषट ि व नए-नए उततरदाहयतव लना पसद करर ि और zwjतया व सफलरा की भी सी हढया चढर ि एक वयहzwjतर जब अपन कायत क परहर समहपतर रिरा ि रो यि समझा जारा ि हक वि अपन कायत स सरषषट ि दसर िबदो म कि रो यहद हिकषक अपन वयवसाय म परी ररि स समहपतर ि रो उसकी जवाबदिी भी सषदढ िोगी यहद िम हिकषको को उनक वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना ि रो हिकषा वयवसथा म ऐस वारावरण बनाना िोगा जिा व उततरदाहयतव लना पसद कर हिकषको की जवाबदिी सषदढ बनान क हलए हनहमनहलहिर वारावरण रयार हकया जा सकरा ि

मशकषको को मनणषय लन की अनममत हिकषक क पास हनणतय करन की िहzwjतर िोनी चाहिए हक व zwjतया पढाए और बचचो क सीिन का मलयाकन हकस परकार कर या बचचो को कस समझ यि हिकषक िी िोरा ि जो बचचो दारा मिसस हकए जान वाल सामाहजक सासकहरक और भाषायी अवरोिो की परिाहनयो को सीि-सीि मिसस कररा ि हिकषा म गषणवतता का लकय रब रक निी परापर हकया जा सकरा जब रक हक िमार पास ऐस हिकषक न िो हजनकी हनषठा सदिो स पर िो हजनम िम परी ररि स हवशवास कर सक

शिकषक की जवाबदही स शिकषा वzwjयवसzwjा की गणवता म सधार 57

सतत एव वयापक मलयाकन स जवाबदहीहवदालय म हभनन-हभनन पषठभहम वाल बचच पढन आर ि हवहवि पषठभहम स आए बचचो का अपना अनषभव िोरा ि और यि बचच अपनी गहर स सीिर ि हवहवि पषठभहमयो और हवहभ नन कषमराओ वाल बचचो को पढाना एक चषनौरी ि एक अचछी मलयाकन और परीकषा पधिहर सीिन की परहकरया का अहभनन अग बन सकरी ि हजसम बचच और हिकषा रत दोनो को िी हववचानातमक और आलोचनातमक परहरपषहषट स फायदा िो सकरा ि मलयाकन ऐसा िो जो यि सषहनहशचर कर हक बचच सफलरापवतक पढ और बढ रथा अपन पणत रप म हनिर हवहवि कषतो म उतकषटरा को मानयरा हमलनी चाहिए रथा उसका सममान िोना चाहिए मलयाकन म इस बार पर जोर िोना चाहिए हक जो पढाया गया ि उसक परहर बचचा हकरना जवाबदि रिा ि न हक उसक याद करन की कषमरा का उसकी जवाबदिी म कई बार िाहमल िोगी जस हक उस जो पढाया गया ि उसका अपन जीवनानषभव रथा दसरी रमाम चीजो स सबि जोडन की योयरा सीिी गयी चीजो क बार म नए और आशचयतजनक ररीक स सवाल बनान की कषमरा आहद बचचो क उपलहबि सरर क साथ-साथ बचच की अहभरहच उसक सवरत रप स सीिन की कषमरा का मलयाकन िोना चाहिए अर यि समझना जररी ि हक मलयाकन की परहकरया को बदलकर बचच क सीिन क अनषभवो पर आिाररर और गषणवतता को आिार बनाकर मलयाकन हकया जाए यहद हिकषक ऐस मलयाकन को सषहनहशचर कर सक हक हवहविरा अपन पणत रप म हनिर और मलयाकन म इस बार

पर जोर हदया गया हक जो पढाया गया ि उसक परहर बचचा हकरना जवाबदि रिा ि रो अवशय इसम हिकषक की भी जवाबदिी बनरी ि

मशकषण पश म हो रह कषय का सामना हिकषक वि िषरी ि हजसक इदत-हगदत हिकषा वयवसथा घमरी ि वरतमान सदभत म रजी स बढ रिी सकली वयवसथा और हवततीय घाट वाली हसथहर म समषहचर सखया म हिकषको की अनषपलबिरा एक नए ररि क हिकषको क आगमन की ओर बढरी ि सकली हिकषक की सामाहजक हसथहर म रजी स हगरावट आ रिी ि रथा हिकषक को सरकारी सकल क रमाम कष परिासन और बीमाररयो क हलए हज ममदार ठिराया जारा ि जबहक इसको पिचाना भी जा रिा ि हक हिकषक का उततरदाहयतव काफी मितवपणत ि

अपयाषपत मशकषक बचचो और हिकषको का अनषपार कई कषतो म अपहकषर मानक स काफी नीच ि और अहिकाि ििरी कषतो क सकलो म हिकषको की बिलरा ि एक हिकषक वाल 96 परहरिर सकल गरामीण कषतो म हसथर ि इसका मरलब यि ि हक हिकषको क पास बचचो को सकलो म रिन और उनि हसिान क हलए जो आवशयक ि उसक हलए न रो समय और न िी ऊजात

गर-शमकषक काम सकली हिकषको क पास पढान क अलावा कई और ररि क काम िोर ि जस mdash गरामीण हवकास योजनाओ क हलए आकडो को एकत करना राषटीय जनगणना चषनाव क काम और अनय परचार कायत इनस व ककषा स दर िोर जार ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201858

मशकषको को मनमाषण और सजन की ओर बढन की परणा ममल सरकार और समाज म ऐसी पररहसथहरया बननी चाहिए हजनस हिकषको को हनमातण और सजन की ओर बढन की पररणा हमल हिकषको को इस बार की आजादी िोनी चाहिए हक व नए परयोग कर सक और सपरषण की उपयषzwjतर हवहिया और अपन समषदाय की समसयाओ और कषमराओ क अनषरप नए उपाय हनकाल सक

पशासमनक वयवसथा म समानता हिकषको को भरथी करन की परणाली म इस परकार पररवरतन हकया जाए हक उनका चयन उनकी योयरा क आिार पर वयहzwjतर हनरपकष रप स और उनक कायत की अपकषाओ क अनषरप िो हिकषको का वरन और सवा की िरज उनक सामाहजक और वयावसाहयक दाहयतव क अनषरप िो और ऐसी िो हजनस परहरभािाली वयहzwjतर हिकषण वयवसाय की ओर आकषट िो यि परयतन हकया जाए हक पर दि म वरन म सवा िरणो म और हिकायर दर करन की वयवसथा म समानरा का वाछनीय उदशय परापर हकया जा सक हिकषको की रनारी और रबादल म वयहzwjतर-हनरपकषरा लान क हलए हनददिक हसधिार बनाए जाए उनक मलयाकन की एक पधिहर रय की जाए जो सपषट िो आकडो एव रथयो पर आिाररर िो और हजसम सबका योगदान िो जवाबदिी क मानक रय हकए जाए अचछ कायत को परोतसहिर हकया जाए और हनहषकरयरा को हनरतसाहिर उचच गरि म ररzwjतकी क हलए हिकषको को उहचर अवसर

हदए जाए और हिकषको की जवाबदिी रय करन क हलए मौजदा वररषठरा आिाररर सरचना को परदितन आिाररर सरचना म बदला जाए

हिकषको की जवाबदिी को सषहनहशचर बनाना कोई आसान काम निी ि zwjतयोहक हिकषको क परदितन को मापना कहठन ि उसस परापर िोन वाल lsquoपररणामोrsquo का कोई हनिातररर मानक निी ि िालाहक सकलो म पढाई क दौरान हकए जान वाल हनरीकषणो रथा बचचो क परीकषा पररणामो आहद स अधयापन सररो क अचछ या हनमन िोन क कष छ सकर अवशय हमल सकर ि

मनषकरषहिकषा समाज की परगहर और बौहधिक हवकास का आवशयक अग ि हकसी भी दि की हिकषा वयवसथा उस दि क राषटीय हिरो और लकयो की पहरत म सिायक िोरी ि राषट और समाज की उननहर क हलए यि अतयर आवशयक ि हक उसकी भावी पीढी को गषणवततापणत हिकषा परापर िो सक यहद हिकषक अपन वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि िोरा ि रो िम अपनी भावी पीढी को गषणवततापणत हिकषा द सकर ि लहकन हिकषको की जवाबदिी सषदढ बनान क हलए एक वारावरण रयार करना िोगा जसmdash हिकषको को हनणतय लन की अनषमहर हिकषको को हनमातण और सजन की ओर बढन की पररणा दना गर-िहकषक काम निी कराना हिकषको की कमी को दर करना परिासहनक वयवसथा म समानरा लाना हिकषण पि म िो रि कषय को रोकना रथा बचचो क सरर एव वयापक मलयाकन स हिकषको की जवाबदिी पzwjतका करना आहद

शिकषक की जवाबदही स शिकषा वzwjयवसzwjा की गणवता म सधार 59

सदभष एनसीईआरटी 1991 उभरत भारतरीय सिाज ि मिकक और मिका एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2002 मदालयरी मिका क मलए राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2007 lsquoपरीकषा परणाली म सषिारrsquo राषzwjटरीय फरोकस सिलह का आधार परि एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2007 lsquoहिकषा क लकय एव पाठयचयात बदलाव क हलए वयवसथागर सषिारrsquo राषzwjटरीय फरोकस सिलह का आधार

परि एनसीईआरटी नयी हदलली एनसीटीई 2009 राषzwjटरीय अधयापक मिका पाठयचयाया रपरखा एनसीटीई नयी हदलली

सह पाधयापक कषतीय हिकषा ससथान भोपाल

हिकषक की वयावसाहयक परगहर की जब बार की जारी ि रो उस कवल पदोननहर स जोड हदया जारा ि यि भषला हदया जारा ि हक हिकषक कवल एक पद िी निी ि बहलक एक सामाहजक उततरदाहयतव ि और उस कवल पदोननहर स िी निी जोडा जा सकरा यि कवल एक पिा िी निी हमिन भी ि पर यि िारणा इरनी दढ िो गयी ि हक हिकषक की वयावसाहयक परगहर क हलए नीहर-हनिातरण सरकारी हवदालयो क सरर पर सरकार कररी ि और हनजी हवदालयो क सरर पर हवदालय परबिन हिकषक की इस नीहर-हनिातरण म कोई भहमका भी िो सकरी ि इस पर गौर भी निी हकया जारा पररणामसवरप हिकषक पदोननर िोर-िोर परिासक रो बन जारा ि पर इस परहकरया म हिकषक किी िो जारा ि हसफत सरकार और परबिन िी निी सवय हिकषक भी इस िारणा स अछरा निी ि और वि भी इस बिी-बिाई परहकरया म ढल जारा ि परसरषर आलि म हिकषक की इस नीहर-हनमातण म कसी भहमका िोनी चाहिए और आज की सचार रकनीकी कस उसकी इस भहमका क सफल हकरयानवयन म उपयोगी िो सकरी ि इस पर हवचार परसरषर हकय गय ि और एक हिकषक की हिकषक क रप म िी वयवसाहयक परगहर कस सभव िो सकरी ि इस बार म सषझाव हदय गय ि

पदोननहर या प-सकल म वहधि क रप म िोरा ि इस परहकरया का अवलोकन करन पर आप यि अनषभव कर सकर ि हक हिकषक को भी एक छात बना हदया गया ि और यि कायतिालाए आहद उसकी परीकषाए ि इनिी स उस गषजर कर अपन वयवसाय की अगली सीढी रक पिचना ि जसा हक एक छात भी कररा ि यि सिी ि हक सीिन की परहकरया जीवन म अनवरर चलरी ि और सभी इसस गषजरर ि लहकन यि सीिना सवय

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सोशल मीमिया मशकषक की वयावसामयक पगमत का नवीन उपकरण

हचता हसि

हिकषक की वयावसाहयक परगहर क हलए सरकार और हवदालय परबिन न एक रयिषदा ढाचा बना रिा ि इसम कायतिालाओ सहमनारो हवषय हविषजो क वयाखयानो और परहिकषणो पर जोर हदया जारा ि य कायतिालाए एक सीमा रक उपयोगी रो िोरी ि और इनम भाग लकर हिकषक कष छ िद रक लाभाहनवर भी िोरा ि लहकन जयादा बडा लाभ उस िहकषक सरर पर निी परिासहनक सरर पर हमलरा ि यि लाभ

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क परयासो स जयादा अचछी ररि हकया जा सकरा ि हिकषक भी यहद सवय इस परहकरया को हनिातररर कर इसका हनयामक बन रो यि परहकरया अहिक कारगर िो सकरी ि इसक हलए हिकषको को सवय आग आना िोगा आपस म एक-दसर क साथ काम करना िोगा यि धयान भी रिना िोगा हक सामहिक िोन की यि परहकरया परिासहनक लाभो क हलए न िो जसाहक पराय िोरा ि एक हिकषक क रप म अपन हवषय पर और अपन हवदाहथतयो पर उसकी पकड और परभावी िो इसक हलए िो समिीकरण की यि परहकरया सचार यषग म बिर आसान िो गयी ि और हिकषको को इस सषहविा का लाभ लना िोगा सोिल मीहिया म अपन दनहदनी जीवन म रो व हकरयािील िोर िी ि यिी हकरयािीलरा वयवसायगर भी िो सकरी ि इस पर भी हिकषको को धयान दकर आग आना िोगा रकनीक रो उदशय हनरपकष िोरी ि यि एक िहथयार निी उपकरण ि हजस कष िलरा स उपयोग करन वाला एक नयी दषहनया का हनमातण कर सकरा ि और हिकषक रो सवाभाहवक हनमातरा ि वि छात का भहवषय हनमातण कररा ि और परकारानरर स दि का भी

एक हिकषक को यि सबस पिल समझना िोगा हक इस आदित को वि वयविार क िरारल रक उरार एक हिकषक िी यि कर सकरा ि बस उस इसक हलए पारपररक और बिी-बिाई रीर स िटकर आिषहनक और आज क सदभत म सोचना िोगा

मशकषक सगठन mdash वयावसामयक पगमत क मलएहिकषको का सगठन आपसी सियोग स वयावसाहयक परगहर क हलए िो परिासहनक निी िहकषक िो

अहिकारो क परहर सघषत क हलए िी निी दिभर म हिकषको क अनक सगठन ि और व जररी भी ि लहकन व एक-आयामी ि दिभर म फल दसर सभी सगठनो की ररि व भी अपन अहिकारो की बार िी जयादा करर ि और इस िी वयावसाहयक परगहर स जोडर ि यि वयावसाहयक परगहर हिकषक क वयवसाय का एक आयाम िो सकरी ि लहकन वयावसाहयक परगहर का मल अथत हिकषक की अपन हवषय क परहर जागरकरा उसक बार म हनररर अधययन उसम नवाचार और हिकषण म इस परकार परापर नवीनरम जानकाररयो उपलहबियो और अपन हवषय क नय आयामो को छातो रक पिचाना भी ि अभी िमारी हिकषा वयवसथा का जो ढाचा ि उसम हनिातररर पाठयकरम को रय समय म परा कराकर हिकषक क करतवय की पहरत िो जारी ि और उसक कायत का मलयाकन उसक हवषय म हकरन परहरिर छात सफल रि इसक दारा कर हलया जारा ि यिा हकरन परहरिर हवदाथथी हकरन परहरिर अको म सफल िए यिी मापदि हिकषक की हिकषक क रप म सफलरा का सचक ि जोर सफल रिन पर ि सीिन-हसिान पर निी ि

इस परकार िम दिर ि हक हि कषक और परिासनपरबिन क बीच काम का बटवारा िो गया ि एक ओर हिकषक सगठन जिा अपन अहिकारो क हलए एकजषट रिर ि विी दसरी ओर परिासन परबिन उनकी रयिषदा वयावसाहयक परगहर क चरणो की पहरत क हलए हवहभनन ररि की कायतिालाओ सहमनारो हवषय हविषजो क वयाखयानो और परहिकषणो की वयवसथा और उस पर अमल क हलए सहकरय रिरा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201862

हिकषक दारा हिकषक की और हिकषक क हलए जसी वयवसथा अभी भी पणतरः हवकहसर निी िो पायी ि जो हकसी भी परजाराहतक वयवसथा का आिार िोरी ि जस जनरा परजारत म सवय रय कररी ि हक उस कसा नरतव और नीहर चाहिए और उस नरतव को zwjतया करना चाहिए वसा िी हिकषक को भी करन का अहिकार और अवसर दना चाहिए

हिकषा क बार म हिकषक को िी रय करन का अहिकार िोना चाहिए और उसकी बार को िी अहरम माना जाना चाहिए

मशकषक नीमत-मनमाषता क रप मगािी जी इस बार म हवचार करन वाल सबस पिल वयहzwjतर थ उनका मानना था हक हिकषा कसी िोनी चाहिए उसका सवरप कसा िोगा और कस वो दी जायगी य हिकषाहवद सरकार रथा हवदरजन रय निी करग बहलक हिकषक और उनक साथ छात वगत इस परहकरया म योगदान करन वाला एक मात समि िोगा हिकषक को नीहर-हनमातरा क रप म आग आना िोगा उस अपनी वयावसाहयक परगहर क हलए परहिकषण कायतिालाओ हिकषण सामगरी पाठयकरम हनिातरण आहद म सीि और एकमात िसरकषप करन को रयार रिना िोगा जबहक हिकषक की परगहर हिकषक क दारा िी हनिातररर िोगी रो उसक पालन की बिरर हसथहरया बनगी और पररणाम बिरर िोग

हिकषक एक समि क रप म अपनी आवशयकराओ जस mdash परहिकषण की जररर परापर परहिकषण का हवशलषण हिकषा और हिकषण पर सलाि दकर इस परकार की गहरहवहियो को जयादा कारगर बना सकरा ि अपना लकय पणत कर सकरा ि उनि परासहगक

बना सकरा ि और अपन सीहमर समय का बिरर उपयोग कर सकरा ि

इसक हलए हिकषक को परहिकषण की हजममदारी सवय लनी िोगी और परिासन एव परबिन को उस यि दनी िोगी सहमनार परहिकषण वयाखयान टकमीट और इन सबका बाद म अनषसरण इसस परापर जानकाररयो का ककषाओ म उपयोग हवषय हविष क समिो का हनमातण राहक जानकाररयो का आदान-परदान कर ककषा म उनि अपनाया जा सक आहद इसक अग ि

जब हिकषक यि रय करगा रो वि यि भी धयान रि पाएगा हक इसस उसका हिकषण परभाहवर न िो zwjतयोहक हवदालय की समय सीमा का धयान भी रिा जाना जररी ि

मश कषक mdash अचछा मशकषण और सीखन क नय आयाम अचछा हिकषण और सीिना कसा िोना चाहिए इन बारो पर एक हिकषक जयादा अचछ स गौर कर सकरा ि मलभर जीवन मलयो को दहनक जीवन स कस जोडा जा सकरा ि वि इस पर बिरर काम कर सकरा ि अरः हिकषक की वयवसथागर परगहर को हिकषण की परहzwjतटस स भी जोडना िोगा इसक हलए उस हदया जा रिा परहिकषण अकादहमक पाठ पर निी ककषा म पढाय जा रि पाठ पर िोना चाहिए इस परहकरया का अवलोकन सवय हिकषक दारा िी िो यि हिकषक क सवय क हवदालय म या दसर हवदालय म हकया जा सकरा ि इसहलए उनि ऐसी कायतिालाए दी जानी चाहिए हजसम उन हवषयगर पाठो पर चचात िो जो व पढा रि िो इसक हनिातरण म हिकषक िी मितवपणत भहमका हनभा सकरा ि

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इसक अलावा सवाधयाय भी हिकषक को मजबर बनारा ि और इसक अनक माधयम आज उपलबि ि सचार रकनीक और सोिल मीहिया उसम मितवपणत सथान रिर ि

सोशल मीमिया mdash मशकषक की वयावसामयक पगमत का एक उपकरणिमारी िरी की सचार-कराहर न िम जो सषहविाए उपलबि करायी ि और िमार जीवन म जो बदलाव आया ि उसकी सबस मजबर अहभवयहzwjतर सोिल मीहिया क रप म िई ि फसबषक टहवटर और विाटसएप मसनजर आहद कई माधयम और पलटफामत आज िम उपलबि ि इनिोन िम आपस म सवाद करन जोड रिन और अहभवयzwjतर करन म इरना सियोग हकया ि हक एक परी दषहनया िमारी मषटी म हसमट आयी ि जसा हक किा जारा ि िर चीज अब हसफत एक हzwjतलक पर उपलबि ि सामाहजक जषडाव का सिzwjतर माधयम िोन क कारण इस सोिल मीहिया नाम हदया गया ि जो साथतक ि बस इसकी साथतकरा इसक सकारातमक उपयोग म ि

िमम स कोई भी इन माधयमो क उपयोग स अछरा निी ि हिकषक भी निी िोगा और िोना भी निी चाहिए आवशयकरा बस इस बार की ि हक वो इस माधयम को अपनी वयवसाहयक परगहर क हलए एक उपकरण की ररि काम म ल िहथयार की ररि निी और मनोरजन या समय गषजारन क सािन क रप म भी निी

सोिल मीहिया क इस पलटफामत को सटाफरम की ररि काम म हलया जा सकरा ि बस उसकी नकारातमकरा िावी न िो जाय इसका धयान रिना

िोगा यि सवसथ बिस का मच बन वाद-हववाद का निी

हिकषक को नटवहकइ ग भी करनी चाहिए हजसस समान हवचारिारा क दसर हिकषक उसस जषड इस नटवहकइ ग म कवल हि कषक िी िहमल न िो बहलक हिकषा म और उसकी परगहर म रहच रिन वाल छातो क अहभभावक एव छात भी िहमल िो इसका कारण यि ि हक हिकषण एक ऐसा वयवसाय ि हजसक बार म परायः िर वयहzwjतर यि राय रिरा ि हक इस कस हकया जाना चाहिए या इस कसा िोना चाहिए

इस परकार समान हवचारिारा और वयवसाय क लोग जब जषडर ि रो हवचारो क आदान-परदान स बिन मजबर िोरा ि नय ररशर बनर ि और अपन वयवसाय क परहर जषडाव गिरा िोरा ि सोिल मीहिया इसक हलए सबस अचछा माधयम ि इसस वयवसाय म मदद सलाि सचना हिकषण म मदद करन वाल नय उतपादो रथा हवषय हविषजो की हविषजरा का सीिा लाभ आसानी स हमल जारा ि इस ररि सोिल मीहिया एक उपलहबि भी ि

अब िम दि हक हकस ररि सोिल मीहिया क य हवहभनन उपकरण हिकषक की वयवसाहयक परगहर म योगदान द सकर ि

bull मर mdash इसका सबस बिरर उपयोग परशन करक हकया जा सकरा ि एक परशन म आप अनक उततर पा सकर ि हिकषा क बार म बार कर सकर ि इस पर सहकरय रिकर एक हिकषक सवय बिस क अररातषटीय और राषटीय रथा सथानीय मषदो रक पर अपनी राय रि सकरा ि और दसरो क हवचार जान सकरा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201864

bull educhatkinderchatniedchatieeytalking mdash इसम हिकषक की सिायरा करन वाल कष छ अहर परचहलर अवयव ि

bull फसबक mdash फसबषक पर अपनी सहकरयरा को एक हिकषक दसर हिकषको क साथ एक समि रयार कर रचनातमक अहिगम िल आिाररर अहिगम जस नवाचारो को अपनान क बार म अपनी राय रि सकर ि राय ल सकर ि अपन दारा हकय गय नवाचारो को परदहितर कर सकर ि और उस पर सषझाव परापर कर सकर ि और द सकर ि

bull ास-ऐप mdash िमम स लगभग परतयक आज वाटस-ऐप पर सहकरय ि अकला भी और हकसी न हकसी समि म भी य अबरक का सबस सिzwjतर सोिल मीहिया उपकरण ि हिकषको को भी इस पर अपना गरषप बनाना चाहिए बस उसका उदशय वयावसाहयक परगहर याहन अपन हवषय स सबहिर जानकारी म परगहर करना िोना चाहिए यिी इस माधयम की सकारातमकरा ि हक इसस रषरर आपको लाभ हमल जार ि हिकषको को भी इस माधयम का उपयोग बषहधिमरापणत रप स कर अपनी वयावसाहयक परगहर को आिार दना चाहिए

bull इस माधयम क वॉयस-कॉल और वीहियो-कॉल जस फीचर हिकषक को अपन काम को वासरहवक समय म दसरो रक पिचान म मददगार िो सकर ि हकसी भी हवषय पर सामहिक हवचार-हवमित म िाहमल िो सकर ि सबस अचछी बार यि ि हक इसम कागजी कायतवािी स छष टकारा हमल जारा ि zwjतयोहक सब कष छ अपन-आप सव िोरा जारा ि और उसक िो जान का िररा भी निी रिरा इस पर

एक हवषय पर उरन हिकषक हवचार कर सकर ि हजरन एक zwjतलास म छात िोर ि

bull ऑनलाइन नटवहकइ ग हिकषको को अपना एक सवय का नटवकत हवकहसर करना चाहिए यि आमन-सामन एक-दसर स हमलन हवचारो क आदान-परदान सभी कषतो क सभी लोगो स बारचीर करन अपन िोिपचणो को सबक साथ साझा करन सवय की वबसाइट हवकहसर करक सभी रक पिचान इतयाहद म मदद कररी ि इस सबस आप अपन काम क बार म लोगो को यि बरा सकर ि हक आप हिकषण और उसकी परहकरया क बार म zwjतया हवचार रिर ि और इस पर उनक हवचार और सषझाव भी जान सकर ि

मशकषण का अतराषषटीय आयाम mdash इzwjरनzwj और सोशल मीमिया की भममकाहिकषण अब एक अररातषटीय मषदा बन गया ि हिकषक अब बािर और अपन दि क अलावा दसर दिो की हिकषा और हिकषा पधिहर पर धयान दन लग ि राहक विा िो रि नवाचारो को अपनाकर अपनी वयवसाहयक परगहर को दढ कर सक हभनन-हभनन दिो म हभनन-हभनन हवषयो क हिकषण म अनक नवाचार हकय जार रि ि और हकय जा रि ि

जापान म हिकषको क आपसी सियोग स हकया जान वाला हिकषण बिर परचहलर हिकषण पधिहर ि अररातषटीय सरर पर उतसषकरा जगारी रिी ि

इस पधिहर म हिकषको क आपसी सियोग स एक पाठ रयार हकया जारा ि उनक हिकषण का अवलोकन और हफर हवशलषण हकया जारा ि हिकषक एक-दसर स सीिर ि अपन हवचार साझा करर ि रथा उनि अपन हिकषण म सथान दर ि

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यि हिकषको क हलए एक िषला मच िोरा ि जिा वि हवचार-हवमित करर ि वयावसाहयक परगहर म आपसी सियोग का यि जापानी उदािरण िम भी अपना सकर ि और यि सब आभासी िरारल पर इटरनट और सोिल मीहिया की मदद स भी हकया जा सकरा ि

उपसहार हिकषा एक अनवरर चलन वाली परहकरया ि और हिकषक इसका चालक ि चालक का हनषपार िोना इस परहकरया म बिर सिायक िोरा ि हिकषक को इस बार म सवय परयास करन िोग उस नीहर हनिातरको

परिासको और परबिन की ओर न दिकर सवय इस हदिा म आग कदम बढाना िोगा सचना रकनीक क इस यषग म रो यि और भी आसान िो गया ि और वि बगर अपन कायतसथल अपन आस-पास अपन घर स दर जाए हनररर सहकरय रि सकरा ि यि दषहनया उसकी अगषहलयो पर हसमट आयी ि बस उस एक हzwjतलक भर करना ि एक परी दषहनया उसक हलए उपलबि िो जारी ि और वि कवल एक हिकषक िी निी रि जारा बहलक हिकषा का हनयामक भी बन सकरा ि आवशयकरा बस इस नय माधयम क सकारातमक पकषो को अपनान की ि

पररचयहवजान गतयातमक और हनररर पररवहितर जान का भिार ि हजसम अनषभव क नए-नए कषतो को िाहमल हकया जारा ि मानव का यि परयास रिा ि हक हवशव को समझन क हलए अवलोकनो क आिार पर अविारणाओ क नए मॉिल सथाहपर हकए जाए राहक हनयमो रथा हसधिारो रक पिचा जा सक एक परगहरिील समाज म हवजान मनषषय को गरीबी क कष चकर स बािर हनकालन अनहभजरा रथा अिहवशवास स दर करन म मषहzwjतरदारा की भहमका हनभा सकरा ि आज मानव का सामना रजी स बदलर िए हवशव स िो रिा ि जिा लचीलापन नवाचार रथा सजनातमकरा मितवपणत कौिल ि अरः हवजान-हिकषा क सवरप को हनिातररर करर समय इन मितवपणत कौिलो का धयान रिा जाना चाहिए अचछी हवजान-हिकषा वि ि जो हवदाथथी क परहर जीवन क परहर और हवजान क परहर िरी िो

उचच पराथहमक सरर पर हवजान को सजानातमक हवकास क सररो क अनषरप एक परमषि हवषय क रप

म पाठयचयात म िाहमल हकया जाना चाहिए इस सरर पर इसका पराथहमक सरर पर पढाए जा रि पयातवरण अधययन स हवजान क रतवो की ओर करहमक पररवरतन िो जारा ि यि आवशयक ि हक बचच क जान का हवकास िो और यि उसक आस-पास की वसरषओ स परापर अनषभवो स िषर हकया जाए बचच को सरल रकनीकी इकाइयो और मॉिलो को हिजाइन करन क हलए िाथ स काम करक और जनन रथा यौन सवासथय क बार म अहिकाहिक सीिर रिन क हलए पररहचर अनषभवो दारा हवजान क हसधिारो को समझन म िाहमल करना चाहिए वजाहनक अविारणाओ को मषखयरः गहरहवहियो परयोगो एव सवदकषणो क दारा समझा जाना चाहिए हवदालय और आस-पास की जान वाली समि गहरहवहिया बचचो क बीच आपसी चचातए हिकषक व बचचो क बीच चचातए सवदकषण आकडो क वयवसथापन रथा परदितहनयो क माधयम स परदितन सीिन-हसिान क मितवपणत घटक िोन चाहिए

उचच पाथममक सतर पर मवजान सीखन क पमतफल (ककषा 6 स 8)

11मवशर

पाठयकरम मनमनमलमखत मवरयो पसगो (थीम) पर आधाररत ह जो अतरमवरयक पकमत क ह mdash

y भोजन y पदाथत y सजीवो का ससार (जीव जगर) y गहरिील वसरषए वयहzwjतर एव हवचार y वसरषए कस कायत कररी ि y पराकहरक घटनाए y पराकहरक ससािन

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 67

पाठयचयाष सबधी अपकषाएउचच पराथहमक सरर पर हवजान पाठयचयात का उदशय हनमनहलहिर का हवकास करना ि mdash

y वजाहनक परकहर एव वजाहनक सोच y वजाहनक जान की परकहर की समझ जस mdash जाचन योय एकीकर अपयातपर नीहर-हनरपकष हवकासातमक

एव रचनातमक परकहर y हवजान क परहकरया कौिल हजसक अरगतर अवलोकन करना परशन उठाना सीिन क हवहभनन ससािना की

िोज िोज अनवषण की योजना बनाना पररकलपना का हनमातण एव उनकी जाच आकडो का सगरिण हवशलषण एव वयाखया िरष हवहभनन उपकरणो का उपयोग करना वयाखया म परमाणो दारा समथतन दना वकहलपक वयाखयाओ पर हवचार करन और उनक मलयाकन िरष समीकषातमक हचरन करना सवय क हवचारो पर मनन करना आहद िाहमल ि

y हवजान क उदभाव क ऐहरिाहसक पकष की समझ y पयातवरणीय सरोकारो क परहर सवदनिीलरा y मानव गररमा एव मानव अहिकारो लहगक समरा ईमानदारी एकरा सियोग क मलयो एव जीवन क

सरोकारो क परहर आदर

ककषा 6 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y परशन उठाना और उततरो की िोज करना mdash मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो जस mdash वनसपहर रि पषषप आहद

को अवलोकन योय हविषराओ जस mdash बाहय आकहर बनावट कायत गि आहद क आिार पर पिचान करर ि

y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क आिार पर भद करर ि जस mdash ररष (रि) एव िाग म मसला एव रिदार जड म हवदषर-चालक एव हवदषर-रोिक म आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash पदाथणो को हवलय अहवलय पारदिथी पारभासी एव अपारदिथी क रप म पररवरतनो को उतकरमणीय िो सकर ि एव उतकरमणीय निी िो सकर क रप म पौिो को िाक झाडी वकष हवसपथी लरा आरोिी क रप म आवास क घटको को जव एव अजव घटको क रप म गहर को सरल रिीय वरषतल एव आवरथी क रप म आहद

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash पिष चार म पोषक रतव कौन-स ि zwjतया समसर भौहरक पररवरतन उतकरमणीय हकए जा सकर ि zwjतया सवरतरापवतक लटका िआ चषबक हकसी हविष हदिा म अवहसथर िो जारा ि

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash भोजन और अभावजनय रोग वनसपहर एव जरषओ का आवास क साथ अनषकलन परदषको क कारण वायष की गषणवतता आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201868

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash पादप रिो का परससकरण पौिो एव जरषओ म गहर छाया का बनना समरल दपतण स परकाि का परावरतन वायष क सघटन म हवहभननरा वमथीकपोसट (कहमकपोसट) का हनमातण आहद भौहरक राहियो जस mdash लबाई का मापन करर ि रथा मापन को एसआई मातक (अररातषटीय मातक-परणाली) म वयzwjतर करर ि

y जीवो और परहकरयाओ क नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash पषषप क भाग सहिया हनसयदन (ह फलटर करना) जल चकर आहद

y अपन पररवि की सामहगरयो का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash हपनिोल कमरा पररसकोप हव दषर टाचत आहद

y वजाहनक अविारणाओ की समझ को दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash सरषहलर भोजन िरष भोजय पदाथणो का चयन करना पदाथणो को अलग करना मौसम क अनषकल कपडो का चयन करना हदकसची क परयोग दारा हदिा का जान करना भारी वषातअकाल की पररहसथहरयो स हनपटन की परहकरया म सषझाव दना आहद

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash भोजन जल हवदषर क अपवयय और कचर क उतपादन को नयनरम करना वषात जल सगरिण पौिो की दिभाल अपनान िरष जागरकरा फलाना आहद

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 69

ककषा 7 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स परशन उठाना और उततरो की िोज करना

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो जस mdash जरष रि दारो क

परकार दपतण और लस आहद को अवलोकन योय हविषराओ जस mdash छहवआकहर बनावट कायत आहद क आिार पर पिचान करर ि

y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क आिार पर भद करर ि जस mdash हवहभनन जीवो म पाचन एकहलगी व हदहलगी पषषप ऊषमा क चालक व कष चालक अमलीय कषारकीय व उदासीन पदाथत दपतणो व लसो स बनन वाल परहरहबब आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash पादप व जरष रि रथा भौहरक व रासायहनक पररवरतन

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash zwjतया फलो (रगीन फलो) क हनकषत का उपयोग अमलीय-कषारीय सचको क रप म हकया जा सकरा ि zwjतया िर रग स हभनन रग वाल पततो म भी परकाि सशलषण की परहकरया िोरी ि zwjतया सफद रग का परकाि बिर स रगो स हमलकर बनरा ि आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash िवा की गहर का वायष दाब स हमटटी क परकार का फसल उतपादन स मानव गहरहवहियो स जल सरर क कम िोन स आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash जरष रिो का परससकरण ऊषमा सविन क ररीक मानव व पादपो क हवहभनन अग व रत हवदषर िारा क ऊषमीय व चषबकीय परभाव आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201870

y रासायहनक अहभहकरयाओ जस mdash अमल-कषारक अहभहकरया सकषारण परकाि सशलषण शवसन आहद क िबद-समीकरण हलिर ि राप सपद दर गहरमान पदाथणो की चाल सरल लोलक की समय गहर आहद क मापन एव गणना करर ि

y नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash मानव व पादप अग-रत हवदषर पररपथ परयोगिाला-वयवसथाए रिम क कीड क जीवन-चकर आहद

y गराफ बनार ि और उसकी वयाखया करर ि जस mdash दरी-समय का गराफ

y अपन पररवि की सामगरी का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash सटथोसकोप एनीमोमीटर इलzwjतटोमगनट नयटन की कलर हिसक आहद

y वजाहनक अनवषणो की किाहनयो पर पररचचात करर ि और उनका मितव समझर ि

y वजाहनक अविारणाओ की समझ को दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash अमलीयरा स हनपटना हमटटी की जाच एव उसका उपचार सकषारण को रोकन क हवहभनन उपाय काहयक परवितन क दारा कहष दो अथवा दो स अहिक हवदषर सलो का हवहभनन हवदषर उपकरणो म सयोजन हवहभनन आपदाओ क दौरान व उनक बाद उनस हनपटना परदहषर पानी क पषनःउपयोग िरष उपचाररर करन की हवहिया सषझाना आहद

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash सावतजहनक सथानो पर सवचछरा परबिन िरष अचछी आदरो का अनषसरण परदषको क उतपादन को नयनरम करना हमटटी क कषरण को रोकन क हलए अहिकाहिक वकष लगाना पराकहरक ससािनो क

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 71

अतयहिक उपयोग करन क पररणामो क परहर लोगो को सवदनिील बनाना आहद

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201872

ककषा 8 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स परशन उठाना और उततरो की िोज करना

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क

आिार पर भद करर ि जस mdash पराकहरक एव मानव हनहमतर रिो सपकत और असपकत बलो हवदषर चालक और हवदषर रोिक क रप म रिव पदाथणो पौिो और जरषओ की कोहिकाओ हपिज और अिज जरषओ म आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash िारषओ और अिारषओ िरीफ और रबी फसलो उपयोगी और िाहनकारक सकमजीवो लहगक और अलहगक परजनन िगोलीय हपिो समापर िोन वाल एव अकषय पराकहरक ससािन आहद

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash दिन क हलए आवशयक िरज zwjतया ि िम अचार और मषरबबो म नमक और चीनी zwjतयो हमलार ि zwjतया रिव समान गिराई पर समान दाब िालर ि

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash िवा म परदषको की उपहसथहर क कारण िम-कोिर का बनना अमल वषात क कारण समारको का कषरण आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash मनषषय और जरषओ म परजनन धवहन का उतपनन िोना रथा सचरण हवदषर िारा क रासायहनक परभाव बिपरहरहबबो का बनना जवाला की सरचना आहद

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 73

y रासायहनक अहभहकरयाओ जस mdash िारषओ और अिारषओ की वायष जल रथा अमलो क साथ अहभहकरयाओ क हलए िबद-समीकरण हलिर ि

y आपरन और परावरतन कोणो आहद का मापन करर ि y सकमजीवो पयाज की हझलली मानव गाल की

कोहिकाओ आहद क सलाइि रयार करर ि और उनस सबहिर सकम लकषणो का वणतन करर ि

y नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash कोहिका की सरचना आि मानव जनन अगो एव परयोग सबिी वयवसथाओ आहद

y अपन पररवि की सामहगरयो का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash इकरारा इलzwjतटोसकोप अहन िामक यत आहद

y वजाहनक अविारणाओ को समझकर दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash अमलीयरा स हनपटना हमटटी की जाच एव उसका उपचार सकषारण को रोकन क हवहभनन उपाय काहयक परवितन क दारा कहष दो अथवा दो स अहिक हवदषर सलो का हवहभनन हवदषर उपकरणो म सयोजन हवहभनन आपदाओ क दौरान व उनक बाद उनस हनपटना परदहषर पानी क पषनःउपयोग िरष उपचाररर करन की हवहिया सषझाना आहद

y वजाहनक अनवषणो की किाहनयो पर पररचचात करर ि और उनका मितव समझर ि

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash ससािनो का हववकपणत उपयोग करक उवतरको और कीटनािको का हनयहतर उपयोग करक पयातवरणीय िररो स हनपटन क सषझाव दकर आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201874

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

मवशर आवशयकताओ वाल बचचो क मलए (पयाषवरण अधययन एव मवजान)कष छ हवदाहथतयो को पयातवरण अधययन रथा हवजान सीिर समय ककषा क भीरर रथा बािर आयोहजर परयोगो और िाथ स करन वाल हकरयाकलापो म गहरिीलरा रथा कायतसाहिर कौिलो क हलए सियोग की आवशयकरा िो सकरी ि ऐस ह वदाथथी अपन पाठ क अधययन म अनषकहलर या वकहलप क गहरहवहिया अनषकहलर उपकरण अहरररzwjतर समय सचना एव सचार परौदोहगकी (ICT) क उपयोग क अवसर हकसी वयसक या साथी क सियोग आहद उपलबि कराए जान स लाभाहनवर िोर ि जो उनि बाहिरा क कारण हमल निी पार ि

अरः कष छ हविष हसथहरयो म हनमनहलहिर अहरररzwjतर दिभाल अपहकषर ि mdash

दमषzwjबामधत बचचो क मलए

y अमरत रथा कहठन अविारणाए y परयोग हजनम हविष रप स िारीररक सषरकषा िाहमल ि y अहिक समय की आवशयकरा y बोित पर चॉक स हलिना परयोग परदितन गराफ और हचतो दारा परसरषरीकरण आहद जसी दिकर समझी

जान वाली जानकारी

शरवणबामधत बचचो क मलए

y अमरत िबदो की समझ रथा अमरत अविारणाओ जान हवचारो क मधय जषडाव (हवजान की कष छ अविारणाओ जस mdash परकाि-सशलषण आवास सकमजीव आहद हजनि हवदाथथी हबना दशय परसरषरीकरणो क निी समझ सकर ि)

y परयोगो का सचालन y ऐस परशनो को िल करन म जिा एक आयाम की जगि एक स अहिक आयामो जस mdash सखया

आकार आकहर रग आहद क आिार पर वसरषओ की रषलना की जाए

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 75

सजानातमक रप स बामधत तथा बौमधिक असमथषता वाल बचचो क मलए

y हवजान की रकनीकी भाषा को समझना y हवहभनन अविारणाओ क मधय अथतपणत कहडयो सबिो को सथाहपर करना (जस mdash दाब रथा बल क मधय) y योजना बनाना सषवयवहसथर करना करमीकरण रथा सामानयीकरण y अमरत अविारणाओ को समझना y हवजान क परयोगो का परबि रथा सचालन करना

पराथमिक मिकषक जलराई 201876

बालमन कछ कहता ह 12

िोरा ि उदशय हवजान काकरना समसया का समािानकरक वजाहनक परयतनकरना सजन नवीन जान

अपनाकर lsquoपरहकरयाrsquo हवजान की रच हवजान क lsquoउतपादrsquoसमझकर कषमरा सवय की कर दर अिहवशवास

अपनाकर हवहिया हवजान की करक वजाहनक हकरयाकलाप बन वजाहनक आप बनाए समाज को उननर

अपनाकर पधिहर हवजान की करक नई-नई बार मालमसवय समझ आप कर वजाहनक परयास

सहविान का ि यिी किना वजाहनक दहषटकोण िो सबका अपना कर सजन रमन बोस कलाम की ररि करक िोज सतय की

कर भारर को मिान बनाए भारर को मिान

सषनील कष मार गौड

मिकक-पमिकक पाठयचयात हवभाग राजय िहकषक अनषसिान एव परहिकषण पररषद उततरािणि दिरादन-248008

कमवता 13

मवजान की मशकषा

एनसीईआरzwjी क कछ अनय पकाशन

Joy of Theatre` 21000pp181Code mdash 13171

ISBN mdash 978-93-5292-017-4

vfd tkudkjh osQ fy o`Qik wwwncertnicin nsf[k vFkok dkWihjkbV i`B ij fn x irksa ij Okikj izcad ls laioZQ djsaA

सगीत` 18000pp148Code mdash 13173

ISBN mdash 978-93-5292-020-4

एनसीईआरzwjी क कछ अनय पकाशन

कठपतली क खल एव अमभनय हत कहामनया

` 5000 पषठ 34कोि mdash 13161

ISBN mdash 978-93-5007-859-4

मलखन की शारआत एक सवाद` 16500 पषठ 132

कोि mdash 32107ISBN mdash 978-93-5007-268-4

लखको क तलए तदशा तनददश

bull लदख सरल भाषा म तरा रोचक होना चाकहएbull लदख की कवषय-वसत 2500 सद 3000 या अकधक शबदो म डबल सपदस म टककत होना वाछनरीय हbull कचत कम सद कम 300 dpi म होनद चाकहएbull ताकलका गाफ कवषय-वसत कद सार होनद चाकहएbull कचत अलग सद भदजद जाए तरा कवषय-वसत म उनका सरान सपषट रप सद अककत ककया जाना

चाकहएbull शोध-पतो कद सार कम सद कम साराश भरी कदया जाएbull लदखक लदख कद सार अपना सकषिzwjपत कववरण तरा अपनरी शकषिक कवशदषजञता अवशय भदजbull शोधपरक लदखो कद सार सदभथ की सयचरी भरी अवशय दbull सदभथ का परारप एनसरीईआरटरी हाउस सटाइल कद अनसार कनमनवत होना चाकहए ndash

सदन गzwjपत मजरीत 2013 परारमभकzwjबरालzwjयरावसथराzwjदखभरालzwjऔरzwjमिकषरा परीएचआई लकनिग परा कल कदललरी

लदखक अपनद मौकलक लदख या शोध-पत सटॉफ़ट कटॉपरी (ययनरीकोड म) कद सार कनमन पतद पर या ई-मदल पर भजद ndash

अकादतमक सपादकपराथतमक तशषिक

परारतभक तशषिा तरभागराषzwjटीzwjय शतषिक अनसिान और परतशषिण पररषद

शी अरतरद मागवा नzwjयी तदलली 110 016ई-मल ndash prathamikshikshakgmailcom

रजि न 3242776

  • Cover I
  • Cover II
  • Chapter_Prathmik Shikshak july 2018
  • Cover III
  • Cover IV
Page 5: ISSN 0970-9312 izkFkfed f’k{kd - NCERT...भ ष हवच र हभव यह तर क सबस स तर म ध यम िै। हिंदी भाषा, स ंसार

सवाद

बचच अपन पररवि म अनक परकार क अनषभवो को गरिण करर िए पलर और बढर ि राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 बचचो क सकली जीवन को बािर क जीवन स जोडन का समथतन कररी ि बाल-क हरि र हि कषण अहि गम परहकरयाए अपनान पर बल दरी ि रथा हवहभ नन कौिलो का हवकास करर िए जान सजन करन की बार किरी ि ह िकषा क इन उदशयो की पहरत क हलए ह िकषको की भहमका अिम िो जारी ि

ह िकषा क कषत म आज अनको नवाचार िो रि ि ह िकषक सहमनार कॉनफस परहिकषण कायतकरमो आहद म भाग लकर सवय को सामहयक बनाए रिन का परयतन कर रि ि उनक यि परयतन सरािनीय ि अपन दारा हकए गए परयासो को व दसरो क साथ हवहभ नन माधयमो दारा जस mdash सोिल मीहिया पहतकाओ इतयाहद क दारा साझा भी कर रि ि

िमार इस अक म भी ह िकषका दारा हकए गए कष छ ऐस िी परयास हवचार लि जस mdash समाविी ह िकषा हवदालय परबिन सहमहर सगीर की िहzwjतर भावातमक हवकास बाल-क हरिर ह िकषा सोिल मीहिया का परयोग ह िकषको की जवाबदिी आहद िाहमल ि

आिा ि यि अक आपको पसद आएगा आप भी पहतका क हलए लि भज सकर ि लिको क हलए हदिा-हनददि पहतका क अर म हदए गए ि पहतका म सषिार िरष आप िम अपन सषझाव भज सकर ि

अकादमिक सपादक

1

महदी माधयम क मशकषक-पमशकषओ की वतषनीगत अशमधियो क मनराकरण हत उपचारातमक हसतकषप

कायषकरम क पभाव का पयोगातमक अधययनअदलीब

भाषा हवचाराहभवयहzwjतर का सबस सिzwjतर माधयम ि हिदी भाषा ससार की सषवयवहसथर भाषाओ म स एक ि भाषा क दो मषखय रप ि mdash मौहिक रथा हलहिर हजस परकार मौहिक भाषा म िबदो क िषधि उचचारण म अिषहधिया िो सकरी ि उसी परकार हलहिर भाषा म छात परायः िबदो क िषधि रप-लिन अथवा वरतनी म भी अिषहधिया करर ि वरतनी का िाहबदक अथत ि mdash वरतन या अनषवरतन अथातर पीछ-पीछ चलना अिषधि वरतनी क रीन मषखय कारण ि mdash

महदी वणषमाला क वणणो का सही जान न होनाहिदी वणतमाला क कष छ वणणो क दो रप परचहलर िोन क कारण सयषzwjतराकषरो क आकार रथा माताओ क परयोग का सिी जान न िोन क कारण वयजनो क सयोग क हनयम हवभहzwjतर-हचहन रथा पचम वणत क उहचर परयोग का जान न िोना आहद कारणो स भी छात लिन म अिषहधिया करर ि

अशधि उचचारणहिदी धवहनयो क उचचारण रथा धवहन हचहनो की समरपरा क कारण अिषधि उचचारण िोन स वरतनी क भी अिषधि िोन की आिका बनी रिरी ि

सहायक परोफसर आईएएसई जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय नयी हदलली

लख

हजस परकार मौहिक भाषा म िबदो क िषधि उचचारण म अिषहधिया िो सकरी ि उसी परकार हलहिर भाषा म छात परायः िबदो क िषधि रप-लिन अथवा वरतनी म भी अिषहधिया करर ि िषधि वरतनी हिकषण म पराथहमक सरर पर अधयापक की भहमका क मितव को समझर िए इस िोि-पत म भावी अधयापको अथातर (िीएलएि हिदी माधयम) क परथम वषत म अधययनरर 50 महिला रथा पषरष हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का अधययन हकया गया उनकी वरतनी सबिी अिषहधियो क हनराकरण क हलए इस परयोगातमक िोि म पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क मधय म उपचारातमक िसरकषप कायतकरम भी हदया गया िोि क पररणामो म यि कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण म परभावी पाया गया

पराथमिक मिकषक जलराई 20186

वयाकरण क मनयमो का जान न होनासहि क हनयम उपसगत और परतयय क योग स िबद बनान क हनयम हलग वचन रथा हवकार सबिी हनयम आहद का उहचर जान न िोन क कारण वरतनी सबिी अिषहधिया िोरी ि

हिदी भाषा क िषधि उचचारण रथा वरतनी हिकषण म अधयापक की भहमका अहर मितवपणत ि हविषकर पराथहमक सरर पर zwjतयोहक पराथहमक सरर पर सीिी गयी भाषा भहवषय म सीि जान वाल जान की आिारहिला ि इसी हवषय को धयान म रिर िए पराथहमक सरर पर हिदी-हिकषण क हलए परहिकषण ल रि हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का अधययन हकया गया

समसया कथन समसया कथन इस परकार ि mdash हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का परयोगातमक अधययन

चरो की पररचालन पररभारा वतषनीगत अशमधिया mdash एनसीईआरटी दारा हनहमतर दसवी ककषा की हिदी की पाठयपषसरक म आचायत मिावीर परसाद हद वदी दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का ििनrsquo नामक हनबि का शषरलि हिकषक-परहिकषषओ को हदया गया वरतनीगर अिषहधियो का रातपयत इस लि म हिकषक-परहिकषषओ दारा की जान वाली वरतनी सबिी अिषहधिया ि

उपचारातमक हसतकषप कायषकरम mdash उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण क हलए पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क मधय म सचाहलर गद-हिकषण की lsquoसपषटीकरण हवहिrsquo पर आिाररर रथा िोिाथथी दारा हनहमतर हतहदवसीय कायतकरम िमहदी माधयम क मशकषक-पमशकष mdash हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ स अहभपराय जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय क िीएलएि कायतकरम परथम वषत (हिदी माधयम) म अधययनरर सती एव पषरष हि कषक-परहि कषको स ि

अनसधानातमक पशन1 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा

हिकषक-परहिकषषओ दारा की गई हिदी की वरतनीगर अिषहधियो का वरतमान सरर zwjतया ि

2 zwjतया उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ दारा की गई वरतनीगर गलहरयो का हनराकरण करन म परभावकारी ि

शोध क उदशय1 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा

हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी हिदी की वरतनीगर अिषहधियो की रषलना करना

2 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का अधययन करना

3 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव की रषलना करना

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 7

शोध की शनय पररकलपनाए1 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी

हिदी की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

2 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का कोई साथतक परभाव निी पडरा ि

3 हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव म कोई साथतक अरर निी ि

शोध का सीमाकन1 इस िोि का सीमाकन कवल राषटीय राजिानी

कषत हदलली रक हकया गया ि 2 यि िोि कवल जाहमया हमहललया इसलाहमया

हवशवहवदालय म िीएलएि कायतकरम म अधययनरर हिकषक-परहिकषषओ रक सीहमर ि

3 यि िोि कवल हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ रक सीहमर ि

शोध मवमध तथा अनसधानातमक अमभकलपपरसरषर िोि म परयोगातमक हवहि का परयोग हकया गया ि इस िोि म परयोगातमक हवहि क lsquoएकल समि पवत परीकषण ndash पशच परीकषण अहभकलपrsquo का परयोग हकया गया ि

जनसखया एव नयादशष परसरषर िोि की लकय जनसखया ( t a r g e t population) हदलली म िीएलएि पाठयकरम हिदी माधयम म अधययनरर समसर हिकषक-परहिकषष ि इस िोि क हलए जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय म िीएलएि हिदी माधयम म

अधययनरर 24 पषरष रथा 26 महिला हिकषक-परहिकषषओ का अधययन हकया गया नयादित (sample) क चयन म lsquoसोदशय नयादित रकनीकrsquo (purposive sampling technique) का परयोग हकया गया

शोध उपकरणो का मनमाषण तथा पदतो की सकलन पमकरया िोिक न पवत चयहनर नयादित पर एक समि क रप म हिदी वरतनी सबिी उनक जान का हनदानातमक परीकषण हकया हजसक हलए िोिक न एनसीईआरटी दारा हनहमतर दसवी ककषा की हिदी की पाठयपषसरक स आचायत मिावीर परसाद दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का िणिनrsquo नामक हनबि का चयन हकया इस हनबि का चयन इसम हिदी भाषा क कष छ रतसम िबद रपो रथा रढ िबदावली क परयोग क कारण हकया गया पवत परीकषण म िोिक क दारा आचायत मिावीर परसाद दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का िणिनrsquo नामक हनबि सपषटरः पढ जान क साथ-साथ हिकषक-परहिकषषओ को अपनी उततर-पषहसरकाओ म शषरलि हलिन का भी हनददि हदया गया पवत परीकषण क आिार पर हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो का हवशलषण हकया गया रथा इसक अनषसार उनकी वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण क हलए िसरकषप कायतकरम का हनमातण हकया गया पवत परीकषण क चार हदन पशचार हतहदवसीय िसरकषप कायतकरम का सचालन हकया गया इस कायतकरम म हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो का हनराकरण गद-अधयापन की lsquoसपषटीकरण हवहिrsquo क माधयम स हकया गया

पराथमिक मिकषक जलराई 20188

इस हवहि म हिकषक-परहिकषषओ दारा अिषधि हलि गए िबदो की िषधि वरतनी रथा अथत उपसगत परतयय समास सहि-हवचछद पयातयवाची िबद हवलोम िबद अथत परसार रथा वाzwjतय-परयोग क माधयम स उन िबदो का हवशलषण करक समझाया गया रदोपरार छातो की समझ की जाच िरष उनि एक-एक करक िोिक क दारा बोल गए िबद शयामपटट पर िषधि वरतनी क साथ हलिन क हलए किा गया िसरकषप कायतकरम का सचालन रीन हदवस रक चला इसक चार हदन पशचार हिकषक-परहिकषषओ का पशच परीकषण हकया गया हजसम उनि विी शषरलि हलिन का हनददि हदया गया जो उनिोन पवत परीकषण म हलिी थी इस कायतकरम का एक अहरररzwjतर लाभ यि िआ हक हिकषक-परहिकषष िबदो की िषधि वरतनी क साथ-साथ उनक उहचर अथत समझ पाए रथा

हवशलषण हवहि क माधयम स पयातयवाची हवलोम िबद उपसगत परतयय सहि समास आहद क हवषय म भी सीि पाए साथ िी िबदो का वाzwjतय म परयोग कर पान म भी सकषम िो पाए

पयकत सामखयकीय तकनीकपरसरषर िोि म परयोगातमक हवहि क lsquoएकल समि पवत परीकषण और पशच परीकषण अहभकलपrsquo का परयोग हकया गया ि परापर परदततो का साहखयकीय हवशलषण यषहमर नयादित परीकषण (Paired sample lsquotrsquo test) क दारा हकया गया ि

उदशय 1 स सबमध त पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी हिदी की वरतनीगर अिषहधियो की रषलना करना

तामलका 1 mdash उपचारातमक हसतकषप कायषकरम की सरचना

करस शबद अथष सपषzwjीकरण मवमध सपषzwjीकरण1 िोक दषःि िद हवलोम िषत

2 हवदमान उपहसथर परतयय हवद+मान

3 गि-सषि गिसथ सषि समास गि-सषि (रतपषरष समास)

4 िमत-िासत िमत सबिी िासत समास िमत-िासत (रतपषरष समास)

5 ससकर क गरथ ससकर की पषसरक अथत-परसार ससकर भाषा म हलिी िई विर पषसरक

6 कष हिहकषर बषरी हिकषा परापर हकय िए उपसगत कष +हिहकषर

7 सषहिहकषर अचछी हिकषा परापर हकय िए उपसगत सष+हिहकषर

तामलका 2 mdash सवततर नयादशष परीकषण ( Independent sample lsquotrsquo test)

वतषनीगत तरमzwjया अक

सखया माधय मानक मवचलन सवततरता-मिगी t का मान

p का मान

मzwjपपणी

छात 24 223 139 48 126 021 साथतक निी ि

छाताए 26 171 150

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 9

राहलका 2 स यि हनषकषत हनकलरा ि हक पषरष रथा महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

उदशय 2 स सबमधत पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का अधययन करना

राहलका 3 क अवलोकन स पररीर िोरा ि हक t अनषपार 1013 ि रथा p का मान 000 ि जो 01 हवशवसररा क सरर पर साथतक ि अरः िनय

परीकषण क शषरलि म पवत परीकषण की रषलना म

हनमन वरतनीगर अिषहधिया की गयी ि अथातर

उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी

हसधि िआ ि

उदशय 3 स सबमध त पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप

कायतकरम क परभाव की रषलना करना

तामलका 3 यममत नयादशष परीकषण (Paired Sample lsquotrsquo Test)

यम अतर t का मान

सवततरता मिगी

p का मान (Sig 2 tailed)

माधय लाभाक

मानक विचलन माधय की मानक तरवि

वरतनी सबिी तषहटया पवत एव पशच परीकषण

152 106 150 1013 49 000

तामलका सखया 4 यममत नयादशष सामखयकी (Paired Sample Statistics)

सखया माधय लाभाक मानक मवचलन माधय की मानक तरविपवत परीकषण 50 196 145 206

पशच परीकषण 50 43 48 068

पररकलपना 2 को हनरसर हकया जारा ि यि हनषकषत हनकलरा ि हक हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का साथतक परभाव पडरा ि राहलका 4 क अवलोकन स पररलहकषर ि हक पवत परीकषण का माधय लाभाक 196 ि रथा पशच परीकषण का माधय लाभाक 43 ि पशच परीकषण क हनमन माधयाक स सपषट िोरा ि हक हिकषक-परहिकषषओ दारा पशच

राहलका सखया 5 क यष म 1 का अवलोकन करन स सपषट ि हक पषरष हिकषक-परहिकषषओ क पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क सदभत म t का मान 859 ि जो 05 रथा 01 दोनो सररो पर साथतक ि हजसस यि हनषकषत हनकलरा ि हक हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म उपचारातमक िसरकषप कायतकरम परभावकारी ि इसी परकार महिला हिकषक-परहिकषषओ क पवत परीकषण रथा पशच परीकषण

पराथमिक मिकषक जलराई 201810

क सदभत म t का मान 610 ि रथा p का जो न कवल 05 सरर पर अहपरष 01 सरर पर भी साथतक ि हजसस यि सपषट चलरा ि हक महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क सषिार पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का सकारातमक परभाव पडा ि

राहलका सखया 5 का अवलोकन करन पर िम पार ि हक पवत परीकषण रथा पशच परीकषण म पषरष हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो क माधय का लाभाक 173 ि पवत परीकषण रथा पशच परीकषण म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो क माधय का लाभाक 1331 ि महिला हिकषक-परहिकषषओ का लाभाक पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म कम िोन का आिय यि ि हक पशच परीकषण म महिला हिकषक-परहिकषषओ न पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म वरतनी सबिी अिषहधिया कम की ि

शोध क पररणाम व मनषकरष1 पषरष हिकषक-परहिकषषओ रथा महिला परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

2 उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी ि

3 उपचारातमक िसरकषप कायतकरम पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म अहिक परभावकारी हसधि िआ ि

शोध क मनमहताथषपरसरषर िोि स यि सपषट ि हक पषरष हिकषक-परहिकषषओ रथा महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर न िोन का अथत सभवरः यि भी ि हक पराथहमक सरर पर हिदी भाषा

तामलका 5 यममत नयादशष परीकषण (Paired Sample t Test)

यम अतर t का मान

सवततरता मिगी

p का मान (Sig 2 tailed)

माधय लाभाक

मानक विचलन

माधय की मानक तरवि

यष म 1 वरतनीगर तषहट (छात) पवत-वरतनीगर तषहट (छात) पशच

173 987 201 859 23 000

यष म 2 वरतनीगर तषहट (छाताए) पवत-वरतनीगर तषहट (छाताए) पशच

133 1112 218 610 25 000

तामलका सखया 6 यममत नयादशष सामखयकी (Paired Sample Statistics)

माधय लाभाक सखया मानक मवचलन माधय की मानक तरवियष म 1 वरतनीगर तषहट (छात) पवत 223 24 139 283

वरतनीगर तषहट (छात) पशच 50 24 453 092

यष म 1 वरतनीगर तषहट (छाताए) पवत 1712 26 1503 295

वरतनीगर तषहट (छाताए) पशच 381 26 515 101

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 11

की वरतनी हसिान म पषरष रथा महिला म कोई अरर निी िोरा ि उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी हसधि िआ ि अरः पराथहमक सरर क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का समान परकार क िसरकषप कायतकरमो क माधयम स हनराकरण हकया जा सकरा ि उपचारातमक िसरकषप कायतकरम पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म अहिक परभावकारी हसधि िआ ि इसका कारण सभवरः यि ि हक सामानयरः महिलाए पषरषो की रषलना म अहिक रीवर गहर स भाषा सीिरी ि रथा भाषा को िषधि रप म बोलन का आदित अनषकरण िीघररा स कर लरी ि

आग शोध क मलए सझाव bull हिदी भाषा क िषधि रप को हलिना हसिान क

हलए वरतनी-िषहधि अहर आवशयक ि इसक हलए उपचारातमक िसरकषप कायतकरम अतयर सिायक हसधि िो सकर ि अरः इनक परयोग दारा भाषा िषहधि की जानी चाहिए

bull उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क हरिर समान परकार क िोि हवहभनन सरर क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को दर करन िरष हकय जा सकर ि

bull न कवल हिकषक-परहिकषषओ अहपरष सभी अकादहमक सररो क हवदाहथतयो की वरतनीगर अिषहधियो को िसरकषप कायतकरमो क माधयम स दर हकया जा सकरा ि

bull कष छ िसरकषप कायतकरम न कवल वरतनी-िषहधि अहपरष उचचारण-िषहधि िरष भी बनाय जा सकर ि

bull हवदालयी हिकषको की वरतनीगर अथवा उचचारण सबिी अिषहधियो क हनराकरण िरष भी कष छ आवशयकरा-क हरिर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम बनाय जा सकर ि रथा सरकारी व हनजी हवदालयो क हिकषको पर परयोग हकय जा सकर ि

कष छ उपचारातमक िसरकषप कायतकरम न कवल हिदी भाषा बहलक अनय भाषाओ क िषधि हलहिर अथवा उचचररर रप को सीिनहसिान क हलए बनाय जा सकर ि

सदभषहरवारी भोलानाथ 2011 महदरी भाषा की सरचना वाणी परकािन नयी हदललीदहिया इदष 2015 lsquoवरतनी सबिी अिषहधियो क उपचारीकरण म अधयरा क हरिर रथा कायतकलाप-आिाररर अहिगम-अधयापन

उपागम की परभाविीलरा का परायोहगक अधययनrsquo अनमषका mdash अधयापक मिका की पमरिका िि 10 (1) राषटीय अधयापक हिकषा पररषद नयी हदलली पषठ 1ndash17

हमलस जी ई एव आरएल ग 2017 िमकक अनसधान बारिवा ससकरण हपयसतन एजषकिन लदन इ लिहसि साहवती 1992 महदरी मिकण लॉयल बषzwjतस पहबलकिन हलहमटि मरठ

िरोधारथी पीएचिी (हदरीय वषत) हिकषा हवभाग हदलली हवशवहवदालय

महदी बाल कावय का बदलता सवरप और बचच

2

टीना कष मारी

समयानषरप बदलर कावय म बचचो की आकाकषाए उनका वयविार सवभाव बिबी उभरा ि बचचो क मसरी भर रोचक कारनामो और ियालो स लकर आिषहनकरा क साथ उभर बचच का अकलापन और दोसरो का अभाव सब कष छ कहवराओ म हबिरा ि बाल कावय की याता क दौरान परवहतत या एव हमजाज भी बदल ि यि लि हिदी बाल कावय क बदलाव को िी करीब स दिरा ि कावय कवल रथयो क साथ िी निी कहवराओ क बदलर हमजाज को उदािरण सहिर समझन की कोहिि कररा ि हलहिर रप म हपछल सौ वषणो क दौर का कावय मोट रौर पर कसा हदिरा ि और बचचो स कस जषडरा ि आहद की एक कडी दिन को हमलरी ि

बाल साहितय का मल आिय बालक क हलए सजनातमक साहितय स ि बाल साहितय का उदशय बाल पाठको का मनोरजन करना िी निी अहपरष उनि आज क जीवन की सचचाइयो स भी पररहचर कराना ि पराचीन बाल साहितय क रप म लोक कथाए लोररया और िलगीर हलए जा सकर ि यषग पररवरतन क साथ-साथ इनका मौहिक आदान-परदान िोरा रिा ि बाल साहितय की सषरमयी िारा ि mdash बाल कावय बाल साहितय क हवहवि अगो म बालय कावय का हवहिषट सथान ि सामानयरः नवजार स 16 वषत की आयष को बालपन माना गया ि और इनक हलए हलिा कावय बाल कावय ि पाच स चौदि वषत रक का बाल वगत बाल कावय स जषडा वासरहवक वगत ि

(िोभाल 1990) बाल कावय म रषकबदी लोरी पिहलया हिकषापरद कहवराए चषटकष ल जीभ क कररब और अगरजी राइमस स परभाहवर कहवराए रिी जा सकरी ि (घोष एव कष मार 1999) हिदी बाल कावय म लोररयो एव हििष गीरो की समधि िारा ि बाल कावय म िल गीरो को भी समाहिर हकया गया ि हिदी बाल कावय बालक क जीवन म छष टपन स िी लोररयो क रप म घषलन लगरा ि बाल कहवरा का नटिट अग हििष गीर यहद अचछ िो रो बचच क मन पर एक ररि का सथायी छाप छोडर ि और बड िोन पर भी उनका परभाव फीका निी पडरा कहवराए वणतन करन का सवाभहवक ररीका भी बिबी हसिारी ि बचचो म कलपनाओ की गहर अतयहिक रीवर िोन पर

हिदी बाल कावzwjय का बदलता सzwjवरप और बचzwjच 13

कभी-कभी असगर और असबधि िो जारी ि बचच ऐसी कलपनाओ की अहभवयहzwjतर बालगीरो म पाकर आनहदर िोर ि इस परकार क बाल गीर हनरथतक बाल गीर कि जार ि इनम कलपना की हवहचतरा िोरी ि जो परसननरा दरी ि mdash

दि जलबी जगाउसक अदर मगगाराममहरत हतपाठी क अनषसार बाल कावय का सत

लोरी ि व 3ndash5 वषत क बचचो िरष 4ndash8 पहzwjतरयो वाली रषकानर धवनयातमक िबदो वाली लयबधि कहवराओ को उहचर मानर ि आरभ म बाल साहितय बडो क हलए हलि गए साहितय क रप म िी था हफर इनिी स बचच लाभाहनवर िोन लग िनः िनः हििष गीरो और बाल कहवराओ न भी जनम हलया बाल कावय बचचो की सजीव कलपना और सिज भावनाओ की अहभवयहzwjतर का सषदर माधयम बना बचच क मन म अपन पररवि घर पररवार आसपास क मािौल और दषहनया की पिली छाप इनिी कहवराओ स पडरी ि य नटिट कहवराए कवल कहवराए निी बहलक बचचो क हलए रग-हबरग हिलौन भी ि हजनस वि मनमान ढग स िलर ि वि िसरा ि हकलकरा ि और यिा रक हक उसक साथ-साथ सवय भी रचरा ि और अपनी कलपना की भि िार कररा ि mdash

चि राजा ि िरानचलर िरदम सीना रानइसीहलए रो हबलली मौसीिीचा कररी उनक कानकलकतत स गाडी आईटॉफी हबसकष ट कल लाई

गाडी बोली ई- ई- ईआिा उसन सीटी दीअमीर िषसरो की कष छ मषकररयो और पिहलयो

दारा भी बाल कावय की झलक हमलरी ि उदािरणाथत mdash एक थाल मोरी स भरा सबक हसर पर औिा िराचारो ओर वि थाली हफर मोरी उसम एक न हगर

(आकाि)भहzwjतरकालीन एव रीहरकालीन कहवयो दारा

हलिी गई सरल भाषा वाली कष छ कहवराए बालको क हलए उपयोगी ि साथ िी रसिान एव सरदास दारा lsquoशीकषण का बाल वणतनrsquo अहदरीय ि हकरष य सभी बाल कावय की शणी क पमानो पर परी ररि स िर निी उररर बाल कहवरा बालमन क हनकट की बालक क हलए रचना िोरी ि जबहक बालक दारा रहचर रचना बडो क हलए भी िो सकरी ि और परायः िोरी ि बचच भी बडो स जयादा बार किन की कषमरा रिर ि बाल कहवरा अपन समय क बचच स िी पररणा क हलए िोरी ि उदािरण क हलए समय हविष की जररर परभाव वारावरण इतयाहद का धयान िोन स िी रचना सदा परासहगक बनी रिरी ि बाल कावय अथातर बचचो का कावय बालयावसथा की कष छ हविषराए या परवहततया जसmdash हजजासा कलपना रचनातमकरा हनददि सयम की परवहतत आतम परदितन की परवहतत अनषकरण की परवहतत सपिात सिानषभहर हवनय और आवरतन इतयाहद िोरी ि ऐसा कावय जो इन परवहततयो को धयान म रिकर हलिा जाए विी उततम कावय ि कलपना कावय की भाषा िोरी ि बाल कावय कलपना वभव स सपनन कावय ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201814

परकािमनष की पषसरक महदरी बाल कमता का इमतहास म मोट रौर स बाल कहवरा को हनमनहलहिर रीन चरणो म बाटा ि mdash 1 परारहभक यषग (1901ndash1947)2 गौरव यषग (1947ndash1970)3 हवकास यषग (1971 )

सवरतरा स पवत क समय म गषलामी क बिनो को काटन क हलए बालको क वयहzwjतरतव हनमातण की पररणा स िषर-िषर म सायास बाल कहवराए हलिी गइइ व दिभहzwjतर और उपदिातमकरा क भार स अहरिय दबी िई कहवराए ि बाल कावयकार बालक क वयहzwjतरतव को आदिणो और सासकहरक पषठभहम क अनषसार ढालना चािरा था अरः मनोवजाहनक दहषट बाल कावय म पणतरः हवकहसर निी िो पाई हकरष इसी दौर म िडी बोली हिदी कहवरा क जनमदाराओ म स एक पहिर शीिर पाठक उललिनीय ि हिदी क परारहभ क बाल गीरकारो म हगन जान वाल शीिर पाठक जी न बाल सवभाव बाल-मनोवहतत एव बाल-मनोहवजान का धयान रिर िए सरकत रा क साथ-साथ बाल कावय क हलए हवषयो का चयन हकया ि इनकी कहवराओ का चचल एव हिलदपन िास रौर स भारा ि इस कहवरा म भाररीय वारावरण की गमतजोिी और बचच का लगाव एव उसका कलपना ससार दोनो िी बहढया ढग स सामन आर ि इसका एक उदािरण इस परकार ि mdash

ldquoबाबा आज दल छ आएहचजजी-हपजजी कछष न लाए बाबा zwjतयो निी हचजजी लाएइरनी दली छ zwjतयो आएrdquo

इसी दौरान हवदाभषण हवभष की lsquoघम िाथी झम िाथीrsquo बडी चहचतर रचना रिी हवदाभषण हवभष न हिदी क परारहभक दौर म अनक सषदर हििष गीर हलिकर एक बड अभाव की पहरत की इस काल म lsquoहििषrsquo एव lsquoबालसिाrsquo जसी मितवपणत बाल पहतकाओ न बाल कहवरा को आग ल जान म मितवपणत भहमका हनभायी ldquoमहथलीिरण गषपर रामनरि हतपाठी अयोधया हसि उपाधयाय lsquoिररऔिrsquo जी क इस काल म बाल कावय की हिदी कहवरा म आग चलकर जो रप और परवहततया हदिाई पडी mdash चाि नाटकीय ढग की कथातमक कहवराओ का चलन िो या हफर धवनयातमक परभावो क जररए बचचो क मन को ररझान और परभाहवर करन की कोहिि बीज रप म य सभी चीज हिदी बाल कहवरा क इस दौर स आरी िrdquo (मनष 2003)

इस िारा म आग का समय (1947 स 1970) यिा उभरी सषदर एव हवहवि परवहततयो को और हवसरार दन वाला रिा हिदी बाल कहवरा हजरनी मषzwjतर और बिरगी इस दौर म थी उसन जसी अदभषर उडान भरी और जीवन हजरना िषलकर नाटकीय सवगो क साथ इस यषग की बाल कहवरा म आया वि अहदरीय था हनरकार दव सवक सवदशवरदयाल सzwjतसना दामोदर अगरवाल इतयाहद नामो न इस दौर को बिचहचतर एव सदव लषभावनी बनी रिन वाली बाल कहवराए दी उदािरणाथत mdash

ldquoइबनबररा पिन क जराहनकल पड रफान मथोडी िवा नाक म घषस गई थोडी घषस गई कान मrdquo

(सवदशवरदयाल सzwjतसना)

हिदी बाल कावzwjय का बदलता सzwjवरप और बचzwjच 15

यि कहवरा एक अजब सी कॉमिक zwjटजडरी का आभास दरी ि lsquoइबनबरराrsquo जसा कोई दमदार पात बाल कावय म निी हदिरा इसी समय शी परसाद जी की कहवराए छद और लय की उसरादी और सपणतरा का अिसास दरी ि उदािरणाथत mdash lsquoमषगद की िादीrsquo का रोचक हचत दहिए mdash

ldquoढम-ढ ढम-ढम ढोल बजाराकद-कदकर बदरछम-छम घघर बाि-बाि नाचराभाल मसर कलदर कष ि-कष ि क कोयल गारीमीठा-मीठा गाना मषगद की िादी म ि बसहदन भर मौज मनानाrdquo

(शी परसाद)सोिनलाल हदवदी सषहमतानदन पर रामिारी

हसि lsquoहदनकरrsquo बालसवरप रािी इतयाहद बाल कावय की रजपणत हवभहरया इसी समय कायतरर थी

दामोदर अगरवाल रहचर lsquoहबजलीrsquo पर हलिी सववोततम कहवरा इसी काल की ि बाल कावय की याता म रमि रलग की यि कहवरा एक नया आयाम और पडाव दरी ि mdash

ldquoअल छष बि िो गईआगल बषिाल लमममी क कमल की रीद थमाल लrdquoइस कहवरा म एक बचचा ि और उसकी

वयसररा क सभी कारण सचच ि यि सहकरय और हज ममदार बचचा काफी िरफनमौला ि और बचच की एक नई छहव दरा ि रमि रलग की यि कहवरा

बाल कावय को एक नई सोच बदलरी छहवयो और पररीको की ओर मागत हदिान म अहदरीय ि 1971 अब रक का समय वि ि जब एक निी अहपरष रीन स चार पीहढयो क कहव एक साथ बाल कावय सजन म लीन थ इस दौर म हदहवक रमि परयाग िषzwjतल चरिदतत इदष गोपीचद शीनगर इतयाहद कहव सजन म लग थ यि जानना मितवपणत ि हक इस दौर की कहवरा दारा पिली बार हवचार रतव का दिल हदिाई हदया बचच पर बसर और पढाई का बोझ रथा उसकी भीररी दषहनया की उलझन बाल कहवरा म नजर आइइ कई परमषि बाल कहवयो न इस दौर म बचच क लगारार भारी िोर िए बसर क बोझ और उसस दबकर lsquoमषहzwjतरrsquo क हलए कारर अनषरोि करर बचच क कारण माहमतक हचत आहद अपनी कहवराओ म उकर ि बचच की हवविरा हनिायर सचच और हदयरिावक क रप म जसी बाल कहवरा म परकट िई ि वसी िायद िी किी और सामन आई इसी ररि आिषहनकरा क साथ बचच का अकलापन और दोसरिीनरा भी कहवराओ म झलकी ि इस दौर की बाल कहवरा सपनो की घाटी म िी हवशाम निी लरी बहलक बदल िए समय की मषहशकलो और आपदाओ स भी दो-चार िोरी ि िम दि सकर ि हक बाल कहवराओ की याता क दौरान परवहततया एव हमजाज भी बदल ि बाल कावय चाि जस भी दौर स गषजरा हकरष यि सतय ि हक कहवरा न हपछल सौ बरसो स पीढी-दर-पीढी भाररीय बचपन का मानहसक और भावातमक पोषण हकया उस उनमषzwjतर िसी उमग और मीठी हिला हिलािट दी बचचो की कलपना और हजजासा-हकषहरजो का हवसरार

पराथमिक मिकषक जलराई 201816

करक उस सहदय इसान और बिरर नागररक बनान की पषखरा नीव रिी

हिदी बाल कावय िम भाषा और सपरषण क हवकास की नीव परदान कररा ि धवहन अपन पराकहरक पररवि परपरा और सामाहजक रिन-सिन स सयोहजर िोरी ि हजस पराकहरक और सामाहजक पररवि म बचचो की मानहसकरा का हवकास िोरा ि बाल कावय उसस िी परररर िो भाषा का हवकास कररा ि इस साहितय म झाककर दि रो िम बचचो क सवभाव और हवकास करम का एक रोचक पररचय हमलरा ि और भाषा की वाहचक िरोिर क एक मितवपणत हिसस को दि पार ि बाल कावय की मौहिक िारा न जान कब स बचचो क भावो सदभणो जीवन पररवरतन को गहर व हवसरार दर िए एक पीढी स दसरी पीढी को द रिी ि वरतमान म बाल कावय मौहिक परपरा क हलए दादा-दादी का साहनधय सयषzwjतर पररवार िल मिली इतयाहद माधयमो का अभाव-सा िोरा जा रिा ि विी दसरी ररफ हवदालयी जीवन कडा िोरा जा रिा ि किी-किी पाठयचयात म कष छ सरर पर बाल कावय का परयोग भी

हदिरा ि हकरष बालकावय परपरा म जो अरर आय ि उनि िोजन और हवचार करन की आवशयकरा ि

मनषकरषहिदी बाल कहवराओ का यि हनहवतवाद गषण ि हक व हसफत बचचो को सबोहिर िी निी ि बहलक परी ररि बचचो की चीज ि बचचो क िलन एव गान-गषनगषनान की चीज हजन पर पिला और आहिरी िक भी बचचो का िी ि व हलिी भल िी बडो दारा गई िो मगर व ि बचचो की चीज बाल कावय अपन 100 वषणो की परपरा म हवहविरा और माता दोनो सररो पर गिन िआ ि हपछल 100 वषणो स पीढी-दर-पीढी भाररीय बचपन का मानहसक और भावातमक पोषण इन कहवराओ स िआ ि िमारी lsquoशषहर आिाररर जान परपराrsquo म भी कहवराए अनवरर बिरी-सी रिी ि उनमषzwjतर िसी उमग और मीठी हिल-हिलािटो क साथ-साथ कहवराओ न बचचो की कलपना और हजजासा-हकषहरजो का हवसरार करक उस सहदय इनसान और बिरर नागररक बनान म मितवपणत योगदान हदया ि

