study for civil services -gyan · राजस्थान सामान्य ज्ञान...

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STUDY FOR CIVIL SERVICES -GYAN

STUDY FOR CIVIL SERVICES -GYAN

राजसथान सामानय जञान बहत जररी तथय

SYMBOLS OF RAJASTHAN STATE

1. राजय वकष – खजडी

खजडी को राजसथान का सागवान ,रगगसतान का गौरव, ओर ,थार का

कलपवकष” आगि नामो स जाना जाता ह ओर खजडी को 1983 म राजय

वकष घोगित गकया गया था । खजडी का वजञागनक नाम “परोसगसप-गसनरररया”

ह। ओर खजडी क वकष सबस अगिक शखावटी कषतर ओर नागौर म पाए

जात ह इसकी पजा गवजयाशमी/िशहर पर की जाती ह इसको अलग 2

नामो स जाना जाता ह जस जााटी, िोकडा, ‘शमी, म बनना-बननी आगि।

इसको सलसटर ना(कीडा) व गलाइकोटर मा(कवक) नामक िो गकड नकसान

पहचात ह। ओर खजडी की हरी फली-साागरी, सखी फली- खोखा, व

पगियोा स बना चारा लाग/लम कहलाता ह। जोिपर म 12 गसतमबर को

परतयक विष खजडली गिवस क रप म मनाया जाता ह।

2. राजय पषप – रोगहडा का फल

रोगहडा क फल को 1983 म राजय पषप घोगित गकया गया था । इस

“मरशोभा” या “रगगसथान का सागवान” भी कहा जाता ह। रोगहडा का

वजञागनक नाम- “गटको-मला अाडलटा” ह। रोगहडा क वकष सबस अगिक

राजसथान क पषचचमी कषतर पाए जात ह ।रोगहड क फल माचष-अपरल क

मगहन म षखलत ह।इन पषपोा का राग गहरा कसररया-हीरमीच पीला होता

ह।ओर जोिपर म रोगहड को मारवाड का टीका क नाम स जाना जाता ह।

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3. राजय पश – गचाकारा, ऊ ट

1. गचाकारा को 1981 म राजय पश घोगित गकया गया था गचाकारा

“एनटीलोप” परजाती का एक मखय जीव ह। गचाकारा का वजञागनक नाम

गजला-गजला ह। ओर गचाकारा को छोटा हररण क उपनाम स भी जाना

जाता ह।गचकारोा क गलए नाहरगढ अभयारणय जयपर का परगसदध

ह।राजसथान का राजय पश ‘गचाकारा’ सवाषगिक ‘मर भाग’ म पाया

जाता ह।

2. ऊ ट- राजसथान को राजयपश 2014 म घोगित गया था ओर ऊ ट

डोमषसटक एगनमल क रप म सारगकषत शरणी म और गचाकारा नॉन

डोमषसटक एगनमल क रप म सारगकषत शरणी म रखा जाएगा।

4. राजय पकषी – गोडावण

गोडावण को 1981 म राजय पकषी क तौर पर घोगित गकया गया था ।

गोडावण को गरट इागडयन बसटडष भी कहा जाता ह। यह शगमषला पकषी ह

और इस पाल-मोरडी व सौन-गचगडया साराग, ककना, तकिर, बडा गतलोर

क नाम स भी जाना जाता ह। गोडावण वजञागनक नाम “करोररयोागटस-

नाइगरीसपस” ह।

Note = गोडावण पकषी को राजसथान क तीन गजलोा म सवाषगिक िखा जा

सकता ह।

1. मरउिान- जसलमर, बाडमर गजलोा म

2. सोरसन- बाारा

3. सोका गलया- अजमर

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4. गोडावण क परजनन क गलए जोिपर जातआलय म सवाषगिक परगसदध ह।

5. राजय गीत -“कसररया बालम आओ नी पिारो महार िश।“

कसररया बालम आओ नी पिारो महार िश गीत को सवषपरथम उियपर की

माागी न गाया था ।इस गीत को अनतराषटर ीय सतर पर बीकानर की अलला

गजलला बाई न गाया था । अलला गजलला बाई को राजय की मरकोगकला भी

कहत ह। इस गीत को मााड गागयकी म गाया जाता ह।

6. राजसथान का राजय नतय – घमर

िमर (कवल मगहलाओा दवारा गकया जान वाला नतय) – घमर को नतयोा का

गसरमौर (मकट) राजसथानी नतयोा की आतमा कहा जाता ह।

7. राजय शासतरीय नतय – कतथक

शासतरीय नतय कतथक उिरी भारत का परमख नतय ह। शासतरीय नतय मखय

घराना भारत म लखनऊ ह तथा राजसथान म जयपर ह। शासतरीय नतय

कतथक क जनमिाता भान जी महाराज को माना जाता ह।

8. राजसथान का राजय खल – बासकट बॉल

बासकट बॉल को राजय खल का िजाष 1948 म गिया गया था ।

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सीमावरती जिल

- पाकिसतान िी सीमा (अतरााषटरीय सीमा/रडकलिफ रखा) स

िगन वाि राजसथान ि 4 कजिः-

गगानगर(210 किमी) बीिानर(168 किमी) जसिमर(464

किमी) बाडमर(228 किमी)

- राजसथान ि अनतराजयीय सीमावती कजिः-

पजाब(2) - गगानगर-हनमानगढ

हररयाणा(7) - हनमानगढ-चर-झझन-सीिर-जयपर-अिवर-

भरतपर

उततर परदश(2)- भरत-धौिापर

मधयपरदश(10) – धौिापर, सवाईमाधोपर, िरौिी, िोटा,

बारा, झािावाड, भीिवाडा, कचततौडगढ, बासवाडा, परतापगढ

गजरात(6) - बाडमर-जािौर, कसरोही, उदयपर, ड गरपर,

बासवाडा

- राजसथान ि व चार कजि जो दो-दो राजयो ि साथ राजसथान

िी अनतरााजयीय सीमा बनात हः-

हनमानगढ - पजाब-हररयाणा

भरतपर - हररयाणा-उततरपरदश

धौिापर - उततरपरदश-मधयपरदश

बासवाडा - मधयपरदश-गजरात

- राजसथान ि व दो कजि जो अतरााषटरीय व अतरााजयीय दोनो

परिार िी सीमाए बनात हः-

गगानगर - पाकिसतान व पजब

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बाडमर - पाकिसतान व गजरात

- राजसथान िा एिमातर ऐसा कजिा जो मधय परदश ि साथ दो

बार अनतरााजयीय सीमा बनाता ह –

िोटा (पहिी बार सवाई माधोपर व वारा ि बीच, जबकि

द सरी बार झािावाड व कचततौडगढ ि बीच िोटा मधयपरदश स

िगता ह)

- मधय परदश ि साथ सबस िबी सीमा बनान वािा कजिा –

झिावाड

- मधयपरदश ि साथ सबस िम सीमा बनान वािा कजिा –

भीिवाडा

- राजसथान ि िि कितन कजि अनतरााजयीय सीमा बनात ह –

23

- राजसथान ि िि कितन कजि िवि अनतरााजयीय सीमा बनात

ह – 21

- राजसथान ि िि कितन कजि अनतरााजयीय सीमा बनात ह – 4

- िवि अनतरााषटरीय सीमावती कजि – 2(जसिमर व बीिानर)

- राजसथान ि िि कितन कजि अनतरााजयीय व अनतरााषटरीय दोनो

परिार िी सीमाए बनात ह – 2 (गगानगर व बाडमर)

- राजसथान ि िि कितन कजि अतरााजयीय व अनतरााषटरीय सीमा

म स िोई एि बनात ह – 25

- राजसथान ि ऐस कजिो िी सखया जो न तो अनतरााजयीय और

न ही अनतरााषटरीय परिार िी सीमा बनात ह अथाात अतवती

कजि – 8 (नागौर, पािी, अजमर, जोधपर, टोि, दौसा,

राजसमद ब दी)

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- पाकिसतान ि साथ सबस िबी अनतरााषटरीय सीमा वािा कजिा –

जसिमर (464 किमी)

- पाकिसतान ि साथ सबस छोटी अनतरााषटरीय सीमा वािा राजय –

बीिानर (168 किमी)

- गजरात ि साथ सबस छोटी सीमा वािा कजिा – बाडमर

- राजसथान िी सबस िबी अनतराजयीय सीमा किस राजय ि सात

िगती ह – मधय परदश (1600 किमी)

- राजसथान िी पाकिसतान ि साथ िगन वािी अतरााषटरीय सीमा

िी िबाई ह – 1070 किमी

- राजसथान िी पाकिसतान ि साथ िगन वािी अनतरााषटरीय सीमा

िा परारकभि सथि ह – गगानगर कजि िा कहनद मििोट सथान

- राजसथान िी पाकिसतान ि साथ िगन वािी सीमा िा अकतम

सथि ह – बाडमर कजि िा शाहगढ गाव

- राजसथान िी सीमा स िगन वाि राजयो िी सखया अथाात

राजसथान िी सीमा कितन राजयो स िगती ह – 5 (पजाब,

हररयाणा, उततर परदश, मधय परदश गजरात)

- राजसथान ि सीमावती राजयः-

उततरी सीमा पर - पजाब-हररयाणा

प वी सीमा पर - हररयाणा

दकिण व दकिण-पकिम सीमा पर - मधय परदश

दकिण व दकिण-पकिम सीमा पर -गजरात

- राजसथान िी सबस छोटी अतरााजयीय सीमा किस राजय स

िगती ह - पजाब (80 किमी)

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- राजसथान िी िि सथिीय सीमा/प रा घरा (पररकध) कितन

