डेली न्यूज़ (25 oct, 2019) · हाल ही म1भारत के रा...

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डेली यूज़ (25 Oct, 2019) drishtiias.com/hindi/current-affairs-news-analysis-editorials/news-analysis/25-10-2019/print टू चाइड नॉम ीलस ीलस केके लये लये : रा परवार वाय सवण मेस मेस केके लये लये : जनसं$या िनयं&ण क' आव)यकता और संबंधत मु0े चचा चचा म1 म1 2य3 2य3 ? हाल ही म1 असम सरकार ने घोषणा क' है िजनवरी 2021 से दो से अधक ब;3 वाले लोग सरकारी नौकरी के आवेदन हेतु पा& नह> ह3गे मुख मुख @बदु @बदु महारा , मAय देश और राजथान के बाद असम चौथा राDय है जहाँ सरकारी नौकरय3 के लये आवेदन करने हेतु इस कार के िनयम क' घोषणा क' गई है इसके अतरG कम-से -कम पाँच ऐसे अय राDय हI ■जह3ने पंचायत3, नगर िनगम3 और ■जला परषद3 जैसे थानीय िनकाय3 के चुनाव म1 भागीदारी करने वाले उमीदवार3 के लये इस कार के िनयम बनाए हI िनयम िनयम क' क' सीमाएँ सीमाएँ सामायतः अधक ब;3 क' वृP समाज के िनन या िपछड़े वगS म1 देखी जाती है और इस कार के िनयम3 से उनके लये सरकारी नौकरी के अवसर और मुT)कल हो जाएंगे समाज म1 मिहलाओं क' जनन दर को कई अय पारवारक और सामा■जक कारक भी भािवत करते हI हाल के जनसं$या सवण के अनुसार िपछले कु छ दशक3 म1 भारत क' जनसं$या वृV दर वैसे ही काफ' धीमी हो गई है 1/18

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  • डेली यूज़ (25 Oct, 2019)drishtiias.com/hindi/current-affairs-news-analysis-editorials/news-analysis/25-10-2019/print

    टू चाइ ड नॉम

    ी ल सी ल स केके लयेलये:रा ीय प रवार वा य सव ण

    मे समे स केके लयेलये:जनसं या िनयं ण क आव यकता और संबंधत मु े

    चचाचचा मम यय ?हाल ही म असम सरकार ने घोषणा क ह ैिक जनवरी 2021 से दो से अधक ब वाले लोग सरकारी नौकरी के आवेदन हेतुपा नह ह गे।

    मुखमुख बदुबदुमहारा , म य देश और राज थान के बाद असम चौथा रा य ह ैजहाँ सरकारी नौक रय के लये आवेदन करने हेतुइस कार के िनयम क घोषणा क गई ह।ैइसके अत र कम-से-कम पाँच ऐसे अ य रा य ह ■ज ह ने पंचायत , नगर िनगम और ■जला प रषद जसेै थानीयिनकाय के चुनाव म भागीदारी करने वाले उ मीदवार के लये इस कार के िनयम बनाए ह ।

    िनयमिनयम कक सीमाएँसीमाएँसामा यतः अधक ब क वृ समाज के िन न या िपछड़े वग म देखी जाती ह ैऔर इस कार के िनयम से उनकेलये सरकारी नौकरी के अवसर और मु कल हो जाएंगे।समाज म मिहलाओं क जनन दर को कई अ य पा रवा रक और सामा■जक कारक भी भािवत करते ह।हाल के जनसं या सव ण के अनुसार िपछले कुछ दशक म भारत क जनसं या वृ दर वसेै ही काफ धीमी हो गईह।ै

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    https://www.drishtiias.com/hindi/current-affairs-news-analysis-editorials/news-analysis/25-10-2019/print

  • रा ीय प रवार वा य सव ण (National Family Health Survey-NFHS4) के अनुसार, भारत क वतमानकुल जनन दर (Total Fertility Rate-TFR) 2.2 ह ैजो वांछत कुल जनन दर के तर 2.1 के बहुत करीब ह।ैNFHS-4 के तहत पहली बार रा य एवं िज़ला तर पर प रवार क याण वा य संकेतक के आधार पर जननमता, शशु और बाल मृ य ुके तर का एक कृत सव ण िकया गया।

    NFHS-4 के आँकड़े के अनुसार, 30 िम लयन (तकरीबन 13%) से अधक मिहलाएँ गभिनरोधक का उपयोग करने मस म नह ह।

    जननजनन दरदर (Fertility rate)NFHS-4 का डेटा इस बात क पुि करता ह ैिक मिहलाओं के श ा तर का जनन दर पर सीधा असर पड़ता ह।ैसव ण के अनुसार, कभी कूल न जाने वाली जो मिहलाओं क जनन दर 3.0 ह ैजबिक 12व क ा तक पढ़ने वालीमिहलाओं क जनन दर 1.7 ह।ै

    जनसं याजनसं या वृवृ (Population Growth)TFR म िगरावट के बावजूद भारत क जनसं या लगातार बढ़ रही ह।ै पूरी जनसं या म 50% लोग 15-49 आय ुवग हैइस लये अभी भी जनन दर कम होने के बावज़ूद भी जनसं या म कमी नह हो रही ह।ै

    आगेआगे कक राहराहजनन दर म कमी के लये िववाह क आय ुबढ़ाने, पहली गभाव था म देरी और ज म के बीच अंतर सुिन त करनेजसेै उपाय क आव यकता ह।ैइसके अत र देश क जनसां यक य िवश ता (Demographic Peculiarity) से िनपटने के लये वा य,श ा, पोषण और रोज़गार के माग म िनवेश क आव यकता ह।ै

    ोतोत: दद हदूहदू

    भारत के रा पत क जापान या ा

    ी ल सी ल स केके लयेलये:िवशेष रणनीतक और वै क भागीदारी, ■जमै स, श य ुमै ी, धम गाडयन, मालाबार अ यास, भारत-जापान यापक आथकभागीदारी समझौते

    मे समे स केके लयेलये:भारत-जापान संबधं, भारतीय िहत पर देश क नीतय और राजनीत का भाव

    चचाचचा मम यय ?

