ehsaas short stories book by nandlal bharti
DESCRIPTION
Hindi short story collection by Nandlal BhartiTRANSCRIPT
तत पीडीएफ़ ई-बक - रचनाकार httprachanakarblogspotcom क तत
पाठ का वचालत फ़ॉट पातर कया गया ह अत वतनी टया सभावत ह
एहसास
(लघकथा सह)
न दलाल भारती
एहसास
लधकथा सह
लखक
न दलाल भारती
तकनीक सहयोग
आजादकमार भारती
सवाधकार-लखकाधीन
ई-स करण काशन वष-2010
चकार-कशश भारती
काशक
मनोरमा साह य सवा
आजाद दप 15- एम वीणा नगर
इदौर म य दश 452010
दरभाष-071-057553 चलतवाता-09753081066
Email- nlbharatiauthorgmailcom
1-ममता मा स मलाकात हई
नह बहत कोशश क बाद भी
दो 13दन क याा जो थी
याद ह
या
जब पहल बार रोजगार क तलाश म घर छोड़ा तब मा कई
हत रोयी थी म शहर आकर मन ह मन कसम खा लया
क प क नौकर पा जान क बाद घर जाउगा नह मल
चार साल क बाद गाव गया मा मझ पकड़ कर इतना रोयी
क मर अ ता$ मा नहा उठ( वह मा आख+ म सपन लय
आख मद ल हमशा क लय म अभागा मा क आस का भार
कम नह कर पाया
मा का कज$ कोई नह उतार पाया ह आज तक
न दलाल भारती 180709
2- भत
प चीस तारख क सगो1 ठ( का म2 यव ता आपको स3 था
बनान क इ छक ह आप सहम7त 8दान कर द तो सद3 य+
का सचत कर द
डायर दखकर बताउगा
या
हा आजकल बहत lt य3 त चल रहा ह सा13हि यक काय$gtम+
क वजह स कल बता दगा
ठ(क ह डायर दखकर बता दिजयगा
मन ना मान रहा था जनाब क lt य3 तता सनकर शहर म
रोज सा13हि यक मह फल सजती ह पर ददार नह होत ऐस
कौन स सा13हि यक जलस म lt य3 त रहत ह
जनाब का फोन-एक तारख क बाद रख लिजय
या
हा
य+
डायर खाल नह ह
डायर खाल ह या नह पर A1 ठता का भत खाल नह ह
जनाब न दलाल भारती 180709
3-समझदार अशोक-च Cश बाब कस आय हो
च Cश-3 कटर स और कस
अशोक-बाहर तD हार गाड़ी तो ह ह नह
च Cश-नह ह ना
अशोक-कोई मगनी ल गया या बहत महगा पEोल ह मत
13दया करो कसी को हम महगा पड़ रहा ह गाड़ी स चलना
तमस तीन गनी अधक पगार मलती ह कौन ल गया ह
च दरश-बास
अशोक-बहत ल जात ह और कसी क नह मलती या
च Cश-म मरा हक और मर सामान क तो वह दशा ह जस
कमजोर आदमी क दध दन वाल भस
अशोक-समझ म नह आयी तD हार बात
च Cश-सर जी कमजोर आदमी क भस ज न गयी ह खबर
तजी स फलती ह उतनी ह तजी स दबग लोग+ क बत$न भी
7नब$ल क घर क ओर दौड़ पड़त ह फोकट म दध लन क
लय
अशोक-ओ आई सी बास ह अपन सामान को हाथ नह
लगात सरकार पKरसD प7तय+ का उपभोग खद का हक
मानकर करत ह नीच वाल+ का हक चट करन म त7नक भी
कोतहाई नह बरतत चौबीस घL ट सरकार गाड़ी का उपभोग
सरकार गाड़ी म 13द कत आ जाय तो तम जस भस वाल+ का
उपभोग सरकार उपभोग क व3 तओ को इतना दर करक
रखत ह जस तम हो अछत
च Cश-मझ अदन क या औकात आप तो अधक समझत
ह सर जी न दलाल भारती 170709
4-व वास
तोता पाल लया
नह ह आ गया ह अ7तथ क तरह
Oपजर म तो रखा ह पछ( को कद करना अ याय ह
आजाद क 87त
डरा-सहमा दरवाज पर दो 13दन बठा रहा PबQ ल खा जाती
इसलय नया Oपजड़ा मगवा कर उसक सामन रख 13दया खद
जाकर बठा ह खला छोडन पर भी नह जाता दखो Oपजड़ का
दरवाजा खला ह ना सीट मारता ह नाचता ह गाता ह
धम$प नी क हाथ स दाल-चावल खाता ह जब घर क लोग
नह 13दखत तो मीठ-मीठ बलाता ह अ याय ह या यायछल
या कोई मरा 3 वाथ$
OवR वासन दलाल भारती 180709
5-रोट आजी रोट खा रह ह
हा बी13टया
दोपहर क ह या रात क
जो मान लो बह-बटो का राज ह
बस रोट दाल सS जी कछ नह
ह ना
या
थोड़ा नमक और पानी
खान म
हा और स क अचार भी
बाप र ऐसा अ याय बढ मा क साथ
कहा ल जा रह हो
जमान को 13दखाना ह नकाब हटाना ह भलमानष का मखौटा
लगाय चहर+ स मा बाप धरती क भगवान ह बह-बट+ को
बताना ह ता क मल सकन क रोट बढ मा-बाप को
नदलाल भारती 180709
6-वरासत
य+ अ याय कर रह हो
घर बनाना अ याय ह
दसर क परख+ क Oवरासत पर उ ह का बास-काठ 7छन कर
अ याय नह तो और या ह
अ याय कहत हो
मान जाओ ना हड़प+ कसी क परख+ क 7नशानी
हड़प लया तो
Oवलास नह कर पाओग
दखता ह कौन Oवलास रोकता ह
आह
हो गया कS जा बझ गया दया WखलWखलाती रह गयी
जमीन न दलाल भारती180709
7-बबल क छाव
डाब तीसा सD बY द रचनाकार हक7त व पर गमान ह
उ ह अभमान ह
समतQ य+ स जलन ह नवो13दत+ क राह क काट ह
उ ह छाती पर बठन का शौक ह रचनाधम$ता पर छोट-बडा
को नाज ह
कZ म पाव लटकाय हए खद क तर क क लय जोड़तोड़
13हD मतबाब य वKर1 ठता ह या बबल ह छाव नदलाल भारती 200709
8-आशीवाद
ब13ढया मठाई मलती ह यहा
कछ ल लो
या ल
काजअजवाईन Oप3 ता और भी ढर+ 3 वाद म तो मठाई ह
भइया$ अजवाईन क 3 वाद वाल द दो
लिजय
कतना हआ
प चासी [पय
लिजय हम दोन+ का काट लिजय
नह पसा म दगा
आप बजग$ और Kरटायर ह
तो या ह म दगाउपर वाला दता ह च ता क ज[रत
नह Pबल तो म ह दगा मठाई नह आशीवा$द समझ+
7न[ तर इकार ना कर सका आशीवा$द को माथ चढा लया
नदलाल भारती 200709
10-नगाह
कौन थी वो
सामन मनगट क बीच खड़ी मोट औरत क बह
बह तो नह नौकरानी लगती ह
वस ह रखत ह
Oवधाता न कसा घर बचार क तकदर म लख 13दया ह
पढ लखी नौकरानी होकर रह गयी ह
या माग रह थी
पानी
बोKरग चाल हो गयी पहल बरसात स ह
नह
कहा स पानी दोगी
खरदा हआ टकर का पानी
तम कहा स लाओगी
हम तो हर हफ त खरदत ह ह
तो दान य+
प थर पसीजान क लय
या
हा प थर 13दल ह परा पKरवार पर बह को छोड़कर
वो कस
पर साल बोKरग चल ह एक गलास पानी कसी को नह 13दय
ह पानी का अकाल पड़ा हआ ह पर शहर म रोज कहत थ
बोKरग पानी नह द रह ह कल चाल नह हई तो आज बह
को पानी मागन क लय भज द जानती ह हम मना नह
करग पानी क लय दर-दर भटकन क बाद भी
कसा गY द पKरवार ह िजनक 7नगाह बस मतलब साधन म
लगी रहती ह न दलाल भारती 240709
11-पानी रोको
Kरचािजग करवा लया
तमन
हा
आप भी करवा लो
नह करवाना
य+
कोई गारL ट तो नह क पानी हम मलगा
सम3 या क नाक म नकल तो लगगी
नह लगाना ऐसी नकल
सम3 या का समाधान हपानी रोको नदलाल भारती 240709
12- समय क बबाद
कOव महोदय न मासक सगो1 ठ( क अ त$गत आयोिजत
काlt यपाठ म ]ान-Y यानरा1 E एव मानवता को समOप$त
रचनाओ का स3 वर पाठ कर Aोताओ का मन मोह लया
काय$gtम क अ त म राजभोग और चाय का ब दोब3 त था
राजभोग क 3 वाद म उपि3 थत जन डब हए थ इसी बीच
एक व सा13ह यकार आपसी मनमटाव बस नाराजगी जतात
हए अY य` एव सचव स बोल भOव1 य म नय Oवचार+ को
सगो1 ठ( म शामल कर काlt यपाठ क नाम पर परान+ बात+
पर समय क बबा$द ठ(क नह रचनाओ म नय Oवचार होन
चा13हय सा13ह यकार महोदय क सझाव स राजभोग का 3 वाद
खारा हो गया और लोग थ-थ करन लग थ
न दलाल भारती 280709
13-चोर बाई कल aज पर प चास [पया पड़ा था चोर चला गया
चोर मन क ह
य+
ब च क दवाई क लय
चोर दवाई क लय
कोई उपाय नह सझा
चोर एकमा उपाय नह OवR वास तोड़न वाल नजरो स गर
जात ह
पाव पकड़ती ह नह होगी ऐसी गलती
थामो प चास [पय ब च क दवाई ल लना
चोर का ईनाम ह
नह दL ड नदलाल भारती 280709
14-ो साहन
मशीजी कOवता छS बीस जनवर क लय ठ(क रहगी
हरलाल मशी -बहत ब13ढया कOवता ह
8काश- म लखा ह
मशीजी-तम कOवता भी लखत हो
8काश-पहल बार लखा ह छS बीस जनवर क जलस क लय
मशीजी-तD हार कOवता नाटक म गीत क तरह गायी जायगी
तो बहत अ छ( लगगी 8काश लखत रहना कलम रोकना
नह
8काश-जी मशी और 8काश एक मशहर लखक बन गया
मशीजी क 8ो साहन स
न दलाल भारती 280709
15-बट कसक बट ह
Aी नयन क
या कर रह हो शहर म
पढ रह ह
मा-बाप का नाम रोश करोगी
अवR य
मा-बाप को बट का सख द पाओगी
नह
य+
बट ह बटा नह बनना ह बट बन रहकर मा-बाप को हर
सख दना मरा सपना ह
ठ(क कह रह हो मर भी दो बट ह रोअन रोट हो गयी ह
काश तD हार जसी मर भी एक बट होती न दलाल भारती 290709
16- मसीबत
छोट कम$चार स तलाल को 7नशाना साधत हए दो अधकार
उपहास कय जा रह थ व अपन पददौलत और उची
पहचान का बखान कर थक नह रह थ गरब कम$चार
चपचाप सब सन रहा था इसी बीच कम$चार का दो3 त
रामलाल आ गया स तलाल स पछा मा कसी ह
स तलाल-बीमार तो ह पर पोत-पोती क साथ खश ह
रामलाल-मा बाप ह भगवान ह सवा सAषा करत रहना
स तलाल-हा
रामलाल क बात कछ 13दन पहल अपनी मसीबत बरोजगार
भाई क सर पर डालकर आय बड पद और बशमार दौलत क
मालक क कान म गरम शीशा जस डालती द हो व
बौखलाकर स तलाल स बोल काम भी करोग या बात करत
रहोग न दलाल भारती 290709
17- अ तर
अधकार और कम$चार म या अ तर महसस करत हो
अधकार क पास अधकार होता हकम$चार क पास नह
और
जब चाह काम पर आ सकता ह जब चाह जा सकता
हकम$चार को समय स पहल आना होता ह और दर स
जाना
और
अधकार कम$चार क हक को 7छन सकता ह कम$चार नह
और
कम$चार अ छ कपड़ पहन लया तो अधकार को खजल
होन लगती ह
और भी अ तर
सरकार पKरसD प7तया का मनमाना उपभोग और भी बहत
कछ
समझ गया लोभ क जड़ बहत गहर तक पहच चक ह
नदलाल भारती 290709
18- इतजार
कब तक काम करना पड़ा
आठ बज तक
तयार हो गयी Kरपcट
रात म ह और बाइिL डग भी हो गयी
Kरपcट तो बास क टबल पर पड़ी ह
छाती पर चढकर बनवाय चाह टबल पर रख या टोकर म
मझ छोट कम$चार क लय तो दद$ पीना तकदर ह
जो काम तमस रात आठ बज तक करवाया गया वह भी Pबना
कसी ओवरटाइम क वह तो महज इतजार करन का बहाना
था
कसका
मडम का जानत नह बास अपनी ज[रत अनसार उपभोग
और तम जस छोट कम$चार को आस दत रहत ह
या
हा न दलाल भारती 300709
19-झलक
कोई दरवाज पर खड़ा ह
अ दर बलाओ
बला रह ह जाइय
आप ह अ दर आइय बाहर य+ खड़ ह
जQ द म ह
ऐसी या जQ द ह KरटायरमL ट क बाद भी जQ द ब13ठय
व त नह ह मझ तीन सौ [पया द सकत ह 10 तारख
को बटा क तन2 वाह मलगी द जाउगा
तीन सौ
हा बस तीन सौ अधक नह
लिजय
ध यवाद चलता ह
आग तक क पग बढात ह झलक पड़ा तगी का दद$
नदलाल भारती 310709
20-को(चग
बहत जQ द म हो कहा स आ रह हो
कोचग स
कोचग पढान लगी या
अर नह र म या पढाउगी
बटा को छोड़कर आ रह ह
कौन सी कोचग बटा को द रह हो
इिd लश क
इिd लश क ह य+
इिd लश जानन स कKरअर ब13ढया बनता ह ना तम भी ब चो
कोचग दो
पसा कहा ह इतना म तो घर म ह दती ह स3 कार क
कोचग नदलाल भारती 310709
21-दआ
तीरथ क बाब बह रानी का बखार तो उतरन का नाम नह ल
रहा ह आखो स बचार क झरझर आस झर रह हशरर तप
रहा ह बखार स
अर बाप र दवाई असर नह कर रह ह या
सना नह डा टर या बोल
या बोल
बखार उतरन म समय लगगा
त बबी को चप करा म ठL ड पानी क पe ट रखता ह बखार
जQ द उतर जायगा
ठ(क ह
बी13टया सर सीधा कर म पe ट रखता ह
नह बाबजी म ठ(क ह
बी13टया त तप रह ह बखार स मझ पe ट रखन दो बहरानी
तD हारा दख समझता ह तम बह ह नह बट भी हो हमार
बाबजी दखो बखार कम हो गया
य कसा चम कार
बाबजी आपक दआआप और सासमा हमार लय धरती क
भगवान ह न दलाल भारती 070809
22-स) मान
या पस$नालट ह उस साहब क
कौन ऐस साहब ह
नाम ह हKरबाब Oवचार म नाम जसी उचाई मन खश हो
गयासयोगबस आज मरा अ छा 13दन था
ज[र उ चशf`तस3 कारवान और आदश$वाद होग तभी तो
उच ओहद पर पहच ह
उच पद और दौलत क मालक तो कम पढ लख A1 ठता क
बदौलत भी बन जात ह 13दल+ म जगह नह बना पात बस
अपना मतलब साधना अ द तरह जानत ह ऐस लोग
ऐस लोग+ म अ छ( वालट नह होती हा अभमान का
8द$शन और अपन स अधक योd य+ को दहR त म रख सकत
ह तD हार साहब जस हKरबाब जस जन13हत-रा1 E 13हत म काम
करत ह और मातहतो को मान भी दना जानत ह
सह कह रह ह
तभी तो हा13द$क सD मान पा रह ह हKरबाब और उन जस और
दसर हा13द$क अपमान
न दलाल भारती 110809
23-बट का बाप
कई बार नो Kरg लाई क बाद एक बार मोबाईल बजा
कसका फोन था
लड़क क बाप का
बात हई
आदश मला आवाज नह आ रह ह इसी नD बर पर काल
करो
काल कया
हा
बात हई
लD बी बात बट क बार म मा-बाप और पKरवार क बार म
तहककात फर लड़क क बाप न अपनालड़क का और अपन
पKरवार का बढा-चढाकर पKरचय 13दया
जबाब या मला
म ालय क काम म अभी lt य3 त ह बाद म फोन करना
मत लगाना अब
य+
बट क बाप हो गनहगार नह नदलाल भारती 180809
24-ग+
तD ह पढा
मझ
हा भई तD हार रचनाय मतलब तD ह सच जन और रा1 E13हत
म अ छ( हतD हार लखनी क तवर मन को सकन दत ह
ध यवाद Aीमान जी
एक बात पछ इजाजत हो तो
कसी बात कर रह ह हक ह आपको पछन का
ग[ कौन ह तD हार बताओग या
य+ नह सच बताउ
हा सच ह तो पछ रहा ह
मर मान दलाल भारती 190809
25- भव- य
मरा भी बताओ बाबा
दखी हो सताय हए भी आठ घL ठ साथ रहन वाल+ क आख+
को फट आख नह भात हो
या
सच
य+
छोटा पद बड़ी योd यता मल कारण ह
कोई गनाह तो नह
नहल कन दिD भय+ क लय तो ह
कोई उपाय
13हD मत नह हारना आज क1 टदायी ह दिD भय+ क कारण पर
च ता ना करो भOव1 य अ छा ह उD मीद बनाय रहो
आस पीकर भी उD मीद म तो जी रहा ह
बहत ब13ढया बनाय रहो
ध यवाद बाबा नदलाल भारती 190809
26-राज
अधकार क पद पर काय$रत lt यगदास और बास गg प म
मशगल थ काया$लय का समय ख म होन क प Cह मनट
बाद शरणच C घर जान क लय दफतर स 7नकलन लगा
शरणच C को जात हए दखकर lt यगदास पासा बदलत हए
बास स बोल सर य शरणच C आ फस राइट टाइम$ पर आता
ह और दर स जाता भी ह काम भी आप खब लत ह
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
न दलाल भारती
एहसास
लधकथा सह
लखक
न दलाल भारती
तकनीक सहयोग
आजादकमार भारती
सवाधकार-लखकाधीन
ई-स करण काशन वष-2010
चकार-कशश भारती
काशक
मनोरमा साह य सवा
आजाद दप 15- एम वीणा नगर
इदौर म य दश 452010
दरभाष-071-057553 चलतवाता-09753081066
Email- nlbharatiauthorgmailcom
1-ममता मा स मलाकात हई
नह बहत कोशश क बाद भी
दो 13दन क याा जो थी
याद ह
या
जब पहल बार रोजगार क तलाश म घर छोड़ा तब मा कई
हत रोयी थी म शहर आकर मन ह मन कसम खा लया
क प क नौकर पा जान क बाद घर जाउगा नह मल
चार साल क बाद गाव गया मा मझ पकड़ कर इतना रोयी
क मर अ ता$ मा नहा उठ( वह मा आख+ म सपन लय
आख मद ल हमशा क लय म अभागा मा क आस का भार
कम नह कर पाया
मा का कज$ कोई नह उतार पाया ह आज तक
न दलाल भारती 180709
2- भत
प चीस तारख क सगो1 ठ( का म2 यव ता आपको स3 था
बनान क इ छक ह आप सहम7त 8दान कर द तो सद3 य+
का सचत कर द
डायर दखकर बताउगा
या
हा आजकल बहत lt य3 त चल रहा ह सा13हि यक काय$gtम+
क वजह स कल बता दगा
ठ(क ह डायर दखकर बता दिजयगा
मन ना मान रहा था जनाब क lt य3 तता सनकर शहर म
रोज सा13हि यक मह फल सजती ह पर ददार नह होत ऐस
कौन स सा13हि यक जलस म lt य3 त रहत ह
जनाब का फोन-एक तारख क बाद रख लिजय
या
हा
य+
डायर खाल नह ह
डायर खाल ह या नह पर A1 ठता का भत खाल नह ह
जनाब न दलाल भारती 180709
3-समझदार अशोक-च Cश बाब कस आय हो
च Cश-3 कटर स और कस
अशोक-बाहर तD हार गाड़ी तो ह ह नह
च Cश-नह ह ना
अशोक-कोई मगनी ल गया या बहत महगा पEोल ह मत
13दया करो कसी को हम महगा पड़ रहा ह गाड़ी स चलना
तमस तीन गनी अधक पगार मलती ह कौन ल गया ह
च दरश-बास
अशोक-बहत ल जात ह और कसी क नह मलती या
च Cश-म मरा हक और मर सामान क तो वह दशा ह जस
कमजोर आदमी क दध दन वाल भस
अशोक-समझ म नह आयी तD हार बात
च Cश-सर जी कमजोर आदमी क भस ज न गयी ह खबर
तजी स फलती ह उतनी ह तजी स दबग लोग+ क बत$न भी
7नब$ल क घर क ओर दौड़ पड़त ह फोकट म दध लन क
लय
अशोक-ओ आई सी बास ह अपन सामान को हाथ नह
लगात सरकार पKरसD प7तय+ का उपभोग खद का हक
मानकर करत ह नीच वाल+ का हक चट करन म त7नक भी
कोतहाई नह बरतत चौबीस घL ट सरकार गाड़ी का उपभोग
सरकार गाड़ी म 13द कत आ जाय तो तम जस भस वाल+ का
उपभोग सरकार उपभोग क व3 तओ को इतना दर करक
रखत ह जस तम हो अछत
च Cश-मझ अदन क या औकात आप तो अधक समझत
ह सर जी न दलाल भारती 170709
4-व वास
तोता पाल लया
नह ह आ गया ह अ7तथ क तरह
Oपजर म तो रखा ह पछ( को कद करना अ याय ह
आजाद क 87त
डरा-सहमा दरवाज पर दो 13दन बठा रहा PबQ ल खा जाती
इसलय नया Oपजड़ा मगवा कर उसक सामन रख 13दया खद
जाकर बठा ह खला छोडन पर भी नह जाता दखो Oपजड़ का
दरवाजा खला ह ना सीट मारता ह नाचता ह गाता ह
धम$प नी क हाथ स दाल-चावल खाता ह जब घर क लोग
नह 13दखत तो मीठ-मीठ बलाता ह अ याय ह या यायछल
या कोई मरा 3 वाथ$
OवR वासन दलाल भारती 180709
5-रोट आजी रोट खा रह ह
हा बी13टया
दोपहर क ह या रात क
जो मान लो बह-बटो का राज ह
बस रोट दाल सS जी कछ नह
ह ना
या
थोड़ा नमक और पानी
खान म
हा और स क अचार भी
बाप र ऐसा अ याय बढ मा क साथ
कहा ल जा रह हो
जमान को 13दखाना ह नकाब हटाना ह भलमानष का मखौटा
लगाय चहर+ स मा बाप धरती क भगवान ह बह-बट+ को
बताना ह ता क मल सकन क रोट बढ मा-बाप को
नदलाल भारती 180709
6-वरासत
य+ अ याय कर रह हो
घर बनाना अ याय ह
दसर क परख+ क Oवरासत पर उ ह का बास-काठ 7छन कर
अ याय नह तो और या ह
अ याय कहत हो
मान जाओ ना हड़प+ कसी क परख+ क 7नशानी
हड़प लया तो
Oवलास नह कर पाओग
दखता ह कौन Oवलास रोकता ह
आह
हो गया कS जा बझ गया दया WखलWखलाती रह गयी
जमीन न दलाल भारती180709
7-बबल क छाव
डाब तीसा सD बY द रचनाकार हक7त व पर गमान ह
उ ह अभमान ह
समतQ य+ स जलन ह नवो13दत+ क राह क काट ह
उ ह छाती पर बठन का शौक ह रचनाधम$ता पर छोट-बडा
को नाज ह
कZ म पाव लटकाय हए खद क तर क क लय जोड़तोड़
13हD मतबाब य वKर1 ठता ह या बबल ह छाव नदलाल भारती 200709
8-आशीवाद
ब13ढया मठाई मलती ह यहा
कछ ल लो
या ल
काजअजवाईन Oप3 ता और भी ढर+ 3 वाद म तो मठाई ह
भइया$ अजवाईन क 3 वाद वाल द दो
लिजय
कतना हआ
प चासी [पय
लिजय हम दोन+ का काट लिजय
नह पसा म दगा
आप बजग$ और Kरटायर ह
तो या ह म दगाउपर वाला दता ह च ता क ज[रत
नह Pबल तो म ह दगा मठाई नह आशीवा$द समझ+
7न[ तर इकार ना कर सका आशीवा$द को माथ चढा लया
नदलाल भारती 200709
10-नगाह
कौन थी वो
सामन मनगट क बीच खड़ी मोट औरत क बह
बह तो नह नौकरानी लगती ह
वस ह रखत ह
Oवधाता न कसा घर बचार क तकदर म लख 13दया ह
पढ लखी नौकरानी होकर रह गयी ह
या माग रह थी
पानी
बोKरग चाल हो गयी पहल बरसात स ह
नह
कहा स पानी दोगी
खरदा हआ टकर का पानी
तम कहा स लाओगी
हम तो हर हफ त खरदत ह ह
तो दान य+
प थर पसीजान क लय
या
हा प थर 13दल ह परा पKरवार पर बह को छोड़कर
वो कस
पर साल बोKरग चल ह एक गलास पानी कसी को नह 13दय
ह पानी का अकाल पड़ा हआ ह पर शहर म रोज कहत थ
बोKरग पानी नह द रह ह कल चाल नह हई तो आज बह
को पानी मागन क लय भज द जानती ह हम मना नह
करग पानी क लय दर-दर भटकन क बाद भी
कसा गY द पKरवार ह िजनक 7नगाह बस मतलब साधन म
लगी रहती ह न दलाल भारती 240709
11-पानी रोको
Kरचािजग करवा लया
तमन
हा
आप भी करवा लो
नह करवाना
य+
कोई गारL ट तो नह क पानी हम मलगा
सम3 या क नाक म नकल तो लगगी
नह लगाना ऐसी नकल
सम3 या का समाधान हपानी रोको नदलाल भारती 240709
12- समय क बबाद
कOव महोदय न मासक सगो1 ठ( क अ त$गत आयोिजत
काlt यपाठ म ]ान-Y यानरा1 E एव मानवता को समOप$त
रचनाओ का स3 वर पाठ कर Aोताओ का मन मोह लया
काय$gtम क अ त म राजभोग और चाय का ब दोब3 त था
राजभोग क 3 वाद म उपि3 थत जन डब हए थ इसी बीच
एक व सा13ह यकार आपसी मनमटाव बस नाराजगी जतात
हए अY य` एव सचव स बोल भOव1 य म नय Oवचार+ को
सगो1 ठ( म शामल कर काlt यपाठ क नाम पर परान+ बात+
पर समय क बबा$द ठ(क नह रचनाओ म नय Oवचार होन
चा13हय सा13ह यकार महोदय क सझाव स राजभोग का 3 वाद
खारा हो गया और लोग थ-थ करन लग थ
न दलाल भारती 280709
13-चोर बाई कल aज पर प चास [पया पड़ा था चोर चला गया
चोर मन क ह
य+
ब च क दवाई क लय
चोर दवाई क लय
कोई उपाय नह सझा
चोर एकमा उपाय नह OवR वास तोड़न वाल नजरो स गर
जात ह
पाव पकड़ती ह नह होगी ऐसी गलती
थामो प चास [पय ब च क दवाई ल लना
चोर का ईनाम ह
नह दL ड नदलाल भारती 280709
14-ो साहन
मशीजी कOवता छS बीस जनवर क लय ठ(क रहगी
हरलाल मशी -बहत ब13ढया कOवता ह
8काश- म लखा ह
मशीजी-तम कOवता भी लखत हो
8काश-पहल बार लखा ह छS बीस जनवर क जलस क लय
मशीजी-तD हार कOवता नाटक म गीत क तरह गायी जायगी
तो बहत अ छ( लगगी 8काश लखत रहना कलम रोकना
नह
8काश-जी मशी और 8काश एक मशहर लखक बन गया
मशीजी क 8ो साहन स
न दलाल भारती 280709
15-बट कसक बट ह
Aी नयन क
या कर रह हो शहर म
पढ रह ह
मा-बाप का नाम रोश करोगी
अवR य
मा-बाप को बट का सख द पाओगी
नह
य+
बट ह बटा नह बनना ह बट बन रहकर मा-बाप को हर
सख दना मरा सपना ह
ठ(क कह रह हो मर भी दो बट ह रोअन रोट हो गयी ह
काश तD हार जसी मर भी एक बट होती न दलाल भारती 290709
16- मसीबत
छोट कम$चार स तलाल को 7नशाना साधत हए दो अधकार
उपहास कय जा रह थ व अपन पददौलत और उची
पहचान का बखान कर थक नह रह थ गरब कम$चार
चपचाप सब सन रहा था इसी बीच कम$चार का दो3 त
रामलाल आ गया स तलाल स पछा मा कसी ह
स तलाल-बीमार तो ह पर पोत-पोती क साथ खश ह
रामलाल-मा बाप ह भगवान ह सवा सAषा करत रहना
स तलाल-हा
रामलाल क बात कछ 13दन पहल अपनी मसीबत बरोजगार
भाई क सर पर डालकर आय बड पद और बशमार दौलत क
मालक क कान म गरम शीशा जस डालती द हो व
बौखलाकर स तलाल स बोल काम भी करोग या बात करत
रहोग न दलाल भारती 290709
17- अ तर
अधकार और कम$चार म या अ तर महसस करत हो
अधकार क पास अधकार होता हकम$चार क पास नह
और
जब चाह काम पर आ सकता ह जब चाह जा सकता
हकम$चार को समय स पहल आना होता ह और दर स
जाना
और
अधकार कम$चार क हक को 7छन सकता ह कम$चार नह
और
कम$चार अ छ कपड़ पहन लया तो अधकार को खजल
होन लगती ह
और भी अ तर
सरकार पKरसD प7तया का मनमाना उपभोग और भी बहत
कछ
समझ गया लोभ क जड़ बहत गहर तक पहच चक ह
नदलाल भारती 290709
18- इतजार
कब तक काम करना पड़ा
आठ बज तक
तयार हो गयी Kरपcट
रात म ह और बाइिL डग भी हो गयी
Kरपcट तो बास क टबल पर पड़ी ह
छाती पर चढकर बनवाय चाह टबल पर रख या टोकर म
मझ छोट कम$चार क लय तो दद$ पीना तकदर ह
जो काम तमस रात आठ बज तक करवाया गया वह भी Pबना
कसी ओवरटाइम क वह तो महज इतजार करन का बहाना
था
कसका
मडम का जानत नह बास अपनी ज[रत अनसार उपभोग
और तम जस छोट कम$चार को आस दत रहत ह
या
हा न दलाल भारती 300709
19-झलक
कोई दरवाज पर खड़ा ह
