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ْ مُ کْ نِ مِ رْ مَ ْ الِ لْ وُ اَ وَ لْ وُ سَ ّ وا الرُ عْ یِ طَ اَ وَ وا اُ عْ یِ طَ اएदाद जलसा दुआ जो हरत सयदिना व इमामना जनाब दमा लाम अहमि सादहब मसीह मौऊि-व-महिी मा'ि की तहरीक पर िाल अमान कादिान म दिनांक 2 फरवरी, 1900 ई. को आोदजत आ लेखक हरत दमा लाम अहमि कादिानी मसीह मौऊि व महिी माि अलैदहसलाम I

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مر منکم

سول واول ال اطیعوا اہلل واطیعوا الر

रएदाद जलसा दआजो हजरत सययिदिना व इमामना जनाब दमजाा गलाम अहमि सादहब मसीह मौऊि-व-महिी माहि की तहरीक पर िारल

अमान कादियिान मदिनाक 2 फरवरी 1900 ई को आयिोदजत हआ

लखकहजरत दमजाा गलाम अहमि कादियिानी

मसीह मौऊि व महिी माहि अलदहससलाम

I

नाम पसतक रएिाि जलसा िआName of book Ru-e-daad Jalsa Duaलखक हजरत दमजाा गलाम अहमि कादियिानी मसीह मौऊि अलदहससलामWriter Hazrat Mirza Ghulam Ahmad Qadiani Masih Mauud Alaihissalam

अनवािक डा अनसार अहमि पीएचडी आनसा इन अरदबकTranslator Dr Ansar Ahmad PhD Hons in Arabic टाइदपग सदटग मदलहा सबा गौरीTyping Setting Maliha Saba Gouriससकरण तथा वरा परथम ससकरण (दहनिी) 2018 ई०Edition Year 1st Edition (Hindi) 2018सखयिा Quantity 1000परकाशक नजारत नशर-व-इशाअत कादियिान 143516 दजला-गरिासपर (पजाब)Publisher Nazarat Nashr-o-Ishaat Qadian 143516 Distt Gurdaspur (Punjab)मदरक फ़ज़ल उमर दपरदटग परस कादियिान 143516 दजला-गरिासपर (पजाब)Printed at Fazl-e-Umar Printing Press Qadian 143516 Distt Gurdaspur (Punjab)

II

रएदाद जलसा दआजो 2 फ़रवरी 1900 ई को ईिल दफ़तर क दिन हजरत मसीह

मौऊि अलदहससलाम की तहरीक पर बताानवी सरकार की सफ़लता की िआ क दलए एक सावाजदनक जलसा आयिोदजत हआ दजसम कादियिान और दनकट िहात क अदतररकत अफ़ग़ादनसतान इराक मदरास कशमीर और दहनिसतान क दवदिनन दजलो क लोग एक हजार की सखयिा म उपयसथत हए कादियिान क पयचिम म परानी ईिगाह म ईि की नमाज अिा की गई हजरत मौलवी नरदीन रजी अलाह तआला अनह न ईि ईिल दफ़तर की नमाज पढाई और नमाज क बाि हजरत मसीह मौऊि अलदहससलाम न अतयिततम एव परिावी ख़तबा पढा दजसम सरह अननास की बारीक और रहसयिो और अधयिातम जानो स िरपर तफसीर वणान करत हए मजाजी शासको क अदिकारो का वणान दकयिा तथा बताानवी सरकार क उपकारो क कारण उन की वफ़ािारी क दलए नसीहत की और ईि क खतब क बाि टानसवाल क यिदध म अगजो की दवजयि क दलए िआ की तहरी करक सब न जोश और दनषकपटता पवाक िआ की और इसी क अनसार इस आयिोजन को जलसा दआ का नाम दियिा गयिा और बताानवी सना क घायिलो क दलए चिा िजन की िी जोरिार तहरी की और जब पाच सौ रपयिा चिा एकतर हो गयिा तो वह सरकार क सबदित दविाग को िज दियिा गयिा अनत म हम अलाह तआला स दजस न इस यिग की दहिायित क दलए कपा और ियिा की दयटि करत हए हजरत मसीह

III

मौऊि अलदहससलाम को अवतररत दकयिा अतयित दवनयि एव दवनमरता और दगडदगडात हए िआ करत ह दक वह उन रहानी ख़जानो क पाठको को परतयिक परकार क आधयिायतमक और िौदतक इनाम परिान कर और अपनी दवशर कपा एव ियिा का वाररस बनाए तथा यि रहानी ख़जायिन उनक दलए और उनकी िावी नसलो क दलए अनशवर खर और बरकत का कारण हो आमीन

खाकसार

जलालदीन शमस 2 नवमबर 1964 ई

IV

रएदाद जला दआ

1

बिसमिललाबिररिमिलाबिररिीमिनहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

जलसला-ए-दआ कला वतलानत

जो िजरत बमिजलाा गललामि अिमिद सलाबिि की तिरीक पर दलारल अमिलाि कलाबदयलाि मि बदिलाक

2 फरवरी 1900ई को आयोबजत हआइसस पवव लक हम रएदाद (वतानत) को दरवको क सामन

परसतत कर परथम इस बात का जतला दना आवशयक समझत ह लक जनाब इमामल मतकीन (सयलमयो क परवा) पथवली पर खदा की हसतली का परमाण हजरत लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान यग क इमाम अललहससलात वससलाम लजस परकार सामानय लोगो क रभ लिनतक ह उसली परकार वह समय की सरकार क सच हदय स वफादार और रभ लिनतक ह यह उनही का मबारक अससततव ह लजसन परजा क अलिकारो तथा सरकार क अलिकारो को परकारमान लदन क समान खोल कर लदखा लदया और अपनली जमाअत क लदलो म इस उपकारली सरकार क उपकारो को ऐस परभावली एव हर परकार की म कट-कट कर भर लदया लजस स इस सरकार क साथ कपटपणव रग का िबबा इस पलवतर जमाअत क हदयो स एक दम ऐसा उड गया लक उसका नामो लनरान तक न रहा यह वहली रग था जो पकषपातली और मखव मलाओ की सगत स बिार सादा लदल और अनलभजञ

2

रएदाद जला दआ

मसलमानो की परकलत म िढता जाता हऔर वह इसली परकार सच हदय स अगजली सरकार क वफादार

और कतजञ हो गए ह लजस परकार लकसली इसलामली सरकार क होन िालहए थ

यह बात सवय सरकार पर भली गपत नही लक आप का खानदान हमरा स इस सरकार का वफादार और पराण नयोछावर करन वाला रहा ह और हर आड समय पर अपनली हलसयत स बढकर सवाए करता रहा ह लजसस सरकार क अलिकारली सवय पररणाम लनकाल सकत ह लक जनाब लमजाव सालहब क खानदान को पहल हली स इस सरकार स सवजनता क सबि परापत ह यदयलप हजरत सालहब क बजगव लसपालहयो और सवारो स सहायता करत थ तथालप य अपन रग म ददव भरली दआओ क साथ सना स सहायता दन म कोताहली नही करत अतः जब कभली अफगालनसतान की सलीमा या लबलोलिसतान या बमाव म यदध और लडाई हई तो यह दआ करत रह हजरत माननलीय महारानली कसरा की जबलली पर बडली खरली मनाई और जलसा आयोलजत करक उनकी दलीरव आय और परलतषा क ललए खदा स दआ की और वह अपनली उस जलीवन-पदधलत म जो मातर फकीरो वाला जलीवन ह और हमरा स एकानतवास उनकी आदत हो रहली ह दआ क अलतररकत और लकस परकार अपनली उपकारली और महरबान सरकार की सहायता कर सकत ह इसललए इस अवसर पर भली जब लक सरकार को एक ऐसली कौम स लजस गपत तौर पर अनय कौम सहायता द रहली ह लजस स हमारली सरकार को अकारण कषट पहि रहा ह इस परजा क हमददव न उलित समझा लक लवजय क ललए दआ की जाए अतः 1 फरवरली को हजरत

रएदाद जला दआ

3

अकदस न अपनली जमाअत क लोगो को जो अफगालनसतान इराक तथा लहनदसतान क लवलभनन नगरो जस मदास कशमलीर राहजहापर जमम मथरा झग मलतान पलटयाला कपरथला मालर-कोटला ललियाना राहपर लसयालकोट गजरात लाहौर अमतसर गरदासपर इतयालद लजलो स आए हए थ आदर हआ लक हम िाहत ह लक ईद क लदन अगजली सरकार की सफलता क ललए दआ की जाए लजस को सब न सन कर परसननता पववक पसनद लकया

इसली आिार पर ईद क लदन लगभग 8 बज हजरत मसलीह मौऊद अललहससलाम अपनली जमाअत क उस लवराल मदान म जो कसबा कालदयान क पसचिम म ह और जो परानली ईदगाह ह गए और 9 बज तक दर और करलीब क दहात क लोग भली वहा एकतर होत रह लफर यग क लवदान समय क एकमातर हजरत मौलाना मौलवली नरदलीन सालहब न ईदललफतर की नमाज पढाई और नमाज स लनवत होन क पचिात आललीजनाब हजरत इमामजजमान न खड होकर अतयनत सरसता एव सवोितापववक खतबा पढा और भाषण इतना परभावली था लक सब लोग जो सखया म हजार स कम न थ पणव धयान स सन रह थ इतना सपषट और समझन म सरल था लक दहातली आदमली भली जो िौपायो क समान जलीवन वयतलीत करत ह परभालवत होकर बोल उठ हजरत अकदस सब सि कह रह ह इस भाषण म जस लक असल भाषण स सपषट होगा अलाह तआला क साथ-साथ सासाररक अलिकाररयो क अलिकार का कसा लितरण लकया गया ह और लकस परकार परजा को बताया गया ह लक इस अगजली सरकार क हम मसलमानो पर लकतन उपकार ह और हम मसलमान अपन कआवन की

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रएदाद जला दआ

दसषट स लकस सलीमा तक सरकार की वफादारली और पराण नयोछावर करन क ललए पाबनद लकए गए ह कया कोई ससार म ह जो इस परकार स िमव क अनसार बतावनवली सरकार क अलिकार सच हदय और नक नलीयत क साथ लसदध कर सक यह उसली जवामदव का काम ह लजसन अपनली जमाअत क हदयो म सरकार क सबि म सचा परम बठा लदया ह और परायः अपनली जमाअत को लललखत तथा मौलखक तौर पर बल दकर फरमाया लक यलद तम म स कोई एक राई क दान क बराबर भली अपनली सरकार स छल पववक आिरण अपनाएगा वह हमारली जमाअत म नही लगना जाएगा और वह खदा तथा रसल का अवजञाकारली होगा कयोलक हम लोग बतावनवली सरकार की लकसली वयसकतगत लाभ अथवा सवाथव परायणता क आिार पर पररसा और यरोगान नही करत अलपत इसलाम िमव की दसषट स हम मामर ह लक हम अतयनत आनतररक सफाई और सच हदय स कमव और कथन स वफादारली का सबत द हम लकसली उपालि जमलीन या जागलीर को परापत करन क ललए छलपणव िाल या िापललसया करना अवि समझत ह िलक भाषण अपन मल रप म नलीि ललखा जाता ह इसललए हम अलिक ललखन की आवशयकता नही

रएदाद जला दआ

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खतिलाजिलाि मिसीि मिौऊद अलबिसललात वसललामि

जो ईदल बितर की िमिलाज क िलाद पढला गयला

मसलमानो को अलाह तआला का बहत िनयवाद करना िालहए लजसन उनको एक ऐसा िमव परदान लकया ह जो जञान और वयावहाररक तौर पर हर परकार की खराबली और रलणत बातो स पलवतर ह यलद मनषय धयान पववक दख तो उस जञात होगा लक वासतव म समसत पररसाओ एव लवरषताओ का अलिकारली अलाह तआला हली ह तथा कोई इनसान या ससषट लनसचित और वासतलवक तौर पर पररसा और सतलत की हकदार नही ह यलद मनषय लकसली परकार क सवाथव की लमलावट क लबना दख तो उस पर अतयनत सपषट तौर पर खल जाएगा लक कोई वयसकत जो पररसा क योगय ठहराया जाता ह वह या तो इसललए योगय हो सकता ह लक लकसली ऐस यग म जबलक कोई अससततव न था और न लकसली अससततव की खबर थली वह उसका पदा करन वाला हो या इस कारण स लक ऐस यग म लक कोई अससततव न था और न मालम था लक अससततव और अससततव की अनशवरता तथा सवासथय-सरकषा और जलीवन की सथापना क ललए कया-कया सामान आवशयक ह उसन व सब सामान उपलबि लकए हो या ऐस यग म लक उस पर बहत स सकट आ सकत थ उसन दया की हो और उस सरलकषत रखा हो और या इस कारण स पररसा क योगय हो सकता ह

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रएदाद जला दआ

लक महनत करन वाल की महनत को नषट न कर और महनत करन वालो क अलिकारो को पणव रप स अदा कर यदयलप बाहय तौर पर मजदरली करन वाल क अलिकारो का दना बदला ह परनत ऐसा वयसकत भली उपकारली हो सकता ह जो पणव रप स अलिकारो को अदा कर य लवरषताए उच शणली की ह जो लकसली को पररसा एव सतलत क योगय बना सकतली ह अब लविार करक दख लो लक वासतलवक तौर पर इन सब पररसाओ क योगय कवल अलाह तआला हली ह जो पणव रप स इन लवरषताओ स पररलसत ह अनय लकसली म य लवरषताए नही ह

परथमि - दखो उतपलत और परलतपालन की लवरषता यह लवरषता यदयलप मनषय गमान कर सकता ह लक माता-लपता तथा अनय उपकाररयो की इचछाए और उदशय होत ह लजन क आिार पर व उपकार करत ह इस पर तकक यह ह लक उदाहरणतया बचा सवसथ सनदर रसकतरालली पदा हो तो माता-लपता को परसननता होतली ह और यलद लडका हो तो लफर यह परसननता और भली बडली होतली ह ढोल बजाए जात ह परनत यलद लडकी हो तो जस वह रर मातम रर और रोक का लदन हो जाता ह और सवय को मह लदखान क योगय नही समझत कभली-कभली कछ मखव लवलभनन उपायो स लडलकयो को मार दत या उनक पालन-पोषण म कम धयान दत ह और यलद बचा लजा अिा अपालहज पदा हो तो िाहत ह लक वह मर जाए और परायः आचियव नही सवय भली जान की लवपदा समझ कर मार दत हो मन पढा ह लक यनानली लोग ऐस बचो को जान-बझ कर मार दत थ बसलक उनक यहा राहली कानन था लक यलद कोई बचा लनकममा अपालहज अिा इतयालद पदा हो तो उस तरनत मार लदया जाए इस स

रएदाद जला दआ

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साफ पाया जाता ह लक मानवलीय लविारो म पोषण और दखभाल क साथ वयसकतगत और सवाथव सबिली उदशय लमल हए होत ह परनत अलाह तआला की इतनली ससषट का (लजसकी कलपना और वणवन स कलपना और जलीभ असमथव ह और जो पथवली और आकार म भरली पडली ह) खलक और परलतपालन स कोई मतलब नही ह वह माता-लपता की तरह सवा और जलीलवका नही िाहता अलपत उसन ससषट को कवल परलतपालन की माग स पदा लकया ह परतयक वयसकत मान लगा लक पौिा लगाना लफर लसिाई करना और उसकी दख भाल करना और फलदार वकष होन तक सरलकषत रखना एक बडा उपकार ह अतः मनषय और उसकी हालत तथा दख भाल पर लविार करो तो जञात होगा लक खदा तआला न लकतना बडा उपकार लकया ह लक इतन इसनकलाब और लववरता क समयो म कस-कस पररवतवनो म उस की सहायता की ह

दसरा पहल जो अभली मन वणवन लकया ह अससततव की पदायर स पवव ऐस सामान हो लक सामालजक जलीवन और रसकतयो क काम क ललए परा सामान मौजद हो दखो हम अभली पदा हली न हए थ लक सामान पहल हली कर लदया परकारमान सयव जो अब िढा हआ ह लजस क कारण सामानय रप स परकार परसाररत हो रहा ह और लदन िढा हआ ह यलद न होता तो कया हम दख सकत थ या परकार क माधयम स जो लाभ और फायद हम पहि ह हम लकस माधयम स परापत कर सकत यलद सयव और िनदमा या और लकसली परकार का परकार न होता तो आखो की जयोलत बकार होतली यदयलप आखो म दखन की एक रसकत ह परनत वह बाहय परकार क लबना वयथव ह

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रएदाद जला दआ

तो यह लकतना बडा उपकार ह लक रसकतयो स काम लन क ललए उसन उन आवशयक सामानो को पहल स उपलबि कर लदया और लफर यह उसकी लकतनली दया ह लक उसन ऐसली रसकतया दली ह और उन म ऐसली योगयताए रख दली ह जो मनषय की पणवता और गनतवय तक पहिन क ललए यथासभव आवशयक ह मससतषक म साययो म रगो म ऐसली लवरषताए रखली ह लक मनषय उन स काम लता ह और उनह पणव कर सकता ह इसललए लक रसकतयो को पणव करन का सामान साथ हली रख लदया ह यह तो आनतररक वयवसथा का हाल ह लक परतयक रसकत उस उदशय और लहत स पणव अनकलता रखतली ह लजसम मनषय का कलयाण ह और बाहय तौर पर भली ऐसली हली वयवसथा रखली ह लक हर वयसकत लजस परकार का परा रखता ह उसक यथायोगय सामान और औजार अससततव स पवव उपलबि कर रख ह उदाहरणतया यलद कोई जता बनान वाला ह तो उसको िमडा और िागा न लमल तो वह कहा स लाए और अपन पर को कस परा कर इसली परकार दजजी को यलद कपडा न लमल तो कयोकर लसए इसली परकार हर पराणली का हाल ह वदय कसा हली लनपण और लवदान हो परनत यलद दवाए न हो तो वह कया कर सकता ह बडा सोि-लविार करक एक नसखः ललखकर दगा परनत बाजार म वह दवा न लमल तो कया करगा खदा का लकतना फजल (कपा) ह लक एक ओर तो उसन जञान लदया ह और दसरली ओर वनसपलतया सथल पदाथव जलीविारली जो रोलगयो क यथायोगय थ पदा कर लदए ह और उनम लभनन-लभनन परकार क गण रख ह जो हर यग म अपरतयालरत आवशयकताओ क काम आ सकत ह तो खदा तआला न कोई वसत भली बफायदा पदा

रएदाद जला दआ

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नही की तिबब की पसिको म तिखा ह तक यति तकसी का पशाब बनि हो जाए िो कभी ज को इहिीि म िन स पशाब हो जािा ह मनषय इस वसिओ की सहायिा स कहा िक िाभ पापत करिा ह कोई अनमान िगा सकिा ह किातप नही अतपि तकसी की कलपना म नही आ सकिा

तिर चौथी बाि महनि का बििा ह इसक तिए भी खिा की कपा की आवशयकिा ह उिाहरणिया मनषय तकिनी महनि और पररशरम स खिी करिा ह यति खिा िआिा की सहायिा उसक साथ न हो िो अपन घर म अनाज कस िा सक उसी की कपा स अपन समय पर हर एक चीज़ होिी ह अिः अब करीब था तक इस सखा पडन म िोग मर जाि परनि खिा न अपनी कपा स वराषा कर िी और सषटि क बहि स भाग को सभाि तिया तनषकरषा यह तक सवषापथम वयषतिगि िौर पर सवाागपणषा खिा िआिा ही पशसा क योगय ह उसकी ििना म तकसी अनय का वयषतिगि िौर पर कोई भी अतिकार नही यति तकसी अनय को पशसा का अतिकार ह िो कवि तकसी क सहार स ह यह भी खिा िआिा की िया ह तक इसक बावजि तक वह भागीिार रतहि अकिा ह परनि उसन माधयम क िौर पर कछ को अपनी पशसाओ म सषमतिि कर तिया ह जस इस पतवतर सरह म वणषान फरमाया ह-

ــاس ــاس ال الن ــاس ملــک الن ب الن

اعــوذ بــرقــل

ــدور ــوس ف ص ی یوس ــاس ال ــواس الخن وســر ال ــن ش م

)अनास-2 स 3( ــاس ــۃ والن جنــن ال ــاس م الن

इसम अलाह िआिा न पशसा क वासितवक अतिकार रखन

10

रएदाद जला दआ

वाल क साथ पररसा क असथायली अलिकार रखन वाल का भली साकलतक तौर पर वणवन लकया ह और यह इसललए लकया ह लक उच कोलट क लरषटािार पणव हो अतः इस सरह म तलीन परकार क अलिकार वणवन लकए ह परथमि- फरमाया लक तम ररण मागो अलाह स जो सवाागपणव लवरषताओ का सगहलीता ह और जो परलतपालक ह लोगो का और माललक भली ह और माबद (उपासय) और वासतलवक उदशय भली ह यह सरह इस परकार की ह लक इसम असल तौहलीद (ऐकशवरवाद) को तो सथालपत रखा ह परनत साथ यह भली सकत लकया ह लक दसर लोगो क अलिकार भली नषट न कर जो इन नामो क परलतलबमब क तौर पर रोतक ह रबब क रबद म सकत ह लक यदयलप वासतलवक तौर पर खदा हली पोषण करन वाला और पणवता तक पहिान वाला ह परनत असथायली और परलतलबमब तौर पर दो और भली अससततव ह जो परलतपालन क दयोतक ह एक रारलीररक तौर पर दसरा रहानली (आधयासतमक) तौर पर रारलीररक तौर पर माता-लपता ह और रहानली तौर पर मलरवद और पथ-परदरवक ह अनय सथान पर लवसतारपववक वणवन लकया ह

والین احساناوا ال ایاہ وبال

وقضی ربک ال تعبد

(बनली इसाईल-24)अथावत खदा न यह िाहा ह लक लकसली दसर की उपासना न

करो और माता-लपता स उपकार करो वासतव म कसा परलतपालन ह लक इनसान बचा होता ह और लकसली परकार की रसकत नही रखता उस हालत म मा कया-कया सवाए करतली ह और लपता उस हालत म मा क कलठन काययो म कसा अलभभावक होता ह खदा तआला

रएदाद जला दआ

11

न कवल अपनली कपा स कमजोर ससषट की दखभाल क ललए दो महल पदा कर लदए ह और अपन परम क परकारो स उनम परम का एक परलतलबमब डाल लदया ह परनत समरण रखना िालहए लक मा-बाप का परम असथायली ह और खदा तआला का परम वासतलवक ह और जब तक हदयो म खदा तआला की ओर स उसका इलका1

न हो कोई मनषय िाह दोसत हो या कोई समान शणली का हो या कोई अलिकारली हो लकसली स परम नही कर सकता और यह खदा क पणव परलतपालन का राज ह लक माता-लपता बचो स ऐसा परम करत ह लक उनक पालन पोषण म हर परकार क दख बडली परसननता पववक सहन करत ह यहा तक लक उनक जलीवन क ललए मरन स भली सकोि नही करत तो खदा तआला न उच कोलट क लरषटािार पणव करन क ललए रसबबननास क रबद म माता-लपता और मलरवद (पथ-परदरवक) की ओर सकत लकया ह तालक इस मजाजली (अवासतलवक) और मौजद कतजञता क लसललसल स वासतलवक रबब और पथ-परदरवक की कतजञता म कदम उठाए इसली राज क हल की यह कजली ह लक इस पलवतर सरह को रसबबननास स परारभ लकया ह इलालहननास स परारभ नही लकया िलक रहानली मलरवद खदा तआला की इचछानसार उसकी सामथयव और लहदायत स परलरकषण करता ह इसललए वह भली इसम ससममललत ह लफर इसम दसरा टकडा मलललकननास ह अथावत तम ररण मागो खदा क पास जो तमहारा बादराह ह यह एक और सकत ह तालक लोगो को सामालजक ससार क लसदधानत

1इलकला - खदा तआला की ओर स हदय म अनायास लकसली लविार का आना (अनवादक)

12

रएदाद जला दआ

स पररलित लकया जाए और सभय बनाए जाए वासतलवक तौर पर तो अलाह तआला हली बादराह ह परनत इसम सकत ह लक लजलली (परलतलबमब) तौर पर बादराह होत ह और इसललए इसम साकलतक तौर पर माललक समय क अलिकारो की दखभाल की ओर सकत ह यहा कालफर और मलशक और एकशवरवाद बादराह अथावत लकसली परकार का बिन नही अलपत सामानय तौर पर ह िाह लकसली िमव का बादराह हो िमव और आसथा क भाग पथक ह कआवन म जहा-जहा खदा न उपकारली का वणवन लकया ह वहा कोई रतव नही लगाई लक वह मसलमान हो और एकशवरवादली हो और अमक लसललसल का हो अलपत सामानय तौर पर उपकारली क बार म ििाव ह िाह वह कोई िमव रखता हो और लफर खदा तआला अपन पलवतर कलाम म उपकारली क साथ उपकार करन पर बहत बल दता ह जसा लक लनमनलललखत आयत स परकट ह-(अररहमान-61) حسان

حسان ال ال

جزاء ال

ھل

कया उपकार का बदला उपकार क अलतररकत भली हो सकता हअब हम अपनली जमाअत को और समसत शोताओ को बडली

सफाई और सपषटता स सनात ह लक अगजली सरकार हमारली उपकारली ह उसन हम पर बड-बड उपकार लकए ह लजसकी आय साठ या सतर वषव की होगली वह खब जानता होगा लक हम पर लसकखो का एक यग गजरा ह उस समय मसलमानो पर लजतन सकट आए थ व छप नही ह उनक समरण स ररलीर कापन लगता ह और हदय लजव जाता ह उस समय मसलमानो की इबादतो और िालमवक कतववयो का पालन करना लजनका परा करना उनको पराण स अलिक लपरय ह

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रोका गया था नमाज की बाग जो नमाज की भलमका ह उसको ऊि सवर म पकारन स मना लकया गया था यलद कभली अजान दन वाल क मख स भल स अललाह अकिर ऊिली आवाज स लनकल जाता तो उस मार डाला जाता था इसली परकार स मसलमानो क वि-अवि क मामल म भली अनलित हसतकषप लकया गया था एक गाय क मकदमः म एक बार पाि हजार गरलीब मसलमान कतल लकए गए बटाला की रटना ह लक एक ससयद वही का रहन वाला बाहर स दरवाज पर आया वहा गायो की भलीड थली उसन तलवार की नोक स थोडा हटाया एक गाय क िमड को सयोग स हलकी सली खरार पहि गई उस बिार को पकड ललया गया और इस बात पर जोर लदया गया लक उस को कतल कर लदया जाए अनत म बडली लसफारररो क बाद जान स बि गया परनत उस का हाथ अवशय काटा गया परनत अब दखो लक हर कौम व िमव क लोगो को कसली आजादली ह हम कवल मसलमानो हली का वणवन करत ह िालमवक कतववयो और इबादतो को अदा करन म सरकार न पणव आजादली द रखली ह और लकसली क माल पराण और सममान स कोई अकारण की रोक नही उस उपदव पणव यग क लवपरलीत लक परतयक वयसकत उसका लहसाब कसा हली पलवतर हो अपन पराण और माल पर भयभलीत रहता था अब यलद कोई अपना आिरण सवय खराब कर ल और अपन दरािार तथा िषटता और अपरािो क करन स सवय दणडनलीय ठहर जाए तो और बात ह या सवय हली बरली आसथा और लापरवाहली क कारण इबादत म कोताहली कर तो अलग बात ह परनत सरकार की ओर स हर परकार की पणव सवततरता ह इस

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समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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रएदाद जला दआ

हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

नाम पसतक रएिाि जलसा िआName of book Ru-e-daad Jalsa Duaलखक हजरत दमजाा गलाम अहमि कादियिानी मसीह मौऊि अलदहससलामWriter Hazrat Mirza Ghulam Ahmad Qadiani Masih Mauud Alaihissalam

अनवािक डा अनसार अहमि पीएचडी आनसा इन अरदबकTranslator Dr Ansar Ahmad PhD Hons in Arabic टाइदपग सदटग मदलहा सबा गौरीTyping Setting Maliha Saba Gouriससकरण तथा वरा परथम ससकरण (दहनिी) 2018 ई०Edition Year 1st Edition (Hindi) 2018सखयिा Quantity 1000परकाशक नजारत नशर-व-इशाअत कादियिान 143516 दजला-गरिासपर (पजाब)Publisher Nazarat Nashr-o-Ishaat Qadian 143516 Distt Gurdaspur (Punjab)मदरक फ़ज़ल उमर दपरदटग परस कादियिान 143516 दजला-गरिासपर (पजाब)Printed at Fazl-e-Umar Printing Press Qadian 143516 Distt Gurdaspur (Punjab)

II

रएदाद जलसा दआजो 2 फ़रवरी 1900 ई को ईिल दफ़तर क दिन हजरत मसीह

मौऊि अलदहससलाम की तहरीक पर बताानवी सरकार की सफ़लता की िआ क दलए एक सावाजदनक जलसा आयिोदजत हआ दजसम कादियिान और दनकट िहात क अदतररकत अफ़ग़ादनसतान इराक मदरास कशमीर और दहनिसतान क दवदिनन दजलो क लोग एक हजार की सखयिा म उपयसथत हए कादियिान क पयचिम म परानी ईिगाह म ईि की नमाज अिा की गई हजरत मौलवी नरदीन रजी अलाह तआला अनह न ईि ईिल दफ़तर की नमाज पढाई और नमाज क बाि हजरत मसीह मौऊि अलदहससलाम न अतयिततम एव परिावी ख़तबा पढा दजसम सरह अननास की बारीक और रहसयिो और अधयिातम जानो स िरपर तफसीर वणान करत हए मजाजी शासको क अदिकारो का वणान दकयिा तथा बताानवी सरकार क उपकारो क कारण उन की वफ़ािारी क दलए नसीहत की और ईि क खतब क बाि टानसवाल क यिदध म अगजो की दवजयि क दलए िआ की तहरी करक सब न जोश और दनषकपटता पवाक िआ की और इसी क अनसार इस आयिोजन को जलसा दआ का नाम दियिा गयिा और बताानवी सना क घायिलो क दलए चिा िजन की िी जोरिार तहरी की और जब पाच सौ रपयिा चिा एकतर हो गयिा तो वह सरकार क सबदित दविाग को िज दियिा गयिा अनत म हम अलाह तआला स दजस न इस यिग की दहिायित क दलए कपा और ियिा की दयटि करत हए हजरत मसीह

III

मौऊि अलदहससलाम को अवतररत दकयिा अतयित दवनयि एव दवनमरता और दगडदगडात हए िआ करत ह दक वह उन रहानी ख़जानो क पाठको को परतयिक परकार क आधयिायतमक और िौदतक इनाम परिान कर और अपनी दवशर कपा एव ियिा का वाररस बनाए तथा यि रहानी ख़जायिन उनक दलए और उनकी िावी नसलो क दलए अनशवर खर और बरकत का कारण हो आमीन

खाकसार

जलालदीन शमस 2 नवमबर 1964 ई

IV

रएदाद जला दआ

1

बिसमिललाबिररिमिलाबिररिीमिनहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

जलसला-ए-दआ कला वतलानत

जो िजरत बमिजलाा गललामि अिमिद सलाबिि की तिरीक पर दलारल अमिलाि कलाबदयलाि मि बदिलाक

2 फरवरी 1900ई को आयोबजत हआइसस पवव लक हम रएदाद (वतानत) को दरवको क सामन

परसतत कर परथम इस बात का जतला दना आवशयक समझत ह लक जनाब इमामल मतकीन (सयलमयो क परवा) पथवली पर खदा की हसतली का परमाण हजरत लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान यग क इमाम अललहससलात वससलाम लजस परकार सामानय लोगो क रभ लिनतक ह उसली परकार वह समय की सरकार क सच हदय स वफादार और रभ लिनतक ह यह उनही का मबारक अससततव ह लजसन परजा क अलिकारो तथा सरकार क अलिकारो को परकारमान लदन क समान खोल कर लदखा लदया और अपनली जमाअत क लदलो म इस उपकारली सरकार क उपकारो को ऐस परभावली एव हर परकार की म कट-कट कर भर लदया लजस स इस सरकार क साथ कपटपणव रग का िबबा इस पलवतर जमाअत क हदयो स एक दम ऐसा उड गया लक उसका नामो लनरान तक न रहा यह वहली रग था जो पकषपातली और मखव मलाओ की सगत स बिार सादा लदल और अनलभजञ

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रएदाद जला दआ

मसलमानो की परकलत म िढता जाता हऔर वह इसली परकार सच हदय स अगजली सरकार क वफादार

और कतजञ हो गए ह लजस परकार लकसली इसलामली सरकार क होन िालहए थ

यह बात सवय सरकार पर भली गपत नही लक आप का खानदान हमरा स इस सरकार का वफादार और पराण नयोछावर करन वाला रहा ह और हर आड समय पर अपनली हलसयत स बढकर सवाए करता रहा ह लजसस सरकार क अलिकारली सवय पररणाम लनकाल सकत ह लक जनाब लमजाव सालहब क खानदान को पहल हली स इस सरकार स सवजनता क सबि परापत ह यदयलप हजरत सालहब क बजगव लसपालहयो और सवारो स सहायता करत थ तथालप य अपन रग म ददव भरली दआओ क साथ सना स सहायता दन म कोताहली नही करत अतः जब कभली अफगालनसतान की सलीमा या लबलोलिसतान या बमाव म यदध और लडाई हई तो यह दआ करत रह हजरत माननलीय महारानली कसरा की जबलली पर बडली खरली मनाई और जलसा आयोलजत करक उनकी दलीरव आय और परलतषा क ललए खदा स दआ की और वह अपनली उस जलीवन-पदधलत म जो मातर फकीरो वाला जलीवन ह और हमरा स एकानतवास उनकी आदत हो रहली ह दआ क अलतररकत और लकस परकार अपनली उपकारली और महरबान सरकार की सहायता कर सकत ह इसललए इस अवसर पर भली जब लक सरकार को एक ऐसली कौम स लजस गपत तौर पर अनय कौम सहायता द रहली ह लजस स हमारली सरकार को अकारण कषट पहि रहा ह इस परजा क हमददव न उलित समझा लक लवजय क ललए दआ की जाए अतः 1 फरवरली को हजरत

रएदाद जला दआ

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अकदस न अपनली जमाअत क लोगो को जो अफगालनसतान इराक तथा लहनदसतान क लवलभनन नगरो जस मदास कशमलीर राहजहापर जमम मथरा झग मलतान पलटयाला कपरथला मालर-कोटला ललियाना राहपर लसयालकोट गजरात लाहौर अमतसर गरदासपर इतयालद लजलो स आए हए थ आदर हआ लक हम िाहत ह लक ईद क लदन अगजली सरकार की सफलता क ललए दआ की जाए लजस को सब न सन कर परसननता पववक पसनद लकया

इसली आिार पर ईद क लदन लगभग 8 बज हजरत मसलीह मौऊद अललहससलाम अपनली जमाअत क उस लवराल मदान म जो कसबा कालदयान क पसचिम म ह और जो परानली ईदगाह ह गए और 9 बज तक दर और करलीब क दहात क लोग भली वहा एकतर होत रह लफर यग क लवदान समय क एकमातर हजरत मौलाना मौलवली नरदलीन सालहब न ईदललफतर की नमाज पढाई और नमाज स लनवत होन क पचिात आललीजनाब हजरत इमामजजमान न खड होकर अतयनत सरसता एव सवोितापववक खतबा पढा और भाषण इतना परभावली था लक सब लोग जो सखया म हजार स कम न थ पणव धयान स सन रह थ इतना सपषट और समझन म सरल था लक दहातली आदमली भली जो िौपायो क समान जलीवन वयतलीत करत ह परभालवत होकर बोल उठ हजरत अकदस सब सि कह रह ह इस भाषण म जस लक असल भाषण स सपषट होगा अलाह तआला क साथ-साथ सासाररक अलिकाररयो क अलिकार का कसा लितरण लकया गया ह और लकस परकार परजा को बताया गया ह लक इस अगजली सरकार क हम मसलमानो पर लकतन उपकार ह और हम मसलमान अपन कआवन की

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रएदाद जला दआ

दसषट स लकस सलीमा तक सरकार की वफादारली और पराण नयोछावर करन क ललए पाबनद लकए गए ह कया कोई ससार म ह जो इस परकार स िमव क अनसार बतावनवली सरकार क अलिकार सच हदय और नक नलीयत क साथ लसदध कर सक यह उसली जवामदव का काम ह लजसन अपनली जमाअत क हदयो म सरकार क सबि म सचा परम बठा लदया ह और परायः अपनली जमाअत को लललखत तथा मौलखक तौर पर बल दकर फरमाया लक यलद तम म स कोई एक राई क दान क बराबर भली अपनली सरकार स छल पववक आिरण अपनाएगा वह हमारली जमाअत म नही लगना जाएगा और वह खदा तथा रसल का अवजञाकारली होगा कयोलक हम लोग बतावनवली सरकार की लकसली वयसकतगत लाभ अथवा सवाथव परायणता क आिार पर पररसा और यरोगान नही करत अलपत इसलाम िमव की दसषट स हम मामर ह लक हम अतयनत आनतररक सफाई और सच हदय स कमव और कथन स वफादारली का सबत द हम लकसली उपालि जमलीन या जागलीर को परापत करन क ललए छलपणव िाल या िापललसया करना अवि समझत ह िलक भाषण अपन मल रप म नलीि ललखा जाता ह इसललए हम अलिक ललखन की आवशयकता नही

रएदाद जला दआ

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खतिलाजिलाि मिसीि मिौऊद अलबिसललात वसललामि

जो ईदल बितर की िमिलाज क िलाद पढला गयला

मसलमानो को अलाह तआला का बहत िनयवाद करना िालहए लजसन उनको एक ऐसा िमव परदान लकया ह जो जञान और वयावहाररक तौर पर हर परकार की खराबली और रलणत बातो स पलवतर ह यलद मनषय धयान पववक दख तो उस जञात होगा लक वासतव म समसत पररसाओ एव लवरषताओ का अलिकारली अलाह तआला हली ह तथा कोई इनसान या ससषट लनसचित और वासतलवक तौर पर पररसा और सतलत की हकदार नही ह यलद मनषय लकसली परकार क सवाथव की लमलावट क लबना दख तो उस पर अतयनत सपषट तौर पर खल जाएगा लक कोई वयसकत जो पररसा क योगय ठहराया जाता ह वह या तो इसललए योगय हो सकता ह लक लकसली ऐस यग म जबलक कोई अससततव न था और न लकसली अससततव की खबर थली वह उसका पदा करन वाला हो या इस कारण स लक ऐस यग म लक कोई अससततव न था और न मालम था लक अससततव और अससततव की अनशवरता तथा सवासथय-सरकषा और जलीवन की सथापना क ललए कया-कया सामान आवशयक ह उसन व सब सामान उपलबि लकए हो या ऐस यग म लक उस पर बहत स सकट आ सकत थ उसन दया की हो और उस सरलकषत रखा हो और या इस कारण स पररसा क योगय हो सकता ह

