डेली न्यूज़ (25 oct, 2019) · हाल ही म1भारत के रा...

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  • डेली यूज़ (25 Oct, 2019)drishtiias.com/hindi/current-affairs-news-analysis-editorials/news-analysis/25-10-2019/print

    टू चाइ ड नॉम

    ी ल सी ल स केके लयेलये:रा ीय प रवार वा य सव ण

    मे समे स केके लयेलये:जनसं या िनयं ण क आव यकता और संबंधत मु े

    चचाचचा मम यय ?हाल ही म असम सरकार ने घोषणा क ह ैिक जनवरी 2021 से दो से अधक ब वाले लोग सरकारी नौकरी के आवेदन हेतुपा नह ह गे।

    मुखमुख बदुबदुमहारा , म य देश और राज थान के बाद असम चौथा रा य ह ैजहाँ सरकारी नौक रय के लये आवेदन करने हेतुइस कार के िनयम क घोषणा क गई ह।ैइसके अत र कम-से-कम पाँच ऐसे अ य रा य ह ■ज ह ने पंचायत , नगर िनगम और ■जला प रषद जसेै थानीयिनकाय के चुनाव म भागीदारी करने वाले उ मीदवार के लये इस कार के िनयम बनाए ह ।

    िनयमिनयम कक सीमाएँसीमाएँसामा यतः अधक ब क वृ समाज के िन न या िपछड़े वग म देखी जाती ह ैऔर इस कार के िनयम से उनकेलये सरकारी नौकरी के अवसर और मु कल हो जाएंगे।समाज म मिहलाओं क जनन दर को कई अ य पा रवा रक और सामा■जक कारक भी भािवत करते ह।हाल के जनसं या सव ण के अनुसार िपछले कुछ दशक म भारत क जनसं या वृ दर वसेै ही काफ धीमी हो गईह।ै

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    https://www.drishtiias.com/hindi/current-affairs-news-analysis-editorials/news-analysis/25-10-2019/print

  • रा ीय प रवार वा य सव ण (National Family Health Survey-NFHS4) के अनुसार, भारत क वतमानकुल जनन दर (Total Fertility Rate-TFR) 2.2 ह ैजो वांछत कुल जनन दर के तर 2.1 के बहुत करीब ह।ैNFHS-4 के तहत पहली बार रा य एवं िज़ला तर पर प रवार क याण वा य संकेतक के आधार पर जननमता, शशु और बाल मृ य ुके तर का एक कृत सव ण िकया गया।

    NFHS-4 के आँकड़े के अनुसार, 30 िम लयन (तकरीबन 13%) से अधक मिहलाएँ गभिनरोधक का उपयोग करने मस म नह ह।

    जननजनन दरदर (Fertility rate)NFHS-4 का डेटा इस बात क पुि करता ह ैिक मिहलाओं के श ा तर का जनन दर पर सीधा असर पड़ता ह।ैसव ण के अनुसार, कभी कूल न जाने वाली जो मिहलाओं क जनन दर 3.0 ह ैजबिक 12व क ा तक पढ़ने वालीमिहलाओं क जनन दर 1.7 ह।ै

    जनसं याजनसं या वृवृ (Population Growth)TFR म िगरावट के बावजूद भारत क जनसं या लगातार बढ़ रही ह।ै पूरी जनसं या म 50% लोग 15-49 आय ुवग हैइस लये अभी भी जनन दर कम होने के बावज़ूद भी जनसं या म कमी नह हो रही ह।ै

    आगेआगे कक राहराहजनन दर म कमी के लये िववाह क आय ुबढ़ाने, पहली गभाव था म देरी और ज म के बीच अंतर सुिन त करनेजसेै उपाय क आव यकता ह।ैइसके अत र देश क जनसां यक य िवश ता (Demographic Peculiarity) से िनपटने के लये वा य,श ा, पोषण और रोज़गार के माग म िनवेश क आव यकता ह।ै

    ोतोत: दद हदूहदू

    भारत के रा पत क जापान या ा

    ी ल सी ल स केके लयेलये:िवशेष रणनीतक और वै क भागीदारी, ■जमै स, श य ुमै ी, धम गाडयन, मालाबार अ यास, भारत-जापान यापक आथकभागीदारी समझौते

    मे समे स केके लयेलये:भारत-जापान संबधं, भारतीय िहत पर देश क नीतय और राजनीत का भाव

    चचाचचा मम यय ?

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    https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-analysis/national-family-health-survey

  • हाल ही म भारतभारत केके रा पतरा पत राम नाथ को वद ने जापान क या ा क । 19 वषवष केके अंतरालअंतराल के बाद िकसी भारतीयभारतीय रा पतरा पत नेनेजापानजापान कक या ाया ा कक ह।ै

    मु यमु य बदुबद:ुरा पत राम नाथ को वद ने इ पी रयल पलेैस म आयो■जत स ाटस ाट ना िहतोना िहतो (Emperor Naruhito) के ↓सहासनपर आ ढ़ होने से संबंधत समारोह म भाग लया।इस अवसर पर उ ह ने सकुजीसकुजी ह गवांजीह गवांजी बौबौ मिंदरमिंदर (Tsukiji Hongwanji Buddhist Temple) का दौरािकया तथा बोधगयाबोधगया सेसे लाएलाए गएगए एकएक पौधेपौधे को भी लगाया।उ ह ने ○शटो○शटो मजैीमजैी जीजी नामकनामक तीथ थलतीथ थल (Shinto Meiji Shrine) का भी दौरा िकया तथा गोटे बागोटे बा पगैोडापगैोडा(Gotemba Pagoda) के एक तिनधमडंल के साथ बातचीत क ।उ ह ने टो यो म भारतीयभारतीय वा■सयवा■सय को संबोधत िकया तथा गतशील और समृ भारत के िनमाण हेतु उनकासमथन भी मांगा।उ ह ने जापान के काकेगावा थत सेईसेई नोनो सेटोसेटो (Sai no Sato) मम ीी स यस य साईंसाई ंसनातनसनातन सं कृतसं कृत प रयोजनाप रयोजना कआधारशला भी रखी।■सनो सोटो को अ रधाम और वामीनारायण मिंदर के समान िवक■सत िकया जाएगा, ■जससे भारतीयभारतीय पारपं रकपारपं रकसं कृतसं कृत को ो साहन िदया जा सके।