सदभषघोष आिीष एव कषण कष मार (सपा) 1999 गडबडझाला राषटीय पषसरक नयास नयी हदललीिोभाल कष सषम 1990 महदरी बाल कावय ि कलपना ए पतरीक तत लाइबरी बषक सटर मालीवाडा हदलली मनष परकाि 2003 महदरी बाल कमता का इमतहास मिा बषzwjतस िािदरा

िरोधारथी हि कषा िासत हवभाग क रिीय हि कषा ससथान हदलली हवशवहवदालय हदलली

समावशी मशकषा म मशकषण अमधगम पमकरया

अहिलि यादव

3

समाविी हिकषा कवल एक दहषटकोण िी निी बहलक एक माधयम भी ि हविषकर उन लोगो क हलए हजनम कष छ सीिन की ललक िोरी ि और जो रमाम अवरोिो क बावजद आग बढना चािर ि यि इस बार को दिातरा ि हक सभी यषवा चाि व सकषम िो या हवहभनन रप स सकषम उनि सीिन योय बनाया जाए इसक हलए एक समान सकलndashकरच पवत पराथहमक हवदालय सकलो और सामषदाहयक हिकषा वयवसथा रक सबकी पिच सषहनहशचर करना बिद जररी ि यि हसफत लचीली हिकषा परणाली स िी सभव ि भारर म हदवयाग स सबहि र काननी पराविानो क इहरिास का परारभ वषत 1944 म साजजट ररपोटत स माना जारा ि हजसम यि किा गया था हक हदवयागरा यहद हविष

हवदालय क अनषकल ि रभी हदवयाग वयहzwjतरयो को हविष हवदालय म भजा जाना चाहिए इसी बार पर कोठारी आयोग (1966ndash68) न भी जोर हदया और हदवयाग लोगो की हिकषा को हिकषा नीहर का एक अहभनन अग माना भारर म समाविी हिकषा की िषरआर क हलए lsquoहदवयागो क हलए समहकर हिकषाrsquo योजना 1970 क दिक म परारभ की गयी हजसका उदशय हदवयाग बचचो को सामानय हवदालय म िाहमल करना व िहकषक अवसर परदान करन क साथ िी साथ सभी सरर पर उनि समषदाय स जोडना था इसक बाद अनक योजनाए परारभ की गयी पररष समाविी हिकषा क कषत म वषत 2000 मितवपणत ि जब एनसीईआरटी न मदालयरी मि का क मलए

समाज का हवकास मानवीय कषमरा क हवकास पर हनभतर कररा ि समाज म हवकास क हलए सभी का सियोग वाहछर ि हिकषा समाज क हवकास म सबस मितवपणत कारक ि हिकषा को वयहzwjतर की दकषरा बढान का सािन िी निी बहलक लोकरत म सहकरय भागीदारी हनभान और अपन सामाहजक जीवन-सरर म सषिार क हलए भी आवशयक माना जारा ि भारर म हदवयागो की सखया अहिक ि और इनक हवकास क हबना दि का पणत हवकास सभव निी ि भारर म हदवयागो क हलए हिकषा वयवसथा का एक बदलरा सवरप हदिाई द रिा ि वो ि mdash lsquoसमाविी हिकषाrsquo

पराथमिक मिकषक जलराई 201818

पाठयचयाया राषzwjटरीय की रपरखा 2000 म समाविी हवदालयो पर बल हदया भारर म समाविी हिकषा क हलए वषत 2009 मितवपणत रिा zwjतयोहक इसी वषत lsquoहिकषा का अहिकार अहिहनयमrsquo पाररर हकया गया हजसम 6ndash14 वषत क बचचो को हनःिषलक एव अहनवायत हिकषा का सविाहनक अहिकार परदान हकया गया

अररातषटीय सरर पर समाविी हिकषा क हलए lsquoसलमाका सममलनrsquo 1994 मील का पतथर साहबर िआ यि सममलन जन 1994 म सपन क सलमाका ििर म आयोहजर िआ हजसम 92 दिो क परहरहनहियो व 25 अररातषटीय ससथाओ न भाग हलया इस सममलन का परमषि हनणतय था lsquoसभी क हलए हिकषा हजसम बचच यषवा और हविष आवशयकरा वाल लोगो (हदवयागो) को सामानय हिकषा वयवसथा म हिकषा परदान करनाrsquo

यनसको (2016) क अनषसार समाविी हिकषा का रातपयत उस हिकषा स ि जो mdash1 यि हवशवास कररी ि हक सभी बचच सीि सकर

ि और सभी बचचो की अलग-अलग परकार की हविष आवशयकराए िोरी ि

2 हजसका लकय सीिन की कहठनाइयो की पिचान और उनका परभाव नयनरम करना ि

3 जो औपचाररक हिकषा स बािर ि और घर समषदाय एव हवदालय स बािर हिकषा क अनय अवसरो पर भी बल दरी ि

4 अहभवहततयो वयविारो हिकषण हवहि पाठयकरम एव वारावरण को पररवहरतर करन की वकालर कररी ि राहक सभी बालको की हविष आवशयकराए परी िो सक

समावशी मशकषासमाविी हिकषा स अहभपराय ि हक वि हिकषा हजसम हदवयाग एव अनय सामानय हवदाथथी को एक साथ एक िी ककषा म भदभाव रहिर वारावरण म हिकषा परदान की जाय हजसस हदवयाग हवदाथथी समाज म आसानी स समायोहजर िो जाए जसा हक एनसरीएफ 2005 म बरलाया गया ि हक समाविन की नीहर को िर सकल और सारी हिकषा वयवसथा म वयापक रप स लाग हकए जान की जररर ि बचच क जीवन क िर कषत म वि चाि सकल म िो या बािर सभी बचचो की भागीदारी सषहनहशचर हकए जान की जररर ि सकलो को ऐस क रि बनाए जान की आवशयकरा ि जिा बचचो क जीवन की रयारी कराई जाए और यि सषहनहशचर हकया जाए हक सभी बचचो िासकर िारीररक या मानहसक रप स असमथत बचचो समाज क िाहिए पर जीन वाल बचचो और कहठन पररहसथहरयो म जीन वाल बचचो को हिकषा क इस मितवपणत कषत क सबस जयादा फायद हमल

यहनसफ यनसको की ररपोटत एनसीएफ 2000 एव 2005 म बरलाया गया ि हक समाविी हिकषा म हदवयाग (िारीरर क हदवयाग दहषट बाहिर हदवयाग वाक बाहिर हदवयाग सवहलनरा सीिन की अकषमरा यषzwjतर हदवयाग) िहकषक हपछड भाषायी अलपसखयक सामाहजक-आहथतक रप स कमजोर बचच गरामीण पषठभहम क बचच जनजारीय बचच घषमर समाज क बचच कामकाजी समि क बचच आहद िाहमल ि

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 19

मवदाथथी एव मशकषक mdash समावशी मशकषा सकलो म अzwjतसर िम कष छ हगन-चषन बचचो को िी बार-बार चषनर रिर ि हजसस इस छोट समि को रो ऐस अवसरो स फायदा िोरा ि उनका आतमहवशवास बढरा ि और व सकल म लोकहपरय िो जार ि लहकन दसर बचच बार-बार उपहकषर मिसस करर ि और सकल म पिचान जान और सवीकहर की इचछा उनक मन म लगारार बनी रिरी ि रारीफ करन क हलए िम शषठरा और योयरा को आिार बना सकर ि लहकन अवसर रो सभी बचचो को हमलन चाहिए और सभी बचचो की हवहिषट कषमराओ को भी पिचाना जाना चाहिए और उनकी रारीफ िोनी चाहिए इसम हविष जरररो वाल बचच भी िाहमल ि हजनि हदए गए काम को परा करन म जररर समय या मदद की जररर िोरी ि जयादा अचछा िोगा अगर हिकषक ऐसी गहरहवहियो की योजना बनार समय ककषा म बचचो स चचात कर और यि सषहनहशचर कर ल हक परतयक बचचा अपना योगदान द पाए इसीहलए योजना बनार समय हिकषको को सभी की भागीदारी पर हविष धयान दन की जररर ि यि उनक परभावी हिकषक िोन का सचक बनगा सकल परिासको और हिकषको को यि समझना चाहिए हक जब हभनन सामाहजक-आहथतक और सासकहरक पषठभहम और हभनन कषमरा सरर वाल लडक-लडहकया एक साथ पढर ि रो ककषा का वारावरण और भी समधि रथा पररक िो जारा ि

सभी परकार क बचचो जस आहथतक रप स कमजोर (गरीब) कामकाजी बचचो को िाहमल कर सषदर गरामीण बचच घषमर जनजाहर क बचच

हकसी हनहदषट सथान पर रिन वाल बचच हविष आवशयकरा वाल बचच भाषायी अलपसखयक और सीिन की अकषमरा यषzwjतर बचचो आहद को समाविी हिकषा दारा हिहकषर हकया जाना चाहिए

समाविी हिकषा म हिकषक की भहमका मितवपणत िोरी ि समाविी हिकषा की ककषा परहकरया म हिकषक क दहषटकोण (अहभवहतत) एव वयविार मितवपणत भहमका का हनवतिन करर ि राम (2014) न अपन िोि कायत म पाया हक हिकषको का हदवयाग हवदाहथतयो स परशन न पछना एव उनक गि कायत की जाच को अनय हवदाहथतयो क समान न करना इस परकार का वयविार इन बचचो को बहिषकरण की ररफ िकलरा ि हिकषको का इस परकार का दहषटकोण एव वयविार समाविी हिकषा क गठन एव सफल सचालन म कहठनाई उतपनन कररा ि सामानयरः हिकषक का दहषटकोण एव वयविार हदवयाग हवदाहथतयो क परहर सिानषभहरपणत िोरा ि हिकषक इस परकार क हवदाहथतयो को अनयो स कमजोर समझरा ि या उसकी यि अिरी समझ िोरी ि हक यि हवदाथथी सीि निी सकर हजसस य बचच ककषा म िोर िए भी अपन को ककषा स अलग पार ि जयादारर हिकषक हदवयाग एव अनय इस परकार क हवदाहथतयो क परहर सिानषभहरपणत दहषटकोण अपनार ि कलाम (2013) न अपन िोि म बरलाया हक हिकषको को सिानषभहर क बजाय समानषभहर का दहषटकोण अपनाना चाहिए हजसस य हवदाथथी अपन आप को ककषा म अनय हवदाहथतयो स हभनन निी समझ समानषभहर पणत दहषटकोण हदवयागो को अनय हवदाहथत यो क समान मजबर बनन म सिायक िोरा ि हजसस समाविी हिकषा म ककषा

पराथमिक मिकषक जलराई 201820

की सीिन-हसिान की परहकरया एक पकषीय न िोकर हदपकषीय िो जाएगी

मशकषण अमधगम पमकया mdash समावशी मशकषा एनसरीएफ 2005 म समाविी ककषा हिकषण क सबि म बरलाया गया ि हक lsquoरचनातमक पररपरकय म सीिना जान क हनमातण की एक परहकरया ि हवदाथथी सहकरय रप स पवत परचहलर हवचारो म उपलबि सामगरी गहरहवहियो क आिार पर अपन हलए जान की रचना करर ि (अनषभव) पछराछ अनवषण परशन पछना वाद-हववाद वयाविाररक परयोग व ऐसा हचरन हजसस हसधिार बन सक और हवचारहसथहरयो की रचना िो सक य सभी बचचो की सहकरय वयसररा को सषहनहशचर करर िrsquo

सकली हिकषा म अहिगम का एक बडा हिससा अब भी वयहzwjतर-आिाररर ि अधयापको को lsquoजानrsquo िसरारररर करन वालो क रप म दिा जारा ि अधयापको को उन अनषभवो का आयोजक समझा जारा ि जो बचचो क सीिन म सिायक िोर ि समाविी हिकषा म ककषा हिकषण परहकरया और अहिगम परहकरया क सबि म यनसको एनसीईआरटी न अपनी ररपोटत म कई मितवपणत सषझावो का वणतन हकया ि जस हक यनसको न अपनी ररपोटत म समाविी हिकषा म हिकषण-अहिगम परहकया िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय ि mdash1 ककषा का वारावरण सीिन क हलए सवसथ एव

भदभाव रहिर िो2 हिकषण हवहि रोचक िो एव हवहभनन उमर समि

क अनषकल िो रथा छातो को सीिन क हलए परररर करन वाली िो

3 हिकषण मषखयरः गहरहवहि आिाररर िो4 सभी सीिन वाल बचचो की आवशयकरानषसार

सामगरी उपलबि करायी जाए (दहषटबाहिर हदवयाग शवण हवकार हदवयाग आहद को धयान रिकर)

5 हिकषक अहभभावक और नागररक साथ हमलकर कायत कर

6 ककषा हिकषण की भाषा बचच क अनषसार (मारभाषा) िो

7 सभी बचचो का हिकषण सषरकषातमक लहगक उततरदायी एव उतसािजनक वारावरण म िो

एनसीईआरटी(2017) न समाविी हिकषा म ककषा हिकषण िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय mdash

bull दहषट हवकार हदवयाग क हिकषण िरष mdash गर दहषट आिाररर ररीको दारा सीिना जस mdash सपित वासरहवक ठोस पदाथत का परयोग सषनना हजसम हवसरर और वणतनातमक हनददिो को अहिक उपयोग म लाना िाहमल ि सषगि और सवाद mdash वासरहवक और ठोस पदाथणो की िषिब और सवाद का उपयोग करना उपलबि हविष हिकषण सामगरी (बल टलर फम और गहणर हवजान एव अनय हकट) का उपयोग

bull शवण हवकार हदवयाग क हिकषण िरषmdash अनय इहरियो का सीिन क माधयमो क रप म उपयोग (जसmdash इिार िारीररक भाषा िावभाव को पढना) वासरहवक अनषभव परदान करन क हलए दशय क रप म सामगरी का उपयोग सीिी जान वाली सामगरी को धवहन आिाररर जानकारी क रप म उपयोग म लान क हलए यि समझ बनाना जररी ि हक इन बचचो क हलए हकस ररि स हिकषण कायत हकया जाए

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 21

bull िारीररक अकषमरा हदवयाग क हिकषण िरष mdash ककषाओ को सषलभ बनाए परीकषाओ को परा करन म अहरररzwjतर समय द ककषा म बठन क सषलभ सािन उपलबि कराए सपरषण क वकहलपक सािनो यथा mdash आहियो ररकॉितर िाव-भाव का परयोग कपयटर का उपयोग आहद

समाविी हिकषा म ककषा हिकषण की सकलपना सभी बालको क समहनवर हवकास पर आिाररर िोरी ि अरः हिकषक को ककषा म उपहसथर बचचो की हवहभननरा को धयान म रिर िए हिकषण कायत करना चाहिए हवहभनन रप स समकष (दहषट बाहिर हदवयाग वाकबाहिर हदवयाग शवण हास हदवयाग आहद) बचचो की हविष आवशयकराओ क मदनजर हिकषण म हिकषक को वारावरण को रहचकर बनाना आकषतक एव उपयषzwjतर हवहभनन हिकषण सामहगरयो आहद का परयोग करना हिकषण अहिगम की परहकरया म सभी बालको की सहकरय भागीदारी सषहनहशचर करना आहद हकरयाओ को सहममहलर करना चाहिए

समाविी हिकषा म ककषा हिकषण कायत जहटल परहकरया ि समाविी हिकषा की ककषा म हवहभनन रप स सकषम (िारीररक दषटबाहिर शवण हास हदवयाग) एव सामाहजक-आहथतक रप स कमजोर पषठभहम क कषत स बचच िोर ि हजनकी कष छ हविष आवशयकराए िोरी ि समाविी हवदालय की ककषाओ म हिकषक को हवदाहथत यो क अनषकल हिकषण हवहि (सिकारी हिकषण एव पररयोजना आिाररर हिकषण) का उपयोग हकया जाना चाहिए हजसस सभी हवदाहथत यो का सीिना सभव िो जाए अरः यिा इस बार पर धयान दना जररी ि हक मामली अकषमराओ स गरसर हजन बचचो को मषखयिारा क बािर रिा

जारा ि उनकी जरररो को परा करन क साथ-साथ समाविी हिकषण पधिहर हनयहमर ककषाओ म पिल स मौजद ऐस सकडो हवदाहथतयो को भी लाभ पिचारी ि जो मामली स लकर मधयम दजद की सीिन की कहठनाइयो को अनषभर करर ि इन कहठनाइयो को अहिकािर न रो पिचाना जारा ि और न िी उनका समािान हकया जारा ि सकल म िराब परदितन क कारण इन बचचो क सकल छोड दन का िररा बना रिरा ि व कभी भी िकषहणक सफलरा िाहसल न कर सकन क अलावा अपन बड िोन क पर दौर म सषिार न जा सकन वाल मनोवजाहनक रथा भावातमक आघारो स पीहडर रिर ि

इस परकार समाविी हिकषा म ककषा हिकषण िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय जार िmdash1 ककषा का वारावरण भदभाव रहिर सभी

सीिन वाल क अनषकल िोना चाहिए जसा एनसरीएफ 2005 म बरलाया गया ि हक lsquoसावजतहनक सथल क रप म सकल म समानरा सामाहजक हवहविरा और बिलरा क परहर सममान का भाव िोना चाहिए साथ िी बचचो क अहिकारो और उनकी गररमा क परहर सजगरा का भाव िोना चाहिए इन मलयो को सजगरापवतक सकल क दहषटकोण का हिससा बनाया जाना चाहिए और उनि सकली वयविार की नीव बनना चाहिए सीिन की कषमरा दन वाला वारावरण वि िोरा ि जिा बचच सषरहकषर मिसस करर ि जिा भय का कोई सथान निी िोरा और सकली ररशरो म बराबरी और जगि म समरा िोरी िrsquo

2 ककषा का हिकषण वयाविाररक जान स जोडकर हकया जाना चाहिए समाविी हिकषा की ककषा

पराथमिक मिकषक जलराई 201822

हिकषण हवहि क रप म सिकारी हिकषण पररयोजना आिाररर हिकषण एव सियोगातमक हिकषण का उपयोग हकया जाना चाहिए

3 ककषा हिकषण म पाठयचयात स जषडी सामगरी का उपयोग हकया जाना चाहिए जसmdash मॉिल चाटत मानहचत ऑहियो-हवहियो कपयटर एव आईसीटी (सचना सपरषण रकनीकी) का उपयोग कर साथ िी हिकषण ककषा हिकषण क पिल इन सामहगर यो की उपलबिरा भी सषहनहशचर कर

4 ककषा हिकषण म हविष रप स सकषम (हदवयाग) को अहिक स अहिक सीिन की सामगरी उपलबि कराई जाए जस mdash दहषटबाहिर बचचो को बल एव शवण बाहिर बचचो को दशय आिाररर सामगरी आहद

5 सामानय हवदालय हिकषको को समाविी हिकषा को सदभत म रिकर परहिकषण परदान हकय जाए उनि समाविी हिकषा परहरमान िरष ककषा हिकषण दकषरा स यषzwjतर बनाया जाए अधयापक परहिकषण कायतकरम एव पाठयकरम को समाविी हिकषा क सदभत म रिकर पररवरतन की आवशयकरा ि

6 सकल सरर पर पाठयचयात का पषनहवतकास एव पषनहनतिातरण करन की आवशयकरा ि zwjतयोहक एनसरीएफ 2005 म इस बार का वणतन हकया गया ि हक वरतमान पाठयचयात को समाविी हिकषा क अनषकल हनिातररर हकय जान की आवशयकरा ि

मनषकरष समाविी हिकषा म ककषा हिकषण कायत छातो क अनषरप एव उनकी आवशयकरा को धयान म रिकर हकया जाए हिकषण इस परकार स िो हक जो हवदाहथतयो को उनक घरल जान स जोडकर हदया जाए समाविी ककषा म सीिन-हसिान की परहकरया हिकषक क हरिर स छात क हरिर की ररफ बढनी चाहिए छातो को सहकरय अनवषक की ररि हवकहसर िोना चाहिए और इसक हलए पररक हवचारो को बढावा दन की रणनीहर बिर फायदमद िो सकरी ि इस रणनीहर का परयोग करन क हलए हिकषक को िोजी हिकषण क जररए सभी छातो को उहचर अनषभव हनयमो क हवशलषण और हसधिार मषिया करान की जररर ि इस धयान म रिर िए समाविी हिकषण और ककषा म हविष रप स सकषम छातो क हलए लचीलापन लाए जान को लकर एनसीईआरटी न िाल िी म पाठयकरम अनकलन पर पराथहमक पठन सामगरी रयार की ि यि पठन सामगरी इस सोच पर आिाररर ि हक हिकषक ककषा म सभी छातो को अथतपणत हिकषण अनषभव परदान कराए सरल भाषा और अहभवयहzwjतर का परयोग कर जो सभी छातो क हलए मितव रि इस पठन सामगरी म कई उदािरणो स बराया गया ि हक कस समाविी ककषा म मौजदा हिकषण पधिहर को बदला जाए और छातो को सवरत रप स सीिन वाला और इस परहकरया म सहकरय भागीदार बनाए जाए

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 23

सदभषएनसीईआरटी 2000 मदालयरी मिका क मलए राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2000 एनसीईआरटी नयी हदलली

पषठ 31 73 74 और 91mdashmdashmdash 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 28 ndash 31 92 96 122 ndash124

और 135mdashmdashmdash 2015 इनकललमडग मचलडन मद सपिल नरीडस एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 36 59 और 106 mdashmdashmdash 2017 मिष आशयकता ाल बचचो का सिािन mdash पारमिक सतर एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 21 46

और 95 कलाम अबदषल 2013 lsquoसमाविी हिकषा और हिकषकrsquo खरोज और जान अक 7 हवदाभवन सोसायटी उदयपषर पषठ 33चिढा अनषहपरया 2016 lsquoभारर म समाविी हिकषा की रपरिाrsquo यरोजना अक 1 परकािन हवभाग नयी हदलली पषठ 33 दास अनाहमका 2015 lsquoसमाविी हिकषा की राि म रकावटrsquo लमनिगकया अक 11 अजीम परमजी हवशवहवदालय बगलषर

पषठ 76ndash79मोिन पगी 2016 lsquoसमाविी ककषा म अधययनrsquo िमकक सदभया अक 71ndash 80 पराहपर सोर httpswwweklavyainयादव अहिलि 2018 उचच पारमिक ककाओ का सिािरी मिका क सदभया ि मिकण अमधगि पमरिया का अधययन

अपरकाहिर िोि यनसको 1994 द सलिाका सि एड फिकया फॉर एकिन आन सपिल नरीडस एजकिन यनसको सलमाका सपन mdashmdashmdash 2005 गाइडलाइन फॉर इनकललजन mdash इनसयाररग एसस ल एजकिन फॉर आल यनसको पररस पषठ 102mdashmdashmdash 2009 लडया इनकललमस एजकिन फॉर मचलडन मद मडसएमबमलरी mdash गाइडलाइन यनसको बकाक पषठ 40 ndash 89

और 122mdashmdashmdash 2016 एजकिन एड मडसमबमलरी यनसको नयी हदलली पषठ 146 यहनसफ 2003 एगजामपल ऑफ इनकललमस एजकिन इमडया यहनसफ काठमाि पषठ 45 63राम 2014 lsquoसमाविी हिकषा क मायनrsquo खरोज और जान अक 8 हवदाभवन सोसायटी उदयपषर पषठ 45वितमान मिावीर िषला हवशवहवदालय 2014 अहिगम एव हिकषण (बीएि) वितमान मिावीर िषला हवशवहवदालय कोटा

राजसथानहसघल हनहि 2013 lsquoहवकलाग बचचो की हिकषाrsquo यरोजना अक 2 परकािन हवभाग नयी हदलली पषठ 21ndash 23हसि अजय कष मार 2008 lsquoभारर म समाविी हिकषा का सवरपrsquo पररपकय अक 1 नीपा नयी हदलली पषठ 81हसि रजनी रजन 2014 lsquoभारर म समाविी हिकषा की दिा और हदिाrsquo पररपकय अक 3 नीपा नयी हदलली पषठ 01

सकॉलर पीएचिी जाहमया हमहलल या इसलाहमया हवशवहवदालय नयी हदलली

परसरषर लि क दारा यि बरान की कोहिि की गई ि हक हवदालय परबिन सहमहर का उहचर सचालन कस हकया जाए एव सहमहर का हवदालय म िोना हकरना मितवपणत ि हवदालय परबिन सहमहर हवदालय क हलए बिर मितवपणत ि यि हवदालय क लकयो एव उदशयो को परा करन म एव समाज का सियोग परापर करवान म एक मितवपणत भहमका का हनवाति कररी ि हवदालय परबिन सहमहर हवदालय क सभी पकषो को एक साथ जोड रिन म मदद कररी ि और सभी हिरिारको की भावनाओ क अनषरप हवदालय सचालन एव हवकास म भागीदारी परदान कररी ि

भाररीय सहविान क 86 व सिोिन क रिर लगभग आजादी क इरन सालो बाद हिकषा क अहिकार को एक नया आयाम हमला और 1 अपरल 2010 को हिकषा का अहिकार अहिहनयम mdash 2009 (आरटीई) लाग हकया गया इस अहिहनयम क रिर िर एक बचच को जो 6 ndash14 वषत का ि उस हनिषलक एव अहनवायत हिकषा पान का अहिकार परापर ि

इस अहिहनयम क िि 21 म एक ऐसी सहमहर को गहठर करन का परसराव रिा गया हजसम हवदालय अहभभावक और समाज की परतयकष भागीदारी िो इसक सा थ िी यि भी सषहनहशच र हकया गया हक इस सहमहर म मारा-हपरा अहभभावक एव हिकषक हिकषा क कषत म कायतरर वयहzwjतर जन परहरहनहि आहद की भागीदारी भी िो हजस हवदालय परबिन सहमहर का नाम हदया गया ि

हवदालय परबिन सहमहर का गठन एक ऐसी सामाहजक ससथा क रप म हकया गया जो हवदालय म हवकास क साथ-साथ हवदालय क लकयो व उदशयो को परापर करन की हदिा म हवदालय को हनररर मागतदितन द इसक साथ िी हवदालय को एक लोकराहतक एव सामाहजक ससथा क रप म परहरहषठर कर

हवदालय परबिन सहम हर की आवशयकरा हनमनहलहिर कायणो िरष िोरी ि mdash

bull हवदालय म आिारभर सषहविाओ की समषहचर वयवसथा व रिरिाव क हलए

bull हवदालय क हवततीय हनयोजन की दिरि व हनयतण क हलए

bull हवदालय को समाज स जोडकर रिन क हलए bull हवदालय क हवकास की योजना बनान क हलए bull हवदालय की आवशयकराओ की माग सिी

मवदालय पबधन समममत की भममका एव कायष

हवकरम कष मार

4

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 25

पटल (सरकारीसथानीय हनकाय) पर परसरषर करन क हलए

bull हवदालय म हिकषा की गषणवतता सषहनहशचर करन क हलए

मवदालय पबधन समममत की सथापना व रपरखा हिकषा का अहिकार अहिहनयमmdash 2009 क िि 21 म हवदालय परबिन सहमहर का गठन हकया गया ि हजसम हवदालय सहमहर क सदसयो की सहमहर सषझाइत गइत ि हवदालय इसी आिार पर अपनी जरररो क अनषसार सदसयो को िाहमल करर ि

इस सहमहर का अधयकष हवदालय का परिानाचायत िोरा ि हवदालय म पढन वाल हवदाहथतयो क मारा-हपरा इस सहमहर क सदसय िोर ि एक चयहनर व मनोनीर परहरहनहि जो हिकषा क कषत म कायतरर वयहzwjतर िो वि भी इस सहमहर का सदसय िोरा ि सथानीय हवकास अहिकारी या परहरहनहि को भी सदसय क रप म िाहमल करर ि हवदालय क एक हिकषक को िाहमल हकया जारा ि जो सहमहर का सयोजक िोरा ि रीन ऐस सदसय िोर ि जो हवदालय म गहणर हवजान और सामाहजक हवजान क हिकषक िोर ि और इनि आमहतर सदसय किा जारा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201826

हवदालय यि धयान रिरा ि हक चषन गए कष ल सदसयो म 50 परहरिर महिलाए एव 75 परहरिर हवदालय म पढन वाल बचचो क अहभभावक अवशय िो

हवदालय परबिन सहमहर का कायतकाल अहिकरम दो वषत का िोरा ि दो वषणो का कायतकाल पणत िोन पर इस सहमहर का पषनगतठन हकया जारा ि सहमहर म उन अहभभावको को भी िाहमल हकया जारा ि हजनक बचच हविष आवशयकरा वाल िो आहथत क कमजोर वगत क अहभ भावको को भी सहमहर का सदसय बनाया जारा ि

मवदालय पबधन समममत क कायषहवहभ नन राजयो क हवदालय हनिषलक एव अहनवायत हि कषा को धयान म रिर िए अपन अनषसार अपन हवदालय परबिन सहमहर क कायत हनिातरण करर ि िोिाथथी दारा हदलली क कष छ (20 सरकारी हवदालय) हवदालयो का सवदकषण हकया गया और िर हवदालय स 5 हवदालय परबिन सहमहर क सदसयो का साकषातकार हकया गया हजसम यि पाया गया हक हदलली क सरकारी सकलो म हवदालय परबिन सहमहर क हनमनहलहि र कायत ि mdash

bull हवदालय म काम सषचार रप स िो इसम सियोग दना

bull अहभभावक व सरकषक क साथ हनयहमर रप स बठक करना और बचचो क बार म उपयषzwjतर सचना दना

bull हवदालय क वारावरण को परभावी बनाना हजसस अधयापक एव बचच हनयहमर रप स सिी समय पर हवदालय म उपहसथर िो सक

bull हवदालय म आस-पास क सभी बचचो का दाहिला और उनकी उपहसथहर सषहनहशच र करना

bull हिकषा अहिकार अहिहनयम क अरगतर बचचो क अहिकारो का हनरीकषण करना

bull हवदालय म हदए जान वाल मधयाहन भोजन एव पठन सामगरी की वयवसथा एव उसक सिी परयोग म सियोग करना

bull हकसी भी ररि का अनषदान जो अनय सोर स परापर हकया गया िो उसका सिी उपयोग करना

bull हिकषा का अहिकार अहिहनयम िि ndash 27 क अहरररzwjतर अधयापको पर अनय हकसी गर-िहकष क हज ममदाररयो का भार न िो उसका हनरीकषण एव उस सषहनहशचर करना

bull अनषसची म हदए गए मानको और मापदिो क अनषकरण का हनरीकषण करना

bull बचचो क अहिकारो क बार म आस-पास क लोगो को आसान व रचनातमक ररीक स बराना

bull इस बार का भी हनरीकषण करना हक हदवयाग बचचो को हवदालय म नामाकन और दाहिला सबिी सषहविा हमल और व अपनी परारहभक हिकषा परी कर सक

bull हवदालय हवकास योजना समय पर रयार करना और सषझाव दना

मवदालय पबधन समममत की बठकिोिाथथी दारा हदलली क कष छ हवदालयो क सवदकषण क दौरान यि पाया गया हक हदलली हि कषा हनदिालय न सकल परबिन सहमहरयो की िहzwjतर यो म वहधि क हनमनहलहि र हदिा हनददि हदए ि mdash

bull हवदालय परबिन सहमहर की बठक माि क परथम एव ररीय िहनवार को आयोहजर िोगी

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 27

यि भी किा गया ि हक हवदालय अपनी सषहविा अनषसार बठको क हदन म पररवरतन कर सकर ि

bull हवदालय परबिन सहमहर की बठक हवदालय समय स पिल या बाद म िोगी राहक हिकषक ककषा स अनषपहसथर न रि साथ िी वररषठ हिकषक को बठक क सयोजक का भार सौपा जारा ि

bull हवदालय परबिन सहमहर क सयोजक या अधयकष दारा टलीफोन माधयम स िी बठक िषर िोन क कम स कम 24 घट पवत अहिसहचर करना िोगा राहक सिी समय पर सदसय बठक म भाग ल सक

bull बठक क सचालन की हजममदारी अधयकष की ि यहद हकसी कारणवि अधयकष ऐसा करन म असफल रिर ि रो उपाधयकष भी बठक बषला सकर ि राहक सहमहर का कोई काम न रक

bull गर-अनषसहचर बठक का अनषरोि रभी हकया जा सकरा ि जब 13 सदसय हलहिर रप स अनषरोि दग और सपषट हवहनहदतषट कायतसची िो अधयकष को अनषरोि क 7 हदनो क अदर सहमहर को इस ररि की बठक बषलाना िोगी हजसस आपारकालीन पररहसथहरयो स हनपटना आसान िो सक

bull हजन हवदालयो म दो हिफट चलरी ि परतयक वकहलपक माि म उन हवदालयो म बठक सषबि एव िाम को हवदालय परबिन सहमहरयो की सयषzwjतर बठक िोगी राहक समनवय सषहनहशच र हकया जा सक और आपस म भवन स सबहि र हकसी भी ररि की कहठनाइयो को दर हकया जा सक

मवदालय म मवदालय पबधन समममत का दौरा मिका का अमधकार अमधमनयि mdash 2009 क अरगतर हवदालय परबिन सहमहर दारा हवदालय म िो रि कायणो की हनगरानी की हज ममदारी हवदालय परबिन सहम हर क सदसयो को दी गई ि

हवदालय परबिन सहम हर क सदसय हवदालयी समय क दौरान हवदालय का दौरा कर सकर ि पर इसस हवदालय क काम (ककषा पराथतना-सभा िल का मदान आहद) म हकसी भी परकार की बािा न िो साथ म अगर कोई सदसय हवदालय आरा ि रो उस हवदालय परबिन सहम हर रहजसटर म िसराकषर करन िोर ि हवदालय परमषि को अपनी उपहसथहर क बार म सहचर करना िोरा ि

छाताओ क हवदालय म हवदालय परबिन सहम हर की कवल महिला सदसय िी दौरा कर सकरी ि जबहक सि-हिकषा वाल हवदालय म महिला व पषरष दोनो म स कोई भी हवदालय का दौरा कर सकर ि

अमभलखो का मनरीकषण एव वयय की जाच हवदालय परबिन सहम हर क हकसी भी सदसय दारा हलहिर रप म अनषरोि करन पर हवदालय स सबहिर हकसी भी अहभलि क बार म पछा जा सकरा ि साथ िी यि हवदालय क परमषि की हज ममदाररया ि हक वि अहभ लि दिन क अनषरोि पत की परहरहलहप पर पावरी द रथा वि 3 हदन क अदर अहभलि (ररकॉित) उपलबि करवाए हि कषा अहि कार दारा जारी हकए गए इस कदम स सदसयो क बीच म उनकी भहमका और हज ममदाररया की जागरकरा को बढावा हदया

पराथमिक मिकषक जलराई 201828

जा सकरा ि साथ िी हवदालय स सबहि र अनय सभी समसयाओ का समय रिर समािान भी हकया जा सकरा ि

हवदालय परबिन सहम हर की बठक सहिर हवदालयो म हकए गए सभी वयय की ररपोटत हवदालय परबिन सहम हर की बठक म परसरषर की जानी चाहिए साथ िी हवदालय परबिन सहम हर बठक म हवदालय क भवन व उनक अनषरकषण म वयय क हबल परसरषर हकए जान चाहिए हवदालय परबिन सहमहर क सदसयो को यि अहिकार ि हक व वयहzwjतरगर रप स मरममर अनषरकषणो या िरीदी गई सपहतत की जाच कर सकर ि राहक कायणो एव हकय गए वयय म पारदहितरा बनी रि एव यि जाच िो सक हक वयय सिी जगि व अहनवायत कायणो क हलए िी िआ ि

मवदालय पबधन समममत दारा मशकषण म भागीदारीहवदालय परबिन सहम हर को सिzwjतर हकया गया ि हक व उन बचचो की पिचान कर जो अपनी उमर क अनषकल निी सीि पा रि ि

हवदालय परबिन सहम हर हवदालय म िहकष क रप स कमजोर बचचो की मदद क हलए हवदालय पररसर म हविष परहिकषण रथा उपचारी हिकषा कायतकरम का आयोजन कर सकर ि इसका पराविान आरटीई 2009 म हकया गया ि

मवदालय पबधन समममत क सदसयो को हzwjाना हवगर कष छ वषणो म बिर सार िहकषक अनषसिानो स यि बार हनकल कर आई ि हक सहमहर म कष छ एक

सदसयो की बठक म अनषपहसथहर हवदालय परबिन सहम हर क कायणो म बािाए िालरी ि हदलली सरकार न अपन हनददिो म सहमहर क उन सदसयो को िटान का भी पराविान रिा ि जो हवदालय परबिन सहमहर म अनषपहसथ र रिर ि

हवदालय परबिन सहम हर क कष ल सदसयो म स 50 परहरिर सदसयो की सिमहर स सहमहर क सदसयो को िटायाबदला जा सकरा ि साथ िी अगर हवदालय परबिन सहम हर का उपाधयकष लगारार रीन हवदालय परबिन सहम हर बठक म अनषपहसथर रिर ि रो हवदालय परबिन सहम हर क 23 सदसयो का परसराव पास कर उनि हवदालय परबिन सहम हर क उपाधयकष पद स िटाया जा सकरा ि

मवदालय पबधन समममत को और बहतर बनान क मलए सझाव िोिाथथी दारा यि पाया गया की हवदालय परबिन सहमहर का गठन हवदालय क हवकास क साथ-साथ सामाहजक परीकषण लोक भागीदारी एव लोक सिzwjतरीकरण क हलए परभावी कदम ि रथा इस भागीदारी को और सिzwjतर करन क हलए कष छ ठोस कदम और उठाए जा सकर ि जस mdash

bull सभी सदसयो को अपनी भहमका और हज ममदाररयो की परी जानकारी िो

bull घर म बचचो क हलए एक अचछा मािौल अचछा हवदालय बनाना अचछा ककषा ककष बनाना एव बचचो क हलए एक अचछा समषदाय बनाना िी हवदालय परबिन सहमहर का लकय िोना चाहिए

bull उन चीजो पर धयान दना जस mdash हवदालय म zwjतया ि जो बिर अचछी निी ि ऐसा zwjतया ि जो

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 29

हवदालय अचछा निी कर रिा या िम हकसम पररवरतन करन की आवशयकरा ि अथवा िम हकन अवसरो का लाभ उठा सकर ि िम अचछी ररि zwjतया कर सकर ि

bull आवशयकराओ की पराथहमकरा हनहशचर करना एव उदशय हनिातररर करना

bull कायत योजना का हनमातण करना हजसम कौन स काम कस कब और हकन-हकन ससािनो दारा पणत हकय जाए िाहमल िोन चाहिए

bull सदसयो की पणत भागीदारी रथा उनकी सिमहर परापर करना इसम सहमहर दारा बनाइत

गइत योजनाओ को लोगो स साझा करना एव लोगो को पररशम क हलए उतसाहिर करना िाहमल ि

bull हकसी भी कायत योजना को चरणबधि ररीक स परा करना एव कायत योजना का अनषवीकषण करना और जब आवशयक िो सषिारातमक कदम उठाना

bull कायत परगहर क बार म ररपोटत करना और असफलरा पान पर उतसव मनाना हजसस सदसयो म परोतसािन एव कायणो को परा करन का उतसाि बना रि

सदभषएसटईन-जवाईस 2001 सकल ल फमिलरी एड कमयमनरी पा यानरमिप मपपयररग एडलकसया एड इमपलमग सकल लस वसट वय परस

कॉलरािो कष मार हवकरम 2013 ए सडरी ऑफ सकल ल िनजि किरी कनसरीयड अडर आररीई अमध मनयि ndash 2009

जाहमया हमहललया इसलाहमया नयी हदललीमदललरी मनिलक ए अमनायया मिका अमधमनयि ndash 2009 कानन परपत स 520ndash533भारर सरकार मनिलक ए अमनायया मिका अमधमनयि ndash 2009 भारर सरकार नयी हदलली

एसरोमसए परोफसर िीईएसएम एनसीईआरटी नयी हदलली 110 016

मवजान-गीत सगीत की शमकत दारा मवजान का पभावी मशकषण

रहच वमात

हि कषक समाज की सवातहि क सवदनिील इकाइत ि हि कषक का कायत समाज म वषणो स सममानजनक रप स दिा जारा रिा ि एक हि कषक का कायत बिआयामी ि वि बचचो म छष पी िइत परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि िम सभी लोग यि भी मिसस कर रि ि हक समाज म स सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि इसहलए हि कषक हि कषा की गषणवतता कसौटी पर ि रथा इनक योगदान पर भी परशन हचहन लग रि ि उपरोzwjतर सदभत म हि कषको की जवाबदि की माग उठन लगी ि यहद िम हि कषको को उनक वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना ि रो हि कषा वयवसथा म ऐसा वारावरण बनाना िोगा जिा व सवय उततरदाहयतव लना पसद कर लहकन हि कषको की जवाबदिी सषदढ और सषहनहशच र करन स पिल उनक हलए एक वारावरण रयार हकया जाना चाहिए हजसका उललि इस लि म हकया गया ि यि लि हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया म हवजान गीरो क परयोग एव उनकी उपयोहगरा को परसरषर कररा ि अर यि सपषट कररा ि हक हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया को हवजान गीरो दारा कस रहचकर बोिगमय और सरस बनाया जा सकरा ि साथ िी यि लि यि भी दिातरा ि हक इन गीरो क माधयम स न हसफत वजाहनक रथयो क परहर समझ हवकहसर िोरी ि वरन मानवीय मलय एव अनय कषमराओ का भी हवकास िोरा ि जो बचच क सवाइगीण हवकास का आिार बनरी ि

हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया की जब भी बार चलरी ि रो एक मितवपणत हबदष सामन आरा ि और वि ि सहकरय भागीदारररा का चाि वि हकरयाकलाप क माधयम स िो हवचार-हवमित या हकसी परोजzwjतट पर कायत करर िए िो हवजान हि कषण का उदशय ि करक दिना और अनषभवो स सीिना य िबद िाका परसरषर करर ि एक आदित हवजान ककषा का

लहकन वसरषहसथहर इसस किी हवपरीर ि हवजान की ककषा मात अकषर जान की सीमाओ म बि कर रि जारी ि और वि भी बिद नीरसरापणत ढग स कारण अनक ि िर पकष की अपनी दलील एव अपनी समसयाए ि जस mdash सामगरी का अभाव समय का अभाव इतयाहद ि लहकन पररणाम एक िी ि और वो ि हवजान सीिन और समझन क परहर बचचो का रवया बोहझल िो जाना

5

विजञान-गीत mdash सगीत की शवzwjतत दञारञा विजञान कञा परभञािी वशकषण 31

हवजान हिकषण-अहिगम को रहचकर बोिगमय और सरस कस बनाया जाए इस पर काम िोरा रिा ि इनिी परयासो म एक कडी और जषडी जब हवजान गीरो का हनमातण हकया गया हवजान-गीर zwjतया ि यि परशन उठना सवाभाहवक ि

कया ह मवजान-गीतहवजान-गीर स रातपयत ि हवजान की हवषय-वसरष को कहवरा पदाि या िषन क साथ हकसी गीर क रप म परसरषर करना याहन हवषय-वसरष क नीरसरापणत परसरषरीकरण को जीवर रप दना यि हवजान की हवषय-वसरष और सगीर कला का समनवय ि कला का सवय का सवभाव वजाहनक ि हवजान और सगीर दोनो िी एक वयवहसथर अधययन ि रो दोनो क समनवय का परभाव भी वजाहनक िोना सवाभाहवक ि सगीर क परभाव क बार म किन हक आवशयकरा निी ि महसरषक और मन दोनो िी इसस अछर निी रिर ि सजानातमक हवकास क साथ भावनातमक कलातमक एव सजनातमक हवकास इसका पररणाम ि अररः यि बचच क मनोवजाहनक सरर को परभाहवर करन का माधयम ि

एक रथय यि भी ि हक हबना भाषा क गीर का अहसरतव निी िो सकरा सभवरः भाषा का हवकास भी इसक परहरफल क रप म परकट िोना सवाभाहवक ि जो हक हिकषा वयवसथा की मषि बाए िडी एक चषनौरी ि िोि क आकड बरार ि हक उचच पराथहमक सरर रक बचच की भाषा पर पकड कमजोर नजर आरी ि रो यि माना जा सकरा ि हक हवजान-गीर वो सािन ि जो हवजान भाषा और कला को सीचरा ि जिा

भाषा और कला का मल िो विा ससकहर भी अछरी निी रिरी याहन िमारी सासकहरक िरोिर को जीवर रिन म हवजान-गीर कारगर भहमका हनभा सकर ि

मवजान-गीत का औमचतय िकीकर म यहद दिा जाए रो हवदालयो म परयोगिाला एव अनय सषहविाओ का सरर कइत बार सरोषपरद निी िोरा ि इसी का नरीजा ि हक हवजान को पढन-पढान की कला बिद नीरस ररीक स हकराबो क अकषरो को बाचन एव उनको हसफत समरण कर लन रक सीहमर िो जारी ि इसका पररणाम िमस छष पा निी ि िोि इिारा करर ि हक बचचो म हवजान हवषय क परहर भय एव अरहच रिरी ि

अहिगम परहकरया की मल जररर ि हिकषण हवहियो म हवहविरा एव नवाचार िमार परयास रिर ि हिकषण हवहि क उन नवाचरो की ओर जो बचच को आनदमयी अनषभहर क साथ सीिन की परहकरया

कला हवजान

सगीर

हवजान सगीर

पराथमिक मिकषक जलराई 201832

स जोड सक और परररर कर सक हवजान गीर ऐसी िी अनषभहर का उदािरण ि

वहदक काल का समरण कर रो पाएग हक शवण हकरया म हिषय को गषर दारा समपरहषर जान का एकागररापवतक शवण करना िोरा था राहक अगल पद क हलए सवय को मानहसक रप स समथत बना सक गषर दारा हकए गए वाचन का सवरप सगीरमय िोरा था सभवरः यि हिषयो की एकागररा एव रहच बनाए रिन का परयास िोरा था

ककषायी अनभव उचच पराथहमक सरर पर बचच िारीररक मानहसक और मनोवजाहनक हवकास की मितवपणत हसथहर स गषजर रि िोर ि उनकी अपनी सोच अपनी इचछाए जगि लन लगरी ि साथ िी हसथहर िोरी ि असमजस की मन चािरा ि िलन-कदन गान-गषनगषनान कष छ मजदार करन को लहकन हकराबो स दोसरी मजबरी लगन लगरी ि साथ िी चारो ररफ स हमलन वाल हदिा हनददिो क बीच एक दबाव मिसस िोन लगरा ि ऐस म सगीर एक औषहि स कम पररीर निी िोरा वस भी सगीर को रनाव दर करन का सबस कारगर उपाय माना गया ि यहद ऐस म पढन-पढान क ररीको म सगीर को एक माधयम बना कर उपयोग हकया जाए रो zwjतया बचचो की अनचािी और हबन-बषलाई समसयाओ स लडा निी जा सकगा यि रो िम सभी जानर ि हक हवषय वसरष का परसरषरीकरण मायन रिरा ि

कष छ हवजान-गीरो क हनमातण क दारा इसी सोच को रप हदया गया अकसर दिा गया ि हक वजाहनक िबदावली याद रिना एक चषनौरी बन जारी ि ककषा

6 7 एव 8 क हवजान की चषहनदा हवषय-वसरष पर कष छ गीरो को रचा गया ि िबदो का चयन इस सरर क अनषरप िी रिा गया राहक सदि बोिगमय िो िषन का चयन भी इसी आिार पर हकया गया जो सरल और सषगम िोन क साथ बोिगमय भी िो राहक उनि कोई भी बचचा गा और गषनगषना सक और हवषय-वसरष को भावपवतक परसरषर कर सक zwjतयोहक मषखय उदशय हवषय-वसरष की समझ बनाना ि अरः गीरो को सदिो क साथ जोडा गया ि जो वाचन मनोरजक नाटक धवहन परभाव इतयाहद दारा परसरषर हकए गए हवजान क साथ मलय भी जषड ि इन गीरो को मानवीय मलयो स भी जोडन का भी परयास हकया गया ि

हिदी और अगरजी दोनो भाषाओ म गीरो का हनमातण हकया गया इन गीरो का मलयाकन भी हिकषको और बचचो क बीच म हकया गया सयोग स इन गीरो क गायक भी अहिकािरः हवजान क छात रि हजनक अनषभव किर ि हक ऐस गीरो का हनमातण सीिन की परहकरया म वसरषरः सिायक ि

महदी गीतधातरओ स पहचान यि गीर आिाररर ि िारषओ क भौहरक गषणिमणो पर इसक माधयम स बचच जान सक ग हक िारषओ की शणी म आन वाल पदाथणो म कष छ िास गषण िोर ि हजनस उनकी पिचान की जा सकरी ि इन गषणो क हलए हविष िबदावली भी ि य िबद उचचारण की दहषट स हzwjतलषट पररीर िोर ि जस आघारवितनीयरा एव रनयरा गीर की सरसरा क माधयम स इनक उचचारण को सरल बनान का परयास ि

विजञान-गीत mdash सगीत की शवzwjतत दञारञा विजञान कञा परभञािी वशकषण 33

गयी उनिोन गीर क माधयम स zwjतया सीिा कष छ परशनो क माधयम स इसका उततर ढढा गया उनि गाना zwjतयो पसद आया जानन की कोहिि की गई कौन स भाग उनि कम पसद आए और zwjतयो इस पर भी चचात िई गीर म आई वजाहनक िबदावहलयो पर चचात की गई इसी पररचचात स हिकषण हबदषओ को हनकालर िए हवजान क जान को जोडा गया एक अचछी बार यि थी हक इस परी परहकरया क दौरान बचचो की भरपर भागीदारररा और हजजासा दिन को हमली

गीतो का उपयोगगीरो का उपयोग भी अपन आप म चषनौरीपणत ि zwjतयोहक उदशय हवजान क परहर समझ का हवकास करना ि हजरनी सजनातमकरा गीरो क हनमातण म लगी ि उरनी िी गीरो क उपयोग म भी वाहछर ि िर गीर का परसरषरीकरण हवषय वसरष की जररर क अनषसार हनिातररर करना िोगा जस mdash परसरावना क रप म मािौल बनान क हलए कहठन िबदो क उचचारण क हलए हवषय वसरष क सरलीकरण क हलए इतयाहद

इसी क साथ जररी निी गीर एक िी बार म परा बजाया सषनाया जाय इस छोट-छोट टषकडो म बाट कर अलग-अलग गहरहवहियो क साथ भी सोचा जा सकरा ि जस कोई िल हिलार समय या कोई हकरयाकलाप करार समय भी गीर बजाया जा सकरा ि गीरो क साथ अनय गहरहवहिया जोडी जा सकरी ि जस mdash गीर पर मयहज कल चयर िल हिलाया जा सकरा ि कीडयास पर गीर को रोका जा सकरा ि और बीच म उस पर चचात की जा सकरी ि बचचो को गीर हलिन क हलए परोतसाहिर हकया जा सकरा ि हवदालय क वाहषतकोतसव म इन गीरो पर कायतकरम

धातओ स पहचान

अपन चारो ओर दिो हकरनी िारषएपिचान कर िम कस कौन सी ि िारषए

रग अनोि इनक दिो कस हदिरी ि िारषएकोई सलटी (हजक) रो कोई लाल (राबा) कोई

पीली ि िारषए (सोना)ठोस रिव या गस हकस अवसथा म ि िारषए

सच बराए रो जयादारर कठोर अवसथा म ि िारषएचमक स दिो कसी हनिरी ि य िारषए

िाहतवक चमक क कारण िी सरािी जारी ि िारषएरनयरा क गषण को समट ि िारषए

रभी रो रारो क जजाल को बना पारी ि िारषएआघारवितनीयरा ि पिचान हजनकी विी ि िारषए

चादरो म फली छटा ि इनकीऐसी िबसरर ि िारषए

राप व हवदषर स दोसरी भी जोड िए ि िारषएइन दोनो क परवाि को भी झलरी ि िारषए

और पिचान zwjतया कराए गषणो की िान ि य िारषएिमार जीवन को सषगम व सरल बनारी य िारषए

अपन चारो ओर दिो हकरनी िारषएपिचान कर िम कस कौन सी ि िारषए

इस गीर को ककषा म अनक गहरहवहियो क साथ परसरषर हकया गया सबस पिल बचचो को गीर सषनान क हलए मािौल बनाया गया उनि गीर क साथ राली बजान टबल पर राल दन और साथ गषनगषनान क हलए परररर हकया गया राहक व गीर क साथ जषड सक इस परकार गीर क बाद चचात परारभ िई हजसम सगीर हवजान मलयो पर उनकी राय मागी

पराथमिक मिकषक जलराई 201834

पररणादायी िोगा जो दि निी सकर लहकन गषनगषना सकर ि zwjतलीवलि मयहजयम ऑफ नचषरल हिसटी (Cleveland Museum of Natural History) न गीरो क हनमातण की इस हवहि का परभाविाली उपयोग उचच सरर क हवदाहथतयो क साथ हकया यि हवहि मलयाकन िरष भी उपयोग म लायी जा सकरी ि

गषनगषनाए गए िबद कभी न भलन वाल अनषभव बन जार ि और यिी हवजान गीरो क साथ सभव ि सकषप म कि रो इस अनषपरयोग स सभवरः उन समसयाओ का समािान िम ढढ सक ग जो वयाविाररक जान को हवजान स जोडरी ि पढाई जो बोझ मिसस िोन लगरी ि उस गीरो क माधयम स कणतहपरय बना कर एक पथ दो काज की किावर चररराथत कर सक ग अरोगतवा हवजान क परहर समझ हवकहसर िोन क साथ िी सवाइगीण हवकास क अवसर परदान कर सक ग

परसरषर हकए जा सकर ि आईसीटी का चलन हिकषा जगर म सरािनीय भहमका हनभा रिा ि इन गीरो का परसरषरीकरण चलहचतो क दारा परभाविाली रप म हकया जा सकरा ि

हवजान म परोजzwjतट हवहि सरािनीय ि रो zwjतयो न एक परोजzwjतट मिषर सवर लिररयो को हदया जाय बचच िषद हकसी हवषय को चषनकर उस पर गान क बोल और िषन बनाए सभवरः इस कायत क हलए हवषय का गिरा जान और समझ जररी ि हवषय वसरष स सबहिर जानकारी व सवय एकहतर कर बोल बनाएग रथा इसकी ररकॉहिइग भी िषद िी कर सकर ि यि एक नए कौिल क हवकास म भी सिायक िोगा इस परहकरया म हवषय क परहर समझ एव पयातवरण स उसका सबि समझ पान म उनि सिायरा हमलगी इस परकार का पररयोजना कायत ऐस हवदाहथतयो क हलए

सदभष एनसीईआरटी 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदललीmdashmdashmdash 2017 lsquoमजान गरीत िजररीrsquo उचच पराथहमक सरर Audio DVD एनसीईआरटी दारा हनहमतर नयी हदललीmdashmdashmdash 2017 lsquoसाइनस िलरोडरीजrsquo उचच पराथहमक सरर Audio DVD एनसीईआरटी दारा हनहमतर नयी हदलली

अधयामपका आईआईटी नसतरी सकल नयी हदलली 110 016

भाव मानहसक हसथहर को परभाहवर करन वाल िोर ि रथा िारीररक या मानहसक उततजना क समय सदा हकरयािील िोर ि जहवक या मनोवजाहनक पररको की ररि भाव वयविार को हकरयािील एव हनददहिर कर सकर ि भावातमक वयविार अहभवयहzwjतर और मानहसक परहरहकरयाओ का परसपर हमशण ि मनोभाव का िारीररक पकष हवहवि िारीररक गहरयो जस mdash हकनिी हविष गरहथयो क साव रzwjतर पररभरमण म रीवररा रीवर हदय सपदन आहद म परकट िोरा ि विी दसरी ओर मानहसक भाव करोि भय दषि और आनद म फहलर िोर ि इसहलए यि आवशयक ि हक इनि हनयहतर हकया जाना चाहिए हजसक हलए बचचो को भावातमक हसथररा हवकहसर करन क हलए हकरयाए करवानी चाहिए उनि भावातमक रप स अवशय पररपzwjतव िोना चाहिए भावातमक पररपzwjतवरा का रातपयत यि निी ि हक जीवन म भावनाओ और मनोभावो का अभाव िो भाव जीवन क पररक ि और जीवन को जीवन क योय बनार ि परसरषर लि म बचचो क भावातमक हवकास पर चचात की गयी ि

भाव िबद अगरजी क इिरोिन िबद का हिदी रपाररण ि इिरोिन िबद की उतपहतत लहटन भाषा क इिरोमयर स िई ि भावो स आिय महसरषक की उस अवसथा स ि जो वयहzwjतर को उततहजर कर दरी ि और रब उस पर भाव का परभाव पडरा ि और वयहzwjतर उततहजर िो जारा ि जब िम बचचो म भावातमक हव कास की बार करर ि रो पार ि हक बचच अनक हवहभनन भावातमक परहरहकरयाए वयzwjतर करर ि कई बार व उततहजर और उललाहसर िोर ि रो कभी दषिी

और उदास िोर ि और कभी हकसी कषण व करोि परदहितर करर ि भावातमक वयविार अहभवयहzwjतर और मानहसक परहरहकरयाओ का परसपर हमशण ि भावातमक अहभवयहzwjतर का मानहसक पकष हविषकर मानहसक भावो जस mdash करोि भय दषि और आनद म फहलर िोरा ि भावो का िारीररक पकष हवहवि िारीररक गहरयो जस mdash हवहिषट गरहथयो स साव रzwjतर पररभरमण की रीवररा रीवर हदय सपदन पसीना आना आहद म अहभवयzwjतर िोरा ि

भावातमक मवकास

पनम

6

पराथमिक मिकषक जलराई 201836

भावातमक मवकास का करम यहद िम सकल जान वाल हकसी बचच क भावो को समझना ि रो उसक आरहभक वषणो क भावातमक हवकास पर हवचार करना आवशयक ि कभी-कभी िम दिर ि हक नवजार हििष इस ररि वयविार करर ि जस व हिसक रप स उततहजर ि इस परकार क उतसािी वयविार का अथत उसक भावो की रीवररा स ि हजसका रातपयत यि ि हक आरहभक काल क अनषभव भी उरन िी रीवर िो सकर ि हजरन हक वहधि क बाद की अवसथा म

बचच हवकास क दौरान परचषर और हवहवि भावातमक अनषभव परापर करन म सकषम िोर ि जनम स 2 वषत रक की आयष म बचच को हवहवि अनषभव परापर िोर ि इसी समय वि अनक भावातमक अनषभवो स िोकर गषजररा ि जो जीवन क परहर उसक दहषटकोण को परभाहवर करर ि

मषखयर जनम क समय सामानय उततजनाए मषखय रप स उसकी भि और सषहविाओ स सबहिर िोरी ि लहकन 2ndash3 मिीनो क बाद बचचा उललास क साथ वयथा क हनहशचर सकर परकट करन लगरा ि और 6 मिीन रक हवहभनन परकार क परोतसािनो क अनावर िोन क साथ बचचा भावो की अनय घटनाओ जस mdash अपन कषट या असषहविाओ को परकट करन लगरा ि उसम भय हनरािा और करोि हवकहसर िो जार ि अपनी आवशयकराओ की सरषहषट स उस परसननरा हमलरी ि और जब रक वि एक वषत परा कररा ि उसकी यि परसननरा अपन आपको परम स हभनन कर लरी ि इस परकार स जस-जस बचचा बढरा ि वि अनय लोगो की

भावनाओ को पिचानन लगरा ि और उनक परहर सपषट रप स परहरहकरयाए वयzwjतर करन लगरा ि इस परकार स बचच अपनी कषमरा क अनषसार भावातमक भावो को वयzwjतर करन क हल ए हवकास सबिी बदलाव परकट करर ि

बाल भावो क लकषण bull भावो की िारीररक अहभवयहzwjतर िोरी ि व

करोि स आगबबला िो जार ि और भय स जड िो जार ि

bull परतयक काल म भाव परकट िोर ि जब बचच को कषषबि हकया जारा ि रो वि करोहिर िो जारा ि

bull भाव हवसरर िोर ि िर का भाव बचचो म सामानयर जागर िो िी जारा ि हजस समापर हकया जा सकरा ि

bull भाव का एक अनय लाकषहणक गषण उसकी सरररा ि लहकन बचचो क भाव अलपकालीन एव पररवरतनिील िोर ि भावो की पररवरतनिीलरा की परकहर एक भाव क अनय भाव म रीवर बदलाव म हनहिर रिरी ि उदािरण क हलए िसी स आसषओ म करोि स मषसकष रािट और ईषयात स परम म

bull बचचो क भाव रीवर िोर ि बचचो म भावो क सिसा परसफोटन की परवहतत िोरी ि उदािरण क हलए यहद कोई बचचा रोरा ि रो वि बिर जोर स रोरा ि और आसानी स सभलरा निी ि

bull भाव सजनातमक भी िोर ि रथा हवनािातमक भी

बचच िसर ि रोर ि भय करोि और परम भी परकट करर ि इन भावातमक अहभवयहzwjतरयो क माधयम स बचच अनय वयहzwjतरयो स अपनी बार किन म सकषम िोर ि साथ िी अपन वरतमान

भावातzwjमक ववकास 37

भावो आवशयकराओ और इचछाओ की सचना उन रक पिचा सकर ि मषसकष रािट हिकन और करोि क परसफोट अनक सामाहजक कायत करर ि यिी भावातमक अहभवयहzwjतर सामाहजक सबि बनान म सिायरा कररी ि भावातमक परदितन क दारा हििष और छोट बचच अपनी इचछाओ और आवशयकराओ को सपरहषर कर सकर ि हकसी वयहzwjतर क भावातमक हवकास का उसकी िषिी पर गिरा परभाव पडरा ि

मनोभाव सजनातमक िोर ि और हवनािातमक भी य वयहzwjतर को बचन या हचहरर करर ि रथा जीवन म उतसाि भी भरर ि हििष पालन क अभयास का उदशय ऐस वयहzwjतरयो को रयार करना ि जो ददत दषि और हनरािा का सामना कर सक zwjतयोहक जीवन म इनस बचा निी जा सकरा मनोभाव बचच को अानद का रसासवादन करन म सिायरा करर ि जो अपन जीवन काल म हज दगी स हमलरा ि

बालयकाल क सामानय मनोभावभय भय हकसी िररनाक हसथहर स सवरकषातमक पलायन ि मनोवजाहनको और जीव वजाहनको दोनो न िी भय का अचछी ररि स अधययन हकया ि उनक अनषसार भय क दो मौहलक सोर ि पिला रीवर धवहन की आकहसमकरा स भय जागर िो सकरा ि यि भी दिा गया ि हक अचानक राली बजान स भी हििष िर जार ि दसरा अचानक हगरन या सिार क िोन स भय उतपनन िो जारा ि बचच अिकार स भी िरर ि लहकन यि िर सीिा िआ िोरा ि इस परकार का

भय अनषकहलर भय किलारा ि मतयष या गभीर रोग या हनितनरा आहद क अहिकाि भय गलर परहिकषण क कारण कवल जीवनकाल म सीिर ि बिर बार यि भी दिा जारा ि हक अपनी बार मनवान क हलए मारा-हपरा िरावनी चीजो जस भर या अिकार क बार म बार करक अपन बचचो को िरार ि इस परकार क परहिकषण का बचचो पर अतयहिक नकारातमक परभाव पडरा ि

छोट बचचो म भय हवहिषट निी बहलक एक सामानय पररघटना ि यथासमय हकसी वसरष लोग या हसथहर क बार म यि अहिक हवहिषट बन जारा ि मलर उनका भय अिमनयवादी िोरा ि सकल-पवत क वषणो म बचचा सामाहजक अपयि और परहरषठा क नाि स िरन लगरा ि और अिकार का भय पराय अकल िोन क भय स जषडा िोरा ि यि िर अकला छोड हदए जान का या पररतयाग हकए जान का ि

ििवकाल और लगभग पिली ककषा क समय क बीच अहिकाि बचच पिषओ स िरर ि लहकन िीर-िीर अपन पयातवरण म पिषओ स पररचय िोन क बाद यि िर कम िो जारा ि

पम बचच क सामानय हवकास क हलए परम की मिरी आवशयकरा ि वि परम करना और परम पाना चािरा ि वि इस ससार म दसरो पर पणतर हनभतर िोकर आरा ि कष छ िद रक उसकी यि हनराशयरा उसकी िहzwjतर ि zwjतयोहक यि दसरो को उसकी रकषा और दिभाल क हलए परररर कररी ि बचच की दिभाल करन क इसी भाव क कारण मारा (पररवार क अनय सदसय भी बचच को हिलारी-हपलारी ि और उस लाड-दषलार दरी ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201838

मारा दारा उसकी यि दिभाल उसक परम को परभाहवर कररी ि परम की भावनाए परसपर िोरी ि मारा-हपरा को अपन बचचो क परम की आवशयकरा िोरी ि और बचचो को भी अपन मारा-हपरा का पयार चाहिए िोरा ि परम सषि की परहरहकरया ि बचच का वयहzwjतर या वसरष क परहर परम उसक साथ अपन सबि स परापर िोन वाल सषि की अनषभहर क कारण उतपनन िोरा ि

परम का भाव बचच क वयहzwjतरतव क हवकास म अतयर मितवपणत भहमका का हनवाति कररा ि हजस बचच क परम का मनोभाव पणतर सरषषट िोरा ि वि भायिाली िोरा ि और उसक वयहzwjतरतव का सवसथ ढग स हवकास िोरा ि लहकन दषभात यवि जो बचच परम स वहचर रि जार ि व मानहसक दषबतलरा क साथ कमजोर वयहzwjतर या अहवकहसर वयहzwjतर बनकर रि जार ि पररष यि भी उरना िी सतय ि हक मारा-हपरा का आवशयकरा स अहिक परम बचचो क जीवन म कई परकार की कहठनाइया उतपनन कररा ि एक सीमा स अहिक परम बचचो को पररवार पर अतयहिक हनभतर बना दरा ि इस परकार हकसी भी परकार क आतमहवशवास क अभाव म बचचा वासरहवक और सच का सामना निी कर सकरा इसक सा थ िी वि वयाविाररक जीवन क पररवि म अपन आपको ढाल पान म असमथत िो जारा ि मारा-हपरा को अपन बचचो को परम करन म सरषलन क परहर साविान रिना चाहिए

बचच क हलए सचच परम का अथत ि हक उसको सवीकार कर हलया गया ि हजस बचच को सवीकार कर हलया जारा ि वि सभी परकार क िर स मषzwjतर िो जारा ि वि चीजो क साथ परयोग करन का िोजन गलहरया करन और परहकरया म सीिन म सकोच का

अनषभव निी कररा वि हकसी िराररपणत कतय या अवजा क कतय म िरा िआ अनषभव निी कररा मारा-हपरा का बचच क परहर परम हजरना अहिक सचचा िोगा उरनी िी अहिक बचच म अनय लोगो को परम करन की परवहतत बढगी

करोध करोि को कषट और ितषरा क परबल भाव क रप म पररभाहषर हकया जारा ि करोि का परसफोटन हिसक िोरा ि जो या रो सवय क परहर या दसरो क परहर िोरा ि ििवकाल स िी बचचा करोि परकट करन म सकषम िोरा ि सामानयर बचचा जब भिा िोरा ि या कोई परिानी िोरी ि रब िी वि करोि परकट कररा ि जस-जस बचच की मानहसक और पररक योयराए पररपzwjतव िोरी जारी ि रो उसक करोि को परोतसाहिर करन क अवसर बढ जार ि जस जब कोई भी वयहzwjतर या बार जो उसकी गहरहवहियो म हवघन िालर ि या उसकी परहरषठा योजनाओ इचछाओ या हवचारो म िसरकषप करर ि जब बचचा दषबतल थका िआ या भिा िोरा ि रब उस िीघर करोि आ जारा ि मारा-हपरा या हिकषक दारा अतयहिक या अनावशयक हनयतण भी कभी-कभी बचच को करोहिर कर दरा ि

बचच क करोि की परवहतत अलपकाहलक िोरी ि एक करोहिर बचच को आसानी स िार हकया जा सकरा ि और उसको सामानय वयविार म पषन लाया जा सकरा ि करोि को पराय िी हवसथाहपर हकया जारा ि इसका अथत ि हक कभी-कभी करोि का कारण बडा िो सकरा ि और उस रषचछ कारण क सबि म अहभवयzwjतर हकया जा सकरा ि उदािरण क हलए बचचा मारा-हपरा क िाटन पर करोहिर िो

भावातzwjमक ववकास 39

सकरा ि लहकन कष छ समय रक िार बना रिरा ि और बाद म हकसी अनय गहरहवहि जस हिलौन फ कन क दारा अपना करोि परकट कररा ि िारीररक रप स हवकर बचचो या हजनको सीिन या समझन म कोई कहठनाई ि व थोड स भी उकसान पर करोहिर िो जार ि

िसरकषप क हवरधि बचच का हवरोि कभी-कभी नकारातमकरा का रप िारण कर सकरा ि सभी सामानय बचच मारा-हपरा की सलाि को अनसषना करक या वि जो उनको करन क हलए किा जारा ि उसक ठीक हवपरीर करक परहररोिातमक वयविार परदहितर करर ि करोि की अहभवयहzwjतर रोना या िलकी रानबाजी म िो सकरी ि जब बचचा बडा िो जारा ि रब वि अपन करोि को परकट करन क हलए कोसन गाली-गलोच करन या कष छ हवकट पररहसथहरयो म अपन-आपको चोट पिचा सकरा ि छोट बचच अपना करोि सामानयर बडो क साथ सियोग करन स मना करक अहभवयzwjतर करर ि कष छ अनय उन लोगो क परहर बदल या घणा की भावना हवकहसर कर लर ि जो उनको करोि न हदलार िो

करोि एक हवनािकारी मनोभाव ि यि महसरषक को अिार कर दरा ि और वयहzwjतर को अपनी पणत योयरा म कायत निी करन दरा इसकी हवनािकारी परवहतत स जीवन म सामजसय की कहठनाइया उतपनन िोरी ि लहकन इसक कष छ सकारातमक पकष भी ि यि ऊजात का िहzwjतरिाली सोर ि करोिी वयहzwjतर अपन परहर हकए गए सभी परकार क अनयाय का हवरोि करर ि व िोषण भरषटाचार और सामाहजक बषराइयो का परहरकार करर ि

रिरोध करो कस मनयमरित करकरोि आिारभर मनोभाव ि इसहलए इसकी उपहसथहर अवशयभावी ि लहकन हनहशचय रप स इस मनोभाव को पयातपर ढग स करन क ररीक ि mdash

bull बचचो को आतमहनयतण हवकहसर करन की हिकषा दी जानी चाहिए

bull करोि को परोतसाहिर करन वाल पररको को पयातवरण स समापर कर दना चाहिए

bull मारा-हपरा व हिकषको को बचचो क परहर सिानषभहरिील और समझदार िोन की आवशयकरा ि और उनि बचचो की आवशयकराओ को परा करन की हसथहर म िोना चाहिए

bull िल म भाविाहर की कषमरा िोरी ि इसहलए िल बचचो म करोि को हनयहतर करन म अतयहिक परभाविाली ि

bull बचचो को रनाव स और हनररर कायत स दर रिना चाहिए

bull छोट बचचो को आदि निी दना चाहिए bull बचच का आतमसममान बनाए रिन क हलए

उसकी परिसा कर

ईरयाया ईषयात एक सवतवयापी मनोभाव ि यि करोि की िी अपवहधि िोरी ि सामानयर यि हवशवास हकया जारा ि हक इस हविष मनोभाव को 2 वषत की आयष म भी अनषभव हकया जारा ि ईषयात रोष का दहषटकोण ि जो दसरो क परहर िोरा ि ईषयात को सामाहजक हसथहरया जनम दरी ि जस mdash जब मारा-हपरा हकसी अनय म अहिक रहच लर ि और उस पर अहिक धयान दर ि रो बचच को ईषयात िोरी ि ईषयात क कई कारण

पराथमिक मिकषक जलराई 201840

िो सकर ि उदािरण क हलए अचछ कपड परीकषा या िल म उपलहबिया उचच सामाहजक-आहथतक परहसथहर हिलौन हिकषक दारा ककषा म अहिक धयान दना दसरो म ईषयात पदा कर सकरी ि ईषयात उगर रप म अतयहिक हवनािकारी िोरी ि एव ईषयात बचचो को बालसषलभ वयविार की ओर ल जा सकरी ि व अवनहर क हचहन परकट कर सकर ि जस mdash अगठा चसना हबसरर पर पिाब करना आहद कभी-कभी उनम ईषयात दसर बचचो स झगडन हचढान िरान-िमकान म हदिाई पडरी ि या अवाछनीय हटपपहणया करन म परकट िोरी ि ईषयाया करो कस मनयमरित कर

bull घर एव हवदालय का वारावरण अनषकल और सिायक िोना चाहिए मारा-हपरा एव हिकषक का उन बचचो क परहर अतयहिक सिानषभहरपवतक दहषटकोण रिना चाहिए हजनि समजन की कहठनाई िोरी ि हजसस हक व कभी असषरहकषर या अपहकषर मिसस न कर

bull बचचो को अनषहचर परम या सनि निी दना चाहिए मारा-हपरा एव हिकषको को बचचो क परहर वयविार म और हिकषा म हनषपकष दहषटकोण हवकहसर करना चाहिए

bull बचचो को बिर आरभ स िी िार या असफलरा को गररमा क साथ सवीकार करन क हलए हिहकषर हकया जाना चाहिए असफलरा पर काब पान क हलए उनको नवीन ऊजात क सचयन क हलए उतसाहिर भी हकया जाना चाहिए

आकामकता आकरामकरा को सामानयर उस वयविार क रप म पररभाहषर हकया जारा ि हजसका परयोजन दसरो को िारीररक मानहसक या वयहzwjतरगर कषट पिचान या

सपहतत को नषट करना िोरा ि इसका उदशय मलर दसरो को कषट पिचाना ि मल रप स आकरामकरा दो परकार की िोरी ि एक ितषरापणत आकरामकरा िोरी ि जो दसर को चोट पिचान क एकमात उदशय स की जारी ि दसरी सिायक आकरामकरा िोरी ि हजसका उदशय पीहड रो को पीडा न िोकर लाभ परापर करना िोरा ि लहकन ितषरापणत और सिायक आकरामकराओ की परहरहकरयाए सषसपषट निी िोरी बचचो म आकरामक परहरहकरयाए िारीररक या िाहबदक िो सकरी ि या नरम या उगर िो सकरी ि बचच पराय करोि का हिसक परसफोट परिार करक काटकर लार जमा क घसा मार क िzwjतका मारकर या िीचरान करक परकट करर ि आकरामकरा सीिी िई परहरहकरया िो सकरी ि यि परकषण क दारा या नकल उरारकर सीिी जा सकरी ि बचच बिर िी कम आयष म अपनी माग मनवान क हलए आकरामकरा का वयविार सीि जार ि और सचचाई यि ि हक हजरनी अहिक बार यि परबहलर िोरा ि उरनी िी अहिक बार यि परदहितर हकया जा सकरा ि

भावातमक मवकास क मलए मवदालय और घर म कया-कया कर सकत ह

bull हिकषक और मारा-हपरा बचचो स बारचीर कर bull बचचो क हलए हिलौन बनाए व िल bull पयार का वयविार कर bull बािर घमन ल जाए व आस-पडोस की जानकारी द bull मारा-हपरा को समझाए हक बचचो को भरपर

पयार द bull हवदालय म ऐसा मािौल बनाए हक बचच दसर

बचचो स हिलहमल कर रि bull बचचो की कषमरा क अनषसार हकरयाए कराए

भावातzwjमक ववकास 41

bull हविष आवशयकरा वाल बचचो को भरपर पयार द रथा उनि उनकी जररर क अनषसार चीज उपलबि करवाए उनि आभास हदलाए हक व भी अपना कायत सवय कर सकर ि मारा-हपरा को समझाए हक व इन बचचो को सवीकार कर और उनि घर की गहरहवहियो म िाहमल कर

bull बचचो को वयसर रि bull उनि सवय करक सीिन क अवसर द bull बचचो क साथ सभी तयोिार िसी-िषिी मनाए bull बचचो को अपनी भावनाओ को वयzwjतर करन का

अवसर द उनकी बार धयान स सषन और बीच म टोका-टाकी न कर उनि िाट निी

बचचो म भावातमक हवकास िो इसक हलए हवदालय म सषहविाए िोनी चाहिए जस mdash हिहकषका बचच को हमटटी क िल किानी का अहभनय करना लय व राल पर नाचना गषहड या का िल जस कालपहनक िल मक अहभनय फल-पतती टिनी आहद स मनपसद आकहर बनाना चॉक स सलट या फित पर आकहर बनाना जसी गहरहवहिया करवा सकरी ि

सदभषवमात परीहर 1979 बाल मकास दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदलली िमात उषा 2017 पल या बालयासरा दखभाल मिका दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदललीmdashmdashmdash 2017 बाल मकास क आयाि दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदलली

नसयाररी अधयामपका आईआईटी नसतरी हवदालय नयी हदलली 110 016

बचच क मनोहवजान को समझर िए हि कषण अहि गम की वयवसथा करना रथा उसकी अहि गम सबिी कहठ नाइयो को दर करना बाल क हरि र हि कषण किलारा ि बाल क हरि र हि कषा क अरगतर बचच की रहच यो परवहतत यो रथा कषमराओ को धयान म रिर िए हि कषा परदान की जारी ि जब िम बचचो को बाल क हरि र हि कषा परदान करर ि रो हि कषण अहि गम रहचकर िो जारा ि इसी हवषय पर आिाररर ि परसरषर लि

हिकषा बचच की मल परवहततयो पररणाओ और सवगो पर आिाररर िोनी चाहिए राहक उनकी हिकषा को हदिा दी जा सक बचचो की िारीररक व मानहसक योयराओ का अधययन करक हफर उनकी हवकास म मदद करनी चाहिए जस यहद कोई बचचा मानहसक या िारीररक रप स कमजोर ि या आपराहिक गहरहवहियो स जषडा ि रो पिल उसकी उस कमी को दर हकया जाना चाहिए कष छ हिकषक मनोवजाहनक जान क अभाव म बचच मार-पीट कर ठीक करन की कोहिि करर ि पररष इस ररि का वयविार हसथहर को और िराब कर दरा ि

एनसरीएफ 2005 क अनषसार हिकषा का लकय बचचो क सकली जीवन को उसक घर आस-पडोस क जीवन स जोडना ि इसक हलए बचचो को सकल म अपन बाल अनषभवो क बार म बार करन का मौका दना चाहिए उस सषना जाना चाहिए राहक बचच को

लग हक हिकषक उसकी बार को सषन रिा ि िर बचच म अपनी कषमराए और कौिल िोर ि हजनि सकल म वयzwjतर करन का मौका दना चाहिए जस mdash सगीर कला नाटय हचतकला नतय एव परकहर क परहर अनषराग इतयाहद

पराचीन काल म हि कषा का जो सवरप था और वरतमान म हि कषा का जो सवरप िम दिर ि उन दोनो म बिर अरर ि जॉन ियवी क अनषसार हि कषा वयहzwjतर की उन सभी योयराओ का हवकास ि हजनक दारा वि अपन वारावरण पर हनयतण करन की कषमरा परापर कररा ि और अपनी सभावानाओ को पणत कररा ि िल-िल म बचचो की रहच यो परवहतत यो रथा कषमराओ को धयान म रिर िए हि कषा परदान करना और बचचो की अहि गम कषमरा को बढाना उनकी अहि गम सबिी कहठ नाइयो को दर करना बाल क हरि र हि कषण ि बाल क हरि र हि कषा म बचच

7

बाल क मरि त मश कषा तथा पगमतशील मश कषा

सषनना हमततल

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 43

क हलए हवषयवसरष सरल िो जारी ि रथा हि कषक बचचो को परिान मनार ि हजसकी वजि स हि कषा का मितव बढ जारा ि बाल क हरि र हि कषा म बचचो को वयाविाररक और सामाहजक हि कषा दी जारी ि हि कषा मनषषय क वयविार म पररवरतन लारी ि यि बचच क वयविार म ऐस पररवरतन लारी ि जो बालक क जीवन म उहचर िोर ि अगर िम पराचीनकाल की हि कषा परणाली की बार कर रो बचच क हदमाग म जान की सामगरी को ठस दना िी हि कषा िोरी थी लहकन वरतमान समय म बचच क सवाइगीण हवकास पर बल हदया जारा ि बचच क सवाइगीण हवकास म उसका िारीररक हवकास सामाहजक हवकास मानहसक हवकास सवगातमक हवकास आहद सभी पकष िाहमल िोर ि