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    https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-analysis/national-family-health-survey

  • हाल ही म भारतभारत केके रा पतरा पत राम नाथ को वद ने जापान क या ा क । 19 वषवष केके अंतरालअंतराल के बाद िकसी भारतीयभारतीय रा पतरा पत नेनेजापानजापान कक या ाया ा कक ह।ै

    मु यमु य बदुबद:ुरा पत राम नाथ को वद ने इ पी रयल पलेैस म आयो■जत स ाटस ाट ना िहतोना िहतो (Emperor Naruhito) के ↓सहासनपर आ ढ़ होने से संबंधत समारोह म भाग लया।इस अवसर पर उ ह ने सकुजीसकुजी ह गवांजीह गवांजी बौबौ मिंदरमिंदर (Tsukiji Hongwanji Buddhist Temple) का दौरािकया तथा बोधगयाबोधगया सेसे लाएलाए गएगए एकएक पौधेपौधे को भी लगाया।उ ह ने ○शटो○शटो मजैीमजैी जीजी नामकनामक तीथ थलतीथ थल (Shinto Meiji Shrine) का भी दौरा िकया तथा गोटे बागोटे बा पगैोडापगैोडा(Gotemba Pagoda) के एक तिनधमडंल के साथ बातचीत क ।उ ह ने टो यो म भारतीयभारतीय वा■सयवा■सय को संबोधत िकया तथा गतशील और समृ भारत के िनमाण हेतु उनकासमथन भी मांगा।उ ह ने जापान के काकेगावा थत सेईसेई नोनो सेटोसेटो (Sai no Sato) मम ीी स यस य साईंसाई ंसनातनसनातन सं कृतसं कृत प रयोजनाप रयोजना कआधारशला भी रखी।■सनो सोटो को अ रधाम और वामीनारायण मिंदर के समान िवक■सत िकया जाएगा, ■जससे भारतीयभारतीय पारपं रकपारपं रकसं कृतसं कृत को ो साहन िदया जा सके।

    भारतभारत-जापानजापान संबधंसंबधंभारत व जापान दोन देश र ार ा, िव ानिव ान तथातथा यापारयापार के े म सहयोग के साथ मजबूत संबधं को साझा करते ह।2014 म भारत व जापान दोन देश ने अपने संबधं को 'िवशेषिवशेष रणनीतकरणनीतक औरऔर वै कवै क भागीदारीभागीदारी' (SpecialStrategic and Global Partnership) क ओर बढ़ाया।मुबंईमुबंई-अहमदाबादअहमदाबाद हाईहाई पीडपीड रलेवेरलेवे (Mumbai-Ahmedabad High Speed Railway- MAHSR) भारततथा जापान के बीच रलेवे े म सहयोग का एक मह वपूण े ह।ैअ ू बर 2018 म भारत के धानमं ी क जापान या ा के दौरान ‘भारतभारत-जापानजापान ड■जटलड■जटल साझेदारीसाझेदारी’ (India-JapanDigital Partnership, I-JDP) क शु आत क गई।अग त 2011 म भारतभारत-जापानजापान यापकयापक आथकआथक भागीदारीभागीदारी समझौतेसमझौते (India-Japan ComprehensiveEconomic Partnership Agreement- CEPA) को लागू िकया गया जो व तुओं, सेवाओं, िनवेश, बौ कसंपदा अधकार, सीमा शु क ि या तथा यापार से संबंधत अ य मु को कवर करता ह।ैभारत व जापान के बीच ■जमै स■जमै स (JIMEX), श युश यु मै ीमै ी (SHINYUU Maitri) तथातथा धमधम गा■जयनगा■जयन (DharmaGuardian) नामक ि प ीय सै य अ यास का आयोजन िकया जाता ह।ैदोन देश संयुसंयु रा यरा य अमे रकाअमे रका के साथ मालाबार अ यास (Malabar Exercise) म भी भाग लेते ह।

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    https://drishtiias.com/hindi/loksabha-rajyasabha-discussions/modi-visit-to-japanhttps://www.drishtiias.com/hindi/printpdf/prelims-facts-01-05-2019https://www.drishtiias.com/hindi/images/uploads/1572003869_Japan.jpghttps://www.drishtiias.com/hindi/current-affairs-news-analysis-editorials/prelims-facts/14-10-2019https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/prelims-facts/prelims-facts-26-09-2019

  • ोतोत: PIB

    करतारपुर समझौता

    ी ल सी ल स केके लयेलये:करतारपुर समझौते के मु य बद,ु करतारपुर क भौगो लक थत और गु नानक देव

    मे समे स केके लयेलये:भारत-पािक तान के ि प ीय संबधं, करतारपुर समझौते के मु य बदु

    चचाचचा मम यय ?भारत और पािक तान के म य 24 अ ू बर, 2019 को करतारपुर समझौते (Kartarpur Pact) पर ह ता र िकये गए।

    समझौते के अनुसार, भारत के तीथयाि य को पािक तान थत करतारपुर सािहब गु ार ेक या ा करने क सुिवधादान क जाएगी।

    करतारपुरकरतारपुर समझौतेसमझौते केके मु यमु य बदुबद:ुसमझौता ारभं म पाँच वष के लये वधै होगा।भारत, पािक तान को तीथयाि य क सूची 10 िदन पहले स पेगा और पािक तान इस सूची को अंतम प से या ा के4 िदन पहले भारत को स पेगा।तीथयाि य को अधकतम 11,000 पए और एक 7 िकलो ाम का बगै (इसम पीने के पानी क बोतल हो सकती ह)ैले जाने क अनुमत होगी।तीथयाि य को धम थल से आगे बढ़ने क अनुमत नह दी जाएगी, साथ ही ■जस िदन वे गु ारा जाते ह उसी िदनलौटना भी होगा।13 वष से कम आय ुके ब े एवं 75 वष या उससे अधक आय ुके यि य को समूह म या ा करनी होगी।तीथया ा के दौरान पयावरण अनुकूल साम ी जसेै- कपड़े क थै लय का योग करना होगा साथ ही आसपास केवातावरण को साफ रखना होगा।

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    https://www.drishtiias.com/hindi/loksabha-rajyasabha-discussions/india-china-pak-policyhttps://www.drishtiias.com/hindi/images/uploads/1572002243_Kartarpur Pact.jpg

  • गु ारा जाने वाले तीथयाि य को या ा क तािवत तथ के पहले आव यक प सेprakashpurb550.mha.gov.in पर ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा। यह पंजीकरण, या ा का अधकार(Right To Travel) दान नह करता ह।ैतीथयाि य को एक इले टॉिनक या ा ाधकृत (Electronic Travel Authorization) दान िकया जाएगा■जसको तीथयाि य को अपने पासपोट के साथ ले जाना आव यक होगा।■सख तीथयाि य को कृपाण (खंजर) ले जाने क अनुमत होगी। ज़ोर से संगीत बजाने और िबना अनुमत के त वीरलेने क भी अनुमत नह होगी।

    करतारपुरकरतारपुर केके बारेबारे मम:ऐतहा■सक करतारपुर गु ारा पािक तान के नारोवाल िज़ले म रावी नदी के तट पर थत ह।ै यहाँ पर ■सख धम केसं थापक गु नानक देव ने अपने जीवन के अंतम 18 वष िबताए थे।

    करतारपुरकरतारपुर ग लयाराग लयारा (Kartarpur Corridor):करतारपुर ग लयारा भारत म पंजाब के गुरदासपुर िज़ले के डेरा बाबा नानक सािहब को पािक तान थत करतारपुर सेजोड़ेगा।ग लयार ेक लबंाई लगभग 4 िकमी. (अंतररा ीय सीमा के दोन ओर 2 िकमी.) ह।ैभारत और पािक तान क सहमत के बाद यह ग लयारा गु नानक देव क 550व जयतंी के अवसर पर खोलाजाएगा।अभी तक भारत और पािक तान के बीच धा मक तीथ थल क या ाओं को एक ोटोकॉल ारा िनयिं त िकया जाताह।ै इस ोटोकॉल के तहत दोन देश के कुछ थान सूचीब ह जहाँ पर तीथयाि य का आवागमन होता ह।ै