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रएदाद जला दआ

लक महनत करन वाल की महनत को नषट न कर और महनत करन वालो क अलिकारो को पणव रप स अदा कर यदयलप बाहय तौर पर मजदरली करन वाल क अलिकारो का दना बदला ह परनत ऐसा वयसकत भली उपकारली हो सकता ह जो पणव रप स अलिकारो को अदा कर य लवरषताए उच शणली की ह जो लकसली को पररसा एव सतलत क योगय बना सकतली ह अब लविार करक दख लो लक वासतलवक तौर पर इन सब पररसाओ क योगय कवल अलाह तआला हली ह जो पणव रप स इन लवरषताओ स पररलसत ह अनय लकसली म य लवरषताए नही ह

परथमि - दखो उतपलत और परलतपालन की लवरषता यह लवरषता यदयलप मनषय गमान कर सकता ह लक माता-लपता तथा अनय उपकाररयो की इचछाए और उदशय होत ह लजन क आिार पर व उपकार करत ह इस पर तकक यह ह लक उदाहरणतया बचा सवसथ सनदर रसकतरालली पदा हो तो माता-लपता को परसननता होतली ह और यलद लडका हो तो लफर यह परसननता और भली बडली होतली ह ढोल बजाए जात ह परनत यलद लडकी हो तो जस वह रर मातम रर और रोक का लदन हो जाता ह और सवय को मह लदखान क योगय नही समझत कभली-कभली कछ मखव लवलभनन उपायो स लडलकयो को मार दत या उनक पालन-पोषण म कम धयान दत ह और यलद बचा लजा अिा अपालहज पदा हो तो िाहत ह लक वह मर जाए और परायः आचियव नही सवय भली जान की लवपदा समझ कर मार दत हो मन पढा ह लक यनानली लोग ऐस बचो को जान-बझ कर मार दत थ बसलक उनक यहा राहली कानन था लक यलद कोई बचा लनकममा अपालहज अिा इतयालद पदा हो तो उस तरनत मार लदया जाए इस स

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साफ पाया जाता ह लक मानवलीय लविारो म पोषण और दखभाल क साथ वयसकतगत और सवाथव सबिली उदशय लमल हए होत ह परनत अलाह तआला की इतनली ससषट का (लजसकी कलपना और वणवन स कलपना और जलीभ असमथव ह और जो पथवली और आकार म भरली पडली ह) खलक और परलतपालन स कोई मतलब नही ह वह माता-लपता की तरह सवा और जलीलवका नही िाहता अलपत उसन ससषट को कवल परलतपालन की माग स पदा लकया ह परतयक वयसकत मान लगा लक पौिा लगाना लफर लसिाई करना और उसकी दख भाल करना और फलदार वकष होन तक सरलकषत रखना एक बडा उपकार ह अतः मनषय और उसकी हालत तथा दख भाल पर लविार करो तो जञात होगा लक खदा तआला न लकतना बडा उपकार लकया ह लक इतन इसनकलाब और लववरता क समयो म कस-कस पररवतवनो म उस की सहायता की ह

दसरा पहल जो अभली मन वणवन लकया ह अससततव की पदायर स पवव ऐस सामान हो लक सामालजक जलीवन और रसकतयो क काम क ललए परा सामान मौजद हो दखो हम अभली पदा हली न हए थ लक सामान पहल हली कर लदया परकारमान सयव जो अब िढा हआ ह लजस क कारण सामानय रप स परकार परसाररत हो रहा ह और लदन िढा हआ ह यलद न होता तो कया हम दख सकत थ या परकार क माधयम स जो लाभ और फायद हम पहि ह हम लकस माधयम स परापत कर सकत यलद सयव और िनदमा या और लकसली परकार का परकार न होता तो आखो की जयोलत बकार होतली यदयलप आखो म दखन की एक रसकत ह परनत वह बाहय परकार क लबना वयथव ह

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तो यह लकतना बडा उपकार ह लक रसकतयो स काम लन क ललए उसन उन आवशयक सामानो को पहल स उपलबि कर लदया और लफर यह उसकी लकतनली दया ह लक उसन ऐसली रसकतया दली ह और उन म ऐसली योगयताए रख दली ह जो मनषय की पणवता और गनतवय तक पहिन क ललए यथासभव आवशयक ह मससतषक म साययो म रगो म ऐसली लवरषताए रखली ह लक मनषय उन स काम लता ह और उनह पणव कर सकता ह इसललए लक रसकतयो को पणव करन का सामान साथ हली रख लदया ह यह तो आनतररक वयवसथा का हाल ह लक परतयक रसकत उस उदशय और लहत स पणव अनकलता रखतली ह लजसम मनषय का कलयाण ह और बाहय तौर पर भली ऐसली हली वयवसथा रखली ह लक हर वयसकत लजस परकार का परा रखता ह उसक यथायोगय सामान और औजार अससततव स पवव उपलबि कर रख ह उदाहरणतया यलद कोई जता बनान वाला ह तो उसको िमडा और िागा न लमल तो वह कहा स लाए और अपन पर को कस परा कर इसली परकार दजजी को यलद कपडा न लमल तो कयोकर लसए इसली परकार हर पराणली का हाल ह वदय कसा हली लनपण और लवदान हो परनत यलद दवाए न हो तो वह कया कर सकता ह बडा सोि-लविार करक एक नसखः ललखकर दगा परनत बाजार म वह दवा न लमल तो कया करगा खदा का लकतना फजल (कपा) ह लक एक ओर तो उसन जञान लदया ह और दसरली ओर वनसपलतया सथल पदाथव जलीविारली जो रोलगयो क यथायोगय थ पदा कर लदए ह और उनम लभनन-लभनन परकार क गण रख ह जो हर यग म अपरतयालरत आवशयकताओ क काम आ सकत ह तो खदा तआला न कोई वसत भली बफायदा पदा

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नही की तिबब की पसिको म तिखा ह तक यति तकसी का पशाब बनि हो जाए िो कभी ज को इहिीि म िन स पशाब हो जािा ह मनषय इस वसिओ की सहायिा स कहा िक िाभ पापत करिा ह कोई अनमान िगा सकिा ह किातप नही अतपि तकसी की कलपना म नही आ सकिा

तिर चौथी बाि महनि का बििा ह इसक तिए भी खिा की कपा की आवशयकिा ह उिाहरणिया मनषय तकिनी महनि और पररशरम स खिी करिा ह यति खिा िआिा की सहायिा उसक साथ न हो िो अपन घर म अनाज कस िा सक उसी की कपा स अपन समय पर हर एक चीज़ होिी ह अिः अब करीब था तक इस सखा पडन म िोग मर जाि परनि खिा न अपनी कपा स वराषा कर िी और सषटि क बहि स भाग को सभाि तिया तनषकरषा यह तक सवषापथम वयषतिगि िौर पर सवाागपणषा खिा िआिा ही पशसा क योगय ह उसकी ििना म तकसी अनय का वयषतिगि िौर पर कोई भी अतिकार नही यति तकसी अनय को पशसा का अतिकार ह िो कवि तकसी क सहार स ह यह भी खिा िआिा की िया ह तक इसक बावजि तक वह भागीिार रतहि अकिा ह परनि उसन माधयम क िौर पर कछ को अपनी पशसाओ म सषमतिि कर तिया ह जस इस पतवतर सरह म वणषान फरमाया ह-

ــاس ــاس ال الن ــاس ملــک الن ب الن

اعــوذ بــرقــل

ــدور ــوس ف ص ی یوس ــاس ال ــواس الخن وســر ال ــن ش م

)अनास-2 स 3( ــاس ــۃ والن جنــن ال ــاس م الن

इसम अलाह िआिा न पशसा क वासितवक अतिकार रखन

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रएदाद जला दआ

वाल क साथ पररसा क असथायली अलिकार रखन वाल का भली साकलतक तौर पर वणवन लकया ह और यह इसललए लकया ह लक उच कोलट क लरषटािार पणव हो अतः इस सरह म तलीन परकार क अलिकार वणवन लकए ह परथमि- फरमाया लक तम ररण मागो अलाह स जो सवाागपणव लवरषताओ का सगहलीता ह और जो परलतपालक ह लोगो का और माललक भली ह और माबद (उपासय) और वासतलवक उदशय भली ह यह सरह इस परकार की ह लक इसम असल तौहलीद (ऐकशवरवाद) को तो सथालपत रखा ह परनत साथ यह भली सकत लकया ह लक दसर लोगो क अलिकार भली नषट न कर जो इन नामो क परलतलबमब क तौर पर रोतक ह रबब क रबद म सकत ह लक यदयलप वासतलवक तौर पर खदा हली पोषण करन वाला और पणवता तक पहिान वाला ह परनत असथायली और परलतलबमब तौर पर दो और भली अससततव ह जो परलतपालन क दयोतक ह एक रारलीररक तौर पर दसरा रहानली (आधयासतमक) तौर पर रारलीररक तौर पर माता-लपता ह और रहानली तौर पर मलरवद और पथ-परदरवक ह अनय सथान पर लवसतारपववक वणवन लकया ह

والین احساناوا ال ایاہ وبال

وقضی ربک ال تعبد

(बनली इसाईल-24)अथावत खदा न यह िाहा ह लक लकसली दसर की उपासना न

करो और माता-लपता स उपकार करो वासतव म कसा परलतपालन ह लक इनसान बचा होता ह और लकसली परकार की रसकत नही रखता उस हालत म मा कया-कया सवाए करतली ह और लपता उस हालत म मा क कलठन काययो म कसा अलभभावक होता ह खदा तआला

रएदाद जला दआ

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न कवल अपनली कपा स कमजोर ससषट की दखभाल क ललए दो महल पदा कर लदए ह और अपन परम क परकारो स उनम परम का एक परलतलबमब डाल लदया ह परनत समरण रखना िालहए लक मा-बाप का परम असथायली ह और खदा तआला का परम वासतलवक ह और जब तक हदयो म खदा तआला की ओर स उसका इलका1

न हो कोई मनषय िाह दोसत हो या कोई समान शणली का हो या कोई अलिकारली हो लकसली स परम नही कर सकता और यह खदा क पणव परलतपालन का राज ह लक माता-लपता बचो स ऐसा परम करत ह लक उनक पालन पोषण म हर परकार क दख बडली परसननता पववक सहन करत ह यहा तक लक उनक जलीवन क ललए मरन स भली सकोि नही करत तो खदा तआला न उच कोलट क लरषटािार पणव करन क ललए रसबबननास क रबद म माता-लपता और मलरवद (पथ-परदरवक) की ओर सकत लकया ह तालक इस मजाजली (अवासतलवक) और मौजद कतजञता क लसललसल स वासतलवक रबब और पथ-परदरवक की कतजञता म कदम उठाए इसली राज क हल की यह कजली ह लक इस पलवतर सरह को रसबबननास स परारभ लकया ह इलालहननास स परारभ नही लकया िलक रहानली मलरवद खदा तआला की इचछानसार उसकी सामथयव और लहदायत स परलरकषण करता ह इसललए वह भली इसम ससममललत ह लफर इसम दसरा टकडा मलललकननास ह अथावत तम ररण मागो खदा क पास जो तमहारा बादराह ह यह एक और सकत ह तालक लोगो को सामालजक ससार क लसदधानत

1इलकला - खदा तआला की ओर स हदय म अनायास लकसली लविार का आना (अनवादक)

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स पररलित लकया जाए और सभय बनाए जाए वासतलवक तौर पर तो अलाह तआला हली बादराह ह परनत इसम सकत ह लक लजलली (परलतलबमब) तौर पर बादराह होत ह और इसललए इसम साकलतक तौर पर माललक समय क अलिकारो की दखभाल की ओर सकत ह यहा कालफर और मलशक और एकशवरवाद बादराह अथावत लकसली परकार का बिन नही अलपत सामानय तौर पर ह िाह लकसली िमव का बादराह हो िमव और आसथा क भाग पथक ह कआवन म जहा-जहा खदा न उपकारली का वणवन लकया ह वहा कोई रतव नही लगाई लक वह मसलमान हो और एकशवरवादली हो और अमक लसललसल का हो अलपत सामानय तौर पर उपकारली क बार म ििाव ह िाह वह कोई िमव रखता हो और लफर खदा तआला अपन पलवतर कलाम म उपकारली क साथ उपकार करन पर बहत बल दता ह जसा लक लनमनलललखत आयत स परकट ह-(अररहमान-61) حسان

حسان ال ال

جزاء ال

ھل

कया उपकार का बदला उपकार क अलतररकत भली हो सकता हअब हम अपनली जमाअत को और समसत शोताओ को बडली

सफाई और सपषटता स सनात ह लक अगजली सरकार हमारली उपकारली ह उसन हम पर बड-बड उपकार लकए ह लजसकी आय साठ या सतर वषव की होगली वह खब जानता होगा लक हम पर लसकखो का एक यग गजरा ह उस समय मसलमानो पर लजतन सकट आए थ व छप नही ह उनक समरण स ररलीर कापन लगता ह और हदय लजव जाता ह उस समय मसलमानो की इबादतो और िालमवक कतववयो का पालन करना लजनका परा करना उनको पराण स अलिक लपरय ह

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रोका गया था नमाज की बाग जो नमाज की भलमका ह उसको ऊि सवर म पकारन स मना लकया गया था यलद कभली अजान दन वाल क मख स भल स अललाह अकिर ऊिली आवाज स लनकल जाता तो उस मार डाला जाता था इसली परकार स मसलमानो क वि-अवि क मामल म भली अनलित हसतकषप लकया गया था एक गाय क मकदमः म एक बार पाि हजार गरलीब मसलमान कतल लकए गए बटाला की रटना ह लक एक ससयद वही का रहन वाला बाहर स दरवाज पर आया वहा गायो की भलीड थली उसन तलवार की नोक स थोडा हटाया एक गाय क िमड को सयोग स हलकी सली खरार पहि गई उस बिार को पकड ललया गया और इस बात पर जोर लदया गया लक उस को कतल कर लदया जाए अनत म बडली लसफारररो क बाद जान स बि गया परनत उस का हाथ अवशय काटा गया परनत अब दखो लक हर कौम व िमव क लोगो को कसली आजादली ह हम कवल मसलमानो हली का वणवन करत ह िालमवक कतववयो और इबादतो को अदा करन म सरकार न पणव आजादली द रखली ह और लकसली क माल पराण और सममान स कोई अकारण की रोक नही उस उपदव पणव यग क लवपरलीत लक परतयक वयसकत उसका लहसाब कसा हली पलवतर हो अपन पराण और माल पर भयभलीत रहता था अब यलद कोई अपना आिरण सवय खराब कर ल और अपन दरािार तथा िषटता और अपरािो क करन स सवय दणडनलीय ठहर जाए तो और बात ह या सवय हली बरली आसथा और लापरवाहली क कारण इबादत म कोताहली कर तो अलग बात ह परनत सरकार की ओर स हर परकार की पणव सवततरता ह इस

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समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

रएदाद जला दआ

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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रएदाद जला दआ

हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

रएदाद जलसा दआजो 2 फ़रवरी 1900 ई को ईिल दफ़तर क दिन हजरत मसीह

मौऊि अलदहससलाम की तहरीक पर बताानवी सरकार की सफ़लता की िआ क दलए एक सावाजदनक जलसा आयिोदजत हआ दजसम कादियिान और दनकट िहात क अदतररकत अफ़ग़ादनसतान इराक मदरास कशमीर और दहनिसतान क दवदिनन दजलो क लोग एक हजार की सखयिा म उपयसथत हए कादियिान क पयचिम म परानी ईिगाह म ईि की नमाज अिा की गई हजरत मौलवी नरदीन रजी अलाह तआला अनह न ईि ईिल दफ़तर की नमाज पढाई और नमाज क बाि हजरत मसीह मौऊि अलदहससलाम न अतयिततम एव परिावी ख़तबा पढा दजसम सरह अननास की बारीक और रहसयिो और अधयिातम जानो स िरपर तफसीर वणान करत हए मजाजी शासको क अदिकारो का वणान दकयिा तथा बताानवी सरकार क उपकारो क कारण उन की वफ़ािारी क दलए नसीहत की और ईि क खतब क बाि टानसवाल क यिदध म अगजो की दवजयि क दलए िआ की तहरी करक सब न जोश और दनषकपटता पवाक िआ की और इसी क अनसार इस आयिोजन को जलसा दआ का नाम दियिा गयिा और बताानवी सना क घायिलो क दलए चिा िजन की िी जोरिार तहरी की और जब पाच सौ रपयिा चिा एकतर हो गयिा तो वह सरकार क सबदित दविाग को िज दियिा गयिा अनत म हम अलाह तआला स दजस न इस यिग की दहिायित क दलए कपा और ियिा की दयटि करत हए हजरत मसीह

III

मौऊि अलदहससलाम को अवतररत दकयिा अतयित दवनयि एव दवनमरता और दगडदगडात हए िआ करत ह दक वह उन रहानी ख़जानो क पाठको को परतयिक परकार क आधयिायतमक और िौदतक इनाम परिान कर और अपनी दवशर कपा एव ियिा का वाररस बनाए तथा यि रहानी ख़जायिन उनक दलए और उनकी िावी नसलो क दलए अनशवर खर और बरकत का कारण हो आमीन

खाकसार

जलालदीन शमस 2 नवमबर 1964 ई

IV

रएदाद जला दआ

1

बिसमिललाबिररिमिलाबिररिीमिनहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

जलसला-ए-दआ कला वतलानत

जो िजरत बमिजलाा गललामि अिमिद सलाबिि की तिरीक पर दलारल अमिलाि कलाबदयलाि मि बदिलाक

2 फरवरी 1900ई को आयोबजत हआइसस पवव लक हम रएदाद (वतानत) को दरवको क सामन

परसतत कर परथम इस बात का जतला दना आवशयक समझत ह लक जनाब इमामल मतकीन (सयलमयो क परवा) पथवली पर खदा की हसतली का परमाण हजरत लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान यग क इमाम अललहससलात वससलाम लजस परकार सामानय लोगो क रभ लिनतक ह उसली परकार वह समय की सरकार क सच हदय स वफादार और रभ लिनतक ह यह उनही का मबारक अससततव ह लजसन परजा क अलिकारो तथा सरकार क अलिकारो को परकारमान लदन क समान खोल कर लदखा लदया और अपनली जमाअत क लदलो म इस उपकारली सरकार क उपकारो को ऐस परभावली एव हर परकार की म कट-कट कर भर लदया लजस स इस सरकार क साथ कपटपणव रग का िबबा इस पलवतर जमाअत क हदयो स एक दम ऐसा उड गया लक उसका नामो लनरान तक न रहा यह वहली रग था जो पकषपातली और मखव मलाओ की सगत स बिार सादा लदल और अनलभजञ

2

रएदाद जला दआ

मसलमानो की परकलत म िढता जाता हऔर वह इसली परकार सच हदय स अगजली सरकार क वफादार

और कतजञ हो गए ह लजस परकार लकसली इसलामली सरकार क होन िालहए थ

यह बात सवय सरकार पर भली गपत नही लक आप का खानदान हमरा स इस सरकार का वफादार और पराण नयोछावर करन वाला रहा ह और हर आड समय पर अपनली हलसयत स बढकर सवाए करता रहा ह लजसस सरकार क अलिकारली सवय पररणाम लनकाल सकत ह लक जनाब लमजाव सालहब क खानदान को पहल हली स इस सरकार स सवजनता क सबि परापत ह यदयलप हजरत सालहब क बजगव लसपालहयो और सवारो स सहायता करत थ तथालप य अपन रग म ददव भरली दआओ क साथ सना स सहायता दन म कोताहली नही करत अतः जब कभली अफगालनसतान की सलीमा या लबलोलिसतान या बमाव म यदध और लडाई हई तो यह दआ करत रह हजरत माननलीय महारानली कसरा की जबलली पर बडली खरली मनाई और जलसा आयोलजत करक उनकी दलीरव आय और परलतषा क ललए खदा स दआ की और वह अपनली उस जलीवन-पदधलत म जो मातर फकीरो वाला जलीवन ह और हमरा स एकानतवास उनकी आदत हो रहली ह दआ क अलतररकत और लकस परकार अपनली उपकारली और महरबान सरकार की सहायता कर सकत ह इसललए इस अवसर पर भली जब लक सरकार को एक ऐसली कौम स लजस गपत तौर पर अनय कौम सहायता द रहली ह लजस स हमारली सरकार को अकारण कषट पहि रहा ह इस परजा क हमददव न उलित समझा लक लवजय क ललए दआ की जाए अतः 1 फरवरली को हजरत

रएदाद जला दआ

3

अकदस न अपनली जमाअत क लोगो को जो अफगालनसतान इराक तथा लहनदसतान क लवलभनन नगरो जस मदास कशमलीर राहजहापर जमम मथरा झग मलतान पलटयाला कपरथला मालर-कोटला ललियाना राहपर लसयालकोट गजरात लाहौर अमतसर गरदासपर इतयालद लजलो स आए हए थ आदर हआ लक हम िाहत ह लक ईद क लदन अगजली सरकार की सफलता क ललए दआ की जाए लजस को सब न सन कर परसननता पववक पसनद लकया

इसली आिार पर ईद क लदन लगभग 8 बज हजरत मसलीह मौऊद अललहससलाम अपनली जमाअत क उस लवराल मदान म जो कसबा कालदयान क पसचिम म ह और जो परानली ईदगाह ह गए और 9 बज तक दर और करलीब क दहात क लोग भली वहा एकतर होत रह लफर यग क लवदान समय क एकमातर हजरत मौलाना मौलवली नरदलीन सालहब न ईदललफतर की नमाज पढाई और नमाज स लनवत होन क पचिात आललीजनाब हजरत इमामजजमान न खड होकर अतयनत सरसता एव सवोितापववक खतबा पढा और भाषण इतना परभावली था लक सब लोग जो सखया म हजार स कम न थ पणव धयान स सन रह थ इतना सपषट और समझन म सरल था लक दहातली आदमली भली जो िौपायो क समान जलीवन वयतलीत करत ह परभालवत होकर बोल उठ हजरत अकदस सब सि कह रह ह इस भाषण म जस लक असल भाषण स सपषट होगा अलाह तआला क साथ-साथ सासाररक अलिकाररयो क अलिकार का कसा लितरण लकया गया ह और लकस परकार परजा को बताया गया ह लक इस अगजली सरकार क हम मसलमानो पर लकतन उपकार ह और हम मसलमान अपन कआवन की

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रएदाद जला दआ

दसषट स लकस सलीमा तक सरकार की वफादारली और पराण नयोछावर करन क ललए पाबनद लकए गए ह कया कोई ससार म ह जो इस परकार स िमव क अनसार बतावनवली सरकार क अलिकार सच हदय और नक नलीयत क साथ लसदध कर सक यह उसली जवामदव का काम ह लजसन अपनली जमाअत क हदयो म सरकार क सबि म सचा परम बठा लदया ह और परायः अपनली जमाअत को लललखत तथा मौलखक तौर पर बल दकर फरमाया लक यलद तम म स कोई एक राई क दान क बराबर भली अपनली सरकार स छल पववक आिरण अपनाएगा वह हमारली जमाअत म नही लगना जाएगा और वह खदा तथा रसल का अवजञाकारली होगा कयोलक हम लोग बतावनवली सरकार की लकसली वयसकतगत लाभ अथवा सवाथव परायणता क आिार पर पररसा और यरोगान नही करत अलपत इसलाम िमव की दसषट स हम मामर ह लक हम अतयनत आनतररक सफाई और सच हदय स कमव और कथन स वफादारली का सबत द हम लकसली उपालि जमलीन या जागलीर को परापत करन क ललए छलपणव िाल या िापललसया करना अवि समझत ह िलक भाषण अपन मल रप म नलीि ललखा जाता ह इसललए हम अलिक ललखन की आवशयकता नही

रएदाद जला दआ

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खतिलाजिलाि मिसीि मिौऊद अलबिसललात वसललामि

जो ईदल बितर की िमिलाज क िलाद पढला गयला

मसलमानो को अलाह तआला का बहत िनयवाद करना िालहए लजसन उनको एक ऐसा िमव परदान लकया ह जो जञान और वयावहाररक तौर पर हर परकार की खराबली और रलणत बातो स पलवतर ह यलद मनषय धयान पववक दख तो उस जञात होगा लक वासतव म समसत पररसाओ एव लवरषताओ का अलिकारली अलाह तआला हली ह तथा कोई इनसान या ससषट लनसचित और वासतलवक तौर पर पररसा और सतलत की हकदार नही ह यलद मनषय लकसली परकार क सवाथव की लमलावट क लबना दख तो उस पर अतयनत सपषट तौर पर खल जाएगा लक कोई वयसकत जो पररसा क योगय ठहराया जाता ह वह या तो इसललए योगय हो सकता ह लक लकसली ऐस यग म जबलक कोई अससततव न था और न लकसली अससततव की खबर थली वह उसका पदा करन वाला हो या इस कारण स लक ऐस यग म लक कोई अससततव न था और न मालम था लक अससततव और अससततव की अनशवरता तथा सवासथय-सरकषा और जलीवन की सथापना क ललए कया-कया सामान आवशयक ह उसन व सब सामान उपलबि लकए हो या ऐस यग म लक उस पर बहत स सकट आ सकत थ उसन दया की हो और उस सरलकषत रखा हो और या इस कारण स पररसा क योगय हो सकता ह

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रएदाद जला दआ

लक महनत करन वाल की महनत को नषट न कर और महनत करन वालो क अलिकारो को पणव रप स अदा कर यदयलप बाहय तौर पर मजदरली करन वाल क अलिकारो का दना बदला ह परनत ऐसा वयसकत भली उपकारली हो सकता ह जो पणव रप स अलिकारो को अदा कर य लवरषताए उच शणली की ह जो लकसली को पररसा एव सतलत क योगय बना सकतली ह अब लविार करक दख लो लक वासतलवक तौर पर इन सब पररसाओ क योगय कवल अलाह तआला हली ह जो पणव रप स इन लवरषताओ स पररलसत ह अनय लकसली म य लवरषताए नही ह

परथमि - दखो उतपलत और परलतपालन की लवरषता यह लवरषता यदयलप मनषय गमान कर सकता ह लक माता-लपता तथा अनय उपकाररयो की इचछाए और उदशय होत ह लजन क आिार पर व उपकार करत ह इस पर तकक यह ह लक उदाहरणतया बचा सवसथ सनदर रसकतरालली पदा हो तो माता-लपता को परसननता होतली ह और यलद लडका हो तो लफर यह परसननता और भली बडली होतली ह ढोल बजाए जात ह परनत यलद लडकी हो तो जस वह रर मातम रर और रोक का लदन हो जाता ह और सवय को मह लदखान क योगय नही समझत कभली-कभली कछ मखव लवलभनन उपायो स लडलकयो को मार दत या उनक पालन-पोषण म कम धयान दत ह और यलद बचा लजा अिा अपालहज पदा हो तो िाहत ह लक वह मर जाए और परायः आचियव नही सवय भली जान की लवपदा समझ कर मार दत हो मन पढा ह लक यनानली लोग ऐस बचो को जान-बझ कर मार दत थ बसलक उनक यहा राहली कानन था लक यलद कोई बचा लनकममा अपालहज अिा इतयालद पदा हो तो उस तरनत मार लदया जाए इस स

रएदाद जला दआ

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साफ पाया जाता ह लक मानवलीय लविारो म पोषण और दखभाल क साथ वयसकतगत और सवाथव सबिली उदशय लमल हए होत ह परनत अलाह तआला की इतनली ससषट का (लजसकी कलपना और वणवन स कलपना और जलीभ असमथव ह और जो पथवली और आकार म भरली पडली ह) खलक और परलतपालन स कोई मतलब नही ह वह माता-लपता की तरह सवा और जलीलवका नही िाहता अलपत उसन ससषट को कवल परलतपालन की माग स पदा लकया ह परतयक वयसकत मान लगा लक पौिा लगाना लफर लसिाई करना और उसकी दख भाल करना और फलदार वकष होन तक सरलकषत रखना एक बडा उपकार ह अतः मनषय और उसकी हालत तथा दख भाल पर लविार करो तो जञात होगा लक खदा तआला न लकतना बडा उपकार लकया ह लक इतन इसनकलाब और लववरता क समयो म कस-कस पररवतवनो म उस की सहायता की ह

दसरा पहल जो अभली मन वणवन लकया ह अससततव की पदायर स पवव ऐस सामान हो लक सामालजक जलीवन और रसकतयो क काम क ललए परा सामान मौजद हो दखो हम अभली पदा हली न हए थ लक सामान पहल हली कर लदया परकारमान सयव जो अब िढा हआ ह लजस क कारण सामानय रप स परकार परसाररत हो रहा ह और लदन िढा हआ ह यलद न होता तो कया हम दख सकत थ या परकार क माधयम स जो लाभ और फायद हम पहि ह हम लकस माधयम स परापत कर सकत यलद सयव और िनदमा या और लकसली परकार का परकार न होता तो आखो की जयोलत बकार होतली यदयलप आखो म दखन की एक रसकत ह परनत वह बाहय परकार क लबना वयथव ह

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रएदाद जला दआ

तो यह लकतना बडा उपकार ह लक रसकतयो स काम लन क ललए उसन उन आवशयक सामानो को पहल स उपलबि कर लदया और लफर यह उसकी लकतनली दया ह लक उसन ऐसली रसकतया दली ह और उन म ऐसली योगयताए रख दली ह जो मनषय की पणवता और गनतवय तक पहिन क ललए यथासभव आवशयक ह मससतषक म साययो म रगो म ऐसली लवरषताए रखली ह लक मनषय उन स काम लता ह और उनह पणव कर सकता ह इसललए लक रसकतयो को पणव करन का सामान साथ हली रख लदया ह यह तो आनतररक वयवसथा का हाल ह लक परतयक रसकत उस उदशय और लहत स पणव अनकलता रखतली ह लजसम मनषय का कलयाण ह और बाहय तौर पर भली ऐसली हली वयवसथा रखली ह लक हर वयसकत लजस परकार का परा रखता ह उसक यथायोगय सामान और औजार अससततव स पवव उपलबि कर रख ह उदाहरणतया यलद कोई जता बनान वाला ह तो उसको िमडा और िागा न लमल तो वह कहा स लाए और अपन पर को कस परा कर इसली परकार दजजी को यलद कपडा न लमल तो कयोकर लसए इसली परकार हर पराणली का हाल ह वदय कसा हली लनपण और लवदान हो परनत यलद दवाए न हो तो वह कया कर सकता ह बडा सोि-लविार करक एक नसखः ललखकर दगा परनत बाजार म वह दवा न लमल तो कया करगा खदा का लकतना फजल (कपा) ह लक एक ओर तो उसन जञान लदया ह और दसरली ओर वनसपलतया सथल पदाथव जलीविारली जो रोलगयो क यथायोगय थ पदा कर लदए ह और उनम लभनन-लभनन परकार क गण रख ह जो हर यग म अपरतयालरत आवशयकताओ क काम आ सकत ह तो खदा तआला न कोई वसत भली बफायदा पदा

रएदाद जला दआ

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नही की तिबब की पसिको म तिखा ह तक यति तकसी का पशाब बनि हो जाए िो कभी ज को इहिीि म िन स पशाब हो जािा ह मनषय इस वसिओ की सहायिा स कहा िक िाभ पापत करिा ह कोई अनमान िगा सकिा ह किातप नही अतपि तकसी की कलपना म नही आ सकिा

तिर चौथी बाि महनि का बििा ह इसक तिए भी खिा की कपा की आवशयकिा ह उिाहरणिया मनषय तकिनी महनि और पररशरम स खिी करिा ह यति खिा िआिा की सहायिा उसक साथ न हो िो अपन घर म अनाज कस िा सक उसी की कपा स अपन समय पर हर एक चीज़ होिी ह अिः अब करीब था तक इस सखा पडन म िोग मर जाि परनि खिा न अपनी कपा स वराषा कर िी और सषटि क बहि स भाग को सभाि तिया तनषकरषा यह तक सवषापथम वयषतिगि िौर पर सवाागपणषा खिा िआिा ही पशसा क योगय ह उसकी ििना म तकसी अनय का वयषतिगि िौर पर कोई भी अतिकार नही यति तकसी अनय को पशसा का अतिकार ह िो कवि तकसी क सहार स ह यह भी खिा िआिा की िया ह तक इसक बावजि तक वह भागीिार रतहि अकिा ह परनि उसन माधयम क िौर पर कछ को अपनी पशसाओ म सषमतिि कर तिया ह जस इस पतवतर सरह म वणषान फरमाया ह-

ــاس ــاس ال الن ــاس ملــک الن ب الن

اعــوذ بــرقــل

ــدور ــوس ف ص ی یوس ــاس ال ــواس الخن وســر ال ــن ش م

)अनास-2 स 3( ــاس ــۃ والن جنــن ال ــاس م الن

इसम अलाह िआिा न पशसा क वासितवक अतिकार रखन

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रएदाद जला दआ

वाल क साथ पररसा क असथायली अलिकार रखन वाल का भली साकलतक तौर पर वणवन लकया ह और यह इसललए लकया ह लक उच कोलट क लरषटािार पणव हो अतः इस सरह म तलीन परकार क अलिकार वणवन लकए ह परथमि- फरमाया लक तम ररण मागो अलाह स जो सवाागपणव लवरषताओ का सगहलीता ह और जो परलतपालक ह लोगो का और माललक भली ह और माबद (उपासय) और वासतलवक उदशय भली ह यह सरह इस परकार की ह लक इसम असल तौहलीद (ऐकशवरवाद) को तो सथालपत रखा ह परनत साथ यह भली सकत लकया ह लक दसर लोगो क अलिकार भली नषट न कर जो इन नामो क परलतलबमब क तौर पर रोतक ह रबब क रबद म सकत ह लक यदयलप वासतलवक तौर पर खदा हली पोषण करन वाला और पणवता तक पहिान वाला ह परनत असथायली और परलतलबमब तौर पर दो और भली अससततव ह जो परलतपालन क दयोतक ह एक रारलीररक तौर पर दसरा रहानली (आधयासतमक) तौर पर रारलीररक तौर पर माता-लपता ह और रहानली तौर पर मलरवद और पथ-परदरवक ह अनय सथान पर लवसतारपववक वणवन लकया ह

والین احساناوا ال ایاہ وبال

وقضی ربک ال تعبد

(बनली इसाईल-24)अथावत खदा न यह िाहा ह लक लकसली दसर की उपासना न

करो और माता-लपता स उपकार करो वासतव म कसा परलतपालन ह लक इनसान बचा होता ह और लकसली परकार की रसकत नही रखता उस हालत म मा कया-कया सवाए करतली ह और लपता उस हालत म मा क कलठन काययो म कसा अलभभावक होता ह खदा तआला

रएदाद जला दआ

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न कवल अपनली कपा स कमजोर ससषट की दखभाल क ललए दो महल पदा कर लदए ह और अपन परम क परकारो स उनम परम का एक परलतलबमब डाल लदया ह परनत समरण रखना िालहए लक मा-बाप का परम असथायली ह और खदा तआला का परम वासतलवक ह और जब तक हदयो म खदा तआला की ओर स उसका इलका1

न हो कोई मनषय िाह दोसत हो या कोई समान शणली का हो या कोई अलिकारली हो लकसली स परम नही कर सकता और यह खदा क पणव परलतपालन का राज ह लक माता-लपता बचो स ऐसा परम करत ह लक उनक पालन पोषण म हर परकार क दख बडली परसननता पववक सहन करत ह यहा तक लक उनक जलीवन क ललए मरन स भली सकोि नही करत तो खदा तआला न उच कोलट क लरषटािार पणव करन क ललए रसबबननास क रबद म माता-लपता और मलरवद (पथ-परदरवक) की ओर सकत लकया ह तालक इस मजाजली (अवासतलवक) और मौजद कतजञता क लसललसल स वासतलवक रबब और पथ-परदरवक की कतजञता म कदम उठाए इसली राज क हल की यह कजली ह लक इस पलवतर सरह को रसबबननास स परारभ लकया ह इलालहननास स परारभ नही लकया िलक रहानली मलरवद खदा तआला की इचछानसार उसकी सामथयव और लहदायत स परलरकषण करता ह इसललए वह भली इसम ससममललत ह लफर इसम दसरा टकडा मलललकननास ह अथावत तम ररण मागो खदा क पास जो तमहारा बादराह ह यह एक और सकत ह तालक लोगो को सामालजक ससार क लसदधानत

1इलकला - खदा तआला की ओर स हदय म अनायास लकसली लविार का आना (अनवादक)

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रएदाद जला दआ

स पररलित लकया जाए और सभय बनाए जाए वासतलवक तौर पर तो अलाह तआला हली बादराह ह परनत इसम सकत ह लक लजलली (परलतलबमब) तौर पर बादराह होत ह और इसललए इसम साकलतक तौर पर माललक समय क अलिकारो की दखभाल की ओर सकत ह यहा कालफर और मलशक और एकशवरवाद बादराह अथावत लकसली परकार का बिन नही अलपत सामानय तौर पर ह िाह लकसली िमव का बादराह हो िमव और आसथा क भाग पथक ह कआवन म जहा-जहा खदा न उपकारली का वणवन लकया ह वहा कोई रतव नही लगाई लक वह मसलमान हो और एकशवरवादली हो और अमक लसललसल का हो अलपत सामानय तौर पर उपकारली क बार म ििाव ह िाह वह कोई िमव रखता हो और लफर खदा तआला अपन पलवतर कलाम म उपकारली क साथ उपकार करन पर बहत बल दता ह जसा लक लनमनलललखत आयत स परकट ह-(अररहमान-61) حسان

حسان ال ال

جزاء ال

ھل

कया उपकार का बदला उपकार क अलतररकत भली हो सकता हअब हम अपनली जमाअत को और समसत शोताओ को बडली

सफाई और सपषटता स सनात ह लक अगजली सरकार हमारली उपकारली ह उसन हम पर बड-बड उपकार लकए ह लजसकी आय साठ या सतर वषव की होगली वह खब जानता होगा लक हम पर लसकखो का एक यग गजरा ह उस समय मसलमानो पर लजतन सकट आए थ व छप नही ह उनक समरण स ररलीर कापन लगता ह और हदय लजव जाता ह उस समय मसलमानो की इबादतो और िालमवक कतववयो का पालन करना लजनका परा करना उनको पराण स अलिक लपरय ह