आिषहनक हि कषा पधिहर बाल क हरि र ि आज यहद िम हनजी हवदालय की बार कर रो पार ि हक बचचो क अनषसार हि कषको को हनयषzwjतर हकया जारा ि अथातर जो अधयापक बचचो को उहचर पधिहरयो का परयोग करक हि कषण करार ि बचच उनि अधयापको को पसद करर ि इस वयवसथा म परतयक बचच की ओर अलग स धयान हदया जारा ि वयाविाररक मनोहवजान म वयहzwjतर यो की परसपर हवहभननराओ पर परकाि िाला जारा ि हजसस यि सकर हमला ि हक हि कषक िर एक हवदाथथी की हविषराओ पर धयान द व उनक हलए परबि कर

आज क अधयापक को कवल हि कषा व हि कषा पधिहर क बार म िी निी बहलक हवदाहथत यो क बार म भी जानना िोरा ि zwjतयोहक आिषहनक हि कषा हवषय परिान या अधयापक परिान न िोकर बाल परिान

अथवा बाल क हरि र ि यिा यि मितव का हवषय ि हक बालक क वयहzwjतर तव का किा रक हवकास िआ ि इसहलए िम हि कषा मनोहवजान का जान िोना अहरआवशयक िोरा ि हिकषा कषत हिकषक को यि बरारा ि हक बचचो को zwjतया पढना ि पररष समसया यि ि हक उनि पढाना कस ि इस समसया को सषलझान म बाल मनोहवजान हिकषक की सिायरा कररा ि बाल हवजान सीिन की परहकरया हवहियो मितवपणत कारको अचछी या बषरी दिाओ आहद रतवो स पररहचर करवारा ि इसक जान स बचचो को सीिन म सिायरा परापर िोरी ि

बाल क हरिर हिकषा म बचचो क परयोग एव अनषसिान की ओर आकहषतर करन क हलए मनोहवजान का सिारा हलया जारा ि नई-नई पररहसथहरयो म नई-नई समसयाओ को सषलझान क हलए हिकषक को अलग-अलग परयोग करन चाहिए उसस हनकलन वाल हनषकषणो का उपयोग करना चाहिए छातो को हकरयािील रिन क हलए छात क िाथ पर और महसरषक सब हकरयािील िोन चाहिए अथातर वि एक स अहिक जानहरियो का परयोग बचच क अहिगम को और अहिक परभावी बना दरा ि नहरक किाहनयो व नाटको आहद क दारा बचच अचछी ररि स सीिर ि मिापषरषो व वजाहनको क उदािरण उनक हलए सदा पररणादायी िोर ि छात की रहच उस कायत करन म पररणा दरी ि अर हिकषण बचच की रहच क अनषसार हदया जाना चाहिए अधयापक को बचच की योयरा अनषसार हवषयवसरष का चयन करना चाहिए परतयक बचच का बौहधिक सरर (Intelligence Quotient) अलग िोरा ि हि कषक

पराथमिक मिकषक जलराई 201844

को बचचो की हवहभननराओ को धयान म रिना चाहिए हिकषक को सभी छातो को समान समझना चाहिए सभी छातो स समान परशन पछन चाहिए और उनम कोई भदभाव निी िोना चाहिए

हि कषा एक ऐसा िहथ यार ि जो सभी क हलए आवशयक ि हि कषा वि ि जो मनषषय को जान परदान करन क साथ-साथ उसक हदय एव आतमा का हवकास कररी ि हि कषा क उदशयो को लकर

हिकषा और मनोहवजान

मशकषा और मनोमवजान क सबध

हिकषा

मानव वयविार का हवकास

सामाहजक परहकरया

मनोहवजान

मानव वयविार क कायणो का अधययन

मानव वयविार म सिोिन

हकसी भी कषत म अधयापको की सफल िोन क हलए बार मनहवजान का जान अवशय िोना चाहिए इसक अभाव म न रो बचचो की हविषराओ को िी समझा जा सकरा ि और न िी उनकी समसयाओ का समािान हकया जा सकगा बचच क सबि म हि कषक को बचचो क वयविार क मल आिार आवशयकराओ मानहसक सरर रहचयो योयराओ वि वयहzwjतरतव इतयाहद का वयापक जान अवशय िोना चाहिए हवदालय म हकसी भी ककषा का कायतकरम वयहzwjतरक हभ ननराओ पररणाओ मलयो व सीिन क हसधिारो क मनोहवजान क जान क आिार पर बनाया जाना चाहिए हि कषण क पशचार बचचो का मलयाकन व परीकषण भी अतयर आवशयक िोरा ि मलयाकन स यि परा लगाया जा सकरा ि हक हवदाथथी न हकरना अहि गम हकया ि

किा जारा ि हक हि कषा सामाहजक आहथत क और राजनीहरक पररवरतन क हलए सबस जररी िहथ यार ि हकसी भी राषट क हवकास म हि कषा एक बषहनयादी रतव ि हि कषा क माधयम स बढरी जनसखया गरीबी सापरदाहयकरा हलगभद जसी समसयाओ स हनपटा जा सकरा ि हि कषा का मितवपणत भाग िोरा ि lsquoपराथहमक हि कषाrsquo zwjतयोहक पराथहमक हि कषा िी आग की हि कषा क हलए एक मजबर आिार बन जारी ि सामानय रौर पर गषणवततापणत हि कषा का अथत ऐसी हि कषा स लगाया जारा ि जो बचच को रटन स दर ल जारी िो रथा कवल जानकारी आिाररर न िो बहलक अविारणाओ की समझ पर िो गषणवततापणत हि कषा का परचहलर िबदावली क अनषसार अथत ऐसी हि कषा ि जो lsquoहि कषक व पषसरक क हरि रrsquo क सथान पर lsquoबाल क हरि रrsquo हि कषा िो रथा

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 45

बचच क जान मलयो कौिलो और कषमराओ का हवकास कररी िो

सवरतरा पराहपर क बाद भारर सरकार क अनषचछद 45 क जररय 1951 म यि वायदा हकया था हक राजय इस सहविान क लाग िोन की रारीि स दस साल क भीरर 14 वषत की आयष क सभी बचचो क हलए हनिषलक और अहनवायत हि कषा का परयास करगा लहकन कानन क रप म इसको अमलीजामा पिनान म छि दिक स जयादा समय लग गया आहि रकार हवहभ नन कमीिनो और सहमहरयो की हसफाररिो क बाद यि कानन 2004 म भाररीय सहविान क 86 व सिोिन क रिर सामन आया और 1 अपरल 2010 को लाग हकया गया इसक बाद स हि कषा क अहि कार को मौहलक अहि कार बनाया गया और राजयो को हज ममदारी दी गइत हक परतयक बचच को पराथहमक हि कषा दना सषहनहशच र हकया जाए माचत 2013 रक दि क मिज आठ फीसदी सकलो म यि कानन पणत रप स लाग हकया जा सका ि

पगमतशील मश कषापरगहरिील हि कषा की अविारणा क अनषसार हि कषा का एकमात उदशय बचच की िहzwjतर यो का हवकास ि वयहzwjतर क हि कषा क अनषरप हि कषण अहि गम परहकरया म भी अरर रिकर इस उदशय को परा हकया जा सकरा ि परगहरिील हि कषा यि बरारी ि हक हि कषा बचच क हलए ि बचच हि कषा क हलए निी इसहलए हि कषा का उदशय ऐसा वारावरण रयार करना िोना चाहिए हजसम परतयक बचच क सामाहजक हवकास का पयातपर अवसर हमल परगहरिील हि कषा का उदशय जनरतीय मलयो का हवकास हकया जाना ि हि कषा

क दारा िम ऐस समाज का हनमातण करना चािर ि हजसम वयहzwjतर-वयहzwjतर म कोइत भद न िो सभी पणत सवरतरा और सियोग स काम कर परतयक मनषषय को अपनी सवाभाहवक परवहतत यो इचछाओ और आकाकषाओ क अनषसार हवकहसर िोन क अवसर हमल सभी को समान अहि कार हदए जाए ऐसा समाज रभी बन सकरा ि जब वयहzwjतर और समाज क हिर म कोइत मौहलक अरर न माना जाए हि कषा क दारा मनषषय म परसपर सियोग और सामजसय की भावना सथाह पर करना िोरा ि परगहरिील हि कषा म हि कषण अहि गम हवहि को अहि क वयाविाररक करन पर जोर हदया जारा ि इसम बचच क सवय करक सीिन की परहकरया पर जोर हदया जारा ि कवल हि कषण स िी हि कषक का कायत परा निी िोरा उस बचचो क जान और हवकास का मलयाकन और परीकषण करना िोरा ि मलयाकन करन स हवदाथथी की उननहर का परा चलरा ि और उसी अनषसार बचचो म सषिार हकए जार ि भाररीय हि कषा पधिहर म मलयाकन िबद परीकषा व रनाव स जषडा िआ ि मलयाकन क रनाव स हवदाथथी को दर रिन क हलए बाल क हरि र हि कषा परणाली म सरर एव वयापक मलयाकन पर जोर हदया जारा ि मलयाकन एक बार क कायतकरम क बजाय एक हनररर परहकरया ि हजस सपणत अधयापन अहि गम परहकरया म हनहमतर हकया गया ि हि कषा िासत का हि कषक क हलए हविष मितव िोरा ि zwjतयोहक एक अधयापक को हि कषा िासत िी यि बरलारा ि हक बचचो को zwjतया पढाया जाए

वस सबस बडी समसया यि िोरी ि हक हवदाहथत यो को कस पढाया जाए बाल मनोहवजान

पराथमिक मिकषक जलराई 201846

दारा िी अधयापक को उपयोगी हि कषण अहि गम हवहि आ सकरी ि उस परा चलरा ि हक हकस परकार क बचच को हकस हवहि स पढाया जाए बचचो को भयमषzwjतर रिन और उनि मानहसक रप स सवरप रिन की कवायद म हि कषक की भहमका मितवपणत ि हि कषक क आचरण म सखरी की जगि मतीपणत वयविार कड अनषिासन की जगि लचीली वयवसथा हपटाइत की जगि अपनतव बचचो को हचरा स उनमषzwjतर रिन स पररणाम यि िोगा हक समाज म हि कषक की आज की भहमका भी बदल जाएगी भहवषय म समषदाय और समाज हि कषक को बचचो क अहि कारो की सषरकषा और हनगरानी का मितवपणत हिससा मानन लगगा यि िर हि कषक क हलए गौरव की बार िोगी बचचो को सजा न दन और उनि भयभीर न करन को लकर हि कषको और हि कषण ससथानो म वरतमान म जो सिय ि वि भी िीर-िीर दर िोरा चला जाएगा दषहनया रजी स बदल रिी ि हि कषक को भी आ रि इस बदलाव क चलर अपनी हि कषण पधिहर म आवशयकानषसार सषिार करन िोग

परगहरिील हि कषा क योगदान म महसर षक एव बषहधि की अिम भहमका ि इनक माधयम स वि दहनक जीवन की समसयाओ को सषलझान का काम कररा ि जस-जस वि अपन दहनक जीवन म अपनी मानहसक िहzwjतर यो का परयोग कररा ि वस-वस वि मानहसक हवकास भी कररा ि महसर षक िी वि मषखय उपकरण ि जो समसयाओ को सषलझान म सिायक िोरा ि अर बालक क सबि म हि कषक को उसक वयविार क मल आिारो आवशयकराओ मानहसक सरर रहचयो योयराओ वयहzwjतर तव इतयाहद का हवसरर जान िोना

चाहिए हि कषा बचच की मल परवहरयो पररणाओ और सवगो पर आिाररर िोनी चाहिए परगहरिील हिकषा म हिकषक को भी मितवपणत सथान हदया गया ि इसक अनषसार हिकषक समाज का सवक ि उस हवदालय म ऐसा वारावरण बनाना पडरा ि हजसम पलकर बचच क सामाहजक वयहzwjतरतव का हवकास िो सक हवदालय म सवरतरा और समानरा क मलय को बनाए रिन क हलए हिकषक को कभी भी बचचो स बडा निी समझना चाहिए आजा और उपदिो क दारा अपन हव चारो और परवहततयो को बचचो पर लादन का परयास निी करना चाहिए

मनषकरष भारर म जो हि कषा पधिहर परचहलर ि उसक कइत पकषो म सषिार की आवशयकरा ि िमारी हि कषा वयवसथा पर एक विर जनसमि को हि हकष र करन का उततरदाहयतव ि सािन और ससािन बिर सीहमर ि पररहसथ हरया भी अनषकल निी ि हफर भी िम लकयो की पराहपर की ओर परयतनिील ि हफर भी िम दढ सकलप क साथ आग बढ रो इस हनरािाजनक हसथ हर स उभर सकर ि

सबक हलए हि कषा की सषहविा करवानी ि हक परतयक हि हकष र वयहzwjतर स यि अपकषा की जानी चाहिए हक वि इस लकय पराहपर म सियोग परदान कर इरीच न रीच न (Each one Teach one) का नारा इस हदिा म सफलरा हदला सकरा ि हि कषा म रकनीकी का उपयोग अतयहि क िो रिा ि हकरष इन रकनीको सािनो को हि कषक का हवकलप न मानकर सियोगी मानकर परयोग करन का लकय ि

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 47

सदभष वमात ररक कष मार 2013lsquoबाल क हरि र हिकषा एव परगहरिील हिकषाrsquo बाल मकास ए मि का िासरि अररिर पहबलकिन

हलहमटि नयी हदललीसरोिा सषिील 2012 lsquoचाइलि सटित एि परोगरहसव एजषकिनrsquoएजकिनल साइकरोलॉजरी सरोिा पहबलकिन रोहिणी

नयी हदललीmdashmdashmdash 2016 lsquoबाल क हरि र हिकषा एव परगहरिील हिकषाrsquo बाल मकास ए मि का िासरि सरोिा पहबलकिन रोहिणी

नयी हदलली

परोफसर परारहभक हिकषा हवभाग एनसीईआरटी नयी हदलली 110 016

पाथममक बाल मशकषा क लकय तथा मकरयाकलाप

परारहभ क बाल हि कषा आज क यषग म सामानय रप स न कवल बचचो क सपणत हवकास का अिम हनवि ि बहलक परारहभ क हि कषा को सावतजनीकरण रप म राषटीय लकय को परापर करन म भी मितवपणत योगदान परदान कररा ि परारहभ क बाल हि कषा सषहविाओ म गषणातमक हवसरार क हलए सरकारी और गर-सरकारी ससथाओ दारा समहनव र परयास हकया जा रि ि हजसस दि क करोडो बचचो को इसका लाभ हमल सक इस हवसरार क चलर काफी सखया म परहि हकष र लोगो की आवशयकरा ि इस आवशयकरा को परा करन क हलए सवारर हि कषक-परहि कषको को अलपकालीन परहि कषण भी हदया जा रिा ि जयादारार लोगो को यि जानकारी निी िोरी हक पवत पराथहमक सरर पर zwjतया कराया जाए या कसी गहरहवहि या या हकरयाए करायी जाए हजसस बचचो को आनददायक वारावरण हमल व पवत-पराथहमक सरर को पराथहमक सरर का डाउनडया एकसनिन मान कर बचचो को पढार ि और टीचर टहनग भी दर ि इसी बार को धयान म रिकर परसरषर लि म 3ndash4 एव 4ndash5 साल क बचचो क हलए आयोहजर की जान वाली हकरयाओ क उदशय एव हकरयाए साझा की गइत ि जो हि कषक परहि कषको एव हि कषको क हलए उपयोगी िो सकरी ि य हकरयाए एक लबोरटरी सकल म कायत अनषभव और उपहसथर गरनथो क आिार पर सषझाई गयी ि

पवत-पराथहमक हिकषा का उदशय बचचो का सवाइगीण हवकास करना ि पवत-पराथहमक हिकषा दारा बचचो का िारीररक हवकास िोरा ि और बचचो को पढन-हलिन एव गहणर की रयारी म मदद हमलरी ि यि बचचो को औपचाररक हिकषा क हलए रयार कररी ि इसक साथ िी बचचो म कई अनय सजनातमक कषमराओ को भी हवकहसर कररी ि रीन स छ वषत की आयष क बीच क बचच पवत पराथहमक िालाओ म

पवत पराथहमक हिकषा गरिण करर ि य िालाए बचचो

को पररणादायक िल वारावरण परदान करन क साथ िी

बचचो का बौहधिक भाषागर सामाहजक सवगातमक

रथा िारीररक हवकास करन म सिायक ि

पवष-पाथममक मशकषा क उदशयपवत-पराथहमक हिकषा का मषखय उदशय ि बचचो का

सवाइगीण हवकास करना अरः बचचो को अगरहलहिर

पदमा यादव

8

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 49

सबिो की उदशयो की पराहपर क हलए गहरहवहिया कराई जानी चाहिए mdash

bull सामाहजक एव सवगातमक हवकास bull िारीररक हवकास एव मासपहियो का हवकास bull भाषा हवकास bull सजानातमक हवकास bull सजनातमक एव सौदयतबोि का हवकास

3ndash4 आयष वगत और 4ndash5 आयष वगत क बचचो क हलए सामानयरः एक जसी गहरहवहिया िोरी ि बस 4 ndash5 आयष वगत की गहरहवहियो का सरर 3ndash 4 आयष वगत की गहरहवहियो की अपकषा थोडा अहिक िोरा ि लि म इनिी दोनो आयष वगत क हलए गहरहवहिया सषझाई गयी ि

3 ndash 4 आय वगष क मलए गमतमवमध लकय सामाविक एि सिगातमक विकास बचचो क सामाहजक एव सवगातमक हवकास क अरगतर अनक बार िहमल ि जो अतयर मितवपणत ि उदािरण क हलए सषरकषा एव भरोस की भावना का हवकास करना परारहभक बाल हिकषा क रि क वारावरण रथा हदनचयात स पररचय कराना अचछी आदरो का हनमातण करना जस mdash िौचालय का उहचर परयोग िाथ िोना वयहzwjतरगर सवचछरा भोजन की उहचर आदर हिहकषका कायतकरात का अहभवादन करना अपनी बारी की पररीकषा करना दसर बचचो क साथ िलना सीिना इतयाहद अपन वयविार को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना अपन बार म अचछी भावना हवकहसर करना सामहिक हकरयाओ क परहर रहच का हवकास करना सामाहजक रप स सवीकर ररीको क अनषसार अपन

वयविारो रथा सवगो को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना आहद

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकासबचचो क िारीररक एव मासपहियो क हवकास क हलए यि जररी ि हक िम बचचो को साथ म काम करन क अनक अवसर उपलबि कराए साथ िी हिकषक को कष छ और बारो का धयान रिना िोगा उदािरण क हलए उहचर वहधि और हवकास पर नजर बनाय रिना सथल मासपहियो और सकम मासपहियो म सरषलन बनान म मदद करना छोटी मासपहियो को हवकहसर करन क अवसर परदान करना आि-िाथ म रालमल िाथ-मषि म रालमल इतयाहद

भाषा विकासभाषा मनषषय क भावो और हवचारो को वयzwjतर करन का एक माधयम ि भाषा सीिन का सवाभाहवक और मनोवजाहनक करम िोरा ि mdash सषनना बोलना पढना हलिना बचच म भाषा सीिन की सवाभाहवक परव हतत िोरी ि भाषा का हवकास मलर जीवन की परारहभक अवसथा स िी आरभ िो जारा ि जो मलर अनषकरण एव अभयास दारा अहजतर की जारी ि भाषा हवकास क लकय ि mdash सषनन क कौिल का हवकास करना हजसम िाहमल ि धवहन हवभदीकरण सषनन का हवसरार सषनकर समझना मौहिक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िबद भिार का हवकास अहभवयहzwjतर म सपषटरा एव परवाि पणत वाzwjतयो का परयोग आवशयकराओ एव हवचारो का सपरषण इतयाहद

सजानातमक विकास वसरषओ का हमलान करक रथा पिचान करक उनक अरर को पिचानन की कषमरा का हवकास करना

पराथमिक मिकषक जलराई 201850

जस mdash एक समय म हदिायी गयी 3 ndash 4 वसरषओ का हनरीकषण करक रषरर पषन समरण करन की कषमरा का हवकास हकसी पररहचर वसरष का हचत दिकर उसक गायब भाग की पिचान करन की कषमरा का हवकास करना हकसी एक आयाम या समबोि क आिार पर जस आकार या रग वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास करना रीन-चार वसरषओ स बन नमन को हफर स बनान की कषमरा का हवकास करना सरल सरर पर सपणत रथा उसक भागो क सिसबि को समझन की कषमरा का हवकास करना सरल समसयाओ को सषलझान क हलए सिी ढग स सोचन की कषमरा का हवकास करना लाल नीला पीला िरा सफद और काला रग पिचानन नाम बरान रथा हमलान करन की कषमरा का हवकास हनमनहलहिर को पिचानन रथा हमलान करन की कषमरा पर हवकास mdash गोल चौकोर हरकोन गोला बनान की कषमरा का हवकास छोडा-बडा लबा-छोटा भारी िलका लबा-नाटा मोटा घना परला चौडा-सकरा दर-नजदीक को पिचानन नाम बरान रथा हमलान करन की कषमरा का हवकास करना हसथहरयो को पिचानन की कषमरा का हवकास करना जस mdash अदर-बािर ऊपर-नीच आग-पीछ दहनक हकरयाओ क सदभत म हनमनहलहिर समबोिो की चरना का हवकास करना जस mdash हदन-रार दोपिर-सधया घटो का जान ठिा और गरम म भद करन पिचानन और जानन की कषमरा का हवकास इतयाहद कष छ परसराहवर समबोि परोजzwjतट जसmdash सवय पररवार पालर रथा जगली जानवर घर मौसमी सहबजया रथा फल पौि सषरकषा सबिी आदर पवत तयौिार िवा पानी इतयाहद

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास बचचो म सजनातमकरा एव सौदयतबोि का हवकास करन क हलए कष छ बारो पर धयान दना जररी ि जस mdash कला क माधयम स सजनातमक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िारीररक अगो का कलातमक ढग स सचालन करना पयातवरण म उपलबि रगो रथा सौदयत क परहर सवदनिीलरा का हवकास करना इतयाहद

4ndash5 आय वगष हत गमतमवमध लकय सामाविक ndash सिगातमक विकास सामाहजक-सवगातमक हवकास बचचो क वयहzwjतर तव का एक मितवपणत अायाम ि इसम अनक बार िहमल ि जस mdash परारहभक बाल कायतकरात हिहकषका (यहद नई िो) रथा ककषा क अनय बचचो स पररचय िोना अचछी आदरो का हनमातण करना जसmdash वयहzwjतरगर रथा पयातवरणीय सवचछरा परारहभक बाल हिहकषकाकायतकरात का अहभवादन अपनी बारी की पररीकषा करना हकसी वसरष को हमल बाटकर उपयोग एव सियोग करना हनयहमर उपहसथहर अपन बार म अचछी भावना का हवकास करना सामहिक हकरयाओ क परहर रहच का हवकास करना सामाहजक रप स सवीकर ररीको को अपन वयविारो रथा सवगो को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना हनणतय लन की योयरा का हवकास करना इतयाहद

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकासबचचो म उहचर वहधि बनाय रिन क हलए हनयहमर जाच सथल मासपहियो म सरषलन सकम मासपहियो म सरषलन बचचो की छोटी मासपहियो का हवकास आि-िाथ म रालमल िाथ-मषि म रालमल इतयाहद पर धयान हदया जाना चाहिए

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 51

भाषा विकासभाषा हवकास म िहमल ि mdash सषनन क कौिल का हवकास करना mdash धवहन हवभदीकरण सषनन का हवसरार सषनकर समझना आलोचनातमक दहषटकोण क साथ सषनना मौहिक अहभवयहzwjतर का हवकास करनाmdash िबद भिार का हवकास अहभवयहzwjतर म सपषटरा और परवाि करमबधि ढग स बार करना सजनातमक अहभवयहzwjतर पढन की रयारी करवाना दिी गयी वसरषओ का हवभदीकरण सषनी गयी धवहनयो का हवभदीकरण (िबदो की परथम एव अहरम धवहन) दशय धवहन सि सबि बाए स दाए का हदिाबोि हलिन की रयारी करना इतयाहद

सजानातमक विकास पाचो इहनरियो का परयोग करक वसरषओ का नाम बराना रथा 3 सररो पर करमीकरण करन की कषमरा का हवकास करना जसmdash मीठा उसस मीठा सबस मीठा बडा उसस बडा सबस बडा आहद एक समय म हदिायी गई 6ndash7 वसरषओ का हनरीकषण करन रथा रषरर पषन समरण करन की कषमरा का हवकास हकसी पररहचर वसरष क अहिक सकम या गायब भाग की पिचान करन की कषमरा का हवकास दो समबोिो या आयामो क आिार पर जस रग एव आकार वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास वसरषओ हचतो किाहनयो रथा घटनाओ को पषन परसरषर करन रथा उसी रकत स करम म बढान का हवकास सपणत रथा भाग क सि सबि को अपकषाकर कष छ जहटल सरर पर समझन की कषमरा का हवकास अपकषाकर कष छ जहटल समसयाओ को सषलझान क हलए सिी ढग स सोचन की कषमरा का हवकास

लाल पीला नीला काला सफद क साथ अनय रगो जस भरा नारगी बगनी की पिचान और नाम बराना रीन सररो पर परमषि रगो का करमीकरण करन की कषमरा का हवकास (यि समझन की कषमरा हक रगो को हमलान स नय रग रयार िो जार ि) हनमनहलहिर आकारो क नाम बरान की कषमरा रथा पयातवरण म उपलबि उनिी आकार की वसरषओ स हमलान-हमलाना mdash गोल चौकोर हरकोन अनय आकारो जस mdash रारा छडी आयर मिराब (आिा गोला) आहद को पिचानन की कषमरा हवकहसर करना

अक सबिी समबोिो का रीन सररो रक करमीकरण करन की कषमरा का हवकास करना हनमनहलहिर की कषमरा का हवकास mdash एक स एक का सबि पाच रक की सखया का सबोि पाच रक क अको की पिचान पाच रक क अको को हगनना रथा उनि करम म रिना हनमनहलहिर हसथहरयो की पिचान रथा उनक हलए उपयषzwjतर िबदो का परयोग जसmdash सबस ऊपर-सबस नीच अदर-बािर पिल-बाद म ऊपर-नीच अगला-हपछला यिा-विा हकनार-बीच म बगल म-पीछ-सामन हनमनहलहिर समबोिो की चरना का हवकास mdash समय स समय स पिल दर स हदनचयात क सदभत म पिल-बाद म घडी स समय का मापन सपराि क हदन रापमान की रषलनातमक हसथहरयो जस गमत उसस गमत सबस गमत को पिचानन हवभदीकरण करन रथा जानन की कषमरा का हवकास कष छ और समबोि परोजzwjतट जस mdash बरसार मौसम कीड-मकोड समाज क मददगार ससार यारायार इतयाहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201852

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास कला क माधयम स सजनातमक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िारीररक अगो का कलातमक ढग स सचालन सजनातमक हचरन का हवकास करना पयातवरण म उपलबि सौदयत एव रगो क परहर सवदनिीलरा का हवकास करना

3ndash4 एव 4ndash5 आय वगष क बचचो क मलए खल मकरयाए ऊपर हदय गए लकयो की पराहपर क हलए हिकषक एव हिकषक परहिकषको दारा हनमन हकरयाए गहरहवहिया कराइत जा सकरी ि

सामाविक ndash सिगातमक विकास हिकषक बचचो को िल क माधयम स सवगो पर हनयतण करना हसिा सकर ि सामाहजकndashसवगातमक हवकास म सिायक गहरहवहिया िmdash अनौपचाररक वारातलाप गीर रथा कहवराए अहभनय करना कठपषरली का िल सवरत एव हनददहिर िल सामहिक हकरयाए एव िल भोजननाशर क समय की हकरयाए तयोिार एव जनमहदन मनाना आतमहनभतररा क भाव को जगान वाली हकरयाए अथातर हकसी हकरया म नरतव करना बचचो को दाहयतव बाटना आहद वारातलाप हवकलाग बचचो का समि म िाहमल करना परकहर म हवचरण बागवानी-पलर जानवरो की दिभाल करना

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकास बचचो म िारीररक हवकास एव मासपहियो क हवकास क हलए सिायक गहरहवहिया ि mdash लबाई और वजन की माहसक जाच परक पोषण दना समय-समय पर िोन वाली माहसक जाच बचचो

और समाज को सवासथय एव पोषण सबिी जानकारी दना सवरत एव हनददहिर िल दौडन उछलन कदन चढन फ कन सरषलन रिन लषढकन आहद वाली हकरयाए हचतकला एव रजनकला फाडना काटना हचपकाना िागा िालना हसलाई करना बाल और पानी क िल हमटटी का काम हजन वसरषओ को इचछानषसार रोडा-मरोडा जा सक उनक साथ मनचाि ढग स िल उगहलयो को नचार िए गीर गाना िाथ और चममच स भाजन करना इतयाहद

भाषा विकास भाषा हवकास क हलए बचचो क साथ सवरत एव हनददहिर वारातलाप कर सषनन एव िबदो क िल िल जस mdash रषकानर िबदो क िल लययषzwjतर छद और गीर धवहनयो की पिचान आहद अनय गहरहवहिया जस mdash पिहलया अहभनय किानी सषनाना और बनाना कठपषरली का िल दशय हवभदीकरण सबिी िल एव हकरयाए िबदो की धवहनयो का हवभदीकरण रथा िबद-हनमातण क िल सहचत पषसरको को सिी ढग स पकडना हचत एव िबद का हमलान सकम मासपहियो की समसर हकरयाए िीची गई आकहर म रग भरना हबदषओ को जोडना आकहरयो की बनावट की नकल करना (पहसल रथा कयॉन स) इतयाहद भाषा हवकास म बिर सिायक ि

सजानातमक विकास मल सजानातमक कौिलो और परहकरयाओ क हवकास िरष गहरहवहिया करवाए जस mdash इहरियो का हवकास ndash दिन की इहरियसषनन की इहरियसपित स अनषभव करन की इहरिय सघन की इहरिय सवाद की इहरिय समहर एव हनरीकषण कषमरा का हवकास

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 53

वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास करहमक हचरन का हवकास समसया समािान रथा हववक का हवकास

परमषि सबोिो का हवकास जस mdash रग क सबोि का हनमातण आकारो क सबोि का हनमातण अक पवत सबोि का हनमातण अक सबोिो का हनमातण सथान क सबोि का हनमातण समय क सबोि का हवकास रापमान क सबोि का हवकास हनमनहलहिर क सबि म पयातवरणीय रापमान क सबोि का हवकास पराकहरक पयातवरण भौहरक पयातवरण सामाहजक पयातवरण परोजzwjतट थीम क रप म चचात की जा सकरी ि

दहषट सबिी रथा धवहन हवभदीकरण सबिी िल हकरयाए पयातवरण म उपलबि हवहभनन बनावट की वसरषओ को छकर रथा पिचानन वाल कािणो क साथ हकरयाए हवहभनन सवाद वाली वसरषओ क साथ हकरयाए समहर िल lsquozwjतया गायब िrsquo हनरीकषण रथा हनरीहकषर वसरष क पषन समरण पर आिाररर हकरयाए वसरषओ हचत कािणो का परयोग करक वगथीकरण हकरयाए वगथीकरण क िल हदया गया नमना हफर स बनाना किाहनयो और घटनाओ का सिी करम म पषन समरण करहमक हचरन पर आिाररर िल पिली एव भल भषलया का िल हनकालना समसयाओ को सषलझान स सबहिर हकरयाकलाप जस दो या उसस अहिक वसरषओ क सिसबि पर

आिाररर काित सरल परशनो क उततर दना वारातलाप गीर और रषकबहदया अहभनय वसरषओ कपडो पर हकरयाकलाप हनददहिर िल रचनातमक हकरयाए परकहर म भरमण रगो क सबि क हलए वहणतर हकरयाए वारातलाप एव किाहनया पानी क िल बाल क िल करमीकरण काित गषटको क िल हनददहिर िल एव करीडा अहभनय अहभनय पर आिाररर िल जस दषकान-दषकान वसरषओ क साथ और बाद म सखया काितस क साथ हनददहिर िल अको क गीर अको क िल अको की पिली समय सबोि क काितस दफरी आहद पर बनायी गयी घहड या दहनक हकरयाओ का करम स पषनसमरण करन सबहिर हकरयाए सरल परयोग जस mdash बनाय गय थमातमीटर वारातलाप पिल वहणतर हवहभनन हकरयाओ का परोजzwjतट क हवषयो स एकीकरण ककषा म परदितन भरमण एव परकहर दितन तयोिारो को मनाना रथा उनस सबहिर वसरषए रयार करना िवा पानी रथा पौि उगान स सबहिर सरल परयोग बाल रथा पानी क िल इतयाहद

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास कष छ हकरयाकलाप जस mdash सजनातमक हचतकला लयातमक गहरिीलरा रथा नाटक आहद जसी हकरयाए mdash बिउततरीय परशन lsquoआओ बनrsquo वाल िल गीर एव किाहनया बनाना परकहर क भरमण ककषा परदितन आहद

सदभषएनसीईआरटी 2000 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2000 एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2006 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली कौल हवनीरा 1996 पारमभक बाल मिका काययारिि पवत पराथहमक एव परारहभक हिकषा हवभाग एनसीईआरटी नयी हदलली

पराथमिक मिकषक जलराई 201854

गषपर मजीर सन 2013 पारमभक बालयासराmdash दख-भाल और मिका पीएचआई लहनइग पराइवट हलहमटि हदलली भारर सरकार 1986 राषzwjटरीय मिका नरीमत 1986 मानव ससािन हवकास मतालय नयी हदलली mdashmdashmdash 2011 मनःिलक और अमनायया बाल मिका का अमधकार अमधमनयि ndash 2009 मानव ससािन हवकास मतालय

नयी हदललीमहिला एव बाल हवकास मतालय 2013 राषzwjटरीय पारमभक बालयासरा दखरख और मिका (ईसरीसरीई) नरीमत 2013

नयी हदललीमषरलीिरन राजलकमी और िोहबरा असथाना 1991 मििओ क मलए परक गमतममधया हवदालय पवत एव परारहभक हिकषा

हवदालय एनसीईआरटी नयी हदललीयादव पदमा 2015 एजमपलर गाइडलाइस फॉर इमलि िन ऑफ अलथी चाइलडहड कयर एड एजकिन (ईसरीसरीई)

कररीकलि एनसीईआरटी नयी हदलली

ररषठ पकता िाइट घषममनिडा एससीईआरटी नयी हदलली

भारर सरकार परहरवषत हिकषा पर काफी वयय कररी ि काफी नय हवदालय िषल रि ि और हवदालयो म बचचो क नामाकन म वहधि िो रिी ि इसक साथ िी हिकषक परहिकषण पर भी बल हदया जा रिा ि पररष हफर भी हिकषा की गषणवतता म कोई िास सषिार निी िो रिा ि यि एक हवचारणीय परशन ि और इस अनदिा निी हकया जा सकरा ि हिकषा की गषणवतता को गभीररा स लर िए यनसको की जीईएम की ररपोटत न भी वषत 2017ndash18 का िीषतक हिकषा म जवाबदिी रिा था िमारी हिकषा परणाली की यि हज ममदारी िोनी चाहिए हक वि परतयक चरण म हिकषा परणाली स जषड लोगो की जवाबदिी सषहनहशचर कर

हिकषक समाज की सवातहिक सवदनिील इकाई ि और किा जारा ि हक हिकषण वयवसाय समाज क सभी वयवसायो की जननी ि हवहभनन वरन आयोगो न परतयक बार हिकषक क कायणो क हलए वरनमान को उननर बनाय रिन की हसफाररि की ि राहक हिकषक पणत मनोयोग स अपन हिकषण कायत को समहपतर िो सक और अपनी जवाबदिी सषहनहशचर कर हपछल रीन दिको म गहठर िई सभी सहमहरयो और आयोगो न अपना यि सषझाव हदया ि हक हिकषा की गषणवतता म सषिार क हलए यि आवशयक ि हक हनयहमर रप स हिकषक क कायणो का मलयाकन हकया जाए और उसकी जवाबदिी सषहनहशचर की जाए

मशकषक की जवाबदही स मशकषा वयवसथा की गणवता म सधार

एम एम रॉय

9

हिकषक समाज की सवातहिक सवदनिील इकाई ि िमार दि म हिकषक का बिर सममान हकया जारा ि हिकषक बचचो म छष पी िई परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि यि मिसस हकया जा रिा ि हक समाज म सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि हिकषक की गषणवतता पर भी परशन हचहन लग रि ि हिकषको की जवाबदिी की माग उठन लगी ि यहद िम हिकषको को अपन वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना चािर ि रो हिकषा वयवसथा म ऐसा वारावरण बनाना िोगा जिा व उततरदाहयतव सवय लना पसद कर लहकन हिकषको की जवाबदिी सषदढ और सषहनहशचर करन स पिल उनक हलए एक वारावरण रयार हकया जाना चाहिए हजसका उललि इस लि म हकया गया ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201856

एक हिकषक का कायत समाज म वषणो स सममानजनक रप स दिा जारा रिा ि हिकषको क हलए ईमानदार जानी आहद जस हविषणो का भी परयोग हकया जारा ि एक हिकषक का कायत बिआयामी ि वि अपन बचचो म छष पी िई परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि एक हिकषक बचचो क हलए मागतदितक दाितहनक और हमत िोन क साथ समाज और राषट हनमातरा भी ि िम सभी लोग यि भी मिसस कर रि ि हक समाज म स सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि और zwjतयोहक हिकषा सामाहजक परणाली का अहभनन अग ि हिकषा क सरर क दारा यि भली भाहर जाना जा सकरा ि हक समाज म जीवन क मलयो का zwjतया सरर ि

किन का रातपयत यि ि हक हिकषा का सरर एक सचक क रप म यि हदिारा ि हक समाज म जीवन की गषणवतता zwjतया ि हिकषक हिकषा की एक िषरी ि इसीहलए हिकषक-हिकषा की गषणवतता कसौटी पर ि रथा हिकषक-हिकषको क योगदान पर भी परशनहचहन लग रि ि हिकषक क पास बिआयामी कायत िोर ि हजसम वि बचचो हवदालय बचचो क मारा-हपरा समाज रथा राषट की सवा करर ि जब व कोई ऐसा उततरदाहयतव सभालर ि रो उनकी जवाबदिी रय िोनी चाहिए zwjतयोहक इसम उनको अपन कायत क सबि म दसर वयहzwjतर क परशनो का जवाब दना बनरा ि

यि जवाबदिी नहरक जवाबदिी बनरी ि जब आरररक इचछा िहzwjतर दारा वयहzwjतर िमिा कष छ अचछा करन क हलए अहभपरररर रिरा ि विी दसरी जवाबदिी म वयहzwjतर अपन ससथा क परहर

उततरदायी रिरा ि zwjतयोहक जो कायत उस वयहzwjतर को हदया जारा ि उसको उस बस परा करना िोरा ि zwjतया िम हसफत कायत को करना िी ि या उस कायत का परदितन भी बिर अचछा करना ि zwjतया आपन कभी अनषभव हकया ि हक जो हिकषक अपन वयवसाय स सरषषट ि व नए-नए उततरदाहयतव लना पसद करर ि और zwjतया व सफलरा की भी सी हढया चढर ि एक वयहzwjतर जब अपन कायत क परहर समहपतर रिरा ि रो यि समझा जारा ि हक वि अपन कायत स सरषषट ि दसर िबदो म कि रो यहद हिकषक अपन वयवसाय म परी ररि स समहपतर ि रो उसकी जवाबदिी भी सषदढ िोगी यहद िम हिकषको को उनक वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना ि रो हिकषा वयवसथा म ऐस वारावरण बनाना िोगा जिा व उततरदाहयतव लना पसद कर हिकषको की जवाबदिी सषदढ बनान क हलए हनहमनहलहिर वारावरण रयार हकया जा सकरा ि

मशकषको को मनणषय लन की अनममत हिकषक क पास हनणतय करन की िहzwjतर िोनी चाहिए हक व zwjतया पढाए और बचचो क सीिन का मलयाकन हकस परकार कर या बचचो को कस समझ यि हिकषक िी िोरा ि जो बचचो दारा मिसस हकए जान वाल सामाहजक सासकहरक और भाषायी अवरोिो की परिाहनयो को सीि-सीि मिसस कररा ि हिकषा म गषणवतता का लकय रब रक निी परापर हकया जा सकरा जब रक हक िमार पास ऐस हिकषक न िो हजनकी हनषठा सदिो स पर िो हजनम िम परी ररि स हवशवास कर सक

शिकषक की जवाबदही स शिकषा वzwjयवसzwjा की गणवता म सधार 57

सतत एव वयापक मलयाकन स जवाबदहीहवदालय म हभनन-हभनन पषठभहम वाल बचच पढन आर ि हवहवि पषठभहम स आए बचचो का अपना अनषभव िोरा ि और यि बचच अपनी गहर स सीिर ि हवहवि पषठभहमयो और हवहभ नन कषमराओ वाल बचचो को पढाना एक चषनौरी ि एक अचछी मलयाकन और परीकषा पधिहर सीिन की परहकरया का अहभनन अग बन सकरी ि हजसम बचच और हिकषा रत दोनो को िी हववचानातमक और आलोचनातमक परहरपषहषट स फायदा िो सकरा ि मलयाकन ऐसा िो जो यि सषहनहशचर कर हक बचच सफलरापवतक पढ और बढ रथा अपन पणत रप म हनिर हवहवि कषतो म उतकषटरा को मानयरा हमलनी चाहिए रथा उसका सममान िोना चाहिए मलयाकन म इस बार पर जोर िोना चाहिए हक जो पढाया गया ि उसक परहर बचचा हकरना जवाबदि रिा ि न हक उसक याद करन की कषमरा का उसकी जवाबदिी म कई बार िाहमल िोगी जस हक उस जो पढाया गया ि उसका अपन जीवनानषभव रथा दसरी रमाम चीजो स सबि जोडन की योयरा सीिी गयी चीजो क बार म नए और आशचयतजनक ररीक स सवाल बनान की कषमरा आहद बचचो क उपलहबि सरर क साथ-साथ बचच की अहभरहच उसक सवरत रप स सीिन की कषमरा का मलयाकन िोना चाहिए अर यि समझना जररी ि हक मलयाकन की परहकरया को बदलकर बचच क सीिन क अनषभवो पर आिाररर और गषणवतता को आिार बनाकर मलयाकन हकया जाए यहद हिकषक ऐस मलयाकन को सषहनहशचर कर सक हक हवहविरा अपन पणत रप म हनिर और मलयाकन म इस बार

पर जोर हदया गया हक जो पढाया गया ि उसक परहर बचचा हकरना जवाबदि रिा ि रो अवशय इसम हिकषक की भी जवाबदिी बनरी ि

मशकषण पश म हो रह कषय का सामना हिकषक वि िषरी ि हजसक इदत-हगदत हिकषा वयवसथा घमरी ि वरतमान सदभत म रजी स बढ रिी सकली वयवसथा और हवततीय घाट वाली हसथहर म समषहचर सखया म हिकषको की अनषपलबिरा एक नए ररि क हिकषको क आगमन की ओर बढरी ि सकली हिकषक की सामाहजक हसथहर म रजी स हगरावट आ रिी ि रथा हिकषक को सरकारी सकल क रमाम कष परिासन और बीमाररयो क हलए हज ममदार ठिराया जारा ि जबहक इसको पिचाना भी जा रिा ि हक हिकषक का उततरदाहयतव काफी मितवपणत ि

अपयाषपत मशकषक बचचो और हिकषको का अनषपार कई कषतो म अपहकषर मानक स काफी नीच ि और अहिकाि ििरी कषतो क सकलो म हिकषको की बिलरा ि एक हिकषक वाल 96 परहरिर सकल गरामीण कषतो म हसथर ि इसका मरलब यि ि हक हिकषको क पास बचचो को सकलो म रिन और उनि हसिान क हलए जो आवशयक ि उसक हलए न रो समय और न िी ऊजात

गर-शमकषक काम सकली हिकषको क पास पढान क अलावा कई और ररि क काम िोर ि जस mdash गरामीण हवकास योजनाओ क हलए आकडो को एकत करना राषटीय जनगणना चषनाव क काम और अनय परचार कायत इनस व ककषा स दर िोर जार ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201858

मशकषको को मनमाषण और सजन की ओर बढन की परणा ममल सरकार और समाज म ऐसी पररहसथहरया बननी चाहिए हजनस हिकषको को हनमातण और सजन की ओर बढन की पररणा हमल हिकषको को इस बार की आजादी िोनी चाहिए हक व नए परयोग कर सक और सपरषण की उपयषzwjतर हवहिया और अपन समषदाय की समसयाओ और कषमराओ क अनषरप नए उपाय हनकाल सक

पशासमनक वयवसथा म समानता हिकषको को भरथी करन की परणाली म इस परकार पररवरतन हकया जाए हक उनका चयन उनकी योयरा क आिार पर वयहzwjतर हनरपकष रप स और उनक कायत की अपकषाओ क अनषरप िो हिकषको का वरन और सवा की िरज उनक सामाहजक और वयावसाहयक दाहयतव क अनषरप िो और ऐसी िो हजनस परहरभािाली वयहzwjतर हिकषण वयवसाय की ओर आकषट िो यि परयतन हकया जाए हक पर दि म वरन म सवा िरणो म और हिकायर दर करन की वयवसथा म समानरा का वाछनीय उदशय परापर हकया जा सक हिकषको की रनारी और रबादल म वयहzwjतर-हनरपकषरा लान क हलए हनददिक हसधिार बनाए जाए उनक मलयाकन की एक पधिहर रय की जाए जो सपषट िो आकडो एव रथयो पर आिाररर िो और हजसम सबका योगदान िो जवाबदिी क मानक रय हकए जाए अचछ कायत को परोतसहिर हकया जाए और हनहषकरयरा को हनरतसाहिर उचच गरि म ररzwjतकी क हलए हिकषको को उहचर अवसर

हदए जाए और हिकषको की जवाबदिी रय करन क हलए मौजदा वररषठरा आिाररर सरचना को परदितन आिाररर सरचना म बदला जाए

हिकषको की जवाबदिी को सषहनहशचर बनाना कोई आसान काम निी ि zwjतयोहक हिकषको क परदितन को मापना कहठन ि उसस परापर िोन वाल lsquoपररणामोrsquo का कोई हनिातररर मानक निी ि िालाहक सकलो म पढाई क दौरान हकए जान वाल हनरीकषणो रथा बचचो क परीकषा पररणामो आहद स अधयापन सररो क अचछ या हनमन िोन क कष छ सकर अवशय हमल सकर ि

मनषकरषहिकषा समाज की परगहर और बौहधिक हवकास का आवशयक अग ि हकसी भी दि की हिकषा वयवसथा उस दि क राषटीय हिरो और लकयो की पहरत म सिायक िोरी ि राषट और समाज की उननहर क हलए यि अतयर आवशयक ि हक उसकी भावी पीढी को गषणवततापणत हिकषा परापर िो सक यहद हिकषक अपन वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि िोरा ि रो िम अपनी भावी पीढी को गषणवततापणत हिकषा द सकर ि लहकन हिकषको की जवाबदिी सषदढ बनान क हलए एक वारावरण रयार करना िोगा जसmdash हिकषको को हनणतय लन की अनषमहर हिकषको को हनमातण और सजन की ओर बढन की पररणा दना गर-िहकषक काम निी कराना हिकषको की कमी को दर करना परिासहनक वयवसथा म समानरा लाना हिकषण पि म िो रि कषय को रोकना रथा बचचो क सरर एव वयापक मलयाकन स हिकषको की जवाबदिी पzwjतका करना आहद

शिकषक की जवाबदही स शिकषा वzwjयवसzwjा की गणवता म सधार 59

सदभष एनसीईआरटी 1991 उभरत भारतरीय सिाज ि मिकक और मिका एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2002 मदालयरी मिका क मलए राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2007 lsquoपरीकषा परणाली म सषिारrsquo राषzwjटरीय फरोकस सिलह का आधार परि एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2007 lsquoहिकषा क लकय एव पाठयचयात बदलाव क हलए वयवसथागर सषिारrsquo राषzwjटरीय फरोकस सिलह का आधार

परि एनसीईआरटी नयी हदलली एनसीटीई 2009 राषzwjटरीय अधयापक मिका पाठयचयाया रपरखा एनसीटीई नयी हदलली

सह पाधयापक कषतीय हिकषा ससथान भोपाल

हिकषक की वयावसाहयक परगहर की जब बार की जारी ि रो उस कवल पदोननहर स जोड हदया जारा ि यि भषला हदया जारा ि हक हिकषक कवल एक पद िी निी ि बहलक एक सामाहजक उततरदाहयतव ि और उस कवल पदोननहर स िी निी जोडा जा सकरा यि कवल एक पिा िी निी हमिन भी ि पर यि िारणा इरनी दढ िो गयी ि हक हिकषक की वयावसाहयक परगहर क हलए नीहर-हनिातरण सरकारी हवदालयो क सरर पर सरकार कररी ि और हनजी हवदालयो क सरर पर हवदालय परबिन हिकषक की इस नीहर-हनिातरण म कोई भहमका भी िो सकरी ि इस पर गौर भी निी हकया जारा पररणामसवरप हिकषक पदोननर िोर-िोर परिासक रो बन जारा ि पर इस परहकरया म हिकषक किी िो जारा ि हसफत सरकार और परबिन िी निी सवय हिकषक भी इस िारणा स अछरा निी ि और वि भी इस बिी-बिाई परहकरया म ढल जारा ि परसरषर आलि म हिकषक की इस नीहर-हनमातण म कसी भहमका िोनी चाहिए और आज की सचार रकनीकी कस उसकी इस भहमका क सफल हकरयानवयन म उपयोगी िो सकरी ि इस पर हवचार परसरषर हकय गय ि और एक हिकषक की हिकषक क रप म िी वयवसाहयक परगहर कस सभव िो सकरी ि इस बार म सषझाव हदय गय ि

पदोननहर या प-सकल म वहधि क रप म िोरा ि इस परहकरया का अवलोकन करन पर आप यि अनषभव कर सकर ि हक हिकषक को भी एक छात बना हदया गया ि और यि कायतिालाए आहद उसकी परीकषाए ि इनिी स उस गषजर कर अपन वयवसाय की अगली सीढी रक पिचना ि जसा हक एक छात भी कररा ि यि सिी ि हक सीिन की परहकरया जीवन म अनवरर चलरी ि और सभी इसस गषजरर ि लहकन यि सीिना सवय

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सोशल मीमिया मशकषक की वयावसामयक पगमत का नवीन उपकरण

हचता हसि

हिकषक की वयावसाहयक परगहर क हलए सरकार और हवदालय परबिन न एक रयिषदा ढाचा बना रिा ि इसम कायतिालाओ सहमनारो हवषय हविषजो क वयाखयानो और परहिकषणो पर जोर हदया जारा ि य कायतिालाए एक सीमा रक उपयोगी रो िोरी ि और इनम भाग लकर हिकषक कष छ िद रक लाभाहनवर भी िोरा ि लहकन जयादा बडा लाभ उस िहकषक सरर पर निी परिासहनक सरर पर हमलरा ि यि लाभ

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क परयासो स जयादा अचछी ररि हकया जा सकरा ि हिकषक भी यहद सवय इस परहकरया को हनिातररर कर इसका हनयामक बन रो यि परहकरया अहिक कारगर िो सकरी ि इसक हलए हिकषको को सवय आग आना िोगा आपस म एक-दसर क साथ काम करना िोगा यि धयान भी रिना िोगा हक सामहिक िोन की यि परहकरया परिासहनक लाभो क हलए न िो जसाहक पराय िोरा ि एक हिकषक क रप म अपन हवषय पर और अपन हवदाहथतयो पर उसकी पकड और परभावी िो इसक हलए िो समिीकरण की यि परहकरया सचार यषग म बिर आसान िो गयी ि और हिकषको को इस सषहविा का लाभ लना िोगा सोिल मीहिया म अपन दनहदनी जीवन म रो व हकरयािील िोर िी ि यिी हकरयािीलरा वयवसायगर भी िो सकरी ि इस पर भी हिकषको को धयान दकर आग आना िोगा रकनीक रो उदशय हनरपकष िोरी ि यि एक िहथयार निी उपकरण ि हजस कष िलरा स उपयोग करन वाला एक नयी दषहनया का हनमातण कर सकरा ि और हिकषक रो सवाभाहवक हनमातरा ि वि छात का भहवषय हनमातण कररा ि और परकारानरर स दि का भी

एक हिकषक को यि सबस पिल समझना िोगा हक इस आदित को वि वयविार क िरारल रक उरार एक हिकषक िी यि कर सकरा ि बस उस इसक हलए पारपररक और बिी-बिाई रीर स िटकर आिषहनक और आज क सदभत म सोचना िोगा

मशकषक सगठन mdash वयावसामयक पगमत क मलएहिकषको का सगठन आपसी सियोग स वयावसाहयक परगहर क हलए िो परिासहनक निी िहकषक िो

अहिकारो क परहर सघषत क हलए िी निी दिभर म हिकषको क अनक सगठन ि और व जररी भी ि लहकन व एक-आयामी ि दिभर म फल दसर सभी सगठनो की ररि व भी अपन अहिकारो की बार िी जयादा करर ि और इस िी वयावसाहयक परगहर स जोडर ि यि वयावसाहयक परगहर हिकषक क वयवसाय का एक आयाम िो सकरी ि लहकन वयावसाहयक परगहर का मल अथत हिकषक की अपन हवषय क परहर जागरकरा उसक बार म हनररर अधययन उसम नवाचार और हिकषण म इस परकार परापर नवीनरम जानकाररयो उपलहबियो और अपन हवषय क नय आयामो को छातो रक पिचाना भी ि अभी िमारी हिकषा वयवसथा का जो ढाचा ि उसम हनिातररर पाठयकरम को रय समय म परा कराकर हिकषक क करतवय की पहरत िो जारी ि और उसक कायत का मलयाकन उसक हवषय म हकरन परहरिर छात सफल रि इसक दारा कर हलया जारा ि यिा हकरन परहरिर हवदाथथी हकरन परहरिर अको म सफल िए यिी मापदि हिकषक की हिकषक क रप म सफलरा का सचक ि जोर सफल रिन पर ि सीिन-हसिान पर निी ि

इस परकार िम दिर ि हक हि कषक और परिासनपरबिन क बीच काम का बटवारा िो गया ि एक ओर हिकषक सगठन जिा अपन अहिकारो क हलए एकजषट रिर ि विी दसरी ओर परिासन परबिन उनकी रयिषदा वयावसाहयक परगहर क चरणो की पहरत क हलए हवहभनन ररि की कायतिालाओ सहमनारो हवषय हविषजो क वयाखयानो और परहिकषणो की वयवसथा और उस पर अमल क हलए सहकरय रिरा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201862

हिकषक दारा हिकषक की और हिकषक क हलए जसी वयवसथा अभी भी पणतरः हवकहसर निी िो पायी ि जो हकसी भी परजाराहतक वयवसथा का आिार िोरी ि जस जनरा परजारत म सवय रय कररी ि हक उस कसा नरतव और नीहर चाहिए और उस नरतव को zwjतया करना चाहिए वसा िी हिकषक को भी करन का अहिकार और अवसर दना चाहिए

हिकषा क बार म हिकषक को िी रय करन का अहिकार िोना चाहिए और उसकी बार को िी अहरम माना जाना चाहिए

मशकषक नीमत-मनमाषता क रप मगािी जी इस बार म हवचार करन वाल सबस पिल वयहzwjतर थ उनका मानना था हक हिकषा कसी िोनी चाहिए उसका सवरप कसा िोगा और कस वो दी जायगी य हिकषाहवद सरकार रथा हवदरजन रय निी करग बहलक हिकषक और उनक साथ छात वगत इस परहकरया म योगदान करन वाला एक मात समि िोगा हिकषक को नीहर-हनमातरा क रप म आग आना िोगा उस अपनी वयावसाहयक परगहर क हलए परहिकषण कायतिालाओ हिकषण सामगरी पाठयकरम हनिातरण आहद म सीि और एकमात िसरकषप करन को रयार रिना िोगा जबहक हिकषक की परगहर हिकषक क दारा िी हनिातररर िोगी रो उसक पालन की बिरर हसथहरया बनगी और पररणाम बिरर िोग

हिकषक एक समि क रप म अपनी आवशयकराओ जस mdash परहिकषण की जररर परापर परहिकषण का हवशलषण हिकषा और हिकषण पर सलाि दकर इस परकार की गहरहवहियो को जयादा कारगर बना सकरा ि अपना लकय पणत कर सकरा ि उनि परासहगक

बना सकरा ि और अपन सीहमर समय का बिरर उपयोग कर सकरा ि

इसक हलए हिकषक को परहिकषण की हजममदारी सवय लनी िोगी और परिासन एव परबिन को उस यि दनी िोगी सहमनार परहिकषण वयाखयान टकमीट और इन सबका बाद म अनषसरण इसस परापर जानकाररयो का ककषाओ म उपयोग हवषय हविष क समिो का हनमातण राहक जानकाररयो का आदान-परदान कर ककषा म उनि अपनाया जा सक आहद इसक अग ि

जब हिकषक यि रय करगा रो वि यि भी धयान रि पाएगा हक इसस उसका हिकषण परभाहवर न िो zwjतयोहक हवदालय की समय सीमा का धयान भी रिा जाना जररी ि

मश कषक mdash अचछा मशकषण और सीखन क नय आयाम अचछा हिकषण और सीिना कसा िोना चाहिए इन बारो पर एक हिकषक जयादा अचछ स गौर कर सकरा ि मलभर जीवन मलयो को दहनक जीवन स कस जोडा जा सकरा ि वि इस पर बिरर काम कर सकरा ि अरः हिकषक की वयवसथागर परगहर को हिकषण की परहzwjतटस स भी जोडना िोगा इसक हलए उस हदया जा रिा परहिकषण अकादहमक पाठ पर निी ककषा म पढाय जा रि पाठ पर िोना चाहिए इस परहकरया का अवलोकन सवय हिकषक दारा िी िो यि हिकषक क सवय क हवदालय म या दसर हवदालय म हकया जा सकरा ि इसहलए उनि ऐसी कायतिालाए दी जानी चाहिए हजसम उन हवषयगर पाठो पर चचात िो जो व पढा रि िो इसक हनिातरण म हिकषक िी मितवपणत भहमका हनभा सकरा ि

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इसक अलावा सवाधयाय भी हिकषक को मजबर बनारा ि और इसक अनक माधयम आज उपलबि ि सचार रकनीक और सोिल मीहिया उसम मितवपणत सथान रिर ि

सोशल मीमिया mdash मशकषक की वयावसामयक पगमत का एक उपकरणिमारी िरी की सचार-कराहर न िम जो सषहविाए उपलबि करायी ि और िमार जीवन म जो बदलाव आया ि उसकी सबस मजबर अहभवयहzwjतर सोिल मीहिया क रप म िई ि फसबषक टहवटर और विाटसएप मसनजर आहद कई माधयम और पलटफामत आज िम उपलबि ि इनिोन िम आपस म सवाद करन जोड रिन और अहभवयzwjतर करन म इरना सियोग हकया ि हक एक परी दषहनया िमारी मषटी म हसमट आयी ि जसा हक किा जारा ि िर चीज अब हसफत एक हzwjतलक पर उपलबि ि सामाहजक जषडाव का सिzwjतर माधयम िोन क कारण इस सोिल मीहिया नाम हदया गया ि जो साथतक ि बस इसकी साथतकरा इसक सकारातमक उपयोग म ि

िमम स कोई भी इन माधयमो क उपयोग स अछरा निी ि हिकषक भी निी िोगा और िोना भी निी चाहिए आवशयकरा बस इस बार की ि हक वो इस माधयम को अपनी वयवसाहयक परगहर क हलए एक उपकरण की ररि काम म ल िहथयार की ररि निी और मनोरजन या समय गषजारन क सािन क रप म भी निी

सोिल मीहिया क इस पलटफामत को सटाफरम की ररि काम म हलया जा सकरा ि बस उसकी नकारातमकरा िावी न िो जाय इसका धयान रिना

िोगा यि सवसथ बिस का मच बन वाद-हववाद का निी

हिकषक को नटवहकइ ग भी करनी चाहिए हजसस समान हवचारिारा क दसर हिकषक उसस जषड इस नटवहकइ ग म कवल हि कषक िी िहमल न िो बहलक हिकषा म और उसकी परगहर म रहच रिन वाल छातो क अहभभावक एव छात भी िहमल िो इसका कारण यि ि हक हिकषण एक ऐसा वयवसाय ि हजसक बार म परायः िर वयहzwjतर यि राय रिरा ि हक इस कस हकया जाना चाहिए या इस कसा िोना चाहिए

इस परकार समान हवचारिारा और वयवसाय क लोग जब जषडर ि रो हवचारो क आदान-परदान स बिन मजबर िोरा ि नय ररशर बनर ि और अपन वयवसाय क परहर जषडाव गिरा िोरा ि सोिल मीहिया इसक हलए सबस अचछा माधयम ि इसस वयवसाय म मदद सलाि सचना हिकषण म मदद करन वाल नय उतपादो रथा हवषय हविषजो की हविषजरा का सीिा लाभ आसानी स हमल जारा ि इस ररि सोिल मीहिया एक उपलहबि भी ि

अब िम दि हक हकस ररि सोिल मीहिया क य हवहभनन उपकरण हिकषक की वयवसाहयक परगहर म योगदान द सकर ि

bull मर mdash इसका सबस बिरर उपयोग परशन करक हकया जा सकरा ि एक परशन म आप अनक उततर पा सकर ि हिकषा क बार म बार कर सकर ि इस पर सहकरय रिकर एक हिकषक सवय बिस क अररातषटीय और राषटीय रथा सथानीय मषदो रक पर अपनी राय रि सकरा ि और दसरो क हवचार जान सकरा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201864

bull educhatkinderchatniedchatieeytalking mdash इसम हिकषक की सिायरा करन वाल कष छ अहर परचहलर अवयव ि

bull फसबक mdash फसबषक पर अपनी सहकरयरा को एक हिकषक दसर हिकषको क साथ एक समि रयार कर रचनातमक अहिगम िल आिाररर अहिगम जस नवाचारो को अपनान क बार म अपनी राय रि सकर ि राय ल सकर ि अपन दारा हकय गय नवाचारो को परदहितर कर सकर ि और उस पर सषझाव परापर कर सकर ि और द सकर ि

bull ास-ऐप mdash िमम स लगभग परतयक आज वाटस-ऐप पर सहकरय ि अकला भी और हकसी न हकसी समि म भी य अबरक का सबस सिzwjतर सोिल मीहिया उपकरण ि हिकषको को भी इस पर अपना गरषप बनाना चाहिए बस उसका उदशय वयावसाहयक परगहर याहन अपन हवषय स सबहिर जानकारी म परगहर करना िोना चाहिए यिी इस माधयम की सकारातमकरा ि हक इसस रषरर आपको लाभ हमल जार ि हिकषको को भी इस माधयम का उपयोग बषहधिमरापणत रप स कर अपनी वयावसाहयक परगहर को आिार दना चाहिए

bull इस माधयम क वॉयस-कॉल और वीहियो-कॉल जस फीचर हिकषक को अपन काम को वासरहवक समय म दसरो रक पिचान म मददगार िो सकर ि हकसी भी हवषय पर सामहिक हवचार-हवमित म िाहमल िो सकर ि सबस अचछी बार यि ि हक इसम कागजी कायतवािी स छष टकारा हमल जारा ि zwjतयोहक सब कष छ अपन-आप सव िोरा जारा ि और उसक िो जान का िररा भी निी रिरा इस पर

एक हवषय पर उरन हिकषक हवचार कर सकर ि हजरन एक zwjतलास म छात िोर ि

bull ऑनलाइन नटवहकइ ग हिकषको को अपना एक सवय का नटवकत हवकहसर करना चाहिए यि आमन-सामन एक-दसर स हमलन हवचारो क आदान-परदान सभी कषतो क सभी लोगो स बारचीर करन अपन िोिपचणो को सबक साथ साझा करन सवय की वबसाइट हवकहसर करक सभी रक पिचान इतयाहद म मदद कररी ि इस सबस आप अपन काम क बार म लोगो को यि बरा सकर ि हक आप हिकषण और उसकी परहकरया क बार म zwjतया हवचार रिर ि और इस पर उनक हवचार और सषझाव भी जान सकर ि

मशकषण का अतराषषटीय आयाम mdash इzwjरनzwj और सोशल मीमिया की भममकाहिकषण अब एक अररातषटीय मषदा बन गया ि हिकषक अब बािर और अपन दि क अलावा दसर दिो की हिकषा और हिकषा पधिहर पर धयान दन लग ि राहक विा िो रि नवाचारो को अपनाकर अपनी वयवसाहयक परगहर को दढ कर सक हभनन-हभनन दिो म हभनन-हभनन हवषयो क हिकषण म अनक नवाचार हकय जार रि ि और हकय जा रि ि

जापान म हिकषको क आपसी सियोग स हकया जान वाला हिकषण बिर परचहलर हिकषण पधिहर ि अररातषटीय सरर पर उतसषकरा जगारी रिी ि

इस पधिहर म हिकषको क आपसी सियोग स एक पाठ रयार हकया जारा ि उनक हिकषण का अवलोकन और हफर हवशलषण हकया जारा ि हिकषक एक-दसर स सीिर ि अपन हवचार साझा करर ि रथा उनि अपन हिकषण म सथान दर ि

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यि हिकषको क हलए एक िषला मच िोरा ि जिा वि हवचार-हवमित करर ि वयावसाहयक परगहर म आपसी सियोग का यि जापानी उदािरण िम भी अपना सकर ि और यि सब आभासी िरारल पर इटरनट और सोिल मीहिया की मदद स भी हकया जा सकरा ि

उपसहार हिकषा एक अनवरर चलन वाली परहकरया ि और हिकषक इसका चालक ि चालक का हनषपार िोना इस परहकरया म बिर सिायक िोरा ि हिकषक को इस बार म सवय परयास करन िोग उस नीहर हनिातरको

परिासको और परबिन की ओर न दिकर सवय इस हदिा म आग कदम बढाना िोगा सचना रकनीक क इस यषग म रो यि और भी आसान िो गया ि और वि बगर अपन कायतसथल अपन आस-पास अपन घर स दर जाए हनररर सहकरय रि सकरा ि यि दषहनया उसकी अगषहलयो पर हसमट आयी ि बस उस एक हzwjतलक भर करना ि एक परी दषहनया उसक हलए उपलबि िो जारी ि और वि कवल एक हिकषक िी निी रि जारा बहलक हिकषा का हनयामक भी बन सकरा ि आवशयकरा बस इस नय माधयम क सकारातमक पकषो को अपनान की ि

पररचयहवजान गतयातमक और हनररर पररवहितर जान का भिार ि हजसम अनषभव क नए-नए कषतो को िाहमल हकया जारा ि मानव का यि परयास रिा ि हक हवशव को समझन क हलए अवलोकनो क आिार पर अविारणाओ क नए मॉिल सथाहपर हकए जाए राहक हनयमो रथा हसधिारो रक पिचा जा सक एक परगहरिील समाज म हवजान मनषषय को गरीबी क कष चकर स बािर हनकालन अनहभजरा रथा अिहवशवास स दर करन म मषहzwjतरदारा की भहमका हनभा सकरा ि आज मानव का सामना रजी स बदलर िए हवशव स िो रिा ि जिा लचीलापन नवाचार रथा सजनातमकरा मितवपणत कौिल ि अरः हवजान-हिकषा क सवरप को हनिातररर करर समय इन मितवपणत कौिलो का धयान रिा जाना चाहिए अचछी हवजान-हिकषा वि ि जो हवदाथथी क परहर जीवन क परहर और हवजान क परहर िरी िो

उचच पराथहमक सरर पर हवजान को सजानातमक हवकास क सररो क अनषरप एक परमषि हवषय क रप

म पाठयचयात म िाहमल हकया जाना चाहिए इस सरर पर इसका पराथहमक सरर पर पढाए जा रि पयातवरण अधययन स हवजान क रतवो की ओर करहमक पररवरतन िो जारा ि यि आवशयक ि हक बचच क जान का हवकास िो और यि उसक आस-पास की वसरषओ स परापर अनषभवो स िषर हकया जाए बचच को सरल रकनीकी इकाइयो और मॉिलो को हिजाइन करन क हलए िाथ स काम करक और जनन रथा यौन सवासथय क बार म अहिकाहिक सीिर रिन क हलए पररहचर अनषभवो दारा हवजान क हसधिारो को समझन म िाहमल करना चाहिए वजाहनक अविारणाओ को मषखयरः गहरहवहियो परयोगो एव सवदकषणो क दारा समझा जाना चाहिए हवदालय और आस-पास की जान वाली समि गहरहवहिया बचचो क बीच आपसी चचातए हिकषक व बचचो क बीच चचातए सवदकषण आकडो क वयवसथापन रथा परदितहनयो क माधयम स परदितन सीिन-हसिान क मितवपणत घटक िोन चाहिए

उचच पाथममक सतर पर मवजान सीखन क पमतफल (ककषा 6 स 8)

11मवशर

पाठयकरम मनमनमलमखत मवरयो पसगो (थीम) पर आधाररत ह जो अतरमवरयक पकमत क ह mdash

y भोजन y पदाथत y सजीवो का ससार (जीव जगर) y गहरिील वसरषए वयहzwjतर एव हवचार y वसरषए कस कायत कररी ि y पराकहरक घटनाए y पराकहरक ससािन

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 67

पाठयचयाष सबधी अपकषाएउचच पराथहमक सरर पर हवजान पाठयचयात का उदशय हनमनहलहिर का हवकास करना ि mdash

y वजाहनक परकहर एव वजाहनक सोच y वजाहनक जान की परकहर की समझ जस mdash जाचन योय एकीकर अपयातपर नीहर-हनरपकष हवकासातमक

एव रचनातमक परकहर y हवजान क परहकरया कौिल हजसक अरगतर अवलोकन करना परशन उठाना सीिन क हवहभनन ससािना की

िोज िोज अनवषण की योजना बनाना पररकलपना का हनमातण एव उनकी जाच आकडो का सगरिण हवशलषण एव वयाखया िरष हवहभनन उपकरणो का उपयोग करना वयाखया म परमाणो दारा समथतन दना वकहलपक वयाखयाओ पर हवचार करन और उनक मलयाकन िरष समीकषातमक हचरन करना सवय क हवचारो पर मनन करना आहद िाहमल ि

y हवजान क उदभाव क ऐहरिाहसक पकष की समझ y पयातवरणीय सरोकारो क परहर सवदनिीलरा y मानव गररमा एव मानव अहिकारो लहगक समरा ईमानदारी एकरा सियोग क मलयो एव जीवन क

सरोकारो क परहर आदर

ककषा 6 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y परशन उठाना और उततरो की िोज करना mdash मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो जस mdash वनसपहर रि पषषप आहद

को अवलोकन योय हविषराओ जस mdash बाहय आकहर बनावट कायत गि आहद क आिार पर पिचान करर ि

y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क आिार पर भद करर ि जस mdash ररष (रि) एव िाग म मसला एव रिदार जड म हवदषर-चालक एव हवदषर-रोिक म आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash पदाथणो को हवलय अहवलय पारदिथी पारभासी एव अपारदिथी क रप म पररवरतनो को उतकरमणीय िो सकर ि एव उतकरमणीय निी िो सकर क रप म पौिो को िाक झाडी वकष हवसपथी लरा आरोिी क रप म आवास क घटको को जव एव अजव घटको क रप म गहर को सरल रिीय वरषतल एव आवरथी क रप म आहद

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash पिष चार म पोषक रतव कौन-स ि zwjतया समसर भौहरक पररवरतन उतकरमणीय हकए जा सकर ि zwjतया सवरतरापवतक लटका िआ चषबक हकसी हविष हदिा म अवहसथर िो जारा ि

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash भोजन और अभावजनय रोग वनसपहर एव जरषओ का आवास क साथ अनषकलन परदषको क कारण वायष की गषणवतता आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201868

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash पादप रिो का परससकरण पौिो एव जरषओ म गहर छाया का बनना समरल दपतण स परकाि का परावरतन वायष क सघटन म हवहभननरा वमथीकपोसट (कहमकपोसट) का हनमातण आहद भौहरक राहियो जस mdash लबाई का मापन करर ि रथा मापन को एसआई मातक (अररातषटीय मातक-परणाली) म वयzwjतर करर ि

y जीवो और परहकरयाओ क नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash पषषप क भाग सहिया हनसयदन (ह फलटर करना) जल चकर आहद

y अपन पररवि की सामहगरयो का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash हपनिोल कमरा पररसकोप हव दषर टाचत आहद

y वजाहनक अविारणाओ की समझ को दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash सरषहलर भोजन िरष भोजय पदाथणो का चयन करना पदाथणो को अलग करना मौसम क अनषकल कपडो का चयन करना हदकसची क परयोग दारा हदिा का जान करना भारी वषातअकाल की पररहसथहरयो स हनपटन की परहकरया म सषझाव दना आहद

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash भोजन जल हवदषर क अपवयय और कचर क उतपादन को नयनरम करना वषात जल सगरिण पौिो की दिभाल अपनान िरष जागरकरा फलाना आहद

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 69

ककषा 7 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स परशन उठाना और उततरो की िोज करना

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो जस mdash जरष रि दारो क

परकार दपतण और लस आहद को अवलोकन योय हविषराओ जस mdash छहवआकहर बनावट कायत आहद क आिार पर पिचान करर ि

y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क आिार पर भद करर ि जस mdash हवहभनन जीवो म पाचन एकहलगी व हदहलगी पषषप ऊषमा क चालक व कष चालक अमलीय कषारकीय व उदासीन पदाथत दपतणो व लसो स बनन वाल परहरहबब आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash पादप व जरष रि रथा भौहरक व रासायहनक पररवरतन

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash zwjतया फलो (रगीन फलो) क हनकषत का उपयोग अमलीय-कषारीय सचको क रप म हकया जा सकरा ि zwjतया िर रग स हभनन रग वाल पततो म भी परकाि सशलषण की परहकरया िोरी ि zwjतया सफद रग का परकाि बिर स रगो स हमलकर बनरा ि आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash िवा की गहर का वायष दाब स हमटटी क परकार का फसल उतपादन स मानव गहरहवहियो स जल सरर क कम िोन स आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash जरष रिो का परससकरण ऊषमा सविन क ररीक मानव व पादपो क हवहभनन अग व रत हवदषर िारा क ऊषमीय व चषबकीय परभाव आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201870

y रासायहनक अहभहकरयाओ जस mdash अमल-कषारक अहभहकरया सकषारण परकाि सशलषण शवसन आहद क िबद-समीकरण हलिर ि राप सपद दर गहरमान पदाथणो की चाल सरल लोलक की समय गहर आहद क मापन एव गणना करर ि

y नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash मानव व पादप अग-रत हवदषर पररपथ परयोगिाला-वयवसथाए रिम क कीड क जीवन-चकर आहद

y गराफ बनार ि और उसकी वयाखया करर ि जस mdash दरी-समय का गराफ

y अपन पररवि की सामगरी का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash सटथोसकोप एनीमोमीटर इलzwjतटोमगनट नयटन की कलर हिसक आहद

y वजाहनक अनवषणो की किाहनयो पर पररचचात करर ि और उनका मितव समझर ि

y वजाहनक अविारणाओ की समझ को दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash अमलीयरा स हनपटना हमटटी की जाच एव उसका उपचार सकषारण को रोकन क हवहभनन उपाय काहयक परवितन क दारा कहष दो अथवा दो स अहिक हवदषर सलो का हवहभनन हवदषर उपकरणो म सयोजन हवहभनन आपदाओ क दौरान व उनक बाद उनस हनपटना परदहषर पानी क पषनःउपयोग िरष उपचाररर करन की हवहिया सषझाना आहद

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash सावतजहनक सथानो पर सवचछरा परबिन िरष अचछी आदरो का अनषसरण परदषको क उतपादन को नयनरम करना हमटटी क कषरण को रोकन क हलए अहिकाहिक वकष लगाना पराकहरक ससािनो क

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 71

अतयहिक उपयोग करन क पररणामो क परहर लोगो को सवदनिील बनाना आहद

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201872

ककषा 8 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स परशन उठाना और उततरो की िोज करना

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क

आिार पर भद करर ि जस mdash पराकहरक एव मानव हनहमतर रिो सपकत और असपकत बलो हवदषर चालक और हवदषर रोिक क रप म रिव पदाथणो पौिो और जरषओ की कोहिकाओ हपिज और अिज जरषओ म आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash िारषओ और अिारषओ िरीफ और रबी फसलो उपयोगी और िाहनकारक सकमजीवो लहगक और अलहगक परजनन िगोलीय हपिो समापर िोन वाल एव अकषय पराकहरक ससािन आहद

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash दिन क हलए आवशयक िरज zwjतया ि िम अचार और मषरबबो म नमक और चीनी zwjतयो हमलार ि zwjतया रिव समान गिराई पर समान दाब िालर ि

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash िवा म परदषको की उपहसथहर क कारण िम-कोिर का बनना अमल वषात क कारण समारको का कषरण आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash मनषषय और जरषओ म परजनन धवहन का उतपनन िोना रथा सचरण हवदषर िारा क रासायहनक परभाव बिपरहरहबबो का बनना जवाला की सरचना आहद

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 73

y रासायहनक अहभहकरयाओ जस mdash िारषओ और अिारषओ की वायष जल रथा अमलो क साथ अहभहकरयाओ क हलए िबद-समीकरण हलिर ि

y आपरन और परावरतन कोणो आहद का मापन करर ि y सकमजीवो पयाज की हझलली मानव गाल की

कोहिकाओ आहद क सलाइि रयार करर ि और उनस सबहिर सकम लकषणो का वणतन करर ि

y नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash कोहिका की सरचना आि मानव जनन अगो एव परयोग सबिी वयवसथाओ आहद

y अपन पररवि की सामहगरयो का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash इकरारा इलzwjतटोसकोप अहन िामक यत आहद

y वजाहनक अविारणाओ को समझकर दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash अमलीयरा स हनपटना हमटटी की जाच एव उसका उपचार सकषारण को रोकन क हवहभनन उपाय काहयक परवितन क दारा कहष दो अथवा दो स अहिक हवदषर सलो का हवहभनन हवदषर उपकरणो म सयोजन हवहभनन आपदाओ क दौरान व उनक बाद उनस हनपटना परदहषर पानी क पषनःउपयोग िरष उपचाररर करन की हवहिया सषझाना आहद

y वजाहनक अनवषणो की किाहनयो पर पररचचात करर ि और उनका मितव समझर ि

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash ससािनो का हववकपणत उपयोग करक उवतरको और कीटनािको का हनयहतर उपयोग करक पयातवरणीय िररो स हनपटन क सषझाव दकर आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201874

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

मवशर आवशयकताओ वाल बचचो क मलए (पयाषवरण अधययन एव मवजान)कष छ हवदाहथतयो को पयातवरण अधययन रथा हवजान सीिर समय ककषा क भीरर रथा बािर आयोहजर परयोगो और िाथ स करन वाल हकरयाकलापो म गहरिीलरा रथा कायतसाहिर कौिलो क हलए सियोग की आवशयकरा िो सकरी ि ऐस ह वदाथथी अपन पाठ क अधययन म अनषकहलर या वकहलप क गहरहवहिया अनषकहलर उपकरण अहरररzwjतर समय सचना एव सचार परौदोहगकी (ICT) क उपयोग क अवसर हकसी वयसक या साथी क सियोग आहद उपलबि कराए जान स लाभाहनवर िोर ि जो उनि बाहिरा क कारण हमल निी पार ि

अरः कष छ हविष हसथहरयो म हनमनहलहिर अहरररzwjतर दिभाल अपहकषर ि mdash

दमषzwjबामधत बचचो क मलए

y अमरत रथा कहठन अविारणाए y परयोग हजनम हविष रप स िारीररक सषरकषा िाहमल ि y अहिक समय की आवशयकरा y बोित पर चॉक स हलिना परयोग परदितन गराफ और हचतो दारा परसरषरीकरण आहद जसी दिकर समझी

जान वाली जानकारी

शरवणबामधत बचचो क मलए

y अमरत िबदो की समझ रथा अमरत अविारणाओ जान हवचारो क मधय जषडाव (हवजान की कष छ अविारणाओ जस mdash परकाि-सशलषण आवास सकमजीव आहद हजनि हवदाथथी हबना दशय परसरषरीकरणो क निी समझ सकर ि)

y परयोगो का सचालन y ऐस परशनो को िल करन म जिा एक आयाम की जगि एक स अहिक आयामो जस mdash सखया