    भारतभारत-जापानजापान संबधंसंबधंभारत व जापान दोन देश र ार ा, िव ानिव ान तथातथा यापारयापार के े म सहयोग के साथ मजबूत संबधं को साझा करते ह।2014 म भारत व जापान दोन देश ने अपने संबधं को 'िवशेषिवशेष रणनीतकरणनीतक औरऔर वै कवै क भागीदारीभागीदारी' (SpecialStrategic and Global Partnership) क ओर बढ़ाया।मुबंईमुबंई-अहमदाबादअहमदाबाद हाईहाई पीडपीड रलेवेरलेवे (Mumbai-Ahmedabad High Speed Railway- MAHSR) भारततथा जापान के बीच रलेवे े म सहयोग का एक मह वपूण े ह।ैअ ू बर 2018 म भारत के धानमं ी क जापान या ा के दौरान ‘भारतभारत-जापानजापान ड■जटलड■जटल साझेदारीसाझेदारी’ (India-JapanDigital Partnership, I-JDP) क शु आत क गई।अग त 2011 म भारतभारत-जापानजापान यापकयापक आथकआथक भागीदारीभागीदारी समझौतेसमझौते (India-Japan ComprehensiveEconomic Partnership Agreement- CEPA) को लागू िकया गया जो व तुओं, सेवाओं, िनवेश, बौ कसंपदा अधकार, सीमा शु क ि या तथा यापार से संबंधत अ य मु को कवर करता ह।ैभारत व जापान के बीच ■जमै स■जमै स (JIMEX), श युश यु मै ीमै ी (SHINYUU Maitri) तथातथा धमधम गा■जयनगा■जयन (DharmaGuardian) नामक ि प ीय सै य अ यास का आयोजन िकया जाता ह।ैदोन देश संयुसंयु रा यरा य अमे रकाअमे रका के साथ मालाबार अ यास (Malabar Exercise) म भी भाग लेते ह।

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    https://drishtiias.com/hindi/loksabha-rajyasabha-discussions/modi-visit-to-japanhttps://www.drishtiias.com/hindi/printpdf/prelims-facts-01-05-2019https://www.drishtiias.com/hindi/images/uploads/1572003869_Japan.jpghttps://www.drishtiias.com/hindi/current-affairs-news-analysis-editorials/prelims-facts/14-10-2019https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/prelims-facts/prelims-facts-26-09-2019

  • ोतोत: PIB

    करतारपुर समझौता

    ी ल सी ल स केके लयेलये:करतारपुर समझौते के मु य बद,ु करतारपुर क भौगो लक थत और गु नानक देव

    मे समे स केके लयेलये:भारत-पािक तान के ि प ीय संबधं, करतारपुर समझौते के मु य बदु

    चचाचचा मम यय ?भारत और पािक तान के म य 24 अ ू बर, 2019 को करतारपुर समझौते (Kartarpur Pact) पर ह ता र िकये गए।

    समझौते के अनुसार, भारत के तीथयाि य को पािक तान थत करतारपुर सािहब गु ार ेक या ा करने क सुिवधादान क जाएगी।

    करतारपुरकरतारपुर समझौतेसमझौते केके मु यमु य बदुबद:ुसमझौता ारभं म पाँच वष के लये वधै होगा।भारत, पािक तान को तीथयाि य क सूची 10 िदन पहले स पेगा और पािक तान इस सूची को अंतम प से या ा के4 िदन पहले भारत को स पेगा।तीथयाि य को अधकतम 11,000 पए और एक 7 िकलो ाम का बगै (इसम पीने के पानी क बोतल हो सकती ह)ैले जाने क अनुमत होगी।तीथयाि य को धम थल से आगे बढ़ने क अनुमत नह दी जाएगी, साथ ही ■जस िदन वे गु ारा जाते ह उसी िदनलौटना भी होगा।13 वष से कम आय ुके ब े एवं 75 वष या उससे अधक आय ुके यि य को समूह म या ा करनी होगी।तीथया ा के दौरान पयावरण अनुकूल साम ी जसेै- कपड़े क थै लय का योग करना होगा साथ ही आसपास केवातावरण को साफ रखना होगा।

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    https://www.drishtiias.com/hindi/loksabha-rajyasabha-discussions/india-china-pak-policyhttps://www.drishtiias.com/hindi/images/uploads/1572002243_Kartarpur Pact.jpg

  • गु ारा जाने वाले तीथयाि य को या ा क तािवत तथ के पहले आव यक प सेprakashpurb550.mha.gov.in पर ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा। यह पंजीकरण, या ा का अधकार(Right To Travel) दान नह करता ह।ैतीथयाि य को एक इले टॉिनक या ा ाधकृत (Electronic Travel Authorization) दान िकया जाएगा■जसको तीथयाि य को अपने पासपोट के साथ ले जाना आव यक होगा।■सख तीथयाि य को कृपाण (खंजर) ले जाने क अनुमत होगी। ज़ोर से संगीत बजाने और िबना अनुमत के त वीरलेने क भी अनुमत नह होगी।

    करतारपुरकरतारपुर केके बारेबारे मम:ऐतहा■सक करतारपुर गु ारा पािक तान के नारोवाल िज़ले म रावी नदी के तट पर थत ह।ै यहाँ पर ■सख धम केसं थापक गु नानक देव ने अपने जीवन के अंतम 18 वष िबताए थे।

    करतारपुरकरतारपुर ग लयाराग लयारा (Kartarpur Corridor):करतारपुर ग लयारा भारत म पंजाब के गुरदासपुर िज़ले के डेरा बाबा नानक सािहब को पािक तान थत करतारपुर सेजोड़ेगा।ग लयार ेक लबंाई लगभग 4 िकमी. (अंतररा ीय सीमा के दोन ओर 2 िकमी.) ह।ैभारत और पािक तान क सहमत के बाद यह ग लयारा गु नानक देव क 550व जयतंी के अवसर पर खोलाजाएगा।अभी तक भारत और पािक तान के बीच धा मक तीथ थल क या ाओं को एक ोटोकॉल ारा िनयिं त िकया जाताह।ै इस ोटोकॉल के तहत दोन देश के कुछ थान सूचीब ह जहाँ पर तीथयाि य का आवागमन होता ह।ै

    गुगु नानकनानक देवदेव:गु नानक देव 10 ■सख गु ओं म से पहले और ■सख धम के सं थापक ह।उनका ज म वष 1469 म ननकाना सािहब (वतमान म पािक तान म थत ह)ै म हुआ था।उ ह ने भि के 'िनगुण' प क श ा दी।उ ह ने अपने अनुयायय को एक समुदाय म संगिठत िकया और सामूिहक पूजा (संगत) के लये कुछ िनयम बनाए।

    ोतोत: दद हदूहदू

    सुखना झील को आ भूिम का दज़ा

    ी ल सी ल स केके लयेलये:आ भूिम (संर ण और बधंन) िनयम, 2017, सुखना झील के बार ेम, रामसर साइट

    मे समे स केके लयेलये:सुखना झील को आ भूिम घोिषत करने के िनिहताथ

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  • चचाचचा मम यय ?हाल ही म चंडीगढ़ शासन ने आ भूिम (संर ण और बधंन) िनयम, 2017 के तहत सुखना झील को आ भूिम घोिषत करनेके लये एक मसौदा अधसूचना जारी क ह।ै

