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I.C.S.E का : IX हिदी समय: 3 घंटे ाक : 80 Answers to this Paper must be written on the paper provided separately. You will not be allowed to write during the first 15 minutes. This time is to be spent in reading the question paper. The time given at the head of this Paper is the time allowed for writing the answers This Paper comprises of two sections; Section A and Section B. Attempt All the questions from Section A. Attempt any four questions from Section B, answering at least one question each from the two books you have studied and any two other questions. The intended marks for questions or parts of questions are given in brackets [ ]. SECTION A (40 Marks) Attempt all questions Q.1 Write a short composition in Hindi of approximately 250 words on any one of the following topics: [15] नििलिखित विषय से किसी एि विषय पर हिदी िगभग 250 शद संित िि लिखिए: 1. ‘वििासपा लम जीिि िी एि औषध िै।' िथि िे आधार पर बताइए कि मािि िे जीिि म लम िा या मिि िै ? िकिस िार यत ि जीिि िो भावित िरते ि ? आप अपिे लम िा च िि िरते समय उसम किि ग ण िा िोिा आियि समझगे ? अपिे विचार पटतः लिखिए। 2. भारतीय संि नत म 'अनतथथ िो दे िता िे समाि मािा जाता िै।' ितमाि पररथनतय म यि मायता ििा ति सय िे ऱप म हदिाई दे रिी िै ? अनतथथ िब बोझ बि जाता िै और किस िार? विचार िारा समझाइए।

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  • I.C.S.E

    कक्षा : IX हिन्दी

    समय: 3 घंटे परू्ाांक : 80

    Answers to this Paper must be written on the paper provided separately. You will not be allowed to write during the first 15 minutes.

    This time is to be spent in reading the question paper. The time given at the head of this Paper is the time allowed for writing the

    answers

    This Paper comprises of two sections; Section A and Section B. Attempt All the questions from Section A.

    Attempt any four questions from Section B, answering at least one question each from the two books you have studied and any two other questions.

    The intended marks for questions or parts of questions are given in brackets [ ].

    SECTION – A (40 Marks) Attempt all questions

    Q.1 Write a short composition in Hindi of approximately 250 words on any one of

    the following topics: [15] निम्िलिखित विषयों में से किसी एि विषय पर हिन्दी में िगभग 250 शब्दों में संक्षिप्त िेि लिखिए: 1. ‘विश्िासपात्र लमत्र जीिि िी एि औषध िै।' िथि िे आधार पर बताइए

    कि मािि िे जीिि में लमत्रों िा क्या मित्तत्ति िै? िे किस प्रिार व्यक्क्त िे जीिि िो प्रभावित िरते िैं? आप अपिे लमत्र िा चिुाि िरते समय उसमें किि गुणों िा िोिा आिश्यि समझेंगे? अपिे विचार स्पष्टतः लिखिए।

    2. भारतीय संस्िृनत में 'अनतथथ िो देिता िे समाि मािा जाता िै।' िततमाि पररक्स्थनतयों में यि मान्यता ििााँ ति सत्तय िे रूप में हदिाई दे रिी िै? अनतथथ िब बोझ बि जाता िै और किस प्रिार? विचारों द्िारा समझाइए।

  • 3. पित िमारे िषोल्िास िे प्रतीि मािे जात ेिैं इसी आधार पर िोिी-रंगों िा त्तयोिार’ इस विषय पर प्रस्ताि लििें।

    4. एि ििािी लिखिए क्जसिा आधार निम्िलिखित उक्क्त िो : ‘िोििार बबरिाि िे िोत थचििे पात’

    5. िीच ेहदये गये थचत्र िो ध्याि स ेदेखिए और थचत्र िो आधार बिािर िणति िीक्जए अथिा ििािी लिखिए, क्जसिा सीधा ि स्पष्ट संबंध थचत्र से िोिा चाहिए।

    Q.2 Write a letter in Hindi in approximately 120 Words on any one of the topics

    given below: [7] निम्िलिखित में से किसी एि विषय पर हिन्दी में िगभग 120 शब्दों में पत्र लिखिए: (i) टेिीफोि ठीि िरि ेिे लिए टेिीफोि विभाग िे िायतिारी इंजीनियर िो

    पत्र लििें। (ii) आपिा लमत्र दरु्तटिाग्रस्त िो गया िै संिेदिा प्रिट िरत ेिुए लमत्र िो पत्र

    लििें।

    Q.3 Read the passage given below and answer in Hindi the questions that follow,

    using your own words as far as possible: [10] निम्िलिखित गद्यांश िो ध्याि से पहिए तथा उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए। उत्ततर यथासंभि आपिे अपिे शब्दों में िोिे चाहिए:

  • गांधीजी िे दक्षिण अफ्रीिा में प्रिासी भारतीयों िो मािि-मात्र िी समािता और स्ितंत्रता िे प्रनत जागरुि बिािे िा प्रयत्ति किया। इसी िे साथ उन्िोंि ेभारतीयों िे िनैति पि िो जगािे और ससंुस्िृत बिािे िे प्रयत्ति भी किए। गांधी जी ि ेऐसा क्यों किया? इसलिए कि िे मािि-मािि िे बीच िािे-गोरे, या ऊाँ च-िीच िा भेद िी लमटािा पयातप्त ििीं समझत ेथे, िरि उििे बीच एि माििीय स्िभाविि स्िेि और िाहदति सियोग िा संबंध भी स्थावपत िरिा चाित ेथे। इसिे बाद जब ि ेभारत आए, तब उन्िोंि ेइस प्रयोग िो एि बडा और व्यापि रूप हदया विदेशी शासि िे अन्याय-अिीनत िे विरोध में उन्िोंिे क्जतिा बडा सामहूिि प्रनतरोध संगहठत किया, उसिी लमसाि संसार िे इनतिास में अन्यत्र ििीं लमिती। पर इसमें उन्िोंिे सबसे बडा ध्याि इस बात िा रिा कि इस प्रनतरोध में ििी ंभी िटुता, प्रनतशोध िी भाििा अथिा िोई भी ऐसी अिनैति बात ि िो क्जसिे लिए विश्ि-मंच पर भारत िा माथा िीचा िो। ऐसा गांधी जी िे इसलिए किया क्योंकि िे मािते थे कि बंधतु्ति, मतै्री, सद्भाििा, स्िेि-सौिादत आहद गणु माििता रूप टििी िे ऐसे पषु्प िैं जो सितदा सगंुथधत रिते िैं। 1. गांधीजी िे दक्षिण अफ्रीिा िे प्रिासी भारतीयों िे लिए क्या किया? 2. अफ्रीिा में प्रिासी भारतीयों िे पीडडत िोिे िे क्या िारण थे? 3. संसार िे इनतिास में क्या अन्यत्र देििे ििीं लमिता िै? 4. विदेशी शासि िे प्रनतरोध िे समय गांधीजी द्िारा विशषे रूप से क्या

    ध्याि में रिा गया? 5. उपयुतक्त गद्यांश िो उथचत शीषति दीक्जए।

    Q.4 Answer the following according to the instructions given: निम्िलिखित प्रश्िों िे उत्ततर निदेशािसुार लिखिए: 1. निम्िलिखित शब्दों से विशषेण बिाइए: [1]

    पषु्प तत्ति

  • 2. निम्िलिखित शब्दों में से किसी एि शब्द िे दो-दो पयातयिाची शब्द लिखिए: [1]

    सगंुध माथा

    3. निम्िलिखित शब्दों में से किन्िी ंदो शब्दों िे विपरीताथति शब्द लिखिए : [1] समािता स्ितंत्रता स्िभाविि सियोग

    4. भाििाचि संज्ञा बिाइए: [1]

    • स्ितंत्र • एि

    5. निम्िलिखित मिुािरों में से किसी एि िी सिायता से िाक्य बिाइए: [1]

    िोिा माििा एडी चोटी िा जोर िगािा

    6. िोष्ठि में हदए गए निदेशािसुार िाक्यों में पररितति िीक्जए:

    (a) विद्याथी पसु्ति पि रिा िै। (बिुचिि में बदलिए) [1] (b) क्जसे िक्ष्य पर पिुाँचिा िै उसे िोई रोि ििीं सिता। (िक्ष्य पर...) [1] (c) िि िुदगजत िै। (भतूिाि में बदलिए) [1]

  • SECTION - B (40 Marks) Attempt four questions from this section.