किमी ह – 5920 किमी

- राजसथान िी सीमा स िगन वाि राजयो ि कजिः-

गजारत (5) - ितछ, बनासिाठा, साबरिाठा,

पचमहि, दाहोद

मधय परदश(10) - झाबआ, रतिाम, मदसौर, शयोपर,

कशवपरी, शाजापर, नीमच, मरना, राजगढ, गना

उततर परदश(2) - मथरा व आगरा

हररयाणा (7) - कभवानी, फतहाबाद, कसरसा, कहसार,

महनरगढ गडगाव, रवाडी

पजाब (2) - मकतसर, कफरोजपर

- गगानगर व बीिानर िी सीमा स िगन वािा पाकिसतान िा

कजिा – बहाविपर

- राजसथान िा वह कजिा कजसिा भौगोकिि व सासिकति

वातावरण उततर परदश व मधयपरदश दोनो राजयो स कमिता ह –

धौिापर

- सबस िबी अतराजयीय सीमा बनान वािा कजिा – झािावाड

- अतरााषटरीय सीमा ि सवााकधि कनिट कसथत शहर ह – गगानगर

- अतरााषटरीय सीमा स िगन वाि कजिो म पाकिसतान स सवााकधि

द र कसथत शहर ह – बीिानर

- छोटी अतरााजयीय सीमा बनान वाि कजि ह – सीिर,

जयपर, सवाईमाधोपर, भीिवाडा, बाडमर

- राजसथान िी दकिणी सीमा पर कसथत राजय ह – मधयपरदश व

गजरात

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- राजसथान िी उततरी सीमा पर कसथत राजय ह – पजाब

हररयाणा

- किस राजय िी उततरी व उततरी प वी सीमा राजसथान स िगती

ह – गजरात

- राजसथान िी िि 4850 किमी िबी अतरााजयीय सीमा ह जो

पाच राजयो स िगती ह ।

परसपर सीमावती

- राजसथान िा वह कजिा कजसि साथ सबस अकधि अनय कजिो

िी सीमा िगती ह/सवााकधि कजिो िा सीमावती कजिा –

पािी (8 कजिो िा सीमावती)

- राजसथान ि व कजि कजनिी सीमा अनय सात कजिो स िगती

ह नागौर, जयपर, उदयपर

- राजसथान ि 6 ऐस कजि कजनिी सीमा िवि दो-दो कजिो स

िगती ह – गगानगर (हनमानगढ व बीिानर)

झझन (चर व सीिर)

बारा (िोटा व झािावाड)

झािावाड (िोटा व वारा)

ड गरपर (उदयपर व बासावाडा)

धौिपर (िरौिी व भरत पर)

- सिगन कजिो िा सम ह ह

1. कसरोही-पानी-नागौर

2. झझन -जयपर-अिवर

3. जािौर-बाडमर-बीिानर

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4. ब दी-झािावाड-बारा

उततर-1

- िौन-सा सम ह परसपर एि द सर ि सीमावती नही हः-

1. चर-नागौर-सीिर

2. कसरोही-पािी-नागौर

3. जयपर-टोि-अजमर

4. सवाई-माधोपर-िरौिी-बारा

उततर-2

- परसपर बहत छोटी सीमा बनान वाि कजिा यगमः-

पािी-बाडमर जयपर-सवाईमाधोपर टोि-भीिवाडा टोि-

िोटा

उदयपर-बासवाडा कचततौडगढ-ब दी भरतपर-धौिपर

- परसपर बहत िबी सीमा बनान वाि कजिा यगमः-

जसिमर-बाडमर जसिमर-जोधपर जोधपर-पािी

जोधपर-नागौर बाडमर-जािोर चर-बीिानर

सीिर-झझन

- बीिानर िी सबस छोटी सीमा हनमानगढ स िगती ह।

- कनमन कजिा यगम परसपर सीमावती नही

जािौर-जोधपर टोि-दौसा अजमर-ब दी ब दी-सवाई माधोपर

अिवर-झझन दौसा-धौिपर कसरोही-राजसमद भरतपर-

सवाईमाधोपर

- िम स िम कितन कजिो होिरः-

बाडमर स जयपर आ/जा सित ह - 2 पािी-अजमर

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गगानगर स जयपर आ/जा सित ह - 2 बीिानर-नागौर

जोधपर स उदयपर - 1 पािी

अजमर स उदयपर - पािी

गगानगर स बासवाडा आ/जा सित ह – 4 बीिानर-जोधपर-

नागौर-पािी

कजिो िी भौगोकिि अवकसथकत एव कवसतार

- उततरी राजसथान ि कजि – गगानगर, हनमागढ, चर,

बीिानर

- दकिण राजसथान ि कजि – उदयपर, ड गरपर, बासावाडा,

परतापगढ, राजसमद, कचततौडगढ, भीिवाडा

- प वी राजसथान ि कजि – अजमर (मधयप वी) – जयपर,

दौसा, सीिर झझन , अिवर, भरतपर, धौिपर,

सवाईमाधोपर, िरौिी

- पकिमी राजसथान ि कजि – जोधपर, नागौर, पािी

जसिमर, बाडमर, जािोर, कसरोही

- दकिण-प वा राजसथान ि कजि – िोटा, ब दी, बारा,

झािावाड

- पयािनमा आिार वािा कजिा – सीिर

- उततर-दकिण कवसतार वाि जाि – कसरोही, बासवाडा,

परतापगढ, कचततौडगढ, राजसमद, भरतपर, अिवर, जयपर,

िोटा, दौसा,िरौिी, सवाईमाधोपर।

- दकिण-प वा कवसतार वाि कजि – नागौर, बाडमर, भीिवाडा

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- उततर-दकिण व प वा पकिम दोनो कदशाओ म िगभग समान

कवसतार वाि कजि – जसिमर, झझन , टोि, ब दी

- जयपर, िोटा, झािावाड, बारा, अजमर, व राजसमद कजि

िा िछ भाग एि िबी पटटी ि रप म फिा हआ ह।

- सीिर, झझन व दौसा कजि आकद कजि धनषािकत म कवसतत

ह।

- कतरभजािकत म कवसतत कजिा ह – ड गरपर

- ििा रखा राजसथान ि किस कजि स होिर गजरती ह –

बासवाडा

- राजसथान िी आिकत ह – कवषम चतषिोणीय/पतगािार

- राजसथान िा वह कजिा कजसिा िछ भाग ििा रखा ि दकिण

म ह – बासवाडा

- ििा रखा कितन कजिो स होिर गजरती ह - एि

- राजसथान म ििा रखा ि सवााकधि नजदीि कसथत शहर ह –

बासवाडा

- राजसथान म ििा रखा स सवााकधि द र कसथत शहर ह –

गगानगर

- राजसथान म 23 कडगरी 30 अश उततरी अिाश रखा बासवाडा

कजि ि िशिगढ नामि सथान स होिर गजरती ह। कजस ििा

रखा भई िहत ह। यह बासवाडा व ड गरपर ि मधय सीमा

बनाती ह हई गजरती ह।

राजसथान िी भौगोकिि अवकसथकत कवसतार एव परािकति कवभाग

- राजसथान भारत ि उततर-पकिम भाग म कसथत ह।

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- राजसथान िा सीमा कनधाारणः-

पकिमी व उततरी-पकिमी कदशा म - पाकिसतान

उततर कदशा म - पजाब

उततर-प वा कदशा म - हररयाणा

प वी कदशा म - उततर परदश

दकिण-प वा व दकिण म - मधय परदश

दकिण एव दकिण-पकिम म - गजरात

- राजसथान िी अतरााषटरीय सीमा – पकिमी व उततर-पकिमी म

कवसतत ह।

उततरी-पकिमी मरसथिीय परदशः-

- उततरी-पकिमी मरसथिीय परदश िा कवसतार – अराविी

पवातमािा ि पकिमी ढाि स भारत-पाि िी अतराषटरीय सीमा

ति िगभग 2 िाख 9 हजार वगा किमी ितर म ह।

- उततरी-पकिमी मरसथिीय परदश (थार मरसथि) िा ितरफि

राजसथान ि िि ितरफि िा 61.11 परकतशत ह।

- उततरी-पकिमी मरसथिीय परदश म राजसथान िी 30 परकतशत

जनसखया कनवास िरती ह।

- राजसथान िा ितरफि िी दकि स सबस बडा परािकति कवभाग

– उततर-पकिमी मरसथिीय परदश (थार मरसथि)

- उततर-पकिमी मरसथिीय परदश िा प वी भाग िहिाता ह –

मारवाड

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- उततरी-पकिमी मरसथिीय परदश िा पकिमी भाग िहिाता ह –

थार िा मरसथाि

- उततरी-पकिमी मरसथि परदश िा बाििा रकहत ितर –

पोिरण, द.प. फिोदी व जसिमर ि चारो ओर िा ितर

- पथरीि मरसथि िो हममाद व कमकित (चटटानी) मरसथि िा

रग िहा जाता ह।

- रतीि मरसथि िा कवसतार किन-किन कजिो म ह – जसिमर,

बाडमर, बीिानर

- पथरीि मरसथि (हममाद) िा कवसतार ह – जोधपर,

जसिमरर, बाडमर, जािौर, कजि िा िछ भाग

- शषि मरसथिीय भाग िा कवसतार – जसिमर, बाडमर,

बीिानर, जोधपर, जािौर

- अधदा शष मरसथिीय भाग िा कवसतार व इनि उपभाग

नागौरी उचच भ कम - नागौर

शखावाटी ितर - चर,झझन, सीिर

घगघर ितर - गगानगर, हनमानगढ

ि नी-जवाई बकसन - जािौर, कसरोही, पािी

- ि नी-जवाई बकसन िो किस ितर ि नाम जाना जाता ह –

गौडवाड स

- उततरी-पकिमी मरसथिीय परदश िी सीमा 644 किमी व प वी

सीमा 360 किमी िबी ह।

- उराविी पवातमािा ि पकिमी भाग अथाात उततरी-पकिमी

मरसथिीय परदश म आन वाि कजिो िी सखया - 13

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- जसिमर ि उततर व पोिर ि दकिण म फि बाििा सत प ितर

िो िहत ह – रन

- थार मरसथि म बाििा सत पो ि बीच म िही-िही कनमन भ कम

कमिती ह कजसस वषाा िा जि भार जान स असथायी झीिो

िा कनमााण हो जाता ह, इनह िाह जाता ह – रन या टाट

- राजसथान ि किन दो कजिो म रन िा बाहलय ह – जसिमर

व जोधपर म

- सप णा रतीिा मरसथाि िहिाता ह – इगा

- पराचीन िाि म थार मरसथि टकथज महासागर िा भाग था।

- थार मरसथि म पवनो िी कदशा ि समानानतर बनन वाि

अनदधया बाििा सत पो िा सवााकधि कवसतार किस कजि म ह –

जसिमर म

- थार मरसथि म पवनो िी कदशा ि िबवत या समिोण बनान

वाि अनपरसथ बाििा सत पो िा सवााकधि कवसतर वािा कजिा ह

– बाडमर

- राजसथान िा प णातः वनसपकत रकहत ितर समगाव किस कजि म

कसथत ह – जसिमर

- राजसथान म प णा मरसथि वाि दो कजि – जसिमर और

बाडमर

- उततरी-पकिमी मरसथिीय परदश ि िगभग 58 स 60 परकतशत

भ -भाग पर बाििा सत पो िा कवसतार ह।

- राजसथान िा 60 परकतशत स अकधि भाग (61.11 परकतशत)

मरसथिीय ह।

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- राषटरीय िकष आयोग दवारा दवारा घोकषत राजसथान ि 12

मरसथिीय कजि – 1. गगानगर 2. हनमानगढ 3. बीिानर

4. चर 5. झझन 6. सीिर 7. नागौर 8. जोधपर 9.