रएदाद जला दआ

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रोका गया था नमाज की बाग जो नमाज की भलमका ह उसको ऊि सवर म पकारन स मना लकया गया था यलद कभली अजान दन वाल क मख स भल स अललाह अकिर ऊिली आवाज स लनकल जाता तो उस मार डाला जाता था इसली परकार स मसलमानो क वि-अवि क मामल म भली अनलित हसतकषप लकया गया था एक गाय क मकदमः म एक बार पाि हजार गरलीब मसलमान कतल लकए गए बटाला की रटना ह लक एक ससयद वही का रहन वाला बाहर स दरवाज पर आया वहा गायो की भलीड थली उसन तलवार की नोक स थोडा हटाया एक गाय क िमड को सयोग स हलकी सली खरार पहि गई उस बिार को पकड ललया गया और इस बात पर जोर लदया गया लक उस को कतल कर लदया जाए अनत म बडली लसफारररो क बाद जान स बि गया परनत उस का हाथ अवशय काटा गया परनत अब दखो लक हर कौम व िमव क लोगो को कसली आजादली ह हम कवल मसलमानो हली का वणवन करत ह िालमवक कतववयो और इबादतो को अदा करन म सरकार न पणव आजादली द रखली ह और लकसली क माल पराण और सममान स कोई अकारण की रोक नही उस उपदव पणव यग क लवपरलीत लक परतयक वयसकत उसका लहसाब कसा हली पलवतर हो अपन पराण और माल पर भयभलीत रहता था अब यलद कोई अपना आिरण सवय खराब कर ल और अपन दरािार तथा िषटता और अपरािो क करन स सवय दणडनलीय ठहर जाए तो और बात ह या सवय हली बरली आसथा और लापरवाहली क कारण इबादत म कोताहली कर तो अलग बात ह परनत सरकार की ओर स हर परकार की पणव सवततरता ह इस

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रएदाद जला दआ

समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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रएदाद जला दआ

दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

रएदाद जला दआ

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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रएदाद जला दआ

बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

रएदाद जला दआ

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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रएदाद जला दआ

आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

रएदाद जला दआ

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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रएदाद जला दआ

स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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रएदाद जला दआ

काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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रएदाद जला दआ

ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

रएदाद जला दआ

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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रएदाद जला दआ

हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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रएदाद जला दआ

लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

रएदाद जला दआ

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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रएदाद जला दआ

यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

मौऊि अलदहससलाम को अवतररत दकयिा अतयित दवनयि एव दवनमरता और दगडदगडात हए िआ करत ह दक वह उन रहानी ख़जानो क पाठको को परतयिक परकार क आधयिायतमक और िौदतक इनाम परिान कर और अपनी दवशर कपा एव ियिा का वाररस बनाए तथा यि रहानी ख़जायिन उनक दलए और उनकी िावी नसलो क दलए अनशवर खर और बरकत का कारण हो आमीन

खाकसार

जलालदीन शमस 2 नवमबर 1964 ई

IV

रएदाद जला दआ

1

बिसमिललाबिररिमिलाबिररिीमिनहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

जलसला-ए-दआ कला वतलानत

जो िजरत बमिजलाा गललामि अिमिद सलाबिि की तिरीक पर दलारल अमिलाि कलाबदयलाि मि बदिलाक

2 फरवरी 1900ई को आयोबजत हआइसस पवव लक हम रएदाद (वतानत) को दरवको क सामन

परसतत कर परथम इस बात का जतला दना आवशयक समझत ह लक जनाब इमामल मतकीन (सयलमयो क परवा) पथवली पर खदा की हसतली का परमाण हजरत लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान यग क इमाम अललहससलात वससलाम लजस परकार सामानय लोगो क रभ लिनतक ह उसली परकार वह समय की सरकार क सच हदय स वफादार और रभ लिनतक ह यह उनही का मबारक अससततव ह लजसन परजा क अलिकारो तथा सरकार क अलिकारो को परकारमान लदन क समान खोल कर लदखा लदया और अपनली जमाअत क लदलो म इस उपकारली सरकार क उपकारो को ऐस परभावली एव हर परकार की म कट-कट कर भर लदया लजस स इस सरकार क साथ कपटपणव रग का िबबा इस पलवतर जमाअत क हदयो स एक दम ऐसा उड गया लक उसका नामो लनरान तक न रहा यह वहली रग था जो पकषपातली और मखव मलाओ की सगत स बिार सादा लदल और अनलभजञ

2

रएदाद जला दआ

मसलमानो की परकलत म िढता जाता हऔर वह इसली परकार सच हदय स अगजली सरकार क वफादार

और कतजञ हो गए ह लजस परकार लकसली इसलामली सरकार क होन िालहए थ

यह बात सवय सरकार पर भली गपत नही लक आप का खानदान हमरा स इस सरकार का वफादार और पराण नयोछावर करन वाला रहा ह और हर आड समय पर अपनली हलसयत स बढकर सवाए करता रहा ह लजसस सरकार क अलिकारली सवय पररणाम लनकाल सकत ह लक जनाब लमजाव सालहब क खानदान को पहल हली स इस सरकार स सवजनता क सबि परापत ह यदयलप हजरत सालहब क बजगव लसपालहयो और सवारो स सहायता करत थ तथालप य अपन रग म ददव भरली दआओ क साथ सना स सहायता दन म कोताहली नही करत अतः जब कभली अफगालनसतान की सलीमा या लबलोलिसतान या बमाव म यदध और लडाई हई तो यह दआ करत रह हजरत माननलीय महारानली कसरा की जबलली पर बडली खरली मनाई और जलसा आयोलजत करक उनकी दलीरव आय और परलतषा क ललए खदा स दआ की और वह अपनली उस जलीवन-पदधलत म जो मातर फकीरो वाला जलीवन ह और हमरा स एकानतवास उनकी आदत हो रहली ह दआ क अलतररकत और लकस परकार अपनली उपकारली और महरबान सरकार की सहायता कर सकत ह इसललए इस अवसर पर भली जब लक सरकार को एक ऐसली कौम स लजस गपत तौर पर अनय कौम सहायता द रहली ह लजस स हमारली सरकार को अकारण कषट पहि रहा ह इस परजा क हमददव न उलित समझा लक लवजय क ललए दआ की जाए अतः 1 फरवरली को हजरत

रएदाद जला दआ

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अकदस न अपनली जमाअत क लोगो को जो अफगालनसतान इराक तथा लहनदसतान क लवलभनन नगरो जस मदास कशमलीर राहजहापर जमम मथरा झग मलतान पलटयाला कपरथला मालर-कोटला ललियाना राहपर लसयालकोट गजरात लाहौर अमतसर गरदासपर इतयालद लजलो स आए हए थ आदर हआ लक हम िाहत ह लक ईद क लदन अगजली सरकार की सफलता क ललए दआ की जाए लजस को सब न सन कर परसननता पववक पसनद लकया

इसली आिार पर ईद क लदन लगभग 8 बज हजरत मसलीह मौऊद अललहससलाम अपनली जमाअत क उस लवराल मदान म जो कसबा कालदयान क पसचिम म ह और जो परानली ईदगाह ह गए और 9 बज तक दर और करलीब क दहात क लोग भली वहा एकतर होत रह लफर यग क लवदान समय क एकमातर हजरत मौलाना मौलवली नरदलीन सालहब न ईदललफतर की नमाज पढाई और नमाज स लनवत होन क पचिात आललीजनाब हजरत इमामजजमान न खड होकर अतयनत सरसता एव सवोितापववक खतबा पढा और भाषण इतना परभावली था लक सब लोग जो सखया म हजार स कम न थ पणव धयान स सन रह थ इतना सपषट और समझन म सरल था लक दहातली आदमली भली जो िौपायो क समान जलीवन वयतलीत करत ह परभालवत होकर बोल उठ हजरत अकदस सब सि कह रह ह इस भाषण म जस लक असल भाषण स सपषट होगा अलाह तआला क साथ-साथ सासाररक अलिकाररयो क अलिकार का कसा लितरण लकया गया ह और लकस परकार परजा को बताया गया ह लक इस अगजली सरकार क हम मसलमानो पर लकतन उपकार ह और हम मसलमान अपन कआवन की

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रएदाद जला दआ

दसषट स लकस सलीमा तक सरकार की वफादारली और पराण नयोछावर करन क ललए पाबनद लकए गए ह कया कोई ससार म ह जो इस परकार स िमव क अनसार बतावनवली सरकार क अलिकार सच हदय और नक नलीयत क साथ लसदध कर सक यह उसली जवामदव का काम ह लजसन अपनली जमाअत क हदयो म सरकार क सबि म सचा परम बठा लदया ह और परायः अपनली जमाअत को लललखत तथा मौलखक तौर पर बल दकर फरमाया लक यलद तम म स कोई एक राई क दान क बराबर भली अपनली सरकार स छल पववक आिरण अपनाएगा वह हमारली जमाअत म नही लगना जाएगा और वह खदा तथा रसल का अवजञाकारली होगा कयोलक हम लोग बतावनवली सरकार की लकसली वयसकतगत लाभ अथवा सवाथव परायणता क आिार पर पररसा और यरोगान नही करत अलपत इसलाम िमव की दसषट स हम मामर ह लक हम अतयनत आनतररक सफाई और सच हदय स कमव और कथन स वफादारली का सबत द हम लकसली उपालि जमलीन या जागलीर को परापत करन क ललए छलपणव िाल या िापललसया करना अवि समझत ह िलक भाषण अपन मल रप म नलीि ललखा जाता ह इसललए हम अलिक ललखन की आवशयकता नही

रएदाद जला दआ

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खतिलाजिलाि मिसीि मिौऊद अलबिसललात वसललामि

जो ईदल बितर की िमिलाज क िलाद पढला गयला

मसलमानो को अलाह तआला का बहत िनयवाद करना िालहए लजसन उनको एक ऐसा िमव परदान लकया ह जो जञान और वयावहाररक तौर पर हर परकार की खराबली और रलणत बातो स पलवतर ह यलद मनषय धयान पववक दख तो उस जञात होगा लक वासतव म समसत पररसाओ एव लवरषताओ का अलिकारली अलाह तआला हली ह तथा कोई इनसान या ससषट लनसचित और वासतलवक तौर पर पररसा और सतलत की हकदार नही ह यलद मनषय लकसली परकार क सवाथव की लमलावट क लबना दख तो उस पर अतयनत सपषट तौर पर खल जाएगा लक कोई वयसकत जो पररसा क योगय ठहराया जाता ह वह या तो इसललए योगय हो सकता ह लक लकसली ऐस यग म जबलक कोई अससततव न था और न लकसली अससततव की खबर थली वह उसका पदा करन वाला हो या इस कारण स लक ऐस यग म लक कोई अससततव न था और न मालम था लक अससततव और अससततव की अनशवरता तथा सवासथय-सरकषा और जलीवन की सथापना क ललए कया-कया सामान आवशयक ह उसन व सब सामान उपलबि लकए हो या ऐस यग म लक उस पर बहत स सकट आ सकत थ उसन दया की हो और उस सरलकषत रखा हो और या इस कारण स पररसा क योगय हो सकता ह

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रएदाद जला दआ

लक महनत करन वाल की महनत को नषट न कर और महनत करन वालो क अलिकारो को पणव रप स अदा कर यदयलप बाहय तौर पर मजदरली करन वाल क अलिकारो का दना बदला ह परनत ऐसा वयसकत भली उपकारली हो सकता ह जो पणव रप स अलिकारो को अदा कर य लवरषताए उच शणली की ह जो लकसली को पररसा एव सतलत क योगय बना सकतली ह अब लविार करक दख लो लक वासतलवक तौर पर इन सब पररसाओ क योगय कवल अलाह तआला हली ह जो पणव रप स इन लवरषताओ स पररलसत ह अनय लकसली म य लवरषताए नही ह

परथमि - दखो उतपलत और परलतपालन की लवरषता यह लवरषता यदयलप मनषय गमान कर सकता ह लक माता-लपता तथा अनय उपकाररयो की इचछाए और उदशय होत ह लजन क आिार पर व उपकार करत ह इस पर तकक यह ह लक उदाहरणतया बचा सवसथ सनदर रसकतरालली पदा हो तो माता-लपता को परसननता होतली ह और यलद लडका हो तो लफर यह परसननता और भली बडली होतली ह ढोल बजाए जात ह परनत यलद लडकी हो तो जस वह रर मातम रर और रोक का लदन हो जाता ह और सवय को मह लदखान क योगय नही समझत कभली-कभली कछ मखव लवलभनन उपायो स लडलकयो को मार दत या उनक पालन-पोषण म कम धयान दत ह और यलद बचा लजा अिा अपालहज पदा हो तो िाहत ह लक वह मर जाए और परायः आचियव नही सवय भली जान की लवपदा समझ कर मार दत हो मन पढा ह लक यनानली लोग ऐस बचो को जान-बझ कर मार दत थ बसलक उनक यहा राहली कानन था लक यलद कोई बचा लनकममा अपालहज अिा इतयालद पदा हो तो उस तरनत मार लदया जाए इस स

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साफ पाया जाता ह लक मानवलीय लविारो म पोषण और दखभाल क साथ वयसकतगत और सवाथव सबिली उदशय लमल हए होत ह परनत अलाह तआला की इतनली ससषट का (लजसकी कलपना और वणवन स कलपना और जलीभ असमथव ह और जो पथवली और आकार म भरली पडली ह) खलक और परलतपालन स कोई मतलब नही ह वह माता-लपता की तरह सवा और जलीलवका नही िाहता अलपत उसन ससषट को कवल परलतपालन की माग स पदा लकया ह परतयक वयसकत मान लगा लक पौिा लगाना लफर लसिाई करना और उसकी दख भाल करना और फलदार वकष होन तक सरलकषत रखना एक बडा उपकार ह अतः मनषय और उसकी हालत तथा दख भाल पर लविार करो तो जञात होगा लक खदा तआला न लकतना बडा उपकार लकया ह लक इतन इसनकलाब और लववरता क समयो म कस-कस पररवतवनो म उस की सहायता की ह

दसरा पहल जो अभली मन वणवन लकया ह अससततव की पदायर स पवव ऐस सामान हो लक सामालजक जलीवन और रसकतयो क काम क ललए परा सामान मौजद हो दखो हम अभली पदा हली न हए थ लक सामान पहल हली कर लदया परकारमान सयव जो अब िढा हआ ह लजस क कारण सामानय रप स परकार परसाररत हो रहा ह और लदन िढा हआ ह यलद न होता तो कया हम दख सकत थ या परकार क माधयम स जो लाभ और फायद हम पहि ह हम लकस माधयम स परापत कर सकत यलद सयव और िनदमा या और लकसली परकार का परकार न होता तो आखो की जयोलत बकार होतली यदयलप आखो म दखन की एक रसकत ह परनत वह बाहय परकार क लबना वयथव ह

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रएदाद जला दआ

तो यह लकतना बडा उपकार ह लक रसकतयो स काम लन क ललए उसन उन आवशयक सामानो को पहल स उपलबि कर लदया और लफर यह उसकी लकतनली दया ह लक उसन ऐसली रसकतया दली ह और उन म ऐसली योगयताए रख दली ह जो मनषय की पणवता और गनतवय तक पहिन क ललए यथासभव आवशयक ह मससतषक म साययो म रगो म ऐसली लवरषताए रखली ह लक मनषय उन स काम लता ह और उनह पणव कर सकता ह इसललए लक रसकतयो को पणव करन का सामान साथ हली रख लदया ह यह तो आनतररक वयवसथा का हाल ह लक परतयक रसकत उस उदशय और लहत स पणव अनकलता रखतली ह लजसम मनषय का कलयाण ह और बाहय तौर पर भली ऐसली हली वयवसथा रखली ह लक हर वयसकत लजस परकार का परा रखता ह उसक यथायोगय सामान और औजार अससततव स पवव उपलबि कर रख ह उदाहरणतया यलद कोई जता बनान वाला ह तो उसको िमडा और िागा न लमल तो वह कहा स लाए और अपन पर को कस परा कर इसली परकार दजजी को यलद कपडा न लमल तो कयोकर लसए इसली परकार हर पराणली का हाल ह वदय कसा हली लनपण और लवदान हो परनत यलद दवाए न हो तो वह कया कर सकता ह बडा सोि-लविार करक एक नसखः ललखकर दगा परनत बाजार म वह दवा न लमल तो कया करगा खदा का लकतना फजल (कपा) ह लक एक ओर तो उसन जञान लदया ह और दसरली ओर वनसपलतया सथल पदाथव जलीविारली जो रोलगयो क यथायोगय थ पदा कर लदए ह और उनम लभनन-लभनन परकार क गण रख ह जो हर यग म अपरतयालरत आवशयकताओ क काम आ सकत ह तो खदा तआला न कोई वसत भली बफायदा पदा

रएदाद जला दआ

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नही की तिबब की पसिको म तिखा ह तक यति तकसी का पशाब बनि हो जाए िो कभी ज को इहिीि म िन स पशाब हो जािा ह मनषय इस वसिओ की सहायिा स कहा िक िाभ पापत करिा ह कोई अनमान िगा सकिा ह किातप नही अतपि तकसी की कलपना म नही आ सकिा

तिर चौथी बाि महनि का बििा ह इसक तिए भी खिा की कपा की आवशयकिा ह उिाहरणिया मनषय तकिनी महनि और पररशरम स खिी करिा ह यति खिा िआिा की सहायिा उसक साथ न हो िो अपन घर म अनाज कस िा सक उसी की कपा स अपन समय पर हर एक चीज़ होिी ह अिः अब करीब था तक इस सखा पडन म िोग मर जाि परनि खिा न अपनी कपा स वराषा कर िी और सषटि क बहि स भाग को सभाि तिया तनषकरषा यह तक सवषापथम वयषतिगि िौर पर सवाागपणषा खिा िआिा ही पशसा क योगय ह उसकी ििना म तकसी अनय का वयषतिगि िौर पर कोई भी अतिकार नही यति तकसी अनय को पशसा का अतिकार ह िो कवि तकसी क सहार स ह यह भी खिा िआिा की िया ह तक इसक बावजि तक वह भागीिार रतहि अकिा ह परनि उसन माधयम क िौर पर कछ को अपनी पशसाओ म सषमतिि कर तिया ह जस इस पतवतर सरह म वणषान फरमाया ह-

ــاس ــاس ال الن ــاس ملــک الن ب الن

اعــوذ بــرقــل

ــدور ــوس ف ص ی یوس ــاس ال ــواس الخن وســر ال ــن ش م

)अनास-2 स 3( ــاس ــۃ والن جنــن ال ــاس م الن

इसम अलाह िआिा न पशसा क वासितवक अतिकार रखन

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रएदाद जला दआ

वाल क साथ पररसा क असथायली अलिकार रखन वाल का भली साकलतक तौर पर वणवन लकया ह और यह इसललए लकया ह लक उच कोलट क लरषटािार पणव हो अतः इस सरह म तलीन परकार क अलिकार वणवन लकए ह परथमि- फरमाया लक तम ररण मागो अलाह स जो सवाागपणव लवरषताओ का सगहलीता ह और जो परलतपालक ह लोगो का और माललक भली ह और माबद (उपासय) और वासतलवक उदशय भली ह यह सरह इस परकार की ह लक इसम असल तौहलीद (ऐकशवरवाद) को तो सथालपत रखा ह परनत साथ यह भली सकत लकया ह लक दसर लोगो क अलिकार भली नषट न कर जो इन नामो क परलतलबमब क तौर पर रोतक ह रबब क रबद म सकत ह लक यदयलप वासतलवक तौर पर खदा हली पोषण करन वाला और पणवता तक पहिान वाला ह परनत असथायली और परलतलबमब तौर पर दो और भली अससततव ह जो परलतपालन क दयोतक ह एक रारलीररक तौर पर दसरा रहानली (आधयासतमक) तौर पर रारलीररक तौर पर माता-लपता ह और रहानली तौर पर मलरवद और पथ-परदरवक ह अनय सथान पर लवसतारपववक वणवन लकया ह

والین احساناوا ال ایاہ وبال

وقضی ربک ال تعبد

(बनली इसाईल-24)अथावत खदा न यह िाहा ह लक लकसली दसर की उपासना न

करो और माता-लपता स उपकार करो वासतव म कसा परलतपालन ह लक इनसान बचा होता ह और लकसली परकार की रसकत नही रखता उस हालत म मा कया-कया सवाए करतली ह और लपता उस हालत म मा क कलठन काययो म कसा अलभभावक होता ह खदा तआला

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न कवल अपनली कपा स कमजोर ससषट की दखभाल क ललए दो महल पदा कर लदए ह और अपन परम क परकारो स उनम परम का एक परलतलबमब डाल लदया ह परनत समरण रखना िालहए लक मा-बाप का परम असथायली ह और खदा तआला का परम वासतलवक ह और जब तक हदयो म खदा तआला की ओर स उसका इलका1

न हो कोई मनषय िाह दोसत हो या कोई समान शणली का हो या कोई अलिकारली हो लकसली स परम नही कर सकता और यह खदा क पणव परलतपालन का राज ह लक माता-लपता बचो स ऐसा परम करत ह लक उनक पालन पोषण म हर परकार क दख बडली परसननता पववक सहन करत ह यहा तक लक उनक जलीवन क ललए मरन स भली सकोि नही करत तो खदा तआला न उच कोलट क लरषटािार पणव करन क ललए रसबबननास क रबद म माता-लपता और मलरवद (पथ-परदरवक) की ओर सकत लकया ह तालक इस मजाजली (अवासतलवक) और मौजद कतजञता क लसललसल स वासतलवक रबब और पथ-परदरवक की कतजञता म कदम उठाए इसली राज क हल की यह कजली ह लक इस पलवतर सरह को रसबबननास स परारभ लकया ह इलालहननास स परारभ नही लकया िलक रहानली मलरवद खदा तआला की इचछानसार उसकी सामथयव और लहदायत स परलरकषण करता ह इसललए वह भली इसम ससममललत ह लफर इसम दसरा टकडा मलललकननास ह अथावत तम ररण मागो खदा क पास जो तमहारा बादराह ह यह एक और सकत ह तालक लोगो को सामालजक ससार क लसदधानत

1इलकला - खदा तआला की ओर स हदय म अनायास लकसली लविार का आना (अनवादक)

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स पररलित लकया जाए और सभय बनाए जाए वासतलवक तौर पर तो अलाह तआला हली बादराह ह परनत इसम सकत ह लक लजलली (परलतलबमब) तौर पर बादराह होत ह और इसललए इसम साकलतक तौर पर माललक समय क अलिकारो की दखभाल की ओर सकत ह यहा कालफर और मलशक और एकशवरवाद बादराह अथावत लकसली परकार का बिन नही अलपत सामानय तौर पर ह िाह लकसली िमव का बादराह हो िमव और आसथा क भाग पथक ह कआवन म जहा-जहा खदा न उपकारली का वणवन लकया ह वहा कोई रतव नही लगाई लक वह मसलमान हो और एकशवरवादली हो और अमक लसललसल का हो अलपत सामानय तौर पर उपकारली क बार म ििाव ह िाह वह कोई िमव रखता हो और लफर खदा तआला अपन पलवतर कलाम म उपकारली क साथ उपकार करन पर बहत बल दता ह जसा लक लनमनलललखत आयत स परकट ह-(अररहमान-61) حسان

حسان ال ال

جزاء ال

ھل

कया उपकार का बदला उपकार क अलतररकत भली हो सकता हअब हम अपनली जमाअत को और समसत शोताओ को बडली

सफाई और सपषटता स सनात ह लक अगजली सरकार हमारली उपकारली ह उसन हम पर बड-बड उपकार लकए ह लजसकी आय साठ या सतर वषव की होगली वह खब जानता होगा लक हम पर लसकखो का एक यग गजरा ह उस समय मसलमानो पर लजतन सकट आए थ व छप नही ह उनक समरण स ररलीर कापन लगता ह और हदय लजव जाता ह उस समय मसलमानो की इबादतो और िालमवक कतववयो का पालन करना लजनका परा करना उनको पराण स अलिक लपरय ह

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रोका गया था नमाज की बाग जो नमाज की भलमका ह उसको ऊि सवर म पकारन स मना लकया गया था यलद कभली अजान दन वाल क मख स भल स अललाह अकिर ऊिली आवाज स लनकल जाता तो उस मार डाला जाता था इसली परकार स मसलमानो क वि-अवि क मामल म भली अनलित हसतकषप लकया गया था एक गाय क मकदमः म एक बार पाि हजार गरलीब मसलमान कतल लकए गए बटाला की रटना ह लक एक ससयद वही का रहन वाला बाहर स दरवाज पर आया वहा गायो की भलीड थली उसन तलवार की नोक स थोडा हटाया एक गाय क िमड को सयोग स हलकी सली खरार पहि गई उस बिार को पकड ललया गया और इस बात पर जोर लदया गया लक उस को कतल कर लदया जाए अनत म बडली लसफारररो क बाद जान स बि गया परनत उस का हाथ अवशय काटा गया परनत अब दखो लक हर कौम व िमव क लोगो को कसली आजादली ह हम कवल मसलमानो हली का वणवन करत ह िालमवक कतववयो और इबादतो को अदा करन म सरकार न पणव आजादली द रखली ह और लकसली क माल पराण और सममान स कोई अकारण की रोक नही उस उपदव पणव यग क लवपरलीत लक परतयक वयसकत उसका लहसाब कसा हली पलवतर हो अपन पराण और माल पर भयभलीत रहता था अब यलद कोई अपना आिरण सवय खराब कर ल और अपन दरािार तथा िषटता और अपरािो क करन स सवय दणडनलीय ठहर जाए तो और बात ह या सवय हली बरली आसथा और लापरवाहली क कारण इबादत म कोताहली कर तो अलग बात ह परनत सरकार की ओर स हर परकार की पणव सवततरता ह इस

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समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

रएदाद जला दआ

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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रएदाद जला दआ

स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

रएदाद जला दआ

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

रएदाद जला दआ

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बिसमिललाबिररिमिलाबिररिीमिनहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

जलसला-ए-दआ कला वतलानत

जो िजरत बमिजलाा गललामि अिमिद सलाबिि की तिरीक पर दलारल अमिलाि कलाबदयलाि मि बदिलाक

2 फरवरी 1900ई को आयोबजत हआइसस पवव लक हम रएदाद (वतानत) को दरवको क सामन

परसतत कर परथम इस बात का जतला दना आवशयक समझत ह लक जनाब इमामल मतकीन (सयलमयो क परवा) पथवली पर खदा की हसतली का परमाण हजरत लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान यग क इमाम अललहससलात वससलाम लजस परकार सामानय लोगो क रभ लिनतक ह उसली परकार वह समय की सरकार क सच हदय स वफादार और रभ लिनतक ह यह उनही का मबारक अससततव ह लजसन परजा क अलिकारो तथा सरकार क अलिकारो को परकारमान लदन क समान खोल कर लदखा लदया और अपनली जमाअत क लदलो म इस उपकारली सरकार क उपकारो को ऐस परभावली एव हर परकार की म कट-कट कर भर लदया लजस स इस सरकार क साथ कपटपणव रग का िबबा इस पलवतर जमाअत क हदयो स एक दम ऐसा उड गया लक उसका नामो लनरान तक न रहा यह वहली रग था जो पकषपातली और मखव मलाओ की सगत स बिार सादा लदल और अनलभजञ

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रएदाद जला दआ

मसलमानो की परकलत म िढता जाता हऔर वह इसली परकार सच हदय स अगजली सरकार क वफादार

और कतजञ हो गए ह लजस परकार लकसली इसलामली सरकार क होन िालहए थ

यह बात सवय सरकार पर भली गपत नही लक आप का खानदान हमरा स इस सरकार का वफादार और पराण नयोछावर करन वाला रहा ह और हर आड समय पर अपनली हलसयत स बढकर सवाए करता रहा ह लजसस सरकार क अलिकारली सवय पररणाम लनकाल सकत ह लक जनाब लमजाव सालहब क खानदान को पहल हली स इस सरकार स सवजनता क सबि परापत ह यदयलप हजरत सालहब क बजगव लसपालहयो और सवारो स सहायता करत थ तथालप य अपन रग म ददव भरली दआओ क साथ सना स सहायता दन म कोताहली नही करत अतः जब कभली अफगालनसतान की सलीमा या लबलोलिसतान या बमाव म यदध और लडाई हई तो यह दआ करत रह हजरत माननलीय महारानली कसरा की जबलली पर बडली खरली मनाई और जलसा आयोलजत करक उनकी दलीरव आय और परलतषा क ललए खदा स दआ की और वह अपनली उस जलीवन-पदधलत म जो मातर फकीरो वाला जलीवन ह और हमरा स एकानतवास उनकी आदत हो रहली ह दआ क अलतररकत और लकस परकार अपनली उपकारली और महरबान सरकार की सहायता कर सकत ह इसललए इस अवसर पर भली जब लक सरकार को एक ऐसली कौम स लजस गपत तौर पर अनय कौम सहायता द रहली ह लजस स हमारली सरकार को अकारण कषट पहि रहा ह इस परजा क हमददव न उलित समझा लक लवजय क ललए दआ की जाए अतः 1 फरवरली को हजरत

रएदाद जला दआ

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अकदस न अपनली जमाअत क लोगो को जो अफगालनसतान इराक तथा लहनदसतान क लवलभनन नगरो जस मदास कशमलीर राहजहापर जमम मथरा झग मलतान पलटयाला कपरथला मालर-कोटला ललियाना राहपर लसयालकोट गजरात लाहौर अमतसर गरदासपर इतयालद लजलो स आए हए थ आदर हआ लक हम िाहत ह लक ईद क लदन अगजली सरकार की सफलता क ललए दआ की जाए लजस को सब न सन कर परसननता पववक पसनद लकया

इसली आिार पर ईद क लदन लगभग 8 बज हजरत मसलीह मौऊद अललहससलाम अपनली जमाअत क उस लवराल मदान म जो कसबा कालदयान क पसचिम म ह और जो परानली ईदगाह ह गए और 9 बज तक दर और करलीब क दहात क लोग भली वहा एकतर होत रह लफर यग क लवदान समय क एकमातर हजरत मौलाना मौलवली नरदलीन सालहब न ईदललफतर की नमाज पढाई और नमाज स लनवत होन क पचिात आललीजनाब हजरत इमामजजमान न खड होकर अतयनत सरसता एव सवोितापववक खतबा पढा और भाषण इतना परभावली था लक सब लोग जो सखया म हजार स कम न थ पणव धयान स सन रह थ इतना सपषट और समझन म सरल था लक दहातली आदमली भली जो िौपायो क समान जलीवन वयतलीत करत ह परभालवत होकर बोल उठ हजरत अकदस सब सि कह रह ह इस भाषण म जस लक असल भाषण स सपषट होगा अलाह तआला क साथ-साथ सासाररक अलिकाररयो क अलिकार का कसा लितरण लकया गया ह और लकस परकार परजा को बताया गया ह लक इस अगजली सरकार क हम मसलमानो पर लकतन उपकार ह और हम मसलमान अपन कआवन की

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रएदाद जला दआ

दसषट स लकस सलीमा तक सरकार की वफादारली और पराण नयोछावर करन क ललए पाबनद लकए गए ह कया कोई ससार म ह जो इस परकार स िमव क अनसार बतावनवली सरकार क अलिकार सच हदय और नक नलीयत क साथ लसदध कर सक यह उसली जवामदव का काम ह लजसन अपनली जमाअत क हदयो म सरकार क सबि म सचा परम बठा लदया ह और परायः अपनली जमाअत को लललखत तथा मौलखक तौर पर बल दकर फरमाया लक यलद तम म स कोई एक राई क दान क बराबर भली अपनली सरकार स छल पववक आिरण अपनाएगा वह हमारली जमाअत म नही लगना जाएगा और वह खदा तथा रसल का अवजञाकारली होगा कयोलक हम लोग बतावनवली सरकार की लकसली वयसकतगत लाभ अथवा सवाथव परायणता क आिार पर पररसा और यरोगान नही करत अलपत इसलाम िमव की दसषट स हम मामर ह लक हम अतयनत आनतररक सफाई और सच हदय स कमव और कथन स वफादारली का सबत द हम लकसली उपालि जमलीन या जागलीर को परापत करन क ललए छलपणव िाल या िापललसया करना अवि समझत ह िलक भाषण अपन मल रप म नलीि ललखा जाता ह इसललए हम अलिक ललखन की आवशयकता नही

रएदाद जला दआ

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खतिलाजिलाि मिसीि मिौऊद अलबिसललात वसललामि

जो ईदल बितर की िमिलाज क िलाद पढला गयला

मसलमानो को अलाह तआला का बहत िनयवाद करना िालहए लजसन उनको एक ऐसा िमव परदान लकया ह जो जञान और वयावहाररक तौर पर हर परकार की खराबली और रलणत बातो स पलवतर ह यलद मनषय धयान पववक दख तो उस जञात होगा लक वासतव म समसत पररसाओ एव लवरषताओ का अलिकारली अलाह तआला हली ह तथा कोई इनसान या ससषट लनसचित और वासतलवक तौर पर पररसा और सतलत की हकदार नही ह यलद मनषय लकसली परकार क सवाथव की लमलावट क लबना दख तो उस पर अतयनत सपषट तौर पर खल जाएगा लक कोई वयसकत जो पररसा क योगय ठहराया जाता ह वह या तो इसललए योगय हो सकता ह लक लकसली ऐस यग म जबलक कोई अससततव न था और न लकसली अससततव की खबर थली वह उसका पदा करन वाला हो या इस कारण स लक ऐस यग म लक कोई अससततव न था और न मालम था लक अससततव और अससततव की अनशवरता तथा सवासथय-सरकषा और जलीवन की सथापना क ललए कया-कया सामान आवशयक ह उसन व सब सामान उपलबि लकए हो या ऐस यग म लक उस पर बहत स सकट आ सकत थ उसन दया की हो और उस सरलकषत रखा हो और या इस कारण स पररसा क योगय हो सकता ह

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रएदाद जला दआ

लक महनत करन वाल की महनत को नषट न कर और महनत करन वालो क अलिकारो को पणव रप स अदा कर यदयलप बाहय तौर पर मजदरली करन वाल क अलिकारो का दना बदला ह परनत ऐसा वयसकत भली उपकारली हो सकता ह जो पणव रप स अलिकारो को अदा कर य लवरषताए उच शणली की ह जो लकसली को पररसा एव सतलत क योगय बना सकतली ह अब लविार करक दख लो लक वासतलवक तौर पर इन सब पररसाओ क योगय कवल अलाह तआला हली ह जो पणव रप स इन लवरषताओ स पररलसत ह अनय लकसली म य लवरषताए नही ह

परथमि - दखो उतपलत और परलतपालन की लवरषता यह लवरषता यदयलप मनषय गमान कर सकता ह लक माता-लपता तथा अनय उपकाररयो की इचछाए और उदशय होत ह लजन क आिार पर व उपकार करत ह इस पर तकक यह ह लक उदाहरणतया बचा सवसथ सनदर रसकतरालली पदा हो तो माता-लपता को परसननता होतली ह और यलद लडका हो तो लफर यह परसननता और भली बडली होतली ह ढोल बजाए जात ह परनत यलद लडकी हो तो जस वह रर मातम रर और रोक का लदन हो जाता ह और सवय को मह लदखान क योगय नही समझत कभली-कभली कछ मखव लवलभनन उपायो स लडलकयो को मार दत या उनक पालन-पोषण म कम धयान दत ह और यलद बचा लजा अिा अपालहज पदा हो तो िाहत ह लक वह मर जाए और परायः आचियव नही सवय भली जान की लवपदा समझ कर मार दत हो मन पढा ह लक यनानली लोग ऐस बचो को जान-बझ कर मार दत थ बसलक उनक यहा राहली कानन था लक यलद कोई बचा लनकममा अपालहज अिा इतयालद पदा हो तो उस तरनत मार लदया जाए इस स

रएदाद जला दआ

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साफ पाया जाता ह लक मानवलीय लविारो म पोषण और दखभाल क साथ वयसकतगत और सवाथव सबिली उदशय लमल हए होत ह परनत अलाह तआला की इतनली ससषट का (लजसकी कलपना और वणवन स कलपना और जलीभ असमथव ह और जो पथवली और आकार म भरली पडली ह) खलक और परलतपालन स कोई मतलब नही ह वह माता-लपता की तरह सवा और जलीलवका नही िाहता अलपत उसन ससषट को कवल परलतपालन की माग स पदा लकया ह परतयक वयसकत मान लगा लक पौिा लगाना लफर लसिाई करना और उसकी दख भाल करना और फलदार वकष होन तक सरलकषत रखना एक बडा उपकार ह अतः मनषय और उसकी हालत तथा दख भाल पर लविार करो तो जञात होगा लक खदा तआला न लकतना बडा उपकार लकया ह लक इतन इसनकलाब और लववरता क समयो म कस-कस पररवतवनो म उस की सहायता की ह

दसरा पहल जो अभली मन वणवन लकया ह अससततव की पदायर स पवव ऐस सामान हो लक सामालजक जलीवन और रसकतयो क काम क ललए परा सामान मौजद हो दखो हम अभली पदा हली न हए थ लक सामान पहल हली कर लदया परकारमान सयव जो अब िढा हआ ह लजस क कारण सामानय रप स परकार परसाररत हो रहा ह और लदन िढा हआ ह यलद न होता तो कया हम दख सकत थ या परकार क माधयम स जो लाभ और फायद हम पहि ह हम लकस माधयम स परापत कर सकत यलद सयव और िनदमा या और लकसली परकार का परकार न होता तो आखो की जयोलत बकार होतली यदयलप आखो म दखन की एक रसकत ह परनत वह बाहय परकार क लबना वयथव ह

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रएदाद जला दआ

तो यह लकतना बडा उपकार ह लक रसकतयो स काम लन क ललए उसन उन आवशयक सामानो को पहल स उपलबि कर लदया और लफर यह उसकी लकतनली दया ह लक उसन ऐसली रसकतया दली ह और उन म ऐसली योगयताए रख दली ह जो मनषय की पणवता और गनतवय तक पहिन क ललए यथासभव आवशयक ह मससतषक म साययो म रगो म ऐसली लवरषताए रखली ह लक मनषय उन स काम लता ह और उनह पणव कर सकता ह इसललए लक रसकतयो को पणव करन का सामान साथ हली रख लदया ह यह तो आनतररक वयवसथा का हाल ह लक परतयक रसकत उस उदशय और लहत स पणव अनकलता रखतली ह लजसम मनषय का कलयाण ह और बाहय तौर पर भली ऐसली हली वयवसथा रखली ह लक हर वयसकत लजस परकार का परा रखता ह उसक यथायोगय सामान और औजार अससततव स पवव उपलबि कर रख ह उदाहरणतया यलद कोई जता बनान वाला ह तो उसको िमडा और िागा न लमल तो वह कहा स लाए और अपन पर को कस परा कर इसली परकार दजजी को यलद कपडा न लमल तो कयोकर लसए इसली परकार हर पराणली का हाल ह वदय कसा हली लनपण और लवदान हो परनत यलद दवाए न हो तो वह कया कर सकता ह बडा सोि-लविार करक एक नसखः ललखकर दगा परनत बाजार म वह दवा न लमल तो कया करगा खदा का लकतना फजल (कपा) ह लक एक ओर तो उसन जञान लदया ह और दसरली ओर वनसपलतया सथल पदाथव जलीविारली जो रोलगयो क यथायोगय थ पदा कर लदए ह और उनम लभनन-लभनन परकार क गण रख ह जो हर यग म अपरतयालरत आवशयकताओ क काम आ सकत ह तो खदा तआला न कोई वसत भली बफायदा पदा

