"cricket match" -the curious case of helen mukherjee by munshi premchand (ref - ipl)

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“Cricket Match” - The Curious Case of Helen Mukherjee by Munshi Premchand #IPL ककककककक ककक - ककककक कककककककक 1 ककककक, 1935 कक ककककककक ककक ककक कककक ककककक कककककक ककक ककक ककक कककककक कककक कक ककक कककक ककककक ककक कककककककक कक कककक कककककक ककककक कक ककक कककक ककक ककक कक कक ककक ककक कक कककक ककककक ककक कककककक कककक कक ककक ककककक ? ककककक ककककक कक ककककक कककक ककककककक कक ककक ककककककक कककक ककक कक ककककककक कक ककक कक -कककक ककककक ककक ककक कककककक कककककक कककक ककक , ककककककक ककककक कक ककककक कककक कककक ककक ककककक ककककक ककक कक ककक , ककककक ककककक कक कककककक

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An Interesting Story by Munshi Premchand which predates IPL by 75 years, still as relevant today. The story features a cricket team and a lady owner of the team! There could be an issue in displaying Devnagri chars properly in Chrome Browser, in the case open in Firefox or Opera.. or just download the pdf using download button and it should open fine in PDF readers..

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Page 1: "Cricket Match" -The Curious Case of Helen Mukherjee by Munshi Premchand (ref - IPL)

“Cricket Match”

- The Curious Case of Helen Mukherjee by Munshi Premchand #IPL

क्रि�के� ट मै�च - मैशी� प्रे�मैचद

1 जनवरी�, 1935

आज क्रि�के� ट मै�च मै� मैझे� जिजतन� क्रिनरी�शी� हुई मै� उसे� व्यक्त नहीं! केरी हीं�री सेकेत�। हींमै�री� ट#मै दुश्मैन& से� केहीं! ज्या�द� मैजबू*त था� मैगरी हींमै� हीं�री हुई औरी व� लो/ग ज�त के� डंके� बूज�त� हुए ट्रा�फी4 उड़ा� लो� गया�। क्या&? सिसेफी8 इसेसिलोए क्रिके हींमै�री� याहीं� न�त:त्व के� सिलोए या/ग्यात� शीत8 नहीं�। हींमै न�त:त्व के� सिलोए धन- द>लोत जरुरी� सेमैझेत� हीं�। क्रिहींज हीं�इन�से केप्त�न चन� गया�, क्रि�के� ट बू/डं8 के�

फी� सेलो� सेबूके/ मै�नन� पड़ा�। मैगरी क्रिकेतन� दिदलो& मै� आग लोग�, क्रिकेतन� लो/ग& न� हुक्मै� हीं�क्रिकेमै सेमैझेकेरी इसे फी� सेलो� के/ मैज*रीक्रिकेया�, ज/शी केहीं�, सेकेल्प केहीं�, खू*न के4 आखिखूरी� बू*द क्रिगरी� द�न� के�उत्से�हीं केहीं�। हींमै खू�लो� औरी ज�क्रिहींरी� दिदलो लोग�केरी

खू�लो�। मैगरी याहीं सेच्चा�ई के� सिलोए ज�न द�न�व�लो& के4 फी>ज न था�। खू�लो मै� क्रिकेसे� के� दिदलो न था�।

मै� स्ट�शीन परी खूड़ा� अपन� त�सेरी� दजI के� दिटकेट लो�न� के4 क्रिफी� मै� था� क्रिके एके यावत� न� ज/ अभी� के�री से� उतरी� था� आग� बूढ़केरी मैझेसे� हीं�था मिमैलो�या� औरी बू/लो�- आप भी� त/ इसे� ग�ड़ा� से� चलो रीहीं� हीं� मिमैस्टरी जफीरी?

मैझे� हीं�रीत हुई क्रिके याहीं के>न लोड़ाके4 हीं� औरी इसे� मै�री� न�मै क्या&केरी मै�लो*मै हीं/ गया�? मैझे� एके पलो के� सिलोए सेकेत�- से� हीं/ गया� क्रिके ज�से� सिशीष्टा�च�री औरी अच्छे� आचरीण के4 सेबू बू�त� दिदमै�ग से� ग�याबू हीं/ गई हीं&। से>न्दया8 मै�एके ऐसे� शी�न हीं/त� हीं� ज/ बूड़ा&- बूड़ा& के� सिसेरी झेके� द�त� हीं�। मैझे� अपन� तच्छेत� के4 ऐसे� अनभी*क्रित केभी� न हुई था�। मै�न� क्रिनज�मै हीं�दरी�बू�द से�, क्रिहींज

एक्से�लो�न्से� व�यासेरी�या से�, मैहीं�री�ज मै�से*री से� हीं�था मिमैलो�या�, उनके� से�था बू�ठकेरी खू�न� खू�या� मैगरी याहीं केमैज/री� मैझे परी केभी� न छा�ई था�। बूसे, याहीं� ज� च�हींत� था� क्रिके अपन� पलोके& से� उसेके� प�व च*मै लो*। याहीं वहीं सेलो/न�पन न� था� जिजसे परी

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हींमै ज�न द�त� हीं�, न वहीं नज�केत जिजसेके4 केक्रिव लो/ग केसेमै� खू�त� हीं�। उसे जगहीं बूजिT के4 के�क्रित था�, गभी�रीत� था�, गरिरीमै�था�, उमैग था� औरी था� आत्मै- अभिभीव्यसिक्त के4 क्रिनस्सेके/च लो�लोसे�। मै�न� सेव�लो- भीरी� अद�ज से� केहीं�- ज� हीं�।

याहीं के� से� प*छा* क्रिके मै�री� आपसे� भी�ट केबू हुई। उसेके4 बू�तकेल्लोफी4 केहीं रीहीं� था� वहीं मैझेसे� परिरीसिचत हीं�। मै� बू�ग�न� के� से� बून*। इसे� सिसेलोसिसेलो� मै� मै�न� अपन� मैद8 हीं/न� के फीज8 अद� केरी दिदया�- मै�री� सिलोए के/ई खिखूदमैत?

उसेन� मैस्केरी�केरी केहीं�- ज� हीं�, आपसे� बूहुत- से� के�मै लो*ग�। चसिलोए, अदरी व�टिंटXग रुमै मै� बू�ठ� । लोखूनऊ ज� रीहीं� हीं&ग�? मै�। भी� वहीं! चलो रीहीं� हूं।

व�टिंटXग रुमै आकेरी उसेन� मैझे� आरी�मै के से[ परी क्रिबूठ�या� औरी खूद एके मै�मै*लो� के से[ परी बू�ठकेरी सिसेगरी�ट के� से मै�री� तरीफी बूढ़�त� हुई बू/लो�- आज त/ आपके4 बू>लिंलोXग बूड़ा� भीया�नके था�, वन�8 हींमै लो/ग प*री� इनिंनXग से� हीं�रीत�।

मै�री� त�ज्जुबू औरी बूढ़�। इसे सेन्दरी� के/ क्या� क्रि�के� ट से� भी� शी>के हीं�! मैझे� उसेके� से�मैन� आरी�मैके से[ परी बू�ठत� जिझेझेके हीं/रीहीं� था�। ऐसे� बूदतमै�ज� मै�न� केभी� न के4 था�। ध्या�न उसे� तरीफी लोग� था�, तक्रिबूयात मै� के छा घुटन- से� हीं/ रीहीं� था�। रीग& मै� वहीं त�ज� औरी तक्रिबूयात मै� वहीं गलो�बू� नशी� न था� ज/ ऐसे� मै>के� परी स्वभी�वत: मैझे परी छा� ज�न� च�क्रिहींए था�। मै�न� प*छा�- क्या� आप वहीं!

तशीरी�फी रीखूत� था!।

उसेन� अपन� सिसेगरी�ट जलो�त� हुए केहीं�- ज� हीं�, शीरु से� आखिखूरी तके। मैझे� त/ सिसेफी8 आपके� खू�लो जच�। औरी लो/ग त/ के छाबू�दिदलो- से� हीं/ रीहीं� था� औरी मै� उसेके� री�ज सेमैझे रीहीं� हूं। हींमै�री� याहीं� लो/ग& मै� सेहीं� आदमिमैया& के/ सेहीं� जगहीं परी रीखून� के� मै�द्दा�

हीं� नहीं! हीं�। ज�से� इसे री�जन�क्रितके पस्त� न� हींमै�री� सेभी� गण& के/ के चलो डं�लो� हीं/। जिजसेके� प�से धन हीं� उसे� हींरी च�ज के� अमिधके�री हीं�। वहीं क्रिकेसे� ज्ञा�न, क्रिवज्ञा�न के� , से�क्रिहींत्यित्याके- से�मै�जिजके जलोसे� के� सेभी�पक्रित हीं/ सेकेत� हीं�, इसेके4 या/ग्यात� उसेमै� हीं/

या� न हीं/। नई इमै�रीत& के� उद्घा�टन उसेके� हीं�था& केरी�या� ज�त� हीं�, बूक्रिनया�द� उसेके� हीं�था रीखूव�ई ज�त� हीं�, से�स्के: क्रितके आद/लोन& के� न�त:त्व उसे� दिदया� ज�त� हीं�, वहीं के�न्व/के� शीन के� भी�षण पढ़�ग�, लोड़ाके& के/ इन�मै बू�ट�ग�, याहीं सेबू हींमै�री� द�से-