जसिमर 10. पािी 11. बाडमर 12. जािौर

- राजसथान ि उततरी-पकिमी मरसथिीय परदश म पाय जान वाि

अधदा चनरिार बाििा सत प जो िखिाओ म गकतशीि एव

मरसथि ि परसार हत सवााकधि उततरदायी होती ह, िहिात ह

- बरखान

- जसिमर कजि ि ररवा व रामगढ म चटटानी/कमकित मरसथि

पाया जाता ह।

- थार मरसथि िी उतपकतत िा सबस परभावशािी िारण ह -

शषिता म वकधद

- राजसथान िा थार मरसथि पमोिाबोकनफरस यग म टकथज

सागर िा अग था, इस तथय िी पकि िरन वाि ततव ह –

आिि जीवाशम पािा, जिोकिद तिछट व किगनाइट, खकनज

ति और परािकति गस िा जमाव आकद।

- राजसथान म मरसथिीयिरण िा मखय िारण ह – भ कम िा

अिाभपरदिर उपयोग

- अराविी पवातमािा ि पकिम म कसथ 13 कजिो म स कसरोही

िो छोडिर शष सभी मरसथिीय ह।

- राजसथान िा थार मरसथि अराविी पवातमािा ि उततर-पकिम

कदशा म कवसतत ह।

- राजसथान िा सबस शषि सथान - फिौदी

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- थार मरसथि पकियो आिा रटि अफरीिा मरसथि िा ही प वी

भाग ह।

- शखावाटी ितर म कसथत दो परमख रन ितर - तािाछापर व

पररहारा

- रन िा सवााकधि बाहलय वाि कजिा ह - जसिमर

- किस कजि म सभी परिार ि बाििा सत प दखन िो कमित ह

- जोधपर

- राजसथान ि पकिमी रतीि मदान म िगभग 60 परकतशत ितर

पर बाििा सत प पाए जात ह।

- बरखान - अधदाचनदािार आिकत ि गकतशीि बाििा सत प

- राजसथान ि पकिमी रतीि मदान िी शि किस भ -गरभाि

िाि िी ह - ज रकसि व इयोकसन

- घगघर मदान गगानगर कजि ि ¾ भाग म कवसतत ह।

- खडीन- जसिमर ि उततरी भाग म बडी सखया म कसथत पिाया

झीि, जो परायः कनमन िगारो स कघरी रहती ह।

- रनः बाििा सत पो ि बीच िी कनमन भ कम म वषाा जि ि भर

जान म कनरमात असथाई झीि व दिदिी भ कम

- परमख रन

जसिमर - िनोड, बरमसर, भािरी, पोिरण, िवा

जोधपर - बाप

बाडमर - थोब

शखावाटी - तािछापर व पररहारा

- मर कतरिोण (डजटा टाएगि) - जोधपर, जसिमर, बीिानर

मधयवती अराविी पवातीय परदश

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- भारत म अराविी िा कवसतार - उततर-प वा म कदलिी ि पास

स दकिण-पकिम म गजरात म पािनपर ति

- कवशव िी सबस पराचीन वकित पवातमािा अराविी िी उतपकतत

िा िाि – परी िकमियन (पोकियोजोइि) िाि

- राजसथान म अराविी पवाातमािा िा कवसतार

आराविी पवातमािा राजसथान ि िगभग मधय स दकिण-पकिम

स उततर-प वा िी ओर कसरोही कजि स झझन कजि ि ससघाना

ति तथा ससघाना स दकिण िी ओर अिवर ति कवसतत ह।

- अराविी पवावतमािा ि कवसतार िी कदशा – दकिण-पकिम स

उततर-प वा िी ओर

- मधयवती अराविी िा पवातीय भाग ितरफि िी दकि स

राजसथान िा द सरा सबस छोटा परािकति कवभाग ह जो राजय

ि िि ितरफि ि िगभगि 9 परकतशत भाग पर फिा हआ

ह।

- अराविी पवातमािा िी िि िाबाई – 692 किमी

- अराविी पवातमािा िी िि िबाई िा 80 परकतशत भाग

राजसथान म ह।

- राजसथान म सप णा अराविी पवातमािा िी औसत ऊचाई

समरति स 930 मीटर ह।

- मधय अराविी ितर िा कवसतार – साभर स दवगढ(राजसमद)

ति (मखयतः अजमर म)

- द. अराविी ितर िा कवसतार – दवगढ स दकिण-पकिम िी

ओर कसरोही (गजरात सीमा) ति

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- उततरी अराविी िखिा िम चौडी, िम ऊची व अकधि ट टी

हई ह।

- दकिण अराविी िखिा अकधि ऊची व अकधि चौडी ह।

- उततरी अराविी िखिा िी परमख ऊची पवात चोरटया -

रघनाथगढ (सीिर) भरौच(अिवर) बाबाई(जयपर) हषा

मािित व िोहागाि (झझन)

- साभर झीि स दकिण व दकिण-पकिम िी ओर बढन पर

आराविी पवातमािा िी ऊचाई व चौडाई बढती जाती ह।

- मधया अराविी ितर िा अकधिाश भाग अजमर कजि म कवसतत

ह।

- मधय अराविी ितर िी सबस ऊची चोटी - तारागढ (अजमर)

- दकिण अराविी ितर पवातमािा िी परमख ऊची चोरटया –

गरकशखर (मा. आब -कसरोही) , सर, जरगा, अचिगढ,

िभिगढ

- अराविी पवातमािा िी (राजसथान िी) सबस ऊची चोटी -

गरकशखर (आब पवात)

- अराविी पवाातमािा िी सवोचच पवात चोटी गर कशखर िी

ऊचाई – 1722 मीटर

- अरावािी पवातमािा िी सवोचच पवात चोटी गर कशखर िहा

कसथत ह – माउट आब (कसरोही)

- अराविी पवातमािा (राजसथान) िी द सरी सबस बडी चोटी

- सर (1597 मीटर)

- प वी एव प वी-उततरी राजसथान िी सबस ऊची पवात चोटी -

रघनाथगढ (सीिर)

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- उदयपर कजि म िभिगढ व गोगदा ि बीच कसथत 1223

मीटर ऊच पठार िो िहा जाता ह – भोराठ िा पठार

- कचततौडगठ िा कििा 620 मीटर ऊच मसा पठार पर कसथत ह।

- राजसथान िा द सरा सबस ऊचा पठार - आब पवात

- अराविी पवातमािा किस नदी परणािी दवारा बीच स कवभाकजत

ह – ि नी व बनास

- अराविी पवातमािा न राजसथान िो दो भागो म बाट कदया ह

इसम राजसथान िा उततरी-पकिमी भाग िगभग 60 परकतशत

व दकिण-प वी भाग िगभग 40 परकतशत ह।

- अराविी पवातमािा ि किस भाग म सवााकधि अतराि (गप)

कवदयमान ह – मधय अराविी

- अराविी पवातमािा िी सवााकधि ऊचाई एव चौडाई किस ितर

म कवदयमान ह – दकिण-पकिम ितर म

- राजसथान म अराविी पवातमािा ि कवसतार िी कदशा ह –

दकिण-पकिम स उततर-प वा िी ओर

- अराविी पवातमािा किसिा अवशष/भाग ह – गोडवाना िड

िा

- अराविी पवातमािा िा कवसतार राजसथान ि कितन कजिो म

ह – 17 कजिो म

- अराविी पवावतमािा सप णा उदयपर व ड गरपर कजिो म तथा

शष 15 कजिो ि िछ भागो म फिी हई ह।

- अराविी पवातमािा िी तीसरी एव उदयपर कजि म कसथत

सवोचच पवात चोटी – जरगा

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- बाडमर कजि ि कसवाना गरनाइट पवातीय ितर म कसथत

गोिािार पहाकडयो िो िहा जाता ह – छपपन िी पहाकडया

- अराविी पवातमािा राजसथान म महान जि कवभाजि िा िारा

िरती ह।

- अराविी पवातमािा म कसथत परािकति दर (पहाडी मागा)

कजनिो िहा जाता ह – नाि

- राजसथान म अराविी पवातमािा िा सवााकधि कवसतार किस

कजि म ह – उदयपर म

- कसरोही कजि म गरकशखर पवात नीच कसथत पठार – उकडया

- अराविी पवातमािा िी किस कजि म सवााकधि ऊचाई ह –

कसरोही

- अराविी पवातमािा िा सवााकधि महतव ह लयोकि –

यह उततर-पकिम म फि थार मरसथि िो दकिण िो दकिण-

प वा िी ओर बढन स रोिती ह।

अराविी पवात िखिा म अनि असाधारण एव महततवप णा खकनज

ह।

- यकद अराविी पवात िखिा िी कसथकत दकिण-पकिम स उततर-

प वा िी ओर न होिर दकिण-प वा स उततर-पकिम िी ओर

होती ह तो राजसथान पर इसिा लया परभाव पडता –

राजसथान ि अकधिाश भागो पर भारी वषाा होती

- अराविी पवात िखिा ि परमख परािकति रर (नाि) –

दस री, हाथी दराा, बर, सोमशवर, कपपिी, हाथीगडा,

सरपागाट, कदवर, ितछावािी

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- उततर म कहमािय पवात स दकिण भारत म नीिकगरी पवातमािा