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नही की तिबब की पसिको म तिखा ह तक यति तकसी का पशाब बनि हो जाए िो कभी ज को इहिीि म िन स पशाब हो जािा ह मनषय इस वसिओ की सहायिा स कहा िक िाभ पापत करिा ह कोई अनमान िगा सकिा ह किातप नही अतपि तकसी की कलपना म नही आ सकिा

तिर चौथी बाि महनि का बििा ह इसक तिए भी खिा की कपा की आवशयकिा ह उिाहरणिया मनषय तकिनी महनि और पररशरम स खिी करिा ह यति खिा िआिा की सहायिा उसक साथ न हो िो अपन घर म अनाज कस िा सक उसी की कपा स अपन समय पर हर एक चीज़ होिी ह अिः अब करीब था तक इस सखा पडन म िोग मर जाि परनि खिा न अपनी कपा स वराषा कर िी और सषटि क बहि स भाग को सभाि तिया तनषकरषा यह तक सवषापथम वयषतिगि िौर पर सवाागपणषा खिा िआिा ही पशसा क योगय ह उसकी ििना म तकसी अनय का वयषतिगि िौर पर कोई भी अतिकार नही यति तकसी अनय को पशसा का अतिकार ह िो कवि तकसी क सहार स ह यह भी खिा िआिा की िया ह तक इसक बावजि तक वह भागीिार रतहि अकिा ह परनि उसन माधयम क िौर पर कछ को अपनी पशसाओ म सषमतिि कर तिया ह जस इस पतवतर सरह म वणषान फरमाया ह-

ــاس ــاس ال الن ــاس ملــک الن ب الن

اعــوذ بــرقــل

ــدور ــوس ف ص ی یوس ــاس ال ــواس الخن وســر ال ــن ش م

)अनास-2 स 3( ــاس ــۃ والن جنــن ال ــاس م الن

इसम अलाह िआिा न पशसा क वासितवक अतिकार रखन

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रएदाद जला दआ

वाल क साथ पररसा क असथायली अलिकार रखन वाल का भली साकलतक तौर पर वणवन लकया ह और यह इसललए लकया ह लक उच कोलट क लरषटािार पणव हो अतः इस सरह म तलीन परकार क अलिकार वणवन लकए ह परथमि- फरमाया लक तम ररण मागो अलाह स जो सवाागपणव लवरषताओ का सगहलीता ह और जो परलतपालक ह लोगो का और माललक भली ह और माबद (उपासय) और वासतलवक उदशय भली ह यह सरह इस परकार की ह लक इसम असल तौहलीद (ऐकशवरवाद) को तो सथालपत रखा ह परनत साथ यह भली सकत लकया ह लक दसर लोगो क अलिकार भली नषट न कर जो इन नामो क परलतलबमब क तौर पर रोतक ह रबब क रबद म सकत ह लक यदयलप वासतलवक तौर पर खदा हली पोषण करन वाला और पणवता तक पहिान वाला ह परनत असथायली और परलतलबमब तौर पर दो और भली अससततव ह जो परलतपालन क दयोतक ह एक रारलीररक तौर पर दसरा रहानली (आधयासतमक) तौर पर रारलीररक तौर पर माता-लपता ह और रहानली तौर पर मलरवद और पथ-परदरवक ह अनय सथान पर लवसतारपववक वणवन लकया ह

والین احساناوا ال ایاہ وبال

وقضی ربک ال تعبد

(बनली इसाईल-24)अथावत खदा न यह िाहा ह लक लकसली दसर की उपासना न

करो और माता-लपता स उपकार करो वासतव म कसा परलतपालन ह लक इनसान बचा होता ह और लकसली परकार की रसकत नही रखता उस हालत म मा कया-कया सवाए करतली ह और लपता उस हालत म मा क कलठन काययो म कसा अलभभावक होता ह खदा तआला

रएदाद जला दआ

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न कवल अपनली कपा स कमजोर ससषट की दखभाल क ललए दो महल पदा कर लदए ह और अपन परम क परकारो स उनम परम का एक परलतलबमब डाल लदया ह परनत समरण रखना िालहए लक मा-बाप का परम असथायली ह और खदा तआला का परम वासतलवक ह और जब तक हदयो म खदा तआला की ओर स उसका इलका1

न हो कोई मनषय िाह दोसत हो या कोई समान शणली का हो या कोई अलिकारली हो लकसली स परम नही कर सकता और यह खदा क पणव परलतपालन का राज ह लक माता-लपता बचो स ऐसा परम करत ह लक उनक पालन पोषण म हर परकार क दख बडली परसननता पववक सहन करत ह यहा तक लक उनक जलीवन क ललए मरन स भली सकोि नही करत तो खदा तआला न उच कोलट क लरषटािार पणव करन क ललए रसबबननास क रबद म माता-लपता और मलरवद (पथ-परदरवक) की ओर सकत लकया ह तालक इस मजाजली (अवासतलवक) और मौजद कतजञता क लसललसल स वासतलवक रबब और पथ-परदरवक की कतजञता म कदम उठाए इसली राज क हल की यह कजली ह लक इस पलवतर सरह को रसबबननास स परारभ लकया ह इलालहननास स परारभ नही लकया िलक रहानली मलरवद खदा तआला की इचछानसार उसकी सामथयव और लहदायत स परलरकषण करता ह इसललए वह भली इसम ससममललत ह लफर इसम दसरा टकडा मलललकननास ह अथावत तम ररण मागो खदा क पास जो तमहारा बादराह ह यह एक और सकत ह तालक लोगो को सामालजक ससार क लसदधानत

1इलकला - खदा तआला की ओर स हदय म अनायास लकसली लविार का आना (अनवादक)

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रएदाद जला दआ

स पररलित लकया जाए और सभय बनाए जाए वासतलवक तौर पर तो अलाह तआला हली बादराह ह परनत इसम सकत ह लक लजलली (परलतलबमब) तौर पर बादराह होत ह और इसललए इसम साकलतक तौर पर माललक समय क अलिकारो की दखभाल की ओर सकत ह यहा कालफर और मलशक और एकशवरवाद बादराह अथावत लकसली परकार का बिन नही अलपत सामानय तौर पर ह िाह लकसली िमव का बादराह हो िमव और आसथा क भाग पथक ह कआवन म जहा-जहा खदा न उपकारली का वणवन लकया ह वहा कोई रतव नही लगाई लक वह मसलमान हो और एकशवरवादली हो और अमक लसललसल का हो अलपत सामानय तौर पर उपकारली क बार म ििाव ह िाह वह कोई िमव रखता हो और लफर खदा तआला अपन पलवतर कलाम म उपकारली क साथ उपकार करन पर बहत बल दता ह जसा लक लनमनलललखत आयत स परकट ह-(अररहमान-61) حسان

حسان ال ال

جزاء ال

ھل

कया उपकार का बदला उपकार क अलतररकत भली हो सकता हअब हम अपनली जमाअत को और समसत शोताओ को बडली

सफाई और सपषटता स सनात ह लक अगजली सरकार हमारली उपकारली ह उसन हम पर बड-बड उपकार लकए ह लजसकी आय साठ या सतर वषव की होगली वह खब जानता होगा लक हम पर लसकखो का एक यग गजरा ह उस समय मसलमानो पर लजतन सकट आए थ व छप नही ह उनक समरण स ररलीर कापन लगता ह और हदय लजव जाता ह उस समय मसलमानो की इबादतो और िालमवक कतववयो का पालन करना लजनका परा करना उनको पराण स अलिक लपरय ह

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रोका गया था नमाज की बाग जो नमाज की भलमका ह उसको ऊि सवर म पकारन स मना लकया गया था यलद कभली अजान दन वाल क मख स भल स अललाह अकिर ऊिली आवाज स लनकल जाता तो उस मार डाला जाता था इसली परकार स मसलमानो क वि-अवि क मामल म भली अनलित हसतकषप लकया गया था एक गाय क मकदमः म एक बार पाि हजार गरलीब मसलमान कतल लकए गए बटाला की रटना ह लक एक ससयद वही का रहन वाला बाहर स दरवाज पर आया वहा गायो की भलीड थली उसन तलवार की नोक स थोडा हटाया एक गाय क िमड को सयोग स हलकी सली खरार पहि गई उस बिार को पकड ललया गया और इस बात पर जोर लदया गया लक उस को कतल कर लदया जाए अनत म बडली लसफारररो क बाद जान स बि गया परनत उस का हाथ अवशय काटा गया परनत अब दखो लक हर कौम व िमव क लोगो को कसली आजादली ह हम कवल मसलमानो हली का वणवन करत ह िालमवक कतववयो और इबादतो को अदा करन म सरकार न पणव आजादली द रखली ह और लकसली क माल पराण और सममान स कोई अकारण की रोक नही उस उपदव पणव यग क लवपरलीत लक परतयक वयसकत उसका लहसाब कसा हली पलवतर हो अपन पराण और माल पर भयभलीत रहता था अब यलद कोई अपना आिरण सवय खराब कर ल और अपन दरािार तथा िषटता और अपरािो क करन स सवय दणडनलीय ठहर जाए तो और बात ह या सवय हली बरली आसथा और लापरवाहली क कारण इबादत म कोताहली कर तो अलग बात ह परनत सरकार की ओर स हर परकार की पणव सवततरता ह इस

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समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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रएदाद जला दआ

ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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रएदाद जला दआ

हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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रएदाद जला दआ

मसलमानो की परकलत म िढता जाता हऔर वह इसली परकार सच हदय स अगजली सरकार क वफादार

और कतजञ हो गए ह लजस परकार लकसली इसलामली सरकार क होन िालहए थ

यह बात सवय सरकार पर भली गपत नही लक आप का खानदान हमरा स इस सरकार का वफादार और पराण नयोछावर करन वाला रहा ह और हर आड समय पर अपनली हलसयत स बढकर सवाए करता रहा ह लजसस सरकार क अलिकारली सवय पररणाम लनकाल सकत ह लक जनाब लमजाव सालहब क खानदान को पहल हली स इस सरकार स सवजनता क सबि परापत ह यदयलप हजरत सालहब क बजगव लसपालहयो और सवारो स सहायता करत थ तथालप य अपन रग म ददव भरली दआओ क साथ सना स सहायता दन म कोताहली नही करत अतः जब कभली अफगालनसतान की सलीमा या लबलोलिसतान या बमाव म यदध और लडाई हई तो यह दआ करत रह हजरत माननलीय महारानली कसरा की जबलली पर बडली खरली मनाई और जलसा आयोलजत करक उनकी दलीरव आय और परलतषा क ललए खदा स दआ की और वह अपनली उस जलीवन-पदधलत म जो मातर फकीरो वाला जलीवन ह और हमरा स एकानतवास उनकी आदत हो रहली ह दआ क अलतररकत और लकस परकार अपनली उपकारली और महरबान सरकार की सहायता कर सकत ह इसललए इस अवसर पर भली जब लक सरकार को एक ऐसली कौम स लजस गपत तौर पर अनय कौम सहायता द रहली ह लजस स हमारली सरकार को अकारण कषट पहि रहा ह इस परजा क हमददव न उलित समझा लक लवजय क ललए दआ की जाए अतः 1 फरवरली को हजरत

रएदाद जला दआ

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अकदस न अपनली जमाअत क लोगो को जो अफगालनसतान इराक तथा लहनदसतान क लवलभनन नगरो जस मदास कशमलीर राहजहापर जमम मथरा झग मलतान पलटयाला कपरथला मालर-कोटला ललियाना राहपर लसयालकोट गजरात लाहौर अमतसर गरदासपर इतयालद लजलो स आए हए थ आदर हआ लक हम िाहत ह लक ईद क लदन अगजली सरकार की सफलता क ललए दआ की जाए लजस को सब न सन कर परसननता पववक पसनद लकया

इसली आिार पर ईद क लदन लगभग 8 बज हजरत मसलीह मौऊद अललहससलाम अपनली जमाअत क उस लवराल मदान म जो कसबा कालदयान क पसचिम म ह और जो परानली ईदगाह ह गए और 9 बज तक दर और करलीब क दहात क लोग भली वहा एकतर होत रह लफर यग क लवदान समय क एकमातर हजरत मौलाना मौलवली नरदलीन सालहब न ईदललफतर की नमाज पढाई और नमाज स लनवत होन क पचिात आललीजनाब हजरत इमामजजमान न खड होकर अतयनत सरसता एव सवोितापववक खतबा पढा और भाषण इतना परभावली था लक सब लोग जो सखया म हजार स कम न थ पणव धयान स सन रह थ इतना सपषट और समझन म सरल था लक दहातली आदमली भली जो िौपायो क समान जलीवन वयतलीत करत ह परभालवत होकर बोल उठ हजरत अकदस सब सि कह रह ह इस भाषण म जस लक असल भाषण स सपषट होगा अलाह तआला क साथ-साथ सासाररक अलिकाररयो क अलिकार का कसा लितरण लकया गया ह और लकस परकार परजा को बताया गया ह लक इस अगजली सरकार क हम मसलमानो पर लकतन उपकार ह और हम मसलमान अपन कआवन की

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रएदाद जला दआ

दसषट स लकस सलीमा तक सरकार की वफादारली और पराण नयोछावर करन क ललए पाबनद लकए गए ह कया कोई ससार म ह जो इस परकार स िमव क अनसार बतावनवली सरकार क अलिकार सच हदय और नक नलीयत क साथ लसदध कर सक यह उसली जवामदव का काम ह लजसन अपनली जमाअत क हदयो म सरकार क सबि म सचा परम बठा लदया ह और परायः अपनली जमाअत को लललखत तथा मौलखक तौर पर बल दकर फरमाया लक यलद तम म स कोई एक राई क दान क बराबर भली अपनली सरकार स छल पववक आिरण अपनाएगा वह हमारली जमाअत म नही लगना जाएगा और वह खदा तथा रसल का अवजञाकारली होगा कयोलक हम लोग बतावनवली सरकार की लकसली वयसकतगत लाभ अथवा सवाथव परायणता क आिार पर पररसा और यरोगान नही करत अलपत इसलाम िमव की दसषट स हम मामर ह लक हम अतयनत आनतररक सफाई और सच हदय स कमव और कथन स वफादारली का सबत द हम लकसली उपालि जमलीन या जागलीर को परापत करन क ललए छलपणव िाल या िापललसया करना अवि समझत ह िलक भाषण अपन मल रप म नलीि ललखा जाता ह इसललए हम अलिक ललखन की आवशयकता नही

रएदाद जला दआ

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खतिलाजिलाि मिसीि मिौऊद अलबिसललात वसललामि

जो ईदल बितर की िमिलाज क िलाद पढला गयला

मसलमानो को अलाह तआला का बहत िनयवाद करना िालहए लजसन उनको एक ऐसा िमव परदान लकया ह जो जञान और वयावहाररक तौर पर हर परकार की खराबली और रलणत बातो स पलवतर ह यलद मनषय धयान पववक दख तो उस जञात होगा लक वासतव म समसत पररसाओ एव लवरषताओ का अलिकारली अलाह तआला हली ह तथा कोई इनसान या ससषट लनसचित और वासतलवक तौर पर पररसा और सतलत की हकदार नही ह यलद मनषय लकसली परकार क सवाथव की लमलावट क लबना दख तो उस पर अतयनत सपषट तौर पर खल जाएगा लक कोई वयसकत जो पररसा क योगय ठहराया जाता ह वह या तो इसललए योगय हो सकता ह लक लकसली ऐस यग म जबलक कोई अससततव न था और न लकसली अससततव की खबर थली वह उसका पदा करन वाला हो या इस कारण स लक ऐस यग म लक कोई अससततव न था और न मालम था लक अससततव और अससततव की अनशवरता तथा सवासथय-सरकषा और जलीवन की सथापना क ललए कया-कया सामान आवशयक ह उसन व सब सामान उपलबि लकए हो या ऐस यग म लक उस पर बहत स सकट आ सकत थ उसन दया की हो और उस सरलकषत रखा हो और या इस कारण स पररसा क योगय हो सकता ह

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रएदाद जला दआ

लक महनत करन वाल की महनत को नषट न कर और महनत करन वालो क अलिकारो को पणव रप स अदा कर यदयलप बाहय तौर पर मजदरली करन वाल क अलिकारो का दना बदला ह परनत ऐसा वयसकत भली उपकारली हो सकता ह जो पणव रप स अलिकारो को अदा कर य लवरषताए उच शणली की ह जो लकसली को पररसा एव सतलत क योगय बना सकतली ह अब लविार करक दख लो लक वासतलवक तौर पर इन सब पररसाओ क योगय कवल अलाह तआला हली ह जो पणव रप स इन लवरषताओ स पररलसत ह अनय लकसली म य लवरषताए नही ह

परथमि - दखो उतपलत और परलतपालन की लवरषता यह लवरषता यदयलप मनषय गमान कर सकता ह लक माता-लपता तथा अनय उपकाररयो की इचछाए और उदशय होत ह लजन क आिार पर व उपकार करत ह इस पर तकक यह ह लक उदाहरणतया बचा सवसथ सनदर रसकतरालली पदा हो तो माता-लपता को परसननता होतली ह और यलद लडका हो तो लफर यह परसननता और भली बडली होतली ह ढोल बजाए जात ह परनत यलद लडकी हो तो जस वह रर मातम रर और रोक का लदन हो जाता ह और सवय को मह लदखान क योगय नही समझत कभली-कभली कछ मखव लवलभनन उपायो स लडलकयो को मार दत या उनक पालन-पोषण म कम धयान दत ह और यलद बचा लजा अिा अपालहज पदा हो तो िाहत ह लक वह मर जाए और परायः आचियव नही सवय भली जान की लवपदा समझ कर मार दत हो मन पढा ह लक यनानली लोग ऐस बचो को जान-बझ कर मार दत थ बसलक उनक यहा राहली कानन था लक यलद कोई बचा लनकममा अपालहज अिा इतयालद पदा हो तो उस तरनत मार लदया जाए इस स

रएदाद जला दआ

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साफ पाया जाता ह लक मानवलीय लविारो म पोषण और दखभाल क साथ वयसकतगत और सवाथव सबिली उदशय लमल हए होत ह परनत अलाह तआला की इतनली ससषट का (लजसकी कलपना और वणवन स कलपना और जलीभ असमथव ह और जो पथवली और आकार म भरली पडली ह) खलक और परलतपालन स कोई मतलब नही ह वह माता-लपता की तरह सवा और जलीलवका नही िाहता अलपत उसन ससषट को कवल परलतपालन की माग स पदा लकया ह परतयक वयसकत मान लगा लक पौिा लगाना लफर लसिाई करना और उसकी दख भाल करना और फलदार वकष होन तक सरलकषत रखना एक बडा उपकार ह अतः मनषय और उसकी हालत तथा दख भाल पर लविार करो तो जञात होगा लक खदा तआला न लकतना बडा उपकार लकया ह लक इतन इसनकलाब और लववरता क समयो म कस-कस पररवतवनो म उस की सहायता की ह

दसरा पहल जो अभली मन वणवन लकया ह अससततव की पदायर स पवव ऐस सामान हो लक सामालजक जलीवन और रसकतयो क काम क ललए परा सामान मौजद हो दखो हम अभली पदा हली न हए थ लक सामान पहल हली कर लदया परकारमान सयव जो अब िढा हआ ह लजस क कारण सामानय रप स परकार परसाररत हो रहा ह और लदन िढा हआ ह यलद न होता तो कया हम दख सकत थ या परकार क माधयम स जो लाभ और फायद हम पहि ह हम लकस माधयम स परापत कर सकत यलद सयव और िनदमा या और लकसली परकार का परकार न होता तो आखो की जयोलत बकार होतली यदयलप आखो म दखन की एक रसकत ह परनत वह बाहय परकार क लबना वयथव ह

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तो यह लकतना बडा उपकार ह लक रसकतयो स काम लन क ललए उसन उन आवशयक सामानो को पहल स उपलबि कर लदया और लफर यह उसकी लकतनली दया ह लक उसन ऐसली रसकतया दली ह और उन म ऐसली योगयताए रख दली ह जो मनषय की पणवता और गनतवय तक पहिन क ललए यथासभव आवशयक ह मससतषक म साययो म रगो म ऐसली लवरषताए रखली ह लक मनषय उन स काम लता ह और उनह पणव कर सकता ह इसललए लक रसकतयो को पणव करन का सामान साथ हली रख लदया ह यह तो आनतररक वयवसथा का हाल ह लक परतयक रसकत उस उदशय और लहत स पणव अनकलता रखतली ह लजसम मनषय का कलयाण ह और बाहय तौर पर भली ऐसली हली वयवसथा रखली ह लक हर वयसकत लजस परकार का परा रखता ह उसक यथायोगय सामान और औजार अससततव स पवव उपलबि कर रख ह उदाहरणतया यलद कोई जता बनान वाला ह तो उसको िमडा और िागा न लमल तो वह कहा स लाए और अपन पर को कस परा कर इसली परकार दजजी को यलद कपडा न लमल तो कयोकर लसए इसली परकार हर पराणली का हाल ह वदय कसा हली लनपण और लवदान हो परनत यलद दवाए न हो तो वह कया कर सकता ह बडा सोि-लविार करक एक नसखः ललखकर दगा परनत बाजार म वह दवा न लमल तो कया करगा खदा का लकतना फजल (कपा) ह लक एक ओर तो उसन जञान लदया ह और दसरली ओर वनसपलतया सथल पदाथव जलीविारली जो रोलगयो क यथायोगय थ पदा कर लदए ह और उनम लभनन-लभनन परकार क गण रख ह जो हर यग म अपरतयालरत आवशयकताओ क काम आ सकत ह तो खदा तआला न कोई वसत भली बफायदा पदा

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नही की तिबब की पसिको म तिखा ह तक यति तकसी का पशाब बनि हो जाए िो कभी ज को इहिीि म िन स पशाब हो जािा ह मनषय इस वसिओ की सहायिा स कहा िक िाभ पापत करिा ह कोई अनमान िगा सकिा ह किातप नही अतपि तकसी की कलपना म नही आ सकिा

तिर चौथी बाि महनि का बििा ह इसक तिए भी खिा की कपा की आवशयकिा ह उिाहरणिया मनषय तकिनी महनि और पररशरम स खिी करिा ह यति खिा िआिा की सहायिा उसक साथ न हो िो अपन घर म अनाज कस िा सक उसी की कपा स अपन समय पर हर एक चीज़ होिी ह अिः अब करीब था तक इस सखा पडन म िोग मर जाि परनि खिा न अपनी कपा स वराषा कर िी और सषटि क बहि स भाग को सभाि तिया तनषकरषा यह तक सवषापथम वयषतिगि िौर पर सवाागपणषा खिा िआिा ही पशसा क योगय ह उसकी ििना म तकसी अनय का वयषतिगि िौर पर कोई भी अतिकार नही यति तकसी अनय को पशसा का अतिकार ह िो कवि तकसी क सहार स ह यह भी खिा िआिा की िया ह तक इसक बावजि तक वह भागीिार रतहि अकिा ह परनि उसन माधयम क िौर पर कछ को अपनी पशसाओ म सषमतिि कर तिया ह जस इस पतवतर सरह म वणषान फरमाया ह-

ــاس ــاس ال الن ــاس ملــک الن ب الن

اعــوذ بــرقــل

ــدور ــوس ف ص ی یوس ــاس ال ــواس الخن وســر ال ــن ش م

)अनास-2 स 3( ــاس ــۃ والن جنــن ال ــاس م الن

इसम अलाह िआिा न पशसा क वासितवक अतिकार रखन

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रएदाद जला दआ

वाल क साथ पररसा क असथायली अलिकार रखन वाल का भली साकलतक तौर पर वणवन लकया ह और यह इसललए लकया ह लक उच कोलट क लरषटािार पणव हो अतः इस सरह म तलीन परकार क अलिकार वणवन लकए ह परथमि- फरमाया लक तम ररण मागो अलाह स जो सवाागपणव लवरषताओ का सगहलीता ह और जो परलतपालक ह लोगो का और माललक भली ह और माबद (उपासय) और वासतलवक उदशय भली ह यह सरह इस परकार की ह लक इसम असल तौहलीद (ऐकशवरवाद) को तो सथालपत रखा ह परनत साथ यह भली सकत लकया ह लक दसर लोगो क अलिकार भली नषट न कर जो इन नामो क परलतलबमब क तौर पर रोतक ह रबब क रबद म सकत ह लक यदयलप वासतलवक तौर पर खदा हली पोषण करन वाला और पणवता तक पहिान वाला ह परनत असथायली और परलतलबमब तौर पर दो और भली अससततव ह जो परलतपालन क दयोतक ह एक रारलीररक तौर पर दसरा रहानली (आधयासतमक) तौर पर रारलीररक तौर पर माता-लपता ह और रहानली तौर पर मलरवद और पथ-परदरवक ह अनय सथान पर लवसतारपववक वणवन लकया ह

والین احساناوا ال ایاہ وبال

وقضی ربک ال تعبد

(बनली इसाईल-24)अथावत खदा न यह िाहा ह लक लकसली दसर की उपासना न

करो और माता-लपता स उपकार करो वासतव म कसा परलतपालन ह लक इनसान बचा होता ह और लकसली परकार की रसकत नही रखता उस हालत म मा कया-कया सवाए करतली ह और लपता उस हालत म मा क कलठन काययो म कसा अलभभावक होता ह खदा तआला

रएदाद जला दआ

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न कवल अपनली कपा स कमजोर ससषट की दखभाल क ललए दो महल पदा कर लदए ह और अपन परम क परकारो स उनम परम का एक परलतलबमब डाल लदया ह परनत समरण रखना िालहए लक मा-बाप का परम असथायली ह और खदा तआला का परम वासतलवक ह और जब तक हदयो म खदा तआला की ओर स उसका इलका1

न हो कोई मनषय िाह दोसत हो या कोई समान शणली का हो या कोई अलिकारली हो लकसली स परम नही कर सकता और यह खदा क पणव परलतपालन का राज ह लक माता-लपता बचो स ऐसा परम करत ह लक उनक पालन पोषण म हर परकार क दख बडली परसननता पववक सहन करत ह यहा तक लक उनक जलीवन क ललए मरन स भली सकोि नही करत तो खदा तआला न उच कोलट क लरषटािार पणव करन क ललए रसबबननास क रबद म माता-लपता और मलरवद (पथ-परदरवक) की ओर सकत लकया ह तालक इस मजाजली (अवासतलवक) और मौजद कतजञता क लसललसल स वासतलवक रबब और पथ-परदरवक की कतजञता म कदम उठाए इसली राज क हल की यह कजली ह लक इस पलवतर सरह को रसबबननास स परारभ लकया ह इलालहननास स परारभ नही लकया िलक रहानली मलरवद खदा तआला की इचछानसार उसकी सामथयव और लहदायत स परलरकषण करता ह इसललए वह भली इसम ससममललत ह लफर इसम दसरा टकडा मलललकननास ह अथावत तम ररण मागो खदा क पास जो तमहारा बादराह ह यह एक और सकत ह तालक लोगो को सामालजक ससार क लसदधानत

1इलकला - खदा तआला की ओर स हदय म अनायास लकसली लविार का आना (अनवादक)

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स पररलित लकया जाए और सभय बनाए जाए वासतलवक तौर पर तो अलाह तआला हली बादराह ह परनत इसम सकत ह लक लजलली (परलतलबमब) तौर पर बादराह होत ह और इसललए इसम साकलतक तौर पर माललक समय क अलिकारो की दखभाल की ओर सकत ह यहा कालफर और मलशक और एकशवरवाद बादराह अथावत लकसली परकार का बिन नही अलपत सामानय तौर पर ह िाह लकसली िमव का बादराह हो िमव और आसथा क भाग पथक ह कआवन म जहा-जहा खदा न उपकारली का वणवन लकया ह वहा कोई रतव नही लगाई लक वह मसलमान हो और एकशवरवादली हो और अमक लसललसल का हो अलपत सामानय तौर पर उपकारली क बार म ििाव ह िाह वह कोई िमव रखता हो और लफर खदा तआला अपन पलवतर कलाम म उपकारली क साथ उपकार करन पर बहत बल दता ह जसा लक लनमनलललखत आयत स परकट ह-(अररहमान-61) حسان

حسان ال ال

جزاء ال

ھل

कया उपकार का बदला उपकार क अलतररकत भली हो सकता हअब हम अपनली जमाअत को और समसत शोताओ को बडली

सफाई और सपषटता स सनात ह लक अगजली सरकार हमारली उपकारली ह उसन हम पर बड-बड उपकार लकए ह लजसकी आय साठ या सतर वषव की होगली वह खब जानता होगा लक हम पर लसकखो का एक यग गजरा ह उस समय मसलमानो पर लजतन सकट आए थ व छप नही ह उनक समरण स ररलीर कापन लगता ह और हदय लजव जाता ह उस समय मसलमानो की इबादतो और िालमवक कतववयो का पालन करना लजनका परा करना उनको पराण स अलिक लपरय ह

रएदाद जला दआ

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रोका गया था नमाज की बाग जो नमाज की भलमका ह उसको ऊि सवर म पकारन स मना लकया गया था यलद कभली अजान दन वाल क मख स भल स अललाह अकिर ऊिली आवाज स लनकल जाता तो उस मार डाला जाता था इसली परकार स मसलमानो क वि-अवि क मामल म भली अनलित हसतकषप लकया गया था एक गाय क मकदमः म एक बार पाि हजार गरलीब मसलमान कतल लकए गए बटाला की रटना ह लक एक ससयद वही का रहन वाला बाहर स दरवाज पर आया वहा गायो की भलीड थली उसन तलवार की नोक स थोडा हटाया एक गाय क िमड को सयोग स हलकी सली खरार पहि गई उस बिार को पकड ललया गया और इस बात पर जोर लदया गया लक उस को कतल कर लदया जाए अनत म बडली लसफारररो क बाद जान स बि गया परनत उस का हाथ अवशय काटा गया परनत अब दखो लक हर कौम व िमव क लोगो को कसली आजादली ह हम कवल मसलमानो हली का वणवन करत ह िालमवक कतववयो और इबादतो को अदा करन म सरकार न पणव आजादली द रखली ह और लकसली क माल पराण और सममान स कोई अकारण की रोक नही उस उपदव पणव यग क लवपरलीत लक परतयक वयसकत उसका लहसाब कसा हली पलवतर हो अपन पराण और माल पर भयभलीत रहता था अब यलद कोई अपना आिरण सवय खराब कर ल और अपन दरािार तथा िषटता और अपरािो क करन स सवय दणडनलीय ठहर जाए तो और बात ह या सवय हली बरली आसथा और लापरवाहली क कारण इबादत म कोताहली कर तो अलग बात ह परनत सरकार की ओर स हर परकार की पणव सवततरता ह इस

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समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

रएदाद जला दआ

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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रएदाद जला दआ

यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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अकदस न अपनली जमाअत क लोगो को जो अफगालनसतान इराक तथा लहनदसतान क लवलभनन नगरो जस मदास कशमलीर राहजहापर जमम मथरा झग मलतान पलटयाला कपरथला मालर-कोटला ललियाना राहपर लसयालकोट गजरात लाहौर अमतसर गरदासपर इतयालद लजलो स आए हए थ आदर हआ लक हम िाहत ह लक ईद क लदन अगजली सरकार की सफलता क ललए दआ की जाए लजस को सब न सन कर परसननता पववक पसनद लकया

इसली आिार पर ईद क लदन लगभग 8 बज हजरत मसलीह मौऊद अललहससलाम अपनली जमाअत क उस लवराल मदान म जो कसबा कालदयान क पसचिम म ह और जो परानली ईदगाह ह गए और 9 बज तक दर और करलीब क दहात क लोग भली वहा एकतर होत रह लफर यग क लवदान समय क एकमातर हजरत मौलाना मौलवली नरदलीन सालहब न ईदललफतर की नमाज पढाई और नमाज स लनवत होन क पचिात आललीजनाब हजरत इमामजजमान न खड होकर अतयनत सरसता एव सवोितापववक खतबा पढा और भाषण इतना परभावली था लक सब लोग जो सखया म हजार स कम न थ पणव धयान स सन रह थ इतना सपषट और समझन म सरल था लक दहातली आदमली भली जो िौपायो क समान जलीवन वयतलीत करत ह परभालवत होकर बोल उठ हजरत अकदस सब सि कह रह ह इस भाषण म जस लक असल भाषण स सपषट होगा अलाह तआला क साथ-साथ सासाररक अलिकाररयो क अलिकार का कसा लितरण लकया गया ह और लकस परकार परजा को बताया गया ह लक इस अगजली सरकार क हम मसलमानो पर लकतन उपकार ह और हम मसलमान अपन कआवन की

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रएदाद जला दआ

दसषट स लकस सलीमा तक सरकार की वफादारली और पराण नयोछावर करन क ललए पाबनद लकए गए ह कया कोई ससार म ह जो इस परकार स िमव क अनसार बतावनवली सरकार क अलिकार सच हदय और नक नलीयत क साथ लसदध कर सक यह उसली जवामदव का काम ह लजसन अपनली जमाअत क हदयो म सरकार क सबि म सचा परम बठा लदया ह और परायः अपनली जमाअत को लललखत तथा मौलखक तौर पर बल दकर फरमाया लक यलद तम म स कोई एक राई क दान क बराबर भली अपनली सरकार स छल पववक आिरण अपनाएगा वह हमारली जमाअत म नही लगना जाएगा और वह खदा तथा रसल का अवजञाकारली होगा कयोलक हम लोग बतावनवली सरकार की लकसली वयसकतगत लाभ अथवा सवाथव परायणता क आिार पर पररसा और यरोगान नही करत अलपत इसलाम िमव की दसषट स हम मामर ह लक हम अतयनत आनतररक सफाई और सच हदय स कमव और कथन स वफादारली का सबत द हम लकसली उपालि जमलीन या जागलीर को परापत करन क ललए छलपणव िाल या िापललसया करना अवि समझत ह िलक भाषण अपन मल रप म नलीि ललखा जाता ह इसललए हम अलिक ललखन की आवशयकता नही

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खतिलाजिलाि मिसीि मिौऊद अलबिसललात वसललामि

जो ईदल बितर की िमिलाज क िलाद पढला गयला

मसलमानो को अलाह तआला का बहत िनयवाद करना िालहए लजसन उनको एक ऐसा िमव परदान लकया ह जो जञान और वयावहाररक तौर पर हर परकार की खराबली और रलणत बातो स पलवतर ह यलद मनषय धयान पववक दख तो उस जञात होगा लक वासतव म समसत पररसाओ एव लवरषताओ का अलिकारली अलाह तआला हली ह तथा कोई इनसान या ससषट लनसचित और वासतलवक तौर पर पररसा और सतलत की हकदार नही ह यलद मनषय लकसली परकार क सवाथव की लमलावट क लबना दख तो उस पर अतयनत सपषट तौर पर खल जाएगा लक कोई वयसकत जो पररसा क योगय ठहराया जाता ह वह या तो इसललए योगय हो सकता ह लक लकसली ऐस यग म जबलक कोई अससततव न था और न लकसली अससततव की खबर थली वह उसका पदा करन वाला हो या इस कारण स लक ऐस यग म लक कोई अससततव न था और न मालम था लक अससततव और अससततव की अनशवरता तथा सवासथय-सरकषा और जलीवन की सथापना क ललए कया-कया सामान आवशयक ह उसन व सब सामान उपलबि लकए हो या ऐस यग म लक उस पर बहत स सकट आ सकत थ उसन दया की हो और उस सरलकषत रखा हो और या इस कारण स पररसा क योगय हो सकता ह

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रएदाद जला दआ

लक महनत करन वाल की महनत को नषट न कर और महनत करन वालो क अलिकारो को पणव रप स अदा कर यदयलप बाहय तौर पर मजदरली करन वाल क अलिकारो का दना बदला ह परनत ऐसा वयसकत भली उपकारली हो सकता ह जो पणव रप स अलिकारो को अदा कर य लवरषताए उच शणली की ह जो लकसली को पररसा एव सतलत क योगय बना सकतली ह अब लविार करक दख लो लक वासतलवक तौर पर इन सब पररसाओ क योगय कवल अलाह तआला हली ह जो पणव रप स इन लवरषताओ स पररलसत ह अनय लकसली म य लवरषताए नही ह

परथमि - दखो उतपलत और परलतपालन की लवरषता यह लवरषता यदयलप मनषय गमान कर सकता ह लक माता-लपता तथा अनय उपकाररयो की इचछाए और उदशय होत ह लजन क आिार पर व उपकार करत ह इस पर तकक यह ह लक उदाहरणतया बचा सवसथ सनदर रसकतरालली पदा हो तो माता-लपता को परसननता होतली ह और यलद लडका हो तो लफर यह परसननता और भली बडली होतली ह ढोल बजाए जात ह परनत यलद लडकी हो तो जस वह रर मातम रर और रोक का लदन हो जाता ह और सवय को मह लदखान क योगय नही समझत कभली-कभली कछ मखव लवलभनन उपायो स लडलकयो को मार दत या उनक पालन-पोषण म कम धयान दत ह और यलद बचा लजा अिा अपालहज पदा हो तो िाहत ह लक वह मर जाए और परायः आचियव नही सवय भली जान की लवपदा समझ कर मार दत हो मन पढा ह लक यनानली लोग ऐस बचो को जान-बझ कर मार दत थ बसलक उनक यहा राहली कानन था लक यलद कोई बचा लनकममा अपालहज अिा इतयालद पदा हो तो उस तरनत मार लदया जाए इस स

रएदाद जला दआ

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साफ पाया जाता ह लक मानवलीय लविारो म पोषण और दखभाल क साथ वयसकतगत और सवाथव सबिली उदशय लमल हए होत ह परनत अलाह तआला की इतनली ससषट का (लजसकी कलपना और वणवन स कलपना और जलीभ असमथव ह और जो पथवली और आकार म भरली पडली ह) खलक और परलतपालन स कोई मतलब नही ह वह माता-लपता की तरह सवा और जलीलवका नही िाहता अलपत उसन ससषट को कवल परलतपालन की माग स पदा लकया ह परतयक वयसकत मान लगा लक पौिा लगाना लफर लसिाई करना और उसकी दख भाल करना और फलदार वकष होन तक सरलकषत रखना एक बडा उपकार ह अतः मनषय और उसकी हालत तथा दख भाल पर लविार करो तो जञात होगा लक खदा तआला न लकतना बडा उपकार लकया ह लक इतन इसनकलाब और लववरता क समयो म कस-कस पररवतवनो म उस की सहायता की ह

दसरा पहल जो अभली मन वणवन लकया ह अससततव की पदायर स पवव ऐस सामान हो लक सामालजक जलीवन और रसकतयो क काम क ललए परा सामान मौजद हो दखो हम अभली पदा हली न हए थ लक सामान पहल हली कर लदया परकारमान सयव जो अब िढा हआ ह लजस क कारण सामानय रप स परकार परसाररत हो रहा ह और लदन िढा हआ ह यलद न होता तो कया हम दख सकत थ या परकार क माधयम स जो लाभ और फायद हम पहि ह हम लकस माधयम स परापत कर सकत यलद सयव और िनदमा या और लकसली परकार का परकार न होता तो आखो की जयोलत बकार होतली यदयलप आखो म दखन की एक रसकत ह परनत वह बाहय परकार क लबना वयथव ह