मैन/व:भिf के� प्रेसे�द हीं�। के/ई त�ज्जुबू नहीं! क्रिके हींमै इतन� न�च औरी क्रिगरी� हुए हीं�। जहीं� हुक्मै औरी अख्तिhतया�री के� मै�मैलो� हीं� वहीं� त/ खू�री मैजबू*री� हीं�, हींमै� लो/ग& के� प�री च*मैन� हीं� पड़ात� हीं� मैगरी जहीं� हींमै अपन� स्वतत्र क्रिवच�री औरी स्वतन्त्र आचरीण से� के�मै लो�

सेकेत� हीं� वहीं� भी� हींमै�री� ज� हुज*री� के4 आदत हींमै�री� गलो� नहीं! छा/ड़ात�। इसे ट#मै के� केप्त�न आपके/ हीं/न� च�क्रिहींए था�, तबू द�खूत� दुश्मैन क्या& बू�ज� लो� ज�त�। मैहीं�री�ज� से�हींबू मै� इसे ट#मै के� केप्त�न बूनन� के4 इतन� हीं� या/ग्यात� हीं� जिजतन� आप मै�

असे�म्बूलो� के� सेभी�पक्रित बूनन� के4 या� मैझेमै� सिसेन�मै� ऐख्तिक्टग के4।

क्रिबूल्के लो वहीं� भी�व ज/ मै�री� दिदलो मै� था� मैगरी उसेके4 जबू�न से� क्रिनकेलोरी क्रिकेतन� असेरीद�री औरी क्रिकेतन� आखू खू/लोन�व�लो� हीं/ गए। मै�न� केहीं�- आप ठkके केहींत� हीं�। सेचमैच याहीं हींमै�री� केमैज/री� हीं�।

- आपके/ इसे ट#मै मै� शीरी�के न हीं/न� च�क्रिहींए था�।

- मै� मैजबू*री था�।

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इसे सेन्दरी� के� न�मै मिमैसे हीं�लो�न मैकेज[ हीं�। अभी� इगलो�ण्डं से� आ रीहीं� हीं�। याहीं� क्रि�के� ट मै�च द�खून� के� सिलोए बूम्बूई उतरी गई था�। इगलो�डं मै� उसेन� डं�क्टरी� के4 सिशीक्षा� प्रे�प्त के4 हीं� औरी जनत� के4 से�व� उसेके� ज�वन के� लोक्ष्या हीं�। वहीं� उसेन� एके

अखूबू�री मै� मै�री� तस्व�री द�खू� था� औरी मै�री� जिज� भी� पढ़� था� तबू से� वहीं मै�री� सिलोए अच्छे� hया�लो रीखूत� हीं�। याहीं� मैझे� खू�लोत� द�खूकेरी वहीं औरी भी� प्रेभी�क्रिवत हुई। उसेके� इरी�द� हीं�क्रिके क्रिहींन्दुस्त�न के4 एके नई ट#मै त�या�री के4 ज�ए औरी उसेमै� वहीं� लो/ग

सिलोए ज�ए ज/ री�ष्ट्र के� प्रेक्रितक्रिनधत्व केरीन� के� अमिधके�री� हीं�। उसेके� प्रेस्त�व हीं� क्रिके मै� इसे ट#मै के� केप्त�न बून�या� ज�ऊ । इसे� इरी�द� से� वहीं से�री� क्रिहींन्दुस्त�न के� द>री� केरीन� च�हींत� हीं�। उसेके� स्वग[या क्रिपत� डं�. एन. मैकेज[ न� बूहुत के�फी4 सेम्पभिf छा/ड़ा� हीं� औरी वहीं उसेके4 सेम्प*ण8 उfरी�मिधके�रिरीण� हीं�। उसेके� प्रेस्त�व सेनकेरी मै�री� सेरी आसेमै�न मै� उड़ान� लोग�। मै�री� जिजन्दग� के�

सेनहींरी� सेपन�इतन� अप्रेत्या�सिशीत ढंग से� व�स्तक्रिवकेत� के� रुप लो� सेके� ग�, याहीं के>न से/च सेकेत� था�। अलो>क्रिकेके शीसिक्त मै� मै�री� क्रिवश्वा�से नहीं! मैगरी आज मै�री� शीरी�री के� री/आ- री/आ के: तज्ञात� औरी भीसिक्त भी�वन� से� भीरी� हुआ था�। मै�न� उसिचत औरी क्रिवन्रमै

शीब्द& मै� मिमैसे हीं�लो�न के/ धन्याव�द दिदया�।

ग�ड़ा� के4 घुण्ट# हुई। मिमैसे मैकेज[ न� फीस्ट8 क्लो�से के� द/ दिटकेट मैगव�ए। मै� क्रिवरी/ध न केरी सेके�। उसेन� मै�री� लोग�ज उठव�या�, मै�री�हीं�ट खूद उठ� सिलोया� औरी बू�धड़ाके एके केमैरी� मै� ज� बू�ठk औरी मैझे� भी� अदरी बूलो� सिलोया�। उसेके� खू�नसे�मै� त�सेरी� दजI मै�

बू�ठ�। मै�री� क्रि�या�- शीसिक्त ज�से� खू/ गई था�। मै� भीगव�नu ज�न� क्या& इन सेबू मै�मैलो& मै� उसे� अगव�ई केरीन� द�त� था� ज/ परुष हीं/न� के� न�त� मै�री� अमिधके�री के4 च�ज था�। शी�याद उसेके� रुप, उसेके बू>जिTके गरिरीमै�, उसेके4 उद�रीत� न� मैझे परी री/बू डं�लो दिदया� था� क्रिके ज�से� उसेन� के�मैरुप के4 ज�दूगरीक्रिनया& के4 तरीहीं मैझे� भी�ड़ा बून� सिलोया� हीं/ औरी मै�री� अपन� इच्छे� शीसिक्त लोप्त हीं/ गई हीं/।

इतन� हीं� द�री मै� मै�री� अस्तिस्तत्व उसेके4 इच्छे� मै� खू/ गया� था�। मै�री� स्व�भिभीमै�न के4 याहीं मै�ग था� क्रिके मै� उसे� अपन� सिलोए फीस्ट8 क्लो�से के� दिटकेट न मैगव�न� द�त� औरी त�सेरी� हीं� दजI मै� आरी�मै से� बू�ठत� औरी अगरी पहींलो� दजI मै� बू�ठन� था� त/ इतन� हीं� उद�रीत� से� द/न& के� सिलोए खूद पहींलो� दजI के� दिटकेट लो�त�, लो�क्रिकेन अभी� त/ मै�री� क्रि�या�शीसिक्त लोप्त हीं/ गई था�।

2 जनवरी�- मै� हीं�री�न हूं हीं�लो�न के/ मैझेसे� इतन� हींमैददx क्या& हीं� औरी याहीं सिसेफी8 द/स्तन� हींमैददx नहीं! हीं�। इसेमै� मैहींब्बूत के4 सेच्चा�ई हीं�। दया� मै� त/ इतन� आक्रितथ्या- सेत्के�री नहीं! हुआ केरीत�, औरी रीहीं� मै�री� गण/ के4 स्व�के: क्रित त/ मै� अक्लो से� इतन� खू�लो�

नहीं! हूं क्रिके इसे ध/खू� मै� पडं* । गण& के4 स्व�के: क्रित ज्या�द� से� ज्या�द� एके सिसेगरी�ट औरी एके प्या�लो� च�या प� सेकेत� हीं�। याहीं से�व�- सेत्के�री त/ मै� वहीं! प�त� हूं जहीं� क्रिकेसे� मै�च मै� खू�लोन� के� सिलोए मैझे� बूलो�या� ज�त� हीं�। त/ भी� वहीं� भी� इतन� हीं�र्दिदXके ढंग से� मै�री� सेत्के�री नहीं! हीं/�, सिसेफी8 रीस्मै� खू�क्रितरीद�री� बूरीत� ज�त� हीं�। उसेन� ज�से� मै�री� सेक्रिवध� औरी मै�री� आरी�मै के� सिलोए अपन� के/ सेमैर्पिपXत

केरी दिदया� हीं/। मै� त/ शी�याद अपन� प्रे�मिमैके� के� सिसेव� औरी क्रिकेसे� के� से�था इसे हीं�र्दिदXकेत� के� बूत�8व न केरी सेकेत�। या�द रीहीं�, मै�न� प्रे�मिमैके� केहीं� हीं� पत्न� नहीं! केहीं�। पत्न� के4 हींमै खू�क्रितरीद�री� नहीं! केरीत�, उसेसे� त/ खू�क्रितरीद�री� केरीव�न� हीं� हींमै�री� स्वभी�व

हीं/ गया� हीं� औरी शी�याद सेच्चा�ई भी� याहीं� हीं�। मैगरी क्रिफीलोहीं�लो त/ मै� इन द/न& न�मैत& मै� से� एके के� भी� हीं�लो नहीं! ज�नत�। उसेके� न�श्त�, क्रिडंनरी, लोच मै� त/ मै� श्री�के था� हीं�, हींरी स्ट�शीन परी ( वहीं डं�के था� था� औरी खू�से- खू�से स्ट�शीन& परी हीं� रुकेत� था!) मै�व�

औरी फीलो मैगव�त� औरी मैझे� आग्रहींप*व8के खिखूलो�त�। केहीं� के4 क्या� च�ज मैशीहूंरी हीं�, इसेके� उसे� खू*बू पत� हीं�। मै�री� द/स्त& औरी घुरीव�लो& के� सिलोए तरीहीं- तरीहीं के� त/हींफी� खूरी�द� मैगरी हीं�रीत याहीं हीं� क्रिके मै�न� एके बू�री भी� उसे� मैन� न क्रिकेया�। मैन� क्या&केरी केरीत�,

