hindi -chayavadi kavi

20

Upload: tushar-solanki

Post on 16-Aug-2015

127 views

Category:

Education


11 download

TRANSCRIPT

Page 1: Hindi -chayavadi kavi
Page 2: Hindi -chayavadi kavi

हि�न्दी� प्रा�योजना� का�यो�छा�यो�वा�दी� काहिवा

म��दी�वा� वाम��सू�यो�का��त हि�पा�ठी�जयोशं�कार प्रासू�दीसू�मिम��ना�दीना पा�त

Page 3: Hindi -chayavadi kavi

छा�यो�वा�दी� काहिवा १९१६ का� आसूपा�सू हिं�%दी� म& काल्पाभा�वा�का एका ल�र । उमड़ी�  भा�षा�, भा�वा, शं/ल�, छा�दी, अल�का�र सूब दृहि3यो4 सू� पा�र�ना� काहिवात� सू� इसूका� काई म�ल ना था�। आलचका4 ना� इसू� छा�यो�वा�दी यो� छा�यो�वा�दी� काहिवात� का� ना�म दिदीयो�। आधु�हिनाका हिं�%दी� काहिवात� का; सूवा�श्रे�ष्ठ उपालब्धि? इसू का�ल का; काहिवात� म& मिमलत� �/। ल�क्षणिBकात�, चिच�मयोत�, ना�तना प्रात�का

हिवाधु�ना, व्यं�ग्यो�त्मकात�, मधु�रत�, सूरसूत� आदिदी गु�B4 का� का�रB छा�यो�वा�दी� काहिवात� ना� धु�र�-धु�र� अपाना� प्राशं�सूका वागु� उत्पान्न कार चिलयो�। छा�यो�वा�दी शंब्दी का� सूबसू� पा�ल� प्रायोगु 

म�का� टधुर पा�ण्डे�यो ना� हिकायो�।

शंब्दी चयोना और कामलका��त पादी�वाल� का� का�रB इहितवाNना�पा�B�, स्वाच्छं�दी और त्ता�त्मका (म��का�व्यं और प्राब�धु का�व्यं जिजनाम& हिकासू� काथा� का� वाB�ना �त� �/) यो�गु का; खु�रदीर� खुड़ी� बल� सूTदीयो�, प्रा�म और वा�दीना� का� गु�ना भा�वा4 का वा�ना कारना� योग्यो बना�। हिं�%दी� काहिवात� का� अ�तर�गु और बहि�र�गु म& एकादीम पारिरवात�ना � गुयो�। वास्त� हिनारूपाB का� स्था�ना पार अना�भा�हित

हिनारूपाB का प्राम�खुत� मिमल�। प्राकाN हित का� प्रा�Bमयो प्रादी�शं काहिवात� म& आयो�। 

Page 4: Hindi -chayavadi kavi

म��दी�वा� वाम��जन्म और पारिरवा�रम��दी�वा� का� जन्म २६ म�च�, १९०७ का प्रा�त\ ८ बज�  फ़र्रु� ख़ा�ब�दी उत्तार प्रादी�शं, भा�रत म& हुआ। उनाका� पारिरवा�र म& लगुभागु २०० वाषाb यो� सू�त पा�दिcयो4 का� ब�दी पा�ल� ब�र पा��� का� जन्म हुआ था�। अत\ ब�ब� ब�ब� ब�dका� हिवा��र� ज� �षा� सू� झू�म उठी� और इन्�& घर का; दी�वा� — म��दी�वा� म�नात� हुए  पा��� का� ना�म म��दी�वा� रखु�। उनाका� हिपात� श्रे� गुहिंवा%दी प्रासू�दी वाम�� भा�गुलपा�र का� एका काhल�ज म& प्रा�ध्यो�पाका था�। उनाका; म�त� का� ना�म ��मर�ना� दी�वा� था�। ��मर�ना� दी�वा� बड़ी� धुम� पार�योB, काम�हिनाष्ठ, भा�वा�का एवा� शं�का���र� महि�ल� थाj। हिवावा�� का� सूमयो अपाना� सू�था सिंसू%��सूना�सू�ना भागुवा�ना का; म�र्तित% भा� ल�यो� थाj

 वा� प्राहितदिदीना काई घ�ट� पा�ज�-पा�ठी तथा� र�म�योB, गु�त� एवा� हिवानायो पाहि�का� का� पा�र�योB कारत� थाj और सू�गु�त म& भा� उनाका; अत्योचिधुका र्रुचिच था�। इसूका� हिबल्का� ल हिवापार�त उनाका� हिपात� गुहिवान्दी प्रासू�दी वाम�� सू�न्दीर, हिवाद्वा�ना, सू�गु�त प्रा�म�, ना�स्तिस्तका, णिशंका�र कारना� एवा� घ�मना� का� शंoका;ना, म��सू���र� तथा� �dसूम�खु व्यंचिp था�। म��दी�वा� वाम�� का� म�नासू ब�धु�ओं म& सू�मिम��ना�दीना पा�त एवा� हिनार�ल� का� ना�म चिलयो� ज� सूकात� �/, ज उनासू� ज�वाना पायो�न्त र�खु� बdधुवा�त� र��। हिनार�ल� ज� सू� उनाका; अत्योचिधुका हिनाकाटत� था�, उनाका; पा�3 काल�इयो4 म& म��दी�वा� ज� लगुभागु च�ल�सू वाषाb तका र�खु� ब�dधुत� र�j।

Page 5: Hindi -chayavadi kavi

म��दी�वा� ज� का; णिशंक्ष� इ�दीoर म& मिमशंना स्का� ल सू� प्रा�रम्भ हुई सू�था �� सू�स्काN त, अ�ग्रे�ज़ी�, सू�गु�त तथा� चिच�काल� का; णिशंक्ष� अध्यो�पाका4 द्वा�र� घर पार �� दी� ज�त� र��। ब�च म& हिवावा�� ज/सू� ब�धु� पाड़ी ज�ना� का� का�रB का� छा दिदीना णिशंक्ष� स्थाहिगुत र��। हिवावा��पार�न्त म��दी�वा� ज� ना� १९१९ म& क्रा�स्थावा�ट काhल�ज इल���ब�दी म& प्रावा�शं चिलयो� और काhल�ज का� छा���वा�सू म& र�ना� लगुj। १९२१ म& म��दी�वा� ज� ना� आठीवाj काक्ष� म& प्रा�न्त भार म& प्राथाम स्था�ना प्रा�प्त हिकायो�। यो�j पार उन्�4ना� अपाना� का�व्यं ज�वाना का; शं�र्रुआत का;। वा� सू�त वाषा� का; अवास्था� सू� �� काहिवात� चिलखुना� लगु� थाj और १९२५ तका जब उन्�4ना� म/दिxका का; पार�क्ष� उत्ता�B� का;, वा� एका सूफल कावामियो�� का� रूपा म& प्राचिसूद्ध � च�का; थाj। हिवाणिभान्न पा�-पाहि�का�ओं म& आपाका; काहिवात�ओं का� प्राका�शंना �ना� लगु� था�। का�ल�ज म& सू�भाद्रा� का� म�र� चo��ना का� सू�था उनाका; घहिनाष्ठ मिम�त� � गुई। सू�भाद्रा� का� म�र� चo��ना म��दी�वा� ज� का� ��था पाकाड़ी कार सूखिखुयो4 का� ब�च म& ल� ज�त� और का�तj ― “सू�ना, यो� काहिवात� भा� चिलखुत� �~”। १९३२ म& जब उन्�4ना� इल���ब�दी हिवाश्वहिवाद्या�लयो सू� सू�स्काN त म& एम.ए. पा�सू हिकायो� तब तका उनाका� दी काहिवात� सू�ग्रे� ना���र तथा� रश्मि�म प्राका�णिशंत � च�का� था�।