    गुगु नानकनानक देवदेव:गु नानक देव 10 ■सख गु ओं म से पहले और ■सख धम के सं थापक ह।उनका ज म वष 1469 म ननकाना सािहब (वतमान म पािक तान म थत ह)ै म हुआ था।उ ह ने भि के 'िनगुण' प क श ा दी।उ ह ने अपने अनुयायय को एक समुदाय म संगिठत िकया और सामूिहक पूजा (संगत) के लये कुछ िनयम बनाए।

    ोतोत: दद हदूहदू

    सुखना झील को आ भूिम का दज़ा

    ी ल सी ल स केके लयेलये:आ भूिम (संर ण और बधंन) िनयम, 2017, सुखना झील के बार ेम, रामसर साइट

    मे समे स केके लयेलये:सुखना झील को आ भूिम घोिषत करने के िनिहताथ

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  • चचाचचा मम यय ?हाल ही म चंडीगढ़ शासन ने आ भूिम (संर ण और बधंन) िनयम, 2017 के तहत सुखना झील को आ भूिम घोिषत करनेके लये एक मसौदा अधसूचना जारी क ह।ै

    स दभस दभ :सुखना झील को 30 वष पहले वष 1988 म भी एक इसी तरह क एक अधसूचना के मा यम से आ भूिम घोिषतिकया गया था।नई अधसूचना म 2017 के िनयम के तहत जनता के सुझाव और आप य को शािमल िकये जाने संबधंी ावधानह।

    आ भूिमआ भूिम घोिषतघोिषत िकयेिकये जानेजाने केके लाभलाभ:सुखना झील को आ भूिम घोिषत करने से झील को संर त करने और इसक पा र थतक और जवै िविवधता केसंर ण म मदद िमलेगी।सुखना झील के लये एक बड़ा खतरा िनकटवत े के दषूक का िनवहन ह।ै वेटलड घोिषत िकये जाने के बाद इसेरोका जा सकेगा।सुखना वेटलड 565 एकड़ म फैला हुआ ह ैएवं इसका जल हण े 10,395 एकड़ म िव तृत ह।ै सव ऑफ़ इंडया केअनुसार, इस झील के अंतगत ह रयाणा क 2,525 एकड़ और पंजाब क 684 एकड़ ज़मीन शािमल ह।ै इसे वेटलडघोिषत िकये जाने से इसके िव तृत जल हण े म झील को दु भािवत करने वाली गतिवधय पर रोक लगाया जासकेगा।वेटलड के साथ-साथ इसके जल हण े म िवभ गतिवधय को उसके भाव के आधार पर तबंधत, िविनयिमतया बढ़ावा िदया जा सकेगा।

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    https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-analysis/world-wetland-dayhttps://www.drishtiias.com/hindi/images/uploads/1572001246_Sukhna Lake.jpg

  • अ यअ य लाभलाभ:भिव य म रामसर साइट (Ramsar Site) के प नािमत कर उसके तहत िमलने वाले अंतरा ीय सहयोग एवंसुिवधाओं का लाभ उठाया जा सकेगा।वेटलड घोिषत िकये जाने के बाद इसके संर ण हेतु िमलने वाली िव ीय एवं तकनीक सहायता म वृ होगी।िवशेष क़ानूनी सहयोग के साथ-साथ जन-जाग कता म वृ के मा यम से इसके संर ण हेतु जनसहभािगताबढ़ेगी।

    िकनिकन गतिवधयगतिवधय परपर रोकरोक होगीहोगी?िकसी भी कार का अत मण।िकसी भी उ ोग क थापना या मौजूदा उ ोग का िव तार।िनमाण और िव वंस अपश बधंन िनयम, 2016 म शािमल िकसी भी कार का िनमाण और िव वंस कचर ेकािविनमाण, बधंन अथवा सं हण।िन न ल खत िनयम के अंतगत आने वाले खतरनाक पदाथ:

    खतरनाक रासायिनक के िनमाण, भडंारण और आयात िनयम, 1989खतरनाक सू म जीव के िनमाण, उपयोग, आयात, िनयात और भडंारण के लये िनयम, 1989खतरनाक अपश ( बधंन, िनपटान और सीमा पार संचलन) संशोधन िनयम, 2016

    इसम ई-कचरा ( बधंन) िनयम, 2016 के अंतगत शािमल इले टॉिनक कचरा, ठोस अपश डं पग, उ ोग , शहर ,गाँव व अ य मानव ब तय से अनुपचा रत कचर ेऔर अपश का िनवहन।आ भूिम से एक िवश दरूी के भीतर िकया गया थायी िनमाण।

    अ यअ य शासिनकशासिनक उपायउपाय:शासन ने हाल ही म े म होने वाली गतिवधय पर नज़र रखने के लये झील के पास थत कांबवाला गाँव केामीण को शािमल करते हुए एक वै छक काय म ‘ सस ऑफऑफ सुखनासुखना’ (Friends of Sukhna) शु िकया ह।ै

    सुखनासुखना झीलझील (Sukhna Lake)सुखना झील चंडीगढ़ म िहमालय क तलहटी (शवा लक पहािड़य ) म अव थत एक जलाशय ह।ैयह एक मानव-िन मत झील ह।ै इसे चंडीगढ़ शहर के मु य वा तुकार ले कोबुसीयर (Le Corbusier) ारा मु यअभयतंा पी एल वमा के सहयोग से बनाया था।इस झील का िनमाण वष 1958 म शवा लक पहािड़य से बहकर नीचे आने वाली एक मौसमी धारा ‘सुखना चो’ केपानी को रोककर िकया गया था।िपछले कुछ वष से यह झील खरपतवार क अतवृ (Weed Overgrowth), जल हण क अधकता(Catchment Adequacy) और गाद (Silting) जसेै गभंीर मु का सामना कर रही ह ैजो इसके आकार औरगहराई को काफ कम कर रहे ह।

    ोतोत: दद इंडयनइंडयन ए स ेसए स ेस

    पो लयोवायरस का उ मूलन7/18

    https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-analysis/ramsar-tag-likely-for-sunderbans

  • ी ल सी ल स केके लयेलये:ओरल पो लयोवायरस वै सीन, िन य पो लयोवायरस वै सीन, वै सीन- यु प पो लयो

    मे समे स केके लयेलये:पो लयो वै सीन के योग एवं पो लयो वायरस के उ मूलन हेतु िकये जा रहे यास क ासंिगकता

    चचाचचा मम यय ?हाल ही म िव वा य संगठन (World Health Organisation- WHO) ने वाइ ड पो लयोवायरस टाइप 3 (Wildpoliovirus type 3- WPV3) के उ मूलन क घोषणा क ह।ै