आकार आकहर रग आहद क आिार पर वसरषओ की रषलना की जाए

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 75

सजानातमक रप स बामधत तथा बौमधिक असमथषता वाल बचचो क मलए

y हवजान की रकनीकी भाषा को समझना y हवहभनन अविारणाओ क मधय अथतपणत कहडयो सबिो को सथाहपर करना (जस mdash दाब रथा बल क मधय) y योजना बनाना सषवयवहसथर करना करमीकरण रथा सामानयीकरण y अमरत अविारणाओ को समझना y हवजान क परयोगो का परबि रथा सचालन करना

पराथमिक मिकषक जलराई 201876

बालमन कछ कहता ह 12

िोरा ि उदशय हवजान काकरना समसया का समािानकरक वजाहनक परयतनकरना सजन नवीन जान

अपनाकर lsquoपरहकरयाrsquo हवजान की रच हवजान क lsquoउतपादrsquoसमझकर कषमरा सवय की कर दर अिहवशवास

अपनाकर हवहिया हवजान की करक वजाहनक हकरयाकलाप बन वजाहनक आप बनाए समाज को उननर

अपनाकर पधिहर हवजान की करक नई-नई बार मालमसवय समझ आप कर वजाहनक परयास

सहविान का ि यिी किना वजाहनक दहषटकोण िो सबका अपना कर सजन रमन बोस कलाम की ररि करक िोज सतय की

कर भारर को मिान बनाए भारर को मिान

सषनील कष मार गौड

मिकक-पमिकक पाठयचयात हवभाग राजय िहकषक अनषसिान एव परहिकषण पररषद उततरािणि दिरादन-248008

कमवता 13

मवजान की मशकषा

एनसीईआरzwjी क कछ अनय पकाशन

Joy of Theatre` 21000pp181Code mdash 13171

ISBN mdash 978-93-5292-017-4

vfd tkudkjh osQ fy o`Qik wwwncertnicin nsf[k vFkok dkWihjkbV i`B ij fn x irksa ij Okikj izcad ls laioZQ djsaA

सगीत` 18000pp148Code mdash 13173

ISBN mdash 978-93-5292-020-4

एनसीईआरzwjी क कछ अनय पकाशन

कठपतली क खल एव अमभनय हत कहामनया

` 5000 पषठ 34कोि mdash 13161

ISBN mdash 978-93-5007-859-4

मलखन की शारआत एक सवाद` 16500 पषठ 132

कोि mdash 32107ISBN mdash 978-93-5007-268-4

लखको क तलए तदशा तनददश

bull लदख सरल भाषा म तरा रोचक होना चाकहएbull लदख की कवषय-वसत 2500 सद 3000 या अकधक शबदो म डबल सपदस म टककत होना वाछनरीय हbull कचत कम सद कम 300 dpi म होनद चाकहएbull ताकलका गाफ कवषय-वसत कद सार होनद चाकहएbull कचत अलग सद भदजद जाए तरा कवषय-वसत म उनका सरान सपषट रप सद अककत ककया जाना

चाकहएbull शोध-पतो कद सार कम सद कम साराश भरी कदया जाएbull लदखक लदख कद सार अपना सकषिzwjपत कववरण तरा अपनरी शकषिक कवशदषजञता अवशय भदजbull शोधपरक लदखो कद सार सदभथ की सयचरी भरी अवशय दbull सदभथ का परारप एनसरीईआरटरी हाउस सटाइल कद अनसार कनमनवत होना चाकहए ndash

सदन गzwjपत मजरीत 2013 परारमभकzwjबरालzwjयरावसथराzwjदखभरालzwjऔरzwjमिकषरा परीएचआई लकनिग परा कल कदललरी

लदखक अपनद मौकलक लदख या शोध-पत सटॉफ़ट कटॉपरी (ययनरीकोड म) कद सार कनमन पतद पर या ई-मदल पर भजद ndash

अकादतमक सपादकपराथतमक तशषिक

परारतभक तशषिा तरभागराषzwjटीzwjय शतषिक अनसिान और परतशषिण पररषद

शी अरतरद मागवा नzwjयी तदलली 110 016ई-मल ndash prathamikshikshakgmailcom

रजि न 3242776

  • Cover I
  • Cover II
  • Chapter_Prathmik Shikshak july 2018
  • Cover III
  • Cover IV
Page 6: ISSN 0970-9312 izkFkfed f’k{kd - NCERT...भ ष हवच र हभव यह तर क सबस स तर म ध यम िै। हिंदी भाषा, स ंसार

1

महदी माधयम क मशकषक-पमशकषओ की वतषनीगत अशमधियो क मनराकरण हत उपचारातमक हसतकषप

कायषकरम क पभाव का पयोगातमक अधययनअदलीब

भाषा हवचाराहभवयहzwjतर का सबस सिzwjतर माधयम ि हिदी भाषा ससार की सषवयवहसथर भाषाओ म स एक ि भाषा क दो मषखय रप ि mdash मौहिक रथा हलहिर हजस परकार मौहिक भाषा म िबदो क िषधि उचचारण म अिषहधिया िो सकरी ि उसी परकार हलहिर भाषा म छात परायः िबदो क िषधि रप-लिन अथवा वरतनी म भी अिषहधिया करर ि वरतनी का िाहबदक अथत ि mdash वरतन या अनषवरतन अथातर पीछ-पीछ चलना अिषधि वरतनी क रीन मषखय कारण ि mdash

महदी वणषमाला क वणणो का सही जान न होनाहिदी वणतमाला क कष छ वणणो क दो रप परचहलर िोन क कारण सयषzwjतराकषरो क आकार रथा माताओ क परयोग का सिी जान न िोन क कारण वयजनो क सयोग क हनयम हवभहzwjतर-हचहन रथा पचम वणत क उहचर परयोग का जान न िोना आहद कारणो स भी छात लिन म अिषहधिया करर ि

अशधि उचचारणहिदी धवहनयो क उचचारण रथा धवहन हचहनो की समरपरा क कारण अिषधि उचचारण िोन स वरतनी क भी अिषधि िोन की आिका बनी रिरी ि

सहायक परोफसर आईएएसई जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय नयी हदलली

लख

हजस परकार मौहिक भाषा म िबदो क िषधि उचचारण म अिषहधिया िो सकरी ि उसी परकार हलहिर भाषा म छात परायः िबदो क िषधि रप-लिन अथवा वरतनी म भी अिषहधिया करर ि िषधि वरतनी हिकषण म पराथहमक सरर पर अधयापक की भहमका क मितव को समझर िए इस िोि-पत म भावी अधयापको अथातर (िीएलएि हिदी माधयम) क परथम वषत म अधययनरर 50 महिला रथा पषरष हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का अधययन हकया गया उनकी वरतनी सबिी अिषहधियो क हनराकरण क हलए इस परयोगातमक िोि म पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क मधय म उपचारातमक िसरकषप कायतकरम भी हदया गया िोि क पररणामो म यि कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण म परभावी पाया गया

पराथमिक मिकषक जलराई 20186

वयाकरण क मनयमो का जान न होनासहि क हनयम उपसगत और परतयय क योग स िबद बनान क हनयम हलग वचन रथा हवकार सबिी हनयम आहद का उहचर जान न िोन क कारण वरतनी सबिी अिषहधिया िोरी ि

हिदी भाषा क िषधि उचचारण रथा वरतनी हिकषण म अधयापक की भहमका अहर मितवपणत ि हविषकर पराथहमक सरर पर zwjतयोहक पराथहमक सरर पर सीिी गयी भाषा भहवषय म सीि जान वाल जान की आिारहिला ि इसी हवषय को धयान म रिर िए पराथहमक सरर पर हिदी-हिकषण क हलए परहिकषण ल रि हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का अधययन हकया गया

समसया कथन समसया कथन इस परकार ि mdash हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का परयोगातमक अधययन

चरो की पररचालन पररभारा वतषनीगत अशमधिया mdash एनसीईआरटी दारा हनहमतर दसवी ककषा की हिदी की पाठयपषसरक म आचायत मिावीर परसाद हद वदी दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का ििनrsquo नामक हनबि का शषरलि हिकषक-परहिकषषओ को हदया गया वरतनीगर अिषहधियो का रातपयत इस लि म हिकषक-परहिकषषओ दारा की जान वाली वरतनी सबिी अिषहधिया ि

उपचारातमक हसतकषप कायषकरम mdash उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण क हलए पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क मधय म सचाहलर गद-हिकषण की lsquoसपषटीकरण हवहिrsquo पर आिाररर रथा िोिाथथी दारा हनहमतर हतहदवसीय कायतकरम िमहदी माधयम क मशकषक-पमशकष mdash हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ स अहभपराय जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय क िीएलएि कायतकरम परथम वषत (हिदी माधयम) म अधययनरर सती एव पषरष हि कषक-परहि कषको स ि

अनसधानातमक पशन1 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा

हिकषक-परहिकषषओ दारा की गई हिदी की वरतनीगर अिषहधियो का वरतमान सरर zwjतया ि

2 zwjतया उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ दारा की गई वरतनीगर गलहरयो का हनराकरण करन म परभावकारी ि

शोध क उदशय1 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा

हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी हिदी की वरतनीगर अिषहधियो की रषलना करना

2 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का अधययन करना

3 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव की रषलना करना

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 7

शोध की शनय पररकलपनाए1 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी

हिदी की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

2 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का कोई साथतक परभाव निी पडरा ि

3 हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव म कोई साथतक अरर निी ि

शोध का सीमाकन1 इस िोि का सीमाकन कवल राषटीय राजिानी

कषत हदलली रक हकया गया ि 2 यि िोि कवल जाहमया हमहललया इसलाहमया

हवशवहवदालय म िीएलएि कायतकरम म अधययनरर हिकषक-परहिकषषओ रक सीहमर ि

3 यि िोि कवल हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ रक सीहमर ि

शोध मवमध तथा अनसधानातमक अमभकलपपरसरषर िोि म परयोगातमक हवहि का परयोग हकया गया ि इस िोि म परयोगातमक हवहि क lsquoएकल समि पवत परीकषण ndash पशच परीकषण अहभकलपrsquo का परयोग हकया गया ि

जनसखया एव नयादशष परसरषर िोि की लकय जनसखया ( t a r g e t population) हदलली म िीएलएि पाठयकरम हिदी माधयम म अधययनरर समसर हिकषक-परहिकषष ि इस िोि क हलए जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय म िीएलएि हिदी माधयम म

अधययनरर 24 पषरष रथा 26 महिला हिकषक-परहिकषषओ का अधययन हकया गया नयादित (sample) क चयन म lsquoसोदशय नयादित रकनीकrsquo (purposive sampling technique) का परयोग हकया गया

शोध उपकरणो का मनमाषण तथा पदतो की सकलन पमकरया िोिक न पवत चयहनर नयादित पर एक समि क रप म हिदी वरतनी सबिी उनक जान का हनदानातमक परीकषण हकया हजसक हलए िोिक न एनसीईआरटी दारा हनहमतर दसवी ककषा की हिदी की पाठयपषसरक स आचायत मिावीर परसाद दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का िणिनrsquo नामक हनबि का चयन हकया इस हनबि का चयन इसम हिदी भाषा क कष छ रतसम िबद रपो रथा रढ िबदावली क परयोग क कारण हकया गया पवत परीकषण म िोिक क दारा आचायत मिावीर परसाद दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का िणिनrsquo नामक हनबि सपषटरः पढ जान क साथ-साथ हिकषक-परहिकषषओ को अपनी उततर-पषहसरकाओ म शषरलि हलिन का भी हनददि हदया गया पवत परीकषण क आिार पर हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो का हवशलषण हकया गया रथा इसक अनषसार उनकी वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण क हलए िसरकषप कायतकरम का हनमातण हकया गया पवत परीकषण क चार हदन पशचार हतहदवसीय िसरकषप कायतकरम का सचालन हकया गया इस कायतकरम म हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो का हनराकरण गद-अधयापन की lsquoसपषटीकरण हवहिrsquo क माधयम स हकया गया

पराथमिक मिकषक जलराई 20188

इस हवहि म हिकषक-परहिकषषओ दारा अिषधि हलि गए िबदो की िषधि वरतनी रथा अथत उपसगत परतयय समास सहि-हवचछद पयातयवाची िबद हवलोम िबद अथत परसार रथा वाzwjतय-परयोग क माधयम स उन िबदो का हवशलषण करक समझाया गया रदोपरार छातो की समझ की जाच िरष उनि एक-एक करक िोिक क दारा बोल गए िबद शयामपटट पर िषधि वरतनी क साथ हलिन क हलए किा गया िसरकषप कायतकरम का सचालन रीन हदवस रक चला इसक चार हदन पशचार हिकषक-परहिकषषओ का पशच परीकषण हकया गया हजसम उनि विी शषरलि हलिन का हनददि हदया गया जो उनिोन पवत परीकषण म हलिी थी इस कायतकरम का एक अहरररzwjतर लाभ यि िआ हक हिकषक-परहिकषष िबदो की िषधि वरतनी क साथ-साथ उनक उहचर अथत समझ पाए रथा

हवशलषण हवहि क माधयम स पयातयवाची हवलोम िबद उपसगत परतयय सहि समास आहद क हवषय म भी सीि पाए साथ िी िबदो का वाzwjतय म परयोग कर पान म भी सकषम िो पाए

पयकत सामखयकीय तकनीकपरसरषर िोि म परयोगातमक हवहि क lsquoएकल समि पवत परीकषण और पशच परीकषण अहभकलपrsquo का परयोग हकया गया ि परापर परदततो का साहखयकीय हवशलषण यषहमर नयादित परीकषण (Paired sample lsquotrsquo test) क दारा हकया गया ि

उदशय 1 स सबमध त पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी हिदी की वरतनीगर अिषहधियो की रषलना करना

तामलका 1 mdash उपचारातमक हसतकषप कायषकरम की सरचना

करस शबद अथष सपषzwjीकरण मवमध सपषzwjीकरण1 िोक दषःि िद हवलोम िषत

2 हवदमान उपहसथर परतयय हवद+मान

3 गि-सषि गिसथ सषि समास गि-सषि (रतपषरष समास)

4 िमत-िासत िमत सबिी िासत समास िमत-िासत (रतपषरष समास)

5 ससकर क गरथ ससकर की पषसरक अथत-परसार ससकर भाषा म हलिी िई विर पषसरक

6 कष हिहकषर बषरी हिकषा परापर हकय िए उपसगत कष +हिहकषर

7 सषहिहकषर अचछी हिकषा परापर हकय िए उपसगत सष+हिहकषर

तामलका 2 mdash सवततर नयादशष परीकषण ( Independent sample lsquotrsquo test)

वतषनीगत तरमzwjया अक

सखया माधय मानक मवचलन सवततरता-मिगी t का मान

p का मान

मzwjपपणी

छात 24 223 139 48 126 021 साथतक निी ि

छाताए 26 171 150

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 9

राहलका 2 स यि हनषकषत हनकलरा ि हक पषरष रथा महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

उदशय 2 स सबमधत पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का अधययन करना

राहलका 3 क अवलोकन स पररीर िोरा ि हक t अनषपार 1013 ि रथा p का मान 000 ि जो 01 हवशवसररा क सरर पर साथतक ि अरः िनय

परीकषण क शषरलि म पवत परीकषण की रषलना म

हनमन वरतनीगर अिषहधिया की गयी ि अथातर

उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी

हसधि िआ ि

उदशय 3 स सबमध त पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप

कायतकरम क परभाव की रषलना करना

तामलका 3 यममत नयादशष परीकषण (Paired Sample lsquotrsquo Test)

यम अतर t का मान

सवततरता मिगी

p का मान (Sig 2 tailed)

माधय लाभाक

मानक विचलन माधय की मानक तरवि

वरतनी सबिी तषहटया पवत एव पशच परीकषण

152 106 150 1013 49 000

तामलका सखया 4 यममत नयादशष सामखयकी (Paired Sample Statistics)

सखया माधय लाभाक मानक मवचलन माधय की मानक तरविपवत परीकषण 50 196 145 206

पशच परीकषण 50 43 48 068

पररकलपना 2 को हनरसर हकया जारा ि यि हनषकषत हनकलरा ि हक हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का साथतक परभाव पडरा ि राहलका 4 क अवलोकन स पररलहकषर ि हक पवत परीकषण का माधय लाभाक 196 ि रथा पशच परीकषण का माधय लाभाक 43 ि पशच परीकषण क हनमन माधयाक स सपषट िोरा ि हक हिकषक-परहिकषषओ दारा पशच

राहलका सखया 5 क यष म 1 का अवलोकन करन स सपषट ि हक पषरष हिकषक-परहिकषषओ क पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क सदभत म t का मान 859 ि जो 05 रथा 01 दोनो सररो पर साथतक ि हजसस यि हनषकषत हनकलरा ि हक हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म उपचारातमक िसरकषप कायतकरम परभावकारी ि इसी परकार महिला हिकषक-परहिकषषओ क पवत परीकषण रथा पशच परीकषण

पराथमिक मिकषक जलराई 201810

क सदभत म t का मान 610 ि रथा p का जो न कवल 05 सरर पर अहपरष 01 सरर पर भी साथतक ि हजसस यि सपषट चलरा ि हक महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क सषिार पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का सकारातमक परभाव पडा ि

राहलका सखया 5 का अवलोकन करन पर िम पार ि हक पवत परीकषण रथा पशच परीकषण म पषरष हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो क माधय का लाभाक 173 ि पवत परीकषण रथा पशच परीकषण म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो क माधय का लाभाक 1331 ि महिला हिकषक-परहिकषषओ का लाभाक पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म कम िोन का आिय यि ि हक पशच परीकषण म महिला हिकषक-परहिकषषओ न पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म वरतनी सबिी अिषहधिया कम की ि

शोध क पररणाम व मनषकरष1 पषरष हिकषक-परहिकषषओ रथा महिला परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

2 उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी ि

3 उपचारातमक िसरकषप कायतकरम पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म अहिक परभावकारी हसधि िआ ि

शोध क मनमहताथषपरसरषर िोि स यि सपषट ि हक पषरष हिकषक-परहिकषषओ रथा महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर न िोन का अथत सभवरः यि भी ि हक पराथहमक सरर पर हिदी भाषा

तामलका 5 यममत नयादशष परीकषण (Paired Sample t Test)

यम अतर t का मान

सवततरता मिगी

p का मान (Sig 2 tailed)

माधय लाभाक

मानक विचलन

माधय की मानक तरवि

यष म 1 वरतनीगर तषहट (छात) पवत-वरतनीगर तषहट (छात) पशच

173 987 201 859 23 000

यष म 2 वरतनीगर तषहट (छाताए) पवत-वरतनीगर तषहट (छाताए) पशच

133 1112 218 610 25 000

तामलका सखया 6 यममत नयादशष सामखयकी (Paired Sample Statistics)

माधय लाभाक सखया मानक मवचलन माधय की मानक तरवियष म 1 वरतनीगर तषहट (छात) पवत 223 24 139 283

वरतनीगर तषहट (छात) पशच 50 24 453 092

यष म 1 वरतनीगर तषहट (छाताए) पवत 1712 26 1503 295

वरतनीगर तषहट (छाताए) पशच 381 26 515 101

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 11

की वरतनी हसिान म पषरष रथा महिला म कोई अरर निी िोरा ि उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी हसधि िआ ि अरः पराथहमक सरर क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का समान परकार क िसरकषप कायतकरमो क माधयम स हनराकरण हकया जा सकरा ि उपचारातमक िसरकषप कायतकरम पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म अहिक परभावकारी हसधि िआ ि इसका कारण सभवरः यि ि हक सामानयरः महिलाए पषरषो की रषलना म अहिक रीवर गहर स भाषा सीिरी ि रथा भाषा को िषधि रप म बोलन का आदित अनषकरण िीघररा स कर लरी ि

आग शोध क मलए सझाव bull हिदी भाषा क िषधि रप को हलिना हसिान क

हलए वरतनी-िषहधि अहर आवशयक ि इसक हलए उपचारातमक िसरकषप कायतकरम अतयर सिायक हसधि िो सकर ि अरः इनक परयोग दारा भाषा िषहधि की जानी चाहिए

bull उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क हरिर समान परकार क िोि हवहभनन सरर क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को दर करन िरष हकय जा सकर ि

bull न कवल हिकषक-परहिकषषओ अहपरष सभी अकादहमक सररो क हवदाहथतयो की वरतनीगर अिषहधियो को िसरकषप कायतकरमो क माधयम स दर हकया जा सकरा ि

bull कष छ िसरकषप कायतकरम न कवल वरतनी-िषहधि अहपरष उचचारण-िषहधि िरष भी बनाय जा सकर ि

bull हवदालयी हिकषको की वरतनीगर अथवा उचचारण सबिी अिषहधियो क हनराकरण िरष भी कष छ आवशयकरा-क हरिर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम बनाय जा सकर ि रथा सरकारी व हनजी हवदालयो क हिकषको पर परयोग हकय जा सकर ि

कष छ उपचारातमक िसरकषप कायतकरम न कवल हिदी भाषा बहलक अनय भाषाओ क िषधि हलहिर अथवा उचचररर रप को सीिनहसिान क हलए बनाय जा सकर ि

सदभषहरवारी भोलानाथ 2011 महदरी भाषा की सरचना वाणी परकािन नयी हदललीदहिया इदष 2015 lsquoवरतनी सबिी अिषहधियो क उपचारीकरण म अधयरा क हरिर रथा कायतकलाप-आिाररर अहिगम-अधयापन

उपागम की परभाविीलरा का परायोहगक अधययनrsquo अनमषका mdash अधयापक मिका की पमरिका िि 10 (1) राषटीय अधयापक हिकषा पररषद नयी हदलली पषठ 1ndash17

हमलस जी ई एव आरएल ग 2017 िमकक अनसधान बारिवा ससकरण हपयसतन एजषकिन लदन इ लिहसि साहवती 1992 महदरी मिकण लॉयल बषzwjतस पहबलकिन हलहमटि मरठ

िरोधारथी पीएचिी (हदरीय वषत) हिकषा हवभाग हदलली हवशवहवदालय

महदी बाल कावय का बदलता सवरप और बचच

2

टीना कष मारी

समयानषरप बदलर कावय म बचचो की आकाकषाए उनका वयविार सवभाव बिबी उभरा ि बचचो क मसरी भर रोचक कारनामो और ियालो स लकर आिषहनकरा क साथ उभर बचच का अकलापन और दोसरो का अभाव सब कष छ कहवराओ म हबिरा ि बाल कावय की याता क दौरान परवहतत या एव हमजाज भी बदल ि यि लि हिदी बाल कावय क बदलाव को िी करीब स दिरा ि कावय कवल रथयो क साथ िी निी कहवराओ क बदलर हमजाज को उदािरण सहिर समझन की कोहिि कररा ि हलहिर रप म हपछल सौ वषणो क दौर का कावय मोट रौर पर कसा हदिरा ि और बचचो स कस जषडरा ि आहद की एक कडी दिन को हमलरी ि

बाल साहितय का मल आिय बालक क हलए सजनातमक साहितय स ि बाल साहितय का उदशय बाल पाठको का मनोरजन करना िी निी अहपरष उनि आज क जीवन की सचचाइयो स भी पररहचर कराना ि पराचीन बाल साहितय क रप म लोक कथाए लोररया और िलगीर हलए जा सकर ि यषग पररवरतन क साथ-साथ इनका मौहिक आदान-परदान िोरा रिा ि बाल साहितय की सषरमयी िारा ि mdash बाल कावय बाल साहितय क हवहवि अगो म बालय कावय का हवहिषट सथान ि सामानयरः नवजार स 16 वषत की आयष को बालपन माना गया ि और इनक हलए हलिा कावय बाल कावय ि पाच स चौदि वषत रक का बाल वगत बाल कावय स जषडा वासरहवक वगत ि

(िोभाल 1990) बाल कावय म रषकबदी लोरी पिहलया हिकषापरद कहवराए चषटकष ल जीभ क कररब और अगरजी राइमस स परभाहवर कहवराए रिी जा सकरी ि (घोष एव कष मार 1999) हिदी बाल कावय म लोररयो एव हििष गीरो की समधि िारा ि बाल कावय म िल गीरो को भी समाहिर हकया गया ि हिदी बाल कावय बालक क जीवन म छष टपन स िी लोररयो क रप म घषलन लगरा ि बाल कहवरा का नटिट अग हििष गीर यहद अचछ िो रो बचच क मन पर एक ररि का सथायी छाप छोडर ि और बड िोन पर भी उनका परभाव फीका निी पडरा कहवराए वणतन करन का सवाभहवक ररीका भी बिबी हसिारी ि बचचो म कलपनाओ की गहर अतयहिक रीवर िोन पर

हिदी बाल कावzwjय का बदलता सzwjवरप और बचzwjच 13

कभी-कभी असगर और असबधि िो जारी ि बचच ऐसी कलपनाओ की अहभवयहzwjतर बालगीरो म पाकर आनहदर िोर ि इस परकार क बाल गीर हनरथतक बाल गीर कि जार ि इनम कलपना की हवहचतरा िोरी ि जो परसननरा दरी ि mdash

दि जलबी जगाउसक अदर मगगाराममहरत हतपाठी क अनषसार बाल कावय का सत

लोरी ि व 3ndash5 वषत क बचचो िरष 4ndash8 पहzwjतरयो वाली रषकानर धवनयातमक िबदो वाली लयबधि कहवराओ को उहचर मानर ि आरभ म बाल साहितय बडो क हलए हलि गए साहितय क रप म िी था हफर इनिी स बचच लाभाहनवर िोन लग िनः िनः हििष गीरो और बाल कहवराओ न भी जनम हलया बाल कावय बचचो की सजीव कलपना और सिज भावनाओ की अहभवयहzwjतर का सषदर माधयम बना बचच क मन म अपन पररवि घर पररवार आसपास क मािौल और दषहनया की पिली छाप इनिी कहवराओ स पडरी ि य नटिट कहवराए कवल कहवराए निी बहलक बचचो क हलए रग-हबरग हिलौन भी ि हजनस वि मनमान ढग स िलर ि वि िसरा ि हकलकरा ि और यिा रक हक उसक साथ-साथ सवय भी रचरा ि और अपनी कलपना की भि िार कररा ि mdash

चि राजा ि िरानचलर िरदम सीना रानइसीहलए रो हबलली मौसीिीचा कररी उनक कानकलकतत स गाडी आईटॉफी हबसकष ट कल लाई

गाडी बोली ई- ई- ईआिा उसन सीटी दीअमीर िषसरो की कष छ मषकररयो और पिहलयो

दारा भी बाल कावय की झलक हमलरी ि उदािरणाथत mdash एक थाल मोरी स भरा सबक हसर पर औिा िराचारो ओर वि थाली हफर मोरी उसम एक न हगर

(आकाि)भहzwjतरकालीन एव रीहरकालीन कहवयो दारा

हलिी गई सरल भाषा वाली कष छ कहवराए बालको क हलए उपयोगी ि साथ िी रसिान एव सरदास दारा lsquoशीकषण का बाल वणतनrsquo अहदरीय ि हकरष य सभी बाल कावय की शणी क पमानो पर परी ररि स िर निी उररर बाल कहवरा बालमन क हनकट की बालक क हलए रचना िोरी ि जबहक बालक दारा रहचर रचना बडो क हलए भी िो सकरी ि और परायः िोरी ि बचच भी बडो स जयादा बार किन की कषमरा रिर ि बाल कहवरा अपन समय क बचच स िी पररणा क हलए िोरी ि उदािरण क हलए समय हविष की जररर परभाव वारावरण इतयाहद का धयान िोन स िी रचना सदा परासहगक बनी रिरी ि बाल कावय अथातर बचचो का कावय बालयावसथा की कष छ हविषराए या परवहततया जसmdash हजजासा कलपना रचनातमकरा हनददि सयम की परवहतत आतम परदितन की परवहतत अनषकरण की परवहतत सपिात सिानषभहर हवनय और आवरतन इतयाहद िोरी ि ऐसा कावय जो इन परवहततयो को धयान म रिकर हलिा जाए विी उततम कावय ि कलपना कावय की भाषा िोरी ि बाल कावय कलपना वभव स सपनन कावय ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201814

परकािमनष की पषसरक महदरी बाल कमता का इमतहास म मोट रौर स बाल कहवरा को हनमनहलहिर रीन चरणो म बाटा ि mdash 1 परारहभक यषग (1901ndash1947)2 गौरव यषग (1947ndash1970)3 हवकास यषग (1971 )

सवरतरा स पवत क समय म गषलामी क बिनो को काटन क हलए बालको क वयहzwjतरतव हनमातण की पररणा स िषर-िषर म सायास बाल कहवराए हलिी गइइ व दिभहzwjतर और उपदिातमकरा क भार स अहरिय दबी िई कहवराए ि बाल कावयकार बालक क वयहzwjतरतव को आदिणो और सासकहरक पषठभहम क अनषसार ढालना चािरा था अरः मनोवजाहनक दहषट बाल कावय म पणतरः हवकहसर निी िो पाई हकरष इसी दौर म िडी बोली हिदी कहवरा क जनमदाराओ म स एक पहिर शीिर पाठक उललिनीय ि हिदी क परारहभ क बाल गीरकारो म हगन जान वाल शीिर पाठक जी न बाल सवभाव बाल-मनोवहतत एव बाल-मनोहवजान का धयान रिर िए सरकत रा क साथ-साथ बाल कावय क हलए हवषयो का चयन हकया ि इनकी कहवराओ का चचल एव हिलदपन िास रौर स भारा ि इस कहवरा म भाररीय वारावरण की गमतजोिी और बचच का लगाव एव उसका कलपना ससार दोनो िी बहढया ढग स सामन आर ि इसका एक उदािरण इस परकार ि mdash

ldquoबाबा आज दल छ आएहचजजी-हपजजी कछष न लाए बाबा zwjतयो निी हचजजी लाएइरनी दली छ zwjतयो आएrdquo

इसी दौरान हवदाभषण हवभष की lsquoघम िाथी झम िाथीrsquo बडी चहचतर रचना रिी हवदाभषण हवभष न हिदी क परारहभक दौर म अनक सषदर हििष गीर हलिकर एक बड अभाव की पहरत की इस काल म lsquoहििषrsquo एव lsquoबालसिाrsquo जसी मितवपणत बाल पहतकाओ न बाल कहवरा को आग ल जान म मितवपणत भहमका हनभायी ldquoमहथलीिरण गषपर रामनरि हतपाठी अयोधया हसि उपाधयाय lsquoिररऔिrsquo जी क इस काल म बाल कावय की हिदी कहवरा म आग चलकर जो रप और परवहततया हदिाई पडी mdash चाि नाटकीय ढग की कथातमक कहवराओ का चलन िो या हफर धवनयातमक परभावो क जररए बचचो क मन को ररझान और परभाहवर करन की कोहिि बीज रप म य सभी चीज हिदी बाल कहवरा क इस दौर स आरी िrdquo (मनष 2003)

इस िारा म आग का समय (1947 स 1970) यिा उभरी सषदर एव हवहवि परवहततयो को और हवसरार दन वाला रिा हिदी बाल कहवरा हजरनी मषzwjतर और बिरगी इस दौर म थी उसन जसी अदभषर उडान भरी और जीवन हजरना िषलकर नाटकीय सवगो क साथ इस यषग की बाल कहवरा म आया वि अहदरीय था हनरकार दव सवक सवदशवरदयाल सzwjतसना दामोदर अगरवाल इतयाहद नामो न इस दौर को बिचहचतर एव सदव लषभावनी बनी रिन वाली बाल कहवराए दी उदािरणाथत mdash

ldquoइबनबररा पिन क जराहनकल पड रफान मथोडी िवा नाक म घषस गई थोडी घषस गई कान मrdquo

(सवदशवरदयाल सzwjतसना)

हिदी बाल कावzwjय का बदलता सzwjवरप और बचzwjच 15

यि कहवरा एक अजब सी कॉमिक zwjटजडरी का आभास दरी ि lsquoइबनबरराrsquo जसा कोई दमदार पात बाल कावय म निी हदिरा इसी समय शी परसाद जी की कहवराए छद और लय की उसरादी और सपणतरा का अिसास दरी ि उदािरणाथत mdash lsquoमषगद की िादीrsquo का रोचक हचत दहिए mdash

ldquoढम-ढ ढम-ढम ढोल बजाराकद-कदकर बदरछम-छम घघर बाि-बाि नाचराभाल मसर कलदर कष ि-कष ि क कोयल गारीमीठा-मीठा गाना मषगद की िादी म ि बसहदन भर मौज मनानाrdquo

(शी परसाद)सोिनलाल हदवदी सषहमतानदन पर रामिारी

हसि lsquoहदनकरrsquo बालसवरप रािी इतयाहद बाल कावय की रजपणत हवभहरया इसी समय कायतरर थी

दामोदर अगरवाल रहचर lsquoहबजलीrsquo पर हलिी सववोततम कहवरा इसी काल की ि बाल कावय की याता म रमि रलग की यि कहवरा एक नया आयाम और पडाव दरी ि mdash

ldquoअल छष बि िो गईआगल बषिाल लमममी क कमल की रीद थमाल लrdquoइस कहवरा म एक बचचा ि और उसकी

वयसररा क सभी कारण सचच ि यि सहकरय और हज ममदार बचचा काफी िरफनमौला ि और बचच की एक नई छहव दरा ि रमि रलग की यि कहवरा

बाल कावय को एक नई सोच बदलरी छहवयो और पररीको की ओर मागत हदिान म अहदरीय ि 1971 अब रक का समय वि ि जब एक निी अहपरष रीन स चार पीहढयो क कहव एक साथ बाल कावय सजन म लीन थ इस दौर म हदहवक रमि परयाग िषzwjतल चरिदतत इदष गोपीचद शीनगर इतयाहद कहव सजन म लग थ यि जानना मितवपणत ि हक इस दौर की कहवरा दारा पिली बार हवचार रतव का दिल हदिाई हदया बचच पर बसर और पढाई का बोझ रथा उसकी भीररी दषहनया की उलझन बाल कहवरा म नजर आइइ कई परमषि बाल कहवयो न इस दौर म बचच क लगारार भारी िोर िए बसर क बोझ और उसस दबकर lsquoमषहzwjतरrsquo क हलए कारर अनषरोि करर बचच क कारण माहमतक हचत आहद अपनी कहवराओ म उकर ि बचच की हवविरा हनिायर सचच और हदयरिावक क रप म जसी बाल कहवरा म परकट िई ि वसी िायद िी किी और सामन आई इसी ररि आिषहनकरा क साथ बचच का अकलापन और दोसरिीनरा भी कहवराओ म झलकी ि इस दौर की बाल कहवरा सपनो की घाटी म िी हवशाम निी लरी बहलक बदल िए समय की मषहशकलो और आपदाओ स भी दो-चार िोरी ि िम दि सकर ि हक बाल कहवराओ की याता क दौरान परवहततया एव हमजाज भी बदल ि बाल कावय चाि जस भी दौर स गषजरा हकरष यि सतय ि हक कहवरा न हपछल सौ बरसो स पीढी-दर-पीढी भाररीय बचपन का मानहसक और भावातमक पोषण हकया उस उनमषzwjतर िसी उमग और मीठी हिला हिलािट दी बचचो की कलपना और हजजासा-हकषहरजो का हवसरार

पराथमिक मिकषक जलराई 201816

करक उस सहदय इसान और बिरर नागररक बनान की पषखरा नीव रिी

हिदी बाल कावय िम भाषा और सपरषण क हवकास की नीव परदान कररा ि धवहन अपन पराकहरक पररवि परपरा और सामाहजक रिन-सिन स सयोहजर िोरी ि हजस पराकहरक और सामाहजक पररवि म बचचो की मानहसकरा का हवकास िोरा ि बाल कावय उसस िी परररर िो भाषा का हवकास कररा ि इस साहितय म झाककर दि रो िम बचचो क सवभाव और हवकास करम का एक रोचक पररचय हमलरा ि और भाषा की वाहचक िरोिर क एक मितवपणत हिसस को दि पार ि बाल कावय की मौहिक िारा न जान कब स बचचो क भावो सदभणो जीवन पररवरतन को गहर व हवसरार दर िए एक पीढी स दसरी पीढी को द रिी ि वरतमान म बाल कावय मौहिक परपरा क हलए दादा-दादी का साहनधय सयषzwjतर पररवार िल मिली इतयाहद माधयमो का अभाव-सा िोरा जा रिा ि विी दसरी ररफ हवदालयी जीवन कडा िोरा जा रिा ि किी-किी पाठयचयात म कष छ सरर पर बाल कावय का परयोग भी

हदिरा ि हकरष बालकावय परपरा म जो अरर आय ि उनि िोजन और हवचार करन की आवशयकरा ि

मनषकरषहिदी बाल कहवराओ का यि हनहवतवाद गषण ि हक व हसफत बचचो को सबोहिर िी निी ि बहलक परी ररि बचचो की चीज ि बचचो क िलन एव गान-गषनगषनान की चीज हजन पर पिला और आहिरी िक भी बचचो का िी ि व हलिी भल िी बडो दारा गई िो मगर व ि बचचो की चीज बाल कावय अपन 100 वषणो की परपरा म हवहविरा और माता दोनो सररो पर गिन िआ ि हपछल 100 वषणो स पीढी-दर-पीढी भाररीय बचपन का मानहसक और भावातमक पोषण इन कहवराओ स िआ ि िमारी lsquoशषहर आिाररर जान परपराrsquo म भी कहवराए अनवरर बिरी-सी रिी ि उनमषzwjतर िसी उमग और मीठी हिल-हिलािटो क साथ-साथ कहवराओ न बचचो की कलपना और हजजासा-हकषहरजो का हवसरार करक उस सहदय इनसान और बिरर नागररक बनान म मितवपणत योगदान हदया ि

सदभषघोष आिीष एव कषण कष मार (सपा) 1999 गडबडझाला राषटीय पषसरक नयास नयी हदललीिोभाल कष सषम 1990 महदरी बाल कावय ि कलपना ए पतरीक तत लाइबरी बषक सटर मालीवाडा हदलली मनष परकाि 2003 महदरी बाल कमता का इमतहास मिा बषzwjतस िािदरा

िरोधारथी हि कषा िासत हवभाग क रिीय हि कषा ससथान हदलली हवशवहवदालय हदलली

समावशी मशकषा म मशकषण अमधगम पमकरया

अहिलि यादव

3

समाविी हिकषा कवल एक दहषटकोण िी निी बहलक एक माधयम भी ि हविषकर उन लोगो क हलए हजनम कष छ सीिन की ललक िोरी ि और जो रमाम अवरोिो क बावजद आग बढना चािर ि यि इस बार को दिातरा ि हक सभी यषवा चाि व सकषम िो या हवहभनन रप स सकषम उनि सीिन योय बनाया जाए इसक हलए एक समान सकलndashकरच पवत पराथहमक हवदालय सकलो और सामषदाहयक हिकषा वयवसथा रक सबकी पिच सषहनहशचर करना बिद जररी ि यि हसफत लचीली हिकषा परणाली स िी सभव ि भारर म हदवयाग स सबहि र काननी पराविानो क इहरिास का परारभ वषत 1944 म साजजट ररपोटत स माना जारा ि हजसम यि किा गया था हक हदवयागरा यहद हविष

हवदालय क अनषकल ि रभी हदवयाग वयहzwjतरयो को हविष हवदालय म भजा जाना चाहिए इसी बार पर कोठारी आयोग (1966ndash68) न भी जोर हदया और हदवयाग लोगो की हिकषा को हिकषा नीहर का एक अहभनन अग माना भारर म समाविी हिकषा की िषरआर क हलए lsquoहदवयागो क हलए समहकर हिकषाrsquo योजना 1970 क दिक म परारभ की गयी हजसका उदशय हदवयाग बचचो को सामानय हवदालय म िाहमल करना व िहकषक अवसर परदान करन क साथ िी साथ सभी सरर पर उनि समषदाय स जोडना था इसक बाद अनक योजनाए परारभ की गयी पररष समाविी हिकषा क कषत म वषत 2000 मितवपणत ि जब एनसीईआरटी न मदालयरी मि का क मलए

समाज का हवकास मानवीय कषमरा क हवकास पर हनभतर कररा ि समाज म हवकास क हलए सभी का सियोग वाहछर ि हिकषा समाज क हवकास म सबस मितवपणत कारक ि हिकषा को वयहzwjतर की दकषरा बढान का सािन िी निी बहलक लोकरत म सहकरय भागीदारी हनभान और अपन सामाहजक जीवन-सरर म सषिार क हलए भी आवशयक माना जारा ि भारर म हदवयागो की सखया अहिक ि और इनक हवकास क हबना दि का पणत हवकास सभव निी ि भारर म हदवयागो क हलए हिकषा वयवसथा का एक बदलरा सवरप हदिाई द रिा ि वो ि mdash lsquoसमाविी हिकषाrsquo

पराथमिक मिकषक जलराई 201818

पाठयचयाया राषzwjटरीय की रपरखा 2000 म समाविी हवदालयो पर बल हदया भारर म समाविी हिकषा क हलए वषत 2009 मितवपणत रिा zwjतयोहक इसी वषत lsquoहिकषा का अहिकार अहिहनयमrsquo पाररर हकया गया हजसम 6ndash14 वषत क बचचो को हनःिषलक एव अहनवायत हिकषा का सविाहनक अहिकार परदान हकया गया

अररातषटीय सरर पर समाविी हिकषा क हलए lsquoसलमाका सममलनrsquo 1994 मील का पतथर साहबर िआ यि सममलन जन 1994 म सपन क सलमाका ििर म आयोहजर िआ हजसम 92 दिो क परहरहनहियो व 25 अररातषटीय ससथाओ न भाग हलया इस सममलन का परमषि हनणतय था lsquoसभी क हलए हिकषा हजसम बचच यषवा और हविष आवशयकरा वाल लोगो (हदवयागो) को सामानय हिकषा वयवसथा म हिकषा परदान करनाrsquo

यनसको (2016) क अनषसार समाविी हिकषा का रातपयत उस हिकषा स ि जो mdash1 यि हवशवास कररी ि हक सभी बचच सीि सकर

ि और सभी बचचो की अलग-अलग परकार की हविष आवशयकराए िोरी ि

2 हजसका लकय सीिन की कहठनाइयो की पिचान और उनका परभाव नयनरम करना ि

3 जो औपचाररक हिकषा स बािर ि और घर समषदाय एव हवदालय स बािर हिकषा क अनय अवसरो पर भी बल दरी ि

4 अहभवहततयो वयविारो हिकषण हवहि पाठयकरम एव वारावरण को पररवहरतर करन की वकालर कररी ि राहक सभी बालको की हविष आवशयकराए परी िो सक

समावशी मशकषासमाविी हिकषा स अहभपराय ि हक वि हिकषा हजसम हदवयाग एव अनय सामानय हवदाथथी को एक साथ एक िी ककषा म भदभाव रहिर वारावरण म हिकषा परदान की जाय हजसस हदवयाग हवदाथथी समाज म आसानी स समायोहजर िो जाए जसा हक एनसरीएफ 2005 म बरलाया गया ि हक समाविन की नीहर को िर सकल और सारी हिकषा वयवसथा म वयापक रप स लाग हकए जान की जररर ि बचच क जीवन क िर कषत म वि चाि सकल म िो या बािर सभी बचचो की भागीदारी सषहनहशचर हकए जान की जररर ि सकलो को ऐस क रि बनाए जान की आवशयकरा ि जिा बचचो क जीवन की रयारी कराई जाए और यि सषहनहशचर हकया जाए हक सभी बचचो िासकर िारीररक या मानहसक रप स असमथत बचचो समाज क िाहिए पर जीन वाल बचचो और कहठन पररहसथहरयो म जीन वाल बचचो को हिकषा क इस मितवपणत कषत क सबस जयादा फायद हमल

यहनसफ यनसको की ररपोटत एनसीएफ 2000 एव 2005 म बरलाया गया ि हक समाविी हिकषा म हदवयाग (िारीरर क हदवयाग दहषट बाहिर हदवयाग वाक बाहिर हदवयाग सवहलनरा सीिन की अकषमरा यषzwjतर हदवयाग) िहकषक हपछड भाषायी अलपसखयक सामाहजक-आहथतक रप स कमजोर बचच गरामीण पषठभहम क बचच जनजारीय बचच घषमर समाज क बचच कामकाजी समि क बचच आहद िाहमल ि

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 19

मवदाथथी एव मशकषक mdash समावशी मशकषा सकलो म अzwjतसर िम कष छ हगन-चषन बचचो को िी बार-बार चषनर रिर ि हजसस इस छोट समि को रो ऐस अवसरो स फायदा िोरा ि उनका आतमहवशवास बढरा ि और व सकल म लोकहपरय िो जार ि लहकन दसर बचच बार-बार उपहकषर मिसस करर ि और सकल म पिचान जान और सवीकहर की इचछा उनक मन म लगारार बनी रिरी ि रारीफ करन क हलए िम शषठरा और योयरा को आिार बना सकर ि लहकन अवसर रो सभी बचचो को हमलन चाहिए और सभी बचचो की हवहिषट कषमराओ को भी पिचाना जाना चाहिए और उनकी रारीफ िोनी चाहिए इसम हविष जरररो वाल बचच भी िाहमल ि हजनि हदए गए काम को परा करन म जररर समय या मदद की जररर िोरी ि जयादा अचछा िोगा अगर हिकषक ऐसी गहरहवहियो की योजना बनार समय ककषा म बचचो स चचात कर और यि सषहनहशचर कर ल हक परतयक बचचा अपना योगदान द पाए इसीहलए योजना बनार समय हिकषको को सभी की भागीदारी पर हविष धयान दन की जररर ि यि उनक परभावी हिकषक िोन का सचक बनगा सकल परिासको और हिकषको को यि समझना चाहिए हक जब हभनन सामाहजक-आहथतक और सासकहरक पषठभहम और हभनन कषमरा सरर वाल लडक-लडहकया एक साथ पढर ि रो ककषा का वारावरण और भी समधि रथा पररक िो जारा ि

सभी परकार क बचचो जस आहथतक रप स कमजोर (गरीब) कामकाजी बचचो को िाहमल कर सषदर गरामीण बचच घषमर जनजाहर क बचच

हकसी हनहदषट सथान पर रिन वाल बचच हविष आवशयकरा वाल बचच भाषायी अलपसखयक और सीिन की अकषमरा यषzwjतर बचचो आहद को समाविी हिकषा दारा हिहकषर हकया जाना चाहिए

समाविी हिकषा म हिकषक की भहमका मितवपणत िोरी ि समाविी हिकषा की ककषा परहकरया म हिकषक क दहषटकोण (अहभवहतत) एव वयविार मितवपणत भहमका का हनवतिन करर ि राम (2014) न अपन िोि कायत म पाया हक हिकषको का हदवयाग हवदाहथतयो स परशन न पछना एव उनक गि कायत की जाच को अनय हवदाहथतयो क समान न करना इस परकार का वयविार इन बचचो को बहिषकरण की ररफ िकलरा ि हिकषको का इस परकार का दहषटकोण एव वयविार समाविी हिकषा क गठन एव सफल सचालन म कहठनाई उतपनन कररा ि सामानयरः हिकषक का दहषटकोण एव वयविार हदवयाग हवदाहथतयो क परहर सिानषभहरपणत िोरा ि हिकषक इस परकार क हवदाहथतयो को अनयो स कमजोर समझरा ि या उसकी यि अिरी समझ िोरी ि हक यि हवदाथथी सीि निी सकर हजसस य बचच ककषा म िोर िए भी अपन को ककषा स अलग पार ि जयादारर हिकषक हदवयाग एव अनय इस परकार क हवदाहथतयो क परहर सिानषभहरपणत दहषटकोण अपनार ि कलाम (2013) न अपन िोि म बरलाया हक हिकषको को सिानषभहर क बजाय समानषभहर का दहषटकोण अपनाना चाहिए हजसस य हवदाथथी अपन आप को ककषा म अनय हवदाहथतयो स हभनन निी समझ समानषभहर पणत दहषटकोण हदवयागो को अनय हवदाहथत यो क समान मजबर बनन म सिायक िोरा ि हजसस समाविी हिकषा म ककषा

पराथमिक मिकषक जलराई 201820

की सीिन-हसिान की परहकरया एक पकषीय न िोकर हदपकषीय िो जाएगी

मशकषण अमधगम पमकया mdash समावशी मशकषा एनसरीएफ 2005 म समाविी ककषा हिकषण क सबि म बरलाया गया ि हक lsquoरचनातमक पररपरकय म सीिना जान क हनमातण की एक परहकरया ि हवदाथथी सहकरय रप स पवत परचहलर हवचारो म उपलबि सामगरी गहरहवहियो क आिार पर अपन हलए जान की रचना करर ि (अनषभव) पछराछ अनवषण परशन पछना वाद-हववाद वयाविाररक परयोग व ऐसा हचरन हजसस हसधिार बन सक और हवचारहसथहरयो की रचना िो सक य सभी बचचो की सहकरय वयसररा को सषहनहशचर करर िrsquo

सकली हिकषा म अहिगम का एक बडा हिससा अब भी वयहzwjतर-आिाररर ि अधयापको को lsquoजानrsquo िसरारररर करन वालो क रप म दिा जारा ि अधयापको को उन अनषभवो का आयोजक समझा जारा ि जो बचचो क सीिन म सिायक िोर ि समाविी हिकषा म ककषा हिकषण परहकरया और अहिगम परहकरया क सबि म यनसको एनसीईआरटी न अपनी ररपोटत म कई मितवपणत सषझावो का वणतन हकया ि जस हक यनसको न अपनी ररपोटत म समाविी हिकषा म हिकषण-अहिगम परहकया िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय ि mdash1 ककषा का वारावरण सीिन क हलए सवसथ एव

भदभाव रहिर िो2 हिकषण हवहि रोचक िो एव हवहभनन उमर समि

क अनषकल िो रथा छातो को सीिन क हलए परररर करन वाली िो

3 हिकषण मषखयरः गहरहवहि आिाररर िो4 सभी सीिन वाल बचचो की आवशयकरानषसार

सामगरी उपलबि करायी जाए (दहषटबाहिर हदवयाग शवण हवकार हदवयाग आहद को धयान रिकर)

5 हिकषक अहभभावक और नागररक साथ हमलकर कायत कर

6 ककषा हिकषण की भाषा बचच क अनषसार (मारभाषा) िो

7 सभी बचचो का हिकषण सषरकषातमक लहगक उततरदायी एव उतसािजनक वारावरण म िो

एनसीईआरटी(2017) न समाविी हिकषा म ककषा हिकषण िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय mdash

bull दहषट हवकार हदवयाग क हिकषण िरष mdash गर दहषट आिाररर ररीको दारा सीिना जस mdash सपित वासरहवक ठोस पदाथत का परयोग सषनना हजसम हवसरर और वणतनातमक हनददिो को अहिक उपयोग म लाना िाहमल ि सषगि और सवाद mdash वासरहवक और ठोस पदाथणो की िषिब और सवाद का उपयोग करना उपलबि हविष हिकषण सामगरी (बल टलर फम और गहणर हवजान एव अनय हकट) का उपयोग

bull शवण हवकार हदवयाग क हिकषण िरषmdash अनय इहरियो का सीिन क माधयमो क रप म उपयोग (जसmdash इिार िारीररक भाषा िावभाव को पढना) वासरहवक अनषभव परदान करन क हलए दशय क रप म सामगरी का उपयोग सीिी जान वाली सामगरी को धवहन आिाररर जानकारी क रप म उपयोग म लान क हलए यि समझ बनाना जररी ि हक इन बचचो क हलए हकस ररि स हिकषण कायत हकया जाए

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 21

bull िारीररक अकषमरा हदवयाग क हिकषण िरष mdash ककषाओ को सषलभ बनाए परीकषाओ को परा करन म अहरररzwjतर समय द ककषा म बठन क सषलभ सािन उपलबि कराए सपरषण क वकहलपक सािनो यथा mdash आहियो ररकॉितर िाव-भाव का परयोग कपयटर का उपयोग आहद

समाविी हिकषा म ककषा हिकषण की सकलपना सभी बालको क समहनवर हवकास पर आिाररर िोरी ि अरः हिकषक को ककषा म उपहसथर बचचो की हवहभननरा को धयान म रिर िए हिकषण कायत करना चाहिए हवहभनन रप स समकष (दहषट बाहिर हदवयाग वाकबाहिर हदवयाग शवण हास हदवयाग आहद) बचचो की हविष आवशयकराओ क मदनजर हिकषण म हिकषक को वारावरण को रहचकर बनाना आकषतक एव उपयषzwjतर हवहभनन हिकषण सामहगरयो आहद का परयोग करना हिकषण अहिगम की परहकरया म सभी बालको की सहकरय भागीदारी सषहनहशचर करना आहद हकरयाओ को सहममहलर करना चाहिए

समाविी हिकषा म ककषा हिकषण कायत जहटल परहकरया ि समाविी हिकषा की ककषा म हवहभनन रप स सकषम (िारीररक दषटबाहिर शवण हास हदवयाग) एव सामाहजक-आहथतक रप स कमजोर पषठभहम क कषत स बचच िोर ि हजनकी कष छ हविष आवशयकराए िोरी ि समाविी हवदालय की ककषाओ म हिकषक को हवदाहथत यो क अनषकल हिकषण हवहि (सिकारी हिकषण एव पररयोजना आिाररर हिकषण) का उपयोग हकया जाना चाहिए हजसस सभी हवदाहथत यो का सीिना सभव िो जाए अरः यिा इस बार पर धयान दना जररी ि हक मामली अकषमराओ स गरसर हजन बचचो को मषखयिारा क बािर रिा

जारा ि उनकी जरररो को परा करन क साथ-साथ समाविी हिकषण पधिहर हनयहमर ककषाओ म पिल स मौजद ऐस सकडो हवदाहथतयो को भी लाभ पिचारी ि जो मामली स लकर मधयम दजद की सीिन की कहठनाइयो को अनषभर करर ि इन कहठनाइयो को अहिकािर न रो पिचाना जारा ि और न िी उनका समािान हकया जारा ि सकल म िराब परदितन क कारण इन बचचो क सकल छोड दन का िररा बना रिरा ि व कभी भी िकषहणक सफलरा िाहसल न कर सकन क अलावा अपन बड िोन क पर दौर म सषिार न जा सकन वाल मनोवजाहनक रथा भावातमक आघारो स पीहडर रिर ि

इस परकार समाविी हिकषा म ककषा हिकषण िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय जार िmdash1 ककषा का वारावरण भदभाव रहिर सभी

सीिन वाल क अनषकल िोना चाहिए जसा एनसरीएफ 2005 म बरलाया गया ि हक lsquoसावजतहनक सथल क रप म सकल म समानरा सामाहजक हवहविरा और बिलरा क परहर सममान का भाव िोना चाहिए साथ िी बचचो क अहिकारो और उनकी गररमा क परहर सजगरा का भाव िोना चाहिए इन मलयो को सजगरापवतक सकल क दहषटकोण का हिससा बनाया जाना चाहिए और उनि सकली वयविार की नीव बनना चाहिए सीिन की कषमरा दन वाला वारावरण वि िोरा ि जिा बचच सषरहकषर मिसस करर ि जिा भय का कोई सथान निी िोरा और सकली ररशरो म बराबरी और जगि म समरा िोरी िrsquo

2 ककषा का हिकषण वयाविाररक जान स जोडकर हकया जाना चाहिए समाविी हिकषा की ककषा

पराथमिक मिकषक जलराई 201822

हिकषण हवहि क रप म सिकारी हिकषण पररयोजना आिाररर हिकषण एव सियोगातमक हिकषण का उपयोग हकया जाना चाहिए

3 ककषा हिकषण म पाठयचयात स जषडी सामगरी का उपयोग हकया जाना चाहिए जसmdash मॉिल चाटत मानहचत ऑहियो-हवहियो कपयटर एव आईसीटी (सचना सपरषण रकनीकी) का उपयोग कर साथ िी हिकषण ककषा हिकषण क पिल इन सामहगर यो की उपलबिरा भी सषहनहशचर कर

4 ककषा हिकषण म हविष रप स सकषम (हदवयाग) को अहिक स अहिक सीिन की सामगरी उपलबि कराई जाए जस mdash दहषटबाहिर बचचो को बल एव शवण बाहिर बचचो को दशय आिाररर सामगरी आहद

5 सामानय हवदालय हिकषको को समाविी हिकषा को सदभत म रिकर परहिकषण परदान हकय जाए उनि समाविी हिकषा परहरमान िरष ककषा हिकषण दकषरा स यषzwjतर बनाया जाए अधयापक परहिकषण कायतकरम एव पाठयकरम को समाविी हिकषा क सदभत म रिकर पररवरतन की आवशयकरा ि

6 सकल सरर पर पाठयचयात का पषनहवतकास एव पषनहनतिातरण करन की आवशयकरा ि zwjतयोहक एनसरीएफ 2005 म इस बार का वणतन हकया गया ि हक वरतमान पाठयचयात को समाविी हिकषा क अनषकल हनिातररर हकय जान की आवशयकरा ि

मनषकरष समाविी हिकषा म ककषा हिकषण कायत छातो क अनषरप एव उनकी आवशयकरा को धयान म रिकर हकया जाए हिकषण इस परकार स िो हक जो हवदाहथतयो को उनक घरल जान स जोडकर हदया जाए समाविी ककषा म सीिन-हसिान की परहकरया हिकषक क हरिर स छात क हरिर की ररफ बढनी चाहिए छातो को सहकरय अनवषक की ररि हवकहसर िोना चाहिए और इसक हलए पररक हवचारो को बढावा दन की रणनीहर बिर फायदमद िो सकरी ि इस रणनीहर का परयोग करन क हलए हिकषक को िोजी हिकषण क जररए सभी छातो को उहचर अनषभव हनयमो क हवशलषण और हसधिार मषिया करान की जररर ि इस धयान म रिर िए समाविी हिकषण और ककषा म हविष रप स सकषम छातो क हलए लचीलापन लाए जान को लकर एनसीईआरटी न िाल िी म पाठयकरम अनकलन पर पराथहमक पठन सामगरी रयार की ि यि पठन सामगरी इस सोच पर आिाररर ि हक हिकषक ककषा म सभी छातो को अथतपणत हिकषण अनषभव परदान कराए सरल भाषा और अहभवयहzwjतर का परयोग कर जो सभी छातो क हलए मितव रि इस पठन सामगरी म कई उदािरणो स बराया गया ि हक कस समाविी ककषा म मौजदा हिकषण पधिहर को बदला जाए और छातो को सवरत रप स सीिन वाला और इस परहकरया म सहकरय भागीदार बनाए जाए

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 23

सदभषएनसीईआरटी 2000 मदालयरी मिका क मलए राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2000 एनसीईआरटी नयी हदलली

पषठ 31 73 74 और 91mdashmdashmdash 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 28 ndash 31 92 96 122 ndash124

और 135mdashmdashmdash 2015 इनकललमडग मचलडन मद सपिल नरीडस एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 36 59 और 106 mdashmdashmdash 2017 मिष आशयकता ाल बचचो का सिािन mdash पारमिक सतर एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 21 46

और 95 कलाम अबदषल 2013 lsquoसमाविी हिकषा और हिकषकrsquo खरोज और जान अक 7 हवदाभवन सोसायटी उदयपषर पषठ 33चिढा अनषहपरया 2016 lsquoभारर म समाविी हिकषा की रपरिाrsquo यरोजना अक 1 परकािन हवभाग नयी हदलली पषठ 33 दास अनाहमका 2015 lsquoसमाविी हिकषा की राि म रकावटrsquo लमनिगकया अक 11 अजीम परमजी हवशवहवदालय बगलषर

पषठ 76ndash79मोिन पगी 2016 lsquoसमाविी ककषा म अधययनrsquo िमकक सदभया अक 71ndash 80 पराहपर सोर httpswwweklavyainयादव अहिलि 2018 उचच पारमिक ककाओ का सिािरी मिका क सदभया ि मिकण अमधगि पमरिया का अधययन

अपरकाहिर िोि यनसको 1994 द सलिाका सि एड फिकया फॉर एकिन आन सपिल नरीडस एजकिन यनसको सलमाका सपन mdashmdashmdash 2005 गाइडलाइन फॉर इनकललजन mdash इनसयाररग एसस ल एजकिन फॉर आल यनसको पररस पषठ 102mdashmdashmdash 2009 लडया इनकललमस एजकिन फॉर मचलडन मद मडसएमबमलरी mdash गाइडलाइन यनसको बकाक पषठ 40 ndash 89

और 122mdashmdashmdash 2016 एजकिन एड मडसमबमलरी यनसको नयी हदलली पषठ 146 यहनसफ 2003 एगजामपल ऑफ इनकललमस एजकिन इमडया यहनसफ काठमाि पषठ 45 63राम 2014 lsquoसमाविी हिकषा क मायनrsquo खरोज और जान अक 8 हवदाभवन सोसायटी उदयपषर पषठ 45वितमान मिावीर िषला हवशवहवदालय 2014 अहिगम एव हिकषण (बीएि) वितमान मिावीर िषला हवशवहवदालय कोटा

राजसथानहसघल हनहि 2013 lsquoहवकलाग बचचो की हिकषाrsquo यरोजना अक 2 परकािन हवभाग नयी हदलली पषठ 21ndash 23हसि अजय कष मार 2008 lsquoभारर म समाविी हिकषा का सवरपrsquo पररपकय अक 1 नीपा नयी हदलली पषठ 81हसि रजनी रजन 2014 lsquoभारर म समाविी हिकषा की दिा और हदिाrsquo पररपकय अक 3 नीपा नयी हदलली पषठ 01

सकॉलर पीएचिी जाहमया हमहलल या इसलाहमया हवशवहवदालय नयी हदलली

परसरषर लि क दारा यि बरान की कोहिि की गई ि हक हवदालय परबिन सहमहर का उहचर सचालन कस हकया जाए एव सहमहर का हवदालय म िोना हकरना मितवपणत ि हवदालय परबिन सहमहर हवदालय क हलए बिर मितवपणत ि यि हवदालय क लकयो एव उदशयो को परा करन म एव समाज का सियोग परापर करवान म एक मितवपणत भहमका का हनवाति कररी ि हवदालय परबिन सहमहर हवदालय क सभी पकषो को एक साथ जोड रिन म मदद कररी ि और सभी हिरिारको की भावनाओ क अनषरप हवदालय सचालन एव हवकास म भागीदारी परदान कररी ि

भाररीय सहविान क 86 व सिोिन क रिर लगभग आजादी क इरन सालो बाद हिकषा क अहिकार को एक नया आयाम हमला और 1 अपरल 2010 को हिकषा का अहिकार अहिहनयम mdash 2009 (आरटीई) लाग हकया गया इस अहिहनयम क रिर िर एक बचच को जो 6 ndash14 वषत का ि उस हनिषलक एव अहनवायत हिकषा पान का अहिकार परापर ि

इस अहिहनयम क िि 21 म एक ऐसी सहमहर को गहठर करन का परसराव रिा गया हजसम हवदालय अहभभावक और समाज की परतयकष भागीदारी िो इसक सा थ िी यि भी सषहनहशच र हकया गया हक इस सहमहर म मारा-हपरा अहभभावक एव हिकषक हिकषा क कषत म कायतरर वयहzwjतर जन परहरहनहि आहद की भागीदारी भी िो हजस हवदालय परबिन सहमहर का नाम हदया गया ि

हवदालय परबिन सहमहर का गठन एक ऐसी सामाहजक ससथा क रप म हकया गया जो हवदालय म हवकास क साथ-साथ हवदालय क लकयो व उदशयो को परापर करन की हदिा म हवदालय को हनररर मागतदितन द इसक साथ िी हवदालय को एक लोकराहतक एव सामाहजक ससथा क रप म परहरहषठर कर

हवदालय परबिन सहम हर की आवशयकरा हनमनहलहिर कायणो िरष िोरी ि mdash

bull हवदालय म आिारभर सषहविाओ की समषहचर वयवसथा व रिरिाव क हलए

bull हवदालय क हवततीय हनयोजन की दिरि व हनयतण क हलए

bull हवदालय को समाज स जोडकर रिन क हलए bull हवदालय क हवकास की योजना बनान क हलए bull हवदालय की आवशयकराओ की माग सिी

मवदालय पबधन समममत की भममका एव कायष

हवकरम कष मार

4

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 25

पटल (सरकारीसथानीय हनकाय) पर परसरषर करन क हलए

bull हवदालय म हिकषा की गषणवतता सषहनहशचर करन क हलए

मवदालय पबधन समममत की सथापना व रपरखा हिकषा का अहिकार अहिहनयमmdash 2009 क िि 21 म हवदालय परबिन सहमहर का गठन हकया गया ि हजसम हवदालय सहमहर क सदसयो की सहमहर सषझाइत गइत ि हवदालय इसी आिार पर अपनी जरररो क अनषसार सदसयो को िाहमल करर ि

इस सहमहर का अधयकष हवदालय का परिानाचायत िोरा ि हवदालय म पढन वाल हवदाहथतयो क मारा-हपरा इस सहमहर क सदसय िोर ि एक चयहनर व मनोनीर परहरहनहि जो हिकषा क कषत म कायतरर वयहzwjतर िो वि भी इस सहमहर का सदसय िोरा ि सथानीय हवकास अहिकारी या परहरहनहि को भी सदसय क रप म िाहमल करर ि हवदालय क एक हिकषक को िाहमल हकया जारा ि जो सहमहर का सयोजक िोरा ि रीन ऐस सदसय िोर ि जो हवदालय म गहणर हवजान और सामाहजक हवजान क हिकषक िोर ि और इनि आमहतर सदसय किा जारा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201826

हवदालय यि धयान रिरा ि हक चषन गए कष ल सदसयो म 50 परहरिर महिलाए एव 75 परहरिर हवदालय म पढन वाल बचचो क अहभभावक अवशय िो

हवदालय परबिन सहमहर का कायतकाल अहिकरम दो वषत का िोरा ि दो वषणो का कायतकाल पणत िोन पर इस सहमहर का पषनगतठन हकया जारा ि सहमहर म उन अहभभावको को भी िाहमल हकया जारा ि हजनक बचच हविष आवशयकरा वाल िो आहथत क कमजोर वगत क अहभ भावको को भी सहमहर का सदसय बनाया जारा ि

मवदालय पबधन समममत क कायषहवहभ नन राजयो क हवदालय हनिषलक एव अहनवायत हि कषा को धयान म रिर िए अपन अनषसार अपन हवदालय परबिन सहमहर क कायत हनिातरण करर ि िोिाथथी दारा हदलली क कष छ (20 सरकारी हवदालय) हवदालयो का सवदकषण हकया गया और िर हवदालय स 5 हवदालय परबिन सहमहर क सदसयो का साकषातकार हकया गया हजसम यि पाया गया हक हदलली क सरकारी सकलो म हवदालय परबिन सहमहर क हनमनहलहि र कायत ि mdash

bull हवदालय म काम सषचार रप स िो इसम सियोग दना

bull अहभभावक व सरकषक क साथ हनयहमर रप स बठक करना और बचचो क बार म उपयषzwjतर सचना दना

bull हवदालय क वारावरण को परभावी बनाना हजसस अधयापक एव बचच हनयहमर रप स सिी समय पर हवदालय म उपहसथर िो सक

bull हवदालय म आस-पास क सभी बचचो का दाहिला और उनकी उपहसथहर सषहनहशच र करना

bull हिकषा अहिकार अहिहनयम क अरगतर बचचो क अहिकारो का हनरीकषण करना

bull हवदालय म हदए जान वाल मधयाहन भोजन एव पठन सामगरी की वयवसथा एव उसक सिी परयोग म सियोग करना

bull हकसी भी ररि का अनषदान जो अनय सोर स परापर हकया गया िो उसका सिी उपयोग करना

bull हिकषा का अहिकार अहिहनयम िि ndash 27 क अहरररzwjतर अधयापको पर अनय हकसी गर-िहकष क हज ममदाररयो का भार न िो उसका हनरीकषण एव उस सषहनहशचर करना

bull अनषसची म हदए गए मानको और मापदिो क अनषकरण का हनरीकषण करना

bull बचचो क अहिकारो क बार म आस-पास क लोगो को आसान व रचनातमक ररीक स बराना

bull इस बार का भी हनरीकषण करना हक हदवयाग बचचो को हवदालय म नामाकन और दाहिला सबिी सषहविा हमल और व अपनी परारहभक हिकषा परी कर सक

bull हवदालय हवकास योजना समय पर रयार करना और सषझाव दना

मवदालय पबधन समममत की बठकिोिाथथी दारा हदलली क कष छ हवदालयो क सवदकषण क दौरान यि पाया गया हक हदलली हि कषा हनदिालय न सकल परबिन सहमहरयो की िहzwjतर यो म वहधि क हनमनहलहि र हदिा हनददि हदए ि mdash

bull हवदालय परबिन सहमहर की बठक माि क परथम एव ररीय िहनवार को आयोहजर िोगी

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 27

यि भी किा गया ि हक हवदालय अपनी सषहविा अनषसार बठको क हदन म पररवरतन कर सकर ि

bull हवदालय परबिन सहमहर की बठक हवदालय समय स पिल या बाद म िोगी राहक हिकषक ककषा स अनषपहसथर न रि साथ िी वररषठ हिकषक को बठक क सयोजक का भार सौपा जारा ि

bull हवदालय परबिन सहमहर क सयोजक या अधयकष दारा टलीफोन माधयम स िी बठक िषर िोन क कम स कम 24 घट पवत अहिसहचर करना िोगा राहक सिी समय पर सदसय बठक म भाग ल सक

bull बठक क सचालन की हजममदारी अधयकष की ि यहद हकसी कारणवि अधयकष ऐसा करन म असफल रिर ि रो उपाधयकष भी बठक बषला सकर ि राहक सहमहर का कोई काम न रक

bull गर-अनषसहचर बठक का अनषरोि रभी हकया जा सकरा ि जब 13 सदसय हलहिर रप स अनषरोि दग और सपषट हवहनहदतषट कायतसची िो अधयकष को अनषरोि क 7 हदनो क अदर सहमहर को इस ररि की बठक बषलाना िोगी हजसस आपारकालीन पररहसथहरयो स हनपटना आसान िो सक

bull हजन हवदालयो म दो हिफट चलरी ि परतयक वकहलपक माि म उन हवदालयो म बठक सषबि एव िाम को हवदालय परबिन सहमहरयो की सयषzwjतर बठक िोगी राहक समनवय सषहनहशच र हकया जा सक और आपस म भवन स सबहि र हकसी भी ररि की कहठनाइयो को दर हकया जा सक

मवदालय म मवदालय पबधन समममत का दौरा मिका का अमधकार अमधमनयि mdash 2009 क अरगतर हवदालय परबिन सहमहर दारा हवदालय म िो रि कायणो की हनगरानी की हज ममदारी हवदालय परबिन सहम हर क सदसयो को दी गई ि

हवदालय परबिन सहम हर क सदसय हवदालयी समय क दौरान हवदालय का दौरा कर सकर ि पर इसस हवदालय क काम (ककषा पराथतना-सभा िल का मदान आहद) म हकसी भी परकार की बािा न िो साथ म अगर कोई सदसय हवदालय आरा ि रो उस हवदालय परबिन सहम हर रहजसटर म िसराकषर करन िोर ि हवदालय परमषि को अपनी उपहसथहर क बार म सहचर करना िोरा ि

छाताओ क हवदालय म हवदालय परबिन सहम हर की कवल महिला सदसय िी दौरा कर सकरी ि जबहक सि-हिकषा वाल हवदालय म महिला व पषरष दोनो म स कोई भी हवदालय का दौरा कर सकर ि

अमभलखो का मनरीकषण एव वयय की जाच हवदालय परबिन सहम हर क हकसी भी सदसय दारा हलहिर रप म अनषरोि करन पर हवदालय स सबहिर हकसी भी अहभलि क बार म पछा जा सकरा ि साथ िी यि हवदालय क परमषि की हज ममदाररया ि हक वि अहभ लि दिन क अनषरोि पत की परहरहलहप पर पावरी द रथा वि 3 हदन क अदर अहभलि (ररकॉित) उपलबि करवाए हि कषा अहि कार दारा जारी हकए गए इस कदम स सदसयो क बीच म उनकी भहमका और हज ममदाररया की जागरकरा को बढावा हदया

पराथमिक मिकषक जलराई 201828

जा सकरा ि साथ िी हवदालय स सबहि र अनय सभी समसयाओ का समय रिर समािान भी हकया जा सकरा ि

हवदालय परबिन सहम हर की बठक सहिर हवदालयो म हकए गए सभी वयय की ररपोटत हवदालय परबिन सहम हर की बठक म परसरषर की जानी चाहिए साथ िी हवदालय परबिन सहम हर बठक म हवदालय क भवन व उनक अनषरकषण म वयय क हबल परसरषर हकए जान चाहिए हवदालय परबिन सहमहर क सदसयो को यि अहिकार ि हक व वयहzwjतरगर रप स मरममर अनषरकषणो या िरीदी गई सपहतत की जाच कर सकर ि राहक कायणो एव हकय गए वयय म पारदहितरा बनी रि एव यि जाच िो सक हक वयय सिी जगि व अहनवायत कायणो क हलए िी िआ ि

मवदालय पबधन समममत दारा मशकषण म भागीदारीहवदालय परबिन सहम हर को सिzwjतर हकया गया ि हक व उन बचचो की पिचान कर जो अपनी उमर क अनषकल निी सीि पा रि ि

हवदालय परबिन सहम हर हवदालय म िहकष क रप स कमजोर बचचो की मदद क हलए हवदालय पररसर म हविष परहिकषण रथा उपचारी हिकषा कायतकरम का आयोजन कर सकर ि इसका पराविान आरटीई 2009 म हकया गया ि

मवदालय पबधन समममत क सदसयो को हzwjाना हवगर कष छ वषणो म बिर सार िहकषक अनषसिानो स यि बार हनकल कर आई ि हक सहमहर म कष छ एक

सदसयो की बठक म अनषपहसथहर हवदालय परबिन सहम हर क कायणो म बािाए िालरी ि हदलली सरकार न अपन हनददिो म सहमहर क उन सदसयो को िटान का भी पराविान रिा ि जो हवदालय परबिन सहमहर म अनषपहसथ र रिर ि

हवदालय परबिन सहम हर क कष ल सदसयो म स 50 परहरिर सदसयो की सिमहर स सहमहर क सदसयो को िटायाबदला जा सकरा ि साथ िी अगर हवदालय परबिन सहम हर का उपाधयकष लगारार रीन हवदालय परबिन सहम हर बठक म अनषपहसथर रिर ि रो हवदालय परबिन सहम हर क 23 सदसयो का परसराव पास कर उनि हवदालय परबिन सहम हर क उपाधयकष पद स िटाया जा सकरा ि

मवदालय पबधन समममत को और बहतर बनान क मलए सझाव िोिाथथी दारा यि पाया गया की हवदालय परबिन सहमहर का गठन हवदालय क हवकास क साथ-साथ सामाहजक परीकषण लोक भागीदारी एव लोक सिzwjतरीकरण क हलए परभावी कदम ि रथा इस भागीदारी को और सिzwjतर करन क हलए कष छ ठोस कदम और उठाए जा सकर ि जस mdash

bull सभी सदसयो को अपनी भहमका और हज ममदाररयो की परी जानकारी िो

bull घर म बचचो क हलए एक अचछा मािौल अचछा हवदालय बनाना अचछा ककषा ककष बनाना एव बचचो क हलए एक अचछा समषदाय बनाना िी हवदालय परबिन सहमहर का लकय िोना चाहिए

bull उन चीजो पर धयान दना जस mdash हवदालय म zwjतया ि जो बिर अचछी निी ि ऐसा zwjतया ि जो

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 29

हवदालय अचछा निी कर रिा या िम हकसम पररवरतन करन की आवशयकरा ि अथवा िम हकन अवसरो का लाभ उठा सकर ि िम अचछी ररि zwjतया कर सकर ि

bull आवशयकराओ की पराथहमकरा हनहशचर करना एव उदशय हनिातररर करना

bull कायत योजना का हनमातण करना हजसम कौन स काम कस कब और हकन-हकन ससािनो दारा पणत हकय जाए िाहमल िोन चाहिए

bull सदसयो की पणत भागीदारी रथा उनकी सिमहर परापर करना इसम सहमहर दारा बनाइत

गइत योजनाओ को लोगो स साझा करना एव लोगो को पररशम क हलए उतसाहिर करना िाहमल ि

bull हकसी भी कायत योजना को चरणबधि ररीक स परा करना एव कायत योजना का अनषवीकषण करना और जब आवशयक िो सषिारातमक कदम उठाना

bull कायत परगहर क बार म ररपोटत करना और असफलरा पान पर उतसव मनाना हजसस सदसयो म परोतसािन एव कायणो को परा करन का उतसाि बना रि

सदभषएसटईन-जवाईस 2001 सकल ल फमिलरी एड कमयमनरी पा यानरमिप मपपयररग एडलकसया एड इमपलमग सकल लस वसट वय परस

कॉलरािो कष मार हवकरम 2013 ए सडरी ऑफ सकल ल िनजि किरी कनसरीयड अडर आररीई अमध मनयि ndash 2009

जाहमया हमहललया इसलाहमया नयी हदललीमदललरी मनिलक ए अमनायया मिका अमधमनयि ndash 2009 कानन परपत स 520ndash533भारर सरकार मनिलक ए अमनायया मिका अमधमनयि ndash 2009 भारर सरकार नयी हदलली

एसरोमसए परोफसर िीईएसएम एनसीईआरटी नयी हदलली 110 016

मवजान-गीत सगीत की शमकत दारा मवजान का पभावी मशकषण

रहच वमात

हि कषक समाज की सवातहि क सवदनिील इकाइत ि हि कषक का कायत समाज म वषणो स सममानजनक रप स दिा जारा रिा ि एक हि कषक का कायत बिआयामी ि वि बचचो म छष पी िइत परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि िम सभी लोग यि भी मिसस कर रि ि हक समाज म स सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि इसहलए हि कषक हि कषा की गषणवतता कसौटी पर ि रथा इनक योगदान पर भी परशन हचहन लग रि ि उपरोzwjतर सदभत म हि कषको की जवाबदि की माग उठन लगी ि यहद िम हि कषको को उनक वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना ि रो हि कषा वयवसथा म ऐसा वारावरण बनाना िोगा जिा व सवय उततरदाहयतव लना पसद कर लहकन हि कषको की जवाबदिी सषदढ और सषहनहशच र करन स पिल उनक हलए एक वारावरण रयार हकया जाना चाहिए हजसका उललि इस लि म हकया गया ि यि लि हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया म हवजान गीरो क परयोग एव उनकी उपयोहगरा को परसरषर कररा ि अर यि सपषट कररा ि हक हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया को हवजान गीरो दारा कस रहचकर बोिगमय और सरस बनाया जा सकरा ि साथ िी यि लि यि भी दिातरा ि हक इन गीरो क माधयम स न हसफत वजाहनक रथयो क परहर समझ हवकहसर िोरी ि वरन मानवीय मलय एव अनय कषमराओ का भी हवकास िोरा ि जो बचच क सवाइगीण हवकास का आिार बनरी ि

हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया की जब भी बार चलरी ि रो एक मितवपणत हबदष सामन आरा ि और वि ि सहकरय भागीदारररा का चाि वि हकरयाकलाप क माधयम स िो हवचार-हवमित या हकसी परोजzwjतट पर कायत करर िए िो हवजान हि कषण का उदशय ि करक दिना और अनषभवो स सीिना य िबद िाका परसरषर करर ि एक आदित हवजान ककषा का

लहकन वसरषहसथहर इसस किी हवपरीर ि हवजान की ककषा मात अकषर जान की सीमाओ म बि कर रि जारी ि और वि भी बिद नीरसरापणत ढग स कारण अनक ि िर पकष की अपनी दलील एव अपनी समसयाए ि जस mdash सामगरी का अभाव समय का अभाव इतयाहद ि लहकन पररणाम एक िी ि और वो ि हवजान सीिन और समझन क परहर बचचो का रवया बोहझल िो जाना

5

विजञान-गीत mdash सगीत की शवzwjतत दञारञा विजञान कञा परभञािी वशकषण 31

हवजान हिकषण-अहिगम को रहचकर बोिगमय और सरस कस बनाया जाए इस पर काम िोरा रिा ि इनिी परयासो म एक कडी और जषडी जब हवजान गीरो का हनमातण हकया गया हवजान-गीर zwjतया ि यि परशन उठना सवाभाहवक ि

कया ह मवजान-गीतहवजान-गीर स रातपयत ि हवजान की हवषय-वसरष को कहवरा पदाि या िषन क साथ हकसी गीर क रप म परसरषर करना याहन हवषय-वसरष क नीरसरापणत परसरषरीकरण को जीवर रप दना यि हवजान की हवषय-वसरष और सगीर कला का समनवय ि कला का सवय का सवभाव वजाहनक ि हवजान और सगीर दोनो िी एक वयवहसथर अधययन ि रो दोनो क समनवय का परभाव भी वजाहनक िोना सवाभाहवक ि सगीर क परभाव क बार म किन हक आवशयकरा निी ि महसरषक और मन दोनो िी इसस अछर निी रिर ि सजानातमक हवकास क साथ भावनातमक कलातमक एव सजनातमक हवकास इसका पररणाम ि अररः यि बचच क मनोवजाहनक सरर को परभाहवर करन का माधयम ि