णिशंक्ष�

Page 6: Hindi -chayavadi kavi

सूना� १९१६ म& उनाका� ब�ब� श्रे� ब�dका� हिवा��र� ना� इनाका� हिवावा�� बर�ल� का� पा�सू नाब�वा गु�ज कास्ब� का� हिनावा�सू� श्रे� स्वारूपा ना�र�योB वाम�� सू� कार दिदीयो�, ज उसू सूमयो दीसूवाj काक्ष� का� हिवाद्या�था� था�। श्रे� वाम�� इण्टर कारका�  लखुनाऊ म�हिडेकाल काhल�ज म& बर्डिंडे%गु ��उसू म& र�ना� लगु�। म��दी�वा� ज� उसू सूमयो क्रा�स्थावा�ट काhल�ज इल���ब�दी का� छा���वा�सू म& थाj। श्रे�मत� म��दी�वा� वाम�� का हिवावा�हि�त ज�वाना सू� हिवारचिp था�। का�रB का� छा भा� र�� � पार श्रे� स्वारूपा ना�र�योB वाम�� सू� काई वा/मनास्यो ना�j था�। सू�म�न्यो स्��-पा�र्रुषा का� रूपा म& उनाका� सूम्ब�धु मधु�र �� र��। दीना4 म& काभा�-काभा� पा��च�र भा� �त� था�। योदी�-कादी� श्रे� वाम�� इल���ब�दी म& उनासू� मिमलना� भा� आत� था�। श्रे� वाम�� ना� म��दी�वा� ज� का� का�ना� पार भा� दूसूर� हिवावा�� ना�j हिकायो�। म��दी�वा� ज� का� ज�वाना त एका सू�न्यो�चिसूना� का� ज�वाना था� ��। उन्�4ना� ज�वाना भार श्व�त वास्� पा�ना�, तख्त पार सूईं और काभा� शं�शं� ना�j दी�खु�। १९६६ म& पाहित का; मNत्यो� का� ब�दी वा� स्था�ई रूपा सू� इल���ब�दी म& र�ना� लगुj।

वा/वा�हि�का ज�वाना

Page 7: Hindi -chayavadi kavi

म��दी�वा� का� का�यो�क्ष�� ल�खुना, सू�पा�दीना और अध्यो�पाना र��। उन्�4ना� इल���ब�दी म& प्रायो�गु महि�ल� हिवाद्या�पा�ठी का� हिवाका�सू म& म�त्वापा�B� योगुदी�ना हिकायो�। यो� का�यो� अपाना� सूमयो म& महि�ल�-णिशंक्ष� का� क्ष�� म& क्रा��हितका�र� कादीम था�। इसूका; वा� प्राधु�ना�च�यो� एवा� का� लपाहित भा� र�j। १९३२ म& उन्�4ना� महि�ल�ओं का; प्राम�खु पाहि�का� ‘च�dदी’ का� का�यो�भा�र सू�भा�ल�। १९३० म& ना���र, १९३२ म& रश्मि�म, १९३४ म& ना�रज�, तथा� १९३६ म& सू��ध्योगु�त ना�मका उनाका� च�र काहिवात� सू�ग्रे� प्राका�णिशंत हुए। १९३९ म& इना च�र4 का�व्यं सू�ग्रे�4 का उनाका; काल�काN हितयो4 का� सू�था वाN�दी�का�र म& यो�म� शं�षा�का सू� प्राका�णिशंत हिकायो� गुयो�। उन्�4ना� गुद्या, का�व्यं, णिशंक्ष� और चिच�काल� सूभा� क्ष��4 म& नाए आयो�म स्था�हिपात हिकायो�। इसूका� अहितरिरp उनाका; 18 का�व्यं और गुद्या काN हितयो�� �~ जिजनाम& म�र� पारिरवा�र, स्मNहित का; र�खु�ए�, पाथा का� सू�था�, शंN�खुल� का; काहिड़ीयो�dऔर अत�त का� चलचिच� प्राम�खु �~। सूना १९५५ म& म��दी�वा� ज� ना� इल���ब�दी म& सू�हि�त्योका�र सू�सूदी का; स्था�पाना� का; और पा� इल�च�द्रा जशं� का� सू�योगु सू� सू�हि�त्योका�र का� सू�पा�दीना सू�भा�ल�। यो� इसू सू�स्था� का� म�खुपा� था�। उन्�4ना� भा�रत म& महि�ल� काहिवा सूम्म�लना4 का; ना�वा रखु�।[10] इसू प्राका�र का� पा�ल� अखिखुल भा�रतवाषा�यो काहिवा सूम्म�लना १५ अप्रा/ल १९३३ का सू�भाद्रा� का� म�र� चo��ना का; अध्योक्षत� म& प्रायो�गु महि�ल� हिवाद्या�पा�ठी म& सू�पान्न हुआ।[11] वा� हिं�%दी� सू�हि�त्यो म& र�स्यो�दी का; प्रावार्तित%का� भा� म�ना� ज�त� �~।[12] म��दी�वा� बoद्ध धुम� सू� बहुत प्राभा�हिवात थाj। म��त्म� गु��धु� का� प्राभा�वा सू� उन्�4ना� जनासू�वा� का� व्रत ल�कार झू�सू� म& का�यो� हिकायो� और भा�रत�यो स्वात��त� सू�ग्रे�म म& भा� हि�स्सू� चिलयो�। १९३६ म& ना/ना�त�ल सू� २५ हिकालम�टर दूर र�मगुc कासूब� का� उम�गुc ना�मका गु�dवा म& म��दी�वा� वाम�� ना� एका बdगुल� बनावा�यो� था�। जिजसूका� ना�म उन्�4ना� म�र� म�दिदीर रखु� था�। जिजतना� दिदीना वा� यो��d र�j इसू छाट� सू� गु�dवा का; णिशंक्ष� और हिवाका�सू का� चिलए का�म कारत� र�j। हिवाशं�षा रूपा सू� महि�ल�ओं का; णिशंक्ष� और उनाका; आर्थिथा%का आत्महिनाभा�रत� का� चिलए उन्�4ना� बहुत का�म हिकायो�। आजकाल इसू ब�गुल� का म��दी�वा� सू�हि�त्यो सू�ग्रे��लयो का� ना�म सू� ज�ना� ज�त� �/।[13][14] शंN�खुल� का; काहिड़ीयो�d म& स्तिस्�यो4 का; म�चिp और हिवाका�सू का� चिलए उन्�4ना� जिजसू सू��सू वा दृcत� सू� आवा�ज़ी उठी�ई �~ और जिजसू प्राका�र सू�म�जिजका रूदिcयो4 का; हिंना%दी� का; �/ उसूसू� उन्�& महि�ल� म�चिpवा�दी� भा� का�� गुयो�।[15] महि�ल�ओं वा णिशंक्ष� का� हिवाका�सू का� का�योb और जनासू�वा� का� का�रB उन्�& सूम�ज-सू�धु�रका भा� का�� गुयो� �/।[16] उन्�4ना� अपाना� ज�वाना का� अचिधुका��शं सूमयो उत्तार प्रादी�शं का� इल���ब�दी नागुर म& हिबत�यो�। ११ चिसूत�बर, १९८७ का इल���ब�दी म& र�त ९ बजकार ३० मिमनाट पार उनाका� दी����त � गुयो�।