    स दभस दभ :सुखना झील को 30 वष पहले वष 1988 म भी एक इसी तरह क एक अधसूचना के मा यम से आ भूिम घोिषतिकया गया था।नई अधसूचना म 2017 के िनयम के तहत जनता के सुझाव और आप य को शािमल िकये जाने संबधंी ावधानह।

    आ भूिमआ भूिम घोिषतघोिषत िकयेिकये जानेजाने केके लाभलाभ:सुखना झील को आ भूिम घोिषत करने से झील को संर त करने और इसक पा र थतक और जवै िविवधता केसंर ण म मदद िमलेगी।सुखना झील के लये एक बड़ा खतरा िनकटवत े के दषूक का िनवहन ह।ै वेटलड घोिषत िकये जाने के बाद इसेरोका जा सकेगा।सुखना वेटलड 565 एकड़ म फैला हुआ ह ैएवं इसका जल हण े 10,395 एकड़ म िव तृत ह।ै सव ऑफ़ इंडया केअनुसार, इस झील के अंतगत ह रयाणा क 2,525 एकड़ और पंजाब क 684 एकड़ ज़मीन शािमल ह।ै इसे वेटलडघोिषत िकये जाने से इसके िव तृत जल हण े म झील को दु भािवत करने वाली गतिवधय पर रोक लगाया जासकेगा।वेटलड के साथ-साथ इसके जल हण े म िवभ गतिवधय को उसके भाव के आधार पर तबंधत, िविनयिमतया बढ़ावा िदया जा सकेगा।

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    https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-analysis/world-wetland-dayhttps://www.drishtiias.com/hindi/images/uploads/1572001246_Sukhna Lake.jpg

  • अ यअ य लाभलाभ:भिव य म रामसर साइट (Ramsar Site) के प नािमत कर उसके तहत िमलने वाले अंतरा ीय सहयोग एवंसुिवधाओं का लाभ उठाया जा सकेगा।वेटलड घोिषत िकये जाने के बाद इसके संर ण हेतु िमलने वाली िव ीय एवं तकनीक सहायता म वृ होगी।िवशेष क़ानूनी सहयोग के साथ-साथ जन-जाग कता म वृ के मा यम से इसके संर ण हेतु जनसहभािगताबढ़ेगी।

    िकनिकन गतिवधयगतिवधय परपर रोकरोक होगीहोगी?िकसी भी कार का अत मण।िकसी भी उ ोग क थापना या मौजूदा उ ोग का िव तार।िनमाण और िव वंस अपश बधंन िनयम, 2016 म शािमल िकसी भी कार का िनमाण और िव वंस कचर ेकािविनमाण, बधंन अथवा सं हण।िन न ल खत िनयम के अंतगत आने वाले खतरनाक पदाथ:

    खतरनाक रासायिनक के िनमाण, भडंारण और आयात िनयम, 1989खतरनाक सू म जीव के िनमाण, उपयोग, आयात, िनयात और भडंारण के लये िनयम, 1989खतरनाक अपश ( बधंन, िनपटान और सीमा पार संचलन) संशोधन िनयम, 2016

    इसम ई-कचरा ( बधंन) िनयम, 2016 के अंतगत शािमल इले टॉिनक कचरा, ठोस अपश डं पग, उ ोग , शहर ,गाँव व अ य मानव ब तय से अनुपचा रत कचर ेऔर अपश का िनवहन।आ भूिम से एक िवश दरूी के भीतर िकया गया थायी िनमाण।

    अ यअ य शासिनकशासिनक उपायउपाय:शासन ने हाल ही म े म होने वाली गतिवधय पर नज़र रखने के लये झील के पास थत कांबवाला गाँव केामीण को शािमल करते हुए एक वै छक काय म ‘ सस ऑफऑफ सुखनासुखना’ (Friends of Sukhna) शु िकया ह।ै

    सुखनासुखना झीलझील (Sukhna Lake)सुखना झील चंडीगढ़ म िहमालय क तलहटी (शवा लक पहािड़य ) म अव थत एक जलाशय ह।ैयह एक मानव-िन मत झील ह।ै इसे चंडीगढ़ शहर के मु य वा तुकार ले कोबुसीयर (Le Corbusier) ारा मु यअभयतंा पी एल वमा के सहयोग से बनाया था।इस झील का िनमाण वष 1958 म शवा लक पहािड़य से बहकर नीचे आने वाली एक मौसमी धारा ‘सुखना चो’ केपानी को रोककर िकया गया था।िपछले कुछ वष से यह झील खरपतवार क अतवृ (Weed Overgrowth), जल हण क अधकता(Catchment Adequacy) और गाद (Silting) जसेै गभंीर मु का सामना कर रही ह ैजो इसके आकार औरगहराई को काफ कम कर रहे ह।

    ोतोत: दद इंडयनइंडयन ए स ेसए स ेस

    पो लयोवायरस का उ मूलन7/18

    https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-analysis/ramsar-tag-likely-for-sunderbans

  • ी ल सी ल स केके लयेलये:ओरल पो लयोवायरस वै सीन, िन य पो लयोवायरस वै सीन, वै सीन- यु प पो लयो

    मे समे स केके लयेलये:पो लयो वै सीन के योग एवं पो लयो वायरस के उ मूलन हेतु िकये जा रहे यास क ासंिगकता

    चचाचचा मम यय ?हाल ही म िव वा य संगठन (World Health Organisation- WHO) ने वाइ ड पो लयोवायरस टाइप 3 (Wildpoliovirus type 3- WPV3) के उ मूलन क घोषणा क ह।ै

    मुखमुख बदुबद:ुपो लयो या पो लयोमाइलाइिटस (Poliomyelitis) एक अपंगकारी एवं घातक सं ामक बीमारी ह।ैतीन कार के वाइ ड पो लयो प ाघात और मृ य ुका कारण बन सकते ह, लेिकन WHO ारा उ मूलन के संदभ मवरैोलॉ■जकल भ ताओं (Virological Differences के कारण इ ह अलग-अलग वग कृत िकया जाता ह।ैवाइ ड पो लयोवायरस टाइप- 2 (Wild Poliovirus Type 2- WPV2) के उ मूलन क घोषणा वष 2015 म कजा चुक ह।ैवाइ ड पो लयोवायरस टाइप-1 (Wild Poliovirus Type 1- WPV1) का उ मूलन शेष ह ैऔर यह अफगािन तानतथा पािक तान के े म अभी भी िव मान ह।ैWPV3 का आखरी मामला उ री नाइजी रया म वष 2012 म दज िकया गया था।वष 2011 के बाद भारत म पो लयो का कोई मामला दज नह िकये जाने क वजह से वष 2012 म िव वा यसंगठन ने भारत को पो लयो त देश क सूची से बाहर कर िदया। इसके बाद वष 2014 म भारत को प प सेपो लयो मु रा घोिषत कर िदया गया।