ि मधय कसथत सबस ऊची पवात कशखर ह - गर कशखर

- राजसथान म अराविी पवातमािा ि पकिमी व उततरी-पकिमी

भाग म 13 तथा प वी व दकिण-प वी भाग म 20 कजि

अवकसथत ह।

- कसरोही ि प वी ितर म अराविी िी तीवर ढाि वािी व ऊबड-

खाबड पहाकडया सथानीय भाषा म लया िहिती ह – भािर

- राजसथान ि सवोततम कशखर गरकशखर िो िनाि टाडा न सतो

िा कशखर िहा।

- सीिर कजि म कसथत अराविी िी पहाकडयो िो सथानीय भाषा

म मािखत िी पहाकडया िहत ह।

- छपपन िी पहाकडया - बाडमर

- उकडया िा पठार - कसरोही

- मािखत िी पहाकडया - सीिर

- भोराठ िा पठार - उदयपर

- कजस कदशा म अराविी पवात िखिा िी ऊचाई एव चौडाई

करमशः बढती जाती ह वह ह – उततर-प वा स दकिण-पकिम

- कजस कदशा म अराविी पवात िखिा िी ऊचाई व चोडाई

करमशः घटती जाती ह, वह ह – दकिण-पकिम स उततर-प वा

िी ओर

- अराविी पवातमािा िा नाग पहाड कसथत ह – अजमर म

- राजसथान िी अराविी पवातमािा िी सवोचच पवात चोरटयाः-

गरकशखर -मा. आब , कसरोही -1772 मीटर

सर - मा. आब , कसरोही - 1597 मीटर

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जरगा - उदयपर - 1431 मीटर

अचिगढ - मा. आब , कसरोही - 1380 मीटर

रघनाथगढ - सीिर - 1055 मीटर

खो - जयपर - 920 मीटर

तारागढ - अजमर - 873 मीटर

बाबाई - जयपर - 873 मीटर

भरोच - अिवर - 793 मीटर

बराठ - जयपर ,,

- राजसथान म अराविी पवातमािा िी चार सवााकधि ऊची

चोरटआ (अवरोही करम)

गरकशखर - 1722 मीटर

सर - 1597 मीटर

जरगा - 1431 मीटर

अचिगढ - 1380 मीटर

- राजसथान म अराविी पवातमािा िी कितनी पवात चोरटयो िी

उचाई 1000 मीटर स जयादा ह – 5

- राजसथान म अराविी पवातमािा िी किन दो पवात चोरटयो िी

उचाई िगभग समान ह – तारागढ(अजमर) व बबाई

(जयपर)

- राजसथान म अराविी पवातमािा िी सबस ऊची पहाकडया किन

दो सथानो ि मधय ह – गोगदा व िभिगढ ि मधय

- छपपन िी पहाकडया किन दो कजिो िी सीमा पर कसथत ह –

बाडमर और जािौर

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- राजसथान िो दो भागो म बाटन वािा भौगोकिि ततव ह –

अराविी पवात

- अराविी पवातमािा िी सवााकधि ऊचाई कसरोही कजि म ह।

- मरवाडा पहाकडयाा -अजमर, नागौर, भीिवाडा

- राजसथान िा सबस पराचीन ितर - पहाडी भाग

- आब पवात 19 किमी िबा ह।

- गरकशखर अचिगढ दगा ि पास कसथत ह।

- राजसथान िा सबस ऊचा पठार – आब िा पठार

- अराविी पवातमािा िा सद र दकिण जड-सथि (उदगम सथि)

जहा स यह परारभ होती ह – खड िाहमा, पािनपर (गजरात)

- पीटमाट मदानः अराविी पवातिणी म दवगढञ (राजसमद) ि

पास कसथत पथकक कनजान पहाकडया कजनि उतच भा टीिनमा ह।

मिदवाडा िी पहाकडयाा - िोटा, झािावाड

हषा िी पहाकडया - सीिर

मािाणी पवात - जािौर, बिोतरा

कतरि ट पहाडी - जमिमर

कचकडयाट ि पवात - जोधपर

आडावाि पवात - ब दी

भोराठ िा पठार - उदयपर

मािखत िी पहाकडया - सीिर

सडा पवात - भीनमाि

नािोडा पवात/छपपन - कसवाना

नाग पहाड - अजमर

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मसा पठार - कचततौडगढ

िसाकडया पठार - उदयपर

बीजासण िा पहाड - माडिगढ

सवधयाचि पवात - राजसथान ि स द र दकिण-प वी ितर

ए मधय परदश म कसथत

- मरवाडा िी पहाकडया – अराविी पवातमािा िा टाटगढ ि

समीप िा भाग जो मारवाड ि मदान िो मवाड ि उचच पठार

स अिग िरता ह। मरवाडा पहाकडया अजमर, नागौर व

भीिवाडा म कसथत ह।

- अराविी पवातीय ितर राजय ि िगभग 9 परकतशत भ भाग पर

फिा हआ ह एव इसम राजय िी िगभग 10 परकतशत जनसखया

कनवास िरती ह।

- गजरात म खडिहमा (पािनपर) स कदलिी ति अराविी पवात

मािा िी िि िबाई – 692 किमी

- अराविी पवातमािा राजय ि िगभग 29 परकतशत ितर म

कवदयमान पाररकसथकतिीय दशाओ िो परतयि रप स परभाकवत

िरती ह।

- भोराठ ि पठार िी सबस ऊची पवात चोटी ह – जरगा

- अराविी पवातमािा खडिहमा स खतडी ति िखिाबधद रप म

ह।

- नाग पहाड(सनि माउटन) अजमर व पषिर ि बीच म ह।

- दकिण अराविी ि परम ख दर – सोमशवर, हाथीगडा, दसरी,

गोरमाघाट

- मवाड म कसथत परमख दर (नाि)

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1. जीिवा िी नाि (पगलया नाि) - यह मारवाड स मवाड

आन िा रासता परदान िरती ह।

2. सोमशवर दराा - दसरी (पािी) ि उततर म कसथत

कविट तग दराा

3. हाथीगडा दराा - दसरी (पािी) ि दकिण म कसथत

हाथीगडा दर जयपर, जोधपर, रिमागा गजरता ह। िभिगढ

दगा इसी दर ि पास कसथत ह।

4. बर दराा - जोधपर कजि म कसथत इस दर स

अजमर-मारवाड जलशन आब रोड रिमागा गजरता ह।

5. गोरमघाट दराा - राजसमद कजि म कसथत इस दर स

उदयपर, जोधपर रिमागा गजरता ह।

- मारवाड ि मदान िो मवाड ि उचच पठारी भाग स अिग

िरन वािी पहाकडया – मरवाड िी पहाकडया

- राजसथान म पवातीय व पहाडी ितर िा अकधिाश भाग

कसरोही, उदयपर व राजसमद कजिो मह।

- उदयपर म िभिगढ व गोग दा ि बीच िी भ कम भोराठ िा

पठार िहिाती ह।

प वी मदानी परदश

- राजसथान ि प वी मदानी परदश िा कवसतार - - राजसथान िा

यह मदानी भाग अराविी पवात िखिा ि उततर-प वा, प वा एव

दकिण-प वा म फिा हआ ह।

- प वी मदानी परदश म सकममकित कजि/मदानी भ -भाग ि कजि

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इस ितर म अिवर, भरतपर, धौिपर, सवाई माधोपर,

जयपर, भीिवाडा, िोटा, ब दी, ड गरपर, बासवाडा,

परतापगढ, उदयपर, कचततोडगढ व टोि कजिो िा िछ भ -भाग

- प वी मदानी परदश राजसथान ि िि ितरफि ि 23.3 परकतशत

भ -भाग पर कवसतत ह कजसम राजसथान िी िगभग 40

परकतशत जनसखया कनवास िरती ह।

- जनसखया िी दकि स राजसथान िा सबस परािकति कवभाग –

प वी मदानी परदश

- धरातिीय कववधता ि आधार पर प वी मदानी ि तीन परमख

उपभाग

अ) चबि बकसनः यह ितर िोटा, ब दी, झािाबाड, सवाई

माधोपर व धौिापर कजि म कवसतत ह।

आ) बनास बकसनः कचततौडगढ, राजसमद, उदयपर, भीिवाडा,

टोिव

इ) दकिण अराविी बकसन मधय माही बकसनः माही नदी बकसन

िो छपपन िा मदान भी िहा जाता ह। इस ितर म बासवाडा

व कचततौडगढ कजिो ि दकिणी भाग व उदयपर िा दकिण-

प वी भाग शाकमि ह।

- राजसथान ि प वी मदानी परदश िी पकिमी सीमा अराविी ि

प वी किनारो उदयपर ि उततर फिी हई ह। जबकि इस परदश

िी दकिण-प वी सवधय पठार दवारा बनाई जाती ह।

- परतापगढ किस ितर िा भाग ह – िाठि मदान िा

- राजसथान ि प वी मदानी परदश िी ढाि ह – उततर-प वा िी

ओर

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- राजसतान ि मदानी भाग िो ढाि ि अनसार कितन भागो म

बाटा गया ह – 2 (छपपन िा मदान, बनास िा मदा)

- छपपन िा मदान – बासवाडा कजि म माही नदी बकसन िा

ितर

- चबि नदी बकसन म कसथत ऊबड-खाबड भ कम िो डाग िहत

ह।

- ब दी िी आडावाि पहाडी बनास बकसन व िोटा ि मदान िो

अिग िरती ह।

- छपपन िा मदान प वी मदानी परदश िा िघ भाग ह।

- प वी राजसथान म प णा रप स 2 मदानी कजि ह --

भरतपर, धौिपर

- दकिण राजसथान िा सबस परमख मदानी कजिा ह --

बासवाडा

- दकिण राजसथान म आकशि रप स मदानी 2 कजिो –

बासवाडा व ड गरपर

- राजसथान िा प वी मदान परदश किस सागर िा अवशष माना

जाता ह -- टकथज

दकिण-प वी पठारी भाग

- दकिण-प वी पठारी भाग राजसथान िा सबस छोटा परािकति

कवभाग ह जो राजय ि िि ितरफि िा िगभग 7 परकतशत

भाग पर कवसतत ह।

- यह मािवा ि पठार िा उततरी भाग ह।

- राजसथान ि दकिण प वी पठारी भाग िो हाडौती िा पठार भी

िहत ह।

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- दकिणी-प वी परदशो म िोटा –ब दी, बारा, झािावाडा,