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रएदाद जला दआ

तो यह लकतना बडा उपकार ह लक रसकतयो स काम लन क ललए उसन उन आवशयक सामानो को पहल स उपलबि कर लदया और लफर यह उसकी लकतनली दया ह लक उसन ऐसली रसकतया दली ह और उन म ऐसली योगयताए रख दली ह जो मनषय की पणवता और गनतवय तक पहिन क ललए यथासभव आवशयक ह मससतषक म साययो म रगो म ऐसली लवरषताए रखली ह लक मनषय उन स काम लता ह और उनह पणव कर सकता ह इसललए लक रसकतयो को पणव करन का सामान साथ हली रख लदया ह यह तो आनतररक वयवसथा का हाल ह लक परतयक रसकत उस उदशय और लहत स पणव अनकलता रखतली ह लजसम मनषय का कलयाण ह और बाहय तौर पर भली ऐसली हली वयवसथा रखली ह लक हर वयसकत लजस परकार का परा रखता ह उसक यथायोगय सामान और औजार अससततव स पवव उपलबि कर रख ह उदाहरणतया यलद कोई जता बनान वाला ह तो उसको िमडा और िागा न लमल तो वह कहा स लाए और अपन पर को कस परा कर इसली परकार दजजी को यलद कपडा न लमल तो कयोकर लसए इसली परकार हर पराणली का हाल ह वदय कसा हली लनपण और लवदान हो परनत यलद दवाए न हो तो वह कया कर सकता ह बडा सोि-लविार करक एक नसखः ललखकर दगा परनत बाजार म वह दवा न लमल तो कया करगा खदा का लकतना फजल (कपा) ह लक एक ओर तो उसन जञान लदया ह और दसरली ओर वनसपलतया सथल पदाथव जलीविारली जो रोलगयो क यथायोगय थ पदा कर लदए ह और उनम लभनन-लभनन परकार क गण रख ह जो हर यग म अपरतयालरत आवशयकताओ क काम आ सकत ह तो खदा तआला न कोई वसत भली बफायदा पदा

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नही की तिबब की पसिको म तिखा ह तक यति तकसी का पशाब बनि हो जाए िो कभी ज को इहिीि म िन स पशाब हो जािा ह मनषय इस वसिओ की सहायिा स कहा िक िाभ पापत करिा ह कोई अनमान िगा सकिा ह किातप नही अतपि तकसी की कलपना म नही आ सकिा

तिर चौथी बाि महनि का बििा ह इसक तिए भी खिा की कपा की आवशयकिा ह उिाहरणिया मनषय तकिनी महनि और पररशरम स खिी करिा ह यति खिा िआिा की सहायिा उसक साथ न हो िो अपन घर म अनाज कस िा सक उसी की कपा स अपन समय पर हर एक चीज़ होिी ह अिः अब करीब था तक इस सखा पडन म िोग मर जाि परनि खिा न अपनी कपा स वराषा कर िी और सषटि क बहि स भाग को सभाि तिया तनषकरषा यह तक सवषापथम वयषतिगि िौर पर सवाागपणषा खिा िआिा ही पशसा क योगय ह उसकी ििना म तकसी अनय का वयषतिगि िौर पर कोई भी अतिकार नही यति तकसी अनय को पशसा का अतिकार ह िो कवि तकसी क सहार स ह यह भी खिा िआिा की िया ह तक इसक बावजि तक वह भागीिार रतहि अकिा ह परनि उसन माधयम क िौर पर कछ को अपनी पशसाओ म सषमतिि कर तिया ह जस इस पतवतर सरह म वणषान फरमाया ह-

ــاس ــاس ال الن ــاس ملــک الن ب الن

اعــوذ بــرقــل

ــدور ــوس ف ص ی یوس ــاس ال ــواس الخن وســر ال ــن ش م

)अनास-2 स 3( ــاس ــۃ والن جنــن ال ــاس م الن

इसम अलाह िआिा न पशसा क वासितवक अतिकार रखन

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रएदाद जला दआ

वाल क साथ पररसा क असथायली अलिकार रखन वाल का भली साकलतक तौर पर वणवन लकया ह और यह इसललए लकया ह लक उच कोलट क लरषटािार पणव हो अतः इस सरह म तलीन परकार क अलिकार वणवन लकए ह परथमि- फरमाया लक तम ररण मागो अलाह स जो सवाागपणव लवरषताओ का सगहलीता ह और जो परलतपालक ह लोगो का और माललक भली ह और माबद (उपासय) और वासतलवक उदशय भली ह यह सरह इस परकार की ह लक इसम असल तौहलीद (ऐकशवरवाद) को तो सथालपत रखा ह परनत साथ यह भली सकत लकया ह लक दसर लोगो क अलिकार भली नषट न कर जो इन नामो क परलतलबमब क तौर पर रोतक ह रबब क रबद म सकत ह लक यदयलप वासतलवक तौर पर खदा हली पोषण करन वाला और पणवता तक पहिान वाला ह परनत असथायली और परलतलबमब तौर पर दो और भली अससततव ह जो परलतपालन क दयोतक ह एक रारलीररक तौर पर दसरा रहानली (आधयासतमक) तौर पर रारलीररक तौर पर माता-लपता ह और रहानली तौर पर मलरवद और पथ-परदरवक ह अनय सथान पर लवसतारपववक वणवन लकया ह

والین احساناوا ال ایاہ وبال

وقضی ربک ال تعبد

(बनली इसाईल-24)अथावत खदा न यह िाहा ह लक लकसली दसर की उपासना न

करो और माता-लपता स उपकार करो वासतव म कसा परलतपालन ह लक इनसान बचा होता ह और लकसली परकार की रसकत नही रखता उस हालत म मा कया-कया सवाए करतली ह और लपता उस हालत म मा क कलठन काययो म कसा अलभभावक होता ह खदा तआला

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न कवल अपनली कपा स कमजोर ससषट की दखभाल क ललए दो महल पदा कर लदए ह और अपन परम क परकारो स उनम परम का एक परलतलबमब डाल लदया ह परनत समरण रखना िालहए लक मा-बाप का परम असथायली ह और खदा तआला का परम वासतलवक ह और जब तक हदयो म खदा तआला की ओर स उसका इलका1

न हो कोई मनषय िाह दोसत हो या कोई समान शणली का हो या कोई अलिकारली हो लकसली स परम नही कर सकता और यह खदा क पणव परलतपालन का राज ह लक माता-लपता बचो स ऐसा परम करत ह लक उनक पालन पोषण म हर परकार क दख बडली परसननता पववक सहन करत ह यहा तक लक उनक जलीवन क ललए मरन स भली सकोि नही करत तो खदा तआला न उच कोलट क लरषटािार पणव करन क ललए रसबबननास क रबद म माता-लपता और मलरवद (पथ-परदरवक) की ओर सकत लकया ह तालक इस मजाजली (अवासतलवक) और मौजद कतजञता क लसललसल स वासतलवक रबब और पथ-परदरवक की कतजञता म कदम उठाए इसली राज क हल की यह कजली ह लक इस पलवतर सरह को रसबबननास स परारभ लकया ह इलालहननास स परारभ नही लकया िलक रहानली मलरवद खदा तआला की इचछानसार उसकी सामथयव और लहदायत स परलरकषण करता ह इसललए वह भली इसम ससममललत ह लफर इसम दसरा टकडा मलललकननास ह अथावत तम ररण मागो खदा क पास जो तमहारा बादराह ह यह एक और सकत ह तालक लोगो को सामालजक ससार क लसदधानत

1इलकला - खदा तआला की ओर स हदय म अनायास लकसली लविार का आना (अनवादक)

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स पररलित लकया जाए और सभय बनाए जाए वासतलवक तौर पर तो अलाह तआला हली बादराह ह परनत इसम सकत ह लक लजलली (परलतलबमब) तौर पर बादराह होत ह और इसललए इसम साकलतक तौर पर माललक समय क अलिकारो की दखभाल की ओर सकत ह यहा कालफर और मलशक और एकशवरवाद बादराह अथावत लकसली परकार का बिन नही अलपत सामानय तौर पर ह िाह लकसली िमव का बादराह हो िमव और आसथा क भाग पथक ह कआवन म जहा-जहा खदा न उपकारली का वणवन लकया ह वहा कोई रतव नही लगाई लक वह मसलमान हो और एकशवरवादली हो और अमक लसललसल का हो अलपत सामानय तौर पर उपकारली क बार म ििाव ह िाह वह कोई िमव रखता हो और लफर खदा तआला अपन पलवतर कलाम म उपकारली क साथ उपकार करन पर बहत बल दता ह जसा लक लनमनलललखत आयत स परकट ह-(अररहमान-61) حسان

حسان ال ال

جزاء ال

ھل

कया उपकार का बदला उपकार क अलतररकत भली हो सकता हअब हम अपनली जमाअत को और समसत शोताओ को बडली

सफाई और सपषटता स सनात ह लक अगजली सरकार हमारली उपकारली ह उसन हम पर बड-बड उपकार लकए ह लजसकी आय साठ या सतर वषव की होगली वह खब जानता होगा लक हम पर लसकखो का एक यग गजरा ह उस समय मसलमानो पर लजतन सकट आए थ व छप नही ह उनक समरण स ररलीर कापन लगता ह और हदय लजव जाता ह उस समय मसलमानो की इबादतो और िालमवक कतववयो का पालन करना लजनका परा करना उनको पराण स अलिक लपरय ह

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रोका गया था नमाज की बाग जो नमाज की भलमका ह उसको ऊि सवर म पकारन स मना लकया गया था यलद कभली अजान दन वाल क मख स भल स अललाह अकिर ऊिली आवाज स लनकल जाता तो उस मार डाला जाता था इसली परकार स मसलमानो क वि-अवि क मामल म भली अनलित हसतकषप लकया गया था एक गाय क मकदमः म एक बार पाि हजार गरलीब मसलमान कतल लकए गए बटाला की रटना ह लक एक ससयद वही का रहन वाला बाहर स दरवाज पर आया वहा गायो की भलीड थली उसन तलवार की नोक स थोडा हटाया एक गाय क िमड को सयोग स हलकी सली खरार पहि गई उस बिार को पकड ललया गया और इस बात पर जोर लदया गया लक उस को कतल कर लदया जाए अनत म बडली लसफारररो क बाद जान स बि गया परनत उस का हाथ अवशय काटा गया परनत अब दखो लक हर कौम व िमव क लोगो को कसली आजादली ह हम कवल मसलमानो हली का वणवन करत ह िालमवक कतववयो और इबादतो को अदा करन म सरकार न पणव आजादली द रखली ह और लकसली क माल पराण और सममान स कोई अकारण की रोक नही उस उपदव पणव यग क लवपरलीत लक परतयक वयसकत उसका लहसाब कसा हली पलवतर हो अपन पराण और माल पर भयभलीत रहता था अब यलद कोई अपना आिरण सवय खराब कर ल और अपन दरािार तथा िषटता और अपरािो क करन स सवय दणडनलीय ठहर जाए तो और बात ह या सवय हली बरली आसथा और लापरवाहली क कारण इबादत म कोताहली कर तो अलग बात ह परनत सरकार की ओर स हर परकार की पणव सवततरता ह इस

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समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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रएदाद जला दआ

दसषट स लकस सलीमा तक सरकार की वफादारली और पराण नयोछावर करन क ललए पाबनद लकए गए ह कया कोई ससार म ह जो इस परकार स िमव क अनसार बतावनवली सरकार क अलिकार सच हदय और नक नलीयत क साथ लसदध कर सक यह उसली जवामदव का काम ह लजसन अपनली जमाअत क हदयो म सरकार क सबि म सचा परम बठा लदया ह और परायः अपनली जमाअत को लललखत तथा मौलखक तौर पर बल दकर फरमाया लक यलद तम म स कोई एक राई क दान क बराबर भली अपनली सरकार स छल पववक आिरण अपनाएगा वह हमारली जमाअत म नही लगना जाएगा और वह खदा तथा रसल का अवजञाकारली होगा कयोलक हम लोग बतावनवली सरकार की लकसली वयसकतगत लाभ अथवा सवाथव परायणता क आिार पर पररसा और यरोगान नही करत अलपत इसलाम िमव की दसषट स हम मामर ह लक हम अतयनत आनतररक सफाई और सच हदय स कमव और कथन स वफादारली का सबत द हम लकसली उपालि जमलीन या जागलीर को परापत करन क ललए छलपणव िाल या िापललसया करना अवि समझत ह िलक भाषण अपन मल रप म नलीि ललखा जाता ह इसललए हम अलिक ललखन की आवशयकता नही

रएदाद जला दआ

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खतिलाजिलाि मिसीि मिौऊद अलबिसललात वसललामि

जो ईदल बितर की िमिलाज क िलाद पढला गयला

मसलमानो को अलाह तआला का बहत िनयवाद करना िालहए लजसन उनको एक ऐसा िमव परदान लकया ह जो जञान और वयावहाररक तौर पर हर परकार की खराबली और रलणत बातो स पलवतर ह यलद मनषय धयान पववक दख तो उस जञात होगा लक वासतव म समसत पररसाओ एव लवरषताओ का अलिकारली अलाह तआला हली ह तथा कोई इनसान या ससषट लनसचित और वासतलवक तौर पर पररसा और सतलत की हकदार नही ह यलद मनषय लकसली परकार क सवाथव की लमलावट क लबना दख तो उस पर अतयनत सपषट तौर पर खल जाएगा लक कोई वयसकत जो पररसा क योगय ठहराया जाता ह वह या तो इसललए योगय हो सकता ह लक लकसली ऐस यग म जबलक कोई अससततव न था और न लकसली अससततव की खबर थली वह उसका पदा करन वाला हो या इस कारण स लक ऐस यग म लक कोई अससततव न था और न मालम था लक अससततव और अससततव की अनशवरता तथा सवासथय-सरकषा और जलीवन की सथापना क ललए कया-कया सामान आवशयक ह उसन व सब सामान उपलबि लकए हो या ऐस यग म लक उस पर बहत स सकट आ सकत थ उसन दया की हो और उस सरलकषत रखा हो और या इस कारण स पररसा क योगय हो सकता ह

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रएदाद जला दआ

लक महनत करन वाल की महनत को नषट न कर और महनत करन वालो क अलिकारो को पणव रप स अदा कर यदयलप बाहय तौर पर मजदरली करन वाल क अलिकारो का दना बदला ह परनत ऐसा वयसकत भली उपकारली हो सकता ह जो पणव रप स अलिकारो को अदा कर य लवरषताए उच शणली की ह जो लकसली को पररसा एव सतलत क योगय बना सकतली ह अब लविार करक दख लो लक वासतलवक तौर पर इन सब पररसाओ क योगय कवल अलाह तआला हली ह जो पणव रप स इन लवरषताओ स पररलसत ह अनय लकसली म य लवरषताए नही ह

परथमि - दखो उतपलत और परलतपालन की लवरषता यह लवरषता यदयलप मनषय गमान कर सकता ह लक माता-लपता तथा अनय उपकाररयो की इचछाए और उदशय होत ह लजन क आिार पर व उपकार करत ह इस पर तकक यह ह लक उदाहरणतया बचा सवसथ सनदर रसकतरालली पदा हो तो माता-लपता को परसननता होतली ह और यलद लडका हो तो लफर यह परसननता और भली बडली होतली ह ढोल बजाए जात ह परनत यलद लडकी हो तो जस वह रर मातम रर और रोक का लदन हो जाता ह और सवय को मह लदखान क योगय नही समझत कभली-कभली कछ मखव लवलभनन उपायो स लडलकयो को मार दत या उनक पालन-पोषण म कम धयान दत ह और यलद बचा लजा अिा अपालहज पदा हो तो िाहत ह लक वह मर जाए और परायः आचियव नही सवय भली जान की लवपदा समझ कर मार दत हो मन पढा ह लक यनानली लोग ऐस बचो को जान-बझ कर मार दत थ बसलक उनक यहा राहली कानन था लक यलद कोई बचा लनकममा अपालहज अिा इतयालद पदा हो तो उस तरनत मार लदया जाए इस स

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साफ पाया जाता ह लक मानवलीय लविारो म पोषण और दखभाल क साथ वयसकतगत और सवाथव सबिली उदशय लमल हए होत ह परनत अलाह तआला की इतनली ससषट का (लजसकी कलपना और वणवन स कलपना और जलीभ असमथव ह और जो पथवली और आकार म भरली पडली ह) खलक और परलतपालन स कोई मतलब नही ह वह माता-लपता की तरह सवा और जलीलवका नही िाहता अलपत उसन ससषट को कवल परलतपालन की माग स पदा लकया ह परतयक वयसकत मान लगा लक पौिा लगाना लफर लसिाई करना और उसकी दख भाल करना और फलदार वकष होन तक सरलकषत रखना एक बडा उपकार ह अतः मनषय और उसकी हालत तथा दख भाल पर लविार करो तो जञात होगा लक खदा तआला न लकतना बडा उपकार लकया ह लक इतन इसनकलाब और लववरता क समयो म कस-कस पररवतवनो म उस की सहायता की ह

दसरा पहल जो अभली मन वणवन लकया ह अससततव की पदायर स पवव ऐस सामान हो लक सामालजक जलीवन और रसकतयो क काम क ललए परा सामान मौजद हो दखो हम अभली पदा हली न हए थ लक सामान पहल हली कर लदया परकारमान सयव जो अब िढा हआ ह लजस क कारण सामानय रप स परकार परसाररत हो रहा ह और लदन िढा हआ ह यलद न होता तो कया हम दख सकत थ या परकार क माधयम स जो लाभ और फायद हम पहि ह हम लकस माधयम स परापत कर सकत यलद सयव और िनदमा या और लकसली परकार का परकार न होता तो आखो की जयोलत बकार होतली यदयलप आखो म दखन की एक रसकत ह परनत वह बाहय परकार क लबना वयथव ह

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रएदाद जला दआ

तो यह लकतना बडा उपकार ह लक रसकतयो स काम लन क ललए उसन उन आवशयक सामानो को पहल स उपलबि कर लदया और लफर यह उसकी लकतनली दया ह लक उसन ऐसली रसकतया दली ह और उन म ऐसली योगयताए रख दली ह जो मनषय की पणवता और गनतवय तक पहिन क ललए यथासभव आवशयक ह मससतषक म साययो म रगो म ऐसली लवरषताए रखली ह लक मनषय उन स काम लता ह और उनह पणव कर सकता ह इसललए लक रसकतयो को पणव करन का सामान साथ हली रख लदया ह यह तो आनतररक वयवसथा का हाल ह लक परतयक रसकत उस उदशय और लहत स पणव अनकलता रखतली ह लजसम मनषय का कलयाण ह और बाहय तौर पर भली ऐसली हली वयवसथा रखली ह लक हर वयसकत लजस परकार का परा रखता ह उसक यथायोगय सामान और औजार अससततव स पवव उपलबि कर रख ह उदाहरणतया यलद कोई जता बनान वाला ह तो उसको िमडा और िागा न लमल तो वह कहा स लाए और अपन पर को कस परा कर इसली परकार दजजी को यलद कपडा न लमल तो कयोकर लसए इसली परकार हर पराणली का हाल ह वदय कसा हली लनपण और लवदान हो परनत यलद दवाए न हो तो वह कया कर सकता ह बडा सोि-लविार करक एक नसखः ललखकर दगा परनत बाजार म वह दवा न लमल तो कया करगा खदा का लकतना फजल (कपा) ह लक एक ओर तो उसन जञान लदया ह और दसरली ओर वनसपलतया सथल पदाथव जलीविारली जो रोलगयो क यथायोगय थ पदा कर लदए ह और उनम लभनन-लभनन परकार क गण रख ह जो हर यग म अपरतयालरत आवशयकताओ क काम आ सकत ह तो खदा तआला न कोई वसत भली बफायदा पदा

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नही की तिबब की पसिको म तिखा ह तक यति तकसी का पशाब बनि हो जाए िो कभी ज को इहिीि म िन स पशाब हो जािा ह मनषय इस वसिओ की सहायिा स कहा िक िाभ पापत करिा ह कोई अनमान िगा सकिा ह किातप नही अतपि तकसी की कलपना म नही आ सकिा

तिर चौथी बाि महनि का बििा ह इसक तिए भी खिा की कपा की आवशयकिा ह उिाहरणिया मनषय तकिनी महनि और पररशरम स खिी करिा ह यति खिा िआिा की सहायिा उसक साथ न हो िो अपन घर म अनाज कस िा सक उसी की कपा स अपन समय पर हर एक चीज़ होिी ह अिः अब करीब था तक इस सखा पडन म िोग मर जाि परनि खिा न अपनी कपा स वराषा कर िी और सषटि क बहि स भाग को सभाि तिया तनषकरषा यह तक सवषापथम वयषतिगि िौर पर सवाागपणषा खिा िआिा ही पशसा क योगय ह उसकी ििना म तकसी अनय का वयषतिगि िौर पर कोई भी अतिकार नही यति तकसी अनय को पशसा का अतिकार ह िो कवि तकसी क सहार स ह यह भी खिा िआिा की िया ह तक इसक बावजि तक वह भागीिार रतहि अकिा ह परनि उसन माधयम क िौर पर कछ को अपनी पशसाओ म सषमतिि कर तिया ह जस इस पतवतर सरह म वणषान फरमाया ह-

ــاس ــاس ال الن ــاس ملــک الن ب الن

اعــوذ بــرقــل

ــدور ــوس ف ص ی یوس ــاس ال ــواس الخن وســر ال ــن ش م

)अनास-2 स 3( ــاس ــۃ والن جنــن ال ــاس م الن

इसम अलाह िआिा न पशसा क वासितवक अतिकार रखन

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रएदाद जला दआ

वाल क साथ पररसा क असथायली अलिकार रखन वाल का भली साकलतक तौर पर वणवन लकया ह और यह इसललए लकया ह लक उच कोलट क लरषटािार पणव हो अतः इस सरह म तलीन परकार क अलिकार वणवन लकए ह परथमि- फरमाया लक तम ररण मागो अलाह स जो सवाागपणव लवरषताओ का सगहलीता ह और जो परलतपालक ह लोगो का और माललक भली ह और माबद (उपासय) और वासतलवक उदशय भली ह यह सरह इस परकार की ह लक इसम असल तौहलीद (ऐकशवरवाद) को तो सथालपत रखा ह परनत साथ यह भली सकत लकया ह लक दसर लोगो क अलिकार भली नषट न कर जो इन नामो क परलतलबमब क तौर पर रोतक ह रबब क रबद म सकत ह लक यदयलप वासतलवक तौर पर खदा हली पोषण करन वाला और पणवता तक पहिान वाला ह परनत असथायली और परलतलबमब तौर पर दो और भली अससततव ह जो परलतपालन क दयोतक ह एक रारलीररक तौर पर दसरा रहानली (आधयासतमक) तौर पर रारलीररक तौर पर माता-लपता ह और रहानली तौर पर मलरवद और पथ-परदरवक ह अनय सथान पर लवसतारपववक वणवन लकया ह

والین احساناوا ال ایاہ وبال

وقضی ربک ال تعبد

(बनली इसाईल-24)अथावत खदा न यह िाहा ह लक लकसली दसर की उपासना न

करो और माता-लपता स उपकार करो वासतव म कसा परलतपालन ह लक इनसान बचा होता ह और लकसली परकार की रसकत नही रखता उस हालत म मा कया-कया सवाए करतली ह और लपता उस हालत म मा क कलठन काययो म कसा अलभभावक होता ह खदा तआला

रएदाद जला दआ

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न कवल अपनली कपा स कमजोर ससषट की दखभाल क ललए दो महल पदा कर लदए ह और अपन परम क परकारो स उनम परम का एक परलतलबमब डाल लदया ह परनत समरण रखना िालहए लक मा-बाप का परम असथायली ह और खदा तआला का परम वासतलवक ह और जब तक हदयो म खदा तआला की ओर स उसका इलका1

न हो कोई मनषय िाह दोसत हो या कोई समान शणली का हो या कोई अलिकारली हो लकसली स परम नही कर सकता और यह खदा क पणव परलतपालन का राज ह लक माता-लपता बचो स ऐसा परम करत ह लक उनक पालन पोषण म हर परकार क दख बडली परसननता पववक सहन करत ह यहा तक लक उनक जलीवन क ललए मरन स भली सकोि नही करत तो खदा तआला न उच कोलट क लरषटािार पणव करन क ललए रसबबननास क रबद म माता-लपता और मलरवद (पथ-परदरवक) की ओर सकत लकया ह तालक इस मजाजली (अवासतलवक) और मौजद कतजञता क लसललसल स वासतलवक रबब और पथ-परदरवक की कतजञता म कदम उठाए इसली राज क हल की यह कजली ह लक इस पलवतर सरह को रसबबननास स परारभ लकया ह इलालहननास स परारभ नही लकया िलक रहानली मलरवद खदा तआला की इचछानसार उसकी सामथयव और लहदायत स परलरकषण करता ह इसललए वह भली इसम ससममललत ह लफर इसम दसरा टकडा मलललकननास ह अथावत तम ररण मागो खदा क पास जो तमहारा बादराह ह यह एक और सकत ह तालक लोगो को सामालजक ससार क लसदधानत

1इलकला - खदा तआला की ओर स हदय म अनायास लकसली लविार का आना (अनवादक)

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स पररलित लकया जाए और सभय बनाए जाए वासतलवक तौर पर तो अलाह तआला हली बादराह ह परनत इसम सकत ह लक लजलली (परलतलबमब) तौर पर बादराह होत ह और इसललए इसम साकलतक तौर पर माललक समय क अलिकारो की दखभाल की ओर सकत ह यहा कालफर और मलशक और एकशवरवाद बादराह अथावत लकसली परकार का बिन नही अलपत सामानय तौर पर ह िाह लकसली िमव का बादराह हो िमव और आसथा क भाग पथक ह कआवन म जहा-जहा खदा न उपकारली का वणवन लकया ह वहा कोई रतव नही लगाई लक वह मसलमान हो और एकशवरवादली हो और अमक लसललसल का हो अलपत सामानय तौर पर उपकारली क बार म ििाव ह िाह वह कोई िमव रखता हो और लफर खदा तआला अपन पलवतर कलाम म उपकारली क साथ उपकार करन पर बहत बल दता ह जसा लक लनमनलललखत आयत स परकट ह-(अररहमान-61) حسان

حسان ال ال

جزاء ال

ھل

कया उपकार का बदला उपकार क अलतररकत भली हो सकता हअब हम अपनली जमाअत को और समसत शोताओ को बडली

सफाई और सपषटता स सनात ह लक अगजली सरकार हमारली उपकारली ह उसन हम पर बड-बड उपकार लकए ह लजसकी आय साठ या सतर वषव की होगली वह खब जानता होगा लक हम पर लसकखो का एक यग गजरा ह उस समय मसलमानो पर लजतन सकट आए थ व छप नही ह उनक समरण स ररलीर कापन लगता ह और हदय लजव जाता ह उस समय मसलमानो की इबादतो और िालमवक कतववयो का पालन करना लजनका परा करना उनको पराण स अलिक लपरय ह

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रोका गया था नमाज की बाग जो नमाज की भलमका ह उसको ऊि सवर म पकारन स मना लकया गया था यलद कभली अजान दन वाल क मख स भल स अललाह अकिर ऊिली आवाज स लनकल जाता तो उस मार डाला जाता था इसली परकार स मसलमानो क वि-अवि क मामल म भली अनलित हसतकषप लकया गया था एक गाय क मकदमः म एक बार पाि हजार गरलीब मसलमान कतल लकए गए बटाला की रटना ह लक एक ससयद वही का रहन वाला बाहर स दरवाज पर आया वहा गायो की भलीड थली उसन तलवार की नोक स थोडा हटाया एक गाय क िमड को सयोग स हलकी सली खरार पहि गई उस बिार को पकड ललया गया और इस बात पर जोर लदया गया लक उस को कतल कर लदया जाए अनत म बडली लसफारररो क बाद जान स बि गया परनत उस का हाथ अवशय काटा गया परनत अब दखो लक हर कौम व िमव क लोगो को कसली आजादली ह हम कवल मसलमानो हली का वणवन करत ह िालमवक कतववयो और इबादतो को अदा करन म सरकार न पणव आजादली द रखली ह और लकसली क माल पराण और सममान स कोई अकारण की रोक नही उस उपदव पणव यग क लवपरलीत लक परतयक वयसकत उसका लहसाब कसा हली पलवतर हो अपन पराण और माल पर भयभलीत रहता था अब यलद कोई अपना आिरण सवय खराब कर ल और अपन दरािार तथा िषटता और अपरािो क करन स सवय दणडनलीय ठहर जाए तो और बात ह या सवय हली बरली आसथा और लापरवाहली क कारण इबादत म कोताहली कर तो अलग बात ह परनत सरकार की ओर स हर परकार की पणव सवततरता ह इस

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समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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रएदाद जला दआ

दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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रएदाद जला दआ

स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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रएदाद जला दआ

ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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रएदाद जला दआ

हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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खतिलाजिलाि मिसीि मिौऊद अलबिसललात वसललामि

जो ईदल बितर की िमिलाज क िलाद पढला गयला

मसलमानो को अलाह तआला का बहत िनयवाद करना िालहए लजसन उनको एक ऐसा िमव परदान लकया ह जो जञान और वयावहाररक तौर पर हर परकार की खराबली और रलणत बातो स पलवतर ह यलद मनषय धयान पववक दख तो उस जञात होगा लक वासतव म समसत पररसाओ एव लवरषताओ का अलिकारली अलाह तआला हली ह तथा कोई इनसान या ससषट लनसचित और वासतलवक तौर पर पररसा और सतलत की हकदार नही ह यलद मनषय लकसली परकार क सवाथव की लमलावट क लबना दख तो उस पर अतयनत सपषट तौर पर खल जाएगा लक कोई वयसकत जो पररसा क योगय ठहराया जाता ह वह या तो इसललए योगय हो सकता ह लक लकसली ऐस यग म जबलक कोई अससततव न था और न लकसली अससततव की खबर थली वह उसका पदा करन वाला हो या इस कारण स लक ऐस यग म लक कोई अससततव न था और न मालम था लक अससततव और अससततव की अनशवरता तथा सवासथय-सरकषा और जलीवन की सथापना क ललए कया-कया सामान आवशयक ह उसन व सब सामान उपलबि लकए हो या ऐस यग म लक उस पर बहत स सकट आ सकत थ उसन दया की हो और उस सरलकषत रखा हो और या इस कारण स पररसा क योगय हो सकता ह

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लक महनत करन वाल की महनत को नषट न कर और महनत करन वालो क अलिकारो को पणव रप स अदा कर यदयलप बाहय तौर पर मजदरली करन वाल क अलिकारो का दना बदला ह परनत ऐसा वयसकत भली उपकारली हो सकता ह जो पणव रप स अलिकारो को अदा कर य लवरषताए उच शणली की ह जो लकसली को पररसा एव सतलत क योगय बना सकतली ह अब लविार करक दख लो लक वासतलवक तौर पर इन सब पररसाओ क योगय कवल अलाह तआला हली ह जो पणव रप स इन लवरषताओ स पररलसत ह अनय लकसली म य लवरषताए नही ह

परथमि - दखो उतपलत और परलतपालन की लवरषता यह लवरषता यदयलप मनषय गमान कर सकता ह लक माता-लपता तथा अनय उपकाररयो की इचछाए और उदशय होत ह लजन क आिार पर व उपकार करत ह इस पर तकक यह ह लक उदाहरणतया बचा सवसथ सनदर रसकतरालली पदा हो तो माता-लपता को परसननता होतली ह और यलद लडका हो तो लफर यह परसननता और भली बडली होतली ह ढोल बजाए जात ह परनत यलद लडकी हो तो जस वह रर मातम रर और रोक का लदन हो जाता ह और सवय को मह लदखान क योगय नही समझत कभली-कभली कछ मखव लवलभनन उपायो स लडलकयो को मार दत या उनक पालन-पोषण म कम धयान दत ह और यलद बचा लजा अिा अपालहज पदा हो तो िाहत ह लक वह मर जाए और परायः आचियव नही सवय भली जान की लवपदा समझ कर मार दत हो मन पढा ह लक यनानली लोग ऐस बचो को जान-बझ कर मार दत थ बसलक उनक यहा राहली कानन था लक यलद कोई बचा लनकममा अपालहज अिा इतयालद पदा हो तो उस तरनत मार लदया जाए इस स

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साफ पाया जाता ह लक मानवलीय लविारो म पोषण और दखभाल क साथ वयसकतगत और सवाथव सबिली उदशय लमल हए होत ह परनत अलाह तआला की इतनली ससषट का (लजसकी कलपना और वणवन स कलपना और जलीभ असमथव ह और जो पथवली और आकार म भरली पडली ह) खलक और परलतपालन स कोई मतलब नही ह वह माता-लपता की तरह सवा और जलीलवका नही िाहता अलपत उसन ससषट को कवल परलतपालन की माग स पदा लकया ह परतयक वयसकत मान लगा लक पौिा लगाना लफर लसिाई करना और उसकी दख भाल करना और फलदार वकष होन तक सरलकषत रखना एक बडा उपकार ह अतः मनषय और उसकी हालत तथा दख भाल पर लविार करो तो जञात होगा लक खदा तआला न लकतना बडा उपकार लकया ह लक इतन इसनकलाब और लववरता क समयो म कस-कस पररवतवनो म उस की सहायता की ह

दसरा पहल जो अभली मन वणवन लकया ह अससततव की पदायर स पवव ऐस सामान हो लक सामालजक जलीवन और रसकतयो क काम क ललए परा सामान मौजद हो दखो हम अभली पदा हली न हए थ लक सामान पहल हली कर लदया परकारमान सयव जो अब िढा हआ ह लजस क कारण सामानय रप स परकार परसाररत हो रहा ह और लदन िढा हआ ह यलद न होता तो कया हम दख सकत थ या परकार क माधयम स जो लाभ और फायद हम पहि ह हम लकस माधयम स परापत कर सकत यलद सयव और िनदमा या और लकसली परकार का परकार न होता तो आखो की जयोलत बकार होतली यदयलप आखो म दखन की एक रसकत ह परनत वह बाहय परकार क लबना वयथव ह

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तो यह लकतना बडा उपकार ह लक रसकतयो स काम लन क ललए उसन उन आवशयक सामानो को पहल स उपलबि कर लदया और लफर यह उसकी लकतनली दया ह लक उसन ऐसली रसकतया दली ह और उन म ऐसली योगयताए रख दली ह जो मनषय की पणवता और गनतवय तक पहिन क ललए यथासभव आवशयक ह मससतषक म साययो म रगो म ऐसली लवरषताए रखली ह लक मनषय उन स काम लता ह और उनह पणव कर सकता ह इसललए लक रसकतयो को पणव करन का सामान साथ हली रख लदया ह यह तो आनतररक वयवसथा का हाल ह लक परतयक रसकत उस उदशय और लहत स पणव अनकलता रखतली ह लजसम मनषय का कलयाण ह और बाहय तौर पर भली ऐसली हली वयवसथा रखली ह लक हर वयसकत लजस परकार का परा रखता ह उसक यथायोगय सामान और औजार अससततव स पवव उपलबि कर रख ह उदाहरणतया यलद कोई जता बनान वाला ह तो उसको िमडा और िागा न लमल तो वह कहा स लाए और अपन पर को कस परा कर इसली परकार दजजी को यलद कपडा न लमल तो कयोकर लसए इसली परकार हर पराणली का हाल ह वदय कसा हली लनपण और लवदान हो परनत यलद दवाए न हो तो वह कया कर सकता ह बडा सोि-लविार करक एक नसखः ललखकर दगा परनत बाजार म वह दवा न लमल तो कया करगा खदा का लकतना फजल (कपा) ह लक एक ओर तो उसन जञान लदया ह और दसरली ओर वनसपलतया सथल पदाथव जलीविारली जो रोलगयो क यथायोगय थ पदा कर लदए ह और उनम लभनन-लभनन परकार क गण रख ह जो हर यग म अपरतयालरत आवशयकताओ क काम आ सकत ह तो खदा तआला न कोई वसत भली बफायदा पदा

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नही की तिबब की पसिको म तिखा ह तक यति तकसी का पशाब बनि हो जाए िो कभी ज को इहिीि म िन स पशाब हो जािा ह मनषय इस वसिओ की सहायिा स कहा िक िाभ पापत करिा ह कोई अनमान िगा सकिा ह किातप नही अतपि तकसी की कलपना म नही आ सकिा

तिर चौथी बाि महनि का बििा ह इसक तिए भी खिा की कपा की आवशयकिा ह उिाहरणिया मनषय तकिनी महनि और पररशरम स खिी करिा ह यति खिा िआिा की सहायिा उसक साथ न हो िो अपन घर म अनाज कस िा सक उसी की कपा स अपन समय पर हर एक चीज़ होिी ह अिः अब करीब था तक इस सखा पडन म िोग मर जाि परनि खिा न अपनी कपा स वराषा कर िी और सषटि क बहि स भाग को सभाि तिया तनषकरषा यह तक सवषापथम वयषतिगि िौर पर सवाागपणषा खिा िआिा ही पशसा क योगय ह उसकी ििना म तकसी अनय का वयषतिगि िौर पर कोई भी अतिकार नही यति तकसी अनय को पशसा का अतिकार ह िो कवि तकसी क सहार स ह यह भी खिा िआिा की िया ह तक इसक बावजि तक वह भागीिार रतहि अकिा ह परनि उसन माधयम क िौर पर कछ को अपनी पशसाओ म सषमतिि कर तिया ह जस इस पतवतर सरह म वणषान फरमाया ह-

ــاس ــاس ال الن ــاس ملــک الن ب الن

اعــوذ بــرقــل

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)अनास-2 स 3( ــاس ــۃ والن جنــن ال ــاس م الن

इसम अलाह िआिा न पशसा क वासितवक अतिकार रखन

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रएदाद जला दआ

वाल क साथ पररसा क असथायली अलिकार रखन वाल का भली साकलतक तौर पर वणवन लकया ह और यह इसललए लकया ह लक उच कोलट क लरषटािार पणव हो अतः इस सरह म तलीन परकार क अलिकार वणवन लकए ह परथमि- फरमाया लक तम ररण मागो अलाह स जो सवाागपणव लवरषताओ का सगहलीता ह और जो परलतपालक ह लोगो का और माललक भली ह और माबद (उपासय) और वासतलवक उदशय भली ह यह सरह इस परकार की ह लक इसम असल तौहलीद (ऐकशवरवाद) को तो सथालपत रखा ह परनत साथ यह भली सकत लकया ह लक दसर लोगो क अलिकार भली नषट न कर जो इन नामो क परलतलबमब क तौर पर रोतक ह रबब क रबद म सकत ह लक यदयलप वासतलवक तौर पर खदा हली पोषण करन वाला और पणवता तक पहिान वाला ह परनत असथायली और परलतलबमब तौर पर दो और भली अससततव ह जो परलतपालन क दयोतक ह एक रारलीररक तौर पर दसरा रहानली (आधयासतमक) तौर पर रारलीररक तौर पर माता-लपता ह और रहानली तौर पर मलरवद और पथ-परदरवक ह अनय सथान पर लवसतारपववक वणवन लकया ह