    मुखमुख बदुबद:ुपो लयो या पो लयोमाइलाइिटस (Poliomyelitis) एक अपंगकारी एवं घातक सं ामक बीमारी ह।ैतीन कार के वाइ ड पो लयो प ाघात और मृ य ुका कारण बन सकते ह, लेिकन WHO ारा उ मूलन के संदभ मवरैोलॉ■जकल भ ताओं (Virological Differences के कारण इ ह अलग-अलग वग कृत िकया जाता ह।ैवाइ ड पो लयोवायरस टाइप- 2 (Wild Poliovirus Type 2- WPV2) के उ मूलन क घोषणा वष 2015 म कजा चुक ह।ैवाइ ड पो लयोवायरस टाइप-1 (Wild Poliovirus Type 1- WPV1) का उ मूलन शेष ह ैऔर यह अफगािन तानतथा पािक तान के े म अभी भी िव मान ह।ैWPV3 का आखरी मामला उ री नाइजी रया म वष 2012 म दज िकया गया था।वष 2011 के बाद भारत म पो लयो का कोई मामला दज नह िकये जाने क वजह से वष 2012 म िव वा यसंगठन ने भारत को पो लयो त देश क सूची से बाहर कर िदया। इसके बाद वष 2014 म भारत को प प सेपो लयो मु रा घोिषत कर िदया गया।

    वै सीनवै सीन- यु पयु प पो लयोपो लयो

    (Vaccine-derived Polio):

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    https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-analysis/world-health-organization-1https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-analysis/despite-the-polio-free-why-the-need-for-a-pulse-polio-campaign-in-indiahttps://www.drishtiias.com/hindi/images/uploads/1572005069_Polio.jpg

  • वै सीन- यु प पो लयो को पो लयो के नॉननॉन-वाइ डवाइ ड (Non-Wild) कार के प म जाना जाता ह।ैवै सीन- यु प पो लयोवायरस (Vaccine-derived Polioviruses- VDPV) पो लयोवायरस का एक दलुभकार ह ैजो ओरल पो लयोवायरस वै सीन (Oral Polioviruses Vaccine) म पाए जाने वाले पो लयोवायरस केउ प रवतन (Mutation) से िवक■सत होता ह।ैजब एक ब े को टीका (Vaccine) लगाया जाता ह,ै तो कमज़ोर वै सीन-वायरस आँत म तकृत का िनमाण करनेबाद र वाह म वेश कर जाता ह,ै ■जससे ब े म सुर ा मक तर ा ति या उ प होती ह।ैअ य वाइ ड पो लयोवायरस क तरह इस थत म भी भािवत ब ा छह से आठ स ाह क अवध के लये वै सीन-वायरस का उ सजन करता ह।ैअ यतं दलुभ मामल म उ स■जत वै सीन-वायरस म से कुछ उ प रवतन क वजह से मूल वै सीन-वायरस के समान नरहकर आनुवंशक प से बदल जाते ह। इसे ही VDPV कहा जाता ह।ैहाल ही म िफलीप स सिहत अ का और एशया के कुछ िह स म िपछले महीने इसके संचरण के मामले क वजह सेलगभग दो दशक के बाद बड़े पमैाने पर टीकाकरण अभयान शु िकया गया ह।ै

    ओरलओरल पो लयोवायरसपो लयोवायरस वै सीनवै सीन

    (Oral Poliovirus Vaccines- OPV)

    OPV पो लयो के उ मूलन हेतु इ तेमाल िकया जाने वाला सबसे मुख टीका ह।ै■जन लोग को OPV िदया जाता ह,ै वे टीकाकरण के कुछ समय बाद तक इस वायरस का उ सजन करते ह और दसूरको सं िमत कर सकते ह, िवशेष प से उ ह ■ज ह टीका नह लगाया गया हो।अ यतं दलुभ प र थतय म OPV वै सीन- यु प पो लयो का भी कारण बन सकते ह।पो लयोवायरस के िवभ संयोजन के आधार पर OPV तीन कार के होते ह- मोनोवलैट OPV, बाईवलैट OPV एवंटाईवलैट OPV।2015 म WPV2 के उ मूलन क घोषणा के बाद दिुनया भर म टाईवलैट OPV क जगह बाईवलैट OPV का योगिकया जा रहा ह।ैटाईवलैट OPV म सभी तीन कार के पो लयोवायरस शािमल होते ह, जबिक बाईवलैट OPV म केवल WPV1 औरWPV3 शािमल ह। बाईवलैट OPV का इ तेमाल शु िकये जाने के बाद OPV अब WPV2 के खलाफ सुर ा नहदान करता ह।ै

    िन यिन य पो लयोवायरसपो लयोवायरस वै सीनवै सीन

    (Inactivated Poliovirus Vaccine- IPV)

    IPV को 1955 म डॉ. जोनास सा क ारा िवक■सत िकया गया था।IPV लोग को तीन कार के पो लयोवायरस से बचाता ह।ैIPV म लाइव वायरस नह होता ह।ै ■जन लोग को यह टीका िदया जाता ह,ै वे वायरस का उ सजन नह करने क वजहसे दसूर को सं िमत नह कर सकते ह।बाईवलैट OPV का उपयोग करने वाले देश म WPV2 से सुर ा के लये IPV क एकल खरुाक भी साथ म दी जातीह।ै

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  • IPV आँत म बहुत कम तर क तर ा को े रत करता ह।ै अतः, जब कोई यि IPV से तर त होने के बाद भीकुछ मामल म आँत म वायरस के तकृत का िनमाण एवं त प ात् उसका उ सजन कर सकता ह।ै इससे वाइ डपो लयोवायरस से सं मण का खतरा बना रहता ह।ै

    ोतोत: दद हदूहदू

    BSNL तथा MTNL का िवलय

    ी ल सी ल स केके लयेलये:BSNL व MTNL का त या मक िववरण

    मे समे स केके लयेलये:बक के िवलय के बाद दरूसंचार कंपिनय के िवलय के संदभ म सरकार के िनणय का िववेचना मक प , आथक संवृ केसंदभ म दरूसंचार िवभाग क मह ा

    चचाचचा मम यय ?संचार एवं सूचना ौ ोिगक मं ालय (Ministry of Communication and Information Technology) केदरूसंचार िवभाग (Departmenmt of Telecommunication) ने रा य ारा पोिषत टेलीकॉम कंपनी BSNL तथाMTNL के िवलय और पुन थान के ताव को वीकार कर लया ह।ै

    िवलयिवलय केके कारणकारणटेलीकॉम से टर म बढ़ती त प ा तथा इनके (BSNL तथा MTNL) उपभो ाओं क सं या म भारी कमी क वजहसे दोन ही कंपिनयाँ घाटे क थत म थ ।िनजी कंपिनय का बढ़ता भाव, 4-जी सेवा का न होना (BSNL के कुछ े को छोड़कर) तथा कमचा रय क बढ़तीलागत क वजह से ये कंपिनयाँ टेलीकॉम से टर क त प ा म पीछे छूट गई।ंBSNL वष 2009-10 से ही घाटे म चल रही थी। वष 2015-16 म इस कंपनी को 4,859 करोड़ पए का नुकसानहुआ, वह वष 2018-19 म बढ़कर यह नुकसान 14,202 करोड़ पए का हो गया।