    वै सीनवै सीन- यु पयु प पो लयोपो लयो

    (Vaccine-derived Polio):

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    https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-analysis/world-health-organization-1https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-analysis/despite-the-polio-free-why-the-need-for-a-pulse-polio-campaign-in-indiahttps://www.drishtiias.com/hindi/images/uploads/1572005069_Polio.jpg

  • वै सीन- यु प पो लयो को पो लयो के नॉननॉन-वाइ डवाइ ड (Non-Wild) कार के प म जाना जाता ह।ैवै सीन- यु प पो लयोवायरस (Vaccine-derived Polioviruses- VDPV) पो लयोवायरस का एक दलुभकार ह ैजो ओरल पो लयोवायरस वै सीन (Oral Polioviruses Vaccine) म पाए जाने वाले पो लयोवायरस केउ प रवतन (Mutation) से िवक■सत होता ह।ैजब एक ब े को टीका (Vaccine) लगाया जाता ह,ै तो कमज़ोर वै सीन-वायरस आँत म तकृत का िनमाण करनेबाद र वाह म वेश कर जाता ह,ै ■जससे ब े म सुर ा मक तर ा ति या उ प होती ह।ैअ य वाइ ड पो लयोवायरस क तरह इस थत म भी भािवत ब ा छह से आठ स ाह क अवध के लये वै सीन-वायरस का उ सजन करता ह।ैअ यतं दलुभ मामल म उ स■जत वै सीन-वायरस म से कुछ उ प रवतन क वजह से मूल वै सीन-वायरस के समान नरहकर आनुवंशक प से बदल जाते ह। इसे ही VDPV कहा जाता ह।ैहाल ही म िफलीप स सिहत अ का और एशया के कुछ िह स म िपछले महीने इसके संचरण के मामले क वजह सेलगभग दो दशक के बाद बड़े पमैाने पर टीकाकरण अभयान शु िकया गया ह।ै

    ओरलओरल पो लयोवायरसपो लयोवायरस वै सीनवै सीन

    (Oral Poliovirus Vaccines- OPV)

    OPV पो लयो के उ मूलन हेतु इ तेमाल िकया जाने वाला सबसे मुख टीका ह।ै■जन लोग को OPV िदया जाता ह,ै वे टीकाकरण के कुछ समय बाद तक इस वायरस का उ सजन करते ह और दसूरको सं िमत कर सकते ह, िवशेष प से उ ह ■ज ह टीका नह लगाया गया हो।अ यतं दलुभ प र थतय म OPV वै सीन- यु प पो लयो का भी कारण बन सकते ह।पो लयोवायरस के िवभ संयोजन के आधार पर OPV तीन कार के होते ह- मोनोवलैट OPV, बाईवलैट OPV एवंटाईवलैट OPV।2015 म WPV2 के उ मूलन क घोषणा के बाद दिुनया भर म टाईवलैट OPV क जगह बाईवलैट OPV का योगिकया जा रहा ह।ैटाईवलैट OPV म सभी तीन कार के पो लयोवायरस शािमल होते ह, जबिक बाईवलैट OPV म केवल WPV1 औरWPV3 शािमल ह। बाईवलैट OPV का इ तेमाल शु िकये जाने के बाद OPV अब WPV2 के खलाफ सुर ा नहदान करता ह।ै

    िन यिन य पो लयोवायरसपो लयोवायरस वै सीनवै सीन

    (Inactivated Poliovirus Vaccine- IPV)

    IPV को 1955 म डॉ. जोनास सा क ारा िवक■सत िकया गया था।IPV लोग को तीन कार के पो लयोवायरस से बचाता ह।ैIPV म लाइव वायरस नह होता ह।ै ■जन लोग को यह टीका िदया जाता ह,ै वे वायरस का उ सजन नह करने क वजहसे दसूर को सं िमत नह कर सकते ह।बाईवलैट OPV का उपयोग करने वाले देश म WPV2 से सुर ा के लये IPV क एकल खरुाक भी साथ म दी जातीह।ै

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  • IPV आँत म बहुत कम तर क तर ा को े रत करता ह।ै अतः, जब कोई यि IPV से तर त होने के बाद भीकुछ मामल म आँत म वायरस के तकृत का िनमाण एवं त प ात् उसका उ सजन कर सकता ह।ै इससे वाइ डपो लयोवायरस से सं मण का खतरा बना रहता ह।ै

    ोतोत: दद हदूहदू

    BSNL तथा MTNL का िवलय

    ी ल सी ल स केके लयेलये:BSNL व MTNL का त या मक िववरण

    मे समे स केके लयेलये:बक के िवलय के बाद दरूसंचार कंपिनय के िवलय के संदभ म सरकार के िनणय का िववेचना मक प , आथक संवृ केसंदभ म दरूसंचार िवभाग क मह ा

    चचाचचा मम यय ?संचार एवं सूचना ौ ोिगक मं ालय (Ministry of Communication and Information Technology) केदरूसंचार िवभाग (Departmenmt of Telecommunication) ने रा य ारा पोिषत टेलीकॉम कंपनी BSNL तथाMTNL के िवलय और पुन थान के ताव को वीकार कर लया ह।ै

    िवलयिवलय केके कारणकारणटेलीकॉम से टर म बढ़ती त प ा तथा इनके (BSNL तथा MTNL) उपभो ाओं क सं या म भारी कमी क वजहसे दोन ही कंपिनयाँ घाटे क थत म थ ।िनजी कंपिनय का बढ़ता भाव, 4-जी सेवा का न होना (BSNL के कुछ े को छोड़कर) तथा कमचा रय क बढ़तीलागत क वजह से ये कंपिनयाँ टेलीकॉम से टर क त प ा म पीछे छूट गई।ंBSNL वष 2009-10 से ही घाटे म चल रही थी। वष 2015-16 म इस कंपनी को 4,859 करोड़ पए का नुकसानहुआ, वह वष 2018-19 म बढ़कर यह नुकसान 14,202 करोड़ पए का हो गया।

    तािवततािवत सुझावसुझावकैिबनेट ने BSNL तथा MTNL के पुन थान के लये चार ताव को वीकृत दी ह।ै

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  • 1. BSNL तथा MTNL को 4-जी सेवाओं के लये पे टम का शासिनक आवंटन िकया जाएगा। इस पे टम के लयेभारत सरकार 20,000 करोड़ पए क पूँजी का िनवेश करगेी।