والین احساناوا ال ایاہ وبال

وقضی ربک ال تعبد

(बनली इसाईल-24)अथावत खदा न यह िाहा ह लक लकसली दसर की उपासना न

करो और माता-लपता स उपकार करो वासतव म कसा परलतपालन ह लक इनसान बचा होता ह और लकसली परकार की रसकत नही रखता उस हालत म मा कया-कया सवाए करतली ह और लपता उस हालत म मा क कलठन काययो म कसा अलभभावक होता ह खदा तआला

रएदाद जला दआ

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न कवल अपनली कपा स कमजोर ससषट की दखभाल क ललए दो महल पदा कर लदए ह और अपन परम क परकारो स उनम परम का एक परलतलबमब डाल लदया ह परनत समरण रखना िालहए लक मा-बाप का परम असथायली ह और खदा तआला का परम वासतलवक ह और जब तक हदयो म खदा तआला की ओर स उसका इलका1

न हो कोई मनषय िाह दोसत हो या कोई समान शणली का हो या कोई अलिकारली हो लकसली स परम नही कर सकता और यह खदा क पणव परलतपालन का राज ह लक माता-लपता बचो स ऐसा परम करत ह लक उनक पालन पोषण म हर परकार क दख बडली परसननता पववक सहन करत ह यहा तक लक उनक जलीवन क ललए मरन स भली सकोि नही करत तो खदा तआला न उच कोलट क लरषटािार पणव करन क ललए रसबबननास क रबद म माता-लपता और मलरवद (पथ-परदरवक) की ओर सकत लकया ह तालक इस मजाजली (अवासतलवक) और मौजद कतजञता क लसललसल स वासतलवक रबब और पथ-परदरवक की कतजञता म कदम उठाए इसली राज क हल की यह कजली ह लक इस पलवतर सरह को रसबबननास स परारभ लकया ह इलालहननास स परारभ नही लकया िलक रहानली मलरवद खदा तआला की इचछानसार उसकी सामथयव और लहदायत स परलरकषण करता ह इसललए वह भली इसम ससममललत ह लफर इसम दसरा टकडा मलललकननास ह अथावत तम ररण मागो खदा क पास जो तमहारा बादराह ह यह एक और सकत ह तालक लोगो को सामालजक ससार क लसदधानत

1इलकला - खदा तआला की ओर स हदय म अनायास लकसली लविार का आना (अनवादक)

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रएदाद जला दआ

स पररलित लकया जाए और सभय बनाए जाए वासतलवक तौर पर तो अलाह तआला हली बादराह ह परनत इसम सकत ह लक लजलली (परलतलबमब) तौर पर बादराह होत ह और इसललए इसम साकलतक तौर पर माललक समय क अलिकारो की दखभाल की ओर सकत ह यहा कालफर और मलशक और एकशवरवाद बादराह अथावत लकसली परकार का बिन नही अलपत सामानय तौर पर ह िाह लकसली िमव का बादराह हो िमव और आसथा क भाग पथक ह कआवन म जहा-जहा खदा न उपकारली का वणवन लकया ह वहा कोई रतव नही लगाई लक वह मसलमान हो और एकशवरवादली हो और अमक लसललसल का हो अलपत सामानय तौर पर उपकारली क बार म ििाव ह िाह वह कोई िमव रखता हो और लफर खदा तआला अपन पलवतर कलाम म उपकारली क साथ उपकार करन पर बहत बल दता ह जसा लक लनमनलललखत आयत स परकट ह-(अररहमान-61) حسان

حسان ال ال

جزاء ال

ھل

कया उपकार का बदला उपकार क अलतररकत भली हो सकता हअब हम अपनली जमाअत को और समसत शोताओ को बडली

सफाई और सपषटता स सनात ह लक अगजली सरकार हमारली उपकारली ह उसन हम पर बड-बड उपकार लकए ह लजसकी आय साठ या सतर वषव की होगली वह खब जानता होगा लक हम पर लसकखो का एक यग गजरा ह उस समय मसलमानो पर लजतन सकट आए थ व छप नही ह उनक समरण स ररलीर कापन लगता ह और हदय लजव जाता ह उस समय मसलमानो की इबादतो और िालमवक कतववयो का पालन करना लजनका परा करना उनको पराण स अलिक लपरय ह

रएदाद जला दआ

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रोका गया था नमाज की बाग जो नमाज की भलमका ह उसको ऊि सवर म पकारन स मना लकया गया था यलद कभली अजान दन वाल क मख स भल स अललाह अकिर ऊिली आवाज स लनकल जाता तो उस मार डाला जाता था इसली परकार स मसलमानो क वि-अवि क मामल म भली अनलित हसतकषप लकया गया था एक गाय क मकदमः म एक बार पाि हजार गरलीब मसलमान कतल लकए गए बटाला की रटना ह लक एक ससयद वही का रहन वाला बाहर स दरवाज पर आया वहा गायो की भलीड थली उसन तलवार की नोक स थोडा हटाया एक गाय क िमड को सयोग स हलकी सली खरार पहि गई उस बिार को पकड ललया गया और इस बात पर जोर लदया गया लक उस को कतल कर लदया जाए अनत म बडली लसफारररो क बाद जान स बि गया परनत उस का हाथ अवशय काटा गया परनत अब दखो लक हर कौम व िमव क लोगो को कसली आजादली ह हम कवल मसलमानो हली का वणवन करत ह िालमवक कतववयो और इबादतो को अदा करन म सरकार न पणव आजादली द रखली ह और लकसली क माल पराण और सममान स कोई अकारण की रोक नही उस उपदव पणव यग क लवपरलीत लक परतयक वयसकत उसका लहसाब कसा हली पलवतर हो अपन पराण और माल पर भयभलीत रहता था अब यलद कोई अपना आिरण सवय खराब कर ल और अपन दरािार तथा िषटता और अपरािो क करन स सवय दणडनलीय ठहर जाए तो और बात ह या सवय हली बरली आसथा और लापरवाहली क कारण इबादत म कोताहली कर तो अलग बात ह परनत सरकार की ओर स हर परकार की पणव सवततरता ह इस

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रएदाद जला दआ

समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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रएदाद जला दआ

दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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रएदाद जला दआ

बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

रएदाद जला दआ

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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रएदाद जला दआ

आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

रएदाद जला दआ

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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रएदाद जला दआ

स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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रएदाद जला दआ

काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

रएदाद जला दआ

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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रएदाद जला दआ

लक महनत करन वाल की महनत को नषट न कर और महनत करन वालो क अलिकारो को पणव रप स अदा कर यदयलप बाहय तौर पर मजदरली करन वाल क अलिकारो का दना बदला ह परनत ऐसा वयसकत भली उपकारली हो सकता ह जो पणव रप स अलिकारो को अदा कर य लवरषताए उच शणली की ह जो लकसली को पररसा एव सतलत क योगय बना सकतली ह अब लविार करक दख लो लक वासतलवक तौर पर इन सब पररसाओ क योगय कवल अलाह तआला हली ह जो पणव रप स इन लवरषताओ स पररलसत ह अनय लकसली म य लवरषताए नही ह

परथमि - दखो उतपलत और परलतपालन की लवरषता यह लवरषता यदयलप मनषय गमान कर सकता ह लक माता-लपता तथा अनय उपकाररयो की इचछाए और उदशय होत ह लजन क आिार पर व उपकार करत ह इस पर तकक यह ह लक उदाहरणतया बचा सवसथ सनदर रसकतरालली पदा हो तो माता-लपता को परसननता होतली ह और यलद लडका हो तो लफर यह परसननता और भली बडली होतली ह ढोल बजाए जात ह परनत यलद लडकी हो तो जस वह रर मातम रर और रोक का लदन हो जाता ह और सवय को मह लदखान क योगय नही समझत कभली-कभली कछ मखव लवलभनन उपायो स लडलकयो को मार दत या उनक पालन-पोषण म कम धयान दत ह और यलद बचा लजा अिा अपालहज पदा हो तो िाहत ह लक वह मर जाए और परायः आचियव नही सवय भली जान की लवपदा समझ कर मार दत हो मन पढा ह लक यनानली लोग ऐस बचो को जान-बझ कर मार दत थ बसलक उनक यहा राहली कानन था लक यलद कोई बचा लनकममा अपालहज अिा इतयालद पदा हो तो उस तरनत मार लदया जाए इस स

रएदाद जला दआ

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साफ पाया जाता ह लक मानवलीय लविारो म पोषण और दखभाल क साथ वयसकतगत और सवाथव सबिली उदशय लमल हए होत ह परनत अलाह तआला की इतनली ससषट का (लजसकी कलपना और वणवन स कलपना और जलीभ असमथव ह और जो पथवली और आकार म भरली पडली ह) खलक और परलतपालन स कोई मतलब नही ह वह माता-लपता की तरह सवा और जलीलवका नही िाहता अलपत उसन ससषट को कवल परलतपालन की माग स पदा लकया ह परतयक वयसकत मान लगा लक पौिा लगाना लफर लसिाई करना और उसकी दख भाल करना और फलदार वकष होन तक सरलकषत रखना एक बडा उपकार ह अतः मनषय और उसकी हालत तथा दख भाल पर लविार करो तो जञात होगा लक खदा तआला न लकतना बडा उपकार लकया ह लक इतन इसनकलाब और लववरता क समयो म कस-कस पररवतवनो म उस की सहायता की ह

दसरा पहल जो अभली मन वणवन लकया ह अससततव की पदायर स पवव ऐस सामान हो लक सामालजक जलीवन और रसकतयो क काम क ललए परा सामान मौजद हो दखो हम अभली पदा हली न हए थ लक सामान पहल हली कर लदया परकारमान सयव जो अब िढा हआ ह लजस क कारण सामानय रप स परकार परसाररत हो रहा ह और लदन िढा हआ ह यलद न होता तो कया हम दख सकत थ या परकार क माधयम स जो लाभ और फायद हम पहि ह हम लकस माधयम स परापत कर सकत यलद सयव और िनदमा या और लकसली परकार का परकार न होता तो आखो की जयोलत बकार होतली यदयलप आखो म दखन की एक रसकत ह परनत वह बाहय परकार क लबना वयथव ह

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तो यह लकतना बडा उपकार ह लक रसकतयो स काम लन क ललए उसन उन आवशयक सामानो को पहल स उपलबि कर लदया और लफर यह उसकी लकतनली दया ह लक उसन ऐसली रसकतया दली ह और उन म ऐसली योगयताए रख दली ह जो मनषय की पणवता और गनतवय तक पहिन क ललए यथासभव आवशयक ह मससतषक म साययो म रगो म ऐसली लवरषताए रखली ह लक मनषय उन स काम लता ह और उनह पणव कर सकता ह इसललए लक रसकतयो को पणव करन का सामान साथ हली रख लदया ह यह तो आनतररक वयवसथा का हाल ह लक परतयक रसकत उस उदशय और लहत स पणव अनकलता रखतली ह लजसम मनषय का कलयाण ह और बाहय तौर पर भली ऐसली हली वयवसथा रखली ह लक हर वयसकत लजस परकार का परा रखता ह उसक यथायोगय सामान और औजार अससततव स पवव उपलबि कर रख ह उदाहरणतया यलद कोई जता बनान वाला ह तो उसको िमडा और िागा न लमल तो वह कहा स लाए और अपन पर को कस परा कर इसली परकार दजजी को यलद कपडा न लमल तो कयोकर लसए इसली परकार हर पराणली का हाल ह वदय कसा हली लनपण और लवदान हो परनत यलद दवाए न हो तो वह कया कर सकता ह बडा सोि-लविार करक एक नसखः ललखकर दगा परनत बाजार म वह दवा न लमल तो कया करगा खदा का लकतना फजल (कपा) ह लक एक ओर तो उसन जञान लदया ह और दसरली ओर वनसपलतया सथल पदाथव जलीविारली जो रोलगयो क यथायोगय थ पदा कर लदए ह और उनम लभनन-लभनन परकार क गण रख ह जो हर यग म अपरतयालरत आवशयकताओ क काम आ सकत ह तो खदा तआला न कोई वसत भली बफायदा पदा

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नही की तिबब की पसिको म तिखा ह तक यति तकसी का पशाब बनि हो जाए िो कभी ज को इहिीि म िन स पशाब हो जािा ह मनषय इस वसिओ की सहायिा स कहा िक िाभ पापत करिा ह कोई अनमान िगा सकिा ह किातप नही अतपि तकसी की कलपना म नही आ सकिा

तिर चौथी बाि महनि का बििा ह इसक तिए भी खिा की कपा की आवशयकिा ह उिाहरणिया मनषय तकिनी महनि और पररशरम स खिी करिा ह यति खिा िआिा की सहायिा उसक साथ न हो िो अपन घर म अनाज कस िा सक उसी की कपा स अपन समय पर हर एक चीज़ होिी ह अिः अब करीब था तक इस सखा पडन म िोग मर जाि परनि खिा न अपनी कपा स वराषा कर िी और सषटि क बहि स भाग को सभाि तिया तनषकरषा यह तक सवषापथम वयषतिगि िौर पर सवाागपणषा खिा िआिा ही पशसा क योगय ह उसकी ििना म तकसी अनय का वयषतिगि िौर पर कोई भी अतिकार नही यति तकसी अनय को पशसा का अतिकार ह िो कवि तकसी क सहार स ह यह भी खिा िआिा की िया ह तक इसक बावजि तक वह भागीिार रतहि अकिा ह परनि उसन माधयम क िौर पर कछ को अपनी पशसाओ म सषमतिि कर तिया ह जस इस पतवतर सरह म वणषान फरमाया ह-

ــاس ــاس ال الن ــاس ملــک الن ب الن

اعــوذ بــرقــل

ــدور ــوس ف ص ی یوس ــاس ال ــواس الخن وســر ال ــن ش م

)अनास-2 स 3( ــاس ــۃ والن جنــن ال ــاس م الن

इसम अलाह िआिा न पशसा क वासितवक अतिकार रखन

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वाल क साथ पररसा क असथायली अलिकार रखन वाल का भली साकलतक तौर पर वणवन लकया ह और यह इसललए लकया ह लक उच कोलट क लरषटािार पणव हो अतः इस सरह म तलीन परकार क अलिकार वणवन लकए ह परथमि- फरमाया लक तम ररण मागो अलाह स जो सवाागपणव लवरषताओ का सगहलीता ह और जो परलतपालक ह लोगो का और माललक भली ह और माबद (उपासय) और वासतलवक उदशय भली ह यह सरह इस परकार की ह लक इसम असल तौहलीद (ऐकशवरवाद) को तो सथालपत रखा ह परनत साथ यह भली सकत लकया ह लक दसर लोगो क अलिकार भली नषट न कर जो इन नामो क परलतलबमब क तौर पर रोतक ह रबब क रबद म सकत ह लक यदयलप वासतलवक तौर पर खदा हली पोषण करन वाला और पणवता तक पहिान वाला ह परनत असथायली और परलतलबमब तौर पर दो और भली अससततव ह जो परलतपालन क दयोतक ह एक रारलीररक तौर पर दसरा रहानली (आधयासतमक) तौर पर रारलीररक तौर पर माता-लपता ह और रहानली तौर पर मलरवद और पथ-परदरवक ह अनय सथान पर लवसतारपववक वणवन लकया ह

والین احساناوا ال ایاہ وبال

وقضی ربک ال تعبد

(बनली इसाईल-24)अथावत खदा न यह िाहा ह लक लकसली दसर की उपासना न

करो और माता-लपता स उपकार करो वासतव म कसा परलतपालन ह लक इनसान बचा होता ह और लकसली परकार की रसकत नही रखता उस हालत म मा कया-कया सवाए करतली ह और लपता उस हालत म मा क कलठन काययो म कसा अलभभावक होता ह खदा तआला

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न कवल अपनली कपा स कमजोर ससषट की दखभाल क ललए दो महल पदा कर लदए ह और अपन परम क परकारो स उनम परम का एक परलतलबमब डाल लदया ह परनत समरण रखना िालहए लक मा-बाप का परम असथायली ह और खदा तआला का परम वासतलवक ह और जब तक हदयो म खदा तआला की ओर स उसका इलका1

न हो कोई मनषय िाह दोसत हो या कोई समान शणली का हो या कोई अलिकारली हो लकसली स परम नही कर सकता और यह खदा क पणव परलतपालन का राज ह लक माता-लपता बचो स ऐसा परम करत ह लक उनक पालन पोषण म हर परकार क दख बडली परसननता पववक सहन करत ह यहा तक लक उनक जलीवन क ललए मरन स भली सकोि नही करत तो खदा तआला न उच कोलट क लरषटािार पणव करन क ललए रसबबननास क रबद म माता-लपता और मलरवद (पथ-परदरवक) की ओर सकत लकया ह तालक इस मजाजली (अवासतलवक) और मौजद कतजञता क लसललसल स वासतलवक रबब और पथ-परदरवक की कतजञता म कदम उठाए इसली राज क हल की यह कजली ह लक इस पलवतर सरह को रसबबननास स परारभ लकया ह इलालहननास स परारभ नही लकया िलक रहानली मलरवद खदा तआला की इचछानसार उसकी सामथयव और लहदायत स परलरकषण करता ह इसललए वह भली इसम ससममललत ह लफर इसम दसरा टकडा मलललकननास ह अथावत तम ररण मागो खदा क पास जो तमहारा बादराह ह यह एक और सकत ह तालक लोगो को सामालजक ससार क लसदधानत

1इलकला - खदा तआला की ओर स हदय म अनायास लकसली लविार का आना (अनवादक)

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स पररलित लकया जाए और सभय बनाए जाए वासतलवक तौर पर तो अलाह तआला हली बादराह ह परनत इसम सकत ह लक लजलली (परलतलबमब) तौर पर बादराह होत ह और इसललए इसम साकलतक तौर पर माललक समय क अलिकारो की दखभाल की ओर सकत ह यहा कालफर और मलशक और एकशवरवाद बादराह अथावत लकसली परकार का बिन नही अलपत सामानय तौर पर ह िाह लकसली िमव का बादराह हो िमव और आसथा क भाग पथक ह कआवन म जहा-जहा खदा न उपकारली का वणवन लकया ह वहा कोई रतव नही लगाई लक वह मसलमान हो और एकशवरवादली हो और अमक लसललसल का हो अलपत सामानय तौर पर उपकारली क बार म ििाव ह िाह वह कोई िमव रखता हो और लफर खदा तआला अपन पलवतर कलाम म उपकारली क साथ उपकार करन पर बहत बल दता ह जसा लक लनमनलललखत आयत स परकट ह-(अररहमान-61) حسان

حسان ال ال

جزاء ال

ھل

कया उपकार का बदला उपकार क अलतररकत भली हो सकता हअब हम अपनली जमाअत को और समसत शोताओ को बडली

सफाई और सपषटता स सनात ह लक अगजली सरकार हमारली उपकारली ह उसन हम पर बड-बड उपकार लकए ह लजसकी आय साठ या सतर वषव की होगली वह खब जानता होगा लक हम पर लसकखो का एक यग गजरा ह उस समय मसलमानो पर लजतन सकट आए थ व छप नही ह उनक समरण स ररलीर कापन लगता ह और हदय लजव जाता ह उस समय मसलमानो की इबादतो और िालमवक कतववयो का पालन करना लजनका परा करना उनको पराण स अलिक लपरय ह

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रोका गया था नमाज की बाग जो नमाज की भलमका ह उसको ऊि सवर म पकारन स मना लकया गया था यलद कभली अजान दन वाल क मख स भल स अललाह अकिर ऊिली आवाज स लनकल जाता तो उस मार डाला जाता था इसली परकार स मसलमानो क वि-अवि क मामल म भली अनलित हसतकषप लकया गया था एक गाय क मकदमः म एक बार पाि हजार गरलीब मसलमान कतल लकए गए बटाला की रटना ह लक एक ससयद वही का रहन वाला बाहर स दरवाज पर आया वहा गायो की भलीड थली उसन तलवार की नोक स थोडा हटाया एक गाय क िमड को सयोग स हलकी सली खरार पहि गई उस बिार को पकड ललया गया और इस बात पर जोर लदया गया लक उस को कतल कर लदया जाए अनत म बडली लसफारररो क बाद जान स बि गया परनत उस का हाथ अवशय काटा गया परनत अब दखो लक हर कौम व िमव क लोगो को कसली आजादली ह हम कवल मसलमानो हली का वणवन करत ह िालमवक कतववयो और इबादतो को अदा करन म सरकार न पणव आजादली द रखली ह और लकसली क माल पराण और सममान स कोई अकारण की रोक नही उस उपदव पणव यग क लवपरलीत लक परतयक वयसकत उसका लहसाब कसा हली पलवतर हो अपन पराण और माल पर भयभलीत रहता था अब यलद कोई अपना आिरण सवय खराब कर ल और अपन दरािार तथा िषटता और अपरािो क करन स सवय दणडनलीय ठहर जाए तो और बात ह या सवय हली बरली आसथा और लापरवाहली क कारण इबादत म कोताहली कर तो अलग बात ह परनत सरकार की ओर स हर परकार की पणव सवततरता ह इस

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समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

रएदाद जला दआ

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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रएदाद जला दआ

बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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रएदाद जला दआ

लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

रएदाद जला दआ

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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रएदाद जला दआ

यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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साफ पाया जाता ह लक मानवलीय लविारो म पोषण और दखभाल क साथ वयसकतगत और सवाथव सबिली उदशय लमल हए होत ह परनत अलाह तआला की इतनली ससषट का (लजसकी कलपना और वणवन स कलपना और जलीभ असमथव ह और जो पथवली और आकार म भरली पडली ह) खलक और परलतपालन स कोई मतलब नही ह वह माता-लपता की तरह सवा और जलीलवका नही िाहता अलपत उसन ससषट को कवल परलतपालन की माग स पदा लकया ह परतयक वयसकत मान लगा लक पौिा लगाना लफर लसिाई करना और उसकी दख भाल करना और फलदार वकष होन तक सरलकषत रखना एक बडा उपकार ह अतः मनषय और उसकी हालत तथा दख भाल पर लविार करो तो जञात होगा लक खदा तआला न लकतना बडा उपकार लकया ह लक इतन इसनकलाब और लववरता क समयो म कस-कस पररवतवनो म उस की सहायता की ह

दसरा पहल जो अभली मन वणवन लकया ह अससततव की पदायर स पवव ऐस सामान हो लक सामालजक जलीवन और रसकतयो क काम क ललए परा सामान मौजद हो दखो हम अभली पदा हली न हए थ लक सामान पहल हली कर लदया परकारमान सयव जो अब िढा हआ ह लजस क कारण सामानय रप स परकार परसाररत हो रहा ह और लदन िढा हआ ह यलद न होता तो कया हम दख सकत थ या परकार क माधयम स जो लाभ और फायद हम पहि ह हम लकस माधयम स परापत कर सकत यलद सयव और िनदमा या और लकसली परकार का परकार न होता तो आखो की जयोलत बकार होतली यदयलप आखो म दखन की एक रसकत ह परनत वह बाहय परकार क लबना वयथव ह

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रएदाद जला दआ

तो यह लकतना बडा उपकार ह लक रसकतयो स काम लन क ललए उसन उन आवशयक सामानो को पहल स उपलबि कर लदया और लफर यह उसकी लकतनली दया ह लक उसन ऐसली रसकतया दली ह और उन म ऐसली योगयताए रख दली ह जो मनषय की पणवता और गनतवय तक पहिन क ललए यथासभव आवशयक ह मससतषक म साययो म रगो म ऐसली लवरषताए रखली ह लक मनषय उन स काम लता ह और उनह पणव कर सकता ह इसललए लक रसकतयो को पणव करन का सामान साथ हली रख लदया ह यह तो आनतररक वयवसथा का हाल ह लक परतयक रसकत उस उदशय और लहत स पणव अनकलता रखतली ह लजसम मनषय का कलयाण ह और बाहय तौर पर भली ऐसली हली वयवसथा रखली ह लक हर वयसकत लजस परकार का परा रखता ह उसक यथायोगय सामान और औजार अससततव स पवव उपलबि कर रख ह उदाहरणतया यलद कोई जता बनान वाला ह तो उसको िमडा और िागा न लमल तो वह कहा स लाए और अपन पर को कस परा कर इसली परकार दजजी को यलद कपडा न लमल तो कयोकर लसए इसली परकार हर पराणली का हाल ह वदय कसा हली लनपण और लवदान हो परनत यलद दवाए न हो तो वह कया कर सकता ह बडा सोि-लविार करक एक नसखः ललखकर दगा परनत बाजार म वह दवा न लमल तो कया करगा खदा का लकतना फजल (कपा) ह लक एक ओर तो उसन जञान लदया ह और दसरली ओर वनसपलतया सथल पदाथव जलीविारली जो रोलगयो क यथायोगय थ पदा कर लदए ह और उनम लभनन-लभनन परकार क गण रख ह जो हर यग म अपरतयालरत आवशयकताओ क काम आ सकत ह तो खदा तआला न कोई वसत भली बफायदा पदा

रएदाद जला दआ

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नही की तिबब की पसिको म तिखा ह तक यति तकसी का पशाब बनि हो जाए िो कभी ज को इहिीि म िन स पशाब हो जािा ह मनषय इस वसिओ की सहायिा स कहा िक िाभ पापत करिा ह कोई अनमान िगा सकिा ह किातप नही अतपि तकसी की कलपना म नही आ सकिा

तिर चौथी बाि महनि का बििा ह इसक तिए भी खिा की कपा की आवशयकिा ह उिाहरणिया मनषय तकिनी महनि और पररशरम स खिी करिा ह यति खिा िआिा की सहायिा उसक साथ न हो िो अपन घर म अनाज कस िा सक उसी की कपा स अपन समय पर हर एक चीज़ होिी ह अिः अब करीब था तक इस सखा पडन म िोग मर जाि परनि खिा न अपनी कपा स वराषा कर िी और सषटि क बहि स भाग को सभाि तिया तनषकरषा यह तक सवषापथम वयषतिगि िौर पर सवाागपणषा खिा िआिा ही पशसा क योगय ह उसकी ििना म तकसी अनय का वयषतिगि िौर पर कोई भी अतिकार नही यति तकसी अनय को पशसा का अतिकार ह िो कवि तकसी क सहार स ह यह भी खिा िआिा की िया ह तक इसक बावजि तक वह भागीिार रतहि अकिा ह परनि उसन माधयम क िौर पर कछ को अपनी पशसाओ म सषमतिि कर तिया ह जस इस पतवतर सरह म वणषान फरमाया ह-

ــاس ــاس ال الن ــاس ملــک الن ب الن

اعــوذ بــرقــل

ــدور ــوس ف ص ی یوس ــاس ال ــواس الخن وســر ال ــن ش م

)अनास-2 स 3( ــاس ــۃ والن جنــن ال ــاس م الن

इसम अलाह िआिा न पशसा क वासितवक अतिकार रखन

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रएदाद जला दआ

वाल क साथ पररसा क असथायली अलिकार रखन वाल का भली साकलतक तौर पर वणवन लकया ह और यह इसललए लकया ह लक उच कोलट क लरषटािार पणव हो अतः इस सरह म तलीन परकार क अलिकार वणवन लकए ह परथमि- फरमाया लक तम ररण मागो अलाह स जो सवाागपणव लवरषताओ का सगहलीता ह और जो परलतपालक ह लोगो का और माललक भली ह और माबद (उपासय) और वासतलवक उदशय भली ह यह सरह इस परकार की ह लक इसम असल तौहलीद (ऐकशवरवाद) को तो सथालपत रखा ह परनत साथ यह भली सकत लकया ह लक दसर लोगो क अलिकार भली नषट न कर जो इन नामो क परलतलबमब क तौर पर रोतक ह रबब क रबद म सकत ह लक यदयलप वासतलवक तौर पर खदा हली पोषण करन वाला और पणवता तक पहिान वाला ह परनत असथायली और परलतलबमब तौर पर दो और भली अससततव ह जो परलतपालन क दयोतक ह एक रारलीररक तौर पर दसरा रहानली (आधयासतमक) तौर पर रारलीररक तौर पर माता-लपता ह और रहानली तौर पर मलरवद और पथ-परदरवक ह अनय सथान पर लवसतारपववक वणवन लकया ह

والین احساناوا ال ایاہ وبال

وقضی ربک ال تعبد

(बनली इसाईल-24)अथावत खदा न यह िाहा ह लक लकसली दसर की उपासना न

करो और माता-लपता स उपकार करो वासतव म कसा परलतपालन ह लक इनसान बचा होता ह और लकसली परकार की रसकत नही रखता उस हालत म मा कया-कया सवाए करतली ह और लपता उस हालत म मा क कलठन काययो म कसा अलभभावक होता ह खदा तआला

रएदाद जला दआ

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न कवल अपनली कपा स कमजोर ससषट की दखभाल क ललए दो महल पदा कर लदए ह और अपन परम क परकारो स उनम परम का एक परलतलबमब डाल लदया ह परनत समरण रखना िालहए लक मा-बाप का परम असथायली ह और खदा तआला का परम वासतलवक ह और जब तक हदयो म खदा तआला की ओर स उसका इलका1

न हो कोई मनषय िाह दोसत हो या कोई समान शणली का हो या कोई अलिकारली हो लकसली स परम नही कर सकता और यह खदा क पणव परलतपालन का राज ह लक माता-लपता बचो स ऐसा परम करत ह लक उनक पालन पोषण म हर परकार क दख बडली परसननता पववक सहन करत ह यहा तक लक उनक जलीवन क ललए मरन स भली सकोि नही करत तो खदा तआला न उच कोलट क लरषटािार पणव करन क ललए रसबबननास क रबद म माता-लपता और मलरवद (पथ-परदरवक) की ओर सकत लकया ह तालक इस मजाजली (अवासतलवक) और मौजद कतजञता क लसललसल स वासतलवक रबब और पथ-परदरवक की कतजञता म कदम उठाए इसली राज क हल की यह कजली ह लक इस पलवतर सरह को रसबबननास स परारभ लकया ह इलालहननास स परारभ नही लकया िलक रहानली मलरवद खदा तआला की इचछानसार उसकी सामथयव और लहदायत स परलरकषण करता ह इसललए वह भली इसम ससममललत ह लफर इसम दसरा टकडा मलललकननास ह अथावत तम ररण मागो खदा क पास जो तमहारा बादराह ह यह एक और सकत ह तालक लोगो को सामालजक ससार क लसदधानत

1इलकला - खदा तआला की ओर स हदय म अनायास लकसली लविार का आना (अनवादक)

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स पररलित लकया जाए और सभय बनाए जाए वासतलवक तौर पर तो अलाह तआला हली बादराह ह परनत इसम सकत ह लक लजलली (परलतलबमब) तौर पर बादराह होत ह और इसललए इसम साकलतक तौर पर माललक समय क अलिकारो की दखभाल की ओर सकत ह यहा कालफर और मलशक और एकशवरवाद बादराह अथावत लकसली परकार का बिन नही अलपत सामानय तौर पर ह िाह लकसली िमव का बादराह हो िमव और आसथा क भाग पथक ह कआवन म जहा-जहा खदा न उपकारली का वणवन लकया ह वहा कोई रतव नही लगाई लक वह मसलमान हो और एकशवरवादली हो और अमक लसललसल का हो अलपत सामानय तौर पर उपकारली क बार म ििाव ह िाह वह कोई िमव रखता हो और लफर खदा तआला अपन पलवतर कलाम म उपकारली क साथ उपकार करन पर बहत बल दता ह जसा लक लनमनलललखत आयत स परकट ह-(अररहमान-61) حسان

حسان ال ال

جزاء ال

ھل

कया उपकार का बदला उपकार क अलतररकत भली हो सकता हअब हम अपनली जमाअत को और समसत शोताओ को बडली

सफाई और सपषटता स सनात ह लक अगजली सरकार हमारली उपकारली ह उसन हम पर बड-बड उपकार लकए ह लजसकी आय साठ या सतर वषव की होगली वह खब जानता होगा लक हम पर लसकखो का एक यग गजरा ह उस समय मसलमानो पर लजतन सकट आए थ व छप नही ह उनक समरण स ररलीर कापन लगता ह और हदय लजव जाता ह उस समय मसलमानो की इबादतो और िालमवक कतववयो का पालन करना लजनका परा करना उनको पराण स अलिक लपरय ह

रएदाद जला दआ

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रोका गया था नमाज की बाग जो नमाज की भलमका ह उसको ऊि सवर म पकारन स मना लकया गया था यलद कभली अजान दन वाल क मख स भल स अललाह अकिर ऊिली आवाज स लनकल जाता तो उस मार डाला जाता था इसली परकार स मसलमानो क वि-अवि क मामल म भली अनलित हसतकषप लकया गया था एक गाय क मकदमः म एक बार पाि हजार गरलीब मसलमान कतल लकए गए बटाला की रटना ह लक एक ससयद वही का रहन वाला बाहर स दरवाज पर आया वहा गायो की भलीड थली उसन तलवार की नोक स थोडा हटाया एक गाय क िमड को सयोग स हलकी सली खरार पहि गई उस बिार को पकड ललया गया और इस बात पर जोर लदया गया लक उस को कतल कर लदया जाए अनत म बडली लसफारररो क बाद जान स बि गया परनत उस का हाथ अवशय काटा गया परनत अब दखो लक हर कौम व िमव क लोगो को कसली आजादली ह हम कवल मसलमानो हली का वणवन करत ह िालमवक कतववयो और इबादतो को अदा करन म सरकार न पणव आजादली द रखली ह और लकसली क माल पराण और सममान स कोई अकारण की रोक नही उस उपदव पणव यग क लवपरलीत लक परतयक वयसकत उसका लहसाब कसा हली पलवतर हो अपन पराण और माल पर भयभलीत रहता था अब यलद कोई अपना आिरण सवय खराब कर ल और अपन दरािार तथा िषटता और अपरािो क करन स सवय दणडनलीय ठहर जाए तो और बात ह या सवय हली बरली आसथा और लापरवाहली क कारण इबादत म कोताहली कर तो अलग बात ह परनत सरकार की ओर स हर परकार की पणव सवततरता ह इस

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रएदाद जला दआ

समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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तो यह लकतना बडा उपकार ह लक रसकतयो स काम लन क ललए उसन उन आवशयक सामानो को पहल स उपलबि कर लदया और लफर यह उसकी लकतनली दया ह लक उसन ऐसली रसकतया दली ह और उन म ऐसली योगयताए रख दली ह जो मनषय की पणवता और गनतवय तक पहिन क ललए यथासभव आवशयक ह मससतषक म साययो म रगो म ऐसली लवरषताए रखली ह लक मनषय उन स काम लता ह और उनह पणव कर सकता ह इसललए लक रसकतयो को पणव करन का सामान साथ हली रख लदया ह यह तो आनतररक वयवसथा का हाल ह लक परतयक रसकत उस उदशय और लहत स पणव अनकलता रखतली ह लजसम मनषय का कलयाण ह और बाहय तौर पर भली ऐसली हली वयवसथा रखली ह लक हर वयसकत लजस परकार का परा रखता ह उसक यथायोगय सामान और औजार अससततव स पवव उपलबि कर रख ह उदाहरणतया यलद कोई जता बनान वाला ह तो उसको िमडा और िागा न लमल तो वह कहा स लाए और अपन पर को कस परा कर इसली परकार दजजी को यलद कपडा न लमल तो कयोकर लसए इसली परकार हर पराणली का हाल ह वदय कसा हली लनपण और लवदान हो परनत यलद दवाए न हो तो वह कया कर सकता ह बडा सोि-लविार करक एक नसखः ललखकर दगा परनत बाजार म वह दवा न लमल तो कया करगा खदा का लकतना फजल (कपा) ह लक एक ओर तो उसन जञान लदया ह और दसरली ओर वनसपलतया सथल पदाथव जलीविारली जो रोलगयो क यथायोगय थ पदा कर लदए ह और उनम लभनन-लभनन परकार क गण रख ह जो हर यग म अपरतयालरत आवशयकताओ क काम आ सकत ह तो खदा तआला न कोई वसत भली बफायदा पदा

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नही की तिबब की पसिको म तिखा ह तक यति तकसी का पशाब बनि हो जाए िो कभी ज को इहिीि म िन स पशाब हो जािा ह मनषय इस वसिओ की सहायिा स कहा िक िाभ पापत करिा ह कोई अनमान िगा सकिा ह किातप नही अतपि तकसी की कलपना म नही आ सकिा

तिर चौथी बाि महनि का बििा ह इसक तिए भी खिा की कपा की आवशयकिा ह उिाहरणिया मनषय तकिनी महनि और पररशरम स खिी करिा ह यति खिा िआिा की सहायिा उसक साथ न हो िो अपन घर म अनाज कस िा सक उसी की कपा स अपन समय पर हर एक चीज़ होिी ह अिः अब करीब था तक इस सखा पडन म िोग मर जाि परनि खिा न अपनी कपा स वराषा कर िी और सषटि क बहि स भाग को सभाि तिया तनषकरषा यह तक सवषापथम वयषतिगि िौर पर सवाागपणषा खिा िआिा ही पशसा क योगय ह उसकी ििना म तकसी अनय का वयषतिगि िौर पर कोई भी अतिकार नही यति तकसी अनय को पशसा का अतिकार ह िो कवि तकसी क सहार स ह यह भी खिा िआिा की िया ह तक इसक बावजि तक वह भागीिार रतहि अकिा ह परनि उसन माधयम क िौर पर कछ को अपनी पशसाओ म सषमतिि कर तिया ह जस इस पतवतर सरह म वणषान फरमाया ह-

ــاس ــاس ال الن ــاس ملــک الن ب الن

اعــوذ بــرقــل

ــدور ــوس ف ص ی یوس ــاس ال ــواس الخن وســر ال ــن ش م

)अनास-2 स 3( ــاس ــۃ والن جنــن ال ــاس م الن

इसम अलाह िआिा न पशसा क वासितवक अतिकार रखन

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रएदाद जला दआ

वाल क साथ पररसा क असथायली अलिकार रखन वाल का भली साकलतक तौर पर वणवन लकया ह और यह इसललए लकया ह लक उच कोलट क लरषटािार पणव हो अतः इस सरह म तलीन परकार क अलिकार वणवन लकए ह परथमि- फरमाया लक तम ररण मागो अलाह स जो सवाागपणव लवरषताओ का सगहलीता ह और जो परलतपालक ह लोगो का और माललक भली ह और माबद (उपासय) और वासतलवक उदशय भली ह यह सरह इस परकार की ह लक इसम असल तौहलीद (ऐकशवरवाद) को तो सथालपत रखा ह परनत साथ यह भली सकत लकया ह लक दसर लोगो क अलिकार भली नषट न कर जो इन नामो क परलतलबमब क तौर पर रोतक ह रबब क रबद म सकत ह लक यदयलप वासतलवक तौर पर खदा हली पोषण करन वाला और पणवता तक पहिान वाला ह परनत असथायली और परलतलबमब तौर पर दो और भली अससततव ह जो परलतपालन क दयोतक ह एक रारलीररक तौर पर दसरा रहानली (आधयासतमक) तौर पर रारलीररक तौर पर माता-लपता ह और रहानली तौर पर मलरवद और पथ-परदरवक ह अनय सथान पर लवसतारपववक वणवन लकया ह