कचततोडगढ, कजिो िा अकधिाश भाग शाकमि ह।

- दकिण-प वी पठारी परदश िी ढाि प वा िी ओर ह।

- दकिण-प वी पठारी परदश ि दो परमख उपभाग ह-

अ) सवदय िगार भ कमः पठार िा उततरी-प वी भाग अथाात

धौिपर, िरौिी, चबि बनास ि बीच िा ितर

आ) दककन िावा पठारः िोटा, ब दी, बारा, झिावाड,

बासवाडा, अथाात चबि िािीससध, पावाती, िा कतरिोणीय,

बकसन

- राजसथान ि दकिण-प वी भाग म कसथत हाडौती ि पठार िा

वासतकवि भाग िावा िा पठार ह।जो मवाड मदान म दकिण

प वा म चबि नदी ि साहार प वी भाग म कवसतत ह।

- उपिबध ितर ि परकतशत िी तकि स िौन सा कजिा सवााकधि

वयथा पठारी भ कम ितर म आता ह – राजसमद

- राज ि कि ितर म कवधय पठार िा कवसतार ह – दकिण प वी

- चबि-िािीससधय व पावाती ि कतरिोणीय बकसन म आन वािा

ितर ह -- दककन िा िावा पठार

अनय

- राजसथान ि िौन-िौन स ितर राषटरीय राजधानी ितर म आत

ह -- राषटरीय राजधानी ितर म सप णा अिवर कजिा एव

भरतपर कजि िी डीग, पहाडी, िामा नगर, िमहर, भरतपर

एव नदबई तहसीि शाकमि ह। (अिवर व भरतपर दोनो शहर

रािीय राजधानी ितर म आत ह)

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- िि कमिािर राजसथान राजय िी कितन परकतशत भ कम पर

मदानी ितर िा कवसतार ह -- 51 परकतशत

- तलिी राजसथान ि किस भ -भाग म पाय जात ह -- पकिमी

मरसथि

- राजसथान ि भौकति कवभागो म सवााकधि जौव कवकवधता वािा

कवभाग ह - उततरी-पकिमी मरसथिीय कवभाग

- आििः जसिमर ि दकिण म कसथत आिि वज फाकसि पािा

ज नासिसई माकसन िाि ि वनसपकत अवशष एव जीवाशम हत

परकसधद ह।

- सापतकिि दकि स राजसथान िा िौन-सा भ -आिकति परदश

असपि अधर परवाह िा ितर ह -- दकिण-प वा पठारी परदश

(हाडौती िा पठार)

- िरौिी व धौिापर कजि म चबि व बनास नकदयो ि परवाह

ितरो म कसथत भ -भाग िा नाम -- सवधयािगार भ कम

- िौन-सा सथान मारवाड िा िघ माउट आब िहिाता ह --

पीपि द (बाडमर)

- राजसथान िा िौन-सा अचि वागवर परदश िहिाता ह --

दकिणाचि

- थार मरसथि िो मर व अराविी पवातीय परदश िो मर ि

नाम स जाना जाता ह।

- राजसथान ि िौन-िौन स सथि रप गौडवाना िड ि भाग ह

- अराविी पवात िणी व दकिण-प वी पठारी भाग

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- राजसथान िा िौन-सा सथि रप टकथज महसागर अवशष ह

-- उततरी-पकिमी मरसथि परदश, प वी मदानी परदश, साभर,

डीडवाना व पचपदरा झीि।

- राजसथान िा दकिणी पकिमी भाग अथाात राजसथान िचछ िी

खाडी स 225 किमी व अरब सागर स 400 किमी द र ह।

- राजसथान िा सबस पराचीन ितर -- पहाडी ितर

- राजसथान िी परािकति सरचना िा आधार ह -- अराविीय

पवात

- ििा रखा राजय ि दकिण भाग स कनििती ह अथाात राजसथान

ििा रखा ि उततर म कसथत ह।

- कगरवाः उदयपर ि चारो ओर कसथत तशतरीनमा पहाकडयो िा

ितर

- हाडौती िा पठार मखयताः किन दो कजिो म ह -- िोटा,

ब दी

- दककन िा िावा पठार मखयतः कचततौडगढ, बासवाडा, व

झािावाड कजि म फिा हआ ह।

- खादरः चबि बकसन स 5 स 30 मीटर गहरी खडड यकत बीहड

भ कम (राजसथान म बीहड भ कम िा सवााकधि कवसतार सवाई

माधोपर कजि म ह)

- राजसथान

सबस उततरी सीमा - 2303‘ उततरी अिाश

सबस दकिणी सीमा - 30012‘ उततरी अिाश

सबस पकिमी सीमा - 69030‘ प वी दशातर

सबस प वी सीमा - 78017‘ प वी दशातर

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- राजसथान िा उततर-दकिण अिाशीय कवसतार ---709‘

- राजसथान िा प वा-पकिम दशातरीय कवसतार --- 8047‘

- राजसथान िी दकिण-पकिम सीमा अरब सागर व िचछ िी

खाडी ि सवााकधि कनिट ह।

- राजसथान ि सबस प वी छोर (धौिपर) व सबस पकिमी छोर

(जसिमर) ि मधय समयानतराि रहता ह --- िगभग 35

कमनट (8047‘ गणा4)

(प वा स पकिम िी ओर परकत दशातर 4 कमनट समय आग

होता ह)

राजसथान िा ितरफि

- राजसथान िा ितरफि

वगा किमी म -- 342239 वगा किमी

वगा मीि म -- 132435 वगा मीि

- छततीसगढ ि गठन ि पिात राजसथान ितरफि िी दकि स दश

िा सबस बडा राजय बन गया।

- राजसतान िा भौगोकिि ितरफि दश ि िि भौगोकिि ितरफि

िा 10.41 परकतशत (िगभग 10 वा भाग)

- ितरफि िी दकि स रासथान दश िा सबस बडा राजय िब

बना -- 1 नवबर 2000 िो

- ितरफि िी दकि

राजसथान िा सबस बडा कजिा - जसिमर(38401 वगा

किमी)

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राजसथान िा द सरा बडा कजिा - बाडमर(28387 वगा

किमी)

राजसथान िा सबस छोटा कजिा - धौिपर(3034 वगा

किमी)

राजसथान िा द सरा सबस छोटा कजिा – दौसा

- ितरफि िी दकि स राजसथान ि 10 बड कजि करमानसार –

जसिमर, बाडमर, बीिानर, जोधपर, नागौर, चर,

हममानगढ, पािी, जयपर, उदयपर

- ितरफि िी दकि स राजसथान ि 7 सबस छोट कजि

करमानसार –

धौिपर, दौसा, ड गरपर, बासवाड, राजसमद, िरौिी, सवाई

माधोपर

- ितरफि िी दकि स दकिण-प वी राजसथान ि चार कजि करमशः

बारा, झािावाड, ब दी, िोटा

- ितरफि ि घटत करम म

जािौर, भीिवाडा, अजमर, अिवर, गगानगर, सीिर,

टोि, बारा, झािावाडा झझन, ब दी, िोटा, कसरोही,

उदयपर,

- ितरफि िी दकि स िगभग समान कजिो िा यगम

अजमर-अिवर गगानगर-सीिर टोि-बारा ब दी-िोटा

दौसा-धौिपर

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- ितरफि िी दकि स जसिमर कजिा धौिपर स िगभग कितन

गणा बडा ह -- 12.66 गणा

- राजसथान ि कितन कजिो िा ितरफि

30 या 35 हजार वगा किमी स जयादा ह - 1 (जसिमर)

25 हजार वगा किमी स जयादा ह - 3 (जसिमर,

बाडमर, बीिनर)

20 हजार वगा किमी स जयादा ह - 4 (जसिमर,बाडमर,

बीिानर, जोधपर)

15 हजार वगा किमी स जयादा ह - 6 (जसिमर,

बाडमर, बीिानर, जोधपर, नागौर, चर)

5 हजार वगा किमी स िम ह - 5 (धौिापर, दौसा,

ड गरपर, बासवाडा, राजसमद)

- राजसथान म ितरफि िी दकि स अकधिाश बड कजिा किस ितर

म आत ह -- पकिमी ितर म

- ितरफि िी दकि स 8 सबस छोट कजिो िा िि ितरफि भी

जसिमर स िम ह।

- राजसथान ि किन किन कजिो िा ितरफि राजसथान ि िि

ितरफि िा 1 परकतशत भी नही ह -- धौिपर, दौसा

कजिा गठन

- राजसथान ि प णा एिीिरण ि समय िि कजि थ --- 26

- प णा एिीिरण ि बाद सवापरथम गरठत कजिा ह ---

धौिपर

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कर.

कजिा

करमाि

कजिा गठन वषा पनगारठत कजिा

1 27 वाा धौिप

15 अगसत 1986

-

2 28 वाा दौसा 10 अपरि 1991

जयपर

3 29 वाा बारा 10 अपरि 1991

िोटा

4 30 वाा राजस

मद

10 अपरि 1991

उदयपर

5 31 वाा हनमा

नगढ

12 जिाई 1994

गगानगर

6 32 वाा िरौ

िी

19 जिाई 1997

सवाईमाधोपर

7 33 वाा परताप

गढ

26

जनवरी 2008

कचततौडगढ-

बासवाडा-

उदयपर

- 26 जनवरी 2008 िो परतापगढ राजय िा 33 वाा कजिा बन

गया (परतापगढ िा गठन कचततौडगढ ि परपातपगढ व छोटी

सादडी, उदयपर ि धररयावाद व बासवाड ि नारिौि ितरो िो

कमिािर किया गया) - इस परिार परतापगढ ि गठन म

कचततौडगढ, उदयपर व बासवाडा कजिो िा पगाठन किया गया।

- 26 जनवरी 2008 िो पनगारठत कजिा/कजि ह

अ) परतापगढ ब) कचततौडगढ स) उदयपर द) कचततौडगढ-

बासवाड-उदयपर

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उततर – द

राजसथान ि सभाग

- अिवर कजिा किस सभाग म आता ह - जयपर सभाग

- राजय सरिार दवारा 4 ज न 2005 िो गरठत 7 वा सभाग -

भरतपर सभाग

- ितरफि िी दकि स सबस छोटा सभाग - भरतपर सभाग

- जनसखया िी दकि स सबस छोटा सभाग - जयपर सभाग

- जनसखया िी दकि स सबस बडा सभाग - बीिानर सभाग

- ितरफि िी दकि स तीन सबस बड सभाग - जोधपर,

बीिानर, अजमर

- ितरफि िी दकि स तीन सबस छोट सभाग - भरतपर,

िोटा, जयपर

- सवााकधि जनसखया घनतव वािा सभाग - जयपर

- किन दो सभागो िा ितरफि िगभग समान ह - उदयपर,

जयपर

- सवााकधि सािरता वािा सभाग - जयपर

- सवााकधि सिगानपात वािा सभाग - उदयपर

- ितरफि िी दकि स िोटा सभाग िा सबस बडा कजिा - बारा

- ितरफि िी दकि स िोटा सभाग िा सबस छोटा कजिा - िोटा

- िौन सा सभाग अनय सभी 6 सभागो िा सीमावती ह -

अजमर

- हररयाणा, उततर परदश व मधयपरदश तीनो िा सीमावती सभाग

ह – भरतपर सभाग

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- मधयपरदश स 4 सभागो िी सीमा िगती ह।