का�यो�क्ष��

Page 8: Hindi -chayavadi kavi

सू�यो�का��त हि�पा�ठी�ज�वाना पारिरचयो

हि�न्दी� सू�हि�त्यो का� सूवा��चिधुका चर्थिच%त सू�हि�त्योका�र4 म� सू� एका सू�यो�का�न्त हि�पा�ठी� 'हिनार�ल�' का� जन्म ब�गु�ल का; रिरयो�सूत महि�षा�दील (जिजल� म�दिदीना�पा�र) म& म�घ शं�क्ल एका�दीशं� सू�वात १९५५ तदीना�सू�र २१ फरवार� सूना १८९९ म& हुआ था�। उनाका; का��ना� सू�ग्रे� चिलल� म& उनाका; जन्महितचिथा २१ फरवार� १८९९ अ�हिकात का; गुई �/।[2] वासू�त पा�चम� पार उनाका� जन्मदिदीना मना�ना� का; पार�पार� १९३० म& प्रा�र�भा हुई।[3] उनाका� जन्म रहिवावा�र का हुआ था� इसूचिलए सू�ज�का� म�र का�ल�ए। उनाका� हिपात� पा�स्तिण्डेत र�मसू��यो हितवा�र� उन्न�वा (ब/सूवा�ड़ी�) का� र�ना� वा�ल� था� और महि�षा�दील म& चिसूपा��� का; नाoकार� कारत� था�। वा� म�ल रूपा सू� उत्तार प्रादी�शं का�  उन्न�वा जिजल� का� गुcकाल� ना�मका गु�dवा का� हिनावा�सू� था�।हिनार�ल� का; णिशंक्ष� ��ई स्का� ल तका हुई। ब�दी म& हि�न्दी� सू�स्काN त और ब��ग्ल� का� स्वात�� अध्योयोना हिकायो�। हिपात� का; छाट�-सू� नाoकार� का; असू�हिवाधु�ओं और म�ना-अपाम�ना का� पारिरचयो हिनार�ल� का आरम्भ म& �� प्रा�प्त हुआ। उन्�4ना� दीचिलत-शंहिषात हिकासू�ना का� सू�था �मदीदी� का� सू�स्का�र अपाना� अबधु मना सू� �� अर्जिज%त हिकायो�। त�ना वाषा� का; अवास्था� म& म�त� का� और ब�सू वाषा� का� �त�-�त� हिपात� का� दी����त � गुयो�। अपाना� बच्चों4 का� अल�वा� सू�यो�p पारिरवा�र का� भा� बझू हिनार�ल� पार पाड़ी�। पा�ल� म��यो�द्ध का� ब�दी ज म��म�र� फ/ ल� उसूम& ना चिसूफ� पात्ना� मना�र� दी�वा� का�, बस्तिल्का च�च�, भा�ई और भा�भा� का� भा� दी����त � गुयो�। शं�षा का� नाब� का� बझू उठी�ना� म& महि�षा�दील का; नाoकार� अपायो��प्त था�। इसूका� ब�दी का� उनाका� सू�र� ज�वाना आर्थिथा%का-सू�घषा� म& ब�त�। हिनार�ल� का� ज�वाना का; सूबसू� हिवाशं�षा ब�त यो� �/ हिका कादिठीना सू� कादिठीना पारिरश्मिस्थाहितयो4 म& भा� उन्�4ना� चिसूद्ध��त त्यो�गुकार सूमझूoत� का� र�स्त� ना�j अपाना�यो�, सू�घषा� का� सू��सू ना�j गु�वा�यो�। ज�वाना का� उत्तार�द्ध� इल���ब�दी म& ब�त�। वा�j दी�र�गु�ज म��ल्ल� म& श्मिस्थात र�योसू��ब का; हिवाशं�ल काठी� का� ठी�का पा�छा� बना� एका कामर� म& १५ अp� बर १९६१ का उन्�4ना� अपाना� इ�ल�ल� सूम�प्त का;।[4]