    You must answer at least one question from each of two books you have studied and any two other questions.

    (साहित्य सागर गद्य) Q.5 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए: यि इसलिए ििी ंकि उसे अपिे सास-ससरु,देिर या जेठ आहद से र्णृा थी बक्ल्ि उसिा विचार था कि यहद बिुत िुछ सििे पर भी पररिार िे साथ नििाति ि िो सिे तो आए हदि िे ििि से जीिि िो िष्ट िरिे िी अपेिा अच्छा िै कि अपिी खिचडी अिग पिाई जाय।

    पाठ – बड ेर्र िी बटेी िेिि – प्रेमचंद

    1. बेिी माधि िे कितिे पतु्र थे उििा पररचय दें। [2] 2. श्रीिंठ िैसे विचारों िे व्यक्क्त थे? [2] 3. गााँि िी क्स्त्रयााँ श्रीिंठ िी निदंि क्यों थीं? [3] 4. आिंदी िी सक्म्मलित िंुटुब िे बारे में राय अपिे पनत से अिग क्यों थी? [3]

    Q.6 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो ध्यािपिूति पहिए तथा उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए: सिुते िो? आज तुम्िारी फाइि पणूत िो गई मगर िवि िा िाथ ठंडा था, आाँिों िी पतुलियााँ निजीि और चीहंटयों िी एि िंबी पााँत उसिे मुाँि में जा रिी थी...।

    पाठ – जामिु िा पेड िेिि - िृष्ण चंदर

    1. यिााँ पर किस फाइि िी बात िी जा रिी िै? [2] 2. दबे िुए व्यक्क्त िो इतिे हदि पेड िे िीच ेसे क्यों ििीं नििािा गया? [2] 3. उपयुतक्त िथि िा िक्ता िौि िै उसिा पररचय दें। [3] 4. प्रस्तुत िथि िा आशय स्पष्ट िरें। [3]

  • Q 7. Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow: निम्िलिखित गद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए: ‘पर सब हदि ि जात एि समाि अिस्मात ्हदि कफरे और सेठ जी िो गरीबी िा मुाँि देििा पडा।’

    पाठ – मिायज्ञ िा परुस्िार िेिि - यशपाि

    1. सेठजी िे दःुि िा िारण क्या था? [2] 2. सेठािी ि ेसेठ िो क्या सिाि और क्यों दी? [2] 3. सेठ जी ि ेअपिा यज्ञ बेचि ेिा निणतय क्यों लिया? [3] 4. प्रस्तुत पाठ िे आधार पर सेठ जी िी विशषेताएाँ बताइए। [3]

    (साहित्य सागर पद्य)

    Q.8 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित पद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए:

    सिुूाँगी माता िी आिाज़ रिूाँगी मरिे िो तैयार।

    िभी भी उस िेदी पर देि ि िोिे दूाँगी अत्तयाचार।। ि िोिे दूंगी अत्तयाचार

    चिो, मैं िों जाऊाँ बलिदाि मात ृमंहदर से िुई पिुार,

    चिा दो मझुिो, िे भगिाि।। िविता - मात ृमंहदर िी ओर

    िवियत्री - सभुद्रा िुमारी चौिाि

    1. ‘मात ृमंहदर’ से क्या तात्तपयत िै? ििााँ से ििनयत्री िो क्या पिुार सिुाई दे रिी िै? [2]

  • 2. ििनयत्री अपिी मातभृलूम िी रिा िे लिए क्या िरिे िो तैयार िै और क्यों? [2]

    3. मंहदर ति पिुाँचिे िे मागत में िविनयत्री िो किि-किि िहठिाइयों िा सामिा िरिा पडता िै? [3]

    4. प्रस्तुत पद्यांश में ििनयत्री िी किस भाििा िो दशातया गया िै? िि इस िविता िे माध्यम से पाठिों िो क्या संदेश देिा चािती िैं? [3]

    Q.9 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित पद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए :

    जब ति मिजु-मिजु िा यि सिु भाग ििीं सम िोगा, शलमत ि िोगा िोिािि, संर्षत ििी ंिम िोगा। उसे भिू िि फाँ सा परस्पर िी शंिा में भय में, िगा िुआ िेिि अपिे में और भोग-संचय में। प्रभ ुिे हदए िुए सिु इतिे िैं वििीणत धरती पर, भोग सिें जो उन्िें जगत में ििााँ अभी इतिे िर? सब िो सिते तुष्ट, एि-सा सिु पर सिते िैं; चािें तो पि में धरती िो स्िगत बिा सित ेिैं,

    िविता - स्िगत बिा सित ेिैं िवि - रामधारी लसिं हदििर

    1. 'प्रभ ुिे हदए िुए सिु इतिे िैं वििीणत धरती पर' – पंक्क्त िा आशय स्पष्ट िीक्जए। [2]

    2. मािि िा वििास िभी संभि िोगा? [2] 3. किस प्रिार पि में धरती िो स्िगत बिा सित ेिै? [3] 4. शब्दाथत लिखिए - शलमत, वििीणत, िोिािि, विघ्ि, चिै, पि [3]

    Q.10 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित पद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए:

  • “मेर् आये बड ेबि-ठि िे, साँिर िे। आग-ेआगे िाचती-गाती बयार चिी

    दरिाजे-खिडकियााँ ििुिे िगी गिी-गिी पािुि ज्यों आये िों गााँि में शिर िे। मेर् आये बड ेबि-ठि िे, साँिर िे।”

    िविता - मेर् आए िवि - सिेश्िर दयाि सक्सेिा

    1. मेर् ििााँ आए िुए िैं? िवि िो मेर् देििर क्या प्रतीत िो रिा िै? [2] 2. ‘बयार’ शब्द से आप क्या समझत ेिैं? िवि इसिे बारे में क्या बतािा

    चािता िै? [2] 3. दरिाजे-खिडकियााँ क्यों िुििे िगी िैं? किसिा स्िागत ििााँ पर किस

    प्रिार किया जाि ेिगा िै? िवि िे भाि स्पष्ट िीक्जए। [3] 4. िविता िा िें द्रीय भाि लिखिए। ]3[

    एकाकंी संचय

    Q.11 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए: “मैंिे िौिर तो यिीं आिर देिें िैं।” कफर िििे िगी, “िाम िेिे िा ढंग उसे आता िै, क्जसे िाम िी परि िो। सबुि-शाम झाडू देिेमात्र से िमरा साफ़ ििीं िो जाता। उसिी बिािट सजािट भी िोई चीज िै।”

    एिािंी - सिूी डािी िेिि – उपेन्द्रिाथ ‘अश्ि’

    1. उपयुतक्त अितरण िा संदभत स्पष्ट िरें। ]2[ 2. उपयुतक्त िथि पर इंद ुिी क्या प्रनतकिया िोती िै? [2] 3. उपयुतक्त अितरण से बेिा िे स्िभाि िा पररचय दें? [3] 4. “िाम िेिे िा ढंग उसे आता िै, क्जसे िाम िी परि िो से क्या तात्तपयत

    िै? [3]

  • Q.12 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए: िेकिि आज ििी ंतो िि रुपया तो देिा िी पडगेा, िमिा! िागज िे टुिडों पर अपिा स्िेि और प्यार बेचिे िािों िे बीच तुम इस तरि िब ति रि सिोगी?