एक रथय यि भी ि हक हबना भाषा क गीर का अहसरतव निी िो सकरा सभवरः भाषा का हवकास भी इसक परहरफल क रप म परकट िोना सवाभाहवक ि जो हक हिकषा वयवसथा की मषि बाए िडी एक चषनौरी ि िोि क आकड बरार ि हक उचच पराथहमक सरर रक बचच की भाषा पर पकड कमजोर नजर आरी ि रो यि माना जा सकरा ि हक हवजान-गीर वो सािन ि जो हवजान भाषा और कला को सीचरा ि जिा

भाषा और कला का मल िो विा ससकहर भी अछरी निी रिरी याहन िमारी सासकहरक िरोिर को जीवर रिन म हवजान-गीर कारगर भहमका हनभा सकर ि

मवजान-गीत का औमचतय िकीकर म यहद दिा जाए रो हवदालयो म परयोगिाला एव अनय सषहविाओ का सरर कइत बार सरोषपरद निी िोरा ि इसी का नरीजा ि हक हवजान को पढन-पढान की कला बिद नीरस ररीक स हकराबो क अकषरो को बाचन एव उनको हसफत समरण कर लन रक सीहमर िो जारी ि इसका पररणाम िमस छष पा निी ि िोि इिारा करर ि हक बचचो म हवजान हवषय क परहर भय एव अरहच रिरी ि

अहिगम परहकरया की मल जररर ि हिकषण हवहियो म हवहविरा एव नवाचार िमार परयास रिर ि हिकषण हवहि क उन नवाचरो की ओर जो बचच को आनदमयी अनषभहर क साथ सीिन की परहकरया

कला हवजान

सगीर

हवजान सगीर

पराथमिक मिकषक जलराई 201832

स जोड सक और परररर कर सक हवजान गीर ऐसी िी अनषभहर का उदािरण ि

वहदक काल का समरण कर रो पाएग हक शवण हकरया म हिषय को गषर दारा समपरहषर जान का एकागररापवतक शवण करना िोरा था राहक अगल पद क हलए सवय को मानहसक रप स समथत बना सक गषर दारा हकए गए वाचन का सवरप सगीरमय िोरा था सभवरः यि हिषयो की एकागररा एव रहच बनाए रिन का परयास िोरा था

ककषायी अनभव उचच पराथहमक सरर पर बचच िारीररक मानहसक और मनोवजाहनक हवकास की मितवपणत हसथहर स गषजर रि िोर ि उनकी अपनी सोच अपनी इचछाए जगि लन लगरी ि साथ िी हसथहर िोरी ि असमजस की मन चािरा ि िलन-कदन गान-गषनगषनान कष छ मजदार करन को लहकन हकराबो स दोसरी मजबरी लगन लगरी ि साथ िी चारो ररफ स हमलन वाल हदिा हनददिो क बीच एक दबाव मिसस िोन लगरा ि ऐस म सगीर एक औषहि स कम पररीर निी िोरा वस भी सगीर को रनाव दर करन का सबस कारगर उपाय माना गया ि यहद ऐस म पढन-पढान क ररीको म सगीर को एक माधयम बना कर उपयोग हकया जाए रो zwjतया बचचो की अनचािी और हबन-बषलाई समसयाओ स लडा निी जा सकगा यि रो िम सभी जानर ि हक हवषय वसरष का परसरषरीकरण मायन रिरा ि

कष छ हवजान-गीरो क हनमातण क दारा इसी सोच को रप हदया गया अकसर दिा गया ि हक वजाहनक िबदावली याद रिना एक चषनौरी बन जारी ि ककषा

6 7 एव 8 क हवजान की चषहनदा हवषय-वसरष पर कष छ गीरो को रचा गया ि िबदो का चयन इस सरर क अनषरप िी रिा गया राहक सदि बोिगमय िो िषन का चयन भी इसी आिार पर हकया गया जो सरल और सषगम िोन क साथ बोिगमय भी िो राहक उनि कोई भी बचचा गा और गषनगषना सक और हवषय-वसरष को भावपवतक परसरषर कर सक zwjतयोहक मषखय उदशय हवषय-वसरष की समझ बनाना ि अरः गीरो को सदिो क साथ जोडा गया ि जो वाचन मनोरजक नाटक धवहन परभाव इतयाहद दारा परसरषर हकए गए हवजान क साथ मलय भी जषड ि इन गीरो को मानवीय मलयो स भी जोडन का भी परयास हकया गया ि

हिदी और अगरजी दोनो भाषाओ म गीरो का हनमातण हकया गया इन गीरो का मलयाकन भी हिकषको और बचचो क बीच म हकया गया सयोग स इन गीरो क गायक भी अहिकािरः हवजान क छात रि हजनक अनषभव किर ि हक ऐस गीरो का हनमातण सीिन की परहकरया म वसरषरः सिायक ि

महदी गीतधातरओ स पहचान यि गीर आिाररर ि िारषओ क भौहरक गषणिमणो पर इसक माधयम स बचच जान सक ग हक िारषओ की शणी म आन वाल पदाथणो म कष छ िास गषण िोर ि हजनस उनकी पिचान की जा सकरी ि इन गषणो क हलए हविष िबदावली भी ि य िबद उचचारण की दहषट स हzwjतलषट पररीर िोर ि जस आघारवितनीयरा एव रनयरा गीर की सरसरा क माधयम स इनक उचचारण को सरल बनान का परयास ि

विजञान-गीत mdash सगीत की शवzwjतत दञारञा विजञान कञा परभञािी वशकषण 33

गयी उनिोन गीर क माधयम स zwjतया सीिा कष छ परशनो क माधयम स इसका उततर ढढा गया उनि गाना zwjतयो पसद आया जानन की कोहिि की गई कौन स भाग उनि कम पसद आए और zwjतयो इस पर भी चचात िई गीर म आई वजाहनक िबदावहलयो पर चचात की गई इसी पररचचात स हिकषण हबदषओ को हनकालर िए हवजान क जान को जोडा गया एक अचछी बार यि थी हक इस परी परहकरया क दौरान बचचो की भरपर भागीदारररा और हजजासा दिन को हमली

गीतो का उपयोगगीरो का उपयोग भी अपन आप म चषनौरीपणत ि zwjतयोहक उदशय हवजान क परहर समझ का हवकास करना ि हजरनी सजनातमकरा गीरो क हनमातण म लगी ि उरनी िी गीरो क उपयोग म भी वाहछर ि िर गीर का परसरषरीकरण हवषय वसरष की जररर क अनषसार हनिातररर करना िोगा जस mdash परसरावना क रप म मािौल बनान क हलए कहठन िबदो क उचचारण क हलए हवषय वसरष क सरलीकरण क हलए इतयाहद

इसी क साथ जररी निी गीर एक िी बार म परा बजाया सषनाया जाय इस छोट-छोट टषकडो म बाट कर अलग-अलग गहरहवहियो क साथ भी सोचा जा सकरा ि जस कोई िल हिलार समय या कोई हकरयाकलाप करार समय भी गीर बजाया जा सकरा ि गीरो क साथ अनय गहरहवहिया जोडी जा सकरी ि जस mdash गीर पर मयहज कल चयर िल हिलाया जा सकरा ि कीडयास पर गीर को रोका जा सकरा ि और बीच म उस पर चचात की जा सकरी ि बचचो को गीर हलिन क हलए परोतसाहिर हकया जा सकरा ि हवदालय क वाहषतकोतसव म इन गीरो पर कायतकरम

धातओ स पहचान

अपन चारो ओर दिो हकरनी िारषएपिचान कर िम कस कौन सी ि िारषए

रग अनोि इनक दिो कस हदिरी ि िारषएकोई सलटी (हजक) रो कोई लाल (राबा) कोई

पीली ि िारषए (सोना)ठोस रिव या गस हकस अवसथा म ि िारषए

सच बराए रो जयादारर कठोर अवसथा म ि िारषएचमक स दिो कसी हनिरी ि य िारषए

िाहतवक चमक क कारण िी सरािी जारी ि िारषएरनयरा क गषण को समट ि िारषए

रभी रो रारो क जजाल को बना पारी ि िारषएआघारवितनीयरा ि पिचान हजनकी विी ि िारषए

चादरो म फली छटा ि इनकीऐसी िबसरर ि िारषए

राप व हवदषर स दोसरी भी जोड िए ि िारषएइन दोनो क परवाि को भी झलरी ि िारषए

और पिचान zwjतया कराए गषणो की िान ि य िारषएिमार जीवन को सषगम व सरल बनारी य िारषए

अपन चारो ओर दिो हकरनी िारषएपिचान कर िम कस कौन सी ि िारषए

इस गीर को ककषा म अनक गहरहवहियो क साथ परसरषर हकया गया सबस पिल बचचो को गीर सषनान क हलए मािौल बनाया गया उनि गीर क साथ राली बजान टबल पर राल दन और साथ गषनगषनान क हलए परररर हकया गया राहक व गीर क साथ जषड सक इस परकार गीर क बाद चचात परारभ िई हजसम सगीर हवजान मलयो पर उनकी राय मागी

पराथमिक मिकषक जलराई 201834

पररणादायी िोगा जो दि निी सकर लहकन गषनगषना सकर ि zwjतलीवलि मयहजयम ऑफ नचषरल हिसटी (Cleveland Museum of Natural History) न गीरो क हनमातण की इस हवहि का परभाविाली उपयोग उचच सरर क हवदाहथतयो क साथ हकया यि हवहि मलयाकन िरष भी उपयोग म लायी जा सकरी ि

गषनगषनाए गए िबद कभी न भलन वाल अनषभव बन जार ि और यिी हवजान गीरो क साथ सभव ि सकषप म कि रो इस अनषपरयोग स सभवरः उन समसयाओ का समािान िम ढढ सक ग जो वयाविाररक जान को हवजान स जोडरी ि पढाई जो बोझ मिसस िोन लगरी ि उस गीरो क माधयम स कणतहपरय बना कर एक पथ दो काज की किावर चररराथत कर सक ग अरोगतवा हवजान क परहर समझ हवकहसर िोन क साथ िी सवाइगीण हवकास क अवसर परदान कर सक ग

परसरषर हकए जा सकर ि आईसीटी का चलन हिकषा जगर म सरािनीय भहमका हनभा रिा ि इन गीरो का परसरषरीकरण चलहचतो क दारा परभाविाली रप म हकया जा सकरा ि

हवजान म परोजzwjतट हवहि सरािनीय ि रो zwjतयो न एक परोजzwjतट मिषर सवर लिररयो को हदया जाय बचच िषद हकसी हवषय को चषनकर उस पर गान क बोल और िषन बनाए सभवरः इस कायत क हलए हवषय का गिरा जान और समझ जररी ि हवषय वसरष स सबहिर जानकारी व सवय एकहतर कर बोल बनाएग रथा इसकी ररकॉहिइग भी िषद िी कर सकर ि यि एक नए कौिल क हवकास म भी सिायक िोगा इस परहकरया म हवषय क परहर समझ एव पयातवरण स उसका सबि समझ पान म उनि सिायरा हमलगी इस परकार का पररयोजना कायत ऐस हवदाहथतयो क हलए

सदभष एनसीईआरटी 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदललीmdashmdashmdash 2017 lsquoमजान गरीत िजररीrsquo उचच पराथहमक सरर Audio DVD एनसीईआरटी दारा हनहमतर नयी हदललीmdashmdashmdash 2017 lsquoसाइनस िलरोडरीजrsquo उचच पराथहमक सरर Audio DVD एनसीईआरटी दारा हनहमतर नयी हदलली

अधयामपका आईआईटी नसतरी सकल नयी हदलली 110 016

भाव मानहसक हसथहर को परभाहवर करन वाल िोर ि रथा िारीररक या मानहसक उततजना क समय सदा हकरयािील िोर ि जहवक या मनोवजाहनक पररको की ररि भाव वयविार को हकरयािील एव हनददहिर कर सकर ि भावातमक वयविार अहभवयहzwjतर और मानहसक परहरहकरयाओ का परसपर हमशण ि मनोभाव का िारीररक पकष हवहवि िारीररक गहरयो जस mdash हकनिी हविष गरहथयो क साव रzwjतर पररभरमण म रीवररा रीवर हदय सपदन आहद म परकट िोरा ि विी दसरी ओर मानहसक भाव करोि भय दषि और आनद म फहलर िोर ि इसहलए यि आवशयक ि हक इनि हनयहतर हकया जाना चाहिए हजसक हलए बचचो को भावातमक हसथररा हवकहसर करन क हलए हकरयाए करवानी चाहिए उनि भावातमक रप स अवशय पररपzwjतव िोना चाहिए भावातमक पररपzwjतवरा का रातपयत यि निी ि हक जीवन म भावनाओ और मनोभावो का अभाव िो भाव जीवन क पररक ि और जीवन को जीवन क योय बनार ि परसरषर लि म बचचो क भावातमक हवकास पर चचात की गयी ि

भाव िबद अगरजी क इिरोिन िबद का हिदी रपाररण ि इिरोिन िबद की उतपहतत लहटन भाषा क इिरोमयर स िई ि भावो स आिय महसरषक की उस अवसथा स ि जो वयहzwjतर को उततहजर कर दरी ि और रब उस पर भाव का परभाव पडरा ि और वयहzwjतर उततहजर िो जारा ि जब िम बचचो म भावातमक हव कास की बार करर ि रो पार ि हक बचच अनक हवहभनन भावातमक परहरहकरयाए वयzwjतर करर ि कई बार व उततहजर और उललाहसर िोर ि रो कभी दषिी

और उदास िोर ि और कभी हकसी कषण व करोि परदहितर करर ि भावातमक वयविार अहभवयहzwjतर और मानहसक परहरहकरयाओ का परसपर हमशण ि भावातमक अहभवयहzwjतर का मानहसक पकष हविषकर मानहसक भावो जस mdash करोि भय दषि और आनद म फहलर िोरा ि भावो का िारीररक पकष हवहवि िारीररक गहरयो जस mdash हवहिषट गरहथयो स साव रzwjतर पररभरमण की रीवररा रीवर हदय सपदन पसीना आना आहद म अहभवयzwjतर िोरा ि

भावातमक मवकास

पनम

6

पराथमिक मिकषक जलराई 201836

भावातमक मवकास का करम यहद िम सकल जान वाल हकसी बचच क भावो को समझना ि रो उसक आरहभक वषणो क भावातमक हवकास पर हवचार करना आवशयक ि कभी-कभी िम दिर ि हक नवजार हििष इस ररि वयविार करर ि जस व हिसक रप स उततहजर ि इस परकार क उतसािी वयविार का अथत उसक भावो की रीवररा स ि हजसका रातपयत यि ि हक आरहभक काल क अनषभव भी उरन िी रीवर िो सकर ि हजरन हक वहधि क बाद की अवसथा म

बचच हवकास क दौरान परचषर और हवहवि भावातमक अनषभव परापर करन म सकषम िोर ि जनम स 2 वषत रक की आयष म बचच को हवहवि अनषभव परापर िोर ि इसी समय वि अनक भावातमक अनषभवो स िोकर गषजररा ि जो जीवन क परहर उसक दहषटकोण को परभाहवर करर ि

मषखयर जनम क समय सामानय उततजनाए मषखय रप स उसकी भि और सषहविाओ स सबहिर िोरी ि लहकन 2ndash3 मिीनो क बाद बचचा उललास क साथ वयथा क हनहशचर सकर परकट करन लगरा ि और 6 मिीन रक हवहभनन परकार क परोतसािनो क अनावर िोन क साथ बचचा भावो की अनय घटनाओ जस mdash अपन कषट या असषहविाओ को परकट करन लगरा ि उसम भय हनरािा और करोि हवकहसर िो जार ि अपनी आवशयकराओ की सरषहषट स उस परसननरा हमलरी ि और जब रक वि एक वषत परा कररा ि उसकी यि परसननरा अपन आपको परम स हभनन कर लरी ि इस परकार स जस-जस बचचा बढरा ि वि अनय लोगो की

भावनाओ को पिचानन लगरा ि और उनक परहर सपषट रप स परहरहकरयाए वयzwjतर करन लगरा ि इस परकार स बचच अपनी कषमरा क अनषसार भावातमक भावो को वयzwjतर करन क हल ए हवकास सबिी बदलाव परकट करर ि

बाल भावो क लकषण bull भावो की िारीररक अहभवयहzwjतर िोरी ि व

करोि स आगबबला िो जार ि और भय स जड िो जार ि

bull परतयक काल म भाव परकट िोर ि जब बचच को कषषबि हकया जारा ि रो वि करोहिर िो जारा ि

bull भाव हवसरर िोर ि िर का भाव बचचो म सामानयर जागर िो िी जारा ि हजस समापर हकया जा सकरा ि

bull भाव का एक अनय लाकषहणक गषण उसकी सरररा ि लहकन बचचो क भाव अलपकालीन एव पररवरतनिील िोर ि भावो की पररवरतनिीलरा की परकहर एक भाव क अनय भाव म रीवर बदलाव म हनहिर रिरी ि उदािरण क हलए िसी स आसषओ म करोि स मषसकष रािट और ईषयात स परम म

bull बचचो क भाव रीवर िोर ि बचचो म भावो क सिसा परसफोटन की परवहतत िोरी ि उदािरण क हलए यहद कोई बचचा रोरा ि रो वि बिर जोर स रोरा ि और आसानी स सभलरा निी ि

bull भाव सजनातमक भी िोर ि रथा हवनािातमक भी

बचच िसर ि रोर ि भय करोि और परम भी परकट करर ि इन भावातमक अहभवयहzwjतरयो क माधयम स बचच अनय वयहzwjतरयो स अपनी बार किन म सकषम िोर ि साथ िी अपन वरतमान

भावातzwjमक ववकास 37

भावो आवशयकराओ और इचछाओ की सचना उन रक पिचा सकर ि मषसकष रािट हिकन और करोि क परसफोट अनक सामाहजक कायत करर ि यिी भावातमक अहभवयहzwjतर सामाहजक सबि बनान म सिायरा कररी ि भावातमक परदितन क दारा हििष और छोट बचच अपनी इचछाओ और आवशयकराओ को सपरहषर कर सकर ि हकसी वयहzwjतर क भावातमक हवकास का उसकी िषिी पर गिरा परभाव पडरा ि

मनोभाव सजनातमक िोर ि और हवनािातमक भी य वयहzwjतर को बचन या हचहरर करर ि रथा जीवन म उतसाि भी भरर ि हििष पालन क अभयास का उदशय ऐस वयहzwjतरयो को रयार करना ि जो ददत दषि और हनरािा का सामना कर सक zwjतयोहक जीवन म इनस बचा निी जा सकरा मनोभाव बचच को अानद का रसासवादन करन म सिायरा करर ि जो अपन जीवन काल म हज दगी स हमलरा ि

बालयकाल क सामानय मनोभावभय भय हकसी िररनाक हसथहर स सवरकषातमक पलायन ि मनोवजाहनको और जीव वजाहनको दोनो न िी भय का अचछी ररि स अधययन हकया ि उनक अनषसार भय क दो मौहलक सोर ि पिला रीवर धवहन की आकहसमकरा स भय जागर िो सकरा ि यि भी दिा गया ि हक अचानक राली बजान स भी हििष िर जार ि दसरा अचानक हगरन या सिार क िोन स भय उतपनन िो जारा ि बचच अिकार स भी िरर ि लहकन यि िर सीिा िआ िोरा ि इस परकार का

भय अनषकहलर भय किलारा ि मतयष या गभीर रोग या हनितनरा आहद क अहिकाि भय गलर परहिकषण क कारण कवल जीवनकाल म सीिर ि बिर बार यि भी दिा जारा ि हक अपनी बार मनवान क हलए मारा-हपरा िरावनी चीजो जस भर या अिकार क बार म बार करक अपन बचचो को िरार ि इस परकार क परहिकषण का बचचो पर अतयहिक नकारातमक परभाव पडरा ि

छोट बचचो म भय हवहिषट निी बहलक एक सामानय पररघटना ि यथासमय हकसी वसरष लोग या हसथहर क बार म यि अहिक हवहिषट बन जारा ि मलर उनका भय अिमनयवादी िोरा ि सकल-पवत क वषणो म बचचा सामाहजक अपयि और परहरषठा क नाि स िरन लगरा ि और अिकार का भय पराय अकल िोन क भय स जषडा िोरा ि यि िर अकला छोड हदए जान का या पररतयाग हकए जान का ि

ििवकाल और लगभग पिली ककषा क समय क बीच अहिकाि बचच पिषओ स िरर ि लहकन िीर-िीर अपन पयातवरण म पिषओ स पररचय िोन क बाद यि िर कम िो जारा ि

पम बचच क सामानय हवकास क हलए परम की मिरी आवशयकरा ि वि परम करना और परम पाना चािरा ि वि इस ससार म दसरो पर पणतर हनभतर िोकर आरा ि कष छ िद रक उसकी यि हनराशयरा उसकी िहzwjतर ि zwjतयोहक यि दसरो को उसकी रकषा और दिभाल क हलए परररर कररी ि बचच की दिभाल करन क इसी भाव क कारण मारा (पररवार क अनय सदसय भी बचच को हिलारी-हपलारी ि और उस लाड-दषलार दरी ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201838

मारा दारा उसकी यि दिभाल उसक परम को परभाहवर कररी ि परम की भावनाए परसपर िोरी ि मारा-हपरा को अपन बचचो क परम की आवशयकरा िोरी ि और बचचो को भी अपन मारा-हपरा का पयार चाहिए िोरा ि परम सषि की परहरहकरया ि बचच का वयहzwjतर या वसरष क परहर परम उसक साथ अपन सबि स परापर िोन वाल सषि की अनषभहर क कारण उतपनन िोरा ि

परम का भाव बचच क वयहzwjतरतव क हवकास म अतयर मितवपणत भहमका का हनवाति कररा ि हजस बचच क परम का मनोभाव पणतर सरषषट िोरा ि वि भायिाली िोरा ि और उसक वयहzwjतरतव का सवसथ ढग स हवकास िोरा ि लहकन दषभात यवि जो बचच परम स वहचर रि जार ि व मानहसक दषबतलरा क साथ कमजोर वयहzwjतर या अहवकहसर वयहzwjतर बनकर रि जार ि पररष यि भी उरना िी सतय ि हक मारा-हपरा का आवशयकरा स अहिक परम बचचो क जीवन म कई परकार की कहठनाइया उतपनन कररा ि एक सीमा स अहिक परम बचचो को पररवार पर अतयहिक हनभतर बना दरा ि इस परकार हकसी भी परकार क आतमहवशवास क अभाव म बचचा वासरहवक और सच का सामना निी कर सकरा इसक सा थ िी वि वयाविाररक जीवन क पररवि म अपन आपको ढाल पान म असमथत िो जारा ि मारा-हपरा को अपन बचचो को परम करन म सरषलन क परहर साविान रिना चाहिए

बचच क हलए सचच परम का अथत ि हक उसको सवीकार कर हलया गया ि हजस बचच को सवीकार कर हलया जारा ि वि सभी परकार क िर स मषzwjतर िो जारा ि वि चीजो क साथ परयोग करन का िोजन गलहरया करन और परहकरया म सीिन म सकोच का

अनषभव निी कररा वि हकसी िराररपणत कतय या अवजा क कतय म िरा िआ अनषभव निी कररा मारा-हपरा का बचच क परहर परम हजरना अहिक सचचा िोगा उरनी िी अहिक बचच म अनय लोगो को परम करन की परवहतत बढगी

करोध करोि को कषट और ितषरा क परबल भाव क रप म पररभाहषर हकया जारा ि करोि का परसफोटन हिसक िोरा ि जो या रो सवय क परहर या दसरो क परहर िोरा ि ििवकाल स िी बचचा करोि परकट करन म सकषम िोरा ि सामानयर बचचा जब भिा िोरा ि या कोई परिानी िोरी ि रब िी वि करोि परकट कररा ि जस-जस बचच की मानहसक और पररक योयराए पररपzwjतव िोरी जारी ि रो उसक करोि को परोतसाहिर करन क अवसर बढ जार ि जस जब कोई भी वयहzwjतर या बार जो उसकी गहरहवहियो म हवघन िालर ि या उसकी परहरषठा योजनाओ इचछाओ या हवचारो म िसरकषप करर ि जब बचचा दषबतल थका िआ या भिा िोरा ि रब उस िीघर करोि आ जारा ि मारा-हपरा या हिकषक दारा अतयहिक या अनावशयक हनयतण भी कभी-कभी बचच को करोहिर कर दरा ि

बचच क करोि की परवहतत अलपकाहलक िोरी ि एक करोहिर बचच को आसानी स िार हकया जा सकरा ि और उसको सामानय वयविार म पषन लाया जा सकरा ि करोि को पराय िी हवसथाहपर हकया जारा ि इसका अथत ि हक कभी-कभी करोि का कारण बडा िो सकरा ि और उस रषचछ कारण क सबि म अहभवयzwjतर हकया जा सकरा ि उदािरण क हलए बचचा मारा-हपरा क िाटन पर करोहिर िो

भावातzwjमक ववकास 39

सकरा ि लहकन कष छ समय रक िार बना रिरा ि और बाद म हकसी अनय गहरहवहि जस हिलौन फ कन क दारा अपना करोि परकट कररा ि िारीररक रप स हवकर बचचो या हजनको सीिन या समझन म कोई कहठनाई ि व थोड स भी उकसान पर करोहिर िो जार ि

िसरकषप क हवरधि बचच का हवरोि कभी-कभी नकारातमकरा का रप िारण कर सकरा ि सभी सामानय बचच मारा-हपरा की सलाि को अनसषना करक या वि जो उनको करन क हलए किा जारा ि उसक ठीक हवपरीर करक परहररोिातमक वयविार परदहितर करर ि करोि की अहभवयहzwjतर रोना या िलकी रानबाजी म िो सकरी ि जब बचचा बडा िो जारा ि रब वि अपन करोि को परकट करन क हलए कोसन गाली-गलोच करन या कष छ हवकट पररहसथहरयो म अपन-आपको चोट पिचा सकरा ि छोट बचच अपना करोि सामानयर बडो क साथ सियोग करन स मना करक अहभवयzwjतर करर ि कष छ अनय उन लोगो क परहर बदल या घणा की भावना हवकहसर कर लर ि जो उनको करोि न हदलार िो

करोि एक हवनािकारी मनोभाव ि यि महसरषक को अिार कर दरा ि और वयहzwjतर को अपनी पणत योयरा म कायत निी करन दरा इसकी हवनािकारी परवहतत स जीवन म सामजसय की कहठनाइया उतपनन िोरी ि लहकन इसक कष छ सकारातमक पकष भी ि यि ऊजात का िहzwjतरिाली सोर ि करोिी वयहzwjतर अपन परहर हकए गए सभी परकार क अनयाय का हवरोि करर ि व िोषण भरषटाचार और सामाहजक बषराइयो का परहरकार करर ि

रिरोध करो कस मनयमरित करकरोि आिारभर मनोभाव ि इसहलए इसकी उपहसथहर अवशयभावी ि लहकन हनहशचय रप स इस मनोभाव को पयातपर ढग स करन क ररीक ि mdash

bull बचचो को आतमहनयतण हवकहसर करन की हिकषा दी जानी चाहिए

bull करोि को परोतसाहिर करन वाल पररको को पयातवरण स समापर कर दना चाहिए

bull मारा-हपरा व हिकषको को बचचो क परहर सिानषभहरिील और समझदार िोन की आवशयकरा ि और उनि बचचो की आवशयकराओ को परा करन की हसथहर म िोना चाहिए

bull िल म भाविाहर की कषमरा िोरी ि इसहलए िल बचचो म करोि को हनयहतर करन म अतयहिक परभाविाली ि

bull बचचो को रनाव स और हनररर कायत स दर रिना चाहिए

bull छोट बचचो को आदि निी दना चाहिए bull बचच का आतमसममान बनाए रिन क हलए

उसकी परिसा कर

ईरयाया ईषयात एक सवतवयापी मनोभाव ि यि करोि की िी अपवहधि िोरी ि सामानयर यि हवशवास हकया जारा ि हक इस हविष मनोभाव को 2 वषत की आयष म भी अनषभव हकया जारा ि ईषयात रोष का दहषटकोण ि जो दसरो क परहर िोरा ि ईषयात को सामाहजक हसथहरया जनम दरी ि जस mdash जब मारा-हपरा हकसी अनय म अहिक रहच लर ि और उस पर अहिक धयान दर ि रो बचच को ईषयात िोरी ि ईषयात क कई कारण

पराथमिक मिकषक जलराई 201840

िो सकर ि उदािरण क हलए अचछ कपड परीकषा या िल म उपलहबिया उचच सामाहजक-आहथतक परहसथहर हिलौन हिकषक दारा ककषा म अहिक धयान दना दसरो म ईषयात पदा कर सकरी ि ईषयात उगर रप म अतयहिक हवनािकारी िोरी ि एव ईषयात बचचो को बालसषलभ वयविार की ओर ल जा सकरी ि व अवनहर क हचहन परकट कर सकर ि जस mdash अगठा चसना हबसरर पर पिाब करना आहद कभी-कभी उनम ईषयात दसर बचचो स झगडन हचढान िरान-िमकान म हदिाई पडरी ि या अवाछनीय हटपपहणया करन म परकट िोरी ि ईषयाया करो कस मनयमरित कर

bull घर एव हवदालय का वारावरण अनषकल और सिायक िोना चाहिए मारा-हपरा एव हिकषक का उन बचचो क परहर अतयहिक सिानषभहरपवतक दहषटकोण रिना चाहिए हजनि समजन की कहठनाई िोरी ि हजसस हक व कभी असषरहकषर या अपहकषर मिसस न कर

bull बचचो को अनषहचर परम या सनि निी दना चाहिए मारा-हपरा एव हिकषको को बचचो क परहर वयविार म और हिकषा म हनषपकष दहषटकोण हवकहसर करना चाहिए

bull बचचो को बिर आरभ स िी िार या असफलरा को गररमा क साथ सवीकार करन क हलए हिहकषर हकया जाना चाहिए असफलरा पर काब पान क हलए उनको नवीन ऊजात क सचयन क हलए उतसाहिर भी हकया जाना चाहिए

आकामकता आकरामकरा को सामानयर उस वयविार क रप म पररभाहषर हकया जारा ि हजसका परयोजन दसरो को िारीररक मानहसक या वयहzwjतरगर कषट पिचान या

सपहतत को नषट करना िोरा ि इसका उदशय मलर दसरो को कषट पिचाना ि मल रप स आकरामकरा दो परकार की िोरी ि एक ितषरापणत आकरामकरा िोरी ि जो दसर को चोट पिचान क एकमात उदशय स की जारी ि दसरी सिायक आकरामकरा िोरी ि हजसका उदशय पीहड रो को पीडा न िोकर लाभ परापर करना िोरा ि लहकन ितषरापणत और सिायक आकरामकराओ की परहरहकरयाए सषसपषट निी िोरी बचचो म आकरामक परहरहकरयाए िारीररक या िाहबदक िो सकरी ि या नरम या उगर िो सकरी ि बचच पराय करोि का हिसक परसफोट परिार करक काटकर लार जमा क घसा मार क िzwjतका मारकर या िीचरान करक परकट करर ि आकरामकरा सीिी िई परहरहकरया िो सकरी ि यि परकषण क दारा या नकल उरारकर सीिी जा सकरी ि बचच बिर िी कम आयष म अपनी माग मनवान क हलए आकरामकरा का वयविार सीि जार ि और सचचाई यि ि हक हजरनी अहिक बार यि परबहलर िोरा ि उरनी िी अहिक बार यि परदहितर हकया जा सकरा ि

भावातमक मवकास क मलए मवदालय और घर म कया-कया कर सकत ह

bull हिकषक और मारा-हपरा बचचो स बारचीर कर bull बचचो क हलए हिलौन बनाए व िल bull पयार का वयविार कर bull बािर घमन ल जाए व आस-पडोस की जानकारी द bull मारा-हपरा को समझाए हक बचचो को भरपर

पयार द bull हवदालय म ऐसा मािौल बनाए हक बचच दसर

बचचो स हिलहमल कर रि bull बचचो की कषमरा क अनषसार हकरयाए कराए

भावातzwjमक ववकास 41

bull हविष आवशयकरा वाल बचचो को भरपर पयार द रथा उनि उनकी जररर क अनषसार चीज उपलबि करवाए उनि आभास हदलाए हक व भी अपना कायत सवय कर सकर ि मारा-हपरा को समझाए हक व इन बचचो को सवीकार कर और उनि घर की गहरहवहियो म िाहमल कर

bull बचचो को वयसर रि bull उनि सवय करक सीिन क अवसर द bull बचचो क साथ सभी तयोिार िसी-िषिी मनाए bull बचचो को अपनी भावनाओ को वयzwjतर करन का

अवसर द उनकी बार धयान स सषन और बीच म टोका-टाकी न कर उनि िाट निी

बचचो म भावातमक हवकास िो इसक हलए हवदालय म सषहविाए िोनी चाहिए जस mdash हिहकषका बचच को हमटटी क िल किानी का अहभनय करना लय व राल पर नाचना गषहड या का िल जस कालपहनक िल मक अहभनय फल-पतती टिनी आहद स मनपसद आकहर बनाना चॉक स सलट या फित पर आकहर बनाना जसी गहरहवहिया करवा सकरी ि

सदभषवमात परीहर 1979 बाल मकास दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदलली िमात उषा 2017 पल या बालयासरा दखभाल मिका दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदललीmdashmdashmdash 2017 बाल मकास क आयाि दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदलली

नसयाररी अधयामपका आईआईटी नसतरी हवदालय नयी हदलली 110 016

बचच क मनोहवजान को समझर िए हि कषण अहि गम की वयवसथा करना रथा उसकी अहि गम सबिी कहठ नाइयो को दर करना बाल क हरि र हि कषण किलारा ि बाल क हरि र हि कषा क अरगतर बचच की रहच यो परवहतत यो रथा कषमराओ को धयान म रिर िए हि कषा परदान की जारी ि जब िम बचचो को बाल क हरि र हि कषा परदान करर ि रो हि कषण अहि गम रहचकर िो जारा ि इसी हवषय पर आिाररर ि परसरषर लि

हिकषा बचच की मल परवहततयो पररणाओ और सवगो पर आिाररर िोनी चाहिए राहक उनकी हिकषा को हदिा दी जा सक बचचो की िारीररक व मानहसक योयराओ का अधययन करक हफर उनकी हवकास म मदद करनी चाहिए जस यहद कोई बचचा मानहसक या िारीररक रप स कमजोर ि या आपराहिक गहरहवहियो स जषडा ि रो पिल उसकी उस कमी को दर हकया जाना चाहिए कष छ हिकषक मनोवजाहनक जान क अभाव म बचच मार-पीट कर ठीक करन की कोहिि करर ि पररष इस ररि का वयविार हसथहर को और िराब कर दरा ि

एनसरीएफ 2005 क अनषसार हिकषा का लकय बचचो क सकली जीवन को उसक घर आस-पडोस क जीवन स जोडना ि इसक हलए बचचो को सकल म अपन बाल अनषभवो क बार म बार करन का मौका दना चाहिए उस सषना जाना चाहिए राहक बचच को

लग हक हिकषक उसकी बार को सषन रिा ि िर बचच म अपनी कषमराए और कौिल िोर ि हजनि सकल म वयzwjतर करन का मौका दना चाहिए जस mdash सगीर कला नाटय हचतकला नतय एव परकहर क परहर अनषराग इतयाहद

पराचीन काल म हि कषा का जो सवरप था और वरतमान म हि कषा का जो सवरप िम दिर ि उन दोनो म बिर अरर ि जॉन ियवी क अनषसार हि कषा वयहzwjतर की उन सभी योयराओ का हवकास ि हजनक दारा वि अपन वारावरण पर हनयतण करन की कषमरा परापर कररा ि और अपनी सभावानाओ को पणत कररा ि िल-िल म बचचो की रहच यो परवहतत यो रथा कषमराओ को धयान म रिर िए हि कषा परदान करना और बचचो की अहि गम कषमरा को बढाना उनकी अहि गम सबिी कहठ नाइयो को दर करना बाल क हरि र हि कषण ि बाल क हरि र हि कषा म बचच

7

बाल क मरि त मश कषा तथा पगमतशील मश कषा

सषनना हमततल

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 43

क हलए हवषयवसरष सरल िो जारी ि रथा हि कषक बचचो को परिान मनार ि हजसकी वजि स हि कषा का मितव बढ जारा ि बाल क हरि र हि कषा म बचचो को वयाविाररक और सामाहजक हि कषा दी जारी ि हि कषा मनषषय क वयविार म पररवरतन लारी ि यि बचच क वयविार म ऐस पररवरतन लारी ि जो बालक क जीवन म उहचर िोर ि अगर िम पराचीनकाल की हि कषा परणाली की बार कर रो बचच क हदमाग म जान की सामगरी को ठस दना िी हि कषा िोरी थी लहकन वरतमान समय म बचच क सवाइगीण हवकास पर बल हदया जारा ि बचच क सवाइगीण हवकास म उसका िारीररक हवकास सामाहजक हवकास मानहसक हवकास सवगातमक हवकास आहद सभी पकष िाहमल िोर ि

आिषहनक हि कषा पधिहर बाल क हरि र ि आज यहद िम हनजी हवदालय की बार कर रो पार ि हक बचचो क अनषसार हि कषको को हनयषzwjतर हकया जारा ि अथातर जो अधयापक बचचो को उहचर पधिहरयो का परयोग करक हि कषण करार ि बचच उनि अधयापको को पसद करर ि इस वयवसथा म परतयक बचच की ओर अलग स धयान हदया जारा ि वयाविाररक मनोहवजान म वयहzwjतर यो की परसपर हवहभननराओ पर परकाि िाला जारा ि हजसस यि सकर हमला ि हक हि कषक िर एक हवदाथथी की हविषराओ पर धयान द व उनक हलए परबि कर

आज क अधयापक को कवल हि कषा व हि कषा पधिहर क बार म िी निी बहलक हवदाहथत यो क बार म भी जानना िोरा ि zwjतयोहक आिषहनक हि कषा हवषय परिान या अधयापक परिान न िोकर बाल परिान

अथवा बाल क हरि र ि यिा यि मितव का हवषय ि हक बालक क वयहzwjतर तव का किा रक हवकास िआ ि इसहलए िम हि कषा मनोहवजान का जान िोना अहरआवशयक िोरा ि हिकषा कषत हिकषक को यि बरारा ि हक बचचो को zwjतया पढना ि पररष समसया यि ि हक उनि पढाना कस ि इस समसया को सषलझान म बाल मनोहवजान हिकषक की सिायरा कररा ि बाल हवजान सीिन की परहकरया हवहियो मितवपणत कारको अचछी या बषरी दिाओ आहद रतवो स पररहचर करवारा ि इसक जान स बचचो को सीिन म सिायरा परापर िोरी ि

बाल क हरिर हिकषा म बचचो क परयोग एव अनषसिान की ओर आकहषतर करन क हलए मनोहवजान का सिारा हलया जारा ि नई-नई पररहसथहरयो म नई-नई समसयाओ को सषलझान क हलए हिकषक को अलग-अलग परयोग करन चाहिए उसस हनकलन वाल हनषकषणो का उपयोग करना चाहिए छातो को हकरयािील रिन क हलए छात क िाथ पर और महसरषक सब हकरयािील िोन चाहिए अथातर वि एक स अहिक जानहरियो का परयोग बचच क अहिगम को और अहिक परभावी बना दरा ि नहरक किाहनयो व नाटको आहद क दारा बचच अचछी ररि स सीिर ि मिापषरषो व वजाहनको क उदािरण उनक हलए सदा पररणादायी िोर ि छात की रहच उस कायत करन म पररणा दरी ि अर हिकषण बचच की रहच क अनषसार हदया जाना चाहिए अधयापक को बचच की योयरा अनषसार हवषयवसरष का चयन करना चाहिए परतयक बचच का बौहधिक सरर (Intelligence Quotient) अलग िोरा ि हि कषक

पराथमिक मिकषक जलराई 201844

को बचचो की हवहभननराओ को धयान म रिना चाहिए हिकषक को सभी छातो को समान समझना चाहिए सभी छातो स समान परशन पछन चाहिए और उनम कोई भदभाव निी िोना चाहिए

हि कषा एक ऐसा िहथ यार ि जो सभी क हलए आवशयक ि हि कषा वि ि जो मनषषय को जान परदान करन क साथ-साथ उसक हदय एव आतमा का हवकास कररी ि हि कषा क उदशयो को लकर

हिकषा और मनोहवजान

मशकषा और मनोमवजान क सबध

हिकषा

मानव वयविार का हवकास

सामाहजक परहकरया

मनोहवजान

मानव वयविार क कायणो का अधययन

मानव वयविार म सिोिन

हकसी भी कषत म अधयापको की सफल िोन क हलए बार मनहवजान का जान अवशय िोना चाहिए इसक अभाव म न रो बचचो की हविषराओ को िी समझा जा सकरा ि और न िी उनकी समसयाओ का समािान हकया जा सकगा बचच क सबि म हि कषक को बचचो क वयविार क मल आिार आवशयकराओ मानहसक सरर रहचयो योयराओ वि वयहzwjतरतव इतयाहद का वयापक जान अवशय िोना चाहिए हवदालय म हकसी भी ककषा का कायतकरम वयहzwjतरक हभ ननराओ पररणाओ मलयो व सीिन क हसधिारो क मनोहवजान क जान क आिार पर बनाया जाना चाहिए हि कषण क पशचार बचचो का मलयाकन व परीकषण भी अतयर आवशयक िोरा ि मलयाकन स यि परा लगाया जा सकरा ि हक हवदाथथी न हकरना अहि गम हकया ि

किा जारा ि हक हि कषा सामाहजक आहथत क और राजनीहरक पररवरतन क हलए सबस जररी िहथ यार ि हकसी भी राषट क हवकास म हि कषा एक बषहनयादी रतव ि हि कषा क माधयम स बढरी जनसखया गरीबी सापरदाहयकरा हलगभद जसी समसयाओ स हनपटा जा सकरा ि हि कषा का मितवपणत भाग िोरा ि lsquoपराथहमक हि कषाrsquo zwjतयोहक पराथहमक हि कषा िी आग की हि कषा क हलए एक मजबर आिार बन जारी ि सामानय रौर पर गषणवततापणत हि कषा का अथत ऐसी हि कषा स लगाया जारा ि जो बचच को रटन स दर ल जारी िो रथा कवल जानकारी आिाररर न िो बहलक अविारणाओ की समझ पर िो गषणवततापणत हि कषा का परचहलर िबदावली क अनषसार अथत ऐसी हि कषा ि जो lsquoहि कषक व पषसरक क हरि रrsquo क सथान पर lsquoबाल क हरि रrsquo हि कषा िो रथा

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 45

बचच क जान मलयो कौिलो और कषमराओ का हवकास कररी िो

सवरतरा पराहपर क बाद भारर सरकार क अनषचछद 45 क जररय 1951 म यि वायदा हकया था हक राजय इस सहविान क लाग िोन की रारीि स दस साल क भीरर 14 वषत की आयष क सभी बचचो क हलए हनिषलक और अहनवायत हि कषा का परयास करगा लहकन कानन क रप म इसको अमलीजामा पिनान म छि दिक स जयादा समय लग गया आहि रकार हवहभ नन कमीिनो और सहमहरयो की हसफाररिो क बाद यि कानन 2004 म भाररीय सहविान क 86 व सिोिन क रिर सामन आया और 1 अपरल 2010 को लाग हकया गया इसक बाद स हि कषा क अहि कार को मौहलक अहि कार बनाया गया और राजयो को हज ममदारी दी गइत हक परतयक बचच को पराथहमक हि कषा दना सषहनहशच र हकया जाए माचत 2013 रक दि क मिज आठ फीसदी सकलो म यि कानन पणत रप स लाग हकया जा सका ि

पगमतशील मश कषापरगहरिील हि कषा की अविारणा क अनषसार हि कषा का एकमात उदशय बचच की िहzwjतर यो का हवकास ि वयहzwjतर क हि कषा क अनषरप हि कषण अहि गम परहकरया म भी अरर रिकर इस उदशय को परा हकया जा सकरा ि परगहरिील हि कषा यि बरारी ि हक हि कषा बचच क हलए ि बचच हि कषा क हलए निी इसहलए हि कषा का उदशय ऐसा वारावरण रयार करना िोना चाहिए हजसम परतयक बचच क सामाहजक हवकास का पयातपर अवसर हमल परगहरिील हि कषा का उदशय जनरतीय मलयो का हवकास हकया जाना ि हि कषा

क दारा िम ऐस समाज का हनमातण करना चािर ि हजसम वयहzwjतर-वयहzwjतर म कोइत भद न िो सभी पणत सवरतरा और सियोग स काम कर परतयक मनषषय को अपनी सवाभाहवक परवहतत यो इचछाओ और आकाकषाओ क अनषसार हवकहसर िोन क अवसर हमल सभी को समान अहि कार हदए जाए ऐसा समाज रभी बन सकरा ि जब वयहzwjतर और समाज क हिर म कोइत मौहलक अरर न माना जाए हि कषा क दारा मनषषय म परसपर सियोग और सामजसय की भावना सथाह पर करना िोरा ि परगहरिील हि कषा म हि कषण अहि गम हवहि को अहि क वयाविाररक करन पर जोर हदया जारा ि इसम बचच क सवय करक सीिन की परहकरया पर जोर हदया जारा ि कवल हि कषण स िी हि कषक का कायत परा निी िोरा उस बचचो क जान और हवकास का मलयाकन और परीकषण करना िोरा ि मलयाकन करन स हवदाथथी की उननहर का परा चलरा ि और उसी अनषसार बचचो म सषिार हकए जार ि भाररीय हि कषा पधिहर म मलयाकन िबद परीकषा व रनाव स जषडा िआ ि मलयाकन क रनाव स हवदाथथी को दर रिन क हलए बाल क हरि र हि कषा परणाली म सरर एव वयापक मलयाकन पर जोर हदया जारा ि मलयाकन एक बार क कायतकरम क बजाय एक हनररर परहकरया ि हजस सपणत अधयापन अहि गम परहकरया म हनहमतर हकया गया ि हि कषा िासत का हि कषक क हलए हविष मितव िोरा ि zwjतयोहक एक अधयापक को हि कषा िासत िी यि बरलारा ि हक बचचो को zwjतया पढाया जाए

वस सबस बडी समसया यि िोरी ि हक हवदाहथत यो को कस पढाया जाए बाल मनोहवजान

पराथमिक मिकषक जलराई 201846

दारा िी अधयापक को उपयोगी हि कषण अहि गम हवहि आ सकरी ि उस परा चलरा ि हक हकस परकार क बचच को हकस हवहि स पढाया जाए बचचो को भयमषzwjतर रिन और उनि मानहसक रप स सवरप रिन की कवायद म हि कषक की भहमका मितवपणत ि हि कषक क आचरण म सखरी की जगि मतीपणत वयविार कड अनषिासन की जगि लचीली वयवसथा हपटाइत की जगि अपनतव बचचो को हचरा स उनमषzwjतर रिन स पररणाम यि िोगा हक समाज म हि कषक की आज की भहमका भी बदल जाएगी भहवषय म समषदाय और समाज हि कषक को बचचो क अहि कारो की सषरकषा और हनगरानी का मितवपणत हिससा मानन लगगा यि िर हि कषक क हलए गौरव की बार िोगी बचचो को सजा न दन और उनि भयभीर न करन को लकर हि कषको और हि कषण ससथानो म वरतमान म जो सिय ि वि भी िीर-िीर दर िोरा चला जाएगा दषहनया रजी स बदल रिी ि हि कषक को भी आ रि इस बदलाव क चलर अपनी हि कषण पधिहर म आवशयकानषसार सषिार करन िोग

परगहरिील हि कषा क योगदान म महसर षक एव बषहधि की अिम भहमका ि इनक माधयम स वि दहनक जीवन की समसयाओ को सषलझान का काम कररा ि जस-जस वि अपन दहनक जीवन म अपनी मानहसक िहzwjतर यो का परयोग कररा ि वस-वस वि मानहसक हवकास भी कररा ि महसर षक िी वि मषखय उपकरण ि जो समसयाओ को सषलझान म सिायक िोरा ि अर बालक क सबि म हि कषक को उसक वयविार क मल आिारो आवशयकराओ मानहसक सरर रहचयो योयराओ वयहzwjतर तव इतयाहद का हवसरर जान िोना

चाहिए हि कषा बचच की मल परवहरयो पररणाओ और सवगो पर आिाररर िोनी चाहिए परगहरिील हिकषा म हिकषक को भी मितवपणत सथान हदया गया ि इसक अनषसार हिकषक समाज का सवक ि उस हवदालय म ऐसा वारावरण बनाना पडरा ि हजसम पलकर बचच क सामाहजक वयहzwjतरतव का हवकास िो सक हवदालय म सवरतरा और समानरा क मलय को बनाए रिन क हलए हिकषक को कभी भी बचचो स बडा निी समझना चाहिए आजा और उपदिो क दारा अपन हव चारो और परवहततयो को बचचो पर लादन का परयास निी करना चाहिए

मनषकरष भारर म जो हि कषा पधिहर परचहलर ि उसक कइत पकषो म सषिार की आवशयकरा ि िमारी हि कषा वयवसथा पर एक विर जनसमि को हि हकष र करन का उततरदाहयतव ि सािन और ससािन बिर सीहमर ि पररहसथ हरया भी अनषकल निी ि हफर भी िम लकयो की पराहपर की ओर परयतनिील ि हफर भी िम दढ सकलप क साथ आग बढ रो इस हनरािाजनक हसथ हर स उभर सकर ि

सबक हलए हि कषा की सषहविा करवानी ि हक परतयक हि हकष र वयहzwjतर स यि अपकषा की जानी चाहिए हक वि इस लकय पराहपर म सियोग परदान कर इरीच न रीच न (Each one Teach one) का नारा इस हदिा म सफलरा हदला सकरा ि हि कषा म रकनीकी का उपयोग अतयहि क िो रिा ि हकरष इन रकनीको सािनो को हि कषक का हवकलप न मानकर सियोगी मानकर परयोग करन का लकय ि

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 47

सदभष वमात ररक कष मार 2013lsquoबाल क हरि र हिकषा एव परगहरिील हिकषाrsquo बाल मकास ए मि का िासरि अररिर पहबलकिन

हलहमटि नयी हदललीसरोिा सषिील 2012 lsquoचाइलि सटित एि परोगरहसव एजषकिनrsquoएजकिनल साइकरोलॉजरी सरोिा पहबलकिन रोहिणी

नयी हदललीmdashmdashmdash 2016 lsquoबाल क हरि र हिकषा एव परगहरिील हिकषाrsquo बाल मकास ए मि का िासरि सरोिा पहबलकिन रोहिणी

नयी हदलली

परोफसर परारहभक हिकषा हवभाग एनसीईआरटी नयी हदलली 110 016

पाथममक बाल मशकषा क लकय तथा मकरयाकलाप

परारहभ क बाल हि कषा आज क यषग म सामानय रप स न कवल बचचो क सपणत हवकास का अिम हनवि ि बहलक परारहभ क हि कषा को सावतजनीकरण रप म राषटीय लकय को परापर करन म भी मितवपणत योगदान परदान कररा ि परारहभ क बाल हि कषा सषहविाओ म गषणातमक हवसरार क हलए सरकारी और गर-सरकारी ससथाओ दारा समहनव र परयास हकया जा रि ि हजसस दि क करोडो बचचो को इसका लाभ हमल सक इस हवसरार क चलर काफी सखया म परहि हकष र लोगो की आवशयकरा ि इस आवशयकरा को परा करन क हलए सवारर हि कषक-परहि कषको को अलपकालीन परहि कषण भी हदया जा रिा ि जयादारार लोगो को यि जानकारी निी िोरी हक पवत पराथहमक सरर पर zwjतया कराया जाए या कसी गहरहवहि या या हकरयाए करायी जाए हजसस बचचो को आनददायक वारावरण हमल व पवत-पराथहमक सरर को पराथहमक सरर का डाउनडया एकसनिन मान कर बचचो को पढार ि और टीचर टहनग भी दर ि इसी बार को धयान म रिकर परसरषर लि म 3ndash4 एव 4ndash5 साल क बचचो क हलए आयोहजर की जान वाली हकरयाओ क उदशय एव हकरयाए साझा की गइत ि जो हि कषक परहि कषको एव हि कषको क हलए उपयोगी िो सकरी ि य हकरयाए एक लबोरटरी सकल म कायत अनषभव और उपहसथर गरनथो क आिार पर सषझाई गयी ि

पवत-पराथहमक हिकषा का उदशय बचचो का सवाइगीण हवकास करना ि पवत-पराथहमक हिकषा दारा बचचो का िारीररक हवकास िोरा ि और बचचो को पढन-हलिन एव गहणर की रयारी म मदद हमलरी ि यि बचचो को औपचाररक हिकषा क हलए रयार कररी ि इसक साथ िी बचचो म कई अनय सजनातमक कषमराओ को भी हवकहसर कररी ि रीन स छ वषत की आयष क बीच क बचच पवत पराथहमक िालाओ म

पवत पराथहमक हिकषा गरिण करर ि य िालाए बचचो

को पररणादायक िल वारावरण परदान करन क साथ िी

बचचो का बौहधिक भाषागर सामाहजक सवगातमक

रथा िारीररक हवकास करन म सिायक ि

पवष-पाथममक मशकषा क उदशयपवत-पराथहमक हिकषा का मषखय उदशय ि बचचो का

सवाइगीण हवकास करना अरः बचचो को अगरहलहिर

पदमा यादव

8

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 49

सबिो की उदशयो की पराहपर क हलए गहरहवहिया कराई जानी चाहिए mdash

bull सामाहजक एव सवगातमक हवकास bull िारीररक हवकास एव मासपहियो का हवकास bull भाषा हवकास bull सजानातमक हवकास bull सजनातमक एव सौदयतबोि का हवकास

3ndash4 आयष वगत और 4ndash5 आयष वगत क बचचो क हलए सामानयरः एक जसी गहरहवहिया िोरी ि बस 4 ndash5 आयष वगत की गहरहवहियो का सरर 3ndash 4 आयष वगत की गहरहवहियो की अपकषा थोडा अहिक िोरा ि लि म इनिी दोनो आयष वगत क हलए गहरहवहिया सषझाई गयी ि

3 ndash 4 आय वगष क मलए गमतमवमध लकय सामाविक एि सिगातमक विकास बचचो क सामाहजक एव सवगातमक हवकास क अरगतर अनक बार िहमल ि जो अतयर मितवपणत ि उदािरण क हलए सषरकषा एव भरोस की भावना का हवकास करना परारहभक बाल हिकषा क रि क वारावरण रथा हदनचयात स पररचय कराना अचछी आदरो का हनमातण करना जस mdash िौचालय का उहचर परयोग िाथ िोना वयहzwjतरगर सवचछरा भोजन की उहचर आदर हिहकषका कायतकरात का अहभवादन करना अपनी बारी की पररीकषा करना दसर बचचो क साथ िलना सीिना इतयाहद अपन वयविार को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना अपन बार म अचछी भावना हवकहसर करना सामहिक हकरयाओ क परहर रहच का हवकास करना सामाहजक रप स सवीकर ररीको क अनषसार अपन

वयविारो रथा सवगो को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना आहद

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकासबचचो क िारीररक एव मासपहियो क हवकास क हलए यि जररी ि हक िम बचचो को साथ म काम करन क अनक अवसर उपलबि कराए साथ िी हिकषक को कष छ और बारो का धयान रिना िोगा उदािरण क हलए उहचर वहधि और हवकास पर नजर बनाय रिना सथल मासपहियो और सकम मासपहियो म सरषलन बनान म मदद करना छोटी मासपहियो को हवकहसर करन क अवसर परदान करना आि-िाथ म रालमल िाथ-मषि म रालमल इतयाहद

भाषा विकासभाषा मनषषय क भावो और हवचारो को वयzwjतर करन का एक माधयम ि भाषा सीिन का सवाभाहवक और मनोवजाहनक करम िोरा ि mdash सषनना बोलना पढना हलिना बचच म भाषा सीिन की सवाभाहवक परव हतत िोरी ि भाषा का हवकास मलर जीवन की परारहभक अवसथा स िी आरभ िो जारा ि जो मलर अनषकरण एव अभयास दारा अहजतर की जारी ि भाषा हवकास क लकय ि mdash सषनन क कौिल का हवकास करना हजसम िाहमल ि धवहन हवभदीकरण सषनन का हवसरार सषनकर समझना मौहिक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िबद भिार का हवकास अहभवयहzwjतर म सपषटरा एव परवाि पणत वाzwjतयो का परयोग आवशयकराओ एव हवचारो का सपरषण इतयाहद

सजानातमक विकास वसरषओ का हमलान करक रथा पिचान करक उनक अरर को पिचानन की कषमरा का हवकास करना

पराथमिक मिकषक जलराई 201850

जस mdash एक समय म हदिायी गयी 3 ndash 4 वसरषओ का हनरीकषण करक रषरर पषन समरण करन की कषमरा का हवकास हकसी पररहचर वसरष का हचत दिकर उसक गायब भाग की पिचान करन की कषमरा का हवकास करना हकसी एक आयाम या समबोि क आिार पर जस आकार या रग वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास करना रीन-चार वसरषओ स बन नमन को हफर स बनान की कषमरा का हवकास करना सरल सरर पर सपणत रथा उसक भागो क सिसबि को समझन की कषमरा का हवकास करना सरल समसयाओ को सषलझान क हलए सिी ढग स सोचन की कषमरा का हवकास करना लाल नीला पीला िरा सफद और काला रग पिचानन नाम बरान रथा हमलान करन की कषमरा का हवकास हनमनहलहिर को पिचानन रथा हमलान करन की कषमरा पर हवकास mdash गोल चौकोर हरकोन गोला बनान की कषमरा का हवकास छोडा-बडा लबा-छोटा भारी िलका लबा-नाटा मोटा घना परला चौडा-सकरा दर-नजदीक को पिचानन नाम बरान रथा हमलान करन की कषमरा का हवकास करना हसथहरयो को पिचानन की कषमरा का हवकास करना जस mdash अदर-बािर ऊपर-नीच आग-पीछ दहनक हकरयाओ क सदभत म हनमनहलहिर समबोिो की चरना का हवकास करना जस mdash हदन-रार दोपिर-सधया घटो का जान ठिा और गरम म भद करन पिचानन और जानन की कषमरा का हवकास इतयाहद कष छ परसराहवर समबोि परोजzwjतट जसmdash सवय पररवार पालर रथा जगली जानवर घर मौसमी सहबजया रथा फल पौि सषरकषा सबिी आदर पवत तयौिार िवा पानी इतयाहद

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास बचचो म सजनातमकरा एव सौदयतबोि का हवकास करन क हलए कष छ बारो पर धयान दना जररी ि जस mdash कला क माधयम स सजनातमक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िारीररक अगो का कलातमक ढग स सचालन करना पयातवरण म उपलबि रगो रथा सौदयत क परहर सवदनिीलरा का हवकास करना इतयाहद

4ndash5 आय वगष हत गमतमवमध लकय सामाविक ndash सिगातमक विकास सामाहजक-सवगातमक हवकास बचचो क वयहzwjतर तव का एक मितवपणत अायाम ि इसम अनक बार िहमल ि जस mdash परारहभक बाल कायतकरात हिहकषका (यहद नई िो) रथा ककषा क अनय बचचो स पररचय िोना अचछी आदरो का हनमातण करना जसmdash वयहzwjतरगर रथा पयातवरणीय सवचछरा परारहभक बाल हिहकषकाकायतकरात का अहभवादन अपनी बारी की पररीकषा करना हकसी वसरष को हमल बाटकर उपयोग एव सियोग करना हनयहमर उपहसथहर अपन बार म अचछी भावना का हवकास करना सामहिक हकरयाओ क परहर रहच का हवकास करना सामाहजक रप स सवीकर ररीको को अपन वयविारो रथा सवगो को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना हनणतय लन की योयरा का हवकास करना इतयाहद

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकासबचचो म उहचर वहधि बनाय रिन क हलए हनयहमर जाच सथल मासपहियो म सरषलन सकम मासपहियो म सरषलन बचचो की छोटी मासपहियो का हवकास आि-िाथ म रालमल िाथ-मषि म रालमल इतयाहद पर धयान हदया जाना चाहिए

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 51

भाषा विकासभाषा हवकास म िहमल ि mdash सषनन क कौिल का हवकास करना mdash धवहन हवभदीकरण सषनन का हवसरार सषनकर समझना आलोचनातमक दहषटकोण क साथ सषनना मौहिक अहभवयहzwjतर का हवकास करनाmdash िबद भिार का हवकास अहभवयहzwjतर म सपषटरा और परवाि करमबधि ढग स बार करना सजनातमक अहभवयहzwjतर पढन की रयारी करवाना दिी गयी वसरषओ का हवभदीकरण सषनी गयी धवहनयो का हवभदीकरण (िबदो की परथम एव अहरम धवहन) दशय धवहन सि सबि बाए स दाए का हदिाबोि हलिन की रयारी करना इतयाहद

सजानातमक विकास पाचो इहनरियो का परयोग करक वसरषओ का नाम बराना रथा 3 सररो पर करमीकरण करन की कषमरा का हवकास करना जसmdash मीठा उसस मीठा सबस मीठा बडा उसस बडा सबस बडा आहद एक समय म हदिायी गई 6ndash7 वसरषओ का हनरीकषण करन रथा रषरर पषन समरण करन की कषमरा का हवकास हकसी पररहचर वसरष क अहिक सकम या गायब भाग की पिचान करन की कषमरा का हवकास दो समबोिो या आयामो क आिार पर जस रग एव आकार वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास वसरषओ हचतो किाहनयो रथा घटनाओ को पषन परसरषर करन रथा उसी रकत स करम म बढान का हवकास सपणत रथा भाग क सि सबि को अपकषाकर कष छ जहटल सरर पर समझन की कषमरा का हवकास अपकषाकर कष छ जहटल समसयाओ को सषलझान क हलए सिी ढग स सोचन की कषमरा का हवकास

लाल पीला नीला काला सफद क साथ अनय रगो जस भरा नारगी बगनी की पिचान और नाम बराना रीन सररो पर परमषि रगो का करमीकरण करन की कषमरा का हवकास (यि समझन की कषमरा हक रगो को हमलान स नय रग रयार िो जार ि) हनमनहलहिर आकारो क नाम बरान की कषमरा रथा पयातवरण म उपलबि उनिी आकार की वसरषओ स हमलान-हमलाना mdash गोल चौकोर हरकोन अनय आकारो जस mdash रारा छडी आयर मिराब (आिा गोला) आहद को पिचानन की कषमरा हवकहसर करना

अक सबिी समबोिो का रीन सररो रक करमीकरण करन की कषमरा का हवकास करना हनमनहलहिर की कषमरा का हवकास mdash एक स एक का सबि पाच रक की सखया का सबोि पाच रक क अको की पिचान पाच रक क अको को हगनना रथा उनि करम म रिना हनमनहलहिर हसथहरयो की पिचान रथा उनक हलए उपयषzwjतर िबदो का परयोग जसmdash सबस ऊपर-सबस नीच अदर-बािर पिल-बाद म ऊपर-नीच अगला-हपछला यिा-विा हकनार-बीच म बगल म-पीछ-सामन हनमनहलहिर समबोिो की चरना का हवकास mdash समय स समय स पिल दर स हदनचयात क सदभत म पिल-बाद म घडी स समय का मापन सपराि क हदन रापमान की रषलनातमक हसथहरयो जस गमत उसस गमत सबस गमत को पिचानन हवभदीकरण करन रथा जानन की कषमरा का हवकास कष छ और समबोि परोजzwjतट जस mdash बरसार मौसम कीड-मकोड समाज क मददगार ससार यारायार इतयाहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201852

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास कला क माधयम स सजनातमक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िारीररक अगो का कलातमक ढग स सचालन सजनातमक हचरन का हवकास करना पयातवरण म उपलबि सौदयत एव रगो क परहर सवदनिीलरा का हवकास करना

3ndash4 एव 4ndash5 आय वगष क बचचो क मलए खल मकरयाए ऊपर हदय गए लकयो की पराहपर क हलए हिकषक एव हिकषक परहिकषको दारा हनमन हकरयाए गहरहवहिया कराइत जा सकरी ि

सामाविक ndash सिगातमक विकास हिकषक बचचो को िल क माधयम स सवगो पर हनयतण करना हसिा सकर ि सामाहजकndashसवगातमक हवकास म सिायक गहरहवहिया िmdash अनौपचाररक वारातलाप गीर रथा कहवराए अहभनय करना कठपषरली का िल सवरत एव हनददहिर िल सामहिक हकरयाए एव िल भोजननाशर क समय की हकरयाए तयोिार एव जनमहदन मनाना आतमहनभतररा क भाव को जगान वाली हकरयाए अथातर हकसी हकरया म नरतव करना बचचो को दाहयतव बाटना आहद वारातलाप हवकलाग बचचो का समि म िाहमल करना परकहर म हवचरण बागवानी-पलर जानवरो की दिभाल करना

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकास बचचो म िारीररक हवकास एव मासपहियो क हवकास क हलए सिायक गहरहवहिया ि mdash लबाई और वजन की माहसक जाच परक पोषण दना समय-समय पर िोन वाली माहसक जाच बचचो

और समाज को सवासथय एव पोषण सबिी जानकारी दना सवरत एव हनददहिर िल दौडन उछलन कदन चढन फ कन सरषलन रिन लषढकन आहद वाली हकरयाए हचतकला एव रजनकला फाडना काटना हचपकाना िागा िालना हसलाई करना बाल और पानी क िल हमटटी का काम हजन वसरषओ को इचछानषसार रोडा-मरोडा जा सक उनक साथ मनचाि ढग स िल उगहलयो को नचार िए गीर गाना िाथ और चममच स भाजन करना इतयाहद

भाषा विकास भाषा हवकास क हलए बचचो क साथ सवरत एव हनददहिर वारातलाप कर सषनन एव िबदो क िल िल जस mdash रषकानर िबदो क िल लययषzwjतर छद और गीर धवहनयो की पिचान आहद अनय गहरहवहिया जस mdash पिहलया अहभनय किानी सषनाना और बनाना कठपषरली का िल दशय हवभदीकरण सबिी िल एव हकरयाए िबदो की धवहनयो का हवभदीकरण रथा िबद-हनमातण क िल सहचत पषसरको को सिी ढग स पकडना हचत एव िबद का हमलान सकम मासपहियो की समसर हकरयाए िीची गई आकहर म रग भरना हबदषओ को जोडना आकहरयो की बनावट की नकल करना (पहसल रथा कयॉन स) इतयाहद भाषा हवकास म बिर सिायक ि

सजानातमक विकास मल सजानातमक कौिलो और परहकरयाओ क हवकास िरष गहरहवहिया करवाए जस mdash इहरियो का हवकास ndash दिन की इहरियसषनन की इहरियसपित स अनषभव करन की इहरिय सघन की इहरिय सवाद की इहरिय समहर एव हनरीकषण कषमरा का हवकास

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 53

वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास करहमक हचरन का हवकास समसया समािान रथा हववक का हवकास

परमषि सबोिो का हवकास जस mdash रग क सबोि का हनमातण आकारो क सबोि का हनमातण अक पवत सबोि का हनमातण अक सबोिो का हनमातण सथान क सबोि का हनमातण समय क सबोि का हवकास रापमान क सबोि का हवकास हनमनहलहिर क सबि म पयातवरणीय रापमान क सबोि का हवकास पराकहरक पयातवरण भौहरक पयातवरण सामाहजक पयातवरण परोजzwjतट थीम क रप म चचात की जा सकरी ि

दहषट सबिी रथा धवहन हवभदीकरण सबिी िल हकरयाए पयातवरण म उपलबि हवहभनन बनावट की वसरषओ को छकर रथा पिचानन वाल कािणो क साथ हकरयाए हवहभनन सवाद वाली वसरषओ क साथ हकरयाए समहर िल lsquozwjतया गायब िrsquo हनरीकषण रथा हनरीहकषर वसरष क पषन समरण पर आिाररर हकरयाए वसरषओ हचत कािणो का परयोग करक वगथीकरण हकरयाए वगथीकरण क िल हदया गया नमना हफर स बनाना किाहनयो और घटनाओ का सिी करम म पषन समरण करहमक हचरन पर आिाररर िल पिली एव भल भषलया का िल हनकालना समसयाओ को सषलझान स सबहिर हकरयाकलाप जस दो या उसस अहिक वसरषओ क सिसबि पर

आिाररर काित सरल परशनो क उततर दना वारातलाप गीर और रषकबहदया अहभनय वसरषओ कपडो पर हकरयाकलाप हनददहिर िल रचनातमक हकरयाए परकहर म भरमण रगो क सबि क हलए वहणतर हकरयाए वारातलाप एव किाहनया पानी क िल बाल क िल करमीकरण काित गषटको क िल हनददहिर िल एव करीडा अहभनय अहभनय पर आिाररर िल जस दषकान-दषकान वसरषओ क साथ और बाद म सखया काितस क साथ हनददहिर िल अको क गीर अको क िल अको की पिली समय सबोि क काितस दफरी आहद पर बनायी गयी घहड या दहनक हकरयाओ का करम स पषनसमरण करन सबहिर हकरयाए सरल परयोग जस mdash बनाय गय थमातमीटर वारातलाप पिल वहणतर हवहभनन हकरयाओ का परोजzwjतट क हवषयो स एकीकरण ककषा म परदितन भरमण एव परकहर दितन तयोिारो को मनाना रथा उनस सबहिर वसरषए रयार करना िवा पानी रथा पौि उगान स सबहिर सरल परयोग बाल रथा पानी क िल इतयाहद

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास कष छ हकरयाकलाप जस mdash सजनातमक हचतकला लयातमक गहरिीलरा रथा नाटक आहद जसी हकरयाए mdash बिउततरीय परशन lsquoआओ बनrsquo वाल िल गीर एव किाहनया बनाना परकहर क भरमण ककषा परदितन आहद

सदभषएनसीईआरटी 2000 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2000 एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2006 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली कौल हवनीरा 1996 पारमभक बाल मिका काययारिि पवत पराथहमक एव परारहभक हिकषा हवभाग एनसीईआरटी नयी हदलली

पराथमिक मिकषक जलराई 201854

गषपर मजीर सन 2013 पारमभक बालयासराmdash दख-भाल और मिका पीएचआई लहनइग पराइवट हलहमटि हदलली भारर सरकार 1986 राषzwjटरीय मिका नरीमत 1986 मानव ससािन हवकास मतालय नयी हदलली mdashmdashmdash 2011 मनःिलक और अमनायया बाल मिका का अमधकार अमधमनयि ndash 2009 मानव ससािन हवकास मतालय

नयी हदललीमहिला एव बाल हवकास मतालय 2013 राषzwjटरीय पारमभक बालयासरा दखरख और मिका (ईसरीसरीई) नरीमत 2013

नयी हदललीमषरलीिरन राजलकमी और िोहबरा असथाना 1991 मििओ क मलए परक गमतममधया हवदालय पवत एव परारहभक हिकषा

हवदालय एनसीईआरटी नयी हदललीयादव पदमा 2015 एजमपलर गाइडलाइस फॉर इमलि िन ऑफ अलथी चाइलडहड कयर एड एजकिन (ईसरीसरीई)

कररीकलि एनसीईआरटी नयी हदलली

ररषठ पकता िाइट घषममनिडा एससीईआरटी नयी हदलली

भारर सरकार परहरवषत हिकषा पर काफी वयय कररी ि काफी नय हवदालय िषल रि ि और हवदालयो म बचचो क नामाकन म वहधि िो रिी ि इसक साथ िी हिकषक परहिकषण पर भी बल हदया जा रिा ि पररष हफर भी हिकषा की गषणवतता म कोई िास सषिार निी िो रिा ि यि एक हवचारणीय परशन ि और इस अनदिा निी हकया जा सकरा ि हिकषा की गषणवतता को गभीररा स लर िए यनसको की जीईएम की ररपोटत न भी वषत 2017ndash18 का िीषतक हिकषा म जवाबदिी रिा था िमारी हिकषा परणाली की यि हज ममदारी िोनी चाहिए हक वि परतयक चरण म हिकषा परणाली स जषड लोगो की जवाबदिी सषहनहशचर कर

हिकषक समाज की सवातहिक सवदनिील इकाई ि और किा जारा ि हक हिकषण वयवसाय समाज क सभी वयवसायो की जननी ि हवहभनन वरन आयोगो न परतयक बार हिकषक क कायणो क हलए वरनमान को उननर बनाय रिन की हसफाररि की ि राहक हिकषक पणत मनोयोग स अपन हिकषण कायत को समहपतर िो सक और अपनी जवाबदिी सषहनहशचर कर हपछल रीन दिको म गहठर िई सभी सहमहरयो और आयोगो न अपना यि सषझाव हदया ि हक हिकषा की गषणवतता म सषिार क हलए यि आवशयक ि हक हनयहमर रप स हिकषक क कायणो का मलयाकन हकया जाए और उसकी जवाबदिी सषहनहशचर की जाए

मशकषक की जवाबदही स मशकषा वयवसथा की गणवता म सधार

एम एम रॉय

9

हिकषक समाज की सवातहिक सवदनिील इकाई ि िमार दि म हिकषक का बिर सममान हकया जारा ि हिकषक बचचो म छष पी िई परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि यि मिसस हकया जा रिा ि हक समाज म सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि हिकषक की गषणवतता पर भी परशन हचहन लग रि ि हिकषको की जवाबदिी की माग उठन लगी ि यहद िम हिकषको को अपन वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना चािर ि रो हिकषा वयवसथा म ऐसा वारावरण बनाना िोगा जिा व उततरदाहयतव सवय लना पसद कर लहकन हिकषको की जवाबदिी सषदढ और सषहनहशचर करन स पिल उनक हलए एक वारावरण रयार हकया जाना चाहिए हजसका उललि इस लि म हकया गया ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201856

एक हिकषक का कायत समाज म वषणो स सममानजनक रप स दिा जारा रिा ि हिकषको क हलए ईमानदार जानी आहद जस हविषणो का भी परयोग हकया जारा ि एक हिकषक का कायत बिआयामी ि वि अपन बचचो म छष पी िई परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि एक हिकषक बचचो क हलए मागतदितक दाितहनक और हमत िोन क साथ समाज और राषट हनमातरा भी ि िम सभी लोग यि भी मिसस कर रि ि हक समाज म स सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि और zwjतयोहक हिकषा सामाहजक परणाली का अहभनन अग ि हिकषा क सरर क दारा यि भली भाहर जाना जा सकरा ि हक समाज म जीवन क मलयो का zwjतया सरर ि

किन का रातपयत यि ि हक हिकषा का सरर एक सचक क रप म यि हदिारा ि हक समाज म जीवन की गषणवतता zwjतया ि हिकषक हिकषा की एक िषरी ि इसीहलए हिकषक-हिकषा की गषणवतता कसौटी पर ि रथा हिकषक-हिकषको क योगदान पर भी परशनहचहन लग रि ि हिकषक क पास बिआयामी कायत िोर ि हजसम वि बचचो हवदालय बचचो क मारा-हपरा समाज रथा राषट की सवा करर ि जब व कोई ऐसा उततरदाहयतव सभालर ि रो उनकी जवाबदिी रय िोनी चाहिए zwjतयोहक इसम उनको अपन कायत क सबि म दसर वयहzwjतर क परशनो का जवाब दना बनरा ि

यि जवाबदिी नहरक जवाबदिी बनरी ि जब आरररक इचछा िहzwjतर दारा वयहzwjतर िमिा कष छ अचछा करन क हलए अहभपरररर रिरा ि विी दसरी जवाबदिी म वयहzwjतर अपन ससथा क परहर

उततरदायी रिरा ि zwjतयोहक जो कायत उस वयहzwjतर को हदया जारा ि उसको उस बस परा करना िोरा ि zwjतया िम हसफत कायत को करना िी ि या उस कायत का परदितन भी बिर अचछा करना ि zwjतया आपन कभी अनषभव हकया ि हक जो हिकषक अपन वयवसाय स सरषषट ि व नए-नए उततरदाहयतव लना पसद करर ि और zwjतया व सफलरा की भी सी हढया चढर ि एक वयहzwjतर जब अपन कायत क परहर समहपतर रिरा ि रो यि समझा जारा ि हक वि अपन कायत स सरषषट ि दसर िबदो म कि रो यहद हिकषक अपन वयवसाय म परी ररि स समहपतर ि रो उसकी जवाबदिी भी सषदढ िोगी यहद िम हिकषको को उनक वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना ि रो हिकषा वयवसथा म ऐस वारावरण बनाना िोगा जिा व उततरदाहयतव लना पसद कर हिकषको की जवाबदिी सषदढ बनान क हलए हनहमनहलहिर वारावरण रयार हकया जा सकरा ि

मशकषको को मनणषय लन की अनममत हिकषक क पास हनणतय करन की िहzwjतर िोनी चाहिए हक व zwjतया पढाए और बचचो क सीिन का मलयाकन हकस परकार कर या बचचो को कस समझ यि हिकषक िी िोरा ि जो बचचो दारा मिसस हकए जान वाल सामाहजक सासकहरक और भाषायी अवरोिो की परिाहनयो को सीि-सीि मिसस कररा ि हिकषा म गषणवतता का लकय रब रक निी परापर हकया जा सकरा जब रक हक िमार पास ऐस हिकषक न िो हजनकी हनषठा सदिो स पर िो हजनम िम परी ररि स हवशवास कर सक

शिकषक की जवाबदही स शिकषा वzwjयवसzwjा की गणवता म सधार 57

सतत एव वयापक मलयाकन स जवाबदहीहवदालय म हभनन-हभनन पषठभहम वाल बचच पढन आर ि हवहवि पषठभहम स आए बचचो का अपना अनषभव िोरा ि और यि बचच अपनी गहर स सीिर ि हवहवि पषठभहमयो और हवहभ नन कषमराओ वाल बचचो को पढाना एक चषनौरी ि एक अचछी मलयाकन और परीकषा पधिहर सीिन की परहकरया का अहभनन अग बन सकरी ि हजसम बचच और हिकषा रत दोनो को िी हववचानातमक और आलोचनातमक परहरपषहषट स फायदा िो सकरा ि मलयाकन ऐसा िो जो यि सषहनहशचर कर हक बचच सफलरापवतक पढ और बढ रथा अपन पणत रप म हनिर हवहवि कषतो म उतकषटरा को मानयरा हमलनी चाहिए रथा उसका सममान िोना चाहिए मलयाकन म इस बार पर जोर िोना चाहिए हक जो पढाया गया ि उसक परहर बचचा हकरना जवाबदि रिा ि न हक उसक याद करन की कषमरा का उसकी जवाबदिी म कई बार िाहमल िोगी जस हक उस जो पढाया गया ि उसका अपन जीवनानषभव रथा दसरी रमाम चीजो स सबि जोडन की योयरा सीिी गयी चीजो क बार म नए और आशचयतजनक ररीक स सवाल बनान की कषमरा आहद बचचो क उपलहबि सरर क साथ-साथ बचच की अहभरहच उसक सवरत रप स सीिन की कषमरा का मलयाकन िोना चाहिए अर यि समझना जररी ि हक मलयाकन की परहकरया को बदलकर बचच क सीिन क अनषभवो पर आिाररर और गषणवतता को आिार बनाकर मलयाकन हकया जाए यहद हिकषक ऐस मलयाकन को सषहनहशचर कर सक हक हवहविरा अपन पणत रप म हनिर और मलयाकन म इस बार

पर जोर हदया गया हक जो पढाया गया ि उसक परहर बचचा हकरना जवाबदि रिा ि रो अवशय इसम हिकषक की भी जवाबदिी बनरी ि

मशकषण पश म हो रह कषय का सामना हिकषक वि िषरी ि हजसक इदत-हगदत हिकषा वयवसथा घमरी ि वरतमान सदभत म रजी स बढ रिी सकली वयवसथा और हवततीय घाट वाली हसथहर म समषहचर सखया म हिकषको की अनषपलबिरा एक नए ररि क हिकषको क आगमन की ओर बढरी ि सकली हिकषक की सामाहजक हसथहर म रजी स हगरावट आ रिी ि रथा हिकषक को सरकारी सकल क रमाम कष परिासन और बीमाररयो क हलए हज ममदार ठिराया जारा ि जबहक इसको पिचाना भी जा रिा ि हक हिकषक का उततरदाहयतव काफी मितवपणत ि