Page 9: Hindi -chayavadi kavi

सू�यो�का��त हि�पा�ठी� 'हिनार�ल�' का; पा�ल� हिनायो�चिp महि�षा�दील र�ज्यो म& �� हुई। उन्�4ना� १९१८ सू� १९२२ तका यो� नाoकार� का;। उसूका� ब�दी सू�पा�दीना, स्वात�� ल�खुना और अना�वा�दी का�यो� का; ओर प्रावाNत्ता हुए। १९२२ सू� १९२३ का� दीoर�ना कालका�त� सू� प्राका�णिशंत सूमन्वायो का� सू�पा�दीना हिकायो�, १९२३ का� अगुस्त सू� मतवा�ल� का� सू�पा�दीका म�डेल म& का�यो� हिकायो�। इसूका� ब�दीलखुनाऊ म& गु�गु� पा�स्तका म�ल� का�यो��लयो म& उनाका; हिनायो�चिp हुई ज��d वा� सू�स्था� का; म�चिसूका पाहि�का� सू�धु� सू� १९३५ का� मध्यो तका सू�बद्ध र��। १९३५ सू� १९४० तका का� का� छा सूमयो उन्�4ना� लखुनाऊ म& भा� हिबत�यो�। इसूका� ब�दी १९४२ सू� मNत्यो� पायो�न्त इल���ब�दी म& र� कार स्वात�� ल�खुना और अना�वा�दी का�यो� हिकायो�। उनाका; पा�ल� काहिवात� जन्मभा�मिम प्राभा� ना�मका म�चिसूका पा� म& ज�ना १९२० म&, पा�ल� काहिवात� सू�ग्रे� १९२३ म& अना�मिमका� ना�म सू�, तथा� पा�ल� हिनाब�धु ब�गु भा�षा� का� उच्चों�रB अp� बर १९२० म& म�चिसूका पाहि�का� सूरस्वात� म& प्राका�णिशंत हुआ। वा� जयोशं�कार प्रासू�दी, सू�मिम��ना�दीना पा�त और म��दी�वा� वाम�� का� सू�था हि�न्दी� सू�हि�त्यो म& छा�यो�वा�दी का� प्राम�खु स्त�भा म�ना� ज�त� �~। उन्�4ना� का��हिनायो�d उपान्यो�सू और हिनाब�धु भा� चिलखु� �~ हिकान्त� उनाका; ख्यो�हित हिवाशं�षार्रुपा सू� काहिवात� का� का�रB �� �/।

का�यो�क्ष��

प्राम�खु काN हितयो�d का�व्यंसू�ग्रे�: अना�मिमका�, पारिरमल, गु�हितका�, हिद्वात�यो अना�मिमका�, त�लसू�दी�सू, का� का� रम�त्ता�, अणिBम�, ब�ल�, नायो� पात्ता�, अच�ना�, आर�धुना�, गु�त का�� ज, सू��ध्यो का�काल�, अपार�।उपान्यो�सू- अप्सूर�, अलका�, प्राभा�वात�, हिनार्रुपाम�, का� ल्ल� भा�ट, हिबल्ल�सू�र बकारिर��।का��ना� सू�ग्रे�- चिलल�, चत�र� चम�र, सू�का� ल का; ब�वा�, सूखु�, दी�वा�।हिनाब�धु- रवा�न्द्रा काहिवात� का�नाना, प्राब�धु पाद्म, प्राब�धु प्राहितम�, च�ब�का, चयोना, सू�ग्रे�।पा�र�B काथा�- म��भा�रतअना�वा�दी - आना�दी मठी, हिवाषा वाNक्ष, काN ष्Bका��त का� वासू�योतना�म�, कापा�लका�� डेल�, दुगु�शं नाजिन्दीना�, र�ज सिंसू%�, र�जर�ना�, दी�वा� चoधुर�ना�, यो�गुल��गु�ल्यो, चन्द्राशं�खुर, रजना�, श्रे� र�मकाN ष्B वाचना�मNत, भारत म& हिवावा�का�ना�दी तथा� र�जयोगु का� ब��ग्ल� सू� हि�न्दी� म& अना�वा�दी

Page 10: Hindi -chayavadi kavi

सूम�लचना�हिनार�ल� का; स्मNहित म& ज�र� भा�रत�यो डे�कादिटकाटसूयो�का��त हि�पा�ठी� ‘हिनार�ल�’ का; का�व्यंकाल� का; सूबसू� बड़ी� हिवाशं�षात� �/ चिच�B-काoशंल। आ�तरिरका भा�वा � यो� ब�ह्य जगुत का� दृ�यो-रूपा, सू�गु�त�त्मका ध्वाहिनायो�� � यो� र�गु और गु�धु, सूज�वा चरिर� �4 यो� प्रा�काN हितका दृ�यो, सूभा� अलगु-अलगु लगुना�वा�ल� तत्त्वा4 का घ�ल�-मिमल�कार हिनार�ल� ऐसू� ज�वा�त चिच� उपाश्मिस्थात कारत� �~ हिका पाcना� वा�ल� उना चिच�4 का� म�ध्योम सू� �� हिनार�ल� का� मम� तका पाहुdच सूकात� �/। हिनार�ल� का� चिच�4 म& उनाका� भा�वाबधु �� ना�j, उनाका� सिंच%तना भा� सूम�हि�त र�त� �/। इसूचिलए उनाका; बहुत-सू� काहिवात�ओं म& दी�शं�हिनाका गु�र�ई उत्पान्न � ज�त� �/। इसू नाए चिच�B-काoशंल और दी�शं�हिनाका गु�र�ई का� का�रB अक्सूर हिनार�ल� का; काहिवात�ऐं का� छा जदिटल � ज�त� �~, जिजसू� ना सूमझूना� का� ना�त� हिवाच�रका लगु उना पार दुरू�त� आदिदी का� आरपा लगु�त� �~। उनाका� हिकासू�ना-बधु ना� �� उन्�& छा�यो�वा�दी का; भा�मिम सू� आगु� बcकार योथा�था�वा�दी का; नाई भा�मिम हिनार्मिम%त कारना� का; प्रा�रB� दी�। हिवाशं�षा श्मिस्थाहितयो4, चरिर�4 और दृ�यो4 का दी�खुत� हुए उनाका� मम� का पा�च�नाना� और उना हिवाणिशं3 वास्त�ओं का �� चिच�B का� हिवाषायो बना�ना�, हिनार�ल� का� योथा�था�वा�दी का; एका उल्ल�खुना�यो हिवाशं�षात� �/। हिनार�ल� पार अध्यो�त्मवा�दी और र�स्योवा�दी ज/सू� ज�वाना-हिवाम�खु प्रावाNचित्तायो4 का� भा� असूर �/। इसू असूर का� चलत� वा� बहुत ब�र चमत्का�र4 सू� हिवाजयो प्रा�प्त कारना� और सू�घषाb का� अ�त कारना� का� सूपाना� दी�खुत� �~। हिनार�ल� का; शंचिp यो� �/ हिका वा� चमत्का�र का� भारसू� अकाम�ण्यो ना�j ब/ठी ज�त� और सू�घषा� का; वा�स्तहिवाका च�नाoत� सू� आdखु& ना�j च�र�त�। का�j-का�j र�स्योवा�दी का� फ� र म& हिनार�ल� वा�स्तहिवाका ज�वाना-अना�भावा4 का� हिवापार�त चलत� �~। �र ओर प्राका�शं फ/ ल� �/, ज�वाना आलकामयो म��सू�गुर म& डे�ब गुयो� �/, इत्यो�दिदी ऐसू� �� ब�त& �~। ल�हिकाना यो� र�स्योवा�दी हिनार�ल� का� भा�वाबधु म& स्था�यो� ना�j र�त�, वा� क्षBभा�गु�र �� सू�हिबत �त� �/। अना�का ब�र हिनार�ल� शंब्दी4, ध्वाहिनायो4 आदिदी का ल�कार खिखुलवा�ड़ी कारत� �~। इना खिखुलवा�ड़ी4 का काल� का; सू�ज्ञा� दी�ना� कादिठीना का�म �/।