    एिािंी - बिू िी विदा िेखििा – वििोद रस्तोगी

    1. इस िथि िे िक्ता और श्रोता िौि िैं? उपयुतक्त बात किस संदभत में िी जा रिी िै? ]2[

    2. उपयुतक्त िथि में िागज िे टुिड ेसे क्या अलभप्राय िै? [2] 3. क्या िागजी टुिडों से माििीय संबंधों िो िायम रिा जा सिता िै? ]3[ 4. इस एिािंी में किस सामाक्जि समस्या िो दशातया गया िै? ]3[

    Q.13 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए : इस शिीद िे चरणों िे पास बठैिर मैं अपिे अपराध िे लिए िमा मााँगता िूाँ, किंत ुक्या बूाँदी िे राि तथा िाडा-िंश िा प्रत्तयेि राजपतू आज िी इस दरु्तटिा िो भिू सिेगा?

    एिािंी – मातभृलूम िा माि िेिि – िररिृष्ण ‘प्रमेी’

    1. िक्ता द्िारा उपयुतक्त िथि िििे िा अलभप्राय क्या िै? [2] 2. उपयुतक्त िथि में शिीद किसे संबोथधत किया गया िै? [2] 3. िक्ता अपिे किस अपराध िी और क्यों िमा मााँग रिा िै? [3] 4. मातभृलूम िी रिा सबिा प्रथम िततव्य िोिा चाहिए अपिे विचार प्रिट

    िरें। [3]

  • िया रास्ता (सषुमा अग्रिाि)

    Q.14. Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow: निम्िलिखित गद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए: िि समझ ििी ंपा रिी थी कि िमारे समाज में स्त्री परुुष में इतिा भेद क्यों? यहद िोई िडिा अिेिा रिता िै तो समाज उस पर अंगलुियााँ ििी ंउठाता, चािे िि कितिा िी अपराध क्यों ि िरता िो परंत ुएि िडिी, चािे िि कितिा िी संयम शीि जीिि क्यों ि व्यतीत िरती िो, कफर भी समाज उस पर दोषारोपण िरता िै। 1. किसी बातें सिुिर िक्ता इतिी परेशाि िै? [2] 2. समाज में स्त्री परुुष में इतिा भेद क्यों िै? [2] 3. िडिी िे जीिि में इतिी िहठिाईयााँ क्यों आती िै? [3] 4. इि पक्क्तयों िे भाि स्पष्ट िीक्जए? [3]

    Q.15. Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow: निम्िलिखित गद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए: उन्िोंि ेलिफाफा िोििर देिा तो ि ेप्रसन्ि िो गईं। उििे भतीजे दीपि िी शादी िा िाडत था। कितिी प्रसन्ि थी ंआज िि। उििो अपिे भाई िे पास गए िुए भी िई िषत िो गए थे। उन्िोंिे सोचा कि इस बार िे शादी में जाएाँगी, तब िुछ हदिों िे लिए ििााँ रुिें गी। 1. दीपि िौि िै? िक्ता िा उससे क्या संबंध िै? [2] 2. शादी में जािे िे लिए िे इतिा उत्तसाहित क्यों िै? [2] 3. ‘शादी शब्द सिुिर एि अजीब प्रसन्िता यिााँ क्यों छा जाती िै? [3] 4. शादी िे पीछे नछप ेभाि िो स्पष्ट िीक्जए। [3]

  • Q.16. Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow: निम्िलिखित गद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए : पत्र लिििे िे बाद वपताजी िो िगा कि शायद उिसे िोई र्ोर अपराध िो गया िै, उििी मि:क्स्थनत वििि िो गई। 1. र्र िौटिे पर मायाराम िा इंतजार िौि िर रिा था? ि ेमायाराम िे

    पास क्यों आए थे? [2] 2. व्यििार िे बारे में मााँ िी क्या राय थी? [2] 3. मीि ूिा ररश्ता ठुिरािे िे लिए क्या योजिा बिाई गई? [3] 4. किसिी मि:क्स्थनत वििि और क्यों िो गई? [3]

  • Answers to this Paper must be written on the paper provided separately.

    You will not be allowed to write during the first 15 minutes. This time is to be spent in reading the question paper.

    The time given at the head of this Paper is the time allowed for writing the answers

    This Paper comprises of two sections; Section A and Section B. Attempt All the questions from Section A.

    Attempt any four questions from Section B, answering at least one question each from the two books you have studied and any two other questions.

    The intended marks for questions or parts of questions are given in brackets [ ].

    SECTION – A (40 Marks) Attempt all questions

    Q.1 Write a short composition in Hindi of approximately 250 words on any one of

    the following topics: [15] निम्िलिखित विषयों में से किसी एि विषय पर हिन्दी में िगभग 250 शब्दों में संक्षिप्त िेि लिखिए: 1. ‘विश्िासपात्र लमत्र जीिि िी एि औषध िै।' िथि िे आधार पर बताइए

    कि मािि िे जीिि में लमत्रों िा क्या मित्तत्ति िै? िे किस प्रिार व्यक्क्त िे जीिि िो प्रभावित िरते िैं? आप अपिे लमत्र िा चिुाि िरते समय उसमें किि गुणों िा िोिा आिश्यि समझेंगे? अपिे विचार स्पष्टतः लिखिए। मिषु्य एि सामाक्जि प्राणी िै। समाज में िर व्यक्क्त िे अििे सम्बन्ध िोत ेिैं। परस्पर सियोग से रििा मािि िा स्िभाि िै। उसिा सिी स्िभाि लमत्रता िो जन्म देता िै। लमत्रता एि अिमोि धि िै। आज िे

    adminTypewritten textSolution

  • यगु में यगु में सच्चा लमत्र पािा स्िगग िो पा िेिे िे समाि िै। सच्चा लमत्र िि िोता िै, जो िमें अच्छे ि बरेु िा अिसास िरिाए, साथ िी िमें िुमागग से समुागग पर िे जाए। लमत्रता में िि शक्क्त िै, जो बडी से बडी समस्या िा समाधाि िर सिती िै। लमत्रता में मिषु्य एि-दसूरे िा साथ देता िै। िर व्यक्क्त िो लमत्र िी आिश्यिता िोती िै। िि अपिे हदि िी िर बात निभगयता से िेिि अपिे लमत्र से िि सिता िै। सच्चा लमत्र अपिे लमत्र िे सिु-दिु िो अपिा सिु-दिु मािता िै। रिीम जी ि ेििा िै –

    ‘‘िि रिीम संपनत सगे, बित बिुत बिु रीत बबपक्त्तत-िसौटी जे िसे, तेई सााँच ेमीत।।’’

    अंगे्रजी ििाित िे अिसुार सच्चा लमत्र ििी िै, जो समय पर िाम आए। िृष्ण-सदुामा िी लमत्रता नि:स्िाथग एिं पवित्र थी। यि सच्ची लमत्रता िा अिपुम उदािरण िै। िमें चाहिए कि जब भी किसी िो अपिा लमत्र बिाए तो सोच-विचार िर बिाए क्योंकि जिााँ एि सच्चा लमत्र आपिा साथ देिर आपिो ऊाँ चाई ति पिुाँचा सिता िै, ििीीँ िपटी लमत्र अपिे स्िाथग िे लिए आपिो पति िे रास्त ेपर िे जाता िै। संत िबीर िित ेिैं कि