अपयाषपत मशकषक बचचो और हिकषको का अनषपार कई कषतो म अपहकषर मानक स काफी नीच ि और अहिकाि ििरी कषतो क सकलो म हिकषको की बिलरा ि एक हिकषक वाल 96 परहरिर सकल गरामीण कषतो म हसथर ि इसका मरलब यि ि हक हिकषको क पास बचचो को सकलो म रिन और उनि हसिान क हलए जो आवशयक ि उसक हलए न रो समय और न िी ऊजात

गर-शमकषक काम सकली हिकषको क पास पढान क अलावा कई और ररि क काम िोर ि जस mdash गरामीण हवकास योजनाओ क हलए आकडो को एकत करना राषटीय जनगणना चषनाव क काम और अनय परचार कायत इनस व ककषा स दर िोर जार ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201858

मशकषको को मनमाषण और सजन की ओर बढन की परणा ममल सरकार और समाज म ऐसी पररहसथहरया बननी चाहिए हजनस हिकषको को हनमातण और सजन की ओर बढन की पररणा हमल हिकषको को इस बार की आजादी िोनी चाहिए हक व नए परयोग कर सक और सपरषण की उपयषzwjतर हवहिया और अपन समषदाय की समसयाओ और कषमराओ क अनषरप नए उपाय हनकाल सक

पशासमनक वयवसथा म समानता हिकषको को भरथी करन की परणाली म इस परकार पररवरतन हकया जाए हक उनका चयन उनकी योयरा क आिार पर वयहzwjतर हनरपकष रप स और उनक कायत की अपकषाओ क अनषरप िो हिकषको का वरन और सवा की िरज उनक सामाहजक और वयावसाहयक दाहयतव क अनषरप िो और ऐसी िो हजनस परहरभािाली वयहzwjतर हिकषण वयवसाय की ओर आकषट िो यि परयतन हकया जाए हक पर दि म वरन म सवा िरणो म और हिकायर दर करन की वयवसथा म समानरा का वाछनीय उदशय परापर हकया जा सक हिकषको की रनारी और रबादल म वयहzwjतर-हनरपकषरा लान क हलए हनददिक हसधिार बनाए जाए उनक मलयाकन की एक पधिहर रय की जाए जो सपषट िो आकडो एव रथयो पर आिाररर िो और हजसम सबका योगदान िो जवाबदिी क मानक रय हकए जाए अचछ कायत को परोतसहिर हकया जाए और हनहषकरयरा को हनरतसाहिर उचच गरि म ररzwjतकी क हलए हिकषको को उहचर अवसर

हदए जाए और हिकषको की जवाबदिी रय करन क हलए मौजदा वररषठरा आिाररर सरचना को परदितन आिाररर सरचना म बदला जाए

हिकषको की जवाबदिी को सषहनहशचर बनाना कोई आसान काम निी ि zwjतयोहक हिकषको क परदितन को मापना कहठन ि उसस परापर िोन वाल lsquoपररणामोrsquo का कोई हनिातररर मानक निी ि िालाहक सकलो म पढाई क दौरान हकए जान वाल हनरीकषणो रथा बचचो क परीकषा पररणामो आहद स अधयापन सररो क अचछ या हनमन िोन क कष छ सकर अवशय हमल सकर ि

मनषकरषहिकषा समाज की परगहर और बौहधिक हवकास का आवशयक अग ि हकसी भी दि की हिकषा वयवसथा उस दि क राषटीय हिरो और लकयो की पहरत म सिायक िोरी ि राषट और समाज की उननहर क हलए यि अतयर आवशयक ि हक उसकी भावी पीढी को गषणवततापणत हिकषा परापर िो सक यहद हिकषक अपन वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि िोरा ि रो िम अपनी भावी पीढी को गषणवततापणत हिकषा द सकर ि लहकन हिकषको की जवाबदिी सषदढ बनान क हलए एक वारावरण रयार करना िोगा जसmdash हिकषको को हनणतय लन की अनषमहर हिकषको को हनमातण और सजन की ओर बढन की पररणा दना गर-िहकषक काम निी कराना हिकषको की कमी को दर करना परिासहनक वयवसथा म समानरा लाना हिकषण पि म िो रि कषय को रोकना रथा बचचो क सरर एव वयापक मलयाकन स हिकषको की जवाबदिी पzwjतका करना आहद

शिकषक की जवाबदही स शिकषा वzwjयवसzwjा की गणवता म सधार 59

सदभष एनसीईआरटी 1991 उभरत भारतरीय सिाज ि मिकक और मिका एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2002 मदालयरी मिका क मलए राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2007 lsquoपरीकषा परणाली म सषिारrsquo राषzwjटरीय फरोकस सिलह का आधार परि एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2007 lsquoहिकषा क लकय एव पाठयचयात बदलाव क हलए वयवसथागर सषिारrsquo राषzwjटरीय फरोकस सिलह का आधार

परि एनसीईआरटी नयी हदलली एनसीटीई 2009 राषzwjटरीय अधयापक मिका पाठयचयाया रपरखा एनसीटीई नयी हदलली

सह पाधयापक कषतीय हिकषा ससथान भोपाल

हिकषक की वयावसाहयक परगहर की जब बार की जारी ि रो उस कवल पदोननहर स जोड हदया जारा ि यि भषला हदया जारा ि हक हिकषक कवल एक पद िी निी ि बहलक एक सामाहजक उततरदाहयतव ि और उस कवल पदोननहर स िी निी जोडा जा सकरा यि कवल एक पिा िी निी हमिन भी ि पर यि िारणा इरनी दढ िो गयी ि हक हिकषक की वयावसाहयक परगहर क हलए नीहर-हनिातरण सरकारी हवदालयो क सरर पर सरकार कररी ि और हनजी हवदालयो क सरर पर हवदालय परबिन हिकषक की इस नीहर-हनिातरण म कोई भहमका भी िो सकरी ि इस पर गौर भी निी हकया जारा पररणामसवरप हिकषक पदोननर िोर-िोर परिासक रो बन जारा ि पर इस परहकरया म हिकषक किी िो जारा ि हसफत सरकार और परबिन िी निी सवय हिकषक भी इस िारणा स अछरा निी ि और वि भी इस बिी-बिाई परहकरया म ढल जारा ि परसरषर आलि म हिकषक की इस नीहर-हनमातण म कसी भहमका िोनी चाहिए और आज की सचार रकनीकी कस उसकी इस भहमका क सफल हकरयानवयन म उपयोगी िो सकरी ि इस पर हवचार परसरषर हकय गय ि और एक हिकषक की हिकषक क रप म िी वयवसाहयक परगहर कस सभव िो सकरी ि इस बार म सषझाव हदय गय ि

पदोननहर या प-सकल म वहधि क रप म िोरा ि इस परहकरया का अवलोकन करन पर आप यि अनषभव कर सकर ि हक हिकषक को भी एक छात बना हदया गया ि और यि कायतिालाए आहद उसकी परीकषाए ि इनिी स उस गषजर कर अपन वयवसाय की अगली सीढी रक पिचना ि जसा हक एक छात भी कररा ि यि सिी ि हक सीिन की परहकरया जीवन म अनवरर चलरी ि और सभी इसस गषजरर ि लहकन यि सीिना सवय

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सोशल मीमिया मशकषक की वयावसामयक पगमत का नवीन उपकरण

हचता हसि

हिकषक की वयावसाहयक परगहर क हलए सरकार और हवदालय परबिन न एक रयिषदा ढाचा बना रिा ि इसम कायतिालाओ सहमनारो हवषय हविषजो क वयाखयानो और परहिकषणो पर जोर हदया जारा ि य कायतिालाए एक सीमा रक उपयोगी रो िोरी ि और इनम भाग लकर हिकषक कष छ िद रक लाभाहनवर भी िोरा ि लहकन जयादा बडा लाभ उस िहकषक सरर पर निी परिासहनक सरर पर हमलरा ि यि लाभ

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क परयासो स जयादा अचछी ररि हकया जा सकरा ि हिकषक भी यहद सवय इस परहकरया को हनिातररर कर इसका हनयामक बन रो यि परहकरया अहिक कारगर िो सकरी ि इसक हलए हिकषको को सवय आग आना िोगा आपस म एक-दसर क साथ काम करना िोगा यि धयान भी रिना िोगा हक सामहिक िोन की यि परहकरया परिासहनक लाभो क हलए न िो जसाहक पराय िोरा ि एक हिकषक क रप म अपन हवषय पर और अपन हवदाहथतयो पर उसकी पकड और परभावी िो इसक हलए िो समिीकरण की यि परहकरया सचार यषग म बिर आसान िो गयी ि और हिकषको को इस सषहविा का लाभ लना िोगा सोिल मीहिया म अपन दनहदनी जीवन म रो व हकरयािील िोर िी ि यिी हकरयािीलरा वयवसायगर भी िो सकरी ि इस पर भी हिकषको को धयान दकर आग आना िोगा रकनीक रो उदशय हनरपकष िोरी ि यि एक िहथयार निी उपकरण ि हजस कष िलरा स उपयोग करन वाला एक नयी दषहनया का हनमातण कर सकरा ि और हिकषक रो सवाभाहवक हनमातरा ि वि छात का भहवषय हनमातण कररा ि और परकारानरर स दि का भी

एक हिकषक को यि सबस पिल समझना िोगा हक इस आदित को वि वयविार क िरारल रक उरार एक हिकषक िी यि कर सकरा ि बस उस इसक हलए पारपररक और बिी-बिाई रीर स िटकर आिषहनक और आज क सदभत म सोचना िोगा

मशकषक सगठन mdash वयावसामयक पगमत क मलएहिकषको का सगठन आपसी सियोग स वयावसाहयक परगहर क हलए िो परिासहनक निी िहकषक िो

अहिकारो क परहर सघषत क हलए िी निी दिभर म हिकषको क अनक सगठन ि और व जररी भी ि लहकन व एक-आयामी ि दिभर म फल दसर सभी सगठनो की ररि व भी अपन अहिकारो की बार िी जयादा करर ि और इस िी वयावसाहयक परगहर स जोडर ि यि वयावसाहयक परगहर हिकषक क वयवसाय का एक आयाम िो सकरी ि लहकन वयावसाहयक परगहर का मल अथत हिकषक की अपन हवषय क परहर जागरकरा उसक बार म हनररर अधययन उसम नवाचार और हिकषण म इस परकार परापर नवीनरम जानकाररयो उपलहबियो और अपन हवषय क नय आयामो को छातो रक पिचाना भी ि अभी िमारी हिकषा वयवसथा का जो ढाचा ि उसम हनिातररर पाठयकरम को रय समय म परा कराकर हिकषक क करतवय की पहरत िो जारी ि और उसक कायत का मलयाकन उसक हवषय म हकरन परहरिर छात सफल रि इसक दारा कर हलया जारा ि यिा हकरन परहरिर हवदाथथी हकरन परहरिर अको म सफल िए यिी मापदि हिकषक की हिकषक क रप म सफलरा का सचक ि जोर सफल रिन पर ि सीिन-हसिान पर निी ि

इस परकार िम दिर ि हक हि कषक और परिासनपरबिन क बीच काम का बटवारा िो गया ि एक ओर हिकषक सगठन जिा अपन अहिकारो क हलए एकजषट रिर ि विी दसरी ओर परिासन परबिन उनकी रयिषदा वयावसाहयक परगहर क चरणो की पहरत क हलए हवहभनन ररि की कायतिालाओ सहमनारो हवषय हविषजो क वयाखयानो और परहिकषणो की वयवसथा और उस पर अमल क हलए सहकरय रिरा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201862

हिकषक दारा हिकषक की और हिकषक क हलए जसी वयवसथा अभी भी पणतरः हवकहसर निी िो पायी ि जो हकसी भी परजाराहतक वयवसथा का आिार िोरी ि जस जनरा परजारत म सवय रय कररी ि हक उस कसा नरतव और नीहर चाहिए और उस नरतव को zwjतया करना चाहिए वसा िी हिकषक को भी करन का अहिकार और अवसर दना चाहिए

हिकषा क बार म हिकषक को िी रय करन का अहिकार िोना चाहिए और उसकी बार को िी अहरम माना जाना चाहिए

मशकषक नीमत-मनमाषता क रप मगािी जी इस बार म हवचार करन वाल सबस पिल वयहzwjतर थ उनका मानना था हक हिकषा कसी िोनी चाहिए उसका सवरप कसा िोगा और कस वो दी जायगी य हिकषाहवद सरकार रथा हवदरजन रय निी करग बहलक हिकषक और उनक साथ छात वगत इस परहकरया म योगदान करन वाला एक मात समि िोगा हिकषक को नीहर-हनमातरा क रप म आग आना िोगा उस अपनी वयावसाहयक परगहर क हलए परहिकषण कायतिालाओ हिकषण सामगरी पाठयकरम हनिातरण आहद म सीि और एकमात िसरकषप करन को रयार रिना िोगा जबहक हिकषक की परगहर हिकषक क दारा िी हनिातररर िोगी रो उसक पालन की बिरर हसथहरया बनगी और पररणाम बिरर िोग

हिकषक एक समि क रप म अपनी आवशयकराओ जस mdash परहिकषण की जररर परापर परहिकषण का हवशलषण हिकषा और हिकषण पर सलाि दकर इस परकार की गहरहवहियो को जयादा कारगर बना सकरा ि अपना लकय पणत कर सकरा ि उनि परासहगक

बना सकरा ि और अपन सीहमर समय का बिरर उपयोग कर सकरा ि

इसक हलए हिकषक को परहिकषण की हजममदारी सवय लनी िोगी और परिासन एव परबिन को उस यि दनी िोगी सहमनार परहिकषण वयाखयान टकमीट और इन सबका बाद म अनषसरण इसस परापर जानकाररयो का ककषाओ म उपयोग हवषय हविष क समिो का हनमातण राहक जानकाररयो का आदान-परदान कर ककषा म उनि अपनाया जा सक आहद इसक अग ि

जब हिकषक यि रय करगा रो वि यि भी धयान रि पाएगा हक इसस उसका हिकषण परभाहवर न िो zwjतयोहक हवदालय की समय सीमा का धयान भी रिा जाना जररी ि

मश कषक mdash अचछा मशकषण और सीखन क नय आयाम अचछा हिकषण और सीिना कसा िोना चाहिए इन बारो पर एक हिकषक जयादा अचछ स गौर कर सकरा ि मलभर जीवन मलयो को दहनक जीवन स कस जोडा जा सकरा ि वि इस पर बिरर काम कर सकरा ि अरः हिकषक की वयवसथागर परगहर को हिकषण की परहzwjतटस स भी जोडना िोगा इसक हलए उस हदया जा रिा परहिकषण अकादहमक पाठ पर निी ककषा म पढाय जा रि पाठ पर िोना चाहिए इस परहकरया का अवलोकन सवय हिकषक दारा िी िो यि हिकषक क सवय क हवदालय म या दसर हवदालय म हकया जा सकरा ि इसहलए उनि ऐसी कायतिालाए दी जानी चाहिए हजसम उन हवषयगर पाठो पर चचात िो जो व पढा रि िो इसक हनिातरण म हिकषक िी मितवपणत भहमका हनभा सकरा ि

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इसक अलावा सवाधयाय भी हिकषक को मजबर बनारा ि और इसक अनक माधयम आज उपलबि ि सचार रकनीक और सोिल मीहिया उसम मितवपणत सथान रिर ि

सोशल मीमिया mdash मशकषक की वयावसामयक पगमत का एक उपकरणिमारी िरी की सचार-कराहर न िम जो सषहविाए उपलबि करायी ि और िमार जीवन म जो बदलाव आया ि उसकी सबस मजबर अहभवयहzwjतर सोिल मीहिया क रप म िई ि फसबषक टहवटर और विाटसएप मसनजर आहद कई माधयम और पलटफामत आज िम उपलबि ि इनिोन िम आपस म सवाद करन जोड रिन और अहभवयzwjतर करन म इरना सियोग हकया ि हक एक परी दषहनया िमारी मषटी म हसमट आयी ि जसा हक किा जारा ि िर चीज अब हसफत एक हzwjतलक पर उपलबि ि सामाहजक जषडाव का सिzwjतर माधयम िोन क कारण इस सोिल मीहिया नाम हदया गया ि जो साथतक ि बस इसकी साथतकरा इसक सकारातमक उपयोग म ि

िमम स कोई भी इन माधयमो क उपयोग स अछरा निी ि हिकषक भी निी िोगा और िोना भी निी चाहिए आवशयकरा बस इस बार की ि हक वो इस माधयम को अपनी वयवसाहयक परगहर क हलए एक उपकरण की ररि काम म ल िहथयार की ररि निी और मनोरजन या समय गषजारन क सािन क रप म भी निी

सोिल मीहिया क इस पलटफामत को सटाफरम की ररि काम म हलया जा सकरा ि बस उसकी नकारातमकरा िावी न िो जाय इसका धयान रिना

िोगा यि सवसथ बिस का मच बन वाद-हववाद का निी

हिकषक को नटवहकइ ग भी करनी चाहिए हजसस समान हवचारिारा क दसर हिकषक उसस जषड इस नटवहकइ ग म कवल हि कषक िी िहमल न िो बहलक हिकषा म और उसकी परगहर म रहच रिन वाल छातो क अहभभावक एव छात भी िहमल िो इसका कारण यि ि हक हिकषण एक ऐसा वयवसाय ि हजसक बार म परायः िर वयहzwjतर यि राय रिरा ि हक इस कस हकया जाना चाहिए या इस कसा िोना चाहिए

इस परकार समान हवचारिारा और वयवसाय क लोग जब जषडर ि रो हवचारो क आदान-परदान स बिन मजबर िोरा ि नय ररशर बनर ि और अपन वयवसाय क परहर जषडाव गिरा िोरा ि सोिल मीहिया इसक हलए सबस अचछा माधयम ि इसस वयवसाय म मदद सलाि सचना हिकषण म मदद करन वाल नय उतपादो रथा हवषय हविषजो की हविषजरा का सीिा लाभ आसानी स हमल जारा ि इस ररि सोिल मीहिया एक उपलहबि भी ि

अब िम दि हक हकस ररि सोिल मीहिया क य हवहभनन उपकरण हिकषक की वयवसाहयक परगहर म योगदान द सकर ि

bull मर mdash इसका सबस बिरर उपयोग परशन करक हकया जा सकरा ि एक परशन म आप अनक उततर पा सकर ि हिकषा क बार म बार कर सकर ि इस पर सहकरय रिकर एक हिकषक सवय बिस क अररातषटीय और राषटीय रथा सथानीय मषदो रक पर अपनी राय रि सकरा ि और दसरो क हवचार जान सकरा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201864

bull educhatkinderchatniedchatieeytalking mdash इसम हिकषक की सिायरा करन वाल कष छ अहर परचहलर अवयव ि

bull फसबक mdash फसबषक पर अपनी सहकरयरा को एक हिकषक दसर हिकषको क साथ एक समि रयार कर रचनातमक अहिगम िल आिाररर अहिगम जस नवाचारो को अपनान क बार म अपनी राय रि सकर ि राय ल सकर ि अपन दारा हकय गय नवाचारो को परदहितर कर सकर ि और उस पर सषझाव परापर कर सकर ि और द सकर ि

bull ास-ऐप mdash िमम स लगभग परतयक आज वाटस-ऐप पर सहकरय ि अकला भी और हकसी न हकसी समि म भी य अबरक का सबस सिzwjतर सोिल मीहिया उपकरण ि हिकषको को भी इस पर अपना गरषप बनाना चाहिए बस उसका उदशय वयावसाहयक परगहर याहन अपन हवषय स सबहिर जानकारी म परगहर करना िोना चाहिए यिी इस माधयम की सकारातमकरा ि हक इसस रषरर आपको लाभ हमल जार ि हिकषको को भी इस माधयम का उपयोग बषहधिमरापणत रप स कर अपनी वयावसाहयक परगहर को आिार दना चाहिए

bull इस माधयम क वॉयस-कॉल और वीहियो-कॉल जस फीचर हिकषक को अपन काम को वासरहवक समय म दसरो रक पिचान म मददगार िो सकर ि हकसी भी हवषय पर सामहिक हवचार-हवमित म िाहमल िो सकर ि सबस अचछी बार यि ि हक इसम कागजी कायतवािी स छष टकारा हमल जारा ि zwjतयोहक सब कष छ अपन-आप सव िोरा जारा ि और उसक िो जान का िररा भी निी रिरा इस पर

एक हवषय पर उरन हिकषक हवचार कर सकर ि हजरन एक zwjतलास म छात िोर ि

bull ऑनलाइन नटवहकइ ग हिकषको को अपना एक सवय का नटवकत हवकहसर करना चाहिए यि आमन-सामन एक-दसर स हमलन हवचारो क आदान-परदान सभी कषतो क सभी लोगो स बारचीर करन अपन िोिपचणो को सबक साथ साझा करन सवय की वबसाइट हवकहसर करक सभी रक पिचान इतयाहद म मदद कररी ि इस सबस आप अपन काम क बार म लोगो को यि बरा सकर ि हक आप हिकषण और उसकी परहकरया क बार म zwjतया हवचार रिर ि और इस पर उनक हवचार और सषझाव भी जान सकर ि

मशकषण का अतराषषटीय आयाम mdash इzwjरनzwj और सोशल मीमिया की भममकाहिकषण अब एक अररातषटीय मषदा बन गया ि हिकषक अब बािर और अपन दि क अलावा दसर दिो की हिकषा और हिकषा पधिहर पर धयान दन लग ि राहक विा िो रि नवाचारो को अपनाकर अपनी वयवसाहयक परगहर को दढ कर सक हभनन-हभनन दिो म हभनन-हभनन हवषयो क हिकषण म अनक नवाचार हकय जार रि ि और हकय जा रि ि

जापान म हिकषको क आपसी सियोग स हकया जान वाला हिकषण बिर परचहलर हिकषण पधिहर ि अररातषटीय सरर पर उतसषकरा जगारी रिी ि

इस पधिहर म हिकषको क आपसी सियोग स एक पाठ रयार हकया जारा ि उनक हिकषण का अवलोकन और हफर हवशलषण हकया जारा ि हिकषक एक-दसर स सीिर ि अपन हवचार साझा करर ि रथा उनि अपन हिकषण म सथान दर ि

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यि हिकषको क हलए एक िषला मच िोरा ि जिा वि हवचार-हवमित करर ि वयावसाहयक परगहर म आपसी सियोग का यि जापानी उदािरण िम भी अपना सकर ि और यि सब आभासी िरारल पर इटरनट और सोिल मीहिया की मदद स भी हकया जा सकरा ि

उपसहार हिकषा एक अनवरर चलन वाली परहकरया ि और हिकषक इसका चालक ि चालक का हनषपार िोना इस परहकरया म बिर सिायक िोरा ि हिकषक को इस बार म सवय परयास करन िोग उस नीहर हनिातरको

परिासको और परबिन की ओर न दिकर सवय इस हदिा म आग कदम बढाना िोगा सचना रकनीक क इस यषग म रो यि और भी आसान िो गया ि और वि बगर अपन कायतसथल अपन आस-पास अपन घर स दर जाए हनररर सहकरय रि सकरा ि यि दषहनया उसकी अगषहलयो पर हसमट आयी ि बस उस एक हzwjतलक भर करना ि एक परी दषहनया उसक हलए उपलबि िो जारी ि और वि कवल एक हिकषक िी निी रि जारा बहलक हिकषा का हनयामक भी बन सकरा ि आवशयकरा बस इस नय माधयम क सकारातमक पकषो को अपनान की ि

पररचयहवजान गतयातमक और हनररर पररवहितर जान का भिार ि हजसम अनषभव क नए-नए कषतो को िाहमल हकया जारा ि मानव का यि परयास रिा ि हक हवशव को समझन क हलए अवलोकनो क आिार पर अविारणाओ क नए मॉिल सथाहपर हकए जाए राहक हनयमो रथा हसधिारो रक पिचा जा सक एक परगहरिील समाज म हवजान मनषषय को गरीबी क कष चकर स बािर हनकालन अनहभजरा रथा अिहवशवास स दर करन म मषहzwjतरदारा की भहमका हनभा सकरा ि आज मानव का सामना रजी स बदलर िए हवशव स िो रिा ि जिा लचीलापन नवाचार रथा सजनातमकरा मितवपणत कौिल ि अरः हवजान-हिकषा क सवरप को हनिातररर करर समय इन मितवपणत कौिलो का धयान रिा जाना चाहिए अचछी हवजान-हिकषा वि ि जो हवदाथथी क परहर जीवन क परहर और हवजान क परहर िरी िो

उचच पराथहमक सरर पर हवजान को सजानातमक हवकास क सररो क अनषरप एक परमषि हवषय क रप

म पाठयचयात म िाहमल हकया जाना चाहिए इस सरर पर इसका पराथहमक सरर पर पढाए जा रि पयातवरण अधययन स हवजान क रतवो की ओर करहमक पररवरतन िो जारा ि यि आवशयक ि हक बचच क जान का हवकास िो और यि उसक आस-पास की वसरषओ स परापर अनषभवो स िषर हकया जाए बचच को सरल रकनीकी इकाइयो और मॉिलो को हिजाइन करन क हलए िाथ स काम करक और जनन रथा यौन सवासथय क बार म अहिकाहिक सीिर रिन क हलए पररहचर अनषभवो दारा हवजान क हसधिारो को समझन म िाहमल करना चाहिए वजाहनक अविारणाओ को मषखयरः गहरहवहियो परयोगो एव सवदकषणो क दारा समझा जाना चाहिए हवदालय और आस-पास की जान वाली समि गहरहवहिया बचचो क बीच आपसी चचातए हिकषक व बचचो क बीच चचातए सवदकषण आकडो क वयवसथापन रथा परदितहनयो क माधयम स परदितन सीिन-हसिान क मितवपणत घटक िोन चाहिए

उचच पाथममक सतर पर मवजान सीखन क पमतफल (ककषा 6 स 8)

11मवशर

पाठयकरम मनमनमलमखत मवरयो पसगो (थीम) पर आधाररत ह जो अतरमवरयक पकमत क ह mdash

y भोजन y पदाथत y सजीवो का ससार (जीव जगर) y गहरिील वसरषए वयहzwjतर एव हवचार y वसरषए कस कायत कररी ि y पराकहरक घटनाए y पराकहरक ससािन

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 67

पाठयचयाष सबधी अपकषाएउचच पराथहमक सरर पर हवजान पाठयचयात का उदशय हनमनहलहिर का हवकास करना ि mdash

y वजाहनक परकहर एव वजाहनक सोच y वजाहनक जान की परकहर की समझ जस mdash जाचन योय एकीकर अपयातपर नीहर-हनरपकष हवकासातमक

एव रचनातमक परकहर y हवजान क परहकरया कौिल हजसक अरगतर अवलोकन करना परशन उठाना सीिन क हवहभनन ससािना की

िोज िोज अनवषण की योजना बनाना पररकलपना का हनमातण एव उनकी जाच आकडो का सगरिण हवशलषण एव वयाखया िरष हवहभनन उपकरणो का उपयोग करना वयाखया म परमाणो दारा समथतन दना वकहलपक वयाखयाओ पर हवचार करन और उनक मलयाकन िरष समीकषातमक हचरन करना सवय क हवचारो पर मनन करना आहद िाहमल ि

y हवजान क उदभाव क ऐहरिाहसक पकष की समझ y पयातवरणीय सरोकारो क परहर सवदनिीलरा y मानव गररमा एव मानव अहिकारो लहगक समरा ईमानदारी एकरा सियोग क मलयो एव जीवन क

सरोकारो क परहर आदर

ककषा 6 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y परशन उठाना और उततरो की िोज करना mdash मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो जस mdash वनसपहर रि पषषप आहद

को अवलोकन योय हविषराओ जस mdash बाहय आकहर बनावट कायत गि आहद क आिार पर पिचान करर ि

y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क आिार पर भद करर ि जस mdash ररष (रि) एव िाग म मसला एव रिदार जड म हवदषर-चालक एव हवदषर-रोिक म आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash पदाथणो को हवलय अहवलय पारदिथी पारभासी एव अपारदिथी क रप म पररवरतनो को उतकरमणीय िो सकर ि एव उतकरमणीय निी िो सकर क रप म पौिो को िाक झाडी वकष हवसपथी लरा आरोिी क रप म आवास क घटको को जव एव अजव घटको क रप म गहर को सरल रिीय वरषतल एव आवरथी क रप म आहद

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash पिष चार म पोषक रतव कौन-स ि zwjतया समसर भौहरक पररवरतन उतकरमणीय हकए जा सकर ि zwjतया सवरतरापवतक लटका िआ चषबक हकसी हविष हदिा म अवहसथर िो जारा ि

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash भोजन और अभावजनय रोग वनसपहर एव जरषओ का आवास क साथ अनषकलन परदषको क कारण वायष की गषणवतता आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201868

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash पादप रिो का परससकरण पौिो एव जरषओ म गहर छाया का बनना समरल दपतण स परकाि का परावरतन वायष क सघटन म हवहभननरा वमथीकपोसट (कहमकपोसट) का हनमातण आहद भौहरक राहियो जस mdash लबाई का मापन करर ि रथा मापन को एसआई मातक (अररातषटीय मातक-परणाली) म वयzwjतर करर ि

y जीवो और परहकरयाओ क नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash पषषप क भाग सहिया हनसयदन (ह फलटर करना) जल चकर आहद

y अपन पररवि की सामहगरयो का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash हपनिोल कमरा पररसकोप हव दषर टाचत आहद

y वजाहनक अविारणाओ की समझ को दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash सरषहलर भोजन िरष भोजय पदाथणो का चयन करना पदाथणो को अलग करना मौसम क अनषकल कपडो का चयन करना हदकसची क परयोग दारा हदिा का जान करना भारी वषातअकाल की पररहसथहरयो स हनपटन की परहकरया म सषझाव दना आहद

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash भोजन जल हवदषर क अपवयय और कचर क उतपादन को नयनरम करना वषात जल सगरिण पौिो की दिभाल अपनान िरष जागरकरा फलाना आहद

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 69

ककषा 7 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स परशन उठाना और उततरो की िोज करना

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो जस mdash जरष रि दारो क

परकार दपतण और लस आहद को अवलोकन योय हविषराओ जस mdash छहवआकहर बनावट कायत आहद क आिार पर पिचान करर ि

y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क आिार पर भद करर ि जस mdash हवहभनन जीवो म पाचन एकहलगी व हदहलगी पषषप ऊषमा क चालक व कष चालक अमलीय कषारकीय व उदासीन पदाथत दपतणो व लसो स बनन वाल परहरहबब आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash पादप व जरष रि रथा भौहरक व रासायहनक पररवरतन

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash zwjतया फलो (रगीन फलो) क हनकषत का उपयोग अमलीय-कषारीय सचको क रप म हकया जा सकरा ि zwjतया िर रग स हभनन रग वाल पततो म भी परकाि सशलषण की परहकरया िोरी ि zwjतया सफद रग का परकाि बिर स रगो स हमलकर बनरा ि आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash िवा की गहर का वायष दाब स हमटटी क परकार का फसल उतपादन स मानव गहरहवहियो स जल सरर क कम िोन स आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash जरष रिो का परससकरण ऊषमा सविन क ररीक मानव व पादपो क हवहभनन अग व रत हवदषर िारा क ऊषमीय व चषबकीय परभाव आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201870

y रासायहनक अहभहकरयाओ जस mdash अमल-कषारक अहभहकरया सकषारण परकाि सशलषण शवसन आहद क िबद-समीकरण हलिर ि राप सपद दर गहरमान पदाथणो की चाल सरल लोलक की समय गहर आहद क मापन एव गणना करर ि

y नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash मानव व पादप अग-रत हवदषर पररपथ परयोगिाला-वयवसथाए रिम क कीड क जीवन-चकर आहद

y गराफ बनार ि और उसकी वयाखया करर ि जस mdash दरी-समय का गराफ

y अपन पररवि की सामगरी का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash सटथोसकोप एनीमोमीटर इलzwjतटोमगनट नयटन की कलर हिसक आहद

y वजाहनक अनवषणो की किाहनयो पर पररचचात करर ि और उनका मितव समझर ि

y वजाहनक अविारणाओ की समझ को दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash अमलीयरा स हनपटना हमटटी की जाच एव उसका उपचार सकषारण को रोकन क हवहभनन उपाय काहयक परवितन क दारा कहष दो अथवा दो स अहिक हवदषर सलो का हवहभनन हवदषर उपकरणो म सयोजन हवहभनन आपदाओ क दौरान व उनक बाद उनस हनपटना परदहषर पानी क पषनःउपयोग िरष उपचाररर करन की हवहिया सषझाना आहद

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash सावतजहनक सथानो पर सवचछरा परबिन िरष अचछी आदरो का अनषसरण परदषको क उतपादन को नयनरम करना हमटटी क कषरण को रोकन क हलए अहिकाहिक वकष लगाना पराकहरक ससािनो क

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 71

अतयहिक उपयोग करन क पररणामो क परहर लोगो को सवदनिील बनाना आहद

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201872

ककषा 8 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स परशन उठाना और उततरो की िोज करना

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क

आिार पर भद करर ि जस mdash पराकहरक एव मानव हनहमतर रिो सपकत और असपकत बलो हवदषर चालक और हवदषर रोिक क रप म रिव पदाथणो पौिो और जरषओ की कोहिकाओ हपिज और अिज जरषओ म आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash िारषओ और अिारषओ िरीफ और रबी फसलो उपयोगी और िाहनकारक सकमजीवो लहगक और अलहगक परजनन िगोलीय हपिो समापर िोन वाल एव अकषय पराकहरक ससािन आहद

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash दिन क हलए आवशयक िरज zwjतया ि िम अचार और मषरबबो म नमक और चीनी zwjतयो हमलार ि zwjतया रिव समान गिराई पर समान दाब िालर ि

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash िवा म परदषको की उपहसथहर क कारण िम-कोिर का बनना अमल वषात क कारण समारको का कषरण आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash मनषषय और जरषओ म परजनन धवहन का उतपनन िोना रथा सचरण हवदषर िारा क रासायहनक परभाव बिपरहरहबबो का बनना जवाला की सरचना आहद

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 73

y रासायहनक अहभहकरयाओ जस mdash िारषओ और अिारषओ की वायष जल रथा अमलो क साथ अहभहकरयाओ क हलए िबद-समीकरण हलिर ि

y आपरन और परावरतन कोणो आहद का मापन करर ि y सकमजीवो पयाज की हझलली मानव गाल की

कोहिकाओ आहद क सलाइि रयार करर ि और उनस सबहिर सकम लकषणो का वणतन करर ि

y नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash कोहिका की सरचना आि मानव जनन अगो एव परयोग सबिी वयवसथाओ आहद

y अपन पररवि की सामहगरयो का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash इकरारा इलzwjतटोसकोप अहन िामक यत आहद

y वजाहनक अविारणाओ को समझकर दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash अमलीयरा स हनपटना हमटटी की जाच एव उसका उपचार सकषारण को रोकन क हवहभनन उपाय काहयक परवितन क दारा कहष दो अथवा दो स अहिक हवदषर सलो का हवहभनन हवदषर उपकरणो म सयोजन हवहभनन आपदाओ क दौरान व उनक बाद उनस हनपटना परदहषर पानी क पषनःउपयोग िरष उपचाररर करन की हवहिया सषझाना आहद

y वजाहनक अनवषणो की किाहनयो पर पररचचात करर ि और उनका मितव समझर ि

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash ससािनो का हववकपणत उपयोग करक उवतरको और कीटनािको का हनयहतर उपयोग करक पयातवरणीय िररो स हनपटन क सषझाव दकर आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201874

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

मवशर आवशयकताओ वाल बचचो क मलए (पयाषवरण अधययन एव मवजान)कष छ हवदाहथतयो को पयातवरण अधययन रथा हवजान सीिर समय ककषा क भीरर रथा बािर आयोहजर परयोगो और िाथ स करन वाल हकरयाकलापो म गहरिीलरा रथा कायतसाहिर कौिलो क हलए सियोग की आवशयकरा िो सकरी ि ऐस ह वदाथथी अपन पाठ क अधययन म अनषकहलर या वकहलप क गहरहवहिया अनषकहलर उपकरण अहरररzwjतर समय सचना एव सचार परौदोहगकी (ICT) क उपयोग क अवसर हकसी वयसक या साथी क सियोग आहद उपलबि कराए जान स लाभाहनवर िोर ि जो उनि बाहिरा क कारण हमल निी पार ि

अरः कष छ हविष हसथहरयो म हनमनहलहिर अहरररzwjतर दिभाल अपहकषर ि mdash

दमषzwjबामधत बचचो क मलए

y अमरत रथा कहठन अविारणाए y परयोग हजनम हविष रप स िारीररक सषरकषा िाहमल ि y अहिक समय की आवशयकरा y बोित पर चॉक स हलिना परयोग परदितन गराफ और हचतो दारा परसरषरीकरण आहद जसी दिकर समझी

जान वाली जानकारी

शरवणबामधत बचचो क मलए

y अमरत िबदो की समझ रथा अमरत अविारणाओ जान हवचारो क मधय जषडाव (हवजान की कष छ अविारणाओ जस mdash परकाि-सशलषण आवास सकमजीव आहद हजनि हवदाथथी हबना दशय परसरषरीकरणो क निी समझ सकर ि)

y परयोगो का सचालन y ऐस परशनो को िल करन म जिा एक आयाम की जगि एक स अहिक आयामो जस mdash सखया

आकार आकहर रग आहद क आिार पर वसरषओ की रषलना की जाए

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 75

सजानातमक रप स बामधत तथा बौमधिक असमथषता वाल बचचो क मलए

y हवजान की रकनीकी भाषा को समझना y हवहभनन अविारणाओ क मधय अथतपणत कहडयो सबिो को सथाहपर करना (जस mdash दाब रथा बल क मधय) y योजना बनाना सषवयवहसथर करना करमीकरण रथा सामानयीकरण y अमरत अविारणाओ को समझना y हवजान क परयोगो का परबि रथा सचालन करना

पराथमिक मिकषक जलराई 201876

बालमन कछ कहता ह 12

िोरा ि उदशय हवजान काकरना समसया का समािानकरक वजाहनक परयतनकरना सजन नवीन जान

अपनाकर lsquoपरहकरयाrsquo हवजान की रच हवजान क lsquoउतपादrsquoसमझकर कषमरा सवय की कर दर अिहवशवास

अपनाकर हवहिया हवजान की करक वजाहनक हकरयाकलाप बन वजाहनक आप बनाए समाज को उननर

अपनाकर पधिहर हवजान की करक नई-नई बार मालमसवय समझ आप कर वजाहनक परयास

सहविान का ि यिी किना वजाहनक दहषटकोण िो सबका अपना कर सजन रमन बोस कलाम की ररि करक िोज सतय की

कर भारर को मिान बनाए भारर को मिान

सषनील कष मार गौड

मिकक-पमिकक पाठयचयात हवभाग राजय िहकषक अनषसिान एव परहिकषण पररषद उततरािणि दिरादन-248008

कमवता 13

मवजान की मशकषा

एनसीईआरzwjी क कछ अनय पकाशन

Joy of Theatre` 21000pp181Code mdash 13171

ISBN mdash 978-93-5292-017-4

vfd tkudkjh osQ fy o`Qik wwwncertnicin nsf[k vFkok dkWihjkbV i`B ij fn x irksa ij Okikj izcad ls laioZQ djsaA

सगीत` 18000pp148Code mdash 13173

ISBN mdash 978-93-5292-020-4

एनसीईआरzwjी क कछ अनय पकाशन

कठपतली क खल एव अमभनय हत कहामनया

` 5000 पषठ 34कोि mdash 13161

ISBN mdash 978-93-5007-859-4

मलखन की शारआत एक सवाद` 16500 पषठ 132

कोि mdash 32107ISBN mdash 978-93-5007-268-4

लखको क तलए तदशा तनददश

bull लदख सरल भाषा म तरा रोचक होना चाकहएbull लदख की कवषय-वसत 2500 सद 3000 या अकधक शबदो म डबल सपदस म टककत होना वाछनरीय हbull कचत कम सद कम 300 dpi म होनद चाकहएbull ताकलका गाफ कवषय-वसत कद सार होनद चाकहएbull कचत अलग सद भदजद जाए तरा कवषय-वसत म उनका सरान सपषट रप सद अककत ककया जाना

चाकहएbull शोध-पतो कद सार कम सद कम साराश भरी कदया जाएbull लदखक लदख कद सार अपना सकषिzwjपत कववरण तरा अपनरी शकषिक कवशदषजञता अवशय भदजbull शोधपरक लदखो कद सार सदभथ की सयचरी भरी अवशय दbull सदभथ का परारप एनसरीईआरटरी हाउस सटाइल कद अनसार कनमनवत होना चाकहए ndash

सदन गzwjपत मजरीत 2013 परारमभकzwjबरालzwjयरावसथराzwjदखभरालzwjऔरzwjमिकषरा परीएचआई लकनिग परा कल कदललरी

लदखक अपनद मौकलक लदख या शोध-पत सटॉफ़ट कटॉपरी (ययनरीकोड म) कद सार कनमन पतद पर या ई-मदल पर भजद ndash

अकादतमक सपादकपराथतमक तशषिक

परारतभक तशषिा तरभागराषzwjटीzwjय शतषिक अनसिान और परतशषिण पररषद

शी अरतरद मागवा नzwjयी तदलली 110 016ई-मल ndash prathamikshikshakgmailcom

रजि न 3242776

  • Cover I
  • Cover II
  • Chapter_Prathmik Shikshak july 2018
  • Cover III
  • Cover IV
Page 7: ISSN 0970-9312 izkFkfed f’k{kd - NCERT...भ ष हवच र हभव यह तर क सबस स तर म ध यम िै। हिंदी भाषा, स ंसार

पराथमिक मिकषक जलराई 20186

वयाकरण क मनयमो का जान न होनासहि क हनयम उपसगत और परतयय क योग स िबद बनान क हनयम हलग वचन रथा हवकार सबिी हनयम आहद का उहचर जान न िोन क कारण वरतनी सबिी अिषहधिया िोरी ि

हिदी भाषा क िषधि उचचारण रथा वरतनी हिकषण म अधयापक की भहमका अहर मितवपणत ि हविषकर पराथहमक सरर पर zwjतयोहक पराथहमक सरर पर सीिी गयी भाषा भहवषय म सीि जान वाल जान की आिारहिला ि इसी हवषय को धयान म रिर िए पराथहमक सरर पर हिदी-हिकषण क हलए परहिकषण ल रि हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का अधययन हकया गया

समसया कथन समसया कथन इस परकार ि mdash हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का परयोगातमक अधययन

चरो की पररचालन पररभारा वतषनीगत अशमधिया mdash एनसीईआरटी दारा हनहमतर दसवी ककषा की हिदी की पाठयपषसरक म आचायत मिावीर परसाद हद वदी दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का ििनrsquo नामक हनबि का शषरलि हिकषक-परहिकषषओ को हदया गया वरतनीगर अिषहधियो का रातपयत इस लि म हिकषक-परहिकषषओ दारा की जान वाली वरतनी सबिी अिषहधिया ि

उपचारातमक हसतकषप कायषकरम mdash उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण क हलए पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क मधय म सचाहलर गद-हिकषण की lsquoसपषटीकरण हवहिrsquo पर आिाररर रथा िोिाथथी दारा हनहमतर हतहदवसीय कायतकरम िमहदी माधयम क मशकषक-पमशकष mdash हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ स अहभपराय जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय क िीएलएि कायतकरम परथम वषत (हिदी माधयम) म अधययनरर सती एव पषरष हि कषक-परहि कषको स ि

अनसधानातमक पशन1 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा

हिकषक-परहिकषषओ दारा की गई हिदी की वरतनीगर अिषहधियो का वरतमान सरर zwjतया ि

2 zwjतया उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ दारा की गई वरतनीगर गलहरयो का हनराकरण करन म परभावकारी ि

शोध क उदशय1 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा

हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी हिदी की वरतनीगर अिषहधियो की रषलना करना

2 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का अधययन करना

3 ह ि द ी म ा ध य म क पष र ष ए व म ह ि ल ा हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव की रषलना करना

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 7

शोध की शनय पररकलपनाए1 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी

हिदी की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

2 हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का कोई साथतक परभाव निी पडरा ि

3 हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव म कोई साथतक अरर निी ि

शोध का सीमाकन1 इस िोि का सीमाकन कवल राषटीय राजिानी

कषत हदलली रक हकया गया ि 2 यि िोि कवल जाहमया हमहललया इसलाहमया

हवशवहवदालय म िीएलएि कायतकरम म अधययनरर हिकषक-परहिकषषओ रक सीहमर ि

3 यि िोि कवल हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ रक सीहमर ि

शोध मवमध तथा अनसधानातमक अमभकलपपरसरषर िोि म परयोगातमक हवहि का परयोग हकया गया ि इस िोि म परयोगातमक हवहि क lsquoएकल समि पवत परीकषण ndash पशच परीकषण अहभकलपrsquo का परयोग हकया गया ि

जनसखया एव नयादशष परसरषर िोि की लकय जनसखया ( t a r g e t population) हदलली म िीएलएि पाठयकरम हिदी माधयम म अधययनरर समसर हिकषक-परहिकषष ि इस िोि क हलए जाहमया हमहललया इसलाहमया हवशवहवदालय म िीएलएि हिदी माधयम म

अधययनरर 24 पषरष रथा 26 महिला हिकषक-परहिकषषओ का अधययन हकया गया नयादित (sample) क चयन म lsquoसोदशय नयादित रकनीकrsquo (purposive sampling technique) का परयोग हकया गया

शोध उपकरणो का मनमाषण तथा पदतो की सकलन पमकरया िोिक न पवत चयहनर नयादित पर एक समि क रप म हिदी वरतनी सबिी उनक जान का हनदानातमक परीकषण हकया हजसक हलए िोिक न एनसीईआरटी दारा हनहमतर दसवी ककषा की हिदी की पाठयपषसरक स आचायत मिावीर परसाद दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का िणिनrsquo नामक हनबि का चयन हकया इस हनबि का चयन इसम हिदी भाषा क कष छ रतसम िबद रपो रथा रढ िबदावली क परयोग क कारण हकया गया पवत परीकषण म िोिक क दारा आचायत मिावीर परसाद दारा हवरहचर lsquoसती हिकषा क हवरोिी कष रकणो का िणिनrsquo नामक हनबि सपषटरः पढ जान क साथ-साथ हिकषक-परहिकषषओ को अपनी उततर-पषहसरकाओ म शषरलि हलिन का भी हनददि हदया गया पवत परीकषण क आिार पर हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो का हवशलषण हकया गया रथा इसक अनषसार उनकी वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण क हलए िसरकषप कायतकरम का हनमातण हकया गया पवत परीकषण क चार हदन पशचार हतहदवसीय िसरकषप कायतकरम का सचालन हकया गया इस कायतकरम म हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो का हनराकरण गद-अधयापन की lsquoसपषटीकरण हवहिrsquo क माधयम स हकया गया

पराथमिक मिकषक जलराई 20188

इस हवहि म हिकषक-परहिकषषओ दारा अिषधि हलि गए िबदो की िषधि वरतनी रथा अथत उपसगत परतयय समास सहि-हवचछद पयातयवाची िबद हवलोम िबद अथत परसार रथा वाzwjतय-परयोग क माधयम स उन िबदो का हवशलषण करक समझाया गया रदोपरार छातो की समझ की जाच िरष उनि एक-एक करक िोिक क दारा बोल गए िबद शयामपटट पर िषधि वरतनी क साथ हलिन क हलए किा गया िसरकषप कायतकरम का सचालन रीन हदवस रक चला इसक चार हदन पशचार हिकषक-परहिकषषओ का पशच परीकषण हकया गया हजसम उनि विी शषरलि हलिन का हनददि हदया गया जो उनिोन पवत परीकषण म हलिी थी इस कायतकरम का एक अहरररzwjतर लाभ यि िआ हक हिकषक-परहिकषष िबदो की िषधि वरतनी क साथ-साथ उनक उहचर अथत समझ पाए रथा

हवशलषण हवहि क माधयम स पयातयवाची हवलोम िबद उपसगत परतयय सहि समास आहद क हवषय म भी सीि पाए साथ िी िबदो का वाzwjतय म परयोग कर पान म भी सकषम िो पाए

पयकत सामखयकीय तकनीकपरसरषर िोि म परयोगातमक हवहि क lsquoएकल समि पवत परीकषण और पशच परीकषण अहभकलपrsquo का परयोग हकया गया ि परापर परदततो का साहखयकीय हवशलषण यषहमर नयादित परीकषण (Paired sample lsquotrsquo test) क दारा हकया गया ि

उदशय 1 स सबमध त पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ दारा की गयी हिदी की वरतनीगर अिषहधियो की रषलना करना

तामलका 1 mdash उपचारातमक हसतकषप कायषकरम की सरचना

करस शबद अथष सपषzwjीकरण मवमध सपषzwjीकरण1 िोक दषःि िद हवलोम िषत

2 हवदमान उपहसथर परतयय हवद+मान

3 गि-सषि गिसथ सषि समास गि-सषि (रतपषरष समास)

4 िमत-िासत िमत सबिी िासत समास िमत-िासत (रतपषरष समास)

5 ससकर क गरथ ससकर की पषसरक अथत-परसार ससकर भाषा म हलिी िई विर पषसरक

6 कष हिहकषर बषरी हिकषा परापर हकय िए उपसगत कष +हिहकषर

7 सषहिहकषर अचछी हिकषा परापर हकय िए उपसगत सष+हिहकषर

तामलका 2 mdash सवततर नयादशष परीकषण ( Independent sample lsquotrsquo test)

वतषनीगत तरमzwjया अक

सखया माधय मानक मवचलन सवततरता-मिगी t का मान

p का मान

मzwjपपणी

छात 24 223 139 48 126 021 साथतक निी ि

छाताए 26 171 150

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 9

राहलका 2 स यि हनषकषत हनकलरा ि हक पषरष रथा महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

उदशय 2 स सबमधत पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क परभाव का अधययन करना

राहलका 3 क अवलोकन स पररीर िोरा ि हक t अनषपार 1013 ि रथा p का मान 000 ि जो 01 हवशवसररा क सरर पर साथतक ि अरः िनय

परीकषण क शषरलि म पवत परीकषण की रषलना म

हनमन वरतनीगर अिषहधिया की गयी ि अथातर

उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी

हसधि िआ ि

उदशय 3 स सबमध त पदतो का मवशलरण पररणाम तथा उनकी वयाखया हिदी माधयम क पषरष एव महिला हिकषक-परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप

कायतकरम क परभाव की रषलना करना

तामलका 3 यममत नयादशष परीकषण (Paired Sample lsquotrsquo Test)

यम अतर t का मान

सवततरता मिगी

p का मान (Sig 2 tailed)

माधय लाभाक

मानक विचलन माधय की मानक तरवि

वरतनी सबिी तषहटया पवत एव पशच परीकषण

152 106 150 1013 49 000

तामलका सखया 4 यममत नयादशष सामखयकी (Paired Sample Statistics)

सखया माधय लाभाक मानक मवचलन माधय की मानक तरविपवत परीकषण 50 196 145 206

पशच परीकषण 50 43 48 068

पररकलपना 2 को हनरसर हकया जारा ि यि हनषकषत हनकलरा ि हक हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का साथतक परभाव पडरा ि राहलका 4 क अवलोकन स पररलहकषर ि हक पवत परीकषण का माधय लाभाक 196 ि रथा पशच परीकषण का माधय लाभाक 43 ि पशच परीकषण क हनमन माधयाक स सपषट िोरा ि हक हिकषक-परहिकषषओ दारा पशच

राहलका सखया 5 क यष म 1 का अवलोकन करन स सपषट ि हक पषरष हिकषक-परहिकषषओ क पवत परीकषण रथा पशच परीकषण क सदभत म t का मान 859 ि जो 05 रथा 01 दोनो सररो पर साथतक ि हजसस यि हनषकषत हनकलरा ि हक हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म उपचारातमक िसरकषप कायतकरम परभावकारी ि इसी परकार महिला हिकषक-परहिकषषओ क पवत परीकषण रथा पशच परीकषण

पराथमिक मिकषक जलराई 201810

क सदभत म t का मान 610 ि रथा p का जो न कवल 05 सरर पर अहपरष 01 सरर पर भी साथतक ि हजसस यि सपषट चलरा ि हक महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क सषिार पर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम का सकारातमक परभाव पडा ि

राहलका सखया 5 का अवलोकन करन पर िम पार ि हक पवत परीकषण रथा पशच परीकषण म पषरष हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो क माधय का लाभाक 173 ि पवत परीकषण रथा पशच परीकषण म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनी सबिी अिषहधियो क माधय का लाभाक 1331 ि महिला हिकषक-परहिकषषओ का लाभाक पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म कम िोन का आिय यि ि हक पशच परीकषण म महिला हिकषक-परहिकषषओ न पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म वरतनी सबिी अिषहधिया कम की ि

शोध क पररणाम व मनषकरष1 पषरष हिकषक-परहिकषषओ रथा महिला परहिकषषओ

की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर निी ि

2 उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी ि

3 उपचारातमक िसरकषप कायतकरम पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म अहिक परभावकारी हसधि िआ ि

शोध क मनमहताथषपरसरषर िोि स यि सपषट ि हक पषरष हिकषक-परहिकषषओ रथा महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो म कोई साथतक अरर न िोन का अथत सभवरः यि भी ि हक पराथहमक सरर पर हिदी भाषा

तामलका 5 यममत नयादशष परीकषण (Paired Sample t Test)

यम अतर t का मान

सवततरता मिगी

p का मान (Sig 2 tailed)

माधय लाभाक

मानक विचलन

माधय की मानक तरवि

यष म 1 वरतनीगर तषहट (छात) पवत-वरतनीगर तषहट (छात) पशच

173 987 201 859 23 000

यष म 2 वरतनीगर तषहट (छाताए) पवत-वरतनीगर तषहट (छाताए) पशच

133 1112 218 610 25 000

तामलका सखया 6 यममत नयादशष सामखयकी (Paired Sample Statistics)

माधय लाभाक सखया मानक मवचलन माधय की मानक तरवियष म 1 वरतनीगर तषहट (छात) पवत 223 24 139 283

वरतनीगर तषहट (छात) पशच 50 24 453 092

यष म 1 वरतनीगर तषहट (छाताए) पवत 1712 26 1503 295

वरतनीगर तषहट (छाताए) पशच 381 26 515 101

हिदी माधयम क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो क हनराकरण िरष 11

की वरतनी हसिान म पषरष रथा महिला म कोई अरर निी िोरा ि उपचारातमक िसरकषप कायतकरम हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म परभावकारी हसधि िआ ि अरः पराथहमक सरर क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो का समान परकार क िसरकषप कायतकरमो क माधयम स हनराकरण हकया जा सकरा ि उपचारातमक िसरकषप कायतकरम पषरष हिकषक-परहिकषषओ की रषलना म महिला हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को कम करन म अहिक परभावकारी हसधि िआ ि इसका कारण सभवरः यि ि हक सामानयरः महिलाए पषरषो की रषलना म अहिक रीवर गहर स भाषा सीिरी ि रथा भाषा को िषधि रप म बोलन का आदित अनषकरण िीघररा स कर लरी ि

आग शोध क मलए सझाव bull हिदी भाषा क िषधि रप को हलिना हसिान क

हलए वरतनी-िषहधि अहर आवशयक ि इसक हलए उपचारातमक िसरकषप कायतकरम अतयर सिायक हसधि िो सकर ि अरः इनक परयोग दारा भाषा िषहधि की जानी चाहिए

bull उपचारातमक िसरकषप कायतकरम क हरिर समान परकार क िोि हवहभनन सरर क हिकषक-परहिकषषओ की वरतनीगर अिषहधियो को दर करन िरष हकय जा सकर ि

bull न कवल हिकषक-परहिकषषओ अहपरष सभी अकादहमक सररो क हवदाहथतयो की वरतनीगर अिषहधियो को िसरकषप कायतकरमो क माधयम स दर हकया जा सकरा ि

bull कष छ िसरकषप कायतकरम न कवल वरतनी-िषहधि अहपरष उचचारण-िषहधि िरष भी बनाय जा सकर ि

bull हवदालयी हिकषको की वरतनीगर अथवा उचचारण सबिी अिषहधियो क हनराकरण िरष भी कष छ आवशयकरा-क हरिर उपचारातमक िसरकषप कायतकरम बनाय जा सकर ि रथा सरकारी व हनजी हवदालयो क हिकषको पर परयोग हकय जा सकर ि

कष छ उपचारातमक िसरकषप कायतकरम न कवल हिदी भाषा बहलक अनय भाषाओ क िषधि हलहिर अथवा उचचररर रप को सीिनहसिान क हलए बनाय जा सकर ि

सदभषहरवारी भोलानाथ 2011 महदरी भाषा की सरचना वाणी परकािन नयी हदललीदहिया इदष 2015 lsquoवरतनी सबिी अिषहधियो क उपचारीकरण म अधयरा क हरिर रथा कायतकलाप-आिाररर अहिगम-अधयापन

उपागम की परभाविीलरा का परायोहगक अधययनrsquo अनमषका mdash अधयापक मिका की पमरिका िि 10 (1) राषटीय अधयापक हिकषा पररषद नयी हदलली पषठ 1ndash17

हमलस जी ई एव आरएल ग 2017 िमकक अनसधान बारिवा ससकरण हपयसतन एजषकिन लदन इ लिहसि साहवती 1992 महदरी मिकण लॉयल बषzwjतस पहबलकिन हलहमटि मरठ

िरोधारथी पीएचिी (हदरीय वषत) हिकषा हवभाग हदलली हवशवहवदालय

महदी बाल कावय का बदलता सवरप और बचच

2

टीना कष मारी

समयानषरप बदलर कावय म बचचो की आकाकषाए उनका वयविार सवभाव बिबी उभरा ि बचचो क मसरी भर रोचक कारनामो और ियालो स लकर आिषहनकरा क साथ उभर बचच का अकलापन और दोसरो का अभाव सब कष छ कहवराओ म हबिरा ि बाल कावय की याता क दौरान परवहतत या एव हमजाज भी बदल ि यि लि हिदी बाल कावय क बदलाव को िी करीब स दिरा ि कावय कवल रथयो क साथ िी निी कहवराओ क बदलर हमजाज को उदािरण सहिर समझन की कोहिि कररा ि हलहिर रप म हपछल सौ वषणो क दौर का कावय मोट रौर पर कसा हदिरा ि और बचचो स कस जषडरा ि आहद की एक कडी दिन को हमलरी ि

बाल साहितय का मल आिय बालक क हलए सजनातमक साहितय स ि बाल साहितय का उदशय बाल पाठको का मनोरजन करना िी निी अहपरष उनि आज क जीवन की सचचाइयो स भी पररहचर कराना ि पराचीन बाल साहितय क रप म लोक कथाए लोररया और िलगीर हलए जा सकर ि यषग पररवरतन क साथ-साथ इनका मौहिक आदान-परदान िोरा रिा ि बाल साहितय की सषरमयी िारा ि mdash बाल कावय बाल साहितय क हवहवि अगो म बालय कावय का हवहिषट सथान ि सामानयरः नवजार स 16 वषत की आयष को बालपन माना गया ि और इनक हलए हलिा कावय बाल कावय ि पाच स चौदि वषत रक का बाल वगत बाल कावय स जषडा वासरहवक वगत ि

(िोभाल 1990) बाल कावय म रषकबदी लोरी पिहलया हिकषापरद कहवराए चषटकष ल जीभ क कररब और अगरजी राइमस स परभाहवर कहवराए रिी जा सकरी ि (घोष एव कष मार 1999) हिदी बाल कावय म लोररयो एव हििष गीरो की समधि िारा ि बाल कावय म िल गीरो को भी समाहिर हकया गया ि हिदी बाल कावय बालक क जीवन म छष टपन स िी लोररयो क रप म घषलन लगरा ि बाल कहवरा का नटिट अग हििष गीर यहद अचछ िो रो बचच क मन पर एक ररि का सथायी छाप छोडर ि और बड िोन पर भी उनका परभाव फीका निी पडरा कहवराए वणतन करन का सवाभहवक ररीका भी बिबी हसिारी ि बचचो म कलपनाओ की गहर अतयहिक रीवर िोन पर

हिदी बाल कावzwjय का बदलता सzwjवरप और बचzwjच 13

कभी-कभी असगर और असबधि िो जारी ि बचच ऐसी कलपनाओ की अहभवयहzwjतर बालगीरो म पाकर आनहदर िोर ि इस परकार क बाल गीर हनरथतक बाल गीर कि जार ि इनम कलपना की हवहचतरा िोरी ि जो परसननरा दरी ि mdash

दि जलबी जगाउसक अदर मगगाराममहरत हतपाठी क अनषसार बाल कावय का सत

लोरी ि व 3ndash5 वषत क बचचो िरष 4ndash8 पहzwjतरयो वाली रषकानर धवनयातमक िबदो वाली लयबधि कहवराओ को उहचर मानर ि आरभ म बाल साहितय बडो क हलए हलि गए साहितय क रप म िी था हफर इनिी स बचच लाभाहनवर िोन लग िनः िनः हििष गीरो और बाल कहवराओ न भी जनम हलया बाल कावय बचचो की सजीव कलपना और सिज भावनाओ की अहभवयहzwjतर का सषदर माधयम बना बचच क मन म अपन पररवि घर पररवार आसपास क मािौल और दषहनया की पिली छाप इनिी कहवराओ स पडरी ि य नटिट कहवराए कवल कहवराए निी बहलक बचचो क हलए रग-हबरग हिलौन भी ि हजनस वि मनमान ढग स िलर ि वि िसरा ि हकलकरा ि और यिा रक हक उसक साथ-साथ सवय भी रचरा ि और अपनी कलपना की भि िार कररा ि mdash

चि राजा ि िरानचलर िरदम सीना रानइसीहलए रो हबलली मौसीिीचा कररी उनक कानकलकतत स गाडी आईटॉफी हबसकष ट कल लाई

गाडी बोली ई- ई- ईआिा उसन सीटी दीअमीर िषसरो की कष छ मषकररयो और पिहलयो

दारा भी बाल कावय की झलक हमलरी ि उदािरणाथत mdash एक थाल मोरी स भरा सबक हसर पर औिा िराचारो ओर वि थाली हफर मोरी उसम एक न हगर

(आकाि)भहzwjतरकालीन एव रीहरकालीन कहवयो दारा

हलिी गई सरल भाषा वाली कष छ कहवराए बालको क हलए उपयोगी ि साथ िी रसिान एव सरदास दारा lsquoशीकषण का बाल वणतनrsquo अहदरीय ि हकरष य सभी बाल कावय की शणी क पमानो पर परी ररि स िर निी उररर बाल कहवरा बालमन क हनकट की बालक क हलए रचना िोरी ि जबहक बालक दारा रहचर रचना बडो क हलए भी िो सकरी ि और परायः िोरी ि बचच भी बडो स जयादा बार किन की कषमरा रिर ि बाल कहवरा अपन समय क बचच स िी पररणा क हलए िोरी ि उदािरण क हलए समय हविष की जररर परभाव वारावरण इतयाहद का धयान िोन स िी रचना सदा परासहगक बनी रिरी ि बाल कावय अथातर बचचो का कावय बालयावसथा की कष छ हविषराए या परवहततया जसmdash हजजासा कलपना रचनातमकरा हनददि सयम की परवहतत आतम परदितन की परवहतत अनषकरण की परवहतत सपिात सिानषभहर हवनय और आवरतन इतयाहद िोरी ि ऐसा कावय जो इन परवहततयो को धयान म रिकर हलिा जाए विी उततम कावय ि कलपना कावय की भाषा िोरी ि बाल कावय कलपना वभव स सपनन कावय ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201814

परकािमनष की पषसरक महदरी बाल कमता का इमतहास म मोट रौर स बाल कहवरा को हनमनहलहिर रीन चरणो म बाटा ि mdash 1 परारहभक यषग (1901ndash1947)2 गौरव यषग (1947ndash1970)3 हवकास यषग (1971 )

सवरतरा स पवत क समय म गषलामी क बिनो को काटन क हलए बालको क वयहzwjतरतव हनमातण की पररणा स िषर-िषर म सायास बाल कहवराए हलिी गइइ व दिभहzwjतर और उपदिातमकरा क भार स अहरिय दबी िई कहवराए ि बाल कावयकार बालक क वयहzwjतरतव को आदिणो और सासकहरक पषठभहम क अनषसार ढालना चािरा था अरः मनोवजाहनक दहषट बाल कावय म पणतरः हवकहसर निी िो पाई हकरष इसी दौर म िडी बोली हिदी कहवरा क जनमदाराओ म स एक पहिर शीिर पाठक उललिनीय ि हिदी क परारहभ क बाल गीरकारो म हगन जान वाल शीिर पाठक जी न बाल सवभाव बाल-मनोवहतत एव बाल-मनोहवजान का धयान रिर िए सरकत रा क साथ-साथ बाल कावय क हलए हवषयो का चयन हकया ि इनकी कहवराओ का चचल एव हिलदपन िास रौर स भारा ि इस कहवरा म भाररीय वारावरण की गमतजोिी और बचच का लगाव एव उसका कलपना ससार दोनो िी बहढया ढग स सामन आर ि इसका एक उदािरण इस परकार ि mdash

ldquoबाबा आज दल छ आएहचजजी-हपजजी कछष न लाए बाबा zwjतयो निी हचजजी लाएइरनी दली छ zwjतयो आएrdquo

इसी दौरान हवदाभषण हवभष की lsquoघम िाथी झम िाथीrsquo बडी चहचतर रचना रिी हवदाभषण हवभष न हिदी क परारहभक दौर म अनक सषदर हििष गीर हलिकर एक बड अभाव की पहरत की इस काल म lsquoहििषrsquo एव lsquoबालसिाrsquo जसी मितवपणत बाल पहतकाओ न बाल कहवरा को आग ल जान म मितवपणत भहमका हनभायी ldquoमहथलीिरण गषपर रामनरि हतपाठी अयोधया हसि उपाधयाय lsquoिररऔिrsquo जी क इस काल म बाल कावय की हिदी कहवरा म आग चलकर जो रप और परवहततया हदिाई पडी mdash चाि नाटकीय ढग की कथातमक कहवराओ का चलन िो या हफर धवनयातमक परभावो क जररए बचचो क मन को ररझान और परभाहवर करन की कोहिि बीज रप म य सभी चीज हिदी बाल कहवरा क इस दौर स आरी िrdquo (मनष 2003)

इस िारा म आग का समय (1947 स 1970) यिा उभरी सषदर एव हवहवि परवहततयो को और हवसरार दन वाला रिा हिदी बाल कहवरा हजरनी मषzwjतर और बिरगी इस दौर म थी उसन जसी अदभषर उडान भरी और जीवन हजरना िषलकर नाटकीय सवगो क साथ इस यषग की बाल कहवरा म आया वि अहदरीय था हनरकार दव सवक सवदशवरदयाल सzwjतसना दामोदर अगरवाल इतयाहद नामो न इस दौर को बिचहचतर एव सदव लषभावनी बनी रिन वाली बाल कहवराए दी उदािरणाथत mdash

ldquoइबनबररा पिन क जराहनकल पड रफान मथोडी िवा नाक म घषस गई थोडी घषस गई कान मrdquo

(सवदशवरदयाल सzwjतसना)

हिदी बाल कावzwjय का बदलता सzwjवरप और बचzwjच 15

यि कहवरा एक अजब सी कॉमिक zwjटजडरी का आभास दरी ि lsquoइबनबरराrsquo जसा कोई दमदार पात बाल कावय म निी हदिरा इसी समय शी परसाद जी की कहवराए छद और लय की उसरादी और सपणतरा का अिसास दरी ि उदािरणाथत mdash lsquoमषगद की िादीrsquo का रोचक हचत दहिए mdash

ldquoढम-ढ ढम-ढम ढोल बजाराकद-कदकर बदरछम-छम घघर बाि-बाि नाचराभाल मसर कलदर कष ि-कष ि क कोयल गारीमीठा-मीठा गाना मषगद की िादी म ि बसहदन भर मौज मनानाrdquo

(शी परसाद)सोिनलाल हदवदी सषहमतानदन पर रामिारी

हसि lsquoहदनकरrsquo बालसवरप रािी इतयाहद बाल कावय की रजपणत हवभहरया इसी समय कायतरर थी

दामोदर अगरवाल रहचर lsquoहबजलीrsquo पर हलिी सववोततम कहवरा इसी काल की ि बाल कावय की याता म रमि रलग की यि कहवरा एक नया आयाम और पडाव दरी ि mdash

ldquoअल छष बि िो गईआगल बषिाल लमममी क कमल की रीद थमाल लrdquoइस कहवरा म एक बचचा ि और उसकी

वयसररा क सभी कारण सचच ि यि सहकरय और हज ममदार बचचा काफी िरफनमौला ि और बचच की एक नई छहव दरा ि रमि रलग की यि कहवरा

बाल कावय को एक नई सोच बदलरी छहवयो और पररीको की ओर मागत हदिान म अहदरीय ि 1971 अब रक का समय वि ि जब एक निी अहपरष रीन स चार पीहढयो क कहव एक साथ बाल कावय सजन म लीन थ इस दौर म हदहवक रमि परयाग िषzwjतल चरिदतत इदष गोपीचद शीनगर इतयाहद कहव सजन म लग थ यि जानना मितवपणत ि हक इस दौर की कहवरा दारा पिली बार हवचार रतव का दिल हदिाई हदया बचच पर बसर और पढाई का बोझ रथा उसकी भीररी दषहनया की उलझन बाल कहवरा म नजर आइइ कई परमषि बाल कहवयो न इस दौर म बचच क लगारार भारी िोर िए बसर क बोझ और उसस दबकर lsquoमषहzwjतरrsquo क हलए कारर अनषरोि करर बचच क कारण माहमतक हचत आहद अपनी कहवराओ म उकर ि बचच की हवविरा हनिायर सचच और हदयरिावक क रप म जसी बाल कहवरा म परकट िई ि वसी िायद िी किी और सामन आई इसी ररि आिषहनकरा क साथ बचच का अकलापन और दोसरिीनरा भी कहवराओ म झलकी ि इस दौर की बाल कहवरा सपनो की घाटी म िी हवशाम निी लरी बहलक बदल िए समय की मषहशकलो और आपदाओ स भी दो-चार िोरी ि िम दि सकर ि हक बाल कहवराओ की याता क दौरान परवहततया एव हमजाज भी बदल ि बाल कावय चाि जस भी दौर स गषजरा हकरष यि सतय ि हक कहवरा न हपछल सौ बरसो स पीढी-दर-पीढी भाररीय बचपन का मानहसक और भावातमक पोषण हकया उस उनमषzwjतर िसी उमग और मीठी हिला हिलािट दी बचचो की कलपना और हजजासा-हकषहरजो का हवसरार

पराथमिक मिकषक जलराई 201816

करक उस सहदय इसान और बिरर नागररक बनान की पषखरा नीव रिी

हिदी बाल कावय िम भाषा और सपरषण क हवकास की नीव परदान कररा ि धवहन अपन पराकहरक पररवि परपरा और सामाहजक रिन-सिन स सयोहजर िोरी ि हजस पराकहरक और सामाहजक पररवि म बचचो की मानहसकरा का हवकास िोरा ि बाल कावय उसस िी परररर िो भाषा का हवकास कररा ि इस साहितय म झाककर दि रो िम बचचो क सवभाव और हवकास करम का एक रोचक पररचय हमलरा ि और भाषा की वाहचक िरोिर क एक मितवपणत हिसस को दि पार ि बाल कावय की मौहिक िारा न जान कब स बचचो क भावो सदभणो जीवन पररवरतन को गहर व हवसरार दर िए एक पीढी स दसरी पीढी को द रिी ि वरतमान म बाल कावय मौहिक परपरा क हलए दादा-दादी का साहनधय सयषzwjतर पररवार िल मिली इतयाहद माधयमो का अभाव-सा िोरा जा रिा ि विी दसरी ररफ हवदालयी जीवन कडा िोरा जा रिा ि किी-किी पाठयचयात म कष छ सरर पर बाल कावय का परयोग भी

हदिरा ि हकरष बालकावय परपरा म जो अरर आय ि उनि िोजन और हवचार करन की आवशयकरा ि

मनषकरषहिदी बाल कहवराओ का यि हनहवतवाद गषण ि हक व हसफत बचचो को सबोहिर िी निी ि बहलक परी ररि बचचो की चीज ि बचचो क िलन एव गान-गषनगषनान की चीज हजन पर पिला और आहिरी िक भी बचचो का िी ि व हलिी भल िी बडो दारा गई िो मगर व ि बचचो की चीज बाल कावय अपन 100 वषणो की परपरा म हवहविरा और माता दोनो सररो पर गिन िआ ि हपछल 100 वषणो स पीढी-दर-पीढी भाररीय बचपन का मानहसक और भावातमक पोषण इन कहवराओ स िआ ि िमारी lsquoशषहर आिाररर जान परपराrsquo म भी कहवराए अनवरर बिरी-सी रिी ि उनमषzwjतर िसी उमग और मीठी हिल-हिलािटो क साथ-साथ कहवराओ न बचचो की कलपना और हजजासा-हकषहरजो का हवसरार करक उस सहदय इनसान और बिरर नागररक बनान म मितवपणत योगदान हदया ि

सदभषघोष आिीष एव कषण कष मार (सपा) 1999 गडबडझाला राषटीय पषसरक नयास नयी हदललीिोभाल कष सषम 1990 महदरी बाल कावय ि कलपना ए पतरीक तत लाइबरी बषक सटर मालीवाडा हदलली मनष परकाि 2003 महदरी बाल कमता का इमतहास मिा बषzwjतस िािदरा

िरोधारथी हि कषा िासत हवभाग क रिीय हि कषा ससथान हदलली हवशवहवदालय हदलली

समावशी मशकषा म मशकषण अमधगम पमकरया

अहिलि यादव

3

समाविी हिकषा कवल एक दहषटकोण िी निी बहलक एक माधयम भी ि हविषकर उन लोगो क हलए हजनम कष छ सीिन की ललक िोरी ि और जो रमाम अवरोिो क बावजद आग बढना चािर ि यि इस बार को दिातरा ि हक सभी यषवा चाि व सकषम िो या हवहभनन रप स सकषम उनि सीिन योय बनाया जाए इसक हलए एक समान सकलndashकरच पवत पराथहमक हवदालय सकलो और सामषदाहयक हिकषा वयवसथा रक सबकी पिच सषहनहशचर करना बिद जररी ि यि हसफत लचीली हिकषा परणाली स िी सभव ि भारर म हदवयाग स सबहि र काननी पराविानो क इहरिास का परारभ वषत 1944 म साजजट ररपोटत स माना जारा ि हजसम यि किा गया था हक हदवयागरा यहद हविष

हवदालय क अनषकल ि रभी हदवयाग वयहzwjतरयो को हविष हवदालय म भजा जाना चाहिए इसी बार पर कोठारी आयोग (1966ndash68) न भी जोर हदया और हदवयाग लोगो की हिकषा को हिकषा नीहर का एक अहभनन अग माना भारर म समाविी हिकषा की िषरआर क हलए lsquoहदवयागो क हलए समहकर हिकषाrsquo योजना 1970 क दिक म परारभ की गयी हजसका उदशय हदवयाग बचचो को सामानय हवदालय म िाहमल करना व िहकषक अवसर परदान करन क साथ िी साथ सभी सरर पर उनि समषदाय स जोडना था इसक बाद अनक योजनाए परारभ की गयी पररष समाविी हिकषा क कषत म वषत 2000 मितवपणत ि जब एनसीईआरटी न मदालयरी मि का क मलए

समाज का हवकास मानवीय कषमरा क हवकास पर हनभतर कररा ि समाज म हवकास क हलए सभी का सियोग वाहछर ि हिकषा समाज क हवकास म सबस मितवपणत कारक ि हिकषा को वयहzwjतर की दकषरा बढान का सािन िी निी बहलक लोकरत म सहकरय भागीदारी हनभान और अपन सामाहजक जीवन-सरर म सषिार क हलए भी आवशयक माना जारा ि भारर म हदवयागो की सखया अहिक ि और इनक हवकास क हबना दि का पणत हवकास सभव निी ि भारर म हदवयागो क हलए हिकषा वयवसथा का एक बदलरा सवरप हदिाई द रिा ि वो ि mdash lsquoसमाविी हिकषाrsquo

पराथमिक मिकषक जलराई 201818

पाठयचयाया राषzwjटरीय की रपरखा 2000 म समाविी हवदालयो पर बल हदया भारर म समाविी हिकषा क हलए वषत 2009 मितवपणत रिा zwjतयोहक इसी वषत lsquoहिकषा का अहिकार अहिहनयमrsquo पाररर हकया गया हजसम 6ndash14 वषत क बचचो को हनःिषलक एव अहनवायत हिकषा का सविाहनक अहिकार परदान हकया गया

अररातषटीय सरर पर समाविी हिकषा क हलए lsquoसलमाका सममलनrsquo 1994 मील का पतथर साहबर िआ यि सममलन जन 1994 म सपन क सलमाका ििर म आयोहजर िआ हजसम 92 दिो क परहरहनहियो व 25 अररातषटीय ससथाओ न भाग हलया इस सममलन का परमषि हनणतय था lsquoसभी क हलए हिकषा हजसम बचच यषवा और हविष आवशयकरा वाल लोगो (हदवयागो) को सामानय हिकषा वयवसथा म हिकषा परदान करनाrsquo

यनसको (2016) क अनषसार समाविी हिकषा का रातपयत उस हिकषा स ि जो mdash1 यि हवशवास कररी ि हक सभी बचच सीि सकर

ि और सभी बचचो की अलग-अलग परकार की हविष आवशयकराए िोरी ि

2 हजसका लकय सीिन की कहठनाइयो की पिचान और उनका परभाव नयनरम करना ि

3 जो औपचाररक हिकषा स बािर ि और घर समषदाय एव हवदालय स बािर हिकषा क अनय अवसरो पर भी बल दरी ि

4 अहभवहततयो वयविारो हिकषण हवहि पाठयकरम एव वारावरण को पररवहरतर करन की वकालर कररी ि राहक सभी बालको की हविष आवशयकराए परी िो सक

समावशी मशकषासमाविी हिकषा स अहभपराय ि हक वि हिकषा हजसम हदवयाग एव अनय सामानय हवदाथथी को एक साथ एक िी ककषा म भदभाव रहिर वारावरण म हिकषा परदान की जाय हजसस हदवयाग हवदाथथी समाज म आसानी स समायोहजर िो जाए जसा हक एनसरीएफ 2005 म बरलाया गया ि हक समाविन की नीहर को िर सकल और सारी हिकषा वयवसथा म वयापक रप स लाग हकए जान की जररर ि बचच क जीवन क िर कषत म वि चाि सकल म िो या बािर सभी बचचो की भागीदारी सषहनहशचर हकए जान की जररर ि सकलो को ऐस क रि बनाए जान की आवशयकरा ि जिा बचचो क जीवन की रयारी कराई जाए और यि सषहनहशचर हकया जाए हक सभी बचचो िासकर िारीररक या मानहसक रप स असमथत बचचो समाज क िाहिए पर जीन वाल बचचो और कहठन पररहसथहरयो म जीन वाल बचचो को हिकषा क इस मितवपणत कषत क सबस जयादा फायद हमल

यहनसफ यनसको की ररपोटत एनसीएफ 2000 एव 2005 म बरलाया गया ि हक समाविी हिकषा म हदवयाग (िारीरर क हदवयाग दहषट बाहिर हदवयाग वाक बाहिर हदवयाग सवहलनरा सीिन की अकषमरा यषzwjतर हदवयाग) िहकषक हपछड भाषायी अलपसखयक सामाहजक-आहथतक रप स कमजोर बचच गरामीण पषठभहम क बचच जनजारीय बचच घषमर समाज क बचच कामकाजी समि क बचच आहद िाहमल ि

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 19

मवदाथथी एव मशकषक mdash समावशी मशकषा सकलो म अzwjतसर िम कष छ हगन-चषन बचचो को िी बार-बार चषनर रिर ि हजसस इस छोट समि को रो ऐस अवसरो स फायदा िोरा ि उनका आतमहवशवास बढरा ि और व सकल म लोकहपरय िो जार ि लहकन दसर बचच बार-बार उपहकषर मिसस करर ि और सकल म पिचान जान और सवीकहर की इचछा उनक मन म लगारार बनी रिरी ि रारीफ करन क हलए िम शषठरा और योयरा को आिार बना सकर ि लहकन अवसर रो सभी बचचो को हमलन चाहिए और सभी बचचो की हवहिषट कषमराओ को भी पिचाना जाना चाहिए और उनकी रारीफ िोनी चाहिए इसम हविष जरररो वाल बचच भी िाहमल ि हजनि हदए गए काम को परा करन म जररर समय या मदद की जररर िोरी ि जयादा अचछा िोगा अगर हिकषक ऐसी गहरहवहियो की योजना बनार समय ककषा म बचचो स चचात कर और यि सषहनहशचर कर ल हक परतयक बचचा अपना योगदान द पाए इसीहलए योजना बनार समय हिकषको को सभी की भागीदारी पर हविष धयान दन की जररर ि यि उनक परभावी हिकषक िोन का सचक बनगा सकल परिासको और हिकषको को यि समझना चाहिए हक जब हभनन सामाहजक-आहथतक और सासकहरक पषठभहम और हभनन कषमरा सरर वाल लडक-लडहकया एक साथ पढर ि रो ककषा का वारावरण और भी समधि रथा पररक िो जारा ि