मैझेसे� प*छाकेरी त/ लो�त� नहीं!। जबू वहीं एके च�ज लो�केरी मैहींब्बूत के� से�था मैझे� भी�ट केरीत� हीं� त/ मै� के� से� इन्के�री केरु ! खूद� ज�न� क्या& मै� मैद8 हीं/केरी भी� उसेके� से�मैन� औरीत के4 तरीहीं शीमै[लो�, केमै बू/लोन�व�लो� हीं/ ज�त� हूं क्रिके ज�से� मै�री� मैहीं मै� जबू�न

हीं� नहीं!। दिदन के4 थाके�न के4 वजहीं से� री�त- भीरी मैझे� बू�च�न� रीहीं� सेरी मै� हींल्के�- से� दद8 था� मैगरी मै�न� इसे दद8 के/ बूढ़�केरी केहीं�। अके� लो� हीं/त� त/ शी�याद इसे दद8 के4 जरी� भी� परी व�हीं न केरीत� मैगरी आज उसेके4 मै>ज*दग� मै� मैझे� उसे दद8 के/ ज�क्रिहींरी केरीन� मै� मैज� आ रीहीं� था�। वहीं मै�री� सेरी मै� त�लो के4 मै�सिलोशी केरीन� लोग� औरी मै� खू�मैखू�हीं क्रिनढं�लो हुआ ज�त� था�। मै�री� बू�च�न� के� से�था उसेके4 परी�शी�न� बूढ़त� ज�त� था�। मैझेसे� बू�री- बू�री प*छात�, अबू दद8 के� से� हीं� औरी मै� अनमैन� ढंग से� केहींत�- अच्छे� हूं। उसेके4 न�जके हींथा�सिलोया& के� स्पशी8 से� मै�री� प्रे�ण& मै� गदगद# हीं/त� था�। उसेके� वहीं आकेष8के च�हींरी� मै�री� सेरी परी झेके�

हीं�, उसेके4 गमै8 से�से� मै�री� मै�था� के/ च*मै रीहीं� हीं� औरी मै� ग/या� जन्नत के� मैज� लो� रीहीं� हूं। मै�री� दिदलो मै� अबू उसे परी फीत�हीं प�न� के4 hव�क्रिहींशी झेके/लो� लो� रीहीं� हीं�। मै� च�हींत� हूं वहीं मै�री� न�ज उठ�या�। मै�री� तरीफी से� के/ई ऐसे� पहींलोन न हीं/न� च�क्रिहींए जिजसेसे� वहीं

सेमैझे ज�या� क्रिके मै� उसे परी लोट्टू हीं/ गया� हूं। च>बू�से घुट� के� अन्दरी मै�री� मैन: ख्ति�क्रित मै� के� से� याहीं ��क्रित हीं/ ज�त� हीं�, मै� क्या&केरी

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प्रे�मै के� प्रे�था[ से� प्रे�मै के� प�त्र बून ज�त� हूं। वहीं बूदस्त*री उसे� तल्लो�नत� से� मै�री� सिसेरी परी हीं�था रीक्खू� बू�ठk हुई हीं�। तबू मैझे� उसे परी रीहींमै आ ज�त� हीं� औरी मै� भी� उसे एहींसे�से से� बूरी� नहीं! हूं मैगरी इसेमै�शी*के4 मै� आज ज/ लोत्फी आया� उसे परी आसिशीके4

क्रिनछा�वरी हीं�। मैहींब्बूत केरीन� गलो�मै� हीं�, मैहींब्बूत क्रिकेया� ज�न� बू�दशी�हींत।

मै�न� दया� दिदखूलो�त� हुए केहीं�- आपके/ मै�री� वजहीं से� बूड़ा� तकेलो�फी हुई।

उसेन� उमैगकेरी केहीं�- मैझे� क्या� तकेलो�फी हुई। आप दद8 से� बू�च�न था� औरी मै� बू�ठk था�। के�शी, याहीं दद8 मैझे� हीं/ ज�त�!

मै� से�तव� आसेमै�न परी उड़ा ज� रीहीं� था�।

5 जनवरी�- केलो शी�मै के/ हींमै लोखूनऊ पहुच गया�। री�स्त� मै� हीं�लो�न से� से�स्के: क्रितके, री�जन�क्रितके औरी से�क्रिहींत्यित्याके प्रेश्नों& परी खू*बू बू�त� हुईं। ग्र�जएट त/ भीगव�न के4 दया� से� मै� भी� हूं औरी तबू से� फी से8तu के� वक्त क्रिकेत�बू� भी� द�खूत� हीं� रीहीं� हूं, क्रिवद्वा�न& के4 सेगत मै� भी� बू�ठ� हूं लो�केन उसेके� ज्ञा�न के� क्रिवस्त�री के� आग� केदमै- केदमै परी मैझे� अपन� हीं�नत� के� बू/ध हीं/त� हीं�। हींरी एके

प्रेश्नों परी उसेके4 अपन� री�या हीं� औरी मै�लो*मै हीं/त� हीं� क्रिके उसेन� छा�नबू�न के� बू�द वहीं री�या के�मैया के4 हीं�। उसेके� क्रिवपरी�त मै� उन लो/ग& मै� हूं ज/ हींव� के� से�था उड़ात� हीं�, जिजनके� क्षाभिणके प्रे�रीण�ए उलोट- पलोटकेरी रीखू द�त� हीं�।

मै� के/सिशीशी केरीत� था� क्रिके क्रिकेसे� तरीहीं उसे परी अपन� अक्लो के� सिसेक्के� जमै� दू मैगरी उसेके� दृमिष्टाके/ण मैझे� बू�जबू�न केरी द�त� था�। जबू मै�न� द�खू� क्रिके ज्ञा�न- क्रिवज्ञा�न के4 बू�त& मै� मै� उसेसे� न ज�त सेके* ग� त/ मै�न� एबू�से�क्रिनया� औरी इटलो� के4 लोड़ा�ई के�जिज� छा�ड़ा दिदया� जिजसे परी मै�न� अपन�सेमैझे मै� बूहुत के छा पढ़� था� औरी इगलो�ण्डं औरी फ्रां�से न� इटलो� परी दबू�व डं�लो� हीं� उसेके4

त�री�फी मै� मै�न� अपन� व�केu - शीसिक्त खूच8 केरी द#। उसेन� एके मैस्केरी�हींट के� से�था केहीं�- आपके� याहीं hया�लो हीं� क्रिके इगलो�ण्डं औरी फ्रां�से सिसेफी8 इसे�क्रिनयात औरी केमैज/री के4 मैदद केरीन� के4 भी�वन� से� प्रेभी�क्रिवत हीं/ रीहीं� हीं� त/ आपके4 गलोत� हीं�। उनके4

से�म्रा�ज्या- सिलोप्से� याहीं नहीं! बूद�8श्त केरी सेकेत� क्रिके दुक्रिनया� के4 के/ई दूसेरी� त�केत फीलो�- फी* लो�। मैसे/सिलोन� वहीं� केरी रीहीं� हीं� ज/ इगलो�ण्डं न� क्रिकेतन� हीं� बू�री क्रिकेया� हीं� आज भी� केरी रीहीं� हीं�। याहीं से�री� बूहुरुक्रिपया�पन सिसेफी8 एबू�से�क्रिनया� मै� व्य�वसे�मियाके सेक्रिवध�ए प्रे�प्त केरीन� के� सिलोए हीं�। इगलो�ण्डं के/ अपन� व्य�प�री के� सिलोए बू�ज�री& के4 जरुरीत हीं�, अपन� बूढ़# हुई आबू�द# के�

सिलोए जमै�न के� टकेड़ा& के4 जरुरीत हीं�, अपन� सिशीभिक्षात& के� सिलोए ऊ च� पद& के4 जरुरीत हीं� त/ इटलो� के/ क्या& न हीं/। इटलो� ज/ के छा केरी रीहीं� हीं� ईमै�नद�री� के� से�था एलो�क्रिनया� केरी रीहीं� हीं�। उसेन� केभी� दुक्रिनया� के� सेबू लो/ग& के� से�था भी�ईच�री� के� डंके� नहीं!