    ‘‘िपटी लमत्र ि िीक्जए, पेट पहैि बधुध िेत। आगे राि हदिाय िे, पीछे धक्िा देनत।।’’

    िपटी आदमी से लमत्रता िभी ि िीक्जए क्योंकि िि पििे पेट में घसु िर सभी भेद जाि िेता िै और किर आगे िी राि हदिािर पीछे से धक्िा देता िै।

    ‘िबीर तिां ि जाईय, जिा ंि चोिा चीत। परपटूा औगुि घिा, मिुड ेऊपर मीत।’

    ऐसे व्यक्क्त या समिू िे पास िी ि जायें क्जिमें निमगि धचत्तत िा अभाि िो। ऐसे व्यक्क्त सामिे लमत्र बित ेिैं पर पीि पीछे अिगुणों िा बिाि िर बदिाम िरत ेिैं। इि सब बातों िो मदे्दिजर रित ेिुए मैं अपिे लमत्र में सच्चाई, ईमािदारी, मेरे अिगणुों िो बतािे िािा आहद गुणों िो देििा चािूाँगा। मैं ऐसे लमत्र

  • िा चिुाि िदावप ििीं िराँ गा जो मेरे िााँ में िााँ लमिाए। उसिे विपरीत जो मझु ेमेरे अिगुणों से पररधचत िरिाए ऐसे लमत्र िा लमत्र बििा पसंद िराँ गा। अत:लमत्र िा सिी चिुाि सोच-समझिर िरिा चाहिए,क्योंकि सच्चा लमत्र िमारी सििता िी िुाँ जी िोता िै। िि िमें िशग से अशग ति िे जा सिता िै।

    2. भारतीय संस्िृनत में 'अनतधथ िो देिता िे समाि मािा जाता िै।' ितगमाि

    पररक्स्थनतयों में यि मान्यता ििााँ ति सत्तय िे रप में हदिाई दे रिी िै? अनतधथ िब बोझ बि जाता िै और किस प्रिार? विचारों द्िारा समझाइए। िमारे पिूगजों िा माििा था कि िे िोग बिुत भाग्यिाि िोत ेिैं क्जििे घर मेिमाि आते िैं। तभी तो यिााँ िी संस्िृनत में लििा गया िै कि ‘अनतधथ देिो भिः’। भारत संस्िृनत और परंपराओं िा देश िै। यिााँ िोग परंपराओं िा विशषे आदर िरते िैं। भारत एि ऐसा देश िै क्जसमें एि ििीं अिेिों विशषेताएाँ िैं। किर चािे िो अपित्ति िी भाििा िो, किर चािे िो ररश्तों िा माि सम्माि िो, सब िुछ अपिे आप में विशाि िै। इि सब िे अिािा एि और परंपरा िै िमारे देश में जो यगुों-यगुों से चिी आ रिी िै, और आज भी चि रिी िै और िो परम्परा िै, "अनतधथ देिो भिः" िी! अनतधथ िो भगिाि िे समाि पजू्यिीय समझा जाता िै। भगिाि श्रीिृष्ण िा सदुामा िा आनतथ्य सत्तिार िरिा अनतधथ देिो भि िा उत्ततम उदािरण िैं। श्रीिृष्ण क्जस तरि अनतधथ सदुामा िा िाम सिुत ेिी िगें पााँि उििे दशगि िे लिए अिुिात ेिुए पिुाँचते िैं, घायि परैों िो अपिे िाथ से धोिर िृष्ण अपिी मिािता हदिात ेिैं। टूटे तंदिु िो सदुामा से मााँग िर क्जतिी आत्तमीयता में भगिाि िािा मारत ेिैं, अपिे आप में अिणगिीय िै। संसार िे प्रत्तयेि व्यक्क्त िा हिन्दसु्ताि में इतिा भािभीिा स्िागत किया जाता िै। इस लिए आज देश सरिार िम सभी िो लसिग एि बात बार-बार रटू्ट तोत ेिी तरि याद िरिा रिी िै कि, "अनतधथ देिो भिः" देश में आिे

  • िािे सभी विदेशी मेिमािों िा िमें ध्याि रििा चाहिए, उिसे िमारी रोजी रोटी चिती िै, िि देश िी अथगव्यिस्था में बिुत सियोग िरत ेिैं। ितगमाि पररक्स्थनतयों में शिरीिरण, घर िे स्त्री-परुुष िा िामिाजी िोिा तथा एिि पररिारों िा चिि बढ़िे िे िारण भी िमारी इस परंपरा िा नििागि ििी ंिो पा रिा िै। िोगों िा संयकु्त पररिारों से अिग िोिा भी िमारी इस अनतधथ देिो भि िी संस्िृनत िो शिे-शिे भिूिे िा िारण बिता जा रिा िै क्योंकि पििे सब िोग गााँिों में एि साथ में रिते थे, इसलिए िचग िा बोझ भी साझ ेिोता था, जगि िी िोई िमी ििीं िोती थी, आिागमि िी इतिी सवुिधा ि िोिे िे िारण मेिमाि भी साि छ: मिीिे में िी आ पात ेथे इसलिए अनतधथयों िा आिा उत्तसाि और आिंद िा िारण िोता था परन्त ुआज िे पररिेश में मिाँगाई इतिी बढ़ गई िै कि अपिा तथा अपिे पररिार िा पेट भरिा िी मकु्श्िि िोता जा रिा िै, रििे िी जगि िी िमी िो गई िै। ििााँ पर अनतधथ िे आिे िी िल्पिा से मिषु्य िा हृदय िााँपिे िगता िै। ितगमाि पररिेश सभी चािते िैं कि िे भी आिंद िे साथ िाँसी ख़ुशी मेिमािों िे साथ अपिा समय व्यतीत िरें परन्त ुबढ़ता िचग और िम आमदिी और मिाँगाई से सामंजस्य ि बबिा पािे िे िारण िम अनतधथ देिो भि परंपरा िा पािि चाि िर भी ििीं िर पा रिे िैं।

    3. पिग िमारे िषोल्िास िे प्रतीि मािे जात ेिैं इसी आधार पर िोिी-रंगों िा

    त्तयोिार’ इस विषय पर प्रस्ताि लििें। िमारा देश भारत विश्ि िा अिेिा एिं ऐसा अििूा देश िै, जिााँ परेू साि िोइग ि िोइग त्तयोिार मिाया जाता िै। रंगों िा त्तयोिार िोिी हिदंओंु िा प्रल सद्ध त्तयोिार िै, जो िाल्गुि मास िी पखूणगमा िो मिाया जाता िै। यि त्तयोिार रंग एिं उमंग िा अिपुम त्तयोिार िै जब िसंत अपिे परेू यौिि पर िोता िै। सदी िो विदा देि ेऔर ग्रीष्म िा स्िागत िरिे िे लिए इसे मिाया जाता िै। संस्िृत साहित्तय में इस त्तयोिार िो ‘मदिोत्तसि’ िे िाम से भी पिुारा जाता िै।