    2. BSNL तथा MTNL ारा 15,000 करोड़ पए के दीघका लक बॉ ड जारी िकये जाएंगे ■जस पर भारत सरकारसॉवरने गारटंी देगी।

    3. इस ताव के अनुसार, BSNL एवं MTNL के कमचा रय को वै छक सेवािनवृ योजना (VoluntaryRetirement Scheme-VRS) का लाभ िदया जाएगा ■जसके अंतगत वे कमचारी जो 50 वष क आय ुपूरी कर चुकेह, वे छा से सेवािनवृ ले सकगे। इस काय के लये अत र लागत का वहन सरकार ारा बजट के मा यम सेिकया जाएगा। -

    4. संप मु ीकरण योजना (Asset Monetization Scheme) के मा यम से अधक पूंजी िनमाण के लये दोनकंपिनयाँ अपनी संप का िविनवेश करगी।

    पृ भूिमपृ भूिममहानगरमहानगर टेलीकॉमटेलीकॉम िनगमिनगम लिमटेडलिमटेड (MTNL) क थापना 1 अ ैल, 1986 को भारत सरकार ारा क गई थी। इसकामु य उ े य देश के मुख शहर िद ी तथा मुबंई म दरूसंचार सेवाओं क गुणव ा म सुधार करना, दरूसंचार नेटवक मवृ करना तथा दरूसंचार े क आव यकताओं क पूत के लये अत र राज व क ाि करना ह।ै

    MTNL िद ी म और इसके चार संल शहर नोएडा, गु ाम, फरीदाबाद, गािज़याबाद तथा मुबंई म बृह मुबंईमहानगरपा लका के अंतगत आने वाले े नवी मुबंई तथा थाणे महानगर पा लका को दरूसंचार सेवाएँ उपल धकराता ह।ै

    भारतभारत संचारसंचार िनगमिनगम लिमटेडलिमटेड (BSNL) क थापना 15 ■सतबंर, 2000 को भारत सरकार के दो िवभाग , दरूसंचारसेवा िवभाग (Department of Telecom Services-DTS) तथा दरूसंचार संचालन िवभाग (Department ofTelecom Operations-DTO) को स म लत करके क गई थी।

    यह देश म दरूसंचार सेवाएँ दान करने वाली सरकारी े क सबसे बड़ी तथा मुख कंपनी ह।ै इसने पूर ेदेशके सभी शहर के अलावा सुदरू ामीण े को भी दरूसंचार से जोड़ा ह।ै

    िनणयिनणय केके भावभावपे टम के आवंटन से दोन ही कंपिनयाँ 4-जी सेवा तथा पूर ेदेश म हाई पीड इटंरनेट सेवाएँ मुहयैा कराने म स मह गी। फलतः ये वतमान म दरूसंचार े क िनजी कंपिनय से त प ा कर पाएंगी।संप के मौ ीकरण तथा बॉ ड से ा अत र आय का योग वतमान ऋण क भरपाई तथा भिव य म कंपनी केिवकास के लये िकया जाएगा।

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    https://www.drishtiias.com/hindi/images/uploads/1572002835_Bailout Plan.jpg

  • VRS के तहत दोन कंपिनय के तकरीबन आधे कमचारी (जो 50 वष क आय ुपूरी कर चुके ह) इस सुिवधा का लाभले सकगे। संभावना जताई जा रही ह ैिक यिद पुराने कमचारी सेवािनवृ लेते ह तो इनके वेतन पर होने वाले अत रखच म कमी आएगी।सरकार के ारा वीकृत इन ताव के अनुपालन से BSNL तथा MTNL, िव सनीय एवं उ गुणव ा क सेवादान करने म स म हो सकगे। साथ ही देश के सुदरू े तथा ामीण इलाक को इटंरनेट व दरूसंचार सेवाओं सेआसानी से जोड़ा जा सकेगा।

    ोतोत: इंडयनइंडयन ए स ेसए स ेस, पी.आई.पी.आई. बी.बी., िबज़नेसिबज़नेस टड सटड स

    भारत म पहली बार िहम तदएु का सव ण

    ी ल सी ल स केके लयेलये:GSLEP, IUCN, भारतीय व यजीव (संर ण) अधिनयम 1972, CITES आिद म िहम तदएु क थत

    मे समे स केके लयेलये:भारत सरकार ारा जवै िविवधता के संर ण म िकये गए यास

    चचाचचा मम यय ?हाल ही म भारत सरकार ने अंतरा ीय िहम तदआु िदवस (23 अ ू बर) के अवसर पर िहम तदएु क आबादी के आकलन परपहला रा ीय ोटोकॉल (First National Protocol on Snow Leopard Population Assessment)लॉ च िकया ह।ै

    मुखमुख बदुबदुभारत िहम तदएु क आबादी और उसक भौगो लक सीमा का अनुमान लगाने के लये अपना पहला सव ण करगेा।इसका उ े य आने वाले दशक म दिुनया म िहम तदएु क आबादी को दोगुना करना ह।ैरा ीय बाघ संर ण ाधकरण (National Tiger Conservation Authority-NTCA), जो क ीय पयावरणमं ालय का िह सा ह,ै सव ण के सम वय म मह वपूण भूिमका िनभाएगा।इस अवसर पर वै क िहम तदआु और पा र थतक तं संर ण (Global Snow Leopard and EcosystemProtection -GSLEP) काय म क 4व संचालन सिमत क बठैक के उ ाटन स को भी च हत िकया गया।

    GSLEP काय म (2019) का आयोजन नई िद ी म पयावरण, वन और जलवाय ुप रवतन मं ालय ारा िकयाजा रहा ह।ैGSLEP िहम तदएु रज वाले सभी 12 देश का एक उ तरीय अंतर-सरकारी गठबधंन ह।ैवतमान म GSLEP क संचालन सिमत क बठैक क अ य ता नेपाल ने तथा िक गज़ तान ारा सह-अ य ता क गई।

    भारत, नेपाल, भूटान, चीन, मगंो लया, स, पािक तान, अफगािन तान, िक गज़ तान, कज़ािक तान, ता■जिक तानऔर उ बेिक तान आिद देश म िहम तदएु मौजूद ह।ै

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  • यह पहली बार ह ैजब िहम तदओुं क सं या का अनुमान लगाने के लये कैमरा जाल और वै ािनक सव ण जसैीौ ोिगक का उपयोग िकया जाएगा।इस सव ण म भारत के साथ नेपाल, मगंो लया और स सिहत िहम तदओुं क मौजूदगी वाले देश भी शािमल ह गे।िहमालय क सीमा के िहम तदआु े और ॉस कंटी सहयोग के लये मता िनमाण, आजीिवका, ह रत अथ यव थातथा ह रत पगडंडय के िनमाण पार जोर िदया गया।