अ दर बलाओ
बला रह ह जाइय
आप ह अ दर आइय बाहर य+ खड़ ह
जQ द म ह
ऐसी या जQ द ह KरटायरमL ट क बाद भी जQ द ब13ठय
व त नह ह मझ तीन सौ [पया द सकत ह 10 तारख
को बटा क तन2 वाह मलगी द जाउगा
तीन सौ
हा बस तीन सौ अधक नह
लिजय
ध यवाद चलता ह
आग तक क पग बढात ह झलक पड़ा तगी का दद$
नदलाल भारती 310709
20-को(चग
बहत जQ द म हो कहा स आ रह हो
कोचग स
कोचग पढान लगी या
अर नह र म या पढाउगी
बटा को छोड़कर आ रह ह
कौन सी कोचग बटा को द रह हो
इिd लश क
इिd लश क ह य+
इिd लश जानन स कKरअर ब13ढया बनता ह ना तम भी ब चो
कोचग दो
पसा कहा ह इतना म तो घर म ह दती ह स3 कार क
कोचग नदलाल भारती 310709
21-दआ
तीरथ क बाब बह रानी का बखार तो उतरन का नाम नह ल
रहा ह आखो स बचार क झरझर आस झर रह हशरर तप
रहा ह बखार स
अर बाप र दवाई असर नह कर रह ह या
सना नह डा टर या बोल
या बोल
बखार उतरन म समय लगगा
त बबी को चप करा म ठL ड पानी क पe ट रखता ह बखार
जQ द उतर जायगा
ठ(क ह
बी13टया सर सीधा कर म पe ट रखता ह
नह बाबजी म ठ(क ह
बी13टया त तप रह ह बखार स मझ पe ट रखन दो बहरानी
तD हारा दख समझता ह तम बह ह नह बट भी हो हमार
बाबजी दखो बखार कम हो गया
य कसा चम कार
बाबजी आपक दआआप और सासमा हमार लय धरती क
भगवान ह न दलाल भारती 070809
22-स) मान
या पस$नालट ह उस साहब क
कौन ऐस साहब ह
नाम ह हKरबाब Oवचार म नाम जसी उचाई मन खश हो
गयासयोगबस आज मरा अ छा 13दन था
ज[र उ चशf`तस3 कारवान और आदश$वाद होग तभी तो
उच ओहद पर पहच ह
उच पद और दौलत क मालक तो कम पढ लख A1 ठता क
बदौलत भी बन जात ह 13दल+ म जगह नह बना पात बस
अपना मतलब साधना अ द तरह जानत ह ऐस लोग
ऐस लोग+ म अ छ( वालट नह होती हा अभमान का
8द$शन और अपन स अधक योd य+ को दहR त म रख सकत
ह तD हार साहब जस हKरबाब जस जन13हत-रा1 E 13हत म काम
करत ह और मातहतो को मान भी दना जानत ह
सह कह रह ह
तभी तो हा13द$क सD मान पा रह ह हKरबाब और उन जस और
दसर हा13द$क अपमान
न दलाल भारती 110809
23-बट का बाप
कई बार नो Kरg लाई क बाद एक बार मोबाईल बजा
कसका फोन था
लड़क क बाप का
बात हई
आदश मला आवाज नह आ रह ह इसी नD बर पर काल
करो
काल कया
हा
बात हई
लD बी बात बट क बार म मा-बाप और पKरवार क बार म
तहककात फर लड़क क बाप न अपनालड़क का और अपन
पKरवार का बढा-चढाकर पKरचय 13दया
जबाब या मला
म ालय क काम म अभी lt य3 त ह बाद म फोन करना
मत लगाना अब
य+
बट क बाप हो गनहगार नह नदलाल भारती 180809
24-ग+
तD ह पढा
मझ
हा भई तD हार रचनाय मतलब तD ह सच जन और रा1 E13हत
म अ छ( हतD हार लखनी क तवर मन को सकन दत ह
ध यवाद Aीमान जी
एक बात पछ इजाजत हो तो
कसी बात कर रह ह हक ह आपको पछन का
ग[ कौन ह तD हार बताओग या
य+ नह सच बताउ
हा सच ह तो पछ रहा ह
मर मान दलाल भारती 190809
25- भव- य
मरा भी बताओ बाबा
दखी हो सताय हए भी आठ घL ठ साथ रहन वाल+ क आख+
को फट आख नह भात हो
या
सच
य+
छोटा पद बड़ी योd यता मल कारण ह
कोई गनाह तो नह
नहल कन दिD भय+ क लय तो ह
कोई उपाय
13हD मत नह हारना आज क1 टदायी ह दिD भय+ क कारण पर
च ता ना करो भOव1 य अ छा ह उD मीद बनाय रहो
आस पीकर भी उD मीद म तो जी रहा ह
बहत ब13ढया बनाय रहो
ध यवाद बाबा नदलाल भारती 190809
26-राज
अधकार क पद पर काय$रत lt यगदास और बास गg प म
मशगल थ काया$लय का समय ख म होन क प Cह मनट
बाद शरणच C घर जान क लय दफतर स 7नकलन लगा
शरणच C को जात हए दखकर lt यगदास पासा बदलत हए
बास स बोल सर य शरणच C आ फस राइट टाइम$ पर आता
ह और दर स जाता भी ह काम भी आप खब लत ह
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
चकार-कशश भारती
काशक
मनोरमा साह य सवा
आजाद दप 15- एम वीणा नगर
इदौर म य दश 452010
दरभाष-071-057553 चलतवाता-09753081066
Email- nlbharatiauthorgmailcom
1-ममता मा स मलाकात हई
नह बहत कोशश क बाद भी
दो 13दन क याा जो थी
याद ह
या
जब पहल बार रोजगार क तलाश म घर छोड़ा तब मा कई
हत रोयी थी म शहर आकर मन ह मन कसम खा लया
क प क नौकर पा जान क बाद घर जाउगा नह मल
चार साल क बाद गाव गया मा मझ पकड़ कर इतना रोयी
क मर अ ता$ मा नहा उठ( वह मा आख+ म सपन लय
आख मद ल हमशा क लय म अभागा मा क आस का भार
कम नह कर पाया
मा का कज$ कोई नह उतार पाया ह आज तक
न दलाल भारती 180709
2- भत
प चीस तारख क सगो1 ठ( का म2 यव ता आपको स3 था
बनान क इ छक ह आप सहम7त 8दान कर द तो सद3 य+
का सचत कर द
डायर दखकर बताउगा
या
हा आजकल बहत lt य3 त चल रहा ह सा13हि यक काय$gtम+
क वजह स कल बता दगा
ठ(क ह डायर दखकर बता दिजयगा
मन ना मान रहा था जनाब क lt य3 तता सनकर शहर म
रोज सा13हि यक मह फल सजती ह पर ददार नह होत ऐस
कौन स सा13हि यक जलस म lt य3 त रहत ह
जनाब का फोन-एक तारख क बाद रख लिजय
या
हा
य+
डायर खाल नह ह
डायर खाल ह या नह पर A1 ठता का भत खाल नह ह
जनाब न दलाल भारती 180709
3-समझदार अशोक-च Cश बाब कस आय हो
च Cश-3 कटर स और कस
अशोक-बाहर तD हार गाड़ी तो ह ह नह
च Cश-नह ह ना
अशोक-कोई मगनी ल गया या बहत महगा पEोल ह मत
13दया करो कसी को हम महगा पड़ रहा ह गाड़ी स चलना
तमस तीन गनी अधक पगार मलती ह कौन ल गया ह
च दरश-बास
अशोक-बहत ल जात ह और कसी क नह मलती या
च Cश-म मरा हक और मर सामान क तो वह दशा ह जस
कमजोर आदमी क दध दन वाल भस
अशोक-समझ म नह आयी तD हार बात
च Cश-सर जी कमजोर आदमी क भस ज न गयी ह खबर
तजी स फलती ह उतनी ह तजी स दबग लोग+ क बत$न भी
7नब$ल क घर क ओर दौड़ पड़त ह फोकट म दध लन क
लय
अशोक-ओ आई सी बास ह अपन सामान को हाथ नह
लगात सरकार पKरसD प7तय+ का उपभोग खद का हक
मानकर करत ह नीच वाल+ का हक चट करन म त7नक भी
कोतहाई नह बरतत चौबीस घL ट सरकार गाड़ी का उपभोग
सरकार गाड़ी म 13द कत आ जाय तो तम जस भस वाल+ का
उपभोग सरकार उपभोग क व3 तओ को इतना दर करक
रखत ह जस तम हो अछत
च Cश-मझ अदन क या औकात आप तो अधक समझत
ह सर जी न दलाल भारती 170709
4-व वास
तोता पाल लया
नह ह आ गया ह अ7तथ क तरह
Oपजर म तो रखा ह पछ( को कद करना अ याय ह
आजाद क 87त
डरा-सहमा दरवाज पर दो 13दन बठा रहा PबQ ल खा जाती
इसलय नया Oपजड़ा मगवा कर उसक सामन रख 13दया खद
जाकर बठा ह खला छोडन पर भी नह जाता दखो Oपजड़ का
दरवाजा खला ह ना सीट मारता ह नाचता ह गाता ह
धम$प नी क हाथ स दाल-चावल खाता ह जब घर क लोग
नह 13दखत तो मीठ-मीठ बलाता ह अ याय ह या यायछल
या कोई मरा 3 वाथ$
OवR वासन दलाल भारती 180709
5-रोट आजी रोट खा रह ह
हा बी13टया
दोपहर क ह या रात क
जो मान लो बह-बटो का राज ह
बस रोट दाल सS जी कछ नह
ह ना
या
थोड़ा नमक और पानी
खान म
हा और स क अचार भी
बाप र ऐसा अ याय बढ मा क साथ
कहा ल जा रह हो
जमान को 13दखाना ह नकाब हटाना ह भलमानष का मखौटा
लगाय चहर+ स मा बाप धरती क भगवान ह बह-बट+ को
बताना ह ता क मल सकन क रोट बढ मा-बाप को
नदलाल भारती 180709
6-वरासत
य+ अ याय कर रह हो
घर बनाना अ याय ह
दसर क परख+ क Oवरासत पर उ ह का बास-काठ 7छन कर
अ याय नह तो और या ह
अ याय कहत हो
मान जाओ ना हड़प+ कसी क परख+ क 7नशानी
हड़प लया तो
Oवलास नह कर पाओग
दखता ह कौन Oवलास रोकता ह
आह
हो गया कS जा बझ गया दया WखलWखलाती रह गयी
जमीन न दलाल भारती180709
7-बबल क छाव
डाब तीसा सD बY द रचनाकार हक7त व पर गमान ह
उ ह अभमान ह
समतQ य+ स जलन ह नवो13दत+ क राह क काट ह
उ ह छाती पर बठन का शौक ह रचनाधम$ता पर छोट-बडा
को नाज ह
कZ म पाव लटकाय हए खद क तर क क लय जोड़तोड़
13हD मतबाब य वKर1 ठता ह या बबल ह छाव नदलाल भारती 200709
8-आशीवाद
ब13ढया मठाई मलती ह यहा
कछ ल लो
या ल
काजअजवाईन Oप3 ता और भी ढर+ 3 वाद म तो मठाई ह
भइया$ अजवाईन क 3 वाद वाल द दो
लिजय
कतना हआ
प चासी [पय
लिजय हम दोन+ का काट लिजय
नह पसा म दगा
आप बजग$ और Kरटायर ह
तो या ह म दगाउपर वाला दता ह च ता क ज[रत
नह Pबल तो म ह दगा मठाई नह आशीवा$द समझ+
7न[ तर इकार ना कर सका आशीवा$द को माथ चढा लया
नदलाल भारती 200709
10-नगाह
कौन थी वो
सामन मनगट क बीच खड़ी मोट औरत क बह
बह तो नह नौकरानी लगती ह
वस ह रखत ह
Oवधाता न कसा घर बचार क तकदर म लख 13दया ह
पढ लखी नौकरानी होकर रह गयी ह
या माग रह थी
पानी
बोKरग चाल हो गयी पहल बरसात स ह
नह
कहा स पानी दोगी
खरदा हआ टकर का पानी
तम कहा स लाओगी
हम तो हर हफ त खरदत ह ह
तो दान य+
प थर पसीजान क लय
या
हा प थर 13दल ह परा पKरवार पर बह को छोड़कर
वो कस
पर साल बोKरग चल ह एक गलास पानी कसी को नह 13दय
ह पानी का अकाल पड़ा हआ ह पर शहर म रोज कहत थ
बोKरग पानी नह द रह ह कल चाल नह हई तो आज बह
को पानी मागन क लय भज द जानती ह हम मना नह
करग पानी क लय दर-दर भटकन क बाद भी
कसा गY द पKरवार ह िजनक 7नगाह बस मतलब साधन म
लगी रहती ह न दलाल भारती 240709
11-पानी रोको
Kरचािजग करवा लया
तमन
हा
आप भी करवा लो
नह करवाना
य+
कोई गारL ट तो नह क पानी हम मलगा
सम3 या क नाक म नकल तो लगगी
नह लगाना ऐसी नकल
सम3 या का समाधान हपानी रोको नदलाल भारती 240709
12- समय क बबाद
कOव महोदय न मासक सगो1 ठ( क अ त$गत आयोिजत
काlt यपाठ म ]ान-Y यानरा1 E एव मानवता को समOप$त
रचनाओ का स3 वर पाठ कर Aोताओ का मन मोह लया
काय$gtम क अ त म राजभोग और चाय का ब दोब3 त था
राजभोग क 3 वाद म उपि3 थत जन डब हए थ इसी बीच
एक व सा13ह यकार आपसी मनमटाव बस नाराजगी जतात
हए अY य` एव सचव स बोल भOव1 य म नय Oवचार+ को
सगो1 ठ( म शामल कर काlt यपाठ क नाम पर परान+ बात+
पर समय क बबा$द ठ(क नह रचनाओ म नय Oवचार होन
चा13हय सा13ह यकार महोदय क सझाव स राजभोग का 3 वाद
खारा हो गया और लोग थ-थ करन लग थ
न दलाल भारती 280709
13-चोर बाई कल aज पर प चास [पया पड़ा था चोर चला गया
चोर मन क ह
य+
ब च क दवाई क लय
चोर दवाई क लय
कोई उपाय नह सझा
चोर एकमा उपाय नह OवR वास तोड़न वाल नजरो स गर
जात ह
पाव पकड़ती ह नह होगी ऐसी गलती
थामो प चास [पय ब च क दवाई ल लना
चोर का ईनाम ह
नह दL ड नदलाल भारती 280709
14-ो साहन
मशीजी कOवता छS बीस जनवर क लय ठ(क रहगी
हरलाल मशी -बहत ब13ढया कOवता ह
8काश- म लखा ह
मशीजी-तम कOवता भी लखत हो
8काश-पहल बार लखा ह छS बीस जनवर क जलस क लय
मशीजी-तD हार कOवता नाटक म गीत क तरह गायी जायगी
तो बहत अ छ( लगगी 8काश लखत रहना कलम रोकना
नह
8काश-जी मशी और 8काश एक मशहर लखक बन गया
मशीजी क 8ो साहन स
न दलाल भारती 280709
15-बट कसक बट ह
Aी नयन क
या कर रह हो शहर म
पढ रह ह
मा-बाप का नाम रोश करोगी
अवR य
मा-बाप को बट का सख द पाओगी
नह
य+
बट ह बटा नह बनना ह बट बन रहकर मा-बाप को हर
सख दना मरा सपना ह
ठ(क कह रह हो मर भी दो बट ह रोअन रोट हो गयी ह
काश तD हार जसी मर भी एक बट होती न दलाल भारती 290709
16- मसीबत
छोट कम$चार स तलाल को 7नशाना साधत हए दो अधकार
उपहास कय जा रह थ व अपन पददौलत और उची
पहचान का बखान कर थक नह रह थ गरब कम$चार
चपचाप सब सन रहा था इसी बीच कम$चार का दो3 त
रामलाल आ गया स तलाल स पछा मा कसी ह
स तलाल-बीमार तो ह पर पोत-पोती क साथ खश ह
रामलाल-मा बाप ह भगवान ह सवा सAषा करत रहना
स तलाल-हा
रामलाल क बात कछ 13दन पहल अपनी मसीबत बरोजगार
भाई क सर पर डालकर आय बड पद और बशमार दौलत क
मालक क कान म गरम शीशा जस डालती द हो व
बौखलाकर स तलाल स बोल काम भी करोग या बात करत
रहोग न दलाल भारती 290709
17- अ तर
अधकार और कम$चार म या अ तर महसस करत हो
अधकार क पास अधकार होता हकम$चार क पास नह
और
जब चाह काम पर आ सकता ह जब चाह जा सकता
हकम$चार को समय स पहल आना होता ह और दर स
जाना
और
अधकार कम$चार क हक को 7छन सकता ह कम$चार नह
और
कम$चार अ छ कपड़ पहन लया तो अधकार को खजल
होन लगती ह
और भी अ तर
सरकार पKरसD प7तया का मनमाना उपभोग और भी बहत
कछ
समझ गया लोभ क जड़ बहत गहर तक पहच चक ह
नदलाल भारती 290709
18- इतजार
कब तक काम करना पड़ा
आठ बज तक
तयार हो गयी Kरपcट
रात म ह और बाइिL डग भी हो गयी
Kरपcट तो बास क टबल पर पड़ी ह
छाती पर चढकर बनवाय चाह टबल पर रख या टोकर म
मझ छोट कम$चार क लय तो दद$ पीना तकदर ह
जो काम तमस रात आठ बज तक करवाया गया वह भी Pबना
कसी ओवरटाइम क वह तो महज इतजार करन का बहाना
था
कसका
मडम का जानत नह बास अपनी ज[रत अनसार उपभोग
और तम जस छोट कम$चार को आस दत रहत ह
या
हा न दलाल भारती 300709
19-झलक
कोई दरवाज पर खड़ा ह
अ दर बलाओ
बला रह ह जाइय
आप ह अ दर आइय बाहर य+ खड़ ह
जQ द म ह
ऐसी या जQ द ह KरटायरमL ट क बाद भी जQ द ब13ठय
व त नह ह मझ तीन सौ [पया द सकत ह 10 तारख
को बटा क तन2 वाह मलगी द जाउगा
तीन सौ
हा बस तीन सौ अधक नह
लिजय
ध यवाद चलता ह
आग तक क पग बढात ह झलक पड़ा तगी का दद$
नदलाल भारती 310709
20-को(चग
बहत जQ द म हो कहा स आ रह हो
कोचग स
कोचग पढान लगी या
अर नह र म या पढाउगी
बटा को छोड़कर आ रह ह
कौन सी कोचग बटा को द रह हो
इिd लश क
इिd लश क ह य+
इिd लश जानन स कKरअर ब13ढया बनता ह ना तम भी ब चो
कोचग दो
पसा कहा ह इतना म तो घर म ह दती ह स3 कार क
कोचग नदलाल भारती 310709
21-दआ
तीरथ क बाब बह रानी का बखार तो उतरन का नाम नह ल
रहा ह आखो स बचार क झरझर आस झर रह हशरर तप
रहा ह बखार स
अर बाप र दवाई असर नह कर रह ह या
सना नह डा टर या बोल
या बोल
बखार उतरन म समय लगगा
त बबी को चप करा म ठL ड पानी क पe ट रखता ह बखार
जQ द उतर जायगा
ठ(क ह
बी13टया सर सीधा कर म पe ट रखता ह
नह बाबजी म ठ(क ह
बी13टया त तप रह ह बखार स मझ पe ट रखन दो बहरानी
तD हारा दख समझता ह तम बह ह नह बट भी हो हमार
बाबजी दखो बखार कम हो गया
य कसा चम कार
बाबजी आपक दआआप और सासमा हमार लय धरती क
भगवान ह न दलाल भारती 070809
22-स) मान
या पस$नालट ह उस साहब क
कौन ऐस साहब ह
नाम ह हKरबाब Oवचार म नाम जसी उचाई मन खश हो
गयासयोगबस आज मरा अ छा 13दन था
ज[र उ चशf`तस3 कारवान और आदश$वाद होग तभी तो
उच ओहद पर पहच ह
उच पद और दौलत क मालक तो कम पढ लख A1 ठता क
बदौलत भी बन जात ह 13दल+ म जगह नह बना पात बस
अपना मतलब साधना अ द तरह जानत ह ऐस लोग
ऐस लोग+ म अ छ( वालट नह होती हा अभमान का
8द$शन और अपन स अधक योd य+ को दहR त म रख सकत
ह तD हार साहब जस हKरबाब जस जन13हत-रा1 E 13हत म काम
करत ह और मातहतो को मान भी दना जानत ह
सह कह रह ह
तभी तो हा13द$क सD मान पा रह ह हKरबाब और उन जस और
दसर हा13द$क अपमान
न दलाल भारती 110809
23-बट का बाप
कई बार नो Kरg लाई क बाद एक बार मोबाईल बजा
कसका फोन था
लड़क क बाप का
बात हई
आदश मला आवाज नह आ रह ह इसी नD बर पर काल
करो
काल कया
हा
बात हई
लD बी बात बट क बार म मा-बाप और पKरवार क बार म
तहककात फर लड़क क बाप न अपनालड़क का और अपन
पKरवार का बढा-चढाकर पKरचय 13दया
जबाब या मला
म ालय क काम म अभी lt य3 त ह बाद म फोन करना
मत लगाना अब
य+
बट क बाप हो गनहगार नह नदलाल भारती 180809
24-ग+
तD ह पढा
मझ
हा भई तD हार रचनाय मतलब तD ह सच जन और रा1 E13हत
म अ छ( हतD हार लखनी क तवर मन को सकन दत ह
ध यवाद Aीमान जी
एक बात पछ इजाजत हो तो
कसी बात कर रह ह हक ह आपको पछन का
ग[ कौन ह तD हार बताओग या
य+ नह सच बताउ
हा सच ह तो पछ रहा ह
मर मान दलाल भारती 190809
25- भव- य
मरा भी बताओ बाबा
दखी हो सताय हए भी आठ घL ठ साथ रहन वाल+ क आख+
को फट आख नह भात हो
या
सच
य+
छोटा पद बड़ी योd यता मल कारण ह
कोई गनाह तो नह
नहल कन दिD भय+ क लय तो ह
कोई उपाय
13हD मत नह हारना आज क1 टदायी ह दिD भय+ क कारण पर
च ता ना करो भOव1 य अ छा ह उD मीद बनाय रहो
आस पीकर भी उD मीद म तो जी रहा ह
बहत ब13ढया बनाय रहो
ध यवाद बाबा नदलाल भारती 190809
26-राज
अधकार क पद पर काय$रत lt यगदास और बास गg प म
मशगल थ काया$लय का समय ख म होन क प Cह मनट
बाद शरणच C घर जान क लय दफतर स 7नकलन लगा
शरणच C को जात हए दखकर lt यगदास पासा बदलत हए
बास स बोल सर य शरणच C आ फस राइट टाइम$ पर आता
ह और दर स जाता भी ह काम भी आप खब लत ह
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
मा का कज$ कोई नह उतार पाया ह आज तक
न दलाल भारती 180709
2- भत
प चीस तारख क सगो1 ठ( का म2 यव ता आपको स3 था
बनान क इ छक ह आप सहम7त 8दान कर द तो सद3 य+
का सचत कर द
डायर दखकर बताउगा
या
हा आजकल बहत lt य3 त चल रहा ह सा13हि यक काय$gtम+
क वजह स कल बता दगा
ठ(क ह डायर दखकर बता दिजयगा
मन ना मान रहा था जनाब क lt य3 तता सनकर शहर म
रोज सा13हि यक मह फल सजती ह पर ददार नह होत ऐस
कौन स सा13हि यक जलस म lt य3 त रहत ह
जनाब का फोन-एक तारख क बाद रख लिजय
या
हा
य+
डायर खाल नह ह
डायर खाल ह या नह पर A1 ठता का भत खाल नह ह
जनाब न दलाल भारती 180709
3-समझदार अशोक-च Cश बाब कस आय हो
च Cश-3 कटर स और कस
अशोक-बाहर तD हार गाड़ी तो ह ह नह
च Cश-नह ह ना
अशोक-कोई मगनी ल गया या बहत महगा पEोल ह मत
13दया करो कसी को हम महगा पड़ रहा ह गाड़ी स चलना
तमस तीन गनी अधक पगार मलती ह कौन ल गया ह
च दरश-बास
अशोक-बहत ल जात ह और कसी क नह मलती या
च Cश-म मरा हक और मर सामान क तो वह दशा ह जस
कमजोर आदमी क दध दन वाल भस
अशोक-समझ म नह आयी तD हार बात
च Cश-सर जी कमजोर आदमी क भस ज न गयी ह खबर
तजी स फलती ह उतनी ह तजी स दबग लोग+ क बत$न भी
7नब$ल क घर क ओर दौड़ पड़त ह फोकट म दध लन क
लय
अशोक-ओ आई सी बास ह अपन सामान को हाथ नह
लगात सरकार पKरसD प7तय+ का उपभोग खद का हक
मानकर करत ह नीच वाल+ का हक चट करन म त7नक भी
कोतहाई नह बरतत चौबीस घL ट सरकार गाड़ी का उपभोग
सरकार गाड़ी म 13द कत आ जाय तो तम जस भस वाल+ का
उपभोग सरकार उपभोग क व3 तओ को इतना दर करक
रखत ह जस तम हो अछत
च Cश-मझ अदन क या औकात आप तो अधक समझत
ह सर जी न दलाल भारती 170709
4-व वास
तोता पाल लया
नह ह आ गया ह अ7तथ क तरह
Oपजर म तो रखा ह पछ( को कद करना अ याय ह
आजाद क 87त
डरा-सहमा दरवाज पर दो 13दन बठा रहा PबQ ल खा जाती
इसलय नया Oपजड़ा मगवा कर उसक सामन रख 13दया खद
जाकर बठा ह खला छोडन पर भी नह जाता दखो Oपजड़ का
दरवाजा खला ह ना सीट मारता ह नाचता ह गाता ह
धम$प नी क हाथ स दाल-चावल खाता ह जब घर क लोग
नह 13दखत तो मीठ-मीठ बलाता ह अ याय ह या यायछल
या कोई मरा 3 वाथ$
OवR वासन दलाल भारती 180709
5-रोट आजी रोट खा रह ह
हा बी13टया
दोपहर क ह या रात क
जो मान लो बह-बटो का राज ह
बस रोट दाल सS जी कछ नह
ह ना
या
थोड़ा नमक और पानी
खान म
हा और स क अचार भी
बाप र ऐसा अ याय बढ मा क साथ
कहा ल जा रह हो
जमान को 13दखाना ह नकाब हटाना ह भलमानष का मखौटा
लगाय चहर+ स मा बाप धरती क भगवान ह बह-बट+ को
बताना ह ता क मल सकन क रोट बढ मा-बाप को
नदलाल भारती 180709
6-वरासत
य+ अ याय कर रह हो
घर बनाना अ याय ह
दसर क परख+ क Oवरासत पर उ ह का बास-काठ 7छन कर
अ याय नह तो और या ह
अ याय कहत हो
मान जाओ ना हड़प+ कसी क परख+ क 7नशानी
हड़प लया तो
Oवलास नह कर पाओग
दखता ह कौन Oवलास रोकता ह
आह
हो गया कS जा बझ गया दया WखलWखलाती रह गयी
जमीन न दलाल भारती180709
7-बबल क छाव
डाब तीसा सD बY द रचनाकार हक7त व पर गमान ह
उ ह अभमान ह
समतQ य+ स जलन ह नवो13दत+ क राह क काट ह
उ ह छाती पर बठन का शौक ह रचनाधम$ता पर छोट-बडा
को नाज ह
कZ म पाव लटकाय हए खद क तर क क लय जोड़तोड़
13हD मतबाब य वKर1 ठता ह या बबल ह छाव नदलाल भारती 200709
8-आशीवाद
ब13ढया मठाई मलती ह यहा
कछ ल लो
या ल
काजअजवाईन Oप3 ता और भी ढर+ 3 वाद म तो मठाई ह
भइया$ अजवाईन क 3 वाद वाल द दो
लिजय
कतना हआ
प चासी [पय
लिजय हम दोन+ का काट लिजय
नह पसा म दगा
आप बजग$ और Kरटायर ह
तो या ह म दगाउपर वाला दता ह च ता क ज[रत
नह Pबल तो म ह दगा मठाई नह आशीवा$द समझ+
7न[ तर इकार ना कर सका आशीवा$द को माथ चढा लया
नदलाल भारती 200709
10-नगाह
कौन थी वो
सामन मनगट क बीच खड़ी मोट औरत क बह
बह तो नह नौकरानी लगती ह
वस ह रखत ह
Oवधाता न कसा घर बचार क तकदर म लख 13दया ह
पढ लखी नौकरानी होकर रह गयी ह
या माग रह थी
पानी
बोKरग चाल हो गयी पहल बरसात स ह
नह
कहा स पानी दोगी
खरदा हआ टकर का पानी
तम कहा स लाओगी
हम तो हर हफ त खरदत ह ह
तो दान य+
प थर पसीजान क लय
या
हा प थर 13दल ह परा पKरवार पर बह को छोड़कर
वो कस
पर साल बोKरग चल ह एक गलास पानी कसी को नह 13दय
ह पानी का अकाल पड़ा हआ ह पर शहर म रोज कहत थ
बोKरग पानी नह द रह ह कल चाल नह हई तो आज बह
को पानी मागन क लय भज द जानती ह हम मना नह
करग पानी क लय दर-दर भटकन क बाद भी
कसा गY द पKरवार ह िजनक 7नगाह बस मतलब साधन म
लगी रहती ह न दलाल भारती 240709
11-पानी रोको
Kरचािजग करवा लया
तमन
हा
आप भी करवा लो
नह करवाना
य+
कोई गारL ट तो नह क पानी हम मलगा
सम3 या क नाक म नकल तो लगगी
नह लगाना ऐसी नकल
सम3 या का समाधान हपानी रोको नदलाल भारती 240709
12- समय क बबाद
कOव महोदय न मासक सगो1 ठ( क अ त$गत आयोिजत
काlt यपाठ म ]ान-Y यानरा1 E एव मानवता को समOप$त
रचनाओ का स3 वर पाठ कर Aोताओ का मन मोह लया
काय$gtम क अ त म राजभोग और चाय का ब दोब3 त था
राजभोग क 3 वाद म उपि3 थत जन डब हए थ इसी बीच
एक व सा13ह यकार आपसी मनमटाव बस नाराजगी जतात
हए अY य` एव सचव स बोल भOव1 य म नय Oवचार+ को
सगो1 ठ( म शामल कर काlt यपाठ क नाम पर परान+ बात+
पर समय क बबा$द ठ(क नह रचनाओ म नय Oवचार होन
चा13हय सा13ह यकार महोदय क सझाव स राजभोग का 3 वाद
खारा हो गया और लोग थ-थ करन लग थ
न दलाल भारती 280709
13-चोर बाई कल aज पर प चास [पया पड़ा था चोर चला गया
चोर मन क ह
य+
ब च क दवाई क लय
चोर दवाई क लय
कोई उपाय नह सझा
चोर एकमा उपाय नह OवR वास तोड़न वाल नजरो स गर
जात ह