  • िोिी िे संबंध में एि पौराखणि िथा प्रचलित िै कि भगिाि विष्ण ुिे परम भक्त प्रििाद िो अक्ग्ि में जिािे िे प्रयास में उसिी बआु 'िोलििा' अक्ग्ि में जििर स्िािा िो गइग थी। इसी घटिा िो याद िर प्रनतिषग िोलििा दिि किया जाता िै। दसूरे हदि िाग िेिा जाता िै। इस हदि छोटे-बड,े अमीर-गरीब आहद िा भेदभाि लमट जाता िै। सब एि दसूरे पर रंग िें ित ेिैं, गुिाि िगात ेिैं और गिे लमित ेिैं। चारों ओर आिंद, मस्ती और उल्िास िा समााँ बाँध जाता िै। ढोि पर धथरित,े मजीरों िी ताि पर झमूते, िाचत-ेगात ेिोग आपसी भेदभाि भिूािर अपिे शत्र ुिो भी गिे िगा िेत ेिैं। परंत ुिुछ िोग अशोभिीय व्यििार िर इस त्तयोिार िी पवित्रता िो िष्ट िर देत ेिैं। िमारा ितगव्य िै कि िम िोिी िा त्तयोिार उसिे आदशो िे अिरुप मिाएाँ तथा आपसी िमैिस्य, िरै-भाि, घणृा आहद िो जिािर एि-दसूरे पर गुिाि िगािर आपस में पे्रम, एिता और सद्भाि बढ़ािे िा प्रयास िरें।

    "िोिी िे अिसर पर आओ एि दजेू पर गिुाि िगाएाँ अपिे सब भेदभाि भिूािर, प्रेम और सदभाि बढ़ाएाँ"

    4. एि ििािी लिखिए क्जसिा आधार निम्िलिखित उक्क्त िो : ‘िोििार बबरिाि िे िोत धचििे पात’

    ‘िोििार बबरिाि िे िोत धचििे पात’ इस उक्क्त िा अथग यि िै कि असाधारण व्यक्क्त िे ििण बचपि में िी हदिाई दे जाते िैं। बचपि में िी ि ेअपिी असाधारणता िा पररचय किसी-ि-किसी रप में दे िी देत ेिैं। यिी बात िमें शिेर िी ििािी भी बताती िै। रेि पटरी िे पास एि झोंपडी में बािि शिेर अपिी मााँ िे साथ रिता था। एि हदि बरसात िी ऋतु में बिुत ज़ोरों िी बरसा िोिे िगी। आाँधी और तिूाि आिे िगे तब शिेर अपिी झोंपडी पर प्िाक्स्टि ढििे बािर निििा तभी अचािि उसिी िज़र रेि िी पटरी पर पडी और उसिे देिा कि पटरी उिड गई िै। उसे दरू से आती गाडी िी आिाज़ सिुाई दी। िि सोचिे िगा, “क्या िरे, तब अचािि उसे िुछ सझूा और उसिे पििी िुई

  • िाि िमीज िो नििाि िर एि डडंी में बााँध हदया और पटरी पर िड ेरििर हििाि ेिगा।” ड्राइिर िे िाि झंडा देि गाडी रोि दी। याबत्रयों िो पििे उस पर गुस्सा आया और रेि रोििे िे लिए भिा-बरुा िििे िगे परंतु जब उन्िें सच िा पता चिा तब सबिे उसिी सझू-बझू िी तारीफ़ िी। शिेर िे िारण याबत्रयों िी जाि बचािे िे लिए उस ेराष्रपनत द्िारा स्िणग पदि िा परुस्िार हदया गया। राष्रपनत िे अपिे भाषण में उसिी बिादरुी िी चचाग िरते िुए ििा कि ‘िोििार बबरिाि िे िोत धचििे पात’ अथागत ्योग्य व्यक्क्त िे ििण तो बचपि में िी हदिाई देिे िगते िैं।

    5. िीच ेहदये गये धचत्र िो ध्याि स ेदेखिए और धचत्र िो आधार बिािर

    िणगि िीक्जए अथिा ििािी लिखिए, क्जसिा सीधा ि स्पष्ट संबंध धचत्र से िोिा चाहिए।

    प्रस्तुत धचत्र में एि किसाि अपिे बिैों िे साथ िेती िरता िजर आ रिा िै। किसाि िडी धपू में अपिे दोिों बिैों िो िेिर िंगे परै िेत जोत रिा िै। िि परूी िगि से िाम िर रिा िै। इस किसाि िो देििर मि में विचार उिता िैं कि यहद किसाि ििी ंिोता तो िमारा क्या िोता? किसाि िर देश िा आधार स्तम्भ िोत ेिैं। त्तयाग और तपस्या िा दसूरा िाम िै - ‘किसाि’। उि पर िी देश िी आधथगि व्यिस्था हटिी िोती िै। विश्ि िा समस्त आिन्द, ऐश्ियग और िभैि उििे िारण िी िम भोग

  • पात ेिैं। एि देश िे प्रत्तयेि व्यक्क्त िा जीिि किसािों पर निभगर िरता िै। भारतीय किसाि सेिा, त्तयाग ि पररश्रम िी सजीि मनूतग िैं। उसिी सरिता, शारीररि दबुगिता, सादगी एि ंगरीबी उसिे साक्त्तिि जीिि िो प्रिट िरती िै। िि स्ियं ि िािर दसूरों िो खििाता िै। िि स्ियं ि पिििर संसार िी ज़ररतों िो परूा िरता िै। किसाि िुद अपिी जमीि िे मालिि ििी ंिैं, क्जससे उन्िें िर तरि िे शोषण िा सामिा िरिा पडता िै। सािूिारों िे िाथों िा खििौिा बििा किसािों िी मजबरूी िै। किसाि यहद रैक्टर, जिरेटर, िरीदिे, पश ुिरीदिे या किसी अन्य िजिों से बैंिों से िजग िेिा चािे तो उसिे लिए इतिी िंबी प्रकिया से गजुरिा पडता िै कि किसािों िो सािूिारों से अधधि सदू अदा िरिे िी िीमत पर िजग िेिा ज्यादा मिुालसब िगता िै। किसािों िो आत्तमनिभगर बिाि ेऔर उििा आत्तमविश्िास बढ़ाि ेिे लिए यि जररी िै कि गााँिों में बनुियादी सवुिधाएाँ सनुिक्श्चत िी जाएाँ। गााँिों में बबजिी पिुाँच,े सडि बिे, लसचंाई िी सवुिधाएाँ बढ़ें तो किसािों िो िेती िरिा आसाि रिेगा। किसाि समाज िा सच्चा हितैषी िै। यहद िि सिुी िै, तो परूा देश सिुी बि सिता िै क्योंकि उसिी िुशिािी उन्िनत ि समवृद्ध में परेू देश िी समवृद्ध, उन्िनत, िशुिािी छुपी िै। मझु ेअपिे भारतीय किसाि पर गिग िै। िो िमारे देश िा गौरि िै, िमारा गौरि िै।

    Q.2 Write a letter in Hindi in approximately 120 Words on any one of the topics

    given below: [7] निम्िलिखित में से किसी एि विषय पर हिन्दी में िगभग 120 शब्दों में पत्र लिखिए: (i) टेिीिोि िीि िरि ेिे लिए टेिीिोि विभाग िे िायगिारी इंजीनियर िो

    पत्र लििें। सेिा में, िायगिारी इंजीनियर

  • टेिीिोि ऐक्सचेंज िागपरु विषय : टेिीिोि िं. 245 245 88 िो िीि िरािे िेत ुपत्र। मिोदय मैं आपिा ध्याि उपरोक्त टेिीिोि िंबर िी ओर िेक्न्ित िरिा चािता िूाँ जो वपछि े25 हदिों से िराब पडा िै। इसिे विषय में मैं िई बार लशिायतें लिििा चिुा िूाँ तथा तीि बार पत्र भी लिि चिुा िूाँ। एि उच्च अधधिारी से भी मेरी बात िुई थी, क्जन्िोंिे दो-तीि हदिों से टेिीिोि िीि िराि ेिा आश्िासि हदया था परन्त ुइस बात िो एि सप्ताि िो चिुा िै, परंत ुअभी ति भी मेरा टेिीिोि िराब िी िै। अत: मेरा आपसे अिरुोध िै कि आप व्यक्क्तगत रप से ध्याि देिर उसे िीि िरािे िी व्यिस्था िरें। मैं टेिीिोि िराब िोिे िे िारण बिुत परेशाि िूाँ। आप से अिरुोध िै कि मेरे टेिीिोि िो जल्द िीि िराि ेिी िृपा िरें। सधन्यिाद। भिदीय िमि शमाग ििानििेति िगर िागपरु हदिााँि : 4 मई 2017