सभी परकार क बचचो जस आहथतक रप स कमजोर (गरीब) कामकाजी बचचो को िाहमल कर सषदर गरामीण बचच घषमर जनजाहर क बचच

हकसी हनहदषट सथान पर रिन वाल बचच हविष आवशयकरा वाल बचच भाषायी अलपसखयक और सीिन की अकषमरा यषzwjतर बचचो आहद को समाविी हिकषा दारा हिहकषर हकया जाना चाहिए

समाविी हिकषा म हिकषक की भहमका मितवपणत िोरी ि समाविी हिकषा की ककषा परहकरया म हिकषक क दहषटकोण (अहभवहतत) एव वयविार मितवपणत भहमका का हनवतिन करर ि राम (2014) न अपन िोि कायत म पाया हक हिकषको का हदवयाग हवदाहथतयो स परशन न पछना एव उनक गि कायत की जाच को अनय हवदाहथतयो क समान न करना इस परकार का वयविार इन बचचो को बहिषकरण की ररफ िकलरा ि हिकषको का इस परकार का दहषटकोण एव वयविार समाविी हिकषा क गठन एव सफल सचालन म कहठनाई उतपनन कररा ि सामानयरः हिकषक का दहषटकोण एव वयविार हदवयाग हवदाहथतयो क परहर सिानषभहरपणत िोरा ि हिकषक इस परकार क हवदाहथतयो को अनयो स कमजोर समझरा ि या उसकी यि अिरी समझ िोरी ि हक यि हवदाथथी सीि निी सकर हजसस य बचच ककषा म िोर िए भी अपन को ककषा स अलग पार ि जयादारर हिकषक हदवयाग एव अनय इस परकार क हवदाहथतयो क परहर सिानषभहरपणत दहषटकोण अपनार ि कलाम (2013) न अपन िोि म बरलाया हक हिकषको को सिानषभहर क बजाय समानषभहर का दहषटकोण अपनाना चाहिए हजसस य हवदाथथी अपन आप को ककषा म अनय हवदाहथतयो स हभनन निी समझ समानषभहर पणत दहषटकोण हदवयागो को अनय हवदाहथत यो क समान मजबर बनन म सिायक िोरा ि हजसस समाविी हिकषा म ककषा

पराथमिक मिकषक जलराई 201820

की सीिन-हसिान की परहकरया एक पकषीय न िोकर हदपकषीय िो जाएगी

मशकषण अमधगम पमकया mdash समावशी मशकषा एनसरीएफ 2005 म समाविी ककषा हिकषण क सबि म बरलाया गया ि हक lsquoरचनातमक पररपरकय म सीिना जान क हनमातण की एक परहकरया ि हवदाथथी सहकरय रप स पवत परचहलर हवचारो म उपलबि सामगरी गहरहवहियो क आिार पर अपन हलए जान की रचना करर ि (अनषभव) पछराछ अनवषण परशन पछना वाद-हववाद वयाविाररक परयोग व ऐसा हचरन हजसस हसधिार बन सक और हवचारहसथहरयो की रचना िो सक य सभी बचचो की सहकरय वयसररा को सषहनहशचर करर िrsquo

सकली हिकषा म अहिगम का एक बडा हिससा अब भी वयहzwjतर-आिाररर ि अधयापको को lsquoजानrsquo िसरारररर करन वालो क रप म दिा जारा ि अधयापको को उन अनषभवो का आयोजक समझा जारा ि जो बचचो क सीिन म सिायक िोर ि समाविी हिकषा म ककषा हिकषण परहकरया और अहिगम परहकरया क सबि म यनसको एनसीईआरटी न अपनी ररपोटत म कई मितवपणत सषझावो का वणतन हकया ि जस हक यनसको न अपनी ररपोटत म समाविी हिकषा म हिकषण-अहिगम परहकया िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय ि mdash1 ककषा का वारावरण सीिन क हलए सवसथ एव

भदभाव रहिर िो2 हिकषण हवहि रोचक िो एव हवहभनन उमर समि

क अनषकल िो रथा छातो को सीिन क हलए परररर करन वाली िो

3 हिकषण मषखयरः गहरहवहि आिाररर िो4 सभी सीिन वाल बचचो की आवशयकरानषसार

सामगरी उपलबि करायी जाए (दहषटबाहिर हदवयाग शवण हवकार हदवयाग आहद को धयान रिकर)

5 हिकषक अहभभावक और नागररक साथ हमलकर कायत कर

6 ककषा हिकषण की भाषा बचच क अनषसार (मारभाषा) िो

7 सभी बचचो का हिकषण सषरकषातमक लहगक उततरदायी एव उतसािजनक वारावरण म िो

एनसीईआरटी(2017) न समाविी हिकषा म ककषा हिकषण िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय mdash

bull दहषट हवकार हदवयाग क हिकषण िरष mdash गर दहषट आिाररर ररीको दारा सीिना जस mdash सपित वासरहवक ठोस पदाथत का परयोग सषनना हजसम हवसरर और वणतनातमक हनददिो को अहिक उपयोग म लाना िाहमल ि सषगि और सवाद mdash वासरहवक और ठोस पदाथणो की िषिब और सवाद का उपयोग करना उपलबि हविष हिकषण सामगरी (बल टलर फम और गहणर हवजान एव अनय हकट) का उपयोग

bull शवण हवकार हदवयाग क हिकषण िरषmdash अनय इहरियो का सीिन क माधयमो क रप म उपयोग (जसmdash इिार िारीररक भाषा िावभाव को पढना) वासरहवक अनषभव परदान करन क हलए दशय क रप म सामगरी का उपयोग सीिी जान वाली सामगरी को धवहन आिाररर जानकारी क रप म उपयोग म लान क हलए यि समझ बनाना जररी ि हक इन बचचो क हलए हकस ररि स हिकषण कायत हकया जाए

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 21

bull िारीररक अकषमरा हदवयाग क हिकषण िरष mdash ककषाओ को सषलभ बनाए परीकषाओ को परा करन म अहरररzwjतर समय द ककषा म बठन क सषलभ सािन उपलबि कराए सपरषण क वकहलपक सािनो यथा mdash आहियो ररकॉितर िाव-भाव का परयोग कपयटर का उपयोग आहद

समाविी हिकषा म ककषा हिकषण की सकलपना सभी बालको क समहनवर हवकास पर आिाररर िोरी ि अरः हिकषक को ककषा म उपहसथर बचचो की हवहभननरा को धयान म रिर िए हिकषण कायत करना चाहिए हवहभनन रप स समकष (दहषट बाहिर हदवयाग वाकबाहिर हदवयाग शवण हास हदवयाग आहद) बचचो की हविष आवशयकराओ क मदनजर हिकषण म हिकषक को वारावरण को रहचकर बनाना आकषतक एव उपयषzwjतर हवहभनन हिकषण सामहगरयो आहद का परयोग करना हिकषण अहिगम की परहकरया म सभी बालको की सहकरय भागीदारी सषहनहशचर करना आहद हकरयाओ को सहममहलर करना चाहिए

समाविी हिकषा म ककषा हिकषण कायत जहटल परहकरया ि समाविी हिकषा की ककषा म हवहभनन रप स सकषम (िारीररक दषटबाहिर शवण हास हदवयाग) एव सामाहजक-आहथतक रप स कमजोर पषठभहम क कषत स बचच िोर ि हजनकी कष छ हविष आवशयकराए िोरी ि समाविी हवदालय की ककषाओ म हिकषक को हवदाहथत यो क अनषकल हिकषण हवहि (सिकारी हिकषण एव पररयोजना आिाररर हिकषण) का उपयोग हकया जाना चाहिए हजसस सभी हवदाहथत यो का सीिना सभव िो जाए अरः यिा इस बार पर धयान दना जररी ि हक मामली अकषमराओ स गरसर हजन बचचो को मषखयिारा क बािर रिा

जारा ि उनकी जरररो को परा करन क साथ-साथ समाविी हिकषण पधिहर हनयहमर ककषाओ म पिल स मौजद ऐस सकडो हवदाहथतयो को भी लाभ पिचारी ि जो मामली स लकर मधयम दजद की सीिन की कहठनाइयो को अनषभर करर ि इन कहठनाइयो को अहिकािर न रो पिचाना जारा ि और न िी उनका समािान हकया जारा ि सकल म िराब परदितन क कारण इन बचचो क सकल छोड दन का िररा बना रिरा ि व कभी भी िकषहणक सफलरा िाहसल न कर सकन क अलावा अपन बड िोन क पर दौर म सषिार न जा सकन वाल मनोवजाहनक रथा भावातमक आघारो स पीहडर रिर ि

इस परकार समाविी हिकषा म ककषा हिकषण िरष हनमनहलहिर सषझाव परसरषर हकय जार िmdash1 ककषा का वारावरण भदभाव रहिर सभी

सीिन वाल क अनषकल िोना चाहिए जसा एनसरीएफ 2005 म बरलाया गया ि हक lsquoसावजतहनक सथल क रप म सकल म समानरा सामाहजक हवहविरा और बिलरा क परहर सममान का भाव िोना चाहिए साथ िी बचचो क अहिकारो और उनकी गररमा क परहर सजगरा का भाव िोना चाहिए इन मलयो को सजगरापवतक सकल क दहषटकोण का हिससा बनाया जाना चाहिए और उनि सकली वयविार की नीव बनना चाहिए सीिन की कषमरा दन वाला वारावरण वि िोरा ि जिा बचच सषरहकषर मिसस करर ि जिा भय का कोई सथान निी िोरा और सकली ररशरो म बराबरी और जगि म समरा िोरी िrsquo

2 ककषा का हिकषण वयाविाररक जान स जोडकर हकया जाना चाहिए समाविी हिकषा की ककषा

पराथमिक मिकषक जलराई 201822

हिकषण हवहि क रप म सिकारी हिकषण पररयोजना आिाररर हिकषण एव सियोगातमक हिकषण का उपयोग हकया जाना चाहिए

3 ककषा हिकषण म पाठयचयात स जषडी सामगरी का उपयोग हकया जाना चाहिए जसmdash मॉिल चाटत मानहचत ऑहियो-हवहियो कपयटर एव आईसीटी (सचना सपरषण रकनीकी) का उपयोग कर साथ िी हिकषण ककषा हिकषण क पिल इन सामहगर यो की उपलबिरा भी सषहनहशचर कर

4 ककषा हिकषण म हविष रप स सकषम (हदवयाग) को अहिक स अहिक सीिन की सामगरी उपलबि कराई जाए जस mdash दहषटबाहिर बचचो को बल एव शवण बाहिर बचचो को दशय आिाररर सामगरी आहद

5 सामानय हवदालय हिकषको को समाविी हिकषा को सदभत म रिकर परहिकषण परदान हकय जाए उनि समाविी हिकषा परहरमान िरष ककषा हिकषण दकषरा स यषzwjतर बनाया जाए अधयापक परहिकषण कायतकरम एव पाठयकरम को समाविी हिकषा क सदभत म रिकर पररवरतन की आवशयकरा ि

6 सकल सरर पर पाठयचयात का पषनहवतकास एव पषनहनतिातरण करन की आवशयकरा ि zwjतयोहक एनसरीएफ 2005 म इस बार का वणतन हकया गया ि हक वरतमान पाठयचयात को समाविी हिकषा क अनषकल हनिातररर हकय जान की आवशयकरा ि

मनषकरष समाविी हिकषा म ककषा हिकषण कायत छातो क अनषरप एव उनकी आवशयकरा को धयान म रिकर हकया जाए हिकषण इस परकार स िो हक जो हवदाहथतयो को उनक घरल जान स जोडकर हदया जाए समाविी ककषा म सीिन-हसिान की परहकरया हिकषक क हरिर स छात क हरिर की ररफ बढनी चाहिए छातो को सहकरय अनवषक की ररि हवकहसर िोना चाहिए और इसक हलए पररक हवचारो को बढावा दन की रणनीहर बिर फायदमद िो सकरी ि इस रणनीहर का परयोग करन क हलए हिकषक को िोजी हिकषण क जररए सभी छातो को उहचर अनषभव हनयमो क हवशलषण और हसधिार मषिया करान की जररर ि इस धयान म रिर िए समाविी हिकषण और ककषा म हविष रप स सकषम छातो क हलए लचीलापन लाए जान को लकर एनसीईआरटी न िाल िी म पाठयकरम अनकलन पर पराथहमक पठन सामगरी रयार की ि यि पठन सामगरी इस सोच पर आिाररर ि हक हिकषक ककषा म सभी छातो को अथतपणत हिकषण अनषभव परदान कराए सरल भाषा और अहभवयहzwjतर का परयोग कर जो सभी छातो क हलए मितव रि इस पठन सामगरी म कई उदािरणो स बराया गया ि हक कस समाविी ककषा म मौजदा हिकषण पधिहर को बदला जाए और छातो को सवरत रप स सीिन वाला और इस परहकरया म सहकरय भागीदार बनाए जाए

समावशी शशका म शशकण अशिगम परशरिया 23

सदभषएनसीईआरटी 2000 मदालयरी मिका क मलए राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2000 एनसीईआरटी नयी हदलली

पषठ 31 73 74 और 91mdashmdashmdash 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 28 ndash 31 92 96 122 ndash124

और 135mdashmdashmdash 2015 इनकललमडग मचलडन मद सपिल नरीडस एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 36 59 और 106 mdashmdashmdash 2017 मिष आशयकता ाल बचचो का सिािन mdash पारमिक सतर एनसीईआरटी नयी हदलली पषठ 21 46

और 95 कलाम अबदषल 2013 lsquoसमाविी हिकषा और हिकषकrsquo खरोज और जान अक 7 हवदाभवन सोसायटी उदयपषर पषठ 33चिढा अनषहपरया 2016 lsquoभारर म समाविी हिकषा की रपरिाrsquo यरोजना अक 1 परकािन हवभाग नयी हदलली पषठ 33 दास अनाहमका 2015 lsquoसमाविी हिकषा की राि म रकावटrsquo लमनिगकया अक 11 अजीम परमजी हवशवहवदालय बगलषर

पषठ 76ndash79मोिन पगी 2016 lsquoसमाविी ककषा म अधययनrsquo िमकक सदभया अक 71ndash 80 पराहपर सोर httpswwweklavyainयादव अहिलि 2018 उचच पारमिक ककाओ का सिािरी मिका क सदभया ि मिकण अमधगि पमरिया का अधययन

अपरकाहिर िोि यनसको 1994 द सलिाका सि एड फिकया फॉर एकिन आन सपिल नरीडस एजकिन यनसको सलमाका सपन mdashmdashmdash 2005 गाइडलाइन फॉर इनकललजन mdash इनसयाररग एसस ल एजकिन फॉर आल यनसको पररस पषठ 102mdashmdashmdash 2009 लडया इनकललमस एजकिन फॉर मचलडन मद मडसएमबमलरी mdash गाइडलाइन यनसको बकाक पषठ 40 ndash 89

और 122mdashmdashmdash 2016 एजकिन एड मडसमबमलरी यनसको नयी हदलली पषठ 146 यहनसफ 2003 एगजामपल ऑफ इनकललमस एजकिन इमडया यहनसफ काठमाि पषठ 45 63राम 2014 lsquoसमाविी हिकषा क मायनrsquo खरोज और जान अक 8 हवदाभवन सोसायटी उदयपषर पषठ 45वितमान मिावीर िषला हवशवहवदालय 2014 अहिगम एव हिकषण (बीएि) वितमान मिावीर िषला हवशवहवदालय कोटा

राजसथानहसघल हनहि 2013 lsquoहवकलाग बचचो की हिकषाrsquo यरोजना अक 2 परकािन हवभाग नयी हदलली पषठ 21ndash 23हसि अजय कष मार 2008 lsquoभारर म समाविी हिकषा का सवरपrsquo पररपकय अक 1 नीपा नयी हदलली पषठ 81हसि रजनी रजन 2014 lsquoभारर म समाविी हिकषा की दिा और हदिाrsquo पररपकय अक 3 नीपा नयी हदलली पषठ 01

सकॉलर पीएचिी जाहमया हमहलल या इसलाहमया हवशवहवदालय नयी हदलली

परसरषर लि क दारा यि बरान की कोहिि की गई ि हक हवदालय परबिन सहमहर का उहचर सचालन कस हकया जाए एव सहमहर का हवदालय म िोना हकरना मितवपणत ि हवदालय परबिन सहमहर हवदालय क हलए बिर मितवपणत ि यि हवदालय क लकयो एव उदशयो को परा करन म एव समाज का सियोग परापर करवान म एक मितवपणत भहमका का हनवाति कररी ि हवदालय परबिन सहमहर हवदालय क सभी पकषो को एक साथ जोड रिन म मदद कररी ि और सभी हिरिारको की भावनाओ क अनषरप हवदालय सचालन एव हवकास म भागीदारी परदान कररी ि

भाररीय सहविान क 86 व सिोिन क रिर लगभग आजादी क इरन सालो बाद हिकषा क अहिकार को एक नया आयाम हमला और 1 अपरल 2010 को हिकषा का अहिकार अहिहनयम mdash 2009 (आरटीई) लाग हकया गया इस अहिहनयम क रिर िर एक बचच को जो 6 ndash14 वषत का ि उस हनिषलक एव अहनवायत हिकषा पान का अहिकार परापर ि

इस अहिहनयम क िि 21 म एक ऐसी सहमहर को गहठर करन का परसराव रिा गया हजसम हवदालय अहभभावक और समाज की परतयकष भागीदारी िो इसक सा थ िी यि भी सषहनहशच र हकया गया हक इस सहमहर म मारा-हपरा अहभभावक एव हिकषक हिकषा क कषत म कायतरर वयहzwjतर जन परहरहनहि आहद की भागीदारी भी िो हजस हवदालय परबिन सहमहर का नाम हदया गया ि

हवदालय परबिन सहमहर का गठन एक ऐसी सामाहजक ससथा क रप म हकया गया जो हवदालय म हवकास क साथ-साथ हवदालय क लकयो व उदशयो को परापर करन की हदिा म हवदालय को हनररर मागतदितन द इसक साथ िी हवदालय को एक लोकराहतक एव सामाहजक ससथा क रप म परहरहषठर कर

हवदालय परबिन सहम हर की आवशयकरा हनमनहलहिर कायणो िरष िोरी ि mdash

bull हवदालय म आिारभर सषहविाओ की समषहचर वयवसथा व रिरिाव क हलए

bull हवदालय क हवततीय हनयोजन की दिरि व हनयतण क हलए

bull हवदालय को समाज स जोडकर रिन क हलए bull हवदालय क हवकास की योजना बनान क हलए bull हवदालय की आवशयकराओ की माग सिी

मवदालय पबधन समममत की भममका एव कायष

हवकरम कष मार

4

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 25

पटल (सरकारीसथानीय हनकाय) पर परसरषर करन क हलए

bull हवदालय म हिकषा की गषणवतता सषहनहशचर करन क हलए

मवदालय पबधन समममत की सथापना व रपरखा हिकषा का अहिकार अहिहनयमmdash 2009 क िि 21 म हवदालय परबिन सहमहर का गठन हकया गया ि हजसम हवदालय सहमहर क सदसयो की सहमहर सषझाइत गइत ि हवदालय इसी आिार पर अपनी जरररो क अनषसार सदसयो को िाहमल करर ि

इस सहमहर का अधयकष हवदालय का परिानाचायत िोरा ि हवदालय म पढन वाल हवदाहथतयो क मारा-हपरा इस सहमहर क सदसय िोर ि एक चयहनर व मनोनीर परहरहनहि जो हिकषा क कषत म कायतरर वयहzwjतर िो वि भी इस सहमहर का सदसय िोरा ि सथानीय हवकास अहिकारी या परहरहनहि को भी सदसय क रप म िाहमल करर ि हवदालय क एक हिकषक को िाहमल हकया जारा ि जो सहमहर का सयोजक िोरा ि रीन ऐस सदसय िोर ि जो हवदालय म गहणर हवजान और सामाहजक हवजान क हिकषक िोर ि और इनि आमहतर सदसय किा जारा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201826

हवदालय यि धयान रिरा ि हक चषन गए कष ल सदसयो म 50 परहरिर महिलाए एव 75 परहरिर हवदालय म पढन वाल बचचो क अहभभावक अवशय िो

हवदालय परबिन सहमहर का कायतकाल अहिकरम दो वषत का िोरा ि दो वषणो का कायतकाल पणत िोन पर इस सहमहर का पषनगतठन हकया जारा ि सहमहर म उन अहभभावको को भी िाहमल हकया जारा ि हजनक बचच हविष आवशयकरा वाल िो आहथत क कमजोर वगत क अहभ भावको को भी सहमहर का सदसय बनाया जारा ि

मवदालय पबधन समममत क कायषहवहभ नन राजयो क हवदालय हनिषलक एव अहनवायत हि कषा को धयान म रिर िए अपन अनषसार अपन हवदालय परबिन सहमहर क कायत हनिातरण करर ि िोिाथथी दारा हदलली क कष छ (20 सरकारी हवदालय) हवदालयो का सवदकषण हकया गया और िर हवदालय स 5 हवदालय परबिन सहमहर क सदसयो का साकषातकार हकया गया हजसम यि पाया गया हक हदलली क सरकारी सकलो म हवदालय परबिन सहमहर क हनमनहलहि र कायत ि mdash

bull हवदालय म काम सषचार रप स िो इसम सियोग दना

bull अहभभावक व सरकषक क साथ हनयहमर रप स बठक करना और बचचो क बार म उपयषzwjतर सचना दना

bull हवदालय क वारावरण को परभावी बनाना हजसस अधयापक एव बचच हनयहमर रप स सिी समय पर हवदालय म उपहसथर िो सक

bull हवदालय म आस-पास क सभी बचचो का दाहिला और उनकी उपहसथहर सषहनहशच र करना

bull हिकषा अहिकार अहिहनयम क अरगतर बचचो क अहिकारो का हनरीकषण करना

bull हवदालय म हदए जान वाल मधयाहन भोजन एव पठन सामगरी की वयवसथा एव उसक सिी परयोग म सियोग करना

bull हकसी भी ररि का अनषदान जो अनय सोर स परापर हकया गया िो उसका सिी उपयोग करना

bull हिकषा का अहिकार अहिहनयम िि ndash 27 क अहरररzwjतर अधयापको पर अनय हकसी गर-िहकष क हज ममदाररयो का भार न िो उसका हनरीकषण एव उस सषहनहशचर करना

bull अनषसची म हदए गए मानको और मापदिो क अनषकरण का हनरीकषण करना

bull बचचो क अहिकारो क बार म आस-पास क लोगो को आसान व रचनातमक ररीक स बराना

bull इस बार का भी हनरीकषण करना हक हदवयाग बचचो को हवदालय म नामाकन और दाहिला सबिी सषहविा हमल और व अपनी परारहभक हिकषा परी कर सक

bull हवदालय हवकास योजना समय पर रयार करना और सषझाव दना

मवदालय पबधन समममत की बठकिोिाथथी दारा हदलली क कष छ हवदालयो क सवदकषण क दौरान यि पाया गया हक हदलली हि कषा हनदिालय न सकल परबिन सहमहरयो की िहzwjतर यो म वहधि क हनमनहलहि र हदिा हनददि हदए ि mdash

bull हवदालय परबिन सहमहर की बठक माि क परथम एव ररीय िहनवार को आयोहजर िोगी

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 27

यि भी किा गया ि हक हवदालय अपनी सषहविा अनषसार बठको क हदन म पररवरतन कर सकर ि

bull हवदालय परबिन सहमहर की बठक हवदालय समय स पिल या बाद म िोगी राहक हिकषक ककषा स अनषपहसथर न रि साथ िी वररषठ हिकषक को बठक क सयोजक का भार सौपा जारा ि

bull हवदालय परबिन सहमहर क सयोजक या अधयकष दारा टलीफोन माधयम स िी बठक िषर िोन क कम स कम 24 घट पवत अहिसहचर करना िोगा राहक सिी समय पर सदसय बठक म भाग ल सक

bull बठक क सचालन की हजममदारी अधयकष की ि यहद हकसी कारणवि अधयकष ऐसा करन म असफल रिर ि रो उपाधयकष भी बठक बषला सकर ि राहक सहमहर का कोई काम न रक

bull गर-अनषसहचर बठक का अनषरोि रभी हकया जा सकरा ि जब 13 सदसय हलहिर रप स अनषरोि दग और सपषट हवहनहदतषट कायतसची िो अधयकष को अनषरोि क 7 हदनो क अदर सहमहर को इस ररि की बठक बषलाना िोगी हजसस आपारकालीन पररहसथहरयो स हनपटना आसान िो सक

bull हजन हवदालयो म दो हिफट चलरी ि परतयक वकहलपक माि म उन हवदालयो म बठक सषबि एव िाम को हवदालय परबिन सहमहरयो की सयषzwjतर बठक िोगी राहक समनवय सषहनहशच र हकया जा सक और आपस म भवन स सबहि र हकसी भी ररि की कहठनाइयो को दर हकया जा सक

मवदालय म मवदालय पबधन समममत का दौरा मिका का अमधकार अमधमनयि mdash 2009 क अरगतर हवदालय परबिन सहमहर दारा हवदालय म िो रि कायणो की हनगरानी की हज ममदारी हवदालय परबिन सहम हर क सदसयो को दी गई ि

हवदालय परबिन सहम हर क सदसय हवदालयी समय क दौरान हवदालय का दौरा कर सकर ि पर इसस हवदालय क काम (ककषा पराथतना-सभा िल का मदान आहद) म हकसी भी परकार की बािा न िो साथ म अगर कोई सदसय हवदालय आरा ि रो उस हवदालय परबिन सहम हर रहजसटर म िसराकषर करन िोर ि हवदालय परमषि को अपनी उपहसथहर क बार म सहचर करना िोरा ि

छाताओ क हवदालय म हवदालय परबिन सहम हर की कवल महिला सदसय िी दौरा कर सकरी ि जबहक सि-हिकषा वाल हवदालय म महिला व पषरष दोनो म स कोई भी हवदालय का दौरा कर सकर ि

अमभलखो का मनरीकषण एव वयय की जाच हवदालय परबिन सहम हर क हकसी भी सदसय दारा हलहिर रप म अनषरोि करन पर हवदालय स सबहिर हकसी भी अहभलि क बार म पछा जा सकरा ि साथ िी यि हवदालय क परमषि की हज ममदाररया ि हक वि अहभ लि दिन क अनषरोि पत की परहरहलहप पर पावरी द रथा वि 3 हदन क अदर अहभलि (ररकॉित) उपलबि करवाए हि कषा अहि कार दारा जारी हकए गए इस कदम स सदसयो क बीच म उनकी भहमका और हज ममदाररया की जागरकरा को बढावा हदया

पराथमिक मिकषक जलराई 201828

जा सकरा ि साथ िी हवदालय स सबहि र अनय सभी समसयाओ का समय रिर समािान भी हकया जा सकरा ि

हवदालय परबिन सहम हर की बठक सहिर हवदालयो म हकए गए सभी वयय की ररपोटत हवदालय परबिन सहम हर की बठक म परसरषर की जानी चाहिए साथ िी हवदालय परबिन सहम हर बठक म हवदालय क भवन व उनक अनषरकषण म वयय क हबल परसरषर हकए जान चाहिए हवदालय परबिन सहमहर क सदसयो को यि अहिकार ि हक व वयहzwjतरगर रप स मरममर अनषरकषणो या िरीदी गई सपहतत की जाच कर सकर ि राहक कायणो एव हकय गए वयय म पारदहितरा बनी रि एव यि जाच िो सक हक वयय सिी जगि व अहनवायत कायणो क हलए िी िआ ि

मवदालय पबधन समममत दारा मशकषण म भागीदारीहवदालय परबिन सहम हर को सिzwjतर हकया गया ि हक व उन बचचो की पिचान कर जो अपनी उमर क अनषकल निी सीि पा रि ि

हवदालय परबिन सहम हर हवदालय म िहकष क रप स कमजोर बचचो की मदद क हलए हवदालय पररसर म हविष परहिकषण रथा उपचारी हिकषा कायतकरम का आयोजन कर सकर ि इसका पराविान आरटीई 2009 म हकया गया ि

मवदालय पबधन समममत क सदसयो को हzwjाना हवगर कष छ वषणो म बिर सार िहकषक अनषसिानो स यि बार हनकल कर आई ि हक सहमहर म कष छ एक

सदसयो की बठक म अनषपहसथहर हवदालय परबिन सहम हर क कायणो म बािाए िालरी ि हदलली सरकार न अपन हनददिो म सहमहर क उन सदसयो को िटान का भी पराविान रिा ि जो हवदालय परबिन सहमहर म अनषपहसथ र रिर ि

हवदालय परबिन सहम हर क कष ल सदसयो म स 50 परहरिर सदसयो की सिमहर स सहमहर क सदसयो को िटायाबदला जा सकरा ि साथ िी अगर हवदालय परबिन सहम हर का उपाधयकष लगारार रीन हवदालय परबिन सहम हर बठक म अनषपहसथर रिर ि रो हवदालय परबिन सहम हर क 23 सदसयो का परसराव पास कर उनि हवदालय परबिन सहम हर क उपाधयकष पद स िटाया जा सकरा ि

मवदालय पबधन समममत को और बहतर बनान क मलए सझाव िोिाथथी दारा यि पाया गया की हवदालय परबिन सहमहर का गठन हवदालय क हवकास क साथ-साथ सामाहजक परीकषण लोक भागीदारी एव लोक सिzwjतरीकरण क हलए परभावी कदम ि रथा इस भागीदारी को और सिzwjतर करन क हलए कष छ ठोस कदम और उठाए जा सकर ि जस mdash

bull सभी सदसयो को अपनी भहमका और हज ममदाररयो की परी जानकारी िो

bull घर म बचचो क हलए एक अचछा मािौल अचछा हवदालय बनाना अचछा ककषा ककष बनाना एव बचचो क हलए एक अचछा समषदाय बनाना िी हवदालय परबिन सहमहर का लकय िोना चाहिए

bull उन चीजो पर धयान दना जस mdash हवदालय म zwjतया ि जो बिर अचछी निी ि ऐसा zwjतया ि जो

विदयालय परबधन सविवि की भविकया एि कयायय 29

हवदालय अचछा निी कर रिा या िम हकसम पररवरतन करन की आवशयकरा ि अथवा िम हकन अवसरो का लाभ उठा सकर ि िम अचछी ररि zwjतया कर सकर ि

bull आवशयकराओ की पराथहमकरा हनहशचर करना एव उदशय हनिातररर करना

bull कायत योजना का हनमातण करना हजसम कौन स काम कस कब और हकन-हकन ससािनो दारा पणत हकय जाए िाहमल िोन चाहिए

bull सदसयो की पणत भागीदारी रथा उनकी सिमहर परापर करना इसम सहमहर दारा बनाइत

गइत योजनाओ को लोगो स साझा करना एव लोगो को पररशम क हलए उतसाहिर करना िाहमल ि

bull हकसी भी कायत योजना को चरणबधि ररीक स परा करना एव कायत योजना का अनषवीकषण करना और जब आवशयक िो सषिारातमक कदम उठाना

bull कायत परगहर क बार म ररपोटत करना और असफलरा पान पर उतसव मनाना हजसस सदसयो म परोतसािन एव कायणो को परा करन का उतसाि बना रि

सदभषएसटईन-जवाईस 2001 सकल ल फमिलरी एड कमयमनरी पा यानरमिप मपपयररग एडलकसया एड इमपलमग सकल लस वसट वय परस

कॉलरािो कष मार हवकरम 2013 ए सडरी ऑफ सकल ल िनजि किरी कनसरीयड अडर आररीई अमध मनयि ndash 2009

जाहमया हमहललया इसलाहमया नयी हदललीमदललरी मनिलक ए अमनायया मिका अमधमनयि ndash 2009 कानन परपत स 520ndash533भारर सरकार मनिलक ए अमनायया मिका अमधमनयि ndash 2009 भारर सरकार नयी हदलली

एसरोमसए परोफसर िीईएसएम एनसीईआरटी नयी हदलली 110 016

मवजान-गीत सगीत की शमकत दारा मवजान का पभावी मशकषण

रहच वमात

हि कषक समाज की सवातहि क सवदनिील इकाइत ि हि कषक का कायत समाज म वषणो स सममानजनक रप स दिा जारा रिा ि एक हि कषक का कायत बिआयामी ि वि बचचो म छष पी िइत परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि िम सभी लोग यि भी मिसस कर रि ि हक समाज म स सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि इसहलए हि कषक हि कषा की गषणवतता कसौटी पर ि रथा इनक योगदान पर भी परशन हचहन लग रि ि उपरोzwjतर सदभत म हि कषको की जवाबदि की माग उठन लगी ि यहद िम हि कषको को उनक वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना ि रो हि कषा वयवसथा म ऐसा वारावरण बनाना िोगा जिा व सवय उततरदाहयतव लना पसद कर लहकन हि कषको की जवाबदिी सषदढ और सषहनहशच र करन स पिल उनक हलए एक वारावरण रयार हकया जाना चाहिए हजसका उललि इस लि म हकया गया ि यि लि हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया म हवजान गीरो क परयोग एव उनकी उपयोहगरा को परसरषर कररा ि अर यि सपषट कररा ि हक हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया को हवजान गीरो दारा कस रहचकर बोिगमय और सरस बनाया जा सकरा ि साथ िी यि लि यि भी दिातरा ि हक इन गीरो क माधयम स न हसफत वजाहनक रथयो क परहर समझ हवकहसर िोरी ि वरन मानवीय मलय एव अनय कषमराओ का भी हवकास िोरा ि जो बचच क सवाइगीण हवकास का आिार बनरी ि

हवजान हिकषण-अहिगम परहकरया की जब भी बार चलरी ि रो एक मितवपणत हबदष सामन आरा ि और वि ि सहकरय भागीदारररा का चाि वि हकरयाकलाप क माधयम स िो हवचार-हवमित या हकसी परोजzwjतट पर कायत करर िए िो हवजान हि कषण का उदशय ि करक दिना और अनषभवो स सीिना य िबद िाका परसरषर करर ि एक आदित हवजान ककषा का

लहकन वसरषहसथहर इसस किी हवपरीर ि हवजान की ककषा मात अकषर जान की सीमाओ म बि कर रि जारी ि और वि भी बिद नीरसरापणत ढग स कारण अनक ि िर पकष की अपनी दलील एव अपनी समसयाए ि जस mdash सामगरी का अभाव समय का अभाव इतयाहद ि लहकन पररणाम एक िी ि और वो ि हवजान सीिन और समझन क परहर बचचो का रवया बोहझल िो जाना

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विजञान-गीत mdash सगीत की शवzwjतत दञारञा विजञान कञा परभञािी वशकषण 31

हवजान हिकषण-अहिगम को रहचकर बोिगमय और सरस कस बनाया जाए इस पर काम िोरा रिा ि इनिी परयासो म एक कडी और जषडी जब हवजान गीरो का हनमातण हकया गया हवजान-गीर zwjतया ि यि परशन उठना सवाभाहवक ि

कया ह मवजान-गीतहवजान-गीर स रातपयत ि हवजान की हवषय-वसरष को कहवरा पदाि या िषन क साथ हकसी गीर क रप म परसरषर करना याहन हवषय-वसरष क नीरसरापणत परसरषरीकरण को जीवर रप दना यि हवजान की हवषय-वसरष और सगीर कला का समनवय ि कला का सवय का सवभाव वजाहनक ि हवजान और सगीर दोनो िी एक वयवहसथर अधययन ि रो दोनो क समनवय का परभाव भी वजाहनक िोना सवाभाहवक ि सगीर क परभाव क बार म किन हक आवशयकरा निी ि महसरषक और मन दोनो िी इसस अछर निी रिर ि सजानातमक हवकास क साथ भावनातमक कलातमक एव सजनातमक हवकास इसका पररणाम ि अररः यि बचच क मनोवजाहनक सरर को परभाहवर करन का माधयम ि

एक रथय यि भी ि हक हबना भाषा क गीर का अहसरतव निी िो सकरा सभवरः भाषा का हवकास भी इसक परहरफल क रप म परकट िोना सवाभाहवक ि जो हक हिकषा वयवसथा की मषि बाए िडी एक चषनौरी ि िोि क आकड बरार ि हक उचच पराथहमक सरर रक बचच की भाषा पर पकड कमजोर नजर आरी ि रो यि माना जा सकरा ि हक हवजान-गीर वो सािन ि जो हवजान भाषा और कला को सीचरा ि जिा

भाषा और कला का मल िो विा ससकहर भी अछरी निी रिरी याहन िमारी सासकहरक िरोिर को जीवर रिन म हवजान-गीर कारगर भहमका हनभा सकर ि

मवजान-गीत का औमचतय िकीकर म यहद दिा जाए रो हवदालयो म परयोगिाला एव अनय सषहविाओ का सरर कइत बार सरोषपरद निी िोरा ि इसी का नरीजा ि हक हवजान को पढन-पढान की कला बिद नीरस ररीक स हकराबो क अकषरो को बाचन एव उनको हसफत समरण कर लन रक सीहमर िो जारी ि इसका पररणाम िमस छष पा निी ि िोि इिारा करर ि हक बचचो म हवजान हवषय क परहर भय एव अरहच रिरी ि

अहिगम परहकरया की मल जररर ि हिकषण हवहियो म हवहविरा एव नवाचार िमार परयास रिर ि हिकषण हवहि क उन नवाचरो की ओर जो बचच को आनदमयी अनषभहर क साथ सीिन की परहकरया

कला हवजान

सगीर

हवजान सगीर

पराथमिक मिकषक जलराई 201832

स जोड सक और परररर कर सक हवजान गीर ऐसी िी अनषभहर का उदािरण ि

वहदक काल का समरण कर रो पाएग हक शवण हकरया म हिषय को गषर दारा समपरहषर जान का एकागररापवतक शवण करना िोरा था राहक अगल पद क हलए सवय को मानहसक रप स समथत बना सक गषर दारा हकए गए वाचन का सवरप सगीरमय िोरा था सभवरः यि हिषयो की एकागररा एव रहच बनाए रिन का परयास िोरा था

ककषायी अनभव उचच पराथहमक सरर पर बचच िारीररक मानहसक और मनोवजाहनक हवकास की मितवपणत हसथहर स गषजर रि िोर ि उनकी अपनी सोच अपनी इचछाए जगि लन लगरी ि साथ िी हसथहर िोरी ि असमजस की मन चािरा ि िलन-कदन गान-गषनगषनान कष छ मजदार करन को लहकन हकराबो स दोसरी मजबरी लगन लगरी ि साथ िी चारो ररफ स हमलन वाल हदिा हनददिो क बीच एक दबाव मिसस िोन लगरा ि ऐस म सगीर एक औषहि स कम पररीर निी िोरा वस भी सगीर को रनाव दर करन का सबस कारगर उपाय माना गया ि यहद ऐस म पढन-पढान क ररीको म सगीर को एक माधयम बना कर उपयोग हकया जाए रो zwjतया बचचो की अनचािी और हबन-बषलाई समसयाओ स लडा निी जा सकगा यि रो िम सभी जानर ि हक हवषय वसरष का परसरषरीकरण मायन रिरा ि

कष छ हवजान-गीरो क हनमातण क दारा इसी सोच को रप हदया गया अकसर दिा गया ि हक वजाहनक िबदावली याद रिना एक चषनौरी बन जारी ि ककषा

6 7 एव 8 क हवजान की चषहनदा हवषय-वसरष पर कष छ गीरो को रचा गया ि िबदो का चयन इस सरर क अनषरप िी रिा गया राहक सदि बोिगमय िो िषन का चयन भी इसी आिार पर हकया गया जो सरल और सषगम िोन क साथ बोिगमय भी िो राहक उनि कोई भी बचचा गा और गषनगषना सक और हवषय-वसरष को भावपवतक परसरषर कर सक zwjतयोहक मषखय उदशय हवषय-वसरष की समझ बनाना ि अरः गीरो को सदिो क साथ जोडा गया ि जो वाचन मनोरजक नाटक धवहन परभाव इतयाहद दारा परसरषर हकए गए हवजान क साथ मलय भी जषड ि इन गीरो को मानवीय मलयो स भी जोडन का भी परयास हकया गया ि

हिदी और अगरजी दोनो भाषाओ म गीरो का हनमातण हकया गया इन गीरो का मलयाकन भी हिकषको और बचचो क बीच म हकया गया सयोग स इन गीरो क गायक भी अहिकािरः हवजान क छात रि हजनक अनषभव किर ि हक ऐस गीरो का हनमातण सीिन की परहकरया म वसरषरः सिायक ि

महदी गीतधातरओ स पहचान यि गीर आिाररर ि िारषओ क भौहरक गषणिमणो पर इसक माधयम स बचच जान सक ग हक िारषओ की शणी म आन वाल पदाथणो म कष छ िास गषण िोर ि हजनस उनकी पिचान की जा सकरी ि इन गषणो क हलए हविष िबदावली भी ि य िबद उचचारण की दहषट स हzwjतलषट पररीर िोर ि जस आघारवितनीयरा एव रनयरा गीर की सरसरा क माधयम स इनक उचचारण को सरल बनान का परयास ि

विजञान-गीत mdash सगीत की शवzwjतत दञारञा विजञान कञा परभञािी वशकषण 33

गयी उनिोन गीर क माधयम स zwjतया सीिा कष छ परशनो क माधयम स इसका उततर ढढा गया उनि गाना zwjतयो पसद आया जानन की कोहिि की गई कौन स भाग उनि कम पसद आए और zwjतयो इस पर भी चचात िई गीर म आई वजाहनक िबदावहलयो पर चचात की गई इसी पररचचात स हिकषण हबदषओ को हनकालर िए हवजान क जान को जोडा गया एक अचछी बार यि थी हक इस परी परहकरया क दौरान बचचो की भरपर भागीदारररा और हजजासा दिन को हमली

गीतो का उपयोगगीरो का उपयोग भी अपन आप म चषनौरीपणत ि zwjतयोहक उदशय हवजान क परहर समझ का हवकास करना ि हजरनी सजनातमकरा गीरो क हनमातण म लगी ि उरनी िी गीरो क उपयोग म भी वाहछर ि िर गीर का परसरषरीकरण हवषय वसरष की जररर क अनषसार हनिातररर करना िोगा जस mdash परसरावना क रप म मािौल बनान क हलए कहठन िबदो क उचचारण क हलए हवषय वसरष क सरलीकरण क हलए इतयाहद

इसी क साथ जररी निी गीर एक िी बार म परा बजाया सषनाया जाय इस छोट-छोट टषकडो म बाट कर अलग-अलग गहरहवहियो क साथ भी सोचा जा सकरा ि जस कोई िल हिलार समय या कोई हकरयाकलाप करार समय भी गीर बजाया जा सकरा ि गीरो क साथ अनय गहरहवहिया जोडी जा सकरी ि जस mdash गीर पर मयहज कल चयर िल हिलाया जा सकरा ि कीडयास पर गीर को रोका जा सकरा ि और बीच म उस पर चचात की जा सकरी ि बचचो को गीर हलिन क हलए परोतसाहिर हकया जा सकरा ि हवदालय क वाहषतकोतसव म इन गीरो पर कायतकरम

धातओ स पहचान

अपन चारो ओर दिो हकरनी िारषएपिचान कर िम कस कौन सी ि िारषए

रग अनोि इनक दिो कस हदिरी ि िारषएकोई सलटी (हजक) रो कोई लाल (राबा) कोई

पीली ि िारषए (सोना)ठोस रिव या गस हकस अवसथा म ि िारषए

सच बराए रो जयादारर कठोर अवसथा म ि िारषएचमक स दिो कसी हनिरी ि य िारषए

िाहतवक चमक क कारण िी सरािी जारी ि िारषएरनयरा क गषण को समट ि िारषए

रभी रो रारो क जजाल को बना पारी ि िारषएआघारवितनीयरा ि पिचान हजनकी विी ि िारषए

चादरो म फली छटा ि इनकीऐसी िबसरर ि िारषए

राप व हवदषर स दोसरी भी जोड िए ि िारषएइन दोनो क परवाि को भी झलरी ि िारषए

और पिचान zwjतया कराए गषणो की िान ि य िारषएिमार जीवन को सषगम व सरल बनारी य िारषए

अपन चारो ओर दिो हकरनी िारषएपिचान कर िम कस कौन सी ि िारषए

इस गीर को ककषा म अनक गहरहवहियो क साथ परसरषर हकया गया सबस पिल बचचो को गीर सषनान क हलए मािौल बनाया गया उनि गीर क साथ राली बजान टबल पर राल दन और साथ गषनगषनान क हलए परररर हकया गया राहक व गीर क साथ जषड सक इस परकार गीर क बाद चचात परारभ िई हजसम सगीर हवजान मलयो पर उनकी राय मागी

पराथमिक मिकषक जलराई 201834

पररणादायी िोगा जो दि निी सकर लहकन गषनगषना सकर ि zwjतलीवलि मयहजयम ऑफ नचषरल हिसटी (Cleveland Museum of Natural History) न गीरो क हनमातण की इस हवहि का परभाविाली उपयोग उचच सरर क हवदाहथतयो क साथ हकया यि हवहि मलयाकन िरष भी उपयोग म लायी जा सकरी ि

गषनगषनाए गए िबद कभी न भलन वाल अनषभव बन जार ि और यिी हवजान गीरो क साथ सभव ि सकषप म कि रो इस अनषपरयोग स सभवरः उन समसयाओ का समािान िम ढढ सक ग जो वयाविाररक जान को हवजान स जोडरी ि पढाई जो बोझ मिसस िोन लगरी ि उस गीरो क माधयम स कणतहपरय बना कर एक पथ दो काज की किावर चररराथत कर सक ग अरोगतवा हवजान क परहर समझ हवकहसर िोन क साथ िी सवाइगीण हवकास क अवसर परदान कर सक ग

परसरषर हकए जा सकर ि आईसीटी का चलन हिकषा जगर म सरािनीय भहमका हनभा रिा ि इन गीरो का परसरषरीकरण चलहचतो क दारा परभाविाली रप म हकया जा सकरा ि

हवजान म परोजzwjतट हवहि सरािनीय ि रो zwjतयो न एक परोजzwjतट मिषर सवर लिररयो को हदया जाय बचच िषद हकसी हवषय को चषनकर उस पर गान क बोल और िषन बनाए सभवरः इस कायत क हलए हवषय का गिरा जान और समझ जररी ि हवषय वसरष स सबहिर जानकारी व सवय एकहतर कर बोल बनाएग रथा इसकी ररकॉहिइग भी िषद िी कर सकर ि यि एक नए कौिल क हवकास म भी सिायक िोगा इस परहकरया म हवषय क परहर समझ एव पयातवरण स उसका सबि समझ पान म उनि सिायरा हमलगी इस परकार का पररयोजना कायत ऐस हवदाहथतयो क हलए

सदभष एनसीईआरटी 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदललीmdashmdashmdash 2017 lsquoमजान गरीत िजररीrsquo उचच पराथहमक सरर Audio DVD एनसीईआरटी दारा हनहमतर नयी हदललीmdashmdashmdash 2017 lsquoसाइनस िलरोडरीजrsquo उचच पराथहमक सरर Audio DVD एनसीईआरटी दारा हनहमतर नयी हदलली

अधयामपका आईआईटी नसतरी सकल नयी हदलली 110 016

भाव मानहसक हसथहर को परभाहवर करन वाल िोर ि रथा िारीररक या मानहसक उततजना क समय सदा हकरयािील िोर ि जहवक या मनोवजाहनक पररको की ररि भाव वयविार को हकरयािील एव हनददहिर कर सकर ि भावातमक वयविार अहभवयहzwjतर और मानहसक परहरहकरयाओ का परसपर हमशण ि मनोभाव का िारीररक पकष हवहवि िारीररक गहरयो जस mdash हकनिी हविष गरहथयो क साव रzwjतर पररभरमण म रीवररा रीवर हदय सपदन आहद म परकट िोरा ि विी दसरी ओर मानहसक भाव करोि भय दषि और आनद म फहलर िोर ि इसहलए यि आवशयक ि हक इनि हनयहतर हकया जाना चाहिए हजसक हलए बचचो को भावातमक हसथररा हवकहसर करन क हलए हकरयाए करवानी चाहिए उनि भावातमक रप स अवशय पररपzwjतव िोना चाहिए भावातमक पररपzwjतवरा का रातपयत यि निी ि हक जीवन म भावनाओ और मनोभावो का अभाव िो भाव जीवन क पररक ि और जीवन को जीवन क योय बनार ि परसरषर लि म बचचो क भावातमक हवकास पर चचात की गयी ि

भाव िबद अगरजी क इिरोिन िबद का हिदी रपाररण ि इिरोिन िबद की उतपहतत लहटन भाषा क इिरोमयर स िई ि भावो स आिय महसरषक की उस अवसथा स ि जो वयहzwjतर को उततहजर कर दरी ि और रब उस पर भाव का परभाव पडरा ि और वयहzwjतर उततहजर िो जारा ि जब िम बचचो म भावातमक हव कास की बार करर ि रो पार ि हक बचच अनक हवहभनन भावातमक परहरहकरयाए वयzwjतर करर ि कई बार व उततहजर और उललाहसर िोर ि रो कभी दषिी

और उदास िोर ि और कभी हकसी कषण व करोि परदहितर करर ि भावातमक वयविार अहभवयहzwjतर और मानहसक परहरहकरयाओ का परसपर हमशण ि भावातमक अहभवयहzwjतर का मानहसक पकष हविषकर मानहसक भावो जस mdash करोि भय दषि और आनद म फहलर िोरा ि भावो का िारीररक पकष हवहवि िारीररक गहरयो जस mdash हवहिषट गरहथयो स साव रzwjतर पररभरमण की रीवररा रीवर हदय सपदन पसीना आना आहद म अहभवयzwjतर िोरा ि

भावातमक मवकास

पनम

6

पराथमिक मिकषक जलराई 201836

भावातमक मवकास का करम यहद िम सकल जान वाल हकसी बचच क भावो को समझना ि रो उसक आरहभक वषणो क भावातमक हवकास पर हवचार करना आवशयक ि कभी-कभी िम दिर ि हक नवजार हििष इस ररि वयविार करर ि जस व हिसक रप स उततहजर ि इस परकार क उतसािी वयविार का अथत उसक भावो की रीवररा स ि हजसका रातपयत यि ि हक आरहभक काल क अनषभव भी उरन िी रीवर िो सकर ि हजरन हक वहधि क बाद की अवसथा म

बचच हवकास क दौरान परचषर और हवहवि भावातमक अनषभव परापर करन म सकषम िोर ि जनम स 2 वषत रक की आयष म बचच को हवहवि अनषभव परापर िोर ि इसी समय वि अनक भावातमक अनषभवो स िोकर गषजररा ि जो जीवन क परहर उसक दहषटकोण को परभाहवर करर ि

मषखयर जनम क समय सामानय उततजनाए मषखय रप स उसकी भि और सषहविाओ स सबहिर िोरी ि लहकन 2ndash3 मिीनो क बाद बचचा उललास क साथ वयथा क हनहशचर सकर परकट करन लगरा ि और 6 मिीन रक हवहभनन परकार क परोतसािनो क अनावर िोन क साथ बचचा भावो की अनय घटनाओ जस mdash अपन कषट या असषहविाओ को परकट करन लगरा ि उसम भय हनरािा और करोि हवकहसर िो जार ि अपनी आवशयकराओ की सरषहषट स उस परसननरा हमलरी ि और जब रक वि एक वषत परा कररा ि उसकी यि परसननरा अपन आपको परम स हभनन कर लरी ि इस परकार स जस-जस बचचा बढरा ि वि अनय लोगो की

भावनाओ को पिचानन लगरा ि और उनक परहर सपषट रप स परहरहकरयाए वयzwjतर करन लगरा ि इस परकार स बचच अपनी कषमरा क अनषसार भावातमक भावो को वयzwjतर करन क हल ए हवकास सबिी बदलाव परकट करर ि

बाल भावो क लकषण bull भावो की िारीररक अहभवयहzwjतर िोरी ि व

करोि स आगबबला िो जार ि और भय स जड िो जार ि

bull परतयक काल म भाव परकट िोर ि जब बचच को कषषबि हकया जारा ि रो वि करोहिर िो जारा ि

bull भाव हवसरर िोर ि िर का भाव बचचो म सामानयर जागर िो िी जारा ि हजस समापर हकया जा सकरा ि

bull भाव का एक अनय लाकषहणक गषण उसकी सरररा ि लहकन बचचो क भाव अलपकालीन एव पररवरतनिील िोर ि भावो की पररवरतनिीलरा की परकहर एक भाव क अनय भाव म रीवर बदलाव म हनहिर रिरी ि उदािरण क हलए िसी स आसषओ म करोि स मषसकष रािट और ईषयात स परम म

bull बचचो क भाव रीवर िोर ि बचचो म भावो क सिसा परसफोटन की परवहतत िोरी ि उदािरण क हलए यहद कोई बचचा रोरा ि रो वि बिर जोर स रोरा ि और आसानी स सभलरा निी ि

bull भाव सजनातमक भी िोर ि रथा हवनािातमक भी

बचच िसर ि रोर ि भय करोि और परम भी परकट करर ि इन भावातमक अहभवयहzwjतरयो क माधयम स बचच अनय वयहzwjतरयो स अपनी बार किन म सकषम िोर ि साथ िी अपन वरतमान

भावातzwjमक ववकास 37

भावो आवशयकराओ और इचछाओ की सचना उन रक पिचा सकर ि मषसकष रािट हिकन और करोि क परसफोट अनक सामाहजक कायत करर ि यिी भावातमक अहभवयहzwjतर सामाहजक सबि बनान म सिायरा कररी ि भावातमक परदितन क दारा हििष और छोट बचच अपनी इचछाओ और आवशयकराओ को सपरहषर कर सकर ि हकसी वयहzwjतर क भावातमक हवकास का उसकी िषिी पर गिरा परभाव पडरा ि

मनोभाव सजनातमक िोर ि और हवनािातमक भी य वयहzwjतर को बचन या हचहरर करर ि रथा जीवन म उतसाि भी भरर ि हििष पालन क अभयास का उदशय ऐस वयहzwjतरयो को रयार करना ि जो ददत दषि और हनरािा का सामना कर सक zwjतयोहक जीवन म इनस बचा निी जा सकरा मनोभाव बचच को अानद का रसासवादन करन म सिायरा करर ि जो अपन जीवन काल म हज दगी स हमलरा ि

बालयकाल क सामानय मनोभावभय भय हकसी िररनाक हसथहर स सवरकषातमक पलायन ि मनोवजाहनको और जीव वजाहनको दोनो न िी भय का अचछी ररि स अधययन हकया ि उनक अनषसार भय क दो मौहलक सोर ि पिला रीवर धवहन की आकहसमकरा स भय जागर िो सकरा ि यि भी दिा गया ि हक अचानक राली बजान स भी हििष िर जार ि दसरा अचानक हगरन या सिार क िोन स भय उतपनन िो जारा ि बचच अिकार स भी िरर ि लहकन यि िर सीिा िआ िोरा ि इस परकार का

भय अनषकहलर भय किलारा ि मतयष या गभीर रोग या हनितनरा आहद क अहिकाि भय गलर परहिकषण क कारण कवल जीवनकाल म सीिर ि बिर बार यि भी दिा जारा ि हक अपनी बार मनवान क हलए मारा-हपरा िरावनी चीजो जस भर या अिकार क बार म बार करक अपन बचचो को िरार ि इस परकार क परहिकषण का बचचो पर अतयहिक नकारातमक परभाव पडरा ि

छोट बचचो म भय हवहिषट निी बहलक एक सामानय पररघटना ि यथासमय हकसी वसरष लोग या हसथहर क बार म यि अहिक हवहिषट बन जारा ि मलर उनका भय अिमनयवादी िोरा ि सकल-पवत क वषणो म बचचा सामाहजक अपयि और परहरषठा क नाि स िरन लगरा ि और अिकार का भय पराय अकल िोन क भय स जषडा िोरा ि यि िर अकला छोड हदए जान का या पररतयाग हकए जान का ि

ििवकाल और लगभग पिली ककषा क समय क बीच अहिकाि बचच पिषओ स िरर ि लहकन िीर-िीर अपन पयातवरण म पिषओ स पररचय िोन क बाद यि िर कम िो जारा ि

पम बचच क सामानय हवकास क हलए परम की मिरी आवशयकरा ि वि परम करना और परम पाना चािरा ि वि इस ससार म दसरो पर पणतर हनभतर िोकर आरा ि कष छ िद रक उसकी यि हनराशयरा उसकी िहzwjतर ि zwjतयोहक यि दसरो को उसकी रकषा और दिभाल क हलए परररर कररी ि बचच की दिभाल करन क इसी भाव क कारण मारा (पररवार क अनय सदसय भी बचच को हिलारी-हपलारी ि और उस लाड-दषलार दरी ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201838

मारा दारा उसकी यि दिभाल उसक परम को परभाहवर कररी ि परम की भावनाए परसपर िोरी ि मारा-हपरा को अपन बचचो क परम की आवशयकरा िोरी ि और बचचो को भी अपन मारा-हपरा का पयार चाहिए िोरा ि परम सषि की परहरहकरया ि बचच का वयहzwjतर या वसरष क परहर परम उसक साथ अपन सबि स परापर िोन वाल सषि की अनषभहर क कारण उतपनन िोरा ि

परम का भाव बचच क वयहzwjतरतव क हवकास म अतयर मितवपणत भहमका का हनवाति कररा ि हजस बचच क परम का मनोभाव पणतर सरषषट िोरा ि वि भायिाली िोरा ि और उसक वयहzwjतरतव का सवसथ ढग स हवकास िोरा ि लहकन दषभात यवि जो बचच परम स वहचर रि जार ि व मानहसक दषबतलरा क साथ कमजोर वयहzwjतर या अहवकहसर वयहzwjतर बनकर रि जार ि पररष यि भी उरना िी सतय ि हक मारा-हपरा का आवशयकरा स अहिक परम बचचो क जीवन म कई परकार की कहठनाइया उतपनन कररा ि एक सीमा स अहिक परम बचचो को पररवार पर अतयहिक हनभतर बना दरा ि इस परकार हकसी भी परकार क आतमहवशवास क अभाव म बचचा वासरहवक और सच का सामना निी कर सकरा इसक सा थ िी वि वयाविाररक जीवन क पररवि म अपन आपको ढाल पान म असमथत िो जारा ि मारा-हपरा को अपन बचचो को परम करन म सरषलन क परहर साविान रिना चाहिए

बचच क हलए सचच परम का अथत ि हक उसको सवीकार कर हलया गया ि हजस बचच को सवीकार कर हलया जारा ि वि सभी परकार क िर स मषzwjतर िो जारा ि वि चीजो क साथ परयोग करन का िोजन गलहरया करन और परहकरया म सीिन म सकोच का

अनषभव निी कररा वि हकसी िराररपणत कतय या अवजा क कतय म िरा िआ अनषभव निी कररा मारा-हपरा का बचच क परहर परम हजरना अहिक सचचा िोगा उरनी िी अहिक बचच म अनय लोगो को परम करन की परवहतत बढगी

करोध करोि को कषट और ितषरा क परबल भाव क रप म पररभाहषर हकया जारा ि करोि का परसफोटन हिसक िोरा ि जो या रो सवय क परहर या दसरो क परहर िोरा ि ििवकाल स िी बचचा करोि परकट करन म सकषम िोरा ि सामानयर बचचा जब भिा िोरा ि या कोई परिानी िोरी ि रब िी वि करोि परकट कररा ि जस-जस बचच की मानहसक और पररक योयराए पररपzwjतव िोरी जारी ि रो उसक करोि को परोतसाहिर करन क अवसर बढ जार ि जस जब कोई भी वयहzwjतर या बार जो उसकी गहरहवहियो म हवघन िालर ि या उसकी परहरषठा योजनाओ इचछाओ या हवचारो म िसरकषप करर ि जब बचचा दषबतल थका िआ या भिा िोरा ि रब उस िीघर करोि आ जारा ि मारा-हपरा या हिकषक दारा अतयहिक या अनावशयक हनयतण भी कभी-कभी बचच को करोहिर कर दरा ि

बचच क करोि की परवहतत अलपकाहलक िोरी ि एक करोहिर बचच को आसानी स िार हकया जा सकरा ि और उसको सामानय वयविार म पषन लाया जा सकरा ि करोि को पराय िी हवसथाहपर हकया जारा ि इसका अथत ि हक कभी-कभी करोि का कारण बडा िो सकरा ि और उस रषचछ कारण क सबि म अहभवयzwjतर हकया जा सकरा ि उदािरण क हलए बचचा मारा-हपरा क िाटन पर करोहिर िो

भावातzwjमक ववकास 39

सकरा ि लहकन कष छ समय रक िार बना रिरा ि और बाद म हकसी अनय गहरहवहि जस हिलौन फ कन क दारा अपना करोि परकट कररा ि िारीररक रप स हवकर बचचो या हजनको सीिन या समझन म कोई कहठनाई ि व थोड स भी उकसान पर करोहिर िो जार ि

िसरकषप क हवरधि बचच का हवरोि कभी-कभी नकारातमकरा का रप िारण कर सकरा ि सभी सामानय बचच मारा-हपरा की सलाि को अनसषना करक या वि जो उनको करन क हलए किा जारा ि उसक ठीक हवपरीर करक परहररोिातमक वयविार परदहितर करर ि करोि की अहभवयहzwjतर रोना या िलकी रानबाजी म िो सकरी ि जब बचचा बडा िो जारा ि रब वि अपन करोि को परकट करन क हलए कोसन गाली-गलोच करन या कष छ हवकट पररहसथहरयो म अपन-आपको चोट पिचा सकरा ि छोट बचच अपना करोि सामानयर बडो क साथ सियोग करन स मना करक अहभवयzwjतर करर ि कष छ अनय उन लोगो क परहर बदल या घणा की भावना हवकहसर कर लर ि जो उनको करोि न हदलार िो

करोि एक हवनािकारी मनोभाव ि यि महसरषक को अिार कर दरा ि और वयहzwjतर को अपनी पणत योयरा म कायत निी करन दरा इसकी हवनािकारी परवहतत स जीवन म सामजसय की कहठनाइया उतपनन िोरी ि लहकन इसक कष छ सकारातमक पकष भी ि यि ऊजात का िहzwjतरिाली सोर ि करोिी वयहzwjतर अपन परहर हकए गए सभी परकार क अनयाय का हवरोि करर ि व िोषण भरषटाचार और सामाहजक बषराइयो का परहरकार करर ि

रिरोध करो कस मनयमरित करकरोि आिारभर मनोभाव ि इसहलए इसकी उपहसथहर अवशयभावी ि लहकन हनहशचय रप स इस मनोभाव को पयातपर ढग स करन क ररीक ि mdash

bull बचचो को आतमहनयतण हवकहसर करन की हिकषा दी जानी चाहिए

bull करोि को परोतसाहिर करन वाल पररको को पयातवरण स समापर कर दना चाहिए

bull मारा-हपरा व हिकषको को बचचो क परहर सिानषभहरिील और समझदार िोन की आवशयकरा ि और उनि बचचो की आवशयकराओ को परा करन की हसथहर म िोना चाहिए

bull िल म भाविाहर की कषमरा िोरी ि इसहलए िल बचचो म करोि को हनयहतर करन म अतयहिक परभाविाली ि

bull बचचो को रनाव स और हनररर कायत स दर रिना चाहिए

bull छोट बचचो को आदि निी दना चाहिए bull बचच का आतमसममान बनाए रिन क हलए

उसकी परिसा कर

ईरयाया ईषयात एक सवतवयापी मनोभाव ि यि करोि की िी अपवहधि िोरी ि सामानयर यि हवशवास हकया जारा ि हक इस हविष मनोभाव को 2 वषत की आयष म भी अनषभव हकया जारा ि ईषयात रोष का दहषटकोण ि जो दसरो क परहर िोरा ि ईषयात को सामाहजक हसथहरया जनम दरी ि जस mdash जब मारा-हपरा हकसी अनय म अहिक रहच लर ि और उस पर अहिक धयान दर ि रो बचच को ईषयात िोरी ि ईषयात क कई कारण

पराथमिक मिकषक जलराई 201840

िो सकर ि उदािरण क हलए अचछ कपड परीकषा या िल म उपलहबिया उचच सामाहजक-आहथतक परहसथहर हिलौन हिकषक दारा ककषा म अहिक धयान दना दसरो म ईषयात पदा कर सकरी ि ईषयात उगर रप म अतयहिक हवनािकारी िोरी ि एव ईषयात बचचो को बालसषलभ वयविार की ओर ल जा सकरी ि व अवनहर क हचहन परकट कर सकर ि जस mdash अगठा चसना हबसरर पर पिाब करना आहद कभी-कभी उनम ईषयात दसर बचचो स झगडन हचढान िरान-िमकान म हदिाई पडरी ि या अवाछनीय हटपपहणया करन म परकट िोरी ि ईषयाया करो कस मनयमरित कर

bull घर एव हवदालय का वारावरण अनषकल और सिायक िोना चाहिए मारा-हपरा एव हिकषक का उन बचचो क परहर अतयहिक सिानषभहरपवतक दहषटकोण रिना चाहिए हजनि समजन की कहठनाई िोरी ि हजसस हक व कभी असषरहकषर या अपहकषर मिसस न कर

bull बचचो को अनषहचर परम या सनि निी दना चाहिए मारा-हपरा एव हिकषको को बचचो क परहर वयविार म और हिकषा म हनषपकष दहषटकोण हवकहसर करना चाहिए

bull बचचो को बिर आरभ स िी िार या असफलरा को गररमा क साथ सवीकार करन क हलए हिहकषर हकया जाना चाहिए असफलरा पर काब पान क हलए उनको नवीन ऊजात क सचयन क हलए उतसाहिर भी हकया जाना चाहिए

आकामकता आकरामकरा को सामानयर उस वयविार क रप म पररभाहषर हकया जारा ि हजसका परयोजन दसरो को िारीररक मानहसक या वयहzwjतरगर कषट पिचान या

सपहतत को नषट करना िोरा ि इसका उदशय मलर दसरो को कषट पिचाना ि मल रप स आकरामकरा दो परकार की िोरी ि एक ितषरापणत आकरामकरा िोरी ि जो दसर को चोट पिचान क एकमात उदशय स की जारी ि दसरी सिायक आकरामकरा िोरी ि हजसका उदशय पीहड रो को पीडा न िोकर लाभ परापर करना िोरा ि लहकन ितषरापणत और सिायक आकरामकराओ की परहरहकरयाए सषसपषट निी िोरी बचचो म आकरामक परहरहकरयाए िारीररक या िाहबदक िो सकरी ि या नरम या उगर िो सकरी ि बचच पराय करोि का हिसक परसफोट परिार करक काटकर लार जमा क घसा मार क िzwjतका मारकर या िीचरान करक परकट करर ि आकरामकरा सीिी िई परहरहकरया िो सकरी ि यि परकषण क दारा या नकल उरारकर सीिी जा सकरी ि बचच बिर िी कम आयष म अपनी माग मनवान क हलए आकरामकरा का वयविार सीि जार ि और सचचाई यि ि हक हजरनी अहिक बार यि परबहलर िोरा ि उरनी िी अहिक बार यि परदहितर हकया जा सकरा ि

भावातमक मवकास क मलए मवदालय और घर म कया-कया कर सकत ह

bull हिकषक और मारा-हपरा बचचो स बारचीर कर bull बचचो क हलए हिलौन बनाए व िल bull पयार का वयविार कर bull बािर घमन ल जाए व आस-पडोस की जानकारी द bull मारा-हपरा को समझाए हक बचचो को भरपर

पयार द bull हवदालय म ऐसा मािौल बनाए हक बचच दसर

बचचो स हिलहमल कर रि bull बचचो की कषमरा क अनषसार हकरयाए कराए

भावातzwjमक ववकास 41

bull हविष आवशयकरा वाल बचचो को भरपर पयार द रथा उनि उनकी जररर क अनषसार चीज उपलबि करवाए उनि आभास हदलाए हक व भी अपना कायत सवय कर सकर ि मारा-हपरा को समझाए हक व इन बचचो को सवीकार कर और उनि घर की गहरहवहियो म िाहमल कर

bull बचचो को वयसर रि bull उनि सवय करक सीिन क अवसर द bull बचचो क साथ सभी तयोिार िसी-िषिी मनाए bull बचचो को अपनी भावनाओ को वयzwjतर करन का

अवसर द उनकी बार धयान स सषन और बीच म टोका-टाकी न कर उनि िाट निी

बचचो म भावातमक हवकास िो इसक हलए हवदालय म सषहविाए िोनी चाहिए जस mdash हिहकषका बचच को हमटटी क िल किानी का अहभनय करना लय व राल पर नाचना गषहड या का िल जस कालपहनक िल मक अहभनय फल-पतती टिनी आहद स मनपसद आकहर बनाना चॉक स सलट या फित पर आकहर बनाना जसी गहरहवहिया करवा सकरी ि

सदभषवमात परीहर 1979 बाल मकास दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदलली िमात उषा 2017 पल या बालयासरा दखभाल मिका दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदललीmdashmdashmdash 2017 बाल मकास क आयाि दोआबा बषक िाउस नयी सडक हदलली

नसयाररी अधयामपका आईआईटी नसतरी हवदालय नयी हदलली 110 016

बचच क मनोहवजान को समझर िए हि कषण अहि गम की वयवसथा करना रथा उसकी अहि गम सबिी कहठ नाइयो को दर करना बाल क हरि र हि कषण किलारा ि बाल क हरि र हि कषा क अरगतर बचच की रहच यो परवहतत यो रथा कषमराओ को धयान म रिर िए हि कषा परदान की जारी ि जब िम बचचो को बाल क हरि र हि कषा परदान करर ि रो हि कषण अहि गम रहचकर िो जारा ि इसी हवषय पर आिाररर ि परसरषर लि

हिकषा बचच की मल परवहततयो पररणाओ और सवगो पर आिाररर िोनी चाहिए राहक उनकी हिकषा को हदिा दी जा सक बचचो की िारीररक व मानहसक योयराओ का अधययन करक हफर उनकी हवकास म मदद करनी चाहिए जस यहद कोई बचचा मानहसक या िारीररक रप स कमजोर ि या आपराहिक गहरहवहियो स जषडा ि रो पिल उसकी उस कमी को दर हकया जाना चाहिए कष छ हिकषक मनोवजाहनक जान क अभाव म बचच मार-पीट कर ठीक करन की कोहिि करर ि पररष इस ररि का वयविार हसथहर को और िराब कर दरा ि

एनसरीएफ 2005 क अनषसार हिकषा का लकय बचचो क सकली जीवन को उसक घर आस-पडोस क जीवन स जोडना ि इसक हलए बचचो को सकल म अपन बाल अनषभवो क बार म बार करन का मौका दना चाहिए उस सषना जाना चाहिए राहक बचच को

लग हक हिकषक उसकी बार को सषन रिा ि िर बचच म अपनी कषमराए और कौिल िोर ि हजनि सकल म वयzwjतर करन का मौका दना चाहिए जस mdash सगीर कला नाटय हचतकला नतय एव परकहर क परहर अनषराग इतयाहद

पराचीन काल म हि कषा का जो सवरप था और वरतमान म हि कषा का जो सवरप िम दिर ि उन दोनो म बिर अरर ि जॉन ियवी क अनषसार हि कषा वयहzwjतर की उन सभी योयराओ का हवकास ि हजनक दारा वि अपन वारावरण पर हनयतण करन की कषमरा परापर कररा ि और अपनी सभावानाओ को पणत कररा ि िल-िल म बचचो की रहच यो परवहतत यो रथा कषमराओ को धयान म रिर िए हि कषा परदान करना और बचचो की अहि गम कषमरा को बढाना उनकी अहि गम सबिी कहठ नाइयो को दर करना बाल क हरि र हि कषण ि बाल क हरि र हि कषा म बचच

7

बाल क मरि त मश कषा तथा पगमतशील मश कषा

सषनना हमततल

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 43

क हलए हवषयवसरष सरल िो जारी ि रथा हि कषक बचचो को परिान मनार ि हजसकी वजि स हि कषा का मितव बढ जारा ि बाल क हरि र हि कषा म बचचो को वयाविाररक और सामाहजक हि कषा दी जारी ि हि कषा मनषषय क वयविार म पररवरतन लारी ि यि बचच क वयविार म ऐस पररवरतन लारी ि जो बालक क जीवन म उहचर िोर ि अगर िम पराचीनकाल की हि कषा परणाली की बार कर रो बचच क हदमाग म जान की सामगरी को ठस दना िी हि कषा िोरी थी लहकन वरतमान समय म बचच क सवाइगीण हवकास पर बल हदया जारा ि बचच क सवाइगीण हवकास म उसका िारीररक हवकास सामाहजक हवकास मानहसक हवकास सवगातमक हवकास आहद सभी पकष िाहमल िोर ि

आिषहनक हि कषा पधिहर बाल क हरि र ि आज यहद िम हनजी हवदालय की बार कर रो पार ि हक बचचो क अनषसार हि कषको को हनयषzwjतर हकया जारा ि अथातर जो अधयापक बचचो को उहचर पधिहरयो का परयोग करक हि कषण करार ि बचच उनि अधयापको को पसद करर ि इस वयवसथा म परतयक बचच की ओर अलग स धयान हदया जारा ि वयाविाररक मनोहवजान म वयहzwjतर यो की परसपर हवहभननराओ पर परकाि िाला जारा ि हजसस यि सकर हमला ि हक हि कषक िर एक हवदाथथी की हविषराओ पर धयान द व उनक हलए परबि कर

आज क अधयापक को कवल हि कषा व हि कषा पधिहर क बार म िी निी बहलक हवदाहथत यो क बार म भी जानना िोरा ि zwjतयोहक आिषहनक हि कषा हवषय परिान या अधयापक परिान न िोकर बाल परिान

अथवा बाल क हरि र ि यिा यि मितव का हवषय ि हक बालक क वयहzwjतर तव का किा रक हवकास िआ ि इसहलए िम हि कषा मनोहवजान का जान िोना अहरआवशयक िोरा ि हिकषा कषत हिकषक को यि बरारा ि हक बचचो को zwjतया पढना ि पररष समसया यि ि हक उनि पढाना कस ि इस समसया को सषलझान म बाल मनोहवजान हिकषक की सिायरा कररा ि बाल हवजान सीिन की परहकरया हवहियो मितवपणत कारको अचछी या बषरी दिाओ आहद रतवो स पररहचर करवारा ि इसक जान स बचचो को सीिन म सिायरा परापर िोरी ि

बाल क हरिर हिकषा म बचचो क परयोग एव अनषसिान की ओर आकहषतर करन क हलए मनोहवजान का सिारा हलया जारा ि नई-नई पररहसथहरयो म नई-नई समसयाओ को सषलझान क हलए हिकषक को अलग-अलग परयोग करन चाहिए उसस हनकलन वाल हनषकषणो का उपयोग करना चाहिए छातो को हकरयािील रिन क हलए छात क िाथ पर और महसरषक सब हकरयािील िोन चाहिए अथातर वि एक स अहिक जानहरियो का परयोग बचच क अहिगम को और अहिक परभावी बना दरा ि नहरक किाहनयो व नाटको आहद क दारा बचच अचछी ररि स सीिर ि मिापषरषो व वजाहनको क उदािरण उनक हलए सदा पररणादायी िोर ि छात की रहच उस कायत करन म पररणा दरी ि अर हिकषण बचच की रहच क अनषसार हदया जाना चाहिए अधयापक को बचच की योयरा अनषसार हवषयवसरष का चयन करना चाहिए परतयक बचच का बौहधिक सरर (Intelligence Quotient) अलग िोरा ि हि कषक

पराथमिक मिकषक जलराई 201844

को बचचो की हवहभननराओ को धयान म रिना चाहिए हिकषक को सभी छातो को समान समझना चाहिए सभी छातो स समान परशन पछन चाहिए और उनम कोई भदभाव निी िोना चाहिए

हि कषा एक ऐसा िहथ यार ि जो सभी क हलए आवशयक ि हि कषा वि ि जो मनषषय को जान परदान करन क साथ-साथ उसक हदय एव आतमा का हवकास कररी ि हि कषा क उदशयो को लकर

हिकषा और मनोहवजान

मशकषा और मनोमवजान क सबध

हिकषा

मानव वयविार का हवकास

सामाहजक परहकरया

मनोहवजान

मानव वयविार क कायणो का अधययन

मानव वयविार म सिोिन

हकसी भी कषत म अधयापको की सफल िोन क हलए बार मनहवजान का जान अवशय िोना चाहिए इसक अभाव म न रो बचचो की हविषराओ को िी समझा जा सकरा ि और न िी उनकी समसयाओ का समािान हकया जा सकगा बचच क सबि म हि कषक को बचचो क वयविार क मल आिार आवशयकराओ मानहसक सरर रहचयो योयराओ वि वयहzwjतरतव इतयाहद का वयापक जान अवशय िोना चाहिए हवदालय म हकसी भी ककषा का कायतकरम वयहzwjतरक हभ ननराओ पररणाओ मलयो व सीिन क हसधिारो क मनोहवजान क जान क आिार पर बनाया जाना चाहिए हि कषण क पशचार बचचो का मलयाकन व परीकषण भी अतयर आवशयक िोरा ि मलयाकन स यि परा लगाया जा सकरा ि हक हवदाथथी न हकरना अहि गम हकया ि

किा जारा ि हक हि कषा सामाहजक आहथत क और राजनीहरक पररवरतन क हलए सबस जररी िहथ यार ि हकसी भी राषट क हवकास म हि कषा एक बषहनयादी रतव ि हि कषा क माधयम स बढरी जनसखया गरीबी सापरदाहयकरा हलगभद जसी समसयाओ स हनपटा जा सकरा ि हि कषा का मितवपणत भाग िोरा ि lsquoपराथहमक हि कषाrsquo zwjतयोहक पराथहमक हि कषा िी आग की हि कषा क हलए एक मजबर आिार बन जारी ि सामानय रौर पर गषणवततापणत हि कषा का अथत ऐसी हि कषा स लगाया जारा ि जो बचच को रटन स दर ल जारी िो रथा कवल जानकारी आिाररर न िो बहलक अविारणाओ की समझ पर िो गषणवततापणत हि कषा का परचहलर िबदावली क अनषसार अथत ऐसी हि कषा ि जो lsquoहि कषक व पषसरक क हरि रrsquo क सथान पर lsquoबाल क हरि रrsquo हि कषा िो रथा

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 45

बचच क जान मलयो कौिलो और कषमराओ का हवकास कररी िो

सवरतरा पराहपर क बाद भारर सरकार क अनषचछद 45 क जररय 1951 म यि वायदा हकया था हक राजय इस सहविान क लाग िोन की रारीि स दस साल क भीरर 14 वषत की आयष क सभी बचचो क हलए हनिषलक और अहनवायत हि कषा का परयास करगा लहकन कानन क रप म इसको अमलीजामा पिनान म छि दिक स जयादा समय लग गया आहि रकार हवहभ नन कमीिनो और सहमहरयो की हसफाररिो क बाद यि कानन 2004 म भाररीय सहविान क 86 व सिोिन क रिर सामन आया और 1 अपरल 2010 को लाग हकया गया इसक बाद स हि कषा क अहि कार को मौहलक अहि कार बनाया गया और राजयो को हज ममदारी दी गइत हक परतयक बचच को पराथहमक हि कषा दना सषहनहशच र हकया जाए माचत 2013 रक दि क मिज आठ फीसदी सकलो म यि कानन पणत रप स लाग हकया जा सका ि

पगमतशील मश कषापरगहरिील हि कषा की अविारणा क अनषसार हि कषा का एकमात उदशय बचच की िहzwjतर यो का हवकास ि वयहzwjतर क हि कषा क अनषरप हि कषण अहि गम परहकरया म भी अरर रिकर इस उदशय को परा हकया जा सकरा ि परगहरिील हि कषा यि बरारी ि हक हि कषा बचच क हलए ि बचच हि कषा क हलए निी इसहलए हि कषा का उदशय ऐसा वारावरण रयार करना िोना चाहिए हजसम परतयक बचच क सामाहजक हवकास का पयातपर अवसर हमल परगहरिील हि कषा का उदशय जनरतीय मलयो का हवकास हकया जाना ि हि कषा

