येडिमोएटिवििी टमा है ? िॉ.भहेश शभाा जाऩान इस सदी की अमॊत बमानक ाकृ ततक ासदी से गुजय यहा है । दुबाामिश िाताियण भं सडिम अमतधक असयदाय येडिमोएटिि ऩदाथा रयसाि के कायण पै रने के कायण ाकृ ततक ासदी की गॊबीयता औय बमािह हो ग ई। येडिमोएटिि ऩदाथ भं आिय ऐसा होता टमा है डक आज साया वि इसके दुबाि से तिततत है। येडिमोएटिवििी का भतरफ टमा होता है ? कोई बी ऩदाथा ठोस, म मा गैसीम ति के तभण से फना होता है। डकसी बी ति भं अणु (भॉतरटमूर) होते हं। इन अणुओॊ भं ऩयभाणु (एिभ) होते हं। मे ऩयभाणु डकसी बी ऩदाथा का अतत सूभ ऱऩ होता है। इसभं उस ऩदाथा के सबी गुण ऩामे जाते हं। इन ऩयभाणुओॊ भं एक तनित भाा भं ोिोन , तमूॉन औय इरेटॉन होते हं। डकसी बी ऩदाथा के एिभ भं ोिोन औय तमूॉतस की सॊमा फयाफय मा एक सुतनित अनुऩात भं होने ऩय इसे थथय एिभ कहते हं अथाात ् इनका थिरऩ कबी फदरता नहीॊ है। रेडकन कुछ एिभ ऐसे होते हं जनभं तमूॉॊस की सॊमा ोिोतस से कहीॊ अतधक होती है , इतहं अथथय ऩयभाणु मा “अनथिेफर एिभ” कहते हं। मे ऩदाथा थथयता ा कयने के तरए जफ तक िे थथय नहीॊ होते कुछ कण (ऩाडिाकस) मा इरेटोभैनेडिक डकयणं रगाताय तनकारते यहते हं। ऐसे एिस िारे ऩदाथा मा ति को येडिमोएटिि ऩदाथा कहते हं औय इनकी विडकयण (एतभशतस) को येडिमोएटिवििी कहा जाता है। मे कण औय डकयणं िाजा मा एनजीमु होती है। एिभ के तमूटरमस से तनकरने के कायण इस ऊजाा (एनजी) को तमूटरमय एनजी कहा जाता है। मे कण मा ऩाडिाकस – अपा मा फीिा डकयण (ये ) हो सकती है। अपा डकयणं घनाभक ( ऩॉजडििरी) िाजाि होती हं औय फीिा डकयणं ऩोजडिि औय नेगेडिि दोन िाजाि हो सकती हं।गाभा येज मा एटसये डकयणं डदिाई नहीॊ देती हं। डकततु इऩसे साभना (एटसऩोजय) होने ऩय इनका दुबाि शयीय के वितबतन अॊग ऩय ऩता है। एटसऩोजय के होने के सभम तो कु छ बी ऩता नहीॊ िरता , रेडकन कुछ सभम के फाद शयीय ऩय इनका दुबाि डदिाई देने रगता है। अतधक एटसऩोजय होने ऩय बाि बी अतधक होता है। विडकयण के आकथभक बाि को “येडिएशन तसकनेस” कहा जा ता है। विडकयण की भाा ऩय मह दुबाि तनबाय होता है। रॊफी अितध तक विडकयण से एटसऩोज होने से मे शयीय की कोतशकाओॊ ऩय सीधा दुबाि कयती हं। इसका सफसे अतधक दुबाि िीएनए ऩय ऩने से उनभं मूिेशन हो जाता है औय मूडकतभमा जैसा य कंसय हो सकता है।