    (ii) आपिा लमत्र दघुगटिाग्रस्त िो गया िै संिेदिा प्रिट िरत ेिुए लमत्र िो पत्र लििें। प्रेम िगर भोपाि हदिााँि - 26 -12 -200x वप्रय लमत्र रािुि सस्िेि िमस्िार।

  • दघुगटिा में तुम्िारी टााँग टूटिे िा समाचार सिुिर मझु ेबडा दःुि िुआ। मैं तुम्िारे दःुि िो िम तो ििी ंिर सिता परन्त ुमेरी सिािभनूत तुम्िारे साथ िै। मैं ईश्िर से प्राथगिा िरता िूाँ कि तुम शीघ्र िी स्िस्थ िो जाओ। तुम्िारा लमत्र अवििाश

    Q.3 Read the passage given below and answer in Hindi the questions that follow,

    using your own words as far as possible: [10] निम्िलिखित गद्यांश िो ध्याि से पहढ़ए तथा उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए। उत्ततर यथासंभि आपिे अपिे शब्दों में िोिे चाहिए: गांधीजी िे दक्षिण अफ्रीिा में प्रिासी भारतीयों िो मािि-मात्र िी समािता और स्ितंत्रता िे प्रनत जागरुि बिािे िा प्रयत्ति किया। इसी िे साथ उन्िोंि ेभारतीयों िे िनैति पि िो जगािे और ससंुस्िृत बिािे िे प्रयत्ति भी किए। गांधी जी ि ेऐसा क्यों किया? इसलिए कि िे मािि-मािि िे बीच िािे-गोरे, या ऊाँ च-िीच िा भेद िी लमटािा पयागप्त ििीं समझत ेथे, िरि उििे बीच एि माििीय स्िभाविि स्िेि और िाहदगि सियोग िा संबंध भी स्थावपत िरिा चाित ेथे। इसिे बाद जब ि ेभारत आए, तब उन्िोंि ेइस प्रयोग िो एि बडा और व्यापि रप हदया विदेशी शासि िे अन्याय-अिीनत िे विरोध में उन्िोंिे क्जतिा बडा सामहूिि प्रनतरोध संगहित किया, उसिी लमसाि संसार िे इनतिास में अन्यत्र ििीं लमिती। पर इसमें उन्िोंिे सबसे बडा ध्याि इस बात िा रिा कि इस प्रनतरोध में ििी ंभी िटुता, प्रनतशोध िी भाििा अथिा िोई भी ऐसी अिनैति बात ि िो क्जसिे लिए विश्ि-मंच पर भारत िा माथा िीचा िो। ऐसा गांधी जी ि ेइसलिए किया क्योंकि िे मािते थे कि बंधतु्ति, मतै्री, सद्भाििा, स्िेि-सौिादग आहद गणु माििता रप टििी िे ऐसे पषु्प िैं जो सिगदा सगंुधधत रिते िैं। 1. गांधीजी िे दक्षिण अफ्रीिा िे प्रिासी भारतीयों िे लिए क्या किया?

    उत्ततर : गांधीजी िे दक्षिण अफ्रीिा में प्रिासी भारतीयों िो मािि-मात्र िी समािता और स्ितंत्रता िे प्रनत जागरुि तथा भारतीयों िे िनैति पि िो जगािे और ससंुस्िृत बिािे िे प्रयत्ति किए।

  • 2. अफ्रीिा में प्रिासी भारतीयों िे पीडडत िोिे िे क्या िारण थे? उत्ततर : अफ्रीिा में प्रिासी भारतीयों िे पीडडत िोिे िे िारण रंग-भेद और

    सामाक्जि स्तर से संबंधधत भेदभाि थे।

    3. संसार िे इनतिास में क्या अन्यत्र देििे ििीं लमिता िै? उत्ततर : विदेशी शासि िे अन्याय-अिीनत िे विरोध में गांधीजी द्िारा

    किया गया सामहूिि प्रनतरोध संगिि ऐसी लमसाि िै जो संसार िे इनतिास में अन्यत्र ििीं लमिती।

    4. विदेशी शासि िे प्रनतरोध िे समय गांधीजी द्िारा विशषे रप से क्या

    ध्याि में रिा गया? उत्ततर : विदेशी शासि िे प्रनतरोध िे समय गांधीजी द्िारा सबसे बडा

    ध्याि इस बात िा रिा कि इस प्रनतरोध में ििीं भी िटुता, प्रनतशोध िी भाििा अथिा िोई भी ऐसी अिनैति बात ि िो क्जसिे लिए विश्ि-मंच पर भारत िा माथा िीचा िो।

    5. उपयुगक्त गद्यांश िो उधचत शीषगि दीक्जए।

    उत्ततर : उपयुगक्त गद्यांश िे लिए उधचत शीषगि ‘गांधीजी िी िनैतिता’ िै।

    Q.4 Answer the following according to the instructions given: निम्िलिखित प्रश्िों िे उत्ततर निदेशािसुार लिखिए: 1. निम्िलिखित शब्दों से विशषेण बिाइए: [1]

    पषु्प – पकु्ष्पत तत्ति – ताक्त्तिि

    2. निम्िलिखित शब्दों में से किसी एि शब्द िे दो-दो पयागयिाची शब्द लिखिए: [1]

    सगंुध – सिुास, गंध, िुशब,ू सगंुधध, सौरभ माथा – मस्ति, शीश

  • 3. निम्िलिखित शब्दों में से किन्िी ंदो शब्दों िे विपरीताथगि शब्द लिखिए : [1] समािता – असमािता स्ितंत्रता – परतंत्रता स्िभाविि – अस्िाभाविि सियोग – असियोग

    4. भाििाचि संज्ञा बिाइए: [1]

    • स्ितंत्र – स्ितंत्रता • एि – एिता

    5. निम्िलिखित मिुािरों में से किसी एि िी सिायता से िाक्य बिाइए: [1]

    िोिा माििा – संसार िे देश िमारी एिता में अिेिता िी शक्क्त िा िोिा माित ेिैं।

    एडी चोटी िा जोर िगािा - रामप्रसाद जसेै ईमािदार व्यक्क्त िो बचाि े िे लिए सभी िमगचाररयों में एडी चोटी िा जोर िगा हदया।

    6. िोष्िि में हदए गए निदेशािसुार िाक्यों में पररितगि िीक्जए:

    (a) विद्याथी पसु्ति पढ़ रिा िै। (बिुचिि में बदलिए) [1] उत्ततर : विद्याथी पसु्ति पढ़ रिे िैं।

    (b) क्जसे िक्ष्य पर पिुाँचिा िै उसे िोई रोि ििीं सिता। (िक्ष्य पर...) [1] उत्ततर : िक्ष्य पर पिुाँचिे िािे िो िोई रोि ििी ंसिता।

    (c) िि िुदगजग िै। (भतूिाि में बदलिए) [1] उत्ततर : िि िुदगजग था।

  • SECTION - B (40 Marks) Attempt four questions from this section.

    You must answer at least one question from each of two books you have studied and any two other questions.