    िहमिहम तदआुतदआुिहम तदआु उ िहमालयी और टांस-िहमालयी े के पाँच रा य ज मू और क मीर, िहमाचल देश, उ राखंड,■सि म तथा अ णाचल देश के भूभाग म पाया जाता ह।ैयह े वै क िहम तदआु रज म लगभग 5% योगदान देता ह।ैइसे IUCN क सुभे (Vulnerable) तथा भारतीय व यजीव (संर ण) अधिनयम 1972 क अनुसूची 1 म रखागया ह।ैइसे CITES और वासी जातय पर स मेलन (CMS) के प रश I म सूचीब िकया गया ह।ैयह िहमाचल देश का राजक य पशु ह।ै

    भारतभारत ाराारा शुशु िकयेिकये गएगए संर णसंर ण केके अ यअ य यासयास:ोजे टोजे ट नोनो लेपडलेपड- यह तदएु के संर ण के लये समावेशी और भागीदारीपूण ि कोण को बढ़ावा देता ह ै■जसम पूरीतरह से थानीय समुदाय शािमल होता ह।ै■स योर■स योर िहमालयिहमालय- GEF तथा UNDP ारा जवै िविवधता के संर ण और ाकृतक पा र थतक तं पर थानीयसमुदाय क िनभरता को कम करने के लये इस प रयोजना का िव पोषण िकया जा रहा ह।ै

    यह प रयोजना अब चार िहम तदएु रज रा य , ज मूज मू औरऔर क मीरक मीर, िहमाचलिहमाचल देशदेश, उ राखंडउ राखंड, औरऔर ■सि म■सि म मचालू ह।ै

    ोतोत: दद हदूहदू

    सबसे छोटा ओज़ोन छ

    ी ल सी ल स केके लयेलये:ओज़ोन छ से संबंधत त य, नासा

    मे समे स केके लयेलयेओज़ोन छ के आकार म कमी आने का कारण

    चचाचचा मम यय ?हाल ही म नासा (National Aeronautics and Space Administration-NASA) तथा संयु रा य अमे रका केनेशनल ओशिनक एंड एटमो फेय रक एडिमिन टेशन (National Oceanic and Atmospheric Administration-

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  • NOAA) ने बताया ह ैिक अंटाकिटका के ऊपर वष 1982 के बाद ओज़ोन छ के आकार म सवाधक कमी देखने को िमलीह।ै

    मु यमु य बदुबदुनासा तथा NOAA के अनुसार, वा षक ओज़ोन छ का आकार 8 ■सतबंर को 16.4 िम लयन वग िकमी.के अपनेचरम तर पर पहँुच गया परतंु ■सतबंर-अ ू बर के दौरान यह ■सकुड़कर 10 िम लयन वग िकमी से भी कम हो गया।द णी गोला द के लये यह अ छी खबर ह।ै

    ओज़ोनओज़ोन छछओज़ोन गसै (O3) का िनमाण ऑ सीजन के तीन परमाणओुं से िमलकर होता ह।ै यह वायमुडंल म ाकृतक प सेकम मा ा म पाई जाती ह।ैओज़ोन परत वायमुडंल म लगभग 10 िकमी. से 40 िकमी. (इस मडंल को समतापमडंल कहते ह) तक फैली हुई ह।ैयह परत सूय से आने वाली पराबगनी िकरण से पृ वी क र ा करती ह।ैपृ वी क सतह के नज़दीक ओज़ोन एक दषूक का काय करती ह।ै इसके कारण अ थमा तथा काइ स (गले कसूजन से संबंधत रोग) जसेै रोग को बढ़ावा िमलता ह।ैिनमाणकारी रसायन ओज़ोन परत का िवघटन करते ह। अंटाकिटका के ऊपर येक बसंत ऋतु म रासायिनकअभि याओं ारा वायमुडंलीय ओज़ोन न हो जाती ह,ै इससे ओज़ोन गसै क सघनता म कमी के कारण ओज़ोन छका िनमाण होता ह ैजो िक उस े म िवशेष मौसम संबधंी और रासायिनक अभि याओं के प रणाम से िन मत होताह।ै

    ओज़ोनओज़ोन छछ केके आकारआकार मम कमीकमी काका कारणकारण:

    ओज़ोन छ के ■सकुड़ने का कारण ओज़ोन परत क थत का सही हो जाना नह ह।ैइसका मु य कारण अंटाकिटका के ऊपर वायमुडंल म असामा य मौसम तमान का होना ह।ैइस वष गम तापमान क वजह से समतापमडंल म ुवीय समतािपक बादल का िनमाण हुआ इस कारण ओज़ोन परतका सीिमत और कम िवघटन हुआ परतंु यह थत अ पका लक ह।ै ओज़ोन छ के आकार म आई यह कमीदीघका लक नह ह।ै

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    https://www.drishtiias.com/hindi/important-institution/international-organization/national-aeronautics-and-space-administrationhttps://www.drishtiias.com/hindi/images/uploads/1572003280_Ozone Hole size.jpg

  • ओजोन छ के आकार म कमी आना एक अ छी खबर ह ैपरतंु NASA ने आगाह िकया ह ैिक इस वष आई ओज़ोनछ म कमी वायमुडंलीय ओज़ोन म अचानक तेज़ी से पुन ाि का संकेत नह ब क समतापमडंल म हुए मौसमतमान म बदलाव का प रणाम ह।ै

    नेशनलनेशनल ओशिनकओशिनक एंडएंड एटमो फय रकएटमो फय रक एडिमिन टेशनएडिमिन टेशन:

    (National Oceanic and Atmospheric Administration-NOAA)

    वै ािनक शु ता क सं कृत को बढ़ावा देकर जीवन और संप क सुर ा करने के लये अमे रका के वाण य िवभागके अंतगत वष 1970 म नेशनल ओशिनक एंड एटमो फय रक एडिमिन टेशन क थापना हुई थी।NOAA का उ े य जलवाय,ु मौसम, महासागर और तटीय थतय म प रवतन को समझना तथा उनकभिव यवाणी करना ह।ै

    ोतोत: दद इंडयनइंडयन ए स ेसए स ेस

    अंटाकिटक महासागर अभयार य योजना

    ी ल सी ल स केके लयेलये-अंटाकिटक महासागर, अंटाकिटक महासागर अभयार य योजना, कमीशन फॉर कंज़वशन ऑफ अंटाकिटक मरीन ल वगरसोसज़

    मे समे स केके लयेलये -समु ी अभयार य का समु ी जीव संर ण म योगदान

    चचाचचा मम यय ?हाल ही म अंटाकिटक महासागर अभयार य (Antarctic Ocean Sanctuary) पर पुनः चचा क गई ■जसका ताव वष2010 म िकया गया था।