पाव पकड़ती ह नह होगी ऐसी गलती
थामो प चास [पय ब च क दवाई ल लना
चोर का ईनाम ह
नह दL ड नदलाल भारती 280709
14-ो साहन
मशीजी कOवता छS बीस जनवर क लय ठ(क रहगी
हरलाल मशी -बहत ब13ढया कOवता ह
8काश- म लखा ह
मशीजी-तम कOवता भी लखत हो
8काश-पहल बार लखा ह छS बीस जनवर क जलस क लय
मशीजी-तD हार कOवता नाटक म गीत क तरह गायी जायगी
तो बहत अ छ( लगगी 8काश लखत रहना कलम रोकना
नह
8काश-जी मशी और 8काश एक मशहर लखक बन गया
मशीजी क 8ो साहन स
न दलाल भारती 280709
15-बट कसक बट ह
Aी नयन क
या कर रह हो शहर म
पढ रह ह
मा-बाप का नाम रोश करोगी
अवR य
मा-बाप को बट का सख द पाओगी
नह
य+
बट ह बटा नह बनना ह बट बन रहकर मा-बाप को हर
सख दना मरा सपना ह
ठ(क कह रह हो मर भी दो बट ह रोअन रोट हो गयी ह
काश तD हार जसी मर भी एक बट होती न दलाल भारती 290709
16- मसीबत
छोट कम$चार स तलाल को 7नशाना साधत हए दो अधकार
उपहास कय जा रह थ व अपन पददौलत और उची
पहचान का बखान कर थक नह रह थ गरब कम$चार
चपचाप सब सन रहा था इसी बीच कम$चार का दो3 त
रामलाल आ गया स तलाल स पछा मा कसी ह
स तलाल-बीमार तो ह पर पोत-पोती क साथ खश ह
रामलाल-मा बाप ह भगवान ह सवा सAषा करत रहना
स तलाल-हा
रामलाल क बात कछ 13दन पहल अपनी मसीबत बरोजगार
भाई क सर पर डालकर आय बड पद और बशमार दौलत क
मालक क कान म गरम शीशा जस डालती द हो व
बौखलाकर स तलाल स बोल काम भी करोग या बात करत
रहोग न दलाल भारती 290709
17- अ तर
अधकार और कम$चार म या अ तर महसस करत हो
अधकार क पास अधकार होता हकम$चार क पास नह
और
जब चाह काम पर आ सकता ह जब चाह जा सकता
हकम$चार को समय स पहल आना होता ह और दर स
जाना
और
अधकार कम$चार क हक को 7छन सकता ह कम$चार नह
और
कम$चार अ छ कपड़ पहन लया तो अधकार को खजल
होन लगती ह
और भी अ तर
सरकार पKरसD प7तया का मनमाना उपभोग और भी बहत
कछ
समझ गया लोभ क जड़ बहत गहर तक पहच चक ह
नदलाल भारती 290709
18- इतजार
कब तक काम करना पड़ा
आठ बज तक
तयार हो गयी Kरपcट
रात म ह और बाइिL डग भी हो गयी
Kरपcट तो बास क टबल पर पड़ी ह
छाती पर चढकर बनवाय चाह टबल पर रख या टोकर म
मझ छोट कम$चार क लय तो दद$ पीना तकदर ह
जो काम तमस रात आठ बज तक करवाया गया वह भी Pबना
कसी ओवरटाइम क वह तो महज इतजार करन का बहाना
था
कसका
मडम का जानत नह बास अपनी ज[रत अनसार उपभोग
और तम जस छोट कम$चार को आस दत रहत ह
या
हा न दलाल भारती 300709
19-झलक
कोई दरवाज पर खड़ा ह
अ दर बलाओ
बला रह ह जाइय
आप ह अ दर आइय बाहर य+ खड़ ह
जQ द म ह
ऐसी या जQ द ह KरटायरमL ट क बाद भी जQ द ब13ठय
व त नह ह मझ तीन सौ [पया द सकत ह 10 तारख
को बटा क तन2 वाह मलगी द जाउगा
तीन सौ
हा बस तीन सौ अधक नह
लिजय
ध यवाद चलता ह
आग तक क पग बढात ह झलक पड़ा तगी का दद$
नदलाल भारती 310709
20-को(चग
बहत जQ द म हो कहा स आ रह हो
कोचग स
कोचग पढान लगी या
अर नह र म या पढाउगी
बटा को छोड़कर आ रह ह
कौन सी कोचग बटा को द रह हो
इिd लश क
इिd लश क ह य+
इिd लश जानन स कKरअर ब13ढया बनता ह ना तम भी ब चो
कोचग दो
पसा कहा ह इतना म तो घर म ह दती ह स3 कार क
कोचग नदलाल भारती 310709
21-दआ
तीरथ क बाब बह रानी का बखार तो उतरन का नाम नह ल
रहा ह आखो स बचार क झरझर आस झर रह हशरर तप
रहा ह बखार स
अर बाप र दवाई असर नह कर रह ह या
सना नह डा टर या बोल
या बोल
बखार उतरन म समय लगगा
त बबी को चप करा म ठL ड पानी क पe ट रखता ह बखार
जQ द उतर जायगा
ठ(क ह
बी13टया सर सीधा कर म पe ट रखता ह
नह बाबजी म ठ(क ह
बी13टया त तप रह ह बखार स मझ पe ट रखन दो बहरानी
तD हारा दख समझता ह तम बह ह नह बट भी हो हमार
बाबजी दखो बखार कम हो गया
य कसा चम कार
बाबजी आपक दआआप और सासमा हमार लय धरती क
भगवान ह न दलाल भारती 070809
22-स) मान
या पस$नालट ह उस साहब क
कौन ऐस साहब ह
नाम ह हKरबाब Oवचार म नाम जसी उचाई मन खश हो
गयासयोगबस आज मरा अ छा 13दन था
ज[र उ चशf`तस3 कारवान और आदश$वाद होग तभी तो
उच ओहद पर पहच ह
उच पद और दौलत क मालक तो कम पढ लख A1 ठता क
बदौलत भी बन जात ह 13दल+ म जगह नह बना पात बस
अपना मतलब साधना अ द तरह जानत ह ऐस लोग
ऐस लोग+ म अ छ( वालट नह होती हा अभमान का
8द$शन और अपन स अधक योd य+ को दहR त म रख सकत
ह तD हार साहब जस हKरबाब जस जन13हत-रा1 E 13हत म काम
करत ह और मातहतो को मान भी दना जानत ह
सह कह रह ह
तभी तो हा13द$क सD मान पा रह ह हKरबाब और उन जस और
दसर हा13द$क अपमान
न दलाल भारती 110809
23-बट का बाप
कई बार नो Kरg लाई क बाद एक बार मोबाईल बजा
कसका फोन था
लड़क क बाप का
बात हई
आदश मला आवाज नह आ रह ह इसी नD बर पर काल
करो
काल कया
हा
बात हई
लD बी बात बट क बार म मा-बाप और पKरवार क बार म
तहककात फर लड़क क बाप न अपनालड़क का और अपन
पKरवार का बढा-चढाकर पKरचय 13दया
जबाब या मला
म ालय क काम म अभी lt य3 त ह बाद म फोन करना
मत लगाना अब
य+
बट क बाप हो गनहगार नह नदलाल भारती 180809
24-ग+
तD ह पढा
मझ
हा भई तD हार रचनाय मतलब तD ह सच जन और रा1 E13हत
म अ छ( हतD हार लखनी क तवर मन को सकन दत ह
ध यवाद Aीमान जी
एक बात पछ इजाजत हो तो
कसी बात कर रह ह हक ह आपको पछन का
ग[ कौन ह तD हार बताओग या
य+ नह सच बताउ
हा सच ह तो पछ रहा ह
मर मान दलाल भारती 190809
25- भव- य
मरा भी बताओ बाबा
दखी हो सताय हए भी आठ घL ठ साथ रहन वाल+ क आख+
को फट आख नह भात हो
या
सच
य+
छोटा पद बड़ी योd यता मल कारण ह
कोई गनाह तो नह
नहल कन दिD भय+ क लय तो ह
कोई उपाय
13हD मत नह हारना आज क1 टदायी ह दिD भय+ क कारण पर
च ता ना करो भOव1 य अ छा ह उD मीद बनाय रहो
आस पीकर भी उD मीद म तो जी रहा ह
बहत ब13ढया बनाय रहो
ध यवाद बाबा नदलाल भारती 190809
26-राज
अधकार क पद पर काय$रत lt यगदास और बास गg प म
मशगल थ काया$लय का समय ख म होन क प Cह मनट
बाद शरणच C घर जान क लय दफतर स 7नकलन लगा
शरणच C को जात हए दखकर lt यगदास पासा बदलत हए
बास स बोल सर य शरणच C आ फस राइट टाइम$ पर आता
ह और दर स जाता भी ह काम भी आप खब लत ह
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
अशोक-कोई मगनी ल गया या बहत महगा पEोल ह मत
13दया करो कसी को हम महगा पड़ रहा ह गाड़ी स चलना
तमस तीन गनी अधक पगार मलती ह कौन ल गया ह
च दरश-बास
अशोक-बहत ल जात ह और कसी क नह मलती या
च Cश-म मरा हक और मर सामान क तो वह दशा ह जस
कमजोर आदमी क दध दन वाल भस
अशोक-समझ म नह आयी तD हार बात
च Cश-सर जी कमजोर आदमी क भस ज न गयी ह खबर
तजी स फलती ह उतनी ह तजी स दबग लोग+ क बत$न भी
7नब$ल क घर क ओर दौड़ पड़त ह फोकट म दध लन क
लय
अशोक-ओ आई सी बास ह अपन सामान को हाथ नह
लगात सरकार पKरसD प7तय+ का उपभोग खद का हक
मानकर करत ह नीच वाल+ का हक चट करन म त7नक भी
कोतहाई नह बरतत चौबीस घL ट सरकार गाड़ी का उपभोग
सरकार गाड़ी म 13द कत आ जाय तो तम जस भस वाल+ का
उपभोग सरकार उपभोग क व3 तओ को इतना दर करक
रखत ह जस तम हो अछत
च Cश-मझ अदन क या औकात आप तो अधक समझत
ह सर जी न दलाल भारती 170709
4-व वास
तोता पाल लया
नह ह आ गया ह अ7तथ क तरह
Oपजर म तो रखा ह पछ( को कद करना अ याय ह
आजाद क 87त
डरा-सहमा दरवाज पर दो 13दन बठा रहा PबQ ल खा जाती
इसलय नया Oपजड़ा मगवा कर उसक सामन रख 13दया खद
जाकर बठा ह खला छोडन पर भी नह जाता दखो Oपजड़ का
दरवाजा खला ह ना सीट मारता ह नाचता ह गाता ह
धम$प नी क हाथ स दाल-चावल खाता ह जब घर क लोग
नह 13दखत तो मीठ-मीठ बलाता ह अ याय ह या यायछल
या कोई मरा 3 वाथ$
OवR वासन दलाल भारती 180709
5-रोट आजी रोट खा रह ह
हा बी13टया
दोपहर क ह या रात क
जो मान लो बह-बटो का राज ह
बस रोट दाल सS जी कछ नह
ह ना
या
थोड़ा नमक और पानी
खान म
हा और स क अचार भी
बाप र ऐसा अ याय बढ मा क साथ
कहा ल जा रह हो
जमान को 13दखाना ह नकाब हटाना ह भलमानष का मखौटा
लगाय चहर+ स मा बाप धरती क भगवान ह बह-बट+ को
बताना ह ता क मल सकन क रोट बढ मा-बाप को
नदलाल भारती 180709
6-वरासत
य+ अ याय कर रह हो
घर बनाना अ याय ह
दसर क परख+ क Oवरासत पर उ ह का बास-काठ 7छन कर
अ याय नह तो और या ह
अ याय कहत हो
मान जाओ ना हड़प+ कसी क परख+ क 7नशानी
हड़प लया तो
Oवलास नह कर पाओग
दखता ह कौन Oवलास रोकता ह
आह
हो गया कS जा बझ गया दया WखलWखलाती रह गयी
जमीन न दलाल भारती180709
7-बबल क छाव
डाब तीसा सD बY द रचनाकार हक7त व पर गमान ह
उ ह अभमान ह
समतQ य+ स जलन ह नवो13दत+ क राह क काट ह
उ ह छाती पर बठन का शौक ह रचनाधम$ता पर छोट-बडा
को नाज ह
कZ म पाव लटकाय हए खद क तर क क लय जोड़तोड़
13हD मतबाब य वKर1 ठता ह या बबल ह छाव नदलाल भारती 200709
8-आशीवाद
ब13ढया मठाई मलती ह यहा
कछ ल लो
या ल
काजअजवाईन Oप3 ता और भी ढर+ 3 वाद म तो मठाई ह
भइया$ अजवाईन क 3 वाद वाल द दो
लिजय
कतना हआ
प चासी [पय
लिजय हम दोन+ का काट लिजय
नह पसा म दगा
आप बजग$ और Kरटायर ह
तो या ह म दगाउपर वाला दता ह च ता क ज[रत
नह Pबल तो म ह दगा मठाई नह आशीवा$द समझ+
7न[ तर इकार ना कर सका आशीवा$द को माथ चढा लया
नदलाल भारती 200709
10-नगाह
कौन थी वो
सामन मनगट क बीच खड़ी मोट औरत क बह
बह तो नह नौकरानी लगती ह
वस ह रखत ह
Oवधाता न कसा घर बचार क तकदर म लख 13दया ह
पढ लखी नौकरानी होकर रह गयी ह
या माग रह थी
पानी
बोKरग चाल हो गयी पहल बरसात स ह
नह
कहा स पानी दोगी
खरदा हआ टकर का पानी
तम कहा स लाओगी
हम तो हर हफ त खरदत ह ह
तो दान य+
प थर पसीजान क लय
या
हा प थर 13दल ह परा पKरवार पर बह को छोड़कर
वो कस
पर साल बोKरग चल ह एक गलास पानी कसी को नह 13दय
ह पानी का अकाल पड़ा हआ ह पर शहर म रोज कहत थ
बोKरग पानी नह द रह ह कल चाल नह हई तो आज बह
को पानी मागन क लय भज द जानती ह हम मना नह
करग पानी क लय दर-दर भटकन क बाद भी
कसा गY द पKरवार ह िजनक 7नगाह बस मतलब साधन म
लगी रहती ह न दलाल भारती 240709
11-पानी रोको
Kरचािजग करवा लया
तमन
हा
आप भी करवा लो
नह करवाना
य+
कोई गारL ट तो नह क पानी हम मलगा
सम3 या क नाक म नकल तो लगगी
नह लगाना ऐसी नकल
सम3 या का समाधान हपानी रोको नदलाल भारती 240709
12- समय क बबाद
कOव महोदय न मासक सगो1 ठ( क अ त$गत आयोिजत
काlt यपाठ म ]ान-Y यानरा1 E एव मानवता को समOप$त
रचनाओ का स3 वर पाठ कर Aोताओ का मन मोह लया
काय$gtम क अ त म राजभोग और चाय का ब दोब3 त था
राजभोग क 3 वाद म उपि3 थत जन डब हए थ इसी बीच
एक व सा13ह यकार आपसी मनमटाव बस नाराजगी जतात
हए अY य` एव सचव स बोल भOव1 य म नय Oवचार+ को
सगो1 ठ( म शामल कर काlt यपाठ क नाम पर परान+ बात+
पर समय क बबा$द ठ(क नह रचनाओ म नय Oवचार होन
चा13हय सा13ह यकार महोदय क सझाव स राजभोग का 3 वाद
खारा हो गया और लोग थ-थ करन लग थ
न दलाल भारती 280709
13-चोर बाई कल aज पर प चास [पया पड़ा था चोर चला गया
चोर मन क ह
य+
ब च क दवाई क लय
चोर दवाई क लय
कोई उपाय नह सझा
चोर एकमा उपाय नह OवR वास तोड़न वाल नजरो स गर
जात ह
पाव पकड़ती ह नह होगी ऐसी गलती
थामो प चास [पय ब च क दवाई ल लना
चोर का ईनाम ह
नह दL ड नदलाल भारती 280709
14-ो साहन
मशीजी कOवता छS बीस जनवर क लय ठ(क रहगी
हरलाल मशी -बहत ब13ढया कOवता ह
8काश- म लखा ह
मशीजी-तम कOवता भी लखत हो
8काश-पहल बार लखा ह छS बीस जनवर क जलस क लय
मशीजी-तD हार कOवता नाटक म गीत क तरह गायी जायगी
तो बहत अ छ( लगगी 8काश लखत रहना कलम रोकना
नह
8काश-जी मशी और 8काश एक मशहर लखक बन गया
मशीजी क 8ो साहन स
न दलाल भारती 280709
15-बट कसक बट ह
Aी नयन क
या कर रह हो शहर म
पढ रह ह
मा-बाप का नाम रोश करोगी
अवR य
मा-बाप को बट का सख द पाओगी
नह
य+
बट ह बटा नह बनना ह बट बन रहकर मा-बाप को हर
सख दना मरा सपना ह
ठ(क कह रह हो मर भी दो बट ह रोअन रोट हो गयी ह
काश तD हार जसी मर भी एक बट होती न दलाल भारती 290709
16- मसीबत
छोट कम$चार स तलाल को 7नशाना साधत हए दो अधकार
उपहास कय जा रह थ व अपन पददौलत और उची
पहचान का बखान कर थक नह रह थ गरब कम$चार
चपचाप सब सन रहा था इसी बीच कम$चार का दो3 त
रामलाल आ गया स तलाल स पछा मा कसी ह
स तलाल-बीमार तो ह पर पोत-पोती क साथ खश ह
रामलाल-मा बाप ह भगवान ह सवा सAषा करत रहना
स तलाल-हा
रामलाल क बात कछ 13दन पहल अपनी मसीबत बरोजगार
भाई क सर पर डालकर आय बड पद और बशमार दौलत क
मालक क कान म गरम शीशा जस डालती द हो व
बौखलाकर स तलाल स बोल काम भी करोग या बात करत
रहोग न दलाल भारती 290709
17- अ तर
अधकार और कम$चार म या अ तर महसस करत हो
अधकार क पास अधकार होता हकम$चार क पास नह
और
जब चाह काम पर आ सकता ह जब चाह जा सकता
हकम$चार को समय स पहल आना होता ह और दर स
जाना
और
अधकार कम$चार क हक को 7छन सकता ह कम$चार नह
और
कम$चार अ छ कपड़ पहन लया तो अधकार को खजल
होन लगती ह
और भी अ तर
सरकार पKरसD प7तया का मनमाना उपभोग और भी बहत
कछ
समझ गया लोभ क जड़ बहत गहर तक पहच चक ह
नदलाल भारती 290709
18- इतजार
कब तक काम करना पड़ा
आठ बज तक
तयार हो गयी Kरपcट
रात म ह और बाइिL डग भी हो गयी
Kरपcट तो बास क टबल पर पड़ी ह
छाती पर चढकर बनवाय चाह टबल पर रख या टोकर म
मझ छोट कम$चार क लय तो दद$ पीना तकदर ह
जो काम तमस रात आठ बज तक करवाया गया वह भी Pबना
कसी ओवरटाइम क वह तो महज इतजार करन का बहाना
था
कसका
मडम का जानत नह बास अपनी ज[रत अनसार उपभोग
और तम जस छोट कम$चार को आस दत रहत ह
या
हा न दलाल भारती 300709
19-झलक
कोई दरवाज पर खड़ा ह
अ दर बलाओ
बला रह ह जाइय
आप ह अ दर आइय बाहर य+ खड़ ह
जQ द म ह
ऐसी या जQ द ह KरटायरमL ट क बाद भी जQ द ब13ठय
व त नह ह मझ तीन सौ [पया द सकत ह 10 तारख
को बटा क तन2 वाह मलगी द जाउगा
तीन सौ
हा बस तीन सौ अधक नह
लिजय
ध यवाद चलता ह
आग तक क पग बढात ह झलक पड़ा तगी का दद$
नदलाल भारती 310709
20-को(चग
बहत जQ द म हो कहा स आ रह हो
कोचग स
कोचग पढान लगी या
अर नह र म या पढाउगी
बटा को छोड़कर आ रह ह
कौन सी कोचग बटा को द रह हो
इिd लश क
इिd लश क ह य+
इिd लश जानन स कKरअर ब13ढया बनता ह ना तम भी ब चो
कोचग दो
पसा कहा ह इतना म तो घर म ह दती ह स3 कार क
कोचग नदलाल भारती 310709
21-दआ
तीरथ क बाब बह रानी का बखार तो उतरन का नाम नह ल
रहा ह आखो स बचार क झरझर आस झर रह हशरर तप
रहा ह बखार स
अर बाप र दवाई असर नह कर रह ह या
सना नह डा टर या बोल
या बोल
बखार उतरन म समय लगगा
त बबी को चप करा म ठL ड पानी क पe ट रखता ह बखार
जQ द उतर जायगा
ठ(क ह
बी13टया सर सीधा कर म पe ट रखता ह
नह बाबजी म ठ(क ह
बी13टया त तप रह ह बखार स मझ पe ट रखन दो बहरानी
तD हारा दख समझता ह तम बह ह नह बट भी हो हमार
बाबजी दखो बखार कम हो गया
य कसा चम कार
बाबजी आपक दआआप और सासमा हमार लय धरती क
भगवान ह न दलाल भारती 070809
22-स) मान
या पस$नालट ह उस साहब क
कौन ऐस साहब ह
नाम ह हKरबाब Oवचार म नाम जसी उचाई मन खश हो
गयासयोगबस आज मरा अ छा 13दन था
ज[र उ चशf`तस3 कारवान और आदश$वाद होग तभी तो
उच ओहद पर पहच ह
उच पद और दौलत क मालक तो कम पढ लख A1 ठता क
बदौलत भी बन जात ह 13दल+ म जगह नह बना पात बस
अपना मतलब साधना अ द तरह जानत ह ऐस लोग
ऐस लोग+ म अ छ( वालट नह होती हा अभमान का
8द$शन और अपन स अधक योd य+ को दहR त म रख सकत
ह तD हार साहब जस हKरबाब जस जन13हत-रा1 E 13हत म काम
करत ह और मातहतो को मान भी दना जानत ह
सह कह रह ह
तभी तो हा13द$क सD मान पा रह ह हKरबाब और उन जस और
दसर हा13द$क अपमान
न दलाल भारती 110809
23-बट का बाप
कई बार नो Kरg लाई क बाद एक बार मोबाईल बजा
कसका फोन था
लड़क क बाप का
बात हई
आदश मला आवाज नह आ रह ह इसी नD बर पर काल
करो
काल कया
हा
बात हई
लD बी बात बट क बार म मा-बाप और पKरवार क बार म
तहककात फर लड़क क बाप न अपनालड़क का और अपन
पKरवार का बढा-चढाकर पKरचय 13दया
जबाब या मला
म ालय क काम म अभी lt य3 त ह बाद म फोन करना
मत लगाना अब
य+
बट क बाप हो गनहगार नह नदलाल भारती 180809
24-ग+
तD ह पढा
मझ
हा भई तD हार रचनाय मतलब तD ह सच जन और रा1 E13हत
म अ छ( हतD हार लखनी क तवर मन को सकन दत ह
ध यवाद Aीमान जी
एक बात पछ इजाजत हो तो
कसी बात कर रह ह हक ह आपको पछन का
ग[ कौन ह तD हार बताओग या
य+ नह सच बताउ
हा सच ह तो पछ रहा ह
मर मान दलाल भारती 190809
25- भव- य
मरा भी बताओ बाबा
दखी हो सताय हए भी आठ घL ठ साथ रहन वाल+ क आख+
को फट आख नह भात हो
या
सच
य+
छोटा पद बड़ी योd यता मल कारण ह
कोई गनाह तो नह
नहल कन दिD भय+ क लय तो ह
कोई उपाय
13हD मत नह हारना आज क1 टदायी ह दिD भय+ क कारण पर
च ता ना करो भOव1 य अ छा ह उD मीद बनाय रहो
आस पीकर भी उD मीद म तो जी रहा ह
बहत ब13ढया बनाय रहो
ध यवाद बाबा नदलाल भारती 190809
26-राज
अधकार क पद पर काय$रत lt यगदास और बास गg प म
मशगल थ काया$लय का समय ख म होन क प Cह मनट
बाद शरणच C घर जान क लय दफतर स 7नकलन लगा
शरणच C को जात हए दखकर lt यगदास पासा बदलत हए
बास स बोल सर य शरणच C आ फस राइट टाइम$ पर आता
ह और दर स जाता भी ह काम भी आप खब लत ह
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
डरा-सहमा दरवाज पर दो 13दन बठा रहा PबQ ल खा जाती
इसलय नया Oपजड़ा मगवा कर उसक सामन रख 13दया खद
जाकर बठा ह खला छोडन पर भी नह जाता दखो Oपजड़ का
दरवाजा खला ह ना सीट मारता ह नाचता ह गाता ह
धम$प नी क हाथ स दाल-चावल खाता ह जब घर क लोग
नह 13दखत तो मीठ-मीठ बलाता ह अ याय ह या यायछल
या कोई मरा 3 वाथ$
OवR वासन दलाल भारती 180709
5-रोट आजी रोट खा रह ह
हा बी13टया
दोपहर क ह या रात क
जो मान लो बह-बटो का राज ह
बस रोट दाल सS जी कछ नह
ह ना
या
थोड़ा नमक और पानी
खान म
हा और स क अचार भी
बाप र ऐसा अ याय बढ मा क साथ
कहा ल जा रह हो
जमान को 13दखाना ह नकाब हटाना ह भलमानष का मखौटा
लगाय चहर+ स मा बाप धरती क भगवान ह बह-बट+ को
बताना ह ता क मल सकन क रोट बढ मा-बाप को
नदलाल भारती 180709
6-वरासत
य+ अ याय कर रह हो
घर बनाना अ याय ह
दसर क परख+ क Oवरासत पर उ ह का बास-काठ 7छन कर
अ याय नह तो और या ह
अ याय कहत हो
मान जाओ ना हड़प+ कसी क परख+ क 7नशानी
हड़प लया तो
Oवलास नह कर पाओग
दखता ह कौन Oवलास रोकता ह
आह
हो गया कS जा बझ गया दया WखलWखलाती रह गयी
जमीन न दलाल भारती180709
7-बबल क छाव
डाब तीसा सD बY द रचनाकार हक7त व पर गमान ह
उ ह अभमान ह
समतQ य+ स जलन ह नवो13दत+ क राह क काट ह
उ ह छाती पर बठन का शौक ह रचनाधम$ता पर छोट-बडा
को नाज ह
कZ म पाव लटकाय हए खद क तर क क लय जोड़तोड़
13हD मतबाब य वKर1 ठता ह या बबल ह छाव नदलाल भारती 200709
8-आशीवाद
ब13ढया मठाई मलती ह यहा
कछ ल लो
या ल
काजअजवाईन Oप3 ता और भी ढर+ 3 वाद म तो मठाई ह
भइया$ अजवाईन क 3 वाद वाल द दो
लिजय
कतना हआ
प चासी [पय
लिजय हम दोन+ का काट लिजय
नह पसा म दगा
आप बजग$ और Kरटायर ह
तो या ह म दगाउपर वाला दता ह च ता क ज[रत
नह Pबल तो म ह दगा मठाई नह आशीवा$द समझ+
7न[ तर इकार ना कर सका आशीवा$द को माथ चढा लया
नदलाल भारती 200709
10-नगाह
कौन थी वो
सामन मनगट क बीच खड़ी मोट औरत क बह
बह तो नह नौकरानी लगती ह
वस ह रखत ह
Oवधाता न कसा घर बचार क तकदर म लख 13दया ह
पढ लखी नौकरानी होकर रह गयी ह
या माग रह थी
पानी
बोKरग चाल हो गयी पहल बरसात स ह
नह
कहा स पानी दोगी
खरदा हआ टकर का पानी
तम कहा स लाओगी
हम तो हर हफ त खरदत ह ह
तो दान य+
प थर पसीजान क लय
या
हा प थर 13दल ह परा पKरवार पर बह को छोड़कर
वो कस
पर साल बोKरग चल ह एक गलास पानी कसी को नह 13दय
ह पानी का अकाल पड़ा हआ ह पर शहर म रोज कहत थ
बोKरग पानी नह द रह ह कल चाल नह हई तो आज बह
को पानी मागन क लय भज द जानती ह हम मना नह
करग पानी क लय दर-दर भटकन क बाद भी
कसा गY द पKरवार ह िजनक 7नगाह बस मतलब साधन म
लगी रहती ह न दलाल भारती 240709
11-पानी रोको
Kरचािजग करवा लया
तमन
हा
आप भी करवा लो
नह करवाना
य+
कोई गारL ट तो नह क पानी हम मलगा
सम3 या क नाक म नकल तो लगगी
नह लगाना ऐसी नकल
सम3 या का समाधान हपानी रोको नदलाल भारती 240709
12- समय क बबाद
कOव महोदय न मासक सगो1 ठ( क अ त$गत आयोिजत
काlt यपाठ म ]ान-Y यानरा1 E एव मानवता को समOप$त
रचनाओ का स3 वर पाठ कर Aोताओ का मन मोह लया
काय$gtम क अ त म राजभोग और चाय का ब दोब3 त था
राजभोग क 3 वाद म उपि3 थत जन डब हए थ इसी बीच
एक व सा13ह यकार आपसी मनमटाव बस नाराजगी जतात
हए अY य` एव सचव स बोल भOव1 य म नय Oवचार+ को
सगो1 ठ( म शामल कर काlt यपाठ क नाम पर परान+ बात+
पर समय क बबा$द ठ(क नह रचनाओ म नय Oवचार होन
चा13हय सा13ह यकार महोदय क सझाव स राजभोग का 3 वाद
खारा हो गया और लोग थ-थ करन लग थ
न दलाल भारती 280709
13-चोर बाई कल aज पर प चास [पया पड़ा था चोर चला गया
चोर मन क ह
य+
ब च क दवाई क लय
चोर दवाई क लय
कोई उपाय नह सझा
चोर एकमा उपाय नह OवR वास तोड़न वाल नजरो स गर
जात ह
पाव पकड़ती ह नह होगी ऐसी गलती
थामो प चास [पय ब च क दवाई ल लना
चोर का ईनाम ह
नह दL ड नदलाल भारती 280709
14-ो साहन
मशीजी कOवता छS बीस जनवर क लय ठ(क रहगी
हरलाल मशी -बहत ब13ढया कOवता ह
8काश- म लखा ह
मशीजी-तम कOवता भी लखत हो
8काश-पहल बार लखा ह छS बीस जनवर क जलस क लय
मशीजी-तD हार कOवता नाटक म गीत क तरह गायी जायगी
तो बहत अ छ( लगगी 8काश लखत रहना कलम रोकना
नह
8काश-जी मशी और 8काश एक मशहर लखक बन गया
मशीजी क 8ो साहन स
न दलाल भारती 280709
15-बट कसक बट ह
Aी नयन क
या कर रह हो शहर म
पढ रह ह
मा-बाप का नाम रोश करोगी
अवR य
मा-बाप को बट का सख द पाओगी
नह
य+
बट ह बटा नह बनना ह बट बन रहकर मा-बाप को हर