    (साहित्य सागर गद्य) Q.5 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहढ़ए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए: यि इसलिए ििी ंकि उसे अपिे सास-ससरु,देिर या जेि आहद से घणृा थी बक्ल्ि उसिा विचार था कि यहद बिुत िुछ सििे पर भी पररिार िे साथ नििागि ि िो सिे तो आए हदि िे ििि से जीिि िो िष्ट िरिे िी अपेिा अच्छा िै कि अपिी खिचडी अिग पिाई जाय।

    पाि – बड ेघर िी बटेी िेिि – प्रेमचंद

    1. बेिी माधि िे कितिे पतु्र थे उििा पररचय दें। [2] उत्ततर : बेिी माधि िे दो बेटे थे बड ेिा िाम श्रीिंि था। उसिे बिुत हदिों

    िे पररश्रम और उद्योग िे बाद बी.ए. िी डडग्री प्राप्त िी थी और इस समय िि एि दफ़्तर में िौिर था। छोटा िडिा िाि बबिारी लसिं दोिरे बदि िा सजीिा जिाि था।

    2. श्रीिंि िैसे विचारों िे व्यक्क्त थे? [2] उत्ततर : श्रीिंि बी.ए. इस अंगे्रजी डडग्री िे अधधपनत िोि ेपर भी पाश्चात्तय

    सामक्जि प्रथाओं िे विशषे पे्रमी ि थे,बक्ल्ि िे बिुधा बड ेजोर से उसिी निदंा और नतरस्िार किया िरत ेथे। िे प्राचीि सभ्यता िा गुणगाि उििी प्रिृनत िा प्रधाि अंग था। सक्म्मलित िंुटुब िे तो िे एि मात्र उपासि थे। आजिि क्स्त्रयों में लमिजुििर रििे में जो अरुधच थी श्रीिंि उसे जानत और समाज िे लिए िानििारि समझते थे।

  • 3. गााँि िी क्स्त्रयााँ श्रीिंि िी निदंि क्यों थीं? [3] उत्ततर : श्रीिंि क्स्त्रयों में लमिजुििर रििे में जो अरुधच थी उसे जानत और

    समाज िे लिए िानििारि समझत ेथे। ि ेप्राचीि सभ्यता िा गुणगाि और सक्म्मलित िंुटुब िे उपासि थे। इसलिए गााँि िी क्स्त्रयााँ श्रीिंि िी निदंि थीं। िोई–िोई तो उन्िें अपिा शत्र ुसमझिे में भी संिोच ििीं िरती थी।ं

    4. आिंदी िी सक्म्मलित िंुटुब िे बारे में राय अपिे पनत से अिग क्यों थी? [3] उत्ततर : आिंदी स्िभाि से बडी अच्छी स्त्री थी। िि घर िे सभी िोगों िा

    सम्माि और आदर िरती थी परंतु उसिी राय संयकु्त पररिार िे बारे में अपिे पनत से ज़रा अिग थी। उसिे अिसुार यहद बिुत िुछ समझौता िरिे पर भी पररिार िे साथ नििागि िरिा मकु्श्िि िो तो अिग िो जािा िी बेितर िै।

    Q.6 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो ध्यािपिूगि पहढ़ए तथा उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए: सिुते िो? आज तुम्िारी िाइि पणूग िो गई मगर िवि िा िाथ िंडा था, आाँिों िी पतुलियााँ निजीि और चीहंटयों िी एि िंबी पााँत उसिे मुाँि में जा रिी थी...।

    पाि – जामिु िा पेड िेिि - िृष्ण चंदर

    1. यिााँ पर किस िाइि िी बात िी जा रिी िै? [2] उत्ततर : सेिेटेररयेट िे िॉि में िगे जामिु िे पेड िे िीच ेएि व्यक्क्त

    िई हदि से दबा पडा रिता िै और उसे ििााँ से नििाििे िे लिए विलभन्ि विभागों से संपिग किया जाता िै और अंत में बात प्रधािमंत्री ति पिुाँचती िै और उस पेड िो िाटिे िा निणगय किया जाता िै यिााँ पर इसी िाइि िे पणूग िो जािे से संबंधधत बात िी जा रिी िै।

  • 2. दबे िुए व्यक्क्त िो इतिे हदि पेड िे िीच ेसे क्यों ििीं नििािा गया? [2] उत्ततर : यिााँ पर सरिारी विभाग िी अिमगण्यता िी ओर ध्याि िींचा

    गया िै कि किस तरि िर एि विभाग अपिी क्जम्म्मेदारी से मिुर रिा था। िर एि विभाग अपिी क्जम्मेदारी दसूरे विभाग िे मत्तथे मढ़िे पर िगा िुआ था। इसी िारणिश दबे िुए व्यक्क्त िो इति ेहदि पेड िे िीच ेसे ििीं नििािा गया।

    3. उपयुगक्त िथि िा िक्ता िौि िै उसिा पररचय दें। [3] उत्ततर : उपयुगक्त िथि िा िक्ता सेिेटेररयेट में िाम िरिे िािा एि

    मािी िै इसी ि ेसबसे पििे िवि िे पेड िे िीच ेदबे िोिे िी बात बताई थी। परूी ििािी में चपरासी िी अिेिा ऐसा व्यक्क्त था क्जसे िवि िे प्रनत सिािभुनूत और धचतंा थी।

    4. प्रस्तुत िथि िा आशय स्पष्ट िरें। [3]

    उत्ततर : प्रस्तुत िथि िा आशय सरिारी विभागों िी अिमगण्यता से िै। यिााँ पर िेिि िे िििे िा तात्तपयग यि िै कि िोग किति ेअसंिेदिशीि िो गए िै किसी िो भी पेड िे िीच ेदबे व्यक्क्त िे बारे में धचतंा ििीं थी। सभी अपिी-अपिी क्जम्मेदारी से पल्िा झाड रिे थे और पेड िो ि िटिािे िा दोष एि दसूरे पर मढ़ रिे थे और सरिारी विभागों िी इस देरी िी िजि से उस आदमी िी मौत िो जाती िै।

    Q 7. Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow: निम्िलिखित गद्यांश िो पहढ़ए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए: ‘पर सब हदि ि जात एि समाि अिस्मात ्हदि किरे और सेि जी िो गरीबी िा मुाँि देििा पडा।’

    पाि – मिायज्ञ िा परुस्िार िेिि - यशपाि

  • 1. सेिजी िे दःुि िा िारण क्या था? [2] उत्ततर : सेि जी िे उदार िोि ेिे िारण िोई भी उििे द्िार से िािी ििीं

    जाता था परंतु अिस्मात ्सेि जी िे हदि किरे और सेि जी िो गरीबी िा मुाँि देििा पडा। ऐसे समय में संगी-साधथयों िे भी मुाँि िेर हदया और यिी सेि जी िे दःुि िा िारण था।

    2. सेिािी ि ेसेि िो क्या सिाि और क्यों दी? [2]

    उत्ततर : उि हदिों एि प्रथा प्रचलित थी। यज्ञों िे िि िा िय-वििय िुआ िरता था। छोटा-बडा जैसा यज्ञ िोता, उििे अिसुार मलू्य लमि जाता। जब बिुत तंगी िुई तो एि हदि सेिािी िे सेि िो सिाि दी कि क्यों ि ि ेअपिा एि यज्ञ बेच डािे। इस प्रिार बिुत अधधि गरीबी आ जािे िे िारण सेिािी िे सेि िो अपिा यज्ञ बेचिे िी सिाि दी।

    3. सेि जी ि ेअपिा यज्ञ बेचि ेिा निणगय क्यों लिया? [3] उत्ततर : सेि जी िो जब पसैों िो बिुत तंगी िोिे िगी और सेिािी िे उन्िें

    यज्ञ बेचिे िा सझुाि हदया। सेिािी िी यज्ञ बेचि ेिी बात पर पििे सेि बड ेदिुी िुए परंत ुबाद में तंगी िा विचार त्तयागिर सेि अपिा एि यज्ञ बेचिे िे लिए तैयार िो गए।