Page 11: Hindi -chayavadi kavi

जयोशं�कार प्रासू�दीज�वाना पारिरचयोप्रासू�दी ज� का� जन्म म�घ शं�क्ल 10, सू�वात� 1946 हिवा. म& का�शं� का� सूर�योगुवाधु�ना म& हुआ। इनाका� हिपात�म� ब�ब�

णिशंवारतना सू�हू दी�ना दी�ना� म& प्राचिसूद्ध था� और इनाका� हिपात� ब�ब� दी�वा�प्रासू�दी ज� काल�का�र4 का� आदीर कारना� का� चिलयो� हिवाख्यो�त था�। इनाका� का�शं� म& बड़ी� सूम्म�ना था� और का�शं� का; जनात� का�शं�नार�शं का� ब�दी '�र �र म��दी�वा' सू� ब�ब� दी�वा�प्रासू�दी का� �� स्वा�गुत कारत� था�। हिकाशंर�वास्था� का� पा�वा� �� म�त� और बड़ी� भा�ई का� दी���वासू�ना � ज�ना� का� का�रB १७ वाषा� का; उम्र म& �� प्रासू�दी ज� पार आपादी�ओं का� पा��ड़ी ट�ट पाड़ी�। काच्चों� गुN�स्था�, घर म& सू��र� का� रूपा म& का� वाल हिवाधुवा� भा�भा�, का� ट�हिंब%यो4, पारिरवा�र सू� सू�बद्ध अन्यो लगु4 का� सू�पाचित्ता �ड़ीपाना� का� षाड्यं��, इना सूबका� सू�मना� उन्�4ना� धु�रत� और गु�भा�रत� का� सू�था हिकायो�। प्रासू�दी ज� का; प्रा�र�णिभाका णिशंक्ष� का�शं� म� क्वाjसू का�ल�ज म& हुई, हिंका%त� ब�दी म& घर पार इनाका; णिशंक्ष� का� व्यं�पाका प्राब�धु हिकायो� गुयो�, ज��d सू�स्काN त, हिं�%दी�, उदू�, तथा� फ�रसू� का� अध्योयोना इन्�4ना� हिकायो�। दी�नाब�धु� ब्रह्मच�र� ज/सू� हिवाद्वा�ना� इनाका� सू�स्काN त का� अध्यो�पाका था�। इनाका� गु�र्रुओं म& 'रसूमयो चिसूद्ध' का; भा� चच�� का; ज�त� �/।घर का� वा�त�वारB का� का�रB सू�हि�त्यो और काल� का� प्राहित उनाम& प्रा�र�भा सू� �� र्रुचिच था� और का�� ज�त� �/ हिका नाo वाषा� का; उम्र म& �� उन्�4ना� 'काल�धुर' का� ना�म सू� व्रजभा�षा� म& एका सूवा/यो�चिलखुकार 'रसूमयो चिसूद्ध' का दिदीखु�यो� था�। उन्�4ना� वा�दी, इहित��सू, पा�र�B तथा� सू�हि�त्यो शं�स्� का� अत्यो�त गु�भा�र अध्योयोना हिकायो� था�। वा� ब�गु-बगु�च� तथा� भाजना बना�ना� का� शंoका;ना था� औरशंतर�ज का� खिखुल�ड़ी� भा� था�। वा� हिनायोमिमत व्यं�यो�म कारना�वा�ल�, सू�खित्वाका खु�ना पा�ना एवा� गु�भा�र प्राकाN हित का� व्यंचिp था�। वा� ना�गुर�प्राच�रिरB� सूभा� का� उपा�ध्योक्ष भा� था�। क्षयो रगु सू� प्राबचिधुना� एका�दीशं� सू�. 1993 (15 नावा�बर, 1936 ई.) का उनाका� दी����त का�शं� म& हुआ।

Page 12: Hindi -chayavadi kavi

प्रासू�दी ज� का� ज�वानाका�ल म& ऐसू� सू�हि�त्योका�र का�शं� म& वात�म�ना था� जिजन्�4ना� अपाना� काN हितयो4 द्वा�र� हिं�%दी� सू�हि�त्यो का; श्रे�वाNणिद्ध का;। उनाका� ब�च र�कार प्रासू�दी ना� भा� अनान्यो गुoरवाशं�ल� सू�हि�त्यो का; सूNहि3 का;। काहिवात�, का��ना�, उपान्यो�सू, ना�टका ओर हिनाब�धु, सू�हि�त्यो का; प्रा�यो: सूभा� हिवाधु�ओं म& उन्�4ना� ऐहित��चिसूका म�त्वा का; रचना�एd का§ तथा� खुड़ी� बल� का; श्रे�सू�पादी� का म��ना� और मoचिलका दी�ना सू� सूमNद्ध हिकायो�। का�लक्राम सू� प्राका�णिशंत उनाका; काN हितयो�d यो� �~ :उवा�शं� (च�पा�) ; सूम्र�ट च�द्रागु�प्त मoयो� (हिनाब�धु); शंकाच्छंवा�सू (काहिवात�); प्रा�मर�ज्यो (का) ; सूज्जना (एका��का), काल्यो�B� पारिरBयो (एका�का§); छा�यो� (का��ना�सू�ग्रे�); का�नाना का� सू�म (का�व्यं); काल्B�लयो (गु�हितका�व्यं); प्रा�मपाचिथाका (का�व्यं); प्रा�योणि©त (एका��का;); म��र�B� का� म�त्वा (का�व्यं); र�जश्रे� (ना�टका) चिच��धु�र (इसूम� उनाका; 20 वाषा� तका का; �� रचना�एd �~)। झूरना� (का�व्यं); हिवाशं�खु (ना�टका); अज�तशं�� (ना�टका) का�मना� (ना�टका), आdसू� (का�व्यं), जनाम�जयो का� ना�गुयोज्ञा (ना�टका); प्राहितध्वाहिना (का��ना� सू�ग्रे�); स्का� दीगु�प्त (ना�टका); एका घ�dट (एका��का;); अका�शंदी�पा (का��ना� सू�ग्रे�); ध्रु�वास्वा�मिमना� (ना�टका); हिततल� (उपान्यो�सू); ल�र (का�व्यं सू�ग्रे�); इ�द्राज�ल (का��ना�सू�ग्रे�); का�म�योना� (म��का�व्यं); इर�वात� (अधु�र� उपान्यो�सू)। प्रासू�दी सू�गु�त (ना�टका4 म& आए हुए गु�त)।

काN हितयो�d

Page 13: Hindi -chayavadi kavi

का�व्यं का�नन का� सु�म महा�रा�णा� का� महात्व झरान� आं�सु� लहारा का�म�यन� प्रे�म पथि�का