सख दना मरा सपना ह
ठ(क कह रह हो मर भी दो बट ह रोअन रोट हो गयी ह
काश तD हार जसी मर भी एक बट होती न दलाल भारती 290709
16- मसीबत
छोट कम$चार स तलाल को 7नशाना साधत हए दो अधकार
उपहास कय जा रह थ व अपन पददौलत और उची
पहचान का बखान कर थक नह रह थ गरब कम$चार
चपचाप सब सन रहा था इसी बीच कम$चार का दो3 त
रामलाल आ गया स तलाल स पछा मा कसी ह
स तलाल-बीमार तो ह पर पोत-पोती क साथ खश ह
रामलाल-मा बाप ह भगवान ह सवा सAषा करत रहना
स तलाल-हा
रामलाल क बात कछ 13दन पहल अपनी मसीबत बरोजगार
भाई क सर पर डालकर आय बड पद और बशमार दौलत क
मालक क कान म गरम शीशा जस डालती द हो व
बौखलाकर स तलाल स बोल काम भी करोग या बात करत
रहोग न दलाल भारती 290709
17- अ तर
अधकार और कम$चार म या अ तर महसस करत हो
अधकार क पास अधकार होता हकम$चार क पास नह
और
जब चाह काम पर आ सकता ह जब चाह जा सकता
हकम$चार को समय स पहल आना होता ह और दर स
जाना
और
अधकार कम$चार क हक को 7छन सकता ह कम$चार नह
और
कम$चार अ छ कपड़ पहन लया तो अधकार को खजल
होन लगती ह
और भी अ तर
सरकार पKरसD प7तया का मनमाना उपभोग और भी बहत
कछ
समझ गया लोभ क जड़ बहत गहर तक पहच चक ह
नदलाल भारती 290709
18- इतजार
कब तक काम करना पड़ा
आठ बज तक
तयार हो गयी Kरपcट
रात म ह और बाइिL डग भी हो गयी
Kरपcट तो बास क टबल पर पड़ी ह
छाती पर चढकर बनवाय चाह टबल पर रख या टोकर म
मझ छोट कम$चार क लय तो दद$ पीना तकदर ह
जो काम तमस रात आठ बज तक करवाया गया वह भी Pबना
कसी ओवरटाइम क वह तो महज इतजार करन का बहाना
था
कसका
मडम का जानत नह बास अपनी ज[रत अनसार उपभोग
और तम जस छोट कम$चार को आस दत रहत ह
या
हा न दलाल भारती 300709
19-झलक
कोई दरवाज पर खड़ा ह
अ दर बलाओ
बला रह ह जाइय
आप ह अ दर आइय बाहर य+ खड़ ह
जQ द म ह
ऐसी या जQ द ह KरटायरमL ट क बाद भी जQ द ब13ठय
व त नह ह मझ तीन सौ [पया द सकत ह 10 तारख
को बटा क तन2 वाह मलगी द जाउगा
तीन सौ
हा बस तीन सौ अधक नह
लिजय
ध यवाद चलता ह
आग तक क पग बढात ह झलक पड़ा तगी का दद$
नदलाल भारती 310709
20-को(चग
बहत जQ द म हो कहा स आ रह हो
कोचग स
कोचग पढान लगी या
अर नह र म या पढाउगी
बटा को छोड़कर आ रह ह
कौन सी कोचग बटा को द रह हो
इिd लश क
इिd लश क ह य+
इिd लश जानन स कKरअर ब13ढया बनता ह ना तम भी ब चो
कोचग दो
पसा कहा ह इतना म तो घर म ह दती ह स3 कार क
कोचग नदलाल भारती 310709
21-दआ
तीरथ क बाब बह रानी का बखार तो उतरन का नाम नह ल
रहा ह आखो स बचार क झरझर आस झर रह हशरर तप
रहा ह बखार स
अर बाप र दवाई असर नह कर रह ह या
सना नह डा टर या बोल
या बोल
बखार उतरन म समय लगगा
त बबी को चप करा म ठL ड पानी क पe ट रखता ह बखार
जQ द उतर जायगा
ठ(क ह
बी13टया सर सीधा कर म पe ट रखता ह
नह बाबजी म ठ(क ह
बी13टया त तप रह ह बखार स मझ पe ट रखन दो बहरानी
तD हारा दख समझता ह तम बह ह नह बट भी हो हमार
बाबजी दखो बखार कम हो गया
य कसा चम कार
बाबजी आपक दआआप और सासमा हमार लय धरती क
भगवान ह न दलाल भारती 070809
22-स) मान
या पस$नालट ह उस साहब क
कौन ऐस साहब ह
नाम ह हKरबाब Oवचार म नाम जसी उचाई मन खश हो
गयासयोगबस आज मरा अ छा 13दन था
ज[र उ चशf`तस3 कारवान और आदश$वाद होग तभी तो
उच ओहद पर पहच ह
उच पद और दौलत क मालक तो कम पढ लख A1 ठता क
बदौलत भी बन जात ह 13दल+ म जगह नह बना पात बस
अपना मतलब साधना अ द तरह जानत ह ऐस लोग
ऐस लोग+ म अ छ( वालट नह होती हा अभमान का
8द$शन और अपन स अधक योd य+ को दहR त म रख सकत
ह तD हार साहब जस हKरबाब जस जन13हत-रा1 E 13हत म काम
करत ह और मातहतो को मान भी दना जानत ह
सह कह रह ह
तभी तो हा13द$क सD मान पा रह ह हKरबाब और उन जस और
दसर हा13द$क अपमान
न दलाल भारती 110809
23-बट का बाप
कई बार नो Kरg लाई क बाद एक बार मोबाईल बजा
कसका फोन था
लड़क क बाप का
बात हई
आदश मला आवाज नह आ रह ह इसी नD बर पर काल
करो
काल कया
हा
बात हई
लD बी बात बट क बार म मा-बाप और पKरवार क बार म
तहककात फर लड़क क बाप न अपनालड़क का और अपन
पKरवार का बढा-चढाकर पKरचय 13दया
जबाब या मला
म ालय क काम म अभी lt य3 त ह बाद म फोन करना
मत लगाना अब
य+
बट क बाप हो गनहगार नह नदलाल भारती 180809
24-ग+
तD ह पढा
मझ
हा भई तD हार रचनाय मतलब तD ह सच जन और रा1 E13हत
म अ छ( हतD हार लखनी क तवर मन को सकन दत ह
ध यवाद Aीमान जी
एक बात पछ इजाजत हो तो
कसी बात कर रह ह हक ह आपको पछन का
ग[ कौन ह तD हार बताओग या
य+ नह सच बताउ
हा सच ह तो पछ रहा ह
मर मान दलाल भारती 190809
25- भव- य
मरा भी बताओ बाबा
दखी हो सताय हए भी आठ घL ठ साथ रहन वाल+ क आख+
को फट आख नह भात हो
या
सच
य+
छोटा पद बड़ी योd यता मल कारण ह
कोई गनाह तो नह
नहल कन दिD भय+ क लय तो ह
कोई उपाय
13हD मत नह हारना आज क1 टदायी ह दिD भय+ क कारण पर
च ता ना करो भOव1 य अ छा ह उD मीद बनाय रहो
आस पीकर भी उD मीद म तो जी रहा ह
बहत ब13ढया बनाय रहो
ध यवाद बाबा नदलाल भारती 190809
26-राज
अधकार क पद पर काय$रत lt यगदास और बास गg प म
मशगल थ काया$लय का समय ख म होन क प Cह मनट
बाद शरणच C घर जान क लय दफतर स 7नकलन लगा
शरणच C को जात हए दखकर lt यगदास पासा बदलत हए
बास स बोल सर य शरणच C आ फस राइट टाइम$ पर आता
ह और दर स जाता भी ह काम भी आप खब लत ह
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
घर बनाना अ याय ह
दसर क परख+ क Oवरासत पर उ ह का बास-काठ 7छन कर
अ याय नह तो और या ह
अ याय कहत हो
मान जाओ ना हड़प+ कसी क परख+ क 7नशानी
हड़प लया तो
Oवलास नह कर पाओग
दखता ह कौन Oवलास रोकता ह
आह
हो गया कS जा बझ गया दया WखलWखलाती रह गयी
जमीन न दलाल भारती180709
7-बबल क छाव
डाब तीसा सD बY द रचनाकार हक7त व पर गमान ह
उ ह अभमान ह
समतQ य+ स जलन ह नवो13दत+ क राह क काट ह
उ ह छाती पर बठन का शौक ह रचनाधम$ता पर छोट-बडा
को नाज ह
कZ म पाव लटकाय हए खद क तर क क लय जोड़तोड़
13हD मतबाब य वKर1 ठता ह या बबल ह छाव नदलाल भारती 200709
8-आशीवाद
ब13ढया मठाई मलती ह यहा
कछ ल लो
या ल
काजअजवाईन Oप3 ता और भी ढर+ 3 वाद म तो मठाई ह
भइया$ अजवाईन क 3 वाद वाल द दो
लिजय
कतना हआ
प चासी [पय
लिजय हम दोन+ का काट लिजय
नह पसा म दगा
आप बजग$ और Kरटायर ह
तो या ह म दगाउपर वाला दता ह च ता क ज[रत
नह Pबल तो म ह दगा मठाई नह आशीवा$द समझ+
7न[ तर इकार ना कर सका आशीवा$द को माथ चढा लया
नदलाल भारती 200709
10-नगाह
कौन थी वो
सामन मनगट क बीच खड़ी मोट औरत क बह
बह तो नह नौकरानी लगती ह
वस ह रखत ह
Oवधाता न कसा घर बचार क तकदर म लख 13दया ह
पढ लखी नौकरानी होकर रह गयी ह
या माग रह थी
पानी
बोKरग चाल हो गयी पहल बरसात स ह
नह
कहा स पानी दोगी
खरदा हआ टकर का पानी
तम कहा स लाओगी
हम तो हर हफ त खरदत ह ह
तो दान य+
प थर पसीजान क लय
या
हा प थर 13दल ह परा पKरवार पर बह को छोड़कर
वो कस
पर साल बोKरग चल ह एक गलास पानी कसी को नह 13दय
ह पानी का अकाल पड़ा हआ ह पर शहर म रोज कहत थ
बोKरग पानी नह द रह ह कल चाल नह हई तो आज बह
को पानी मागन क लय भज द जानती ह हम मना नह
करग पानी क लय दर-दर भटकन क बाद भी
कसा गY द पKरवार ह िजनक 7नगाह बस मतलब साधन म
लगी रहती ह न दलाल भारती 240709
11-पानी रोको
Kरचािजग करवा लया
तमन
हा
आप भी करवा लो
नह करवाना
य+
कोई गारL ट तो नह क पानी हम मलगा
सम3 या क नाक म नकल तो लगगी
नह लगाना ऐसी नकल
सम3 या का समाधान हपानी रोको नदलाल भारती 240709
12- समय क बबाद
कOव महोदय न मासक सगो1 ठ( क अ त$गत आयोिजत
काlt यपाठ म ]ान-Y यानरा1 E एव मानवता को समOप$त
रचनाओ का स3 वर पाठ कर Aोताओ का मन मोह लया
काय$gtम क अ त म राजभोग और चाय का ब दोब3 त था
राजभोग क 3 वाद म उपि3 थत जन डब हए थ इसी बीच
एक व सा13ह यकार आपसी मनमटाव बस नाराजगी जतात
हए अY य` एव सचव स बोल भOव1 य म नय Oवचार+ को
सगो1 ठ( म शामल कर काlt यपाठ क नाम पर परान+ बात+
पर समय क बबा$द ठ(क नह रचनाओ म नय Oवचार होन
चा13हय सा13ह यकार महोदय क सझाव स राजभोग का 3 वाद
खारा हो गया और लोग थ-थ करन लग थ
न दलाल भारती 280709
13-चोर बाई कल aज पर प चास [पया पड़ा था चोर चला गया
चोर मन क ह
य+
ब च क दवाई क लय
चोर दवाई क लय
कोई उपाय नह सझा
चोर एकमा उपाय नह OवR वास तोड़न वाल नजरो स गर
जात ह
पाव पकड़ती ह नह होगी ऐसी गलती
थामो प चास [पय ब च क दवाई ल लना
चोर का ईनाम ह
नह दL ड नदलाल भारती 280709
14-ो साहन
मशीजी कOवता छS बीस जनवर क लय ठ(क रहगी
हरलाल मशी -बहत ब13ढया कOवता ह
8काश- म लखा ह
मशीजी-तम कOवता भी लखत हो
8काश-पहल बार लखा ह छS बीस जनवर क जलस क लय
मशीजी-तD हार कOवता नाटक म गीत क तरह गायी जायगी
तो बहत अ छ( लगगी 8काश लखत रहना कलम रोकना
नह
8काश-जी मशी और 8काश एक मशहर लखक बन गया
मशीजी क 8ो साहन स
न दलाल भारती 280709
15-बट कसक बट ह
Aी नयन क
या कर रह हो शहर म
पढ रह ह
मा-बाप का नाम रोश करोगी
अवR य
मा-बाप को बट का सख द पाओगी
नह
य+
बट ह बटा नह बनना ह बट बन रहकर मा-बाप को हर
सख दना मरा सपना ह
ठ(क कह रह हो मर भी दो बट ह रोअन रोट हो गयी ह
काश तD हार जसी मर भी एक बट होती न दलाल भारती 290709
16- मसीबत
छोट कम$चार स तलाल को 7नशाना साधत हए दो अधकार
उपहास कय जा रह थ व अपन पददौलत और उची
पहचान का बखान कर थक नह रह थ गरब कम$चार
चपचाप सब सन रहा था इसी बीच कम$चार का दो3 त
रामलाल आ गया स तलाल स पछा मा कसी ह
स तलाल-बीमार तो ह पर पोत-पोती क साथ खश ह
रामलाल-मा बाप ह भगवान ह सवा सAषा करत रहना
स तलाल-हा
रामलाल क बात कछ 13दन पहल अपनी मसीबत बरोजगार
भाई क सर पर डालकर आय बड पद और बशमार दौलत क
मालक क कान म गरम शीशा जस डालती द हो व
बौखलाकर स तलाल स बोल काम भी करोग या बात करत
रहोग न दलाल भारती 290709
17- अ तर
अधकार और कम$चार म या अ तर महसस करत हो
अधकार क पास अधकार होता हकम$चार क पास नह
और
जब चाह काम पर आ सकता ह जब चाह जा सकता
हकम$चार को समय स पहल आना होता ह और दर स
जाना
और
अधकार कम$चार क हक को 7छन सकता ह कम$चार नह
और
कम$चार अ छ कपड़ पहन लया तो अधकार को खजल
होन लगती ह
और भी अ तर
सरकार पKरसD प7तया का मनमाना उपभोग और भी बहत
कछ
समझ गया लोभ क जड़ बहत गहर तक पहच चक ह
नदलाल भारती 290709
18- इतजार
कब तक काम करना पड़ा
आठ बज तक
तयार हो गयी Kरपcट
रात म ह और बाइिL डग भी हो गयी
Kरपcट तो बास क टबल पर पड़ी ह
छाती पर चढकर बनवाय चाह टबल पर रख या टोकर म
मझ छोट कम$चार क लय तो दद$ पीना तकदर ह
जो काम तमस रात आठ बज तक करवाया गया वह भी Pबना
कसी ओवरटाइम क वह तो महज इतजार करन का बहाना
था
कसका
मडम का जानत नह बास अपनी ज[रत अनसार उपभोग
और तम जस छोट कम$चार को आस दत रहत ह
या
हा न दलाल भारती 300709
19-झलक
कोई दरवाज पर खड़ा ह
अ दर बलाओ
बला रह ह जाइय
आप ह अ दर आइय बाहर य+ खड़ ह
जQ द म ह
ऐसी या जQ द ह KरटायरमL ट क बाद भी जQ द ब13ठय
व त नह ह मझ तीन सौ [पया द सकत ह 10 तारख
को बटा क तन2 वाह मलगी द जाउगा
तीन सौ
हा बस तीन सौ अधक नह
लिजय
ध यवाद चलता ह
आग तक क पग बढात ह झलक पड़ा तगी का दद$
नदलाल भारती 310709
20-को(चग
बहत जQ द म हो कहा स आ रह हो
कोचग स
कोचग पढान लगी या
अर नह र म या पढाउगी
बटा को छोड़कर आ रह ह
कौन सी कोचग बटा को द रह हो
इिd लश क
इिd लश क ह य+
इिd लश जानन स कKरअर ब13ढया बनता ह ना तम भी ब चो
कोचग दो
पसा कहा ह इतना म तो घर म ह दती ह स3 कार क
कोचग नदलाल भारती 310709
21-दआ
तीरथ क बाब बह रानी का बखार तो उतरन का नाम नह ल
रहा ह आखो स बचार क झरझर आस झर रह हशरर तप
रहा ह बखार स
अर बाप र दवाई असर नह कर रह ह या
सना नह डा टर या बोल
या बोल
बखार उतरन म समय लगगा
त बबी को चप करा म ठL ड पानी क पe ट रखता ह बखार
जQ द उतर जायगा
ठ(क ह
बी13टया सर सीधा कर म पe ट रखता ह
नह बाबजी म ठ(क ह
बी13टया त तप रह ह बखार स मझ पe ट रखन दो बहरानी
तD हारा दख समझता ह तम बह ह नह बट भी हो हमार
बाबजी दखो बखार कम हो गया
य कसा चम कार
बाबजी आपक दआआप और सासमा हमार लय धरती क
भगवान ह न दलाल भारती 070809
22-स) मान
या पस$नालट ह उस साहब क
कौन ऐस साहब ह
नाम ह हKरबाब Oवचार म नाम जसी उचाई मन खश हो
गयासयोगबस आज मरा अ छा 13दन था
ज[र उ चशf`तस3 कारवान और आदश$वाद होग तभी तो
उच ओहद पर पहच ह
उच पद और दौलत क मालक तो कम पढ लख A1 ठता क
बदौलत भी बन जात ह 13दल+ म जगह नह बना पात बस
अपना मतलब साधना अ द तरह जानत ह ऐस लोग
ऐस लोग+ म अ छ( वालट नह होती हा अभमान का
8द$शन और अपन स अधक योd य+ को दहR त म रख सकत
ह तD हार साहब जस हKरबाब जस जन13हत-रा1 E 13हत म काम
करत ह और मातहतो को मान भी दना जानत ह
सह कह रह ह
तभी तो हा13द$क सD मान पा रह ह हKरबाब और उन जस और
दसर हा13द$क अपमान
न दलाल भारती 110809
23-बट का बाप
कई बार नो Kरg लाई क बाद एक बार मोबाईल बजा
कसका फोन था
लड़क क बाप का
बात हई
आदश मला आवाज नह आ रह ह इसी नD बर पर काल
करो
काल कया
हा
बात हई
लD बी बात बट क बार म मा-बाप और पKरवार क बार म
तहककात फर लड़क क बाप न अपनालड़क का और अपन
पKरवार का बढा-चढाकर पKरचय 13दया
जबाब या मला
म ालय क काम म अभी lt य3 त ह बाद म फोन करना
मत लगाना अब
य+
बट क बाप हो गनहगार नह नदलाल भारती 180809
24-ग+
तD ह पढा
मझ
हा भई तD हार रचनाय मतलब तD ह सच जन और रा1 E13हत
म अ छ( हतD हार लखनी क तवर मन को सकन दत ह
ध यवाद Aीमान जी
एक बात पछ इजाजत हो तो
कसी बात कर रह ह हक ह आपको पछन का
ग[ कौन ह तD हार बताओग या
य+ नह सच बताउ
हा सच ह तो पछ रहा ह
मर मान दलाल भारती 190809
25- भव- य
मरा भी बताओ बाबा
दखी हो सताय हए भी आठ घL ठ साथ रहन वाल+ क आख+
को फट आख नह भात हो
या
सच
य+
छोटा पद बड़ी योd यता मल कारण ह
कोई गनाह तो नह
नहल कन दिD भय+ क लय तो ह
कोई उपाय
13हD मत नह हारना आज क1 टदायी ह दिD भय+ क कारण पर
च ता ना करो भOव1 य अ छा ह उD मीद बनाय रहो
आस पीकर भी उD मीद म तो जी रहा ह
बहत ब13ढया बनाय रहो
ध यवाद बाबा नदलाल भारती 190809
26-राज
अधकार क पद पर काय$रत lt यगदास और बास गg प म
मशगल थ काया$लय का समय ख म होन क प Cह मनट
बाद शरणच C घर जान क लय दफतर स 7नकलन लगा
शरणच C को जात हए दखकर lt यगदास पासा बदलत हए
बास स बोल सर य शरणच C आ फस राइट टाइम$ पर आता
ह और दर स जाता भी ह काम भी आप खब लत ह
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
भइया$ अजवाईन क 3 वाद वाल द दो
लिजय
कतना हआ
प चासी [पय
लिजय हम दोन+ का काट लिजय
नह पसा म दगा
आप बजग$ और Kरटायर ह
तो या ह म दगाउपर वाला दता ह च ता क ज[रत
नह Pबल तो म ह दगा मठाई नह आशीवा$द समझ+
7न[ तर इकार ना कर सका आशीवा$द को माथ चढा लया
नदलाल भारती 200709
10-नगाह
कौन थी वो
सामन मनगट क बीच खड़ी मोट औरत क बह
बह तो नह नौकरानी लगती ह
वस ह रखत ह
Oवधाता न कसा घर बचार क तकदर म लख 13दया ह
पढ लखी नौकरानी होकर रह गयी ह
या माग रह थी
पानी
बोKरग चाल हो गयी पहल बरसात स ह
नह
कहा स पानी दोगी
खरदा हआ टकर का पानी
तम कहा स लाओगी
हम तो हर हफ त खरदत ह ह
तो दान य+
प थर पसीजान क लय
या
हा प थर 13दल ह परा पKरवार पर बह को छोड़कर
वो कस
पर साल बोKरग चल ह एक गलास पानी कसी को नह 13दय
ह पानी का अकाल पड़ा हआ ह पर शहर म रोज कहत थ
बोKरग पानी नह द रह ह कल चाल नह हई तो आज बह
को पानी मागन क लय भज द जानती ह हम मना नह
करग पानी क लय दर-दर भटकन क बाद भी
कसा गY द पKरवार ह िजनक 7नगाह बस मतलब साधन म
लगी रहती ह न दलाल भारती 240709
11-पानी रोको
Kरचािजग करवा लया
तमन
हा
आप भी करवा लो
नह करवाना
य+
कोई गारL ट तो नह क पानी हम मलगा
सम3 या क नाक म नकल तो लगगी
नह लगाना ऐसी नकल
सम3 या का समाधान हपानी रोको नदलाल भारती 240709
12- समय क बबाद
कOव महोदय न मासक सगो1 ठ( क अ त$गत आयोिजत
काlt यपाठ म ]ान-Y यानरा1 E एव मानवता को समOप$त
रचनाओ का स3 वर पाठ कर Aोताओ का मन मोह लया
काय$gtम क अ त म राजभोग और चाय का ब दोब3 त था
राजभोग क 3 वाद म उपि3 थत जन डब हए थ इसी बीच
एक व सा13ह यकार आपसी मनमटाव बस नाराजगी जतात
हए अY य` एव सचव स बोल भOव1 य म नय Oवचार+ को
सगो1 ठ( म शामल कर काlt यपाठ क नाम पर परान+ बात+
पर समय क बबा$द ठ(क नह रचनाओ म नय Oवचार होन
चा13हय सा13ह यकार महोदय क सझाव स राजभोग का 3 वाद
खारा हो गया और लोग थ-थ करन लग थ
न दलाल भारती 280709
13-चोर बाई कल aज पर प चास [पया पड़ा था चोर चला गया
चोर मन क ह
य+
ब च क दवाई क लय
चोर दवाई क लय
कोई उपाय नह सझा
चोर एकमा उपाय नह OवR वास तोड़न वाल नजरो स गर
जात ह
पाव पकड़ती ह नह होगी ऐसी गलती
थामो प चास [पय ब च क दवाई ल लना
चोर का ईनाम ह
नह दL ड नदलाल भारती 280709
14-ो साहन
मशीजी कOवता छS बीस जनवर क लय ठ(क रहगी
हरलाल मशी -बहत ब13ढया कOवता ह
8काश- म लखा ह
मशीजी-तम कOवता भी लखत हो
8काश-पहल बार लखा ह छS बीस जनवर क जलस क लय
मशीजी-तD हार कOवता नाटक म गीत क तरह गायी जायगी
तो बहत अ छ( लगगी 8काश लखत रहना कलम रोकना
नह
8काश-जी मशी और 8काश एक मशहर लखक बन गया
मशीजी क 8ो साहन स
न दलाल भारती 280709
15-बट कसक बट ह
Aी नयन क
या कर रह हो शहर म
पढ रह ह
मा-बाप का नाम रोश करोगी
अवR य
मा-बाप को बट का सख द पाओगी
नह
य+
बट ह बटा नह बनना ह बट बन रहकर मा-बाप को हर
सख दना मरा सपना ह
ठ(क कह रह हो मर भी दो बट ह रोअन रोट हो गयी ह
काश तD हार जसी मर भी एक बट होती न दलाल भारती 290709
16- मसीबत
छोट कम$चार स तलाल को 7नशाना साधत हए दो अधकार
उपहास कय जा रह थ व अपन पददौलत और उची
पहचान का बखान कर थक नह रह थ गरब कम$चार
चपचाप सब सन रहा था इसी बीच कम$चार का दो3 त
रामलाल आ गया स तलाल स पछा मा कसी ह
स तलाल-बीमार तो ह पर पोत-पोती क साथ खश ह
रामलाल-मा बाप ह भगवान ह सवा सAषा करत रहना
स तलाल-हा
रामलाल क बात कछ 13दन पहल अपनी मसीबत बरोजगार
भाई क सर पर डालकर आय बड पद और बशमार दौलत क
मालक क कान म गरम शीशा जस डालती द हो व
बौखलाकर स तलाल स बोल काम भी करोग या बात करत
रहोग न दलाल भारती 290709
17- अ तर
अधकार और कम$चार म या अ तर महसस करत हो
अधकार क पास अधकार होता हकम$चार क पास नह
और
जब चाह काम पर आ सकता ह जब चाह जा सकता
हकम$चार को समय स पहल आना होता ह और दर स
जाना
और
अधकार कम$चार क हक को 7छन सकता ह कम$चार नह
और
कम$चार अ छ कपड़ पहन लया तो अधकार को खजल
होन लगती ह
और भी अ तर
सरकार पKरसD प7तया का मनमाना उपभोग और भी बहत
कछ
समझ गया लोभ क जड़ बहत गहर तक पहच चक ह
नदलाल भारती 290709
18- इतजार
कब तक काम करना पड़ा
आठ बज तक
तयार हो गयी Kरपcट
रात म ह और बाइिL डग भी हो गयी
Kरपcट तो बास क टबल पर पड़ी ह
छाती पर चढकर बनवाय चाह टबल पर रख या टोकर म
मझ छोट कम$चार क लय तो दद$ पीना तकदर ह
जो काम तमस रात आठ बज तक करवाया गया वह भी Pबना
कसी ओवरटाइम क वह तो महज इतजार करन का बहाना
था
कसका
मडम का जानत नह बास अपनी ज[रत अनसार उपभोग
और तम जस छोट कम$चार को आस दत रहत ह
या
हा न दलाल भारती 300709
19-झलक
कोई दरवाज पर खड़ा ह
अ दर बलाओ
बला रह ह जाइय
आप ह अ दर आइय बाहर य+ खड़ ह
जQ द म ह
ऐसी या जQ द ह KरटायरमL ट क बाद भी जQ द ब13ठय
व त नह ह मझ तीन सौ [पया द सकत ह 10 तारख
को बटा क तन2 वाह मलगी द जाउगा
तीन सौ
हा बस तीन सौ अधक नह
लिजय
ध यवाद चलता ह
आग तक क पग बढात ह झलक पड़ा तगी का दद$
नदलाल भारती 310709
20-को(चग
बहत जQ द म हो कहा स आ रह हो
कोचग स
कोचग पढान लगी या
अर नह र म या पढाउगी
बटा को छोड़कर आ रह ह
कौन सी कोचग बटा को द रह हो
इिd लश क
इिd लश क ह य+
इिd लश जानन स कKरअर ब13ढया बनता ह ना तम भी ब चो
कोचग दो
पसा कहा ह इतना म तो घर म ह दती ह स3 कार क
कोचग नदलाल भारती 310709
21-दआ
तीरथ क बाब बह रानी का बखार तो उतरन का नाम नह ल
रहा ह आखो स बचार क झरझर आस झर रह हशरर तप
रहा ह बखार स
अर बाप र दवाई असर नह कर रह ह या
सना नह डा टर या बोल
या बोल
बखार उतरन म समय लगगा
त बबी को चप करा म ठL ड पानी क पe ट रखता ह बखार
जQ द उतर जायगा
ठ(क ह
बी13टया सर सीधा कर म पe ट रखता ह
नह बाबजी म ठ(क ह
बी13टया त तप रह ह बखार स मझ पe ट रखन दो बहरानी
तD हारा दख समझता ह तम बह ह नह बट भी हो हमार
बाबजी दखो बखार कम हो गया
य कसा चम कार
बाबजी आपक दआआप और सासमा हमार लय धरती क
भगवान ह न दलाल भारती 070809
22-स) मान
या पस$नालट ह उस साहब क
कौन ऐस साहब ह
नाम ह हKरबाब Oवचार म नाम जसी उचाई मन खश हो
गयासयोगबस आज मरा अ छा 13दन था
ज[र उ चशf`तस3 कारवान और आदश$वाद होग तभी तो
उच ओहद पर पहच ह
उच पद और दौलत क मालक तो कम पढ लख A1 ठता क
बदौलत भी बन जात ह 13दल+ म जगह नह बना पात बस
अपना मतलब साधना अ द तरह जानत ह ऐस लोग
ऐस लोग+ म अ छ( वालट नह होती हा अभमान का
8द$शन और अपन स अधक योd य+ को दहR त म रख सकत
ह तD हार साहब जस हKरबाब जस जन13हत-रा1 E 13हत म काम
करत ह और मातहतो को मान भी दना जानत ह
सह कह रह ह
तभी तो हा13द$क सD मान पा रह ह हKरबाब और उन जस और
दसर हा13द$क अपमान
न दलाल भारती 110809
23-बट का बाप
कई बार नो Kरg लाई क बाद एक बार मोबाईल बजा
कसका फोन था
लड़क क बाप का
बात हई
आदश मला आवाज नह आ रह ह इसी नD बर पर काल
करो
काल कया
हा
बात हई
लD बी बात बट क बार म मा-बाप और पKरवार क बार म
तहककात फर लड़क क बाप न अपनालड़क का और अपन
पKरवार का बढा-चढाकर पKरचय 13दया
जबाब या मला
म ालय क काम म अभी lt य3 त ह बाद म फोन करना
मत लगाना अब