    तािवततािवत सुझावसुझावकैिबनेट ने BSNL तथा MTNL के पुन थान के लये चार ताव को वीकृत दी ह।ै

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  • 1. BSNL तथा MTNL को 4-जी सेवाओं के लये पे टम का शासिनक आवंटन िकया जाएगा। इस पे टम के लयेभारत सरकार 20,000 करोड़ पए क पूँजी का िनवेश करगेी।

    2. BSNL तथा MTNL ारा 15,000 करोड़ पए के दीघका लक बॉ ड जारी िकये जाएंगे ■जस पर भारत सरकारसॉवरने गारटंी देगी।

    3. इस ताव के अनुसार, BSNL एवं MTNL के कमचा रय को वै छक सेवािनवृ योजना (VoluntaryRetirement Scheme-VRS) का लाभ िदया जाएगा ■जसके अंतगत वे कमचारी जो 50 वष क आय ुपूरी कर चुकेह, वे छा से सेवािनवृ ले सकगे। इस काय के लये अत र लागत का वहन सरकार ारा बजट के मा यम सेिकया जाएगा। -

    4. संप मु ीकरण योजना (Asset Monetization Scheme) के मा यम से अधक पूंजी िनमाण के लये दोनकंपिनयाँ अपनी संप का िविनवेश करगी।

    पृ भूिमपृ भूिममहानगरमहानगर टेलीकॉमटेलीकॉम िनगमिनगम लिमटेडलिमटेड (MTNL) क थापना 1 अ ैल, 1986 को भारत सरकार ारा क गई थी। इसकामु य उ े य देश के मुख शहर िद ी तथा मुबंई म दरूसंचार सेवाओं क गुणव ा म सुधार करना, दरूसंचार नेटवक मवृ करना तथा दरूसंचार े क आव यकताओं क पूत के लये अत र राज व क ाि करना ह।ै

    MTNL िद ी म और इसके चार संल शहर नोएडा, गु ाम, फरीदाबाद, गािज़याबाद तथा मुबंई म बृह मुबंईमहानगरपा लका के अंतगत आने वाले े नवी मुबंई तथा थाणे महानगर पा लका को दरूसंचार सेवाएँ उपल धकराता ह।ै

    भारतभारत संचारसंचार िनगमिनगम लिमटेडलिमटेड (BSNL) क थापना 15 ■सतबंर, 2000 को भारत सरकार के दो िवभाग , दरूसंचारसेवा िवभाग (Department of Telecom Services-DTS) तथा दरूसंचार संचालन िवभाग (Department ofTelecom Operations-DTO) को स म लत करके क गई थी।

    यह देश म दरूसंचार सेवाएँ दान करने वाली सरकारी े क सबसे बड़ी तथा मुख कंपनी ह।ै इसने पूर ेदेशके सभी शहर के अलावा सुदरू ामीण े को भी दरूसंचार से जोड़ा ह।ै

    िनणयिनणय केके भावभावपे टम के आवंटन से दोन ही कंपिनयाँ 4-जी सेवा तथा पूर ेदेश म हाई पीड इटंरनेट सेवाएँ मुहयैा कराने म स मह गी। फलतः ये वतमान म दरूसंचार े क िनजी कंपिनय से त प ा कर पाएंगी।संप के मौ ीकरण तथा बॉ ड से ा अत र आय का योग वतमान ऋण क भरपाई तथा भिव य म कंपनी केिवकास के लये िकया जाएगा।

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    https://www.drishtiias.com/hindi/images/uploads/1572002835_Bailout Plan.jpg

  • VRS के तहत दोन कंपिनय के तकरीबन आधे कमचारी (जो 50 वष क आय ुपूरी कर चुके ह) इस सुिवधा का लाभले सकगे। संभावना जताई जा रही ह ैिक यिद पुराने कमचारी सेवािनवृ लेते ह तो इनके वेतन पर होने वाले अत रखच म कमी आएगी।सरकार के ारा वीकृत इन ताव के अनुपालन से BSNL तथा MTNL, िव सनीय एवं उ गुणव ा क सेवादान करने म स म हो सकगे। साथ ही देश के सुदरू े तथा ामीण इलाक को इटंरनेट व दरूसंचार सेवाओं सेआसानी से जोड़ा जा सकेगा।

    ोतोत: इंडयनइंडयन ए स ेसए स ेस, पी.आई.पी.आई. बी.बी., िबज़नेसिबज़नेस टड सटड स

    भारत म पहली बार िहम तदएु का सव ण

    ी ल सी ल स केके लयेलये:GSLEP, IUCN, भारतीय व यजीव (संर ण) अधिनयम 1972, CITES आिद म िहम तदएु क थत

    मे समे स केके लयेलये:भारत सरकार ारा जवै िविवधता के संर ण म िकये गए यास

    चचाचचा मम यय ?हाल ही म भारत सरकार ने अंतरा ीय िहम तदआु िदवस (23 अ ू बर) के अवसर पर िहम तदएु क आबादी के आकलन परपहला रा ीय ोटोकॉल (First National Protocol on Snow Leopard Population Assessment)लॉ च िकया ह।ै

    मुखमुख बदुबदुभारत िहम तदएु क आबादी और उसक भौगो लक सीमा का अनुमान लगाने के लये अपना पहला सव ण करगेा।इसका उ े य आने वाले दशक म दिुनया म िहम तदएु क आबादी को दोगुना करना ह।ैरा ीय बाघ संर ण ाधकरण (National Tiger Conservation Authority-NTCA), जो क ीय पयावरणमं ालय का िह सा ह,ै सव ण के सम वय म मह वपूण भूिमका िनभाएगा।इस अवसर पर वै क िहम तदआु और पा र थतक तं संर ण (Global Snow Leopard and EcosystemProtection -GSLEP) काय म क 4व संचालन सिमत क बठैक के उ ाटन स को भी च हत िकया गया।

    GSLEP काय म (2019) का आयोजन नई िद ी म पयावरण, वन और जलवाय ुप रवतन मं ालय ारा िकयाजा रहा ह।ैGSLEP िहम तदएु रज वाले सभी 12 देश का एक उ तरीय अंतर-सरकारी गठबधंन ह।ैवतमान म GSLEP क संचालन सिमत क बठैक क अ य ता नेपाल ने तथा िक गज़ तान ारा सह-अ य ता क गई।

    भारत, नेपाल, भूटान, चीन, मगंो लया, स, पािक तान, अफगािन तान, िक गज़ तान, कज़ािक तान, ता■जिक तानऔर उ बेिक तान आिद देश म िहम तदएु मौजूद ह।ै