    मुखमुख बदुबद:ुअंटाकिटक महासागर अभयार य योजना का ताव वष 2010 म ऑ टे लया, ाँस और यूरोिपयन यूिनयन ारालाया गया।इस ताव के अंतगत समु ी जीव के लये दिुनया का सबसे बड़ा महासागर अभयार य बनाने क योजना ह।ैलेिकन कमीशन फॉर कंज़वशन ऑफ अंटाकिटक मरीन ल वग रसोसज़ (Commission for Conservation ofAntarctic Marine living Resources- CCAMLR) क बठैक म सभी सद य देश के बीच आपसी सहमत नहोने से यह ताव अब तक लिंबत ह।ै य िक समु ी पाक के िनमाण के लये CCAMLR के सभी 26 सद य कसहमत आव यक ह।ै

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  • इससे पूव CCAMLR ारा िव का अब तक का सबसे िवशाल समु ी अभयार य रोस सागर म बनाया गया ह।ै इसकेअलावा दो अ य अभयार य, वेडेल सागर और अंटाकिटक उप ीप म तािवत ह।

    मह वमह वलगभग एक िम लयन वग िकलोमीटर का तािवत यह पाक, पगुइन, सील, हेल और अ य समु ी जीव के लयेआव यक खा ोत क र ा करगेा।िवशेष के अनुसार, जलवाय ुप रवतन से िनपटने म भी इसक अहम भूिमका होगी, य िक अंटाकिटक के आसपासके समु ी वातावरण से भारी मा ा म काबन डाइऑ साइड को सोख लेता ह।ै

    आव यकताआव यकताअ यधक नौकायन और म य यवसाय ने समु क कुछ जातय जसेै सील, हेल और अ य मछ लय को िवलुिके कगार पर ला िदया ह।ै इस योजना के तहत समु ी तनधा रय के लये िवश गहर ेपानी क भ य और खाे ो को संर त िकया जाएगा।

    तावताव काका िवरोधिवरोधइस ताव के मु य िवरोधी चीन और स ह। य िक तािवत े से इन देश के म य पालन के िहत से जुड़ा ह।इस अभयार य के संवेदनशील िह स म जलीय जीव के शकार पर तबधं लगाने का ावधान ह।ै

    अटंाकिटकअटंाकिटक समु ीसमु ी जीवजीव संसाधनसंसाधन केके संर णसंर ण केके लयेलये आयोगआयोग (CCAMLR)CCAMLR क थापना अंटाकिटक समु ी जीव के संर ण के लये 1982 म क गई।इस संगठन म कुल 26 सद य ह। इसका सचवालय होबाट, त मािनया (ऑ टे लया) म ह।

    अटंाकिटकअटंाकिटक महासागरमहासागर कक भौगो लकभौगो लक अव थतअव थतद ण ुवीय महासागर अथवा 'अंटाकिटक महासागर' अंटाकिटक े के चार ओर फैला हुआ ह।ै यह अंध महासागर'(अटलांिटक), शांत महासागर तथा हद महासागर का द णी िव तार माना जाता ह।ै

    ोतोत- दद हदूहदू

    जलवाय ुसंतुलन म एयरोसोल क भूिमका

    ी ल सी ल स केके लयेलयेएयरोसोल या ह? इनका िनमाण, उदाहरण

    मे समे स केके लयेलये

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  • जलवाय ुसंतुलन तथा पृ वी के ‘ए बेडो’ म एयरोसोल क भूिमका

    चचाचचा मम यय ?कोऑपरिेटव इं टी ूट फॉर रसच इन ए वायरनमटल साइसेंज (Cooperative institute for research inenvironmental sciences-CIRES) ने एक अ ययन म पाया िक एयरोसोल कण बादल के गुणधम म प रवतन के मा यमसे पृ वी के िविकरणीय संतुलन को बनाए रखने म सहायक होते ह।

    एयरोसोलएयरोसोल याया हैहै?एयरोसोल, बारीक ठोस कण तथा व क बूँद का वाय ुया िकसी अ य गसै म िम ण ह।ैएयरोसोल ाकृतक या मानवजिनत दोन कार के हो सकते ह। कोहरा, धूल, गेसर भाप (Geyser Steam) इ यािदाकृतक एयरोसोल के उदाहरण ह।धुधं, पा टकुलेट वाय ु दषूक तथा धुआँ आिद मानवजिनत एयरोसोल के उदाहरण ह।

    एयरोसोलएयरोसोल कैसेकैसे बनतेबनते हह?जब िवषुवतीय े म संवहनीय बादल गसै को वायमुडंल म ऊँचाई पर ले जाते ह तब उनम उप थत बारीक कण गसैम प रवतत होकर एयरोसोल का िनमाण करते ह। इस ि या को ‘गसै से कण प रवतन’ कहा जाता ह।ैऊँचाई बढ़ने के साथ तापमान म कमी के कारण इन कण का संघनन होता ह ैतथा उनके आकार म वृ होती है■जसक वजह से ये िनचले ोभमडंल म उप थत िनचले तर के बादल क धवलता (Brightness) को बढ़ाते ह।गसै से कण प रवतन, िवषुवतीय े म शांत तथा अटलांिटक महासागर दोन के ऊपर बादल के ए बेडो को बढ़ादेता ह।ै

    एयरोसोलएयरोसोल यय मह वपूणमह वपूण हह?एयरोसोल िम त बादल धवल (Brighter) होने के कारण सूय से ा होने वाली ऊजा को अधक मा ा म अंत रक तरफ परावतत करते ह।इन नए कण का िनमाण पृ वी क सतह के 40 तशत िह से को आ छािदत करता ह।ै इसका आशय ह ैिकएयरोसोल कण, लोबल वािम़ग के िवपरीत पृ वी के तापमान को कम रखने म सहायक ह।िवषुवतीय े म इन कण का िनमाण तथा बदल के गुणधम म इनके योगदान को समझना, हम जलवाय ुमॉडल कोसमझने तथा उनका िवकास करने म मदद करगेा।CIRES के अ ययन से पता चलता ह ैिक सुदरू े म जहाँ वाय ुसाफ होती ह ैवहाँ बादल के िनमाण म एयरोसोलकण का भाव अधक होता ह।ै

    ोतोत : डाउनडाउन टूटू अथअथ

    Rapid Fire करट अफेयस (25 October)

    1. अर वदअर वद ↓सह↓सह17/18

  • भारतीय शासिनक सेवा के व र अधकारी अर वद ↓सह को भारतीय िवमानप न ाधकरण (Airports Authority ofIndia- AAI) का चेयरमनै िनयु िकया गया ह।ै अर वद ↓सह महारा कैडर के आईएएस अधकारी ह और वतमान म महाराम ही कायरत ह।

    भारतीयभारतीय िवमानप निवमानप न ाधकरणाधकरण (Airports Authority of India-AAI): भारतीय रा ीय िवमानप न ाधकरण कागठन संसद के एक अधिनयम ारा िकया गया था। 1 अ ैल, 1995 को भारतीय रा ीय िवमानप न ाधकरण औरअंतरा ीय हवाई अ ा ाधकरण का िवलय करके भारतीय िवमानप न ाधकरण कर िदया गया। तब से यह ाउंड(Ground) और एयर पेस (Airspace) दोन म नाग रक उ यन अवसंरचना के िनमाण, उ यन, रखरखाव और बधंन काकाय करता ह।ै