य+
बट क बाप हो गनहगार नह नदलाल भारती 180809
24-ग+
तD ह पढा
मझ
हा भई तD हार रचनाय मतलब तD ह सच जन और रा1 E13हत
म अ छ( हतD हार लखनी क तवर मन को सकन दत ह
ध यवाद Aीमान जी
एक बात पछ इजाजत हो तो
कसी बात कर रह ह हक ह आपको पछन का
ग[ कौन ह तD हार बताओग या
य+ नह सच बताउ
हा सच ह तो पछ रहा ह
मर मान दलाल भारती 190809
25- भव- य
मरा भी बताओ बाबा
दखी हो सताय हए भी आठ घL ठ साथ रहन वाल+ क आख+
को फट आख नह भात हो
या
सच
य+
छोटा पद बड़ी योd यता मल कारण ह
कोई गनाह तो नह
नहल कन दिD भय+ क लय तो ह
कोई उपाय
13हD मत नह हारना आज क1 टदायी ह दिD भय+ क कारण पर
च ता ना करो भOव1 य अ छा ह उD मीद बनाय रहो
आस पीकर भी उD मीद म तो जी रहा ह
बहत ब13ढया बनाय रहो
ध यवाद बाबा नदलाल भारती 190809
26-राज
अधकार क पद पर काय$रत lt यगदास और बास गg प म
मशगल थ काया$लय का समय ख म होन क प Cह मनट
बाद शरणच C घर जान क लय दफतर स 7नकलन लगा
शरणच C को जात हए दखकर lt यगदास पासा बदलत हए
बास स बोल सर य शरणच C आ फस राइट टाइम$ पर आता
ह और दर स जाता भी ह काम भी आप खब लत ह
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
प थर पसीजान क लय
या
हा प थर 13दल ह परा पKरवार पर बह को छोड़कर
वो कस
पर साल बोKरग चल ह एक गलास पानी कसी को नह 13दय
ह पानी का अकाल पड़ा हआ ह पर शहर म रोज कहत थ
बोKरग पानी नह द रह ह कल चाल नह हई तो आज बह
को पानी मागन क लय भज द जानती ह हम मना नह
करग पानी क लय दर-दर भटकन क बाद भी
कसा गY द पKरवार ह िजनक 7नगाह बस मतलब साधन म
लगी रहती ह न दलाल भारती 240709
11-पानी रोको
Kरचािजग करवा लया
तमन
हा
आप भी करवा लो
नह करवाना
य+
कोई गारL ट तो नह क पानी हम मलगा
सम3 या क नाक म नकल तो लगगी
नह लगाना ऐसी नकल
सम3 या का समाधान हपानी रोको नदलाल भारती 240709
12- समय क बबाद
कOव महोदय न मासक सगो1 ठ( क अ त$गत आयोिजत
काlt यपाठ म ]ान-Y यानरा1 E एव मानवता को समOप$त
रचनाओ का स3 वर पाठ कर Aोताओ का मन मोह लया
काय$gtम क अ त म राजभोग और चाय का ब दोब3 त था
राजभोग क 3 वाद म उपि3 थत जन डब हए थ इसी बीच
एक व सा13ह यकार आपसी मनमटाव बस नाराजगी जतात
हए अY य` एव सचव स बोल भOव1 य म नय Oवचार+ को
सगो1 ठ( म शामल कर काlt यपाठ क नाम पर परान+ बात+
पर समय क बबा$द ठ(क नह रचनाओ म नय Oवचार होन
चा13हय सा13ह यकार महोदय क सझाव स राजभोग का 3 वाद
खारा हो गया और लोग थ-थ करन लग थ
न दलाल भारती 280709
13-चोर बाई कल aज पर प चास [पया पड़ा था चोर चला गया
चोर मन क ह
य+
ब च क दवाई क लय
चोर दवाई क लय
कोई उपाय नह सझा
चोर एकमा उपाय नह OवR वास तोड़न वाल नजरो स गर
जात ह
पाव पकड़ती ह नह होगी ऐसी गलती
थामो प चास [पय ब च क दवाई ल लना
चोर का ईनाम ह
नह दL ड नदलाल भारती 280709
14-ो साहन
मशीजी कOवता छS बीस जनवर क लय ठ(क रहगी
हरलाल मशी -बहत ब13ढया कOवता ह
8काश- म लखा ह
मशीजी-तम कOवता भी लखत हो
8काश-पहल बार लखा ह छS बीस जनवर क जलस क लय
मशीजी-तD हार कOवता नाटक म गीत क तरह गायी जायगी
तो बहत अ छ( लगगी 8काश लखत रहना कलम रोकना
नह
8काश-जी मशी और 8काश एक मशहर लखक बन गया
मशीजी क 8ो साहन स
न दलाल भारती 280709
15-बट कसक बट ह
Aी नयन क
या कर रह हो शहर म
पढ रह ह
मा-बाप का नाम रोश करोगी
अवR य
मा-बाप को बट का सख द पाओगी
नह
य+
बट ह बटा नह बनना ह बट बन रहकर मा-बाप को हर
सख दना मरा सपना ह
ठ(क कह रह हो मर भी दो बट ह रोअन रोट हो गयी ह
काश तD हार जसी मर भी एक बट होती न दलाल भारती 290709
16- मसीबत
छोट कम$चार स तलाल को 7नशाना साधत हए दो अधकार
उपहास कय जा रह थ व अपन पददौलत और उची
पहचान का बखान कर थक नह रह थ गरब कम$चार
चपचाप सब सन रहा था इसी बीच कम$चार का दो3 त
रामलाल आ गया स तलाल स पछा मा कसी ह
स तलाल-बीमार तो ह पर पोत-पोती क साथ खश ह
रामलाल-मा बाप ह भगवान ह सवा सAषा करत रहना
स तलाल-हा
रामलाल क बात कछ 13दन पहल अपनी मसीबत बरोजगार
भाई क सर पर डालकर आय बड पद और बशमार दौलत क
मालक क कान म गरम शीशा जस डालती द हो व
बौखलाकर स तलाल स बोल काम भी करोग या बात करत
रहोग न दलाल भारती 290709
17- अ तर
अधकार और कम$चार म या अ तर महसस करत हो
अधकार क पास अधकार होता हकम$चार क पास नह
और
जब चाह काम पर आ सकता ह जब चाह जा सकता
हकम$चार को समय स पहल आना होता ह और दर स
जाना
और
अधकार कम$चार क हक को 7छन सकता ह कम$चार नह
और
कम$चार अ छ कपड़ पहन लया तो अधकार को खजल
होन लगती ह
और भी अ तर
सरकार पKरसD प7तया का मनमाना उपभोग और भी बहत
कछ
समझ गया लोभ क जड़ बहत गहर तक पहच चक ह
नदलाल भारती 290709
18- इतजार
कब तक काम करना पड़ा
आठ बज तक
तयार हो गयी Kरपcट
रात म ह और बाइिL डग भी हो गयी
Kरपcट तो बास क टबल पर पड़ी ह
छाती पर चढकर बनवाय चाह टबल पर रख या टोकर म
मझ छोट कम$चार क लय तो दद$ पीना तकदर ह
जो काम तमस रात आठ बज तक करवाया गया वह भी Pबना
कसी ओवरटाइम क वह तो महज इतजार करन का बहाना
था
कसका
मडम का जानत नह बास अपनी ज[रत अनसार उपभोग
और तम जस छोट कम$चार को आस दत रहत ह
या
हा न दलाल भारती 300709
19-झलक
कोई दरवाज पर खड़ा ह
अ दर बलाओ
बला रह ह जाइय
आप ह अ दर आइय बाहर य+ खड़ ह
जQ द म ह
ऐसी या जQ द ह KरटायरमL ट क बाद भी जQ द ब13ठय
व त नह ह मझ तीन सौ [पया द सकत ह 10 तारख
को बटा क तन2 वाह मलगी द जाउगा
तीन सौ
हा बस तीन सौ अधक नह
लिजय
ध यवाद चलता ह
आग तक क पग बढात ह झलक पड़ा तगी का दद$
नदलाल भारती 310709
20-को(चग
बहत जQ द म हो कहा स आ रह हो
कोचग स
कोचग पढान लगी या
अर नह र म या पढाउगी
बटा को छोड़कर आ रह ह
कौन सी कोचग बटा को द रह हो
इिd लश क
इिd लश क ह य+
इिd लश जानन स कKरअर ब13ढया बनता ह ना तम भी ब चो
कोचग दो
पसा कहा ह इतना म तो घर म ह दती ह स3 कार क
कोचग नदलाल भारती 310709
21-दआ
तीरथ क बाब बह रानी का बखार तो उतरन का नाम नह ल
रहा ह आखो स बचार क झरझर आस झर रह हशरर तप
रहा ह बखार स
अर बाप र दवाई असर नह कर रह ह या
सना नह डा टर या बोल
या बोल
बखार उतरन म समय लगगा
त बबी को चप करा म ठL ड पानी क पe ट रखता ह बखार
जQ द उतर जायगा
ठ(क ह
बी13टया सर सीधा कर म पe ट रखता ह
नह बाबजी म ठ(क ह
बी13टया त तप रह ह बखार स मझ पe ट रखन दो बहरानी
तD हारा दख समझता ह तम बह ह नह बट भी हो हमार
बाबजी दखो बखार कम हो गया
य कसा चम कार
बाबजी आपक दआआप और सासमा हमार लय धरती क
भगवान ह न दलाल भारती 070809
22-स) मान
या पस$नालट ह उस साहब क
कौन ऐस साहब ह
नाम ह हKरबाब Oवचार म नाम जसी उचाई मन खश हो
गयासयोगबस आज मरा अ छा 13दन था
ज[र उ चशf`तस3 कारवान और आदश$वाद होग तभी तो
उच ओहद पर पहच ह
उच पद और दौलत क मालक तो कम पढ लख A1 ठता क
बदौलत भी बन जात ह 13दल+ म जगह नह बना पात बस
अपना मतलब साधना अ द तरह जानत ह ऐस लोग
ऐस लोग+ म अ छ( वालट नह होती हा अभमान का
8द$शन और अपन स अधक योd य+ को दहR त म रख सकत
ह तD हार साहब जस हKरबाब जस जन13हत-रा1 E 13हत म काम
करत ह और मातहतो को मान भी दना जानत ह
सह कह रह ह
तभी तो हा13द$क सD मान पा रह ह हKरबाब और उन जस और
दसर हा13द$क अपमान
न दलाल भारती 110809
23-बट का बाप
कई बार नो Kरg लाई क बाद एक बार मोबाईल बजा
कसका फोन था
लड़क क बाप का
बात हई
आदश मला आवाज नह आ रह ह इसी नD बर पर काल
करो
काल कया
हा
बात हई
लD बी बात बट क बार म मा-बाप और पKरवार क बार म
तहककात फर लड़क क बाप न अपनालड़क का और अपन
पKरवार का बढा-चढाकर पKरचय 13दया
जबाब या मला
म ालय क काम म अभी lt य3 त ह बाद म फोन करना
मत लगाना अब
य+
बट क बाप हो गनहगार नह नदलाल भारती 180809
24-ग+
तD ह पढा
मझ
हा भई तD हार रचनाय मतलब तD ह सच जन और रा1 E13हत
म अ छ( हतD हार लखनी क तवर मन को सकन दत ह
ध यवाद Aीमान जी
एक बात पछ इजाजत हो तो
कसी बात कर रह ह हक ह आपको पछन का
ग[ कौन ह तD हार बताओग या
य+ नह सच बताउ
हा सच ह तो पछ रहा ह
मर मान दलाल भारती 190809
25- भव- य
मरा भी बताओ बाबा
दखी हो सताय हए भी आठ घL ठ साथ रहन वाल+ क आख+
को फट आख नह भात हो
या
सच
य+
छोटा पद बड़ी योd यता मल कारण ह
कोई गनाह तो नह
नहल कन दिD भय+ क लय तो ह
कोई उपाय
13हD मत नह हारना आज क1 टदायी ह दिD भय+ क कारण पर
च ता ना करो भOव1 य अ छा ह उD मीद बनाय रहो
आस पीकर भी उD मीद म तो जी रहा ह
बहत ब13ढया बनाय रहो
ध यवाद बाबा नदलाल भारती 190809
26-राज
अधकार क पद पर काय$रत lt यगदास और बास गg प म
मशगल थ काया$लय का समय ख म होन क प Cह मनट
बाद शरणच C घर जान क लय दफतर स 7नकलन लगा
शरणच C को जात हए दखकर lt यगदास पासा बदलत हए
बास स बोल सर य शरणच C आ फस राइट टाइम$ पर आता
ह और दर स जाता भी ह काम भी आप खब लत ह
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
काय$gtम क अ त म राजभोग और चाय का ब दोब3 त था
राजभोग क 3 वाद म उपि3 थत जन डब हए थ इसी बीच
एक व सा13ह यकार आपसी मनमटाव बस नाराजगी जतात
हए अY य` एव सचव स बोल भOव1 य म नय Oवचार+ को
सगो1 ठ( म शामल कर काlt यपाठ क नाम पर परान+ बात+
पर समय क बबा$द ठ(क नह रचनाओ म नय Oवचार होन
चा13हय सा13ह यकार महोदय क सझाव स राजभोग का 3 वाद
खारा हो गया और लोग थ-थ करन लग थ
न दलाल भारती 280709
13-चोर बाई कल aज पर प चास [पया पड़ा था चोर चला गया
चोर मन क ह
य+
ब च क दवाई क लय
चोर दवाई क लय
कोई उपाय नह सझा
चोर एकमा उपाय नह OवR वास तोड़न वाल नजरो स गर
जात ह
पाव पकड़ती ह नह होगी ऐसी गलती
थामो प चास [पय ब च क दवाई ल लना
चोर का ईनाम ह
नह दL ड नदलाल भारती 280709
14-ो साहन
मशीजी कOवता छS बीस जनवर क लय ठ(क रहगी
हरलाल मशी -बहत ब13ढया कOवता ह
8काश- म लखा ह
मशीजी-तम कOवता भी लखत हो
8काश-पहल बार लखा ह छS बीस जनवर क जलस क लय
मशीजी-तD हार कOवता नाटक म गीत क तरह गायी जायगी
तो बहत अ छ( लगगी 8काश लखत रहना कलम रोकना
नह
8काश-जी मशी और 8काश एक मशहर लखक बन गया
मशीजी क 8ो साहन स
न दलाल भारती 280709
15-बट कसक बट ह
Aी नयन क
या कर रह हो शहर म
पढ रह ह
मा-बाप का नाम रोश करोगी
अवR य
मा-बाप को बट का सख द पाओगी
नह
य+
बट ह बटा नह बनना ह बट बन रहकर मा-बाप को हर
सख दना मरा सपना ह
ठ(क कह रह हो मर भी दो बट ह रोअन रोट हो गयी ह
काश तD हार जसी मर भी एक बट होती न दलाल भारती 290709
16- मसीबत
छोट कम$चार स तलाल को 7नशाना साधत हए दो अधकार
उपहास कय जा रह थ व अपन पददौलत और उची
पहचान का बखान कर थक नह रह थ गरब कम$चार
चपचाप सब सन रहा था इसी बीच कम$चार का दो3 त
रामलाल आ गया स तलाल स पछा मा कसी ह
स तलाल-बीमार तो ह पर पोत-पोती क साथ खश ह
रामलाल-मा बाप ह भगवान ह सवा सAषा करत रहना
स तलाल-हा
रामलाल क बात कछ 13दन पहल अपनी मसीबत बरोजगार
भाई क सर पर डालकर आय बड पद और बशमार दौलत क
मालक क कान म गरम शीशा जस डालती द हो व
बौखलाकर स तलाल स बोल काम भी करोग या बात करत
रहोग न दलाल भारती 290709
17- अ तर
अधकार और कम$चार म या अ तर महसस करत हो
अधकार क पास अधकार होता हकम$चार क पास नह
और
जब चाह काम पर आ सकता ह जब चाह जा सकता
हकम$चार को समय स पहल आना होता ह और दर स
जाना
और
अधकार कम$चार क हक को 7छन सकता ह कम$चार नह
और
कम$चार अ छ कपड़ पहन लया तो अधकार को खजल
होन लगती ह
और भी अ तर
सरकार पKरसD प7तया का मनमाना उपभोग और भी बहत
कछ
समझ गया लोभ क जड़ बहत गहर तक पहच चक ह
नदलाल भारती 290709
18- इतजार
कब तक काम करना पड़ा
आठ बज तक
तयार हो गयी Kरपcट
रात म ह और बाइिL डग भी हो गयी
Kरपcट तो बास क टबल पर पड़ी ह
छाती पर चढकर बनवाय चाह टबल पर रख या टोकर म
मझ छोट कम$चार क लय तो दद$ पीना तकदर ह
जो काम तमस रात आठ बज तक करवाया गया वह भी Pबना
कसी ओवरटाइम क वह तो महज इतजार करन का बहाना
था
कसका
मडम का जानत नह बास अपनी ज[रत अनसार उपभोग
और तम जस छोट कम$चार को आस दत रहत ह
या
हा न दलाल भारती 300709
19-झलक
कोई दरवाज पर खड़ा ह
अ दर बलाओ
बला रह ह जाइय
आप ह अ दर आइय बाहर य+ खड़ ह
जQ द म ह
ऐसी या जQ द ह KरटायरमL ट क बाद भी जQ द ब13ठय
व त नह ह मझ तीन सौ [पया द सकत ह 10 तारख
को बटा क तन2 वाह मलगी द जाउगा
तीन सौ
हा बस तीन सौ अधक नह
लिजय
ध यवाद चलता ह
आग तक क पग बढात ह झलक पड़ा तगी का दद$
नदलाल भारती 310709
20-को(चग
बहत जQ द म हो कहा स आ रह हो
कोचग स
कोचग पढान लगी या
अर नह र म या पढाउगी
बटा को छोड़कर आ रह ह
कौन सी कोचग बटा को द रह हो
इिd लश क
इिd लश क ह य+
इिd लश जानन स कKरअर ब13ढया बनता ह ना तम भी ब चो
कोचग दो
पसा कहा ह इतना म तो घर म ह दती ह स3 कार क
कोचग नदलाल भारती 310709
21-दआ
तीरथ क बाब बह रानी का बखार तो उतरन का नाम नह ल
रहा ह आखो स बचार क झरझर आस झर रह हशरर तप
रहा ह बखार स
अर बाप र दवाई असर नह कर रह ह या
सना नह डा टर या बोल
या बोल
बखार उतरन म समय लगगा
त बबी को चप करा म ठL ड पानी क पe ट रखता ह बखार
जQ द उतर जायगा
ठ(क ह
बी13टया सर सीधा कर म पe ट रखता ह
नह बाबजी म ठ(क ह
बी13टया त तप रह ह बखार स मझ पe ट रखन दो बहरानी
तD हारा दख समझता ह तम बह ह नह बट भी हो हमार
बाबजी दखो बखार कम हो गया
य कसा चम कार
बाबजी आपक दआआप और सासमा हमार लय धरती क
भगवान ह न दलाल भारती 070809
22-स) मान
या पस$नालट ह उस साहब क
कौन ऐस साहब ह
नाम ह हKरबाब Oवचार म नाम जसी उचाई मन खश हो
गयासयोगबस आज मरा अ छा 13दन था
ज[र उ चशf`तस3 कारवान और आदश$वाद होग तभी तो
उच ओहद पर पहच ह
उच पद और दौलत क मालक तो कम पढ लख A1 ठता क
बदौलत भी बन जात ह 13दल+ म जगह नह बना पात बस
अपना मतलब साधना अ द तरह जानत ह ऐस लोग
ऐस लोग+ म अ छ( वालट नह होती हा अभमान का
8द$शन और अपन स अधक योd य+ को दहR त म रख सकत
ह तD हार साहब जस हKरबाब जस जन13हत-रा1 E 13हत म काम
करत ह और मातहतो को मान भी दना जानत ह
सह कह रह ह
तभी तो हा13द$क सD मान पा रह ह हKरबाब और उन जस और
दसर हा13द$क अपमान
न दलाल भारती 110809
23-बट का बाप
कई बार नो Kरg लाई क बाद एक बार मोबाईल बजा
कसका फोन था
लड़क क बाप का
बात हई
आदश मला आवाज नह आ रह ह इसी नD बर पर काल
करो
काल कया
हा
बात हई
लD बी बात बट क बार म मा-बाप और पKरवार क बार म
तहककात फर लड़क क बाप न अपनालड़क का और अपन
पKरवार का बढा-चढाकर पKरचय 13दया
जबाब या मला
म ालय क काम म अभी lt य3 त ह बाद म फोन करना
मत लगाना अब
य+
बट क बाप हो गनहगार नह नदलाल भारती 180809
24-ग+
तD ह पढा
मझ
हा भई तD हार रचनाय मतलब तD ह सच जन और रा1 E13हत
म अ छ( हतD हार लखनी क तवर मन को सकन दत ह
ध यवाद Aीमान जी
एक बात पछ इजाजत हो तो
कसी बात कर रह ह हक ह आपको पछन का
ग[ कौन ह तD हार बताओग या
य+ नह सच बताउ
हा सच ह तो पछ रहा ह
मर मान दलाल भारती 190809
25- भव- य
मरा भी बताओ बाबा
दखी हो सताय हए भी आठ घL ठ साथ रहन वाल+ क आख+
को फट आख नह भात हो
या
सच
य+
छोटा पद बड़ी योd यता मल कारण ह
कोई गनाह तो नह
नहल कन दिD भय+ क लय तो ह
कोई उपाय
13हD मत नह हारना आज क1 टदायी ह दिD भय+ क कारण पर
च ता ना करो भOव1 य अ छा ह उD मीद बनाय रहो
आस पीकर भी उD मीद म तो जी रहा ह
बहत ब13ढया बनाय रहो
ध यवाद बाबा नदलाल भारती 190809
26-राज
अधकार क पद पर काय$रत lt यगदास और बास गg प म
मशगल थ काया$लय का समय ख म होन क प Cह मनट
बाद शरणच C घर जान क लय दफतर स 7नकलन लगा
शरणच C को जात हए दखकर lt यगदास पासा बदलत हए
बास स बोल सर य शरणच C आ फस राइट टाइम$ पर आता
ह और दर स जाता भी ह काम भी आप खब लत ह
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
8काश-पहल बार लखा ह छS बीस जनवर क जलस क लय
मशीजी-तD हार कOवता नाटक म गीत क तरह गायी जायगी
तो बहत अ छ( लगगी 8काश लखत रहना कलम रोकना
नह
8काश-जी मशी और 8काश एक मशहर लखक बन गया
मशीजी क 8ो साहन स
न दलाल भारती 280709
15-बट कसक बट ह
Aी नयन क
या कर रह हो शहर म
पढ रह ह
मा-बाप का नाम रोश करोगी
अवR य
मा-बाप को बट का सख द पाओगी
नह
य+
बट ह बटा नह बनना ह बट बन रहकर मा-बाप को हर
सख दना मरा सपना ह
ठ(क कह रह हो मर भी दो बट ह रोअन रोट हो गयी ह
काश तD हार जसी मर भी एक बट होती न दलाल भारती 290709
16- मसीबत
छोट कम$चार स तलाल को 7नशाना साधत हए दो अधकार
उपहास कय जा रह थ व अपन पददौलत और उची
पहचान का बखान कर थक नह रह थ गरब कम$चार
चपचाप सब सन रहा था इसी बीच कम$चार का दो3 त
रामलाल आ गया स तलाल स पछा मा कसी ह
स तलाल-बीमार तो ह पर पोत-पोती क साथ खश ह
रामलाल-मा बाप ह भगवान ह सवा सAषा करत रहना
स तलाल-हा
रामलाल क बात कछ 13दन पहल अपनी मसीबत बरोजगार
भाई क सर पर डालकर आय बड पद और बशमार दौलत क
मालक क कान म गरम शीशा जस डालती द हो व
बौखलाकर स तलाल स बोल काम भी करोग या बात करत
रहोग न दलाल भारती 290709
17- अ तर
अधकार और कम$चार म या अ तर महसस करत हो
अधकार क पास अधकार होता हकम$चार क पास नह
और
जब चाह काम पर आ सकता ह जब चाह जा सकता
हकम$चार को समय स पहल आना होता ह और दर स
जाना
और
अधकार कम$चार क हक को 7छन सकता ह कम$चार नह
और
कम$चार अ छ कपड़ पहन लया तो अधकार को खजल
होन लगती ह
और भी अ तर
सरकार पKरसD प7तया का मनमाना उपभोग और भी बहत
कछ
समझ गया लोभ क जड़ बहत गहर तक पहच चक ह
नदलाल भारती 290709
18- इतजार
कब तक काम करना पड़ा
आठ बज तक
तयार हो गयी Kरपcट
रात म ह और बाइिL डग भी हो गयी
Kरपcट तो बास क टबल पर पड़ी ह
छाती पर चढकर बनवाय चाह टबल पर रख या टोकर म
मझ छोट कम$चार क लय तो दद$ पीना तकदर ह
जो काम तमस रात आठ बज तक करवाया गया वह भी Pबना
कसी ओवरटाइम क वह तो महज इतजार करन का बहाना
था
कसका
मडम का जानत नह बास अपनी ज[रत अनसार उपभोग
और तम जस छोट कम$चार को आस दत रहत ह
या
हा न दलाल भारती 300709
19-झलक
कोई दरवाज पर खड़ा ह
अ दर बलाओ
बला रह ह जाइय
आप ह अ दर आइय बाहर य+ खड़ ह
जQ द म ह
ऐसी या जQ द ह KरटायरमL ट क बाद भी जQ द ब13ठय
व त नह ह मझ तीन सौ [पया द सकत ह 10 तारख
को बटा क तन2 वाह मलगी द जाउगा
तीन सौ
हा बस तीन सौ अधक नह
लिजय
ध यवाद चलता ह
आग तक क पग बढात ह झलक पड़ा तगी का दद$
नदलाल भारती 310709
20-को(चग
बहत जQ द म हो कहा स आ रह हो
कोचग स
कोचग पढान लगी या
अर नह र म या पढाउगी
बटा को छोड़कर आ रह ह
कौन सी कोचग बटा को द रह हो
इिd लश क
इिd लश क ह य+
इिd लश जानन स कKरअर ब13ढया बनता ह ना तम भी ब चो
कोचग दो
पसा कहा ह इतना म तो घर म ह दती ह स3 कार क
कोचग नदलाल भारती 310709
21-दआ
तीरथ क बाब बह रानी का बखार तो उतरन का नाम नह ल
रहा ह आखो स बचार क झरझर आस झर रह हशरर तप
रहा ह बखार स
अर बाप र दवाई असर नह कर रह ह या
सना नह डा टर या बोल
या बोल
बखार उतरन म समय लगगा
त बबी को चप करा म ठL ड पानी क पe ट रखता ह बखार
जQ द उतर जायगा
ठ(क ह
बी13टया सर सीधा कर म पe ट रखता ह
नह बाबजी म ठ(क ह
बी13टया त तप रह ह बखार स मझ पe ट रखन दो बहरानी
तD हारा दख समझता ह तम बह ह नह बट भी हो हमार
बाबजी दखो बखार कम हो गया
य कसा चम कार
बाबजी आपक दआआप और सासमा हमार लय धरती क
भगवान ह न दलाल भारती 070809
22-स) मान
या पस$नालट ह उस साहब क
कौन ऐस साहब ह
नाम ह हKरबाब Oवचार म नाम जसी उचाई मन खश हो
गयासयोगबस आज मरा अ छा 13दन था
ज[र उ चशf`तस3 कारवान और आदश$वाद होग तभी तो
उच ओहद पर पहच ह
उच पद और दौलत क मालक तो कम पढ लख A1 ठता क
बदौलत भी बन जात ह 13दल+ म जगह नह बना पात बस
अपना मतलब साधना अ द तरह जानत ह ऐस लोग
ऐस लोग+ म अ छ( वालट नह होती हा अभमान का
8द$शन और अपन स अधक योd य+ को दहR त म रख सकत
ह तD हार साहब जस हKरबाब जस जन13हत-रा1 E 13हत म काम
करत ह और मातहतो को मान भी दना जानत ह
सह कह रह ह
तभी तो हा13द$क सD मान पा रह ह हKरबाब और उन जस और
दसर हा13द$क अपमान
न दलाल भारती 110809
23-बट का बाप
कई बार नो Kरg लाई क बाद एक बार मोबाईल बजा
कसका फोन था
लड़क क बाप का
बात हई
आदश मला आवाज नह आ रह ह इसी नD बर पर काल
करो
काल कया
हा
बात हई
लD बी बात बट क बार म मा-बाप और पKरवार क बार म
तहककात फर लड़क क बाप न अपनालड़क का और अपन
पKरवार का बढा-चढाकर पKरचय 13दया
जबाब या मला
म ालय क काम म अभी lt य3 त ह बाद म फोन करना
मत लगाना अब
य+
बट क बाप हो गनहगार नह नदलाल भारती 180809
24-ग+
तD ह पढा
मझ
हा भई तD हार रचनाय मतलब तD ह सच जन और रा1 E13हत
म अ छ( हतD हार लखनी क तवर मन को सकन दत ह
ध यवाद Aीमान जी
एक बात पछ इजाजत हो तो
कसी बात कर रह ह हक ह आपको पछन का
ग[ कौन ह तD हार बताओग या
य+ नह सच बताउ
हा सच ह तो पछ रहा ह
मर मान दलाल भारती 190809
25- भव- य
मरा भी बताओ बाबा
दखी हो सताय हए भी आठ घL ठ साथ रहन वाल+ क आख+
को फट आख नह भात हो
या
सच
य+
छोटा पद बड़ी योd यता मल कारण ह
कोई गनाह तो नह
नहल कन दिD भय+ क लय तो ह
कोई उपाय
13हD मत नह हारना आज क1 टदायी ह दिD भय+ क कारण पर
च ता ना करो भOव1 य अ छा ह उD मीद बनाय रहो
आस पीकर भी उD मीद म तो जी रहा ह
बहत ब13ढया बनाय रहो
ध यवाद बाबा नदलाल भारती 190809
26-राज
अधकार क पद पर काय$रत lt यगदास और बास गg प म
मशगल थ काया$लय का समय ख म होन क प Cह मनट
बाद शरणच C घर जान क लय दफतर स 7नकलन लगा
शरणच C को जात हए दखकर lt यगदास पासा बदलत हए
बास स बोल सर य शरणच C आ फस राइट टाइम$ पर आता
ह और दर स जाता भी ह काम भी आप खब लत ह
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
चपचाप सब सन रहा था इसी बीच कम$चार का दो3 त
रामलाल आ गया स तलाल स पछा मा कसी ह