ना�टका स्का� दगु�प्त चं�द्रगु�प्त ध्रु�वस्व�मिमन� जन्म�जय का� न�गु यज्ञ रा�ज्यश्री� का�मन� एका घूं��ट

का��ना� सू�ग्रे� छा�य� प्रेतितध्वतिन आंका�शद.प आं�धी� इन्द्रज�ल

उपान्यो�सू का� का�ल तिततल� इरा�वत�

Page 14: Hindi -chayavadi kavi

प्रासू�दी ना� का�व्यंरचना� व्रजभा�षा� म& आर�भा का; और धु�र-धु�र� खुड़ी� बल� का अपाना�त� हुए इसू भा�dहित अग्रेसूर हुए हिका खुड़ी� बल� का� म�धु�न्यो काहिवायो4 म& उनाका; गुBना� का; ज�ना� लगु� और वा� यो�गुवात�का काहिवा का� रूपा म& प्राहितहिष्ठत हुए।उनाका; का�व्यं रचना�एd दी वागु« म& हिवाभाp �/ : का�व्यंपाथा अना�सू�धु�ना का; रचना�एd और रसूचिसूद्ध रचना�एd। आdसू�, ल�र तथा� का�म�योना� दूसूर� वागु� का; रचना�एd �~। इसू सूमस्त रचना�ओं का; हिवाशं�षात�ओं का� आकालना कारना� पार हिं�%दी� का�व्यं का प्रासू�दी ज� का; हिनाम्ना��हिकात दी�ना म�ना� ज� सूकात� �/।उन्�4ना� हिं�%दी� का�व्यं म& छा�यो�वा�दी का; स्था�पाना� का; जिजसूका� द्वा�र� खुड़ी� बल� का� का�व्यं म& कामना�यो म�धु�यो� का; रसूचिसूद्ध धु�र� प्रावा�हि�त हुई और वा� का�व्यं का; चिसूद्ध भा�षा� बना गुई। उनाका; सूवा�प्राथाम छा�यो�वा�दी� रचना� 'खुल द्वा�र' 1914 ई. म& इ�दु म& प्राका�णिशंत हुई। वा� छा�यो�वा�दी का� प्राहितष्ठ�पाका �� ना�j अहिपात� छा�यो�वा�दी� पाद्धहित पार सूरसू सू�गु�तमयो गु�त4 का� चिलखुना�वा�ल� श्रे�ष्ठ काहिवा भा� �~। उन्�4ना� हिं�%दी� म& 'कार्रुB�लयो' द्वा�र� गु�त ना�ट्य का� भा� आर�भा हिकायो�। उन्�4ना� णिभान्न त�का��त का�व्यं चिलखुना� का� चिलयो� मoचिलका छा�दीचयोना हिकायो� और अना�का छा�दी का� सू�भावात: उन्�4ना� सूबसू� पा�ल� प्रायोगु हिकायो�। उन्�4ना� ना�टका;यो ढं�गु पार का�व्यं-काथा�-शं/ल� का� मनावा/ज्ञा�हिनाका पाथा पार हिवाका�सू हिकायो�। सू�था �� का��ना� काल� का; नाई ट�काना�का का� सू�योगु का�व्यंकाथा� सू� कार�यो�। प्रागु�त4 का; ओर हिवाशं�षा रूपा सू� उन्�4ना� गुद्या सू�हि�त्यो का सू�पा�3 हिकायो� और ना�रसू इहितवाNत्ता�त्मका का�व्यंपाद्धहित का भा�वापाद्धहित का� सिंसू%��सूना पार स्था�हिपात हिकायो�।का�व्यंक्ष�� म& प्रासू�दी का; का;र्तित% का� म�ल�धु�र 'का�म�योना�' �/। खुड़ी� बल� का� यो� अहिद्वात�यो म��काव्यं मना� और श्रेद्ध� का आधु�र बना�कार रचिचत म�नावात� का हिवाजमियोना� बना�ना� का� सू�दी�शं दी�त� �/। यो� रूपाका काथा�का�व्यं भा� �/ जिजसूम& मना, श्रेद्ध� और इड़ी� (ब�णिद्ध) का� योगु सू� अखु�डे आना�दी का; उपालब्धि? का� रूपाका प्रात्योणिभाज्ञा� दीशं�ना का� आधु�र पार सू�योजिजत हिकायो� गुयो� �/। उनाका; यो� काN हित छा�यो�वा�दी ओर खुड़ी� बल� का; का�व्यंगुरिरम� का� ज्वाल�त उदी��रB �/। सू�मिम��ना�दीना पा�त इसू� 'हिं�%दी� म& त�जम�ल का� सूम�ना' म�नात� �~। णिशंल्पाहिवाचिधु, भा�षा�सूoष्ठवा एवा� भा�वा�णिभाव्यंचिp का; दृहि3 सू� इसूका; त�लना� खुड़ी� बल� का� हिकासू� भा� का�व्यं सू� ना�j का; ज� सूकात� �/।

का�व्यं

Page 15: Hindi -chayavadi kavi

सू�मिम��नान्दीना पा�तपा�त का� जन्म अल्मड़ी� जिज़ील� का�  काoसू�ना� ना�मका ग्रे�म म& २० मई १९०० ई. का हुआ। जन्म का� छा� घ�ट� ब�दी �� उनाका; म�d का� हिनाधुना � गुयो�। उनाका� ल�लना-पा�लना उनाका; दी�दी� ना� हिकायो�। उनाका� प्रा�र�णिभाका ना�म गु�सू�ई दीत्ता रखु� गुयो�।[2]वा� सू�त भा�ई ब�ना4 म& सूबसू� छाट� था�। उनाका; प्रा�र�णिभाका णिशंक्ष� अल्मड़ी� म& हुई। १९१८ म& वा� अपाना� मdझूल� भा�ई का� सू�था का�शं� आ गुए और क्वाjसू काhल�ज म& पाcना� लगु�। वा��d सू� म�ध्योमिमका पार�क्ष� उत्ता�B� कार वा� इल���ब�दी चल� गुए। उन्�& अपाना� ना�म पासू�दी ना�j था�, इसूचिलए उन्�4ना� अपाना� नायो� ना�म सू�मिम��ना�दीना पा�त रखु चिलयो�। यो��d म्योर काhल�ज म& उन्�4ना� ब�रवाj म& प्रावा�शं चिलयो�। १९२१ म& असू�योगु आ�दीलना का� दीoर�ना म��त्म� गु��धु� का� भा�रत�यो4 सू� अ�ग्रे�ज� हिवाद्या�लयो4, म��हिवाद्या�लयो4, न्यो�यो�लयो4 एवा� अन्यो सूरका�र� का�यो��लयो4 का� बहि�ष्का�र कारना� का� आह्वा�ना पार उन्�4ना� म��हिवाद्या�लयो छाड़ी दिदीयो� और घर पार �� हि�न्दी�, सू�स्काN त, बdगुल� और अ�ग्रे�ज� भा�षा�-सू�हि�त्यो का� अध्योयोना कारना� लगु�।इल���ब�दी म& वा� काच�र� का� पा�सू प्राकाN हित सूTदीयो� सू� सूज� हुए एका सूरका�र� ब�गुल� म& र�त� था�। उन्�4ना� इल���ब�दी आका�शंवा�B� का� शं�र्रुआत� दिदीना4 म& सूल��का�र का� रूपा म& भा� का�यो� हिकायो�। उन्�& मधु�म�� � गुयो� था�। उनाका; मNत्यो� २८ दिदीसू�बर १९७७ का हुई।