प�ट�, केभी� शी�त्यिन्त के� री�ग नहीं! अलो�प�। वहीं त/ से�फी केहींत� हीं� क्रिके सेघुष8 हीं� ज�वन के� लोक्षाण हीं�। मैनष्या के4 उन्नक्रित लोड़ा�ई हीं� के� जरिरीया� हीं/त� हीं�। आदमै� के� अच्छे� गण लोड़ा�ई के� मै�द�न मै� हीं� खूलोत� हीं�। सेबूके4 बूरी�बूरी� के� दृमिष्टाके/ण के/ वहीं प�गलोपन

रीहींत� हीं�। वहीं अपन� शीमै�री भी� उन्हीं� बूड़ा� के>मै& मै� केरीत� हीं� जिजन्हीं� रीग�न आबू�दिदया� परी हुके* मैत केरीन� के� हींके हीं�। इसेसिलोए हींमै उसेके4 के�या8- प्रेण�लो� के/ सेमैझे सेकेत� हीं�। इगलो�ण्डं न� हींमै�शी� ध/खू�बू�ज� से� के�मै सिलोया� हीं�। हींमै�शी� एके री�ष्ट्र के� क्रिवभिभीन्न तत्व& मै� भी�द डं�लोकेरी या� उनके� आपसे� क्रिवरी/ध& के/ री�जन�क्रित के� आध�री बून�केरी उन्हीं� अपन� क्रिपछालोग्ग* बून�या� हीं�। मै� त/ च�हींत� हूं क्रिके दुक्रिनया� मै� इटलो�, ज�प�न औरी जमै8न� खू*बू तरीक्के4 केरी� औरी इगलो�ण्डं के/ आमिधपत्या ट*ट�। तभी� दुक्रिनया� मै� असेलो� जनतत्र औरी शी�क्रित प�द� हीं/ग�। वत8मै�न सेभ्यात� जबू तके मिमैट न ज�या�ग�, दुक्रिनया� मै� शी�क्रित के� री�ज्या न हीं/ग�। केमैज/री के>मै& के/ जिजन्द� रीहींन� के� के/ई हींके नहीं!, उसे� तरीहीं जिजसे तरीहीं केमैज/री प>ध& के/। सिसेफी8 इसेसिलोए नहीं! क्रिके उनके� अस्तिस्तत्व स्वया उनके� सिलोएकेष्टा के� के�रीण हीं� बूस्तिल्के इसेसिलोए क्रिके वहीं� दुक्रिनया� के� इसे झेगड़ा� औरी रीक्तप�त के� सिलोए जिजम्मै�द�री हीं�।

मै� भीलो� क्या& इसे बू�त से� सेहींमैत हीं/न� लोग�। मै�न� जव�बू त/ दिदया� औरी इन क्रिवच�री& के/ इतन� हीं� ज/रीद�री शीब्द& मै� खूडंन भी� क्रिकेया�। मैगरी मै�न� द�खू� क्रिके इसे मै�मैलो� मै� वहीं सेतसिलोत बूजिT से� के�मै नहीं! लो�न� च�हींत� या� नहीं! लो� सेकेत�।

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स्ट�शीन परी उतरीत� हीं� मैझे� याहीं क्रिफी� सेव�री हुई क्रिके हीं�लो�न के� अपन� मै�हींमै�न के� से� बून�ऊ । अगरी हीं/टलो मै� ठहींरी�ऊ त/ भीगव�नu ज�न� अपन� दिदलो मै� क्या� केहीं�। अगरी अपन� घुरी लो� ज�ऊ त/ शीमै8 मै�लो*मै हीं/त� हीं�। वहीं� ऐसे� रुसिच- सेम्पन्न औरी अमै�री&

ज�से� स्वभी�व व�लो� यावत� के� सिलोए सेक्रिवध� के4 क्या� से�मैक्रिग्रया� हीं�। याहीं सेया/ग के4 बू�त हीं� क्रिके मै� क्रि�के� ट अच्छे� खू�लोन� लोग� औरी पढ़न�-सिलोखून�, छा/ड़ा- छा/ड़ाकेरी उसे� के� हीं/ रीहीं� औरी एके स्के* लो के� मै�स्टरी हूं मैगरी घुरी के4 हीं�लोत बूदस्त*री हीं�। वहीं� परी�,

अध�री�, ट*ट�- फी* ट� मैके�न, तग गलो� मै�, वहीं� परी�न� रीग-ढंग, वहीं� परी� ढंच्चारी। अम्मै� त/ शी�याद हीं�लो�न के/ घुरी मै� केदमै हीं� न रीखून� द�। औरी याहीं� तके न>बूत हीं� क्या& आन� लोग�, हीं�लो�न खूद दरीव�ज� हीं� से� भी�ग�ग�। के�शी, आज अपन� मैके�न हीं/त�,

सेज�-सेवरी�, मै� इसे के�क्रिबूलो हीं/त� क्रिके हीं�लो�न के4 मै�हींमै�नद�री� केरी सेकेत�, इसेसे� ज्या�द� खूशीनसे�बू� औरी क्या� हीं/ सेकेत� था� लो�क्रिकेन बू�सेरी/से�मैन� के� बूरी� हीं/!

मै� याहीं� से/च रीहीं� था� क्रिके हीं�लो�न न� के लो� से� असेबू�बू उठ�व�या� औरी बू�हींरी आकेरी एके ट�क्से� बूलो� लो�। मै�री� सिलोए इसे ट�क्से� मै� बू�ठ ज�न� के� सिसेव� दूसेरी� च�री� क्या� बू�के4 रीहीं गया� था। मैझे� याके4न हीं�, अगरी मै�। उसे� अपन� घुरी लो� ज�त� त/ उसे

बू�सेरी/से�मैन� के� बू�वज*द वहीं खूशी हीं/त�। हीं�लो�न रुसिच- सेम्पन्न हीं� मैगरी नखूरी�बू�ज नहीं! हीं�। वहीं हींरी तरीहीं के4 आजमै�इशी औरी तजबूI के� सिलोएत�या�री रीहींत� हीं�। हीं�लो�न शी�याद आजमै�इशी& के/ औरी न�गव�री तजबू� के/ बूलो�त� हीं�। मैगरी मैझे मै� न याहीं केल्पन�

हीं� न वहीं से�हींसे।

उसेन� जरी� ग>री से� मै�री� च�हींरी� द�खू� हीं/त� त/ उसे� मै�लो*मै हीं/ ज�त� क्रिके उसे परी क्रिकेतन� शी�र्मिमैXन्दग� औरी क्रिकेतन� बू�च�रीग� झेलोके रीहीं� था�। मैगरी सिशीष्टा�च�री के� क्रिनबू�हीं त/ जरुरी� था�, मै�न� आपभिf के4, मै� त/ आपके/ अपन� मै�हींमै�न बून�न� च�हींत� था

मैगरीआप उल्ट� मैझे� हीं/टलो सिलोए ज� रीहीं� हीं�।

उसेन� शीरी�रीत से� केहीं�- इसे�सिलोए क्रिके आप मै�री� के�बू* से� बू�हींरी न हीं/ ज�ए। मै�री� सिलोए इसेसे� ज्या�द� खूशी� के4 बू�त क्या� हीं/त� क्रिके आपके� आक्रितथ्या सेत्के�री के� आनन्द उठ�ऊ लो�क्रिकेन प्रे�मै ईष्या�8लो हीं/त� हीं�, याहीं आपके/ मै�लो*मै हीं�। वहीं� आपके� इष्टा मिमैत्र आपके� वक्त के� बूड़ा� क्रिहींस्से� लो�ग�, आपके/ मैझेसे� बू�त केरीन� के� वक्त हीं� न मिमैलो�ग� औरी मैद8 आमै त>री परी क्रिकेतन� बू�मैरीब्बूत

ओरी जल्द भी*लो ज�न� व�लो� हीं/त� हीं� इसेके� मैझे� अनभीव हीं/ चके� हीं�। मै� तम्हीं� एके क्षाण के� सिलोए भी� अलोग नहीं! छा/ड़ा सेकेत�। मैझे� अपन� से�मैन� द�खूकेरी तमै मैझे� भी*लोन� भी� च�हीं/ त/ नहीं! भी*लो सेकेत�।

मैझे� अपन� इसे खूशीनसे�बू� परी हीं�रीत हीं� नहीं!, बूस्तिल्के ऐसे� लोगन� लोग� क्रिके ज�से� सेपन� द�खू रीहीं� हूं। जिजसे सेन्दरी� के4 एके नजरी परी मै� अपन� के/ के बू�8न केरी द�त� वहीं इसे तरीहीं मैझेसे� मैहींब्बूत के�इजहीं�री केरी�। मै�री� त/ ज� च�हींत� था� क्रिके इसे� बू�त

परी उनके� केदमै& के/ पकेड़ा केरी से�न� से� लोग� लो* औरी आसेओं से� तरी केरी दू।

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हीं/टलो मै� पहुच�। मै�री� केमैरी� अलोग था�। खू�न� हींमैन� से�था खू�या� औरी था/ड़ा� द�री तके वहीं! हींरी�- हींरी� घु�से परी टहींलोत� रीहीं�। खिखूलो�क्रिड़ाया& के/ के� से� चन� ज�या, याहीं� सेव�लो था�। मै�री� ज� त/ याहीं� च�हींत� था� क्रिके से�री� री�त उसेके� से�था टहींलोत� रीहूं लो�क्रिकेन

उसेन� केहीं�- आप अबू आरी�मै केरी�, सेबूहीं बूहुत के�मै हीं�। मै� अपन� केमैरी� मै� ज�केरी लो�ट रीहीं� मैगरी से�री� री�त न!द नहीं! आई। हीं�लो�न के� मैन अभी� तके मै�री� आखू& से� सिछाप� हुआ था�, हींरी क्षाण वहीं मै�री� सिलोए पहीं�लो� हीं/त� ज� रीहीं� हीं�।

१२ जनवरी�- आज दिदन- भीरी लोखूनऊ के� क्रि�के� टरी& के� जमै�व रीहीं�। हीं�लो�न द#पके था� औरी पनिंतXग� उसेके� क्रिगद8 मैडंरी� रीहीं� था�। याहीं� से� मै�री� अलो�व� द/ लो/ग& के� खू�लो हीं�लो�न के/ बूहुत पसेन्द आया�- बू:ज�न्द्र औरी से�दिदके। हीं�लो�न उन्हीं� आलो इक्रिडंया� ट#मै मै�

रीखून� च�हींत� था�। इसेमै� के/ई शीके नहीं! क्रिके द/न& इसे फीन के� उस्त�द हीं� लो�क्रिकेन उन्हीं&न� जिजसे तरीहीं शीरुआत के4 हीं� उसेसे� त/ याहीं� मै�लो*मै हीं/त� हीं� क्रिके वहीं क्रि�के� ट खू�लोन� नहीं! अपन� क्रिकेस्मैत के4 बू�ज� खू�लोन� आया� हीं�। हीं�लोन� क्रिकेसे मिमैज�ज के4 औरीत हीं�, याहीं सेमैझेन� मैस्तिश्केलो हीं�। बू:ज�न्द्र मैझेसे� ज्या�द� सेन्दरी हीं�, याहीं मै� भी� स्व�के�री केरीत� हूं, रीहींन- सेहींन से� प*री� से�हींबू हीं�। लो�क्रिकेन

पक्के� शी/हींद�, लो/फीरी। मै� नहीं! च�हींत� क्रिके हीं�लो�न उसेसे� क्रिकेसे� तरीहीं के� सेम्बून्ध रीक्खू�। अदबू त/ उसे� छा* नहीं! गया�। बूदजबू�न परीलो� सिसेरी� के�, बू�हूंद� गन्द� मैज�के, बू�तच�त के� ढंग नहीं! औरी मै>के� - मैहींलो के4 सेमैझे नहीं!। केभी�- केभी� हीं�लो�न से� ऐसे�

मैतलोबू- भीरी� इशी�री� केरीज�त� हीं� क्रिके मै� शीमै8 से� सिसेरी झेके� लो�त� हूं लो�क्रिकेन हीं�लो�न के/ शी�याद उसेके� बू�ज�रुपन, उसेके� सिछाछा/री�पन मैहींसे*से नहीं! हीं/त�। नहीं!, वहीं शी�याद उसेके� गन्द� इशी�री& के�मैज� लो�त� हीं�। मै�न� केभी� उसेके� मै�था� परी सिशीकेन नहीं!

द�खू�। याहीं मै� नहीं! केहींत� क्रिके वहीं हींसेमैखूपन के/इरीu बूरी� च�ज हीं�, न जिजन्द�दिदलो� के� मै� दुश्मैन हूं लो�क्रिकेन एके लो�डं� के� से�था त/ अदबू औरी के�याद� के� सिलोहीं�ज रीखून� हीं� च�क्रिहींए।

से�दिदके एके प्रेक्रितमि�त के लो के� द#पके हीं�, बूहुत हीं� शीT आचरीण, याहीं� तके क्रिके उसे� ठण्डं� स्वभी�व के� भी� केहीं सेकेत� हीं�, बूहुत घुमैडं�, द�खून� मै� सिचड़ासिचड़ा� लो�क्रिकेन अबू वहीं भी� शीहीं�द& मै� द�खिखूलो हीं/ गया� हीं�। केलो आप हीं�लो�न के/ अपन� शी�री सेन�त�

रीहीं� औरी वहीं खूशी हीं/त� रीहीं�। मैझे� त/ उन शी�री& मै� के छा मैज� न आया�। इसेसे� पहींलो� मै�न� इन हींजरीत के/ केभी� शी�यारी� केरीत� नहीं! द�खू�, याहीं मैस्त� केहीं� से� फीट पड़ा� हीं�? रुप मै� ज�दू के4 त�केत हीं� औश्री क्या� केहूं। इतन� भी� न से*झे� क्रिके उसे� शी�री हीं�

सेन�न� हीं� त/ हींसेरीत या� जिजगरी या� ज/शी के� केलो�मै से� द/- च�री शी�री या�द केरी लो�त�। हीं�लो�न सेके� केलो�मै पढ़ था/ड़ा� हीं� बू�ठk हीं�। आपके/ शी�री केन� के4 क्या� जरुरीत मैगरी याहीं� बू�त उनसे� केहीं दू त/ क्रिबूगड़ा ज�एग�, सेमैझे�ग� मैझे� जलोन हीं/ रीहीं� हीं�। मैझे� क्या&

जलोन हीं/न� लोग�। हीं�लो�न के4 प*ज� केरीन�व�लो& मै� एके मै� हीं� हूं? हीं�, इतन� जरुरी च�हींत� हीं� क्रिके वहीं अच्छे�- बूरी� के4 पहींच�न केरीसेके� , हींरी आदमै� के� बू�तकेल्लोफी4 मैझे� पसेन्द नहीं!, मैगरी हीं�लो�न के4 नजरी& मै� सेबू बूरी�बूरी हीं�। वहीं बू�री�- बू�री� से� सेबूसे� अलोग

हीं/ ज�त� हीं� औरी सेबूसे� प्रे�मै केरीत� हीं�। क्रिकेसेके4 ओरी ज्या�द� झेके4 हीं�, याहीं फी� सेलो� केरीन� मैस्तिश्केलो हीं�। से�दिदके के4 धन-सेम्पभिf से� वहीं जरी� भी� प्रेभी�क्रिवत नहीं! ज�न पड़ात�। केलो शी�मै के/ हींमै लो/ग सिसेन�मै� द�खून� गया� था�। से�दिदके न� आज असे�ध�रीण

उद�रीत� दिदखू�ई। ज�बू से� वहीं रुपया� क्रिनके�लो केरी सेबूके� सिलोए दिटकेट लो�न� चलो�। मिमैया� से�दिदके ज/ इसे अमै�री� के� बू�वज*द तगदिदलो आदमै� हीं�, मै� त/ के ज*री केहूंग�, हीं�लो�न न� उनके4 उद�रीत� के/ जग� दिदया� हीं�। मैगरी हीं�लो�न न� उन्हीं� री/के सिलोया� औरी खूद

अदरी ज�केरी सेबूके� सिलोए दिटकेट लो�ई। औरी या& भी� वहीं इतन� बू�ददx से� रुपया� खूच8 केरीत� हीं� क्रिके मिमैया� से�दिदके के� छाक्के� छा* ट ज�त� हीं�। जबू उनके� हीं�था ज�बू मै� ज�त� हीं�, हीं�लो�न के� रुपया� के�उन्टरी परी ज� पहुचत� हीं�। के छा भी� हीं/, मै� त/ हीं�लो�न के� स्वभी�व- ज्ञा�न परी ज�न द�त� हूं। ऐसे� मै�लो*मै हीं/त� हीं� वहीं हींमै�री� फीमै�8इशी& के�इन्तज�री केरीत� रीहींत� हीं� औरी उनके/ प*री� केरीन� मै� उसे� खू�से मैज� आत� हीं�। से�दिदके से�हींबू के/ उसेन� अलोबू भी�ट केरी दिदया� ज/ या/री/प के� दुलो8भी सिचत्र& के4 अनके: क्रितया& के� सेग्रहीं हीं�

औरी ज/ उसेन� या/री/प के4 तमै�मै सिचत्रशी�लो�ओं मै� ज�केरी खूद इकेट्ठा� क्रिकेया� हीं�। उसेके4 आखू� क्रिकेतन� से�दय्र- प्रे�मै� हीं�।

बू:ज�नद्र जबू शी�मै के/ अपन� नया� से*ट पहींन केरी आया�, ज/ उसेन� अभी� सिसेलो�या� हीं�, त/ हीं�लो�न न� मैस्केरी� केरी केहीं�- द�खू& केहीं! नजरी न लोग ज�या तम्हीं�! आज त/ तमै दूसेरी� यासे*फी बून� हुए हीं/। बू:ज�न्द्र बू�ग- बू�ग हीं/ गया�। मै�न� जबू लोया के� से�था अपन� त�ज� गजलो सेन�ई त/ वहीं एके- एके शी�री परी उछालो- उछालो पड़ा�। अदभीत के�व्यमै8ज्ञा हीं�। मैझे� अपन� केक्रिवत�- रीचन� परी इतन� खूशी� केभी� न हुई था� मैगरी त�री�फी जबू सेबूके� बूलो>व� हीं/ ज�या� त/ उसेके4 क्या� के4मैत। मिमैया� से�दिदके के/ केभी� अपन�

सेन्दरीत� के� द�व� नहीं! हुआ। भी�तरी� से�दया8 से� आप जिजतन� मै�लो�मै�लो हीं� बू�हींरी� से�दया8 मै� उतन� हीं� के ग�लो। मैगरी आज शीरी�बू के� द>री मै� ज्या& हीं� उनके4 आखू& मै� सेखू[ आई हीं�लो�न न� प्रे�मै से� पग� हुए स्वरी मै� केहीं�-भीई, तम्ळा�री� या� आखू� त/ जिजगरी के� प�री हुई ज�त� हीं�। औरी से�दिदके से�हींबू उसे वक्त उसेके� प�री& परी क्रिगरीत�- क्रिगरीत� रुके गया�। लोज्जु� बू�धके हुई। उनके4 आखू& के4 ऐसे�

त�री�फी शी�याद हीं� क्रिकेसे� न� के4 हीं/। मैझे� केभी� अपन� रुप-रीग, च�लो- ढं�लो के4 त�री�फी सेनन� नहीं! हीं/ सेके� क्रिके मै� खू*बूसे*रीत हूं।

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याहीं भ्ज्ञाभीu जनत� क्रिके हीं�लो�न के� याहीं सेबू सेत्के�री के/ई मैतलोबू नहीं! रीखूत�। लो�क्रिकेन अबू मैझे� भी� याहीं बू�च�न� हीं/न� लोग� क्रिके द�खू/ मैझे परी क्या� इन�यात हीं/त� हीं�। के/ई बू�त न था�, मैगरी मै� बू�च�न रीहीं�। जबू मै� शी�मै के/ या*क्रिनवर्सिसेXट# ग्र�उण्डं से� खू�लो के4

प्रे�ख्तिक्टसे केरीके� आ रीहीं� था� त/ मै�री� या� क्रिबूखूरी� हुए बू�लो के छा औरी ज्या�द� क्रिबूखूरी� गया� था�। उसेन� आसेक्त न�त्र& से� द�खूकेरी फी>रीनकेहीं�- तम्हीं�री� इन क्रिबूखूरी� हुई जल्फी& परी क्रिनसे�री हीं/न� के4 ज� च�हींत� हीं�! मै� क्रिनहीं�लो हीं/ गया�, दिदलो मै� क्या�- क्या� त*फी�न उठ� केहीं

नहीं! सेकेत�।

मैगरी खूद� ज�न� क्या& हींमै त�न& मै� से� एके भी� उसेके4 क्रिकेसे� अद�ज या� रुप के4 प्रेशीसे� शीब्द& मै� नहीं! केरी प�त�। हींमै� लोगत� हीं� क्रिके हींमै� ठkके शीब्द नहीं! मिमैलोत�। ज/ के छा हींमै केहीं सेकेत� हीं� उसेसे� केहीं! ज्या�द� प्रेभी�क्रिवत हीं�। के छा केहींन� के4 क्रिहींम्मैत हीं� नहीं!