स तलाल-बीमार तो ह पर पोत-पोती क साथ खश ह
रामलाल-मा बाप ह भगवान ह सवा सAषा करत रहना
स तलाल-हा
रामलाल क बात कछ 13दन पहल अपनी मसीबत बरोजगार
भाई क सर पर डालकर आय बड पद और बशमार दौलत क
मालक क कान म गरम शीशा जस डालती द हो व
बौखलाकर स तलाल स बोल काम भी करोग या बात करत
रहोग न दलाल भारती 290709
17- अ तर
अधकार और कम$चार म या अ तर महसस करत हो
अधकार क पास अधकार होता हकम$चार क पास नह
और
जब चाह काम पर आ सकता ह जब चाह जा सकता
हकम$चार को समय स पहल आना होता ह और दर स
जाना
और
अधकार कम$चार क हक को 7छन सकता ह कम$चार नह
और
कम$चार अ छ कपड़ पहन लया तो अधकार को खजल
होन लगती ह
और भी अ तर
सरकार पKरसD प7तया का मनमाना उपभोग और भी बहत
कछ
समझ गया लोभ क जड़ बहत गहर तक पहच चक ह
नदलाल भारती 290709
18- इतजार
कब तक काम करना पड़ा
आठ बज तक
तयार हो गयी Kरपcट
रात म ह और बाइिL डग भी हो गयी
Kरपcट तो बास क टबल पर पड़ी ह
छाती पर चढकर बनवाय चाह टबल पर रख या टोकर म
मझ छोट कम$चार क लय तो दद$ पीना तकदर ह
जो काम तमस रात आठ बज तक करवाया गया वह भी Pबना
कसी ओवरटाइम क वह तो महज इतजार करन का बहाना
था
कसका
मडम का जानत नह बास अपनी ज[रत अनसार उपभोग
और तम जस छोट कम$चार को आस दत रहत ह
या
हा न दलाल भारती 300709
19-झलक
कोई दरवाज पर खड़ा ह
अ दर बलाओ
बला रह ह जाइय
आप ह अ दर आइय बाहर य+ खड़ ह
जQ द म ह
ऐसी या जQ द ह KरटायरमL ट क बाद भी जQ द ब13ठय
व त नह ह मझ तीन सौ [पया द सकत ह 10 तारख
को बटा क तन2 वाह मलगी द जाउगा
तीन सौ
हा बस तीन सौ अधक नह
लिजय
ध यवाद चलता ह
आग तक क पग बढात ह झलक पड़ा तगी का दद$
नदलाल भारती 310709
20-को(चग
बहत जQ द म हो कहा स आ रह हो
कोचग स
कोचग पढान लगी या
अर नह र म या पढाउगी
बटा को छोड़कर आ रह ह
कौन सी कोचग बटा को द रह हो
इिd लश क
इिd लश क ह य+
इिd लश जानन स कKरअर ब13ढया बनता ह ना तम भी ब चो
कोचग दो
पसा कहा ह इतना म तो घर म ह दती ह स3 कार क
कोचग नदलाल भारती 310709
21-दआ
तीरथ क बाब बह रानी का बखार तो उतरन का नाम नह ल
रहा ह आखो स बचार क झरझर आस झर रह हशरर तप
रहा ह बखार स
अर बाप र दवाई असर नह कर रह ह या
सना नह डा टर या बोल
या बोल
बखार उतरन म समय लगगा
त बबी को चप करा म ठL ड पानी क पe ट रखता ह बखार
जQ द उतर जायगा
ठ(क ह
बी13टया सर सीधा कर म पe ट रखता ह
नह बाबजी म ठ(क ह
बी13टया त तप रह ह बखार स मझ पe ट रखन दो बहरानी
तD हारा दख समझता ह तम बह ह नह बट भी हो हमार
बाबजी दखो बखार कम हो गया
य कसा चम कार
बाबजी आपक दआआप और सासमा हमार लय धरती क
भगवान ह न दलाल भारती 070809
22-स) मान
या पस$नालट ह उस साहब क
कौन ऐस साहब ह
नाम ह हKरबाब Oवचार म नाम जसी उचाई मन खश हो
गयासयोगबस आज मरा अ छा 13दन था
ज[र उ चशf`तस3 कारवान और आदश$वाद होग तभी तो
उच ओहद पर पहच ह
उच पद और दौलत क मालक तो कम पढ लख A1 ठता क
बदौलत भी बन जात ह 13दल+ म जगह नह बना पात बस
अपना मतलब साधना अ द तरह जानत ह ऐस लोग
ऐस लोग+ म अ छ( वालट नह होती हा अभमान का
8द$शन और अपन स अधक योd य+ को दहR त म रख सकत
ह तD हार साहब जस हKरबाब जस जन13हत-रा1 E 13हत म काम
करत ह और मातहतो को मान भी दना जानत ह
सह कह रह ह
तभी तो हा13द$क सD मान पा रह ह हKरबाब और उन जस और
दसर हा13द$क अपमान
न दलाल भारती 110809
23-बट का बाप
कई बार नो Kरg लाई क बाद एक बार मोबाईल बजा
कसका फोन था
लड़क क बाप का
बात हई
आदश मला आवाज नह आ रह ह इसी नD बर पर काल
करो
काल कया
हा
बात हई
लD बी बात बट क बार म मा-बाप और पKरवार क बार म
तहककात फर लड़क क बाप न अपनालड़क का और अपन
पKरवार का बढा-चढाकर पKरचय 13दया
जबाब या मला
म ालय क काम म अभी lt य3 त ह बाद म फोन करना
मत लगाना अब
य+
बट क बाप हो गनहगार नह नदलाल भारती 180809
24-ग+
तD ह पढा
मझ
हा भई तD हार रचनाय मतलब तD ह सच जन और रा1 E13हत
म अ छ( हतD हार लखनी क तवर मन को सकन दत ह
ध यवाद Aीमान जी
एक बात पछ इजाजत हो तो
कसी बात कर रह ह हक ह आपको पछन का
ग[ कौन ह तD हार बताओग या
य+ नह सच बताउ
हा सच ह तो पछ रहा ह
मर मान दलाल भारती 190809
25- भव- य
मरा भी बताओ बाबा
दखी हो सताय हए भी आठ घL ठ साथ रहन वाल+ क आख+
को फट आख नह भात हो
या
सच
य+
छोटा पद बड़ी योd यता मल कारण ह
कोई गनाह तो नह
नहल कन दिD भय+ क लय तो ह
कोई उपाय
13हD मत नह हारना आज क1 टदायी ह दिD भय+ क कारण पर
च ता ना करो भOव1 य अ छा ह उD मीद बनाय रहो
आस पीकर भी उD मीद म तो जी रहा ह
बहत ब13ढया बनाय रहो
ध यवाद बाबा नदलाल भारती 190809
26-राज
अधकार क पद पर काय$रत lt यगदास और बास गg प म
मशगल थ काया$लय का समय ख म होन क प Cह मनट
बाद शरणच C घर जान क लय दफतर स 7नकलन लगा
शरणच C को जात हए दखकर lt यगदास पासा बदलत हए
बास स बोल सर य शरणच C आ फस राइट टाइम$ पर आता
ह और दर स जाता भी ह काम भी आप खब लत ह
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
18- इतजार
कब तक काम करना पड़ा
आठ बज तक
तयार हो गयी Kरपcट
रात म ह और बाइिL डग भी हो गयी
Kरपcट तो बास क टबल पर पड़ी ह
छाती पर चढकर बनवाय चाह टबल पर रख या टोकर म
मझ छोट कम$चार क लय तो दद$ पीना तकदर ह
जो काम तमस रात आठ बज तक करवाया गया वह भी Pबना
कसी ओवरटाइम क वह तो महज इतजार करन का बहाना
था
कसका
मडम का जानत नह बास अपनी ज[रत अनसार उपभोग
और तम जस छोट कम$चार को आस दत रहत ह
या
हा न दलाल भारती 300709
19-झलक
कोई दरवाज पर खड़ा ह
अ दर बलाओ
बला रह ह जाइय
आप ह अ दर आइय बाहर य+ खड़ ह
जQ द म ह
ऐसी या जQ द ह KरटायरमL ट क बाद भी जQ द ब13ठय
व त नह ह मझ तीन सौ [पया द सकत ह 10 तारख
को बटा क तन2 वाह मलगी द जाउगा
तीन सौ
हा बस तीन सौ अधक नह
लिजय
ध यवाद चलता ह
आग तक क पग बढात ह झलक पड़ा तगी का दद$
नदलाल भारती 310709
20-को(चग
बहत जQ द म हो कहा स आ रह हो
कोचग स
कोचग पढान लगी या
अर नह र म या पढाउगी
बटा को छोड़कर आ रह ह
कौन सी कोचग बटा को द रह हो
इिd लश क
इिd लश क ह य+
इिd लश जानन स कKरअर ब13ढया बनता ह ना तम भी ब चो
कोचग दो
पसा कहा ह इतना म तो घर म ह दती ह स3 कार क
कोचग नदलाल भारती 310709
21-दआ
तीरथ क बाब बह रानी का बखार तो उतरन का नाम नह ल
रहा ह आखो स बचार क झरझर आस झर रह हशरर तप
रहा ह बखार स
अर बाप र दवाई असर नह कर रह ह या
सना नह डा टर या बोल
या बोल
बखार उतरन म समय लगगा
त बबी को चप करा म ठL ड पानी क पe ट रखता ह बखार
जQ द उतर जायगा
ठ(क ह
बी13टया सर सीधा कर म पe ट रखता ह
नह बाबजी म ठ(क ह
बी13टया त तप रह ह बखार स मझ पe ट रखन दो बहरानी
तD हारा दख समझता ह तम बह ह नह बट भी हो हमार
बाबजी दखो बखार कम हो गया
य कसा चम कार
बाबजी आपक दआआप और सासमा हमार लय धरती क
भगवान ह न दलाल भारती 070809
22-स) मान
या पस$नालट ह उस साहब क
कौन ऐस साहब ह
नाम ह हKरबाब Oवचार म नाम जसी उचाई मन खश हो
गयासयोगबस आज मरा अ छा 13दन था
ज[र उ चशf`तस3 कारवान और आदश$वाद होग तभी तो
उच ओहद पर पहच ह
उच पद और दौलत क मालक तो कम पढ लख A1 ठता क
बदौलत भी बन जात ह 13दल+ म जगह नह बना पात बस
अपना मतलब साधना अ द तरह जानत ह ऐस लोग
ऐस लोग+ म अ छ( वालट नह होती हा अभमान का
8द$शन और अपन स अधक योd य+ को दहR त म रख सकत
ह तD हार साहब जस हKरबाब जस जन13हत-रा1 E 13हत म काम
करत ह और मातहतो को मान भी दना जानत ह
सह कह रह ह
तभी तो हा13द$क सD मान पा रह ह हKरबाब और उन जस और
दसर हा13द$क अपमान
न दलाल भारती 110809
23-बट का बाप
कई बार नो Kरg लाई क बाद एक बार मोबाईल बजा
कसका फोन था
लड़क क बाप का
बात हई
आदश मला आवाज नह आ रह ह इसी नD बर पर काल
करो
काल कया
हा
बात हई
लD बी बात बट क बार म मा-बाप और पKरवार क बार म
तहककात फर लड़क क बाप न अपनालड़क का और अपन
पKरवार का बढा-चढाकर पKरचय 13दया
जबाब या मला
म ालय क काम म अभी lt य3 त ह बाद म फोन करना
मत लगाना अब
य+
बट क बाप हो गनहगार नह नदलाल भारती 180809
24-ग+
तD ह पढा
मझ
हा भई तD हार रचनाय मतलब तD ह सच जन और रा1 E13हत
म अ छ( हतD हार लखनी क तवर मन को सकन दत ह
ध यवाद Aीमान जी
एक बात पछ इजाजत हो तो
कसी बात कर रह ह हक ह आपको पछन का
ग[ कौन ह तD हार बताओग या
य+ नह सच बताउ
हा सच ह तो पछ रहा ह
मर मान दलाल भारती 190809
25- भव- य
मरा भी बताओ बाबा
दखी हो सताय हए भी आठ घL ठ साथ रहन वाल+ क आख+
को फट आख नह भात हो
या
सच
य+
छोटा पद बड़ी योd यता मल कारण ह
कोई गनाह तो नह
नहल कन दिD भय+ क लय तो ह
कोई उपाय
13हD मत नह हारना आज क1 टदायी ह दिD भय+ क कारण पर
च ता ना करो भOव1 य अ छा ह उD मीद बनाय रहो
आस पीकर भी उD मीद म तो जी रहा ह
बहत ब13ढया बनाय रहो
ध यवाद बाबा नदलाल भारती 190809
26-राज
अधकार क पद पर काय$रत lt यगदास और बास गg प म
मशगल थ काया$लय का समय ख म होन क प Cह मनट
बाद शरणच C घर जान क लय दफतर स 7नकलन लगा
शरणच C को जात हए दखकर lt यगदास पासा बदलत हए
बास स बोल सर य शरणच C आ फस राइट टाइम$ पर आता
ह और दर स जाता भी ह काम भी आप खब लत ह
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
लिजय
ध यवाद चलता ह
आग तक क पग बढात ह झलक पड़ा तगी का दद$
नदलाल भारती 310709
20-को(चग
बहत जQ द म हो कहा स आ रह हो
कोचग स
कोचग पढान लगी या
अर नह र म या पढाउगी
बटा को छोड़कर आ रह ह
कौन सी कोचग बटा को द रह हो
इिd लश क
इिd लश क ह य+
इिd लश जानन स कKरअर ब13ढया बनता ह ना तम भी ब चो
कोचग दो
पसा कहा ह इतना म तो घर म ह दती ह स3 कार क
कोचग नदलाल भारती 310709
21-दआ
तीरथ क बाब बह रानी का बखार तो उतरन का नाम नह ल
रहा ह आखो स बचार क झरझर आस झर रह हशरर तप
रहा ह बखार स
अर बाप र दवाई असर नह कर रह ह या
सना नह डा टर या बोल
या बोल
बखार उतरन म समय लगगा
त बबी को चप करा म ठL ड पानी क पe ट रखता ह बखार
जQ द उतर जायगा
ठ(क ह
बी13टया सर सीधा कर म पe ट रखता ह
नह बाबजी म ठ(क ह
बी13टया त तप रह ह बखार स मझ पe ट रखन दो बहरानी
तD हारा दख समझता ह तम बह ह नह बट भी हो हमार
बाबजी दखो बखार कम हो गया
य कसा चम कार
बाबजी आपक दआआप और सासमा हमार लय धरती क
भगवान ह न दलाल भारती 070809
22-स) मान
या पस$नालट ह उस साहब क
कौन ऐस साहब ह
नाम ह हKरबाब Oवचार म नाम जसी उचाई मन खश हो
गयासयोगबस आज मरा अ छा 13दन था
ज[र उ चशf`तस3 कारवान और आदश$वाद होग तभी तो
उच ओहद पर पहच ह
उच पद और दौलत क मालक तो कम पढ लख A1 ठता क
बदौलत भी बन जात ह 13दल+ म जगह नह बना पात बस
अपना मतलब साधना अ द तरह जानत ह ऐस लोग
ऐस लोग+ म अ छ( वालट नह होती हा अभमान का
8द$शन और अपन स अधक योd य+ को दहR त म रख सकत
ह तD हार साहब जस हKरबाब जस जन13हत-रा1 E 13हत म काम
करत ह और मातहतो को मान भी दना जानत ह
सह कह रह ह
तभी तो हा13द$क सD मान पा रह ह हKरबाब और उन जस और
दसर हा13द$क अपमान
न दलाल भारती 110809
23-बट का बाप
कई बार नो Kरg लाई क बाद एक बार मोबाईल बजा
कसका फोन था
लड़क क बाप का
बात हई
आदश मला आवाज नह आ रह ह इसी नD बर पर काल
करो
काल कया
हा
बात हई
लD बी बात बट क बार म मा-बाप और पKरवार क बार म
तहककात फर लड़क क बाप न अपनालड़क का और अपन
पKरवार का बढा-चढाकर पKरचय 13दया
जबाब या मला
म ालय क काम म अभी lt य3 त ह बाद म फोन करना
मत लगाना अब
य+
बट क बाप हो गनहगार नह नदलाल भारती 180809
24-ग+
तD ह पढा
मझ
हा भई तD हार रचनाय मतलब तD ह सच जन और रा1 E13हत
म अ छ( हतD हार लखनी क तवर मन को सकन दत ह
ध यवाद Aीमान जी
एक बात पछ इजाजत हो तो
कसी बात कर रह ह हक ह आपको पछन का
ग[ कौन ह तD हार बताओग या
य+ नह सच बताउ
हा सच ह तो पछ रहा ह
मर मान दलाल भारती 190809
25- भव- य
मरा भी बताओ बाबा
दखी हो सताय हए भी आठ घL ठ साथ रहन वाल+ क आख+
को फट आख नह भात हो
या
सच
य+
छोटा पद बड़ी योd यता मल कारण ह
कोई गनाह तो नह
नहल कन दिD भय+ क लय तो ह
कोई उपाय
13हD मत नह हारना आज क1 टदायी ह दिD भय+ क कारण पर
च ता ना करो भOव1 य अ छा ह उD मीद बनाय रहो
आस पीकर भी उD मीद म तो जी रहा ह
बहत ब13ढया बनाय रहो
ध यवाद बाबा नदलाल भारती 190809
26-राज
अधकार क पद पर काय$रत lt यगदास और बास गg प म
मशगल थ काया$लय का समय ख म होन क प Cह मनट
बाद शरणच C घर जान क लय दफतर स 7नकलन लगा
शरणच C को जात हए दखकर lt यगदास पासा बदलत हए
बास स बोल सर य शरणच C आ फस राइट टाइम$ पर आता
ह और दर स जाता भी ह काम भी आप खब लत ह
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
ठ(क ह
बी13टया सर सीधा कर म पe ट रखता ह
नह बाबजी म ठ(क ह
बी13टया त तप रह ह बखार स मझ पe ट रखन दो बहरानी
तD हारा दख समझता ह तम बह ह नह बट भी हो हमार
बाबजी दखो बखार कम हो गया
य कसा चम कार
बाबजी आपक दआआप और सासमा हमार लय धरती क
भगवान ह न दलाल भारती 070809
22-स) मान
या पस$नालट ह उस साहब क
कौन ऐस साहब ह
नाम ह हKरबाब Oवचार म नाम जसी उचाई मन खश हो
गयासयोगबस आज मरा अ छा 13दन था
ज[र उ चशf`तस3 कारवान और आदश$वाद होग तभी तो
उच ओहद पर पहच ह
उच पद और दौलत क मालक तो कम पढ लख A1 ठता क
बदौलत भी बन जात ह 13दल+ म जगह नह बना पात बस
अपना मतलब साधना अ द तरह जानत ह ऐस लोग
ऐस लोग+ म अ छ( वालट नह होती हा अभमान का
8द$शन और अपन स अधक योd य+ को दहR त म रख सकत
ह तD हार साहब जस हKरबाब जस जन13हत-रा1 E 13हत म काम
करत ह और मातहतो को मान भी दना जानत ह
सह कह रह ह
तभी तो हा13द$क सD मान पा रह ह हKरबाब और उन जस और
दसर हा13द$क अपमान
न दलाल भारती 110809
23-बट का बाप
कई बार नो Kरg लाई क बाद एक बार मोबाईल बजा
कसका फोन था
लड़क क बाप का
बात हई
आदश मला आवाज नह आ रह ह इसी नD बर पर काल
करो
काल कया
हा
बात हई
लD बी बात बट क बार म मा-बाप और पKरवार क बार म
तहककात फर लड़क क बाप न अपनालड़क का और अपन
पKरवार का बढा-चढाकर पKरचय 13दया
जबाब या मला
म ालय क काम म अभी lt य3 त ह बाद म फोन करना
मत लगाना अब
य+
बट क बाप हो गनहगार नह नदलाल भारती 180809
24-ग+
तD ह पढा
मझ
हा भई तD हार रचनाय मतलब तD ह सच जन और रा1 E13हत
म अ छ( हतD हार लखनी क तवर मन को सकन दत ह
ध यवाद Aीमान जी
एक बात पछ इजाजत हो तो
कसी बात कर रह ह हक ह आपको पछन का
ग[ कौन ह तD हार बताओग या
य+ नह सच बताउ
हा सच ह तो पछ रहा ह
मर मान दलाल भारती 190809
25- भव- य
मरा भी बताओ बाबा
दखी हो सताय हए भी आठ घL ठ साथ रहन वाल+ क आख+
को फट आख नह भात हो
या
सच
य+
छोटा पद बड़ी योd यता मल कारण ह
कोई गनाह तो नह
नहल कन दिD भय+ क लय तो ह
कोई उपाय
13हD मत नह हारना आज क1 टदायी ह दिD भय+ क कारण पर
च ता ना करो भOव1 य अ छा ह उD मीद बनाय रहो
आस पीकर भी उD मीद म तो जी रहा ह
बहत ब13ढया बनाय रहो
ध यवाद बाबा नदलाल भारती 190809
26-राज
अधकार क पद पर काय$रत lt यगदास और बास गg प म
मशगल थ काया$लय का समय ख म होन क प Cह मनट
बाद शरणच C घर जान क लय दफतर स 7नकलन लगा
शरणच C को जात हए दखकर lt यगदास पासा बदलत हए
बास स बोल सर य शरणच C आ फस राइट टाइम$ पर आता
ह और दर स जाता भी ह काम भी आप खब लत ह
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
23-बट का बाप
कई बार नो Kरg लाई क बाद एक बार मोबाईल बजा
कसका फोन था
लड़क क बाप का
बात हई
आदश मला आवाज नह आ रह ह इसी नD बर पर काल
करो
काल कया
हा
बात हई
लD बी बात बट क बार म मा-बाप और पKरवार क बार म
तहककात फर लड़क क बाप न अपनालड़क का और अपन
पKरवार का बढा-चढाकर पKरचय 13दया
जबाब या मला
म ालय क काम म अभी lt य3 त ह बाद म फोन करना
मत लगाना अब
य+
बट क बाप हो गनहगार नह नदलाल भारती 180809
24-ग+
तD ह पढा
मझ
हा भई तD हार रचनाय मतलब तD ह सच जन और रा1 E13हत
म अ छ( हतD हार लखनी क तवर मन को सकन दत ह
ध यवाद Aीमान जी
एक बात पछ इजाजत हो तो
कसी बात कर रह ह हक ह आपको पछन का
ग[ कौन ह तD हार बताओग या
य+ नह सच बताउ
हा सच ह तो पछ रहा ह
मर मान दलाल भारती 190809
25- भव- य
मरा भी बताओ बाबा
दखी हो सताय हए भी आठ घL ठ साथ रहन वाल+ क आख+
को फट आख नह भात हो
या
सच
य+
छोटा पद बड़ी योd यता मल कारण ह
कोई गनाह तो नह
नहल कन दिD भय+ क लय तो ह
कोई उपाय
13हD मत नह हारना आज क1 टदायी ह दिD भय+ क कारण पर
च ता ना करो भOव1 य अ छा ह उD मीद बनाय रहो
आस पीकर भी उD मीद म तो जी रहा ह
बहत ब13ढया बनाय रहो
ध यवाद बाबा नदलाल भारती 190809
26-राज
अधकार क पद पर काय$रत lt यगदास और बास गg प म
मशगल थ काया$लय का समय ख म होन क प Cह मनट
बाद शरणच C घर जान क लय दफतर स 7नकलन लगा
शरणच C को जात हए दखकर lt यगदास पासा बदलत हए
बास स बोल सर य शरणच C आ फस राइट टाइम$ पर आता
ह और दर स जाता भी ह काम भी आप खब लत ह
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
य+ नह सच बताउ
हा सच ह तो पछ रहा ह
मर मान दलाल भारती 190809
25- भव- य
मरा भी बताओ बाबा
दखी हो सताय हए भी आठ घL ठ साथ रहन वाल+ क आख+
को फट आख नह भात हो
या
सच
य+
छोटा पद बड़ी योd यता मल कारण ह
कोई गनाह तो नह
नहल कन दिD भय+ क लय तो ह
कोई उपाय
13हD मत नह हारना आज क1 टदायी ह दिD भय+ क कारण पर
च ता ना करो भOव1 य अ छा ह उD मीद बनाय रहो
आस पीकर भी उD मीद म तो जी रहा ह
बहत ब13ढया बनाय रहो
ध यवाद बाबा नदलाल भारती 190809
26-राज
अधकार क पद पर काय$रत lt यगदास और बास गg प म
मशगल थ काया$लय का समय ख म होन क प Cह मनट
बाद शरणच C घर जान क लय दफतर स 7नकलन लगा
शरणच C को जात हए दखकर lt यगदास पासा बदलत हए
बास स बोल सर य शरणच C आ फस राइट टाइम$ पर आता
ह और दर स जाता भी ह काम भी आप खब लत ह
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
बाबगीर स चपरासीगीर तक करवा लत ह lt यवहार भी ठ(क
नह करत ह इसका राज या ह
बास-मानती ह i यादा पढा लखा ह शणच Cहतो मर
अधीन3 थ छोट कम$चार ह ना दबदबा बनाय रखन क
लयछोटा कम$चार ह इसका उस एहसास बना रहछोट-बड़ क
गप को मनटन करन क लय ज[र ह म3 टर lt यगदास
बास क बात+ स lt यगदास क आख चमक उठ( थी नदलाल
भारती 200809
27- ग सा मरा जमाकर कर लिजय बीस मनट स खड़ा ह स च C
बोला
स च C क पीछ खड lt यि त न भी अनरोध कया
बगल म य लगी ह जाओ खड़ हो जाओ मोट मछ और
उ ची कद-काठ( वाला कशयर बोला
स च C अनरोध क 3 वर म बोला सबस पीछ हा जाउगा
मरा नD बर ह जमाकर लिजय
एनएनएसएस क काउL टर पर तनात मोट मछा और उ ची
कद-काठ( वाला कशयर द कारत हए बोला Pबजल का Pबल
जमा करना ह तो बगल वाल लाइन म खड़ा होना होगा
आWखर तारख ह जमा कर लो स च C अनरोध कया
मोट मछ और उ ची कद-काठ( वाला कशयर गरा$त हए दहाड़ा
नह जमाकता$ या कर लोगो जा रह हो तम दोन+ क म
उठ
कशयर क बात स बगल क लाईन म लग कछ लोग+ क
चहर पर ग3 सा क बादल गरज उठ
नसीहत दत हए स च C बोल-इतना ग3 सा नह अ छा
नौकर कर रह हो गL डागीर नह शराफत नह सीख तो एक
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
13दन हाथ धो बठागदर दर क ठोकर खाओग कसj क
दादागीर क द1 कम$ का दद$ उभरगा तब बहत रोयगा हठ(ल
नदलाल भारती 200809
28-बवाल
हाि3 पटल स त7नक दर चौराह पर खड़ पलस जवान+ क
सामन स एक मोटरसाइ कल तीन हe ठ-कटठ सवार नवजवान
तीkग7त और लापरवाहप$क लहरात चल रह थ चलत-चलत
एकदम [क गय पीछ आ रह अधड़ मोटर साइ कल चालक
बाल बाल बच तो गय पर मोटर साइ कल मोटर भीड़ भर
सड़क पर तफर कर रह नवजवान+ क मोटर साइ कल स
छआ गयी
अधड़ lt यि त भाई य सड़क तफर क लय नह ह
मोटरसाइ कल सवार- य+ नह ह
दसरा-सवार तम दखकर य+ नह चलत
तीसरा सवार-एक तो गलती करती ह दसर नसीहत दता ह
समझान का ठका तर पास ह या
मोटरसाइ कल सवार हवा म हाथ लहरात हए बोला जा जQ द
भाग जा यहा स नह तो बवाल मच जायगा
वाद-Oववाद सन रह थम पाव म एकदम ग7त आ गयी अधड़
lt यि त कभी पलस को कभी तमाशा दख रह लोग+ क
एकदम भागन वाल+ को कोसत हए लह क घट पीत हए आग
बढ गय
न दलाल भारती 200809
29-वचार
कलOषत और द1 ट Oवचारधारा क लोग खब फलफल रह ह
हा
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
अधीन3 थ कम$चार क आवाज कान तक पहची नह क
कालबल पर बठ
ऐस लोग उठकर भी आदत नह बदलत नीच गरत जात ह
7नगाह+ म
हा -सच लोमड़ी खाल बदलती ह आदत नह
वफादार हो स3 था समाज और दश क 87त
चोट मलती ह 13दल रोता ह नक और सD मानजनक काम
करन क बाद भी
कस और 13हरणाकश जस लोग आज भी ह कहानी ख म नह
हई ह कलOषत Oवचारधारा और द1 ट 8क7त क लोग खद को
A1 ठ साPबत करन क लय अ याय कय ह और कर रह ह
याद रह अ त डरावना होता ह
हा सह ह
सदाचार और परमाथ$ काल क गाल पर अमरता क lयोतक
ह कस और 13हरणाकश क कहानी परानी ह और जीOवत भी
न दलाल भारती 250809
30 वदवाला (ग0
कतन ढठ हो गय ह य वदm वाल ग^
या कह रह हो यार
सच कह रहा ह मर बढ Oपताजी गाव जा रह थ Eन
g लटफाम$ पर खड़ी थी पा क ग दर थी वहा तक जान म Eन
छट सकती थी म अपना 3 कटर 3 टशन स लगी PबिQ डग क
सहार खड़ा कर Eन पकडवान क लय भागा वापस आया तो
दखा
या दखा
वदmवाला ग^ 3 कटर पर बठा हआ ह एक कौअ क साथ
उतKरय जनाब जाना ह मन कहा
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
कौआ - यो
मझ जाना ह
वदmवाला ग^-पा क ग म खड़ा ह या
कौआ एक तो पा क ग म खड़ा नह ह दसर साहब आध घL ट
स रखवाल कर रह ह
वदmवाला ग^ चालान बना द या
बना दिजय
सोच लो
सोच लया
कौआ-दखन म शरफ लगत हो य+ काननी लफड़ म फसन
जा रह हो
कोई 7नयम नह तोड़ा ह
वदmवाला ग^ वो तो म बताउ गा 7नकालो सौ [पय
लिजय अर रसीद दिजय
कसी रसीद वदmवाला ग^ और कौआ एक सर म बोल और
जQ द -जQ द कदम बढाकर एक गाव वाल मजदरो क दल को