والین احساناوا ال ایاہ وبال

وقضی ربک ال تعبد

(बनली इसाईल-24)अथावत खदा न यह िाहा ह लक लकसली दसर की उपासना न

करो और माता-लपता स उपकार करो वासतव म कसा परलतपालन ह लक इनसान बचा होता ह और लकसली परकार की रसकत नही रखता उस हालत म मा कया-कया सवाए करतली ह और लपता उस हालत म मा क कलठन काययो म कसा अलभभावक होता ह खदा तआला

रएदाद जला दआ

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न कवल अपनली कपा स कमजोर ससषट की दखभाल क ललए दो महल पदा कर लदए ह और अपन परम क परकारो स उनम परम का एक परलतलबमब डाल लदया ह परनत समरण रखना िालहए लक मा-बाप का परम असथायली ह और खदा तआला का परम वासतलवक ह और जब तक हदयो म खदा तआला की ओर स उसका इलका1

न हो कोई मनषय िाह दोसत हो या कोई समान शणली का हो या कोई अलिकारली हो लकसली स परम नही कर सकता और यह खदा क पणव परलतपालन का राज ह लक माता-लपता बचो स ऐसा परम करत ह लक उनक पालन पोषण म हर परकार क दख बडली परसननता पववक सहन करत ह यहा तक लक उनक जलीवन क ललए मरन स भली सकोि नही करत तो खदा तआला न उच कोलट क लरषटािार पणव करन क ललए रसबबननास क रबद म माता-लपता और मलरवद (पथ-परदरवक) की ओर सकत लकया ह तालक इस मजाजली (अवासतलवक) और मौजद कतजञता क लसललसल स वासतलवक रबब और पथ-परदरवक की कतजञता म कदम उठाए इसली राज क हल की यह कजली ह लक इस पलवतर सरह को रसबबननास स परारभ लकया ह इलालहननास स परारभ नही लकया िलक रहानली मलरवद खदा तआला की इचछानसार उसकी सामथयव और लहदायत स परलरकषण करता ह इसललए वह भली इसम ससममललत ह लफर इसम दसरा टकडा मलललकननास ह अथावत तम ररण मागो खदा क पास जो तमहारा बादराह ह यह एक और सकत ह तालक लोगो को सामालजक ससार क लसदधानत

1इलकला - खदा तआला की ओर स हदय म अनायास लकसली लविार का आना (अनवादक)

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रएदाद जला दआ

स पररलित लकया जाए और सभय बनाए जाए वासतलवक तौर पर तो अलाह तआला हली बादराह ह परनत इसम सकत ह लक लजलली (परलतलबमब) तौर पर बादराह होत ह और इसललए इसम साकलतक तौर पर माललक समय क अलिकारो की दखभाल की ओर सकत ह यहा कालफर और मलशक और एकशवरवाद बादराह अथावत लकसली परकार का बिन नही अलपत सामानय तौर पर ह िाह लकसली िमव का बादराह हो िमव और आसथा क भाग पथक ह कआवन म जहा-जहा खदा न उपकारली का वणवन लकया ह वहा कोई रतव नही लगाई लक वह मसलमान हो और एकशवरवादली हो और अमक लसललसल का हो अलपत सामानय तौर पर उपकारली क बार म ििाव ह िाह वह कोई िमव रखता हो और लफर खदा तआला अपन पलवतर कलाम म उपकारली क साथ उपकार करन पर बहत बल दता ह जसा लक लनमनलललखत आयत स परकट ह-(अररहमान-61) حسان

حسان ال ال

جزاء ال

ھل

कया उपकार का बदला उपकार क अलतररकत भली हो सकता हअब हम अपनली जमाअत को और समसत शोताओ को बडली

सफाई और सपषटता स सनात ह लक अगजली सरकार हमारली उपकारली ह उसन हम पर बड-बड उपकार लकए ह लजसकी आय साठ या सतर वषव की होगली वह खब जानता होगा लक हम पर लसकखो का एक यग गजरा ह उस समय मसलमानो पर लजतन सकट आए थ व छप नही ह उनक समरण स ररलीर कापन लगता ह और हदय लजव जाता ह उस समय मसलमानो की इबादतो और िालमवक कतववयो का पालन करना लजनका परा करना उनको पराण स अलिक लपरय ह

रएदाद जला दआ

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रोका गया था नमाज की बाग जो नमाज की भलमका ह उसको ऊि सवर म पकारन स मना लकया गया था यलद कभली अजान दन वाल क मख स भल स अललाह अकिर ऊिली आवाज स लनकल जाता तो उस मार डाला जाता था इसली परकार स मसलमानो क वि-अवि क मामल म भली अनलित हसतकषप लकया गया था एक गाय क मकदमः म एक बार पाि हजार गरलीब मसलमान कतल लकए गए बटाला की रटना ह लक एक ससयद वही का रहन वाला बाहर स दरवाज पर आया वहा गायो की भलीड थली उसन तलवार की नोक स थोडा हटाया एक गाय क िमड को सयोग स हलकी सली खरार पहि गई उस बिार को पकड ललया गया और इस बात पर जोर लदया गया लक उस को कतल कर लदया जाए अनत म बडली लसफारररो क बाद जान स बि गया परनत उस का हाथ अवशय काटा गया परनत अब दखो लक हर कौम व िमव क लोगो को कसली आजादली ह हम कवल मसलमानो हली का वणवन करत ह िालमवक कतववयो और इबादतो को अदा करन म सरकार न पणव आजादली द रखली ह और लकसली क माल पराण और सममान स कोई अकारण की रोक नही उस उपदव पणव यग क लवपरलीत लक परतयक वयसकत उसका लहसाब कसा हली पलवतर हो अपन पराण और माल पर भयभलीत रहता था अब यलद कोई अपना आिरण सवय खराब कर ल और अपन दरािार तथा िषटता और अपरािो क करन स सवय दणडनलीय ठहर जाए तो और बात ह या सवय हली बरली आसथा और लापरवाहली क कारण इबादत म कोताहली कर तो अलग बात ह परनत सरकार की ओर स हर परकार की पणव सवततरता ह इस

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रएदाद जला दआ

समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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रएदाद जला दआ

दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

रएदाद जला दआ

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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रएदाद जला दआ

आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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रएदाद जला दआ

काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

रएदाद जला दआ

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नही की तिबब की पसिको म तिखा ह तक यति तकसी का पशाब बनि हो जाए िो कभी ज को इहिीि म िन स पशाब हो जािा ह मनषय इस वसिओ की सहायिा स कहा िक िाभ पापत करिा ह कोई अनमान िगा सकिा ह किातप नही अतपि तकसी की कलपना म नही आ सकिा

तिर चौथी बाि महनि का बििा ह इसक तिए भी खिा की कपा की आवशयकिा ह उिाहरणिया मनषय तकिनी महनि और पररशरम स खिी करिा ह यति खिा िआिा की सहायिा उसक साथ न हो िो अपन घर म अनाज कस िा सक उसी की कपा स अपन समय पर हर एक चीज़ होिी ह अिः अब करीब था तक इस सखा पडन म िोग मर जाि परनि खिा न अपनी कपा स वराषा कर िी और सषटि क बहि स भाग को सभाि तिया तनषकरषा यह तक सवषापथम वयषतिगि िौर पर सवाागपणषा खिा िआिा ही पशसा क योगय ह उसकी ििना म तकसी अनय का वयषतिगि िौर पर कोई भी अतिकार नही यति तकसी अनय को पशसा का अतिकार ह िो कवि तकसी क सहार स ह यह भी खिा िआिा की िया ह तक इसक बावजि तक वह भागीिार रतहि अकिा ह परनि उसन माधयम क िौर पर कछ को अपनी पशसाओ म सषमतिि कर तिया ह जस इस पतवतर सरह म वणषान फरमाया ह-

ــاس ــاس ال الن ــاس ملــک الن ب الن

اعــوذ بــرقــل

ــدور ــوس ف ص ی یوس ــاس ال ــواس الخن وســر ال ــن ش م

)अनास-2 स 3( ــاس ــۃ والن جنــن ال ــاس م الن

इसम अलाह िआिा न पशसा क वासितवक अतिकार रखन

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रएदाद जला दआ

वाल क साथ पररसा क असथायली अलिकार रखन वाल का भली साकलतक तौर पर वणवन लकया ह और यह इसललए लकया ह लक उच कोलट क लरषटािार पणव हो अतः इस सरह म तलीन परकार क अलिकार वणवन लकए ह परथमि- फरमाया लक तम ररण मागो अलाह स जो सवाागपणव लवरषताओ का सगहलीता ह और जो परलतपालक ह लोगो का और माललक भली ह और माबद (उपासय) और वासतलवक उदशय भली ह यह सरह इस परकार की ह लक इसम असल तौहलीद (ऐकशवरवाद) को तो सथालपत रखा ह परनत साथ यह भली सकत लकया ह लक दसर लोगो क अलिकार भली नषट न कर जो इन नामो क परलतलबमब क तौर पर रोतक ह रबब क रबद म सकत ह लक यदयलप वासतलवक तौर पर खदा हली पोषण करन वाला और पणवता तक पहिान वाला ह परनत असथायली और परलतलबमब तौर पर दो और भली अससततव ह जो परलतपालन क दयोतक ह एक रारलीररक तौर पर दसरा रहानली (आधयासतमक) तौर पर रारलीररक तौर पर माता-लपता ह और रहानली तौर पर मलरवद और पथ-परदरवक ह अनय सथान पर लवसतारपववक वणवन लकया ह

والین احساناوا ال ایاہ وبال

وقضی ربک ال تعبد

(बनली इसाईल-24)अथावत खदा न यह िाहा ह लक लकसली दसर की उपासना न

करो और माता-लपता स उपकार करो वासतव म कसा परलतपालन ह लक इनसान बचा होता ह और लकसली परकार की रसकत नही रखता उस हालत म मा कया-कया सवाए करतली ह और लपता उस हालत म मा क कलठन काययो म कसा अलभभावक होता ह खदा तआला

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न कवल अपनली कपा स कमजोर ससषट की दखभाल क ललए दो महल पदा कर लदए ह और अपन परम क परकारो स उनम परम का एक परलतलबमब डाल लदया ह परनत समरण रखना िालहए लक मा-बाप का परम असथायली ह और खदा तआला का परम वासतलवक ह और जब तक हदयो म खदा तआला की ओर स उसका इलका1

न हो कोई मनषय िाह दोसत हो या कोई समान शणली का हो या कोई अलिकारली हो लकसली स परम नही कर सकता और यह खदा क पणव परलतपालन का राज ह लक माता-लपता बचो स ऐसा परम करत ह लक उनक पालन पोषण म हर परकार क दख बडली परसननता पववक सहन करत ह यहा तक लक उनक जलीवन क ललए मरन स भली सकोि नही करत तो खदा तआला न उच कोलट क लरषटािार पणव करन क ललए रसबबननास क रबद म माता-लपता और मलरवद (पथ-परदरवक) की ओर सकत लकया ह तालक इस मजाजली (अवासतलवक) और मौजद कतजञता क लसललसल स वासतलवक रबब और पथ-परदरवक की कतजञता म कदम उठाए इसली राज क हल की यह कजली ह लक इस पलवतर सरह को रसबबननास स परारभ लकया ह इलालहननास स परारभ नही लकया िलक रहानली मलरवद खदा तआला की इचछानसार उसकी सामथयव और लहदायत स परलरकषण करता ह इसललए वह भली इसम ससममललत ह लफर इसम दसरा टकडा मलललकननास ह अथावत तम ररण मागो खदा क पास जो तमहारा बादराह ह यह एक और सकत ह तालक लोगो को सामालजक ससार क लसदधानत

1इलकला - खदा तआला की ओर स हदय म अनायास लकसली लविार का आना (अनवादक)

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स पररलित लकया जाए और सभय बनाए जाए वासतलवक तौर पर तो अलाह तआला हली बादराह ह परनत इसम सकत ह लक लजलली (परलतलबमब) तौर पर बादराह होत ह और इसललए इसम साकलतक तौर पर माललक समय क अलिकारो की दखभाल की ओर सकत ह यहा कालफर और मलशक और एकशवरवाद बादराह अथावत लकसली परकार का बिन नही अलपत सामानय तौर पर ह िाह लकसली िमव का बादराह हो िमव और आसथा क भाग पथक ह कआवन म जहा-जहा खदा न उपकारली का वणवन लकया ह वहा कोई रतव नही लगाई लक वह मसलमान हो और एकशवरवादली हो और अमक लसललसल का हो अलपत सामानय तौर पर उपकारली क बार म ििाव ह िाह वह कोई िमव रखता हो और लफर खदा तआला अपन पलवतर कलाम म उपकारली क साथ उपकार करन पर बहत बल दता ह जसा लक लनमनलललखत आयत स परकट ह-(अररहमान-61) حسان

حسان ال ال

جزاء ال

ھل

कया उपकार का बदला उपकार क अलतररकत भली हो सकता हअब हम अपनली जमाअत को और समसत शोताओ को बडली

सफाई और सपषटता स सनात ह लक अगजली सरकार हमारली उपकारली ह उसन हम पर बड-बड उपकार लकए ह लजसकी आय साठ या सतर वषव की होगली वह खब जानता होगा लक हम पर लसकखो का एक यग गजरा ह उस समय मसलमानो पर लजतन सकट आए थ व छप नही ह उनक समरण स ररलीर कापन लगता ह और हदय लजव जाता ह उस समय मसलमानो की इबादतो और िालमवक कतववयो का पालन करना लजनका परा करना उनको पराण स अलिक लपरय ह

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रोका गया था नमाज की बाग जो नमाज की भलमका ह उसको ऊि सवर म पकारन स मना लकया गया था यलद कभली अजान दन वाल क मख स भल स अललाह अकिर ऊिली आवाज स लनकल जाता तो उस मार डाला जाता था इसली परकार स मसलमानो क वि-अवि क मामल म भली अनलित हसतकषप लकया गया था एक गाय क मकदमः म एक बार पाि हजार गरलीब मसलमान कतल लकए गए बटाला की रटना ह लक एक ससयद वही का रहन वाला बाहर स दरवाज पर आया वहा गायो की भलीड थली उसन तलवार की नोक स थोडा हटाया एक गाय क िमड को सयोग स हलकी सली खरार पहि गई उस बिार को पकड ललया गया और इस बात पर जोर लदया गया लक उस को कतल कर लदया जाए अनत म बडली लसफारररो क बाद जान स बि गया परनत उस का हाथ अवशय काटा गया परनत अब दखो लक हर कौम व िमव क लोगो को कसली आजादली ह हम कवल मसलमानो हली का वणवन करत ह िालमवक कतववयो और इबादतो को अदा करन म सरकार न पणव आजादली द रखली ह और लकसली क माल पराण और सममान स कोई अकारण की रोक नही उस उपदव पणव यग क लवपरलीत लक परतयक वयसकत उसका लहसाब कसा हली पलवतर हो अपन पराण और माल पर भयभलीत रहता था अब यलद कोई अपना आिरण सवय खराब कर ल और अपन दरािार तथा िषटता और अपरािो क करन स सवय दणडनलीय ठहर जाए तो और बात ह या सवय हली बरली आसथा और लापरवाहली क कारण इबादत म कोताहली कर तो अलग बात ह परनत सरकार की ओर स हर परकार की पणव सवततरता ह इस

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समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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रएदाद जला दआ

वाल क साथ पररसा क असथायली अलिकार रखन वाल का भली साकलतक तौर पर वणवन लकया ह और यह इसललए लकया ह लक उच कोलट क लरषटािार पणव हो अतः इस सरह म तलीन परकार क अलिकार वणवन लकए ह परथमि- फरमाया लक तम ररण मागो अलाह स जो सवाागपणव लवरषताओ का सगहलीता ह और जो परलतपालक ह लोगो का और माललक भली ह और माबद (उपासय) और वासतलवक उदशय भली ह यह सरह इस परकार की ह लक इसम असल तौहलीद (ऐकशवरवाद) को तो सथालपत रखा ह परनत साथ यह भली सकत लकया ह लक दसर लोगो क अलिकार भली नषट न कर जो इन नामो क परलतलबमब क तौर पर रोतक ह रबब क रबद म सकत ह लक यदयलप वासतलवक तौर पर खदा हली पोषण करन वाला और पणवता तक पहिान वाला ह परनत असथायली और परलतलबमब तौर पर दो और भली अससततव ह जो परलतपालन क दयोतक ह एक रारलीररक तौर पर दसरा रहानली (आधयासतमक) तौर पर रारलीररक तौर पर माता-लपता ह और रहानली तौर पर मलरवद और पथ-परदरवक ह अनय सथान पर लवसतारपववक वणवन लकया ह

والین احساناوا ال ایاہ وبال

وقضی ربک ال تعبد

(बनली इसाईल-24)अथावत खदा न यह िाहा ह लक लकसली दसर की उपासना न

करो और माता-लपता स उपकार करो वासतव म कसा परलतपालन ह लक इनसान बचा होता ह और लकसली परकार की रसकत नही रखता उस हालत म मा कया-कया सवाए करतली ह और लपता उस हालत म मा क कलठन काययो म कसा अलभभावक होता ह खदा तआला

रएदाद जला दआ

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न कवल अपनली कपा स कमजोर ससषट की दखभाल क ललए दो महल पदा कर लदए ह और अपन परम क परकारो स उनम परम का एक परलतलबमब डाल लदया ह परनत समरण रखना िालहए लक मा-बाप का परम असथायली ह और खदा तआला का परम वासतलवक ह और जब तक हदयो म खदा तआला की ओर स उसका इलका1

न हो कोई मनषय िाह दोसत हो या कोई समान शणली का हो या कोई अलिकारली हो लकसली स परम नही कर सकता और यह खदा क पणव परलतपालन का राज ह लक माता-लपता बचो स ऐसा परम करत ह लक उनक पालन पोषण म हर परकार क दख बडली परसननता पववक सहन करत ह यहा तक लक उनक जलीवन क ललए मरन स भली सकोि नही करत तो खदा तआला न उच कोलट क लरषटािार पणव करन क ललए रसबबननास क रबद म माता-लपता और मलरवद (पथ-परदरवक) की ओर सकत लकया ह तालक इस मजाजली (अवासतलवक) और मौजद कतजञता क लसललसल स वासतलवक रबब और पथ-परदरवक की कतजञता म कदम उठाए इसली राज क हल की यह कजली ह लक इस पलवतर सरह को रसबबननास स परारभ लकया ह इलालहननास स परारभ नही लकया िलक रहानली मलरवद खदा तआला की इचछानसार उसकी सामथयव और लहदायत स परलरकषण करता ह इसललए वह भली इसम ससममललत ह लफर इसम दसरा टकडा मलललकननास ह अथावत तम ररण मागो खदा क पास जो तमहारा बादराह ह यह एक और सकत ह तालक लोगो को सामालजक ससार क लसदधानत

1इलकला - खदा तआला की ओर स हदय म अनायास लकसली लविार का आना (अनवादक)

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स पररलित लकया जाए और सभय बनाए जाए वासतलवक तौर पर तो अलाह तआला हली बादराह ह परनत इसम सकत ह लक लजलली (परलतलबमब) तौर पर बादराह होत ह और इसललए इसम साकलतक तौर पर माललक समय क अलिकारो की दखभाल की ओर सकत ह यहा कालफर और मलशक और एकशवरवाद बादराह अथावत लकसली परकार का बिन नही अलपत सामानय तौर पर ह िाह लकसली िमव का बादराह हो िमव और आसथा क भाग पथक ह कआवन म जहा-जहा खदा न उपकारली का वणवन लकया ह वहा कोई रतव नही लगाई लक वह मसलमान हो और एकशवरवादली हो और अमक लसललसल का हो अलपत सामानय तौर पर उपकारली क बार म ििाव ह िाह वह कोई िमव रखता हो और लफर खदा तआला अपन पलवतर कलाम म उपकारली क साथ उपकार करन पर बहत बल दता ह जसा लक लनमनलललखत आयत स परकट ह-(अररहमान-61) حسان

حسان ال ال

جزاء ال

ھل

कया उपकार का बदला उपकार क अलतररकत भली हो सकता हअब हम अपनली जमाअत को और समसत शोताओ को बडली

सफाई और सपषटता स सनात ह लक अगजली सरकार हमारली उपकारली ह उसन हम पर बड-बड उपकार लकए ह लजसकी आय साठ या सतर वषव की होगली वह खब जानता होगा लक हम पर लसकखो का एक यग गजरा ह उस समय मसलमानो पर लजतन सकट आए थ व छप नही ह उनक समरण स ररलीर कापन लगता ह और हदय लजव जाता ह उस समय मसलमानो की इबादतो और िालमवक कतववयो का पालन करना लजनका परा करना उनको पराण स अलिक लपरय ह

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रोका गया था नमाज की बाग जो नमाज की भलमका ह उसको ऊि सवर म पकारन स मना लकया गया था यलद कभली अजान दन वाल क मख स भल स अललाह अकिर ऊिली आवाज स लनकल जाता तो उस मार डाला जाता था इसली परकार स मसलमानो क वि-अवि क मामल म भली अनलित हसतकषप लकया गया था एक गाय क मकदमः म एक बार पाि हजार गरलीब मसलमान कतल लकए गए बटाला की रटना ह लक एक ससयद वही का रहन वाला बाहर स दरवाज पर आया वहा गायो की भलीड थली उसन तलवार की नोक स थोडा हटाया एक गाय क िमड को सयोग स हलकी सली खरार पहि गई उस बिार को पकड ललया गया और इस बात पर जोर लदया गया लक उस को कतल कर लदया जाए अनत म बडली लसफारररो क बाद जान स बि गया परनत उस का हाथ अवशय काटा गया परनत अब दखो लक हर कौम व िमव क लोगो को कसली आजादली ह हम कवल मसलमानो हली का वणवन करत ह िालमवक कतववयो और इबादतो को अदा करन म सरकार न पणव आजादली द रखली ह और लकसली क माल पराण और सममान स कोई अकारण की रोक नही उस उपदव पणव यग क लवपरलीत लक परतयक वयसकत उसका लहसाब कसा हली पलवतर हो अपन पराण और माल पर भयभलीत रहता था अब यलद कोई अपना आिरण सवय खराब कर ल और अपन दरािार तथा िषटता और अपरािो क करन स सवय दणडनलीय ठहर जाए तो और बात ह या सवय हली बरली आसथा और लापरवाहली क कारण इबादत म कोताहली कर तो अलग बात ह परनत सरकार की ओर स हर परकार की पणव सवततरता ह इस

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रएदाद जला दआ

समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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रएदाद जला दआ

दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

रएदाद जला दआ

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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रएदाद जला दआ

बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

रएदाद जला दआ

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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रएदाद जला दआ

आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

रएदाद जला दआ

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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न कवल अपनली कपा स कमजोर ससषट की दखभाल क ललए दो महल पदा कर लदए ह और अपन परम क परकारो स उनम परम का एक परलतलबमब डाल लदया ह परनत समरण रखना िालहए लक मा-बाप का परम असथायली ह और खदा तआला का परम वासतलवक ह और जब तक हदयो म खदा तआला की ओर स उसका इलका1

न हो कोई मनषय िाह दोसत हो या कोई समान शणली का हो या कोई अलिकारली हो लकसली स परम नही कर सकता और यह खदा क पणव परलतपालन का राज ह लक माता-लपता बचो स ऐसा परम करत ह लक उनक पालन पोषण म हर परकार क दख बडली परसननता पववक सहन करत ह यहा तक लक उनक जलीवन क ललए मरन स भली सकोि नही करत तो खदा तआला न उच कोलट क लरषटािार पणव करन क ललए रसबबननास क रबद म माता-लपता और मलरवद (पथ-परदरवक) की ओर सकत लकया ह तालक इस मजाजली (अवासतलवक) और मौजद कतजञता क लसललसल स वासतलवक रबब और पथ-परदरवक की कतजञता म कदम उठाए इसली राज क हल की यह कजली ह लक इस पलवतर सरह को रसबबननास स परारभ लकया ह इलालहननास स परारभ नही लकया िलक रहानली मलरवद खदा तआला की इचछानसार उसकी सामथयव और लहदायत स परलरकषण करता ह इसललए वह भली इसम ससममललत ह लफर इसम दसरा टकडा मलललकननास ह अथावत तम ररण मागो खदा क पास जो तमहारा बादराह ह यह एक और सकत ह तालक लोगो को सामालजक ससार क लसदधानत

1इलकला - खदा तआला की ओर स हदय म अनायास लकसली लविार का आना (अनवादक)

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स पररलित लकया जाए और सभय बनाए जाए वासतलवक तौर पर तो अलाह तआला हली बादराह ह परनत इसम सकत ह लक लजलली (परलतलबमब) तौर पर बादराह होत ह और इसललए इसम साकलतक तौर पर माललक समय क अलिकारो की दखभाल की ओर सकत ह यहा कालफर और मलशक और एकशवरवाद बादराह अथावत लकसली परकार का बिन नही अलपत सामानय तौर पर ह िाह लकसली िमव का बादराह हो िमव और आसथा क भाग पथक ह कआवन म जहा-जहा खदा न उपकारली का वणवन लकया ह वहा कोई रतव नही लगाई लक वह मसलमान हो और एकशवरवादली हो और अमक लसललसल का हो अलपत सामानय तौर पर उपकारली क बार म ििाव ह िाह वह कोई िमव रखता हो और लफर खदा तआला अपन पलवतर कलाम म उपकारली क साथ उपकार करन पर बहत बल दता ह जसा लक लनमनलललखत आयत स परकट ह-(अररहमान-61) حسان

حسان ال ال

جزاء ال

ھل

कया उपकार का बदला उपकार क अलतररकत भली हो सकता हअब हम अपनली जमाअत को और समसत शोताओ को बडली

सफाई और सपषटता स सनात ह लक अगजली सरकार हमारली उपकारली ह उसन हम पर बड-बड उपकार लकए ह लजसकी आय साठ या सतर वषव की होगली वह खब जानता होगा लक हम पर लसकखो का एक यग गजरा ह उस समय मसलमानो पर लजतन सकट आए थ व छप नही ह उनक समरण स ररलीर कापन लगता ह और हदय लजव जाता ह उस समय मसलमानो की इबादतो और िालमवक कतववयो का पालन करना लजनका परा करना उनको पराण स अलिक लपरय ह

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रोका गया था नमाज की बाग जो नमाज की भलमका ह उसको ऊि सवर म पकारन स मना लकया गया था यलद कभली अजान दन वाल क मख स भल स अललाह अकिर ऊिली आवाज स लनकल जाता तो उस मार डाला जाता था इसली परकार स मसलमानो क वि-अवि क मामल म भली अनलित हसतकषप लकया गया था एक गाय क मकदमः म एक बार पाि हजार गरलीब मसलमान कतल लकए गए बटाला की रटना ह लक एक ससयद वही का रहन वाला बाहर स दरवाज पर आया वहा गायो की भलीड थली उसन तलवार की नोक स थोडा हटाया एक गाय क िमड को सयोग स हलकी सली खरार पहि गई उस बिार को पकड ललया गया और इस बात पर जोर लदया गया लक उस को कतल कर लदया जाए अनत म बडली लसफारररो क बाद जान स बि गया परनत उस का हाथ अवशय काटा गया परनत अब दखो लक हर कौम व िमव क लोगो को कसली आजादली ह हम कवल मसलमानो हली का वणवन करत ह िालमवक कतववयो और इबादतो को अदा करन म सरकार न पणव आजादली द रखली ह और लकसली क माल पराण और सममान स कोई अकारण की रोक नही उस उपदव पणव यग क लवपरलीत लक परतयक वयसकत उसका लहसाब कसा हली पलवतर हो अपन पराण और माल पर भयभलीत रहता था अब यलद कोई अपना आिरण सवय खराब कर ल और अपन दरािार तथा िषटता और अपरािो क करन स सवय दणडनलीय ठहर जाए तो और बात ह या सवय हली बरली आसथा और लापरवाहली क कारण इबादत म कोताहली कर तो अलग बात ह परनत सरकार की ओर स हर परकार की पणव सवततरता ह इस

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समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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स पररलित लकया जाए और सभय बनाए जाए वासतलवक तौर पर तो अलाह तआला हली बादराह ह परनत इसम सकत ह लक लजलली (परलतलबमब) तौर पर बादराह होत ह और इसललए इसम साकलतक तौर पर माललक समय क अलिकारो की दखभाल की ओर सकत ह यहा कालफर और मलशक और एकशवरवाद बादराह अथावत लकसली परकार का बिन नही अलपत सामानय तौर पर ह िाह लकसली िमव का बादराह हो िमव और आसथा क भाग पथक ह कआवन म जहा-जहा खदा न उपकारली का वणवन लकया ह वहा कोई रतव नही लगाई लक वह मसलमान हो और एकशवरवादली हो और अमक लसललसल का हो अलपत सामानय तौर पर उपकारली क बार म ििाव ह िाह वह कोई िमव रखता हो और लफर खदा तआला अपन पलवतर कलाम म उपकारली क साथ उपकार करन पर बहत बल दता ह जसा लक लनमनलललखत आयत स परकट ह-(अररहमान-61) حسان

حسان ال ال

جزاء ال

ھل

कया उपकार का बदला उपकार क अलतररकत भली हो सकता हअब हम अपनली जमाअत को और समसत शोताओ को बडली

सफाई और सपषटता स सनात ह लक अगजली सरकार हमारली उपकारली ह उसन हम पर बड-बड उपकार लकए ह लजसकी आय साठ या सतर वषव की होगली वह खब जानता होगा लक हम पर लसकखो का एक यग गजरा ह उस समय मसलमानो पर लजतन सकट आए थ व छप नही ह उनक समरण स ररलीर कापन लगता ह और हदय लजव जाता ह उस समय मसलमानो की इबादतो और िालमवक कतववयो का पालन करना लजनका परा करना उनको पराण स अलिक लपरय ह

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रोका गया था नमाज की बाग जो नमाज की भलमका ह उसको ऊि सवर म पकारन स मना लकया गया था यलद कभली अजान दन वाल क मख स भल स अललाह अकिर ऊिली आवाज स लनकल जाता तो उस मार डाला जाता था इसली परकार स मसलमानो क वि-अवि क मामल म भली अनलित हसतकषप लकया गया था एक गाय क मकदमः म एक बार पाि हजार गरलीब मसलमान कतल लकए गए बटाला की रटना ह लक एक ससयद वही का रहन वाला बाहर स दरवाज पर आया वहा गायो की भलीड थली उसन तलवार की नोक स थोडा हटाया एक गाय क िमड को सयोग स हलकी सली खरार पहि गई उस बिार को पकड ललया गया और इस बात पर जोर लदया गया लक उस को कतल कर लदया जाए अनत म बडली लसफारररो क बाद जान स बि गया परनत उस का हाथ अवशय काटा गया परनत अब दखो लक हर कौम व िमव क लोगो को कसली आजादली ह हम कवल मसलमानो हली का वणवन करत ह िालमवक कतववयो और इबादतो को अदा करन म सरकार न पणव आजादली द रखली ह और लकसली क माल पराण और सममान स कोई अकारण की रोक नही उस उपदव पणव यग क लवपरलीत लक परतयक वयसकत उसका लहसाब कसा हली पलवतर हो अपन पराण और माल पर भयभलीत रहता था अब यलद कोई अपना आिरण सवय खराब कर ल और अपन दरािार तथा िषटता और अपरािो क करन स सवय दणडनलीय ठहर जाए तो और बात ह या सवय हली बरली आसथा और लापरवाहली क कारण इबादत म कोताहली कर तो अलग बात ह परनत सरकार की ओर स हर परकार की पणव सवततरता ह इस

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समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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रएदाद जला दआ

काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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रएदाद जला दआ

हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

रएदाद जला दआ

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रोका गया था नमाज की बाग जो नमाज की भलमका ह उसको ऊि सवर म पकारन स मना लकया गया था यलद कभली अजान दन वाल क मख स भल स अललाह अकिर ऊिली आवाज स लनकल जाता तो उस मार डाला जाता था इसली परकार स मसलमानो क वि-अवि क मामल म भली अनलित हसतकषप लकया गया था एक गाय क मकदमः म एक बार पाि हजार गरलीब मसलमान कतल लकए गए बटाला की रटना ह लक एक ससयद वही का रहन वाला बाहर स दरवाज पर आया वहा गायो की भलीड थली उसन तलवार की नोक स थोडा हटाया एक गाय क िमड को सयोग स हलकी सली खरार पहि गई उस बिार को पकड ललया गया और इस बात पर जोर लदया गया लक उस को कतल कर लदया जाए अनत म बडली लसफारररो क बाद जान स बि गया परनत उस का हाथ अवशय काटा गया परनत अब दखो लक हर कौम व िमव क लोगो को कसली आजादली ह हम कवल मसलमानो हली का वणवन करत ह िालमवक कतववयो और इबादतो को अदा करन म सरकार न पणव आजादली द रखली ह और लकसली क माल पराण और सममान स कोई अकारण की रोक नही उस उपदव पणव यग क लवपरलीत लक परतयक वयसकत उसका लहसाब कसा हली पलवतर हो अपन पराण और माल पर भयभलीत रहता था अब यलद कोई अपना आिरण सवय खराब कर ल और अपन दरािार तथा िषटता और अपरािो क करन स सवय दणडनलीय ठहर जाए तो और बात ह या सवय हली बरली आसथा और लापरवाहली क कारण इबादत म कोताहली कर तो अलग बात ह परनत सरकार की ओर स हर परकार की पणव सवततरता ह इस

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समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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समय लजतना आलबद (इबादत करन वाला) बनना िाहो बनो कोई रोक नही सरकार सवय िालमवक सथलो का सममान करतली ह और उनकी मरममत इतयालद पर हजारो रपया खिव कर दतली ह लसकखो क यग म इस क लवरदध यह हाल था लक मससजदो म भग रटतली थली और रोड बित थ लजसका नमना सवय यहा कालदयान म मौजद ह और पजाब क बड-बड रहरो म इसक परिरता क साथ नमन लमलग लाहौर म आजतक कई एक मससजद लसकखो क कबज म ह आज उसकी तलना म अगजली सरकार इन महान सथानो की हर परकार का आवशयक सममान करतली ह और िालमवक सथलो का मान-सममान अपन कतववयो म स समझतली ह जसा लक इनही लदनो हजर वायसराय लाडर कजवन सालहब बहादर न दहलली की जालमअ मससजद म जता पहन कर जान का लवरोि अपनली वयावहाररक हालत स लसदध कर लदया और सतायोगय आदरव उचकोलट क बादराहो वाला लरषटािार लदखाया और उनक उन भाषणो स जो समय-समय पर उनहोन लवलभनन अवसरो पर लदए ह सपषट जञात हो गया ह लक वह िालमवक सथलो का कसा सममान करत ह लफर दखो सरकार न कही मनादली नही की लक कोई ऊि सवर म बाग न द या रोजा न रख अलपत उनहोन हर परकार क भोजन क सामान उपलबि लकए ह लजसका लसकखो क नलीि यग म नामोलनरान तक न था बफक सोडावाटर लबससकट और डबलरोटली इतयालद हर परकार क भोजन उपलबि लकए और हर परकार की सलविा द रखली ह यह एक साकलतक सहायता ह जो इन लोगो स हमारली इसलामली लनरालनयो को पहिली ह अब यलद कोई सवय रोजा न रख तो यह और बात

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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रएदाद जला दआ

दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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रएदाद जला दआ

स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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रएदाद जला दआ

ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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रएदाद जला दआ

हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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ह अफसोस की बात ह लक मसलमान सवय ररलीअत को बदनाम करत ह अतः दखो लजनहोन इन लदनो रोज रख ह व कछ दबल नही हो गए और लजनहोन लनलवजजता क साथ इस महलीन को गजारा ह व कछ मोट नही हो गए उनका भली समय गजर गया और उनका भली समय गजर गया जाड क रोज थ कवल खान क समयो का एक पररवतवन था सात-आठ बज न खाया िार-पाि बज खाया इतनली आसानली क बावजद लफर भली बहत स लोगो न खदा की लनरालनयो को शषता नही दली और खदा तआला क इस सममान योगय महमान रमिजलाि क मििीि को बड लतरसकार स दखा इतनली आसानली वाल महलीनो म रमजान का आना एक परकार का मापदणड था और आजञाकारली तथा अवजञाकारली म अनतर करन क ललए य रोज तराज का आदर रखत थ खदा तआला की ओर स सरकार न हर परकार की सवततरता द रखली ह लभनन-लभनन परकार क फल और अनन उपलबि होत ह कोई समलदध और आराम का सामान नही जो आज उपलबि न हो सकता हो इसक बावजद जो परवाह न की गई इसका कया कारण ह यहली लक लदलो म ईमान नही रहा अफसोस खदा का एक तचछ भगली क बराबर भली धयान नही रखा जाता जस यह लविार लक खदा स कभली समपकक हली न होगा और न कभली उसस पाला पडगा और उसकी अदालत क सामन जाना हली नही होगा कार इनकारली लविार कर और सोि लक करोडो सययो क परकार स भली बढकर खदा तआला क अससततव क सबत ह अफसोस का सथान ह लक एक जत को दखकर लनसचित तौर पर समझ ललया जाता ह लक इसका कोई लनमावता ह परनत यह लकतना

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दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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रएदाद जला दआ

आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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रएदाद जला दआ

यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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दभावगय ह लक खदा तआला की असलीलमत ससषट को दख कर भली उस पर ईमान न हो या ऐसा ईमान हो जो न होन म ससममललत ह खदा तआला की हम पर बहत रहमत ह उनम स एक यह ह लक उसन हम जलत हए तनदर स लनकाला लसकखो का यग एक असगन का तनदर था और अगजो कला कदमि दया और बरकत का कदम ह मन सना ह लक जब रर-रर म अगज आए तो होलरयारपर म लकसली अजान दन वाल न ऊिली अजान कहली िलक अभली आरभ था और लहनदओ तथा लसकखो का लविार था लक यह भली ऊिली अजान कहन पर रोकग या उनक समान यलद गाय को लकसली स जखम लग जाए तो उसका हाथ काटग उस ऊिली अजान कहन वाल मवजजन को पकड ललया एक बडली भारली भलीड क साथ लडपटली कलमशनर क सामन उस ल गए बड-बड रईस महाजन एकतर हए और कहा- हजर हमार आट भरषट हो गए हमार बतवन अपलवतर हो गए जब य बात उस अगज को सनाई गई तो उस बडा आचियव हआ लक कया बाग म ऐसली लवरषता ह लक खान की वसतए गनदली हो जातली ह उसन कमविारली स कहा लक जब तक अनभव न कर ललया जाए इस मकदम को नही करना िालहए अतः उसन मवजजन को आदर लदया लक त लफर उसली परकार बाग द वह डरा लक रायद दसरा अपराि कायम न हो बाग दन स थोडा लझझका परनत जब उसको सातवना दली गई उसन उतन हली जोर स बाग दली सालहब बहादर न कहा लक हम तो इस स कोई हालन नही पहिली कमविारली स पछा लक तमह कोई हालन पहिली उसन भली कहा वासतव म कोई हालन नही हई अनत म उसको छोड लदया गया और कहा गया जाओ लजस