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  • यह पहली बार ह ैजब िहम तदओुं क सं या का अनुमान लगाने के लये कैमरा जाल और वै ािनक सव ण जसैीौ ोिगक का उपयोग िकया जाएगा।इस सव ण म भारत के साथ नेपाल, मगंो लया और स सिहत िहम तदओुं क मौजूदगी वाले देश भी शािमल ह गे।िहमालय क सीमा के िहम तदआु े और ॉस कंटी सहयोग के लये मता िनमाण, आजीिवका, ह रत अथ यव थातथा ह रत पगडंडय के िनमाण पार जोर िदया गया।

    िहमिहम तदआुतदआुिहम तदआु उ िहमालयी और टांस-िहमालयी े के पाँच रा य ज मू और क मीर, िहमाचल देश, उ राखंड,■सि म तथा अ णाचल देश के भूभाग म पाया जाता ह।ैयह े वै क िहम तदआु रज म लगभग 5% योगदान देता ह।ैइसे IUCN क सुभे (Vulnerable) तथा भारतीय व यजीव (संर ण) अधिनयम 1972 क अनुसूची 1 म रखागया ह।ैइसे CITES और वासी जातय पर स मेलन (CMS) के प रश I म सूचीब िकया गया ह।ैयह िहमाचल देश का राजक य पशु ह।ै

    भारतभारत ाराारा शुशु िकयेिकये गएगए संर णसंर ण केके अ यअ य यासयास:ोजे टोजे ट नोनो लेपडलेपड- यह तदएु के संर ण के लये समावेशी और भागीदारीपूण ि कोण को बढ़ावा देता ह ै■जसम पूरीतरह से थानीय समुदाय शािमल होता ह।ै■स योर■स योर िहमालयिहमालय- GEF तथा UNDP ारा जवै िविवधता के संर ण और ाकृतक पा र थतक तं पर थानीयसमुदाय क िनभरता को कम करने के लये इस प रयोजना का िव पोषण िकया जा रहा ह।ै

    यह प रयोजना अब चार िहम तदएु रज रा य , ज मूज मू औरऔर क मीरक मीर, िहमाचलिहमाचल देशदेश, उ राखंडउ राखंड, औरऔर ■सि म■सि म मचालू ह।ै

    ोतोत: दद हदूहदू

    सबसे छोटा ओज़ोन छ

    ी ल सी ल स केके लयेलये:ओज़ोन छ से संबंधत त य, नासा

    मे समे स केके लयेलयेओज़ोन छ के आकार म कमी आने का कारण

    चचाचचा मम यय ?हाल ही म नासा (National Aeronautics and Space Administration-NASA) तथा संयु रा य अमे रका केनेशनल ओशिनक एंड एटमो फेय रक एडिमिन टेशन (National Oceanic and Atmospheric Administration-

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  • NOAA) ने बताया ह ैिक अंटाकिटका के ऊपर वष 1982 के बाद ओज़ोन छ के आकार म सवाधक कमी देखने को िमलीह।ै

    मु यमु य बदुबदुनासा तथा NOAA के अनुसार, वा षक ओज़ोन छ का आकार 8 ■सतबंर को 16.4 िम लयन वग िकमी.के अपनेचरम तर पर पहँुच गया परतंु ■सतबंर-अ ू बर के दौरान यह ■सकुड़कर 10 िम लयन वग िकमी से भी कम हो गया।द णी गोला द के लये यह अ छी खबर ह।ै

    ओज़ोनओज़ोन छछओज़ोन गसै (O3) का िनमाण ऑ सीजन के तीन परमाणओुं से िमलकर होता ह।ै यह वायमुडंल म ाकृतक प सेकम मा ा म पाई जाती ह।ैओज़ोन परत वायमुडंल म लगभग 10 िकमी. से 40 िकमी. (इस मडंल को समतापमडंल कहते ह) तक फैली हुई ह।ैयह परत सूय से आने वाली पराबगनी िकरण से पृ वी क र ा करती ह।ैपृ वी क सतह के नज़दीक ओज़ोन एक दषूक का काय करती ह।ै इसके कारण अ थमा तथा काइ स (गले कसूजन से संबंधत रोग) जसेै रोग को बढ़ावा िमलता ह।ैिनमाणकारी रसायन ओज़ोन परत का िवघटन करते ह। अंटाकिटका के ऊपर येक बसंत ऋतु म रासायिनकअभि याओं ारा वायमुडंलीय ओज़ोन न हो जाती ह,ै इससे ओज़ोन गसै क सघनता म कमी के कारण ओज़ोन छका िनमाण होता ह ैजो िक उस े म िवशेष मौसम संबधंी और रासायिनक अभि याओं के प रणाम से िन मत होताह।ै

    ओज़ोनओज़ोन छछ केके आकारआकार मम कमीकमी काका कारणकारण:

    ओज़ोन छ के ■सकुड़ने का कारण ओज़ोन परत क थत का सही हो जाना नह ह।ैइसका मु य कारण अंटाकिटका के ऊपर वायमुडंल म असामा य मौसम तमान का होना ह।ैइस वष गम तापमान क वजह से समतापमडंल म ुवीय समतािपक बादल का िनमाण हुआ इस कारण ओज़ोन परतका सीिमत और कम िवघटन हुआ परतंु यह थत अ पका लक ह।ै ओज़ोन छ के आकार म आई यह कमीदीघका लक नह ह।ै

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    https://www.drishtiias.com/hindi/important-institution/international-organization/national-aeronautics-and-space-administrationhttps://www.drishtiias.com/hindi/images/uploads/1572003280_Ozone Hole size.jpg

  • ओजोन छ के आकार म कमी आना एक अ छी खबर ह ैपरतंु NASA ने आगाह िकया ह ैिक इस वष आई ओज़ोनछ म कमी वायमुडंलीय ओज़ोन म अचानक तेज़ी से पुन ाि का संकेत नह ब क समतापमडंल म हुए मौसमतमान म बदलाव का प रणाम ह।ै

    नेशनलनेशनल ओशिनकओशिनक एंडएंड एटमो फय रकएटमो फय रक एडिमिन टेशनएडिमिन टेशन:

    (National Oceanic and Atmospheric Administration-NOAA)

    वै ािनक शु ता क सं कृत को बढ़ावा देकर जीवन और संप क सुर ा करने के लये अमे रका के वाण य िवभागके अंतगत वष 1970 म नेशनल ओशिनक एंड एटमो फय रक एडिमिन टेशन क थापना हुई थी।NOAA का उ े य जलवाय,ु मौसम, महासागर और तटीय थतय म प रवतन को समझना तथा उनकभिव यवाणी करना ह।ै

    ोतोत: दद इंडयनइंडयन ए स ेसए स ेस

    अंटाकिटक महासागर अभयार य योजना

    ी ल सी ल स केके लयेलये-अंटाकिटक महासागर, अंटाकिटक महासागर अभयार य योजना, कमीशन फॉर कंज़वशन ऑफ अंटाकिटक मरीन ल वगरसोसज़

    मे समे स केके लयेलये -समु ी अभयार य का समु ी जीव संर ण म योगदान

    चचाचचा मम यय ?हाल ही म अंटाकिटक महासागर अभयार य (Antarctic Ocean Sanctuary) पर पुनः चचा क गई ■जसका ताव वष2010 म िकया गया था।