कर.स. सभाग शाकमि कजि िि

कजि 1 जोधपर जोधपर-बाडमर-

जसिमर-जािौर-कसरोही-

पािी

6

2 उदयपर उदयपर-ड गरपर-

बासवाडा-परतापगढ-

राजसमद-कचततौड

6

3 जयपर सीिर-झझन -जयपर-

दौसा-अिवर

5

4 बीिानर बीिानर-गगानगर-

हनमानगढ-चर

4

5 िोटा िोटा-ब दी-बारा-

झािावाडा

4

6 अजमर नागौर-अजमर-टोि-

भीिवाडा

4

7 भरतपर भरतपर-धौिपर-िरौिी-

सवाईमाधोपर

4

- राजसथान ि प णा एिीिरण ि समय 5 सभाग थ। छठा सभाग

जयपर 1987 म व सातवा सभाग भरतपर 2005 म अकसततव

म आया।

- जोधपर सभाग िा ितरफि राजसथान ि िि ितरफि िा

34.4 परकतशत ह।

- जोधपर सभाग भरतपर सभाग स िगभग 6.5 गणा बडा ह।

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- वषा 1987 म सभाग वयवसथा पनः परारभ िी गई।

प वी

राजसथान

पकिमी

राज.

उततरी

राज.

दकिण

राज.

दकिण-

प वी

राज.

राजसथान

ितरफि

सबस

बडा

जयपर जसिमर बीिानर उदयपर बारा जसिमर

ितरफि

सबस

छोटा

धौिपर कसरोही गगानगर ड गरपर िोटा धौिापर

लोक दवता (Folk god in Rajasthan)

मारवाड क पाच पीर

1.रामिव जी,

2.गोगा जी,

3.पाब जी,

4.हरभ जी,

5.महा जी

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1. बाबा रामिव जी -

=> जनम- उपडकासमर, गशव तहसील (बाडमर) म हआ।

=> रामिव जी तवार वाशीय राजपत थ।

=> गपता का नाम ; अजमल जी

=> माता का नाम ; मणाि था।

=> इनकी धवजा, नजा कहताली ह

=> नजा सफि या पााच रागोा का होता ह

=> बाबा राम िव जी एकमातर लोक िवता थ, जो कगव भी

थ।

=> राम िव जी की रचना " चबीस बागणया" कहलाती ह।

=> रामिव जी का परतीक गचनह "पगलय" ह।

=> इनक लोकगाथा गीत बयावल कहलात ह।

=> रामिव जी का गीत सबस लमबा लोक गीत ह।

=> इनक मघवाल भकत "ररषखया " कहलात ह

=> "बालनाथ" जी इनक गर थ।

परमख सथल- रामिवरा (रगणया), पोकरण तहसील

(जसलमर)

=> बाबा रामिव जी का जनम भादरशकल िज (बाबरी बीज)

को हआ।

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=> राम िव जी का मला भादर शकल िज स भादर शकल

एकािशी तक भरता ह।

=> मल का परमख आकिषण " तरहताली नतय" होता ह।

=> माागी बाई (उियपर) तरहताली नतय की परगसदध

नतयागना ह।

=> तरहताली नतय कामड समपरिाय की मगहलाओा दवारा

गकया जाता ह।

=> रामिव जी शरी कषण क अवतार मान जात ह।

=> तरहताली नतय वयावसागसक शरणी का नतय ह।

=> छोटा रामिवरा गजरात म ह।

=> सरताखडा (गचिोड) व गबरागिया (अजमर) म भी इनक

मागिर ह।

=> इनक यातरी 'जातर' कहलात ह।

=> रामिव जी गहनि तथा मसलमान िोनोा म ही समान रप

स लोकगपरय ह।

=> मषिम इनह रामसापीर क नाम स पकारत ह।

=> इनह पीरोा का पीर कहा जाता ह।

=> जागतगत छआछत व भिभाव को गमटान क गलए

रामिव जी न "जममा

जागरण " अगभयान चलाया।

=> इनक घोड का नाम लीला था।

=> रामिव जी न मघवाल जागत की "डाली बाई" को अपनी

बहन बनाया।

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=> इनकी फड का वाचन मघवाल जागत या कामड पथ क

लोग करत ह।

2. गोगा जी.

=> जनम सथान - ििरवा (जवरगराम) राजगढ तहसील

(चर)।

=> समागि - गोगामडी, नोहर तहसील (हनमानगढ)

=> उपनाम - साापोा क िवता, जाहरपीर (यह नाम महमि

गजनवी न गिया)

=> इनका वाश - चहान वाश था।

=> गोगा जी न महमि गजनवी स यदध लडा।

=> परमख सथल:-शशीिष मडी ( ििरवा),घरमडी - (गोगामडी),

नोहर म।

=> गोगा मडी का गनमाषण "गफरोज शाह तगलक" न

करवाया।

=> वतषमान सवरप (पनः गनमाषण) महाराजा गागा गसाह न

कारवाया।

=> मला भादर कषण नवमी (गोगा नवमी) को भरता ह।

=> इस मल क साथ-साथ राजय सतरीय पश मला भी

आयोगजत होता ह।

=> यह पश मला राजय का सबस लमबी अवगि तक चलन

वाला पश मला ह।

=> हररयाणवी नि का वयापार होता ह।

=> गोगा मडी का आकार मकबरनमा ह

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=> गोगाजी की ओलडी सााचर (जालौर) म ह।

=> इनक थान खजडी वकष क नीच होत ह।

=> गोरखनाथ जी इनक गर थ।

=> घोड का राग नीला ह।

=> गोगाजी गहनि तथा मसलमान िोनोा िमो म समान रप स

लोकगपरय थ।

=> िरमडी क मखय दवार पर "गबषिललाह" अागकत ह।

=> इनक लोकगाथा गीतोा म डर नामक वादय यातर बजाया

जाता ह।

=> गकसान खत म बआई करन स पहल गोगा जी क नाम स

राखडी "हल" तथा

"हाली" िोनोा को बााित ह।

3. पाब जी.

=> जनम - 13 वी शताबदी (1239 ई) म हआ।

=> रािौड वाश म जोिपर क फलोिी तहसील क कोल गराम

म हआ।

=> गववाह - अमरकोट क सरजमल सोडा की पतरी फलमि

स हआ।

=> उपनाम - ऊा टोा क िवता, पलग रकषक िवता,

राइका/रबारी जागत क िवता

आगि।

=> राइका /रबारी जागत का साबाि मखयतः गसरोही स ह।

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=> मारवाड कषतर म सवषपरथम ऊा ट लान का शरय पाबजी को

ह।

=> पाब जी न िवल चारणी की गायोा को अपन बहनोई गजनद

राव खी ाची ा स

छडाया।

=> पाब जी क लोकगीत पवाड कहलात ह। - माि वादय का

उपयोग होता ह।

=> पाब जी की फड राजय की सवाषगिक लोकगपरय फड ह।

=> पाब जी की जीवनी "पाब परकाश" आागशया मोड जी दवारा

रगचत ह।

=> इनकी घोडी का नाम कसर कालमी ह।

=> पाब जी का गला चतर अमावसया को कोल गराम म भरता

ह।

=> पाब जी की फड क वाचन क समय "रावणहतथा" नामक

वादय यातर उपयोग म गलया

जाता ह।

=> परतीक गचनह - हाथ म भाला गलए हए अशवारोही।

4. हरभ जी.

=> जनम सथान- भणडोल/भणडल (नागौर) म हआ।

=> सााखला राजपत पररवार स जड हए थ।

=> रामिवी जी क मौसर भाई थ।

=> सााखला राजपतोा क अराधय िव ह।

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=> इनका मागिर बगटी गराम (जोिपर) म ह।

=> मणडोर को मकत करान क गलए हरभ जी न राव जोिा को

कटार भट की थी।

=> मणडोर को मकत करान क अगभयान म सफल होन पर

राव जी न वगटी गराम

हरभ जी को अपषण गकया था।

=> हरभ जी शकन शासतर क जञाता थ।

=> हरभ जी क मागिर म इनकी गाडी की पजा होती ह।

5.गर - बालीनाथ जी.

=> महा जी माागगलयोा क ईषट िव थ।

=> मखय मागिर बापणी गााव (जोिपर) म षसथत ह।

=> घोड का नाम - गकरड काबरा था।

=> मला -भादर कषण अषटमी को।

6. वीर तजा जी.

=> जाट वाश म जनम हआ।

=> जनम गतगथ- माघ शकला चतिषशी गव.स. 1130 को।

=> जनम सथान खरनाल (नागौर) ह।

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=> माता -राजका वर,

=> गपता - ताहड जी

=> तजाजी का गववाह पनर नरश रामचनि की पतरी पमल स

हआ था

कायषकषतर हाडौती कषतर रहा ह।

=> तजाजी अजमर कषतर म लोकगपरय ह।

=> इनह जाटोा का अराधय िव कहत ह।

=> उपनाम - कगि कायो का उपकारक िवता, गायोा का मषकत

िाता, काला व बाला का

िवता।

=> अजमर म इनको िोगलयावीर क नाम स जानत ह।

=> इनक पजारी घोडला कहलात ह।

=> इनकी घोडी का नाम लीलण (गसाणगारी) था।

=> परबत सर (नागौर) म " भादर शकल िशमी " को इनका मला

आयोगजत होता ह।

=> भादर शकल िशमी को तजा िशमी भी कहत ह।

=> सिररया- यहाा तजाजी का नाग िवता न डसा था।

=> सरसरा (गकशनगढ अजमर) यहाा तजाजी वीर गगत को

परापत हए।

=> तजाजी क मल क साथ-साथ राजय सतरीय वीरतजाजी पश

मला आयोगजत होता ह।

=> इस मल स राजय सरकार को सवाषगिक आय परापत होती ह।

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=> लाछाा गजरी की गायोा को मर क मीणाओा स छडान क गलए

साघिष गकया व वीर गगत को

परापत हए।

=> परतीक गचनह - हाथ म तलवार गलए अशवारोही।

=> अनय - पमख सथल - बयावर, सनदररया, भावनता, सरसरा।

7. िवनारायण जी.