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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परकार िाहो बाग दो अलाह अकबर यह लकतनली आजादली ह और अलाह का लकतना उपकार ह लफर ऐस उपकार और सपषट इनाम पर भली यलद कोई लदल अगजली सरकार का उपकार महसस नही करता तो वह लदल नमत का बडा कतघन और नमक हराम तथा सलीन स िलीर कर लनकाल डालन क योगय ह

सवय हमार इस गाव म जहा हमारली मससजद ह पदालिकारली लोगो की जगह थली उस समय हमार बिपन का यग था परनत मन लवशवसनलीय लोगो स सना ह लक जब अगजो का अलिकार हो गया तो कछ लदनो तक वहली लपछला कानन रहा उनही लदनो एक पदालिकारली यहा आया हआ था उसक पास एक मसलमान लसपाहली था वह मससजद म आया और मवजजन को कहा लक बाग दो उसन वहली डरत-डरत गनगनाकर अजान दली लसपाहली न कहा लक कया तम इसली परकार स बाग लदया करत हो मवजजन न कहा हा इसली परकार दत ह लसपाहली न कहा नही कोठ पर िढकर ऊिली आवाज स अजान दो और लजतन जोर स सभव हो सकता ह बाग दो वह डरा अनत म उसन लसपाहली क कहन पर जोर स बाग दली इस पर समसत लहनद एकतर हो गए और मला को पकड ललया वह बिारा बहत डरा और रबराया लक कारदार (अनभवली) मझ फासली द दगा लसपाहली न कहा लक म तर साथ ह अनत म बरहम छरली मार बाहमण उसको पकड कर कारदार क पास ल गए और कहा लक महाराज इसन हम को भरषट कर लदया कारदार तो जानता था लक सरकार पररवलतवत हो गई ह और अब वह लसकखा राहली नही रहली परनत थोडली दबली जबान स पछा लक तन ऊिली आवाज स कयो

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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बाग दली लसपाहली न आग बढकर कहा लक इसन नही मन बाग दली कारदार न कहा कमबखतो कयो रोर डालत हो लाहौर म तो अब खल तौर पर गाए लजबह होतली ह तम अजान को रोत हो जाओ खामोर होकर बठ रहो अतः यह वासतलवक और सचली बात ह जो हमार लदल स लनकलतली ह लजस कौम न हमको पाताल स लनकाला ह उसका उपकार हम न मान तो लफर यह लकतनली कतघनता और नमक हरामली ह

इसक अलतररकत पजाब म बडली असभयता फलली हई थली एक बढ आदमली कममराह न वणवन लकया लक मन अपन उसताद को दखा ह लक वह बडली लवनभरतापववक दआ लकया करत थ लक सहली बखारली का एक बार दरवन हो जाए और कभली इस लविार स लक इसका दरवन कहा सभव ह दआ करत-करत इतना रोत लक उनकी लहिलकया बि जातली थी अब वहली बखारली अमतसर और लाहौर स दो िार रपए म लमलतली ह एक मौलवली रर महममद साहब थ कही स दो िार पष इहयाउलउलम क उनको लमल गए थ लकतन हली समय तक हर नमाज क बाद नमालजयो को बडली परसननता और गवव स लदखाया करत थ लक यह इहयाउलउलम ह और तडपत थ लक परली लकताब कही स लमल जाए अब हर सथान पर छपली हई इहयाउलउलम मौजद ह लनषकषव यह लक अब अगजली कदम की बरकत स लोगो की िालमवक आख भली खल गई ह और खदा तआला खब जानता ह लक इसली सरकार क दारा िमव की लकतनली सहायता हई ह लक लकसली अनय सरकार म सभव हली नही परस की बरकत तथा लभनन-लभनन परकार क कागज क आलवषकार स हर परकार की पसतक

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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रएदाद जला दआ

हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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थोड-थोड मलय पर परापत हो सकतली ह लफर डाकखान क माधयम स कही स कही रर बठ लबठाए पहि जातली ह और यो िमव की सचाइयो क परिार का मागव लकतना आसान और साफ हो गया ह लफर इन सब बरकतो म स एक यह भली ह जो िमव क समथवन क ललए इस सरकार क काल म लमलली ह लक बौलदधक एव मानलसक रसकतयो म बडली उननलत हई ह और िलक सरकार न परतयक कौम को अपन िमव क परिार की सवततरता दली हई ह इसललए लोगो को हर परकार स हर एक िमव क लसदधानत और तकयो को परखन और उन पर लविार करन का अवसर लमल गया ह इसलाम पर जब लवलभनन िमव वालो न आकरमण लकए तो मसलमानो को अपन िमव क समथवन और सचाई क ललए अपनली िालमवक पसतको पर लविार करन का अवसर लमला और उनकी बौलदधक रसकतयो म उननलत हई लनयम की बात ह लक जस रारलीररक रसकतया वयायाम करन स बढतली ह इसली परकार रहानली रसकतया भली वयायाम स लवकलसत होतली ह जस लक रोडा िाबक सवार क नलीि आकर सहली होता ह इसली परकार अगजो क आन स िालमवक लसदधानतो पर लविार करन का अवसर लमला ह और लविार करन वालो को अपन सच िमव म दढता और सथालयतव अलिक लमल गया और लजस-लजस अवसर पर पलवतर कआवन क लवरोलियो न उगलली रखली वही स लविार करन वालो को एक मआररफ का खजाना हाथ लगा और इस आजादली क कारण तककरासतर न भली बहत उननलत की और यह उननलत लवरषतः इसली सथान पर हई ह अब यलद कोई रम या राम का रहन वाला िाह वह कसा हली परकाणड लवदान कयो न हो आ जाए तो वह ईसाइयो या

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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आययो क ऐतराजो का पयावपत उतर न द सकगा कयोलक उस ऐसली आजादली और लवसतार क साथ लवलभनन िमयो क लसदधानतो की तलना करन का अवसर नही लमला इसललए लजस परकार रारलीररक तौर पर अगजली सरकार स दर म रासनत हई इसली परकार रहानली रासनत भली पणव रप स फलली िलक हमारा सबि िालमवक एव रहानली बातो स ह इसललए हम परायः उन बातो का वणवन करग जो िालमवक कतववयो क अदा करन म सरकार की ओर स हम बतौर उपकार लमल ह तो समरण रखना िालहए लक मनषय परली आजादली और सनतसषट क साथ इबादतो को तब हली अदा कर सकता ह जब उसम िार रतत मौजद हो और व य ह-

परथमि वलाथय- यलद कोई वयसकत ऐसा कमजोर हो लक िारपाई स उठ न सक वह नमाज रोज का कया पाबनद हो सकता ह और वह लफर उसली परकार स हज जकात इतयालद बहत सली आवशयक बातो क अदा करन स असमथव रहगा अब दखना िालहए लक सरकार क कारण स हम रारलीररक सवासथय यथावत रखन क ललए लकतन सामान लमल ह हर बड रहर और कसब म कोई न कोई असपताल अवशय ह जहा रोलगयो का उपिार अतयनत सहानभलत और हमददजी स लकया जाता ह और दवा तथा भोजन इतयालद मफत लदया जाता ह कछ रोलगयो को असपताल म रख कर उनकी दखभाल और सरकषण इस परकार स लकया जाता ह लक कोई अपन रर म भली ऐसली आसानली सलविा और आराम क साथ उपिार नही करा सकता सवासथय-रकषा का एक अलग लवभाग बना रखा ह लजस पर करोडो रपया वालषवक वयय होता ह कसबो और रहरो

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

रएदाद जला दआ

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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म सवचछता क बड-बड सामान उपलबि लकए ह गनद पानली और रदली सामान जो सवासथय क ललए हालनकारक ह क दर करन क ललए पथक परबनि ह लफर हर परकार की रलीघर परभाव करन वालली औषलिया तयार करक बहत कम मलय पर उपलबि की जातली ह यहा तक लक परतयक वयसकत कछ औषलिया अपन रर म रख कर आवशयकता पडन पर उपिार कर सकता ह बड-बड मडलीकल कालज जारली करक मडलीकल लरकषा को बडली परिरता स फलाया गया ह यहा तक लक दहात म भली डाकटर लमलत ह कछ खतरनाक रोगो जस ििक हजा पलग इतयालद क लनवारण क ललए वतवमान समय म हली पलग क सबि म लजतनली काररवाई सरकार की ओर स की गई ह वह बहत हली कतजञता क योगय ह अतः सवासथय की दसषट स सरकार न हर परकार की आवशयक सहायता दली ह और इसली परकार इबादत क ललए पहलली और आवशयक रतव क परा करन क ललए बहत बडली सहायता की ह

दसरी शता ईमिलाि ह यलद खदा तआला और उसक आदरो पर ईमान हली न रहा हो और अनदर हली अनदर अिमव तथा नाससतकता का कोढ लग गया हो तो भली खदा क आदरो का पालन नही हो सकता यहली कारण ह लक बहत लोग कहा करत ह- इह जग लमटा त अलग लकन लडटा अफसोस ह दो आदलमयो की गवाहली पर एक अपरािली को फासली लमल सकतली ह परनत इसक बावजद एक लाख िौबलीस हजार पगमबर और असखय वबलयो की गवाहली मौजद ह परनत अभली तक इस परकार की नाससतकता लोगो क लदलो स नही गई खदा तआला हर यग म अपन रसकतरालली बिशलािो तथा चमितकलारो

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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स अिल मिौजद (म मौजद ह) कहता ह परनत य अभाग कान रखत हए भली नही सनत अतः यह रतव भली बहत बडली आवशयक रतव ह इसक ललए भली हम अगजली सरकार का कतजञ होना िालहए कयोलक ईमान और आसथा को सदढ करन क ललए िमव की सामानय लरकषा की आवशयकता थली और िालमवक लरकषा की लनभवरता िालमवक पसतको क परकारन स समबदध थली परस और डाकखान की बरकत स हर परकार की िालमवक पसतक लमल सकतली ह और अखबारो क माधयम स लविार-लवमरव का अवसर भली लमलता ह भागयरालली सवभाव वाल लोगो क ललए बडा भारली अवसर ह लक ईमान और आसथा म पठ परापत कर इन बातो क अलतररकत जो आवशयक तथा अतयावशयक बात ईमान की पठ क ललए ह वह खदा तआला क लनरानात ह जो उस वयसकत क हाथ पर रलटत होत ह जो खदा तआला की ओर स मामर होकर आता ह और अपनली कायव-पदधलत स लपत हो िकी सचाइयो और माररफतो को जलीलवत करता ह इसललए खदा तआला का कतजञ होना िालहए लक उसन इस यग म ऐस वयसकत को लफर ईमान को जलीलवत करन क ललए मामर लकया और इसललए भजा तालक लोग लवशवास की रसकत म उननलत कर वह इसली मबारक सरकार क समय म आया वह कौन ह विी जो तमि मि खडला हआ िोल रिला ि िलक यह मानय बात ह लक जब तक पणव रप स ईमान न हो इनसान नकी क कायव पणवतया अदा नही कर सकता लजतना कोई पहल या ईमान का लकगरा लगरा हआ हो उतना हली इनसान काययो म ससत और कमजोर होगा इस आिार पर वली वह कहलाता ह लजसका हर पहल सरलकषत हो और वह लकसली पहल स कमजोर न

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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रएदाद जला दआ

हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

रएदाद जला दआ

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हो उसकी इबादत पणव रपण जारली होतली हो तो ईमान की दसरली रतव सलामतली (सरकषा) ह

तीसरी शता इनसान क ललए आलथवक रसकत ह मससजदो क लनमावण इसलाम स सबलित मामलो की अदायगली आलथवक रसकत पर लनभवर ह इसक अलतररकत सामालजक जलीवन तथा समसत मामलो का और लवरष तौर पर मससजदो का परबि बडली कलठनाई स होता ह अब इस पहल की दसषट स अगजली सरकार को दखो सरकार न हर परकार क वयापार को उननलत दली लरकषा फला कर दर क नागररको को नौकररया दी तथा कछ को बड-बड पद भली लदए सफर क सािन उपलबि करक दसर दरो म जाकर रपया कमान म सहायता दली अतः डाकटर पललीडर अदालतो क पदालिकारली लरकषा लवभाग क कमविाररयो को दखो अतः बहत स माधयमो स लोग उलित रपया कमात ह और वयापार करन वाल सौदागर लभनन-लभनन परकार क वयापाररक माल लवलायत और सदर दरो अफीका आसटललया इतयालद म जाकर िनाढय होकर आत ह अतः सरकार न रोजगार सामानय कर लदया ह और रपया कमान क बहत स माधयम पदा कर लदए ह

चौथी शता अमिि ि यह अमन की रतव इनसान क अपन अलिकार म नही ह जब स ससार पदा हआ ह इसका अवलमबन लवरषतः सरकार पर रखा गया ह लजतनली सरकार नक नलीयत और हदय खोट स पलवतर होगा उतनली हली यह रतव अलिक सफाई स परली होगली अब इस यग म अमन की रतव उच शणली पर पणव हो रहली ह म भलली-भालत लवशवास रखता ह लक लसकखो काल क लदन अगजो

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रएदाद जला दआ

काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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रएदाद जला दआ

ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

रएदाद जला दआ

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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रएदाद जला दआ

हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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रएदाद जला दआ

यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

रएदाद जला दआ

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

रएदाद जला दआ

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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रएदाद जला दआ

काल की रातो स भली कम शणली पर थ यहा स लनकट हली बटटर2

एक गाव ह वहा यलद यहा स कोई औरत जाया करतली थली तो रो-रो कर जातली थली लक खदा जान लफर वापस आना होगा या नही अब यह हालत हो गयली ह लक मनषय पथवली क अनत तक िला जाए उस लकसली परकार का खतरा नही सफर क सािन ऐस आसान कर लदए गए ह लक हर परकार का आराम परापत ह जस रर क समान रल म बठा हआ या सोया हआ जहा िाह िला जाए माल तथा पराणो की सरकषा क ललए पललस का लवराल लवभाग मौजद ह अलिकारो की सरकषा क ललए अदालत खलली ह जहा तक िाह लजतनली भली नाललर करता िला जाए य लकतन उपकार ह जो हमारली वयावहाररक आजादली का कारण हए ह तो यलद ऐसली हालत म जबलक ररलीर और रह पर असलीलमत उपकार हो रह हो हमार अनदर सलह करन तथा कतजञता का ततव पदा नही होता तो आचियव की बात ह जो ससषट (मखलक) का िनयवाद नही करता वह खदा तआला का भली िनयवाद अदा नही कर सकता कारण कया ह इसललए लक वह ससषट भली तो खदा हली की भजली हई होतली ह और खदा हली क इराद क अिलीन िलतली ह अतः य सब बात जो मन वणवन की ह एक नक लदल मनषय को लववर कर दतली ह लक वह ऐस उपकारली का कतजञ हो यहली कारण ह लक हम बार-बार अपनली पसतको म तथा अपन भाषणो म अगजली सरकार क उपकारो की ििाव करत ह कयोलक हमारा लदल वासतलवक तौर पर उसक उपकारो क आननद स भरा हआ ह कतघन मखव लोग अपन छलपणव सवभावो पर अनमान

2िटटर - यह गाव कालदयान स दो मलील की दरली पर ह (जमालली)

रएदाद जला दआ

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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रएदाद जला दआ

ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

रएदाद जला दआ

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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रएदाद जला दआ

हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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रएदाद जला दआ

लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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रएदाद जला दआ

यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

रएदाद जला दआ

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

रएदाद जला दआ

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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लगाकर हमारली इस कायव-पदधलत को जो सचाई और लनषकपटता स पदा होतली ह झठली िापलसली पर िररताथव करत ह

अब म लफर असल बात की ओर लौटत हए बताना िाहता ह लक खदा तआला न इस सरह म पहल रसबबननास फरमाया लफर मलललकननास अनत म इलालहननास फरमाया जो असलली उदशय और अभलीषट मनषय ह इलाह माबद को कहत ह अभलीषट उदशय को ला इलाहा इललाह क मायन यहली ह लक ل معبودل ول مقصودل

اہلل إل ل مطلوب यहली सचली तौहलीद (एकशवरवाद) ह लक हर ول पररसा और सतलत का अलिकार अलाह तआला हली को ठहराया जाए लफर फरमाया (अननास-5) خناس

وسواس ال

من شر ال

अथावत भरम डालन वाल खननास की बराई स ररण मागो खननास अरबली म साप को कहत ह लजस इबानली म नहार कहत ह इसललए लक उसन पहल भली बराई की थली यहा इबललीस या रतान नही फरमाया तालक मनषय को अपनली परारभ की परलीकषा याद आए लक लकस परकार रतान न उनक माता-लपता को िोखा लदया था उस समय उस का नाम खननास हली रखा गया था यह करम खदा न इसललए गहण लकया ह तालक मनषय को पहल वतानतो स अवगत कर लक लजस परकार रतान न खदा क आजञापालन स मनषय को िोखा दकर लवमख लकया वस हली वह लकसली समय समय क बादराह की आजञा का पालन करन स अवजञाकारली और लवमख न करा द यो मनषय हर समय अपन नफस क इरादो और योजनाओ की जाि-पडताल कर लक मझ म समय क बादराह का आजञापालन लकतना

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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रएदाद जला दआ

हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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ह और परयास करता रह तथा खदा तआला स दआ मागता रह लक लकसली दरवाज स रतान उसम दालखल न हो जाए अब इस सरह म जो आजञापालन का आदर ह वह खदा तआला हली का आजञापालन करन का आदर ह कयोलक असलली आजञापालन उसली का ह परनत माता-लपता मलरवद-व-हादली और समय क बादराह की आजञा-पालन का आदर भली खदा हली न लदया ह और आजञापालन का लाभ यह होगा लक खननास क काब स बि जाओग तो पनाह (ररण) मागो लक खननास क भरम डालन की बराई स सरलकषत रहो कयोलक मोलमन एक हली सराख स दो बार नही काटा जाता एक बार लजस मागव स सकट आए दोबारा उसम न फसो तो इस सरह म सपषट सकत ह लक समय क बादराह की आजञा का पालन करो खननास म इसली परकार स लवरषताए िरोहर रखली गई ह जस खदा तआला न वकष और पानली तथा असगन इतयालद वसतओ और ततवो म गण रख ह उनसर का रबद असल म अि-बसरर ह अरबली म ص और س का पररवतवन हो जाता ह अथावत यह बात खदा क रहसयो म स ह वासतव म यहा आकर मनषय की जाि-पडताल रक जातली ह अतः परतयक िलीज खदा हली की ओर स ह िाह वह अलमलशत क परकार स हो या िाह लमलशत क परकार स जबलक बात यह ह लक ऐस बादराहो को भजकर उसन हजारो कलठनाइयो स हम छडाया और ऐसा पररवतवन परदान लकया लक एक असगन क तनदर स लनकाल कर ऐस बाग म पहिा लदया जहा परसननता म वलदध करन वाल पौि ह और हर ओर नलदया जारली ह और रलीतल रलिकर हवाए िल रहली ह लफर लकतनली कतघनता होगली यलद कोई उसक उपकारो को भला

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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रएदाद जला दआ

हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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द विशष तौर पर हमारी जमाअत को वजसको खदा न परवतभा दी ह और उनम िासति म कपट नही ह कयोवक उनहोन वजस स सबध पदा वकया ह उसम लशमातर कपट नही कतजञता का बडा उततम आदशश बनना चावहए और मझ परश विशास ह वक मरी जमाअत म कपट नही ह और मर साथ सबध पदा करन म उनकी बवधिमतता न गलती नही की इसवलए वक िासति म म िही ह वजस क आन को ईमानी परवतभा न वमलन पर धयान वदलाया ह और खदा तआला गिाह तथा अिगत ह वक म िही सचचा और अमीन और मौऊद ह वजसका िादा हमार सययद-ि-मौला सतयवनषठ एि सतयावपत रसल करीम सललललाहो अलवह ि सललम की जबान-ए-मबारक स वदया गया था और म सच सच कहता ह वक वजनहोन मझ स सबध पदा नही वकया ि इस नमत स िवचत ह परवतभा जस एक चमतकार ह यह शबद विरासत ितह (जबर) क साथ भी ह और जर क साथ भी जब जबर क साथ हो तो इसक मायन ह घोड पर चढना मोवमन परवतभा क साथ अपन नफस का चाबक सिार होता ह खदा की ओर स उस परकाश वमलता ह वजस स िह मागश पाता ह इसी वलए रसलललाह सललललाहो अलवह ि सललम न िरमाया-

بنور اہلل

مؤمن فانہ ینظراسۃ ال

اتقوا فر

अथाशत मोवमन की विरासत स डरो कयोवक िह अललाह क परकाश स दखता ह अतः हमारी जमाअत की विरासत हककः (सची विरासत) का बडा सबत यह ह वक उनहोन खदा क परकाश को पहचाना इसी परकार म आशा रखता ह वक हमारी जमाअत वरियातमक रग म भी परगवत करगी कयोवक िह कपटाचारी नही ह और िह

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हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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रएदाद जला दआ

यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

रएदाद जला दआ

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

रएदाद जला दआ

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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रएदाद जला दआ

हमार लवरोलियो की उस कायव-पदधलत स सववथा पलवतर ह लक जब पदालिकाररयो स लमलत ह तो उनकी पररसाए करत ह और जब रर म आत ह तो कालफर बतात ह ह मरली जमाअत सनो और समरण रखो लक खदा इस कायव-पदधलत को पसनद नही करता तम जो मर साथ सबि रखत हो और मातर खदा क ललए रखत हो नकी करन वालो क साथ नकी करो और बराई करन वालो को कषमा करो कोई वयसकत लसदलीक नही हो सकता जब तक वह एक रग न हो जो कपटपणव िाल िलता ह और दो रगली गहण करता ह अनत म वह पकडा जाता ह कहावत परलसदध ह लक झठ की समरण रसकत नही होतली

इस समिय मि एक और आवशयक बात कहना िाहता ह और वह यह ह लक बादराहो को अलिकार कलठन काययो का सामना रहता ह और व भली परजा क बिाव और सरकषा क ललए होत ह तम न दखा ह लक हमारली सरकार को सरहद पर कई बार यदध करना पडा ह यदयलप सरहदली लोग मसलमान ह परनत हमार नजदलीक व सि पर नही ह उनका अगजो क साथ यदध करना लकसली िालमवक हलसयत और पहल स सहली नही ह और न व वासतव म िालमवक पहल स लडत ह कया व यह बहाना कर सकत ह लक सरकार न मसलमानो को आजादली नही द रखली लनससनदह द रखली ह और ऐसली आजादली द रखली ह लजस का उदाहरण काबल और काबल क इदव-लगदव रहकर भली नही लमल सकतली अमलीर की हालत सनन म अचछली नही लगती इन सरहदली उनमालदयो क लडन का कोई कारण पट भरन क अलतररकत नही ह दस-बलीस रपए लमल जाए तो उनका गाजलीपन डब जाता ह य लोग अतयािारली परकलत क ह और इसलाम

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

रएदाद जला दआ

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को बदनाम करत ह इसलाम समय क बादराह और उपकारली क अलिकारो को सथालपत करता ह य अिम परकलत वाल लोग अपन पट क ललए खदा की ररलीअत क अनसार लदए जान वाल दणडो क लनयमो को तोडत ह और उनकी नलीिता मखवता और अतयािार का बडा सबत यह ह लक एक रोटली क ललए बडली आसानली स एक मनषय को कतल कर दत ह इसली परकार आजकल हमारली सरकार को टनसवाल की एक छोटली सली परजातालतरक सरकार क साथ मकाबला ह वह सरकार पजाब स बडली नही ह और उसकी यह सववथा मखवता ह लक उसन इतनली बडली सरकार क साथ मकाबला आरभ लकया ह परनत इस समय जब लक मकाबला आरभ हो गया ह परतयक मसलमान का अलिकार ह लक अगजो की सफलता क ललए दआ कर हम टनसवाल स कया मतलब लजसक हम पर हजारो उपकार ह हमारा कतववय ह उसकी रभचछा कर एक पडोसली क इतन अलिकार ह लक उसका कषट सनकर उसका लपता पानली हो जाता ह तो कया अब हमार लदलो को अगजली सरकार क वफादार लसपालहयो क कषट पढकर आरात नही पहिता मर नजदलीक वह बडा लनदवयली ह लजस सरकार क दखः अपन दखः मालम नही होत समरण रखो कोढ कई परकार क होत ह एक कोढ ररलीर को लग जाता ह लजस कोढ कहत ह और एक कोढ रह को लग जाता ह लजसक कारण उस बरली आदत पड जातली ह लक लोगो की बराई स परसनन और भलाई स रज होता ह अतः इस परकार का एक वयसकत हमार यहा बाजार म रहा करता था यलद लकसली पर कोई मकदमा हो जाता तो पछा करता था लक मकदम की कया ससथलत ह यलद

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रएदाद जला दआ

लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

रएदाद जला दआ

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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रएदाद जला दआ

यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

रएदाद जला दआ

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

रएदाद जला दआ

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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रएदाद जला दआ

लकसली न कह लदया लक वह बरली हो गया या अचछली ससथलत ह तो उस पर आपदा आ जातली और िप हो जाता और यलद कोई कह दता लक िाजव रलीट लग गई तो बहत परसनन होता और उस पास बठा कर सारा लकससा सनता तो आदलमयो क सवभाव म बरा िाहन का ततव होता ह लक व बरली खबर सनना िाहत ह और लोगो की बराई पर परसनन होत ह कयोलक उनक अनदर रतान का िररतर होता ह तो लकसली मनषय क ललए बरा िाहना अचछा नही जबलक वह उपकारली भली हो इसललए म अपनली जमाअत को कहता ह लक व ऐस लोगो का नमना गहण न कर अलपत परली हमददजी और सचली सहानभलत क साथ लबलटर सरकार की सफलता क ललए दआ कर और लकरयातमक तौर पर भली वफादारली क नमन लदखाए हम य बात लकसली बदल या इनाम क ललए नही करत हम बदला और इनाम और सासाररक उपालियो स कया मतलब हमारली नलीयतो को सववजञ खदा भलली भालत जानता ह लक हमारा कायव मातर उसक ललए और उसली क आदर स ह उसली न हम लरकषा दली ह लक उपकारली का िनयवाद करो हम इस िनयवाद क अदा करन म अपन कपाल मौला की आजञा का पालन करत ह और उसली स इनाम की आरा रखत ह अतः तम जो मरली जमाअत हो अपनली उपकारली सरकार की खब कद करो

अब म िाहता ह लक टनसवाल क यदध क ललए हम दआ कर इलत

इसक पचिात हजरत अकदस न अतयनत जोर और लनषकपटता क साथ दआ क ललए हाथ उठाए और सब उपससथत लोगो न लजनकी सखया एक हजार स अलिक थली दआ की और बहत दर तक लवजय

रएदाद जला दआ

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

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रएदाद जला दआ

यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

रएदाद जला दआ

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

34

रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

रएदाद जला दआ

35

समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

36

रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

37

बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

38

रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

रएदाद जला दआ

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और सफलता क ललए दआ की गई ततपचिात हजरत अकदस न परसताव रखा लक बतावनवली सरकार क रायलो लक ललए िनदा भजना भली आवशयक ह लजसक ललए एक लवजञापन भली परकालरत लकया गया जो लनमनलललखत ह -

लखक-लमजाव खदा बखर- कालदयान

अपिी जमिलाअत क बलए एक आवशयक बवजलापि

लबससमलालहररहमालनररहलीम नहमदह व नसलली अला रसलललहलकरलीम

िलक लहनदसतान क मसलमानो पर सामानयतया और पजाब क मसलमानो पर लवरषतया बतावनवली सरकार क बड-बड उपकार ह इसललए मसलमान अपनली इस महरबान सरकार का लजतना िनयवाद कर उतना हली कम ह कयोलक मसलमानो को अब तक वह यग नही भला जबलक व लसकखो की कौम क हाथो एक दहकत हए तनदर म पड थ और उनक अतयािारली हाथ स न कवल मसलमानो की दलनया हली तबाह थली अलपत उनक िमव की हालत उसस अलिक बरली थली िालमवक कतववयो का अदा करना तो दर कछ लोग नमाज क ललए अजान दन पर जान स मार जात थ ऐसली ददवरा म अलाह तआला न दर स इस मबारक सरकार को हमारली मसकत क ललए दया-वसषट क समान भज लदया लजसन आकर न कवल इन अतयािाररयो क पज स बिाया अलपत हर परकार का अमन सथालपत करक हर परकार क आराम क सामान उपलबि लकए और िालमवक सवततरता

32

रएदाद जला दआ

यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

रएदाद जला दआ

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

रएदाद जला दआ

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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यहा तक दली लक हम लनसकोि अपन सदढ िमव का परिार अतयनत अचछ ढग स कर सकत ह हमन ईदल लफतर क अवसर पर इस लवषय पर लवसतारपववक भाषण लदया था लजसका सलकषपत लववरण तो अगजली अखबारो म जा िका ह और रष लवसतत लववरण रलीघर हली हबबलीलफलाह लमजाव खदा बखर सालहब परकालरत करन वाल ह हमन इस मबारक ईद क अवसर पर सरकार क उपकारो की ििाव करक अपनली जमाअत को जो इस सरकार स हालदवक लनषकपटता रखतली ह तथा अनय लोगो क समान छलपणव जलीवन वयतलीत करना बहत बडा पाप समझतली ह धयान लदलाया लक सब लोग हदय की गहराई स अपनली महरबान सरकार क ललए दआ कर लक अलाह तआला उस उस यदध म जो टनसवाल म हो रहा ह महान लवजय परदान कर और यह भली कहा लक अलाह तआला क अलिकार क बाद इसलाम का सबस बडा कतववय परजा की हमददजी ह और लवरष तौर पर ऐसली महरबान सरकार क सवको स सहानभलत करना पणय का कायव ह जो हमार पराणो मालो और सबस बढकर हमार िमव की रकषक ह इसललए हमारली जमाअत क लोग जहा-जहा ह अपनली सामथयव और रसकत क अनसार बतावनवली सरकार क उन रायलो क ललए जो टनसवाल क यदध म रायल हए ह िनदा द इसललए इस लवजञापन क माधयम स अपनली जमाअत क लोगो को सलित लकया जाता ह लक परतयक रहर म ललसट पणव करक और िनदा वसल करक 1 मािव स पवव लमजाव खदा बखर सालहब क पास कालदयान भज द कयोलक यह डटली उनक सपदव की गयली ह जब आपका रपया ललसटो क साथ आ जाएगा तो उस िनद की ललसट को उस ररपोटर म दजव लकया जाएगा लजसका

रएदाद जला दआ

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वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

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रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

रएदाद जला दआ

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

36

रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

37

बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

38

रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

रएदाद जला दआ

33

वणवन ऊपर हो िका ह हमारली जमाअत इस कायव को आवशयक समझ कर बहत रलीघर इस परा कर

वससलाम लखक- लमजाव गलाम अहमद कालदयान 10 फरवरली 1900ई

खशखिरी10 फरवरली क लवजञापन म यह इचछा वयकत की गयली थली लक

वतानत क साथ िनदा दन वाल लोगो क नामो की सिली परकालरत की जाएगली परनत िलक वतानत की मोटाई बढ गई ह इसललए हजरत इमाम हमाम हालदए अनाम उलित नही समझत लक सिली परकालरत की जाए बडली रकम कवल कछ थोड दोसतो की ओर स पहिली ह और रष बहत कम रकम ह अतः बडली स बडली रकम ह जो नवाब महममद अलली खान सालहब रईस मालर कोटला की ओर स आई ह और छोटली स छोटली रकम तलीन पाई तक ह

िलक हजरत अकदस जनाब मसलीह मौऊद अललहससलात वससलाम रपए क भजन म अलिक लवलमब नही करत ह इसललए लवजञापन की लनिावररत लतलथ की परतलीकषा करक पाि सौ रपए की िन रालर जनाब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की सवा म भज दली गई अतः जो रसलीद सालहब बहादर की ओर स आई ह वह आग हम दजव

34

रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

रएदाद जला दआ

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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रएदाद जला दआ

करत ह परनत इसस पवव लक हम रसलीद ललख इस बात को वयकत करना आवशयक समझत ह लक हजरत अकदस उन लोगो पर लजनहोन अपनली-अपनली सामथयव और हलसयत क अनसार बतावनवली सरकार क रायलो लविवाओ और अनाथो की हमददजी और सहायता की ह बहत हली परसनन हए ह और मबारक ह उन लोगो को लजनहोन सच इमाम क आदर का पालन करक न कवल अपन पलीरndashवndashमलरवद को परसनन लकया अलपत दर क वासतलवक बादराह और मजाजली अलिकाररयो की परसननता का कारण हए कयोलक पथवली और आकार क बादराह न इस पलवतर लकताब म जो मसलमानो क हाथ म ह अलाह क अलिकार क बाद बनदो क अलिकार को धयान म रखन का कडा आदर लदया ह और मानव जालत की हमददजी को अपनली परसननता और खरली का कारण ठहराया ह िाह वह मनषय लकसली िमव और लकसली लमलत का हो िाह परब का हो या पसचिम का सब की हमददजी का आदर लदया ह और लफर जो उपकारली और हमार अलिकारो की रकषा करता हो उसकी हमददजी परथम शणली पर आवशयक ह इस बतावनवली सरकार स बढकर कौन अलिक उपकारली और रभ लिनतक ह लजसन इसलाम वालो की बहत स अवसरो पर सहायता की ह और खतरनाक तथा जानलवा सकटो स मसकत दकर अमन और रासनत क आिल म सथान लदया ह

जो िनदा इस गरलीब जमाअत की ओर स भजा गया था वह उच परलतषावान सरकार क मकाबल म एक अतयनत थोडा था परनत इस बलनद हौसला सरकार न इस बड सममानपववक सवलीकार लकया इसक अलतररकत परसननता भली वयकत की भागयरालली ह व लोग जो

रएदाद जला दआ

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

रएदाद जला दआ

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समय क पदालिकाररयो की परसननता और रोक म ससममललत होकर हालकम और महकम क पदो को दसषटगत रखत ह और कया हली बलनद हौसला और महान ह वह सरकार जो अपनली परजा क गरलीबो वाल िनदो और मबारक वालदयो को मानndashसममान की दसषट स दखतली ह कया यह कम कद बढान की बात ह लक पाि सौ रपए की तचछ रालर पर जनाब नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर न परसननता की रसलीद लभजवाई और दलकषणली अफीका पर लवजयो की तार दन पर जनाब इमाम हममाम हालदए अनाम को आलली जनाब नवाब गवनवर जनरल वाइसराय बहादर पररसनलीय और जनाब लाट सालहब पजाब न अपनली-अपनली लिसटयो म परसननता वयकत की और िनयवाद अदा लकया ह बहर हाल यह सरकार कतजञता क योगय ह खदा तआला इस सरकार को जो अमन और आजादली की सहायक ह दर तक रख और इस आकारलीय बादराहत स अतयलिक भाग परदान कर

अब तलीनो लिसटयो का अनवाद नलीि दजव करत ह तालक दरवक उनह पढकर परसननता परापत कर

बचटी िमिर 234जएमसलीडोई सालहब बहादर आईसलीएस कायम मकाम

िलीफ सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला

गरदासपर लदनाक26 मािव 1900ई लाहौर ससालहब मन नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की ओर स

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

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रएदाद जला दआ

लनददर हआ ह लक हम आपको सिना द लक जो दररया लदल का दान पाि सौ रपए की रालर का आपकी और आपक मरलीदो की ओर स बतावनवली सरकार क दलकषणली अफीका क बलीमार और रायल भाईयो की सहायता क ललए भजा ह वह पहि गया ह और लकग-लकग कमपनली वालो को बमबई भज लदया गया ह

लखक- आप का बहत हली आजञाकारली सवक जएमडोई कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

बचटठी िमिर 166 बदिलाक 9 मिलाचा 1900ई थलाि ललािौर

डबलयआरएिमकक सालहब सलीएसआई कायम िलीफ मकाम सकरटरली पजाब सरकार की ओर स

सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयान लजला-गरदासपरसालहब-ए-मन मझ नवाब लफटलीननट गवनवर सालहब बहादर की

ओर स लनददर हआ ह लक आपको सिना द लक वह आपको इस मबारकबादली क बदल म जो आप न उन लवजयो क बार म दली ह जो बतावनवली सरकार को दलकषणली अफीका म परापत हई ह परसननता लमलान वाला िनयवाद अदा करत ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक डबलयआरएिमकक सालहब कायम मकाम िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

हसताकषर-खजािली लकग-लकग कमपनली सकलन कताव- लमजाव खदा बखर कालदयान

रएदाद जला दआ

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बचटी िमिर 211डबलय मकक सालहब बहादर सलीएसआई कायम मकाम िलीफ

सकरटरली पजाब सरकार की ओर स सवा म लमजाव गलाम अहमद सालहब रईस कालदयानलदनाक 21 मािव सन 1900ई सथान लाहौरसाहब-ए-मन मझ इस बात का लनददर हआ ह लक आपको

सिना द लक लहनदसतान की सरकार न बडली परसननता क साथ आपकी मबारकबादली को जो आपन बतावनवली सरकार की उन लवजयो पर दली ह जो दलकषणली अफीका म कलथत सरकार को परापत हई ह सवलीकार फरमाया ह

आपका अतयनत फमावबरदार सवक- डबलयमकक सालहब िलीफ सकरटरली पजाब सरकार

अगजी बचटी कला अिवलादिमिर 307 बदिलाक 18 अपरल सन 1900ई

लमजाव गलाम अहमद सालहब लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर क पास रसलीद वहली बदलील लिटलीइस दफतर की सखया 234 लदनाक 26 मािव 1900ई भजली जाएआदर दारा- सालहब अनडर सकरटरली पजाब सरकार हसताकषर-सालहब अडर सकरटरलीअनवाद रसलीद अगजली D NO 1438 लाडर मयर का फणड जो

टानसवाल की लविवाओ अनाथो और रायलो की सहायता क ललए

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रएदाद जला दआ

सथालपत लकया गया ह सथान बमबई स लदनाक 31 मािव सन 1900ई लमजाव गलाम अहमद लनवासली कालदयान लजला- गरदासपर और उसक मरलीदो की ओर स एक रालर पाि सौ रपय पहिली अतः यह िनदा जो उपरोकत कलथत फणड क ललए ह उलित माधयम स राइट आदरणलीय (Honourable) लाडर मयर सालहब बहादर की सवा म परलषत हो

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