रोक और उनक गठKरय+ क तलाशी लन लग
ठगा रह गया जन सवा और रा1 E सवा क कसम खान वाल
ग^ क करतत दखकर
न दलाल भारती 250809
31-रवजन
य+ Pबहोरजी अपना g ो-रOवजन तो हो गया ना 7नहोर न
पछा
हा हो तो गया बोड$ क 3 वीक7त भी हो गयी ह सना
हकई महन+ तक अटका रहा
7नहोर-अधकाKरय+ का तो एक झटक म हो गयाएKरयर भी
मल गया साथ नई तन2 वाह भी मल रह ह
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
Pबहोर करता धोती वाला ह खाता टोपी वाला ह भाई हम
कम$चाKरय+ क भी तो वह हाल ह
दर खड़ अधकार महोदय को यह बात चभ गयी व बोल भल
ह कतन+ पढ लख होअ छ खा पहन रह हो आWखरकार हो
तो कम$चार ह
7नहोर-ठ(क कह रह हो साहब हम तो दया पर जीन वाल लोग
ह हमार काम और पसीन क कोई कमत नहअपन फायद
क लय तो Oवधायक सासद क तरह मज थपथपा लत ह
अहकार का दावानल अ छा नह ह
Pबहोर- कम$चाKरय+ को भी हक भी मलना चा13हय क
नहन दलाल भारती 250809
32-लड़ाई
या हरो बनकर आया ह लगता ह इसी क शाद ह
Pबग बास क बट क शाद म आया ह
चपरासी स बाब बनत ह खद का बड़ा मनजर समझन लगा
ह
शकायत का दौर चला रहा ह जाम क थाप पर
लो एक और आ गया
या साफ सथर कपड़ पहनना मसOवहव ह
औकात को भी दखना चा13हय
माग कर तो नह पहनकर आया ह पL ट-शट$जता मोजा
और अगठ(
नीच वाल+ को इतना 13दखावा शोभा नह दता
13दखावा या ह अ छ कपड पहनना 13दखावा ह
कल का चपरासी आज बाब बन गया तो या बड़ा साहब हो
गया
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
साहब पद-दौलत का अभमान कब तक 13टकगा साठ साल क
बाद पद क अभमान को परख लना अभमान क लड़ाई
ठ(क नहसl भावना पव$क दश और समाज क 13हत म काम
किजय िजतना हो सक कद को सवाKरय
दात खटट कर 13दय इस nाइवर न नदलाल भारती 260809
33-कजा
तीन महना हो गया मरा पाच सौ [पया तो वापस कर दो
दख रह हो भख मरन क नौबत हतीन महना तन2 वाह नह
मल रह ह तम तो दो3 त हो सब जानत भी हो
दफ तर का दो3 त ह सब जानता भी ह
या खास जानत हो कछ बताओ
तD ह नौकर स 7नकाल 13दया गया ह
हा तभी तो तन2 वाह नह मल रह ह तम पाच सौ
[पय क लय तगादा कर रह हो दो3 त होकर
या म अपनी महनत क [पय डबन द
नह मर बाक पमL ट होन वाल ह कजा$ उतार कर शहर स
जाउ गा यारतD हारा पाच सौ [पया लकर नह भागगा
मझ जQ द चा13हय तD हार ससर 13दQ ल म बड पदाधकर ह
जाकर उनस [पय लाओ और मरा कजा$ चकाओ
कस दो3 त हो मसीबत म ढकल रह हो कजा$ जQ द चका
दगा मन अपना समझकर तD हार सामन हाथ फलाया पर
तम बगाना समझ रह हो
तकरर मत दो [पया वापस करन क सोचो
जQ द हो जायगा
वादा
प का
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
जQ द बोनस का [का हआ पसा मल गया सबस पहल कजा$
उतारा नौकर भी मल गयी पर दो3 त का 13दया हआ घाव
नह भरा नदलाल भारती 280809
34-घड़क
रामबरनका भगतान महन बाद भी नह हो रहा था कभी
बजट नह ह तो कभी एकाL ट आ फसर नह ह का बहाना
बनाकर साहब लोग पQ ला झाड़ लत बचारा रामबरन अपन
घर -पKरवार क खानखच$ क कटौती कर दफतर क चाय-पानी
आ13द क lt यव3 था कर रहा था यो क य lt यव3 था चपरासी
क िजD म थी इसी बीच o ो क बड अधकार आ गय
काया$लय 8मख क आदशानसार चपरासी रामबरन न चाय
नाR त क S यव3 था क पर वह 3 कटर म पEोल नह भरवा
सका कछ दर बाद छोट दजp क अधकार OवCोह साहब
रामबरन स बीस [पया पान क लय झटक लय खQ ल नह
होन का बहाना करक रामबरन क पीड़ा जबान पर आ गयी
वह बोला सचमच कछ साहब लोग पद और दौलत क
ब नरघड़क छोट कम$चाKरय+ पर रौब जमान क लय 13दखात
ह नदलाल भारती 280809
35- ध यवाद
भाई साहब बहत बहत ध यवाद
कस बात क लय
रोट अपन साथ Pबठाकर Wखलाया था जो
कब
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
प चीस साल पहल जब मझ नौकर स 7नकाल 13दया गया
था दो3 त दर बना चक थ ऐस बर व त क रोट का
3 वाद कस भल सकता ह
प चीस साल स एक शहर स दसर शहर तक ध यवाद का
भार ढो रह हो वह भी एक व त क रोट का
हा भाई साहब मरा ध यवाद कबल करो
यार ध यवाद क पा तो तम हो एक रोट खाकर आज तक
भल नह ध यवाद
न दलाल भारती 280809
36-घोड़ा घोड़ वाल गफट आ फस वाल+ को नह मलगी या
वो तो अ तःसवा 8श`णाथयc क लय थी
या बात कर रह हो साहब
सच तो कह रहा ह
झठ कह रह ह
कस
या आपको नह मल
मल ना
साहब क दर-दर क KरR तदारो को द जा रह ह हम य+
नह हम तो कD पनी क कम$चार ह दर रात-रात तक काम
कया उसका या या गफट क भी हकदार नह
इस दफतर क कम$चाKरय+ क लय अ तःसवा 8श`ण नह
था
दर-दर क KरR तदारो क लय था
टवीकाय$gtम जीजाजी नह दखा या
मतलब अधरपर नगर कनवा राजान दलाल भारती 020909
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
37-बट
बड खश लग रह हो
हा
दहज क फसल दखकर
नह वत$मान म दहज पाप हो गया ह
या
हा
िज दगी भर असOवधाओ क बोझ तल दबा बट+ क पढाई-
लखाई सख-सOवधा पर जो रन- कज$ कर खच$ कया उसका
या
बट का बाप नह करता ह या
फर इतनी खशी य+
सपनो म चार चाद लग गया
वो कस
बट न टापकर 13दया
या
हा
अर वाह मबारक हो नदलाल भारती 020909
38-मकाबला नई कार कसी चल रह ह
बहत ब13ढया
आपक एवरज ठ(क द रह ह ना
हा तीसर सOव$स क बाद एवरज बढ गया ह
अर य नई बारउन कलर क मोटरसाइ कल कसक ह
टाइOप3 ट ह ना उसी क ह
छोट लोग+ क पस द ऐस ह होती ह बड़ लोग+ क पस द
भी बड़ी होती ह
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
बड़ लोग+ का मकाबला छोट लोग कभी नह कर सकत
सफद और काल रग क प नी चढ कार बडा पद और अधक
दौलत होन स आदमी बड़ा नह बनता ह साहब जी
कस बनता ह त ह बता दअब तो तम छोट लोग+ स ह
सीखना पड़गा
बड़ा बनन क लय सहानभ7तसl भावना और आदमयत का
भाव भी होना चा13हय
अमतवचन दोन+ क कान म पड़त ह दोन+ नाक तक जमीन
म गड़ गय न दलाल भारती 070909
39-वकास
बहत शोर हो रहा ह कछ सनायी नह पड़ रहा ह
लोहा काटन क मशीन का शोर लगता ह
हा कह लोहा कट रहा ह
सामन कछ ना कछ कटता रहता ह भाई साहब
या कह रह ह
ठ(क कह रहा ह लोहा ह तो चीख सनाई पड़ रह ह वरना
चीख तक नह 7नकलती और टकड़-टकड़ कट भी जात ह
या
हा Oवकास 8ाधकरण क इजी7नयर साहब का बगला सामन
ह
मतलब
साफ ह कसी ना कसी तरह का Oवकास काय$ नदलाल
भारती 130909
40-तकदर
घनR याम पानी म बदब आ रह ह
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
नह कसी को नह आ रह ह तो तमको कस आ रह ह
अकवागाड$ स पानी साफ हो रहा पानी म दवाई भी तो डाल
जा रह ह
म कह रहा ह तो मानता य+ नह
आख ना 13दखाओ भाई पानी भरना मर डयट नह ह
य+ नह ह
नह ह म अटL डL ट तो नह
तD हार डयट ह अटL डL ट हो या अफसर
अगर हमार ह तो तD हार य+ नह
हमार य+
nाइवर हो तD हार डयट साढ नौ बज स श[ होती ह आत
हो बारह बज 13दन भर फोन का Pबल बढात रहत हो कम स
कम खद क लय साफ पानी भरवा लया करो
आड$र फालो करना तD हार मजबर ह और अघोOषत सOवधाओ
का उपभोग मर तकदर
न दलाल भारती 130909
41-वभव
साहब ह
साहब कारखान गय ह
कहा स आय ह
13दQ ल स
Oव]ापन क 87त लकर 13दQ ल स मरठ आय ह
और भी काम ह मरठ शहर म
समन बाई चीQ ड वाटर लानाजL टलमन g यास लग रह ह
आप कौन ह
rजयट सQ स Kर8ज ट13टव ह ला3 ट मथ ह मCण पKरवार स
जड़ा ह
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
वाल फकशनडिजनशन नहका3 ट पछ रह ह कभी-कभी
लोवर का3 ट क पढ-लखहL डसमअपटडट आ जात ह पता ह
नह चलता
यस मडम आई ऐम आलसो 13द सम
s वाट
यस मडम य वभव लोवर लास क छाती पर 13टका ह िजस
13दन लोवर का3 ट करवट ल लगा शोषक समाज क जड़
उखड़ जायगी न दलाल भारती 150909
42-खच
टलफोन क घनघनाहट सनकर ज7तन लपका
हलो ज7तन
हा बड़ पापा
तD हार पापा खड़कच द को मर साल भर हो गय ह पहला
AाY द ह
हा पापा कछ करना ह या
य+ नह AाY द म Oपतर+ क मि त क लय जो पजा-
पाठभोज आ13द का काय$gtम होता ह Oवध Oवधान स करवा
दना मर तो इ छा थी क सब कछ सामन करवाता पर
3 वा3 थ इजाजत नह द रहा ह
ज7तन-करवा दगा
Aीमती खड़कच द- कौन था ज7तन
ज7तन-बड़ पापा मD मी
Aीमती खड़कच द- या कह रह थ
ज7तन-पापा का AाY द Oवध Oवधान स करवान को कह रह
थ
Aीमतीखड़कच द-नह करना ह फालत का खच$ नदलाल
भारती 150909
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
43-सक प दवस
फर रावणदहन
दख नह रह हो
कब तक पतला जलान का 3 वाग होगा
या रावण दहन 3 वाग ह
नह अ छाई क जीत और बराई क हार का 8तीक ह
तब 3 वाग कस हआ
व त पतला जलान का नह ह अब
और या करन का ह
अपन भीतर का रावण जलान का ह हनमान क तरह अपनी
शि तय+ को पहचानन का ह ]ान क i यो7त जलान का ह
गरबी क Wखलाफ उठ खड़ा होन का ह रा1 Eय
एकतासामािजक समानता और सl भावना का सकQ प लन
का ह
अगल साल स सकQ प 13दवस मनायग न दलाल भारती 150909
44-पहचान
बधाई हो भाई OवR व 13ह द 13दवस क मौक पर फजी म
तD हार कOवताय पढ गयी
वहा जय-जयकार यहा अधयार का राज
अर यार अधयारा कसा
जय जगत जय जगत क 13ह द भाषा का उिजयारा तो ह
हा मातभाषा क छाव वह पहचान ह
उसी छाव और पहचान क बधाई कबल करो यार
ध यवाद जनाब नदलाल भारती 150909
45-भ डारा कहा स आ रह ह तीनो पीढ एक साथ
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
भL डार का भोजन कर
या भL डार का भोजन
आR चय$ कसा तम कहा जा रह हो अकल कटोर लकर
भL डार का 8साद लन
खान य+ नह
गरबमजदर महनत मजदर करत हचटनी रोट स काम
चलात ह एक 13दन 3 वा13द1 ट भोजन उ ह मल य इसलय
भL डारा गरब+ क लय होता ह हम य+ लट नदलाल
भारती 160909
46-वारसनामा
य+जी माा7न$ग वाक स आ रह ह
हा
उदासी य+
बाप को दखकर
कसक बाप मल गय
सD प न बट क दखन म तो ऐसा ह लग रहा था
सD प न बट क बाप को दखकर उदासी
ल कन बाप तो Oवप न लाचार और अधा ह गe टप थरढल
वाल जमीन Pबछौना हओढना क नाम पर गज भर मला-
कचला कपड़ा झलक रहा था घर तो क चा ह पर घर क
सामन आलशान कारबाइक$ खड़ी ह आध7नक सOवधा स
क चा घर लदा पड़ा ह वभव क नमाइस$ चलती राह झलकती
ह और बाप का दख भी
आध7नक वभव क नमाइस$ बाप क लय ख13टया Pबछौना तक
नह
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
यह उदासी का कारण ह औलाद आध7नकता क रफतार म
इतनी आग 7नकल गयी ह क अपन फज$ को भल रह ह य
कसा वभव ह कस उ ह फज$ याद आऐगा
मा-बा का याद 13दलाना होगा
वो कस
वाKरसनाम स बदखल कर नदलाल भारती 170909
47-बड़ लोग
शमयान वाल भइया$ त7नक इधर आना
क13हय साहब कहा शमयाना लगाना ह
हम तो दर शहर स आय ह शमयाना कहा लगवायग एक
बात पछन चाह रहा ह
पछो साहब
कल स दख रहा कोQ डtnकचायमठाईनाR ता और खान क
हर चीज पर गY द क तरह गर रह हो बाप बट पर पानी
नह पी रह हो ऐसा य+
आप नह जानत या य लोग कौन ह
कौन लोग ह
छोट जा7त क लोग ह इनका पानी बड लोग कस पी सकत
ह
खा सकत ह पर पानी नह पी सकत अ छा बताओ तम बड़
कस हो गय
जा7त स
नह बड़ तो य लोग ह इनम आदमयत ह मान-सD मान ह
बड़ा बात तो य ह क य लोग दसर+ का मान रखना अ छ(
तरह स जानत ह आदमी सl कम$ स बड़ा बनता ह जा7त स
कोई बड़ा नह बनता शमयान वाल भइया$ नदलाल
भारती180909
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
48-झठ का जहाज
कालबल बजत ह चपरासी हाथ पीछ सर नीच कर खड़ा हो
गया अधकार बोल रहस बक मनजर करशी साहब आ रह
हचाय नाR त का अ छा इतजाम कर लना
रहस- हमार कालोनी म तो रहत ह करशी साहब सर नाR त
का इ तजाम तो कर दगा ल कन सव$ नह कर पाउ गा
अधकार- यो
रहस-सर करशी जानत ह म अधकार ह
अधकार- या
रहस-हा सर टोल म [आब बनान क लय
अधकार-तम नह तो कौन करगा दसरा चपरासी कहा स
आयगा
Pबहारलाल-सर म कर दगा
अधकार-ओक
करशी साहब आय Pबहार चाय नाR ता बड़ सD मान क साथ
चाय नाR ता सव$ कया दोना अधकार दर तक Oवचार Oवमश$
कयकरशी साहब जान लग तब अधकार महोदय बोल
Pबहारलाल इधर आना
Pबहारबाब- यस सर
अधकार- साहब य Pबहारलाल ह काफ पढ लख ह अभी
बाब क पद पर ह आज चपरासी बन ह
करशी साहब-आपक दफ तर म चपरासी नह ह या
अधकार-ह ना उसी का [तबा बढान क लय बन ह
करशी-चपरासी का नह Pबहारलाल का [तबा बढा ह मर
नजर म झठ क जहाज पर उड़ान भरन वाला रहस चपरासी
ह ना यहा Pबहारलाल सलाम करता ह आपक सवाभाव को
न दलाल भारती 190909
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
49-अहमयत
कौन ह
KरR तदार ह
पहल तो कभी नह दखा
कस दखग म भी पहल बार दख रहा ह
कस KरR तदार ह
बर व त म तो बहत दर क थ पर अब सग बन रह ह
मतलब 3 वाथ$
हा बीस 13दन क लय मा-बाप न भजा ह खास काम क
लय महगाई क दौर म अरहर क दाल नS ब [पया कलो
ह बाइस$ साल पहल बीस [पया कलो थी इनक बाप क
अ छ 13दन थ मर फाक क 2 ौर अब तो इनक बाप बड़
अधकार होग बर व त म मर मदद तो नह कय घाव
ज[र 13दय थ
तम य+ लटा रह हो
व त क अहमयत का एहसास करान क लय न दलाल
भारती300909
50-कपन
कर 13दया ना इ8स बास को
कस
कपन दकर
महोदयदवाल क कपन कD पनी न 13दय ह बास का कपन द
13दया तो इसम बरा लगन क या बात ह
छोट कम$चाKरय+ को मuक कहा मलत ह अ छा इD 8स
कया न दलाल भारती300909
51-(च ता
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
खौफ म य+
खौफ नह च ता
कसी
पि न सपन म कोई मर साथ कोई अनहोनी दखकर चीख
उठती ह
यह तो समप$ण ह
च ता नह OवR वास करो
कसा OवR वास
KरR त पर न दलाल भारती051009
52-नाक क उचाई
िजद ना कर+
िजद नह कKरयर और कल क 87त सजगता ह
या नाक कटवा कर
ह नाक उची कर
छोट जा7त क वर क साथ फर लकर
हा जातीय A1 ठता दखन का नह योd यता दखन का समय
ह
तर िजद ज[र कल क नाक उची करगी बट न दलाल
भारती071009
53-कसम
कहा जा रह हो बह
अ3 पताल
कल पथालोजी गयी थी ना
हा
आज अ3 पताल य+
अg वाL टमL ट ह आज का
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
य+ खन करवान क लय बह मर जीत जी ऐसा नह
सकता बट दो खानदानो क चराग होती हनया उजास
आन दो मर कसम ह बह चौखट स बाहर पाव ना
रखनान दलाल भारती071009
54- उद5 ड
अर य पो3 टकाड$ कहा ल जा रह हो
कड़ा कार ग द कर रहा हफ कन क लय ल नह
चटठ( स
म दख रहा ह चe ठ( ह फ कगा नह
समझदार ह या बवकफ
का समझत हो समझदार का ठका तD हर पास ह
OवOपन 13दहाड़ी उदL ड हो बवकफ हो और स3 कारहन भी
न दलाल भारती191109
55-कहानीपाठ
हलो लालाD बर साहब कस ह
ठ(क ह आप कस ह
लालाD बर साहब 28 नवD बर को महन का आWखर श7नवार
ह
स13हि यक सगो1 ठ( समझ गया क या काय$gtम ह
कहानीपाठ रखा ह इस बार
कसका
क हया का
rप का नह ह क हया नह आ सकगा योगR वर बाब
राजनी7त] अखाड़ा मत बनाओ सा13हि यक स3 था को
लालाD बर साहब मत आना कहत हए योगR वरबाब न फोन
रख 13दया न दलाल भारती041209
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
56-दोयम दज7 का 8 यवहार
कालबल सनकर अटL डL ट हािजर हआ
बास -गD भीर को भज दो
गD भीर-सर आपन बलाया ह
बास-हा आ फस जQ द आया करो
गD भीर-दर स तो नह आया ह मर अलावा और कोई आता
ह या समय पर सर मर साथ अ याय य+
बास-कसा अ याय
गD भीर-उ च और सजातीय+ को मनमानी सOवधाय और मर
साथ दोयम दजp का lt यवहार अ याय नह तो और या ह
सर न दलाल भारती041209
57- कसम
बह त कह रह थी ना मझ राखी बाधन जाना चा13हय त कह
तो इस र`ाब धन पर म अपन भाई को पहल बार राखी बाध
आउ
अD मा-साठ साल क उv म पहल बार राखी बाधन का मन
हआ ह दर ना करो अD मा अभी 83 थान कर+ म बाद म
चल जाउगी
त कह रह ह तो जा रह ह
अD मा आ गयी
हा
मामाजी तो बहत खश हए होग
नह र मझको दखकर भाई भौजाई क उपर स पहाड़ गर
पड़ा मरा मन नह हो रहा था पर तD हारा कहना मानना था
राखी बाधकर बरग लौट आयी अब ना जाउगी कभी बह
ऐसी कसम ना लो अD मा न दलाल भारती 51209
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
58-सपना बह दफ तर जाओगी ना
हा सासमा
चक द3 त2 त करक छोड़ जाना
य+
काम ह
कौन सा काम आ गया
सवाल जबाब नह हर बात बताना ज[र तो नह
ब च क भOव1 य और सपन क घर क लय जोड़ ररह ह ऐस
कस द द
दना तो होगा
नह द तो
दर जाना होगा
लिजय
बट का सपना परा हो जायगा
मरा उजाड़कर न दलाल भारती 51209
59-एफआईआर इ3 प टर साहब एफआईआरलख लिजय
कौन गनहगार ह
मर सास
या गनाह ह
S ोट को घटन क उपर वाल जी स Pबना बाह वाल टापस
पहनन को मर सास दती ह और मझ घघट म रखन का
गनाह कर रह ह सर स पQ ल हटत ह मर मा को खर
खोट सनाती हबदा$R त नह होता इ3 प टर साहब रोज का
उ पीड़न
मतलब-बट बह म भद
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
ठ(क ह लख एफआईआर घर पहचय पलस कछ दर म
पहच जायगी
कोई घर म ह
कौन
पलस
पलस का या काम
बह क उ पीड़न का कस दज$ हआ ह गरफतार करन आय ह
अधड़ सास Pबलखती हई बोल बह य कसा कस ह
इ3 प टर साहब गरफतार क बाद बता दग सासजी
बह माफ कर द फर ना होगा ऐसा भद
ल ल एफआईआरवापस
हा बट-बह को एक नजर स दखगी अब ना क[गी ऐसा
गनाह क तझ एफआईआरलखाना पड
न दलाल भारती 51209
60-दाद मा एक सवाल पछ
सवाल य+ उपज रहा ह
बोलो तो पछ
उपज गया ह तो पछ लो
तD हार तर क का राज या ह
दाद मा
या
यह सह ह दाद मा न िजस प क इराद और दरwि1 ट क
साथ पापा और बआ क परवKरश करत हए lt यापार का न हा
पौधा रोपा वह पौधा वटव ह िजसक छाव म गरब+ और
असहाय+ को भी आAय मला हआ ह
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
सच म13हला दरwि1 टता फश$ स अश$ तक पहचान क कबत
रखती ह दादमा जीव त उदाहरण ह
न दलाल भारती 51209
61-वरदान
बी13टया वरदान बन गयी
वो कस
िजस 13दन पदा हई थी उसी 13दन कारोबार नीव पड़ी थी
वी13टया i यो-i य+ बढ रह ह कारोबार भी बढ रहा ह बी13टया
दवी लगती ह
लगती नह होती ह घर क लo मी ब13टया
OवR वास मजबत हो गया ह न दलाल भारती 51209
62-घर
बहत ब13ढया घर बनाय हो
प नी क कारण बना ह
मडम क नमg लट जो लगायी ह
समझ लिजय इसक अलावा और भी कछ ह
और या
पKरAम याग समप$ण और आ3 था भी
कसक
प नी क
मान गया
या
नार का सD मान घर को म13दर और 2 या7त म वO^ करता ह
न दलाल भारती 51209
63-मतलब
बहत लखत हो कहा-कहा स रायQ ट मल ह
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
कह स नह
फर या लखन का मतलब इस महगाई क यग म
ह ना
या
जन-रा1 E 3 ोवा का पL य और
और या
बढता रहता ह 7नर तर मा-बाप का आशीवा$द
बसदौलत तो मल नह
पहचानमानसD मान दौलत स खरद सकत ह न दलाल
भारती 71209
64- मा घर तो बड़ा बना लया ह नमg लट नह लगाय हो
आन म 13द कत हई
नह पर नमg लट तो होनी चा13हय
आपन दखा नह नD बर g लट पर उपर मा लखा ह
मा लखन भर स पहचान हो जाएगी या
और या मा ह तो हमार पहचान ह
आख खल गयी मा क 87त A^ा दखकर न दलाल भारती
71209
65- दरकार
बट का S याह मबारक हो
ध यवाद बहन जी
दमाद पढा-लखा रग-[प स अ छा ह कमासत भी होगा
हा ह ना
बरा नह मानना अ त$जातीय S याह करक अ छा नह कया
Pबरादर म या लड़को का टोटा पडा ह
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
या बात कर रह हो भागवान भद क दवार को तोड़न और
3 वधमj मजबती क आज क दरकार ह न दलाल भारती
71209
66-भखार E फकजवान आटो Kर शा को बत स ठ+कत हए बोला 7नकल
दस का नोट और बढ आग
चालक-अभी बोहनी नह हई
जवान सबह स दस Eन आ चक और तD हार बोहनी नह
हई
चालक-नह
जवान -अभी आग बढ आकर द दना
चालक-एक 13दन तो ब2 श दत
आटो कछ दर बढा तो आटो म बठ पहल बार शहर आय
दादाजी पौी स बोल बी13टया शहर म भीखार वदm म भीख
मागत ह या
पौी-नह दादाजी कसी बात करत हो
इतन म चालक बोला वदmवाला भीखार नह लटरा ह
दादाजी-अ छा समझा भीखार नह घसखोर ह
चालक-काश घसखोर क वायरस+ का सफाया हो जाता तो
अपना दश फर स सोन क चtड़या बन जाता न दलाल
भारती 301209
67- बड ड
कसी Pबती छe ट
ब13ढया आप बताइयp या कछ नया हआ दफतर म
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
कछ नह तम उधर छe ट पर गय इधर बास न कD पनी ड
मनवा 13दया बहत मजा आया सभी सपKरवार शामल हए
या
चौक य+ रह हो
म छe ट पर था मरा पKरवार तो नह
फोन नह लगा
आ फस कार ह nाइवर ह अटL डL ट ह कसी को भजकर मर
पKरवार को खबर तो द जा सकती थी
तम जस छोट लोग+ क योd यताओ13हत+ और हक+ क तो
यहा चता जलती ह या तमको मालम नह
हा Oपछल कछ साला स तो कD पनी ड मर और मर
पKरवार क लय बड ड बन गया ह
न दलाल भारती 301209
68- याी कL ड टर साहब आपक समप$ण भाव को सलाम
कसा समप$ण Aीमान
मानवता और कत$lt य7न1 ठा क 87त
इस लायक कब हो गया
मानवतावाद और कत$lt य7न1 ठ महाप[ष सबको नह 13दखाई
पड़त
आपको कस 13दख गया
याी बढ मा का 13टकट आपन जो खरदा
त7नक सी मदद और इतना उचा 3 थान
कत$lt यपालन क साथ मानवसवा आदमी का दजा$ बढा दती ह
कL ड टर साहब
सड़क पर भागत-भागत बसहारा और गरब लोग+ का दद$
महसस करन क मदद क आदत हो गयी ह
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
कL डक टर साहब अपना नाम बतायग
राजशकमार
नमन करता ह आपको और आपक आदत को भी य आदत
नर स नारायण बना दगी
आप कौन ह
एक याी नदलाल भारती 01012010
69- आ था साहब प1 पग छ 3 वीकार किजय
कस खशी म रोहन
आपक ज म 13दन क खशी म
बटा शभकामना शS द बोल दता तD हार अ त$मन क
शभकामना मझ मल जाती पसा खचा$ करन क या
ज[रत थी द7नकवतनभोगी हो तगी स गजर रह हो
जानता ह गरब ह पर आ3 था स नह 3 वीकार किजय
साहब
तD हार आ3 था क सामन नतम3 तक ह रोहन
साहब य प1 पग छ 3 वीकार किजय
मझम अ3 वीकार करन का सामx य$ कहा आ गल स लग जा
रोहन नदलाल भारती 01012010
70- कामयाबी राहल तम पढाई पर Y यान नह द रह हो मालम ह तD हार
पढाई पर कतन का खचा$ आ रहा ह
हा पापा
मालम ह तमस कतनी उD मीद ह
हा पापा सब मालम ह
इसक बाद भी पढाई पर Y यान नह
पापा रट तोता नह बनना ह
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
फर या बनना चाहत हो
काPबल पापा
कामयाब हो जाओग
रट तोता बनकर तो नह
या
हा पापा मन-मा फक काPबलयत हासल कर लन दो
कामयाबी मर पीछ पीछ चलगी
न दलाल भारती 15012010
71-वश
मD मी सधार भइया$ क नाना तD हार सामन य+ रो रह थ