=> जनम - आशीनद (भीलवाडा) म हआ।

=> गपताजी सावाई भोज एवा माता सड खटाणी।

=> राजा जयगसाह(मधयपरिि क िार क शासक) की पतरी

पीपलि स इनका गववाह

हआ।

=> गजषर जागत क आराधय िव ह।

=> गजषर जागत का परमख वयवसाय पशपालन ह।

=> िवनारायण जी गवषण का अवतार मान जात ह।

=> मखय मला भादर शकल सपतमी को भरता ह।

=> िवनारायण जी क घोड का नाम लीलागर था।

=> परमख सथल-

1. सवाई भोज मागिर (आशीनद ) भीलवाडा म ह।

2. िव िाम जोिपररया (टोाक) म ह।

=> उपनाम - चमतकारी लोक परि

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=> जनम का नाम उियगसाह थान

=> िविाम जोिपररया (टोाक) - इस सथान पर सवषपरथम

िवनारायणजी न अपन

गशषोा को उपिश गिया था।

=> इनकी फा ड राजय की सबस लमबी फा ड ह।

=> फा ड वाचन क समय "जनतर" नामक वादय यातर का उपयोग

गकया जाता ह।

=> इनकी फड पर भारत सरकार क दवारा 5 र का गटकट भी

जारी गकया जा चका ह ा ।

=> िवनारायण जी क मागिरोा म एक ईाट की पजा होती ह।

8. िवबाबा जी.

=> जनम - नगला जहाज (भरतपर) म हआ।

=> इनका मला भादर शकल पाचमी को भरता ह।

=> य गजषर जागत क आराधय िव ह।

=> उपनाम -गवालोा का पालन हारा।

9. वीर कलला जी.

=> जनम - मडता (नागौर) म हआ।

=> उपनाम - शिनाग का अवतार, चार भजाओा वाल िवता

=> गर - योगी भरवनाथ।

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=> 1567 ई. म गचिौडगढ क ततीय साक क िौरान अकबर स

यदध करत हए वीरगगत

को परापत हए।

=> मीरा बाई इनकी बआ थी।

=> इनह योगाभयास और जडी-बगटयोा का जञान था।

=> िगकषण राजसथान म वीर कलला जी की जयािा मानयता ह।

10. मलली नाथ जी.

=> जनम - गतलवाडा (बाडमर) म हआ।

=> जाणीि - रावल सलखा (माता -गपता)

=> इनका मला चतर कषण एकािशी स चतर शकल एकािशी तक

लणी निी क गकनार

गतलवाडा (बाडमर) नामक सथान पर भरता ह।

=> यह मला मललीनाथजी क राजयागभिक क अवसर स

वतषमान तक आयोगजत हो

रहा ह।

=> इस मल क साथ-साथ पश मला भी आयोगजत होता ह।

=> थारपारकर व कााकरज नि का वयापार होता ह।

=> बाडमर का गडामलानी का नामकरण मललीनाथजी क नाम

पर ही हआ ह।

11. डागजी- जवाहर जी.

=> शखावटी कषतर क लोकगपरय िवता।

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=> य अमीरोा व अागरजोा स िन लट कर गरीब जनता म बााट

ित थ।

12. गबगगा जी/वीर बगगा जी.

=> जाखड समाज क कल िवता मान जात ह।

=> इनका जनम जाागल परिश (बीकानर) क जाट पररवार म

हआ।

=> मषिम लटरोा स गाय छडात समय वीरगगत को परापत

हए।

=> मागिर-बीकानर म ह। सलतानी -रावमोहन (माता-गपता)

13. पाचवीर जी.

=> शखावटी कषतर क लोकगपरय िवता ह।

=> शखावत समाज क कल िवता ह।

=> अजीत गढ (सीकर) म मागिर ह।

14. पनराज जी.

=> जनम सथान - नगाा गराम (जसलमर) म हआ।

=> मागिर पनराजसर (जसलमर) म ह।

=> पनराज जी जसलमर कषतर क गौरकषक िवता ह।

=> कािौडी गराम क बराहमणोा की गाय छडात हए वीरगगत को

परापत हए।

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15. मामािव जी.

=> उपनाम- बरसात क िवता।

=> य पगिमी राजसथान क लोकगपरय िवता ह।

=> मामिव जी को खश करन क गलए भस की बली िी जाती

ह।

=> इनक मागिरोा म मगतष क सथान पर लकडी क बन कलातमक

तौरण होत ह।

16. इलोजी जी.

=> उपनाम - छडछाड वाल िवता।

=> जसलमर पगिमी कषतर म लोकगपरय

=> इनका मागिर इलोजी (जसलमर ) म ह।

17. तललीनाथ जी.

=> वासतगवक नाम - गागिव रािौड ।

=> गर - जलनधरनाथ (जालनधर नाथ न ही गागिव को

तललीनाथ का नाम गिया

था।)

=> पाचमखी पहाड - पााचोटा गराम (जालौर) क पास इस पहाड

पर घडसवार क रप म

बाबा तललीनाथ की मगतष सथागपत ह।

=> तललीनाथ जी न शरगढ (जोिपर) गढकान पर शासन गकया।

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18. भोगमया जी.

=> भगम रकषक िवता जो गााव-गााव म पज जात ह।

19. कसर कवार जी.

=> गोगा जी क पतर कवार जी क थान पर सफि धवजा फहरात ह।

20. वीर फता जी.

=> जनम सााथ गााव (जालौर) म।

=> सााथ गााव म परगतविष भादरपि सिी नवमी को मला लगता ह।

=> लााछाा/लाछन गजरी की गायो को मर क मीणाओा स

छडवाया - तजा जी न

=> िवल चारणी की गायोा को गजनदराव खी ाची स छडवाया -पाब

जी न

=> गौरकषाथष हत महमि गजनवी स यदध गकया - गोगा जी न

=> मषिम लटरोा स गायोा को छडवाया - बीगगा जी/बगगा जी न

=> कािौडी गराम क बराहमणोा की गायोा को छडवाया - पनराज जी

न।

राजसथान क राजयपाल की सचि

राजसथान क राजयपाल कब स कब तक

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सवाई मानगसाह महाराज ,जयपर 30 -03 -1949 31-10-1956

सरिार गरमख गनहाल गसाह 01-11-1956 15-04-1962

डॉ. सापणाषनाि 16-04-1962 15-04-1967

सरिार हकम गसाह 16-04-1967 19-11-1970

जगत नारायण ( कायषकारी ) 20-11-1970 23-12-1970

सरिार हकम गसाह 24-12-1970 30-06-1972

सरिार जोगदर गसाह 01-07-1972 15-02-1977

विपाल तयागी 15-02-1977 11-05-1977

Rajsthan Police Admit Card 2017

रघकल गतलक 17-05-1977 08-08-1981

क. डी. शमाष ( कायषकारी ) 08-08-1981 05-03-1982

ओमपरकाश महरा 06-03-1982 04-01-1985

पी.क. बनजी ( कायषवाहक ) 05-01-1985 31-01-1985

ओमपरकाश महरा 01-02-1985 03-11-1985

डी. पी. गपता ( कायषवाहक ) 04-11-1985 20-11-1985

बासनतराव पागटल 20-11-1985 15-10-1987

जगिीश शरण वमाष (कायषवाहक ) 15-10-1987 20-02-1988

सखिव परसाि 20-02-1988 02-02-1989

जगिीश शरण वमाष (कायषवाहक ) 03-02-1989 19-02-1989

सखिव परसाि 20-02-1989 02-02-1990

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गमलापचाि जन ( कायषवाहक ) 03-02-1990 14-02-1990

िवीपरसाि चटटोपाधयाय 14-02-1990 25-08-1991

5390 Constable Posts राजसथान पगलस भती

डॉ. सवरप गसाह ( अगत. परभार ) 26-08-1991 04-02-1992

डॉ. एम. रडडी 05-02-1992 30-05-1993

िगनक लाल माडल (अगत. परभार ) 31-05-1993 27-06-1993

बगलराम भगत 30-06-1993 01-05-1998

िरबारा गसाह 01-05-1998 24-05-1998

नवरागलाल गटबरवाल (कायषवाहक) 25-05-1998 15-01-1999

अाशमान गसाह 16-01-1999 13-05-2003

गनमषल चाि जन 14-05-2003 21-09-2003

एफसीआई भती 2017-18 डाउनलोड एफसीआई परवश पतर

कलाशपगत गमशर ( अगत. परभार ) 22-09-2003 13-01-2004

मिन लाल खराना 14-01-2004 01-11-2004

टी. वी. राजशवर ( अगत. परभार ) 01-11-2004 08-11-2004

परगतभा पागटल 08-11-2004 21-06-2007

ए. आर. गकिवई (अगत. परभार ) 22-06-2007 06-09-2007

शलनदर कमार गसाह 06-09-2007 01-12-2009

परभा राव 02-12-2009 26-04-2010

गशवराज पागटल (अगत. परभार ) 26-04-2010 28-04-2012

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मागषरट अलवा 28-04-2012 05-08-2014

राम नाइक (अगत. परभार) 06-08-2014 03-09-2014

कलयाण गसाह 04-09-2014 ……………

राजसथान क महतवपरण नगरो ो क परािीन नाम

1.अलवर का पराना नाम कया था.

उिर. आलौर

2. अरावली का पराना नाम कया था.

उिर. आडवाल

3. तारागढ का पराना नाम कया था.

उिर. गढबीरली

4. सााचौर का पराना नाम कया था.