हीं/त�।

1 फीरीवरी�- हींमै दिदल्लो� आ गया�। इसे� बू�च मै� मैरी�द�बू�द, न�न�त�लो, द�हींरी�दून वग�रीहीं जगहीं& के� द>री� क्रिकेया� मैगरी केहीं! के/ई खिखूलो�ड़ा� न मिमैलो�। अलो�गढ़ औरी दिदल्लो� से� केई अच्छे� खिखूलो�क्रिड़ाया& के� मिमैलोन� के4 उम्मै�द हीं� इसेसिलोए हींमै लो/ग वहीं� केई दिदन

रीहीं�ग�। एलो�क्रिवन प*री� हीं/त� हीं� हींमै लो/ग बूम्बूई आ ज�एग� औरी वहीं� एके मैहीं�न� प्रे�ख्तिक्टसे केरी�ग�। मै�च8 मै� आस्ट्रा�सिलोयान ट#मै याहीं� से� रीव�न� हीं/ग�। तबू तके वहीं क्रिहींन्दुसेत�न मै� से�री� पहींलो� से� क्रिनभि�त मै�च खू�लो चके4 हीं/ग�। हींमै उसेसे� आखिखूरी� मै�च खू�लो�ग� औरी

खूद� न� च�हीं� त/ क्रिहींन्दुस्त�न के4 से�री� सिशीकेस्त& के� बूदलो� चके� द�ग�। से�दिदके औरी बू:ज�न्द्र भी� हींमै�री� से�था घु*मैत� रीहीं�। मै� त/ न च�हींत� था� क्रिके या� लो/ग आए मैगरी हीं�लो�न के/ शी�याद प्रे�मिमैया& के� जमैघुट मै� मैज� आत� हीं� हींमै सेबूके� सेबू एके हीं� हीं/टलो मै� हीं�

औरी सेबू हीं�लो�न के� मै�हींमै�न हीं�। स्ट�शीन परी पहुच� त/ से�केड़ा& आदमै� हींमै�री� स्व�गत केरीन� के� सिलोए मै>ज*द था�। केई औरीत� भी�था!, लो�क्रिकेन हीं�लो�न के/ न मै�लो*मै क्या& औरीत& से� आपभिf हीं�। उनके4 सेगत से� भी�गत� हीं�, खू�सेकेरी सेन्दरी औरीत& के4 छा�या� से�

भी� दूरी रीहींत� हीं� हीं�लो�क्रिके उसे� क्रिकेसे� सेन्दरी� से� जलोन� के� के/ई के�रीण नहीं! हीं�। याहीं मै�नत� हुए भी� क्रिके हुस्न उसे परी खूत्मै नहीं! हीं/ गया� हीं�, उसेमै� आकेषण8 के� ऐसे� तत्व मै>ज*द हीं� क्रिके के/ई परी� भी� उसेके� मैके�बू� मै� नहीं! खूड़ा� हीं/ सेकेत�। नखू- सिशीखू हीं� त/ सेबू के छा नहीं! हीं�, रुसिच के� से�दया8, बू�तच�त के� से�दया8, अद�ओं के� से�दया8 भी� त/ के/ई च�ज हीं�। प्रे�मै उसेके� दिदलो मै� हीं� या� नहीं! खूद� ज�न� लो�क्रिकेन प्रे�मै के� प्रेदशी8न मै� वहीं बू�ज/ड़ा हीं�। दिदलोज/ई औरी न�जबूरीद�री� के� फीन मै� हींमै ज�से� दिदलोद�री& के/ भी� उसेसे� शीर्मिमैXन्द� हीं/न� पड़ात� हीं�। शी�मै के/ हींमै लो/ग नई दिदल्लो� के4 से�री के/ गए। दिदलोकेशी जगहीं हीं�, खूलो� हुई सेड़ाके� , जमै�न

के� खू*बूसे*रीत टकेड़ा�, सेहीं�न� रीक्रिबूशी�। उसेके/ बून�न� मै� सेरीके�री न� बू�दरी�ग रुपया� खूच8 क्रिकेया� हीं� औरी बू�जरुरीत। याहीं रीकेमै रिरीआया� के4 भीलो�ई परी खूच8 के4 ज� सेकेत� था� मैगरी इसेके/ क्या� के4जिजए क्रिके जनसे�ध�रीण इसेके� क्रिनमै�8ण से� जिजतन� प्रेभी�क्रिवत हीं�,

उतन� अपन� भीलो�ई के4 क्रिकेसे� या/जन� से� न हीं/त�। आप दसे- प�च मैदरीसे� ज्या�द� खू/लो द�त� या� सेड़ाके& के4 मैरीम्मैत मै� या�, खू�त� के4 ज�च- पड़ात�लो मै� इसे रुपया� के/ खूच8 केरी द�त� मैगरी जनत� के/ शी�न-शी>केत, धन- व�भीव से� आज भी� जिजतन� प्रे�मै हीं� उतन� आपके� रीचन�त्मैके के�मै& से� नहीं! हीं�। बू�दशी�हीं के4 ज/ केल्पन� उसेके� री/मै- री/मै मै� घुलो गई हीं� वहीं अभी� सेदिदया& तके न मिमैट�ग�। बू�दशी�हीं के� सिलोए शी�न- शी>केत जरूरी� हीं�। प�न� के4 तरीहीं रुपया� बूहीं�न� जरूरी� हीं�। क्रिकेफी�यातशी�री या� के ज*से बू�दशी�हीं

च�हीं� वहीं एके- एके प�से� प्रेज� के4 भीलो�ई के� सिलोए खूच8 केरी�, इतन� लो/केक्रिप्रेया नहीं! हीं/ सेकेत�। अग्र�ज मैन/क्रिवज्ञा�न के� पक्रिडंत हीं�। अग्र�ज हीं� क्या& हींरी एके बू�दशी�हीं जिजसेन� अपन� बू�हुबूलो औरी अपन� बूजिT से� याहीं ��न प्रे�प्त क्रिकेया� हीं� स्वभी�त: मैन/क्रिवज्ञा�न

के� पख्तिण्डंत हीं/त� हीं�। इसेके� बूग�री जनत� परी उसे� अमिधके�री क्या& केरी प्रे�प्त हीं/त�। खू�री, याहीं त/ मै�न� या*हीं� केहीं�। मैझे� ऐसे� अन्द�शी� हीं/ रीहीं� हीं� शी�याद हींमै�री� ट#मै सेपन� हीं� रीहीं ज�ए। अभी� से� हींमै लो/ग& मै� अनबून रीहींन� लोग� हीं�। बू:ज�न्द्र केदमै- केदमै

परी मै�री� क्रिवरी/ध केरीत� हीं�। मै� आमै केहूं त/ वहीं अदबूद�केरी इमैलो� केहीं�ग� औरी हीं�लो�न के/ उसेसे� प्रे�मै हीं�। जिजन्दग� के� के� से�- के� से� मै�ठ� सेपन� द�खून� लोग� था� मैगरी बू:ज�न्द्र, के: तघ्न- स्व�था[ बू:ज�न्द्र मै�री� जिजन्दग� तबू�हीं क्रिकेए डं�लोत� हीं�। हींमै द/न& हीं�लो�न के� क्रिप्रेया प�त्र नहीं! रीहीं सेकेत�, याहीं तया बू�त हीं�; एके के/ मै�द�न से� हींट�न� पड़ा�ग�।

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7 फीरीवरी�- शी� हीं� दिदल्लो� मै� हींमै�री� प्रेयात्न सेफीलो हुआ। हींमै�री� ट#मै मै� त�न नया� खिखूलो�ड़ा� जड़ा�-ज�फीरी, मै�हींरी� औरी अज8न लिंसेXहीं। आज उनके� केमै�लो द�खूकेरी आस्ट्रा�सिलोयान क्रि�के� टरी& के4 ध�के मै�री� दिदलो से� ज�त� रीहीं�। त�न& ग�द फी� केत� हीं�। ज�फीरी अच*के ग�द फी� केत� हीं�, मै�हींरी� सेब्र के4 आजमै�इशी केरीत� हीं� औरी अज8न बूहुत च�लो�के हीं�। त�न& दृढ़ स्वभीव के� लो/ग हीं�, क्रिनग�हीं