क दारा िम ऐस समाज का हनमातण करना चािर ि हजसम वयहzwjतर-वयहzwjतर म कोइत भद न िो सभी पणत सवरतरा और सियोग स काम कर परतयक मनषषय को अपनी सवाभाहवक परवहतत यो इचछाओ और आकाकषाओ क अनषसार हवकहसर िोन क अवसर हमल सभी को समान अहि कार हदए जाए ऐसा समाज रभी बन सकरा ि जब वयहzwjतर और समाज क हिर म कोइत मौहलक अरर न माना जाए हि कषा क दारा मनषषय म परसपर सियोग और सामजसय की भावना सथाह पर करना िोरा ि परगहरिील हि कषा म हि कषण अहि गम हवहि को अहि क वयाविाररक करन पर जोर हदया जारा ि इसम बचच क सवय करक सीिन की परहकरया पर जोर हदया जारा ि कवल हि कषण स िी हि कषक का कायत परा निी िोरा उस बचचो क जान और हवकास का मलयाकन और परीकषण करना िोरा ि मलयाकन करन स हवदाथथी की उननहर का परा चलरा ि और उसी अनषसार बचचो म सषिार हकए जार ि भाररीय हि कषा पधिहर म मलयाकन िबद परीकषा व रनाव स जषडा िआ ि मलयाकन क रनाव स हवदाथथी को दर रिन क हलए बाल क हरि र हि कषा परणाली म सरर एव वयापक मलयाकन पर जोर हदया जारा ि मलयाकन एक बार क कायतकरम क बजाय एक हनररर परहकरया ि हजस सपणत अधयापन अहि गम परहकरया म हनहमतर हकया गया ि हि कषा िासत का हि कषक क हलए हविष मितव िोरा ि zwjतयोहक एक अधयापक को हि कषा िासत िी यि बरलारा ि हक बचचो को zwjतया पढाया जाए

वस सबस बडी समसया यि िोरी ि हक हवदाहथत यो को कस पढाया जाए बाल मनोहवजान

पराथमिक मिकषक जलराई 201846

दारा िी अधयापक को उपयोगी हि कषण अहि गम हवहि आ सकरी ि उस परा चलरा ि हक हकस परकार क बचच को हकस हवहि स पढाया जाए बचचो को भयमषzwjतर रिन और उनि मानहसक रप स सवरप रिन की कवायद म हि कषक की भहमका मितवपणत ि हि कषक क आचरण म सखरी की जगि मतीपणत वयविार कड अनषिासन की जगि लचीली वयवसथा हपटाइत की जगि अपनतव बचचो को हचरा स उनमषzwjतर रिन स पररणाम यि िोगा हक समाज म हि कषक की आज की भहमका भी बदल जाएगी भहवषय म समषदाय और समाज हि कषक को बचचो क अहि कारो की सषरकषा और हनगरानी का मितवपणत हिससा मानन लगगा यि िर हि कषक क हलए गौरव की बार िोगी बचचो को सजा न दन और उनि भयभीर न करन को लकर हि कषको और हि कषण ससथानो म वरतमान म जो सिय ि वि भी िीर-िीर दर िोरा चला जाएगा दषहनया रजी स बदल रिी ि हि कषक को भी आ रि इस बदलाव क चलर अपनी हि कषण पधिहर म आवशयकानषसार सषिार करन िोग

परगहरिील हि कषा क योगदान म महसर षक एव बषहधि की अिम भहमका ि इनक माधयम स वि दहनक जीवन की समसयाओ को सषलझान का काम कररा ि जस-जस वि अपन दहनक जीवन म अपनी मानहसक िहzwjतर यो का परयोग कररा ि वस-वस वि मानहसक हवकास भी कररा ि महसर षक िी वि मषखय उपकरण ि जो समसयाओ को सषलझान म सिायक िोरा ि अर बालक क सबि म हि कषक को उसक वयविार क मल आिारो आवशयकराओ मानहसक सरर रहचयो योयराओ वयहzwjतर तव इतयाहद का हवसरर जान िोना

चाहिए हि कषा बचच की मल परवहरयो पररणाओ और सवगो पर आिाररर िोनी चाहिए परगहरिील हिकषा म हिकषक को भी मितवपणत सथान हदया गया ि इसक अनषसार हिकषक समाज का सवक ि उस हवदालय म ऐसा वारावरण बनाना पडरा ि हजसम पलकर बचच क सामाहजक वयहzwjतरतव का हवकास िो सक हवदालय म सवरतरा और समानरा क मलय को बनाए रिन क हलए हिकषक को कभी भी बचचो स बडा निी समझना चाहिए आजा और उपदिो क दारा अपन हव चारो और परवहततयो को बचचो पर लादन का परयास निी करना चाहिए

मनषकरष भारर म जो हि कषा पधिहर परचहलर ि उसक कइत पकषो म सषिार की आवशयकरा ि िमारी हि कषा वयवसथा पर एक विर जनसमि को हि हकष र करन का उततरदाहयतव ि सािन और ससािन बिर सीहमर ि पररहसथ हरया भी अनषकल निी ि हफर भी िम लकयो की पराहपर की ओर परयतनिील ि हफर भी िम दढ सकलप क साथ आग बढ रो इस हनरािाजनक हसथ हर स उभर सकर ि

सबक हलए हि कषा की सषहविा करवानी ि हक परतयक हि हकष र वयहzwjतर स यि अपकषा की जानी चाहिए हक वि इस लकय पराहपर म सियोग परदान कर इरीच न रीच न (Each one Teach one) का नारा इस हदिा म सफलरा हदला सकरा ि हि कषा म रकनीकी का उपयोग अतयहि क िो रिा ि हकरष इन रकनीको सािनो को हि कषक का हवकलप न मानकर सियोगी मानकर परयोग करन का लकय ि

बाल क दरित दिका तथा परगदतिील दिका 47

सदभष वमात ररक कष मार 2013lsquoबाल क हरि र हिकषा एव परगहरिील हिकषाrsquo बाल मकास ए मि का िासरि अररिर पहबलकिन

हलहमटि नयी हदललीसरोिा सषिील 2012 lsquoचाइलि सटित एि परोगरहसव एजषकिनrsquoएजकिनल साइकरोलॉजरी सरोिा पहबलकिन रोहिणी

नयी हदललीmdashmdashmdash 2016 lsquoबाल क हरि र हिकषा एव परगहरिील हिकषाrsquo बाल मकास ए मि का िासरि सरोिा पहबलकिन रोहिणी

नयी हदलली

परोफसर परारहभक हिकषा हवभाग एनसीईआरटी नयी हदलली 110 016

पाथममक बाल मशकषा क लकय तथा मकरयाकलाप

परारहभ क बाल हि कषा आज क यषग म सामानय रप स न कवल बचचो क सपणत हवकास का अिम हनवि ि बहलक परारहभ क हि कषा को सावतजनीकरण रप म राषटीय लकय को परापर करन म भी मितवपणत योगदान परदान कररा ि परारहभ क बाल हि कषा सषहविाओ म गषणातमक हवसरार क हलए सरकारी और गर-सरकारी ससथाओ दारा समहनव र परयास हकया जा रि ि हजसस दि क करोडो बचचो को इसका लाभ हमल सक इस हवसरार क चलर काफी सखया म परहि हकष र लोगो की आवशयकरा ि इस आवशयकरा को परा करन क हलए सवारर हि कषक-परहि कषको को अलपकालीन परहि कषण भी हदया जा रिा ि जयादारार लोगो को यि जानकारी निी िोरी हक पवत पराथहमक सरर पर zwjतया कराया जाए या कसी गहरहवहि या या हकरयाए करायी जाए हजसस बचचो को आनददायक वारावरण हमल व पवत-पराथहमक सरर को पराथहमक सरर का डाउनडया एकसनिन मान कर बचचो को पढार ि और टीचर टहनग भी दर ि इसी बार को धयान म रिकर परसरषर लि म 3ndash4 एव 4ndash5 साल क बचचो क हलए आयोहजर की जान वाली हकरयाओ क उदशय एव हकरयाए साझा की गइत ि जो हि कषक परहि कषको एव हि कषको क हलए उपयोगी िो सकरी ि य हकरयाए एक लबोरटरी सकल म कायत अनषभव और उपहसथर गरनथो क आिार पर सषझाई गयी ि

पवत-पराथहमक हिकषा का उदशय बचचो का सवाइगीण हवकास करना ि पवत-पराथहमक हिकषा दारा बचचो का िारीररक हवकास िोरा ि और बचचो को पढन-हलिन एव गहणर की रयारी म मदद हमलरी ि यि बचचो को औपचाररक हिकषा क हलए रयार कररी ि इसक साथ िी बचचो म कई अनय सजनातमक कषमराओ को भी हवकहसर कररी ि रीन स छ वषत की आयष क बीच क बचच पवत पराथहमक िालाओ म

पवत पराथहमक हिकषा गरिण करर ि य िालाए बचचो

को पररणादायक िल वारावरण परदान करन क साथ िी

बचचो का बौहधिक भाषागर सामाहजक सवगातमक

रथा िारीररक हवकास करन म सिायक ि

पवष-पाथममक मशकषा क उदशयपवत-पराथहमक हिकषा का मषखय उदशय ि बचचो का

सवाइगीण हवकास करना अरः बचचो को अगरहलहिर

पदमा यादव

8

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 49

सबिो की उदशयो की पराहपर क हलए गहरहवहिया कराई जानी चाहिए mdash

bull सामाहजक एव सवगातमक हवकास bull िारीररक हवकास एव मासपहियो का हवकास bull भाषा हवकास bull सजानातमक हवकास bull सजनातमक एव सौदयतबोि का हवकास

3ndash4 आयष वगत और 4ndash5 आयष वगत क बचचो क हलए सामानयरः एक जसी गहरहवहिया िोरी ि बस 4 ndash5 आयष वगत की गहरहवहियो का सरर 3ndash 4 आयष वगत की गहरहवहियो की अपकषा थोडा अहिक िोरा ि लि म इनिी दोनो आयष वगत क हलए गहरहवहिया सषझाई गयी ि

3 ndash 4 आय वगष क मलए गमतमवमध लकय सामाविक एि सिगातमक विकास बचचो क सामाहजक एव सवगातमक हवकास क अरगतर अनक बार िहमल ि जो अतयर मितवपणत ि उदािरण क हलए सषरकषा एव भरोस की भावना का हवकास करना परारहभक बाल हिकषा क रि क वारावरण रथा हदनचयात स पररचय कराना अचछी आदरो का हनमातण करना जस mdash िौचालय का उहचर परयोग िाथ िोना वयहzwjतरगर सवचछरा भोजन की उहचर आदर हिहकषका कायतकरात का अहभवादन करना अपनी बारी की पररीकषा करना दसर बचचो क साथ िलना सीिना इतयाहद अपन वयविार को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना अपन बार म अचछी भावना हवकहसर करना सामहिक हकरयाओ क परहर रहच का हवकास करना सामाहजक रप स सवीकर ररीको क अनषसार अपन

वयविारो रथा सवगो को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना आहद

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकासबचचो क िारीररक एव मासपहियो क हवकास क हलए यि जररी ि हक िम बचचो को साथ म काम करन क अनक अवसर उपलबि कराए साथ िी हिकषक को कष छ और बारो का धयान रिना िोगा उदािरण क हलए उहचर वहधि और हवकास पर नजर बनाय रिना सथल मासपहियो और सकम मासपहियो म सरषलन बनान म मदद करना छोटी मासपहियो को हवकहसर करन क अवसर परदान करना आि-िाथ म रालमल िाथ-मषि म रालमल इतयाहद

भाषा विकासभाषा मनषषय क भावो और हवचारो को वयzwjतर करन का एक माधयम ि भाषा सीिन का सवाभाहवक और मनोवजाहनक करम िोरा ि mdash सषनना बोलना पढना हलिना बचच म भाषा सीिन की सवाभाहवक परव हतत िोरी ि भाषा का हवकास मलर जीवन की परारहभक अवसथा स िी आरभ िो जारा ि जो मलर अनषकरण एव अभयास दारा अहजतर की जारी ि भाषा हवकास क लकय ि mdash सषनन क कौिल का हवकास करना हजसम िाहमल ि धवहन हवभदीकरण सषनन का हवसरार सषनकर समझना मौहिक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िबद भिार का हवकास अहभवयहzwjतर म सपषटरा एव परवाि पणत वाzwjतयो का परयोग आवशयकराओ एव हवचारो का सपरषण इतयाहद

सजानातमक विकास वसरषओ का हमलान करक रथा पिचान करक उनक अरर को पिचानन की कषमरा का हवकास करना

पराथमिक मिकषक जलराई 201850

जस mdash एक समय म हदिायी गयी 3 ndash 4 वसरषओ का हनरीकषण करक रषरर पषन समरण करन की कषमरा का हवकास हकसी पररहचर वसरष का हचत दिकर उसक गायब भाग की पिचान करन की कषमरा का हवकास करना हकसी एक आयाम या समबोि क आिार पर जस आकार या रग वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास करना रीन-चार वसरषओ स बन नमन को हफर स बनान की कषमरा का हवकास करना सरल सरर पर सपणत रथा उसक भागो क सिसबि को समझन की कषमरा का हवकास करना सरल समसयाओ को सषलझान क हलए सिी ढग स सोचन की कषमरा का हवकास करना लाल नीला पीला िरा सफद और काला रग पिचानन नाम बरान रथा हमलान करन की कषमरा का हवकास हनमनहलहिर को पिचानन रथा हमलान करन की कषमरा पर हवकास mdash गोल चौकोर हरकोन गोला बनान की कषमरा का हवकास छोडा-बडा लबा-छोटा भारी िलका लबा-नाटा मोटा घना परला चौडा-सकरा दर-नजदीक को पिचानन नाम बरान रथा हमलान करन की कषमरा का हवकास करना हसथहरयो को पिचानन की कषमरा का हवकास करना जस mdash अदर-बािर ऊपर-नीच आग-पीछ दहनक हकरयाओ क सदभत म हनमनहलहिर समबोिो की चरना का हवकास करना जस mdash हदन-रार दोपिर-सधया घटो का जान ठिा और गरम म भद करन पिचानन और जानन की कषमरा का हवकास इतयाहद कष छ परसराहवर समबोि परोजzwjतट जसmdash सवय पररवार पालर रथा जगली जानवर घर मौसमी सहबजया रथा फल पौि सषरकषा सबिी आदर पवत तयौिार िवा पानी इतयाहद

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास बचचो म सजनातमकरा एव सौदयतबोि का हवकास करन क हलए कष छ बारो पर धयान दना जररी ि जस mdash कला क माधयम स सजनातमक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िारीररक अगो का कलातमक ढग स सचालन करना पयातवरण म उपलबि रगो रथा सौदयत क परहर सवदनिीलरा का हवकास करना इतयाहद

4ndash5 आय वगष हत गमतमवमध लकय सामाविक ndash सिगातमक विकास सामाहजक-सवगातमक हवकास बचचो क वयहzwjतर तव का एक मितवपणत अायाम ि इसम अनक बार िहमल ि जस mdash परारहभक बाल कायतकरात हिहकषका (यहद नई िो) रथा ककषा क अनय बचचो स पररचय िोना अचछी आदरो का हनमातण करना जसmdash वयहzwjतरगर रथा पयातवरणीय सवचछरा परारहभक बाल हिहकषकाकायतकरात का अहभवादन अपनी बारी की पररीकषा करना हकसी वसरष को हमल बाटकर उपयोग एव सियोग करना हनयहमर उपहसथहर अपन बार म अचछी भावना का हवकास करना सामहिक हकरयाओ क परहर रहच का हवकास करना सामाहजक रप स सवीकर ररीको को अपन वयविारो रथा सवगो को हनयहतर करन की योयरा का हवकास करना हनणतय लन की योयरा का हवकास करना इतयाहद

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकासबचचो म उहचर वहधि बनाय रिन क हलए हनयहमर जाच सथल मासपहियो म सरषलन सकम मासपहियो म सरषलन बचचो की छोटी मासपहियो का हवकास आि-िाथ म रालमल िाथ-मषि म रालमल इतयाहद पर धयान हदया जाना चाहिए

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 51

भाषा विकासभाषा हवकास म िहमल ि mdash सषनन क कौिल का हवकास करना mdash धवहन हवभदीकरण सषनन का हवसरार सषनकर समझना आलोचनातमक दहषटकोण क साथ सषनना मौहिक अहभवयहzwjतर का हवकास करनाmdash िबद भिार का हवकास अहभवयहzwjतर म सपषटरा और परवाि करमबधि ढग स बार करना सजनातमक अहभवयहzwjतर पढन की रयारी करवाना दिी गयी वसरषओ का हवभदीकरण सषनी गयी धवहनयो का हवभदीकरण (िबदो की परथम एव अहरम धवहन) दशय धवहन सि सबि बाए स दाए का हदिाबोि हलिन की रयारी करना इतयाहद

सजानातमक विकास पाचो इहनरियो का परयोग करक वसरषओ का नाम बराना रथा 3 सररो पर करमीकरण करन की कषमरा का हवकास करना जसmdash मीठा उसस मीठा सबस मीठा बडा उसस बडा सबस बडा आहद एक समय म हदिायी गई 6ndash7 वसरषओ का हनरीकषण करन रथा रषरर पषन समरण करन की कषमरा का हवकास हकसी पररहचर वसरष क अहिक सकम या गायब भाग की पिचान करन की कषमरा का हवकास दो समबोिो या आयामो क आिार पर जस रग एव आकार वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास वसरषओ हचतो किाहनयो रथा घटनाओ को पषन परसरषर करन रथा उसी रकत स करम म बढान का हवकास सपणत रथा भाग क सि सबि को अपकषाकर कष छ जहटल सरर पर समझन की कषमरा का हवकास अपकषाकर कष छ जहटल समसयाओ को सषलझान क हलए सिी ढग स सोचन की कषमरा का हवकास

लाल पीला नीला काला सफद क साथ अनय रगो जस भरा नारगी बगनी की पिचान और नाम बराना रीन सररो पर परमषि रगो का करमीकरण करन की कषमरा का हवकास (यि समझन की कषमरा हक रगो को हमलान स नय रग रयार िो जार ि) हनमनहलहिर आकारो क नाम बरान की कषमरा रथा पयातवरण म उपलबि उनिी आकार की वसरषओ स हमलान-हमलाना mdash गोल चौकोर हरकोन अनय आकारो जस mdash रारा छडी आयर मिराब (आिा गोला) आहद को पिचानन की कषमरा हवकहसर करना

अक सबिी समबोिो का रीन सररो रक करमीकरण करन की कषमरा का हवकास करना हनमनहलहिर की कषमरा का हवकास mdash एक स एक का सबि पाच रक की सखया का सबोि पाच रक क अको की पिचान पाच रक क अको को हगनना रथा उनि करम म रिना हनमनहलहिर हसथहरयो की पिचान रथा उनक हलए उपयषzwjतर िबदो का परयोग जसmdash सबस ऊपर-सबस नीच अदर-बािर पिल-बाद म ऊपर-नीच अगला-हपछला यिा-विा हकनार-बीच म बगल म-पीछ-सामन हनमनहलहिर समबोिो की चरना का हवकास mdash समय स समय स पिल दर स हदनचयात क सदभत म पिल-बाद म घडी स समय का मापन सपराि क हदन रापमान की रषलनातमक हसथहरयो जस गमत उसस गमत सबस गमत को पिचानन हवभदीकरण करन रथा जानन की कषमरा का हवकास कष छ और समबोि परोजzwjतट जस mdash बरसार मौसम कीड-मकोड समाज क मददगार ससार यारायार इतयाहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201852

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास कला क माधयम स सजनातमक अहभवयहzwjतर का हवकास करना िारीररक अगो का कलातमक ढग स सचालन सजनातमक हचरन का हवकास करना पयातवरण म उपलबि सौदयत एव रगो क परहर सवदनिीलरा का हवकास करना

3ndash4 एव 4ndash5 आय वगष क बचचो क मलए खल मकरयाए ऊपर हदय गए लकयो की पराहपर क हलए हिकषक एव हिकषक परहिकषको दारा हनमन हकरयाए गहरहवहिया कराइत जा सकरी ि

सामाविक ndash सिगातमक विकास हिकषक बचचो को िल क माधयम स सवगो पर हनयतण करना हसिा सकर ि सामाहजकndashसवगातमक हवकास म सिायक गहरहवहिया िmdash अनौपचाररक वारातलाप गीर रथा कहवराए अहभनय करना कठपषरली का िल सवरत एव हनददहिर िल सामहिक हकरयाए एव िल भोजननाशर क समय की हकरयाए तयोिार एव जनमहदन मनाना आतमहनभतररा क भाव को जगान वाली हकरयाए अथातर हकसी हकरया म नरतव करना बचचो को दाहयतव बाटना आहद वारातलाप हवकलाग बचचो का समि म िाहमल करना परकहर म हवचरण बागवानी-पलर जानवरो की दिभाल करना

शारीररक विकास एि मासपवशयो का विकास बचचो म िारीररक हवकास एव मासपहियो क हवकास क हलए सिायक गहरहवहिया ि mdash लबाई और वजन की माहसक जाच परक पोषण दना समय-समय पर िोन वाली माहसक जाच बचचो

और समाज को सवासथय एव पोषण सबिी जानकारी दना सवरत एव हनददहिर िल दौडन उछलन कदन चढन फ कन सरषलन रिन लषढकन आहद वाली हकरयाए हचतकला एव रजनकला फाडना काटना हचपकाना िागा िालना हसलाई करना बाल और पानी क िल हमटटी का काम हजन वसरषओ को इचछानषसार रोडा-मरोडा जा सक उनक साथ मनचाि ढग स िल उगहलयो को नचार िए गीर गाना िाथ और चममच स भाजन करना इतयाहद

भाषा विकास भाषा हवकास क हलए बचचो क साथ सवरत एव हनददहिर वारातलाप कर सषनन एव िबदो क िल िल जस mdash रषकानर िबदो क िल लययषzwjतर छद और गीर धवहनयो की पिचान आहद अनय गहरहवहिया जस mdash पिहलया अहभनय किानी सषनाना और बनाना कठपषरली का िल दशय हवभदीकरण सबिी िल एव हकरयाए िबदो की धवहनयो का हवभदीकरण रथा िबद-हनमातण क िल सहचत पषसरको को सिी ढग स पकडना हचत एव िबद का हमलान सकम मासपहियो की समसर हकरयाए िीची गई आकहर म रग भरना हबदषओ को जोडना आकहरयो की बनावट की नकल करना (पहसल रथा कयॉन स) इतयाहद भाषा हवकास म बिर सिायक ि

सजानातमक विकास मल सजानातमक कौिलो और परहकरयाओ क हवकास िरष गहरहवहिया करवाए जस mdash इहरियो का हवकास ndash दिन की इहरियसषनन की इहरियसपित स अनषभव करन की इहरिय सघन की इहरिय सवाद की इहरिय समहर एव हनरीकषण कषमरा का हवकास

पराथमिक बराल मिकरा क लकषzwjय तथरा मरिzwjयराकलराप 53

वगथीकरण करन की कषमरा का हवकास करहमक हचरन का हवकास समसया समािान रथा हववक का हवकास

परमषि सबोिो का हवकास जस mdash रग क सबोि का हनमातण आकारो क सबोि का हनमातण अक पवत सबोि का हनमातण अक सबोिो का हनमातण सथान क सबोि का हनमातण समय क सबोि का हवकास रापमान क सबोि का हवकास हनमनहलहिर क सबि म पयातवरणीय रापमान क सबोि का हवकास पराकहरक पयातवरण भौहरक पयातवरण सामाहजक पयातवरण परोजzwjतट थीम क रप म चचात की जा सकरी ि

दहषट सबिी रथा धवहन हवभदीकरण सबिी िल हकरयाए पयातवरण म उपलबि हवहभनन बनावट की वसरषओ को छकर रथा पिचानन वाल कािणो क साथ हकरयाए हवहभनन सवाद वाली वसरषओ क साथ हकरयाए समहर िल lsquozwjतया गायब िrsquo हनरीकषण रथा हनरीहकषर वसरष क पषन समरण पर आिाररर हकरयाए वसरषओ हचत कािणो का परयोग करक वगथीकरण हकरयाए वगथीकरण क िल हदया गया नमना हफर स बनाना किाहनयो और घटनाओ का सिी करम म पषन समरण करहमक हचरन पर आिाररर िल पिली एव भल भषलया का िल हनकालना समसयाओ को सषलझान स सबहिर हकरयाकलाप जस दो या उसस अहिक वसरषओ क सिसबि पर

आिाररर काित सरल परशनो क उततर दना वारातलाप गीर और रषकबहदया अहभनय वसरषओ कपडो पर हकरयाकलाप हनददहिर िल रचनातमक हकरयाए परकहर म भरमण रगो क सबि क हलए वहणतर हकरयाए वारातलाप एव किाहनया पानी क िल बाल क िल करमीकरण काित गषटको क िल हनददहिर िल एव करीडा अहभनय अहभनय पर आिाररर िल जस दषकान-दषकान वसरषओ क साथ और बाद म सखया काितस क साथ हनददहिर िल अको क गीर अको क िल अको की पिली समय सबोि क काितस दफरी आहद पर बनायी गयी घहड या दहनक हकरयाओ का करम स पषनसमरण करन सबहिर हकरयाए सरल परयोग जस mdash बनाय गय थमातमीटर वारातलाप पिल वहणतर हवहभनन हकरयाओ का परोजzwjतट क हवषयो स एकीकरण ककषा म परदितन भरमण एव परकहर दितन तयोिारो को मनाना रथा उनस सबहिर वसरषए रयार करना िवा पानी रथा पौि उगान स सबहिर सरल परयोग बाल रथा पानी क िल इतयाहद

सिनातमक एि सौदययाबरोध का विकास कष छ हकरयाकलाप जस mdash सजनातमक हचतकला लयातमक गहरिीलरा रथा नाटक आहद जसी हकरयाए mdash बिउततरीय परशन lsquoआओ बनrsquo वाल िल गीर एव किाहनया बनाना परकहर क भरमण ककषा परदितन आहद

सदभषएनसीईआरटी 2000 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2000 एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2006 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली कौल हवनीरा 1996 पारमभक बाल मिका काययारिि पवत पराथहमक एव परारहभक हिकषा हवभाग एनसीईआरटी नयी हदलली

पराथमिक मिकषक जलराई 201854

गषपर मजीर सन 2013 पारमभक बालयासराmdash दख-भाल और मिका पीएचआई लहनइग पराइवट हलहमटि हदलली भारर सरकार 1986 राषzwjटरीय मिका नरीमत 1986 मानव ससािन हवकास मतालय नयी हदलली mdashmdashmdash 2011 मनःिलक और अमनायया बाल मिका का अमधकार अमधमनयि ndash 2009 मानव ससािन हवकास मतालय

नयी हदललीमहिला एव बाल हवकास मतालय 2013 राषzwjटरीय पारमभक बालयासरा दखरख और मिका (ईसरीसरीई) नरीमत 2013

नयी हदललीमषरलीिरन राजलकमी और िोहबरा असथाना 1991 मििओ क मलए परक गमतममधया हवदालय पवत एव परारहभक हिकषा

हवदालय एनसीईआरटी नयी हदललीयादव पदमा 2015 एजमपलर गाइडलाइस फॉर इमलि िन ऑफ अलथी चाइलडहड कयर एड एजकिन (ईसरीसरीई)

कररीकलि एनसीईआरटी नयी हदलली

ररषठ पकता िाइट घषममनिडा एससीईआरटी नयी हदलली

भारर सरकार परहरवषत हिकषा पर काफी वयय कररी ि काफी नय हवदालय िषल रि ि और हवदालयो म बचचो क नामाकन म वहधि िो रिी ि इसक साथ िी हिकषक परहिकषण पर भी बल हदया जा रिा ि पररष हफर भी हिकषा की गषणवतता म कोई िास सषिार निी िो रिा ि यि एक हवचारणीय परशन ि और इस अनदिा निी हकया जा सकरा ि हिकषा की गषणवतता को गभीररा स लर िए यनसको की जीईएम की ररपोटत न भी वषत 2017ndash18 का िीषतक हिकषा म जवाबदिी रिा था िमारी हिकषा परणाली की यि हज ममदारी िोनी चाहिए हक वि परतयक चरण म हिकषा परणाली स जषड लोगो की जवाबदिी सषहनहशचर कर

हिकषक समाज की सवातहिक सवदनिील इकाई ि और किा जारा ि हक हिकषण वयवसाय समाज क सभी वयवसायो की जननी ि हवहभनन वरन आयोगो न परतयक बार हिकषक क कायणो क हलए वरनमान को उननर बनाय रिन की हसफाररि की ि राहक हिकषक पणत मनोयोग स अपन हिकषण कायत को समहपतर िो सक और अपनी जवाबदिी सषहनहशचर कर हपछल रीन दिको म गहठर िई सभी सहमहरयो और आयोगो न अपना यि सषझाव हदया ि हक हिकषा की गषणवतता म सषिार क हलए यि आवशयक ि हक हनयहमर रप स हिकषक क कायणो का मलयाकन हकया जाए और उसकी जवाबदिी सषहनहशचर की जाए

मशकषक की जवाबदही स मशकषा वयवसथा की गणवता म सधार

एम एम रॉय

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हिकषक समाज की सवातहिक सवदनिील इकाई ि िमार दि म हिकषक का बिर सममान हकया जारा ि हिकषक बचचो म छष पी िई परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि यि मिसस हकया जा रिा ि हक समाज म सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि हिकषक की गषणवतता पर भी परशन हचहन लग रि ि हिकषको की जवाबदिी की माग उठन लगी ि यहद िम हिकषको को अपन वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना चािर ि रो हिकषा वयवसथा म ऐसा वारावरण बनाना िोगा जिा व उततरदाहयतव सवय लना पसद कर लहकन हिकषको की जवाबदिी सषदढ और सषहनहशचर करन स पिल उनक हलए एक वारावरण रयार हकया जाना चाहिए हजसका उललि इस लि म हकया गया ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201856

एक हिकषक का कायत समाज म वषणो स सममानजनक रप स दिा जारा रिा ि हिकषको क हलए ईमानदार जानी आहद जस हविषणो का भी परयोग हकया जारा ि एक हिकषक का कायत बिआयामी ि वि अपन बचचो म छष पी िई परहरभा को िोजरा ि और उनका पोषण भी कररा ि एक हिकषक बचचो क हलए मागतदितक दाितहनक और हमत िोन क साथ समाज और राषट हनमातरा भी ि िम सभी लोग यि भी मिसस कर रि ि हक समाज म स सामाहजक मलयो का लगारार हास िो रिा ि और zwjतयोहक हिकषा सामाहजक परणाली का अहभनन अग ि हिकषा क सरर क दारा यि भली भाहर जाना जा सकरा ि हक समाज म जीवन क मलयो का zwjतया सरर ि

किन का रातपयत यि ि हक हिकषा का सरर एक सचक क रप म यि हदिारा ि हक समाज म जीवन की गषणवतता zwjतया ि हिकषक हिकषा की एक िषरी ि इसीहलए हिकषक-हिकषा की गषणवतता कसौटी पर ि रथा हिकषक-हिकषको क योगदान पर भी परशनहचहन लग रि ि हिकषक क पास बिआयामी कायत िोर ि हजसम वि बचचो हवदालय बचचो क मारा-हपरा समाज रथा राषट की सवा करर ि जब व कोई ऐसा उततरदाहयतव सभालर ि रो उनकी जवाबदिी रय िोनी चाहिए zwjतयोहक इसम उनको अपन कायत क सबि म दसर वयहzwjतर क परशनो का जवाब दना बनरा ि

यि जवाबदिी नहरक जवाबदिी बनरी ि जब आरररक इचछा िहzwjतर दारा वयहzwjतर िमिा कष छ अचछा करन क हलए अहभपरररर रिरा ि विी दसरी जवाबदिी म वयहzwjतर अपन ससथा क परहर

उततरदायी रिरा ि zwjतयोहक जो कायत उस वयहzwjतर को हदया जारा ि उसको उस बस परा करना िोरा ि zwjतया िम हसफत कायत को करना िी ि या उस कायत का परदितन भी बिर अचछा करना ि zwjतया आपन कभी अनषभव हकया ि हक जो हिकषक अपन वयवसाय स सरषषट ि व नए-नए उततरदाहयतव लना पसद करर ि और zwjतया व सफलरा की भी सी हढया चढर ि एक वयहzwjतर जब अपन कायत क परहर समहपतर रिरा ि रो यि समझा जारा ि हक वि अपन कायत स सरषषट ि दसर िबदो म कि रो यहद हिकषक अपन वयवसाय म परी ररि स समहपतर ि रो उसकी जवाबदिी भी सषदढ िोगी यहद िम हिकषको को उनक वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि बनाना ि रो हिकषा वयवसथा म ऐस वारावरण बनाना िोगा जिा व उततरदाहयतव लना पसद कर हिकषको की जवाबदिी सषदढ बनान क हलए हनहमनहलहिर वारावरण रयार हकया जा सकरा ि

मशकषको को मनणषय लन की अनममत हिकषक क पास हनणतय करन की िहzwjतर िोनी चाहिए हक व zwjतया पढाए और बचचो क सीिन का मलयाकन हकस परकार कर या बचचो को कस समझ यि हिकषक िी िोरा ि जो बचचो दारा मिसस हकए जान वाल सामाहजक सासकहरक और भाषायी अवरोिो की परिाहनयो को सीि-सीि मिसस कररा ि हिकषा म गषणवतता का लकय रब रक निी परापर हकया जा सकरा जब रक हक िमार पास ऐस हिकषक न िो हजनकी हनषठा सदिो स पर िो हजनम िम परी ररि स हवशवास कर सक

शिकषक की जवाबदही स शिकषा वzwjयवसzwjा की गणवता म सधार 57

सतत एव वयापक मलयाकन स जवाबदहीहवदालय म हभनन-हभनन पषठभहम वाल बचच पढन आर ि हवहवि पषठभहम स आए बचचो का अपना अनषभव िोरा ि और यि बचच अपनी गहर स सीिर ि हवहवि पषठभहमयो और हवहभ नन कषमराओ वाल बचचो को पढाना एक चषनौरी ि एक अचछी मलयाकन और परीकषा पधिहर सीिन की परहकरया का अहभनन अग बन सकरी ि हजसम बचच और हिकषा रत दोनो को िी हववचानातमक और आलोचनातमक परहरपषहषट स फायदा िो सकरा ि मलयाकन ऐसा िो जो यि सषहनहशचर कर हक बचच सफलरापवतक पढ और बढ रथा अपन पणत रप म हनिर हवहवि कषतो म उतकषटरा को मानयरा हमलनी चाहिए रथा उसका सममान िोना चाहिए मलयाकन म इस बार पर जोर िोना चाहिए हक जो पढाया गया ि उसक परहर बचचा हकरना जवाबदि रिा ि न हक उसक याद करन की कषमरा का उसकी जवाबदिी म कई बार िाहमल िोगी जस हक उस जो पढाया गया ि उसका अपन जीवनानषभव रथा दसरी रमाम चीजो स सबि जोडन की योयरा सीिी गयी चीजो क बार म नए और आशचयतजनक ररीक स सवाल बनान की कषमरा आहद बचचो क उपलहबि सरर क साथ-साथ बचच की अहभरहच उसक सवरत रप स सीिन की कषमरा का मलयाकन िोना चाहिए अर यि समझना जररी ि हक मलयाकन की परहकरया को बदलकर बचच क सीिन क अनषभवो पर आिाररर और गषणवतता को आिार बनाकर मलयाकन हकया जाए यहद हिकषक ऐस मलयाकन को सषहनहशचर कर सक हक हवहविरा अपन पणत रप म हनिर और मलयाकन म इस बार

पर जोर हदया गया हक जो पढाया गया ि उसक परहर बचचा हकरना जवाबदि रिा ि रो अवशय इसम हिकषक की भी जवाबदिी बनरी ि

मशकषण पश म हो रह कषय का सामना हिकषक वि िषरी ि हजसक इदत-हगदत हिकषा वयवसथा घमरी ि वरतमान सदभत म रजी स बढ रिी सकली वयवसथा और हवततीय घाट वाली हसथहर म समषहचर सखया म हिकषको की अनषपलबिरा एक नए ररि क हिकषको क आगमन की ओर बढरी ि सकली हिकषक की सामाहजक हसथहर म रजी स हगरावट आ रिी ि रथा हिकषक को सरकारी सकल क रमाम कष परिासन और बीमाररयो क हलए हज ममदार ठिराया जारा ि जबहक इसको पिचाना भी जा रिा ि हक हिकषक का उततरदाहयतव काफी मितवपणत ि

अपयाषपत मशकषक बचचो और हिकषको का अनषपार कई कषतो म अपहकषर मानक स काफी नीच ि और अहिकाि ििरी कषतो क सकलो म हिकषको की बिलरा ि एक हिकषक वाल 96 परहरिर सकल गरामीण कषतो म हसथर ि इसका मरलब यि ि हक हिकषको क पास बचचो को सकलो म रिन और उनि हसिान क हलए जो आवशयक ि उसक हलए न रो समय और न िी ऊजात

गर-शमकषक काम सकली हिकषको क पास पढान क अलावा कई और ररि क काम िोर ि जस mdash गरामीण हवकास योजनाओ क हलए आकडो को एकत करना राषटीय जनगणना चषनाव क काम और अनय परचार कायत इनस व ककषा स दर िोर जार ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201858

मशकषको को मनमाषण और सजन की ओर बढन की परणा ममल सरकार और समाज म ऐसी पररहसथहरया बननी चाहिए हजनस हिकषको को हनमातण और सजन की ओर बढन की पररणा हमल हिकषको को इस बार की आजादी िोनी चाहिए हक व नए परयोग कर सक और सपरषण की उपयषzwjतर हवहिया और अपन समषदाय की समसयाओ और कषमराओ क अनषरप नए उपाय हनकाल सक

पशासमनक वयवसथा म समानता हिकषको को भरथी करन की परणाली म इस परकार पररवरतन हकया जाए हक उनका चयन उनकी योयरा क आिार पर वयहzwjतर हनरपकष रप स और उनक कायत की अपकषाओ क अनषरप िो हिकषको का वरन और सवा की िरज उनक सामाहजक और वयावसाहयक दाहयतव क अनषरप िो और ऐसी िो हजनस परहरभािाली वयहzwjतर हिकषण वयवसाय की ओर आकषट िो यि परयतन हकया जाए हक पर दि म वरन म सवा िरणो म और हिकायर दर करन की वयवसथा म समानरा का वाछनीय उदशय परापर हकया जा सक हिकषको की रनारी और रबादल म वयहzwjतर-हनरपकषरा लान क हलए हनददिक हसधिार बनाए जाए उनक मलयाकन की एक पधिहर रय की जाए जो सपषट िो आकडो एव रथयो पर आिाररर िो और हजसम सबका योगदान िो जवाबदिी क मानक रय हकए जाए अचछ कायत को परोतसहिर हकया जाए और हनहषकरयरा को हनरतसाहिर उचच गरि म ररzwjतकी क हलए हिकषको को उहचर अवसर

हदए जाए और हिकषको की जवाबदिी रय करन क हलए मौजदा वररषठरा आिाररर सरचना को परदितन आिाररर सरचना म बदला जाए

हिकषको की जवाबदिी को सषहनहशचर बनाना कोई आसान काम निी ि zwjतयोहक हिकषको क परदितन को मापना कहठन ि उसस परापर िोन वाल lsquoपररणामोrsquo का कोई हनिातररर मानक निी ि िालाहक सकलो म पढाई क दौरान हकए जान वाल हनरीकषणो रथा बचचो क परीकषा पररणामो आहद स अधयापन सररो क अचछ या हनमन िोन क कष छ सकर अवशय हमल सकर ि

मनषकरषहिकषा समाज की परगहर और बौहधिक हवकास का आवशयक अग ि हकसी भी दि की हिकषा वयवसथा उस दि क राषटीय हिरो और लकयो की पहरत म सिायक िोरी ि राषट और समाज की उननहर क हलए यि अतयर आवशयक ि हक उसकी भावी पीढी को गषणवततापणत हिकषा परापर िो सक यहद हिकषक अपन वयवसाय क परहर हज ममदार और जवाबदि िोरा ि रो िम अपनी भावी पीढी को गषणवततापणत हिकषा द सकर ि लहकन हिकषको की जवाबदिी सषदढ बनान क हलए एक वारावरण रयार करना िोगा जसmdash हिकषको को हनणतय लन की अनषमहर हिकषको को हनमातण और सजन की ओर बढन की पररणा दना गर-िहकषक काम निी कराना हिकषको की कमी को दर करना परिासहनक वयवसथा म समानरा लाना हिकषण पि म िो रि कषय को रोकना रथा बचचो क सरर एव वयापक मलयाकन स हिकषको की जवाबदिी पzwjतका करना आहद

शिकषक की जवाबदही स शिकषा वzwjयवसzwjा की गणवता म सधार 59

सदभष एनसीईआरटी 1991 उभरत भारतरीय सिाज ि मिकक और मिका एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2002 मदालयरी मिका क मलए राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2005 राषzwjटरीय पाठयचयाया की रपरखा 2005 एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2007 lsquoपरीकषा परणाली म सषिारrsquo राषzwjटरीय फरोकस सिलह का आधार परि एनसीईआरटी नयी हदलली mdashmdashmdash 2007 lsquoहिकषा क लकय एव पाठयचयात बदलाव क हलए वयवसथागर सषिारrsquo राषzwjटरीय फरोकस सिलह का आधार

परि एनसीईआरटी नयी हदलली एनसीटीई 2009 राषzwjटरीय अधयापक मिका पाठयचयाया रपरखा एनसीटीई नयी हदलली

सह पाधयापक कषतीय हिकषा ससथान भोपाल

हिकषक की वयावसाहयक परगहर की जब बार की जारी ि रो उस कवल पदोननहर स जोड हदया जारा ि यि भषला हदया जारा ि हक हिकषक कवल एक पद िी निी ि बहलक एक सामाहजक उततरदाहयतव ि और उस कवल पदोननहर स िी निी जोडा जा सकरा यि कवल एक पिा िी निी हमिन भी ि पर यि िारणा इरनी दढ िो गयी ि हक हिकषक की वयावसाहयक परगहर क हलए नीहर-हनिातरण सरकारी हवदालयो क सरर पर सरकार कररी ि और हनजी हवदालयो क सरर पर हवदालय परबिन हिकषक की इस नीहर-हनिातरण म कोई भहमका भी िो सकरी ि इस पर गौर भी निी हकया जारा पररणामसवरप हिकषक पदोननर िोर-िोर परिासक रो बन जारा ि पर इस परहकरया म हिकषक किी िो जारा ि हसफत सरकार और परबिन िी निी सवय हिकषक भी इस िारणा स अछरा निी ि और वि भी इस बिी-बिाई परहकरया म ढल जारा ि परसरषर आलि म हिकषक की इस नीहर-हनमातण म कसी भहमका िोनी चाहिए और आज की सचार रकनीकी कस उसकी इस भहमका क सफल हकरयानवयन म उपयोगी िो सकरी ि इस पर हवचार परसरषर हकय गय ि और एक हिकषक की हिकषक क रप म िी वयवसाहयक परगहर कस सभव िो सकरी ि इस बार म सषझाव हदय गय ि

पदोननहर या प-सकल म वहधि क रप म िोरा ि इस परहकरया का अवलोकन करन पर आप यि अनषभव कर सकर ि हक हिकषक को भी एक छात बना हदया गया ि और यि कायतिालाए आहद उसकी परीकषाए ि इनिी स उस गषजर कर अपन वयवसाय की अगली सीढी रक पिचना ि जसा हक एक छात भी कररा ि यि सिी ि हक सीिन की परहकरया जीवन म अनवरर चलरी ि और सभी इसस गषजरर ि लहकन यि सीिना सवय

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सोशल मीमिया मशकषक की वयावसामयक पगमत का नवीन उपकरण

हचता हसि

हिकषक की वयावसाहयक परगहर क हलए सरकार और हवदालय परबिन न एक रयिषदा ढाचा बना रिा ि इसम कायतिालाओ सहमनारो हवषय हविषजो क वयाखयानो और परहिकषणो पर जोर हदया जारा ि य कायतिालाए एक सीमा रक उपयोगी रो िोरी ि और इनम भाग लकर हिकषक कष छ िद रक लाभाहनवर भी िोरा ि लहकन जयादा बडा लाभ उस िहकषक सरर पर निी परिासहनक सरर पर हमलरा ि यि लाभ

सोशल मीडिया mdash डशकषक की वयावसाडयक परगडि का नवीन उपकरण 61

क परयासो स जयादा अचछी ररि हकया जा सकरा ि हिकषक भी यहद सवय इस परहकरया को हनिातररर कर इसका हनयामक बन रो यि परहकरया अहिक कारगर िो सकरी ि इसक हलए हिकषको को सवय आग आना िोगा आपस म एक-दसर क साथ काम करना िोगा यि धयान भी रिना िोगा हक सामहिक िोन की यि परहकरया परिासहनक लाभो क हलए न िो जसाहक पराय िोरा ि एक हिकषक क रप म अपन हवषय पर और अपन हवदाहथतयो पर उसकी पकड और परभावी िो इसक हलए िो समिीकरण की यि परहकरया सचार यषग म बिर आसान िो गयी ि और हिकषको को इस सषहविा का लाभ लना िोगा सोिल मीहिया म अपन दनहदनी जीवन म रो व हकरयािील िोर िी ि यिी हकरयािीलरा वयवसायगर भी िो सकरी ि इस पर भी हिकषको को धयान दकर आग आना िोगा रकनीक रो उदशय हनरपकष िोरी ि यि एक िहथयार निी उपकरण ि हजस कष िलरा स उपयोग करन वाला एक नयी दषहनया का हनमातण कर सकरा ि और हिकषक रो सवाभाहवक हनमातरा ि वि छात का भहवषय हनमातण कररा ि और परकारानरर स दि का भी

एक हिकषक को यि सबस पिल समझना िोगा हक इस आदित को वि वयविार क िरारल रक उरार एक हिकषक िी यि कर सकरा ि बस उस इसक हलए पारपररक और बिी-बिाई रीर स िटकर आिषहनक और आज क सदभत म सोचना िोगा

मशकषक सगठन mdash वयावसामयक पगमत क मलएहिकषको का सगठन आपसी सियोग स वयावसाहयक परगहर क हलए िो परिासहनक निी िहकषक िो

अहिकारो क परहर सघषत क हलए िी निी दिभर म हिकषको क अनक सगठन ि और व जररी भी ि लहकन व एक-आयामी ि दिभर म फल दसर सभी सगठनो की ररि व भी अपन अहिकारो की बार िी जयादा करर ि और इस िी वयावसाहयक परगहर स जोडर ि यि वयावसाहयक परगहर हिकषक क वयवसाय का एक आयाम िो सकरी ि लहकन वयावसाहयक परगहर का मल अथत हिकषक की अपन हवषय क परहर जागरकरा उसक बार म हनररर अधययन उसम नवाचार और हिकषण म इस परकार परापर नवीनरम जानकाररयो उपलहबियो और अपन हवषय क नय आयामो को छातो रक पिचाना भी ि अभी िमारी हिकषा वयवसथा का जो ढाचा ि उसम हनिातररर पाठयकरम को रय समय म परा कराकर हिकषक क करतवय की पहरत िो जारी ि और उसक कायत का मलयाकन उसक हवषय म हकरन परहरिर छात सफल रि इसक दारा कर हलया जारा ि यिा हकरन परहरिर हवदाथथी हकरन परहरिर अको म सफल िए यिी मापदि हिकषक की हिकषक क रप म सफलरा का सचक ि जोर सफल रिन पर ि सीिन-हसिान पर निी ि

इस परकार िम दिर ि हक हि कषक और परिासनपरबिन क बीच काम का बटवारा िो गया ि एक ओर हिकषक सगठन जिा अपन अहिकारो क हलए एकजषट रिर ि विी दसरी ओर परिासन परबिन उनकी रयिषदा वयावसाहयक परगहर क चरणो की पहरत क हलए हवहभनन ररि की कायतिालाओ सहमनारो हवषय हविषजो क वयाखयानो और परहिकषणो की वयवसथा और उस पर अमल क हलए सहकरय रिरा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201862

हिकषक दारा हिकषक की और हिकषक क हलए जसी वयवसथा अभी भी पणतरः हवकहसर निी िो पायी ि जो हकसी भी परजाराहतक वयवसथा का आिार िोरी ि जस जनरा परजारत म सवय रय कररी ि हक उस कसा नरतव और नीहर चाहिए और उस नरतव को zwjतया करना चाहिए वसा िी हिकषक को भी करन का अहिकार और अवसर दना चाहिए

हिकषा क बार म हिकषक को िी रय करन का अहिकार िोना चाहिए और उसकी बार को िी अहरम माना जाना चाहिए

मशकषक नीमत-मनमाषता क रप मगािी जी इस बार म हवचार करन वाल सबस पिल वयहzwjतर थ उनका मानना था हक हिकषा कसी िोनी चाहिए उसका सवरप कसा िोगा और कस वो दी जायगी य हिकषाहवद सरकार रथा हवदरजन रय निी करग बहलक हिकषक और उनक साथ छात वगत इस परहकरया म योगदान करन वाला एक मात समि िोगा हिकषक को नीहर-हनमातरा क रप म आग आना िोगा उस अपनी वयावसाहयक परगहर क हलए परहिकषण कायतिालाओ हिकषण सामगरी पाठयकरम हनिातरण आहद म सीि और एकमात िसरकषप करन को रयार रिना िोगा जबहक हिकषक की परगहर हिकषक क दारा िी हनिातररर िोगी रो उसक पालन की बिरर हसथहरया बनगी और पररणाम बिरर िोग

हिकषक एक समि क रप म अपनी आवशयकराओ जस mdash परहिकषण की जररर परापर परहिकषण का हवशलषण हिकषा और हिकषण पर सलाि दकर इस परकार की गहरहवहियो को जयादा कारगर बना सकरा ि अपना लकय पणत कर सकरा ि उनि परासहगक

बना सकरा ि और अपन सीहमर समय का बिरर उपयोग कर सकरा ि

इसक हलए हिकषक को परहिकषण की हजममदारी सवय लनी िोगी और परिासन एव परबिन को उस यि दनी िोगी सहमनार परहिकषण वयाखयान टकमीट और इन सबका बाद म अनषसरण इसस परापर जानकाररयो का ककषाओ म उपयोग हवषय हविष क समिो का हनमातण राहक जानकाररयो का आदान-परदान कर ककषा म उनि अपनाया जा सक आहद इसक अग ि

जब हिकषक यि रय करगा रो वि यि भी धयान रि पाएगा हक इसस उसका हिकषण परभाहवर न िो zwjतयोहक हवदालय की समय सीमा का धयान भी रिा जाना जररी ि

मश कषक mdash अचछा मशकषण और सीखन क नय आयाम अचछा हिकषण और सीिना कसा िोना चाहिए इन बारो पर एक हिकषक जयादा अचछ स गौर कर सकरा ि मलभर जीवन मलयो को दहनक जीवन स कस जोडा जा सकरा ि वि इस पर बिरर काम कर सकरा ि अरः हिकषक की वयवसथागर परगहर को हिकषण की परहzwjतटस स भी जोडना िोगा इसक हलए उस हदया जा रिा परहिकषण अकादहमक पाठ पर निी ककषा म पढाय जा रि पाठ पर िोना चाहिए इस परहकरया का अवलोकन सवय हिकषक दारा िी िो यि हिकषक क सवय क हवदालय म या दसर हवदालय म हकया जा सकरा ि इसहलए उनि ऐसी कायतिालाए दी जानी चाहिए हजसम उन हवषयगर पाठो पर चचात िो जो व पढा रि िो इसक हनिातरण म हिकषक िी मितवपणत भहमका हनभा सकरा ि

सोशल मीडिया mdash डशकषक की वयावसाडयक परगडि का नवीन उपकरण 63

इसक अलावा सवाधयाय भी हिकषक को मजबर बनारा ि और इसक अनक माधयम आज उपलबि ि सचार रकनीक और सोिल मीहिया उसम मितवपणत सथान रिर ि

सोशल मीमिया mdash मशकषक की वयावसामयक पगमत का एक उपकरणिमारी िरी की सचार-कराहर न िम जो सषहविाए उपलबि करायी ि और िमार जीवन म जो बदलाव आया ि उसकी सबस मजबर अहभवयहzwjतर सोिल मीहिया क रप म िई ि फसबषक टहवटर और विाटसएप मसनजर आहद कई माधयम और पलटफामत आज िम उपलबि ि इनिोन िम आपस म सवाद करन जोड रिन और अहभवयzwjतर करन म इरना सियोग हकया ि हक एक परी दषहनया िमारी मषटी म हसमट आयी ि जसा हक किा जारा ि िर चीज अब हसफत एक हzwjतलक पर उपलबि ि सामाहजक जषडाव का सिzwjतर माधयम िोन क कारण इस सोिल मीहिया नाम हदया गया ि जो साथतक ि बस इसकी साथतकरा इसक सकारातमक उपयोग म ि

िमम स कोई भी इन माधयमो क उपयोग स अछरा निी ि हिकषक भी निी िोगा और िोना भी निी चाहिए आवशयकरा बस इस बार की ि हक वो इस माधयम को अपनी वयवसाहयक परगहर क हलए एक उपकरण की ररि काम म ल िहथयार की ररि निी और मनोरजन या समय गषजारन क सािन क रप म भी निी

सोिल मीहिया क इस पलटफामत को सटाफरम की ररि काम म हलया जा सकरा ि बस उसकी नकारातमकरा िावी न िो जाय इसका धयान रिना

िोगा यि सवसथ बिस का मच बन वाद-हववाद का निी

हिकषक को नटवहकइ ग भी करनी चाहिए हजसस समान हवचारिारा क दसर हिकषक उसस जषड इस नटवहकइ ग म कवल हि कषक िी िहमल न िो बहलक हिकषा म और उसकी परगहर म रहच रिन वाल छातो क अहभभावक एव छात भी िहमल िो इसका कारण यि ि हक हिकषण एक ऐसा वयवसाय ि हजसक बार म परायः िर वयहzwjतर यि राय रिरा ि हक इस कस हकया जाना चाहिए या इस कसा िोना चाहिए

इस परकार समान हवचारिारा और वयवसाय क लोग जब जषडर ि रो हवचारो क आदान-परदान स बिन मजबर िोरा ि नय ररशर बनर ि और अपन वयवसाय क परहर जषडाव गिरा िोरा ि सोिल मीहिया इसक हलए सबस अचछा माधयम ि इसस वयवसाय म मदद सलाि सचना हिकषण म मदद करन वाल नय उतपादो रथा हवषय हविषजो की हविषजरा का सीिा लाभ आसानी स हमल जारा ि इस ररि सोिल मीहिया एक उपलहबि भी ि

अब िम दि हक हकस ररि सोिल मीहिया क य हवहभनन उपकरण हिकषक की वयवसाहयक परगहर म योगदान द सकर ि

bull मर mdash इसका सबस बिरर उपयोग परशन करक हकया जा सकरा ि एक परशन म आप अनक उततर पा सकर ि हिकषा क बार म बार कर सकर ि इस पर सहकरय रिकर एक हिकषक सवय बिस क अररातषटीय और राषटीय रथा सथानीय मषदो रक पर अपनी राय रि सकरा ि और दसरो क हवचार जान सकरा ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201864

bull educhatkinderchatniedchatieeytalking mdash इसम हिकषक की सिायरा करन वाल कष छ अहर परचहलर अवयव ि

bull फसबक mdash फसबषक पर अपनी सहकरयरा को एक हिकषक दसर हिकषको क साथ एक समि रयार कर रचनातमक अहिगम िल आिाररर अहिगम जस नवाचारो को अपनान क बार म अपनी राय रि सकर ि राय ल सकर ि अपन दारा हकय गय नवाचारो को परदहितर कर सकर ि और उस पर सषझाव परापर कर सकर ि और द सकर ि

bull ास-ऐप mdash िमम स लगभग परतयक आज वाटस-ऐप पर सहकरय ि अकला भी और हकसी न हकसी समि म भी य अबरक का सबस सिzwjतर सोिल मीहिया उपकरण ि हिकषको को भी इस पर अपना गरषप बनाना चाहिए बस उसका उदशय वयावसाहयक परगहर याहन अपन हवषय स सबहिर जानकारी म परगहर करना िोना चाहिए यिी इस माधयम की सकारातमकरा ि हक इसस रषरर आपको लाभ हमल जार ि हिकषको को भी इस माधयम का उपयोग बषहधिमरापणत रप स कर अपनी वयावसाहयक परगहर को आिार दना चाहिए

bull इस माधयम क वॉयस-कॉल और वीहियो-कॉल जस फीचर हिकषक को अपन काम को वासरहवक समय म दसरो रक पिचान म मददगार िो सकर ि हकसी भी हवषय पर सामहिक हवचार-हवमित म िाहमल िो सकर ि सबस अचछी बार यि ि हक इसम कागजी कायतवािी स छष टकारा हमल जारा ि zwjतयोहक सब कष छ अपन-आप सव िोरा जारा ि और उसक िो जान का िररा भी निी रिरा इस पर

एक हवषय पर उरन हिकषक हवचार कर सकर ि हजरन एक zwjतलास म छात िोर ि

bull ऑनलाइन नटवहकइ ग हिकषको को अपना एक सवय का नटवकत हवकहसर करना चाहिए यि आमन-सामन एक-दसर स हमलन हवचारो क आदान-परदान सभी कषतो क सभी लोगो स बारचीर करन अपन िोिपचणो को सबक साथ साझा करन सवय की वबसाइट हवकहसर करक सभी रक पिचान इतयाहद म मदद कररी ि इस सबस आप अपन काम क बार म लोगो को यि बरा सकर ि हक आप हिकषण और उसकी परहकरया क बार म zwjतया हवचार रिर ि और इस पर उनक हवचार और सषझाव भी जान सकर ि

मशकषण का अतराषषटीय आयाम mdash इzwjरनzwj और सोशल मीमिया की भममकाहिकषण अब एक अररातषटीय मषदा बन गया ि हिकषक अब बािर और अपन दि क अलावा दसर दिो की हिकषा और हिकषा पधिहर पर धयान दन लग ि राहक विा िो रि नवाचारो को अपनाकर अपनी वयवसाहयक परगहर को दढ कर सक हभनन-हभनन दिो म हभनन-हभनन हवषयो क हिकषण म अनक नवाचार हकय जार रि ि और हकय जा रि ि

जापान म हिकषको क आपसी सियोग स हकया जान वाला हिकषण बिर परचहलर हिकषण पधिहर ि अररातषटीय सरर पर उतसषकरा जगारी रिी ि

इस पधिहर म हिकषको क आपसी सियोग स एक पाठ रयार हकया जारा ि उनक हिकषण का अवलोकन और हफर हवशलषण हकया जारा ि हिकषक एक-दसर स सीिर ि अपन हवचार साझा करर ि रथा उनि अपन हिकषण म सथान दर ि

सोशल मीडिया mdash डशकषक की वयावसाडयक परगडि का नवीन उपकरण 65

यि हिकषको क हलए एक िषला मच िोरा ि जिा वि हवचार-हवमित करर ि वयावसाहयक परगहर म आपसी सियोग का यि जापानी उदािरण िम भी अपना सकर ि और यि सब आभासी िरारल पर इटरनट और सोिल मीहिया की मदद स भी हकया जा सकरा ि

उपसहार हिकषा एक अनवरर चलन वाली परहकरया ि और हिकषक इसका चालक ि चालक का हनषपार िोना इस परहकरया म बिर सिायक िोरा ि हिकषक को इस बार म सवय परयास करन िोग उस नीहर हनिातरको

परिासको और परबिन की ओर न दिकर सवय इस हदिा म आग कदम बढाना िोगा सचना रकनीक क इस यषग म रो यि और भी आसान िो गया ि और वि बगर अपन कायतसथल अपन आस-पास अपन घर स दर जाए हनररर सहकरय रि सकरा ि यि दषहनया उसकी अगषहलयो पर हसमट आयी ि बस उस एक हzwjतलक भर करना ि एक परी दषहनया उसक हलए उपलबि िो जारी ि और वि कवल एक हिकषक िी निी रि जारा बहलक हिकषा का हनयामक भी बन सकरा ि आवशयकरा बस इस नय माधयम क सकारातमक पकषो को अपनान की ि

पररचयहवजान गतयातमक और हनररर पररवहितर जान का भिार ि हजसम अनषभव क नए-नए कषतो को िाहमल हकया जारा ि मानव का यि परयास रिा ि हक हवशव को समझन क हलए अवलोकनो क आिार पर अविारणाओ क नए मॉिल सथाहपर हकए जाए राहक हनयमो रथा हसधिारो रक पिचा जा सक एक परगहरिील समाज म हवजान मनषषय को गरीबी क कष चकर स बािर हनकालन अनहभजरा रथा अिहवशवास स दर करन म मषहzwjतरदारा की भहमका हनभा सकरा ि आज मानव का सामना रजी स बदलर िए हवशव स िो रिा ि जिा लचीलापन नवाचार रथा सजनातमकरा मितवपणत कौिल ि अरः हवजान-हिकषा क सवरप को हनिातररर करर समय इन मितवपणत कौिलो का धयान रिा जाना चाहिए अचछी हवजान-हिकषा वि ि जो हवदाथथी क परहर जीवन क परहर और हवजान क परहर िरी िो

उचच पराथहमक सरर पर हवजान को सजानातमक हवकास क सररो क अनषरप एक परमषि हवषय क रप

म पाठयचयात म िाहमल हकया जाना चाहिए इस सरर पर इसका पराथहमक सरर पर पढाए जा रि पयातवरण अधययन स हवजान क रतवो की ओर करहमक पररवरतन िो जारा ि यि आवशयक ि हक बचच क जान का हवकास िो और यि उसक आस-पास की वसरषओ स परापर अनषभवो स िषर हकया जाए बचच को सरल रकनीकी इकाइयो और मॉिलो को हिजाइन करन क हलए िाथ स काम करक और जनन रथा यौन सवासथय क बार म अहिकाहिक सीिर रिन क हलए पररहचर अनषभवो दारा हवजान क हसधिारो को समझन म िाहमल करना चाहिए वजाहनक अविारणाओ को मषखयरः गहरहवहियो परयोगो एव सवदकषणो क दारा समझा जाना चाहिए हवदालय और आस-पास की जान वाली समि गहरहवहिया बचचो क बीच आपसी चचातए हिकषक व बचचो क बीच चचातए सवदकषण आकडो क वयवसथापन रथा परदितहनयो क माधयम स परदितन सीिन-हसिान क मितवपणत घटक िोन चाहिए

उचच पाथममक सतर पर मवजान सीखन क पमतफल (ककषा 6 स 8)

11मवशर

पाठयकरम मनमनमलमखत मवरयो पसगो (थीम) पर आधाररत ह जो अतरमवरयक पकमत क ह mdash

y भोजन y पदाथत y सजीवो का ससार (जीव जगर) y गहरिील वसरषए वयहzwjतर एव हवचार y वसरषए कस कायत कररी ि y पराकहरक घटनाए y पराकहरक ससािन

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 67

पाठयचयाष सबधी अपकषाएउचच पराथहमक सरर पर हवजान पाठयचयात का उदशय हनमनहलहिर का हवकास करना ि mdash

y वजाहनक परकहर एव वजाहनक सोच y वजाहनक जान की परकहर की समझ जस mdash जाचन योय एकीकर अपयातपर नीहर-हनरपकष हवकासातमक

एव रचनातमक परकहर y हवजान क परहकरया कौिल हजसक अरगतर अवलोकन करना परशन उठाना सीिन क हवहभनन ससािना की

िोज िोज अनवषण की योजना बनाना पररकलपना का हनमातण एव उनकी जाच आकडो का सगरिण हवशलषण एव वयाखया िरष हवहभनन उपकरणो का उपयोग करना वयाखया म परमाणो दारा समथतन दना वकहलपक वयाखयाओ पर हवचार करन और उनक मलयाकन िरष समीकषातमक हचरन करना सवय क हवचारो पर मनन करना आहद िाहमल ि

y हवजान क उदभाव क ऐहरिाहसक पकष की समझ y पयातवरणीय सरोकारो क परहर सवदनिीलरा y मानव गररमा एव मानव अहिकारो लहगक समरा ईमानदारी एकरा सियोग क मलयो एव जीवन क

सरोकारो क परहर आदर

ककषा 6 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y परशन उठाना और उततरो की िोज करना mdash मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो जस mdash वनसपहर रि पषषप आहद

को अवलोकन योय हविषराओ जस mdash बाहय आकहर बनावट कायत गि आहद क आिार पर पिचान करर ि

y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क आिार पर भद करर ि जस mdash ररष (रि) एव िाग म मसला एव रिदार जड म हवदषर-चालक एव हवदषर-रोिक म आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash पदाथणो को हवलय अहवलय पारदिथी पारभासी एव अपारदिथी क रप म पररवरतनो को उतकरमणीय िो सकर ि एव उतकरमणीय निी िो सकर क रप म पौिो को िाक झाडी वकष हवसपथी लरा आरोिी क रप म आवास क घटको को जव एव अजव घटको क रप म गहर को सरल रिीय वरषतल एव आवरथी क रप म आहद

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash पिष चार म पोषक रतव कौन-स ि zwjतया समसर भौहरक पररवरतन उतकरमणीय हकए जा सकर ि zwjतया सवरतरापवतक लटका िआ चषबक हकसी हविष हदिा म अवहसथर िो जारा ि

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash भोजन और अभावजनय रोग वनसपहर एव जरषओ का आवास क साथ अनषकलन परदषको क कारण वायष की गषणवतता आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201868

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash पादप रिो का परससकरण पौिो एव जरषओ म गहर छाया का बनना समरल दपतण स परकाि का परावरतन वायष क सघटन म हवहभननरा वमथीकपोसट (कहमकपोसट) का हनमातण आहद भौहरक राहियो जस mdash लबाई का मापन करर ि रथा मापन को एसआई मातक (अररातषटीय मातक-परणाली) म वयzwjतर करर ि

y जीवो और परहकरयाओ क नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash पषषप क भाग सहिया हनसयदन (ह फलटर करना) जल चकर आहद

y अपन पररवि की सामहगरयो का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash हपनिोल कमरा पररसकोप हव दषर टाचत आहद

y वजाहनक अविारणाओ की समझ को दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash सरषहलर भोजन िरष भोजय पदाथणो का चयन करना पदाथणो को अलग करना मौसम क अनषकल कपडो का चयन करना हदकसची क परयोग दारा हदिा का जान करना भारी वषातअकाल की पररहसथहरयो स हनपटन की परहकरया म सषझाव दना आहद

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash भोजन जल हवदषर क अपवयय और कचर क उतपादन को नयनरम करना वषात जल सगरिण पौिो की दिभाल अपनान िरष जागरकरा फलाना आहद

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 69

ककषा 7 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स परशन उठाना और उततरो की िोज करना

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो जस mdash जरष रि दारो क

परकार दपतण और लस आहद को अवलोकन योय हविषराओ जस mdash छहवआकहर बनावट कायत आहद क आिार पर पिचान करर ि

y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क आिार पर भद करर ि जस mdash हवहभनन जीवो म पाचन एकहलगी व हदहलगी पषषप ऊषमा क चालक व कष चालक अमलीय कषारकीय व उदासीन पदाथत दपतणो व लसो स बनन वाल परहरहबब आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash पादप व जरष रि रथा भौहरक व रासायहनक पररवरतन

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash zwjतया फलो (रगीन फलो) क हनकषत का उपयोग अमलीय-कषारीय सचको क रप म हकया जा सकरा ि zwjतया िर रग स हभनन रग वाल पततो म भी परकाि सशलषण की परहकरया िोरी ि zwjतया सफद रग का परकाि बिर स रगो स हमलकर बनरा ि आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash िवा की गहर का वायष दाब स हमटटी क परकार का फसल उतपादन स मानव गहरहवहियो स जल सरर क कम िोन स आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash जरष रिो का परससकरण ऊषमा सविन क ररीक मानव व पादपो क हवहभनन अग व रत हवदषर िारा क ऊषमीय व चषबकीय परभाव आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201870

y रासायहनक अहभहकरयाओ जस mdash अमल-कषारक अहभहकरया सकषारण परकाि सशलषण शवसन आहद क िबद-समीकरण हलिर ि राप सपद दर गहरमान पदाथणो की चाल सरल लोलक की समय गहर आहद क मापन एव गणना करर ि

y नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash मानव व पादप अग-रत हवदषर पररपथ परयोगिाला-वयवसथाए रिम क कीड क जीवन-चकर आहद

y गराफ बनार ि और उसकी वयाखया करर ि जस mdash दरी-समय का गराफ

y अपन पररवि की सामगरी का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash सटथोसकोप एनीमोमीटर इलzwjतटोमगनट नयटन की कलर हिसक आहद

y वजाहनक अनवषणो की किाहनयो पर पररचचात करर ि और उनका मितव समझर ि

y वजाहनक अविारणाओ की समझ को दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash अमलीयरा स हनपटना हमटटी की जाच एव उसका उपचार सकषारण को रोकन क हवहभनन उपाय काहयक परवितन क दारा कहष दो अथवा दो स अहिक हवदषर सलो का हवहभनन हवदषर उपकरणो म सयोजन हवहभनन आपदाओ क दौरान व उनक बाद उनस हनपटना परदहषर पानी क पषनःउपयोग िरष उपचाररर करन की हवहिया सषझाना आहद

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash सावतजहनक सथानो पर सवचछरा परबिन िरष अचछी आदरो का अनषसरण परदषको क उतपादन को नयनरम करना हमटटी क कषरण को रोकन क हलए अहिकाहिक वकष लगाना पराकहरक ससािनो क

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 71

अतयहिक उपयोग करन क पररणामो क परहर लोगो को सवदनिील बनाना आहद

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

पराथमिक मिकषक जलराई 201872

ककषा 8 (मवजान)

सीखन-मसखान की पसतामवत पमकरयाए सीखन क पमतफल (Learning Outcomes)

सभी मशकषामथषयो को जोडो मसमहो मवयमकतगत रप स समावशी वयवसथा का अवसर पदान करत हए मनमनमलमखत क मलए पोतसामहत मकया जाए mdash

y सवदी अगो क परयोग जस mdash दिना सपित करना चिना सघना सषनना आहद दारा चारो ओर क पररवि पराकहरक परहकरयाओ रथा पररघटनाओ की िोजबीन करना

y मनन पररचचात उपयषzwjतर गहरहवहियो क हिजाइन रथा हकरयानवयन भहमका हनवाति (रोल पल) वाद-हववाद आईसीटी क उपयोग इतयाहद क माधयम स परशन उठाना और उततरो की िोज करना

y गहरहवहि परयोग सवदकषण कषत भरमण आहद क दौरान हकए गए अवलोकनो का ररकाित रिना

y अहभलहिर आकडो का हवशलषण पररणामो की वयाखया एव हनषकषत हनकालनासामानयीकरण करना एव हनषकषणो को साहथयो रथा वयसका क साथ साझा करना

y नवीन हवचारो नवीन हिजाइनो पटनणो कायत सािन आहद दारा रचनातमकरा परदहितर करना

y सियोग सिभाहगरा ईमानदारीपणत ररपोटत करना ससािनो क हववकपणत उपयोग जस mdash मलयो को आतमसार रथा अहजतर करना एव मितव समझना

बचच mdash y पदाथणो और जीवो म गषणो सरचना एव कायणो क

आिार पर भद करर ि जस mdash पराकहरक एव मानव हनहमतर रिो सपकत और असपकत बलो हवदषर चालक और हवदषर रोिक क रप म रिव पदाथणो पौिो और जरषओ की कोहिकाओ हपिज और अिज जरषओ म आहद

y पदाथणो जीवो और परहकरयाओ को अवलोकन योय गषणो क आिार पर वगथीकर करर ि जस mdash िारषओ और अिारषओ िरीफ और रबी फसलो उपयोगी और िाहनकारक सकमजीवो लहगक और अलहगक परजनन िगोलीय हपिो समापर िोन वाल एव अकषय पराकहरक ससािन आहद

y परशनो क उततर जार करन क हलय सरल छानबीन करर ि जस mdash दिन क हलए आवशयक िरज zwjतया ि िम अचार और मषरबबो म नमक और चीनी zwjतयो हमलार ि zwjतया रिव समान गिराई पर समान दाब िालर ि

y परहकरयाओ और पररघटनाओ को कारणो स सबह िर करर ि जस mdash िवा म परदषको की उपहसथहर क कारण िम-कोिर का बनना अमल वषात क कारण समारको का कषरण आहद

y परहकरयाओ और पररघटनाओ की वयाखया करर ि जस mdash मनषषय और जरषओ म परजनन धवहन का उतपनन िोना रथा सचरण हवदषर िारा क रासायहनक परभाव बिपरहरहबबो का बनना जवाला की सरचना आहद

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 73

y रासायहनक अहभहकरयाओ जस mdash िारषओ और अिारषओ की वायष जल रथा अमलो क साथ अहभहकरयाओ क हलए िबद-समीकरण हलिर ि

y आपरन और परावरतन कोणो आहद का मापन करर ि y सकमजीवो पयाज की हझलली मानव गाल की

कोहिकाओ आहद क सलाइि रयार करर ि और उनस सबहिर सकम लकषणो का वणतन करर ि

y नामाहकर हचतफलो चाटत बनार ि जस mdash कोहिका की सरचना आि मानव जनन अगो एव परयोग सबिी वयवसथाओ आहद

y अपन पररवि की सामहगरयो का उपयोग कर मॉिलो का हनमातण करर ि और उनकी कायतहवहि की वयाखया करर ि जस mdash इकरारा इलzwjतटोसकोप अहन िामक यत आहद

y वजाहनक अविारणाओ को समझकर दहनक जीवन म परयोग करर ि जस mdash अमलीयरा स हनपटना हमटटी की जाच एव उसका उपचार सकषारण को रोकन क हवहभनन उपाय काहयक परवितन क दारा कहष दो अथवा दो स अहिक हवदषर सलो का हवहभनन हवदषर उपकरणो म सयोजन हवहभनन आपदाओ क दौरान व उनक बाद उनस हनपटना परदहषर पानी क पषनःउपयोग िरष उपचाररर करन की हवहिया सषझाना आहद

y वजाहनक अनवषणो की किाहनयो पर पररचचात करर ि और उनका मितव समझर ि

y पयातवरण की सषरकषा िरष परयास करर ि जस mdash ससािनो का हववकपणत उपयोग करक उवतरको और कीटनािको का हनयहतर उपयोग करक पयातवरणीय िररो स हनपटन क सषझाव दकर आहद

पराथमिक मिकषक जलराई 201874

y हिजाइन बनान योजना बनान एव उपलबि ससािनो का उपयोग करन म रचनातमकरा का परदितन करर ि

y ईमानदारी वसरषहनषठरा सियोग भय एव पवातगरिो स मषहzwjतर जस मलयो को परदहितर करर ि

मवशर आवशयकताओ वाल बचचो क मलए (पयाषवरण अधययन एव मवजान)कष छ हवदाहथतयो को पयातवरण अधययन रथा हवजान सीिर समय ककषा क भीरर रथा बािर आयोहजर परयोगो और िाथ स करन वाल हकरयाकलापो म गहरिीलरा रथा कायतसाहिर कौिलो क हलए सियोग की आवशयकरा िो सकरी ि ऐस ह वदाथथी अपन पाठ क अधययन म अनषकहलर या वकहलप क गहरहवहिया अनषकहलर उपकरण अहरररzwjतर समय सचना एव सचार परौदोहगकी (ICT) क उपयोग क अवसर हकसी वयसक या साथी क सियोग आहद उपलबि कराए जान स लाभाहनवर िोर ि जो उनि बाहिरा क कारण हमल निी पार ि

अरः कष छ हविष हसथहरयो म हनमनहलहिर अहरररzwjतर दिभाल अपहकषर ि mdash

दमषzwjबामधत बचचो क मलए

y अमरत रथा कहठन अविारणाए y परयोग हजनम हविष रप स िारीररक सषरकषा िाहमल ि y अहिक समय की आवशयकरा y बोित पर चॉक स हलिना परयोग परदितन गराफ और हचतो दारा परसरषरीकरण आहद जसी दिकर समझी

जान वाली जानकारी

शरवणबामधत बचचो क मलए

y अमरत िबदो की समझ रथा अमरत अविारणाओ जान हवचारो क मधय जषडाव (हवजान की कष छ अविारणाओ जस mdash परकाि-सशलषण आवास सकमजीव आहद हजनि हवदाथथी हबना दशय परसरषरीकरणो क निी समझ सकर ि)

y परयोगो का सचालन y ऐस परशनो को िल करन म जिा एक आयाम की जगि एक स अहिक आयामो जस mdash सखया

आकार आकहर रग आहद क आिार पर वसरषओ की रषलना की जाए

उचzwjच पराथमिक सzwjतर पर मिजरान सीखन क पमzwjतफल (ककरा 6 स 8) 75

सजानातमक रप स बामधत तथा बौमधिक असमथषता वाल बचचो क मलए

y हवजान की रकनीकी भाषा को समझना y हवहभनन अविारणाओ क मधय अथतपणत कहडयो सबिो को सथाहपर करना (जस mdash दाब रथा बल क मधय) y योजना बनाना सषवयवहसथर करना करमीकरण रथा सामानयीकरण y अमरत अविारणाओ को समझना y हवजान क परयोगो का परबि रथा सचालन करना

पराथमिक मिकषक जलराई 201876

बालमन कछ कहता ह 12

िोरा ि उदशय हवजान काकरना समसया का समािानकरक वजाहनक परयतनकरना सजन नवीन जान

अपनाकर lsquoपरहकरयाrsquo हवजान की रच हवजान क lsquoउतपादrsquoसमझकर कषमरा सवय की कर दर अिहवशवास

अपनाकर हवहिया हवजान की करक वजाहनक हकरयाकलाप बन वजाहनक आप बनाए समाज को उननर

अपनाकर पधिहर हवजान की करक नई-नई बार मालमसवय समझ आप कर वजाहनक परयास

सहविान का ि यिी किना वजाहनक दहषटकोण िो सबका अपना कर सजन रमन बोस कलाम की ररि करक िोज सतय की

कर भारर को मिान बनाए भारर को मिान

सषनील कष मार गौड

मिकक-पमिकक पाठयचयात हवभाग राजय िहकषक अनषसिान एव परहिकषण पररषद उततरािणि दिरादन-248008

कमवता 13

मवजान की मशकषा

एनसीईआरzwjी क कछ अनय पकाशन

Joy of Theatre` 21000pp181Code mdash 13171

ISBN mdash 978-93-5292-017-4

vfd tkudkjh osQ fy o`Qik wwwncertnicin nsf[k vFkok dkWihjkbV i`B ij fn x irksa ij Okikj izcad ls laioZQ djsaA

सगीत` 18000pp148Code mdash 13173

ISBN mdash 978-93-5292-020-4

एनसीईआरzwjी क कछ अनय पकाशन

कठपतली क खल एव अमभनय हत कहामनया

` 5000 पषठ 34कोि mdash 13161

ISBN mdash 978-93-5007-859-4

मलखन की शारआत एक सवाद` 16500 पषठ 132

कोि mdash 32107ISBN mdash 978-93-5007-268-4

लखको क तलए तदशा तनददश

bull लदख सरल भाषा म तरा रोचक होना चाकहएbull लदख की कवषय-वसत 2500 सद 3000 या अकधक शबदो म डबल सपदस म टककत होना वाछनरीय हbull कचत कम सद कम 300 dpi म होनद चाकहएbull ताकलका गाफ कवषय-वसत कद सार होनद चाकहएbull कचत अलग सद भदजद जाए तरा कवषय-वसत म उनका सरान सपषट रप सद अककत ककया जाना

चाकहएbull शोध-पतो कद सार कम सद कम साराश भरी कदया जाएbull लदखक लदख कद सार अपना सकषिzwjपत कववरण तरा अपनरी शकषिक कवशदषजञता अवशय भदजbull शोधपरक लदखो कद सार सदभथ की सयचरी भरी अवशय दbull सदभथ का परारप एनसरीईआरटरी हाउस सटाइल कद अनसार कनमनवत होना चाकहए ndash

सदन गzwjपत मजरीत 2013 परारमभकzwjबरालzwjयरावसथराzwjदखभरालzwjऔरzwjमिकषरा परीएचआई लकनिग परा कल कदललरी

लदखक अपनद मौकलक लदख या शोध-पत सटॉफ़ट कटॉपरी (ययनरीकोड म) कद सार कनमन पतद पर या ई-मदल पर भजद ndash

अकादतमक सपादकपराथतमक तशषिक

परारतभक तशषिा तरभागराषzwjटीzwjय शतषिक अनसिान और परतशषिण पररषद

शी अरतरद मागवा नzwjयी तदलली 110 016ई-मल ndash prathamikshikshakgmailcom

रजि न 3242776

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  • Cover II
  • Chapter_Prathmik Shikshak july 2018
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