    2. सुखबीरसुखबीर ↓सह↓सह संधूसंधूहाल ही म सुखबीर ↓सह संधू को भारतीय रा ीय राजमाग ाधकरण (NHAI) का मुख िनयु िकया गया। गौरतलब ह ैिकसुखबीर ↓सह संधू उ राखंड कैडर के वष 1988 बचै के आईएएस अधकारी ह। वह अभी तक मानव संसाधन िवकासमं ालय के उ श ा िवभाग म अत र सचव के पद पर तनैात थे। अभी तक NHAI के मुख रहे नाग नाथ ■स हा कसीमा बधंन िवभाग म सचव पद पर िनयिु क गई ह।ै

    भारतीयभारतीय रा ीयरा ीय राजमागराजमाग ाधकरणाधकरण (National Highways Authority of India-NHAI): भारत के संपूण राजमागसंजाल को भारतीय ‘रा ीय राजमाग ाधकरण’ ारा बंधत िकया जाता ह ैऔर यह राजमाग के िवकास तथा रखरखाव केलये िज़ मेदार ह।ै इस ाधकरण का गठन संसद के भारतीय रा ीय राजमाग ाधकरण अधिनयम, 1988 ारा िकया गयाथा। यह ाधकरण सड़क प रवहन और राजमाग मं ालय के अंतगत काय करता ह।ै यह ाधकरण देश म सड़क और पुल केलये मानक िवक■सत करता ह।ै

    3. सखारोवसखारोव पुर कारपुर कारयूरोपीय संघ क संसद ारा इस वष के सखारोव पुर कार के लये उईगर बु जीवी ‘इ हाम तोहती ’ को चुना गया ह।ै इ हामतोहती को यह पुर कार चीन के उईगर अ पसं यक के मानवाधकार क आवाज़ उठाने के लये दान िकया जा रहा ह।ैयात य ह ैिक उ ह ने उईगर और चीन के लोग के म य बातचीत व पर पर िव ास को बढ़ाने के लये िनरतंर काय िकया ह।ैइ हाम तोहती बी↓जग यूिनव■सटी म अथशा के ोफेसर के प म भी काय कर चुके ह। वष 2014 म उ ह चीन सरकार ारा‘अलगाववादी’ होने के आरोप म आजीवन कारावास क सज़ा दी गई ह।ै

    सखारोवसखारोव पुर कारपुर कार: इस पुर कार क शु आत वष 1988 म हुई थी और तब से यह तवष ‘िवचार क वतं ता’ के लयेिकसी यि या संगठन को दान िकया जाता ह।ै यह यूरोपीय संघ क संसद ारा दान िकया जाता ह।ै यह पुर कार सोिवयतसंघ के भौतक िव ानी व िवचार क वतं ता के समथक आँ े सखारोव क मृत म दान िकया जाता ह।ै

    उईगरउईगर मु लममु लम: उईगर मु लम चीन के ■झन■झयांग ांत म िनवास करने वाले अ पसं यक ह। उईगर नृजातीय प से तुक केमु लम समुदाय से संबंधत ह। चीन के ■झन■झयांग ांत म इनक जनसं या तकरीबन 40 तशत ह।ै

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    डेली न्यूज़ (25 Oct, 2019)टू चाइल्ड नॉर्मप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?प्रमुख बिंदुनियम की सीमाएँप्रजनन दर (Fertility rate)जनसंख्या वृद्धि (Population Growth)आगे की राहस्रोत: द हिंदू

    भारत के राष्ट्रपति की जापान यात्राप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?मुख्य बिंदु:भारत-जापान संबंधस्रोत: PIB

    करतारपुर समझौताप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?करतारपुर समझौते के मुख्य बिंदु:करतारपुर के बारे में:करतारपुर गलियारा (Kartarpur Corridor):गुरु नानक देव:स्रोत: द हिंदू

    सुखना झील को आर्द्रभूमि का दर्ज़ाप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?सन्दर्भ :आर्द्रभूमि घोषित किये जाने के लाभ:किन गतिविधियों पर रोक होगी?अन्य प्रशासनिक उपाय:सुखना झील (Sukhna Lake)स्रोत: द इंडियन एक्सप्रेस

    पोलियोवायरस का उन्मूलनप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?प्रमुख बिंदु:वैक्सीन-व्युत्पन्न पोलियो(Vaccine-derived Polio):ओरल पोलियोवायरस वैक्सीन(Oral Poliovirus Vaccines- OPV)निष्क्रिय पोलियोवायरस वैक्सीन(Inactivated Poliovirus Vaccine- IPV)स्रोत: द हिंदू

    BSNL तथा MTNL का विलयप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?विलय के कारणप्रस्तावित सुझावपृष्ठभूमिनिर्णय के प्रभावस्रोत: इंडियन एक्सप्रेस, पी.आई. बी., बिज़नेस स्टैंडर्ड्स

    भारत में पहली बार हिम तेंदुए का सर्वेक्षणप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?प्रमुख बिंदुहिम तेंदुआभारत द्वारा शुरू किये गए संरक्षण के अन्य प्रयास:स्रोत: द हिंदू

    सबसे छोटा ओज़ोन छिद्रप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लियेचर्चा में क्यों?मुख्य बिंदुओज़ोन छिद्रओज़ोन छिद्र के आकार में कमी का कारण:नेशनल ओशनिक एंड एटमोस्फियरिक एडमिनिस्ट्रेशन:(National Oceanic and Atmospheric Administration-NOAA)स्रोत: द इंडियन एक्सप्रेस

    अंटार्कटिक महासागर अभयारण्य योजनाप्रीलिम्स के लिये-मेन्स के लिये -चर्चा में क्यों?प्रमुख बिंदु:महत्त्वआवश्यकताप्रस्ताव का विरोधअंटार्कटिक समुद्री जीव संसाधन के संरक्षण के लिये आयोग (CCAMLR)अंटार्कटिक महासागर की भौगोलिक अवस्थितिस्रोत- द हिंदू

    जलवायु संतुलन में एयरोसोल की भूमिकाप्रीलिम्स के लियेमेन्स के लियेचर्चा में क्यों?एयरोसोल क्या है?एयरोसोल कैसे बनते हैं?एयरोसोल क्यों महत्त्वपूर्ण हैं?स्रोत : डाउन टू अर्थ

    Rapid Fire करेंट अफेयर्स (25 October)1. अरविंद सिंह2. सुखबीर सिंह संधू3. सखारोव पुरस्कार

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