ज�वाना पारिरचयो

Page 16: Hindi -chayavadi kavi

सू�त वाषा� का; उम्र म&, जब वा� चoथा� काक्ष� म& �� पाc र�� था�, उन्�4ना� काहिवात� चिलखुना� शं�र्रु कार दिदीयो� था�। १९१८ का� आसूपा�सू तका वा� हिं�%दी� का� नावा�ना धु�र� का� प्रावात�का कावा� का� रूपा म& पा�च�ना� ज�ना� लगु� था�। इसू दीoर का; उनाका; काहिवात�ए� वा�B� म& सू�काचिलत �~। १९२६-२७ म& उनाका� प्राचिसूद्ध का�व्यं सू�कालना ‘पाल्लवा’ प्राका�णिशंत हुआ। का� छा सूमयो पा©�त वा� अपाना� भा�ई दी�वा�दीत्ता का� सू�था अल्मडे� आ गुयो�। इसू� दीoर�ना वा� म�क्सू� वा फ्रा�योडे का; हिवाच�रधु�र� का� प्राभा�वा म& आयो�। १९३८ म& उन्�4ना� ‘रूपा�भा” ना�मका प्रागुहितशं�ल म�चिसूका पा� हिनाका�ल�।शंमशं�र, रघ�पाहित सू��यो आदिदी का� सू�था वा� प्रागुहितशं�ल ल�खुका सू�घ सू� भा� ज�डे� र��। वा� १९५५ सू� १९६२ तका आका�शंवा�B� सू� ज�डे� र�� और म�ख्यो-हिनाम��त� का� पादी पार का�यो� हिकायो�। ।“वा�B�” तथा� “पाल्लवा” म& सू�काचिलत उनाका� छाट� गु�त हिवार�ट व्यं�पाका सूTदीयो� तथा� पाहिवा�त� सू� सू�क्ष�त्का�र कार�त� �~। “यो�गु��त” का; रचना�ओं का� ल�खुना तका वा� प्रागुहितशं�ल हिवाच�रधु�र� सू� ज�डे� प्रात�त �त� �~। “यो�गु��त” सू� “ग्रे�म्यो�” तका उनाका; का�व्यंयो��� प्रागुहितवा�दी का� हिनाणि©त वा प्राखुरस्वार4का; उदीघषाB� कारत� �/।उनाका; सू�हि�त्यित्योका यो��� का� त�ना प्राम�खु पाडे�वा �~ – प्राथाम म& वा� छा�यो�वा�दी� �~, दूसूर� म& सूम�जवा�दी� आदीशंb सू� प्रा�रिरत प्रागुहितवा�दी� तथा� त�सूर� म& अरहिवान्दी दीशं�ना सू� प्राभा�हिवात अध्यो�त्मवा�दी�।[3]

१९०७ सू� १९१८ का� का�ल का स्वायो� उन्�4ना� अपाना� काहिवा-ज�वाना का� प्राथाम चरB म�ना� �/। इसू का�ल का; काहिवात�एd वा�B� म& सू�काचिलत �~। सूना� १९२२ म& उच्छंवा�सू और १९२८ म&पाल्लवा का� प्राका�शंना हुआ। सू�मिम��ना�दीना पा�त का; का� छा अन्यो का�व्यं काN हितयो�d �~ - ग्रेब्धि±, गु��जना, ग्रे�म्यो�, यो�गु��त, स्वाB�हिकारB, स्वाB�धु�चिल, काल� और ब�c� च�dदी, लका�योतना,चिचदी�बर�, सूत्योका�म आदिदी। उनाका� ज�वानाका�ल म& उनाका; २८ पा�स्तका& प्राका�णिशंत हुईं, जिजनाम& काहिवात�ए�, पाद्या-ना�टका और हिनाब�धु शं�मिमल �~। पा�त अपाना� हिवास्तNत वा�ङमयो म& एका हिवाच�रका, दी�शं�हिनाका और म�नावात�वा�दी� का� रूपा म& सू�मना� आत� �~ हिंका%त� उनाका; सूबसू� काल�त्मका काहिवात�ए� 'पाल्लवा' म& सू�काचिलत �~, ज १९१८ सू� १९२५ तका चिलखु� गुई ३२ काहिवात�ओं का� सू�ग्रे� �/। [4]

सू�हि�त्यो सूNजना

Page 17: Hindi -chayavadi kavi

उनाका� सू�पा�B� सू�हि�त्यो 'सूत्योम णिशंवाम सू��दीरम' का� आदीशंb सू� प्राभा�हिवात �त� हुए भा� सूमयो का� सू�था हिनार�तर बदीलत� र�� �/। ज��� प्रा�र�णिभाका काहिवात�ओं म& प्राकाN हित और सूTदीयो� का� रमB�यो चिच� मिमलत� �~ वा�j दूसूर� चरB का; काहिवात�ओं म& छा�यो�वा�दी का; सू�क्ष्म काल्पाना�ओं वा कामल भा�वाना�ओं का� और अ�हितम चरB का; काहिवात�ओं म& प्रागुहितवा�दी और हिवाच�रशं�लत� का� । उनाका; सूबसू� ब�दी का; काहिवात�ए� अरहिंवा%दी दीशं�ना और म�नावा काल्यो�B का; भा�वाना�ओं सू ओतप्रात �~। [5]

पा�त पार�पार�वा�दी� आलचका4 और प्रागुहितवा�दी� वा प्रायोगुवा�दी� आलचका4 का� सू�मना� काभा� ना�j झू�का� । उन्�4ना� अपाना� काहिवात�ओं म& पा�वा� म�न्योत�ओं का नाका�र� ना�j। उन्�4ना� अपाना� ऊपार लगुना� वा�ल� आरपा4 का 'नाम्र अवाज्ञा�' काहिवात� का� म�ध्योम सू� खु�रिरज हिकायो�। वा� का�त� था� 'गु� काहिकाल� सू�दी�शं सूना�तना, म�नावा का� पारिरचयो म�नावापाना।'