    मुखमुख बदुबद:ुअंटाकिटक महासागर अभयार य योजना का ताव वष 2010 म ऑ टे लया, ाँस और यूरोिपयन यूिनयन ारालाया गया।इस ताव के अंतगत समु ी जीव के लये दिुनया का सबसे बड़ा महासागर अभयार य बनाने क योजना ह।ैलेिकन कमीशन फॉर कंज़वशन ऑफ अंटाकिटक मरीन ल वग रसोसज़ (Commission for Conservation ofAntarctic Marine living Resources- CCAMLR) क बठैक म सभी सद य देश के बीच आपसी सहमत नहोने से यह ताव अब तक लिंबत ह।ै य िक समु ी पाक के िनमाण के लये CCAMLR के सभी 26 सद य कसहमत आव यक ह।ै

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  • इससे पूव CCAMLR ारा िव का अब तक का सबसे िवशाल समु ी अभयार य रोस सागर म बनाया गया ह।ै इसकेअलावा दो अ य अभयार य, वेडेल सागर और अंटाकिटक उप ीप म तािवत ह।

    मह वमह वलगभग एक िम लयन वग िकलोमीटर का तािवत यह पाक, पगुइन, सील, हेल और अ य समु ी जीव के लयेआव यक खा ोत क र ा करगेा।िवशेष के अनुसार, जलवाय ुप रवतन से िनपटने म भी इसक अहम भूिमका होगी, य िक अंटाकिटक के आसपासके समु ी वातावरण से भारी मा ा म काबन डाइऑ साइड को सोख लेता ह।ै

    आव यकताआव यकताअ यधक नौकायन और म य यवसाय ने समु क कुछ जातय जसेै सील, हेल और अ य मछ लय को िवलुिके कगार पर ला िदया ह।ै इस योजना के तहत समु ी तनधा रय के लये िवश गहर ेपानी क भ य और खाे ो को संर त िकया जाएगा।

    तावताव काका िवरोधिवरोधइस ताव के मु य िवरोधी चीन और स ह। य िक तािवत े से इन देश के म य पालन के िहत से जुड़ा ह।इस अभयार य के संवेदनशील िह स म जलीय जीव के शकार पर तबधं लगाने का ावधान ह।ै

    अटंाकिटकअटंाकिटक समु ीसमु ी जीवजीव संसाधनसंसाधन केके संर णसंर ण केके लयेलये आयोगआयोग (CCAMLR)CCAMLR क थापना अंटाकिटक समु ी जीव के संर ण के लये 1982 म क गई।इस संगठन म कुल 26 सद य ह। इसका सचवालय होबाट, त मािनया (ऑ टे लया) म ह।

    अटंाकिटकअटंाकिटक महासागरमहासागर कक भौगो लकभौगो लक अव थतअव थतद ण ुवीय महासागर अथवा 'अंटाकिटक महासागर' अंटाकिटक े के चार ओर फैला हुआ ह।ै यह अंध महासागर'(अटलांिटक), शांत महासागर तथा हद महासागर का द णी िव तार माना जाता ह।ै

    ोतोत- दद हदूहदू

    जलवाय ुसंतुलन म एयरोसोल क भूिमका

    ी ल सी ल स केके लयेलयेएयरोसोल या ह? इनका िनमाण, उदाहरण

    मे समे स केके लयेलये

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  • जलवाय ुसंतुलन तथा पृ वी के ‘ए बेडो’ म एयरोसोल क भूिमका

    चचाचचा मम यय ?कोऑपरिेटव इं टी ूट फॉर रसच इन ए वायरनमटल साइसेंज (Cooperative institute for research inenvironmental sciences-CIRES) ने एक अ ययन म पाया िक एयरोसोल कण बादल के गुणधम म प रवतन के मा यमसे पृ वी के िविकरणीय संतुलन को बनाए रखने म सहायक होते ह।

    एयरोसोलएयरोसोल याया हैहै?एयरोसोल, बारीक ठोस कण तथा व क बूँद का वाय ुया िकसी अ य गसै म िम ण ह।ैएयरोसोल ाकृतक या मानवजिनत दोन कार के हो सकते ह। कोहरा, धूल, गेसर भाप (Geyser Steam) इ यािदाकृतक एयरोसोल के उदाहरण ह।धुधं, पा टकुलेट वाय ु दषूक तथा धुआँ आिद मानवजिनत एयरोसोल के उदाहरण ह।

    एयरोसोलएयरोसोल कैसेकैसे बनतेबनते हह?जब िवषुवतीय े म संवहनीय बादल गसै को वायमुडंल म ऊँचाई पर ले जाते ह तब उनम उप थत बारीक कण गसैम प रवतत होकर एयरोसोल का िनमाण करते ह। इस ि या को ‘गसै से कण प रवतन’ कहा जाता ह।ैऊँचाई बढ़ने के साथ तापमान म कमी के कारण इन कण का संघनन होता ह ैतथा उनके आकार म वृ होती है■जसक वजह से ये िनचले ोभमडंल म उप थत िनचले तर के बादल क धवलता (Brightness) को बढ़ाते ह।गसै से कण प रवतन, िवषुवतीय े म शांत तथा अटलांिटक महासागर दोन के ऊपर बादल के ए बेडो को बढ़ादेता ह।ै

    एयरोसोलएयरोसोल यय मह वपूणमह वपूण हह?एयरोसोल िम त बादल धवल (Brighter) होने के कारण सूय से ा होने वाली ऊजा को अधक मा ा म अंत रक तरफ परावतत करते ह।इन नए कण का िनमाण पृ वी क सतह के 40 तशत िह से को आ छािदत करता ह।ै इसका आशय ह ैिकएयरोसोल कण, लोबल वािम़ग के िवपरीत पृ वी के तापमान को कम रखने म सहायक ह।िवषुवतीय े म इन कण का िनमाण तथा बदल के गुणधम म इनके योगदान को समझना, हम जलवाय ुमॉडल कोसमझने तथा उनका िवकास करने म मदद करगेा।CIRES के अ ययन से पता चलता ह ैिक सुदरू े म जहाँ वाय ुसाफ होती ह ैवहाँ बादल के िनमाण म एयरोसोलकण का भाव अधक होता ह।ै

    ोतोत : डाउनडाउन टूटू अथअथ

    Rapid Fire करट अफेयस (25 October)

    1. अर वदअर वद ↓सह↓सह17/18

  • भारतीय शासिनक सेवा के व र अधकारी अर वद ↓सह को भारतीय िवमानप न ाधकरण (Airports Authority ofIndia- AAI) का चेयरमनै िनयु िकया गया ह।ै अर वद ↓सह महारा कैडर के आईएएस अधकारी ह और वतमान म महाराम ही कायरत ह।