    4. प्रस्तुत पाि िे आधार पर सेि जी िी विशषेताएाँ बताइए। [3] उत्ततर : प्रस्तुत पाि िेिि यशपाि द्िारा रधचत िै। प्रस्तुत पाि में सेि जी

    िुछ ख़ास विशषेताओं िा उल्िेि किया िै। सेिजी बड ेविन्रम और उदार थे। सेि जी इतिे बड ेधमगपरायण थे कि िोई साध-ूसंत उििे द्िार से निराश ि िौटता, भरपेट भोजि पाता। उििे भंडार िा द्िार िमेशा सबिे लिए िुिा रिता। उन्िोंिे बिुत से यज्ञ किए और दाि में ि जािे कितिा धि हदि दखुियों में बााँट हदया था। यिााँ ति िी गरीब िो जािे िे बािजूद भी उन्िोंिे अपिी उदारता

  • िो ििीं छोडा और पिु:धि प्राक्प्त िे बाद भी ईश्िर से सद्बवुद्ध िी मााँगी।

    (साहित्य सागर पद्य)

    Q.8 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित पद्यांश िो पहढ़ए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए:

    सिुूाँगी माता िी आिाज़ रिूाँगी मरिे िो तैयार।

    िभी भी उस िेदी पर देि ि िोिे दूाँगी अत्तयाचार।। ि िोिे दूंगी अत्तयाचार

    चिो, मैं िों जाऊाँ बलिदाि मात ृमंहदर से िुई पिुार,

    चढ़ा दो मझुिो, िे भगिाि।। िविता - मात ृमंहदर िी ओर

    िवियत्री - सभुिा िुमारी चौिाि

    1. ‘मात ृमंहदर’ से क्या तात्तपयग िै? ििााँ से ििनयत्री िो क्या पिुार सिुाई दे रिी िै? [2] उत्ततर : ‘मात ृमंहदर’ से यिााँ तात्तपयग देश से िै। ििााँ से ििनयत्री िो देश

    पर प्राण न्योछािर िोिे िी पिुार सिुाई दे रिी िै।

    2. ििनयत्री अपिी मातभृलूम िी रिा िे लिए क्या िरिे िो तैयार िै और क्यों? [2] उत्ततर : ििनयत्री अपिी मातभृलूम िी रिा िे लिए अपिे प्राण ति

    त्तयागिे िे लिए तैयार िै। ििनयत्री अपिी मातभृलूम िो अपिी मााँ समाि मािती िै और िि अपिे देश पर किसी भी प्रिार िा अत्तयाचार ििी ंसिि िर सिती।

  • 3. मंहदर ति पिुाँचिे िे मागग में िविनयत्री िो किि-किि िहििाइयों िा सामिा िरिा पडता िै? [3] उत्ततर : मंहदर ति पिुाँचिे िे लिए ििनयत्री िो अििेों िहििाईयों िा

    सामिा िरिा पड रिा िै मंहदर िी ऊाँ ची सीहढ़यााँ िैं और उििे परै दबुगि िैं। साथ िी मागग िे पिरेदार भी बाधि बिे िुए िैं।

    4. प्रस्तुत पद्यांश में ििनयत्री िी किस भाििा िो दशागया गया िै? िि इस

    िविता िे माध्यम से पाििों िो क्या संदेश देिा चािती िैं? [3] उत्ततर : प्रस्तुत पद्याशं में ििनयत्री िी देश पे्रम िी भाििा िो दशागया

    गया िै। इस िविता द्िारा ििनयत्री यिी संदेश देिा चािती िै कि देश िी आि पर यहद िभी संिट आये तो िमें अपिे प्राणों िा बलिदाि देिे िे लिए तैयार रििा चाहिए।

    Q.9 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित पद्यांश िो पहढ़ए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए :

    जब ति मिजु-मिजु िा यि सिु भाग ििीं सम िोगा, शलमत ि िोगा िोिािि, संघषग ििी ंिम िोगा। उसे भिू िि िाँ सा परस्पर िी शंिा में भय में, िगा िुआ िेिि अपिे में और भोग-संचय में। प्रभ ुिे हदए िुए सिु इतिे िैं वििीणग धरती पर, भोग सिें जो उन्िें जगत में ििााँ अभी इतिे िर? सब िो सिते तुष्ट, एि-सा सिु पर सिते िैं; चािें तो पि में धरती िो स्िगग बिा सित ेिैं,

    िविता - स्िगग बिा सित ेिैं िवि - रामधारी लसिं हदििर

    1. 'प्रभ ुिे हदए िुए सिु इतिे िैं वििीणग धरती पर' – पंक्क्त िा आशय स्पष्ट िीक्जए। [2]

  • उत्ततर : प्रस्ततु पंक्क्त िा आशय यि िै कि ईश्िर िे िमारे लिए धरती पर सिु-साधिों िा विशाि भंडार हदया िुआ िै। सभी मिषु्य इसिा उधचत उपयोग िरें तो यि साधि िभी भी िम ििी ंपड सिते।

    2. मािि िा वििास िभी संभि िोगा? [2]

    उत्ततर : मािि िे वििास िे पथ पर अिेि प्रिार िी मसुीबतें उसिी राि रोिे िडी रिती िै तथा विशाि पिगत भी राि रोिे िड ेरिता िै। मिषु्य जब इि सब विपक्त्ततयों िो पार िर आगे बढ़ेगा तभी उसिा वििास संभि िोगा।

    3. किस प्रिार पि में धरती िो स्िगग बिा सित ेिै? [3]

    उत्ततर : ईश्िर िे िमारे लिए धरती पर सिु-साधिों िा विशाि भंडार हदया िुआ िै। सभी मिषु्य इसिा उधचत उपयोग िरें तो यि साधि िभी भी िम ििीं पड सिते। सभी िोग सिुी िोंगे। इस प्रिार पि में धरती िो स्िगग बिा सित ेिै।

    4. शब्दाथग लिखिए - शलमत, वििीणग, िोिािि, विघ्ि, चिै, पि [3]

    उत्ततर : शलमत - शातं वििीणग - बबिरे िुए िोिािि - शोर विघ्ि - रिािट चिै - शानंत पि - िण

    Q.10 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित पद्यांश िो पहढ़ए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए:

    “मेघ आये बड ेबि-िि िे, साँिर िे। आग-ेआगे िाचती-गाती बयार चिी

    दरिाजे-खिडकियााँ ििुिे िगी गिी-गिी

  • पािुि ज्यों आये िों गााँि में शिर िे। मेघ आये बड ेबि-िि िे, साँिर िे।”

    िविता - मेघ आए िवि - सिेश्िर दयाि सक्सेिा

    1. मेघ ििााँ आए िुए िैं? िवि िो मेघ देििर क्या प्रतीत िो रिा िै? [2]

    उत्ततर : मेघ गााँि में आये िुए िैं। मेघों िो देििर ऐसा प्रतीत िो रिा िै जैसे िोई शिरी दामाद सज संिरिर गााँि में आये िैं और दामाद िे आि ेसे परेू गााँि में उत्तसाि िा मािौि छा गया िै।

    2. ‘बयार’ शब्द से आप क्या समझत ेिैं? िवि इसिे बारे में क्या बतािा

    चािता िै? [2] उत्ततर : ‘बयार’ शब्द िा अथग िै ििा िा बििा। िवि यिााँ पर बयार िे

    बारे में यि बतािा चािता िै कि बादिों िे आत ेिी ििा या बयार िे साथ धिू भी उडिे िगती िै। यि उडती धि