हिवाच�रधु�र�

Page 18: Hindi -chayavadi kavi

हिं�%दी� सू�हि�त्यो का; इसू अनावारत सू�वा� का� चिलए उन्�& पाद्मभा�षाB(1961), ज्ञा�नापा�ठी(1968) [6], सू�हि�त्यो अका�दीम� [7], तथा� सूहिवायोत ल~डे ना��रू पा�रस्का�र [8] ज/सू� उच्चों श्रे�B� का� सूम्म�ना4 सू� अल�काN त हिकायो� गुयो�। सू�मिम��ना�दीना पा�त का� ना�म पार काoशं�ना� म& उनाका� पा�र�ना� घर का जिजसूम& वा� बचपाना म& र�� कारत� था�, सू�मिम��ना�दीना पा�त वा�चिथाका� का� ना�म सू� एका सू�ग्रे��लयो का� रूपा म& पारिरवार्तित%त कार दिदीयो� गुयो� �/। इसूम& उनाका� व्यंचिpगुत प्रायोगु का; वास्त�ओं ज/सू� कापाड़ी4, काहिवात�ओं का; म�ल पा��डे� चिलहिपायो4, छा�यो�चिच�4, पा�4 और पा�रस्का�र4 का प्रादीर्शिशं%त हिकायो� गुयो� �/। [9]इसूम& एका पा�स्तका�लयो भा� �/, जिजसूम& उनाका; व्यंचिpगुत तथा� उनासू� सू�ब�चिधुत पा�स्तका4 का� सू�ग्रे� �/। [10] [11] उनाका� दी����त १९७७ म& हुआ। आधु� शंत�ब्दी� सू� भा� अचिधुका ल�ब� उनाका� रचना�काम� म& आधु�हिनाका हिं�%दी� काहिवात� का� पा�र� एका यो�गु सूम�यो� हुआ �/।

•↑ "हिनासूगु� म& वा/णिश्वका च�तना� का; अना�भा�हित: सू�मिम��ना�दीना पा�त" (पा�एचपा�). त�त्यिप्तलका. अणिभागुमना हितचिथा: 2007.•↑ "सू�मिम��ना�दीना पा�त" (एचट�एम). उत्तार��चल. अणिभागुमना हितचिथा: 2007.•↑ "सू�मिम��ना�दीना पा�त – ज�वाना एवा� रचना� सू�सू�र" (एचट�एमएल). सू�हि�त्यो णिशंल्पा�. अणिभागुमना हितचिथा: २००७.•↑ "सू�मिम��ना�दीना पा�त" (अ�ग्रे�ज़ी� म&) (एचट�एमएल). काल्चरपा�हिडेयो�. अणिभागुमना हितचिथा: 2007.•↑ "हिं�%दी� चिलटर�चर" (अ�ग्रे�ज़ी� म&) (एचट�एम). सू�ज़ी�सू इ�हिडेयो�. अणिभागुमना हितचिथा: 2007.•↑ "ज्ञा�नापा�ठी अवा�डे�" (अ�ग्रे�ज़ी� म&) (एचट�एम). वा�बइ�हिडेयो�123.काhम. अणिभागुमना हितचिथा: 2007.•↑ "सू�हि�त्यो एका� डेम� अवा�डे� ए�डे फ़� लणिशंप्सू" (अ�ग्रे�ज़ी� म&) (एचट�एम). सू�हि�त्यो अका�दीम�. अणिभागुमना हितचिथा: 2007.•↑ "सू�मिम��ना�दीना पा�त" (अ�ग्रे�ज़ी� म&) (एचट�एम). इ�हिडेयो�ना�टज़ीना.काhम. अणिभागुमना हितचिथा: 2007.•↑ "काoशं�ना�" (अ�ग्रे�ज़ी� म&) (एएसूपा�). म�डे इना इ�हिडेयो�. अणिभागुमना हितचिथा: 2007.•↑ "सू�मिम��ना�दीना पा�त वा�चिथाका�" (अ�ग्रे�ज़ी� म&) (एचट�एम). इ�हिडेयो�9.काhम. अणिभागुमना हितचिथा: 2007.•↑ "सू�मिम��ना�दीना पा�त वा�चिथाका�" (अ�ग्रे�ज़ी� म&) (एएसूपा�). क्रा�फ़्ट रिरवा�इवाल xस्ट. अणिभागुमना हितचिथा: 2007.

पा�रस्का�र वा सूम्म�ना

Page 19: Hindi -chayavadi kavi

उत्तार�खु�डे म& का� म�यो�� का; पा��हिड़ीयो4 पार बसू� काउसू�ना� गु��वा म&, ज��d उनाका� बचपाना ब�त� था�, वा��� का� उनाका� घर आज 'सू�मिम�� ना�दीना पा�त सू�हि�त्यित्योका वा�चिथाका�' ना�मका सू�ग्रे��लयो बना च�का� �/। इसू म& उनाका� कापाड़ी�, च�म�, कालम आदिदी व्यंचिpगुत वास्त�ए� सू�रणिक्षत रखु� गुई �~। सू�ग्रे��लयो म& उनाका मिमल� ज्ञा�नापा�ठी पा�रस्का�र का� प्राशंस्तिस्तपा�, हिं�%दी� सू�हि�त्यो सू�स्था�ना द्वा�र� मिमल� सू�हि�त्यो वा�चस्पहित का� प्राशंस्तिस्तपा� भा� मoज�दी �/। सू�था �� उनाका; रचना�ए� लका�योतना, आस्था�, रूपाम आदिदी काहिवात� सू�ग्रे� का; पा��डे� चिलहिपायो�� भा� सू�रणिक्षत रखु� �~। का�ल�का��कार का� का�� वार सू�र�शं सिंसू%� और �रिरवा�शं र�यो बच्चोंना सू� हिकायो� गुयो� उनाका� पा� व्यंवा��र का; प्राहितचिलहिपायो�� भा� यो��� मoज�दी �~।सू�ग्रे��लयो म& उनाका; स्मNहित म& प्रात�एका वाषा� पा�त व्यंख्यो�ना म�ल� का� आयोजना �त� �/। यो��d सू� 'सू�मिम��ना�दीना पा�त व्यंचिpत्वा और काN हितत्वा' ना�मका पा�स्तका भा� प्राका�णिशंत का; गुई �/। उनाका� ना�म पार इल���ब�दी शं�र म& श्मिस्थात ��था� पा�का� का� ना�म सू�मिम�� ना�दीना पा�त उद्या�ना कार दिदीयो� गुयो� �/।

स्मNहित हिवाशं�षा

Page 20: Hindi -chayavadi kavi

णिशंक्ष�का�,श्रे�महित

आई. �सूना म�म द्वा�र�

त�षा�र सूल�का;नावावा� “अ”

धुन्योवा�दी