वश क गम म तीन-तीन ब13टया ह बटा एक भी नह
या
हा
मD मी तD ह और पापा को च ता नह
नह
सधार भइया$ क नाना को य+
मWण$कWण$का कौन ल जायगा
मD मी ब13टया भी तो मWण$कWण$का ल जा सकती ह ना
हा बट य+ नह ब13टया भी तो हमार वश ह न दलाल
भारती 15012010
72-टोपी पापा काश अपना घर भी ऐसा होता
बटा महनतकश ऐसा घर कस बना पायगा ऐसी सख सOवधा
कस जटा सकगा
कसका घर ह
सफदटोपी वाल का
म भी टोपी वाला बनगा पापा
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
नह बटा
य+ पापा
जनता का खन चसन वाला नोट खान वाला चारा खान वाल
ताबत लटन वाला कोई मर बटा को कह मझ पस द नह ऐसी
तर क इसस बहतर तो मर जाना होगा मर लय बटा
पापा ना खन चसगा ना नोट खान वाला बनगा ना कोई
दसर तरह का y1 Eाचार क[गा और ना सफट टोपी पर
कालख पोतगा जन-दश सवा का काम क[गा और तD हार
इमा$नदार को आग बढाउ गा OवR वास करो पापा
जग-जग जीओ मर लाल न दलाल भारती 15012010
73- यज
कसा पपर लकर खड़ हो
यज ह सर
कसी यज ह
मझ पर3 कार मल रहा ह
या
यस सर इ टरनट पर 8साKरत यज ह
इ टरनट स O8L ट लया ह
हा
इतना सनत ह सर क छाती पर जस पहाड़ गर पड़ा व
बोल रख दो पढ लगा बाद म दखन म आया O8L ट कचर क
tडS ब स गहार लगा रहा था न दलाल भारती 19012010
74-कामधन
साहब ह
नह ह साहब आपतो ब13ठय सर अर रोशन साहब क लय
चाय पानी लाना
साहब कब मलग
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
लोकल गय ह
साहब क अलावा और कोई ह या
ह ना सर और अधकार
ह या कोई
अभी तो कोई नह ह
यार जब आता ह तम ह मलत हो काम क बोझ स दब हए
या तD हार पास lt यि तगत काम नह होता और+ क तरह
साहब आ फस टाइम ह
और+ क लय नह
म अपना फज$ परा कर रहा ह बइमा$नी मर 7नय7त नह
यार तम तो कामधन हो पर कसाई क खट स बध गय हो
न दलाल भारती 20012010
75-टबल कल5 डर
या तD हार टबल पर कलL डर नह ह
दवाल पर चपका रखा ह
टबल पर होना चा13हय क नह
दवाल पर तो ह
टबल पर होना चा13हय
नह ह
य+ अधकार लोग तो खब बाट रह ह तD हार पास टबल
पर रखन क लय नह ह
Aीमानजी म अधकार नह अदना सा कम$चार ह नदलाल
भारती 27012010
76-पहच
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
तD हार तकदर नह बदल इस कD पनी म दखो लोग कहा
स कहा पहच गय िजनको नह चहचना चा13हय था अ छ पढ
लख होकर हारमो7नयम बजात रह गय
या
अर यह टाइपमशीन
तकदर कद हो गयी ह [13ढवाद क कद म हाड़फोड महनत
का 87तफल नह मल पा रहा ह इस टाइOप3 ट क नौकर
पर भी दबग लोग एहसान जतात ह सोचत ह उनक कपा स
मल ह पढाई लखाई मजाक बन चक ह
य+
A1 ठ पहच कहा होती तो कब क बदल गयी होती पर
पर या
मजोर तो स13दय+ स ल7तया जा रहा ह म कस बच सकता
ह दबग+ क बीच
या न दलाल भारती 27012010
77-नर=ण
7नर`ण सम7त क सद3 य+ क बठक म कतन लोग बठग
प Cह
कौन-कौन
मामल सा कलक$ लालबाब य+
हम ना और नह A1 ठता बिQ क काPबलयत बठा रह ह हाई
कमट क साथ
न दलाल भारती 27012010
78-भाषाोह
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
13ह द गगा ह वकतlt य सनकर एक Aोता 87त gtया 3 व[प
बोला बकवास ह पीछ बठ lt यि त स रहा नह गया वह
उ तिजत 3 वर म बोला अर चप रह भाषाCोह नदलाल
भारती 18022010
79-बोहनी पस जर-टट स -सर ए-ट कD पाट$मL ट म भी सीट ह यह
चक कर दग
टटसीट एडज3 ट करवा 13दया यह भी कर दता ह
पस जर टट को 13टकट थमाकर बठ गया
टट बोला शाद म जा रह ह या
पस जर-हा
टट- बोहनी करवाइयp न दलाल भारती 20022010
80-शकार सबह नौ बज स रात आठ-आठ बज तक काम ल रहा हइसक
बाद भी गलती 7नकाल कर गरा$ता ह आदमी बीमार क
हालत म भी काम कर रहा ह जब क आराम क स2 त
ज[रत ह 8ो साहन क बदल दL ड कसा 7नद$यी ह
हा राम-उची योd यता क बावजद पद-दलत का दख भोग रहा
ह
राम-दखीबाब मWखया को मख क भा7त होना चा13हय पर य
तो शकार हो गया ह
न दलाल भारती 24022010
81-Aडनर पाट आ गय व त क बड़ पाब द हो छोटा कम$चार होकर भी
फज$ ह कम$ भी तो पजा ह ना
tडनर पाटm म य+ नह आय
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
छोटा कम$चार तो काम क लय होता हलोग आस दकर
काम करवाना जानत ह वस कौन पछता ह मझ जसा छोटा
आदमी तो आस पीन क लय पदा हए ह
शोषण और आस दन वाल लोग गर हए होत ह न दलाल
भारती 26022010
82- Bवणकमार
पापा दादाजी खफा य+ रहत ह
य+ खफा होग
मD मी इतनी खा7तरदार करत हदादाजी क जसी सवा हो रह
ह वसी तो कम लोग+ क होती ह हम भाई -बहन एक पाव
पर खड़ रहत ह इसक बाद भी कढत रहत ह
परान 2 यालात क ह ना तम लोग य+ दखी होत हो
पापा हम नह दादाजी दखी ह
य+ दखी होग
य+ क उनक मजj का नह कर रह हो
कसी मजj
शहर म अकल रहत गाव म बडी कोठ( बनवात ढर सार
जमीन लखवात पर तन2 वाह गाव भजत तब दादाजी क
लय कलयग क Aवणकमार होत भल हम ना पढ लख
पात
नह बनना ऐसा Aवणकमार बटा न दलाल भारती 28022010
83-दद कसी रह होल
ठ(क ह समWझय जनाब
या ठ(क समझ होल का रग तो चढा ह नह ह तम
पर
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
Q ाट नसीब पर कौन रग चढगा
या कह रह हो
च ता और भय क अलावा लट नसीब वाल क माथ पर
और कोई रग दखा ह या
ठ(क कह रह हो उजाड़ी नसीब का यह दद$ ह न दलाल
भारती 02032010
84- सावन-भादC पापापा
य+ 7घ7घया रह हो साफ-साफ तो बोलो
य लो चाभी पापा
य+
दादाजी क टाक कटवा लाओ
तम जा रह थ ना बटा
जा रहा था पर अब नह ऐसी या बात हो गयी
दादाजी को ना जान य+ ग3 सा आ रहा ह गालया द रह
ह अब आप सD भालो
ठ(क ह मझ तो सD भाल लोग ना
बट क आख म सावन-भाद+ उमड पड न दलाल भारती
05032010
85- Dबछोह
बाबजी सामन दखकर बताओ 13दखाई पड़ रहा ह
जी डा टर साहब बहत ब13ढया 13दखायी पड़ रहा ह आपरशन क
बाद
प चाीस हजार खच$ कर 13दय ह आपक बट न आजकल
धनासठ औलाद तो मा -बाप को अनाथ-आAम भज रह ह
बड़ नसीब वाल+ हो बाबजी म13हन भर बाद चR मा बनगा
जाओ घर आराम करो
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
जQ द बना दो ना डा टर
य+
गाव जाना ह अ छा नह लग रहा ह यहा
तकलफ द रह ह बटा बह या
नह
जानती ह 3 वग$ का सख भोग रह हो फर भी गाव जान क
िजद
हा डा टर
गाव म कोई बड़ी सD प7त छोड आय ह या
कछ ह ह नह
जसा सख भोग रह वसा तो बड़-बड़ धनासठ+ को नह नसीब
होता य+ 3 वग$ क सख पर लात मार रह कसा Pबछोह ह
बाबजी न दलाल भारती 05032010
86- फरब मामल सी योd यता बड़-बड फरब+ क भरोस तर क क शखर
पर पहच म हरश च द मातहत+ को भय म रखत कोई सर
उठान क कोशश करता तो उस चप करन क लय तानाशाह
हरश च C धमकात हए कहत मरा कोई कछ नह Pबगाड़
सकता िजसस अपनी ल13टया डबोनी हो शकायत करक दख
ल व त पलटा कछ साल बाद बर कग यज आयी म हरश
च द कानन क चपट म आ गय फरब क नीव पर 13टक
तर क भरभरा कर गर पड़ीजो लोग भयभीत रहत थ व
खलआम मह पर थ-थ कर रह थ न दलाल भारती 06032010
87- तरकब
रोज-रोज नीमआमकला क प ती मागन वाल+ स तग
आकर म दयाल न घर क सामन सचना बोड$ लगा 13दया
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
और उस पर लखवा 13दया- पहल एक पड़ लगान क कसम
खाय - फर गहार लगाय म दयाल क तरकब काम आयी
और लोग+ क घर-आगन म पड़ झमन लग
न दलाल भारती 08032010
88- सलाम
अभी [कना था वाड$ S वाय पन लाना
य लिजय
नह सर आप रWखय
लखकर वापस कर दिजयगा
समय क प क कलम थामन का दहसाहस कस कर सकती
ह
डा बहन ऐसा य+
कलम का सD मानसमय क प को सलाम करती ह
D ौ आपक सदभाव को नन दलाल भारती 07032010
89- फसला एक 13दन A1 ठता और योd यता म Oववाद हो गया A1 ठता क
अभमान क Pबजल योd यता क उपर गरन लगीयोd यता न
नvता पव$क कहा आग मत उगलो आओ फसल क लय पच-
परमR वर क पास चल आना-कानी क बाद आWखरकार A1 ठता
मान गयी g ाचो न योd यता को सव$A1 ठ माना अ ततः
A1 ठता न योd यता क मह व को 3 वीकार कर पR चाताप करन
लगी य+ क फसला समझ म आ गया था A1 ठता को
पR चाताप क अिd न म जलत हए दखकर योd यता न गल
लगा लया
न दलाल भारती 08032010
90-भीख
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
एक [पया द दो जोर क भख लगी ह कहत हद भीखार न
हाथ फला 13दया
पराठ खा लो भख लगी ह तो
पराठ नह
य+ म भी तो खा रहा ह
एक [पया द दो
खल नह ह
कजस भीख नह द सकत कहत हए वह भीखार बालक आग
चला गया नदलाल भारती 08032010
91-दलाल
कहा जाना ह साहब अवि तका स जा रह ह या 13टकट
क फम$ ह
य+ पछताछ कर रह हो भाई
मसीबत म ना फसा इसलय
कसी मसीबत
दWखय इन साहब को दलाल स 13टकट लय ह Eन आन क
समय पता चला ह क 13टकट व13टग म ह अपना 13टकट दख
लो साहब दो सौ [पय लगग क फम$ करवा दगा
मरा क फम$ ह रा3 ता नापो
क फम$ कस हो गया चार व13टग ह 13टकट और दो सौ [पया
दो म क फम$ 13टकट लाता ह
भाग रहा ह या पलस बलाउ इतना सनत ह वह ठग भीड
म गायब हो गया
न दलाल भारती 08032010
92-जग
म2 तार बाबा को मर कछ म13हन Pबत थ क दोन+ बटो न
चल -अचल सD प7त को आपस म बराबर बाट लया मा को
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
एक कमरा दकर उस भी प Cह-प Cह 13दन क लय बराबर
बाट लय 31 13दन का भी म13हना होता ह याद ह नह रहा
बटवारा होत ह मा दाना-पानी क लय तरसन लगी कछ ह
महन+ म वह भख स मर गयी मा क मरत ह दोना बट+ म
कमर पर कS जा क लय जग 7छड़ गयी
न दलाल भारती 08032010
93-नशा नR ो म धत लड़खडात हए चव नीदादा धड़ाम स ख13टया पर
गर पड़ बाप क दशा को दखकर बटा पाव सीधा करत हए
बोला बाब-बटा-बह बट-दमादनाती-पोत क कसम का असर
तम पर नह हआ कछ तो लहाज कय होत गाज -दा[ क
नR ो स कौन सा 3 वग$ का सख मल रहा ह जो बटा-बह
बट-दमादनाती-पोत क सख स तD हार लय बड़ा हो गया ह
चव नीदादा गKरयात हए बोल- दो अ`र पढ या लया क
बाप बनन लगा ह अर म तरा बाप ह या त मरा बाप ह
नालायक बाप क सवा नह कर सकता कोई मर या जाय
मझ तो पीन स काम ह बस न दलाल भारती 08032010
94-भचाल
बाप र लोग ऐसी दद$शा
कहा भचाल आ गया
आज का यग 3 ा3 क7तसा13ह य और कला क लय भचाल स
कम ह या
य दद$ कस उभरा भाई
कलाकार+ क दद$शा दखकर
समOप$त लोग ठोकर खाकर भी कला को जीOवत रख हए ह
लाचार हो जायग तो या
पिR चम का षणय सफल हो जायगा और या
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
ऐसा नह होना चा13हय
या होना चा13हय
सा13ह य और कला को सरकार सहयोग और जाग[क
नागKरक+ का समथ$न मलना चा13हय
न दलाल भारती 09032010
95- योगशाला
माना जाता ह क धम$ क नाम पर दश का बटवारा हआ
अब या कौन बटवा रहा ह भाई
कला वह लोग
कस
जस हसन अपनी माट स दर हो गय
य धम$ नह धम$ का काम तो मानव जीवन और दश म सख-
सD वO^ अमन-शाि त बनाय रखना ह दश छड़ाना आतक
फलाना नह
सा13ह य और कला च तक क अ त$रा मा क 3 व3 थ अनभ7त
होती ह इस अनभ7त को धम$ क 8योगशाला म जाचना-
परखना अ याय ह आज धाम$क उ माद अनभ7त पर लटक
हई खजर क समान हो गया ह काश य असर साय छट जात
पर
पर या भाई
एमएफहसन का इस तरह दश छोड़ना 13दल का दद$ बन
गया न दलाल भारती 09032010
96- अवारा
धनज न हा सा तब उसक हर गल7तया माफ कर द जाती
थी कभी कभी उसक िजद पर पापा शराब क एक बद+
गलास भर पानी म डालकर द दत बट क जीभ क चटपट
स पापा भी हस पड़तमD मी भी बाप बट क हसी म बराबर
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
क सरख बन जाती थी यह हसी धीर-धीर दख का करण
बन गयी बड़ा होकर धनज का मन न पढाई म लगा न कह
और नR ोtड़य+ क गरोह म शामल होकर शराब का आद
हो गया वह मा बाप जो कभी हसा करत आख+ म आस
लय कहत ना जान कस ज म क अपराध क सजा मल
बटा अवारा हो गया खद का दोष धनज क माथ मढकर
आस 7नचोड़ लत न दलाल भारती 09032010
97- दादाजी का सख मD मी दादाजी वस तो रोनी सरत बनाकर बठ रहत ह बात
करो तो ऐस लगता ह जस काट खायग पर आज खश लग
रह ह
पान खाकर आय ह
पान खान स खशी मलती ह
खशी मल चाह ना मल पर परदा डालन का इ तजाम तो
ह
कसा परदा
बदब पर
कसी बदब
िजसस तD हार पापा नफरत करत ह
दा[
हा
दादाजी अपनी खशी क लय पKरवार का चन 7छन रह ह
न दलाल भारती 09032010
98-फजF बस टकट
सभी सवाKरय+ स कराया वसल कर बस मालक क आदमय+
न बस को आग जान क इजाजत द द कछ दर चलन क
बाद बस दसर nाइवर क हवाल हो गयी nाइवर सीट पर
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
बठत जोरदार झटका 13दया िजसस कई सवाKरय+ को घाव भी
लगी त7नक आग बढत ह ठलवाला मरत-मरत बचा nाइवर
क लापरवाह दखकर सवार कहन लगी भइया जान लन पर
य+ तल हो
चपचाप बठ रहो नR ो म धत nाइवर बोला
सवार एक साथ बोल बस रोको
nाइवर-आग रोक दता ह कहत हए बस खाई म कदा कर भाग
गया
अधकतर सवार लहलहान हई घL ट भर बाद पलस आयी
घायल अ3 पताल पहचाय गय और लावाKरस बस थान
13टकट क आधार पर सवाKरय+ न बस मालक स सD पक$ कया
तो जबाब मला फजj 13टकट ह न दलाल भारती 10032010
99- आग
पड़ोसी क घर स रोन-चQ लान क आवाज सनकर आसपास
क लोग जमा हो गयारोन- चQ लान क अलावा घर म कछ
अनहोनी जसा नह लग रहा था पड़ोसय+ क सा तवना क
बाद दधीबाई रोत हए बोल भतीजी दहज क आग म भ3 म हो
गयी रोज- रोज नई-नई माग रख रह थ बचारा भाई पर कर
रहा था एकदम स लाख+ क माग रख 13दय माग ना पर
होन क कारण दमाद और उसक KरR तदार ढाठ( दकर फल
जसी भतीजी को मारकर पEोल 7छड़कर जला 13दय इस आग
न 13दल दहला 13दया साOवP अबोध बी13टया को आचल म
7छपात हए [ध गल स बोल ह भगवान कौन बचायगा इन
ब13टय+ को दहज क आग स न दलाल भारती 10032010
100- माग
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
यतनबाब खद काफ पढ लख सD मा7नत lt यि त थउनक
बी13टया भी मा-बाप का नाम रोशन कर रह थी बट क S याह
क च ता उ ह भी सतान लगी थी सयोग वर का पता
लगत ह व उची उड़ान भरन वाल श`ा क साथ सामािजक
स3 कार म भी तो महारथ करन वाल बट क ज म पी वर
प` क ओर भजकर आR व3 त हो गय बट क हाथ जQ द
पील करन क सपन बनन लग य+ क उनका मानना था क
कोई भी सz य-स3 कारवान सामािजक lt यि त बी13टया को
खशी-खशी बहरानी बनान को तयार हो जायगा पर या yम
टट गया तीसर 13दन इकार हो गया शायद बाप का ओहदा
दहज क माग पर करन लायक नह लगा था न दलाल
भारती 10032010
101-पता क नाम प
8ातः3 मरणीय Oपताजी सादर-चरण 3 पश$ Oपताजी आपक
अ3 व3 थता हम भाइयc और उनक पKरवार का चन 7छनती जा
रह ह पर आप सबस बखबर पीय जा रह ह आपक िजद
क वजह स दो बड़ आपरशन भी हो चक ह याद होगा
य+ क आपरशन तो आपका हआ ह नािजस पर भार धन
भी खच$ हआ ह आप बट+ क आथ$क तगी और उनक
भावना क त7नक परवाह नह करत सब जान गय ह आप
यह भी जानत ह क आपक बनायी ऐसी कोई Kरयासत भी
नह ह िजसक लालच म हम आपको सर पर Pबठा रह ह
Oपताजी हम फज$ पर कायम ह आप नह आपतो बटोनाती-
पोत+ क कसम को दा[ क साथ पी और धय क साथ उड़ा
चक ह Oपताजी भल ह आपको हमस मोह नह हो पर
पKरवार क सभी सद3 य आपस बहत g यार करत ह तभी तो
आपक अ3 व3 थता स चि तत रहत ह Oपताजी च ता क
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
कारण और 7नवारण स आप अनभ] नह ह या यह
स3 कार आगामी पीढ क लय ब13ढया होगा इ कस साल
बाद लख प क जबाब क 87त`ा म आपका बटा
न दलाल भारती 10032010
102-बट क G याह सख
सीता पढाई म िजतनी तज थी उतनी ह घर-गह3 ती क काम
म 7नपण भी सावल तो थी पर उसक नाक न R ो ZमाL ड क
स दKरय+ स कम ना थ सोलह साल स कम उv म ह शहर
म पल पढ बढ सीता क लय मा बाप ो गाव का प7त
खोज लया पKरवार 7नयोजन पर भाषण दन वाल सीता छः
साल म पाच ब चो क मा बनकर सखा ग ना हो गयी बरस+
बाद दर क म13हला KरR तदार स अचानक सीता स मलाकात
हो गयी सीता क दशा दखकर वह हरान होकर सवाल कर
बठ( सीता सवाल क जबाब म बोल दद मा-बाप मझ
अभागन बट का S याह कर 3 वग$ का सख भोग रह ह म
कामचोर हाड़ 7नचोड़न वाल प7त क साथ जीवन का नरक
न दलाल भारती 11032010
103-ओवर इ) पलाइज कD पनी क सQ वर जबल वष$ म 8वश करन स पहल ह
मनजमL ट को ओवर इD पलाइज$ क सम3 या खटकन लगी व
इस सम3 या का हल शी ह ढढ भी लय वह यह क- नीच
क कम$चाKरय+ क 8मोशन तर त 8भाव स रोक 13दय जाय
चाह व कतनी भी उची R ौ`Wणक lt यावसा7यक tडrी
हासल Oवषय OवR ोष] ह य+ न हो अधकाKरय+ को
इसस दर रखा जाय इस फसल पर हाई मनजमL ट न आख
ब द कर मोहर लगा द न दलाल भारती 11032010
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
104-मखौटा नय साहब डा टरट यायO8य और मानवतावाद ह कम$चाKरय+
क भल क लय एक पाव पर खड़ रहत ह रामनाथ साहब क
सामन हािजर हआ रामनाथ को दखत ह व बोल कोई
परशानी ह
नह सर Oवनती ह
कसी Oवनती
सर 8मोशन नह हो रहा ह
कहा तक पढ हो
पीजी ह सर
अर वाह तम तो हाइल वालफाइड$ हो कस कटगर म आत
हो
सर एससी
यहा तो आर`ण लाग नह ह अफसर बनना ह तो इस
कD पनी क नौकर छोड दो सरकार नौकर i वाइन करो
2 ौर दखता ह हड आ फस बात करक या होता ह तम
जा सकत हो
ठ(क ह सर कहकर रामनाथ अधकार महोदय क क` स
बाहर 7नकला ह था क नय साहब सहायक अधकार स बोल
मजानी ऐस लोग+ दबाकर रखन म भलाई ह आग 7नकल
गय तो सर पर बठग फर भयावह ठहाका और इसी ठहाक
क साथ साहब क मखौट क असलयत दरवाज क बाहर नगी
हो गयी थी न दलाल भारती 12032010
105-नशानी सठजी य हसल मर बह क बचपन क S याह क 7नशानी ह
गरवी रख लो
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
या कर रह होबह क बचपन क S याह क 7नशानी गरवी
रख रह हो
S ाटवा क परदस गय चार महना हो गया एक पसा नह
13दया रन कज$ कर खाउगा खद भरगा
पहल -पहल परदस गया ह जात ह म7नआड$र कर
दगात7नक बटवा क परशानी क बार म भी सोच होत 2 ौर
छोडा कतना [पया चा13हय
हजार द दो
हजार नह पाच सौ द सकता ह वह भी तीन महना क
लय
ठ(क ह द दो सठ जी
उधर शहर म बटवा बरोजगार क चपट म आ गया और
हसल सठ क
न दलाल भारती 12032010
106-म यदत
ए सीडL ट स कमाई बाप र पस क हवश न दश और जनता
क सवा करन वाल+ को म यदत बना 13दया
र`क म यदत हो गय
हा मानव-सवा क नाम पर कमीशन खान लग ह
कसस
अ3 पताल+ स हाइवp पर ए सीडL ट म ज2 मी मरणास न
लोग+ को दर क अधक स अधक कमीशन दन वाल
अ3 पताल+ म पहचाकर मरणास न भल ह रा3 त म तड़प-
तड़प कर मर जाय
बाप र खौफ तो बढता ह जा रहा ह कह य म यदत राह
चलता को कचलन का धधा न बना ल
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
नह सWख$य+ म आ गय ह फासी क फद पर झलग य
म यदत
काश ऐसा हो जाता न दलाल भारती 15032010
107-जमीन
या बात ह रो13हत सD मान पर सD मानहजम नह होता
मामल स मलािजम का इतना सD मान सना ह कई कताब
भी लख डाल हो कस य सब कर लत हो मझस कछ
नह होता जब क द7नया क हर सOवधा मर पास ह पद और
दौलत भी तो ह
महाशय मर पास जो ह वह दौलत क तराज पर नह तौला
जा सकता आप और मझम सोच का ब7नयाद अ तर ह
वो कौन सा अ तर होता ह
महाशय आप हवा म उड़त ह म च तन स दबा जमीन पर
इतना सनत ह पद और दौलत क अभमान क जमीन
Wखसक गयी न दलाल भारती 17032010
108-परसाद
आओ ब च+ आरती कर ल पजा हो गयी
चलो मा बला रह ह
आरती का समय हो गया या
हा बL ट बबल चलो मा बला रह ह ना
मा-बाप क साथ ब च+ न आरती कया मा न ब च+ को
चना-चरौजी का परसाद 13दया परसाद माथ चढाकर मह म
डालत हए बL ट बोला मा आरती क बाद परसाद ज[र होता
ह या
हा-पजा का परसाद जीवन क अ छ स3 कार क तरह ह बटा
बL ट-मा म भी बाटगा न दलाल भारती 17032010
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
लखक परचय
न दलाल भारती
कवकहानीकारउप यासकार
शा - एमए समाजशा एलएलबी आनस13
पो ट जएट ड लोमा इन यमन रसस डवलपम ट (PGDHRD)
ज म तथ एवज म थान- 01011963 ाम-
चौक( ौरापोनरसहपर िजला-आजमगढउ+
राकाशत
प तक
ई
प तक
उप यास-अमानत नमाड क माट1 मालवा क
छाव+ त नध का4 य सह
+ त नध लघकथा सह- काल1 माट1 एव क5वता कहानी
लघकथा सह
उप यास-दमनचाद1 क हसल1 एव अभशाप
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
कहानी सह -म9 ठ भर आगहसत ज( म
लघकथा सह-उखड़ पाव कतरा-कतरा आस
का4 यसह -क5वतावल का4 यबोधका4 याजल
आलख सह- 5वमश13 एव अ य
सlt मान वग वभा तारा रा 13य स मान-2009
5व= व भारती +gtा सlt मानभोपलम+
5व= व ह द1 साह य अलकरणइलाहाबादउ+
A ोखक ममानद उपाधदहरादनउ तराख ड
भारती पD प मानद उपाधइलाहाबाद
भाषा र न पानीपत
डाअlt बडकर फलोशप सlt मानदA ल1
का4 य साधनाभसावल महाराD HI यो तबा फल
शा5वJ इदौरम+ डाबाबा साहब
अlt बडकर 5व= ोष समाज सवाइदौर
5वJ यावाच प तपरयावाउ+
कलम कलाधर मानद उपाध उदयपरराज
साह यकला र नमानद उपाध कशीनगरउ+
साह य + तभाइदौरम+
सफ स त महाक5व जायसीरायबरल1उ+एव अ य
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati
आकाशवाणी स का4 यपाठ का +सारणकहानी लघ
कहानीक5वता
और आलखL का दश क समाचार पोपकओ
जनवाहसा ताहक वालयर वारा उप यास-
चाद क हसल का धारावाहक काशन म एव wwwswargvibhatkwwwswatantraawazcom rachanakarcom hindichakradeonet wwwsrijangathacomesnipscon sahityakunjnetchitthajagatinhindi-blog-podcastblogspotcom technoratijpblogspotcom sfblogspotcom archiveorg ourcityyahooinvaranasihindi ourcityyahooinraipurhindi apnaguidecomhindiindexbbchindicom hotbotcom ourcityyahoocoindehradunhindi
inourcityyahocomBhopalhindilaghukathacom एव अ य ई-प
पMकाओ म रचनाय +काशत
सद य इि डयन सोसायट1 आफ आथस13इसा नई दA ल1 साहि यक सा क तक कला सगम
अकादमीपरयावा+तापगढउ+
ह द1 परवारइदौरमS य +दश
आशा ममोरयल मलोक पिT लक
प तकालयदहरादनउ तराख ड
साह य जनमचगािजयाबादउ+
म+लखक सघमर+भोपाल एव अ य
सlt पक13
स
आजाद द1प 15-एम-वीणा नगर इदौरम+
दरभाष-0731-4057553 चलतवाता13-09753081066 Email- nlbharatiauthorgmailcom httpwwwnandlalbharatimywebduniacom httpwwwnandlalbharatiblogcoin http wwwhindisahityasarovarblogspotcom wwwfacebookcomnandlalbharati