    भारतीयभारतीय िवमानप निवमानप न ाधकरणाधकरण (Airports Authority of India-AAI): भारतीय रा ीय िवमानप न ाधकरण कागठन संसद के एक अधिनयम ारा िकया गया था। 1 अ ैल, 1995 को भारतीय रा ीय िवमानप न ाधकरण औरअंतरा ीय हवाई अ ा ाधकरण का िवलय करके भारतीय िवमानप न ाधकरण कर िदया गया। तब से यह ाउंड(Ground) और एयर पेस (Airspace) दोन म नाग रक उ यन अवसंरचना के िनमाण, उ यन, रखरखाव और बधंन काकाय करता ह।ै

    2. सुखबीरसुखबीर ↓सह↓सह संधूसंधूहाल ही म सुखबीर ↓सह संधू को भारतीय रा ीय राजमाग ाधकरण (NHAI) का मुख िनयु िकया गया। गौरतलब ह ैिकसुखबीर ↓सह संधू उ राखंड कैडर के वष 1988 बचै के आईएएस अधकारी ह। वह अभी तक मानव संसाधन िवकासमं ालय के उ श ा िवभाग म अत र सचव के पद पर तनैात थे। अभी तक NHAI के मुख रहे नाग नाथ ■स हा कसीमा बधंन िवभाग म सचव पद पर िनयिु क गई ह।ै

    भारतीयभारतीय रा ीयरा ीय राजमागराजमाग ाधकरणाधकरण (National Highways Authority of India-NHAI): भारत के संपूण राजमागसंजाल को भारतीय ‘रा ीय राजमाग ाधकरण’ ारा बंधत िकया जाता ह ैऔर यह राजमाग के िवकास तथा रखरखाव केलये िज़ मेदार ह।ै इस ाधकरण का गठन संसद के भारतीय रा ीय राजमाग ाधकरण अधिनयम, 1988 ारा िकया गयाथा। यह ाधकरण सड़क प रवहन और राजमाग मं ालय के अंतगत काय करता ह।ै यह ाधकरण देश म सड़क और पुल केलये मानक िवक■सत करता ह।ै

    3. सखारोवसखारोव पुर कारपुर कारयूरोपीय संघ क संसद ारा इस वष के सखारोव पुर कार के लये उईगर बु जीवी ‘इ हाम तोहती ’ को चुना गया ह।ै इ हामतोहती को यह पुर कार चीन के उईगर अ पसं यक के मानवाधकार क आवाज़ उठाने के लये दान िकया जा रहा ह।ैयात य ह ैिक उ ह ने उईगर और चीन के लोग के म य बातचीत व पर पर िव ास को बढ़ाने के लये िनरतंर काय िकया ह।ैइ हाम तोहती बी↓जग यूिनव■सटी म अथशा के ोफेसर के प म भी काय कर चुके ह। वष 2014 म उ ह चीन सरकार ारा‘अलगाववादी’ होने के आरोप म आजीवन कारावास क सज़ा दी गई ह।ै

    सखारोवसखारोव पुर कारपुर कार: इस पुर कार क शु आत वष 1988 म हुई थी और तब से यह तवष ‘िवचार क वतं ता’ के लयेिकसी यि या संगठन को दान िकया जाता ह।ै यह यूरोपीय संघ क संसद ारा दान िकया जाता ह।ै यह पुर कार सोिवयतसंघ के भौतक िव ानी व िवचार क वतं ता के समथक आँ े सखारोव क मृत म दान िकया जाता ह।ै

    उईगरउईगर मु लममु लम: उईगर मु लम चीन के ■झन■झयांग ांत म िनवास करने वाले अ पसं यक ह। उईगर नृजातीय प से तुक केमु लम समुदाय से संबंधत ह। चीन के ■झन■झयांग ांत म इनक जनसं या तकरीबन 40 तशत ह।ै

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    डेली न्यूज़ (25 Oct, 2019)टू चाइल्ड नॉर्मप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?प्रमुख बिंदुनियम की सीमाएँप्रजनन दर (Fertility rate)जनसंख्या वृद्धि (Population Growth)आगे की राहस्रोत: द हिंदू

    भारत के राष्ट्रपति की जापान यात्राप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?मुख्य बिंदु:भारत-जापान संबंधस्रोत: PIB

    करतारपुर समझौताप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?करतारपुर समझौते के मुख्य बिंदु:करतारपुर के बारे में:करतारपुर गलियारा (Kartarpur Corridor):गुरु नानक देव:स्रोत: द हिंदू

    सुखना झील को आर्द्रभूमि का दर्ज़ाप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?सन्दर्भ :आर्द्रभूमि घोषित किये जाने के लाभ:किन गतिविधियों पर रोक होगी?अन्य प्रशासनिक उपाय:सुखना झील (Sukhna Lake)स्रोत: द इंडियन एक्सप्रेस

    पोलियोवायरस का उन्मूलनप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?प्रमुख बिंदु:वैक्सीन-व्युत्पन्न पोलियो(Vaccine-derived Polio):ओरल पोलियोवायरस वैक्सीन(Oral Poliovirus Vaccines- OPV)निष्क्रिय पोलियोवायरस वैक्सीन(Inactivated Poliovirus Vaccine- IPV)स्रोत: द हिंदू

    BSNL तथा MTNL का विलयप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?विलय के कारणप्रस्तावित सुझावपृष्ठभूमिनिर्णय के प्रभावस्रोत: इंडियन एक्सप्रेस, पी.आई. बी., बिज़नेस स्टैंडर्ड्स

    भारत में पहली बार हिम तेंदुए का सर्वेक्षणप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लिये:चर्चा में क्यों?प्रमुख बिंदुहिम तेंदुआभारत द्वारा शुरू किये गए संरक्षण के अन्य प्रयास:स्रोत: द हिंदू

    सबसे छोटा ओज़ोन छिद्रप्रीलिम्स के लिये:मेन्स के लियेचर्चा में क्यों?मुख्य बिंदुओज़ोन छिद्रओज़ोन छिद्र के आकार में कमी का कारण:नेशनल ओशनिक एंड एटमोस्फियरिक एडमिनिस्ट्रेशन:(National Oceanic and Atmospheric Administration-NOAA)स्रोत: द इंडियन एक्सप्रेस

    अंटार्कटिक महासागर अभयारण्य योजनाप्रीलिम्स के लिये-मेन्स के लिये -चर्चा में क्यों?प्रमुख बिंदु:महत्त्वआवश्यकताप्रस्ताव का विरोधअंटार्कटिक समुद्री जीव संसाधन के संरक्षण के लिये आयोग (CCAMLR)अंटार्कटिक महासागर की भौगोलिक अवस्थितिस्रोत- द हिंदू

    जलवायु संतुलन में एयरोसोल की भूमिकाप्रीलिम्स के लियेमेन्स के लियेचर्चा में क्यों?एयरोसोल क्या है?एयरोसोल कैसे बनते हैं?एयरोसोल क्यों महत्त्वपूर्ण हैं?स्रोत : डाउन टू अर्थ

    Rapid Fire करेंट अफेयर्स (25 October)1. अरविंद सिंह2. सुखबीर सिंह संधू3. सखारोव पुरस्कार