के� सेच्चा� अकेथा। अगरी के/ई इन्से�फी से� प*छा� त/ मै� केहूंग� क्रिके अज8न मैझेसे� बू�हींतरी खू�लोत� हीं�। वहींद/ बू�री इगलो�ण्डं हीं/ आया� हीं�। अग्र�ज� रीहींन- सेहींन से� परिरीसिचत हीं� औरी मिमैज�ज पहींच�नन�व�लो� भी� अव्वलो दजI के� हीं�, सेभ्यात� औरी आच�री के� पतलो�।

बू:ज�न्द्र के� रीग फी4के� पड़ा गया�। अबू अज8न परी खू�से के: प� दृमिष्टा हीं� औरी अज8न परी फीतहीं प�न� मै�री� सिलोए आसे�न नहीं! हीं�, मैझे� त/ डंरी हीं� वहीं केहीं! मै�री� री�हीं के� री/ड़ा� न बून ज�ए।

25 फीरीवरी�- हींमै�री� ट#मै प*री� हीं/ गई। द/ प्लो�यारी हींमै� अलो�गढ़ से� मिमैलो�, त�न लो�हीं>री से� औरी एके अजमै�री से� औरी केलो हींमै बूम्बूई आ गए। हींमैन� अजमै�री, लो�हीं>री औरी दिदल्लो� मै� वहीं� के4 ट#मै& से� मै�च खू�लो� औरी उन परी बूड़ा� शी�नद�री फीतहीं प�ई। आज बूम्बूई के4 क्रिहींन्दू ट#मै से� हींमै�री� मैके�बूलो� हीं� औरी मैझे� याके4न हीं� क्रिके मै�द�न हींमै�री� हीं�था रीहीं�ग�। अज8न हींमै�री� ट#मै के� सेबूसे� अच्छे� खिखूलो�ड़ा� हीं� औरी हीं�लो�न उसेके4 इतन� खू�क्रितद�री� केरीत� हीं� लो�क्रिकेन मैझे� जलोन नहीं! हीं/त�, इतन� खू�क्रितरीद�री� त/ मै�हींमै�न के4 हीं� के4 ज� सेकेत� हीं�। मै�हींमै�न से� क्या� डंरी। मैज� के4 बू�त याहीं हीं� क्रिके हींरी व्यसिक्त अपन� के/ हीं�लो�न के/ के: प�- प�त्र सेमैझेत� हीं� औरी उसेसे� अपन� न�ज उठव�त� हीं�। अगरी क्रिकेसे� के� सिसेरी मै� दद8 हीं� त/ हीं�लो�न के� फीज8 हीं� क्रिके उसेके4 मिमैज�जपसे[

केरी�, उसेके� सेरी मै� चन्दन तके मिघुसेकेरी लोग� द�। मैगरी उसेके� से�था हीं� उसेके� री/बू हींरी एके के� दिदलो परी इतन� छा�या� हुआ हीं� क्रिके उसेके� क्रिकेसे� के�मै के4 के/ई आलो/चन� केरीन� के� से�हींसे नहीं! केरी सेकेत�। सेबू के� सेबू उसेके4 मैज[ के� गलो�मै हीं�। वहीं

अगरी सेबूके� न�ज उठ�त� हीं� त/ हुके* मैत भी� हींरी एके परी केरीत� हीं�। शी�मिमैया�न� मै� एके से� एके सेन्दरी औरीत& के� जमैघुट हीं� मैगरी हीं�लो�न के� के� दिदया& के4 मैज�लो नहीं! क्रिके क्रिकेसे� के4 तरीफी द�खूकेरी मैस्केरी� भी� सेके� । हींरी एके के� दिदलो परी ऐसे� डंरी छा�या� रीहींत� हीं� क्रिके ज�से� वहीं हींरी जगहीं परी मै>ज*द हीं�। अज8न न� एके मिमैसे परीया* हीं� के छा नजरी डं�लो� था�, हीं�लो�न न� ऐसे� प्रेलोया के4 आखू से� उसे� द�खू� क्रिके सेरीद�री से�हींबू के� रीग उड़ा गया�। हींरी एके सेमैझेत� हीं� क्रिके वहीं उसेके4 तकेद#री के4 मै�सिलोके हीं� औरी उसे� अपन� तरीफी से� न�री�ज केरीके� वहीं शी�याद जिजन्द� न रीहीं सेके� ग�। औरी& के4 त/ मै� क्या� केहूं, मै�न� हीं� ग/या� अपन� के/ उसेके�

हीं�था& बू�च दिदया� हीं�। मैझे� त/ अबू ऐसे� लोग रीहीं� हीं� क्रिके मैझेमै� के/ई ऐसे� च�ज खूत्मै हीं/ गई हीं� ज/ पहींलो� मै�री� दिदलो मै� डं�हीं के4आग- से� जलो� दिदया� केरीत� था�। हीं�लो�न अबू क्रिकेसे� से� बू/लो�, क्रिकेसे� से� प्रे�मै के4 बू�त� केरी�, मैझे� गस्से� नहीं! आत�। दिदलो परी च/ट

लोगत� जरूरी हीं� मैगरी इसेके� इजहीं�री अके� लो� मै� आसे* बूहीं�केरी केरीन� के/ ज� च�हींत� हीं�, वहीं स्व�भिभीमै�न केहीं� ग�याबू हीं/ गया� नहीं! केहीं सेकेत�। अभी� उसेके4 न�री�जग� से� दिदलो के� टकेड़ा� हीं/ गए था� क्रिके एके�एके उसेके4 एके उचटत� हुई- से� क्रिनग�हीं न� या� एके मैस्केरी�हींट न� गदगद# प�द� केरी द#। मै�लो*मै नहीं! उसेमै� वहीं के>न- से� त�केत हीं� ज/ इतन� हीं>सेलो�मैद न>जव�न दिदलो& परी

हुके* मैत केरीरीहीं� हीं�। उसे� बूहीं�दुरी� केहूं। च�लो�के4 औरी फी त[ केहूं, हींमै सेबू ज�से� उसेके� हीं�था& के4 केठपतसिलोया� हीं�। हींमैमै� अपन� के/ई शी�ख्तिhसेयात, के/ई हींस्त� नहीं! हीं�। उसेन� अपन� से>न्दया8 से�, अपन� बूजिT से�, अपन� धन से� औरी सेबूसे� ज्या�द� सेबूके/ सेमै�ट सेकेन� के4 अपन� त�केत से� हींमै�री� दिदलो& परी अपन� आमिधपत्या जमै� सिलोया� हीं�।

1 मै�च8- केलो आस्ट्रा�सिलोयान ट#मै से� हींमै�री� मै�च खूत्मै हीं/ गया�। पच�से हींज�री से� केमै तमै�शी�इया& के4 भी�ड़ा न था�। हींमैन� प*री� इनिंनXग्से से� उनके/ हींरी�या� औरी द�वत�ओं के4 तरीहीं पज�। हींमैमै� से� हींरी एके न� दिदलो/जन से� के�मै क्रिकेया� औरी सेभी� याकेसे� त>री

परी फी* लो हुए था�। मै�च खूत्मै हीं/त� हीं� शीहींरीव�लो& के4 तरीफी से� हींमै� एके शी�नद�री प�टx द# गई। ऐसे� प�टx त/ शी�याद व�इसेरी�या के� सेम्मै�न मै� भी� न द# ज�त� हीं/ग�। मै� त/ त�री�फी& औरी बूध�इया& के� बू/झे से� दबू गया�, मै�न� 44 रीन& मै� प�च खिखूलो�क्रिड़ाया& के�

सेफी�या� केरी दिदया� था�। मैझे� खूद अपन� भीया�नके ग�द फी� केन� परी अचरीज हीं/ रीहीं� था�। जरूरी के/ई अलो>क्रिकेके शीसिक्त हींमै�री� से�था द� रीहीं� था�।

इसे भी�ड़ा मै� बूम्बूई के� से�दया8 अपन� प*री� शी�न औरी रीग�न� के� से�था चमैके रीहीं� था� औरी मैझे� द�व� हीं� क्रिके सेन्दरीत� के4 दृमिष्टा से� याहीं शीहींरी जिजतन� भी�ग्याशी�लो� हीं�, दुक्रिनया� के� के/ई दूसेरी� शीहींरी शी�याद हीं� हीं/। मैगरी हीं�लो�न इसे भी�ड़ा मै� भी� सेबूके4 दृमिष्टाया& के� के� न्द्र बून� हुई था�। याहीं जसिलोमै मैहींज हींसे�न नहीं! हीं�, मै�ठk बू/लोत� भी� हीं� औरी उसेके4 अद�ए भी� मै�ठk हीं�। से�री� न>जव�न

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परीव�न& के4 तरीहीं उसे परी मैडंलो� रीहीं� था�, एके से� एके खू*बूसे*रीत, मैनचलो�, औरी हीं�लो�न उनके4 भी�वन�ओं से� खू�लो रीहीं� था�, उसे� तरीहीं ज�से� वहीं हींमै लो/ग& के4 भी�वन�ओं से� खू�लो केरीत� था�। मैहीं�री�जके मै�री ज�से� सेन्दरी जव�न मै�न� आज तके नहीं! द�खू�। से*रीत से� री/बू टपकेत� हीं�। उनके� प्रे�मै न� क्रिकेतन� सेन्दरिरीया& के� दुखू दिदया� हीं� के>न ज�न�। मैद�8न� दिदलोकेशी� के� ज�दू- से�

क्रिबूखू�रीत� चलोत� हीं�। हीं�लो�न उनसे� भी� व�से� हीं� आज�द बू�तकेल्लोफी4 से� मिमैलो� ज�से� दूसेरी� हींज�री& न>जव�न& से�। उनके� से>न्दया8के�, उनके4 द>लोत के� उसे परी जरी� भी� असेरी न था�।

न ज�न� इतन� गव8, इतन� स्व�भिभीमै�न उसेमै� केहीं� से� आ गया�। केभी� नहीं! डंगमैग�त�, केहीं! री/बू मै� नहीं! आत�, केभी� क्रिकेसे� के4 तरीफी नहीं! झेकेत�। वहीं� हींसे�- मैज�के हीं�, वहीं� प्रे�मै के� प्रेदशी8न, क्रिकेसे� के� से�था के/ई क्रिवशी�षत� नहीं!, दिदलोज/ई सेबू के4 मैगरी उसे� बू�परीव�हीं� के4 शी�न के� से�था।

हींमै लो/ग से�री केरीके� के/ई दसे बूज� री�त के/ हीं/टलो पहुच� त/ सेभी� जिजन्दग� के� नए सेपन� द�खू रीहीं� था�। सेभी� के� दिदलो& मै� एकेधकेधके4- से� हीं/ रीहीं� था� क्रिके द�खू� जबू क्या� हीं/त� हीं�। आशी� औरी भीया न� सेभी� के� दिदलो& मै� एके त*फी�न- से� उठ� रीक्खू� था�

ग/या� आज हींरी एके के� ज�वन के4 एके स्मैरीण�या घुटन� हीं/न�व�लो� हीं�। जबू क्या� प्रे/ग्र�मै हीं�, इसेके4 क्रिकेसे� के/ खूबूरी न था�। सेभी� जिजन्दग� के� सेपन� द�खू रीहीं� था�। हींरी एके के� दिदलो परी एके प�गलोपन सेव�री था�, हींरी एके के/ याके4न था� क्रिके हीं�लो�न के4 दृमिष्टा

उसे परी हीं� मैगरी याहीं अद�शी� भी� हींरी एके के� दिदलो मै� था� क्रिके खूद� न खू�स्त� केहीं! हीं�लो�न न� बू�वफी�ई के4 त/ याहीं ज�न उसेके� केदमै& परी रीखू द�ग�, याहीं� से� जिजन्द� घुरी ज�न� केया�मैत था�।

उसे� वक्त हीं�लो�न न� मैझे� अपन� केमैरी� मै� बूलो� भी�ज�। ज�केरी द�खूत� हूं त/ सेभी� खिखूलो�ड़ा� जमै� हीं�। हीं�लो�न उसे वक्त अपन� शीबू8त� बू�लोद�री से�ड़ा� मै� आखू& मै� चके�च�ध प�द� केरी रीहीं� था�। मैझे� उसे परी झेझेलो�हींट हुई, इसे आमै मैजमै� मै� मैझे� बूलो�केरी केव�याद केरी�न� के4 क्या� जरूरीत था�। मै� त/ खू�से बूत�8व के� अमिधके�री� था�। मै� भी*लो रीहीं� था� क्रिके शी�याद इसे� तरीहीं उनमै� से� हींरी

एके अपन� के/ खू�से बूत�8व के� अमिधके�री� सेमैझेत� हीं/।

हीं�लो�न न� के से[ परी बू�ठत� हुए केहीं�-द/स्त&, मै� केहीं नहीं! सेकेत� क्रिके आप लो/ग& के4 क्रिकेतन� के: तज्ञा हूं औरी आपन� मै�री� जिंजXदग� के4 क्रिकेतन� बूड़ा� आरीज* प*री� केरी द#। आपमै� से� क्रिकेसे� के/ मिमैस्टरी रीतन लो�लो के4 या�द आत� हीं�?

रीतन लो�लो! उसे� भी� के/ई भी*लो सेकेत� हीं�! वहीं जिजसेन� पहींलो� बू�री क्रिहींन्दुस्त�न के4 क्रि�के� ट ट#मै के/ इगलो�ण्डं के4 धरीत� परी अपन� ज>हींरी दिदखू�न� के� मै>के� दिदया�, जिजसेन� अपन� लो�खू& रुपया& इसे च�ज के4 नजरी क्रिकेए औरी आखिखूरी बू�री- बू�री के4

परी�जया& से� क्रिनरी�शी हीं/केरी वहीं! इगलो�ण्डं मै� आत्मैहींत्या� केरी लो�। उसेके4 वहीं से*रीत अबू भी� हींमै�री� आखू& के� से�मैन� क्रिफीरी रीहीं�हीं�।

सेबू न� केहीं�- खू*बू अच्द# तरीहीं

अभी� बू�त हीं� के� दिदन के4 हीं� आज इसे शी�नद�री के�मैया�बू� परी मै� आपके/ बूध�ई द�त� हूं। भीगव�न न� च�हीं� त/ अगलो� से�लो हींमै इगलो�ण्डं के� द>री� केरी�ग�। आप अभी� से� इसे मै/चI के� सिलोए त�या�रिरीया� के4जिजए। लोत्फी ज/ जबू हीं� क्रिके हींमै वहीं� एके मै�च भी�

न हीं�री�, मै�द�न बूरी�बूरी हींमै�री� हीं�था रीहीं�। द/स्त& याहीं� मै�री� ज�वन के� लोक्ष्या हीं�। क्रिकेसे� लोक्ष्या के� प*री� केरीन� के� सिलोए ज/ के�मै क्रिकेया� ज�त� हीं� उसे� के� न�मै जिजन्दग� हीं�। हींमै� के�मैया�बू� वहीं! हीं/त� हीं� जहीं� हींमै अपन�प*री� हीं>सेत� से� के�मै मै� लोग� हीं&, वहीं� लोक्ष्या हींमै�री� स्वप्न हीं/, हींमै�री� प्रे�मै हीं/, हींमै�री� ज�वन के� के� न्द्र हीं/। हींमैमै� औरी इसे लोक्ष्या के� बू�च मै� औरी के/ई इच्छे�, के/ई आरीज* द#व�री के4 तरीहीं न खूड़ा� हीं/।

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मै�फी के4जिजएग�, आपन� अपन� लोक्ष्या के� सिलोए ज�न� नहीं! से�खू�। आपके� सिलोए क्रि�के� ट सिसेफी8 एके मैन/रीजन हीं�। आपके/ उसेसे� प्रे�मै नहीं!। इसे� तरीहीं हींमै�री� से�केड़ा& द/स्त हीं� जिजनके� दिदलो केहीं! औरी हीं/त� हीं�, दिदमै�ग केहीं! औरी, औरी वहीं से�री� जिजन्दग� के�

न�के�मै रीहींत� हीं�। आपके� सिलोए मै�। ज्या�द� दिदलोचस्प� के4 च�ज था�, क्रि�के� ट त/ सिसेफी8 मैझे� खूशी केरीन� के� जरिरीया� था�। क्रिफीरी भी� आप के�मैया�बू हुए। मैल्के मै� आप ज�से� हींज�री& न>जव�न हीं� ज/ अगरी क्रिकेसे� लोक्ष्या के4 प*र्पितX के� सिलोए ज�न� औरी मैरीन� से�खू ज�ए त/ चमैत्के�री केरी दिदखू�इए। ज�इए औरी वहीं केमै�लो हीं�सिसेलो के4जिजए। मै�री� रूप औरी मै�री� री�त� व�सेन� के� खिखूलो>न� बूनन�

के� सिलोए नहीं! हीं�। न>जव�न& के4 आखू& के/ खूशी केरीन� औरी उनके� दिदलो& मै� मैस्त� प�द� केरीन� के� सिलोए ज�न� मै� शीमै8न�के सेमैझेत� हूं। ज�वन के� लोक्ष्या इसेसे� केहीं! ऊ च� हीं�। सेच्चा� जिजन्दग� वहीं� हीं� जहीं� हींमै अपन� सिलोए नहीं! सेबूके� सिलोए ज�त� हीं�।

हींमै सेबू सिसेरी झेके�या� सेनत� रीहीं� औरी झेल्लो�त� रीहीं�। हीं�लो�न केमैरी� से� क्रिनकेलोरी के�री परी ज� बू�ठk। उसेन� अपन� रीव�नग� के� इन्तज�मै पहींलो� हीं� केरी सिलोया� था�। इसेके� पहींलो� क्रिके हींमै�री� हीं/शी- हींव�से सेहीं� हीं& औरी हींमै परिरीख्ति�क्रित सेमैझे�, वहीं ज� चके4 था�।

हींमै सेबू हींफ्त�- भीरी तके बूम्बूई के4 गसिलोया&, हीं/टलो&, बूगलो& के4 खू�के छा�नत� रीहीं�, हीं�लो�न केहीं! न था� औरी ज्या�द� अफीसे/से याहीं हीं� क्रिके उसेन� हींमै�री� जिंजXदग� के� ज/ आइक्रिडंयालो रीखू� वहीं हींमै�री� पहुच से� ऊ च� हीं�। हीं�लो�न के� से�था हींमै�री� जिजन्दग� के� से�री�

ज/शी औरी उमैग खूत्मै हीं/ गई।

- प्रे�मैचद

-‘ ’जमै�न� , जलो�ई, 1937 मै� प्रेके�सिशीत