उिर. सतयपर

5. बािी का पराना नाम कया था.

उिर. हडोती

6. बजनगर का पराना नाम कया था.

उिर. झालरापाटन

7. बयाना का पराना नाम कया था.

उिर. शरीपाथ

8. बराि का पराना नाम कया था.

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उिर. गवराट

9.िौलपर का पराना नाम कया था.

उिर. कोिी

10. गचिौड का पराना नाम कया था.

उिर. षखजराबाि

11. हनमानगढ का पराना नाम कया था.

उिर. भटनर

12.जसलमर का पराना नाम कया था.

उिर. माड

13. जयसमाि का पराना नाम कया था.

उिर. ढवर

14.जोिपर का पराना नाम कया था.

उिर. मरभगम

15. करौली का पराना नाम कया था.

उिर. गोपाल पाल

16. मवाड का पराना नाम कया था.

उिर. मिपाट

17.नगरी का पराना नाम कया था.

उिर. माधयगमका

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18. नागौर का पराना नाम कया था.

उिर. अगकषयपर

19. रामिवरा का पराना नाम कया था.

उिर. रणचा

20. बीकानर का पराना नाम कया था.

उिर. जाागल

21. डागरपर एवा बाासवाडा का पराना नाम कया था.

उिर. बाागड

22. परतापगढ का पराना नाम कया था.

उिर. कोिल

राजसथान क मखयमोतरी की सिी

राजसथान क मखयमोतरी कब स कब तक

हीरालाल शासतरी 07-04-1949 05-01-1951

सी.एस. वकटाचारी 05-02-1951 26-04-1951

जय नारायण वयास 26-04-1951 03-03-1952

टीकाराम पालीवाल 03-03-1952 31-10-1952

जय नारायण वयास 01-11-1952 12-11-1954

मोहनलाल सखागडया 13-11-1954 11-04-1957

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मोहनलाल सखागडया 13-04-1957 11-03-1962

मोहनलाल सखागडया 12-03-1962 13-03-1967

मोहनलाल सखागडया 26-04-1967 08-07-1971

बरकतलला खाा 09-07-1971 11-10-1973

राजसथान क राजयपाल की सची

हररिव जोशी 11-10-1973 29-04-1977

भरोागसाह शखावत 22-06-1977 15-02-1980

जगननाथ पहागडया 06-06-1980 13-07-1981

गशवचरण माथर 14-07-1981 23-02-1985

हीरालाल िवपरा 23-02-1985 10-03-1985

हररिव जोशी 10-03-1985 20-01-1988

गशवचरण माथर 20-01-1988 04-12-1989

हररिव जोशी 04-12-1989 04-03-1990

भरोागसाह शखावत 04-03-1990 15-12-1992

राजसथान क महतवपणष नगरोा क पराचीन नाम

भरोागसाह शखावत 04-12-1993 01-12-1998

अशोक गहलोत 01-12-1998 08-12-2003

वासिरा राज 08-12-2003 13-12-2008

अशोक गहलोत 13-12-2008 13-12-2013

वासिरा राज 13-12-2013 ………….

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1. 1 नवाबर 1956 क गिन राजसथान अपन वतषमान सवरप म

आया ,इस गिन कौन स नए कषतर राजसथान म शागमल गकए गए

उिर. आब एवा सनल टपपा

2. राजसथान राजय क 4 गजल की सीमा भारत अातरराषटर ीय सीमा रखा

का भाग ह ,व कौन स गजल ह.

उिर. बाडमर, जसलमर, बीकानर, गागानगर

3. राजसथान की कल सथलीय सीमा एवा पगिमी सीमा म लगी अातराषषटर ीय

सीमा की कल लाबाई गकतनी ह.

उिर. 5920 गकलोमीटर एवा 1070 गकलोमीटर

4.राजसथान राजय की पवष स पगिम की लाबाई एवा उिर स िगकषण की

चौडाई गकतनी ह.

उिर. 869 गकलोमीटर ह और 826 गकलोमीटर

5.कषतरफल की दगषट स राजसथान का सबस बडा एवा छोटा गजला कौन

सा ह.

उिर. जसलमर एवा िौलपर

6.अरावली पवषत शरणी एवा िगकषणी- पवष का पिारी भाग का साबाि गकस

पराचीन भखाड स ह

उिर. गोाडवाना लड

7. राजसथान की परगसदध अरावली पवषत शरणी का गवसतार गकस गिशा म

उिर. िगकषण पगिम स उिर पवष म

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8. राजसथान क तीन भौगतक गवभागोा म सबस बड कषतर म गकस का

गवसतार ह

उिर. उिर पगिमी मरसथलीय भाग

9. राजसथान राजय क िो परमख गवभागोा रतील शषक मिान एवा अिष

शषक मिान को गवभागजत करन वाली रखा को कया कहत ह

उिर. 25 स.मी. विाष रखा

10. राजसथान म उचच पिार यहाा पथरीला क नाम स जाना जान वाल

कषतर कौन स ह.

उिर. कोटा, बािी, झालवाडा एवा सवाई मािोपर

11. उियपर क उिर पगिम म षसथत का भलगढ तथा गोगािा क बीच क

पिार को गकस नाम स जाना जाता ह

उिर. भोराट का पिार

13. अरावली पवषत शराखला की सबस ऊा ची पहागडयाा गकनक बीच म

षसथत ह.

उिर. गोगािा एवा का भलगढ क बीच

14. राजसथान क गकन कषतरोा म बालका सतप की भ आकगत सवाषगिक

साखया म पाई जाती ह

उिर. भारत एवा पाक क सीमा कषतर म

15. बीगोाि एवा मााडलगढ क बीच म तीन परमख निी आपस म गमलती

ह गजस गतरवणी कहा जाता ह,व नगियाा कौनसी ह.

उिर. कोिरी, बडच एवा बनास

16.बागाल की खाडी म समागहत होन वाली राजसथान की कौन सी

नगिया ह

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उिर. चाबल, बनास, कालीगसाि, बाणगागा

17. राजसथान म वह कौन स गजल ह गजनम कोई नगियाा परवागहत नही ा

होती ह.

उिर. बीकानर एवा चर

18. चाबल निी राजसथान क अलावा गकन गकन राजय स होकर परवागहत

होती ह.

उिर. उिर परिश एवा मधय परिश

19. बज झील का गनमाषण गकस निी पर होता ह

उिर. काातली निी

20. जयपर नगर को पयजल उपलबध करान क गलए गकस निी क जल

का उपयोग गकया जाता ह.

उिर. खारी

21. राजसथान म षसथत परमख खार पानी की झील कौन सी ह

उिर. सााभर, लणकरणसर, पाचभदरा, डीडवाना

22. राजसथान म षसथत परमख मीि पानी की गजल कौन सी ह

उिर. जयसमाि, राजसमाि, गपछोला, कोलायत

23. बाबा का बागडा तथा पयारी टाप का साबाि गकस झील स ह

उिर. जयसमाि

24. सागमरमर क 25 गशलालख गजन पर मवाड का इगतहास सासकत

भािा म गलखा गया ह ,गकस झील क उिरी भाग म षसथत ह.

उिर. राजसमाि झील

25. गकस झील क गकनार गवशव परगसदध बरहमाजी का मागिर षसथत ह

उिर. पषकर झील

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26. कौन सी निी राजसथान एवा मधय परिश क बीच 241 गकलोमीटर

की सीमा का गनमाषण करती ह

उिर. चाबल निी

27. राजसथान क गकस झील का साबाि कगपल मगन स जडा ह.

उिर. पषकर झील

28. राजसथान राजय क गकस गजल स होकर ककष रखा गजरती ह.

उिर. बाासवाडा

29. राजसथान राजय म भारतीय मौसम गवभाग की विशाला कहाा

सथागपत की गई.

उिर. जयपर

30. पगिम राजसथान म विाष गकसस होती ह.

उिर. गहाि महासागर की ओर स आन वाली मानसन स

31. राजसथान क कल कषतरफल का गकतना भाग वनोा स ढका हआ ह.

उिर. 9.49 परगतशत

32.राजसथान म सबस अगिक वन गकस गजल म गमलत ह.

उिर. उियपर

33.शषक साागवान वन परिश क अातगषत सबस परमख रप स गकस

गजल का भाग आता ह.

उिर. बाासवाडा

34. राजसथान क वनोा को विागनक सतर पर गकतन माडलोा म बााटा गया

उिर. 12

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35. राजसथान म उषणकगटबािीय कााटिार वन गकन गजलोा म पाए जात

ह.

उिर. जोिपर, बीकानर, बाडमर, पाली, सीकर

36. ति वकष राजसथान क गकन गकन गजलोा म पाय जात ह.

उिर. उियपर, झालावाड, बाासवाडा, गचिौडगढ

37. घास क मिान एवा चरागाह गकन गकन गजलोा म पाए जात ह.

उिर. सीकर, झाझन, अजमर, भीलवाडा

38. बीड कया ह.

उिर. घास का मिान या चरागाह

39. राजय म गवियतीकत गााव का परगतशत लगभग गकतना ह.

उिर. 63.8 परगतशत

40. राजसथान म भारत का परथम सौर ऊजाष गिज कहाा सथागपत गकया

गया ह.

उिर. बालसर ( जोिपर )

41.राषटर ीय बायोगस गवकास योजना की शरआत गकस विष की गई .

उिर. 1980- 81

42.राजसथान क गकस गजल म गोबर गस सायातर की सबस अगिक

साखया ह.

उिर. उियपर

43.राजसथान म गकस सथान पर परमाण गवियत गह की सथापना की

गई ह.

उिर. रावतभाटा

44. राजसथान म लाल व पीली गमटटी गकन गजलोा म पाई जाती ह.

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उिर. भीलवाडा, गसरोही, अजमर, सवाई मािोपर

45. राजसथान राजय म कचछरी गमटटी गकन गजलोा म पाई जाती ह.

उिर. भरतपर, िौलपर, टोाक, िोसा, जयपर

46. आगिवागसयोा दवारा पहाडी ढालो पर वनोा को काटकर कगि करन

की पदधगत को कया कहा जाता ह.

उिर. वालरा कगि

47. वालरा कगि क मखय कषतर कौन-कौन स ह.

उिर. उियपर, डागरपर, कोटा, बाासवाडा

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